शनिवार, 14 सितंबर 2019

जनहित के लिए की गई सरकारी घोषणाएं

नई दिल्ली। सस्ते मकान का सपना अब जल्द पूरा हो जायेगा। मोदी सरकार ने रियल सेक्टर के लिए बड़े ऐलान किये हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है, कि 10 हजार करोड़ का फंड उन प्रोजेक्ट को दिया जायेगा, जिनका काम 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। हालांकि इसमें शर्त यह होगी वह प्रोजेक्ट नॉन परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए न हो। इसके अलावा उन प्रोजेक्‍ट्स को भी यह फंड नहीं मिलेगा। जिनका मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) के पास पहुंच गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि इससे 3.5 लाख घरों को फायदा मिलेगा।


वित्त मंत्री ने कहा, 'अगर आप होम बायर हैं तो बिल्डर से पूछ सकते हैं कि आप NPA या फिर NCLT में हो या नहीं। अगर नहीं हो तो आप जाकर इस स्कीम का फायदा उठाओ जिससे आपको घर जल्द मिल सके। इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्‍यवस्‍था को गति देने के लिए कई घोषणाएं की। उन्‍होंने निर्यात प्रोत्साहन के लिए विदेशी बाजारों में भेजे जाने वाले वाणिज्यिक उत्पादों पर कर और शुल्क का बोझ खत्म करने की एक नयी योजना (आरओडीटीईपी) की शनिवार को घोषणा की। निर्यात उत्पादों पर शुल्कों और करों की छूट (आरओडीटीईपी) नाम की इस योजना से खजाने पर अनुमानित 50,000 करोड़ रुपये का बोझ आने का अनुमान है। सरकार ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात अगस्त में एक साल पहले की तुलना में 6.05 प्रतिशत नीचे आ गया है।अगस्त में देश से वस्तुओं का निर्यात 26.13 अरब डॉलर रहा.सीतारमण ने यह भी कहा कि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए पूर्णतया स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक रिफंड की प्रणाली अपनायी जाएगी। इसे इस माह के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका मकसद इनपुट टैक्स क्रेडिट के रिफंड को स्वचालित और तेज बनाना है। उन्होंने कहा कि आरओडीटीईपी मौजूदा प्रोत्साहन योजनाओं का स्थान लेगी। इनके मुकाबले यह ज्यादा उचित तरीके से निर्यातकों को प्रोत्साहन देगी। मंत्री ने कहा कि इस योजना से सरकारी खजाने पर 50,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।


कांग्रेस ने नेतृत्व बदला नीति नहीं:बराला

चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला भाजपा द्वारा चलाए जा रहे महा जनसंपर्क अभियान के तहत बहादुरगढ़ पहुंचकर बाजारों में दुकानदारों से सम्पर्क किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बिजेंदर दलाल और विधायक नरेश कौशिक भी साथ मौजूद रहे । सुभाष बराला ने महा जन संपर्क के दौरान भाजपा सरकार के 5 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों और पिछली सरकारों की भ्रष्ट नीतियों के बारे में बताया l
बराला ने बताया कि कांग्रेस ने नेतृत्त्व बदला नीति नहीं, जनता को सब मालूम है भूपेंद्र हुडा और कुमारी शैलजा को मिली नई जिम्मेदारी से उनके बारे में जनता का मन नहीं बदल जाएगा 10 साल सत्ता में रही कांग्रेस द्वारा आमजन के हितों से किए गए खिलवाड़ को भुलाया नहीं जा सकता l जिसका सबक जनता ने बीते पौने पांच साल कांग्रेस को सिखाया है और आगामी विधानसभा चुनाव में भी जनता कांग्रेस को और सबक सिखाएगी। अपने राजनीतिक, प्रशासनिक कुकर्मों की बदौलत कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाएगी।
सुभाष बराला ने टिकटों पर बात करते हुए कहा कि भाजपा जल्दबाजी में टिकटों की घोषणा नही करेगी । चुनाव घोषित होने तक भारतीय जनता पार्टी संपर्क के कई दौर पूरा करके हरियाणा के प्रत्येक परिवार तक पहुँच जाएगी और उन्हें 5 वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों और कामों के परिमाण स्वरूप एक बार फिर भाजपा को वोट देकर उनकी अपनी भय भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने की अपील करेंगे ।
बराला ने कहा कि बिना भेदभाव के प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में आम नागरिक को मूलभूत सुविधाएं पहुंचा कर लोगों को राहत देने का कार्य भारतीय जनता पार्टी ने किया है । प्रदेश सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में योग्यता के आधार पर युवाओं को नौकरी देकर कांग्रेस व इनैलो शासनकाल से पर्ची और खर्ची की चली आ रही परंपरा को तोडऩे का कार्य किया है । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल में दक्षिणी हरियाणा की नहरों में अंतिम टेल तक पानी पहुंचा कर किसान व आम जनमानस को खुशहाल करने का कार्य किया है। वही किसान को उसकी फसल का उचित मूल्य दिलवाया गया बल्कि किसान का एक-एक दाना सरकार ने उचित मूल्य पर ख़रीदा l


प्रशासन का जनता से शत्रु जैसा व्यवहार

प्रशासन का जनता से शत्रु व्यवहार
अविनाश श्रीवास्तव
गाजियाबाद। लोकतांत्रिक राष्ट्र में सुख सुविधा को दरकिनार कर शासन और प्रशासन जनता से शत्रु के जैसा व्यवहार क्यों कर रहा है। प्रशासनिक अधिकारी मानो तो बेलगाम हो गए हैं अपने मूल कर्तव्य के साथ खूब आंख मिचौली का खेल, खेल रहे हैं। जबकि जनता को पीड़ा देने के परिणाम सर्वदा अनुचित रहते हैं। जानकारी के अनुसार गोरी पट्टी स्थित 20 फुटा रोड के बीच विद्युत विभाग के द्वारा ट्रांसफार्मार रखा गया है। ट्रांसफॉर्मर के द्वारा विद्युत सप्लाई की जा रही है। 400 केवी टासफार्मार के कारण सड़क अत्यंत संकरी हो गई है। जिसके चलते कई वाहन नाले में गिर जाते है। आए दिन किसी अप्रिय घटना घटने की आशंका बनी रहती है। विद्युत विभाग को कई बार शिकायत की गई है। लेकिन किसी का ध्यान इस तरफ नहीं गया है। जनता की समस्या को देखते हुए उपजिला अधिकारी से विद्युत विभाग की शिकायत की गई है। लेकिन समस्या का समाधान अभी भी नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि प्रशासन जनता के प्रति समर्पित नहीं है।


चेयरमैन ने नगर को बना रखा है नर्क

चेयरमैन ने नगर को बना रखा है नरक
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका क्षेत्रों की कई कालोनियों की जनता गंदगी और कूड़े के जमाव से उत्पन्न होने वाली समस्याओं ने जनता का जीवन दूभर कर दिया है। आखिरकार भोली-भाली जनता से किस बात का बदला लिया जा रहा है। जनता को नरकीय जीवन जीने के लिए विवश कर दिया गया है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्‍बी नगर, मुस्तफाबाद, हाजी कॉलोनी, गोरी पट्टी, मुगल गार्डन, लक्ष्मी गार्डन आदि कॉलोनियो में गंदगी के अंबार लगे हैं। नालों की स्थिति अत्यंत पीड़ादायक बनी हुई है। दो नंबर स्थित 100 फुटा रोड के किनारे नालों में गोबर और कचरे के जमाव से बदबू ने स्थानीय लोगों का जीवन कष्टदायक बना दिया है। इसमें अधिशासी अधिकारी की कर्तव्य हीनता से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है। नेतृत्व और अकर्मण्य अधिकारी के कारण नगर की जनता को बिना बजह कष्‍ट झेलना पड़ रहा है। नगर की जनता को जानकारी होनी चाहिए नगर की सफाई पर लगभग 2 करोड़ों रुपए मासिक खर्च किया जा रहा है। जनता स्वयं अनुमान लगा सकती है,नगर में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है।


हिंदी से अच्छा कौन है? (विविध)


जब हिन्दी से प्रसिद्धि मिलती है तो अंग्रेजी बोलने में शान क्यों समझते हैं?
हिन्दी दिवस पर टॉक शो में लेखिका पूनम पांडे और 92.7 बिग एफएम के आरजे अजय से सार्थक चर्चा। कॉलेज में सम्मान समारोह भी।

14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एसपी मित्तल टॉक शो में लेखिका व गीतकार पूनम पांडे और आरजे अजय वर्मा के साथ हिन्दी पर सार्थक चर्चा हुई। जब हिन्दी की वजह से फिल्मी कलाकारों, नेताओं, अधिकारियों, पत्रकारों, लेखकों को प्रसिद्धि मिलती है, तब ऐसे लोग अंग्रेजी बोलने में अपनी शान क्यों समझते हैं? हिन्दी अपने आप समृद्ध भाषा है। टॉक शो में राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश महेन्द्र माहेश्वरी के द्वारा हिन्दी में फैसले लिखे जाने पर भी चर्चा हुई। हिन्दी दिवस के मौके पर पूनम पांडे ने अपनी मधुर आवाज में गीत भी सुनाया। हिन्दी दिवस के विभिन्न कार्यक्रमों को लीक से हट कर इस टॉक शो को यूट्यूब पर देखा जा सकता है। यूट्यब पर एसपी मित्तल लिखने से ही टॉक शो मिल जाएंगे। 
कॉलेज में सम्मान समारोह:
हिन्दी दिवस के अवसर पर 14 सितम्बर को अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के सभागार में लेखकों, पत्रकारों और शिक्षाविदों का सम्मान किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य मुन्नालाल अग्रवाल ने कहा कि हम अतिथियों का सम्मन कर स्वयं को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने हिन्दी दिवस के अवसर पर अपने विचार भी रखे। समारोह में महाविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष और शिक्षाविद् डॉ बद्री प्रसाद पंचोली, पूर्व प्राचार्य बीएल जोशी, कॉलेज शिक्षा के संयुक्त निदेशक दीपक मेहरा, सहायक निदेशक सुनीता पचौरी, साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया, गीतकार सुरेन्द्र चतुर्वेदी, पत्रकार रक्तिम तिवाड़ी, सादिक अली, गीतकार गोपाल गर्ग, डॉ. बृजेश माथुर, डॉ. मधुरिमा सिंह, राजेन्द्र गुंजल, लेखिका और कवियत्री पूनम पांडे, डॉ. हरप्रसाद गौड, श्रुति गौतम, दीपक शर्मा, शिवकुमार शर्मा, ब्लॉगर एसपी मित्तल आदि का सम्मान किया गया। 
एस.पी.मित्तल


राजस्‍थान:सरकार का कर्मचारियों से मोह भंग

रिटायर रोडवेज कर्मियों और प्रदेश के बेरोजगारों का नौ माह में ही कांग्रेस सरकार से मोह भंग हो गया। भाजपा सरकार को उखाडऩे में जी जान लगा दी थी।
यूं तो मौजूदा कांग्रेस सरकार से अनेक संगठन और लोग नाराज होंगे, लेकिन सबसे ज्यादा पीड़ा रोडवेज के रिटायर कार्मिकों और प्रदेश के बेरोजगारों को हो रही है। असल में इन दोनों के लोगों ने गत भाजपा सरकार को उखाडऩे में जी जान लगा दी थी। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव भाजपा शासन में आंदोलन करने पर कई बार जेल भी गए। बेरोजगारों की समस्याओं को लेकर अजमेर स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग से लेकर जयपुर में विधानसभा और सचिवालय के बाहर तक तम्बू लगाए। प्रदेशभर के बेरोजगारों को एकजुट कर सरकार विरोधी माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दु:खी और परेशान बेरोजगारों ने भाजपा सरकार को हटाने का संकल्प लिया। दिसतम्बर 2018 में राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार बनवा कर ही चैन की सांस ली। लेकिन अब 9 माह से बेरोजगारों का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है। प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि 12 सितम्बर को जयपुर में स्कूली शिक्षा के सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज करवा कर कांग्रेस सरकार ने दर्शा दिया है कि वह भाजपा से भी ज्यादा अत्याचारी है। परिणाम जारी नहीं होने से 8 हजार अभ्यर्थी पहले ही परेशान है और अब सरकार लाठियों से पीट रही हैं। आरपीएससी ने अभी तक भी परीक्षा का कलेंडर जारी नहीं किया है। अधिकांश परीक्षाओं के परिणाम कोर्ट में फंसे पड़े हैं। यानि बेरोजगारों का जो हाल भाजपा शासन में था, वहीं कांग्रेस शासन में भी है। यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद अब कांग्रेस सरकार के खिलाफ ही अंादोलन की रणनीति बनाई जाएगी। मोबाइल नम्बर 9460297575 पर पीडि़त बेरोजगार उपेन यादव से संवद कर सकते हैं। 
रिटायर रोडवेज कर्मी भी परेशान:
विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए रोडवेज के रिटायर कर्मचारियों ने भी शहरों में रैली निकाली। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट को जीताने के लिए टोंक में बड़ा प्रदर्शन भी किया। पायलट तो सरकार में डिप्टी सीएम बन गए, लेकिन रिटायर कर्मचारी वहीं खड़े हैं। रिटायर कर्मचारियों के प्रतिनिधि गिरधारी तंवर ने बताया कि साढ़े तीन हजार कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय गे्रच्युटी,उपार्जित अवकाश, ओवर टाइम की बकाया राशि का भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारी भाजपा के शासन में तीन वर्षों तक परेशान रहे और कांग्रेस सरकार ने 9 माह बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं किया है। चुनाव में अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने जो भरोसा दिलाया है, वह अब टूट गया है। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास तो सिर्फ बयानबाजी करते हैं। सरकार को 500 करोड़ रुपए का भुगतान करना है। रिटायरमेंट पर राशि नहीं मिलने से कर्मचारी की क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। हमारी नजर में भाजपा और कांग्रेस की सरकार में कोई फर्क नहीं है। कांग्रेस सरकार अपने वायदे पर खरी नहीं उतर रही है। लोकसभा चुनाव में बुरी हार से भी कांग्रस कोई सबक नहीं ले रही है। सरकार का यदि ऐसा ही रवैया रहा तो पंचायती राज और स्थानीय निकायों के चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा। जिस प्रकार भाजपा के शासन में विरोध किया, उसी प्रकार अब कांग्रेस शासन में भी कर्मचारियों को सड़कोंपर उतरना पड़ेगा। रिटायर रोडवेज कर्मियों के आंदोलन के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9461164713 पर गिरधारी कुमावत से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


राजे का भाजपा संगठन में महत्व कम

अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाजपा विधायकों से मुलाकात करने का सिलसिला शुरू किया। भाजपा संगठन में नहीं है कोई महत्त्व।
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे ने भाजपा के तीन विधायक रामस्वरूप लाम्बा (नसीराबाद), हरेन्द्र नीनामा (घाटोल) तथा कैलाश मीणा (गढ़ी) से जयपुर स्थित अपने आवास पर एक मिनट की मुलाकात की। एक समय था जब वसुंधरा राजे से एक मिनट की मुलाकात के लिए मंत्री, केन्द्रीय मंत्री, आईएएस अफसरों, विधायकों और बड़े नेताओं को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था। मुलाकात पूरी तरह वसुंधरा राजे के मूड़ पर निर्भर करती थी। सब जानते हैं कि 2013 से 2018 तक वसुंधरा राजे ने किस राजशाही अंदाज में राजस्थान में भाजपा की सरकार चलाई। वसुंधरा राजे के इस रवैए की कीमत भाजपा को अपनी सरकार गवां कर चुकानी पड़ी। वसुंधरा राजे का भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति बेरुखी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया तो आज तक भी इस दायित्व को नहीं संभाला है। यही वजह रही कि पिछले लोकसभा चुनाव में राजे की कोई भूमिका नहीं रखी गई। भाजपा ने राजे के बगैर ही प्रदेश की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की। गत विधानसभा चुनाव के बाद से ही राजे भाजपा की राजनीति से अलग थलग हैं। प्रदेश संगठन सारी रणनीति राजे की गैर मौजूदगी में ही तैयार कर रहा है। यह तब है कि जब मदनलाल सैनी के निधन के बाद से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद रिक्त पड़ा है। इस समय प्रदेश संगठन की कमान संगठन महासचिव चन्द्रशेखर के हाथ में हैं। चन्द्रशेखर इस दायित्व को बखूबी निभा रहे हैं। चूंकि राजे को अब संगठन में कोई महत्त्व नहीं मिल रहा है, इसलिए भाजपा के विधायकों से मिलने का सिलसिला शुरू किया है। ऐसे विधायक अपनी इच्छा से राजे के निवास पर नहीं जा रहे ताकि उन्हें राजे से मुलाकात करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। अब तो मुलाकात के बाद कक्ष के बाहर आकर विधायकों के साथ राजे फोटो भी  खींचवा रही हैं। राजे और उनके चमचों को भी पता है कि राजे की विधायकों से मुलाकात वाली खबर अखबरों में भी हीं छपेगी। इसलिए वसुंधरा राजे खुद अपने फेसबुक पेज पर फोटो को पोस्ट कर रही है। सवाल यह भी है कि आखिर भाजपा विधायकों से मुलाकात का सिलसिला राजे ने क्यों शुरू किया है? क्या राजे भाजपा की राजनीति में अपना महत्त्व दिखाना चाहती हैं? लेकिन राजे वो इस राजनीति को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि जिस व्यक्ति के पास ताकत होती है उसके पास विधायक जाते हैं। 
गहलोत की मेहरबानी से सरकारी बंगले में:
वसुंधरा राजे जयपुर के सिविल लाइन के जिस सरकारी बंगाल संख्या 13 में मुफ्त में रह रही हैं, उसमें कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मेहरबानी है। हाईकोर्ट ने विगत दिनों ही आदेश दिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगले और अन्य सुविधाओं के हकदार नहीं है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजे की यह बंगला खाली करना चाहिए, लेकिन अब राजे मुख्यमंत्री गहलोत की मेहरबानी से बंगले में रह रही है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद गहलोत का कहना रहा कि सरकार वसुंधरा राजे को विधायक होने के नाते भी इसी बंगले को आवंटित कर सकती है। अब देखना है कि धौलपुर राजघराने की महारानी वसुंधरा राजे कांग्रेस सरकार की मेहरबानी से सरकारी बंगले में रहती है या फिर हाईकोर्ट के आदेश और नैतिकता के तौर पर बंगले को खाली करती है। 
पेड़ भी लगाए:
14 सितम्बर को राजनीतिक मजबूरी के चलते पूर्व सीएम राजे ने भाजपा के सेवा सप्ताह के विभिन्न कार्यक्रमों में जयपुर के मूक बधिर विद्यालय में पौधरोपण भी किया। सेवा सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जा रहा है। 
एस.पी.मित्तल


आप लोगों का हृदय से धन्यवाद।

ब्लॉग 6 हजार के पार होने पर अब टॉक शो भी शुरू। 
मेरे प्रति पाठकों और दर्शकों का स्नेह बना रहे।
  मेरा यानि एसपी मित्तल 6002वां ब्लॉग पाठकों के सामने हैं। जीवन में गणित का आंकड़ा कोई मायने नहीं रखता है, लेकिन इस आंकड़े तक पहुंचने में कड़ा संघर्ष करना पड़ा है। पाठकों ने हौंसला अफजाई की उसका परिणाम है कि आज ब्लॉग अजमेर जिले की सीमा को लांघकर राजस्थान से होते हुए देश के अधिकांश हिन्दी भाषी राज्यों में पहुंच रहे हैं। पाठकों से फीडबैक के अनुसार मेरे ब्लॉग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से कोई पचास लाख लोगों तक पहुंच रहे हैं। मैं ऐसे सभी पाठकों का आभारी हंू जो मुझे रोज पढ़ते हैं। वाटसएप, फेसबुक पेज आदि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने वालों के प्रति मेरा विशेष आभार है। पाठकों की इस हौंसला अफजाई की वजह से ही अब एसपी मित्तल टॉक शो की शुरुआत भी की गई है। मेरा प्रयास है कि सप्ताह में कम से कम चार-पांच दिन टॉक शो के माध्यम से किसी शखिसयत से रूबरू किया जाए। शुरुआत में ही टॉक शो को भारी सफलता मिली। दर्शक टॉक शो को यूट्यूब पर भी देख सकते हैं। इसे पाठकों का स्नेह ही कहा जाएगा कि यूट्यूब पर एसपी मित्तल लिखने के साथ ही मेरे टॉक शो देखने को मिल जाएंगे। मेरा दर्शकों से विशेष आग्रह है कि यू ट्यूब चैनल को लाइक करें। मेरा टॉक शो एक अलग अंदाज में प्रस्तुत हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस टॉक शो पर अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त करेंगे। टॉक शो यूट्यूब के साथ साथ मेरे फेसबुक पेज पर भी देखा जा सकता है। 
एस.पी.मित्तल


पीजीआई नर्सिंग ऑफिसर ने लगाए आरोप

राणा ओबराय
चंडीगढ़। पुलिस फिर सुर्खियों में, PGI के नर्सिंग ऑफिसर ने लगाया मारपीट का आरोप
चंडीगढ़। शहर की पुलिस एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं और क्यों आ गई है यहां जाने- दरअसल शनिवार यानी आज सारंगपुर के रहने वाले 32 साल के शिवनाथ अपनी पत्नी के साथ सेक्टर 22 के एमडीएवी स्कूल में अपने बच्चे की पेरेंट्स मीटिंग अटेंड करने आये हुए थे|वहीँ, पेरेंट्स मीटिंग खत्म होने के बाद शिवनाथ अपने बच्चे और अपनी पत्नी को लेकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां से अपने घर के लिए निकले| बताते हैं कि जब शिवनाथ सेक्टर 22 किरण सिनेमा लाइट प्वाइंट के पास पहुंचे तो रेड लाइट हो गई जिसके कारण उन्होने अपनी मोटरसाइकिल को रोक लिया।इसी दौरान वहीँ, पास में खड़ी पुलिस वैन में बैठी पुलिस ने शिवनाथ की पत्नी को बिना हेल्मेट के देखा, जिसके बाद पुलिस की गाड़ी शिवनाथ के मोटरसाइकिल के पास आई और उसमे बैठे पुलिसवालों ने शिवनाथ से उनकी पत्नी के हेल्मेट न लगाए जाने पर सवाल-जबाब किया| पुलिसवालों ने कहा कि नए ट्रैफिक रूल्स के अंतर्गत महिलाओं को हेल्मेट लगाना अनिवार्य है लेकिन आप लोग मानते नहीं है|
बताया जाता है कि, यह हेल्मेट न लगाए जाने वाली बात काफी ज्यादा हद तक बढ़ गई|पुलिस और शिवनाथ में काफी बहस छिड़ गई|जहां शिवनाथ ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बहस के दौरान उनके साथ मारपीट की|यही नहीं, पुलिस ने उनकी पत्नी के साथ भी बर्बरता की|
उधर, पुलिस शिवनाथ द्वारा सभी प्रकार के आरोपों को झूठा करार दे रही है|फिलहाल शिवनाथ ने अपनी शिकायत पुलिस कंट्रोल रूम को दी है|शिकायत पाकर मौके पर पहुंचकर पर पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही है| पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। जानकारी के मुताबिक शिवनाथ पीजीआई में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर तैनात है।बता दें कि इस मामले से रिलेटेड कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं|


मोदी को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश-विदेश से कई सारे उपहार मिलते रहते हैं। वह जब भी किसी देश का दौरा करते हैं तो उन्हें अक्सर ही उस देश के राष्ट्र प्रमुख द्वारा कुछ न कुछ उपहार दिया जाता रहा है। वहीं, अब उन उपहारों की नीलामी का फैसला किया गया है। बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले 2,700 से अधिक उपहारों की 14 सितंबर को ऑनलाइन नीलामी की जाएगी। संस्कृति मंत्रि प्रह्लाद पटेल ने इस बात की जानकारी दी । मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुल 2,772 उपहार ऑनलाइन नीलाम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्मृति चिन्ह का न्यूनत मूल्य 200 रुपये है और वही उच्चतम मूल्य ढ़ाई लाख रुपये है। इसी साल जनवरी में शुरू हुई एक नीलामी में प्रधानमंत्री को मिले 1,800 से अधिक उपहार बेचे गए। नीलामी से प्राप्त की गई राशि को नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दान कर दिया गया, जो कि गंगा की सफाई के लिए केंद्र सरकार की एक परियोजना है ।


प्रदूषण नियंत्रण में सबसे फिसड्डी प्रशासन

पवन बंसल


गाजियाबाद। लोनी स्‍थित आर्यनगर,रूपनगर,लक्ष्मी गार्डन,बेहटाहाजीपुर,डीएलएफ अंकुर विहार के साथ मिलक गुजरान,विकास नगर, चमनविहार, बंथला चौकी क्षेत्र में अफजलपुर गांव के पास सैकडों जींस रंगाई डाई फैक्टरियां चल रहीं हैं। रूपनगर एवं आर्यनगर को छोड़कर अधिकांश फैक्टरियों का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है। रूपनगर एवं आर्यनगर औद्योगिक क्षेत्र की अधिकांश जींस फैक्टरियों में दिखावे के लिए ईटीपी तो बने हैं, लेकिन वह बंद पडे रहते और उनसे निकलने वाले दूषित पानी को सीधा नालों में बहा दिया जाता है। जिसके कारण क्षेत्र का भूजल दूषित हो गया है।अंधाधुंध भूजल दोहन से निरंतर गिर रहा है भूजल स्तर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर सैकडों की संख्या में चल रहीं जींस फैक्टरियों में अंधाधुंध भूजल दोहन किया जाता है। जिसके कारण क्षेत्र का भूजल स्तर निरंतर गिरता जा रहा है। गत एक वर्ष के दौरान भूजल स्तर 60 फुट से करीब 100 फुट पर पहुंच गया है। जिसके कारण क्षेत्र में लगे अधिकांश सरकारी हैंडपम्प फैल हो गए है तथा उन्हे रिबोर कराना पड रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में करीब 13 सौ सरकारी हैंडपम्प लगे हुए है, लेकिन अधिकांश फैल हो चुके हैं। जिनको नगर पालिका जलनिगम से रिबोर करा रही है। क्षेत्रवासियों ने सभी अवैध जींस रंगाई फैक्टरियों को बंद कराने की मांग की है।30 सितम्बर के बाद सीजीडब्लूए की अनुमति के बिना नही चलेगी फैक्टरियां भूजल दोहन करने वाली सभी फैैक्टरियों को 30 सितम्बर 2019 तक सेन्ट्रल ग्राउंड वॉटर अथॉरिटी सीजीडब्लूए से एनओसी लेनी होगी। जिन फैक्टरियों के पास  एनओसी नही होगी वह नही चल सकेगी और स्थानीय प्रशासन को उन्हे बंद करना पडेगा। एनजीटी ने कई माह पूर्व यह आदेश जारी किए थे। लोनी में चल रही अधिकांश बर्फ एवं जींस रंगाई आदि भारी मात्रा में भूजल दोहन करने वाली फैक्टरियों के पास सीजीडब्लूए की एनओसी नही है।


भाजपा शासन में भ्रष्टाचार का नंगा नाच

डूडा कार्यालय में दलालो से नही करोगे बात तो नही होगा कोई काम



गाजियाबाद। लोनी खन्‍ना नगर स्थित डूडा कार्यालय में प्रधानमंत्री आवास योजना को अधिकारी जमकर बट्टा लगा रहे है। अगर आप किसी दलाल से नही मिलोगे तो आपका काम नही होगा और आप कार्यालय के चक्कर लगा लगाकर थक जाएंगे। सूत्रों की माने तो जिस व्यक्ति ने साल भर पहले फार्म भर रखा है और अभी तक काम नही हुआ तो आपको दलाल को 40 से 50 हजार घूस (दलाली) न देने की चक्कर कटा कर सजा दी जा रही है। अगर आप दलाल को उक्त निर्धारित दलाली दे देते है तो आपका काम 2 - 3 महीने में हो जाएगा। हद तो तब हो रही है कि भ्र्ष्टाचार के चक्कर मे कुछ दलालो के खिलाफ मुकदमे भी लिखे गए है। अधिकारी , कर्मचारियों के ट्रांसफर भी हुए है। लेकिन अधिकारी , कर्मचारी सुधरने का नाम नही ले रहे है।


जानकारी के अनुसार खन्ना नगर स्थित तहसील, नगर पालिका में कैंटीन कर रहा मांगे राम व अन्‍य दलाल जमकर गरीबो से लूटपाट कर रहा है और इसकी कई शिकायतें भी मिल चुकी है लेकिन कोई उक्त प्रभावशाली कैंटीन चलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार नही हैं। सवाल उठता है कि आखिर इन दलालो को किसका संरक्षण प्राप्त है कि कार्यालय से दलाली खत्म होकर लोगो का सीधा काम क्यो नही होता ?
ऐसा प्रतीत होता है कि खुद अधिकारी भी भ्र्ष्टाचार में लिप्त होकर प्रधानमंत्री आवास योजना पर बट्टा लगा रहे है और गरीब जनता को लूटकर अपनी जेब भर रहे है। लोनी विधायक माननीय श्री नन्द किशोर गुर्जर जी व उपजिलाधिकारी लोनी प्रशांत तिवारी जी से अनुरोध है कि कृपया संज्ञान लेने का कष्ट करें। जिससे जनता को सीधे लाभ मिल सके।


सरताज खान


शिक्षकों ने राज्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन

आकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर प्रेरणा एप को लेकर गाजियाबाद के शिक्षक संघ ने अतुल गर्ग राज्यमंत्री स्वास्थ्य एवं चिकित्सा से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।शिक्षक संघ के प्रांतीय मंत्री डॉ अनुज त्यागी ने बताया की प्रेरणा एप के अंतर्गत सरकार द्वारा सेल्फी से अपनी उपस्थिति देना किसी भी शिक्षक को बिल्कुल मंजूर नहीं है।गूगल के माध्यम से किसी भी शिक्षक की निगरानी करना निजता का उल्लंघन है।सर्वोच्च न्यायालय ने भी निजता के अधिकार को मौलिक अधिकारों में शामिल किया है।इसलिए इसका संरक्षण करना सरकार का दायित्व है।अतः सेल्फी द्वारा उपस्थिति को शिक्षक संघ पूरी तरह से नकारता है।बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक परिषदीय विद्यालयों में नित्य नये नये आयाम देते हुए । गुणवत्ता परख शिक्षा दे रहे हैं। गत वर्ष नामांकन में लाखों बच्चो की वृद्धि हुई लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नही हुआ और शासन व विभाग द्वारा अन्य अनुपयोंगी प्रणाली को लागू किया जा रहा है।शिक्षा की गुणवत्ता व विकास हेतु प्रदेश के सभी शिक्षक सरकार की किसी भी योजना को अग्रसारित करने को तैयार है परन्तु शिक्षकों का कहना हैं। की किसी भी सूरत में वे सेल्फ़ी से अपनी उपस्थिति नहीं देंगे।यह किसी की मॉनिटरिंग का कोई उचित माध्यम नहीं है।सरकार चाहे तो प्रत्येक विद्यालय में बायोमेट्रिक लगवा दे परन्तु सेल्फी मंजूर नहीं।शिक्षकों पर उनके व्यक्तिगत फोन में ही ऐप डाउनलोड करने का दबाब बनाया जा रहा है।ऐप के अतिरिक्त शिक्षकों की अन्य भी कई समस्याएं हैं।माह मार्च से अब तक किसी भी विद्यालय को मिड डे मील की कन्वर्जन कॉस्ट उपलब्ध नहीं हुई है।शिक्षक संघ प्रतिनिधियों ने राज्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर उनसे मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी माँगों को रखने एवं उपरोक्त समस्याओं का निस्तारण कराने का निवेदन किया।इस पर उन्होंने शिक्षक प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया की उनकी हर समस्या का समाधान कराया जायेगा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा, प्रांतीय मंत्री डॉ अनुज त्यागी,वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदेश मित्तल,अध्यक्ष लोनी मनोज डागर,अमित गोयल, कनक सिंह, अमित यादव उपस्थित रहे।


गाजियाबाद में नहीं रुक रही अवैध पार्किंग

गाजियाबाद नो पार्किंग का बोर्ड लगा होने के बाद भी की जा रही है। अवैध पार्किंग
गाजियाबाद। थाना इंदिरापुरम की कनावनी पुलिस चौकी क्षेत्र स्‍थित शांति गोपाल हॉस्पिटल के बाहर नो पार्किंग का गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा बोर्ड लगाए जाने के बाद भी की जा रही है अवैध रूप से पार्किंग। पुलिस द्वारा कई बार कारवाई की जा चुकी है।पर मगर लगता है कि हॉस्पिटल वालो को सिर्फ अपनी कमाई से मतलब है।चाहे उस कमाई के लिए अवैध पार्किंग ही क्यों ना करानी पड़े।बताते चलें कि शांति गोपाल हॉस्पिटल व उसके आसपास की रोड पर काफी संख्या में की जा रही है। ये अवैध पार्किंग,लगता है कि इन लोगो को ना तो प्रशासन का कोई डर है और ना ही पुलिस का। हमें लगता है कि इस अवैध पार्किंग के लिए हॉस्पिटल समेत जितने भी ऑफिस है। उन सब पर भी कारवाई होनी चाहिए। तभी ये लोग खुद पुलिस व प्रशासन की मदद करेंगे,और लोगो को इस अवैध पार्किंग के कारण लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।
रिपोर्ट-केके शर्मा


5 किमी परिक्रमा कर योगी ने दर्शन किए

चित्रकूट। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह चित्रकूट में कामतानाथ लक्ष्मण पहाड़ी में बने रोप-वे का उद्घघाटन किया। मुख्यमंत्री ने कामदगिरि पर्वत की 5 किमी पैदल परिक्रमा लगाने के बाद बरहा हनुमान जी के दर्शन किये।कामदगिरि पर्वत की 5 किमी पैदल यात्रा कर योगी ने किए बरहा हनुमान जी के दर्शन।


मुख्यमंत्री ने खोही ग्राम पंचायत भवन में एक छोटी जनसभा को भी सम्बोधित किया व लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण करने के बाद कर्वी के लिए प्रस्थान किया। मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय कर्वी चित्रकूट का भी निरीक्षण किया और मरीजों का हाल जाना। योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जगदगुरु रामभद्राचार्य से भेंट करके जगदगुरु के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। जगदगुरु व मुख्यमंत्री के बीच करीब 20 मिनट तक बंद कमरे में एकांत में वार्ता हुई। मुख्यमंत्री ने जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के लिए राशि भी उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर मंत्री महेंद्र सिंह, प्रभारी मंत्री नंद गोपाल “नंदी” व चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय भी मुख्यमंत्री के साथ रहे मौजूद।


हिंदी ने उर्दू और अंग्रेजी को पछाड़ा

हिंदी भाषा की सहजता,सरलता के कारण इसकी लोकप्रियता दर परत दर बढ़ती जा रही है। भारत की कुल आबादी हिंदी को भली-भांति समझती है। कुछ राज्य अल्प हिंदी भाषी होने के कारण हिंदी के विशेष महत्व को नहीं समझ पा रहे हैं। हालांकि उन लोगों तक पहुंच बनाई गई है।  हिंदी के प्रयोग के कारण देश के सभी नागरिक हिंदी भाषा से भली-भांति परिचित है। इसी वजह से यह दुनिया की सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा बनती जा रही है। भाषा के विकास की बात की जाए तो हिंदी एक विकसित भाषा है।  जो सरलता के साथ-साथ अति सामान्य और साधारण भी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा के प्रति आकर्षित अनुपात इसकी पुष्टि करता है। देश में 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। आज स्कूल-कॉलेज के साथ विभिन्न शासकीय संस्थाओं में हिन्दी से जुड़े अनेक आयोजन किए जा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस देश में अंग्रेजों की गुलामी के दिनों से लेकर मुगल शासन के दौरान देश के कामकाज की मुख्य भाषा उर्दू के स्थान पर आजादी के बाद कैसे हिन्दी ने अपना स्थान बनाया। अपने प्रभुत्व को स्थापित करते हुए हिंदी भाषा ने उर्दू और अंग्रेजी भाषा को पछाड़ा है।


देश को आजादी मिलने के साथ हिन्दी और अंग्रेजी दोनों को ही नए राष्ट्र की भाषा चुना गया था, लेकिन 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि के साथ हिन्दी को राजभाषा के तौर पर स्वीकार करते हुए इस दिन को हिन्दी दिवस मनाने का फैसला लिया। हालांकि, इस फैसले पर जाकर 1953 में अमल हो पाया।


 


इंदौर को मिली मेट्रो रेल की सौगात

इंदौर। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ आज प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले इंदौर पहुंचेंगे। सीएम कमलनाथ आज यहां मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास करने पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार एमआर-10 टोल नाके के पास कुमेड़ी में इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास मुख्यमंत्री कमलनाथ आजसुबह 10.30 बजे करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम होगा। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह विशेष अतिथि रहेंगे।


इंदौर जिले के प्रभारी और गृहमंत्री बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, महापौर मालिनी गौड़, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, संजय शुक्ला और विशाल पटेल भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। कुमेड़ी में खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट 11 पुजारियों के साथ मेट्रो के शिलान्यास को लेकर पूजा संपन्न कराएंगे।


चार साल में पूरा होगा काम


इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण की लागत लगभग 7500 करोड़ रुपए है। यह प्रोजेक्ट एयरपोर्ट से शुरू होकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10 ब्रिज कुमेड़ी, चंद्रगुप्त चौराहा, सुखलिया, विजय नगर, रेडिसन चौराहा, रिंग रोड, बंगाली चौराहा, पलासिया, हाई कोर्ट, रीगल तिराहा, कोठारी मार्केट, राजवाड़ा होते हुए बड़ा गणपति, कालानी नगर और वापस एयरपोर्ट पर पहुंचेगा।इस तरह लगभग 31.5 किलोमीटर का यह रूट एक रिंग बनाएगा। इसमें 29 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिसमें छह स्टेशन अंडरग्राउंड हैं। इस रूट का काम लगभग चार साल में पूरा होगा। इसमें गांधी नगर से इंदौर रेलवे स्टेशन के एलिवेटेड सेक्शन का कार्य 31 दिसंबर 2022 तक पूरा होगा, जबकि रेलवे स्टेशन से गांधी नगर तक अंडरग्राउंड सेक्शन का कार्य 31 जुलाई 2023 तक पूरा होगा। डिपो लाइन का कार्य 28 फरवरी 2023 तक और सिस्टम लाइन का कार्य 31 अगस्त 2023 तक पूरा होगा।


राजस्व विभाग में पटवारी पद के लिए भर्ती

शिमला। हिमाचल प्रदेश राजस्व विभाग ने पटवारी के पद पर भर्ती के लिए भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया है। राजस्व विभाग मोहाल और सेटलमेंट डिपोर्टमेंट में पटवारियों के पदों के लिए एक संयुक्त स्क्रीनिंग परीक्षा आयोजित करेगा। राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, आवेदन 30 सितंबर 2019 को या उससे पहले ऑफलाइन मोड के माध्यम से भरे जाएंगे।


यह उन उम्मीदवारों के लिए सबसे बड़ा अवसर है जो जिले में पटवारी बनना चाहते हैं। राजस्व विभाग विभिन्न प्रभागों में 1195 रिक्त पदों पर भर्ती करने जा रहा है। 1195 रिक्तियों में से 933 पद मोहाल साइड के लिए हैं, 262 सेटलमेंट साइड के लिए हैं और 17 पात्र कांगड़ा और शिमला के सेटलमेंट विभाग के हैं।


दुनिया में दो तरह के दुष्‍ट लोग: राधेश्याम

लखनऊ। हिन्दू जन सेवा समिति के सदस्य सतीश भगत द्वारा श्री शीतला माता मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन अयोध्या से पधारे अंतरराष्ट्रीय कथावाचक राधेश्याम शास्त्री ने श्रोताओं से विचार व्यक्त करते कहा कि एक वो जो दूसरों को सताते हैं और एक वो जो अपने को सताते हैं।पहले तरह के दुष्ट उतने खतरनाक नहीं हैं।क्योंकि दूसरा कम से कम अपनी रक्षा तो कर सकता है।दूसरे प्रकार के दुष्ट बहुत खतरनाक हैं,जो अपने को सताते हैं।वहां कोई रक्षा करने वाला भी नहीं है।अब अगर आप अपने ही शरीर में कांटे चुभाओ,तो कौन रक्षा करेगा? खुद को ही भूखा मारो,कौन रक्षा करेगा?अंग काट डालो,आंखें फोड़ लो,कान फोड़ दो,कौन रक्षा करेगा?सड़ाओ अपने को, कौन रक्षा करेगा?लेकिन ये दूसरे तरह के दुष्ट बड़े तपस्वी हो जाते हैं।इनके जीवन में सिवाय मूढ़ता के कुछ भी नहीं होता।तुम कोई लंपट न देखोगे इनके जीवन में प्रतिभा की।उनकी आंखों में तुम्हें कोई ज्योति न मिलेगी। दुष्टता तुम उनकी आंखों में पाओगे,महापाप,घृणित भाव,हिंसा,मूढ़ता और खतरनाक हैं।वे किसी भी वक्त झगड़े के लिए तैयार है, हठी व्यक्ति कुछ भी कर सकता है।उसमें से नौ प्रतिशत तुम पाओगे कि राजसी हैं,जो मान—प्रतिष्ठा के लिए कर रहे हैं।कभी भूल से तुम्हें वह एक आदमी मिलेगा,जो सात्विक है।जो उपवास कुछ पाने के लिए नहीं कर रहा है,जिसका उपवास आनंद है।जिसका उपवास परमात्मा के निकट होने की सिर्फ एक दशा है।सात्विक व्यक्ति उपवास करता है।उपवास का अर्थ है,उसके पास होना,आत्मा के पास होना या परमात्मा के पास होना।शब्द का भी वही अर्थ है।उसका भूखे मरने से कोई लेना—देना नहीं है सीधा।लेकिन जब सात्विक व्यक्ति उसके निकट होता है,तो शरीर को भूल जाता है। कुछ घड़ियों के लिए न भूख लगती है,न प्यास लगती है।भीतर ऐसी धुन बजने लगती है।जैसे तुम भी कभी—कभी नृत्य देखने बैठे हो,कोई सुंदर नर्तक नाच रहा है;या कोई गीत गा रहा है,और गीत ऐसा प्यारा है कि धुन बंध गई,तारी लग गई,तो तीन घंटे तुम्हें न भूख लगती है,न प्यास लगती है।तुम सब भूल ही जाते हो।जब संगीत बंद होता है,अचानक तुम्हें पता चलता है कि पेट में तो हाहाकार मचा है,भूख लगी है, कंठ सूख रहा है।इतनी देर तक पता क्यों न चला!ध्यान लीन था।सात्विक व्यक्ति का उपवास ऐसा है कि उसका ध्यान इतना भीतर परमात्मा में लीन होता है कि वह भूल ही जाता है,प्यास लगी है,भूख लगी है।जब लौटता है अपने ध्यान से,तब भूख और प्यास का पता चलता है।इसलिए उसका नाम उपवास है,परमात्मा के निकट वास।


दरिंदा बाप, बेटी से करता रहा दुष्कर्म

कोरिया। जिले के खड़गंवा थाना इलाके में इंसानियत के साथ खून के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक पिता पर अपनी ही बेटी से लगातार दो सालो तक द्वारा-धमकाकर बलपूर्वक शारीरिक शोषण का आरोप लगा है। इस पूरी घटना की जानकारी पीड़ित बेटी ने अपने मां को दी थी तब जाकर माँ ने अपने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।


पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ही आरोपी बलात्कारी बाप को धर दबोचा। जानकारी के मुताबिक खड़गंवा इलाके की एक महिला ने इस बात की शिकायत की थी कि उसका पति उनकी बेटी की आबरू लूटता है। यह पूरी बात उसे उसकी बेटी ने बताई थी। इतना ही नहीं बेटी का आरोप यह भी है कि पिता उसके साथ मारपीट भी करता है। पूरे मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस के कानों तक पहुंची जिला एसपी और एएसपी के निर्देशन पर तत्काल पुलिस को मौके के लिए रवाना कर दिया गया। फिलहाल बलात्कार का आरोपी पिता पुलिस के कब्जे में है। वही पीड़ित बेटी को सीडब्ल्यूसी करने की तैयारी की जा रही है।


राजेश उपाध्याय


4 दिन बैंक बंद,समय से निपटाए काम

नई दिल्ली। बीते दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पीएनबी समेत देश के कई बड़े बैंकों के विलय का ऐलान किया था। सरकार के इस फैसले के विरोध में बैंकिंग सेक्टर के अलग-अलग ट्रेड यूनियन हड़ताल पर जाने वाले हैं। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण इस महीने लगातार चार दिन तक बैंक बंद रहेंगे।


दरअसल, बैंकिंग सेक्‍टर के चार ट्रेड यूनियन संगठनों ने 25 सितंबर की आधी रात से 27 सितंबर की मध्यरात्रि तक हड़ताल बुलाई है। यानी 26 और 27 सितंबर को आम लोगों के बैंकिंग से जुड़े कामकाज प्रभावित होंगे।
इसके बाद 28 सितंबर को महीने का चौथा सप्ताह और 29 सितंबर रविवार है। इस तरह लगातार 4 दिन बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में यह जरूरी है कि समय रहते 25 सितंबर तक बैंकिंग से जुड़े काम निपटा लें। इसके 4 दिन के इंतजार के बाद 30 सितंबर को बैंक से जुड़े काम हो सकेंगे।


बता दें कि सरकार के विलय के फैसले के लागू होने के बाद 4 नए बैंक अस्तित्‍व में आ जाएंगे। मतलब यह कि 6 बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय जाएगा। पहला विलय पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का होगा। बीते 5 सितंबर को पीएनबी के निदेशक मंडल ने विलय को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे भी दी है।इसी तरह दूसरे विलय के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक एक हो जाएंगे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल ने भी इस विलय को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक शामिल होगा। जबकि चौथे विलय की बात करें तो इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक शामिल होगा। इस विलय के बाद देश में 12 PSBs बैंक रह जाएंगे। इससे पहले साल 2017 में पब्‍लिक सेक्‍टर के 27 बैंक थे।


ट्रक पर ₹6,53,100 का जुर्माना लगाया

संबलपुर। मोटर व्हीकल संशोधन अधिनियम पास होने के बाद यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो रही है। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर नए अधिनियम के मुताबिक तगड़ा जुर्माना लगाया जा रहा है। इसी बीच ओडिशा के संबलपुर में अब तक का सबसे बड़ा चालान काटा गया है। यहां एक ट्रक मालिक को 6,53,100 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इससे पहले दिल्ली में सबसे बड़ा चालान कटा था। देश में 1 सितंबर 2019 से लागू हुए नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत देश में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भारी-भरकम चालान काटा जा रहा है। इसी बीच अब ओडिशा के संबलपुर में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर एक ट्रक के मालिक को 6,53,100 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। 7 ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर अब तक के इस सबसे बड़े चालान की रसीद ओडिशा परिवहन विभाग ने ट्रक मालिक को सौंपी है।


खबरों के अनुसार, ट्रक मालिक पिछले 5 साल से टैक्स नहीं भर रहा था, साथ ही लगातार ट्रैफिक के कई नियमों का उल्लघंन भी किए जा रहा था। यही कारण है कि परिवहन विभाग ने जनरल ऑफेंस, हवा और ध्वनि प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन, इंश्योरेंस समेत कई ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के तहत कुल मिलाकर 6 लाख 53 हजार 100 रुपए का जुर्माना लगाया है। इससे पहले सबसे बड़ा चालान दिल्ली में यातायात नियमों का उल्लंघन करने के कारण एक ट्रक मालिक पर 2 लाख 5 सौ रुपए का काटा गया था। वहीं ओडिशा में ही 10 सितंबर को भी एक ट्रक ड्राइवर पर 86500 रुपए का जुर्माना लगाया गया था, लेकिन ट्रक ड्राइवर के कुछ दस्तावेज पेश करने के बाद इसे 70 हजार रुपए पर तय कर दिया गया था।


हरियाणा सरकार की कर्मचारियों को सौगात

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले कर्मचारियों पर मेहरबान है। राज्य सरकार ने कंप्यूटर शिक्षकों व लैब सहायकों के अनुबंधन को 30 जून 2020 तक बढ़ा दिया है। हालांकि कंप्यूटर शिक्षक शिक्षा विभाग में समायोजित करने की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने अनुबंध बढ़ाकर इन कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है।


हरियाणा सरकार ने हड़ताल की अवधि के दौरान लीव ऑफ काइंड ड्यू का फार्मूला लागू करते हुए सभी कर्मचारियों की उत्पीड़न व दमन की कार्रवाई को भी खत्म करने का फैसला लिया है। परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता के साथ हुई बातचीत में सभी तरह की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई वापस लेने पर सहमति बनी है। हालांकि कर्मचारी चाहते हैं कि परिवहन विभाग में लागू किराये पर बसें लेने संबंधी किलोमीटर स्कीम को रद किया जाए, लेकिन राज्य सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई है। परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ हुई बातचीत में तालमेल कमेटी के नेता इंद्र सिंह बधाना, दलबीर किरमारा, वीरेंद्र सिंह धनखड़, अनूप सहरावत, सरबत सिंह पूनिया, पहल सिंह तंवर, आजाद सिंह गिल व विजय अहलावत ने भागीदारी की। परिवहन विभाग की ओर से महानिदेशक वीरेंद्र सिंह दहिया समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. कर्मचारी नेताओं ने टीसी गुप्ता के सामने तीन दर्जन के आसपास मांगों का एजेंडा पेश किया, जिसमें से कुछ मांगों पर सहमति बन गई।


नेशनल हाईवे दलदल,गड्ढों में हुआ तबदील

पाली नगर से गुजरी एनएच सड़क पूरी तरह दलदल व गड्ढों में तब्दील,गिरते पड़ते हांपते सम्हलते गुजर रहे लोग


कोरबा-पाली। पाली नगर से होकर गुजरी एनएच मुख्यमार्ग इन दिनों किसी आफत से कम नहीं है।राष्ट्रीय राजमार्ग होने के बावजूद इस सड़क की जो दयनीय स्थिति वर्तमान में है वह हैरान कर देने वाली है।पानी निकासी की कोई व्यवस्था नही होने की वजह से बरसात का पानी जाम होने के कारण एक बड़े हिस्से से सड़क धूलकर निकल गई जिसके कारण बड़े बड़े गड्ढे उभर कर सामने आ गए जिसमे मुरुम मिट्टी डालकर भरने का काम किया गया लेकिन यह उपाय कारगर साबित नही हो पाने से गिट्टी बोल्डर डालकर मार्ग बहाल करने का प्रयास किया गया।किन्तु वह भी विफल रहा इस दौरान लगातार छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही से मुख्यमार्ग का बंटाधार हो गया।वर्तमान में सड़क पर निर्मित गड्ढों में भरे पानी व दलदल की वजह से गहराई का एहसास नहीं हो पाने के कारण दोपहिया सवार लोग उसमें गिरकर चोटिल हो रहे है।पूर्व में भी अनेको बार नगर से गुजरी उक्त मार्ग का मरम्मत कराया गया लेकिन पता नहीं किस बुद्धिमान अधिकारी के दिमाग से कोलतार की सड़क का मरम्मत कार्य कराया गया कि बारिश दर बारिश के दौरान सड़क के हालात लगातार बिगड़ते ही चले गए और बड़े बड़े गड्ढों के साथ यहां कीचड़ व दलदल पैदा हो गया।जिसमें लगातार आने-जाने वाले वाहन फंस रहे हैं।और थोड़ी-थोड़ी देर में लोग गिरकर चोटिल भी हो रहे हैं।नगर के भीतर से गुजरी सड़क से चौबीसों घंटे बड़े-बड़ेट्रक,हाईवा,ट्रेलर,कैप्सूल से लेकर बस ऑटो कार और दोपहिया वाहनों में लोग आवाजाही करते हैं।फिलहाल तो पैदल चलना तक दूभर हो चुका है।और कीचड़ में सभी वाहनों के फंसने से हर दस मिनट में जाम के हालात भी पैदा हो रहे है।फिर भी किसी तरह ले दे कर गड्ढों व कीचड़ के साम्राज्य से गिरते पड़ते हांपते सम्हलते लोग यहां से निकलने के लिए जहद्दोजद करते नजर आ रहे है।नगर से होकर गुजरी यह सड़क अब किसी पिछड़े गांव की सड़क को भी मात देती नजर आ रही है।जिसके सुधार की दिशा में ना जाने कब से कार्य प्रारंभ किये जाएंगे?


मछली मारने गए दो को हाथियों ने मारा

कोरबा। जिले में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व और कटघोरा और मंडल में लगातार हाथियों का दल विचरण कर रहा है और जमकर जनधन की हानि पहुंचा रहा है। 
बताया जाता है कि बीती रात को बांगो थाना क्षेत्र अंतर्गत निवास करने वाले दो ग्रामीण देर रात को मछली मारने बांगो डुबान क्षेत्र में गए हुए थे जहां उनका सामना हाथियों से हो गया और हाथियों ने दोनों ग्रामीणों को पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया है।सुबह जैसे ही दो ग्रामीणों की मौत की खबर सामने आई वन विभाग व पुलिस में हड़कंप मच गया। विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। बताया जाता है कि एतमानगर रेंज में दो दर्जन हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है, जिसके द्वारा लगातार क्षेत्र में उत्पात मचाते हुए किसानों को नुकसान पहुंचा रहा है, लेकिन वन विभाग की टीम इन हाथियों को जंगल में नाकाम साबित हो रही है। जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। बताया जाता है कि एक साथ दो की मौत के बाद क्षेत्र में जबरदस्त आक्रोश है और वन विभाग की कामों को लेकर नाराज हैं।


इमरान ने उगला जहर,उकसाने की कोशिश

भारत के खिलाफ इमरान ने फिर उगला जहर, कश्मीरियों को भी उकसाने की कोशिश की


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र आम सभा में कश्मीरियों को निराश नहीं करेंगे। उन्होंने भारत द्वारा जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद कश्मीरियों की बदहाली की बात प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का संकल्प व्यक्त किया। पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण हो गया है और यहां तक कि यूरोपीय संघ और ब्रिटिश संसद में इस मामले पर चर्चा हुई है। इस जनसभा का आयोजन कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए किया गया था।


उन्होंने 27 सितंबर को प्रस्तावित संयुक्त राष्ट्र आम सभा में अपने संब‍ोधन के बारे में कहा, “अगले सप्ताह मैं संयुक्त राष्ट्र आम सभा को संबोधित करने जा रहा हूं और मैं कश्मीर के लोगों को निराश नहीं करूंगा। मैं कश्मीरियों के अधिकारों के लिए उस तरह खड़ा होऊंगा, जैसा कि इससे पहले किसी ने नहीं किया होगा।” खान ने भारत द्वारा धारा 370 खत्म करने के बाद अपनी दूसरी मुजफ्फराबाद यात्रा में कहा कि 50 साल में पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस पर चर्चा होने के साथ ही कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण हो गया है। भारत ने अनुच्छेद 370 की समाप्ति को अपना आंतरिक मामला बताया है और पाकिस्तान के “गैर-जिम्मेदाराना बयानों” पर कड़ी आपत्ति जताई है। खान ने कहा, “पहली बार यूरोपीय संघ ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के अनुसार होना चाहिए। ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) और 58 देशों ने कश्मीर में हो रहे उत्पीड़न पर पाकिस्तान का समर्थन किया और कहा कि कश्मीर में कर्फ्यू हटाना चाहिए।” पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के कदम से कश्मीर में चरमपंथ बढ़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान भारत के किसी भी हमले का पूरा जवाब देगा। उन्होंने कहा, “अगर भारत ईट फेंकेगा, तो हम उसका जवाब पत्थर से देंगे।” खान ने कहा, “मैं मोदी को एक संदेश देना चाहता हूं… अत्याचार के बावजूद आप कभी भी सफल नहीं होंगे क्योंकि कश्मीरियों को मौत का डर नहीं। इसलिए आप उनको हरा नहीं सकते, आप चाहें जो कर लें।” खान ने यह भी कहा कि कश्मीर में जो हो रहा है, वह भारत के उदार लोगों के लिए भी खतरनाक होगा।


मंत्री आयकर का भुगतान स्वयं करेंगे:योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सभी मंत्री अपने आयकर का भुगतान स्वयं करेंगे। प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि 'उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन, भत्ते एवं विविध कानून 1981' के अन्तर्गत सभी मंत्रियों के आयकर बिल का भुगतान अभी तक राज्य सरकार के कोष से किया जाता रहा है। खन्ना ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है कि अब सभी मंत्री अपने आयकर का भुगतान स्वयं करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी खजाने से अब मंत्रियों के आयकर बिल का भुगतान नहीं किया जाएगा। खन्ना ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि एक्ट के इस प्रावधान को समाप्त किया जायेगा।उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लगभग चार दशक पुराना एक कानून मंत्रियों के आयकर का भुगतान राजकोष से सुनिश्चित करता था। हालांकि नेता इसके बारे में जानकारी नहीं होने की बात करते हैं। 'उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन, भत्ते एवं विविध कानून 1981' तब बना था जब विश्वनाथ प्रताप सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस कानून ने अब तक 19 मुख्यमंत्रियों और लगभग 1,000 मंत्रियों को लाभ पहुंचाया है। हालांकि कुछ मंत्रियों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। जब से कानून लागू हुआ, विभिन्न राजनीतिक दलों के मुख्यमंत्रियों-योगी आदित्यनाथ, मुलायम सिंह यादव, मायावती, कल्याण सिंह, अखिलेश यादव, रामप्रकाश गुप्ता, राजनाथ सिंह, श्रीपति मिश्र, वीर बहादुर सिंह और नारायण दत्त तिवारी को इसका लाभ हुआ। विश्वनाथ प्रताप सिंह के सहयोगी रहे कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि कानून पारित होते समय तत्कालीन मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने विधानसभा में तर्क दिया था कि राज्य सरकार को आयकर का बोझ झेलना चाहिए क्योंकि अधिकतर मंत्री गरीब पृष्ठभूमि से हैं और उनकी आय कम है।


डैशिंग लुक में शाहरुख के जैसे लगे आर्यन

डैशिंग लुक में बिल्कुल शाहरुख की तरह लग रहे हैं आर्यन खान


मुंबई। बात अगर स्टारकिड्स की हो तो हर किसी की उनपर नजर होती है। शाहरुख खान के बच्चों के साथ भी ऐसा ही है। जहां एक ओर सुहाना खान की तस्वीरें अकसर सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं, वहीं आर्यन खान की भी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है। अब आर्यन खान ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है जिसमें वह बिल्कुल अपने पिता शाहरुख की तरह डैशिंग नजर आ रहे हैं।


कुछ दिन पहले ही आर्यन द लॉइन किंगज् में अपनी आवाज को लेकर छा गए थे। द लॉइन किंगज् में आर्यन ने सिंबा के किरदार को आवाज दी थी और सिंबा के पिता मुफासा की आवाज शाहरुख खान ने दी थी। सिंबा यानी कि आर्यन की आवाज सुनकर फैन्स हैरान रह गए थे। न सिर्फ आर्यन की आवाज शाहरुख खान से काफी मिल रही थी, बल्कि उन्होंने डबिंग भी बेहतरीन की थी। अब आर्यन ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की थी। इस तस्वीर को देखकर एक बार फिर फैन्स आर्यन में शाहरुख की झलक देख रहे हैं। ब्लैक टी-शर्ट, ब्राउन पैंट्स, ग्लासेस और बॉसी लुक में आर्यन शाहरुख की याद दिला रहे हैं। आर्यन इन दिनों लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं, उनके फिल्मों में डेब्यू की भी अकसर चर्चा होती रहती है। करण जौहर भी कह चुके हैं जब भी आर्यन फिल्मों में डेब्यू करना चाहेंगे, वह उन्हें लॉन्च करेंगे।


घर के लिए भी कुछ ले आओ: दीपिका

मुंबई। अगर आप दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह को इंस्टाग्राम पर फॉलो कर रहे हैं तो एक-दूसरे के लिए दोनों जो कॉमेंट्स करते हैं उसका मजा भी ले रहे होंगे। हार्ट, किस इमोजी भेजना या एक-दूसरे की टांग खींचना दोनों की नोंकझोक का सब खूब मजा लेते हैं। हाल ही में रणवीर के एक पोस्ट ने दीपिका ने एकदम टिपिकल हाउसवाइफ वाला मजेदार कॉमेंट किया है।
दरअसल रणवीर ने कई सारी तस्वीरें पोस्ट की हैं जिसमें वह एक स्पीकर ब्रैंड के साथ अपने कोलैबोरेशन को अनाउंसर रहे हैं। तस्वीरों में वह काफी हॉट भी दिख रहे हैं। जैसा कि दीपिका हमेशा प्यार भरे रिऐक्शन देती थीं, इस बार उन्होंने एकदम अलग और मजेदार कॉमेंट किया है। उन्होंने लिखा है, घर के लिए भी कुछ ले आओ, कुछ पैसे ही बच जाएंगे।


पापा से अच्छा डांस करता हूं:करण

मुंबई। इसमें कोई दोराय नहीं कि ऐक्शन के मामले में ऐक्टर सनी देओल का कोई सानी नहीं है। 90 के दशक में उनके ऐक्शन सीन्स को देख दर्शक सीटियां बजाने को मजबूर हो जाते थे। लेकिन वह उतनी अच्छी तरह से डांस नहीं कर पाते। साल 2013 में एक इंटरव्यू में खुद सनी ने कबूल भी किया था कि वह डांस नहीं कर सकते। पर ऐसा उनके बेटे करण देओल के साथ नहीं है। करण का कहना है कि वह अपने पापा के मुकाबले काफी अच्छा डांस करते हैं। 
करण इन दिनों अपनी डेब्यू फिल्म पल पल दिल के पास के प्रमोशन में बिजी हैं। इसी दौरान एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में जब करण से डांस को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि वह अपने पापा सनी देओल से काफी अच्छा डांस करते हैं। लेकिन उतना अच्छा नहीं नाच पाते जितना कि उनके चाचा यानी बॉबी देओल। हालांकि करण ने यह भी कहा कि वह डांस कर सकते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह बहुत ही अच्छे डांसर हैं। अगर कोई उन्हें डांस स्टेप करके दिखाए तो वह आसानी से सीख सकते हैं।
बात करें फिल्म पल पल दिल के पास की, तो यह 20 सितंबर को रिलीज होगी। करण के अलावा इस फिल्म से नई ऐक्ट्रेस सहर बांबा भी डेब्यू कर रही हैं। सहर के रोल के लिए करण के पापा और ऐक्टर सनी देओल ने करीब 400 लड़कियों का ऑडिशन लिया था। फिल्म को स्पीति वैली, रोहतांग, मनाली और लद्दाख के अलावा कई और खूबसूरत जगहों पर शूट किया गया है।


नए विचारों के साथ धनार्जन होगा:मकर

राशिफल 


मेष-अच्छी खबर प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। हल्की हंसी-मजाक से बचें। शत्रु प्रताड़ित कर सकते हैं। आत्मसम्मान बना रहेगा। भाइयों का सहयोग मिलता रहेगा। कारोबार अच्छा चलेगा। बड़े फैसले ले पाएंगे। लाभ होगा।


वृष-कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं। व्यापार की दृष्टि से की गई यात्रा सफल रहेगी। नौकरी में सम्मान मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम न लें। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि लाभदायक रहेंगे। शुभ समय का लाभ लें।


मिथुन-महत्वपूर्ण निर्णय लेने की स्थिति में जल्दबाजी न करें। भावना में न बहें। कार्यकुशलता में कमी होगी। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। विवेक का प्रयोग करें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। आय बनी रहेगी। जोखिम न उठाएं।


कर्क-व्यावसायिक यात्रा लंबी व सफल रहेगी। रुका हुआ पैसा मिल सकता है। नए काम मिलेंगे। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर सभी ओर से सहयोग व प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट में जल्दबाजी न करें। जोखिम व जमनत के कार्य टालें। लाभ होगा।


सिंह-आर्थिक उन्नति के लिए किए गए निर्णयों का लाभ मिलना शुरू हो सकता है। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापारिक लाभ में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम न लें। शारीरिक कष्ट संभव है। प्रसन्नता बनी रहेगी। निवेश शुभ रहेगा।


कन्या-राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। रुके काम अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। किसी विवाद में अपना पक्ष मजबूती से रख पाएंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। किसी अनजान व्यक्ति की बातों में न आएं। सावधान रहें।


तुला-वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में अतिरिक्त सावधानी रखें, विशेषकर गृहिणियां घर में कार्य करने वक्त लापरवाही न करें।  कारोबार अच्‍छा चलेगा। लाभ होगा।


वृश्चिक-राजकीय कार्यों में विशेष सफलता के योग हैं। किसी बड़े विवाद का हल प्राप्त होगा। विजय प्राप्त होगी। विवाह के उम्मीदवारों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। जल्दबाजी न करें। व्यस्तता के चलते थकान रह सकती है।


धनु-उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। नए काम मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। स्थायी संपत्ति के सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। सम्मान में कमी हो सकती है।


मकर-विवाह के उम्मीदवारों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग अपना कार्य कुशलता से कर पाएंगे। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। मन में नए विचार आएंगे। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। धनार्जन होगा।


कुंभ-दौड़धूप अधिक होने से थकान व कमजोरी रह सकती है। अतिउत्साह में कोई गलत निर्णय न लें।  यथासंभव यात्रा टालें। जोखिम न लें। आय बनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


मीन-जल्दबाजी न करें। चोट लगने की आशंका है। थोड़े प्रयास से ही काम पूरे होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में नए प्रयोग करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। प्रमाद न करें।


अंतर्राष्ट्रीय बाजार का महत्वपूर्ण पदार्थ

वनस्पति जगत्‌ में पिप्पली कुल (Piperaceae) के मरिचपिप्पली (Piper nigrum) नामक लता सदृश बारहमासी पौधे के अधपके और सूखे फलों का नाम काली मिर्च (Pepper) है। पके हुए सूखे फलों को छिलकों से बिलगाकर सफेद गोल मिर्च बनाई जाती है जिसका व्यास लगभग 5 मिमी होता है। यह मसाले के रूप में प्रयुक्त होती है।


मूल स्थान तथा उत्पादक देश
काली मिर्च के पौधे का मूल स्थान दक्षिण भारत ही माना जाता है। भारत से बाहर इंडोनेशिया, बोर्नियो, इंडोचीन, मलय, लंका और स्याम इत्यादि देशों में भी इसकी खेती की जाती है। विश्वप्रसिद्ध भारतीय गरम मसाले में, ऐतिहासिक और आर्थिक दोनों दृष्टियों से, काली मिर्च का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसका वर्णन और उपयोग प्राचीन काल से चला आ रहा है। ग्रीस, रोम, पुर्तगाल इत्यादि संसार के विभिन्न देशों के सहस्रों वर्ष पुराने इतिहास में भी इसका वर्णन मिलता है। 15वीं शती में वास्को-डि-गामा द्वारा समुद्रमार्ग से भारत के सुप्रसिद्ध मलाबार के तटवर्ती इलाकों की खोज का मुख्य कारण भी काली मिर्च के व्यापार का आर्थिक महत्व ही था।


काली मिर्च का पौधा त्रावणकोर और मालाबार के जंगलों में बहुलता से उत्पन्न होता है। इसके अतिरिक्त त्रावणकोर, कोचीन, मलाबार, मैसूर, कुर्ग, महाराष्ट्र तथा असम के सिलहट और खासी के पहाड़ी इलाकों में बहुतांश में उपजाया भी जाता है। दक्षिण भारत के बहुत से भागों में इसकी खेती घर-घर होती है। वास्तव में काली मिर्च के भारतीय क्षेत्र का विस्तार उत्तर मलाबार और कोंकण से लेकर दक्षिण में त्रावणकोर कोचीन तक समझा जाना चाहिए।


व्यापार 
आज काली मिर्च अंतरराष्ट्रीय व्यापार का एक महत्वपूर्ण पदार्थ है। संसार के कुल देशों में काली मिर्च का उत्पादन गत महायुद्ध के पूर्व के 96,525 मीटरी टनों से गिरकर लगभग 45,725 मीटरी टनों पर पहुँच गया था। इस भारी कमी का मुख्य कारण गत महायुद्ध में इंडोनेशिया की काली मिर्च की खेती का सर्वनाश ही समझना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में केवल भारत का उत्पादन ही महायुद्ध के पूर्व के 18,800 मीटरी टनों से बढ़कर 25,400 मीटरी टनों से ऊपर पहुँचा है।


 


श्राद्ध: पितृ ऋण सर्वोपरि है।

श्रद्धया इदं श्राद्धम्‌ (जो श्रदा से किया जाय, वह श्राद्ध है।) भावार्थ है प्रेत और पित्त्तर के निमित्त, उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक जो अर्पित किया जाए वह श्राद्ध है।


हिन्दू धर्म में माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी पूजा माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म शास्त्रों में पितरों का उद्धार करने के लिए पुत्र की अनिवार्यता मानी गई हैं। जन्मदाता माता-पिता को मृत्यु-उपरांत लोग विस्मृत न कर दें, इसलिए उनका श्राद्ध करने का विशेष विधान बताया गया है। भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों को पितृपक्ष कहते हैं जिसमे हम अपने पूर्वजों की सेवा करते हैं।आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक ब्रह्माण्ड की ऊर्जा तथा उस उर्जा के साथ पितृप्राण पृथ्वी पर व्याप्त रहता है। धार्मिक ग्रंथों में मृत्यु के बाद आत्मा की स्थिति का बड़ा सुन्दर और वैज्ञानिक विवेचन भी मिलता है। मृत्यु के बाद दशगात्र और षोडशी-सपिण्डन तक मृत व्यक्ति की प्रेत संज्ञा रहती है। पुराणों के अनुसार वह सूक्ष्म शरीर जो आत्मा भौतिक शरीर छोड़ने पर धारण करती है प्रेत होती है। प्रिय के अतिरेक की अवस्था "प्रेत" है क्यों की आत्मा जो सूक्ष्म शरीर धारण करती है तब भी उसके अन्दर मोह, माया भूख और प्यास का अतिरेक होता है। सपिण्डन के बाद वह प्रेत, पित्तरों में सम्मिलित हो जाता है। पितृपक्ष भर में जो तर्पण किया जाता है उससे वह पितृप्राण स्वयं आप्यापित होता है। पुत्र या उसके नाम से उसका परिवार जो यव (जौ) तथा चावल का पिण्ड देता है, उसमें से अंश लेकर वह अम्भप्राण का ऋण चुका देता है। ठीक आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से वह चक्र उर्ध्वमुख होने लगता है। 15 दिन अपना-अपना भाग लेकर शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से पितर उसी ब्रह्मांडीय उर्जा के साथ वापस चले जाते हैं। इसलिए इसको पितृपक्ष कहते हैं और इसी पक्ष में श्राद्ध करने से पित्तरों को प्राप्त होता है।


पुराणों में कई कथाएँ इस उपलक्ष्य को लेकर हैं जिसमें कर्ण के पुनर्जन्म की कथा काफी प्रचलित है। एवं हिन्दू धर्म में सर्वमान्य श्री रामचरित में भी श्री राम के द्वारा श्री दशरथ और जटायु को गोदावरी नदी पर जलांजलि देने का उल्लेख है एवं भरत जी के द्वारा दशरथ हेतु दशगात्र विधान का उल्लेख भरत कीन्हि दशगात्र विधाना तुलसी रामायण में हुआ है।


भारतीय धर्मग्रंथों के अनुसार मनुष्य पर तीन प्रकार के ऋण प्रमुख माने गए हैं- पितृ ऋण, देव ऋण तथा ऋषि ऋण। इनमें पितृ ऋण सर्वोपरि है। पितृ ऋण में पिता के अतिरिक्त माता तथा वे सब बुजुर्ग भी सम्मिलित हैं, जिन्होंने हमें अपना जीवन धारण करने तथा उसका विकास करने में सहयोग दिया। पितृपक्ष में हिन्दू लोग मन कर्म एवं वाणी से संयम का जीवन जीते हैं; पितरों को स्मरण करके जल चढाते हैं; निर्धनों एवं ब्राह्मणों को दान देते हैं। पितृपक्ष में प्रत्येक परिवार में मृत माता-पिता का श्राद्ध किया जाता है, परंतु गया श्राद्ध का विशेष महत्व है। वैसे तो इसका भी शास्त्रीय समय निश्चित है, परंतु 'गया सर्वकालेषु पिण्डं दधाद्विपक्षणं' कहकर सदैव पिंडदान करने की अनुमति दे दी गई है।


पिता-पुत्र और पौत्र की निरंतरता

श्राद


पूर्वज पूजा की प्रथा विश्व के अन्य देशों की भाँति बहुत प्राचीन है। यह प्रथा यहाँ वैदिक काल से प्रचलित रही है। विभिन्न देवी देवताओं को संबोधित वैदिक ऋचाओं में से अनेक पितरों तथा मृत्यु की प्रशस्ति में गाई गई हैं। पितरों का आह्वान किया जाता है कि वे पूजकों (वंशजों) को धन, समृद्धि एवं शक्ति प्रदान करें। पितरों को आराधना में लिखी ऋग्वेद की एक लंबी ऋचा (१०.१४.१) में यम तथा वरुण का भी उल्लेख मिलता है। पितरों का विभाजन वर, अवर और मध्यम वर्गों में किया गया है (कृ. १०.१५.१ एवं यजु. सं. १९४२)। संभवत: इस वर्गीकरण का आधार मृत्युक्रम में पितृविशेष का स्थान रहा होगा। ऋग्वेद (१०.१५) के द्वितीय छंद में स्पष्ट उल्लेख है कि सर्वप्रथम और अंतिम दिवंगत पितृ तथा अंतरिक्षवासी पितृ श्रद्धेय हैं। सायण के टीकानुसार श्रोत संस्कार संपन्न करने वाले पितर प्रथम श्रेणी में, स्मृति आदेशों का पालन करने वाले पितर द्वितीय श्रेणी में और इनसे भिन्न कर्म करने वाले पितर अंतिम श्रेणी में रखे जाने चाहिए।


ऐसे तीन विभिन्न लोकों अथवा कार्यक्षेत्रों का विवरण प्राप्त होता है जिनसे होकर मृतात्मा की यात्रा पूर्ण होती है। ऋग्वेद (१०.१६) में अग्नि से अनुनय है कि वह मृतकों को पितृलोक तक पहुँचाने में सहायक हो। अग्नि से ही प्रार्थना की जाती है कि वह वंशजों के दान पितृगणों तक पहुँचाकर मृतात्मा को भीषण रूप में भटकने से रक्षा करें। ऐतरेय ब्राह्मण में अग्नि का उल्लेख उस रज्जु के रूप में किया गया है जिसकी सहायता से मनुष्य स्वर्ग तक पहुँचता है। स्वर्ग के आवास में पितृ चिंतारहित हो परम शक्तिमान् एवं आनंदमय रूप धारण करते हैं। पृथ्वी पर उनके वंशज सुख समृद्धि की प्राप्ति के हेतु पिंडदान देते और पूजापाठ करते हैं। वेदों में पितरों के भयावह रूप की भी कल्पना की गई है। पितरों से प्रार्थना की गई है कि वे अपने वंशजों के निकट आएँ, उनका आसन ग्रहण करें, पूजा स्वीकार करें और उनके क्षुद्र अपराधों से अप्रसन्न न हों। उनका आह्वान व्योम में नक्षत्रों के रचयिता के रूप में किया गया है। उनके आशीर्वाद में दिन को जाज्वल्यमान और रजनी को अंधकारमय बताया है। परलोक में दो ही मार्ग हैं : देवयान और पितृयान। पितृगणों से यह भी प्रार्थना है कि देवयान से मर्त्यो की सहायता के लिये अग्रसर हों (वाज. सं. १९.४६)।


संहिताओं और ब्राह्मणों की बहुत सी पंक्तियों में मृत्यु के प्रति मिलता है। पहला जन्म साधारण जन्म है। पिता की मृत्यु के उपरांत पुत्र में ओर पुत्र के बाद पौत्र में जीवन की जो निरंतरता बनी रहती है उसे दूसरे प्रकार का जन्म माना गाया है। मृत्युपरांत पुनर्जन्म तीसरे प्रकार का जन्म है। कौशीतकी में ऐसे व्यक्तियों का उल्लेख है जो मृत्यु के पश्चात् चंद्रलोक में जाते हैं और अपने कार्य एवं ज्ञानानुसार वर्षा के माध्यम से पृथ्वी पर कीट पशु, पक्षी अथवा मानव रूप में जन्म लेते हैं। अन्य मृत्क देवयान द्वारा अग्निलोक में चले जाते हैं।


छांदोग्य के अनुसार ज्ञानोपार्जन करने वाले भले व्यक्ति मृत्युपरांत देवयान द्वारा सर्वोच्च ब्राह्मण पद प्राप्त करते हैं। पूजापाठ एवं जनकार्य करने वाले दूसरी श्रेणी के व्यक्ति रजनी और आकाश मार्ग से होते हुए पुन: पृथ्वी पर लौट आते हैं और इसी नक्षत्र में जन्म लेते हैं।


स्मृतियों एवं पुराणों में भी आत्मासंसरण संबंधी विश्वास पाए जाते हैं और इनमें भी पितृर्पण के हेतु श्राद्धसंस्कारों की महत्ता परिलक्षित होती है। मृत्युपरांत पितृ-कल्याण-हेतु पहले दिन दस दान और अगले दस ग्यारह दिन तक अन्य दान दिए जाने चाहिए। इन्हीं दानों की सहायता से मृतात्मा नई काया धारण करती है और अपने कर्मानुसार पुनरावृत्त होती है। पितृपूजा के समय वंशज अपने लिये भी मंगलकामना करते हैं।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (कर्तव्यवाद)

गतांक से...
उन्होंने भयंकर वनो में साक्लय एकत्रित किया। नाना प्रकार की औषधियों का मिश्रण हो गया। उससे सुगंधित पदार्थ जो पुष्पी वालों पदार्थ की वृद्धि करने वाली थी। उस औषधियो के साकल्‍य को एकत्रित किया और वह मुंजूक ऋषि के यहां एक कामधेनु गऊ रहती थी। उसके घृत को लिया, वह यज्ञ की सफलता का एक मूल है मुलक बन जाता है। तो उन्होंने यज्ञ प्रारंभ किया। मुंजुक ॠषि ने उस यज्ञ का प्रारंभ कराया और अपने शुद्ध हृदय से निर्भय बन करके उन्होंने यज्ञ का प्रारंभ किया। जब प्रारंभ हुआ तो उस वन मे भयंकर सिंहराज मृगराज भी ध्वनि को ध्वनित अपने में श्रवण करने लगे। मुझे कुछ ऐसा स्मरण है मुनिवरो, देखो वहां कहीं से भ्रमण करते हुए भारद्वाज गोत्र से विश्वतम ऋषि महाराज कहीं से भ्रमण करते हुए आ गए। मुंजुकॠषि भी विद्यमान है। उन्होंने मुनिवरो, देखो साकल्‍य की अग्नि में अर्पित करने लगे। तो उन्होंने कहा ॠषिवर उनके अंतरण को मुंजुकॠषि ने दृष्टिपात किया और मुंजुकॠषि ने कहा कि तुम्हें यह प्रतीत है कि यह जो व्रतकेतू जो याग कर रहे हैं। यह क्यों कर रहे हैं?उन्होंने कहा प्रभु मैं तो नहीं जानता। उन्होंने कहा यह सनातन शुद्धि के लिए,आत्मशुद्धि के लिए, यह वायुमंडल को पवित्र बनाएंगे। ब्रहम-जगत जब तक हमारा पवित्र नहीं होगा। हम अंतर-जगत को पवित्र नहीं बना सकते इसलिए यह ब्रहम-जगत का शोधन कर रहे हैं तो उन्हे ऐसा स्मरण है। उन्होंने कहा तो क्या मैं नहीं बना सकता। तुम्हारी विचारधारा में तमोगुण छाया हुआ है और वह तमोगुण की तरंगों का वायु मंडल अग्‍नी के ऊपर विश्राम करके वाय में प्रवेश कर गए तो यह वायुमंडल पवित्र नहीं बना सकेंगे। इसलिए तुम अपनी विचारधारा को पवित्र बना करके प्राप्त हो। उन्होंने कहा मुंजुक ॠषि से प्रभु प्राप्त यथार्थ कहते हैं। मेरा रजोगुणी विचार रहा है मैं तो सतोगुणी बनाना चाहता हूं। उन्होंने कहा जाओ तपस्या करो। तो उन्होंने देखा कि यग का प्रारंभ किया। तो राजा व्रतकेतू ने याग संपन्न किया। मुंजुकॠषि के सहयोग से वायु मंडल पवित्र हो गया। तो वायुमंडल में जो शब्दों की धारा है ध्‍वनिया है गृह में क्या ,आश्रम में क्या ,वह वायु में भ्रमण करती रहती है। अग्नि की तरंगों पर विद्यमान हो जाता है। यह ज्ञान हमारे समीप परम्‍परागतो से ऋषि मुनियों के मस्तिष्क में नृत्य करता रहा है। जो मुंजुकॠषि महाराज ने एक वर्ष तक इस प्रकार की याग प्रारंभ किया। प्रात: कालीन याग होना,मध्यकालीन अध्‍यन होना और देखो सायं काल को याग के पश्चात चिंतन करना। मनिवरो देखो उनका ह्रदय 1 वर्ष के पश्चात उनकी जो भावना रजोगुण की जो भावना यह समाप्त हो गई। हृदय में  उनका ब्रहम जगत पवित्र बन गया। साधना में परिणत हो गए।
वह साधना मे परिणत हो गये। साधना उनकी बड़ी विचित्र ता में चली गई आगे चलकर वह ब्रह्म बिता बने तो मुनिवर देखो वाक्य उच्चारण करने का अभिप्राय यह है कि हम अपने इस मानवीय जीवन को इतना महान इतना पवित्र बनाएं कि हमारा ब्राह्मण जगत, अंतर-जगत दोनों पवित्र हो जाए और हम ब्रह्मा को एक-एक, कण-कण में दृष्टिपात करने लगे तो मुनिवरो हमारा अंतर-हृदय अभिमान मुक्‍त बन सकता है और नीरअभिमानी बन करके हम वेद रूपी प्रकाश को अपना करके, स्वत: प्रकाशमान हो जाए। मेरे प्यारे देखो यह वाक मैंने अभी-अभी प्रकट किया है। अब मेरे प्यारे महानंद जी शब्द उच्चारण करेंगे।
श्रावणि गतम्‌ मना: वाचन्‍नम्‌ वृहे कृतं
 मेरे पूज्य पाद गुरुदेव मेरे भक्त ऋषि मंडल, मेरे पूज्य पाद गुरुदेव गुरुदेव वेद और दर्शन की वार्ता प्रकट कर रहे थे। क्योंकि यह जो मानवीय दर्शन है यह परंपरागतो से ही विचित्र माना गया है। जब हम पूज्‍यपाद गुरुदेव के चरणों में और ओत-प्रॊत होते हैं तो हम अपने में अपने को धन्य स्वीकार करते रहते हैं। बहुत समय हो गया है इसका अध्ययन करते हुए मुझे किसी काल में असमंजस हो जाता है। उसके बाद के हृदय में इतने ज्ञान की धाराओं की उपलब्धियां होती रहती है। कितनी महान स्मरण शक्ति है, स्मरण शक्ति के द्वारा यह वह उदगीत गाते रहते हैं और ऐसे समुद्र में चले जाते हैं जहां से नाना रत्नों को ले करके आते हैं। याग की विवेचना कर रहे हैं इनका विवेचनामयी हृदय अदम्‍यमयी ज्योति वाला जो उद्देश्य है। वह हमारे हृदय को स्पर्श करता रहता है। परंतु आज पूज्य पाद गुरुदेव को मैं तो कुछ परिचय देने चला आता हूं। मैं व्याख्या देना नहीं चाहता। पूज्‍यपाद गुरुदेव को मैंने कुछ उदगीत गाने के लिए चला आया हूं और वह क्या है कि जहां यह हमारी आकाशवाणी जा रही है। जहां हमारी यह प्रेरणादायक शब्द जा रहे हैं। उस स्थली पर एक यज्ञ का समापन हुआ है। मेरा हृदय बड़ा गदगद रहता है कि यह जो काल है बड़ा विचित्र काल चल रहा है। यहां सूरा पान माशांहार की एक गतिया मानव के हृदय में गतिशील हो रही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 15, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-43 (साल-01)
2. शनिवार,15सितबंर 2019
3.शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि प्रतिपदा ,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:00,सूर्यास्त 6:00
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी बरसात की संभावना रहेगी।
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