सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

रणनीति: गाजीपुर बॉर्डर 1 किले में तब्दील हुआ

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। दिल्ली-उत्तर प्रदेश के बीच स्थित गाजीपुर बॉर्डर सोमवार को एक किले में तब्दील हो गया। जहां हजारों किसान नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन स्थल पर कई स्तरों पर बैरिकेड लगाए गए हैं और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारतीय किसान यूनियन के सदस्य और इसके नेता राकेश टिकैत यूपी गेट पर नवंबर से डटे हुए हैं। प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) सहित सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रखा गया है। स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है और वाहनों की जांच की जा रही हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से और अधिक किसान प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। पैदल जाने वाले लोगों को रोकने के लिए बैरिकेड के अलावा कंटीले तार लगाए गए हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ”गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने दिल्ली-यूपी सीमा पर जारी किसान आंदोलन के बीच गाजीपुर, सीमापुरी और दिलशाद गार्डन इलाकों का दौरा किया और जमीनी हालात की समीक्षा की। बयान में कहा गया कि पांडे और नैथानी ने दिल्ली पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति पर चर्चा की और तैयारियों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि महानिरीक्षक (मेरठ रेंज) प्रवीण कुमार ने गाजियाबाद का दौरा किया। जहां उन्होंने यूपी गेट पर विरोध स्थल और कौशाम्बी पुलिस स्टेशन का दौरा किया। एक अधिकारी ने कहा, “आईजी ने स्थानीय पुलिस और विरोध स्थल पर तैनात पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।” वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए फ्लाईओवर से सटे मार्गों पर सड़क पर भारी बैरिकेड लगाए गए हैं। कंटीले तार भी लगाए गए हैं। गौरतलब है, कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। शाहदरा जिले के दिल्ली पुलिस के कर्मियों को खुद को धारदार हथियार के हमले से बचाने के लिए लोहे के छड़ दिये गए हैं। पुलिस ने बताया कि शाहदरा जिले के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी 11 पुलिस थानों के प्रभारी अधिकारियों (एसएचओ) द्वारा यह पहल की गई है। पुलिस ने बताया कि प्रत्येक पुलिस थाने ने अपने कर्मियों को लगभग 12 लोहे के छड़ वितरित किये गए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”इसका उद्देश्य किसी भी तलवार या धारदार हथियार के हमलों से हमारे कर्मियों को बचाना है। यह उनकी आत्मरक्षा के लिए है। यह पहल शाहदरा जिले के संबंधित पुलिस थानों के एसएचओ ने की थी।” केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के बाद यह कदम उठाया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी और पंजाब सरकार के कई मंत्रियों ने सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की तथा 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के बाद से ‘लापता’ लोगों की सूची सार्वजनिक करने का आग्रह किया। तिवारी के मुताबिक, उन्होंने और पंजाब सरकार के मंत्रियों सुखजिंदर रंधावा, सुख सरकारिया और राजकुमार छबेवाल ने बजट पेश होने के बाद शाह से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट किया, ”बजट के बाद अमित शाह से मुलाकात की। हमने उनसे आग्रह किया कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किए गए लोगों की सूची सार्वजनिक की जाए ताकि उन्हें कानूनी कदम उठाने का मौका मिले।”



किम जोंग-उन की पत्नी 1 साल से लापता बताई

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की पत्नी पिछले एक साल से लापता बताई जा रही हैं। उन्हें आखिरी बार सार्वजानिक रूप से 25 जनवरी 2020 को देखा गया था। री सोल जू के इतने लंबे समय से गायब रहने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। यह आशंका भी जताई जा रही है कि किम ने ही अपनी पत्नी को गायब करवा दिया है। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी की वजह से री सोल जू ने खुद को अलग-थलग कर लिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन की पत्नी री सोल जू को आखिरी बार 25 जनवरी 2020 को देखा गया था। इस दौरान वह राजधानी प्योंगयांग में लूनर न्यू ईयर परफॉर्मेंस के दौरान अपने पति के साथ बैठी हुईं थीं। तभी से उन्हें किसी भी राष्ट्रीय कार्यक्रम में नहीं देखा गया। उन्होंने तानाशाह से 2009 में शादी की थी और 2012 में स्टेट मीडिया ने उन्हें किम जोंग उन की पत्नी के तौर पर संबोधित किया था। कहा जाता है कि री सोल जू को कहीं भी अपनी मर्जी से जाने की इजाजत नहीं है। उन्हें हमेशा पति किम जोंग उन के साथ ही देखा जाता है। 10 अक्टूबर 2020 को प्योंगयांग में मिलिट्री परेड का आयोजन किया गया था, इस दौरान भी वह कहीं नजर नहीं आईं। जबकि री सोल जू हर साल अपने पति के साथ इस कार्यक्रम में शरीक होती थीं।इसके बाद से उन्हें लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। कई लोग आशंका जता रहे हैं कि किम जोंग उन ने उन्हें गायब करवा दिया होगा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि कोरोना महामारी के खौफ की वजह से किम की पत्नी ने कहीं भी आना-जाना बंद कर दिया है। वैसे, तानाशाह का जिस तरह का इतिहास रहा है। उसे देखते हुए इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि वो अपनी पत्नी को गायब करा सकता है। किम जोंग उन पर अपने चाचा की हत्या का भी आरोप है। इसके अलावा, वो अपने कई अधिकारियों को भी मौत के घाट उतरवा चुके हैं। बता दें कि किम ने 2011 में अपने पिता की मौत के बाद उत्तर कोरिया की सत्ता संभाली थी।

रिलीज: अभिनेता आमिर ने फोन उठाना बंद किया

मनोज सिंह ठाकुर    

मुंबई। आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ जल्द रिलीज होने वाली है। लेकिन इसकी रिलीज से पहले आमिर ने चौंकाने वाला ऐलान किया है। आमिर खान हमेशा कुछ हटके करते हैं और इस बार भी उन्होंने ऐसा किया है। एक्टर ने ‘लाल सिंह चड्ढा’ की रिलीज तक अपना मोबाइल फोन बंद करने का फैसला किया है।आज कल लोग अपना फोन बंद करना तो दूर कुछ घंटों के लिए भी फोन से दूर नहीं रह पाते। ऐसे में आमिर ने कई दिनों तक फोन से दूर रहने की बात कही है। अभिनेता ने अपने फोन से दूरी बनाने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि यह लगातार उनके काम में अड़चन पैदा कर रहा है।हालांकि, ये सब जानते ही हैं कि आमिर खान अपने किरदार में पूरी तरह से ढल जाने के लिए जाने जाते हैं। आखिर वे मिस्टर परफेक्शनिस्ट जो हैं। ये आमिर की आदत रही है कि वे अपने प्रोजेक्ट्स को बहुत ध्यान से करते हैं। ऐसे में आमिर खान नहीं चाहते कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ के दरमियान भी उनका फोन बाधा बने। इसलिए अभिनेता ने यह कदम उठाया है। आमिर खान की इस फिल्म का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। आमिर की ये फिल्म इस बार भी परंपरा को जारी रखते हुए क्रिसमस पर रिलीज हो। ‘लाल सिंह चड्ढा’ में आमिर के साथ करीना कपूर नजर आने वाली हैं। इससे पहले दोनों ‘3 इडियट्स’ में साथ नजर आए थे। हमेशा की तरह ही ये उम्मीद की जा रही है कि आमिर की फिल्म इस बार भी बॉक्स ऑफिस पर कमाल करेंगे। पीके, दंगल, धूम 3, तारे जमीन पर या फिर गजनी सभी एक से बढ़ कर एक हिट रही हैं।

उत्तराखंड में बारिश और हिमपात की संभावना जारी

उत्तराखंड। प्रदेश में बारिश और हिमपात की संभावना, पढ़िए कैसा रहेगा मौसम
पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड से जल्द निजात मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विज्ञान की माने तो उत्तराखंड में जल्द ही मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार से प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। यह क्रम गुरुवार को भी बना रह सकता है। लिहाजा अगले कुछ और दिन कड़ाके की ठंड में इजाफा होने की संभावना है।
रविवार को जोशीमठ, अल्मोड़ा, मुक्तेश्वर और चम्पावत में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया। प्रदेश में चम्पावत सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया।
इस बार शीतकाल में प्रदेश में बारिश बेहद कम हुई है। पांच वर्ष में पहली बार अक्टूबर से जनवरी तक बारिश का आंकड़ा सामान्य से 71 फीसद कम रहा है। उच्च हिमालय को छोड़ दें तो प्रदेश में पांच जनवरी के बाद से हिमपात भी नहीं हुआ है। ऐसे में लोग बारिश और बर्फबारी की उम्मीद लगाए हुए हैं।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि दो जनवरी को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। ऐसे में मौसम में बदलाव संभव है। पहाड़ से लेकर मैदान तक सुबह और शाम भले ही सर्द हो, लेकिन दोपहर में धूप गरमाहट का एहसास करा रही है। दून में भी दिन के समय पारा सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। हालांकि, रात को पारे में तेजी से गिरावट आ रही है। इधर मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा छाया हुआ है।
मौसम विभाग ने ठंड से बचाव के साथ ही कोहरे में वाहन चलाते समय एतिहात बरतने की सलाह दी है।

शादी-समारोह में बीजेपी-जेजेपी को न्योता नहीं

बीजेपी-जेजेपी नेताओं का बहिष्कार, शादी व समारोह में नहीं देंगे न्योता, 19 खापों की महापंचायत में हुआ फैसला

जींद। जिले के खटकड़ टोल प्लाजा पर शनिवार को जिले की विभिन्न खापों की महापंचायत हुई। इसमें सैकड़ों पुरुष व महिलाओं ने हिस्सा लिया। महापंचायत की अध्यक्षता सर्वजातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला ने की। इसमें 19 खाप प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। महापंचायत शुरू होते ही किसान आंदोलन में जो किसान शहीद हुए हैं। उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विभिन्न खापों के प्रतिनिधियों ने टोल पर ही करीब दो घंटे तक अलग से बैठक की। इस दौरान फैसला लिया गया कि आने वाले दिनों में बीजेपी-जेजेपी नेताओं का बहिष्कार रहेगा। कोई भी व्यक्ति बीजेपी-जेजेपी के नेताओं को किसी शादी समारोह या कार्यक्रम में नहीं बुलाएगा। इसके अलावा फैसला लिया गया कि 7 फरवरी से खटकड़ टोल प्लाजा से जिले के किसान दिल्ली के टिकरी बॉर्डर के लिए पैदल कूच करेंगे। महापंचायत के फैसले का उपस्थित लोगों ने हाथ उठाकर समर्थन किया। महापंचायत में यह भी फैसला लिया गया कि यदि सरकार ने जल्द ही इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की तो इसके विरोध में खाप पंचायत फिर से एकत्र होकर कोई कड़ा फैसला लेगी। क्योंकि इंटरनेट सेवा के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पहले कोरोना के चलते लंबे समय तक बच्चे स्कूल नहीं जा सके। जीन्द जिले में बीजेपी-जेजेपी नेताओं को कोई भी व्यक्ति विवाह-शादियों या किसी अन्य कार्यक्रम का न्योता नहीं देगा। यदि कोई ऐसा करता है। तो संबंधित खाप इस पर फैसला लेगी। भाजपा-जजपा नेताओं का हर स्तर पर विरोध करेंगे। इसके साथ ही 7 फरवरी से जिले से किसान सर्वखाप पंचायत के बैनर के साथ दिल्ली के टिकरी बॉर्डर के लिए पैदल कूच करेंगे। कोई भी व्यक्ति घरों पर किसी पार्टी का झंडा नहीं लगाएगा। सभी अपने घरों पर तिरंगा और किसानों से संबंधित यूनियनों के झंडे लगाएंगे। सभी खाप अपने स्तर पर गांवों में कमेटी बनाकर आंदोलन के लिए चंदा एकत्र करे। हरियाणा के कुछ जिलों में बंद इंटरनेट सेवा पर कहा कि सरकार जल्द इंटरनेट सेवा बहाल करे, नहीं तो फिर खाप रोड जाम करने तक के कड़े फैसले ले सकती है। महापंचायत में एक ही बात पर जोर रहा कि दिल्ली में टिकरी बॉर्डर पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान पहुंचे। इसके लिए संबंधित खाप अपने स्तर पर रणनीति तैयार करे। बॉर्डर पर जितने किसान बॉर्डर से वापस आएं, उतनी ही संख्या में किसान उसी दिन बॉर्डर पर पहुंचे। खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि पूरा हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरा देश किसान नेता राकेश टिकैत के साथ है। केंद्र व यूपी सरकार राकेश टिकैत को अकेला न समझ इस मौके पर बिनैन खाप के प्रधान नफे सिंह नैन, सर्व जातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां प्रधान दलबीर खेड़ी मंसानिया, चहल खाप प्रधान सुरजीत बड़ौदा, कंडेला खाप से राममेहर, ईश्वर कंडेला, कालवन तपा से फकीरचंद नैन, बराह खाप से कुलदीप, माजरा खाप से बिजेंद्र फौजी, देशवाल खाप से रामफल देशवाल, उझाना खाप से चंद्र सिंह, सिक्किम सफा खेड़ी, राकेश खटकड़, ईश्वर फौजी आदि मौजूद रहे।

मृत कर्मचारी की पत्नी अपराधी, पेंशन की हकदार

मृत कर्मचारी की पत्नी अपराधी तो भी फैमिली पेंशन की हकदार- हाईकोर्ट
राणा ओबराय  
चंडीगढ़। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि सरकारी कर्मचारी की विधवा यदि हत्यारिन है, तो भी उसे फैमिली पेंशन देने से इनकार नहीं किया जा सकता। मामला अंबाला निवासी बलजीत कौर की फैमिली पेंशन रोकने के मामले से जुड़ा हुआ है। बलजीत कौर के पति तरसेम सिंह हरियाणा सरकार के कर्मचारी थे। और उनकी 2008 में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद 2009 में उनकी पत्नी पर हत्या का एक मामला दर्ज हुआ था। उनकी पत्नी बलजिंदर कौर को 2011 में दोषी करार दिया गया था। 2011 में उसे दोषी करार देने के बाद हरियाणा सरकार ने उसको दिए जाने वाले वित्तीय लाभ रोक दिए थे। नियम के अनुसार सरकारी कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी को कर्मचारी की सेवानिवृत्ति की तिथि तक वित्तीय लाभ जारी किए जाते हैं। सेवानिवृत्ति की आयु पूरी होने के बाद पत्नी फैमिली पेंशन की हकदार होती है। हरियाणा सरकार ने यह कहते हुए वित्तीय लाभ तथा फैमिली पेंशन से इनकार कर दिया था। कि पत्नी का आचरण सही नहीं है। और वह दोषी करार दी जा चुकी है।
हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार के आदेश को खारिज करते हुए कहा कि यह आदेश नियमों के विपरीत है। यदि कर्मचारी का आचरण सही नहीं है। या फिर उसे गंभीर अपराध में दंड मिला है तो उसे सजा के तौर पर पेंशन या अन्य लाभ से महरूम रखा जा सकता है। यदि पत्नी का आचरण सही नहीं है या फिर वह गंभीर मामले में दोषी करार दी जा चुकी है। तो भी वह फैमिली पेंशन व वित्तीय लाभ की हकदार है। हाईकोर्ट ने कहा कि हरियाणा सरकार ने आदेश जारी करते हुए गलती की है। यदि कर्मचारी की हत्या उसकी पत्नी करती है। तभी उसे वित्तीय लाभ से वंचित रखा जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि सोने की अंडे देने वाली मुर्गी को कोई नहीं काटता। कोई पत्नी केवल वित्तीय लाभ के लिए कर्मचारी की हत्या न कर दे इसलिए नियम बनाया गया था।
फैमिली पेंशन एक कल्याणकारी नियम है। जिसे कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए बनाया गया है। ऐसे में पत्नी किसी अपराधिक मामले की दोषी होकर भी फैमिली पेंशन की हकदार है। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को दो माह के भीतर याचिकाकर्ता को लंबित वित्तीय लाभ तथा फैमिली पेंशन जारी करने का आदेश जारी किया है।

2 साल की उम्र में गई आंखों की रोशनी,आईएएस

2 साल की उम्र में चली गई आंखों की रोशनी, पहली बार में यूपीएसी परीक्षा पास कर हरियाणा का राकेश बना आईएएस अधिकारी
राणा ओबराय  
चंडीगढ़। कहते है, कि अगर दिल में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो और मजबूत हौसला हो तो उसकी कभी भी हार नहीं होती। दूनियां में ऐसे बहुत से लोग हैं। जिसको इस समाज ने नकारा समझा था। और उन लोगों ने कामयाबी हासिल करके उनको गलत साबित कर दिया। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं। क्यों कि उन लोगों को कही से प्रेरणा जरूर मिली हैं। सफलता की कई कहानियां न सिर्फ आपको आकर्षित करती हैं। बल्कि भीतर से जज्बे और जुनून से भर देती हैं। ऐसी ही एक कहानी है। दृष्टिबाधित आईएएस राकेश शर्मा की जिन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी पास कर न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया। बल्कि यह भी दिखा दिया कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। राकेश को देखकर कभी लोगों ने उनके परिवार से कहा था। कि इनको अनाथ आश्रम छोड़ दो। लेकिन लोगों की बातों से बिना इत्तेफाक रखे परिवार ने बेटे का पूरा साथ दिया और इस मुकाम तक पहुंचने में मदद की। राकेश हरियाणा के भिवानी जिले में स्थित एक छोटे से गांव सांवड़ के रहने वाले हैं। राकेश की दो साल की उम्र में ही आंखों की रोशनी चले गई। लेकिन परिवार का धैर्य और आत्मविश्वास कभी नहीं टूटा। परिवार के साथ ही राकेश ने भी कभी हार नहीं मानी। लोगों ने उनकी स्थिति देखकर परिवार से कहा कि उन्हें आश्रम में डाल दें ताकि ठीक से परवरिश हो सके। लेकिन परिवार ने राकेश को आम बच्चे की तरह पाला और हमेशा उनकी हिम्मत बढ़ाई। राकेश ने अपनी आंखें दवा के रिएक्शन की वजह से खोई थी। परिजनों ने राकेश का इलाज भी करवाया पर कुछ फायदा नहीं हुआ और उनका विजन पूरी तरह से चला गया। राकेश को उनकी स्थिति देखकर सामान्य स्कूल में दाखिला नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई स्पेशल स्कूल में की। बारहवीं स्पेशल स्कूल से पास करने के बाद राकेश ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। जहां से उनके आत्मविश्वास को काफी मजबूती मिली। उनका कहना है। कि दिल्ली विश्वविद्यालय में होने वाली एक्टिविटीज और शिक्षक व साथियों के प्रोत्साहन से वे न केवल जीवन के तमाम पहलुओं से वाकिफ हुए, बल्कि उनके भीतर कुछ बड़ा करने की इच्छा ने भी जन्म लिया। दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बातचीत करते हुए राकेश ने कई बातें साझा की हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा तैयारी से लेकर अपने जीवन के पहलुओं पर खुलकर बताया। राकेश ने साल 2018 में पहले ही प्रयास में युपीएसी की परीक्षा में सफलता पाई और आईएएस बने। वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे। दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.ए और सोशल वर्क में मास्टर्स करने के बाद उन्होंने आईएएस बनकर देश सेवा की ठानी। उन्होंने समाज में बदलाव के लिए आईएएस बनने का सपना देखा जो कि पूरा हुआ। अपनी मेहनत के बदौलत वह पहले ही प्रयास में 608 रैंक हासिल कर आईएएस बन गए। राकेश कहते हैं। कि माता-पिता की कृपा की वजह से ही वह यहां पहुंचे हैं। उनको शिक्षकों का भी भरपूर सहयोग मिला। दिन-रात की मेहनत ने यूपीएससी में सफलता दिलाई।

बिनाण खाप का फैसला, 52 गांवों का समर्थन

किसान आंदोलन को लेकर बिनाण खाप का बड़ा फैसला, 52 गांवों ने दिया समर्थन

जींद। गांव दनौदा के बिनैण खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर किसान आंदोलन को लेकर 52 गांवों के लोगों की महापंचायत हुई। महापंचायत में दनौदा तपा, धमतान तपा, कालवन तपा के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। महापंचायत में शामिल लोगों से सुझाव मांगे गये। जिस पर लोगों ने किसान आंदेालन में अलग-अलग विचार दिए। बिनैण खाप के हर गांव में सभी घरों पर भाकियू का झंडा व तिरंगा झंडा लगाया जाएगा। अध्यक्षता बिनैण खाप के प्रधान नफे सिंह नैन ने की तथा मंच संचालन प्रैस प्रवक्ता रघबीर नैन ने किया।
बिनैण खाप के प्रधान नफे सिंह नैन ने कहा कि किसान आंदोलन मजबूती के साथ चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा मत करना। क्योंकि उन्होंने पहले कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि आरएसएस से जुड़े लोगों को अपने बीच में नहीं आने देना, क्योंकि वे किसानों की बातें सुनकर ऊपर तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि मुकेश अंबानी की पत्नी 3 लाख रुपये के कप में चाय पीती है। और अरबों रुपये का बंगला में रहती है। ये किसानों की जमीन खरीदेंगे और उनको ही गुलाम बनाएंगे। वहीं हमें महंगे दाम पर सामान देंगे।
कालवन तपा के प्रधान फकीरचंद ने कहा कि हमें अनाज मंडी के आढ़तियों को भी आंदोलन में शामिल करना चाहिए, क्योंकि तीन कृषि कानून लागू होने से उनको ही ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए जिन किसानों के आढ़ती हैं। उनको समझाएं कि यह लड़ाई उनकी भी हैं। जिला पार्षद मोनू दनौदा ने कहा कि यह किसान आंदोलन सबसे बड़ा आंदोलन बनकर उभरा है। क्योंकि इस आंदोलन में हर धर्म, जाति के लोग शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मजदूर किसान से जुड़ा हुआ है। अगर किसान के पास जमीन नहीं रहेगी तो मजदूर के पास रोजगार कैसे रहेगा। उनकी खाप जो भी जिम्मेदारी लगायेगी, तो वह तन-मन-धन से साथ देगा।
प्रेस प्रवक्ता रघबीर नैन ने कहा कि हर जाति, धर्म के लोग बढ़-चढ़कर सरकार के खिलाफ आंदोलन में भाग ले रहे हैं। महापंचायत में शामिल मुस्लिम, ब्राह्मण समाज सहित 36 बिरादरी के लोगों ने भी किसान आंदोलन में हर बच्चे की कुर्बानी देने की बात कही है। इस अवसर पर धमतान तपा प्रधान डॉ. प्रीतम, बलवान दनौदा, बिट्टू नैन, मनदीप दनौदा, बलबीर लौन, ईश्वर खरल, पुरुषोत्तम शर्मा, रत्न सिंह जैलदार, अमर नैन, चांद बहादुर, डा. रामचंद्र, अंग्रेज नैन, मेहर सिंह, कुलदीप आदि मौजूद रहे।
महापंचायत में चार प्रस्ताव हुए हाथ उठाकर पास
बिनैण खाप से प्रत्येक गांव, मोहल्ले से हर धर्म, जाति के लोग दिल्ली बॉर्डर पर जायेंगे। बॉर्डर पर जाने वाले लोगों की समय-समय पर बदली की जायेगी। किसान आंदोलन में बिनैण खाप की अहम भूमिका रहेगी।
गाँवों में हर घर पर किसान यूनियन का झंडा लगाया जायेगा और किसी पार्टी के झंडा हो, उसको उतार लिया जायेगा। किसान यूनियन के साथ तिरंगा झंडा लगाया जाये, तो वे बेहतर रहेगा।आँदोलन में बिनैण खाप अनुशासन में रहेगी। खाप का कोई भी आदमी अनुशासनहीनता नहीं करेगा। प्रधान की बातों पर अमल करेगा। कोई भी व्यक्ति झगड़े की पहल नहीं करेगा।
हर गांव, मोहल्ले से ज्यादा से ज्यादा संख्या में ट्रैक्टर जायेंगे। खाप का हर बच्चा जाति, धर्म और गोत्र से ऊपर उठकर किसान धर्म अपनायेंगे। किसानों से किला वाइज पैसे इकट्ठे किये जायेंगे, जिन गरीब लोगों के पास साधन नहीं हैं। उनको साधन मुहैया करवाए जायेंगे। जो भी बिना जमीन का है। अपनी बिरादरी के नौकरी वालों से चंदा इकट्ठा करेंगे। जो भी चंदा इकट्ठा किया जायेगा, वो गाडिय़ों पर खर्च किया जाएगा और भंडारे में सामान पहुंचाया जाएगा।
पूनिया खाप अर्धनग्न होकर दिल्ली कूच करेगी
सर्वजातीय पूनिया खाप की बैठक रविवार को अर्बन एस्टेट स्थित जाट धर्मशाला में हुई। जिसकी अध्यक्षता खाप के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट जितेंद्र छातर ने की। खाप ने 36 बिरादरी से 66 दिन से चल रहे किसान आंदोलन में भाग लेने की अपील की। केंद्र सरकार को तुरंत प्रभाव से कृषि कानून पर संसद में पुनर्विचार करके कानून वापस लेने चाहिए। छातर ने कहा कि सर्वजातीय पूनिया खाप अर्धनग्न होकर हजारों की संख्या में दिल्ली कूच करेगी। बैठक में जींद के प्रधान कृष्ण पूनिया सरपंच, जिला कैथल के प्रधान मान सिंह पूनिया, हिसार के प्रधान नरेश पूनिया सरपंच, आजाद पूनिया, सोनी, भागल, कर्ण, सूबेदार प्रताप, महेंद्र, सुबेर पूनिया कोयल आदि मौजूद रहे।

नशीली दवा देकर नौकर करता था रेप, कड़ी सजा

मालकिन को चाय में नशीली दवा देकर नौकर करता था दुष्कर्म, खुलासा होने पर आरोपी को मिली कड़ी सजा

मेदिनीपुर। मालकिन को चाय में नशीला पदार्थ पिला कर उसके साथ दुष्कर्म करने के मामले में शनिवार को प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीष मोतीश कुमार ङ्क्षसह ने आरोपित नौकर को बीस वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। 
न्यायाधीश ने दुष्कर्मी नौकर द्वारा मालकिन के साथ दुष्कर्म करने की घटना का वीडियो बनाकर उसे वायरल करने का भय दिखाकर लाखों रुपये ऐंठने के लिए आरोपित को तीन वर्ष की सजा सुनाई। सजा के अलावा साठ हजार रुपया जुर्माना अदा करने और नहीं देने पर एक वर्ष साधारण कारावास की सजा भुगतने का फैसला दिया है। यह सजा पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिमी मेदिनीपुर जिला अन्तर्गत मोहनपुर थाना क्षेत्र के एकपुरा निवासी सुकुमार जाना को दी गयी है।
जानकारी के मुताबिक, इस घटना की प्राथमिकी 28 जून 2019 को पीडि़ता के टंकित आवेदन पत्र के आधार पर सदर थाना में दर्ज की गयी थी ।आवेदन में कहा गया था कि उपरोक्त तिथि से कुछ माह पूर्व पीडि़ता के पति की पोङ्क्षस्टग गया जिला में थी। आरोपित उसके घर में नौकर के रूप में काम करता था। एक दिन जब उसका पति आफिस एवं बच्चे स्कूल चले गये थे। तो उसने आरोपित को चाय बनाने को कहा।आरोपित ने चाय में नशीला पदार्थ मिला दिया। जिसे पीने के बाद वह बेहोश होकर पलंग पर गिर गयी। 
बेहोशी की हालत में आरोपित नौकर ने उसके साथ दुष्कर्म कर इसकी वीडियो बना ली और घर से चला गया। होश आने पर उसे घटित घटना का एहसास हुआ। डर से महिला ने अपने पति को नहीं बतायी। अगले दिन आरोपित पुन काम करने आया और पीडि़ता को अकेला पाकर उसे वीडियो और फोटो दिखाकर उसकी बात मान लेने और नहीं तो इसे सोशल मीडिया एवं वाट्सएप पर वायरल कर देने की धमकी दी।

आजकल तिरंगे पर बड़ा आंसू बहा रहे हैं कुछ लोग

जो लोग 2002 तक अपने कार्यालय पर कभी तिरंगा नहीं फहराते थे... वही आजकल तिरंगे पर बड़ा आंसू बहा रहे हैं। 
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। जो लोग 2002 तक अपने कार्यालय पर कभी तिरंगा नहीं फहराते थे। वही आरएसएस वाले आजकल तिरंगे पर बड़ा आंसू बहा रहे हैं। इससे कौन सहमत नहीं होगा कि तिरंगे का अपमान नहीं होना चाहिए लेकिन पिछले 80 सालों में तिरंगे का संघ परिवारियों से ज्यादा अपमान किसी ने नहीं किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ खुद 2002 तक अपने नागपुर कार्यालय पर तिरंगा नहीं फहराता था। इसका जवाब इन्होंने आज तक नहीं दिया। साल था... 2001. 26 जनवरी को नागपुर के आरएसएस मुख्यालय में राष्ट्रप्रेमी युवा दल के तीन युवक घुस गए और तिरंगा फहराने का प्रयास किया. ये तीनों थे। बाबा मेंढे, रमेश कलम्बे और दिलीप चटवानी। इन तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और 12 साल तक मुकदमा चला। उनका अपराध ये था। कि गणतंत्र दिवस पर आरएसएस का तिरंगा झंडा न फहराना उन्हें बुरा लगता था और वे खुद ये काम करने आरएसएस के कार्यालय गए थे। इन तीनों को अगस्त 2013 में नागपुर की एक अदालत ने बाइज्जत बरी किया। इस कांड के बाद 2002 में आरएसएस मुख्यालय पर तिरंगा झंडा फहराया जाने लगा। सवाल ये है। कि आजादी से लेकर 2002 तक आरएसएस के लोग खुद ​अपने मुख्यालय ​पर तिरंगा क्यों नहीं फहराते थे। क्या 2002 के पहले तिरंगा भारत का राष्ट्रध्वज नहीं था। या फिर आरएसएस खुद देशभक्त नहीं था।
क्या आरएसएस तिरंगा इसलिए नहीं फहराता था। क्योंकि आजादी के समय से ही वह भारतीय संविधान और राष्ट्रीय झंडे के खिलाफ था। क्या इसलिए कि इनके गुरु गोलवलकर भारत के तिरंगे झंडे को अशुभ बता चुके थे।  जो खुद दो दशक पहले तक तिरंगा नहीं फहराते थे। वे रिटायर्ड फौजियों और किसानों ने देशभक्ति का सबूत मांगे तो ये बात बेहद अश्लील लगती है। 
जब देश आजाद हुआ। तब भारत के संविधान और तिरंगे झंडे के खिलाफ आरएसएस ने देश भर में अभियान चलाया था। तिरंगे झंडे के खिलाफ आरएसएस और हिंदू महासभा के नेता आग उगलते घूम रहे थे। आरएसएस के सरसंघचालक गोलवलकर ने गुरु पूर्णिमा पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था। ‘सिर्फ और सिर्फ भगवा ध्वज ही भारतीय संस्कृति को पूरी तरह प्रतिबिंबित करता है। हमें पूरा यकीन है। अंतत पूरा देश भगवा ध्वज के सामने ही अपना सिर झुकाएगा 
गोलवलकर का कहना था। यह (तिरंगा) कभी भी हिंदुओं के द्वारा न अपनाया जायेगा और न ही सम्मानित होगा। तीन का शब्द तो अपने आप में ही अशुभ है। और तीन रंगों का ध्वज निश्चय ही बहुत बुरा मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालेगा और देश के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगा। हिंदू महासभा के नेता वीडी सावरकर ने संविधान सभा में कहा था। भारत का प्रतीक सिर्फ भगवा-गेरू रंग ही हो सकता है। अगर किसी झंडे में ‘कम से कम एक पट्टी भी भगवा नहीं होगी तो हिन्दू उसे अपना झंडा नहीं मानेंगे। आजादी के बाद भी इनकी ये हरकत जारी रही। आरएसएस ने कभी भी तिरंगे को भारतीय राष्ट्र का ध्वज नहीं माना था। लेकिन 2002 के केस के बाद वे देशभक्त बन गए और अब दूसरों से देशभक्ति का प्रमाण मांगते फिरते हैं। गांधी की हत्या में संलिप्तता के मामले में सरदार पटेल ने संघ पर प्रतिबंध लगा दिया था। ये प्रतिबंध हटाया गया तो पटेल ने आरएसएस के सामने शर्त रखी थी। कि यह संगठन तिरंगे को राष्ट्रध्वज मानेगा और संविधान का सम्मान करेगा। ऐसे लोग आज भारत के आम किसानों की देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं। ये सही है कि तिरंगे का सम्मान करना चाहिए। लेकिन ये लेख लिखने तक दिल्ली में आपकी ही सरकार है। लाल किले पर जिसने तिरंगे के पास दूसरा ध्वज फहराया, उसे पकड़ा क्यों नहीं गया? इसका जवाब सीधा सा है। कि कभी वे तिरंगे के खिलाफ लोगों को उकसाते थे। आज तिरंगे की आड़ लेकर लोगों को उकसा रहे हैं।
वे देश के किसानों और रिटायर्ड जवानों को खालिस्तानी और पाकिस्तानी बताने जैसा मूर्खतापूर्ण बकवास कर रहे हैं। लेकिन संघियों को पहले खुद इस बात का जवाब देना चाहिए 2002 के पहले तिरंगा भारतीय राष्ट्र का राष्ट्रध्वज नहीं था। या फिर आरएसएस देशभक्त नहीं था। देश के साथ छलप्रपंच आरएसएस, महासभा और मुस्लिम लीग जैसे संगठन करते हैं। आज ये काम राजनीतिक दल कर रहे हैं। 
भारत के किसानों, मजदूरों और आम लोगों ने तिरंगा अपने लहू की कीमत पर हासिल किया है। मुझे यकीन है। कि जिस दिन उस पर खतरा आएगा, लाखों करोड़ों भारतीय बिना कहे फिर से बलिदान देने को तैयार हो जाएंगे। जिन किसानों के बीच आप खालिस्तानी खोज रहे हैं। उनके बेटे अब भी सीमा पर पहरा दे रहे हैं। जिन्हें इन तथ्यों पर संदेह हो वे शम्सुल इस्लाम, सुभाष गाताडे और सौरभ वाजपेयी जैसे विद्वानों के लेख गूगल कर लें या उनकी किताबें मंगवा लें।

पत्रकार यूनियन के चुनाव संपन्न, इन्हें दी कमान

हरिद्वार: देवभूमि पत्रकार यूनियन के चुनाव संपन्न, इन्हें मिली जिले की कमान
पंकज कपूर  
झबरेड़ा (हरिद्वार)। सोमवार को यहां हुए देवभूमि पत्रकार यूनियन, रजि. के सर्वसम्मत चुनाव में जिला हरिद्वार इकाई के लिए जिला अध्यक्ष पद पर दुष्यंत शर्मा तथा जिला महासचिव पद पर रोहित राणा को चुना गया। उक्त घोषणा करते हुए चुनाव अधिकारी घनश्याम गुप्ता (प्रधानाचार्य, नेशनल कन्या इंटर कालेज,( खानपुर) ने कहा कि उक्त के अलावा सुनील कुमार शर्मा- उपाध्यक्ष, गगन कुमार- प्रचार मंत्री एवं दिनेश कुमार, अमर मौर्या, अनिल त्यागी, प्रमोद कुमार, हनीफ सलमानी व श्रवन गिरी सदस्य कार्यकारिणी चुने गए। सदन ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष व महासचिव को अधिकृत किया कि वे परस्पर सहमति से कार्यकारिणी के शेष पदों पर मनोनयन कर 21 सदस्यीय कार्यकारिणी संस्तुति हेतु प्रदेश मुख्यालय को प्रेषित करें। सदन ने सर्वसम्मति से वरिष्ठ पत्रकार श्रीगोपाल नारसन (एडवोकेट) को संरक्षक घोषित किया, जिसका सभी उपस्थित पत्रकारों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। साथ ही चुनाव सम्पन्न कराने हेतु चुनाव अधिकारी श्री घनश्याम गुप्ता का भी आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल व संचालन प्रदेश महासचिव डॉ. वी.डी. शर्मा ने किया। कार्यक्रम में उक्त के अतिरिक्त सर्वश्री अनिल वर्मा – प्रदेश उपाध्यक्ष, रवि अरोड़ा प्रदेश सचिव व शशिकांत मिश्रा- प्रदेश प्रचार मंत्री, दीपक गुलानी- जिला महासचिव देहरादून, नीलेश, प्रमोद कुमार (राष्ट्रीय सहारा), सुनील कुमार शर्मा (कलयुग का तहलका), रोहित कुमार (न्यूज इंडिया चैनल व दैनिक भाष्कर), पुष्पेंद्र कुमार (साधना प्लस न्यूज़ चैनल), गगन धीमान (साधना प्लस), दिनेश कुमार (फ़ास्ट न्यूज़), अमर मौर्य (न्यूज़ चैनल), डाल चंद्र (एच एन एन, न्यूज़ चैनल), अनिल कुमार त्यागी ( बद्री विशाल), हर्ष हसीन (रूड़की) सौरभ गुप्ता (अभिप्रेरणा – रुड़की) आदि उपस्थित थे। अंत में नवनियुक्त जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने सभी पत्रकार बन्धुओं का आभार व्यक्त किया।

किसानों की आय पर विपरीत प्रभाव, आंदोलन

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। लगातार हो रहे कृषि कानूनों का विरोध देख सोचा लोगो को इसे समझने-जानने कि आवश्यकता है, जैसा कि सरकार का दावा था। किसानों की आय दोगुनी करने का उसके चलते यह कानून बनाए गए है। किन्तु क्या आप जानते है, कि इन कानूनों का विपरीत असर किसानी और खाद्य सुरक्षा पर हो सकता है तो आइए जानते है। विस्तार से आखिर इन कानूनों का विरोध हो क्यों रहा है ? पहला कानून कृषि ट्रेड एंड फैसिलिटेशन पर आधारित है। अर्थात् जिस तरह से आज ऑनलाइन समान कि बिक्री होती है। उसी तरह किसान को भी अपनी फसल बेचने के रास्ते दिए जा सकते है। इस बिल के अनुसार अब किसान अपनी फसल किसी भी राज्य में बिना किसी टैक्स को दिए बेच सकते है। अब इसका विरोध क्यों करना भला तो ठहरिए, 1155 में लागू हुए एपीएमसी में किसानों को अपनी फसल बेचने पर क्या वाकई नुकसान होता है। इसका उत्तर जरूर हा में दिया जा सकता है। क्योंकि यह लाइसेंस धारी बिचौलिए होते है। जिन्हे किसान अपनी फसल बेचता है। और फिर बिचौलिए इस फसल को ट्रेड कंपनी या मार्केट के दुकानदारों को बेचता है। जिसमे कमाई बिचौलियों की होती है। और किसान को सिर्फ उसकी लागत और थोड़ा बहुत ही मुनाफा मिल पाता है। जिस तरह प्रारंभ में ऑनलाइन समान खरीदने पर डिलीवरी फ्री होती थी। किन्तु अब नहीं होती है। क्योंकि कंपनी धंधा मुनाफे के लिए करती है। सरकार का पक्ष - इस कानून के आ जाने से किसान अपनी फसल किसी भी राज्य में प्राइवेट मंडियों में बेच सकता है। हालाकि किसानों को अभी भी दूसरे राज्यों में जाकर अपनी फसल बेचने का अधिकार है। मगर बिचौलिए सिर्फ अपने लाइसेंस अधिकृत एपीएमसी में ही बेच और खरीद सकता है।
विपरीत असर - इस कानून के लागू होने के बाद धीरे धीरे एपीएमसी का उपयोग ना होने से उन्हें बंद होने की संभावना है। फिर किसानों के पास सिर्फ प्राइवेट मंडी ही बचेगी जहा उसे अपने मन मुताबिक दाम नहीं मिलेंगे और मजबूरी में किसानों को फसल को कंपनी के अनुसार दिए दामो पर बेचना होगा। एक राज्य से दूसरे राज्यों में कई किलोमीटर दूर अपनी फसल ले जाने के बाद खर्चों का वहन किसे करना है। यह पता नहीं होगा, सरकार अपने पक्ष में कह रही है। कि एपीएमसी बंद नहीं होगी मगर इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है। इससे एमएसपी की भी कोई गारंटी नहीं होगी की अगर कोई कंपनी फसल की लागत से कम दाम दे तो किसानों के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं होगा अपनी फसल बेचने का। साथ ही राज्यों को मिलने वाला टैक्स भी समाप्त हो जाएगा जो उसे मंडियों के माध्यम से मिलता है।
आम जनता पर असर मंडियों में काम करने वाले मजदूर, अकाउंटेंट, सफाईकर्मी, ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों के पास रोज़गार जाने की पूरी संभावना है। जनता को पैकिंग फूड खरीदने के लिए विवश होना पड़ेगा जो कि उसे महंगे दामों में मिलने की संभावना होगी। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग - कृषि कानून कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को लीगल करके किसानों को अधिकार दे रही है। कि जिन फसलों का दाम उसे सही मिले या जिस कंपनी से उसका कॉन्ट्रैक्ट होगा उसी फसल की खेती करे। किसान कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर सकता है। मगर कंपनी नहीं कर सकती है। विपरीत असर - जब कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की जाएगी तो 85 प्रतिशत किसान जो की छोटे किसान है। अर्थात् 2 एकड़ से कम  के मालिक है। या लीज़ पर जमीन लेकर किसानी मजदूरी का काम करते है। जो की बहुत ज्यादा फसल नहीं उगा पाएंगे और उन्हें बड़े किसानों या बिचौलियों के साथ जुड़कर है। अपनी फसल को बेचना पड़ सकता है। अगर किसी भी प्रकार का घोटाला होता है। तो राजस्व विभाग का एसडीएम ही उनके केस का निर्णय करेगा और राजस्व विभाग का भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं है। इससे घोटाले बड़ सकते है और किसानों के शोषण कि भी संभावना है। अगर किसान के साथ कोई बेईमानी होगी तो कितने समय में उसका निराकरण होगा। साथ ही मौसम के कारण हुए नुकसान का क्वालिटी पर असर होगा और किसानों को नुकसान होगा उन्हें उस फसल की एमपीएस भी नहीं दी जाएगी जो दाम कंपनी देगी वह लीगल होगा। आम जनता पर असर - जिन फसलों के दाम किसानों को अच्छा मिलेंगे वे उसी की खेती करेंगे और यह पूर्व में ही फसल को खरीदने का कॉन्टैक्ट होगा जिससे आम जनता को वहीं खरीदना पड़ेगा और इतना ही दाम देना होगा जो कंपनी चाहती है। बड़ी कंपनी में अधिकतर कार्य मशीनों से होते है। इससे बेरोज़गारी बड़ सकती है । एसेंशियल, स्टोरेज - सरकार ने इस कानून में अनिश्चित मात्रा तक कंपनियों को स्टोरेज करने की सुविधा दी है। वह किसानों से खरीद कर अपने पास स्टोर कर सकती है। विपरीत असर इस कानून के जरिए देश में कालाबाजारी बड़ सकती है। कंपनिया तय करेगी कि फ़सल को किस दाम पर देश में बेचना है। कंपनियों का एकाधिकार है। जाएगा और अधिक भाव देकर जनता को चीजे खरीदना पड़ेगी महंगाई सातवे आसमान पर पहुचनें की संभावना होगी। जिस वर्ष कंपनी के पास स्टोक में पर्याप्त मात्रा में फसल होगी उस वर्ष किसानों को सही दाम ना मिलने की भी संभावना है।
यह बात जरूर है। कि एपीएमसी या कृषि मंडियों में कमिया जरूर है मगर उन्हें रिफार्म करने की  जरूरत है ना कि दूसरी प्राइवेट मंडियों को लाना। 
आम आदमी और किसानों के तौर पर सोचिए और फैसला कीजिए, क्या यह कानून सही है।

किसानों के गुस्से से घबराई सरकार, इंटरनेट बंद

किसानों के गुस्से से घबराई हरियाणा सरकार, इंटरनेट फिर किया बंद, जानें कब तक रहेगा बंद
राणा ओबराय   
चंडीगढ़। किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा के कारण माहौल सवेदनशील हो गया था। जिसको लेकर लगातार सोशल मीडिया पर लगातार अलग -अलग तरफ की खबरे सामने आ रही थी। जिसको लेकर सरकार ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी। तो वहीं एक बार फिर इंटरनेट सेवा की जो रोक अवधि यानि कि समय बड़ा दिया है। बतादें कि हरियाणा के कई जिलों में आज शाम 5 बजे तक नेट फिर बंद कर दिया गया है। बताना लाजमी है, कि हरियाणा सरकार ने अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, सिरसा, सोनीपत और झज्जर जिलों में वॉयस कॉल को छोडकऱ मोबाइल इंटरनेट की सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस),एसएमएस सेवाओं (केवल अधिसंख्य एसएमएस) और सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित करने की अवधि एक फरवरी, 2021 शाम 5 बजे तक के लिए बढ़ा दी है। राज्य सरकार ने एसएमएस, व्हाट्सएप, फेसबुक ट्विटर आदि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से दुष्प्रचार और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा के गृह सचिव ने लोक सुरक्षा का ध्यान रखते हुए 'टैंपरेरी सस्पैंशन ऑफ टेलीकॉम सर्विसिज (पब्लिक इमरजेंसी और पब्लिक सेफ्टी) रूल्स ,2017 का रूल 2' के तहत इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए गए हैं। बीएसएनएल (हरियाणा के अधीन आने वाले क्षेत्र) सहित हरियाणा में टेलिकॉम सेवाएं देने वाली सभी कंपनियों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्र में शांति बनाए रखने व लोक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा ये आदेश जारी किए गए हैं। कोई भी व्यक्ति इन आदेशों के उल्लंघन का दोषी पाया जाएगा तो वह संबंधित प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए उत्तरदायी होगा।

सौगात: वित्तमंत्री निर्मला ने एमएसपी डेढ़ गुना बढ़ाया

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में सोमवार को किसानों के लिए खजाना खोलने की बड़ी घोषणा की। इसके तहत वित्त वर्ष  2021-22 में किसानों के लिए 16 लाख 50 हजार करोड़ रुपए की साख सुविधा देने की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि खेती के साथ-साथ पशुपालन और मतस्य पालन के बजट में भी भारी वृद्धि की गई है।  एमएसपी के प्रति किसानों के मन में उपजी शंकाओं को लेकर वित्त मंत्री ने कहा… न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के प्रति किसानों के मन में उपजी शंकाओं को लेकर निर्मला सीतारमण ने कहा कि चालू खरीफ फसल की सरकारी खरीददारी अब तक सबसे अधिक 1,72,752 करोड़ रुपए की होने की संभावना है। उन्होंने कांग्रेस समेत तमाम उन विपक्षी नेताओं को आईना भी दिखाया कि उनके शासन काल में किस तरह नाम मात्र की एमएसपी मूल्य पर खरीददारी होती है। वित्त मंत्री ने फिर दोहराया कि लागत के डेढ़ गुणा अधिक मूल्य पर सरकारी खरीददारी होती रहेगी। उन्होंने आकड़े देकर स्पष्ट किया कि किस तरह यूपीए के शासनकाल में एमएसपी पर खरीददारी कितनी कम होती थी। बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2013-14 के दौरान गेहूं की सरकारी खरीददारी केवल 33, 874 करोड़ रुपए की हुई थी, जबकि मोदी सरकार ने 2019-20 के दौरान 62,802 करोड़ रुपए की गेहूं की सरकारी खरीददारी की। वर्ष 2020-21 में गेहूं की सरकारी खरीददारी 75,050 करोड़ रुपए के होने का अनुमान है। इसी तरह 2013-14 में यूपीए सरकार ने खरीफ फसलों की एमएसपी पर खरीददारी केवल 63,928 करोड़ रुपए की थी, जबकि 2019-20 में मोदी सरकार ने 1,41,930 करोड़ रुपये की खरीददारी की थी। अब 2020-21 में 1,72,752 करोड़ रुपये की खरीददारी होने की संभावना है। वित्तमंत्री ने कहा कि दलहन की खरीददारी में भी मोदी सरकार का रिकार्ड यूपीए की सरकार के मुकाबले काफी अधिक अच्छा है। 2013-14 में यूपीए सरकार ने केवल 90 करोड़ रुपए के दलहन की सरकारी खरीददारी की थी, जबकि मोदी सरकार ने 2020-21 में 25,974 करोड़ रुपए की खरीददारी की। इससे साफ हो जाता है कि एमएसपी के प्रति मोदी सरकार कितनी गंभीर है।

उम्मीदवार का शव सदिंग्ध अवस्था में लटका मिला

पंकज कुमार  
एटा। मामला जनपद के थाना मिरहची के गांव दतेई का हैं। जंहा एक प्रधान पद उम्मीदवार का शव सदिंग्ध अवस्था में पेड़ पर लटका मिला। सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। परिजनों के अनुसार युवक की हत्या कर शव को पेड़ पर लटकाया गया। मृतक अभयप्रताप उर्फ छोटे उम्र 37 पुत्र शिशुपाल सिंह चौहान निवासी दतेई कोतवाली मिरहची जनपद एटा प्रधानपद के उम्मीदवार थे। मृतक अभयप्रताप के चाचा सतीशबाबू ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने तालाब के पास बुलाया था। जंहा मृतक अभय मछली पालन किया करता था व परिजनों ने बताया कि मृतक के शव पर काफी चोटों के निशान हैं। परिजनों ने बताया कि अभय आगामी परिसीमन चुनाव में ग्रामपचांयत दतेई के प्रधान पद का उम्मीदवार था। परिजनों ने प्रशासन से इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।

योजना के अन्तर्गत टूल किट का किया गया वितरण

कौशाम्बी। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने सोमवार को जिला उद्योग कार्यालय मंझनपुर में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत बढ़ई, दर्जी, नाई, कुम्हार, सुनार, लोहार, मोची, राजमिस्त्री, हलवाई, एवं टोकरी बुनकर सहित अन्य लाभार्थियों को टूल किट वितरित किया। टूल किट वितरण के समय जिलाधिकारी ने सभी टूलकिटों को अपने सामने खुलवाकर देखा। जिसमें सभी टूलकिटों में मानक के अनुसार सामान कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए जिला उद्योग अधिकारी एवं बाबू धर्मराज मिश्रा को सभी किटों में तत्काल पूरा सामान उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होने जिला उद्योग अधिकारी एवं बाबू धर्मराज मिश्रा को सख्त हिदायत देते हुए निर्देशित किया है कि यदि टूलकिट वितरण में कोई भी सामान मानक के अनुसार कम पाया जायेगा तो संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से सभी पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करायें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदाशीतना क्षम्य नहीं होगी।
सुशील केसरवानी 

एसएसपी ने वैन को दिखाई हरी झण्डी, रवाना किया

डीएम, एसएसपी ने एलईडी वैन को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
पंकज कुमार  
एटा। शासन के निर्देश पर परिवहन विभाग द्वारा भेजी गई एलईडी वैन को जिलाधिकारी सुखलाल भारती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने संयुक्त रुप से कलेक्ट्रेट परिसर हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता एलईडी वैन द्वारा जनपद में जनसामान्य को यातायात के नियमों का पालन करने हेतु जागरूक किया जाएगा। उन्होंने जनसामान्य से अपील की कि वाहन चलाते समय यातायात के नियमों का पालन करें, मोटर साईकिल व स्कूटी चलाते समय हेलमेट एवं चार पाहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट जरूर लगायें। नशे की हालत में, तेज गति से एवं मोबाइल पर बात करते हुए वाहन कतई न चलाएं।  
एआरटीओ हेमचन्द गौतम ने बताया कि एलईडी जनपद में 01 फरवरी से 05 फरवरी तक रहेगी, इसके तहत 01 फरवरी, 02 फरवरी को जनपद मुख्यालय तथा 03, 04 एवं 05 फरवरी को तहसीलों में एलईडी वैन विभिन्न स्थानों पर जनसामान्य को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करेेगी। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन विवेक कुमार मिश्र, डिप्टी कलेक्टर अलंकार अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे।

नगर कार्यालय पर मीटिंग का आयोजन किया गया

पंकज कुमार  
एटा। समाजवादी पार्टी एटा नगर कार्यालय पर मासिक मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सरफराज अहमद बबलू नगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी एटा ने की। नगर के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए नगर महासचिव रवीकांत यादव, नगर कोशाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, नगर उपाध्यक्ष तौशीफ वारसी,व यामीन वारिस, जिला सचिव देवाजी, नगर सचिव आदिल भाई, नगर सचिव दिलशाद भाई, और सभी नगर के समाजवादी सदस्य एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पोर्टल पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, शुभकामनाएं

अतुल त्यागी   
हापुड़। जिलाधिकारी अदिति सिंह के कुशल नेतृत्व में जिला स्तरीय अधिकारियों की कार्यकुशलता के फल स्वरुप जनपद को ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर प्राप्त स्थान आवेदनों के प्रमाण-पत्र जारी करने में प्रदेश में फिर से प्राप्त किया प्रथम स्थान, डीएम ने सभी अधिकारियों को दी बधाई, इसी कार्य कुशलता के साथ आगे भी कार्य करने के लिए इंगित किया। जिलाधिकारी अदिति सिंह के कुशल नेतृत्व में जनपद के अधिकारियों द्वारा अपनी कार्यकुशलता के फल स्वरुप उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम ई- डिस्ट्रिक्ट पोर्टल में रहा अव्वल, प्रथम स्थान प्राप्त किया। ई- डिस्ट्रिक्ट पोर्टल में माह जनवरी 2021 की रैंक में पूरे प्रदेश में राजस्व एवं अन्य विभागों में प्राप्त आवेदनों के प्रमाण पत्र जारी करने में शत-प्रतिशत अंक हासिल करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिसके लिए जिलाधिकारी अदिति सिंह ने समस्त उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, राजस्व विभाग के अधिकारियों तथा अन्य संबंधित अधिकारियों एवं नगरपालिका के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा है कि यह सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। जिलाधिकारी ने समस्त जनपदीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल में इसी समयबद्धता के साथ कार्य कराना सुनिश्चित करते रहे। ई- डिस्ट्रिक्ट पोर्टल सरकार का एक महत्वपूर्ण पोर्टल है। जिसके माध्यम से जनसामान्य को विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र निर्गत किए जाते हैं। अधिकारियों के द्वारा निर्धारित समय पर प्राप्त आवेदन पत्रों पर कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए समयबद्धता के साथ ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि के लिए सभी संबंधित अधिकारी बधाई के पात्र हैं। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को इसी कार्य कुशलता के साथ सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आगे भी कार्यवाही करने के लिए इंगित किया है। ताकि सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का हापुड़ की जनता को निरंतर रूप से समयबद्धता के साथ लाभ प्राप्त होता रहे।

हापुड़ः छुपकर रह रहे, 4 बदमाश अरेस्ट किए

अतुल त्यागी
हापुड़। जनपद में छुपकर रह रहे जनपद के चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि जनपद में बदमाशों के विरुद्ध चलाए गए अभियान के तहत पुलिस ने जिला बदर किए चार बदमाशों मिशन, साहनेवाज, शाहरुख व आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। वे सभी चोरी छिपे जनपद में ही रह रहे थे।

पुनिया की गिरफ्तारी का विरोध किया, बैठक की

स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया की गिरफ्तारी से राजधानी लखनऊ के पत्रकारों में रौष
अनेक पत्रकारों ने बैठकें कर जताया विरोध, विधानसभा के समक्ष धरने की तैयारी।
एएस ख़ान
लखनऊ। स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया की गिरफ्तारी के विरोध में पत्रकारिता जगत में क्रोध बढ़ता ही जा रहा है, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अनेक पत्रकारों ने बैठकें आयोजित कर मनदीप पुनिया की गिरफ्तारी की त्रीव भर्त्सना की, तथा तत्काल मनदीप पुनिया की रिहाई की मांग की ।
पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि यदी मनदीप पुनिया को अविलंब रिहा नहीं किया गया,तो राजधानी लखनऊ का पत्रकार खामोश नहीं बैठे गा, तथा आंदोलन करने को विवश होगा, तथा विधानसभा के समक्ष धरने पर बैठे गा । लालबाग स्थिति नाजा मार्केट में हुई एक ऐसी ही बैठक में बोलते हुए राजधानी लखनऊ के वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित पत्रकार श्री मोहम्मद ज़ाहिद अख़्तर, वरिष्ठ पत्रकार, रोहिताश मिश्रा, नीरज उपाध्याय, ए, एस, ख़ान, जमाल मिर्जा, आसिफ़ उल्ला खां, सुरेन्द्र शुक्ला, पवन श्रीवास्तव,(दादा) आदी सैकड़ों पत्रकारों ने एक स्वर में कहा की चौथे स्तंभ पर वर्तमान सरकार में लगातार हमले हो रहे हैं, तथा निश्पक्ष पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों पर सरकार लगातार फर्जी मुकदमे कर उनका मनोबल गिराने का प्रयास कर रही है, जिसको लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के सजग प्रहरी कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे।
यदी सरकार ने अविलंब पत्रकार मनदीप पुनिया को रिहा नहीं किया, तो मंगलवार से सरकार के खिलाफ कलम के सिपाही मैदान में उतरने को मजबूर होंगे, तथा सरकारी खबरों के बायकाट के साथ धरना प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
राजधानी लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकारों ने सभी पत्रकारों, मीडिया संस्थानों, पत्रकार संगठनों, पत्रकार यूनियनों, से अपील की कि वर्तमान सरकार द्वारा पत्रकारिता जगत पर लगातार किए जा रहे हमलों,एवं दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में सभी आपसी भेदभाव भुलाकर एकजुट होकर संघर्ष करें, तथा चौथे स्तंभ की गरीमा को बचाने के लिए एक मंच पर आकर संघर्ष करने का आह्वान किया ।

पुलिस की तत्परता, 24 घंटे में हत्या का खुलासा

रोशन कुमार 
गाजियाबाद। गत रविवार लोनी के चिरोड़ी गांव स्थित स्वराज सिंह नाम के व्यक्ति को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मात्र 24 घंटे में हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। हत्या आरोपी त्रिलोकचंद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शातिर महिला अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
प्रकरण में प्रयुक्त गाड़ी, पिस्टल एवं दो जिंदा कारतूस बरामद कर लिए है। पूछताछ के दौरान हत्या का संबंध प्रेम प्रसंग से बताया गया है। त्रिलोकचंद के द्वारा बताया गया कि उसकी शादी 10 वर्ष पूर्व सूरज सिंह की पुत्री से हुई थी। उनकी एक 7 साल की बेटी भी है। उसके बावजूद उसकी महिला अभियुक्त से जान-पहचान के बाद प्रेम-प्रसंग हो गया। महिला मुझ पर शादी का दबाव बना रही थी। जिसको लेकर आए दिन झगड़ा होने लगा, पत्नी से झगड़ा होने के बाद भाई और पिता  को बीच में लाने की बात को लेकर हम मय हथियारों के श्यौराज सिंह के घर आए और दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खटखटाने के बाद श्यौराज सिंह ने दरवाजा खोला और उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।

यूपी: सीएम ऑफिस के बाहर आत्मदाह की कोशिश

संदीप मिश्रा  

लखनऊ। सड़क पर चल रही लोगों की आवाजाही के बीच चल रहा युवक अचानक से आग का गोला बन गया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। कुछ लोगों ने साहस दिखाते हुए कंबल आदि डालकर किसी तरह से युवक के बदन पर लगी आग को बुझाया। लोकभवन के सामने हुई घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

सोमवार को राजधानी के हजरतगंज क्षेत्र में सड़क पर विधानसभा और लोकभवन के सामने लोगों की आवाजाही आम दिनों की तरह चल रही थी। अपने-अपने काम से लोग इधर-उधर आ जा रहे थे। सड़क पर वाहनों का रेला दौड़ रहा था तो अनेक लोग पैदल भी अपनी मंजिल की तरफ अपने पांव बढ़ाते हुए चल रहे थे। सडक पर लोगों के बीच चल रहे एक युवक ने लोकभवन के सामने पहुंचते ही अपने बदन पर पेट्रोल उड़ेला और आग लगा ली। अचानक से युवक के बदन में आग की लपटे निकलती हुुई देख मौके पर भगदड़ मच गई। सड़क पर आ-जा रहे लोगों ने हिम्मत बटोर कर कंबल आदि युवक के बदन पर डालते हुए आग पर काबू पाया।

हालांकि आग बुझाने के दौरान कई बार युवक के बदन पर लगी आग भड़की, लेकिन लोगों ने हिम्मत न हारते हुए उसके बदन पर लगी आग को बुझा दिया। मामले की सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस आग से जले युवक को सिविल अस्पताल ले गई और उसे उपचार के लिए भर्ती कराया। युवक ने आत्मदाह की कोशिश किन कारणों से की, यह अभी साफ नहीं हो सका है। बहरहाल प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से विधानसभा और लोकभवन के सामने भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी है।

आतंकी ठिकानों से हथियारों का जखीरा बरामद

जम्मू। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षा बलों ने आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ कर हथियारों और विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है।

पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सुरक्षा बलों और पुलिस की टीम ने संयुक्त अभियान के तहत रविवार रात राजौरी जिले के खवास क्षेत्र में गडयोग इलाके के घने जंगल में आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ कर हथियारों और विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया। उन्होंने बताया कि हथियारों और विस्फोटकों की बरामदगी से किसी संभावित अप्रिय घटना को टाल दिया गया।

योगी ने बजट को सराहा, सपा ने विरोध जताया

संदीप मिश्रा  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय बजट को समावेशी और 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक बड़ा कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि इससे देश के सभी वर्गो, किसानों, गरीब वर्गो, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट से अर्थव्यवस्था को व्यापक गति मिलेगी और लोग सशक्त होंगे।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि बजट में आंकड़ों की बाजीगरी के अलावा किसानों को देने के लिए कुछ भी ठोस नहीं है।उन्होंने कहा कि बजट में वेतनभोगी वर्गो और बेरोजगार युवाओं को कोई कर राहत नहीं दी गई है।

बढ़त के साथ 46,617.95 पर खुला शेयर बाजार

मुंबई। आम बजट से सोमवार को देश का शेयर बाजार गुलजार हुआ। लोकसभा में जैसे ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण आरंभ हुआ देश के शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी चढ़ने लगे। सेंसेक्स बीते सत्र से 1700 अंकों की छलांग लगाकर 48,000 के पार चला गया और निफ्टी भी 450 अंकों से ज्यादा चढ़कर 14,000 के ऊपर बना हुआ था। सेंसेक्स दोहपर 13.23 बजे पिछले सत्र से 1,634.80 अंकों यानी 3.53 फीसदी की बढ़त के साथ 47,920.57 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 459.15 अंकों यानी 3.37 फीसदी की बढ़त के साथ 14,093.75 पर बना हुआ था।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 332.18 अंकों की मजबूत बढ़त के साथ 46,617.95 पर खुला और 48,004.71 तक उछला जबकि निचला स्तर इस दौरान 45,543.25 रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र से 124 अंकों की तेजी साथ 13,758.60 पर खुला और 14,113.55 तक उछला जबकि इस दौरान निफ्टी का निचला स्तर 13,696.10 रहा।

सड़क हादसे में 9 की मौत, 25 से अधिक घायल

रायपुर। छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के बॉर्डर क्षेत्र में हुए एक सड़क हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहा हैं। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार बताया गया कि नगरनार थाना कल्चा गांव के लगभग 35 लोग पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने उड़ीसा गए हुए थे, वापसी के दौरान उनकी गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई जिसमें 5 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि 4 लोगों की मौत हॉस्पिटल ले जाते वक्त हुई है। हादसे में घायल लोगों को उपचार के लिए उड़ीसा के कोरापुट जिला हॉस्पिटल ले जाया गया है जहां कुछ घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी है। यह घटना उड़ीसा के कोरापुट थाना अंतर्गत मुर्ताहाड़ी एवं आमगांव के बीच होनी बताई जा रही है।

महिला सिपाही को गोली मार खुद को भी गोली मारी

अमरोहा। सिपाही ने महिला सिपाही को गोली मार खुद भी गोली मार लिया। दोनों को मुरादाबाद के साईं अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां महिला सिपाही की मौत की खबर है। वही सिपाही की हालत गम्भीर बनी हुयी है। दोनो में प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सिपाही मनोज ने महिला सिपाही मेघा को गोली मारी है, इस के बाद मनोज खुद को गोली मार लिया, सिपाही मनोज आदमपुर थाने में तैनात है जबकि महिला सिपाही मेघा थाना गजरौला में तैनात है, घटना के बाद दोनो सिपाहियों की हालत गंभीर देखते हुए मुरादाबाद के साईं अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां महिला सिपाही मेघा की मौत की खबर है, वही सिपाही मनोज की हालत गम्भीर बनी हुयी है, यह पूरा मामला थाना गजरौला क्षेत्र के अवंतिका नगर की है।
पुलिस ने महिला सिपाही के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जातियों में विभक्त करने की साजिश देशद्रोह: मदन

किसान समाज राष्ट्रीय एकता और अखंडता का द्योतक। 

रोशन कुमार

 गाजियाबाद। किसान आंदोलन को चलते दो महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस बीच आंदोलित किसानों के संबंध में अपनी वैचारिक मानसिकता के अनुसार तरह-तरह टीका टिप्पणीया की जाती रही है। किसान आंदोलन में शरीक एक संप्रदाय और जाति विशेष के लोगों को खालिस्तानी और आतंकी जैसे अभद्र शब्दों से नवाजा गया। कुछ उद्दंड किस्म के लोगों ने इन किसानों को देशद्रोही और आतंकी कहकर राजनीति चमकाने का प्रयास किया। लेकिन जिस तरह गरीब की आह और बद्दुआ किसी को बर्बाद कर सकती है उसी तरह किसान की बद्दुआ और दिल से निकली हुई आह भी गरीब की आह से कम नहीं होती। ध्यान रहे कि ठिठुरन भरी कड़कड़ाती सर्दी में किसान के दिल से निकली हुई आह किसानों के प्रति विद्वेष की भावना रखकर उन्हें आतंकी और देशद्रोही कहने वालों को भी मिट्टी में मिला सकती है। अर्श से फर्श पर ला सकती है। इतिहास गवाह है देश के किसी भी क्षेत्र में जिसने किसान से पंगा लिया है वह कभी सरसब्ज नहीं हो पाया है। 

मदन भैया ने कहा कि कड़कड़ाती सर्दी और ऊपर से हुई बरसात में अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलित किसानों द्वारा जुटाई गई तमाम जरूरी सामग्री और सुविधाओं पर कटाक्ष करके निशाना साधा गया। लेकिन कटाक्ष करने वाले लोगों के इन व्यंग्यात्मक बाणो का भी जब आम लोगों पर असर नहीं हुआ और आंदोलन का कारवां बढ़ता गया तब गणतंत्र दिवस पर एक राष्ट्र दोही द्वारा देश को अपमानित और शर्मसार करने वाली घटना की तोहमत भी इन भोले भाले किसानों पर मढने का प्रयास किया गया। लेकिन सत्य की सदा विजय हुई है, सच्चाई देश की जनता के सामने हैं। इस तरह तमाम प्रताड़नाओं संघर्षों के बाद भी सोने की तरह तप कर निकलने वाले किसान आंदोलन में एक नई चमक पैदा हुई है। चमक को पैदा करने के महानायक चौधरी राकेश टिकैत जी का मैं गुर्जर समाज की तरफ से धन्यवाद करता हूं जिन्होंने किसान को एक नई पहचान देने का काम किया है और किसान आंदोलन में नई जान फूंकने का काम किया है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि इस चमक को फीका करने के लिए अभी भी कुछ षड्यंत्रकारी ताकतें किसान समाज को जातियों में बांटने के लिए प्रयासरत है। 

मदन भैया ने कहा कि किसान समाज विभिन्न जातियों और संप्रदायों का एक संगठित रूप है। किसान शब्द में देश की विभिन्न जातियां और संप्रदाय समाहित हैं जो देश की एकता और अखंडता का़ द्योतक है।   इसलिए किसान समाज को जातियों में विभक्त करने वालों की साजिश देशद्रोह से कम नहीं है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि हमें ऐसे साजिश कर्ता षड्यंत्रकारियो से सावधान रहने की जरूरत है। मदन भैया ने कहा कि निजी स्वार्थपरता और राजनैतिक लालसा के लिए प्रयासरत चंद लोगों के किसी बहकावे में आकर हम किसान समाज में वैमनस्यता के बीज नहीं बोने देंगे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि किसान समाज का अभिन्न अंग गुर्जर समाज ऐसे विघटनकारियों के मंसूबों को पूरा नहीं होने देगा।

चार बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि देश का समस्त गुर्जर समाज किसान आंदोलन में किसान समाज के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़ा है और खड़ा रहेगा। खास तौर पर 26 जनवरी के बाद पैदा हुई विषम परिस्थितियों में धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पहुंच कर गुर्जर समाज ने किसान समाज की अगुवाई कर रहे चौधरी राकेश टिकैत को इस बात का खुला संदेश भी दे दिया है कि गुर्जर समाज तन, मन, धन से किसान आंदोलन में किसानों के साथ है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि किसान आंदोलन के घटक जाट और गुर्जर समाज के लोगों में सदैव भाईचारा रहा है। राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए इस भाईचारे को खत्म करने के प्रयास करने वाले चंद लोगों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। बल्कि इस आंदोलन से यह भाईचारा और मजबूत होकर उभरेगा।

मिस्टर एंड मिस आगरा का सेमी फाइनल सम्पन्न

सुशील शर्मा  
आगरा। शहर को समय- समय पर संस्कृति कार्यक्रमों से जोड़ने वाली आरोही संस्था का मिस्टर एंड मिस आगरा, सीजन-9 का सेमि फाइनल रविवार को दिल्ली गेट स्थित डी-डिलाइट रेस्टोरेंट में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माँ के समक्ष रेस्टोरेंट के स्वामी दिनेश गुप्ता ने किया व साथ ही माल्यार्पण आशीष कुमार के कर कमलों द्वारा किया गया।
इस मौके पर आरोही संस्था के निदेशक अमित तिवारी ने बताया कि आज संस्था ने सेमीफाइनल राउंड में से ग्राण्ड फिनाले के लिए 10/10 प्रतिभागी को चुना है। चुने गए प्रतिभागियों की ग्रूमिंग 2 फरबरी से डी-डिलाइट रेस्टोरेंट में होगी। आज के सेमीफाइनल में जज मेंट की भूमिका में अनिल शर्मा (मिस्टर यु.पी,मिस्टर आगरा) व चित्रा आदि ने निभाई।

बारात में ट्रैक्टर चलाकर दुल्हन को लेने पहुंचा दूल्हा

काशीपुर। भले ही आपने किसानों के अनेकों प्रदर्शन देखें होंगे लेकिन उधम सिंह नगर में किसान के प्रदर्शन का एक ऐसा रूप सामने आया जो कि चर्चा का विषय बन गया। प्रदर्शन भी ऐसा की किसानों के आंदोलन को समर्पित एक दूल्हा अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर पर ही लेने आ गया। देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के आपने कई रूप देखे होंगे लेकिन आज जो किसान आंदोलन का एक रूप हम दिखाने जा रहे हैं वह आपने शायद ही कहीं देखा हो। ट्रैक्टर पर बारात लाया दूल्हा मीडिया की सुर्खियां बन गया। फूलों से सजा ट्रैक्टर, स्टीयरिंग थामे हुये दूल्हा और बगल में बैठी सजी-धजी दुल्हन। पीछे किसान आंदोलन के समर्थन में झंडे लेकर चलते बाराती और शगुन गीतों के साथ किसानों की कामयाबी की दुआएं करतीं महिलाएं। ये नजारा किसानों के समर्थन में निकली किसी रैली का नहीं, बल्कि काशीपुर के सिवलजीत सिंह और बाजपुर की संदीप कोर की बारात का है। जहां नवदंपति ने अपने जीवन के अनमोल पल को किसान आंदोलन को समर्पित कर यादगार बना दिया। बता दे की बाजपुर के ग्राम केशवालाा निवासी तरसेम सिंह ने अपनी बेटी का संदीप कौर का विवाह काशीपुर के टांडा दभौरा निवासी सिवलजीत सिंह से तय की थी। बारात काशीपुर से बाजपुर पहुंची तो रास्ते में लोग अनोखी बारात को देख एक पल को चौंक गये।

विरोध: भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रवेश वर्जित किया

तहसील मोदीनगर के गांव खंजरपुर में लगे पोस्टर। बीजेपी कार्यकर्ताओं का गांव में आना सख्त मना है। अंकित गोस्वामी  

 गाजियाबाद। किसान आंदोलन का असर अब देहात में भी नजर आने लगा है जिसके चलते गाजियाबाद की तहसील मोदीनगर के गांव खंजरपुर में किसान अपने नेता राकेश टिकैत का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं जिस दिन यूपी गेट बॉर्डर पर राकेश टिकैत की आंखों में किसानों ने आंसू देखे उस दिन से अब गांव के किसान भी पूरी तरह से भाजपा के विरोध में नजर आ रहे हैं ।खंजरपुर के किसानों ने गांव में बाकायदा पोस्टर लगाए हैं। जिसमें लिखा है कि किसी भी बीजेपी कार्यकर्ता का गांव में आना सख्त मना है । यानी कि भाजपा कार्यकर्ताओं का इस गांव में आने पर पुरजोर विरोध किया जाएगा।

मोदीनगर तहसील के भोजपुर ब्लाक के गांव खंजरपुर में रहने वाले किसानों ने दीवारों पर पोस्टर चस्पा किये हैं। इस पोस्टर पर सबसे ऊपर किसान एकता जिंदाबाद लिखा गया है। एक तरफ चौधरी चरण सिंह की फोटो तो दूसरी तरफ किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की फोटो लगी है ।पोस्टर के बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी है और भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह भी लगा हुआ है। जिस पर लिखा हुआ है रिजेक्ट और सबसे नीचे लिखा हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का गांव में आना सख्त मना है।

यहां किसानों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने अपने समर्थकों के साथ यूपी गेट बॉर्डर पर बैठे किसानों को भगाने के लिए उनके साथ दुर्व्यवहार किया है। यानी किसानों के आंदोलन को भाजपा को कुचलना  चाहती है। इसलिए खंजरपुर के सभी किसान भाजपा के कार्यकर्ताओं के गांव में आने पर उनका बहिष्कार कर रहे हैं ।यदि इसके बावजूद भी कोई बीजेपी कार्यकर्ता गांव के अंदर आता है तो उसके साथ दुर्व्यवहार ही नहीं हाथापाई भी हो सकती है। यहां के किसानों का कहना है कि इसीलिए गांव में पोस्टर लगाए गए हैं।


लूट की योजना बनाते 4 शातिर लुटेरे गिरफ्तार किए

कासगंज। पुलिस अधीक्षक कासगंज मनोज कुमार सोनकर के कुशल निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक कासगंज आदित्य प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में जनपद मे अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना पटियाली पुलिस द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर थाना पटियाली पुलिस द्वारा गढइयां वाले महाराज के पास पेड़ों की आड़ में यात्रियों के साथ लूट की योजना बनाते हुए 4 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। गिरफ्तार अभियुक्तगण के कब्जे से 3 अवैध तमन्चे 315 बोर मय 6 जिन्दा कारतूस एवं 1 चार पहिया वाहन बरामद किये गये हैं। गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना पटियाली पर अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।

बंगाल: ओवैसी की पार्टी ने मौलवी से हाथ मिलाया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव इस बार कई मायने में अनुठा होगा। एक तरफ केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने कभी वामदलों का किला रहे सूबे में ममता बनर्जी की तीन पत्तियों को बिखेर केसरिया परचम फहराने के लिए सारा जोर लगा दिया है। वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम क्षेत्रीय दलों के समीकरण बिगाड़ने और सफलता अर्जित करने वाली एआईएमआईएम बंगाल में भी कदम रखने जा रही है। ओवैसी की पार्टी ने वहां एक मौलवी से हाथ मिलाया है, जिसका असर लगभग सौ सीटों पर पड़ता है।
तीखी हो रही सियासी बयानबाजी...
संभवतः यही वजह है कि भले ही पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई हो,लेकिन सियासी बयानबाजी हर गुजरते दिन के साथ तीखी होती जा रही है,इस कड़ी में बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका देने वाले एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी की बी टीम कहे जाने पर कांग्रेस पार्टी पर पलटवार किया है।
ओवैसी का कांग्रेस पर बड़ा हमला...
औवैसी ने कहा कि जबसे हमने बंगाल चुनाव लड़ने की घोषणा करने है बैंड-बाजा पार्टी,जिसे कभी कांग्रेस के रूप में जाना जाता था,ने कहना शुरू कर दिया कि हम भाजपा की बी टीम हैं। ममता बनर्जी भी ऐसी बातें कहने लगीं।ओवेसी ने पूछा कि क्या मैं केवल एक ही हूं जिसके बारे में वे बात कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि मैं किसी और का नहीं बल्कि जनता का हूं। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं है कि मु्स्लिम मतों में विभाजन का सीधा-सीधा नुकसान तृणमूल कांग्रेस समेत बची-खुची कांग्रेस पार्टी को ही उठाना पड़ेगा। जाहिर है इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को ही मिलेगा।

लोनी विधायक का अपनी विधानसभा में बहिष्कार

अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर का बंथला गांव में पंचायत के दौरान बहिष्कार तथा ग्राम वासियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। लोनी क्षेत्र के गांव बंथला के सम्मानित लोगों व गांव के मुखियाओं ने लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का गांव मे पंचायत कर बहिष्कार किया।
इस अवसर पर गांव के प्रमुख व बुजुर्ग ने सभी के बीच अपनी बात रखते हुये कहा कि लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाजीपुर बार्डर पर चल रहे। शांतिपूर्ण किसान आंदोलन में अपने लोगों को ले जाकर जो किसानों की आवाज को दबाने का काम किया है तथा वंहा पर लोगों को आतंकित करके अराजकता का जो माहौल उत्पन्न किया है। हम गांववासी एक सुर मे इसका विरोध करते हैं एवं लोनी विधायक की निन्दा करते हैं। जो किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपना धरना समाप्त करने वाले थे। उसको लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने लोगों के दम पर डराने व धमकाने का जो कायरतापूर्ण काम किया है। सर्वसमाज मे बहुत गलत संदेश गया है। 
किसान कोई एक जाति नही होती । समाज की 36 बिरादरी का ताना-बाना होता है। किसान इस व्यक्ति ने सामाजिक ताने-बाने को बिगाडने का काम किया है। 
हम सभी गांववासी आज इस पंचायत मे ये निर्णय लेते हैं कि लोनी विधायक का बंथला गांव पूर्ण रूप से बहिष्कार कर रहा है।  गांव का जो भी व्यक्ति इसको गांव मे बुलायेगा या उस विधायक से किसी प्रकार का संबंध रखेगा। समाज उसका भी बहिष्कार करेगा तथा सभी गांववासियों ने एक सुर में गाजीपुर बॉर्डर में चल रहे शांतिपुर धरने का समर्थन किया। बंथला गांव का प्रत्येक गांव वासी रोज गाजीपुर जाकर किसानों की हर तरह से मदद करके अपना समर्थन दिखाएगा तथा नन्दकिशोर गुर्जर का बहिष्कार करता है। बंथला ग्राम वासियों ने लोनी विधायक नंदकिशोर का मुर्दाबाद का नारा भी लगाया।
 (लोनी के गांव निस्तौली ने विधायक नन्द किशोर का विरोध किया। जाट-गुर्जर एकता के नारे लगाए। वंही,राकेश टिकैत के समर्थन में खड़ा हुआ पूरा गांव।
किसान आंदोलन के खिलाफ साज़िश रचने वाले लोनी विधायक नन्द किशोर के खिलाफ लगातार लोनी विधानसभा के लोग विरोध कर रहे है। 
इसी कड़ी में ग्राम निस्तौली के सेंकडो लोगो ने पंचायत घर मे इक्कट्ठा होकर नन्द किशोर के खिलाफ नारेबाजी की । 
ग्रामवासियो ने एक आवाज़ में नन्द किशोर का विरोध करते हुए भविष्य में नन्द किशोर को वोट ना देने की कसम खाई। 
इस मौके पर गांव के सभी गणमान्य लोग मौजूद रहे, साथ ही युवाओं ने भी कड़ा विरोध जताया।)
इस अवसर पर बंथला ग्राम महेश प्रधान पूर्व प्रधान मनवीर संजीव रेखा चौधरी ग्राम बंथला युवा पीढ़ी सैकड़ों की संख्या मे गांववासी उपस्थित रहे।
 पंचायत की अध्यक्षता चौधरी चंद्रपाल ने  संचालन, मनवीर प्रधान ने किया चौधरी देवेंद्र चौधरी जसवीर चौधरी, जयपाल महेश प्रधान  हरिया जाटव खिमन्न जाटव  भीषम सिंह बीडीसी अजय पंडित बीडीसी अजय भारद्वाज सोमपाल पंडित, चौधरी प्रवीण चौधरी ज्ञानेंद्र, चौधरी दिनेश चौधरी नगेंद् चौधरी, ओमवीर चौधरी संजीव चौधरी मांगेराम सुरेश प्रजापति दर्शन प्रजापति भोलेराम सेन राजवीर सिंह डॉ विजय सेन डॉक्टर, रामवीर चौधरी राजपाल चौधरी वकील चंद प्रदीप राठी  पूर्व प्रधान रामें वाल्मीकि चौधरी राकेश, चौधरी नरेंद्र चौधरी  रामकेश, पांचाल सोनू प्रजापति रविंदर और समस्त गांव के युवा व सर्व समाज साथ में मौजूद रहे।

स्पा सेंटर में चल रहा था सेक्स रेकैट, छापेमारी की

रतन सिंह चौहान   
पलवल। हरियाणा के पलवल में एक स्पा सेंटर में सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था। जब इसकी सूचना मिली तो पुलिस ने छापेमारी कर दी। इस दौरान स्पा सेंटर में चार युवक और चार युवती आपत्तिजनक स्थिति में मिली।
पुलिस ने जब छापेमारी की तो हड़कंप मच गया सभी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस के आगे किसी एक की नहीं चली। पुलिस को सूचना मिली थी कि नेशनल हाइवे पर स्पा सेंटर की आड़ में घर्रोट गांव रहने वाला सोनू सेक्स रैकेट चलाता है, वह बाहर से लड़कियां बुलाकर सेक्स रैकेट का धंधा करता है जिसके बाद वहां छापेमारी की गई है।
पुलिस ने पहले एक सिपाही को कस्टमर बनाकर भेजा गया। स्पा सेंटर में केबिन बना हुआ था, केबिन में तलाशी के दौरान चार युवती और युवक आपत्तिजनक स्थिति में मिले। सेक्स रैकेट के धंधे को लेकर कस्टमर से मोटी रकम ली जाती थी। आधा पैसा लड़कियों को दिया जाता था, सेक्स रैकेट चलाने वाला सरगना दिल्ली, यूपी और गोवा से लड़कियों को बुलाता था।

एसपी पर दबाव बनाने वाला फर्जी सलाहकार अरेस्ट

संदीप मिश्र   
रायबरेली। जिले में पुलिस ने एक नटवरलाल को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार बताया गया कि उक्त आरोपी पुलिस अधीक्षक रायबरेली को फोन करके अनुचित दबाव बना रहा था। जिसकी पुलिस ने जांंच कराई थी मामला संदिग्ध पाये जाने पर पुलिस अधीक्षक के पीआरओ रविंद्र सोनकर द्वारा थाना कोतवाली नगर में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। जिसको लेकर पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से फर्जी मुख्यमंत्री का सलाहकार बने व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।यह सफलता नगर कोतवाली प्रभारी अतुल कुमार सिंह व सर्विलांस टीम को मिली है। बताया गया कि उक्त व्यक्ति ने लैंडलाइन नंबर से एक पति पत्नी के विवाद पर पुलिस अधीक्षक पर अनुचित दबाब बनाया था। जिसको लेकर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

अमेठी: बदमाशों ने युवक की पीट-पीटकर हत्या की

अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में रविवार की रात गौरीगंज कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर बाइक सवार छह बदमाशों ने क्रिकेट बैट और स्टंप से पीट-पीटकर एक युवक की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सोमवार को सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाते हुए एक आरोपी को हिरासत में लिया है। कटरा लालगंज कस्बा निवासी कपिल जायसवाल रविवार की रात बस स्टॉप से अपने घर की तरफ जा रहा था। तभी बाइक सवार 6 बदमाशों ने कोतवाली के बगल उसे बैट और स्टंप से पीटना शुरू कर दिया और मौके से फरार हो गए। कपिल की पिटाई की जानकारी पाकर परिजन और स्थानीय लोगों ने उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद हालात गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। ट्रामा सेंटर ले जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

मैनपुरी: शौच क्रिया करने गई किशोरी को किया आगवा

 सत्येंद्र कुमार
मैनपुरी। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार किशोरियों और महिलाओं को सशक्तिकरण बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। लेकिन अपराध महिलाओं के प्रति थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कहीं ना कहीं किशोरियों और महिलाओं को आज भी दिनदहाड़े हवस का शिकार बनाया जा रहा है। ऐसा ही मामला मैंनपुरी में एक बार सिर देखने को मिला। जनपद मैनपुरी के थाना ओछा क्षेत्र के ग्राम कटिगरा गांव में बीट 15 जनवरी को सुबह के 6:00 बजे के समय घने कोहरे में 13 वर्षीय किशोरी शौच क्रिया करने गई थी। जहां गांव के ही दो युवक कार में बुआ के लड़के के साथ मौजूद थे जैसे ही किशोरी को आते देखा वैसे ही तीनों ने किशोरी को अगवा करते हुए गाड़ी में डाल लिया और उसे दिल्ली के इंदिरापुरम कॉलोनी में ले गए जहां तीनों ने एक मकान में 8 दिन तक किशोरी को बंधक बनाकर उसके साथ बारी बारी सामूहिक बलात्कार किया। उक्त किशोरी को अगवा उस समय किया  जब उसके माता पिता अपनी किसी कार्य के लिए ससुराल गए हुए थे घटना की सूचना पाकर माता-पिता घर पर लौट कर आये और अपनी पुत्री की तलाश में जुट गए पिता और उसके परिजनों ने पुत्री को दिल्ली के इंदिरापुरम कॉलोनी में 8 दिन बाद 25 जनवरी को तलाश कर अपने हवाले कर लिया। वहां पर मौजूद तीनों बलात्कारी युवक भाग जाने में सफल हो गए
घटना की जानकारी थाना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की बावजूद इसके जांच पड़ताल के बाद बीते 30 जनवरी को पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी को चिकित्सीय परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय भेजा है। पुलिस तीनों अभियुक्त की तलाश में जुट गई हैं। इस संबंध में पुलिस के अधिकारियों से पूछताछ करनी चाही तो बे कैमरे के सामने बोलने से मुकर गए।

अर्थव्यवस्था की रफ्तार को बढ़ाने का खाका खींचा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। देश का आम बजट आज पेश किया जा रहा है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में बजट भाषण पढ़ रही हैं। कोरोना संकट काल में अर्थव्यवस्था की रुकी रफ्तार को फिर से बढ़ाने के लिए इस बजट पर हर किसी की निगाहें हैं। टैक्स हो या रोजगार हर मोर्चे पर देश को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। हमने एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड योजना शुरू की है जिसके माध्यम से लाभार्थी देश में कहीं भी अपने राशन का दावा कर सकते हैं। प्रवासी श्रमिक विशेष रूप से योजना से लाभान्वित होते हैं। वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा कार्यान्वित की जा रही है: एफएम निर्मला सीतारामन।छोटे करदाताओं के लिए मुकदमेबाजी को और कम करने के लिए मैं एक विवाद समाधान समिति गठित करने का प्रस्ताव करता हूं जो दक्षता, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए बेकार होगी। 50 रुपये तक  योग्य आय वाले और 10 लाख रुपये तक की विवादित आय 2020-21 में राजकोषीय घाटा जीडीपी के 9.5% पर आ गया। हमें इन दो महीनों में बाजार में आने के लिए 80,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी: एफएम निर्मला सीतारमण... 2021-22 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 6.8% होने का अनुमान है: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

मैं वर्तमान 6 वर्षों से आकलन (कर निर्धारण) को 3 साल के लिए फिर से खोलने की समय सीमा को कम करने का प्रस्ताव करता हूं: एफएम निर्मला सीतारमण

आगामी जनगणना भारत के इतिहास में पहली डिजिटल जनगणना होगी। इस स्मारकीय कार्य के लिए, मैंने इस वर्ष 2021-22: एफएम निर्मला सीतारमण में 3,768 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

हम अपने वरिष्ठ नागरिकों पर, जो 75 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, उन अनुपालन बोझ को कम कर देंगे – जिन वरिष्ठ नागरिकों के पास केवल पेंशन और ब्याज आय है, मैं उनके आयकर रिटर्न दाखिल करने से छूट का प्रस्ताव करता हूं: एफएम निर्मला सीतारमण।

गैर-सरकारी संगठनों, निजी स्कूलों और राज्यों की साझेदारी में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित किए जाएंगे। हम इस साल भारत के उच्च शिक्षा आयोग: एफएम निर्मला सीतारमण: की स्थापना को लागू करने के लिए कानून पेश करेंगे।

लद्दाख में सुलभ उच्च शिक्षा के लिए। मैं लेह में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का प्रस्ताव करता हूं: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

असंगठित श्रम शक्ति की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए, मैं टमटम श्रमिकों, भवन / निर्माण श्रमिकों पर प्रासंगिक जानकारी एकत्र करने के लिए एक पोर्टल शुरू करने का प्रस्ताव करता हूं। यह प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य, आवास, कौशल, बीमा ऋण और खाद्य योजनाओं को तैयार करने में मदद करेगा: एफएम

सामाजिक सुरक्षा लाभ को टमटम और प्लेटफॉर्म श्रमिकों के लिए बढ़ाया जाएगा। सभी श्रेणी के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी लागू होगी। महिलाओं को सभी श्रेणियों में और पर्याप्त सुरक्षा के साथ रात की पाली में भी काम करने की अनुमति दी जाएगी: एफएम निर्मला सीथरामन।

केंद्रीय बजट: स्वैच्छिक वाहन परिमार्जन नीति ने पुराने वाहनों को चरणबद्ध करने की घोषणा की

केंद्रीय बजट: विश्व स्तरीय इन्फ्रा बनाने के लिए मेगा इनवेस्टमेंट टेक्सटाइल पार्क योजना शुरू की जाएगी

हमने एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड योजना शुरू की है जिसके माध्यम से लाभार्थी देश में कहीं भी अपने राशन का दावा कर सकते हैं। प्रवासी श्रमिक विशेष रूप से योजना से लाभान्वित होते हैं। वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा कार्यान्वित की जा रही है: एफएम निर्मला सीथरामन।

मैं आधुनिक मछली पकड़ने के बंदरगाह और मछली पकड़ने के केंद्रों के विकास में पर्याप्त निवेश का प्रस्ताव कर रहा हूं। 5 प्रमुख मत्स्य पालन बंदरगाह – कोच्चि, चेन्नई, विशाखापत्तनम, पारादीप और पेटुघाट को आर्थिक गतिविधियों के लिए हब के रूप में विकसित किया जाएगा: एफएम निर्मला सीतारमण।

मैं बीमा कंपनियों में 49% से 74% तक अनुमत एफडीआई सीमा को बढ़ाने और सुरक्षा उपायों के साथ विदेशी स्वामित्व और नियंत्रण की अनुमति देने के लिए बीमा अधिनियम 1938 में संशोधन करने का प्रस्ताव करता हूं: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

हमारा सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। MSP शासन ने सभी वस्तुओं पर उत्पादन लागत का कम से कम 1.5 गुना लागत का आश्वासन देने के लिए एक बदलाव किया है: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

खरीद भी लगातार गति से बढ़ रही है। इससे किसानों को भुगतान में काफी वृद्धि हुई है। गेहूं के मामले में, 2013-14 में किसानों को कुल भुगतान रु। 33,874 करोड़ था। 2019-20 में यह 62,802 करोड़ रुपये था। 2020-21 में, यह 75,060 करोड़ रुपये था: एफएम

1 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को उज्जवला योजना का विस्तार किया जाएगा। हम अगले तीन वर्षों में शहर के गैस वितरण नेटवर्क में 100 और जिलों को जोड़ेंगे। जम्मू और कश्मीर में गैस पाइपलाइन परियोजना शुरू की जाएगी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

2021-22 में हम LIC का IPO भी लाएंगे, जिसके लिए मैं इस सत्र में अपेक्षित संशोधन ला रहा हूं: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

मैंने रेलवे के लिए 1,10,055 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि प्रदान की है, जिसमें 1,07,100 करोड़ रुपये केवल पूंजीगत व्यय के लिए है: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

भारतीय रेलवे ने 2030 में भारत के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की है। यह योजना 2030 तक भविष्य के लिए तैयार रेलवे प्रणाली बनाने की है – मेक इन इंडिया को सक्षम करने के लिए उद्योग के लिए लॉजिस्टिक लागत को कम करना एक रणनीति के मूल में है: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

पिछले वर्षों में किए गए सुरक्षा उपायों के परिणाम सामने आए हैं। रेलवे को उच्च-घनत्व वाले नेटवर्क और अत्यधिक उपयोग किए जाने वाले नेटवर्क मार्गों को स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली के साथ प्रदान किया जाएगा जो मानव त्रुटि के कारण ट्रेन की टक्कर को समाप्त करता है: एफएम

न्यूमोकोकल वैक्सीन, वर्तमान में केवल 5 राज्यों तक ही सीमित है, जिसे देश भर में लागू किया जाना है। इससे सालाना 50,000 से ज्यादा बच्चों की मौत होगी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

5-ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए, हमारे विनिर्माण क्षेत्र को निरंतर आधार पर दोहरे अंकों में बढ़ना है। हमारी निर्माण कंपनियों को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का एक अभिन्न हिस्सा बनने की आवश्यकता है: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।

बजट: 100 नए सैनिक स्कूल बनाने की घोषणा

पालूराम

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि देश में करीब 100 नए सैनिक स्कूल बनाए जाएंगे। लेह में केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनाए जाने का ऐलान किया गया है।

वित्त मंत्री ने बताया कि अनुसूचित जाति के 4 करोड़ विद्यार्थियों के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का ऐलान किया गया। इसी क्षेत्र में संयुक्त अरब अमीरात के साथ मिलकर स्किल ट्रेनिंग पर काम किया जा रहा है, जिससे लोगों को काम मिल सके। इसी में भारत और जापान मिलकर भी एक प्रोजेक्ट को चला रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि स्वामित्व योजना को अब देशभर में लागू किया जाएगा। एग्रीकल्चर के क्रेडिट टारगेट को 16 लाख करोड़ तक किया जा रहा है। ऑपरेशन ग्रीन स्कीम का ऐलान किया गया है, जिसमें कई फसलों को शामिल किया जाएगा और किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से कहा गया कि पांच फिशिंग हार्बर को आर्थिक गतिविधि के हब के रूप में तैयार किया जाएगा। तमिलनाडु में फिश लैंडिंग सेंटर का विकास किया जाएगा। प्रवासी मजदूरों के लिए देशभर में एक देश-एक राशन योजना शुरू की गई है। एक पोर्टेल की शुरुआत की जाएगी, जिसमें माइग्रेंट वर्कर से जुड़ा डाटा होगा। महिलाओं को सभी शिफ्ट में काम करने की इजाजत मिलेगी, नाइट शिफ्ट के लिए पर्याप्त सुरक्षा भी दी जाएगी। MSME सेक्टर के लिए बड़ा ऐलान किया गया है और बजट को बढ़ाया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि सरकार की किसानों की आय दोगुना करने की ओर काम कर रही है। निर्मला सीतारमण की ओर से कहा गया कि यूपीए सरकार से करीब तीन गुना राशि मोदी सरकार ने किसानों के खातों में पहुंचाई है। वित्त मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की ओर से हर सेक्टर में किसानों को मदद दी गई है, दाल, गेंहू, धान समेत अन्य फसलों की एमएसपी बढ़ाई गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि अब इंश्योरेंस क्षेत्र में 74 फीसदी तक FDI हो सकेगी, पहले यहां पर सिर्फ 49 फीसदी तक की ही इजाजत थी। इसके अलावा निवेशकों के लिए चार्टर बनाने का ऐलान किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टार्ट अप कंपनियों के लिए ऐलान किया। इसके तहत करीब एक फीसदी कंपनियों को बिना किसी रोक-टोक के शुरुआत में काम करने की मंजूरी दी जाएगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि विनिवेश के लिए सरकार लगातार काम कर रही है, कई कंपनियों की प्रक्रिया इस साल पूरी हो जाएगी। वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि इसी वर्ष LIC के आईपीओ को बाजार में लाया जाएगा।

केंद्रीय कारागार की दीवार कूदकर फरार हुआ कैदी

संदीप मिश्र   
बरेली। केंद्रीय कारागार में एक कैदी दीवार कूदकर फरार हो गया। मूल रूप से बिजनौर के रायपुर जिले का निवासी नरपाल उर्फ सोनू 2012 से जेल में सजा काट रहा था। सोमवार की सुबह वह जेल की दीवार कूदकर फरार हो गया। उसके बाद जब अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। जिले में सभी चौराहों पर पुलिस ने बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की गई। मगर फरार कैदी का कोई सुराग नहीं लगा। अब अधिकारी जांच में जुट गए है कि कहां चूक हुई है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि पुलिस की गई टीमों को कैदी की तलाश में लगा दिया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ के फंड का ऐलान

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 में कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए 35,000 करोड़ रुपये के भारी भरकम फंड का ऐलान किया है। इस फंड का इस्तेमाल देश में कोरोना की वैक्सीन का विकास, वितरण और टीकाकरण करने में किया जाएगा। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि आज भारत में दो वैक्सीन उपलब्ध है जिससे हम अपने देश के नागरिकों के जीवन की रक्षा कर रहे हैं। हमने 100 से ज्यादा देशों को भी कोरोना वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये बेहद राहत की बात है कि जल्द ही देश में 2 और वैक्सीन आने वाले हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वैज्ञानिकों को बधाई देकर इस वैक्सीन को लॉन्च किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि साल 2021-22 के लिए 35 हजार करोड़ रुपये कोरोना वैक्सीन के लिए दिए गए हैं और अगर जरूरत पड़ी तो सरकार इस मद में और पैसे देने के लिए तैयार है। वित्त मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र के लिए 2.23 लाख करोड़ है। उन्होंने कहा कि इस साल पिछले वर्ष के मुकाबले बजट में 137 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी की गई है।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...