शुक्रवार, 22 अक्तूबर 2021

करवा चौथ मुहूर्त, व्रत कथा-विधि 'धर्म-कर्म'

करवा चौथ  मुहूर्त, करवा चौथ व्रत कथा, व्रत विधि
करवा चौथ का दिन और संकष्टी चतुर्थी, जो कि भगवान गणेश के लिए उपवास करने का दिन होता है, एक ही समय होते हैं। विवाहित महिलाएँ पति की दीर्घ आयु के लिए करवा चौथ का व्रत और इसकी रस्मों को पूरी निष्ठा से करती हैं। छान्दोग्य उपनिषद के अनुसार करवा चौथ के दिन व्रत रखने से सारे पाप नष्ट होते हैं और जीवन में किसी प्रकार का कष्ट नहीं होता है। इससे आयु में वृद्धि होती है और इस दिन गणेश तथा शिव-पार्वती और चंद्रमा की पूजा की जाती है।
विवाहित महिलाएँ भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा करती हैं और अपने व्रत को चन्द्रमा के दर्शन और उनको अर्घ अर्पण करने के बाद ही तोड़ती हैं। करवा चौथ का व्रत कठोर होता है और इसे अन्न और जल ग्रहण किये बिना ही सूर्योदय से रात में चन्द्रमा के दर्शन तक किया जाता है।
करवा चौथ के दिन को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। करवा या करक मिट्टी के पात्र को कहते हैं जिससे चन्द्रमा को जल अर्पण, जो कि अर्घ कहलाता है, किया जाता है। पूजा के दौरान करवा बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसे ब्राह्मण या किसी योग्य महिला को दान में भी दिया जाता है। करवा चौथ दक्षिण भारत की तुलना में उत्तरी भारत में ज्यादा प्रसिद्ध है। करवा चौथ के चार दिन बाद पुत्रों की दीर्घ आयु और समृद्धि के लिए अहोई अष्टमी व्रत किया जाता है।
करवा चौथ कब होता है?
करवा चौथ  का व्रत कार्तिक हिन्दू माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दौरान किया जाता है। अमांत पञ्चाङ्ग जिसका अनुसरण गुजरात, महाराष्ट्र, और दक्षिणी भारत में किया जाता है, के अनुसार करवा चौथ अश्विन माह में पड़ता है। हालाँकि यह केवल माह का नाम है जो इसे अलग-अलग करता है और सभी राज्यों में करवा चौथ एक ही दिन मनाया जाता है। करवा चौथ के दिन चौथ माता की पूजा अर्चना और व्रत वैसे तो पुरे ही भारत में रखा जाता है लेकिन मुख्य रूप से उत्तर भारतीय लोग वृहद स्तर पर करवा चौथ का व्रत रखते हैं और विधिविधान से पूजा करते हैं।
उत्तर भारत में विशेष कर राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश और पंजाब में भी बहुत ही हर्ष के साथ व्रत रखकर करवा चौथ की कहानी सुनी जाती है। इस पावन अवसर पर दिन में कहानी सुनी जाती है और रात्रि के समय चाँद को देखने के उपरान्त स्त्रियाँ अपने पति के हाथो से पानी पीकर/खाना ग्रहण करके व्रत खोलती हैं। करवा चौथ का यह व्रत पति की लम्बी आयु, स्वास्थ्य और सुखद वैवाहिक जीवन के उद्देश्य से किया जाता है।
करवा चौथ व्रत १२ वर्ष तक अथवा १६ वर्ष तक लगातार हर वर्ष किया जाता है। अवधि पूरी होने के पश्चात इस व्रत का उद्यापन (उपसंहार) किया जाता है। जो सुहागिन स्त्रियाँ आजीवन रखना चाहें वे जीवनभर इस व्रत को कर सकती हैं। इस व्रत के समान सौभाग्यदायक व्रत अन्य कोई दूसरा नहीं है। अतः सुहागिन स्त्रियाँ अपने सुहाग की रक्षार्थ इस व्रत का सतत पालन कर सकती हैं।
करवा चौथ २४ अक्टुबर २०२१ रविवार,
करवा चौथ पूजा मुहूर्त १७:४३ से १८:५०
चंद्रोदय २०:०७
चतुर्थी तिथि आरंभ ०३:०० (२४ अक्टूबर)
चतुर्थी तिथि समाप्त ०५:४० (२५ अक्टूबर को)
करवा चौथ व्रत कथा:
बहुत समय पहले इन्द्रप्रस्थपुर के एक शहर में वेदशर्मा नाम का एक ब्राह्मण रहता था। वेदशर्मा का विवाह लीलावती से हुआ था जिससे उसके सात महान पुत्र और वीरावती नाम की एक गुणवान पुत्री थी। क्योंकि सात भाईयों की वह केवल एक अकेली बहन थी जिसके कारण वह अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने भाईयों की भी लाड़ली थी।
जब वह विवाह के लायक हो गयी तब उसकी शादी एक उचित ब्राह्मण युवक से हुई। शादी के बाद वीरावती जब अपने माता-पिता के यहाँ थी तब उसने अपनी भाभियों के साथ पति की लम्बी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। करवा चौथ के व्रत के दौरान वीरावती को भूख सहन नहीं हुई और कमजोरी के कारण वह मूर्छित होकर जमीन पर गिर गई।
सभी भाईयों से उनकी प्यारी बहन की दयनीय स्थिति सहन नहीं हो पा रही थी। वे जानते थे वीरावती जो कि एक पतिव्रता नारी है चन्द्रमा के दर्शन किये बिना भोजन ग्रहण नहीं करेगी चाहे उसके प्राण ही क्यों ना निकल जायें। सभी भाईयों ने मिलकर एक योजना बनाई जिससे उनकी बहन भोजन ग्रहण कर ले। उनमें से एक भाई कुछ दूर वट के वृक्ष पर हाथ में छलनी और दीपक लेकर चढ़ गया। जब वीरावती मूर्छित अवस्था से जागी तो उसके बाकी सभी भाईयों ने उससे कहा कि चन्द्रोदय हो गया है और उसे छत पर चन्द्रमा के दर्शन कराने ले आये।
वीरावती ने कुछ दूर वट के वृक्ष पर छलनी के पीछे दीपक को देख विश्वास कर लिया कि चन्द्रमा वृक्ष के पीछे निकल आया है। अपनी भूख से व्याकुल वीरावती ने शीघ्र ही दीपक को चन्द्रमा समझ अर्घ अर्पण कर अपने व्रत को तोड़ा। वीरावती ने जब भोजन करना प्रारम्भ किया तो उसे अशुभ संकेत मिलने लगे। पहले कौर में उसे बाल मिला, दुसरें में उसे छींक आई और तीसरे कौर में उसे अपने ससुराल वालों से निमंत्रण मिला। पहली बार अपने ससुराल पहुँचने के बाद उसने अपने पति के मृत शरीर को पाया।
अपने पति के मृत शरीर को देखकर वीरावती रोने लगी और करवा चौथ के व्रत के दौरान अपनी किसी भूल के लिए खुद को दोषी ठहराने लगी। वह विलाप करने लगी। उसका विलाप सुनकर देवी इन्द्राणी जो कि इन्द्र देवता की पत्नी है, वीरावती को सान्त्वना देने के लिए पहुँची।
वीरावती ने देवी इन्द्राणी से पूछा कि करवा चौथ के दिन ही उसके पति की मृत्यु क्यों हुई और अपने पति को जीवित करने की वह देवी इन्द्राणी से विनती करने लगी। वीरावती का दुःख देखकर देवी इन्द्राणी ने उससे कहा कि उसने चन्द्रमा को अर्घ अर्पण किये बिना ही व्रत को तोड़ा था जिसके कारण उसके पति की असामयिक मृत्यु हो गई। देवी इन्द्राणी ने वीरावती को करवा चौथ के व्रत के साथ-साथ पूरे साल में हर माह की चौथ को व्रत करने की सलाह दी और उसे आश्वासित किया कि ऐसा करने से उसका पति जीवित लौट आएगा।
इसके बाद वीरावती सभी धार्मिक कृत्यों और मासिक उपवास को पूरे विश्वास के साथ करती। अन्त में उन सभी व्रतों से मिले पुण्य के कारण वीरावती को उसका पति पुनः प्राप्त हो गया।
करवा चौथ व्रत विधि :-
नैवेद्य : आप शुद्ध घी में आटे को सेंककर उसमें शक्कर अथवा खांड मिलाकर मोदक (लड्डू) नैवेद्य के रूप में उपयोग में ले।
करवाः
काली मिट्टी में शक्कर की चासनी मिलाकर उस मिट्टी से तैयार किए गए मिट्टी के करवे उपयोग किया जा सकता है। 
करवा चौथ पूजन के लिए मंत्र :
ॐ शिवायै नमः’ से पार्वती का,‘
ॐ नमः शिवाय’ से शिव का, ‘
ॐ षण्मुखाय नमः’ 
से स्वामी कार्तिकेय का,‘
ॐ गणेशाय नमः’ से गणेश का तथा ‘
ॐ सोमाय नमः’ से चन्द्रदेव का पूजन करें।
करवा चौथ की थाली :
करवा चौथ की रात्रि के समय चाँद देखने के लिए आप पहले से ही थाली को सजाकर रख लेवे। थाली में आप निम्न सामग्री को रखें। 
•दीपक 
•करवा चौथ का कलश (ताम्बे का कलश इसके लिए श्रेष्ठ होता है )
•छलनी
•कलश को ढकने के लिए वस्त्र
•मिठाई या ड्राई फ्रूट
•चन्दन और धुप
•मोली और गुड/चूरमा
•व्रत के दिन प्रातः स्नानादि करने के पश्चात यह संकल्प बोलकर करवा चौथ व्रत का आरंभ करें- 
मम सुखसौभाग्य 
पुत्रपौत्रादि सुस्थिर 
श्री प्राप्तये करक चतुर्थी 
व्रतमहं करिष्ये।
पूरे दिन निर्जला रहें।
दीवार पर गेरू से फलक बनाकर पिसे चावलों के घोल से करवा चित्रित करें। इसे वर कहते हैं। चित्रित करने की कला को करवा धरना कहा जाता है।
●आठ पूरियों की अठावरी बनाएं। हलुआ बनाएं। पक्के पकवान बनाएं।
पीली मिट्टी से गौरी बनाएं और उनकी गोद में गणेश जी बनाकर बिठाएं।
गौरी को लकड़ी के आसन पर बिठाएं। चौक बनाकर आसन को उस पर रखें। गौरी को चुनरी ओढ़ाएं। बिंदी आदि सुहाग सामग्री से गौरी का श्रृंगार करें।
●जल से भरा हुआ लोटा रखें।
वायना (भेंट) देने के लिए मिट्टी का टोंटीदार करवा लें। करवा में गेहूं और ढक्कन में शक्कर का बूरा भर दें। उसके ऊपर दक्षिणा रखें।
●रोली से करवा पर स्वस्तिक बनाएं।
●गौरी-गणेश और चित्रित करवा 
की परंपरानुसार पूजा करें। पति की दीर्घायु की कामना करें।
नमः शिवायै शर्वाण्यै 
सौभाग्यं संतति शुभाम्‌। 
प्रयच्छ भक्तियुक्तानां 
नारीणां हरवल्लभे॥’
●करवा पर १३ बिंदी रखें और गेहूं या चावल के १३ दाने हाथ में लेकर करवा चौथ की कथा कहें या सुनें।
कथा सुनने के बाद करवा पर हाथ घुमाकर अपनी सासुजी के पैर छूकर आशीर्वाद लें और करवा उन्हें दे दें।
तेरह दाने गेहूं के और पानी का लोटा या टोंटीदार करवा अलग रख लें।
रात्रि में चन्द्रमा निकलने के बाद छलनी की ओट से उसे देखें और चन्द्रमा को अर्घ्य दें। इसके बाद पति से आशीर्वाद लें। उन्हें भोजन कराएं और स्वयं भी भोजन कर लें। पूजन के पश्चात आस-पड़ोस की महिलाओं को करवा चौथ की बधाई देकर पर्व को संपन्न करें।
●करवा चौथ में सरगी
पंजाब में करवा चौथ का त्यौहार सरगी के साथ आरम्भ होता है। यह करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पहले किया जाने वाला भोजन होता है। जो महिलाएँ इस दिन व्रत रखती हैं उनकी सास उनके लिए सरगी बनाती हैं। शाम को सभी महिलाएँ श्रृंगार करके एकत्रित होती हैं और फेरी की रस्म करती हैं।
●इस रस्म में महिलाएँ एक घेरा बनाकर बैठती हैं और पूजा की थाली एक दूसरे को देकर पूरे घेरे में घुमाती हैं। इस रस्म के दौरान एक बुज़ुर्ग महिला करवा चौथ की कथा गाती हैं। भारत के अन्य प्रदेश जैसे उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गौर माता की पूजा की जाती है। गौर माता की पूजा के लिए प्रतिमा गाय के गोबर से बनाई जाती है।
•क्या अविवाहित करवा चौथ व्रत रख सकते हैं?
 करवा चौथ का व्रत शादीशुदा स्त्रियों के द्वारा ही रखा जाता है। इसके लिए आप अपने घर में बड़ी बुजुर्ग स्त्रियों की सलाह जरूर लेवे क्यों की कुछ अंचल में अच्छे वर के लिए कुंवारी लड़किया भी यह व्रत रखती हैं। 
•करवा चौथ व्रत में हम क्या खा सकते हैं? 
कुछ अंचल में अल्पाहार के लिए फल का उपयोग किया जाता है लेकिन इस व्रत को  निर्जला करना अधिक लाभदायी होता है। 
•क्या आप करवा चौथ पर पानी पी सकते हैं? 
नहीं, क्यों की यह निर्जला व्रत होता है इसलिए इस दिन ना तो कुछ खाया जाता है और नाही पानी हीग्रहण किया जाता है। 
•सरगी खाने का सही समय क्या है? 
वैसे तो इस व्रत को आप निर्जला करे तो उचित रहेगा, अन्यथा अपनी परम्पराओं के अनुसार सरगी का उपयोग करे जिसके लिए सूर्योदय से पूर्व (प्रातः चार से पांच बाते) तक का समय अनुकूल होता है।
•क्या हम करवा चौथ पर बाल धो सकते हैं?
नहीं, मान्यता नहीं है। 
•करवा चौथ पर किस भगवान की पूजा की जाती है?
•चौथ माता की पूजा के साथ आप माता पार्वती जी की पूजा करें और शिव, गणेश, और कार्तिकेय की भी पूजा अर्चना करे।

पत्रकारों के साथ बदसलूकी करने वालों पर दर्ज होगी एफआईआर, मिलेगी सजा
बृजेश केसरवानी    
प्रयागराज। हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद पीएम और सीएम का भी ऐलान आया है कि, पत्रकारों से अभद्रता करने वालों पर लगेगा 50,000 का जुर्माना एवं पत्रकारों से बदसलूकी करने पर हो सकती है 3 साल की जेल पत्रकार को धमकाने वाले को 24 घंटे के अंदर जेल भेज दिया जाएगा। पत्रकारों को धमकी के आरोप में गिरफ्तार लोगों को आसानी से नहीं मिलेगी जमानत। सीएम योगी का कहना है कि पत्रकारों को परेशानी होने पर तुरंत संपर्क कर सहायता प्रदान करें और पत्रकारों से मान-सम्मान से बात करें वरना आप को पड़ेगा महंगा।
बदसलूकी करने वालों पर दर्ज होगी FIR :
बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज होगी FIR नही तो एसएसपी पर होगी कार्यवाही पत्रकार नही हैं भीड़ का हिस्सा l पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते हैं, उसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया है कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे।
पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही हैं :
किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुँचा सकती। पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नही कर सकती।
ऐसा होने की स्थिति में बदसलूकी करने वाले -
पुलिसवालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा। काटजू ने कहाँ कि, "जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नही हो जाता है। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते हैं पर वे भीड़ का हिस्सा नहीं होते। इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मीडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है।"
सभी राज्यों को दिए निर्देश : प्रेस काउन्सिल ने देश के केबिनेट सचिव, गृह सचिव, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिवों व गृह सचिवों को इस सम्बन्ध में निर्देश भेजा है और उसमें स्पष्ट कहा है कि, पत्रकारों के साथ पुलिस या अर्द्धसैनिक बलों की हिंसा बर्दाश्त नही की जायेगी। सरकारें ये सुनिश्चित करें कि, पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कहीं न हो। पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मीडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा जो संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा।

26 को कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा का आयोजन होगा

26 को कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा का आयोजन होगा 

बृजेश केसरवानी   

नैनी/प्रयागराज। शुक्रवार को शहर कांग्रेस कमेटी की बैठक महासचिव नयन कुशवाहा के आवास काटन मिल तिराहे पर सम्पन्न हुई। जिसमे नवनियुक्त शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन का माल्यार्पण के साथ स्वागत किया गया। शहर अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा दिनांक 26 अक्टूबर 21को नैनी मेवा लाल बगिया तिराहा पर समय 4, बजे पहुंचेगी। इस यात्रा में उत्तर प्रदेश के बड़े 11, नेताओं की टीम होगी ।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी कांग्रेस पार्टी के नेताओं एवं आम नागरिकों का आवाहन किया है। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता केदारनाथ सचदेवा एवम् संचालन शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव राकेश श्रीवास्तव ने किया। बैठक को सम्बोधित करने वालों में सर्वश्री उज्जवल शुक्ल प्रदेश सचिव, पूर्व मेयर प्रत्याशी विजय मिश्रा, संतोष मिश्रा, नयन कुशवाहा, राकेश श्रीवास्तव, अंजुम नाज़, प्रदीप द्विवेदी, नागेन्द्र मिश्रा, निजामुद्दीन, नूर आलम, शिव शंकर मिश्रा, वीरेन्द्र शर्मा, सत्रुघन भारतीय, अशोक सोनी , विजय कुशवाहा,गनी खान, निशांत रस्तोगी, सूरज कुमार शुक्ला, अन्नू शुक्ला, आदि लोग शामिल रहें।


सीएम की बैठक, कानून व्यवस्था की समीक्षा   

दुष्यंत टीकम      

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के सभी आईजी और एसपी की कांफ्रेंस लेकर प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। आईजी और एसपी की कांफ्रेंस में सीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित हों। सीएम ने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए। इस पर सभी पुलिस अधीक्षक कड़ी कार्रवाई करें ।

सीएम ने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए, गांजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसना चाहिए। गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक चिटफंड कंपनियों के 774 डायरेक्टर/पदाधिकारी गिरफ़्तार किए गए हैं, सीएम ने यह भी कहा कि चिट फंड कम्पनी के शेष फ़रार डायरेक्टर और पदाधिकारियों को तत्काल गिरफ़्तार करें।

सीएम ने कहा कि हमने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के क्षेत्र में काम किया है, विकास के लिए शांति ज़रूरी है, कलेक्टर और एसपी के बीच परस्पर समन्वय जरूरी है, कलेक्टर और एसपी महीने में 4 से 5 बार साथ में दौरा करें। सीएम ने कहा कि क़ानून-व्यवस्था बनाए रखना आपकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है। ज़िला प्रशासन की उपस्थिति हर स्तर पर दिखनी चाहिए।

सीजी: संयुक्त विज्ञापन जारी करने के निर्देश दिए

दुष्यंत टीकम      

रायपुर। बस्तर कमिश्नर एवं अध्यक्ष विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने संभाग के सभी जिला कलेक्टरों को विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड के माध्यम से तृतीय-चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों में भर्ती हेतु 02 जनवरी 2022 को परीक्षा आयोजन एवं 01 नवम्बर 2021 से ऑनलाइन आवेदन करने हेतु संयुक्त विज्ञापन जारी करने के निर्देश दिए है।

ज्ञात हो कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 'विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड' के माध्यम से बस्तर संभाग के अंतर्गत जिले के विभिन्न विभागों में सहायक ग्रेड-03 के 234 एवं भृत्य के 754 पदांे सहित कुल 988 पदों पर भर्ती किए जाने हेतु सहमति प्रदान किया गया है। जिला स्तर में विभिन्न विभागों के रिक्त पदों पर विभागवार, संवर्गवार तथा 100 बिन्दु रोस्टर का पालन करते हुए जिला कलेक्टर के माध्यम से संयुक्त विज्ञापन जारी करने के लिए समय-सारणी निर्धारित किया गया है। जिसमें ऑनलाईन आवेदन करने की तिथि 01 नवम्बर से 23 नवम्बर 2021 निर्धारित की गई है। परीक्षा की तिथि 02 जनवरी 2022 को प्रातः 11:45 से दोपहर 2 बजे तक निर्धारित किया गया है। अधिक जानकारी के लिए विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड की वेबसाईट www.jssbbastar.cgstate.gov.in पर अवलोकन किया जा सकता है।

कश्मीर में फंसे बिहारियों को वापस लाएंगेः पप्पू  

अविनाश श्रीवास्तव   

पटना। जम्मू कश्मीर में बीते दिनों बिहार से काम करने गए चार लोगों की आतंकियों ने हत्या कर दी। एक के बाद एक चार लोगों की हत्या के बाद सूबे के सियासी पारा चढ़ गया है। मामले पर लगातार बयानबाजी की जा रही है. इधर, आतंकी घटना से सहमे बिहार समेत अन्य राज्यों के लोग जो रोजी रोटी कमाने के लिए कश्मीर गए थे, वहां से वापस लौटने लगे हैं। लेकिन वापस आने के क्रम में उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव  ने इस परेशानी को लेकर बिहार सरकार से बड़ी अपील की है। शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, " जन अधिकार पार्टी बिहारी मजदूरों को कश्मीर से सुरक्षित वापसी के लिए बिहार सरकार से आग्रह करती है। अगर सरकार बिहारी मजदूरों को वापस लाने में असक्षम है तो जाप अपनी मदद से बिहारियों को वापस लाएगी।

पप्पू यादव ने कहा कि अगर राष्ट्रपति के लिए 100 करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किए जा सकते हैं, तो बिहारियों को वापस लाने के लिए प्लेन की सुविधा क्यों नहीं दी जा सकती है। जन अधिकार पार्टी 50 लाख रुपये खर्च कर बिहारी मजदूरों को कश्मीर से सुरक्षित वापस लाएगी।

बता दें कि पीसी के दौरान उन्होंने बिहार के दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) का समर्थन करने का भी एलान किया है।उन्होंने बताया कि बिहार में कांग्रेस बिहार को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। किसानों और मजदूरों की लड़ाई लड़ रही हैं। इस कारण बिहार को बचाने के लिए जाप आगामी उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का निर्णय लिया है। पप्पू यादव ने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेस महागठबंधन से अलग होकर पूरी ताकत के साथ लड़ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने हमारी पार्टी से समर्थन मांगा है। कांग्रेस के समर्थन मांगने को लेकर आज जन अधिकार पार्टी की राष्ट्रीय कमेटी की बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में समर्थन देने का फैसला लिया गया।


5 को रिलीज होने वालीं हैं फिल्म 'सूर्यवंशी'

5 नवंबर को रिलीज होगीं फिल्म 'सूर्यवंशी'

कविता गर्ग     

मुंबई। अक्षय कुमार, रणवीर सिंह और कटरीना कैफ स्टार फिल्म सूर्यवंशी 5 नवंबर को रिलीज होने वाली है। मूवी का गाना 'आइला रे आइला' हाल ही में रिलीज हुआ है। अब अक्षय कुमार ने इस पर मजेदार बिहाइंड दा सीन वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वह रणवीर के साथ 'बाला' स्टेप कर रहे हैं। रणवीर खुद को गलत जगह मार लेते हैं। इस पर अक्षय ने पोस्ट के साथ स्टेप गलत करने पर वॉर्निंग भी लिखी है।

अक्षय ने वीडियो शेयर किया है। इसमें वह और रणवीर पुलिस की यूनिफॉर्म में हैं। रणवीर अक्षय के हाथ पकड़कर डांस के लिए खींचते दिख रहे हैं। इसके बाद अक्षय 'बाला' स्टेप करते हैं और रणवीर उनको फॉलो करते हैं। वीडियो के लास्ट में रणवीर के एक्सप्रेशंस से ऐसा लगता है कि उन्होंने खुद को हर्ट कर लिया। अक्षय ने वीडियो के साथ लिखा है, यह रणवीर सिंह और मेरा आइला रे आइला स्टेप है। अपना भी क्रेजी डांस कीजिए और मुझे दिखाइए। वॉर्निंग यह स्टेप गलत करना फ्यूचर प्लानिंग के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

परिणीती ने अपना 33वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया

कविता गर्ग        

मुंबई। बॉलीवुड की चुलबुली अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा आज शुक्रवार को अपना 33वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। फिल्म 'लेडीज वर्सेज रिकी बहल' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली परिणीति चोपड़ा अब फिल्म इंडस्ट्री की पसंदीदा अभिनेत्रियों में शुमार हैं।2011 में डेब्यू कर बॉलीवुड पर छाने वाली परिणीति को इंडस्ट्री में दो दशक हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने एक से एक फिल्में हिंदी सिनेमा को दीं। जिनमें 'इश्कबाज', 'संदीप और पिंकी फरार', 'द गर्ल ऑन द ट्रेन', 'साइना' और 'गोलमाल अगेन' जैसी कई शानदार फिल्में शामिल हैं।

इन दो दशकों में अपनी फिल्मों के जरिए परिणीति ने लोकप्रियता तो हासिल की ही है। लेकिन साथ ही उनके बैंक बैलेंस भी उछाल आया है। आज परिणीति के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं कि एक्ट्रेस की नेट वर्थ कितनी है। ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिणीति चोपड़ा की कुल संपत्ति 60 करोड़ रुपये है।परिणीति की कमाई का जरिया उनकी फिल्में, उनकी सिंगिंग और उन्हें मिलने वाले ब्रैंड एंडोर्समेंट्स हैं।

परिणीति का मुंबई में एक सी-फेसिंग अपार्टमेंट है, जिसकी कीमत लगभग 22 करोड़ रुपये बताई जाती है।परिणीति के पास कई लग्जरी गाड़ियां भी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पास ऑडी ए6, जगुआर का न्यू मॉडल है। इसके अलावा उनके पास एक ऑडी और है। बताया जाता है कि परिणीति साल में एक फिल्म ही साइन करती हैं और उसके लिए वह तकरीबन पांच करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।


17 अक्टूबर को रिलीज़ हुई थीं नागर की फिल्म
कविता गर्ग       
नई दिल्ली। 17 अक्टूबर को रिलीज़ हुई थी निर्देशक अरुण नागर की फिल्म "गुर्जर आन्दोलन"। जिसमे कई बाधाऐ आई, अनेक मुसीबतों का सामना किया। 
गुर्जर समाज मे एक अलग नाम करने वाले फिल्मी जगत मे एक सितारे की तरह चमकने वाले फिल्म डायरेक्टर अरुण नागर ने बताया कि ये बात उन दिनों की है। जब नागर पुणे, महाराष्ट्र में एक सीरियल की शूटिंग कर रहे थे। तब ठंडी का वक्त था और राजस्थान में वीर गुर्जरों ने एक बार फिर पटरियां रोक दी थी। तब इन्होंने इसके बारे में पढ़ा और फिर गहराई से सोचा कि कितनी यातनाएं सही है मेरे समाज ने। उसी दिन ठान लिया था कि मैं अपनी फिल्म इसी मुद्दे पर बनाऊंगा। जिसमे हमारा समाज पिछले 50 सालों से अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा था।
अरुण नागर ने खुद ही इस फिल्म की कहानी लिखना शुरू की और मुंबई में प्रोड्यूसर्स को ये कहानी सुनानी शुरू कर दी। कुछ प्रोड्यूसर्स को ये कहानी पसंद भी आई, लेकिन बात अटक गई फिल्म के टाइटल (नाम) पर, उनका मानना था कि इस फिल्म का नाम सिर्फ आंदोलन होना चाहिए। लेकिन वो जिद पर अड़े था कि ये फिल्म बनेगी तो गुर्जर नाम से ही बनेगी। मतलब फिल्म का नाम होगा गुर्जर आंदोलन, बिलकुल वैसा ही जैसे आजकल मिहिरभोज बाबा के नाम के आगे से कुछ लोग गुर्जर शब्द को हटाने का प्रयास कर रहे है। खैर बात नही बनी और प्रोड्यूसर्स ने मेरी फिल्म में पैसे लगाने से हाथ पीछे खींच लिए, उनका मानना था कि गुर्जर शब्द के लगने से ये सिर्फ जातिवाद पर आधारित फिल्म बन जायेगी। लेकिन उन्होने कुछ उदाहरण दिए.
खैर बात नही बनी और अंत में उनके सामने दो रास्ते बचे थे, एक या तो इस प्रोजेक्ट को बनाने का ख्याल छोड़ दे, या फिर अपने दम पर इस प्रोजेक्ट को बनाए। पहला वाला ऑप्शन ज्यादा आसान था लेकिन उन्होने मुश्किल वाले ऑप्शन को चुना और खुद ही इस महान फिल्म को बनाने का निश्चय लिया।
ये काम सुनने में आसान लग रहा था। लेकिन इसे करने में लाख मुसीबतें आई, अपने और परायों का बोध हुआ। नागर ने बताया की जिन लोगों, महासभा, समाज के धन्ना सेठ और गुर्जर नेताओं से मैने मदद की उम्मीदें लगाकर ये बीड़ा उठाया था। उन्होंने उन्हे सिर्फ झूठे दिलासे ही दिए, लेकिन जिन लोगो से  बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी, उन्होंने उनकी बहुत मदद की और वो लोग थे समाज का निम्न, मध्यम वर्ग, जिनके पास उनको देने के लिए ढेर सारा आशीर्वाद था, सहयोग था, लाड था, प्यार था, जिसकी उन्हे उस वक्त सबसे ज्यादा जरूरत थी।
नागर ने कहा की इस फिल्म को बनाने की लड़ाई बहुत लंबी थी और लगभग 2 से 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद यह फिल्म कंप्लीट हो सकी।
लेकिन मुसीबतें खत्म नहीं हुई थी बल्कि शुरू हुई थी । रिलीज से पहले ही इस फिल्म पर उस वक्त की राजस्थान सरकार ने बैन लगा दिया, सिनेमा से इसके पोस्टर हटा दिए गए, सिनेमा मालिकों को सख्त हिदायत दी गई कि इस फिल्म को रिलीज नही किया जाए।
लेकिन मन में एक सवाल था कि क्या हमारे समाज के लोग इस फिल्म को वाकई देखना चाहते है, फिर उन्होने फरीदाबाद में फिर से इसे रिलीज किया। समाज ने इस फिल्म को हाउसफुल करार दे दिया, लोगों ने खूब दिल से 7 दिनों तक फरीदाबाद में मल्टीप्लेक्स सिनेमा में अपार भीड़ के साथ इस फिल्म को देखा।
उनकी जो उम्मीदें टूट चुकी थी, उन्हे लोगो ने फिर से रोशन कर दिया।  इससे उत्साहित होकर फिर उन्होने इसे यूट्यूब पर रिलीज किया। वहां भी कई बार स्ट्राइक मारकर इस फिल्म को डिलीट कराने के प्रयास हुए, लगभग 6 बार यह फिल्म यूट्यूब से डिलीट हुई। लेकिन हर बार लोगो ने इस फिल्म को बढ़ चढ़कर देखा।
आज 7 साल बाद भी लोग उन्हे इसी गुर्जर आंदोलन फिल्म के नाम से ही जानते है।

फ्री चिकन ना देने पर टांग तोडी, मारपीट में अरेस्ट

फ्री चिकन ना देने पर टांग तोडी, मारपीट में अरेस्ट  

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। पिछले सप्ताह के इसी दिन सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के मंच के पास एक व्यक्ति का शव लटका मिला था। यह मामला ठंडा हुआ नहीं था एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति की फ्री चिकन न देने पर टांग तोड़ दी।

मिली जानकारी के अनुसार सिंधु बॉर्डर पर फ्री में चिकन ना देने पर उसके साथ मारपीट के साथ और उसकी टांग तोड़ने के आरोप में पुलिस ने एक निहंग नवीन कुमार को अरेस्ट कर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने निंहग के खिलाफ थाने पर एफआईआर पंजीकृत कर ली है।

ज्ञात हो कि सिंधु बॉर्डर पर ही कुछ दिन पूर्व एक और मामला सामने आया था। सिंधु बॉर्डर पर शुक्रवार को पंजाब के तरनतारन जनपद के निवासी लखबीर सिंह की हत्या कर उसका एक हाथ काटकर उसका शव बैरिकेडिंग पर शव टांग दिया था। बताया जा रहा है कि उस व्यक्ति को भी संबध निहंग समूह से ही था। 

ड्रग पार्टी मामले से अनन्या पांडे का नाम जुड़ा

कविता गर्ग      

मुंबई। आर्यन खान के मुंबई क्रूज ड्रग पार्टी मामले से अब अनन्या पांडे का नाम भी जुड़ गया है। एनसीबी ने गुरूवार को अनन्या पांडे को समन भेजा था और पूछताछ के लिए लिए बुलाया था। आर्यन खान के फोन में अनन्या संग व्हाट्सएप चैट मिलने के बाद एक्ट्रेस को एनसीबी से समन मिला था।

बताया जा रहा है कि आर्यन-अनन्या की इस चैट में नशे को लेकर बातचीत हो रही थी। इस चैट के बाद एनसीबी एक्शन में आई है। ये चैट सुनवाई के दौरान अदालत को सौंपी गई थी। गुरूवार को अनन्या पांडे एनसीबी के दफ्तर पहुंची थीं। उनके साथ उनके पिता चंकी पांडे थे। एनसीबी दफ्तर में समीर वानखेड़े, जांच अधिकारी वीवी सिंह ने अनन्या से पूछताछ की थी।

थानाधिकारी रतनलाल को रिश्वत लेते अरेस्ट किया 
हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान एक व्यापारी ने बाजार से तकिए और गद्दा बनाने का कच्चा माल उठाया। लेकिन वह उसका पेमेंट धीरे-धीरे ही कर सकता था। मामला थाने में पहुंचा तो थानाधिकारी जांच के बहाने रुपयों की मांग करने लगे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जयपुर के बगरू थानाधिकारी रतनलाल को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि बगरू थाने के इंस्पेक्टर रतनलाल के खिलाफ व्यापारी घनश्याम ने शिकायत दी थी कि वह गद्दा और तकिया का व्यापार करता है। किसी अन्य व्यापारी से कच्चा माल उठाने के बाद उसका पेमेंट वह समय पर नहीं कर सका। लेकिन धीरे-धीरे वह उसका पेमेंट कर रहा था।

इसी दौरान अन्य व्यापारी ने उसके खिलाफ थाने में परिवाद दर्ज करवा दिया। इसके बाद एसएचओ रतनलाल उसे गिरफ्तार नहीं करने के बदले में 21 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर रहे हैं। शिकायत सत्यापन में सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रेप आयोजित किया। घनश्याम ने जैसे ही एसएचओ रतनलाल को 10 हजार रुपए दिए, एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। व्यापारी 15 हजार रुपए पहले ही दे चुका था। आरोपी ने घूस में 4 तकिए भी लिए थे, जो घर की तलाश में बरामद किए गए हैं।

दूसरी कार्रवाई, एसीबी की टीम ने राजस्थान फार्मेसी काउंसिल के कनिष्ठ लिपिक को पकड़ने में की। एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी कि जगतपुरा के केन्द्रीय विहार(द्वितीय) का रहने वाला आरोपी विष्णुदत्त शर्मा बी.फार्मा का रजिस्ट्रेशन करने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। इस पर आरोपी ने 40 हजार में सौदा तय किया। एसीबी ने जाल बिछाया और आरोपी को रिश्वत की पहली किस्त दस हजार रुपए लेते हुए उसके कार्यालय में दबोच लिया।

जहाज में मुलाकात से तेज हुई सियासी हलचल

अखिलेश-प्रियंका की मुलाकात पर तेज़ हुई सियासी हलचल, क्या सत्ता पाने के लिए होगा दोनों पार्टियों में गठबंधन?
संदीप मिश्र   
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में अखिलेश और प्रियंका आमने सामने दिख रहे हैं। बता दें कि दोनों बड़े नेताओं की मुलाकात दिल्ली से लखनऊ आ रही फ्लाइट में अचानक हुई है। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
दोनों पार्टियां खुद को कर रही मजूबत 
बता दें कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर रहीं है। वहीं सपा की बात करें तो अखिलेश यादव गठबंधन के सवाल पर कई बार कह चुके हैं कि वह सिर्फ छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे और उनके दम पर ही सरकार बनाएंगे। वहीं कांग्रेस की प्रियंका गांधी अपने बलबूते पर पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई हैं और 2022 के चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
2017 में दोनों पार्टियों के बीच हुआ था गठबंधन
2017 के चुनाव में अखिलेश यादव और राहुल गांधी गठबंधन करके एक साथ चुनाव लड़ चुके हैं जिसमे समाजवादी पार्टी को 47 सीटें तो वहीं कांग्रेस के पाले में सिर्फ 7 सीट ही आईं थी। इसी के बाद दोनों नेताओं ने अलग-अलग रास्ते अपना लिए थे। फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हुई अखिलेश, प्रियंका की मुलाकात के बाद गठबंधन के कयास लगाना तो गलत होगा लेकिन राजनीति में किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता है।

‘मेड इन इंडिया’ को सरकार का जुमला करार दिया
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘मेड इन इंडिया’ को लेकर दोहरी जुबान में बात कर रही है। उन्होंने ‘मेड इन इंडिया’ को सरकार का सिर्फ एक ‘जुमला’ करार दिया। कांग्रेस नेता ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ”हमेशा की तरह एक बार फिर दोहरी जुबान। मेड इन इंडिया। जुमला।” उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसमें कहा गया है कि चीन के साथ भारत का व्यापार 49 फीसदी बढ़ गया है। इससे पहले, बृहस्पतिवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भारत चीन कारोबारी संबंधों को लेकर चिंता व्यक्त की थी जिसमें बढ़ते व्यापार असंतुलन और कारोबारी बाधाओं का मुद्दा शामिल है।
उन्होंने कहा था, ” चीन हमारा सबसे बड़ा पड़ोसी है । 14.7 ट्रिलियन डॉलर सकल घरेलू उत्पाद के साथ चीन की अर्थव्यवस्था दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। कोविड-19 महामारी के बीच भी चीन एकमात्र प्रमुख अर्थव्यस्था रही जिसने 2020 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की ।” विदेश सचिव ने यह भी कहा था कि इस साल के पहले 9 महीनों में चीन के साथ हमारा द्विपक्षीय व्यापार 90 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 49 फीसदी अधिक है।

अखिलेश ने ट्वीट किया, सरकार पर निशाना साधा

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के अंत में भाजपा खत्म का हैजटेग भी लगाया हुआ है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि हज़ार का सिलेंडर बन गया है स्टूल, झूठ के फूल की नहीं दोहराएँगे भूल। यही नारा आज का, नहीं चाहिए भाजपा और अंत में भाजपा खत्म का हैजटेग लगाया हुआ है। इसके साथ अखिलेश यादव ने एक फोटो भी शेयर किया है। इस फोटो में दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति गैस सिलेंडर पर बैठकर गैस चूल्हे रखने की जगह आग सही से जलाने के लिये फूंकनी से फूक मार रहा है। अखिलेश यादव द्वारा शेयर किये गये फोटो को देखकर यूजर्स अलग-अलग प्रकार की कमेंट कर रहे हैं।

यूपी: 5 आईपीएस अफसरों के तबादले किएं

हरिओम उपाध्याय     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शासन ने 5 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिये हैं। आईपीएस उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस उप महानिरीक्षक, देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा बनाया है।
आईपीएस डॉ संजीव गुप्ता को पुलिस महानिरीक्षक अध्योध्या परिक्षेत्र अधोध्या से पुलिस महानिरीक्षक कानून एंव व्यवस्था उत्तर प्रदेश लखनऊ, अनिल कुमार राय को पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बस्ती को पुलिस महानिरीक्षक पीएसी सेंट्रल जोन लखनऊ, केपी सिह को पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र प्रयागराज से पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या परिक्षेत्र अयोध्या, मोदक राजेश डी राव को पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था उत्तर प्रदेश से पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बसती, राकेश सिंह को पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा से पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र प्रयागराज, उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस उपमहानिरीक्षक मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश से पुलिस उप महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा बनाया है।
कांग्रेस पार्टी ने मोदी मंत्रिमंडल पर हमला बोला

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए मोदी मंत्रिमंडल पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कोरोना काल में जनता को हुई परेशानी की कुछ फोटो को जोड़कर साथ में वीडियो भी शेयर की है।

कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोरोना काल में जब लोग महंगाई, बेरोजगारी, आय में कमी और विस्थापन की समस्या से जूझ रहे थे, तब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री प्रॉपर्टी और जमीन खरीदने में व्यस्त थे। जनविरोधी सरकार के काले कारनामे अब जगजाहिर होने लगे हैं। इसके साथ में कांग्रेस ने वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो की शुरूआत में कोरोना काल, लोग बेहाल, मंत्री मालामाल लिखा है और इस फोटो की बेकग्राउंड में कोरोना काल के दौरान गरीब परिवारों की तस्वीरों लगी हुई हैै। इसके बाद कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन में परेशान हुए लोगों के फोटो लगाये हुए हैं। इसी दौरान का एक फोटो लगाया हुआ है, जिसमें मजूदर फफक-फफक कर रोता दिखाई दे रहा है। यह फोटो सोशल मीडिया पहले भी काफी वायरल हो चुका है।
वीडियो में एक प्रश्नवाचक चिन्ह लगाकर लिखा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री गायब थे और वो क्यों गायब थे,इ इसका कारण अब धीरे-धीरे पता चलने लगा है। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों द्वारा पीएमओ को दी गई सूचना के मुताबिक, कोरोना के पहले लॉकडाउन में 12 केन्द्रीय मंत्रियों या उनके परिवारों ने प्रॉपर्टी खरीद की जानकारी दी है। इसके बाद स्मृति ईरान का स्माइल देते हुए फोटो भी वीडियो लगाया हुआ है। इसके बाद लिखा हुआ है कि कोरोना काल के दौरान जब महिलाएं मजबूर होकर अपना मंगलसूत्र गिरवी रख रही थी। इस दौरान मोदी मंत्रिमंडल मे शामिल 12 मंत्री जमीन और अपार्टमेंट खरीद रहे थे। आम आदमी बेहाल और मंत्री मालामाल। वीडियो के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाहर का फोटो ऐड किया हुआ है।
कांग्रेस छलावा कथनी पर विश्वास करना मुश्किल अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस जनता से लोक लुभावन वादे कर रही है लेकिन कांग्रेस की कथनी पर विश्वास करना मुश्किल है।
मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने चुनावी छलावे के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की तरह ही अनेकों प्रकार के लोक लुभावन वादे करने शुरू कर दिए हैं, जिसके तहत इस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सरकार बनने पर उत्तीर्ण छात्राओं को स्मार्टफोन व स्कूटी देने की बात कही है, लेकिन मूल प्रश्न यह है कि इनपर विश्वास कौन व कैसे करे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान व पंजाब में सरकार है तो क्या इन्होंने ऐसा कुछ वहां करके दिखाया है जो लोग उनकी बातों पर यकीन करे लें? यही वजह है कि कांग्रेस व भाजपा जैसी पार्टियों के दावों व वादों के प्रति जन विश्वास की घोर कमी है। मायावती ने कहा कि जनता से छल व वादाखिलाफी के कारण कांग्रेस के बुरे दिन चल रहे हैं।

उन्होंने भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा कि इन्हीं कुछ खास कारणों से भाजपा के भी बुरे दिन शुरू हो चुके हैं। ‘अच्छे दिन’ का सपना दिखाकर लोगों पर महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि का पहाड़ तोड़ने का खामियाजा तो भाजपा को भी भुगतना पड़ेगा।



चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया: चीन

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है, जो हाइपरसोनिक हथियार विकसित कर रहे हैं। अमेरिकी संसद की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब हाल में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन ने एक परमाणु सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया है, जिसने अपने लक्ष्य से चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया था। चीन ने अपने इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हैरान कर दिया है। स्वतंत्र ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) ने इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के सबसे आधुनिक हाइपरसोनिक हथियार कार्यक्रम हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, भारत, फ्रांस, जर्मनी और जापान समेत कुछ अन्य देश भी हाइपरसोनिक हथियार प्रौद्योगिकी विकसित कर रहे हैं। सीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और भारत ने रूस के साथ इस संबंध में गठजोड़ किया है। सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मैक 7 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस 2 को विकसित के लिए रूस के साथ गठजोड़ किया है। रिपोर्ट में कहा गया है। हालांकि ब्रह्मोस 2 को शुरुआत में 2017 में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन समाचार रिपोर्ट संकेत देती है कि इस कार्यक्रम में काफी देर हो गई और अब इसके 2025 और 2028 के बीच प्रारंभिक परिचालन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सीआरएस ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि भारत अपने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन कार्यक्रम के तहत एक स्वदेशी, दोहरे रूप से सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी विकसित कर रहा है और उसने जून 2019 और सितंबर 2020 के बीच मैक 6 स्क्रैमजेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। अमेरिकी सांसदों के लिए इस विषय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई संसद की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लगभग 12 हाइपरसोनिक पवन सुरंगों का संचालन करता है और 13 मैक तक की गति का परीक्षण करने में सक्षम है। समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ (एफटी) की खबर के मुताबिक, चीन ने अगस्त में एक परमाणु-सक्षम मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसने अपने लक्ष्य की ओर तेजी के साथ बढ़ने से पहले पृथ्वी का चक्कर लगाया। इसमें कहा गया कि इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी हैरान हो गईं। हालांकि चीन ने कहा कि उसने एक हाइपरसोनिक ‘यान’ (व्हीकल) का परीक्षण किया है, न कि परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक ‘मिसाइल’ का। प्रमुख ब्रिटिश समाचार पत्र ने अपनी खबर में दावा किया था कि चीन ने उन्नत अंतरिक्ष क्षमता वाली एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है और यह लगभग 24 मील की दूरी के अंतर से अपने लक्ष्य को भेदने में चूक गई। सीआरएस के अनुसार, 2007 से हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए अमेरिका ने ‘हाइपरसोनिक इंटरनेशनल फ्लाइट रिसर्च एक्सपेरिमेंटेशन’ (हाईफायर) कार्यक्रम को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ गठजोड़ किया है। भारत की तरह, फ्रांस ने भी हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी के विकास के लिए रूस के साथ गठजोड़ और अनुबंध किया है तथा जापान ‘हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल’ और ‘हाइपर वेलोसिटी ग्लाइडिंग प्रोजेक्टाइल’ विकसित कर रहा है।

सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया 

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी संसद की एक स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है, जो हाइपरसोनिक हथियार विकसित कर रहे हैं। अमेरिकी संसद की यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब हाल में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन ने एक परमाणु सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया है। जिसने अपने लक्ष्य से चूकने से पहले पूरी पृथ्वी का चक्कर लगाया था। चीन ने अपने इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हैरान कर दिया है।
स्वतंत्र ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस’ (सीआरएस) ने इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका, रूस और चीन के सबसे आधुनिक हाइपरसोनिक हथियार कार्यक्रम हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, भारत, फ्रांस, जर्मनी और जापान समेत कुछ अन्य देश भी हाइपरसोनिक हथियार प्रौद्योगिकी विकसित कर रहे हैं। सीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और भारत ने रूस के साथ इस संबंध में गठजोड़ किया है। सीआरएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने मैक 7 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस 2 को विकसित के लिए रूस के साथ गठजोड़ किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है। हालांकि ब्रह्मोस 2 को शुरुआत में 2017 में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन समाचार रिपोर्ट संकेत देती है कि इस कार्यक्रम में काफी देर हो गई और अब इसके 2025 और 2028 के बीच प्रारंभिक परिचालन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सीआरएस ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि भारत अपने हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन कार्यक्रम के तहत एक स्वदेशी, दोहरे रूप से सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी विकसित कर रहा है और उसने जून 2019 और सितंबर 2020 के बीच मैक 6 स्क्रैमजेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।

अमेरिकी सांसदों के लिए इस विषय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई संसद की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत लगभग 12 हाइपरसोनिक पवन सुरंगों का संचालन करता है और 13 मैक तक की गति का परीक्षण करने में सक्षम है। समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ (एफटी) की खबर के मुताबिक, चीन ने अगस्त में एक परमाणु-सक्षम मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसने अपने लक्ष्य की ओर तेजी के साथ बढ़ने से पहले पृथ्वी का चक्कर लगाया। इसमें कहा गया कि इस परीक्षण से अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी हैरान हो गईं।

हालांकि चीन ने कहा कि उसने एक हाइपरसोनिक ‘यान’ (व्हीकल) का परीक्षण किया है, न कि परमाणु-सक्षम हाइपरसोनिक ‘मिसाइल’ का। प्रमुख ब्रिटिश समाचार पत्र ने अपनी खबर में दावा किया था कि चीन ने उन्नत अंतरिक्ष क्षमता वाली एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है और यह लगभग 24 मील की दूरी के अंतर से अपने लक्ष्य को भेदने में चूक गई।

सीआरएस के अनुसार, 2007 से हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए अमेरिका ने ‘हाइपरसोनिक इंटरनेशनल फ्लाइट रिसर्च एक्सपेरिमेंटेशन’ (हाईफायर) कार्यक्रम को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ गठजोड़ किया है। भारत की तरह, फ्रांस ने भी हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी के विकास के लिए रूस के साथ गठजोड़ और अनुबंध किया है तथा जापान ‘हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल’ और ‘हाइपर वेलोसिटी ग्लाइडिंग प्रोजेक्टाइल’ विकसित कर रहा है।

वैक्सीन की डोज का असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया

वैक्सीन की डोज का असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया 

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कोरोनाकाल के 19 महीने में 10वीं बार संबोधित करते हुए कहा कि  ‘जयो में सब्य इसे भारत के संदर्भ में देखें तो हमारे देश ने एक तरफ कर्तव्य का पालन किया तो उसे बड़ी सफलता भी मिली। कल भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का कठिन लेकिन असाधरण लक्ष्य प्राप्त किया है। इसके पीछे 130 करोड़ देसवासियों की शक्ति लगी है। यह हर देशवासी की सफलता है। यह केवल एक आंकड़ा नहीं है। यह देश के सामर्थ्य का प्रतिबिंब है। यह उस नए भारत की तस्वीर है जो कठिन लक्ष्य हासिल करना चाहता है। जो अपने संकल्प की सिद्धि के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करता है।’ मोदी ने 20 मिनट के संबोधन में बातें कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के प्रयास की सराहना कर रहा है लेकिन एक बात छूट जाती है कि दुनिया के लिए वैक्सीन खोजना और दुनिया की मदद करना। इसमें विदेश की महारत है। हम इनकी बनाई वैक्सीन ही इस्तेमाल करते रहे। जब भारत में सदी की सबसे बड़ी महामारी आई तो सवाल उठा कि क्या भारत इससे लड़ पाएगा। वैक्सीन खरीदने का पैसा कहां से आएगा। क्या भारत इतने लोगों को टीके लगा पाएगा। भांति-भांति के सवाल थे, लेकिन आज यह 100 करोड़ वैक्सीन डोज सबके जवाब दे रहा है। भारत ने यह 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई है और वह भी मुफ्त।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि गांव, शहर, सुदूर देश का एक ही मंत्र रहा कि वैक्सीन भेदभाव नहीं करती तो वैक्सीनेशन में भी भेदभाव नहीं हो सकता। कोई कितना भी बड़ा हो, कितना धनी हो उसे वैक्सीन सामान्य नागरिकों की तरह की लगेगी। उन्होंने कहा कि यह भी कहा जा रहा था कि यहां लोग टीका लगवाने आएंगे ही नहीं। दुनिया के कई देशो में यह बड़ी चुनौती बन गई है, लेकिन भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर सबको निरुत्तर कर दिया है। हमने ताली-थाली बजाई तब कुछ लोगों ने कहा था कि क्या इससे बीमारी भाग जाएगी, लेकिन उससे एकजुटता की ताकत दिखी। उसी शक्ति ने इस देश को आज 100 करोड़ तक पहुंचाया है।

मोदी ने कहा कि भारत का पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम वैज्ञानिक आधार पर जन्मा है और पनपा है और वैज्ञानिक आधार पर चारों दिशा में पहुंचा है। हमारा पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम साइंस बाउंड और सांइस बेस्ड रहा है। इस अभियान में हर जगह सांइस और सांइटिफिक एप्रोच शामिल रही है। चुनौती भी थी कि इतनी बड़ी आबादी, इतने दूर दराज के इलाकों में समय से वैक्सीन पहुंचाया जाए, देश ने वैज्ञानिक तरीकों से इसके समाधान तलाशे। किस इलाके में कब और कितनी वैक्सीन पहुंचनी चाहिए इसके लिए भी वैज्ञानिक फॉर्मूले का उपयोग हुआ।
देश-विदेश की तमाम एजेंसी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकिर बहुत सकारात्मक हैं। भारत में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। रिकॉर्ड स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन रहे हैं। हाउसिंग सेक्टर में भी नई ऊर्जा दिख रही है। पिछले दिनों किए गए रिफॉर्म भारत की अर्थव्यस्था को और तेजी से बढ़ाने में सहयोग करेंगे। मोदी ने कहा कि आज रिकॉर्ड लेवल पर अनाज की खरीद हो रही है। किसानों के खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। खेल जगत हो, एंटरटेनमेंट हो सब जगह सकारात्मक गतिविधियां तेज हो रही हैं। आने वाला त्योहारों का सीजन इसे और गति और शक्ति देगा।

संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,41,43,236 हुईं

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 15,786 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,41,43,236 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,75,745 हो गई है, जो 232 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से 231 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,53,042 हो गई।
देश में लगातार 28 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 30 हजार से कम हैं और 117 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,75,745 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.51 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,086 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.16 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

विषय श्रेणी में सभी क्षेत्रीय विषयों को रखा गया

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि 10वीं और 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षा के लघु विषयों की श्रेणी में सभी क्षेत्रीय विषयों को रखा गया है। सीबीएसई की ओर से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्य विषयों से पंजाबी को बाहर रखने पर आपत्ति व्यक्त की है ।
चन्नी ने ट्वीट किया था, ”मैं पंजाबी को मुख्य विषयों से बाहर रखने के सीबीएसई के तानाशाही निर्णय का विरोध करता हूं । यह संविधान की संघीय भावना के खिलाफ है और पंजाबी युवकों को अपनी मातृभाषा में सीखने के अधिकार का उल्लंघन है। मैं पंजाबी को पक्षपातपूर्ण ढंग से बाहर रखने की निंदा करता हूं । ”
पंजाब के मुख्यमंत्री की आपत्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ” यह सभी को पता है कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की टर्म-1 परीक्षा के तहत मुख्य विषयों की तिथियों की घोषणा की है।” उन्होंने कहा, ” यह स्पष्ट किया जाता है कि विषयों का वर्गीकरण प्रशासनिक आधार पर किया गया है जिसका मकसद विषयों में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर टर्म-1 परीक्षा का आयोजन करना है और यह किसी भी रूप में मुख्य या लघु विषयों के महत्व से इसका कोई लेनाा-देना नहीं है।” अधिकारी ने कहा, ” अकादमिक दृष्टिकोण से सभी विषय समान रूप से महत्वपूर्ण है ।
पंजाबी क्षेत्रीय भाषा के तहत पेश की जाने वाली एक भाषा है। सभी क्षेत्रीय भाषाओं को लघु विषयों की श्रेणी के तहत प्रशासनिक सुविधा के उद्देश्य से रखा गया है जो परीक्षा आयोजित से जुड़ी व्यवस्था की जरूरतों को पूरा करने के लिये है। ” केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को घोषणा की थी कि कक्षा 10वीं के लिए पहले टर्म की बोर्ड परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।

इसके बाद, सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के पहले टर्म के लघु (माइनर) विषयों के लिए तारीखों (डेटशीट) की घोषणा की। दसवीं कक्षा के लिए लघु विषयों की परीक्षा 17 नवंबर से सात दिसंबर के बीच होगी जबकि 12वीं कक्षा के लिए 16 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच परीक्षा होगी। सीबीएसई ने घोषणा की थी कि कक्षा 10वीं के लिए पहले टर्म की बोर्ड परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।

शैक्षणिक सत्र को विभाजित करना, दो टर्म वाली परीक्षा आयोजित करना और पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाना 2021-22 के लिए दसवीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए विशेष मूल्यांकन योजना का हिस्सा था, जिसे जुलाई में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर घोषित किया गया था।

भारत आने वाली विदेशी टीमों को पृथकवास से छूट 

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। भुवनेश्वर में अगले महीने होने वाले एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप के लिए भारत आने वाली विदेशी टीमों को पृथकवास से छूट दी गयी है और उन्हें अपने प्रवास के दौरान केवल कोविड-19 के लक्षणों के लिए खुद पर निगरानी रखने की जरूरत होगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव एल एस सिंह के अनुरोध के बाद यह निर्णय किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने हालांकि कहा कि सभी टीमों को आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में 25 नवंबर से पांच दिसंबर के बीच खेला जाएगा। मेजबान भारत अभी इस टूर्नामेंट में मौजूदा चैंपियन है।
विदेशी टीमों को जिन अनिवार्य प्रोटोकॉल का अनुसरण करना होगा उनमें सभी भागीदारों का भारत के लिये रवानगी से कम से कम 72 घंटे पहले आरटी-पीसीआर कोविड-19 परीक्षण तथा यूरोप और मध्य पूर्व से आने वाली टीमों के लिये हवाई अड्डे पर अनिवार्य परीक्षण करवाना शामिल है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सिंह को भेजे गये पत्र में लिखा है, ”सभी प्रतिभागी भारत पहुंचने के बाद 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर स्वयं निगरानी रखेंगे और यदि उनमें कोविड-19 का कोई लक्षण पाया जाता है तो वे खुद को अलग कर लेंगे और कार्यक्रम के आयोजकों / निकटतम कोविड स्वास्थ्य सुविधा / राष्ट्रीय या राज्य हेल्पलाइन को इसकी रिपोर्ट करेंगे।”
इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को कम से कम सार्वजनिक संपर्क में रहना होगा तथा उन्हें कोविड के लिये उपयुक्त व्यवहार का पालन करना होगा, जैसे कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान मास्क पहनना, शारीरिक दूरी बनाए रखना, हाथों की सफाई आदि। पत्र में आगे कहा गया है कि यदि भारतीय प्रवास के दौरान किसी भागीदार में कोविड-19 के लक्षण पाये जाते हैं तो उसका आरटी-पीसीआर परीक्षण किया जाएगा और उसके संपर्क में रहने वाले लोगों को भी खेल विभाग को पृथकवास पर भेजना होगा।
भारत के अलावा इस टूर्नामेंट में कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, अमेरिका, कनाडा, चिली, अर्जेंटीना और पोलैंड की टीमें भाग लेंगी। पोलैंड को इंग्लैंड की जगह शामिल किया गया है जो कोविड-19 से जुड़े यात्रा प्रतिबंधों के कारण टूर्नामेंट से हट गया था।

सुबह खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई लाभ

खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई फायदे

रोज सुबह खाली पेट 5 भीगे बादाम खाने के कई फायदे हो सकते हैं। बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपको दिनभर एनर्जी से भरपूर रख सकता है। बादाम खाने से दिमाग बहुत तेज होता है। बादाम में ढेर सारा पौष्टिक तत्व पाया जाता है। इसमें प्रोटीन, वसा, विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जो हमें शरीर के हर रोगों से बचाते हैं।
खाने में क्रंची और प्रोटीन से भरपूर बादाम में फाइबर और ओमेगा-3 होता है। टेस्ट के साथ हल्दी गुणों से भरपूर बहुत लोगों का मनपसंद देता ड्राई फ्रूट है। सूखे बादाम के मुकाबले भीगे हुए बादाम ज्यादा हेल्दी होते हैं, क्योंकि यह खाने में ज्यादा मुलायम और पचाने में आसान होते हैं। तो आइए जानते हैं बादाम के फायदे के बारे में।
बादाम खाने के फायदे।
भीगे हुए बादाम खाने से दिल हल्दी रहता है और खराब कोलस्ट्रॉल में राहत मिलती है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
बादाम में प्रोटीन और फाइबर काफी होता है, जो पेट को देर तक भरा रखता है और और अस्वस्थ चीजें खाने की आशंका कम कर देता है। इसके अलावा बादाम जैसे नट्स खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता जाता है और शरीर तेजी से फैट बर्न करता है।
बादाम में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में होता है। जो कि आपकी दिमागी क्षमता बढ़ाता है। इससे आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ जाती है।
कच्चे बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम को पचाना आसान है। भीगे हुए बादाम पाचन को भी बढ़ावा दे सकते हैं। यह पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। ये एक एंजाइम के उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं जो पाचन को बढ़ावा देता है।
बादाम खाने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है। इसमें फैट, विटामिन, फाइबर और प्रोटीन पाए जाते हैं जो टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
बादाम हार्ट के लिए बेहद अच्छा होता है। बादाम का सेवन करने वाले को हृदयाघात का खतरा 50 फीसदी तक काम होता है।
भीगे हुए बादाम में विटामिन ई का स्तर भी ज्यादा होता है। विटामिन ई त्वचा को सेहतमंद रखता है। अगर आप रोजाना रात में भिगोया हुआ बादाम खाते हैं तो आपको कभी त्वचा से संबंधित परेशानी नहीं होगा और आपकी त्वचा हमेशा चमकती रहेगी और सॉफ्ट होगी।

मिल्क पाउडर से बनाए गुलाब जामुन, सीखें

मीठा खाने के शौकीन लोगों का गर्मागर्म गुलाब जामुन खाना अधिकतर पसंद होता है। गुलाब जामुन एक ऐसी स्वीट डिश है जिसे आप कई तरह से बना सकते हैं, तो लीजिए आज जानिए मिल्क पाउडर से गुलाब जामुन बनाने का पूरा तरीका।

गुलाब जामुन बनाने की सामग्री:
दो कप मिल्क पाउडर।
तीन चम्मच मैदा।
आधा कप दूध (फुल क्रीम)।
चुटकीभर बेकिंग पाउडर।
घी तलने के लिए।

चाशनी के लिए :

एक कटोरी चीनी।
डेढ़ कप पानी।
आधा चम्मच इलाइची पाउडर।
चुटकीभर केसर।

गुलाब जामुन बनाने की विधि:
 सबसे पहले मीडियम आंच पर पैन में 2 चम्मच घी डालकर गर्म करने के लिए रखें।
घी के गर्म होते ही इसमें दूध डालकर धीमी आंच पर रहने दें।
 जब दूध और घी मिक्स हो जाए तब एक कप मिल्क पाउडर डालकर मिक्स करें और चलाते हुए पकाएंं।
मिश्रण के पैन छोड़ने पर गैस बंद कर दें और इसे एक बर्तन में निकालकर रख लें।
-मिश्रण में 2 बड़े चम्मच मैदा डालकर अच्छी तरह से मैश करते हुए इसे चिकना होने तक मसलते रहें। अगर जरूरत हो तो थोड़ा दूध डाल सकते हैं।
अब इस मिश्रण का थोड़ा सा भाग लेकर गोलाकार शेप बना लें।
इसी बीच चाशनी बनाने के लिए मीडियम आंच में एक पैन में चीनी और पानी डालकर उबलने के लिए रख दे।
चाशनी को अच्छे से पकाकर इसमें इलायची पाउडर और केसर डालकर आंच बंद कर दें।
मीडियम अंच में एक पैन में घी डालकर गर्म करें।
घी के गरम होते ही इसमें गुलाब जामुन डालकर धीमी आंच पर तल लें।
गुलाब जामुन के हल्का ब्राउन होते ही इसे चाशनी में डाल दें।
सारे गुलाब जामुन तलकर चाशनी में डाल दें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें।
तैयार है गुलाब जामुन। ठंडा या गर्म जैसे चाहे वैसे खाएं और खिलाएं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-3 (साल-05)
2.शनिवार, अक्टूबर 23, 2021
3. शक-1984,अश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- तीज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:30, सूर्यास्त 05:48।
5. न्‍यूनतम तापमान -19 डी.सै., अधिकतम-32+ डी.सै.। 
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक शिवाशुं व राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...