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गुरुवार, 26 सितंबर 2024

योजना: आम के निर्यात में नंबर वन बनेगा 'यूपी'

योजना: आम के निर्यात में नंबर वन बनेगा 'यूपी' 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। फलों के राजा आम के उत्पादन में देश भर में अव्वल उत्तर-प्रदेश ने अब एक योजना के तहत आम के निर्यात में भी नंबर वन बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। अधिकृत सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि आम की रंगीन प्रजातियों की यूएस और यूरोपियन देशों में अच्छी मांग है। 
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच) द्वारा पिछले कुछ वर्षों में रिलीज हुई अरुणिका और अंबिका भी रंगीन हैं। जल्दी रिलीज होने वाली अवध समृद्धि भी रंगीन है। अवध मधुरिमा जो रिलीज होने की पाइप लाइन में है, वह भी रंगीन है। ऐसे में इनके निर्यात की संभावना बढ़ जाती है। सरकार की मंशा सिर्फ आम के उत्पादन में ही नहीं निर्यात में भी उत्तर प्रदेश को नंबर वन बनाने की है। उन्होंने बताया कि यूएस और यूरोपियन देशों के निर्यात मानकों को पूरा करने के लिए सरकार जेवर एयरपोर्ट के पास रेडिएशन ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करेंगी। अभी तक उत्तर भारत में कहीं भी इस तरह का ट्रीटमेंट प्लांट नहीं है। इस तरह के ट्रीटमेंट प्लांट सिर्फ मुंबई और बेंगलुरु में है। इन्हीं दो जगहों के आम की प्रजातियों (अलफांसो, बॉम्बे ग्रीन, तोतापारी, बैगनफली) की निर्यात में सर्वाधिक हिस्सेदारी भी है। ट्रीटमेंट प्लांट न होने से संबंधित देशों के निर्यात मानक के अनुसार ट्रीटमेंट के लिए इनको मुंबई या बेंगलुरु भेजिए। ट्रीटमेंट के बाद फिर निर्यात कीजिए। इसमें समय और संसाधन की बर्बादी होती है। साथ ही सेल्फ लाइन कम होने से गुणवत्ता भी खतरे में रहती है। इसीलिए सरकार पीपीपी मॉडल पर जेवर इंटर नेशनल एयरपोर्ट के पास रेडिएशन ट्रीटमेंट प्लांट लगाने जा रही है। सूत्रों ने दावा किया कि रेडिएशन ट्रीटमेंट तकनीक में निर्यात किए जाने वाले फल, सब्जी,अनाज को रेडिएशन से गुजरा जाता है। इससे उनमें मौजूदा कीटाणु मर जाते हैं और ट्रीटेड उत्पाद की सेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती है। ट्रीटमेंट प्लांट चालू होने पर उत्तर प्रदेश के आम बागवानों के लिए यूएस और यूरोपियन देशों के बाजार तक पहुंच आसान हो जाएगी। चूंकि, उत्तर प्रदेश में आम का सबसे अधिक उत्पादन होता है। इसलिए, निर्यात की किसी भी नए अवसर का सर्वाधिक लाभ भी यहीं के बागवानों को मिलेगा। सूत्रों ने बताया कि पुराने बागों की उपज और गुणवत्ता सुधारने के लिए आम के कैनोपी प्रबंधन की जरूरत होती है। इस काम में गतिरोध दूर करने के लिए सरकार शासनादेश भी जारी कर चुकी है। वैज्ञानिक लगातार बागवानों को पुराने बागों की इस विधा से प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। कुछ समय बाद आम की उपज और गुणवत्ता पर इसका असर दिखेगा। Also Read - PM स्वनिधि योजना स्ट्रीट वेंडर्स के लिए बना रही वरदान- हो रहे... पिछले दिनों सीआईएसएच रहमानखेड़ा (लखनऊ) में आम पर आयोजित राष्ट्रीय गोष्ठी में इजरायल के वैज्ञानिक युवान कोहेन ने कहा भी था कि भारत को यूरोपीय बाजार की पसंद के अनुसार आम का उत्पादन करना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हरदम किसानों से कृषि विविधिकरण और बाजार की मांग के अनुसार फसल लेने पर जोर देते हैं। हालांकि, आम के उत्पादन में भारत में भारत नंबर एक है। देश के उत्पादन में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी एक तिहाई से अधिक है, किंतु जब बात आम के निर्यात की आती है, तो भारत फिसड्डी देशों में शामिल है। 
आम के निर्यात में भारत की हिस्सेदारी मात्र 0.52 फीसद है। आम के प्रमुख निर्यातक देश थाईलैंड, मैक्सिको, ब्राजील, वियतनाम और पाकिस्तान आदि हैं। इनके निर्यात का फीसद क्रम से 24, 18, 11, 5 और 4.57 है। ऐसे में वैश्विक बाजार में भारत के आम के निर्यात की अपार संभावना है। पिछले साल इनोवा फूड के एक प्रतिनिधिमंडल ने कृषि उत्पादन आयुक्त देवेश चतुर्वेदी से मुलाकात की थी। निर्यात के बाबत बात चली तो उन लोगों ने बताया कि यूएस और यूरोपियन बाजार में चौसा और लगड़ा की ठीक ठाक मांग है। उनके निर्यात के मानकों को पूरा किया जाय तो उत्तर प्रदेश के लिए यह संभावनाओं वाला बाजार हो सकता है। मालूम हो कि ये दोनों प्रजातियां उत्तर प्रदेश में ही पैदा होती हैं। जरूरत सिर्फ बाजार की मांग के अनुसार आम के उत्पादन और संबंधित देशों के निर्यात मानकों को पूरा करने की है। इसके लिए योगी सरकार संभव प्रयास भी कर रही है। आम की लाल रंग की प्रजातियां सिर्फ देखने में ही आकर्षक नहीं होती। स्वास के लिहाज से भी ये बेहतर हैं। आम या किसी भी फल के लाल रंग के लिए एंथोसायनिन जिम्मेदार होता है। इससे इसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है। 
अब तक के शोध बताते हैं, कि एंथोसायनिन मोटापे और मधुमेह की रोकथाम में सहायक हो सकता है। यह संज्ञानात्मक और मोटर फ़ंक्शन को मॉड्यूलेट करने, याददाश्त बढ़ाने और तंत्रिका कार्य में उम्र से संबंधित गिरावट को रोकने में भी मददगार हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी सेहत के लिए जरूरी है। इसमें एंटीइंफ्लेमेट्री गुण भी पाए जाते हैं। साथ ही आम में मिलने वाले अतिरिक्त पोषक तत्व भी पाएं जाते हैं। 

बुधवार, 18 सितंबर 2024

'स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024' का उद्घाटन

'स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024' का उद्घाटन 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पंचायतीराज, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज पंचायतीराज निदेशालय के ऑडीटोरियम में 'स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024' का उद्घाटन किया। 
उन्होंने इस अवसर कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना इस अभियान का लक्ष्य है। हम स्वयं स्वच्छता कार्यक्रम के तहत कार्य करेंगे तभी लोग प्रेरित होंगे और स्वच्छता अभियान से जुड़ेगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 से ही अर्थात लगभग 10 वर्षाे से देश में व्यापक पैमाने से स्वच्छता के कार्यक्रम चला रहे है। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरा प्रदेश स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा मनाने के लिए तैयार है। 
उन्होंने लोगों से लक्ष्य निर्धारित करते स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का कार्य बेहद महत्वपूर्ण है। कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता। जो जिम्मेदारी हमें मिली है, उस कार्य को हमें पूरी तत्परता एवं लगनता के साथ करना चाहिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राधनमंत्री एवं मुख्यमंत्री के स्वच्छता के विजन को सफल बनाएं। स्वच्छता का अभियान 25 करोड़ की आबादी के हित से जुड़ा हुआ है। ऐसे में पंचायतीराज विभाग पर बड़ी जिम्मेदारी है। कोई भी योजना जब तक जन-जन तक ना पहुंचे तब तक सफल नहीं हो सकतीं। पंचायतीराज विभाग द्वारा क्रियान्वयन गांव स्तर पर होता है। इस लिए स्वच्छता अभियान के सफलता की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पंचायतीराज विभाग पर है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के कुशल निर्देशन में अभियान के प्रथम दिन विगत दिवस सुल्तानपुर में 400 मी. लंबे नाले की सफाई करके लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम के समापन पर सफाई कर्मियो को स्वच्छता किट एवं व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियो को 12 हजार रूपये का चेक मंत्री द्वारा प्रदान किया गया। इसके अलावा पी.एम. स्वनिधि, आयुष्मान कार्ड, पी.एम.आवास योजना,स्वनिधि योजना, सी.एम.युवा रोजगार योजना, कन्या शुभमंगला योजना, जल जीवन मिशन के लाभार्थियो को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव नरेन्द्र भूषण ने कहा कि स्वच्छता जब तक हमारे स्वभाव से संस्कार में नहीं आयेगा तब तक स्वच्छता का अभियान का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने स्वच्छता के लिए 3 आर का कॉनसेप्ट समझाया है। उन्होंने कहा कि रिडयूज रिसाइकल एवं रियूज के माध्यम से स्वच्छता कार्यक्रम को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभाग स्वच्छ भारत मिशन के 3 अवयवों पर काम कर रहा हैं। एस0बी0एम के तहत खुले में शौचमुक्त घरो से सूखा एवं गीला कूड़ा का अलग-अलग निस्तारण एवं घरों से निकलने वाले गृह वॉटर एवं गंदे वॉटर को रिसाइकल करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कूड़े के ढेर के चिन्हाकन में देश में प्रदेश का पहला स्थान है। यह विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने स्वच्छता ही सेवा का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बच्चों को इस अभियान से जोड़ने का आह्वाहन किया। इस अवसर पर सचिव बी0चंद्रकला ने कहा कि स्वभाव में स्वच्छता लाने और उसे अपने संस्कार में बदलने से ही स्वच्छता अभियान सही मायनों में सफल होगा। साफ सफाई को संस्कार में ले जाना ही इस वर्ष का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि यह अभियान सफाई कर्मियो की वजह से सफल साबित होगा। 
उन्होंने कहा कि ओ.डी.एफ. को प्राप्त करना एवं सस्टेन करना काबिलय तारीफ है इसके लिए सफाई कर्मियों तारीफ के हकदार है। उन्होंने ग्राम पंचायतों को कूड़े के ढेर को खाद्य के रूप में यह रिसाइकल के माध्यम से रियूज में लाते हुए खुद का रिवेन्यू जनरेट कर सकते है। उन्होंने इसके लिए आपस में कॉम्पीटीसन की भावना पैदा करने के लिए आह्वाहन किया। इस अवसर पर निदेशक पंचायतीराज अटल कुमार राय ने कहा कि आपसी समन्वय से कार्य करेंगें, तो स्वच्छता अभियान सफल होगा। उन्होंने सफाई कर्मियो को नारा दिया गंदगी भारत छोड़ो के तहत काम करे और स्वच्छता अभियान को सफल बनाएं। 
उन्होंने स्वच्छता संबंधी गतिविधियों को पोर्टल पर अपलोड करने के भी निर्देश दिए। उन्होंन कहा कि 31 दिसंबर 2024 तक ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल गांव का लक्ष्य विभाग प्राप्त कर लेता। अभी तक लगभग 45 हजार राजस्व ग्रामों को मॉडल गांव घोषित किया जा चुका है। इस अवसर पर मिशन निदेशक एस.बी.एम राजकुमार उपनिदेशक एस.बी.एम एस.एन.सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

बुधवार, 11 सितंबर 2024

आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाला: अर्पणा

आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाला: अर्पणा 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई मुलाकात के बाद नाराजगी की खबरों के बीच भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा यादव ने राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है। 
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के साथ चल रही नाराजगी की खबरों के बीच सामाजिक कार्यकर्ता एवं भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा यादव ने राज्य महिला आयोग के दफ्तर पहुंच कर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है। इस दौरान उनके साथ राज्य सरकार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर बृजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक भी मौजूद रही। 
उल्लेखनीय है कि बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभालने वाली अपर्णा यादव ने सोमवार को ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।

बुधवार, 21 अगस्त 2024

25 लाख दीपों से अयोध्या को जगमग करेगी सरकार

25 लाख दीपों से अयोध्या को जगमग करेगी सरकार

संदीप मिश्र 
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के स्थापित होने के बाद इस पहले दीपोत्सव में 7 मैकेनाइज्ड टैबल्यू, कोरियोग्राफ्ड एरियल ग्रीन फायरक्रैकर शो समेत विभिन्न प्रकार के आकर्षणों को शामिल किया जाएगा। दरअसल, पिछले साल अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान राम की पैड़ी समेत 51 घाटों पर कुल मिलाकर 21 लाख से ज्यादा दीए जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था। वहीं, इस साल राज्य सरकार 25 लाख दीपों से अयोध्या को जगमग करने की तैयारी कर रही है।
इतना ही नहीं, अयोध्या के अंदर 500 स्थानों को आकर्षक साइनेज बोर्ड्स के माध्यम से सजाया जाएगा तथा प्रभु श्रीराम से जुड़े 20 आर्टिस्टिक इंस्टॉलेशंस को भी स्थापित करने में वरीयता दी जाएगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है और माना जा रहा है कि सितंबर माह से दीपोत्सव के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों की तैयारी शुरू हो जाएगी।
28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच भव्य दीपोत्सव 2024 कार्यक्रम का आयोजन प्रस्तावित है। पर्यटन विभाग, राज्य सरकार, राम की अयोध्या वापसी की घटनाओं के अनुक्रम के दृश्यों को फिर से बनाने के उद्देश्य से अयोध्या शहर को सुंदर बनाने, सरयू नदी के घाटों पर मिट्टी के दीये जलाने, नदी के तट को सजाने, कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन और अन्य उत्सव आयोजित करने की कार्ययोजना पर काम कर रही है। इसी क्रम में, पर्यटन विभाग द्वारा एक एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा, जो राम की पैड़ी अयोध्या के विभिन्न स्थानों पर लगभग 25 लाख से अधिक) दीयों के रिकॉर्ड के लिए क्षेत्र का डिजाइन तैयार करना व मूल्यांकन प्रक्रिया को अंजाम देगी।

मंगलवार, 20 अगस्त 2024

पुलिस भर्ती परीक्षा को संपन्न कराने की तैयारियां

पुलिस भर्ती परीक्षा को संपन्न कराने की तैयारियां 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। योगी सरकार ने प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस की भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। सीएम योगी के निर्देश पर 60,244 आरक्षियों के पदों पर चयन के लिए होने वाली इस परीक्षा को प्रदेश के 67 जिलों में 23 से 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। परीक्षा को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके तहत यूपी पुलिस और एसटीएफ 15 सौ से अधिक ऐसे अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है, जो पिछले 12 वर्षों से पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। 
परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है। जबकि, शेष की सत्यापन प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा संदिग्ध अभ्यर्थियों के सत्यापन के लिए परीक्षा केंद्र पर ही ईकेवाईसी की व्यवस्था की जा रही है। इनकी परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी। वहीं 23 अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए मंगलवार से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हो गये हैं। अभ्यर्थी अपनी परीक्षा तिथि के तीन दिन पहले से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।   

अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन पूरा

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप परीक्षा की शुचिता को बरकरार रखने के लिए सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलाें को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। प्रदेश के 67 जिलों में परीक्षा के लिए 1174 केंद्र बनाए गए हैं, जो सभी शहर में ही स्थित हैं। यहां पर पांच दिनों में दो पॉली में 48,17,441 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इन जिलों में सकुशल परीक्षा कराने के लिए हर जिले में दो नोडल नियुक्त किये गये हैं, जिसमें जिला प्रशासन के एडीएम और पुलिस के एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी पिछले 25 दिनों से लगातार बोर्ड के टच में हैं। इसके अलावा बोर्ड की ओर से हर जिले में ऑब्जर्वर नियुक्त किये गये हैं।
इनमें एसपी, एएसपी और डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए अब तक 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन कराया जा चुका है। इस दौरान 20 हजार संदिग्ध अभ्यर्थी पाये गये हैं। इन सभी को परीक्षा के दिन केंद्र पर सप्लीमेंट्री कागज (पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट) के साथ ढाई घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिये गये हैं। इन सभी का परीक्षा केंद्र पर ईकेवाईसी किया जाएगा। इसके बाद भी इन्हे परीक्षा की अनुमति दी जाएगी। इन सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा के बाद भी स्कूटनी की जाएगी।  

परीक्षा केंद्रों में लगाई गईं 17 हजार दीवार घड़ियां

बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। इसके लिए पिछले 20 दिनों से यूपी पुलिस और एसटीएफ 1541 ऐसे अपराधियों पर लगातार नजर रख रही है, जो पिछले 12 वर्षों से पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। इन सभी अपराधियों की लिस्ट यूपी पुलिस और एसटीएफ को बोर्ड की ओर से मुहैया करायी गई है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों से टेलीग्राम के करीब 10 चैनल पर सक्रिय ठगी के गिरोह की जानकारी भी एसटीएफ और यूपी पुलिस से साझा की गयी है ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। बोर्ड की ओर से अभ्यर्थियों को इन ठगों से सावधान रहने के लिए वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिये अलर्ट किया जा रहा है। 

दोपहर 1 बजे तक करीब 4 लाख एडमिट कार्ड डाउनलोड

उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से अभ्यर्थियों को कई तरह की सहूलियतें भी दी गयी हैं। इसके तहत किसी भी अभ्यर्थी से यूपी की रोडवेज बसों में किराया नहीं लिया जाएगा। उनका एडमिट कार्ड ही उनका टिकट होगा। इसके लिए उन्हे अपने एडमिट कार्ड की छायाप्रति कंडक्टर को देनी होगी। इसके अलावा योगी सरकार की ओर से पहली बार परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के टाइम मैनेजमेंट के लिए परीक्षा केंद्र के सभी 17 हजार कमरों में दीवार घड़ी लगायी गयी है। इतना ही नहीं, उनकी डिमांड पर योगी सरकार की ओर से सभी अभ्यर्थियों को 5 मिनट एक्स्ट्रा ओएमआर सीट भरने के लिए दिये जा रहे हैं। 
वहीं, 23 अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए मंगलवार से बोर्ड की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड होना शुरू हो गये हैं। 20 अगस्त को दोपहर एक बजे तक 3,56,918 अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। जबकि 4 लाख 60 हजार अभ्यर्थी दो पॉली में परीक्षा देंगे। उन्होंने बताया कि सभी अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड परीक्षा तिथि के तीन दिन पहले डाउनलोड कर सकते हैं।

रविवार, 18 अगस्त 2024

बहनों को एक दिन के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा

बहनों को एक दिन के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। रक्षा बंधन पर्व पर शासन ने रोडवेज बसों में बहनों को एक दिन के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा की है। 18 अगस्त की रात बारह बजे से 19 अगस्त की रात बारह बजे तक मुफ्त यात्रा का लाभ मिलेगा। बहनों की यात्रा को आसान बनाने के लिए जनपद की सभी 211 बसों के दो-दो फेरे भी बढ़ा दिए गए हैं। बस कर्मचारियों के लिए भी प्रोत्साहन योजना लागू की है।
प्रदेश सरकार हर वर्ष रक्षा बंधन पर बहनों को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देती है। पिछले साल यह सुविधा दो दिन दी गई थी। इस साल एक दिन दी जा रही है। शासन ने परिवहन निगम अधिकारियों को बहनों की यात्रा में परेशानी न होने देने के आदेश दिए हैं। शासन ने बहनों के साथ ही रोडवेज बसों के चालकों व परिचालकों का भी ध्यान रखा है।

गुरुवार, 8 अगस्त 2024

यूपी में 4 करोड़ 75 लाख तिरंगे फहराए जाएंगे

यूपी में 4 करोड़ 75 लाख तिरंगे फहराए जाएंगे 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। आजादी की सालगिरह के पावन पर्व पर इस साल 13 से 15 अगस्त के बीच उत्तर प्रदेश में चार करोड़ 75 लाख तिरंगे फहराए जाएंगे, जो पिछले साल की तुलना में 25 लाख अधिक है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर योगी सरकार हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 13 से 15 अगस्त तक प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से ‘हर घर तिरंगा अभियान’ का आयोजन कर रही है। 
सरकार ने पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष 5 से 10 प्रतिशत अधिक तिरंगा फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 2023 में प्रदेश के अंदर जहां 4.5 करोड़ तिरंगा फहराए गए थे तो वहीं इस बार यह लक्ष्य 4.75 करोड़ रखा गया है। इस लक्ष्य के अनुरूप सभी जनपदों को भी लक्ष्य दिया गया है। 
वर्ष 2022 एवं 2023 में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत संपूर्ण देश में उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक झण्डे फहराए। विगत दोनों वर्षों के अभियानों में प्रत्येक वर्ष 4.5 करोड़ से अधिक झंडे फहराए गए। प्रदेश के नागरिकों द्वारा सेल्फी अपलोड अभियान में उत्साह पूर्वक भाग लेते हुए सर्वाधिक सेल्फी अपलोड की गई। इस वर्ष भी उसी उत्साह से आयोजन को मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर निर्देश जारी किए हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश भर में 4 करोड़ घरों और 30 लाख प्रतिष्ठानों समेत करीब 4.30 करोड़ स्थानों पर तिरंगा फहराया जाएगा। कार्यक्रम के तहत आमजनमानस को अपने-अपने घरों, कार्यालयों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों आंगनबाड़ी केन्द्रों, अस्पतालों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों झण्डा फहराने के लिये विभिन्न प्रचार माध्यमों से प्रेरित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। तिरंगे के साथ सेल्फी लेने और उसे हर घर तिरंगा वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। विभिन्न संस्थाओं व संगठनों के सहयोग से झण्डा वितरण कराया जाएगा। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से झण्डों के निर्माण कराया जाएगा। 
अभियान के दौरान झंडा संहिता का अनुपालन करते हुए झण्डा विधिवत तरीके से लगाए जाने के लिए लोगों को विभिन्न माध्यमों से प्रशिक्षित किया जाएगा। आधा झुका, फटा या कटा झण्डा लगाया जाना निषेध होगा। 13 से 15 अगस्त, 2024 के उपरांत निजी आवासों एवं प्रतिष्ठानों पर लगाए जाने वाले झण्डों को आदर भाव के साथ उतार कर सुरक्षित रखा जाएगा।

गुरुवार, 1 अगस्त 2024

कार व कैंटर की टक्कर में 5 की मौत, 5 घायल

कार व कैंटर की टक्कर में 5 की मौत, 5 घायल 

संदीप मिश्र 
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बड़ी सड़क हादसा हुआ है। कार और कैंटर की भीषण टक्कर में पांच मजदूरों की मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ की खेर कोतवाली इलाके में अनाज मंडी के सामने देर रात ईको कार और कैंटर के बीच जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में ईको सवार पांच मजदूरों की मौके पर मौत हो गई, वहीं पांच मजदूर गंभीर घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। सभी मजदूर हरियाणा से धान की रोपाई करके कार से जनपद पीलीभीत अपने घर लौट रहे थे।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घायल और मृतकों के परिजनों को जानकारी देने के साथ पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। इगलास सीओ डॉ. के.जी सिंह ने बताया कि देर रात करीब डेढ़ बजे कोतवाली खेर इलाके में अनाज मंडी के सामने कैंटर और ईको कार में आमने-सामने की भीषण टक्कर हो गई।
हादसे में कार सवार पांच मजदूरों की मौके पर मौत हो गई। वहीं, पांच अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायल कार सवार मजदूरों को बाहर निकाल कर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। कार सवार सभी मजदूर जनपद पीलीभीत के रहने वाले हैं। मजदूर हरियाणा में धान की फसल की रोपाई करने के बाद कार से अपने घर जनपद पीलीभीत लौट रहे थे।

हादसे में इनकी मौत हो गई–
1. विपिन पुत्र जंगबहादुर निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
2. लालता पुत्र चन्द्रका प्रसाद निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
3. अर्जुन पुत्र बांकेलाल निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
4. हरिओम पुत्र दीनदयाल निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
5. चालक ईको नाम पता अज्ञात।

हादसे में ये पांच मजदूर घायल हुए हैं–
1. रामू पुत्र मुन्नालाल निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
2. विमलेश पुत्र शिवकुमार निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
3. रामकुमार पुत्र रामबहादुर निवासी सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।
4. अनन्तराम पुत्र मुरारीलाल निवासी ग्राम नगला व थाना पालिया जिला खीरी।
5. मुनीष पुत्र जगदीश निवासी ग्राम व थाना सेहरामऊ उत्तरी जिला पीलीभीत।

शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

अग्निवीर: यूपी पुलिस-पीएएसी बल में वेटेज मिलेगा

अग्निवीर: यूपी पुलिस-पीएएसी बल में वेटेज मिलेगा 
संदीप मिश्र 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश की सेवा करके लौटने वाले अग्निवीरों को यूपी पुलिस और पीएएसी बल में वेटेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों के रूप में देश को ट्रेंड और अनुशासित युवा सैनिक मिलेंगे। सीएम योगी ने अग्निवीर मुद्दे पर विपक्ष की राजनीति को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विरोधियों का काम हर प्रगति और रिफॉर्म वाले कार्य में अड़ंगा लगाने, टांग अड़ाने और अफवाह फैलाने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। बीते 10 साल में भारत में बेहतरीन रिफॉर्म हुए हैं। सीएम योगी ने कहा कि भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और इसके साजो-सामान के मामल में हम आत्मनिर्भरता की ओर से बढ़ रहे हैं। नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से पहले शुक्रवार शाम यहां अपने सरकारी आवास पर सीएम योगी मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा 'भारत': योगी

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा 'भारत': योगी
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले तीन वर्ष में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। कारगिल विजय दिवस के अवसर शुक्रवार को कैंट क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होने कहा कि तीसरी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब है कि भारत समृद्धि के नए सोपान को स्थापित करते हुए आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड पर तेजी के साथ कार्य हो रहा है। यहां पर देश-विदेश की रक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित कर रही हैं, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता का एक नया उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं।  योगी ने कहा कि 1999 में हुआ कारगिल का युद्ध पाकिस्तान ने छद्म तरीके से भारत पर थोपा था, जिसका हमारे बहादुर जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया था। उस समय भारत ने कारगिल विजय की घोषणा करके पूरी दुनिया को अपने शौर्य और पराक्रम का लोहा मनवाया था। उन्होने कहा कि भारत एक शांतिपूर्ण देश है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों एवं आदर्शों में विश्वास करता है। यही वजह है कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश किया है। इसको देखते हुए हमें विकसित भारत की संकल्पनाओं को पूरा करने के लिए स्व से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है। मेरा और तेरा के भाव को समाप्त करते हुए हमें राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण है और जब किसी देश में ऐसा वातावरण बनता है तो उस देश की समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त होता है। सीएम योगी देश की सीमा की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की स्मृतियों को नमन करते हुए पूरे प्रदेश को कारगिल विजय दिवस की बधाई दी। 
कार्यक्रम से पहले योगी ने कारगिल स्मृति वाटिका में लगाई गई शाहिद मेजर रितेश शर्मा, कैप्टन मनोज पांडेय, कैप्टन मनोज मिश्र, लांस नायक केवड़ा नंद द्विवेदी और राइफलमैन सुनील जंग की प्रतिमाओं पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी स्मृतियों को नमन किया। कार्यक्रम में योगी के साथ नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी डॉ महेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, पवन कुमार चौहान, इंजी.अवनीश कुमार सिंह, सोमेश त्रिवेदी, विधायक नीरज बोरा समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

हत्या-डकैती में 14 लोगों को आजीवन कारावास

हत्या-डकैती में 14 लोगों को आजीवन कारावास 
संदीप मिश्र 
बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले की एक अदालत ने हत्या और डकैती के 17 साल पुराने मामलें में एक ही परिवार के नौ सदस्यों समेत 14 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाना जरीफनगर क्षेत्र में हुई एक हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2007 मे जरीफनगर के गांव खरखोल में पान सिंह के कत्ल के मामले में विशेष न्यायालय (डकैती) ने 14 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इनमें नौ आरोपी एक ही परिवार के हैं, जबकि शेष पांच भी आपस मे रिश्तेदार हैं। दो अभियुक्तों की निर्णय से पहले ही मौत हो चुकी है। इन सभी आरोपियों ने घर में लूटपाट के बाद पान सिंह को कुल्हाड़ी से की काटकर मार डाला था। छह दोषियों पर 50-50 हजार रुपये और आठ पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। लोक अभियोजक राजेश बाबू शर्मा ने बताया कि थाना करीब नगर क्षेत्र के गांव खरखोल में 2007 में राधेश्याम नामक व्यक्ति की हत्या कर दी को गई थी। पान सिंह के पिता हरपाल सिंह ने रिपोर्ट लिखाई थी कि राधेश्याम की हत्या के आठ दिन बाद ही 15 फरवरी 2007 की सुबह आठ बजे राधेश्याम के परिजनों ने फरसा,लाठियां अन्य असलहों के साथ उनके घर पर हमला बोल दिया। सभी ने फायरिंग करते हुए घर में रखा सामान, जेवर, कपड़ा आदि सामान लूट लिया और पान सिंह को मारते हुए घर से खींच लिया और मंदिर के पास कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया। Also Read - अचानक मोची की दुकान पर पहुंचे राहुल गांधी ने सिली चप्पल और.... हत्या व डकैती की धाराओं में दर्ज रिपोर्ट में हरपाल की ओर से 12 लोगों को नामजद किया गया था। पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल करते समय चार नाम और उजागर किए और कुल 16 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गईl मुकदमे की सुनवाई के दौरान कुल नामजद 16 अभियुक्तों में से दो की मौत हो चुकी हैl विशेष न्यायालय (दस्यु प्रभावित) में सुनवाई के दौरान 25 जुलाई को विशेष न्यायाधीश रेखा शर्मा ने राधेश्याम के सगे भाई उरमान समेत 14 लोगों को दोषी करार दिया था। ये सभी जमानत पर थे। बृहस्पतिवार की देर शाम को इन सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सभी को जेल भेज दिया गया हैl साथ ही प्रत्येक पर जुर्माना भी डाला है और जुर्माना अदा न करने की स्थिति में 6 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। उम्रकैद की सजा पाने वालों में राधेश्याम के सगे भाई उरमान व धर्म सिंह, चाचा भरोसे, चचेरा भाई अतर सिंह तथा परिवार से जुड़े राम सिंह पुत्र कोमिल, नरेश पुत्र रामचंद्र, भगवान सिंह पुत्र करन सिंह, विनीत पुत्र राम सिंह, प्रेम सिंह पुत्र बेनी शामिल हैं। इनके साथ रहे मझोला के वीरपाल पुत्र बालकिशन, वंशीपुर गांव के बलवीर पुत्र रोहन, गोबरा निवासी टीटू पुत्र नक्षत्र पाल, संभल जिले के बहजोई धाना क्षेत्र के गांव कैलमुंडी निवासी धर्मवीर पुत्र अजय पाल व एक अन्य श्रीपाल को उम्रकैद हुई। मुकदमे के विचारण के दौरान आरोपी साधु सिंह और रामऔतार की मौत हो चुकी है।

बस-ट्रक की भिड़ंत में 3 की मौत, 100 घायल

बस-ट्रक की भिड़ंत में 3 की मौत, 100 घायल 

संदीप मिश्र 
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद जिले के नगला खंगर क्षेत्र में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर डबल डेकर बस और ट्रक की भिड़ंत में तीन यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 100 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बुधवार की रात में बहराइच से दिल्ली की ओर जा रही डबल डेकर यात्री बस रोड पर खड़े बालू से भरे ट्रॉला ट्रक से टकरा गई।‌ दुर्घटना की जानकारी होने पर एक्सप्रेस वे की यूपीडा राहत टीम और थाना पुलिस राहत के लिए मौके पर पहुंच गई। घायल यात्रियों को शिकोहाबाद और सैफई अस्पताल के लिए भिजवाया गया। पुलिस अधीक्षक नगर रणविजय सिंह ने बताया कि बस में करीब 150 यात्री सवार थे। घायलों की संख्या लगभग 100 से भी अधिक है‌। घायलों को शिकोहाबाद की सरकारी अस्पतालों सैफई के मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती कर दिया है। कई की हालत गंभीर है। चालक की मौके पर मृत्यु हो गई। दो गंभीर घायलों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है।‌ बस में जो सुरक्षित यात्री बचे थे, उनके लिए अन्य वाहन की व्यवस्था करके दिल्ली को रवाना कर दिया गया। माना जा रहा है कि दुर्घटना बस चालक‌ को नींद आने के कारण हुई ,इसके अलावा एक्सप्रेस वे पर रहने वाली यूपीडा की टीम की लापरवाही भी मानी जा रही है क्योंकि रोड पर वाहन खड़े रहने से पहले भी कई बार दुर्घटना हुई है।‌ मृतकों में बस चालक इरफान और यात्री रामदेव‌‌ निवासी बहराइच की पहचान हो गई है।  एक अन्य मृतक यात्री की पहचान नहीं हो सकी‌ है।‌

गुरुवार, 18 जुलाई 2024

गंगा में डूबा आधा गुरुद्वारा, बाढ़ का खतरा

गंगा में डूबा आधा गुरुद्वारा, बाढ़ का खतरा 

संदीप मिश्र 
कानपुर। मानसूनी बारिश लगातार अपना कहर बरपाते हुए लोगों को जान और माल का नुकसान पहुंचाने में लगी है। गंगा के तट पर बना गुरुद्वारा आधा पानी में डूब गया है। बाढ़ से हो रही तबाही ऐसे हालातों में है, जब राज्य के 63 शहरों में बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी है। 
बृहस्पतिवार को कानपुर में पूरी तरह से उफान पर आई गंगा में सरसैया घाट स्थित गुरुद्वारा आधे से ज्यादा पानी में डूब गया है। गंगा का जल स्तर लगातार तेजी के साथ ऊपर की तरफ बढ़ रहा है। सरसैया घाट स्थित गुरुद्वारा और घाट को पूरी तरह से जलमग्न कर चुका बाढ़ का पानी अब किसी भी समय लोगों के घरों के भीतर घुसकर अपना डेरा जमा सकता है। 
हालांकि, पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन पानी के आगे उनका कोई इंतजाम मूर्त रूप नहीं ले रहा है। उधर लखनऊ में दोपहर के आसमान में छाये बादलों ने कुछ इलाकों में बरसना शुरू कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि बारिश के बाद भी भीषण उमस की स्थिति बनी हुई है।

रविवार, 14 जुलाई 2024

बाढ़ के पानी से लखनऊ-दिल्ली हाईवे क्षतिग्रस्त

बाढ़ के पानी से लखनऊ-दिल्ली हाईवे क्षतिग्रस्त 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। लगातार हो रही बारिश से उत्पन्न हुए बाढ़ के हालात बुरी तरह से खराब हो गए हैं। पहाड़ों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से उफान पर आई नदियों ने बाढ़ से चारों तरफ तबाही मचा दी है। बाढ़ के पानी से लखनऊ-दिल्ली हाईवे क्षतिग्रस्त हो गया है। साइड जमीन में धंस जाने से हाईवे का एक हिस्सा बंद हो गया है। बारिश के पानी में सड़क पर आधी डूबी बस में सवार यात्री 2 घंटे तक फंसे रहे। 
रविवार को भी बारिश और बाढ़ से हाल बेहाल हो रहे हैं। हिमालय पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नदिया उफान खाते हुए इधर-उधर अपना डेरा तलाश रही है। शाहजहांपुर में बाढ़ का पानी लखनऊ दिल्ली हाईवे पर पहुंच जाने से सड़क कट गई है। गर्रा नदी का पानी हाईवे पर पहुंचने से सड़क का एक हिस्सा बंद हो गया था। तीसरे दिन पानी कम होने पर आवागमन शुरू हो सका है। उधर, इटावा में मूसलाधार बारिश के पानी में सवारियां लेकर जा रही रोडवेज बस आधी डूब गई है। तकरीबन 2 घंटे तक बस के साथ फंसे यात्रियों को बाद में बस को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है।

शनिवार, 13 जुलाई 2024

मथुरा: हाईवे के डिवाइडर पर बच्चे को दिया जन्म

मथुरा: हाईवे के डिवाइडर पर बच्चे को दिया जन्म 

संदीप मिश्र 
मथुरा। मथुरा में हाईवे के बीच डिवाइडर पर एक डॉक्टर द्वारा प्रसव कराने का मामला सामने आया है। खुले में प्रसव के दौरान महिला की चीख को सुन एक निजी अस्पताल के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कपड़ों, चादरों से प्रसूता को चारों ओर से ढक लिया। खुले में मार्ग पर प्रसव होता देख राहगीर स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं को कोसते नजर आए। घटना का वीडियो वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग की निंदा हो रही है।
शुक्रवार को 2 मिनट 55 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच एक महिला डॉक्टर को प्रसव कराते हुए दिखाया गया। वीडियो मथुरा के पुराने एआरटीओ कार्यालय के समीप कुंतल अस्पताल के सामने का बताया जा रहा है। जहां पर सिजेरियन प्रसव के लिए एक डाक्टर प्रसूता को लेकर अस्पताल पहुंची। यहां पर अस्पताल स्टाफ ने सिजेरियन प्रसव से इनकार करते हुए सामान्य प्रसव होने की बात कही।
महिला चिकित्सक प्रसूता को अपने क्लीनिक के लिए वापस लाने लगी। तभी आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच में प्रसूता को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। वह एक कदम भी आगे नहीं चल सकी और बीच डिवाइडर पर ही बैठ गई। महिला चिकित्सक ने डिवाइडर पर ही खुले में उसका प्रसव करा दिया। इसी दौरान एक व्यक्ति ने खुले में हो रहे प्रसव का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
सीएमओ डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि वीडियो वायरल होने पर वह खुद और उनके साथ डॉ. अशोक अग्रवाल हाईवे स्थित कुंतल अस्पताल गए थे। वहां जांच में पता चला कि एक रजिस्टर्ड आयुर्वेदिक डॉ. यामिनी के पास प्रसूता को लेकर उसके परिजन पहुंचे। डॉक्टर प्रसूता को लेकर कुंतल अस्पताल लेकर आईं। अस्पताल के डॉक्टर प्रसव के लिए कह रहे थे, लेकिन महिला ने सहयोग नहीं किया। इस कारण डॉक्टर प्रसूता को लेकर लौट रही थी कि तभी अचानक प्रसूता को बीच में ही प्रसव कराना पड़ा। जच्चा बच्चा दोनों सकुशल हैं।

शुक्रवार, 12 जुलाई 2024

यूपी: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की

यूपी: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की ओर डीजल-पेट्रोल का इस्तेमाल करते हुए सड़क पर गाड़ी दौड़ाने वालों को महंगाई का झटका देते हुए उत्तर प्रदेश में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। जिसके चलते वाहन चलाने के लिए अब लोगों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेंगी। 
शुक्रवार को देश की पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से डीजल-पेट्रोल की नई कीमत जारी करते हुए उत्तर प्रदेश में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश के अलावा कई अन्य राज्यों में भी डीजल पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। जबकि, देश के कई अन्य राज्यों में डीजल पेट्रोल की कीमतों में की गई कमी से लोगों को राहत मिली है। उत्तर प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों को 23 पैसे बढ़ाकर महंगा कर दिया गया है। डीजल की कीमतों में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। जिसके चलते अब डीजल के लिए लोगों को 87 रुपए 79 पैसे प्रति लीटर के दाम चुकाने पड़ेंगे। 
चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमत 10 पैसे बढ़ाकर ₹100 रुपए 85 पैसे हो गई है। जबकि, डीजल की कीमतों में नो पैसे का इजाफा किए जाने से अब डीजल की कीमत 92 रुपये 43 पैसे प्रति लीटर हो गई है।

गुरुवार, 11 जुलाई 2024

अभ्यर्थियों ने सीएम के आवास पर प्रदर्शन किया

अभ्यर्थियों ने सीएम के आवास पर प्रदर्शन किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी करने की मांग को लेकर जूनियर इंजीनियर भर्ती के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर प्रदर्शन किया। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने सीएम आवास पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को बसों में लादकर इको गार्डन के लिए रवाना कर दिया। बृहस्पतिवार को वर्ष 2018 में आयोजित की गई जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा के अंतिम परिणाम को जारी करने को लेकर राजधानी पहुंचे अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। 
इस दौरान अभ्यर्थियों ने बताया है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से वर्ष 2018 में निकाली गई जूनियर इंजीनियर की भर्ती 6 साल बाद भी अधूरी पड़ी हुई है। क्योंकि, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से भर्ती परीक्षा का अंतिम परिणाम अभी तक जारी नहीं किया गया है। अभ्यर्थी अंतिम परिणाम जारी करने के लिए पिछले 9 महीने से लगातार आयोग एवं मुख्यमंत्री के जनता दरबार में चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, अभ्यर्थियों की इस मांग को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री के आवास पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की धर-पकड़ करते हुए उन्हें बसों में लादकर इको गार्डन के लिए रवाना कर दिया है।

मंगलवार, 9 जुलाई 2024

आपस में टकराई दो बाइक, 4 लोगों की मौत

आपस में टकराई दो बाइक, 4 लोगों की मौत 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। तेज रफ्तार से दौड़ रही दो बाइक आपस में जब टकराई, तो इस दुर्घटना में चार लोगों की दुखद मौत हो गई। गौरतलब है, कि यूपी के महोबा जिले के थाना श्रीनगर इलाके के गांव ननौरा रोड पर दो बाईक में आपस में जबरदस्त तरीके से भिड़ गई। जिसमें ललतेश और राज की जलने के कारण मौत हो गई, तो चंद्रभान और सुनील ने गंभीर चोट आने के कारण इस एक्सीडेंट में दम तोड़ दिया। 
बताया जाता है, कि मरने वाला ललतेश मध्य प्रदेश का रहने वाला था तथा जिले के ग्राम मुरार में अपनी बहन के यहां आया हुआ था। मंगलवार शाम को वह अपने 7 साल के भांजे देवेंद्र, 10 साल के राज और 20 वर्षीय बहन केसर के साथ अपने मामा के यहां शादी में शामिल होने के लिए निकला था। दूसरी तरफ बाजा बजाने का काम करने वाले चंद्रभान और सुनील भी मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकल रहे थे। इसी बीच दोनों की जबरदस्त भिड़ंत हो गई और इस एक्सीडेंट में चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

सोमवार, 8 जुलाई 2024

13 कॉलेजों को मान्यता देने से इनकार किया

13 कॉलेजों को मान्यता देने से इनकार किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेजों को नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने मान्यता देने से इनकार कर दिया है। इसकी वजह कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षकों एवं अन्य संसाधनों की कमी है। यह चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए जबरदस्त झटका है। क्योंकि, इन कॉलेजों को मान्यता मिलती तो प्रदेश में एक साथ एमबीबीएस की 1300 सीटें बढ़ जातीं। अभी यहां सरकारी क्षेत्र की एमबीबीएस की 3828 और निजी क्षेत्र की 5450 सीटों हैं।
प्रदेश में हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है। इसके तहत करीब सालभर पहले 13 स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हुए। इन कॉलेजों की मान्यता के लिए एनएमसी में आवेदन किया गया। एनएमसी की टीम ने 24 जून को स्थलीय निरीक्षण कर कमियां गिनाईं। फिर इसे दूर करे के लिए सप्ताह-भर बाद वर्चुअल बैठक हुई। कुछ कमियां दूर की गईं, लेकिन संकाय सदस्यों (फैकल्टी )की कमी की वजह से प्रदेश के सभी 13 कॉलेजों को मान्यता देने से इनकार कर दिया है। अब संबंधित कॉलेजों के प्रधानाचार्य को नए सिरे से अपील करने का निर्देश दिया गया है।
स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज कुशीनगर, कौशांबी, सुल्तानपुर, कानपुर देहात, ललितपुर, पीलीभीत, ओरैया, सोनभद्र, बुलन्दशहर, गोंडा, बिजनौर, चंदौली और लखीमपुर खीरी जिले में बने हैं। सत्र 2024-25 में इन कॉलेजों को एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी थी। सभी मेडिकल कॉलेज कमियां दूर कर एनएमसी में अपील कर सकते हैं। अपील के लिए 15 दिन का समय है। ज्यादातर मेडिकल में भर्ती प्रक्रिया चल रही है, लेकिन जहां 50 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं वे निर्धारित समय में भर पाएंगे, इस पर संशय है।
एनएमसी की ओर से कॉलेजों को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि फैकल्टी के कहां कितने फीसदी पद खाली हैं। इसके तहत कुशीनगर में 85.7 फीसदी, गोंडा में 84.70 फीसदी, सोनभद्र में 74 फीसदी, कौशाांबी में 72.79 फीसदी, कानपुर देहात में 76.50 फीसदी, चंदौली में 65 फीसदी, ललितपुर में 64.70 फीसदी , औरैया में 68 फीसदी, बुलंदशहर में 48 फीसदी, सुल्तानपुर में 47 फीसदी पद खाली हैं। यही स्थिति अन्य मेडिकल कॉलेजों का भी है। कई कॉलेजों में सीटी स्कैन मशीन, ब्लड सेपरेशन यूनिट आदि भी नहीं हैं।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें, तो एनएमसी की ओर से वर्ष 2023 में एमबीबीएस की 100 सीट पर पहले वर्ष के लिए 50 फैकल्टी की अनिवार्यता की गई थी। इसके बाद साल दर साल फैकल्टी बढ़ाने का विकल्प था, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। पहले साल में फैकल्टी की अनिवार्यता 50 से बढ़ाकर 85 कर दी गई है। प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को बढावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। कोशिश थी कि प्रदेश में 1300 सीटें बढ़ जाएं। एनएमसी ने निरीक्षण के बाद मान्यता नहीं दी है। जिन कमियों की वजह से मान्यता रूकी है, उसे दूर किया जा रहा है। दोबारा अपील की जाएगी।

बुधवार, 26 जून 2024

पहली बारिश में ही टपकने लगी 'राम मंदिर' की छत

पहली बारिश में ही टपकने लगी 'राम मंदिर' की छत

संदीप मिश्र 
अयोध्या। श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के 6 महीने में ही छत टपकने लगी है। मानसून की पहली बारिश में छत टपकने से गर्भगृह के सामने जलभराव हो गया। जिससे पुजारियों और श्रद्धालुओं को परेशानी हुई। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने मानसून की पहली बरसात में पानी के रिसाव होने पर राम जन्मभूमि राम मंदिर के भव्य निर्माण करने वाले संस्था के इंजीनियरों पर सवाल खड़ा कर दिया है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि देश के बड़े-बड़े इंजीनियर राम मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई है। लेकिन यह किसी को ज्ञान नहीं रहा कि जब पानी बरसेगा तो उसके छत से पानी टपकेगा। इसके पहले भी बरसात होती थी, लेकिन कभी भी इस तरह के हालात नहीं हुए है, जैसा इस बार हुआ है। इस बार जैसा पानी आंगन में गिरा, वह बहुत आश्चर्यजनक रहा। जब ऐसे-ऐसे इंजीनियर विश्व प्रसिद्ध मंदिर बना रहे हो और बारिश का पानी अंदर जाए तो आश्चर्यजनक है।
सत्येंद्र दास ने कहा कि इंजीनियर लोग किस प्रकार की व्यवस्था किए हैं, जिसके कारण पानी भर रहा है, यह बहुत ही निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि इस बार के बरसात में गर्भगृह के ठीक सामने पुजारी के स्थान पर और वीवीआईपी दर्शन करने वाले स्थान पर भर गया था। जब सुबह पुजारी और श्रद्धालु पहुंचे तो पानी भरा था। काफी मशक्कत के बाद पानी बाहर निकाला गया। इसके बाद राम लला की आरती हो सकी।
बता दें कि शनिवार देर रात दो से पांच बजे तक बारिश हुई थी। जिसके बाद गर्भगृह के सामने मंडप में चार इंच पानी भर गया था। जिसकी वजह से रविवार सुबह चार बजे की आरती टार्च की रोशनी में करनी पड़ी।

'जिला स्तरीय सतर्कता समिति' की बैठक आयोजित

'जिला स्तरीय सतर्कता समिति' की बैठक आयोजित  खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा जनपद स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक संपन्न सुब...