बुधवार, 9 मार्च 2022

चुनाव: कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते हुआ मतदान

चुनाव: कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते हुआ मतदान    

 उपाध्याय         

गाज़ियाबाद। जिले की पांचों सीटों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे से आरंभ हो जाएगी। इस बार कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते मतदान कराया जा रहा है। टेबलों की संख्या में भी वृद्धि की गई है। जिससे मतगणना की गति धीमी होने की आशंका है। माना जा रहा है कि सुबह 10 बजे से जिले के भी नतीजे मिलने शुरू हो जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट पेपर की गिनती की जाएगी। मतगणना की कड़ी में सुबह 8 बजकर 30 मिनट से ईवीएम में पड़े वोटों की गिनती शुरू की जाएगी। मतगणना के लिए 12 हाल बनाए गए हैं। 84 टेबल पर ईवीएम में पड़े वोटों की और 10 टेबल पर पोस्टल बैलेट पेपर से पड़े वोटों की गिनती की जाएगी। इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा में पोस्टल बैलेट पेपर की गिनती की ईवीएम के अंतिम दो चक्र की गिनती से पहले पूरी करनी अनिवार्य होगी।

लोनी विधानसभा में 40, मुरादनगर में 41, साहिबाबाद में 42, गाजियाबाद सदर में 39 और मोदीनगर में 30 चक्र में गिनती पूरी होगी। मतगणना के रुझान 9 बजे के बाद आने शुरू हो जाएंगे, जबकि परिणाम के लिए दोपहर बाद तक का इंतजार करना पड़ेगा। जबकि लोनी विधानसभा सीट पर बीजेपी की विद्रोही प्रत्याशी रंजीता धामा के निर्दलीय चुनाव लड़ने का लाभ समाजवादी पार्टी को मिलने जा रहा है। इसी प्रकार मोदीनगर में भी समाजवादी पार्टी के सामने बीजेपी की निवर्तमान विधायक मंजु शिवाच कमजोर पड़ गई हैं।  

'शान्ति व्यवस्था' सुनिश्चित कराने हेतु धारा 144 लागू

'शान्ति व्यवस्था' सुनिश्चित कराने हेतु धारा 144 लागू    

हरिशंकर त्रिपाठी           
देवरिया। अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) कुंवर पंकज ने बताया है कि जनपद में कानून एवं शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने हेतु 7 अप्रैल 2022 तक के लिए द.प्र.सं की धारा-144 लागू किया गया है। वर्तमान में विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की मतगणना 10 मार्च को महाराजा अग्रसेन इण्टर कालेज देवरिया एवं देवरिया सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, देवरिया पर होनी है।
अपर जिलाधिकारी ने बताया है कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन- 2022 की मतगणना की शुचिता, निष्पक्षता एवं मत की गोपनीयता को बनाये रखने हेतु यह आवश्यक है कि मतगणना परिसर के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के उपयोग एवं जनजमाव को पूर्णतः प्रतिबन्धित किया जायेें। 
साथ ही साथ विजय जुलूस निकालने पर दो पक्षों के मध्य टकराव एवं शांतिभंग की आंशका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। उपरोक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए धारा-144 दं.प्र.स के अन्तर्गत निषेधाज्ञा पारित किया जाना, व्यापक जनहित व कानून एवं शान्ति व्यवस्था को बनाये रखने हेतु आवश्यक हो गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से जारी किया है तथा जिनके ऊपर लागू होगा, उन्हें सुनवाई का अवसर दिया जाना सम्भव नहीं है।
अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) ने धारा-144 दं.प्र.सं के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए यह आदेश एकपक्षीय रूप से तत्काल प्रभाव से पारित करते हुए बताया है कि मतगणना दिवस 10 मार्च के दिन उपरोक्त दोनों मतगणना स्थलों के 200 मीटर दायरे में कोई भी व्यक्ति मोबाइल लेकर प्रवेश नहीं करेंगे और न ही भीड़ इकट्ठी की जायेगी।

5 लाख की रिश्वत लेते इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया

5 लाख की रिश्वत लेते इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया     

राणा ओबरॉय        
चंडीगढ़। हरियाणा स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचारियों पर लगातार की जा रही कार्रवाई के तहत जिला पलवल में 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते करते हुए एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नगर परिषद पलवल में में तैनात बिल्डिंग इंस्पेक्टर चमन लाल तेवतिया को दलीप बिंदल की शिकायत पर रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने एक शोरूम का नक्शा पास करने की एवज में 10 लाख रुपये की मांग की थी।
बाद में आरोपित इंस्पेक्टर ने नक्शा कराने के एवज में 5 लाख रुपये लेने पर सहमति बनी। शिकायतकर्ता, जो रिश्वत नहीं देना चाहता था, ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया। 
विजिलेंस टीम ने उसकी जानकारी की पुष्टि के बाद रेड करते हुए मौके पर ही बिल्डिंग इंस्पेक्टर को स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। रिश्वतखोरी के एक अन्य मामले में, ब्यूरो ने ईएसआई देवेंद्र सिंह को नारनौल जिले में 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया। इकोनॉमी सेल प्रभारी, नारनौल के पद पर तैनात यह पुलिसकर्मी एक मामले में दर्ज एफआईआर से कुछ नाम हटाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायत के बाद विजिलेंस ने जाल बिछाकर आरोपी ईएसआई को 50 हजार रुपए नकद लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। 
एक अन्य मामले में थाना बुरिया, यमुनानगर में तैनात सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) अनिल कुमार को वार्ड नंबर 4 मोहल्ला पंचोलियान, बुरिया के कृष्ण लाल की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो में दी शिकायत में एएसआई पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिकायतकर्ता के खिलाफ दर्ज मामले में एएसआई समझौता के लिए 10,000 रुपये की मांग कर रहा था। उसकी शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस टीम ने रेड करते हुए आरोपी एएसआई को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। प्रवक्ता ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ ब्यूरो के संबंधित थानों में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने 'टोर वर्जन' लॉन्च किया

ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने 'टोर वर्जन' लॉन्च किया    

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने टोर वर्जन ट्विटर लॉन्च किया है। इसे बोलचाल की भाषा में ट्विटर का डार्क वेब वर्जन भी कह सकते हैं। क्योंकि डार्क वेब भी ऐक्सेस टोर के जरिए किया जा सकता है।ये वर्जन टोर ओनियन सर्विस बेस्ड होगा। जो प्राइवेसी प्रोटेक्शन देगा और लोगों को सेंशरशिप से भी बचाएगा।रूस और यूक्रेन वॉर के दौरान कंपनी का फैसला निश्चित तौर पर बैन किए गए ट्विटर को ऐक्सेस करने के काम आएगा। रूस में सोशल मीडिया पर बैन लगाया गया है और ऐसे में अब ट्विटर के इस कदम से वहां के लोग भी ट्विटर यूज कर पाएंगे।

रूस के अलावा भी दूसरे देशों में जहां ट्विटर बैन है। वहां के लोग भी ट्विटर ऐक्सेस कर पाएंगे। ट्विटर की ये नई अनियन सर्विस एक नए यूआरएल के जरिए ऐक्सेस की जा सकेगी। इसे टोर ब्राउजर से भी ऐक्सेस किया जा सकता है। ट्विटर का ये नया वर्जन कई तरह के प्रोटेक्शन लेयर्स से लैस है। गौरतलब है कि कई ऐसे सर्च इंजन और वेबसाइट्स हैं। जो पहले से ही टोर वर्जन सर्विस प्रोवाइड करते हैं। उदाहरण के तौर पर डक डक गो सर्च इंजन भी ऐसे ही काम करता है। फायदा ये होता है कि आपके और वेबसाइट के बीच किए गए इंट्रैक्शन को कोई भी डिकोड नहीं कर सकता है, इसलिए ये सिक्योर माना जाता है।

'राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम' स्थापित, मंजूरी दी

'राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम' स्थापित, मंजूरी दी    

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। सार्वजनिक उपक्रमों और अन्य सरकारी एजेंसियों की अतिशेष भूमि और भवन संपदा के मुद्रीकरण के लिए सरकार ने बुधवार को एक विशेष इकाई राष्ट्रीय भूमि मुद्रीकरण निगम को स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। जिसकी प्रारंभिक अधिकृत शेयर पूंजी 5000 करोड़ रुपये और चुकता शेयर पूंजी 150 करोड़ रुपये होगी। सार्वजनिक उपक्रमों का अभी रणनीतिक विनिवेश हो रहा या बंद किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में इन अतिशेष भूमि और गैर कोर संपदा का मुद्रीकरण कर उसके मूल्य को भुनाना महत्वपूर्ण है। यह कंपनी इन संपदाओं का मुद्रीकरण करेगी। 

इससे निजी निवेश बढ़ेगा, नयी आर्थिक गतिविधियां शुरू होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। इससे वित्तीय संसाधन आयेंगे और सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। वर्ष 2021-22 के बजट में इसका प्रस्ताव किया गया था। गैर कोर संपदा की मुद्रीकरण से सरकार बगैर उपयोग वाली और कम उपयोग हो रही संपदा के मुद्रीकरण से अच्छा राजस्व अर्जित करने में सक्षम होगी।वित्त मंत्रालय के लोक उपक्रम विभाग इस कंपनी को शुरू करेगा और इसके प्रशासनिक मंत्रालय के तौर पर काम करेगा। अभी सार्वजनिक उपक्रमों के पास अतिशेष, बगैर उपयोगी की और कम उपयोग हाे रही गैर कोर संपदा का भंडार है।

निवेशकों के रुख से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी दर्ज

निवेशकों के रुख से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी दर्ज      

कविता गर्ग        

मुंबई। यूक्रेन संकट दूर करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों से उम्मीद लगाए बैठे निवेशकों के अनुकूल रुख से घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को तेजी देखी गई। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी में हुई लिवाली से सेंसेक्स और निफ्टी दो प्रतिशत से अधिक चढ़ गए। तीस शेयरों वाले सूचकांक की शुरुआत सकारात्मक हुई और निवेशकों के समर्थन से एक समय यह 1,469.64 अंक तक की बढ़त लेने में सफल रहा। हालांकि, बाद में थोड़ा मुनाफा वसूली होने से इसमें कुछ कमी आई।

कारोबार के अंत में यह 1,223.24 अंक यानी 2.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 54,647.33 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 331.90 अंक यानी 2.07 प्रतिशत तक की देखी दर्ज की गई और कारोबार के अंत में यह 16,345.35 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट फायदे में रहीं।

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब को इस्तीफा दे देना चाहिए

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब को इस्तीफा दे देना चाहिए     

कविता गर्ग        

मुंबई। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बुधवार को कहा कि धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तारी के मद्देनजर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को इस्तीफा दे देना चाहिए। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के प्रमुख ने पत्रकारों से कहा कि एक मंत्री को बर्खास्त करने की जरूरत है। लेकिन उन्हें पद से नहीं हटाया जा रहा है और ऐसा करके महाराष्ट्र की परंपरा को कलंकित किया जा रहा है।

अठावले ने कहा कि, जब वह (मलिक) जेल में हों, तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और अदालत के सामने जो भी सबूत हैं उन्हें पेश करना चाहिए। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का यह रूख कि मलिक इस्तीफा नहीं देंगे, बहुत गलत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार सब कुछ जानते हैं और उन्हें मलिक का इस्तीफा मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मलिक को महाराष्ट्र कैबिनेट से हटाने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मांग का पूरा समर्थन करती है।

'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के नाम 1 और उपलब्धि

'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के नाम 1 और उपलब्धि  

कविता गर्ग     
मुंबई। टीवी का सबसे पॉपुलर कॉमेडी और पारिवारिक शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पिछले 13 सालों से भी ज्यादा समय से दर्शकों की सभी टेंशन को दूर कर उन्हें केवल हंसा रहा है और जल्द ही ये अपने 14 साल पूरे कर लेगा। वहीं अब शो के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। जिससे मेकर्स और शो के कलाकार फूले नहीं समा रहे। तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो ने अपने 3400 एपिसोड पूरे कर लिए हैं। यानि शो ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। ये चाहने वालों का प्यार ही है जो लगातार इस शो को मिलता जा रहा है और यही कारण है कि पिछले 13 सालों से ये न केवल चल रहा है बल्कि टीआरपी में भी बना है। इसके किरदार और कलाकार घर घर में फेमस हो चुके हैं। और इन किरदारों ने बना ली है लोगों के दिलों में खास जगह।
पिछले 13 सालों में शो को कई कलाकार अलविदा कह चुके हैं। कुछ का निधन हो गया तो कुछ ने किन्ही और कारणों से शो को छोड़ने का फैसला किया। नेहा मेहता (अंजलि भाभी), भव्य गांधी (टप्पू), झील मेहता (सोनू), गुरचरण सिंह (सोढी), निधि भानुशाली (सोनू), मोनिका भदौरिया (बावरी) इस शो को छोड़ चुकी हैं तो वहीं डॉ. हाथी का किरदार निभाने वाले कवी कुमार आजाद और नट्टू काका यानि घनश्याम नायक का निधन हो चुका है।
4 साल से दयाबेन की वापसी का भी है इंतजार
पिछले 4 सालों से दयाबेन भी शो में नजर नहीं आ रही हैं| वो बेटी के पैदा होने से पहले ही लीव ले चुकी थीं लेकिन आज तक वो शो में वापस नहीं आई हैं| उनकी वापसी का इंतजार आज भी फैंस बेसब्री से कर रहे हैं।

एक्ट्रेस उर्फी ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर किया

एक्ट्रेस उर्फी ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर किया    

कविता गर्ग       
मुंंबई। बॉलीवुड बेबाक अंदाज और बोल्ड लुक्स से कहर बरपाने वाली उर्फी जावेद एक बार फिर अपने किलर एटीट्यूड से जलवे बिखेर रही हैं। फैंस उर्फी के नए लुक का इंतजार ही कर रहे थे और एक्ट्रेस ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर करके उन्हें खुश कर दिया है। खास बात यह है कि नए वीडियो में उर्फी के लुक्स के साथ उनके सॉन्ग सेलेक्शन की भी खूब चर्चा हो रही है।उर्फी ने अपनी अदाओं से बिखेरा जलवा
फैशन डीवा उर्फी जावेद अपने नए वीडियो में बिना कुछ कहे और बिना कुछ डांस स्टेप्स किए ही अपनी अदाओं से जलवे बिखेर रही हैं। उर्फी ने अपना नया वीडियो ;अवारा हूं। ' गाने पर बनाया है। इस गाने पर उर्फी इस तरह से एक्सप्रेशंस दे रही हैं, जैसे वो किसी से कुछ कहना चाहती हैं और साथ ही नाराजगी भी जाहिर कर रही हैं। अब उर्फी इस वीडियो के जरिए किसे क्या मैसेज देना चाहती हैं ये तो वही बेहतर बता सकती हैं। लेकिन एक्ट्रेस का अंदाज देखकर हम तो यही कहेंगे कि उर्फी आप सच में छा गईं।
उर्फी ने इस बार अपने लुक के साथ ज्यादा एक्सपेरिमेंट तो नहीं किया है, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी बोल्डनेस का जलवा बखूबी बिखेरा है।  वीडियो में उर्फी ब्रा स्टाइल ब्लैक कलर की रिवीलिंग क्रॉप टॉप में नजर आ रही हैं, जिसे उन्होंने ब्लैक शॉर्ट्स के साथ टीम अप किया है। एक्ट्रेस ने ब्लैक रिवीलिंग आउटफिट के साथ न्यूड मेकअप किया है। हाफ टाई ओपन हेयर लुक में उर्फी की खूबसूरती की जितनी तारीफ करें वो कम ही लगेगी।
फैंस उर्फी के इस वीडियो पर उनके लुक्स के साथ उनके सॉन्ग सेलेक्शन की भी खूब तारीफें कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- क्या सॉन्ग सेलेक्शन है यार। वहीं, उर्फी के लुक्स की भी फैंस तारीफें कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- गॉर्जियस, एक दूसरे यूजर ने लिखा-उफ्फ बेबी, वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा- हाय...। ब्लैक में तो और भी जहर लग रही हो।
वीडियो देखकर हम तो बस यही कहेंगे कि उर्फी जावेद आप जो भी करती है हमेशा छा जाती है।

ब्रिटेन की एक जेल में दिखा 'अदृश्य' शरीर का चेहरा

ब्रिटेन की एक जेल में दिखा 'अदृश्य' शरीर का चेहरा    

अखिलेश पांडेय      

रॉथरहैम। ब्रिटेन के रॉथरहैम स्थित एक जेल में भूतों को पकड़ने वाले और पति-पत्नी लिंजी और ली स्टीयर घूमने गए। दोनों प्रोजेक्ट रिवील घोस्ट ऑफ ब्रिटेन नाम की संस्था चलाती है। जो भूतों को लेकर जागरुकता फैलाते हैं। उन्होंने जेल के अंदर एक तस्वीर ली, जिसमें फोटो लेते समय कुछ नहीं दिख रहा था। लेकिन बाद में फोटो में एक चेहरा दिखाई दे रहा था।

ब्रिटिश अखबार द मिरर में छपी खबर के मुताबिक लिंजी और ली स्टीयर ने बताया कि दशकों से वो लोग भूतों के पीछे भाग रहे हैं, लेकिन आजतक ऐसी तस्वीर नहीं मिली। दोनों के पास 20 साल का एक्सपीरियंस है घोस्ट हंटिंग का। ये दोनों परालौकिक गतिविधियों को देखने, उनका अनुभव करने और उनकी रिकॉर्डिंग करने उन स्थानों पर जाते हैं, जहां आमतौर पर इंसान डर के मारे नहीं जाते।
प्रोजेक्ट रिवील घोस्ट ऑफ ब्रिटेन अपने हर भूतिया मिशन की डिटेल अपनी संस्था के फेसबुक पेज पर डालते हैं। कई बार लाइव शेयर करते हैं। लिंजी ने कहा कि मैं तो नई तस्वीर देखकर हैरान रह गई। यह बेहद स्पष्ट और अलग है। हमलोग प्राचीन स्कॉटिश इन्वेरेरी जेल घोस्ट हंटिंग के लिए गए थे। वहीं पर यह तस्वीर कैमरे में कैद हुई।
लिंजी ने बताया कि हमलोग अक्सर भूतों को देखने जाते हैं। कई बार आमना-सामना होता है, कई बार कुछ पता ही नहीं चलता। इन्वेरेरी जेल से लौटने के बाद जब हमने वहां की तस्वीरें देखनी शुरू की तो हैरान रह गए। जेल और कोर्टरूम की तस्वीरों में हमें कुछ विचित्र आकृतियां देखने को मिलीं। यहां पर एक मोम की मूर्ति के पीछे एक आकृति दिखाई दे रही है।
लिंजी ने बताया कि ली स्टीयर उस समय कैमरे और यंत्र तैनात कर रहे थे। लिंजी वीडियो बना रही थीं। और फोटो ले रही थीं। लेकिन लिंजी जब फोटो या वीडियो बना रही थीं, तब एक भी आकृति उन्हें नहीं दिख रही थी। लेकिन जब बाद में उन्होंने फोटो को अपनी संस्था के फेसबुक प्रोफाइल पर डाला और उसे चेक किया तो उसमें चेहरे जैसी आकृतियां दिख रही हैं। लिंजी और ली स्टीयर ने तस्वीर देखने के बाद दोबारा उस जगह पर जाकर जांच की, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। न ही उस जगह कोई डमी रखी थी। न ही कोई पुरानी मूर्ति। लिंजी ने बताया कि वह इंसान तो कतई नहीं था। लेकिन उसका रंग देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह क्या था। वह काफी ज्यादा मात्रा में पारदर्शी था।
भूतों और आत्माओं पर अध्ययन करने के लिए 1882 में सोसाइटी फॉर फिजिकल रिसर्च बनाई गई थी। इस सोसाइटी की प्रेसीडेंट और इन्वेस्टिगेटर इलेनॉर सिडविक नाम की महिला थीं। इन्हें असली फीमेल घोस्टबस्टर कहा जाता था। अमेरिका में 1800 के अंत में भूतों पर काफी रिसर्च आर काम किया गया। लेकिन बाद में पता चला कि इसका मुख्य जांचकर्ता हैरी होडिनी एक फ्रॉड है। वैज्ञानिक तौर पर भूतों पर रिसर्च इसलिए मुश्किल हो जाता है क्योंकि हैरतअंगेज तरीके से इन्हें लेकर अजीब-गरीब और अप्रत्याशित घटनाएं होती हैं। जैसे- दरवाजों का खुद खुलना या बंद होना, चाभी का गायब हो जाना, किसी मृत रिश्तेदार का दिखना। सड़क पर परछाइयों का घूमना। आदि। सोशियोलॉजिस्ट डेनिस एंड मिशेल वासकुल ने साल 2016 में एक किताब लिखी. किताब का नाम था। इसमें कई लोगों के द्वारा भूतों के अनुभव पर कहानियां थीं।
इस किताब में यह बात सामने आई कि बहुत से लोग इस बात को लेकर पुख्ता नहीं थे कि उन्होंने सच में भूत ही देखा है। यह पैरानॉर्मल यानी परालौकिक प्रक्रिया हुई भी है या नहीं। क्योंकि जिस तरह की चीजें उन्होंने देखी वो परंपरागत भूत की इमेज से मिलती नहीं है। ज्यादातर लोगों ने कहा कि उन्होंने ऐसी चीजें और घटनाएं महसूस की हैं, जिन्हें परिभाषित करना मुश्किल हैं। ये रहस्यमयी हैं। डरावनी या शॉक देने वाली हैं। लेकिन इनमें भूतों की इमेज नहीं दिखी।
लोग अपने हिसाब से भूतों को नाम देते हैं, जैसे- पोल्टरजिस्ट्स  डरने वाला भूत, रेसीड्यूल हॉटिंग्स अवशिष्ट भूतिया, इंटेलिजेंट स्पिरिट्स बुद्धिमान आत्माएं और शैडो पीपुल यानी परछाइयों की तरह दिखने वाले लोग। इन नामों से ऐसा लगता है कि इंसानों ने भूतों की कई प्रजातियां बना दी हैं। जिनकी कोई तय संख्या नहीं है। ये अलग-अलग इंसान के हिसाब से बनती-बिगड़ती रहती हैं।
विज्ञान की भाषा में जब भूतों के बारे में सोचा जाता है तो सबसे पहले ये बात सामने आती है कि क्या ये वस्तु हैं या नहीं। यानी क्या ये ठोस पदार्थ के बीच में से निकल सकते हैं, बिना उन्हें बिगाड़े। या वो दरवाजों को खुद खोल या बंद कर सकते हैं। या एक कमरे से कोई चीज दूसरी जगह पर फेंक सकते हैं। इन चीजों को लेकर कई विवाद हैं। अगर तार्किक तौर पर फिजिक्स के फॉर्मूले से देखें तो सवाल उठता है कि अगर भूत इंसानी आत्माएं हैं तो वो कपड़ों में क्यों दिखती हैं। उनके हाथों में डंडे, टोपी और कपड़े क्यों रहते हैं।
जिन लोगों की हत्या हो जाती है, कई बार उनकी आत्माएं बदला लेने के लिए किसी को माध्यम बनाकर मामले की जांच करवाती हैं। हत्यारे की पहचान करवाती हैं। लेकिन ये सच है या नहीं। इसपर सवाल बने हुए हैं। क्योंकि भूतों को लेकर कोई तार्किक वजह नहीं है. भूतों को पकड़ने या मारने वाले यानी घोस्ट हंटर्स अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। ताकि भूतों, आत्माओं की मौजूदगी का पता कर सके। ज्यादातर तरीके वैज्ञानिक होते हैं। भूतों को देखने और उनकी मौजूदगी जांचने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का सहारा लिया जाता है।
इन मशीनों में सबसे ज्यादा प्रचलित हैं गीगर काउंटर्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड डिटेक्टर्स, आयन डिटेक्टर्स, इंफ्रारेड कैमरा और सेंसिटिव माइक्रोफोन्स। लेकिन आजतक इनमें से किसी भी यंत्र में भूतों को सही से पकड़ा या देखा नहीं है।  सदियों से ऐसा माना जा रहा है कि आग की लपट भूतों की मौजूदगी में नीली हो जाती है। लेकिन सच तो ये नहीं है। घर की एलपीजी गैस में ज्यादातर नीली रोशनी निकलती है तो क्या सिलेंडर से भूत निकलते हैं या आपके किचन में भूत रहते हैं।
वर्तमान में वैज्ञानिकों का मानना है कि फिलहाल ऐसी कोई तकनीक है ही नहीं जिससे भूतों की मौजूदगी या उनके आकार, व्यवहार का पता किया जा सके। लेकिन सवाल ये भी उठता है कि अक्सर लोगों के फोटोग्राफ्स या वीडियो में पीछे से भागते, मुस्कुराते, झांकते, डरते भूत दिख जाते हैं। इनकी रिकॉर्डिंग्स हैं लोगों के पास और वैज्ञानिकों के पास भी। इनकी आवाजों की रिकॉर्डिंग्स भी लोगों के पास हैं। अगर भूत होते हैं तो वैज्ञानिकों को इनकी जांच करने के लिए पुख्ता सबूत की जरूरत है, जो फिलहाल नहीं है।

दिल्ली सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया

दिल्ली सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को महिला एवं बाल विकास विभाग की भी ज़िम्मेदारी दी गई है। इससे पहले पहले मंत्री राजेंद्र पाल गौतम  महिला एवं बाल विकास मंत्रालय संभाल रहे थे। आपको बता दें कि इससे पहले 23 फ़रवरी को पीडब्ल्यूडी विभाग सत्येंद्र जैन से लेकर मनीष सिसोदिया को सौंप दिया गया था। वहीं, दिल्ली होई कोर्ट ने सोमवार को शहर के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की भारतीय जनता पार्टी के नेता विजेंदर गुप्ता को मुकदमे की सुनवाई के दौरान कोई भी आपत्तिजनक ट्वीट करने से रोकने के लिए दाखिल अंतरिम आवेदन को खारिज कर दिया। गुप्ता ने दिल्ली परिवहन निगम द्वारा 1,000 लो फ्लोर बसों की खरीद में कथित अनियमितताओं के बयान दिए थे। न्यायमूर्ति आशा मेनन ने अंतरिम आदेश पारित किया और मुकदमे पर सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तारीख तय की।

अदालत ने कहा कि सरकारी लेन-देन व कार्यों को लेकर किसी भी व्यक्ति को अपने विचार प्रस्तुत करने से नहीं रोका जाना चाहिए, जब तक कि ये राष्ट्रीय हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले नहीं हों। न्यायमूर्ति आशा मेनन ने कहा कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि गहलोत और गुप्ता दोनों ही लोकप्रिय हस्ती हैं और दोनों ही विधानसभा के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में गुप्ता को रोके जाने का आदेश देना, उन्हें जनहित के मुद्दों को उठाने से रोकने के समान माना जाएगा। गहलोत ने अपनी लंबित दीवानी मानहानि के मुकदमे में अंतरिम आवेदन दाखिल किया था। उन्होंने मानहानि के मुकदमे में लो फ्लोर बसों की खरीद में अनियमितताओं से संबंधित कथित तौर पर सनसनीखेज बयान देने के लिए गुप्ता से पांच करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है। मंत्री ने अपने खिलाफ सोशल मीडिया पर गुप्ता द्वारा दिए कथित मानहानिजनक बयान और साझा की गयी पोस्ट हटाने पर अंतरिम आदेश देने का अनुरोध किया था। खंडपीठ ने 28 अगस्त 2021 को एकल न्यायाधीश के उस आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था जिसमें गहलोत के खिलाफ सोशल मीडिया पर गुप्ता के कथित मानहानिजनक बयानों और पोस्ट्स को हटाने पर अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया गया था। 

स्कूली छात्र की चाकू मारकर हत्या, जांच शुरू की

स्कूली छात्र की चाकू मारकर हत्या, जांच शुरू की    

संदीप मिश्र     

प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कंधई क्षेत्र में बुधवार सुबह एक स्कूली छात्र की चाकू मार कर हत्या कर दी गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इंटरमीडिएट के छात्र सागर सिंह की कंधई के कालूराम इंटर कालेज के पास चाकू मार कर हत्या कर दी गयी है। 

मृतक करमाही गांव का निवासी था और आज सवेरे कोचिंग के लिये घर से निकला था। पुलिस के अनुसार मृतक के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नही दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

किसानों का हित, आंदोलन से सुरक्षित: टिकैत

 किसानों का हित, आंदोलन से सुरक्षित: टिकैत

संदीप मिश्र      

बुलंदशहर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों का हित, आंदोलन से भी सुरक्षित है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद किसान आंदोलनों की आगे की रणनीति निर्धारित की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भाकियू अध्यक्ष मांगेराम त्यागी के आवास पर पहुंचने के बाद उनके बीमार भाई मुकेश त्यागी का हालचाल जाना। इस मौके पर आयोजित की गई पत्रकार वार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर सरकार एमएसपी के आधार पर किसानों के गेहूं की खरीद नहीं करती है तो जिलाधिकारी कार्यालय पर गेहूं की तौल की जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम के दिन वह अपने घरों पर रहे और किसी भी तरह के विवाद में ना पड़े। 

प्रदेशों के भीतर किसी भी पार्टी की भले ही सरकार पर बने, लेकिन उसे किसानों को बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं एवं उनके बच्चों को निशुल्क शिक्षा मुहैया कराने के बंदोबस्त करने चाहिए।उन्होंने डीजल एवं पेट्रोल के दामों की बढ़ोतरी को लेकर लगाई जा रही अटकलों के संबंध में कहा है कि अगर पेट्रोल एवं डीजल के दामों में बढ़ोतरी की जाती है तो इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा और उनके आर्थिक हालात बुरी तरह से प्रभावित होंगे। प्रेस वार्ता में डॉक्टर इरफान, मांगेराम त्यागी और सतीश त्यागी के अलावा अनेक लोग मौजूद रहे।

मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी: व्हाट्सएप

मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी: व्हाट्सएप   

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। व्हाट्सएप यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए लगातार नए-नए फीचर्स जोड़ता रहता है। अगर आप एक व्हाट्सएप यूजर हैं, तो इसके मैसेज फॉरवर्ड फीचर से परिचित होंगे। जल्द ही व्हाट्सएप इस फीचर को सीमित कर सकता है। जिसकी वजह से आप किसी मैसेज को एक ग्रुप से ज्यादा फॉर्वर्ड नहीं कर सकते हैं। फिलहाल, व्हाट्सएप इस फीचर को टेस्ट कर रहा है। अगर ऐप ये अपडेट जारी करता है, तो बहुत से यूजर्स के लिए व्हाट्सएप मैसेज फॉर्वर्ड करना मुश्किल हो सकता है। व्हाट्सएप इस कदम से 'फर्जी न्यूज' या 'गलत जानकारी' को फैलने से रोकने की कोशिश कर रहा है।

व्हाट्सएप ने इससे पहले भी मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी किए हैं। जिसके बाद यूजर्स एक वक्त में किसी मैसेज को सिर्फ 5 चैट को भी फॉर्वर्ड कर सकते हैं। साथ ही व्हाट्सएप ने किसी मैसेज के लगातार फॉर्वर्ड होने को भी सीमित कर दिया है। इससे पहले व्हाट्सएप ने फॉर्वर्ड किए गए मैसेज पर लेबल लगाना शुरू कर दिया है। ऐसा लगा रहा है कि व्हाट्सएप इस फीचर को एक्सपैंड करने की कोशिश कर रहा है। वाबीटेनफो के मुताबिक, व्हाट्सएप मैसेज फॉर्वर्ड को सिर्फ एक ग्रुप चैट तक सीमित करने की प्लानिंग कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब किसी मैसेज पर फॉर्वर्ड का लेबल लग जाता है, तो उसे एक वक्त में एक से ज्यादा ग्रुप में फॉर्वर्ड नहीं किया जा सकेगा। अगर आप एक ग्रुप से ज्यादा चैट में फॉर्वर्ड करना चाहते हैं, तो आपको मैसेज दोबारा सलेक्ट करना होगा और उसे वापस फॉर्वर्ड करना होगा।
आसान भाषा में समझें तो आप किसी एक मैसेज को एक बार में ही कई ग्रुप या चैट्स को फॉर्वर्ड नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा भी व्हाट्सएप कई नए फीचर जोड़ने वाला है। इन फीचर्स की मदद से यूजर्स का एक्सपीरियंस बेहतर होगा। हाल में आई रिपोर्ट्स की  व्हाट्सएप पर जल्द ही पोल फीचर भी जुड़ने वाला है, जिसकी मदद से यूजर्स वोटिंग कर सकेंगे। हालांकि, यह फीचर कब तक लॉन्च होंगे। इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है।

वीडियो फुटेज की सत्यता, जांच कराएगी सरकार

वीडियो फुटेज की सत्यता, जांच कराएगी सरकार     

कविता गर्ग       

मुंबई। राकांपा प्रमुख शरद पंवार ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार निश्चित तौर पर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस द्वारा सौंपी गई वीडियो फुटेज की सत्यता की जांच कराएगी। फडणवीस ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र का सत्तारूढ़ गठबंधन अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ षड्यंत्र रच रहा है। पंवार ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि उनके नाम का कथित षड्यंत्र के संबंध में ”प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष” तौर पर जिक्र किया गया है। लेकिन उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पेन ड्राइव में 125 घंटे की वीडियो रिकार्डिंग है, जिसमें यह देखा जा सकता है कि पुलिस और एमवीए (शिवसेना, राकांपा तथा कांग्रेस) के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने के लिए किस तरह से साजिश रची। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख इस आरोप पर हंसते नजर आए कि वह फडणवीस और भाजपा नेता गिरीश महाजन का राजनीतिक करियर खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि, ऐसा लगता है कि इसमें कुछ हास्यास्पद जानकारी भी है। किसी को भी इस तरह खत्म नहीं किया जा सकता। अगर यह सच है कि फडणवीस द्वारा सौंपी गई रिकॉर्डिंग 125 घंटे की है तो किसी शक्तिशाली एजेंसी के इस्तेमाल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता और ऐसी एजेंसियां केवल भारत सरकार के तहत काम करती हैं।

उन्होंने कहा कि महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार अपने विरोधियों पर निशाना साधने के लिए सत्ता का दुरुपयोग नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि, एक चीज गौर करने वाली है कि केंद्र और उसकी सभी एजेंसियों की सभी शक्तियां उन लोगों के हाथ में हैं जो देवेंद्र फडणवीस जैसी विचारधारा का अनुसरण करते हैं। पंवार ने दावा किया कि राज्य में एमवीए सरकार को अस्थिर करने की कोशिशें कामयाब नहीं हुईं और इसलिए उसे गिराने के लिए ”ऐसे विकल्प” तलाशे जा रहे हैं। राकांपा प्रमुख ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के संबंध में शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा उठाई गई शिकायत की जांच कराएंगे।

पूर्व 'पीएम' राजीव की हत्या मामलें में जमानत मंजूर

पूर्व 'पीएम' राजीव की हत्या मामलें में जमानत मंजूर  

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे ए. जी. पेरारिवलन की जमानत बुधवार को मंजूर कर ली। न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति बी. आर. गवई की पीठ ने उन दलीलों का संज्ञान लिया, जिसमें कहा गया है कि दोषी पेरारिवलन 30 साल तक जेल में रहा है और उसका व्यवहार संतोषजनक रहा है, चाहे वह जेल के भीतर हो या पैरोल की अवधि के दौरान। शीर्ष अदालत 47-वर्षीय पेरारिवलन की उस याचिका पर सुनाई कर रही थी, जिसमें उसने एमडीएमए जांच पूरी होने तक उम्रकैद की सजा निलंबित करने का अनुरोध किया है। राजीव गांधी की हत्या 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बदुर में एक चुनावी रैली के दौरान महिला आत्मघाती विस्फोट के जरिये कर दी गयी थी। आत्मघाती महिला की पहचान धनु के रूप में की गयी थी। धनु सहित 14 अन्य लोगों की मौत हो गयी थी।

गांधी की हत्या देश में संभवत: पहली ऐसी घटना थी जिसमें किसी शीर्षस्थ नेता की हत्या के लिए आत्मघाती बम का इस्तेमाल किया गया था। न्यायालय ने मई 1999 के आदेश में चारों दोषियों – पेरारिवलन, मुरुगन, संथन और नलिनी- को मौत की सजा बरकरार रखी थी। शीर्ष अदालत ने 18 फरवरी 2014 को पेरारिवलन, संथन और मुरुगन के मृत्युदंड को कम करके उम्रकैद में तब्दील कर दी थी। न्यायालय ने केंद्र सरकार द्वारा उनकी दया याचिकाओं के निपटारे में 11 साल की देरी के आधार पर फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने का निर्णय लिया था।

सुष्मिता ने एक्ट्रेस के तौर पर विश्व में पहचान बनाई

सुष्मिता ने एक्ट्रेस के तौर पर विश्व में पहचान बनाई   

कविता गर्ग      

मुंबई। सुष्मिता सेन ने एक मॉडल और एक्ट्रेस के तौर पर ना सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व में पहचान बनाई है। उनको ग्लैमर वर्ल्ड में तकरीबन तीन दशक का समय हो गया है। सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। 18 साल की उम्र में इस खिताब को जीतने वाली को पहली भारतीय थीं। इस खिताब को जीतने के 28 साल बाद उन्होंने बताया है कि फाइनल राउंड में एक सवाल को वो ठीक से समझ नहीं सकी थीं क्योंकि वो काफी मुश्किल अंग्रेजी में पूछा गया था।

सुष्‍म‍िता सेन ने अपनी बेटी अलीशा के स्‍कूल मैगजीन के लिए एक इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने बताया है कि उनकी पढ़ाई हिन्दी मीडियम स्कूल से हुई है और शुरू में उनकी इंग्लिश बहुत अच्छी नहीं थी। ऐसे में जब 18 साल की उम्र में वो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में शामिल हुईं तो एक मौका ऐसा भी आया जब उनको सवाल ही समझ नहीं आया था क्योंकि वो काफी मुश्किल अंग्रेजी में था। सुष्‍म‍िता ने बताया कि मिस यूनिवर्स फाइनल राउंड में उनसे पूछा गया था कि एक महिला होने का एसेंस (सार) क्या है? जवाब में सुष्‍म‍िता ने कहा, एक महिला होना ही अपने आप में गॉड गिफ्ट है। बच्चे का जन्‍म मां से ही होता है, जो एक महिला होती हे। वह पुरुषों को यह दिखाती और समझाती है कि देखभाल करना, शेयर करना और प्यार करना क्या है। मेरे लिए एक महिला होने का यही मतलब है।

सुष्‍म‍िता सेन ने आगे कहा, मैं एक हिंदी मीडयम स्‍कूल में पढ़ी हूं, उन दिनों मुझे अच्छी अंग्रेजी नहीं आती थी। मुझे नहीं पता कि मैंने तब सवाल में पूछे गए ‘एसेंस ऑफ वुमन’ का मतलब कैसे समझा और उसका जवाब कैसे दिया। मुझे लगता है कि उस वक्‍त अच्छी किस्मत से मैं ये जवाब दे पाई। सुष्मिता सेन ने 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। 18 साल की उम्र में इस खिताब को जीतने के बाद साल 1996 में ने हिंदी सिनेमा में बतौर एक्ट्रेस कदम रखा था। 1996 में दस्तक रिलीज हुई थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है। कई हिट फिल्में उनके नाम पर हैं। बता दें कि सुष्मिता की दो बेटियां रिनी और अलीशा हैं।

फिल्म ‘शर्माजी नमकीन’ का पोस्टर रिलीज किया

फिल्म ‘शर्माजी नमकीन’ का पोस्टर रिलीज किया    

कविता गर्ग        
मुंंबई। इस फिल्म से हितेश भाटिया बतौर डायरेक्टर डेब्यू कर रहे हैं। ‘शर्माजी नमकीन’ ऐसी पहली हिंदी फिल्म है। जिसमें दो दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर और परेश रावल एक साथ एक ही किरदार निभाते नजर आएंगे। इस फिल्म का प्रीमियर 31 मार्च को दुनिया भर के 240 देशों व क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर होगा।
इंस्टाग्राम पर फरहान अख्तर ने फिल्म का पोस्टर रिलीज किया है। पोस्टर में ऋषि कपूर का फर्स्ट लुक देखने को मिल रहा है।
नए पोस्टर में आप ऋषि कपूर की सुकून देने वाली मुस्कान देखी जा सकती है। पोस्टर को शेयर करते हुए फरहान अख्तर ने लिखा- आ रहे हैं शर्माजी, हमारी लाइफ में लगाने तड़का। 31 मार्च को वर्ल्ड प्रीमियर। कुछ ही देर में फरहान अख्तर की इस पोस्ट को लाखों लाइक्स मिल चुके हैं।आपको बता दें कि ये फिल्म एक रिटायर्ड व्यक्ति की कहानी है जो एक बेचैन महिला के किटी सर्कल में शामिल होने के बाद कुकिंग को लेकर जुनूनी हो जाता है। इस फिल्म हितेश भाटिया ने डायरेक्टर किया है। वहीं, एक्सेल एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी इस फिल्म को रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर द्वारा मैकगफिन पिक्चर्स के बैनर तले बनाया है। इसके प्रोड्यूसर अभिषेक चौबे और हनी त्रेहान भी है। इस फैमिली ड्रामा में जूही चावला, परेश रावल, सुहैल नैय्यर, तारुक रैना, सतीश कौशिक, शीबा चड्ढा और ईशा तलवार ने लीड रोल प्ले किया है।

यूपी विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनेगीं ?

यूपी विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनेगीं ?    

संदीप मिश्र        

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा या समाजवादी पार्टी के बीच किसकी सरकार बनेगी। इसमें लगाए जा रहे अनुमान व आंकड़ों के बीच बदायूं के एक गांव से बड़ा ही दिलचस्प मामला सामने आया है। गांव के दो लोगों ने योगी सरकार या अखिलेश सरकार बनने को लेकर 4 बीघा खेती की जमीन पर दांव लगाया है। दोनों ने बकायदा लिखित शर्त पर हस्ताक्षर किए हैं जिस पर पूरे गांव को इस शर्त का गवाह बनाया गया है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसके बाद यह सुर्खियों में छा गया है।

बताते चलें कि बदायूं के शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र में बिरिया डांडी गांव है। इस गांव में रहने वाले 2 किसान विजय सिंह और शेर अली के बीच यूपी में 10 मार्च को बनने वाली सरकार को लेकर बहस शुरू हो गई। सपा और भाजपा मैं किसकी सरकार बनेगी इसको लेकर शुरू हुई इन दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि मामला पंचायत तक जा पहुंचा। विजय सिंह जहां योगी सरकार बनने का दावा कर रहे थे तो वहीँ शेर अली अखिलेश यादव के जीतने का दावा कर रहे हैं।

दोनों के बीच हुई बहस को शांत कराने के लिए पंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में दोनों ने यह शर्त लगाई कि यदि भाजपा की सरकार बनी तो शेर अली शाह अपनी 4 बीघा जमीन विजय सिंह को 1 साल तक खेती के लिए दे देंगे, और यदि सपा की सरकार बनी तो विजय सिंह अपनी 4 बीघा जमीन खेती के लिए शेर अली को दे देंगे। दोनों पक्षों में कोई मुकर न जाए इसके लिए गांव के प्रमुख लोग गवाह बने हैं। इस शर्त को लिखित रूप में लिखा गया है जिसका पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जाहिर है कि इसका फैसला 10 मार्च को मतगणना के बाद ही होगा और यह भी साफ होगा कि विजय सिंह और शेर अली में से किसके पास खेती के लिए 4 बीघा जमीन आएगी।

चुनाव: 10 को मतगणना के साथ पूरा होगा इंतजार

चुनाव: 10 को मतगणना के साथ पूरा होगा इंतजार     

संदीप मिश्र     

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान सात चरण में 403 सीटों के लिये हुए मतदान का परिणाम उजागर होने का इंतजार 10 मार्च को मतगणना के साथ ही पूरा हो जायेगा। सात मार्च को सातवें और अंतिम चरण का मतदान होने के बाद चुनाव आयोग ने 10 मार्च को मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिये मतदान की प्रक्रिया पूरी हाेने के बाद सभी राज्यों के चुनाव की मतगणना एक साथ 10 मार्च को सुबह आठ बजे से शुरु होगी। उत्तर प्रदेश में मतदान की प्रक्रिया सबसे लंबी चली। 

पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिये निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को चुनाव कार्यक्रम जारी किया था। इसके तहत उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 07 मार्च तक सात चरण में मतदान हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में लगभग 60.16 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2017 में 61.11 प्रतिशत मतदान हुआ था। पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को 62.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही नाै जिलों की 55 सीटों पर 14 फरवरी को हुए मतदान में 64.66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद 20 फरवरी को तीसरे चरण में बुंदेलखंड और कानपुर संभाग के 16 जिलों की 59 सीटों पर 62.28 प्रतिशत, चौथे चरण में 23 फरवरी काे अवध और प्रयाग क्षेत्र के नौ जिलों की 59 सीटों पर 62.76 प्रतिशत, पांचवें चरण में 27 फरवरी को 12 जिलों की 61 सीटों पर 58.35 प्रतिशत, छठे चरण में 03 मार्च को पूर्वांचल के 10 जिलों की 57 सीटों पर 56.43 प्रतिशत और सातवें एवं अंतिम चरण में 07 मार्च को पूर्वांचल के ही वाराणसी सहित नौ जिलों की 54 सीटों पर 57.73 प्रतिशत मतदान हुआ। 

उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने मतगणना की तैयारियों के बारे में बताया कि राज्य के सभी जिलों में 10 मार्च को मतगणना के मद्देनजर मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। इसके लिये केंद्रीय पुलिस बल की 250 कंपनी और 61 कंपनी पीएसी की तैनात की गयी है। इनमें से सुरक्षा बलों की 36 कंपनी ईवीएम की सुरक्षा में तैनात रहेंगी और 214 कम्पनी मतगणना केन्द्रों पर कानून व्यवस्था की निगरानी में तैनात रहेंगी। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतगणना में धांधली की कोशिशों का आरोप लगाते हुए ईवीएम की रखवाली के लिए 81 जिला प्रभारी नियुक्त किये हैं। 

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 39.67 प्रतिशत मत हासिल कर 312 सीटें जीत कर इतिहास बनाया था। वहीं, सपा को 47 सीटाें से संतोष करना पड़ा था और बहुजन समाज पार्टी को 19 एवं कांग्रेस को सिर्फ सात सीटें मिल सकी थी। इस चुनाव में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। उनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री तथा सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा योगी सरकार के तमाम मंत्री शामिल हैं। योगी गोरखपुर सदर सीट से और अखिलेश मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव मैदान में है। योगी को गोरखपुर सदर सीट पर सपा की सुभावती शुक्ला चुनौती दे रही हैं, जबकि करहल में केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल बतौर भाजपा उम्मीदवार अखिलेश के सामने चुनाव मैदान में हैं। अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही देवरिया की पथरदेवा सीट, परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इनके अलावा सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान रामपुर सदर सीट से और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम खान रामपुर जिले की स्वार सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। एक अन्य बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी मऊ सीट से सुभासपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं।

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू  

संदीप मिश्र       
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव के अभी नतीजे भी सामने नहीं आए हैं।लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों में फिसड्डी बताई जा रही मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी है। जिसके चलते परिवार के लोगों को अहम जिम्मेदारियां देते हुए पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के गठन के लिए हुए चुनाव की मतगणना की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। कुछ ही घंटे बाकी मतगणना शुरू होने और उसके परिणाम आने में रह गए हैं। लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों में एग्जिट पोल के मुताबिक फिसड्डी बताई जा रही मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते बीएसपी में राष्ट्रीय स्तर पर नए सिरे से जिम्मेदारियां निर्धारित की हैं। बसपा सुप्रीमो की ओर से नई योजना को मूर्त रूप देते हुए अपने भाई आनंद कुमार एवं भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में अहम जिम्मेदारियां दी गई है।
बहुजन समाज पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर अब बस केवल एक कोऑर्डिनेटर के रूप में आकाश आनंद तैनात रहेंगे। रामजी गौतम को इस पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिवों की संख्या भी 5 से बढ़ाकर छह कर दी गई है।

लगातार 125वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर

लगातार 125वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर     

सुनील श्रीवास्तव       

नई दिल्ली/मास्को/कीव। रूस-यूक्रेन संकट से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार चल रहे उतार-चढ़ाव के बावजूद घरेलू स्तर पर लगातार 125वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर रहे। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल रूस यूक्रेन संकट के बाद ही शुरू हो गया था। जो 131.27 बैरल प्रति डॉलर की कीमत पर पहुंच चुका है।केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश, पांच और 10 रुपये घटाने की घोषणा के बाद 04 नवंबर 2021 को ईंधन की कीमतों में तेजी से कमी आई थी। इसके बाद राज्य सरकार के मूल्य वर्धित कर कम करने के फैसले के बाद राजधानी दिल्ली में भी वैट को कम करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद राजधानी में 02 दिसंबर 2021 को पेट्रोल लगभग आठ रुपये सस्ता हुआ था। डीजल की भी कीमतें हालांकि जस की तस बनी रहीं। केंद्र द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद अधिकांश राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भी पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर कम कर दिया था। जिससे आम आदमी को काफी राहत मिली थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न्यूयार्क में ब्रेंट क्रूड में कीमत 2.57 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 131.27 डॉलर प्रति बैरल पर थी, जबकि अमेरिकी क्रूड 2.18 प्रतिशत बढ़कर 126.40 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की नित्य प्रतिदिन समीक्षा होती है और उसके आधार पर प्रतिदिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की घोषणा की

पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की घोषणा की   

दुष्यंत टीकम         
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बतौर वित्त मंत्री अपना चौथा बजट पेश करते हुए सरकारी कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की घोषणा की है। 
इस घोषणा से 2004 के बाद की भर्ती वाले 2.95 लाख कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। इसके अलावा शासकीय अधिवक्ताओं के मानदेय में वृद्धि की घोषणा सीएम भूपेश बघेल ने की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट में राजीव गाँधी कृषि भूमिहीन न्याय योजना में आगामी वर्ष से 6000 की राशि को 7000 करने की घोषणा की है। इसके अलावा गौठानों को महात्मा गांधी औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।

सर्विस कमीशन के अंतर्गत ऑफिसर के पदों पर भर्ती

सर्विस कमीशन के अंतर्गत ऑफिसर के पदों पर भर्ती  

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। अगर आप भी भारतीय सेना में नौकरी कर देश की सेवा करना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा मौका हो सकता है। दरअसल भारतीय सेना ने एसएससी यानी शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत ऑफिसर के पदों पर भर्ती निकाली हैं। जिसके तहत पुरुषों के 59वें कोर्स और महिलाओं के 30वें कोर्स के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इच्छुक उम्मीदवार इंडियन आर्मी एसएससी रिक्रूटमेंट 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से कर सकते है। बता दें ऑफिसर के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री होनी जरूरी है।

इस भर्ती के द्वारा भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के कुल 191 पदों पर भर्ती होगी। जिसमें अविवाहित पुरुष के लिए 175 पद, अविवाहित महिला के लिए 14 पद और रक्षा कर्मियों की विधवाओं के लिए 2 पद शामिल किए गए हैं। आवेदन करने के लिए इच्छुक उम्मीदवार की आयु 20 से 27 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए सरकार के मानदंडों के अनुसार आयु में छूट प्रदान की जाएगी।इस भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन शॉर्टलिस्टिंग और इंटरव्यू के आधार पर होगा। इंटरव्यू के बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित किए गए उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग लेटर देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वहीं ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही उम्मीदवारों को अधिकारी के रूप में काम करने की अनुमति प्रदान की जाएगी।

सबसे पहले इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन करने के लिए पर जाएं। इसके बाद होम पेज पर ऑफिसर सिलेक्शन सेक्शन में दिए गए ऑफिसर एंट्री अप्लाई/लॉगिन पर क्लिक करें। फिर उम्मीदवारों को पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार लॉगिन करके आवेदन कर सकते हैं। साथ ही ऑनलाइन आवेदन जमा करने के बाद उम्मीदवार उसका प्रिंट आउट भी निकाल सकते हैं।

ओपिनियन व एग्जिट पोल पर रोक लगनी चाहिए

ओपिनियन व एग्जिट पोल पर रोक लगनी चाहिए      

अमित शर्मा     

चंडीगढ़। पंजाब में इस साल हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 10 मार्च को होना है। वहीं रिजल्ट से पहले एग्जिट पोल आ चुके हैं। इस एग्जिट पोल में संभावित पार्टियों की जीत और हार का आकलन किया गया है। इसी एग्जिट पोल पर अब पार्टियों के नेता भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

इसी बीच पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मीडिया से कहा है कि मुझे लगता है कि कोई भी पंजाबी एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करता है। ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल पर रोक लगनी चाहिए। चुनाव आयोग का कहना है कि इससे मतदाता प्रभावित नहीं होते हैं लेकिन आजकल कुछ सरकारें जनता के पैसे का उपयोग करके जनमत सर्वेक्षण करवाती हैं। आम आदमी पार्टी जनता के पैसे का दुरुपयोग करते हुये इस समय यही कर रही है।

कारोबारी की याचिका पर सुनवाई 10 तक स्थगित

कारोबारी की याचिका पर सुनवाई 10 तक स्थगित     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने 9,000 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की पेशी से संबंधित याचिका पर सुनवाई 10 मार्च तक स्थगित कर दी। पेशी से जुड़ी यह याचिका अवमानना के मामले से संबद्ध है जिसमें उसे दोषी ठहराया गया है। न्यायमूर्ति यू यू ललित, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा ने बुधवार को अवमानना मामले पर सुनवाई के लिए बृहस्पतिवार को दोपहर दो बजे का समय दिया। इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता और न्याय मित्र जयदीप गुप्ता ने इस आधार पर सुनवाई स्थगित करने का अनुरोध किया था कि वह एक अन्य मामले में व्यस्त होंगे। शीर्ष न्यायालय ने 10 फरवरी को माल्या के खिलाफ अवमानना मामले पर सुनवाई के लिए बुधवार की तारीख तय की थी और भगोड़े कारोबारी को उसके समक्ष निजी तौर पर या वकील के जरिए पेश होने का आखिरी मौका दिया था।

पीठ ने कहा था कि उसने माल्या को निजी तौर पर या किसी वकील के जरिए पेश होने के कई मौके दिए तथा 30 नवंबर 2021 के अपने आखिरी आदेश में विशेष दिशा निर्देश भी दिए थे। न्याय मित्र गुप्ता ने कहा था कि अदालत ने माल्या को अदालत की अवमानना का दोषी पाया है और उसे सजा सुनायी जाएगी। केंद्र की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि अवमानना मामलों में अदालत का अधिकार क्षेत्र निहित है और उसने माल्या को पर्याप्त मौके दिए हैं, जिसका उसने फायदा नहीं उठाया। पिछले साल 30 नवंबर को शीर्ष अदालत ने कहा था कि वह और इंतजार नहीं कर सकती और माल्या के खिलाफ अवमानना मामले में सजा के पहलू पर अंतिम रूप से विचार करना होगा। माल्या को 2017 में अवमानना का दोषी ठहराया गया था और उसकी सजा पर सुनवाई के लिए मामले को सूचीबद्ध किया गया।। गौरतलब है कि माल्या मार्च 2016 से ब्रिटेन में है। वह 18 अप्रैल 2017 को स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा तीन साल पहले जारी प्रत्यर्पण वारंट में जमानत पर है।

चुनाव: पंजाब में किसकी सरकार, बेसब्री से इंतजार

चुनाव: पंजाब में किसकी सरकार, बेसब्री से इंतजार    

अमित शर्मा      

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। पंजाब में किसकी सरकार बनेगी, इसका सभी को बेसब्री से इंतजार है। वहीं, नतीजों से पहले बस्सी पठाना से विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

इसके साथ ही विधायक ने कहा कि चन्नी ने बस्सी पठाना में अपने भाई की मदद की और पार्टी के खिलाफ काम किया। उन्होंने कहा कि जब मुखिया ही पार्टी के खिलाफ काम कर रहा हो तो आप जीत के बारे में कैसे सोच सकते हैं।


एक्ट्रेस रकुल प्रीत ने ग्लैमरस अंदाज में जलवे बिखेरे

एक्ट्रेस रकुल प्रीत ने ग्लैमरस अंदाज में जलवे बिखेरे    

कविता गर्ग         
मुंंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह ने इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई है। एक्ट्रेस अपनी एक्टिंग के साथ अपने लुक्स के लिए भी चर्चा में रहती हैं। ज्यादातर सिंपल आउटफिट्स में अपनी सादगी से फैंस को इंप्रेस करने वाली रकुल प्रीत सिंह ने अब अपने ग्लैमरस अंदाज में जलवे बिखेरे हैं।
रकुल प्रीत सिंह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर ग्रीन कलर की स्टनिंग शॉर्ट ड्रेस में अपनी ग्लैमरस फोटोज शेयर की हैं। एक्ट्रेस की ड्रेस में सबसे हाईलाइटिंग फीचर उनकी स्टाइलिश बलून स्टाइल स्लीव्ज हैं, जो उनकी पूरी ड्रेस को काफी ग्लैमरस लुक दे रही हैं।
रकुल की ड्रेस सिंपल होने के साथ ग्लैमरस और बेहद स्टनिंग भी हैं। डीप प्लंजिंग नेकलाइन वाली ड्रेस में रकुल का लुक किसी डीवा से कम नहीं लग रहा है।

रकुल ने ग्रीन स्टनिंग ड्रेस के साथ न्यूड ग्लॉसी मेकअप किया है। पिंक टोन की न्यूड लिपस्टिक के साथ रकुल ने न्यूड ब्राउनिश आईशैडो लगाकर अपना आई लुक क्रिएट किया है। हाईलाइटर और ब्लशर के साथ एक्ट्रेस ने अपने मेकअप को फाइनल टच दिया है।
इस ड्रेस में रकुल के ग्लैमरस फोटोज को अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं। फैंस एक्ट्रेस के लुक पर फिदा हो रहे हैं और हार्ट और फायर इमोजी के साथ अपने रिएक्शन दे रहे हैं।
आपको अगर रकुल प्रीत सिंह की ये ड्रेस पसंद आ रही है तो आप इसे डिजाइनर अमित अग्रवाल की वेबसाइट से खरीद सकती हैं। इस ड्रेस की कीमत 54,500 रुपये है।
वर्क फ्रंट की बात करें तो एक्ट्रेस फिल्म अटैक पार्ट 1 में नजर आएंगी। इस फिल्म में रकुल के साथ जॉन अब्राहम लीड रोल में होंगे। फिल्म 1 अप्रैल को रिलीज होगी।

रैंकिंग: दुनिया के नंबर-1 टेस्ट ऑलराउंडर बनें जडेजा

रैंकिंग: दुनिया के नंबर-1 टेस्ट ऑलराउंडर बनें जडेजा   

मोमीन मलिक       

नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मोहाली टेस्ट में ऐसा कमाल किया कि अब वह दुनिया के नंबर-1 टेस्ट ऑलराउंडर बन गए हैं। आईसीसी द्वारा बुधवार को ताजा टेस्ट रैंकिंग जारी की गई है। जिसमें रवींद्र जडेजा टॉप पर हैं। ऑलराउंडर की टेस्ट रैंकिंग में रवींद्र जडेजा की 406 रेटिंग हो गई हैं।
मोहाली के टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में नाबाद 175 रनों की पारी खेली थी, इसके अलावा उन्होंने मैच में 9 विकेट भी झटके थे। मैच से पहले रवींद्र जडेजा रैंकिंग में नंबर-3 पर थे। मोहाली में खेली गई इस पारी के बाद ही रवींद्र जडेजा को मौजूदा वक्त का बेस्ट ऑलराउंडर बताया जा रहा था और अब रैंकिंग में इसका असर भी दिखने लगा है।

रवींद्र जडेजा इससे पहले भी ऑलराउंडर की रैंकिंग में नंबर-1 रह चुके हैं। साल 2017 में रवींद्र जडेजा सबसे पहले ऑलराउंडर रैंकिंग में टॉप पर पहुंचे थे, तब उनके 438 प्वाइंट थे। टीम इंडिया की ओर से ऑलराउंडर की रैंकिंग में लंबे वक्त के बाद कोई जलवा देखने को मिला है। अभी तक टेस्ट की बॉलर्स, बैटर की लिस्ट में ही भारतीय बाज़ी मार रहे थे।

सेहत के लिए फायदेमंद हैं आम की पत्तियांं, जानिए

सेहत के लिए फायदेमंद हैं आम की पत्तियांं, जानिए      

सरस्वती उपाध्याय         

आम एक ऐसा फल है। जिसे शायद ही कोई ऐसा होगा, जो पसंद न करता हो। आम को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि, इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद हैं। खाने में बेहद स्वादिष्ट आम के अलावा इसकी पत्तियां भी हमारे शरीर के लिए कई मायनों में फायदेमंद मानी जाती हैं। आम की पत्तियां में कई ऐसे गुण मौजूद हैं, जो हेल्थ ही नहीं, स्किन और बालों के लिए भी लाभकारी हैं। कहते हैं कि आम के पत्तों में विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-बी जैसे कई पोषक तत्वों की भरमार होती है। साथ ही इनमें स्टेरॉयड, एल्कलॉइड, राइबोफ्लेविन, थायमिन, फेनोलिक, बीटा-कैरोटीन, फ्लेवोनोइड्स आदि जैसे कंपाउंड होते हैं। इन पत्तियों की खासियत है कि इससे बालों का झड़ना से लेकर स्किन की जलन तक को दूर किया जा सकता है।आम के पत्तों को कई तरीकों से स्किन और बालों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हम आपको स्किन और बालों के लिए आम की पत्तियों को कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है, ये बताने जा रहे हैं।

स्किन की जलन और ड्राईनेस...

आम की पत्तियों की खासियत है कि इससे स्किन की ड्राइनेस के अलावा जलन को भी दूर किया जा सकता है। इसके लिए आपको आम की पत्तियों को जलाना होगा। आम की पत्तियों को जलाने के बाद इनकी राख को प्रभावित एरिया पर लगाएं। इससे जलन में राहत मिलेगी और ड्राइनेस भी दूर होगी।

ताजी पत्तियां...

आप चाहे तो आम की ताजी पत्तियों का फेस मास्क भी बना सकते हैं। इसके लिए 4 से 5 आम की पत्तियां लें और इन्हें पीसने के बाद इनमें एक चम्मच शहद मिलाएं।अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और कुछ देर बाद नॉर्मन पानी से चेहरा धो लें। ऐसा हफ्ते में दो बार करें और आप कुछ दिनों में फर्क देख पाएंगे।

बालों के लिए...

आम की पत्तियों में विटामिन-ए और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसे अगर सही तरीके से बालों में लगाया जाए, तो हेयर ग्रोथ को बेहतर किया जा सकता है। इसके लिए आम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट को स्कैल्प लगाएं। करीब 15 मिनट बाद बालों को शैंपू से साफ कर लें। आम की पत्तियों से जुड़ी इस टिप को अपनाने से बालों की रंगत सुधरती है और उनमें मजबूती भी आती है।

खेल: कैच आउट व मांकड़िंग से जुड़े नियमों में बदलाव

खेल: कैच आउट व मांकड़िंग से जुड़े नियमों में बदलाव  

मोमीन मलिक       
नई दिल्ली। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने बुधवार को कैच आउट और मांकड़िंग से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। इसके साथ ही लार के इस्तेमाल पर स्थायी रूप से बैन लगा दिया गया है। अब किसी बल्लेबाज के कैच आउट होने पर नए बल्लेबाज को ही पहली गेंद खेलनी होगी। वहीं मांकड़िंग को अब रन आउट का हिस्सा बना दिया गया है और इस तरीके से आउट होने वाले बल्लेबाज को रन आउट माना जाएगा। मांकड़िंग का नियम हमेशा से ही विवादों में रहा है। इसे रन आउट का हिस्सा बनाने पर गेंदबाजों को इस तरीके से विकेट लेने में आसानी होगी। 
क्या है कैच आउट का नया नियम ?
कैट आउट के नए नियम के तहत अब हमेशा नए बल्लेबाज को ही पहली गेंद खेलनी होगी। पुराने नियम के अनुसार जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होता था और दोनों बल्लेबाज रन भागने की कोशिश में एक दूसरे को पार कर जाते थे, तब दूसरे छोर पर रहने वाला बल्लेबाज अगली गेंद खेलता था और नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर रहता था। अब किसी बल्लेबाज के कैच आउट होने पर नए बल्लेबाज को ही पहली गेंद खेलनी होगी भले ही दोनों बल्लेबाजों ने रन भागते हुए अपना छोर बदल लिया हो। अगर कोई बल्लेबाज ओवर की आखिरी गेंद पर ही कैच आउट होता है तो दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगले ओवर की पहली गेंद खेलेगा। 

मांकड़िंग का नियम भी बदला।
जब नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकल जाता है तो गेंदबाज गिल्लियां बिखेर कर उसे आउट कर सकता है। इसे मांकड़िंग कहा जाता है। पहले मांकड़िंग के नियम को खेल भावना के विपरीत माना जाता था और इस तरीके से विकेट लेने वाले गेंदबाज की काफी आलोचना होती थी। अब इस नियम को रन आउट का हिस्सा बना दिया गया है। इसके बाद मांकड़िंग तरीके से आउट होने वाले बल्लेबाज को रन आउट माना जाएगा। आमतौर पर स्पिन गेंदबाज ही इस तरीके से किसी बल्लेबाज को रन आउट करते हैं। 
लार के इस्तेमाल पर बैन।
अब तेज गेंदबाजों के लिए लार के इस्तेमाल पर भी बैन लगा दिया गया है। कोरोनाकाल में महामारी के संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए लार के इस्तेमाल पर बैन लगाया गया था। इसके बाद यह महसूस किया गया कि लार का इस्तेमाल न करने पर गेंदबाजों की स्विंग में कोई असर नहीं पड़ा है। इसके बाद स्थायी तौर पर लार के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। पारंपरिक तौर माना जाता था कि लार के इस्तेमाल से तेज गेंदबाज को गेंद स्विंग कराने में मदद मिलती है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-152, (वर्ष-05)
2. ब्रहस्पतिवार, मार्च 10, 2022
3. शक-1984, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 17 डी.सै., अधिकतम-33+ डी सै.। बर्फबारी, उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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