बुधवार, 17 जनवरी 2024

42 लाख नए लाभार्थियों को राशन कार्ड वितरण

42 लाख नए लाभार्थियों को राशन कार्ड वितरण 

इकबाल अंसारी 
गुवाहाटी। असम में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत 42 लाख से अधिक नए लाभार्थियों को राशन कार्ड वितरण शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र जालुकबाड़ी में इसकी शुरुआत की। शर्मा ने मंगलवार को बोरीपाड़ा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए इसे वर्तमान सरकार के कार्यकाल में एक मील का पत्थर बताया। 
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य भर में राशन कार्ड के औपचारिक वितरण के साथ एनएफएसए के तहत राज्य में कुल 42,85,745 नये लाभार्थियों को कवर किया जाएगा। शर्मा ने कहा, ‘‘अपने सभी निवासियों के लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करने के मौजूदा सरकार के प्रभावी प्रयासों में यह एक और मील का पत्थर है।’’ 
उन्होंने बताया कि राशन कार्डधारक परिवार का प्रत्येक सदस्य हर माह पांच किलोग्राम चावल मुफ्त पाने का हकदार है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा हर माह ‘‘अन्न सेवा सप्ताह’’ के दौरान उपलब्ध रहेगी और इस माह के लिए यह 31 जनवरी तक उपलब्ध है। शर्मा ने अंत्योदय अन्न योजना जैसी सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा समाज के वंचित वर्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंचे यह सुनिश्चित करने के लिए कार्डधारकों के खातिर आय सीमा को दो लाख रुपये प्रति वर्ष से बढ़ाकर चार लाख रुपये कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड धारक सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत तथा आयुष्मान असम स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे। 
मुख्यमंत्री ने उन विभिन्न पहलों का भी उल्लेख किया, जिन पर अभी काम किया जा रहा है, जिसमें राशन कार्डधारकों के लिए जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा कवरेज योजना प्रदान करना शामिल हैं। नये राशन कार्डों के वितरण से 10,73,479 परिवार इसके दायरे में आ जायेंगे। मुख्यमंत्री ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि 2.52 करोड़ राशन कार्ड लाभार्थियों में से 2.32 करोड़ को अब तक कार्ड मिल चुके हैं और शेष को कार्ड उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है।

टर्नअराउंड: भारत ने कई देशों को पीछे छोड़ा

टर्नअराउंड: भारत ने कई देशों को पीछे छोड़ा 

इकबाल अंसारी 
कोच्चि। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि 10 वर्ष पहले तक जहाजों को बंदरगाहों पर काफी लंबा इंतजार करना पड़ता था और सामान उतारने में बहुत लंबा समय लगता था लेकिन आज स्थिति बदल गई है और जहाज ‘टर्नअराउंड’ समय के मामलें में भारत ने कई विकसित देशों को पीछे छोड़ दिया है।
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में प्रमुख रणनीतिक पहलों सहित 4,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इनसे देश के दक्षिणी क्षेत्र के विकास को गति देने में मदद मिलेगी। मोदी ने भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के संबंध में किए गए समझौतों पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘‘दुनिया वैश्विक व्यापार में भारत की क्षमता और स्थिति को पहचान रही है।’’
उन्होंने कहा कि यह गलियारा भारत की तटीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देकर विकसित भारत के निर्माण को और मजबूत बनाएगा। अतीत को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘10 वर्ष पहले तक जहाजों को बंदरगाहों पर काफी लंबा इंतजार करना पड़ता था और सामान उतारने में बहुत लंबा समय लगता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज स्थिति बदल गई है और जहाज ‘टर्नअराउंड’ समय के मामले में भारत ने कई विकसित देशों को पीछे छोड़ दिया है।’
अमृत काल के दौरान भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने की यात्रा में हर राज्य की भूमिका पर जोर देते हुए मोदी ने पहले के समय में भारत की समृद्धि में बंदरगाहों की भूमिका को याद किया और कहा कि आज भारत नए कदम उठा रहा है और वैश्विक व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे में सरकार कोच्चि जैसे बंदरगाह शहरों की शक्ति को बेहतर बनाने में जुटी है।
उन्होंने सागरमाला परियोजना के अंतर्गत बंदरगाह क्षमता में वृद्धि, बंदरगाह अवसंरचना में निवेश और बंदरगाहों के बेहतर संपर्क का उल्लेख किया। कोच्चि को मिले देश के सबसे बड़े ‘ड्राई डॉक’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जहाज निर्माण, जहाज मरम्मत और एलपीजी आयात टर्मिनल जैसी अन्य परियोजनाएं भी केरल और देश के दक्षिणी क्षेत्र में विकास को गति प्रदान करेंगी।’’
उन्होंने कोच्चि शिपयार्ड के साथ ‘मेड इन इंडिया’ विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ के निर्माण का भी उल्लेख किया और कहा कि नयी सुविधाओं से शिपयार्ड की क्षमताएं कई गुना बढ़ जाएंगी। प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में बंदरगाहों, पोत परिवहन और जलमार्ग क्षेत्र में किए गए सुधारों पर प्रकाश डाला तथा कहा कि इससे भारत के बंदरगाहों में नया निवेश आया है और रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं‌।
उन्होंने बताया कि भारतीय नाविकों से संबंधित नियमों में सुधार से देश में नाविकों की संख्या में 140 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के भीतर अंतर्देशीय जलमार्गों के उपयोग से यात्री और कार्गो परिवहन को बड़ा प्रोत्साहन मिला है। मोदी ने कहा कि ‘आजादी के अमृत काल’ में प्रत्येक राज्य विकास की दिशा में भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हर कोई एक साथ काम करता है तो परिणाम बहुत बेहतर होते हैं।’’ प्रधानमंत्री ने 4,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए केरलवासियों को भी बधाई दी। मोदी ने कहा कि नया ‘ड्राई डॉक’ भारत का राष्ट्रीय गौरव है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे न केवल बड़े जहाजों को उतारा जा सकेगा बल्कि यहां जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत का काम भी संभव हो सकेगा, परिणामस्वरूप विदेशों पर निर्भरता कम होगी और विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।’’
अंतरराष्ट्रीय जहाज मरम्मत सुविधा के उद्घाटन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कोच्चि को भारत और एशिया में सबसे बड़े जहाज मरम्मत केंद्र में बदल देगा। प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत के निर्माण में कई सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों के एक साथ आने के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि नया एलपीजी आयात टर्मिनल कोच्चि, कोयम्बटूर, इरोड, सेलम, कालीकट, मदुरै और त्रिची की एलपीजी आवश्यकताओं को पूरा करेगा जबकि उद्योगों, अन्य आर्थिक विकास गतिविधियों तथा इन क्षेत्रों में नए रोजगार पैदा करने में भी सहायक होगा।
परियोजनाओं में 310 मीटर लंबा 'ड्राई डॉक' और अंतरराष्ट्रीय जहाज मरम्मत सुविधा (आईएसआरएफ) शामिल हैं। ड्राई डॉक का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार किया गया है जबकि आईएसआरएफ भारत का पहला पूरी तरह से विकसित शुद्ध जहाज मरम्मत पारिस्थितिकी तंत्र है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एलपीजी आयात टर्मिनल का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री ने परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इसमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भाग लिया।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘‘आज जब भारत वैश्विक व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है, हम देश की समुद्री ताकत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि बंदरगाहों, जहाजरानी और अंतर्देशीय जलमार्गों के क्षेत्रों में ‘व्यवसाय की सुगमता’ को बढ़ाने के लिए पिछले 10 वर्षों में कई सुधार किए गए हैं। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार भारत को एक बड़ी समुद्री शक्ति बनाने के लिए काम कर रही है।
उद्घाटन से पहले, सोनोवाल ने अपने स्वागत भाषण में परियोजना का विवरण साझा किया। विजयन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और प्रधानमंत्री को राज्य की तरफ से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री मोदी को अपने बीच पाकर खुश हैं। सबसे पहले मैं उनका गर्मजोशी से स्वागत करता हूं और इस तरह की बड़ी परियोजनाओं में मेजबान राज्य के रूप में सहायक भूमिका निभाकर हमारे देश के समग्र विकास के लिए केरल की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता हूं।’’
मुख्यमंत्री ने अपने संक्षिप्त भाषण में ‘चंद्रयान-3’ और ‘आदित्य एल-1’ परियोजनाओं में सरकारी कंपनी केल्ट्रॉन और केरल की कई अन्य कंपनियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। केंद्र सरकार का अनुमान है कि इन परियोजनाओं से कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड अगले चार वर्षों के भीतर अपने कारोबार को दोगुना कर 7,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने के लिए तैयार है।

6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराएंगे

6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराएंगे 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। योगी सरकार राम भक्तों और पयर्टकों को हेलीकॉप्टर से अयोध्या धाम के दर्शन कराएगी। सरकार प्रदेश के छ: जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत लखनऊ से करेंगे। सरकार की ओर से प्रदेश के छ: जिलों से शुरू होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता आपरेटर का चयन किया गया है, जो ऑपरेशनल मॉडल पर हेली सर्विसेस की सेवायें प्रदान करेगा। राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर सेवा गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से मिलेगी। वहीं आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों से भी इस सुविधा को जल्द शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं, योगी सरकार श्रद्धालुओं को अयोध्या नगरी और राम मंदिर के हवाई दर्शन भी कराएगी। इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। इस सुविधा के लिए श्रद्धालुओं को पहले से बुकिंग करानी होगी।
प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम भक्तों को हेलिकॉप्टर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे। इसी के तहत प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है। यह सुविधा भक्तों और पर्यटकों को ऑपरेटर मॉडल पर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा राम भक्तों को राम मंदिर ऐरियल दर्शन भी कराए जाएंगे। इसके लिए रामभक्त सरयू तट स्थित टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हैलीपेड से उड़ान भर सकेंगे। इसके तहत श्रद्धालुओं को राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, सरयू घाट समेत प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों की हवाई सैर भी करायी जाएगी।
इस हवाई सफर का अधिकतम समय 15 मिनट होगा जबकि प्रति श्रद्धालु किराया 3,539 रुपये तय किया गया है। इस सुविधा के जरिये एक हवाई सफर का लुत्फ 5 श्रद्धालु उठा सकेंगे। इसकी भार सीमा 400 किग्रा. है। वहीं एक श्रद्धालु अधिकतम 5 किग्रा. सामान के साथ सफर कर सकेगा। इसके अलावा श्रद्धालु गोरखपुर से अयोध्या धाम के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भर सकेंगे। यह दूरी 126 किमी. की होगी, जिसे 40 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 11,327 रुपये तय किया गया है।
पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 6 धार्मिक स्थलों से हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत की जा रही है। वहीं आने वाले समय में मांग के अनुरुप सेवा का विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालु वाराणसी के नमो घाट से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 160 किमी की होगी, जिसे 55 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है। इसी तरह श्रद्धालु लखनऊ के रमाबाई से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 132 किमी की होगी, जिसे 45 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है जबकि प्रयागराज में टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हैलीपैड से हेलीकॉप्टर की सेवा मिलेगी। यह दूरी 157 किमी. की है, जिसे 50 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है।
इसके साथ ही मथुरा के बरसाना स्थित गोवर्धन परिक्रमा के पास बने हैलीपेड और आगरा में आगरा एक्सप्रेस वे के पास बने हैलीपेड से सेवा का लाभ उठाया जा सकेगा। यह दूरी क्रमश: 456 किमी. और 440 किमी. की होगी, जिसे 135 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 35,399 रुपये तय किया गया है।
बता दें कि प्रदेश के छह जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा का तय किराया वन-वे है। श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दोबारा निर्धारित किराया देना होगा। श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार हेलीकॉप्टर अपने गंतव्य से अयोध्या धाम के लिए रोजाना उड़ान भरेगा।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जिला कार्यकारिणी भंग की

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जिला कार्यकारिणी भंग की

मनोज सिंह ठाकुर 
गुना। कांग्रेस जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह धाकड़ ने पार्टी की वर्तमान जिला कार्यकारिणी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है। श्री धाकड़ ने कहा है कि जल्द ही जिला कांग्रेस की नई टीम का ऐलान किया जाएगा। पार्टी की  नई कार्यकारिणी नई ऊर्जा के साथ काम करेगी। कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने बताया कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर संगठन स्तर पर फेरबदल किया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह एवं कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मार्गदर्शन में जिला कांग्रेस अपनी टीम में पूर्व की भांति ऊर्जावान एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं को स्थान देगी। ताकि लोकसभा चुनाव में इस बार परिणाम पार्टी के हित में आएं। श्री धाकड़ ने बताया कि कांग्रेस मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों के साथ ही गुना लोकसभा क्षेत्र में प्रचण्ड जीत के लिए अग्रसर है। इन्हीं तैयारियों के सिलसिले में नवीन कार्यकारिणी का गठन जल्द ही किया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को उनकी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार दायित्व सौंपे जाएंगे।

हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के इंतजार में 4 घंटे बीतें

हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के इंतजार में 4 घंटे बीतें 

इकबाल अंसारी 
गुवाहाटी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के इंतजार में शिलांग में करीब चार घंटे बिताने के बाद बुधवार को असम के कार्बी आंगलोंग जिले का अपना दौरा रद्द कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर खड़ा रहा। राष्ट्रपति पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय दौरे पर थीं। वह सोमवार को गुवाहाटी पहुंचीं।
उन्हें असम के कार्बी आंगलोंग जिले के तारलंगसाओ गांव में कार्बी युवा महोत्सव के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेना था। इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति को समारोह में शामिल होने से रोका गया। यहां तक कि मुझे भी खराब मौसम के कारण आज सुबह 4 बजे शुरू करना पड़ा।” हालांकि, सरमा ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू ने एक वीडियो संदेश दिया था, जिसे कार्बी युवा उत्सव के दौरान दिखाया जाएगा।

पति को आजीवन कारावास, अर्थदंड की सजा

पति को आजीवन कारावास, अर्थदंड की सजा

संदीप मिश्र 
आजमगढ़। घरेलू कलह में पत्नी की हत्या किए जाने के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने आरोपी पति को आजीवन कारावास तथा बीस हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर 6 रामानंद ने बुधवार को सुनाया। अभियोजन कहानी के अनुसार रौनापार थाना क्षेत्र के रोशनगंज निवासी बेचन यादव का अपनी पत्नी लालमती के साथ अक्सर वाद विवाद होता रहता था। इसी वाद विवाद में दो फरवरी 2015 को दिन में लगभग डेढ़ बजे बेचन यादव ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी पर खुरपे से कई बार हमला कर दिया। जिससे लालमती की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस मामले में मृतका लालमति के भाई लालमन यादव ने रौनापार थाने में मृतका के पति बेचन यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद आरोपी के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत किया। अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता श्रीश कुमार चौहान ने माधुरी, लालमन , प्रियंका, कालीचरन तथा डॉक्टर जावेद कुमार को बतौर गवाह न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी पति बेचन यादव को आजीवन कारावास तथा बीस हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

प्रयागराज: स्कूलों की छुट्टी 20 जनवरी तक बढ़ाई

प्रयागराज: स्कूलों की छुट्टी 20 जनवरी तक बढ़ाई 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। जिले में कड़ाके की ठंड व शीतलहर को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी 20 जनवरी तक बढ़ा दी गई है। इस आदेश को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रयागराज ने दी है। 
बता दें कि बुधवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल के आदेश के अनुपालन में जनपद प्रयागराज में कड़ाके की ठण्ड एवं घने कोहरे व शीतलहर के दृष्टिगत जिले के कक्षा 1 से 8 तक संचालित समस्त सीबीएसई बोर्ड/आईसीएसई तथा विभिन्न बोर्डों के सभी सरकारी/निजी विद्यालयों/सहायता प्राप्त/परिषदीय/कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय/आंगनबाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को ठण्ड से बचाव हेतु विद्यालयों को 18 जनवरी गुरुवार से 20 जनवरी तक बन्द किया जाता है। विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक विद्यालय में उपस्थित रहकर प्रशासकीय कार्य यथा- डीबीटी. यू-डायस फीडिंग एवं अन्य प्रशासकीय कार्य इत्यादि कार्य सम्पादित करेंगे। उक्त आदेश प्रवीण कुमार तिवारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रयागराज ने दी है और जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रयागराज मण्डल व समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी जनपद प्रयागराज को अनुपालनार्थ प्रेषित की गई है।

इसरो ने दूसरी पीढ़ी के 'डीएटी' को विकसित किया

इसरो ने दूसरी पीढ़ी के 'डीएटी' को विकसित किया

इकबाल अंसारी 
बेंगलुरु। समुद्र में मछुआरों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं से इमरजेंसी संदेश भेजने के लिए इस्तेमाल दूसरी पीढ़ी के डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर (डीएटी) को इसरो ने विकसित किया है। इसरो ने कहा कि नेविगेशन क्षमताओं को शामिल करते हुए डिस्ट्रेस अलर्ट ट्रांसमीटर 2010 से काम कर रहा है। वर्तमान में 20 हजार से अधिक इस्तेमाल किए जा रहे हैं। हालांकि दूसरी पीढ़ी के डीएटी में दो तरफा संचार की सुविधा होगी।
इसरो के बयान के मुताबिक, संचार उपग्रह के जरिए संदेश भेजे जाते है, जिन्हें एक केंद्रीय नियंत्रण स्टेशन पर प्राप्त किया जाता है। मछली पकड़ने वाली नाव की पहचान और चेतावनी संकेतों को डिकोड किया जाता है। इस जानकारी को भारतीय तट रक्षक के तहत समुद्रीय बचान समन्वय केंद्रों को भेज दी जाती है। जिसके बाद विपदा में फंसे मछुआरों को बचाने के लिए अभियान चलाया जाता है। संचार और नेविगेशन तकनीकी विकास का लाभ उठाते हुए इसरो ने उन्नत क्षमताओं और सुविधाओं के साथ डीएटी में सुधार किया है।
इसरो ने कहा कि इसमें खास बात यह है कि इसमें मछुआरों को मैसेज मिलने की सुविधा है, जिससे समुद्री संकट के दौरान यह बेफिक्र हो जाते हैं कि बचाव दल उनके पास आ रहा है। गौरतलब है कि खराब मौसम, चक्रवात, सुनामी की स्थिति में समुद्र में मछुआरों को अलर्ट मैसेज भेजे जा सकते हैं। जिससे समुद्र में मौजूद मछुआरों को घर वापस जाने या सुरक्षित जगह चुनने में मदद मिलेगी। साथ ही मछली पकड़ने वाले क्षेत्रों के बारे में जानकारी भी डीएटी का उपयोग करके मछुआरों को भेजी जाती है।
इससे ईधन की बचन, मछुआरों को अच्छी मछली पकड़ने में मदद मिलती है। डीएटी को ब्लूटूथ इंटरफेस के जरिए मोबाइल फोन से जोड़ा जाता है। साथ ही मोबाइल में एप के जरिए संदेशों को अपनी भाषा में पढ़ सकते हैं। 15 जनवरी को इसरो अध्यक्ष सोमनाथ ने आईएनएमसीसी, इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क, बेंगलुरु में आईसीजी महानिदेशक राकेश पाल की मौजूदगी में डीएटी-एसजी का उद्घाटन किया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-89, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, जनवरी 18, 2024

3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

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