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रविवार, 17 जनवरी 2021

आइसक्रीम में मिला 'कोरोना', खरीददारों की खोज

आइसक्रीम में मिला कोरोना वायरस, घर-घर हो रही खाने वालों की तलाश

बीजिंग। पूर्वी चीन के एक शहर में आइसक्रीम में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद उस बैच के सभी डिब्बों को वापस मंगाया गया है। बीजिंग के निकट स्थित तियानजिन शहर की सरकार ने एक बयान जारी करके बताया कि शहर में स्थित दाकियाओदाओ फूड कंपनी को सील कर दिया गया है। और उसके कर्मियों की कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी जांच की जा रही है। चीनी अधिकारी उन लोगों की तलाश कर रहे हैं। जो ये आइसक्रीम खा चुके हैं। और उनका टेस्ट कराया जा रहा है।
हालांकि ,अभी तक इस बात का कोई संकेत नहीं मिला है। कि आइसक्रीम में मिले वायरस के कारण कोई व्यक्ति संक्रमित हुआ हो। सरकार ने बताया कि बैच के 29,000 डिब्बों में से अधिकतर को अभी बेचा नहीं गया है। तियानजिन में बेचे गए 390 डिब्बों का पता लगाया जा रहा है। सरकार ने बताया कि इस आइसक्रीम में न्यूजीलैंड में बना दूध का पाउडर और यूक्रेन का छाछ पाउडर इस्तेमाल किया गया था।
चीन सरकार ने कहा है कि यह बीमारी किसी अन्य देश से उसके देश में पहुंची थी। उनका कहना है कि आयातित मछली एवं अन्य खाद्य सामग्रियों में कोरोना वायरस मिला है। लेकिन विदेशी वैज्ञानिकों को इस बात पर संदेह हैं। कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला वुहान में 2019 के अंत में सामने आया था।

शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

चीन में भी मिला वायरस के नए वेरिएंट का मामला

खतरनाक। चीन में भी मिला कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पहला मामला, ब्रिटेन से लौटीं महिला हुईं संक्रमित

नई दिल्ली/ बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट (प्रकार) के पहले मामले की पुष्टि हुई है। वायरस के इस नए वेरिएंट का पहली बार ब्रिटेन में पता चला था। अब ये भारत, अमेरिका और पाकिस्तान समेत दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है। कोरोना का ये नया वेरिएंट तेज़ी से फैलता है, इसलिए ये पहले वाले वेरिएंट से खतरनाक माना जा रहा है। एएफपी के मुताबिक चीन में नए वेरिएंट से संक्रमित होने वाली महिला शंघाई की हैं। और उनकी उम्र 23 साल है। चाइनीज़ सेंटर फोर डिसीज़ कंट्रोल ने बताया है। कि महिला पिछले साल 14 दिसंबर को ब्रिटेन से लौटी थीं। उन्होंने बताया कि चीन आने के बाद महिला में हल्के लक्षण नज़र आए, जिस वजह से वो अस्पताल में भर्ती हुईं।
चाइनीज़ सेंटर फोर डिसीज़ कंट्रोल ने कहा कि ब्रिटेन से लौटने और न्यूक्लिक एसिड परीक्षण परिणामों में असामान्यताओं के चलते 24 दिसंबर को महिला के टेस्ट सैंपल का जेनेटिक सिक्वेंसिंग कराया गया था। उन्होंने बताया कि मरीज़ में ऐसे स्ट्रेन पाए गए जो शंघाई और वुहान में मिले स्ट्रेन से अलग थे। आगे और टेस्ट किए जिससे इसकी पुष्टि हो गई कि ये वही वेरिएंट है जिसे B.1.1.7 के नाम से जाना जाता है। और ब्रिटेन में अक्टूबर से फैल रहा है। आपको बता दें कि साल कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से ही हुई थी। चीन के वुहान शहर में कोरोना का पहला मामला आया था। जिसके बाद ये देखते ही देखते दुनिया के तमाम देशों में फैल गया। लेकिन अब इसके नए वेरिएंट ने चीन में दस्तक दे दी है। जिससे वहां के स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं।

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2020

60 बिलियन की प्रतिबद्धता से पीछे हट रहा चीन

इस्लामाबाद। एशिया टाइम्स ने बताया कि ग्लोबल बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के लिए पाकिस्तान की USD 60 बिलियन की प्रतिबद्धता से बीजिंग पीछे हट रहा है। एफएम शकील ने अपने लेख में CPEC (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान तेजी से ऋण संकट की ओर बढ़ रहा है। जीडीपी अनुपात में पाकिस्तान का कर्ज अब सकल घरेलू उत्पाद के 107% के उच्च स्तर पर है। सुधार और कमजोर राजकोषीय प्रबंधन लाने में सरकार की विफलता के कारण पाकिस्तान कर्ज के जाल में फंस गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में बोस्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा संकलित आंकड़ों का हवाला देते हुए हाल की मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि राज्य समर्थित चीन विकास बैंक और चीन के निर्यात-आयात बैंक द्वारा समग्र रूप से उधार देने का आंकड़ा जो 2016 में 75 बिलियन USD था वो पिछले साल घटकर केवल 4 मिलियन अमरीकी डॉलर रह गए। 2020 के आंकड़े बताते हैं कि 2020 में लगभग 3 बिलियन अमरीकी डालर की राशि तक रह गई। एक तो लोन बढ़ रहा है और अब अधिक लोन भी नहीं मिल रहा है। एफ़एम शकील ने एशिया टाइम्स के लिए लिखा, उन्होंने चीन और पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना (CPEC) में धन के खराब होने के पीछे CPEC में शामिल चीनी कंपनियों द्वारा अमेरिका के साथ बीजिंग के व्यापार युद्ध और भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया। BRI से संबंधित कई परियोजनाएं अब बंद हो गई हैं या वित्तपोषण की कमी के कारण अनुसूची के पीछे चल रही हैं। घोषित किए गए CPEC प्रोजेक्ट्स में से केवल 32 इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के रूप में पूरे हुए हैं। लेखक ने उल्लेख किया कि चीन द्वारा CPEC प्रतिबद्धताओं के अनुसार, उसे पाकिस्तान के चार प्रांतों में आठ विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) का निर्माण करना था।

दुनिया में अपना दबदबा बढ़ाने में जुटा चीन

बीजिंग। दुनिया में अपना दबदबा बढ़ाने में जुटा चीन अब भारत-अमेरिका ही नहीं बल्कि सभी देशों में जासूसी नेटवर्क को विस्तार दे रहा है। उसके पड़ोसी देश अफगानिस्तान में भी अब चीन के जासूसी नेटवर्क का खुलासा हुआ है। काबुल पुलिस ने छापा मारकर देश में खुफिया सूचनाएं इकट्ठी कर रहे चीन के 10 जासूसों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी लोग चीन की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे। इनमें से 2 लोग आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क के संपर्क में थे। हक्कानी नेटवर्क को तालिबान का खूंखार चेहरा माना जाता रहा है। उधर जासूसी नेटवर्क का खुलासा होने के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की निगरानी का जिम्मा प्रथम उपराष्ट्रपति अमरुलाह सलेह को सौंप दिया है। अमरुलाह सलेह ने काबुल में तैनात चीनी राजदूत Wang Yu से मुलाकात कर उन्हें चीनी नागरिकों के हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक अमरुलाह सलेह ने चीनी राजदूत से कहा कि यदि चीन इस मामले में माफी मांग लेता है तो वह उसके नागरिकों को क्षमादान दे सकता है। ऐसा न करने पर उनका देश आरोपियों के खिलाफ आपराधिक जांच की कार्रवाई करेगा।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...