शनिवार, 21 सितंबर 2019

हरियाणा:आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू

चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदेशानुसार आज से लोकतंत्र के महापर्व की शुरूआत हो गई है और हरियाणा विधानसभा-2019 के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आज से प्रदेश में तुरंत प्रभाव से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
सैक्टर-3 स्थित आज यहां हरियाणा निवास में बुलाए गए एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्तूबर, 2019 को करवाए जाएंगे, जिसके लिए चुनाव अधिसूचना 27 सितम्बर को जारी की जाएगी, जिसके साथ ही नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगा जो 4 अक्तूबर तक जारी हो रहेगी। इसके बाद, 5 अक्तूबर को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी तथा नामांकन वापिस लेने की अंतिम तिथि 7 अक्तूबर होगी। चुनाव परिणाम 24 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि निष्पक्ष, पारदर्शी व सुनियोजित ढंग से लोकतंत्र में चुनाव सम्पन्न करवाना चुनाव आयोग का कत्र्तव्य है और इसी के चलते राजनैतिक पार्टियों व चुनाव आयोग के बीच हुई सहमति से आदर्श चुनाव आचार संहिता तैयार की गई है जिसकी अनुपालना चुनाव प्रक्रिया के दौरान हम सबको करनी होती है। आदर्श चुनाव आचार संहिता चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों, राजनैतिक पार्टियों, सत्ताशीन दल, सरकार, सरकारी अधिकारियों- कर्मचारियों के लिए यह व्यवस्था देता है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान उन्हें क्या करना है, क्या नहीं करना है।
उन्होंने बताया कि आज से ही जिला प्रशासन व चुनाव प्रशासन पूर्ण रूप से मुस्तैद रहेंगे तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव तिथि घोषित करने के बाद आगामी 72 घण्टे हमारे  लिए महत्वपूर्ण होते हैं। 24 घण्टों के अंदर-अंदर सभी सरकारी कार्यालयों से राजनैतिक पार्टियों से संबंधित फोटो, बैनर इत्यादि हटाने का कार्य किया जाएगा। उसके अगले 24 घण्टों में सार्वजनिक स्थानों पर से तथा उसके बाद के 24 घण्टे निजी सम्पतियों से ऐसी सामग्री हटवाने पर फोकस रहेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता के दौरान कोई भी मंत्री चुनाव के कार्य के लिए सरकारी वाहन का प्रयोग नहीं कर सकेगा। केवल उसके निवास से आवश्यक सरकारी कार्य करने के लिए ही उसे की अनुमति होगी। सरकारी व राजनैतिक कार्य मिश्रित रूप से करने के लिए सरकारी वाहन का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि आयोग का सी विजल एप कल से ही आरंभ हो गया है। कोई भी नागरिक आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लघंन से संबंधित सूचना की जानकारी आयोग के पास भेज सकता है और 100 मिनट के अंदर-अंदर संबंधित जिला उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा उसका निदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोग के टोल-फ्री नंबर 1950 पर संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि राजनैतिक पार्टियों को इलैक्ट्रॉनिक्स मीडिया पर विज्ञापन देने के लिए  जिला स्तर व राज्य स्तर पर बनाई गई मीडिया निगरानी एवं प्रमाणन समिति से प्रमाण पत्र लेना होगा। सोशल मीडिया पर भी बल्क एसएमएस भेजने पर भी आयोग की नजर रहेगी। केवल व्यक्तिगत एकाउंट से ही ट्वीट कर सकते हैं। इसके अलावा, समाचार के रूप में विज्ञापन अर्थात पेड न्यूज पर आयोग पूरी तरह सख्त है। जिला स्तर व राज्य स्तर पर गठित मीडिया निगरानी एवं प्रमाणन समिति के पास पेड न्यूज की शिकायत की जा सकती है अगर फिर भी कोई राजनैतिक पार्टी व उम्मीदवार इसके समाधान से संतुष्ट नहीं होता तो वह सीईओ के पास अपील कर सकते हैं और उसके बाद वह भारत निर्वाचन आयोग के पास अपील कर सकता है। आयोग द्वारा उस मीडिया हाउस के विरूद्ध भारतीय प्रैस परिषद के माध्यम से कार्यवाही की जाएगी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि जैसाकि भारत निर्वाचन आयोग ने आज नई दिल्ली में प्रैस कांफ्रैस के माध्यम से विधान सभा चुनाव हो रहे राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को भी सूचित किया है कि इस वर्ष आयोग ने निïष्पक्ष चुनाव के साथ-साथ नैतिक ढंग से चुनाव करवाने की भी नई शुरूआत की है। इसके लिए हम सभी को और अधिक निष्ठ से अपनी चुनाव ड्यूटी का निर्वहन करना होगा।


जमीन की समस्याओं के निराकरण की पहल

जिलाधिकारी के निर्देश पर मोदीनगर तहसील में जमीन खरीद एवं विक्रय से संबंधित समस्याओं का निराकरण करने के उद्देश्य से की नई पहल 


सुदेश शर्मा
गाजियाबाद,मोदीनगर। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर तहसील सभागार में भूमि की क्रय- विक्रय में होने वाली समस्याओं के निस्तारण हेतु उपजिलाधिकारी डीपी सिंह के द्वारा नई पहल शुरू की गई है। जिसके अंतर्गत तहसील में जमीन की खरीद एवं विक्रय से संबंधित समस्याओं का तत्काल प्रभाव से निराकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इसके लिए तहसील में आज अभियान का शुभारंभ किया गया है, जिसके लिए तहसील स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है और जमीन की खरीद एवं विक्रय से संबंधित आवेदन पत्र जन सामान्य के प्राप्त किए जा रहे हैं। ताकि उनका निराकरण तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित कराया जा सके। 
इस अवसर पर तहसीलदार उमाकांत तिवारी सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।


छात्रसंघ बहाली हेतु आमरण अनशन

छात्रसंघ बहाली हेतु आमरण अनशन के लिए अनशन कारी चयनित


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। छात्रसंघ बहाली आंदोलन के 48 वें दिन संयुक्त संघर्ष समिति की विशेष बैठक में कल दिनांक 22 सितंबर 2019 को आयोजित होने वाली आमरण अनशन की रूपरेखा तैयार की गई और इस बाबत जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,मुख्य चिकित्सा अधिकारी और छात्र कल्याण अधिष्ठाता को अपेक्षित सूचना भेज दी गई है ।


धरने पर बैठने वालों में छात्रसंघ अध्यक्ष उदयप्रकाश यादव, उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, महामंत्री शिवम सिंह,उपमंत्री सत्यम सनी,पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव,वरिष्ठ छात्र नेता अविनाश विद्यार्थी,दुर्गेश प्रताप सिंह,अजय यादव सम्राट,चौधरी संदीप है। संयुक्त संघर्ष समिति को संबोधित करते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पूरब का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ का 96 साल पुराना इतिहास है,इस छात्रसंघ से देश की महान विभूतियां जैसे संविधान विद श्री सुभाष कश्यप,शिक्षाविद श्री डीएस कोठारी,भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,माननीय मुख्य न्यायाधीश भारतीय गणराज्य तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति छात्र संघ से निकले हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने 29 जून को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ को बैन कर दिया।


जन समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं

जन समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं


मोहित श्रीवास्तव


गाजियाबाद,लोनी। नेता और अधिकारियों की पूरी भीड़ जमा हो रखी है नेता तो गफलत में जी रहे हैं। किंतु अधिकारियों की भी पूरी मस्ती है। जनता की मूल समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं है।


जानकारी के मुताबिक मुस्तफाबाद स्थित सरकारी विद्यालय की हालत दयनीय बनी हुई है। विद्यालय के आसपास जलजमाव, कूड़ा-कचरा एकत्रित होने से संक्रमित बीमारियों के बढ़ने का अंदेशा हो गया है। गरीब और निर्धन जनता अपने बच्चों को कैसे पढ़ाएं? सरकार शिक्षा पर जोर दे रही है किंतु स्थानीय प्रशासन मासूम विद्यार्थियों के साथ घिनौना खेल खेल रहा है। नगर पालिका और शिक्षा-विभाग को बार-बार शिकायत करने पर भी इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। स्थानीय निवासियों फरमान, खालिद सिद्धकी, सरताज खान ,अब्दुल वाजिद, समीर, इमरान, सलीम आदि के द्वारा कई बार लिखित शिकायत की गई है। लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही भविष्य में विद्यार्थियों में संक्रमण फैलने का जिम्मेदार भी अधिकारियों को ही बताया है।


जिला अधिकारी से चश्मा हटाने की दरकार

जिला अधिकारी से चश्मा हटाने की दरकार


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद की व्यवस्था की चर्चा दुनिया के हर मंच पर की जाए तो भी यह गुणगान अधूरा ही रह जाएगा। अत्याचार-भ्रष्टाचार की सीमाएं अनंत होती जा रही है। लाखो अधिकारी कर्मचारी और नेता जनता की अंतर हृदय से सेवा करने में तल्लीन है। जिले की शासनिक और प्रशासनिक व्यवस्था का जिला अधिकारी को चश्मा हटा कर देखने की दरकार है। जनपद में थाने हाई क्लास के दलाली घर बन रहे हैं। अपराधियों के इशारे पर अधिकारी नाच करते नजर आ रहे हैं। पुलिस इतनी कर्तव्यनिष्ठ हो गई है कि रिश्वतखोरी की प्राथमिकता पर ही सुनवाई होती है। यदि पीड़ित के पास पुलिस को देने के लिए धन नहीं है तो पुलिस अंधी-बहरी बन जाती है। अपराध के पोषण का कार्य कर रही है स्थानीय पुलिस। ऐसा एक भी अपराध नहीं है जो जनपद में धड़ल्ले से ना हो रहा हो। आखिर यह सब इतना अनियंत्रित क्यों हो रहा है?


वहीं गत दिनों लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के कार्यालय पर विधायक से शिकायत करने के लिए धरने पर बैठे पत्रकारों को दिनदहाड़े जान से मारने का प्रयास जैसी  असामान्य घटनाएं जनपद में अधिकारियों की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करती है। निरीह कमजोर जनता पर अत्याचार करने वाला कोई शूरवीर नहीं हुआ। सामाजिक जन जागरण में संलिप्‍त पत्रकारों पर हमला होना, सामाजिक अवस्था और स्थिति का अवलोकन कराता है। हो सकता है पत्रकारिता से जुड़ा समाज इससे कुछ सबक ले। जो पत्रकार अभी भी चाटुकारिता में व्यस्त हैं उन्‍हे समझना चाहिए पत्रकारिता का पहला अध्याय सच है और सच बहुत कड़वा होता है।


घुटनों के बल (संपादकीय)

घुटनों के बल   (संपादकीय)


भारतीय साहित्य और इतिहास समय की पुनरावृति करता रहा है। वर्तमान स्थिति के अनुरूप प्रतिपादित हो जाता है ।देश की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बढ़ती जा रही है। लेकिन आंतरिम विकास कहीं स्थिर हो गया है। सुनियोजित ढंग से रूपरेखा निर्माण का अभाव अभी भी समाप्त नहीं हुआ है। सरकार के द्वारा लिए गए अधिकतम निर्णय जनता के हित और राष्ट्रीय विकास पर आधारित रहे हैं। कुछेक निर्णय से देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। प्रभावित अर्थव्यवस्था निम्‍नता के स्तर की ओर बढ़ने लगी, जब गति और अधिक बढ़ने लगी। स्थिति यह हो गई कि सरकार ने चारों ओर से हटकर संपूर्ण ध्यान गिरती विकास दर की तरफ आकृष्ट कर लिया। जिस विषय पर पूर्व में मनन और अवलोकन करने की आवश्यकता थी। आज उस विषय पर सरकार का केंद्र स्थापित हो गया। लिए गए निर्णय से देश की जनता में एक आशा जागृत हो गई है। परंतु क्या निर्धारित मानक अनुरूप यह सभी निर्णय समय अनुसार धरातल पर प्रतिपादित होंगे। जनता को सच में निर्णय अनुरूप लाभ प्राप्त होगा। व्यवसायिक इकाइयां और स्वरोजगार को बढ़ाने की सरकारी मंशा पूर्ण होगी। भारतीय रिजर्व बैंक की साझेदारी और सहयोग से इसमें ज्यादा विश्वास रखा जा सकता है। अगली दो तिमाही में अर्थव्यवस्था गति पकड़ सकती है। यदि ऐसा परिणाम घटित होता है तो यह देश के स्वर्णिम पल का साक्षी बनेगा। भारतीय गणतंत्र में कई विषम समस्याएं पनप रही है। आर्थिक विकास दर का पिछड़ना भी एक विषमता है। किंतु अर्थव्यवस्था के प्रति सतर्कता अन्य विषमताओं का प्रत्यक्ष अवरोध होगा। सरकार अर्थव्यवस्था के प्रति चिंतित है। जिसके सुधार और विकास पर पहले से ज्यादा और उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। सरकार को आर्थिक विकास दर को गति प्रदान करने के लिए अभी और अधिक मनन करने की आवश्यकता है। वस्तुतः देश की जनता प्रत्येक परिस्थिति में देश के हर निर्णय में अग्रणी बनी रहेगी।


ससवार गिरा करते हैं जंग-ए- मैदान में, वो क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल है।


राधेश्याम 'निर्भय पुत्र'


राजनीति में मेरा भी कद बड़ा:वंदना

राजनीति में अब मेरा भी बड़ा कद हो गया है। व्यस्तता के कारण पूरे पांच वर्ष जिला परिषद की बैठकों में नहीं आईं भाजपा विधायक भदेल। अजमेर की जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने देवनानी को नहीं बताया अपना राजनीतिक गुरु। 
जयपुर। एसपी मित्तल टॉक शो में अजमेर की जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया से सीधा संवाद हुआ। पांच वर्ष पूर्व मात्र 23 वर्ष की उम्र में वंदना अजमेर की जिला प्रमुख बन गई। लेकिन उन्होंने अपना राजनीतिक कद भाजपा के कई बड़े नेताओं के बराबर कर लिया है। वंदना ने माना कि पांच वर्ष पहले जब वे अजमेर एमडीएस यूनिवर्सिटी की छात्रा थी, तब भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जिला परिषद का चुनाव जीता और जिला प्रमुख बनी। जिला प्रमुख बनवाने में तब के अजमेर के प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी की भूमिका रही, लेकिन देवनानी मेरे राजनीतिक गुरु नहीं है। वंदना ने माना कि पूरे पांच वर्ष अजमेर दक्षिण की भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने जिला परिषद की बैठकों में भाग नहीं लिया। वंदना ने जिला परिषद में भाजपा के सदस्यों से लेकर राजनीति से जुड़े सवालों के सटीक जवाब दिए। उन्होंने यह भी बताया कि दिसम्बर में जिला प्रमुख का कार्यकाल पूरा होने के बाद वे राजनीति में किस तरह सक्रिय रहेंगी, वंदना का पूरा इंटरव्यू मेरे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है। यूट्यूब पर एसपीमित्तल टॉक शो लिखने से वंदना का इंटरव्यू देखने को मिल जाएगा। 
एस.पी.मित्तल


सीएम अशोक पर भारी पड़ रहे पायलट

तो क्या राजस्थान में डिप्टी सीएम सचिन पायलट अब सीएम अशोक गहलोत पर हावी हो रहे हैं? इधर मंत्रिमंडल का विस्तार टला, उधर क्रिकेट की राजनीति में रामेश्वर डूडी ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को खुली चुनौती दी। आसान नहीं है कांग्रेस की सरकार चलाना। 

राजनीति में वाकई शह मात का खेला होता है। 16 सितम्बर की रात को जब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बसपा के सभी 6 विधायकों को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करवा दी तो माना गया कि कांग्रेस की आतंरिक राजनीति में गहलोत ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। स्वभाविक था कि बसपा के विधायकों को मंत्री संसदीय  सचिव के पद से नवाजा जाएगा, इसलिए मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा भी होने लगी, लेकिन सीएम गहलोत की इस सफलता को 19 सितम्बर को ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मात दे दी। पायलट ने साफ कह दिया कि बसपा विधायक मंत्री बनने के लिए कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं। उन्हें अपने क्षेत्र का विकास करवाना है, इसलिए सरकार को मजबूती दी है। इसके साथ ही पायलट ने साफ कह दिया कि पहले उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियोंं का लाभ दिया जाएगा, जिन्हें पांच वर्ष खून पसीना बहाकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवाई है। पायलट के इस कथन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मंत्रिमंडल विस्तार को टालना पड़ा और अब पहले 15 अक्टूबर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियों का लाभ दिया जाएगा। यानि बसपा विधायकों को कांग्रेस में शामिल करते वक्त गहलोत ने जो रणनीति बनाई थी उस पर पानी फिर गया है। 
रामेश्वर डूडी की खुली चुनौती:
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के समर्थक माने जाने वाले कांग्रेस के प्रमुख नेता रामेश्वर डूडी ने तो क्रिकेट की राजनीति की आड़ में सीएम गहलोत को सीधे चुनौती दे दी है। प्रदेश में 27 सितम्बर  को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव होने है। मौजूदा अध्यक्ष सीपी जोशी चाहते हैं कि सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को एसोसिएशन का अध्यक्ष बनवाया जाए। इसके लिए राजसमंद जिले से वैभव का प्रवेश भी करवा दिया गया हे। लेकिन नागौर क्रिकेट जिल संघ की हैसियत से रामेश्वर डूडी ने खुली चुनौती दे दी है। डूडी खुद अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। वैभव गहलोत को अध्यक्ष बनाने में लगे सीपी जोशी के लिए डूडी ने कड़े शब्दों का इस्तेामल करते हुए कहा कि जोशी ने दादागिरी कर रखी है। जिसे अब नहीं चलने दिया जाएगा। मैं अध्यक्ष का दावेदार हंू भले ही सामने कोई भी हो। यह बात डूडी ने तब कही, जब सीपी जोशी राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष भी हैं। जोशी के प्रयासों से ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर से प्रतिबंध हटा है। गंभीर बात यह है कि रामेश्वर डूडी की उम्मीदवारी को ललित मोदी गुट समर्थन कर रहा है। यानि अशोक गहलोत को मात देने के लिए डूडी और उनके समर्थकों को भगोड़े ललित मोदी का समर्थन लेने से भी गुरेज नहीं है। क्रिकेट में अभी सीपी जोशी और ललित मोदी गुट की सक्रिय है। ललित मोदी की हरकतों की वजह से बीसीसीआई ने राजस्थान पर प्रतिबंध लगाया था। सब जानते हैं कि भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से ललित मोदी के कारोबारी रिश्ते रहे हैं। यदि सीपी जोशी अपनी ओर से सीएम के पुत्र वैभव का नाम आगे नहीं बढ़ाते तो रामेश्वर डूडी के तेवर इतने तीखे नहीं होते। अब देखना होगा कि मौजूदा हालातों का जवाब अशोक गहलोत कैसे देते हैं। आमतौर पर कांग्रेस की सरकारों को भाजपा से चुनौती मिलती है, लेकिन राजस्थान में अशोक गहलोत को अपनों से ही चुनौती मिल रही है। बसपा सभी 6 विधायकों कांग्रेस में शामिल कर लिया, लेकिन अब सरकार की इस मजबूती पर कांग्रेस के नेता ही पानी फेर रहे हैं। 
एस.पी.मित्तल


अमेरिकी राजनीति में भी मोदी का दखल

तो अब नरेन्द्र मोदी अमरीका की राजनीति भी प्रभावित करने लगे। 
हाउडी मोदी के कार्यक्रम पर राहुल गांधी का ट्वीट कितना मायने रखता है। 
भारतीय समय के अनुसार 22 सितम्बर की रात साढ़े आठ बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमरीका के ह्यूस्टन के फुटबॉल मैदान पर भारतीय मूल के अमरीकी नागरिकों को संबोधित करेंगे। संबोधन से पहले कोई 90 मिनट तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस कार्यक्रम का नाम अमरीका में प्रचलित प्रोग्रामों के अनुरूप हाउडी मोदी रखा गया है। मोदी के इस कार्यक्रम का महत्त्व तब और बढ़ गया है, जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपनी सहमति दे दी। ट्रंप हाउडी मोदी कार्यक्रम में भाग लेंगे, यह कोई अचानक तय नहीं हुआ। असल में यह भारत और अमरीका की कूटनीति रही। अमरीका में अगले वर्ष राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं। चूंकि हाउडी मोदी कार्यक्रम में 50 हजार से भी ज्यादा भारतीय यानि अमरीकी मतदाता उपस्थित रहेंगे, इसलिए ऐसी सोची समझी रणनीति के तहत ट्रंप की उपस्थिति करवाई गई है। कार्यक्रम में मोदी की ओर से यह दर्शाया जाएगा कि मौजूद समय में भारत के लिए डोनाल्उ ट्रंप एक मददगार राष्ट्रपति साबित हो रहे हैं। सब जानते हैं कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पाकिस्तान को नियंत्रित करने में ट्रंप की विशेष भूमिका रही है। ट्रंप का रुख पूरी तरह भारत के साथ रहा है। हो सकता है कि ट्रंप अपने संबोधन में आर्थिक मोर्चे पर भारत को कुछ राहत भी दें। यानि अब नरेन्द्र मोदी अमरीका की राजनीति को भी प्रभावित करने लगे हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो हाउडी मोदी कार्यक्रम में ट्रंप भाग नहीं लेते। ट्रंप को भी पता है कि मोदी की लोकप्रियता सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में खास कर अमरीका में रहने वाले भारतियों के बीच भी है। ऐसे में यदि मोदी अपने संबोधन में ट्रंप को भारत का मददगार बताएंगे तो अमरीका के चुनाव में ट्रंप को फायदा होगा ही। 
राहुल का ट्वीट:
हाउडी मोदी कार्यक्रम की कुछ लोग आलोचना भी कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि ऐसे कार्यक्रमों से देश में चल रही आर्थिक मंदी की ओर से ध्यान नहीं हटाया जा सकता। राहुल का मानना है कि 1.4 लाख करोड़ की टैक्स में राहत देकर भी लोगों को खुश नहीं किया जा सकता है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं इसलिए उन्हें अपनी राय प्रकट करने का अधिकार है, लेकिन राहुल गांधी को यह समझना चाहिए कि ह्यूस्टन में जो कार्यक्रम हो रहा है उस पर भारत सरकार का पैसा खर्च नहीं हो रहा। ह्यूस्टन में रहने वाले भारतीयों ने इंडिया फोरम नामक संस्था बना रखी है। नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक कद और अंतर्राष्ट्रीय छवि को ध्यान में रखते हुए इस फोरम ने फुटबाल मैदान बुक करवाया है। पचास हजार की क्षमता वाला यह मैदान पूरा बुक हो चुका है और दस हजार लोग अभी बुकिंग के इंतजार में हैं। क्या यह भारत के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए सम्मान की बात नहीं है? राहुल गांधी माने या नहीं लेकिन आज हर देशभक्त भारतीय स्वयं को गौरवांवित महसूस कर रहा है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370  को हटाकर नरेन्द्र मोदी ने इस प्रदेश के 80 प्रतिशत क्षेत्र में शांति कायम कर दी है। मोदी सरकार की कूटनीति ही है कि पाकिस्तान को अब कश्मीर के मुद्दे पर मुस्लिम देशों का भी समर्थन नहीं मिल रहा है। क्या राहुल गांधी नहीं चाहते थे कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहे और भारत की धाक अमरीका सहित विश्व भर में हो? यदि डोनाल्ड ट्रंप दोबारा से अमरीका का राष्ट्रपति बनने के लिए नरेन्द्र मोदी की मदद ले रहे हैं तो भारत के लिए इससे ज्यादा सम्मान की बात और क्या हो सकती है?
एस.पी.मित्तल


दिल्ली मेट्रो में आतंकी का केमिकल अटैक

दिल्ली मेट्रो में आतंकी का केमिकल अटैक, हरकत में आई सुरक्षा एजेंसियां

नई दिल्‍ली। जम्मू- कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से खुफिया एजेंसियां बार-बार देश में आतंकी हमले की संभावना पहले ही जता रही थी। खुफिया एजेंसियों ने अपने अलर्ट में सुरक्षाबलों को सतर्क करते हुए बताया है कि कई बड़े आतंकी संगठन अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए केमिकल अटैक भी कर सकते हैं। सूचना के बाद से ही खुफिया एजेंसियों के इस अलर्ट हो गई है। इन्‍हीं तैयारियों के तहत बीच देश की राजधानी दिल्ली की मेट्रो में आज मेगा मॉक ड्रिल के जरिए सुरक्षाबलों तैयारियों का जायजा लिया गया। मॉक ड्रिल से व्‍यस्‍ततम कश्‍मीरी गेट मेट्रो स्‍टेशन पर पहले आईडी ब्‍लास्‍ट किया गया, जिसके वहां एक केमिकल अटैक भी हुआ।


दिल्‍ली मेट्रो से जुड़े सुरक्षा अधिकारी के अनुसार दिल्ली मेट्रो में आतंकी हमले के अलर्ट को देखते हुए जांच की जा रही है। जब मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही बंद हो गई, उसके बाद देर रात तक़रीबन 12 बजकर 50 मिनट पर कॉल हुई कि कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन में आतंकी हमला हो गया है। जहां एक के बाद एक तीन अटैक भी हुए हैं। इस  कॉल मिलते ही हड़कंप मच गया। कुछ ही मिनटों के अंतराल में सीआईएसएफ के स्पेशल कमांडों ने मोर्चा संभाल लिया।


एनडीआरएफ और डीडीएमए और फायर की गाड़ियां सहित दिल्ली की टीम मौके पर पहुंच गई। मॉक ड्रिल में सीआईएसएफ की स्पेशल बम निरोधक दस्ते ने डॉग स्क्वॉयड के साथ स्टेशन पर लगाए गए तीन जिंदा बमों को भी खोज निकाला और समय रहते उन बमों को डिफ्यूज भी कर दिया गया। तक़रीबन तीन घंटे चली यह मॉक ड्रिल आईबी और एनएसजी के सीनियर ऑफिसर्स की मौजूदगी में हुई।


सपा विधायक नाहिद की मुश्किलें बढ़ी

शामली। उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक नाहिद हसन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी है। हालांकि पुलिस को नाहिद हसन घर पर नहीं मिले इसलिए उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। नाहिद हसन पर एसडीएम और सीओ के साथ गाड़ी चेकिंग के दौरान अभद्रता करने का आरोप है।


नाहिद हसन के घर पुलिस 4 वारंट ले कर पहुंची है। नाहिद हसन के घर पर पुलिस की एक घंटे तक छापेमारी चली। इस दौरान हसन नहीं मिले। उनके घर पर रसोइया और गार्ड मौजूद थे। प्रशासन ने नाहिद हसन को तीन बार मौका दिया है लेकिन वे अब तक गाड़ी के कागज जमा नहीं करा पाए हैं। यूपी पुलिस ने हसन के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी कराए हैं।


नाहिद हसन की गिरफ्तारी के लिए कैराना में पुलिस और भारी अर्धसैनिक बलों की तैनाती है। पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। स्थानीय सीओ प्रदीप कुमार के नेतृत्व में नाहिद हसन के घर पुलिस दल-बल के साथ पहुंची है। शामली के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और एसपी अजय कुमार भारी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद हैं। नाहिद हसन को शुक्रवार तक गाड़ी के कागजात जमा कराने थे लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। इसके बाद पुलिस कार्रवाई के लिए कैराना पहुंच गई।


कईयो को जाल में फंसा वसूले करोड़ों

अफरोज ख़्वाजा 


भोपाल। नेताओं-अफसरों को ब्लैकमेल कर करोड़ों वसूलने वाली महिलाओं के बारे में कई चौकाने वाली जानकारियां खुल कर सामने आईं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस और एटीएस को पता चला है कि इन महिलाओं ने अनुमानित 20 लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनके आपत्तिजनक वीडियो वाले फोटो बनाए और इन्हें वायरल करने की धमकी देकर उनसे करीब 15 करोड़ रुपए की वसूली की है। किसी से 50 लाख तो किसी से तीन करोड़ रुपए तक की वसूली की गई। इनसे जब्त मोबाइल और 8 सिम की जांच में करीब 90 वीडियो भी मिले हैं। इनमें से 30 वीडियो आईएएस, आईपीएस अफसरों और नेताओं के हैं। पुलिस ने फिलहाल इन्हें रिकॉर्ड में नहीं लिया है। फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है!


यह भी चर्चा है कि ज्यादातर वीडियो श्वेता जैन पति विजय और श्वेता जैन पति स्वप्निल के हैं। इनसे जुड़ी 5-6 लड़कियां और हैं, जो इन्हें के साथ रैकेट में काम करती हैं। इन्हीं में से कुछ ने व्यक्तिगत तौर पर भी नौकरशाही और नेताओं के बीच दखल बढ़ाना शुरू किया। वीडियो में राज्य सेवा से जुड़े कई अधिकारी, प्रमोटी आईएएस और उद्योगपतियों के भी होने का अंदेशा है, जिसकी पड़ताल की जा रही है। कोर्ट ने श्वेता पति विजय जैन, श्वेता पति स्वप्निल जैन और बरखा अमित सोनी को निगम इंजीनियर से 3 करोड़ की डिमांड करने के मामले में जेल भेज दिया। जबकि अन्य आरोपी आरती दयाल, छात्रा मोनिका यादव और ड्राइवर ओमप्रकाश 22 सितंबर तक इंदौर पुलिस की रिमांड पर हैं।


ज्यादातर अफसर भोपाल और इंदौर से 
ज्यादातर राज्य सेवा के अधिकारी इंदौर और भोपाल में पदस्थ रहे हैं। एडीजी स्तर के एक पुलिस अधिकारी पूर्व में इंदौर पोस्टिंग के दौरान इन महिलाओं के ज्यादा संपर्क में रहे। महिलाओं की इन अफसरों से मुलाकात भोपाल के एक नामी पुराने होटल के साथ इंदौर-भोपाल के फार्म हाउस में हुई। श्वेता जैन और पति स्वप्निल का भोपाल में एक नामी क्लब में खासा आना जाना रहा। यहां भी ये दोनों अफसरों को जाल में फांसने का काम करते थे। जिस रात पुलिस ने ब्लैकमेलर महिलाओं को हिरासत में लिया, उसके दूसरे ही दिन स्वप्निल को सुबह के समय इसी क्लब में देखा गया। एक पूर्व मंत्री के साथ एक महिला भारत के बाहर भी घूमने जा चुकी है।


त्योहारों पर अतिरिक्त ट्रेन चलाएगा रेलवे

नई दिल्‍ली। नवरात्र,दशहरा और दीवाली के त्योहार पर ट्रेनों में होने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन पूजा स्पेशल ट्रेन चला रहा है। रेलवे ने हटिया और लोकमान्य तिलक टर्मिनस के मध्य से 5 फेरों के लिए पूजा स्पेशल ट्रेन की सुविधा दी है। गाड़ी संख्या 08609 हटिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनस पूजा स्पेशल ट्रेन दिनांक 02 से 30 अक्टूबर तक हर बुधवार को चलेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 08610 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-हटिया पूजा स्पेशल ट्रेन दिनांक 04  अक्टूबर से 01 नवम्बर तक हर शुक्रवार को चलेगी। इस पूजा स्पेशल ट्रेन में 02 पावर कार, 04 एसी-III, 02  एसी-II, 04 स्लीपर, 03 एसएलआर  कोच सहित कुल 15 एलएचबी कोच रहेगी।


शव को सरकारी एंबुलेंस नहीं मिली

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। योगी सरकार में शव ढोने के लिए सरकारी एंबुलेंस की उपलब्धता नहीं है और शव वाहन देने में हजार बहानेबाजी, इस सिस्टम में फंसे एक किसान की सिसकियां द्रवित करने वाली थीं। उसने गुहार लगाई, घंटों भटका, लेकिन मदद नहीं मिली। मायूस होकर उसने बच्चों को किसी तरह बस से घर भेजा। फिर गरीबी और लाचारी में एसआएन अस्पताल से रिक्शा ट्राली में पत्नी का शव रखकर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर शंकरगढ़ तक ले गया।क्या यही है योगी सरकार की उपलब्धीया।एसआरएन अस्पताल में पांच दिन पहले शंकरगढ़ से आए कल्लू ने पत्नी सोना देवी को सिर में लगी चोट का इलाज कराने को भर्ती कराया था। बृहस्पतिवार को उपचार के दौरान सोना की सांस उखड़ गई। पत्नी की मौत पर कल्लू बच्चों के साथ दहाडे़ं मारकर रोया। संयत हुआ तो घर तक शव ले जाने को साधन खोजने लगा।


एंबुलेंस मांगी नहीं मिली, बताया गया कि शव वाहन भी उपलब्ध नहीं है। निजी एंबुलेंस चालक तीन हजार रुपये मांगने लगे तो वह भटकने लगा। मजबूरी में उसने रिक्शा ट्राली पत्नी का शव रखकर घर की ओर निकल पड़ा। रास्ते में उसकी हालत देखने वालों ने अफसोस जताया लेकिन मदद को कोई आगे नहीं आया। यह घटना जिम्मेदारों के लिए सबक बन सकती है, बशर्ते वे संवेदनशील बनें। सवाल है कि सौ से अधिक एंबुलेंस का बेड़ा शहर में है, लेकिन जरूरतमंद गरीबों के लिए शव वाहन की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में एसआएन अस्पताल के एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव ने अनभिज्ञता जताते हुए कहाकि उनके पास कोई आया ही नहीं। कल्लू आते तो वह शव ले जाने की व्यवस्था जरूर कराते।


जमीनी विवाद मे खूनी संघर्ष, 3 जान गई

मऊ। उसको जिसका डर था आखिर वही हुआ, उसने अभी दो दिनों पहले ही तो स्थानीय पुलिस को अपने जान का खतरा बता कर तहरीर दी थी। मगर पुलिस ने उसकी बात पर गंभीरता से विचार ही नही किया। अगर पुलिस ने गंभीरता से इसके ऊपर विचार किया होता तो शायद यह खुनी संघर्ष रुक गया होता। और तीन लोगो की जान न जाती। मामला थाना रानीपुर क्षेत्र के ब्राह्मण पूरा के मठिया का है, जहा बीती रात खुनी संघर्ष में तीन लोगो की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल है। मृतकों में पति पत्नी के अलावा हमलावर भी शामिल है। मूलतः विवाद संपत्ति को लेकर बताया जा रहा है। बताया गया है कि पुराने धरोहरी को लेकर हुए इस विवाद में पति, पत्नी सहित हमलावर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दादा और पोता गंभीर हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवचंद चौहान व टुनटुन चौहान के बीच पुराने घर को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा था, विवाद मूलतः पोखरी की जमीन का था, इसी विवाद में दो दिन पहले ही एक पक्ष शिवचंद चौहान ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस को तहरीर भी दिया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते बीती देर रात हुवे खूनी संघर्ष में हमलावर ने घर के अन्दर घूसकर तांडव करने लगे। जिसमें गीता पत्नी शिवचन को धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई, घर में घुसा हमलावर टुनटुन चौहान भी इस संघर्ष में मारा गया है।


इस खुनी संघर्ष में दादा देवकी चौहान व पोता राज गंभीर रूप से घायल हो गए है। घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, इस दौरान हालत गम्भीर होते देख चिकित्सको ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही गाँव मे कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई और रात भर डटी रही। जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो गाँव मे ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। इस ह्रदयविदारक घटना से गांव में आक्रोश व्याप्त है। वही दूसरी तरफ पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। जबकि दो अन्य फरार है। वही पूछताछ हेतु पुलिस ने 10-12 लोगो को थाने लाया गया है। समाचार लिखे जाने तक पूछताछ जारी है।


नुसरत-मिमि का दुर्गा मां को समर्पित डांस

कोलकाता। नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती का डांस वीडियो वायरल हो रहा है। पहली बार तृणमूल पार्टी से सांसद बनने वाली दोनों एक्ट्रेस वीडियो में साथ नज़र आ रही हैं। पश्चिम बंगाल: सासंद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती का डांस वीडियो वायरल हो रहा है। पहली बार तृणमूल पार्टी से सांसद बनने वाली ये दोनों एक्ट्रेस वीडियो में साथ नज़र आ रही हैं। ये डांस वीडियो मां दुर्गा को समर्पित है, जिसमें दोनों मां दुर्गा को सम्मान देते हुए डांस कर रही हैं। इस वीडियो को 20 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। बता दें, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाई जाएगी।नुसरत जहां बंगाली एक्ट्रेस हैं। उन्होंने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा। बंगाल की बशीरहाट सीट से चुनाव लड़ने वाली नुसरत जहां ने करीब 3.5 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत शोत्रू से की है। इसके बाद वह 'खोका 420' और 'लव एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों में भी नजर आईं। नुसरत जहां ने अपने करियर के दौरान फेयरवन मिस कोलकाता एक फेयर वन मिस कोलकाता का भी खिताब जीता है।


 


ग्रेस की मिमी चक्रवर्ती भी बंगाली एक्ट्रेस हैं. मिमी चक्रवर्ती जादवपुर से सांसद बनी हैं। मिमी चक्रवर्ती ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत फिल्म 'चैंपियन' से की। उनकी पहली लीड रोल में फिल्म है। मिमी बंगाली टीवी सीरियल  जेनर आपरे में भी काम कर चुकी हैं.


 


पदयात्रा को रोकने में जुटा प्रशासन

नई दिल्ली। भारतीय किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर बढ़ रहा है। 11 सितंबर को सहारनपुर से शुरू हुयी भारतीय किसान संगठन की पदयात्रा में सैकड़ों किसान शामिल हुए हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर किसान घाट पहुंचेंगे। हालांकि प्रशासन उन्हें रोकने में जुटा है।


इसके मद्देनजर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। किसानों का कहना है कि अगर उनको रोका गया तो वो वहीं धरना देंगे और भूख हड़ताल करेंगे। पदयात्रा में शामिल किसान स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही बिजली की कीमतों में हुई बढ़ोतरी वापस लेने, गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान करने की मांग भी कर रहे हैं। फिलहाल किसानों का झुंड नोएडा 69 के पास है।


भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने शुक्रवार को कहा था, "कृषि मंत्रालय के अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत विफल होने के बाद, हमारे पास अब एकमात्र विकल्प बचा है जो कि हमारी मांग की ओर ध्यान आकर्षित करेगा वह है दिल्ली तक मार्च करना।''भारतीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा, ''हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे थे कि अधिकारी हमारी मांगों को यहां सुनें। हमारी यात्रा ग्यारह दिन पहले शुरू हुई थी, लेकिन अब हम अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने वाले हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सरकार ने हमारी बातों पर गौर क्यों नहीं किया।''


राहत सामग्री देते डीएम पर गिरी दीवार

वाराणसी। पूर्वांचल में वाराणसी समेत आसपास के जिलों में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे पूर्वांचल के गांवों में बाढ़ की भयावह स्थिति बन गई है। जिलों में बाढ़ पीड़ितों के राहत कैंप लगाए गए हैं। साथ ही प्रशासनिक अधिकारी पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। वहीं वाराणसी में भी जिलाधिकारी बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री देने पहुंचे, लेकिन इसी बीच वह हादसे का शिकार हो गए। उनके साथ ही एनडीआरएफ के दो जवान भी जख्मी हो गए हैं। वाराणसी के कोनिया में जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री देने के लिए गए थे, वहीं राहत सामग्री बांटने के दौरान दीवार गिर गई। उनके साथ ही एनडीआरएफ के दो जवानों पर भी दीवार गिरी है। डीएम दीवार पर बैठ कर पीड़ितों को राहत सामग्री बांट रहे थे। दीवार गिरने के साथ ही जिलाधिकारी भी गिर गए। हादसे में जिलाधिकारी के साथ कई कर्मचारियों को चोटें आई हैं। चोट लगने के बाद भी डीएम ने ढाब इलाके का निरीक्षण किया।इसके बाद बाद जिलाधिकारी आवास पर पर पहुंच गए। आवास पर चिकित्सकों की टीम भी ने पहुंचकर उनका इलाज किया।


हादसे में जिलाधिकारी और जवानों को मामूली रूप से चोट आई है। मौके पर मौजूद एसएसपी आनंद कुलकर्णी के साथ अन्य अधिकारियों के साथ डीएम सुरेंद्र सिंह ने मोटर बोट पर गिरी ईंटों को अपने हाथों से उठाकर नीचे फेंका।
इसके बाद मलबे के नीचे दबे एनडीआरएफ के जवानों को बाहर निकाला गया। सुबह डीएम और एसएसपी एनडीआरएफ के जवानों के साथ भैसासुर घाट पर पहुंचे। जिसके बाद बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांटने के लिए सभी अधिकारी एनडीआरएफ की मोटर बोट पर सवार होकर बाढ़ ग्रस्त कोनिया इलाके की ओर बढ़े।


कोनिया घाट के पास बाढ़ के पानी में चारों तरफ से घिरे राजकुमार सेठ के परिजन और उनके घर के बच्चे राहत सामग्री जब खुद के हाथों से नहीं ले पाए तो डीएम सुरेंद्र सिंह एनडीआरएफ की मोटर बोट से उतरकर किसी प्रकार राजकुमार सेठ के घर की चारदीवारी फांद कर अंदर गए और एनडीआरएफ के जवानों से राहत सामग्री लेकर अपने हाथों से उठाकर दे रहे थें।
इस दौरान बारिश से कमजोर हुई दीवार एकाएक भरभरा कर एनडीआरएफ के मोटर बोर्ड पर गिर गई। दीवार के सहारे खड़े डीएम सुरेंद्र सिंह भी नीचे गिर गए। गनीमत रहेगी डीएम सुरेंद्र सिंह बाढ़ के पानी में न गिर कर एनडीआरएफ के मोटर बोट पर गिरे। वहीं डीएम सुरेंद्र सिंह को राहत सामग्री दे रहे एनडीआरएफ के 2 जवानों के ऊपर दीवार का मलबा गिरने से वह नीचे दब गए।


डीएम सुरेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए दीवार की ईंटों को उठाकर अपने हाथों से फेंक कर नीचे दबे एनडीआरएफ के जवानों को बाहर निकाला गया। दीवाल गिरने के दौरान आस-पास मौजूद बाढ़ पीड़ितों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। हादसे के वक्त एनडीआरएफ के मोटर बोट के पास कुछ छोटे बच्चे भी मौजूद थें जो कि दीवार गिरने के बाद भयभीत होकर चिल्लाने लगे थें। आस-पास मौजूद लोग भी जैसे तैसे बाढ़ के पानी में उतर कर मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन की मदद की।


भागवत विदेशी मीडिया से होंगे रूबरू

नई दिल्ली। अगर आप किसी भी विदेशी मीडिया समूह के प्रतिनिधि के तौर पर भारत में पत्रकारिता कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए है। दशकों तक मीडिया के लिए पहेली रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस लगातार समाज के अन्य क्षेत्रों के दिग्गजों ही नहीं, मीडिया के लोगों से भी पिछले कुछ सालों से खुलने में लगा हुआ है और शायद ये पहली बार होगा कि कोई संघ प्रमुख केवल विदेशी पत्रकारों से मिलने के लिए कोई खास कार्यक्रम आयोजित करे।


ये कार्यक्रम 24 सितंबर को दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में होगा। इधर, 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा कार्यक्रम अमेरिका के ह्यूस्टन शहर मे होना है, जिसका नाम है हाउडी मोदी। ऐसे में मीडिया वालों को 24 तक फुरसत भी मिल जाएगी। मोहन भागवत ने पिछले साल भी सितंबर में 'भविष्य का भारत' नाम से तीन दिन की एक लेक्चर सीरीज शुरू की थी, जिसमें समाज के विभिन्न हिस्सों से लोग आए थे। इसमें अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी थी, क्योंकि वो अपनी फिल्म मंटो का प्रीमियर छोड़कर वहां आए थे।


वैसे भी बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल संघ में वापस जाकर सह सम्पर्क प्रमुख बन गए हैं, तो उनका काम होगा कि अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों को संघ के सम्पर्क में लाना, उनकी गलतफहमियां दूर करना आदि। विदेशी मीडिया से जुड़े पत्रकारों से मुलाकात का ये कार्यक्रम खास तौर पर इसी दिशा में रखा गया है। ताकि वो अपने हर सवाल, हर गलतफहमी जो उन्हें संघ के बारे में है, संघ प्रमुख से पूछ सकें।


इस कायर्कम के बारे में आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार का कहना है कि, 'ये कार्यक्रम परस्पर संवाद का है। मोहन भागवतजी इस संवाद में विदेशी मीडिया के पत्रकारों को संघ के कार्य व प्रासंगिक विषयों पर संघ के विचारों से अवगत कराएंगे तथा उनसे इसी संबंध में एक प्रासंगिक चर्चा करेंगे।' हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि  इस कार्यक्रम की विडियो कवरेज की अनुमति मिलेगी या नहीं या केवल बंद कमरे में ही चर्चा होगी। लेकिन इतना तय है कि उसके बाद कुछ बड़ी हेडलाइंस दुनिया भर के अखबारों, टीवी चैनल्स में बनना तय है।


चेकिंग अभियान में अवैध शराब बरामद

अवैध शराब को लेकर डीएम बीएन सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग के अधिकारीगण एक्शन में, विगत दिवस आधी रात चलाया गया सघन चेकिंग अभियान, अवैध शराब बरामद, मुकदमा कराया गया दर्ज


गौतमबुध नगर। जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देशानुसार जनपद के आबकारी विभाग की टीमों द्वारा विगत दिवस आधी रात को  अवैध शराब की तस्करी व बिक्री  की रोकथाम के लिए दनकौर व दादरी क्षेत्र मे  अवैध शराब की बिक्री के संदिग्ध अड्डों पर चेकिंग, छापेमारी की गई। इसके साथ दिल्ली राज्य की सीमा पर कालिंदी कुंज, वाजिदपुर पुस्ते पर और जेवर टोल प्लाजा के पास हरियाणा राज्य की तरफ से आनेवाले संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की गई।  चेकिंग के दौरान दादरी के रूपवास गोलचक्कर के पास एक  स्कूटी   पर  96 पौवा  अवैध शराब इंपैक्ट ब्रांड  व्हिस्की हरियाणा मार्का के साथ एक व्यक्ति जिसका नाम शीशराम पुत्र हंसराज निवासी सदरपुर  थाना सेक्टर 39  जिला गौतम बुद्ध नगर  को गिरफ्तार कर  धारा 63 / 72 आबकारी अधिनियम के तहत मय शराब, व स्कूटी थाना दादरी में एफआईआर दर्ज कराई गई। यह जानकारी जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह के द्वारा दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों के द्वारा निरंतर रूप से पूरे जनपद में दबिश दी जा रही है। यदि कोई भी व्यक्ति अवैध शराब की तस्करी में संलिप्त पाया जाएगा तो उनके विरूद्ध भी आबकारी अधिनियम के तहत सख्त कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


इनेलो के रामपाल ने थामा भाजपा का दामन

प्रणव ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों में जोड़-तोड़ का सिलसिला जोरों पर है। इसी कड़ी में इनेलो छोड़कर रामपाल माजरा ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। इस दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर और प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला मौजूद रहे। कांग्रेस नेता दुड़ाराम भी भाजपा में शामिल हुए है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा है कि चुनाव आयोग की दोपहर 12 बजे प्रेसवार्ता है, ऐसे में स्वभाविक है कि चुनाव की घोषणा हो सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 75 पार लक्ष्य पूरा करेगी।


ब्रह्मपुत्र-मेल में लगी आग,मची अफरा-तफरी

नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर-पटना रेलखंड पर जमालपुर जंक्शन के पास बढ़ी घटना हुई है। शनिवार को दिल्ली से डिब्रुगढ़ के बीच चलने वाली ट्रेन 14055 ब्रह्मपुत्र मेल में आग लग गई। आग लगने के बाद इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह डिब्रुगढ़ से दिल्ली आ रही ट्रेन जब जमालपुर और किउल जंक्शन के बीच गुजर रही थी, तो दशरथपुर और धरहरा के बीच सारोबाग हॉल्ट के पास ट्रेन की बोगी में आग लग गई। आग ट्रेन के जेनरेटर यान वाली बोगी में लगी है। आग लगने के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत यह रहा कि इस आग में कोई हताहत नहीं हुआ है। आग लगने के कारण इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है और रेलवे की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। इस घटना में जनरेटर यान कोच जलकर राख हो गया। किसी यात्री के हताहत होने की अब तक सूचना नहीं है। घटना के दो घंटे बाद मुंगेर से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां पहुंची। काफी मशक्कत के बाद जनरेटर कोच को ट्रेन के अन्‍य कोचों से अलग कर दिया गया है और आग बुझ गई है। घटना की वजह शॉर्ट-सर्किट बताया जाता है। रेलवे ने इस घटना के जांच का आदेश दिया है।


पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट 6 की मौत

एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में करीब 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं।घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं घाटना यह हादसा मिरेची इलाके में हुई है।


प्याज हो सकती है और भी महंगी

नई दिल्ली। मंडी में आवक कम होने से बाजार में अच्छे प्याज के दाम 50 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। जबकि खराब क्वालिटी की प्याज भी 30 रुपए प्रति किलो तक ग्राहकों को मिल रही है।खबर अनुसार, बाजार में प्याज के दाम बढ़ने का कारण किसानों के पास प्याज का स्टाक खत्म होना है। दीवाली तक यही स्थिति रहेगी। अगर नया प्याज बाजार में नहीं आया तो दाम 60 से 80 रुपए किलो तक भी पहुंच सकते हैं।


शहर सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों प्याज के दाम तेजी से बढ़े हैं। पिछले एक महीने में प्याज के दाम 30-40 रुपए किलो तक बढ़े हैं। एक महीने पहले 10 रुपए किलो बिकने वाला प्याज बाजार में 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रहा है। यह वही प्याज है जिसे व्यापारियों ने समर्थन मूल्य पर 8 रुपए किलो के भाव से खरीदा था।तेज बारिश में स्टाक में रखे प्याज के खराब होने से बाजार में आवक कम हुई और यह स्थिति निर्मित हुई है। बारिश होने के कारण वहां से प्याज की आवक कम होने से उन्हें ही महंगी प्याज खरीदना पड़ रही है।


जो प्याज आ रही है, उसकी क्वालिटी भी ठीक नहीं है। इस कारण प्याज 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रही है। ऐसी स्थिति में ग्राहक भी कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं।


ईरान पर हमले का आरोप थोपने की मंशा

तेहरान। सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हुए मिशाईल हमलों को लेकर अब आरोप प्रतिआरोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। सऊदी अरब हमला करने का आरोप ईरान के सिर थोपना चाहती है,संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता तुर्की अल-मलीकी ने 18 ड्रोन और सात क्रूज मिसाइलों के टुकड़े भी दिखाए। बताया जा रहा है कि हमले में इनका इस्तेमाल हुआ था। सऊदी के इस बयान ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।


ये हमले के लिए इस्तेमाल मिसाइलों के अवशेष है। सऊदी सरकार का कहना है कि अरामको तेल सुविधा पर हमला करने के लिए इनका उपयोग किया गया था।


सऊदी अरब की नामचीन तेल कंपनी अरैमको की अबकैक स्थित ऑयल प्रोसेसिंग फैसिलिटी और खुरैश स्थित बड़ी ऑयल फील्ड को शनिवार को ड्रोन से निशाना बनाया गया था। इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली है। हालांकि अमेरिका और सऊदी अरब इसमें ईरान की भूमिका मान रहे हैं।


 


मलीकी ने कहा, 'हमले उत्तर की ओर से हुए और बिना शक ईरान ने करवाए। हम सटीक ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।' मलीकी ने यह नहीं कहा कि सऊदी को ईरान के दोषी सिद्ध हो जाने का भरोसा है। हालांकि उम्मीद जताई कि हमले की सटीक जगह का पता जरूर लग जाएगा। इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि संयंत्रों पर हमले में ड्रोन के साथ क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। इस से स्पष्ट होता है कि स्थिति बहुत सीधी नहीं है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हमले को ईरान प्रायोजित बताते हुए इसे युद्ध की गतिविधि की संज्ञा दी है।


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहां तक कह चुके हैं कि अमेरिका जानता है कि अपराधी कौन है। बस सुबूत मिलने का इंतजार किया जा रहा है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका हर कदम उठाने के लिए तैयार है। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर एक अमेरिकी अधिकारी ने भी दावा किया था कि हमले जिस ओर से किए गए हैं, वह यमन नहीं बल्कि ईरान की ओर संकेत करता है। यमन में विद्रोहियों से लड़ रही गठबंधन सेना ने भी शुरुआती जांच में यही कहा है कि हमले ईरान की ओर से हुए हैं।


ईरान ने हमले में हाथ होने के आरोपों को फिर खारिज किया है। ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ ने कहा कि अमेरिका यह स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि उसके पास अरबों डॉलर के हथियार होने के बाद भी यमन के विद्रोही पलटवार कैसे कर रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका व सऊदी अरब को क्षेत्र में अस्थिरता और टकराव का कारण भी बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी रिहायशी इलाके के बजाय औद्योगिक क्षेत्र में हमला कर हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब को यमन में गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ चेतावनी दी है।


ट्रंप ने ईरान पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही है। विस्तृत जानकारी दिए बगैर ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों इस संबंध में निर्देश दे दिया है। इस बीच, लगातार उग्र दिख रहे ट्रंप का रुख हमले को लेकर फिर नरम पड़ा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता। वह खाड़ी व यूरोपीय देशों से चर्चा कर रहे हैं। दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से बात कर सहयोग का भरोसा दिलाया है। वहीं, सऊदी प्रिंस ने दक्षिण कोरिया से भी मदद मांगी है। उन्होंने दक्षिण कोरिया से कहा है कि वह सऊदी की हवाई सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में सहायता करे।


अमेरिका इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से कार्रवाई चाहता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'सुरक्षा परिषद का गठन अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए हुआ है और यह हमला इस पैमाने पर खरा उतरता है।' यूएन ने जांच के लिए विशेषज्ञ भी सऊदी भेजे हैं। माना जा रहा है कि उनकी अगुआई में अंतरराष्ट्रीय जांच होगी। इस बीच खबर है कि अमेरिका की ओर से वीजा स्वीकृत नहीं होने के कारण ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और विदेश मंत्री जावद जरीफ न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से दूर रह सकते हैं।


21 अक्टूबर को मतदान, 24 को परिणाम

महाराष्‍ट्र और हरियाणा में 21 अक्‍टूबर को मतदान, 24 को नतीजे


नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने महाराष्‍ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। महाराष्‍ट्र और हरियाणा में 21 अक्‍टूबर को वोट डाले जाएंगे। 24 को नतीजा आएगा। महाराष्‍ट्र में 288 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं हरियाणा में 90 सीटों के लिए 21 अक्‍टूबर को वोट पड़ेंगे। चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही दोनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।


महाराष्‍ट्र में 8.94 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 1।28 करोड़ वोटर होंगे। महाराष्‍ट्र 1.8 लाख और हरियाणा में 1.3 लाख ईवीएम का इस्‍तेमाल होगा। महाराष्ट्र की 288 सदस्यों वाली विधानसभा सभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को समाप्त हो रहा है।


चुनाव आयोग के अनुसार चुनावी खर्चे पर नजर रखी जाएगी। 30 दिन में उम्‍मीदवार को हिसाब किताब देना होगा। महाराष्‍ट्र और हरियाणा के अलावा गुजरात और पंजाब में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की घोषणा की जाएगी। उम्‍मीदवारों को क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी।


सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रारंभ

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय एकता व अखंडता को बढ़ावा देने के लिए पद्म पुरस्कारों की तरह 'सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार' देने की घोषणा की है। यह पुरस्कार इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में केवाडिया में डीजीपी और आईजीपी की वार्षिक बैठक में इस पुरस्कार देने वाले संस्थान की घोषणा की थी। गौरतलब है कि केवाडिया में ही सरदार वल्लभभाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा है। गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, यह सम्मान मजबूत और संयुक्त भारत के मूल्यों पर बल देने और एकता व अखंडता को बढ़ावा देने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाएगा। जाति, पेशा, पद और लिंग का भेद किए बिना कोई भी व्यक्ति जो इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य करेगा, पुरस्कार पाने का हकदार होगा। पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। पुरस्कार पाने वालों के नाम भारत सरकार के गजट में प्रकाशित किए जाएंगे और राष्ट्रपति के आदेश पर इससे संबंधित एक रजिस्टर भी रखा जाएगा। पुरस्कार कमल के पत्ते के रूप में होगा और यह सोना और चांदी मिश्रित होगा।


कांग्रेस ने सुप्रिया को बनाया प्रवक्ता

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सुप्रिया श्रीनेत को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के तौर पर नियुक्त किया है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले सुप्रिया एक एक अंग्रेजी टीवी चैनल में वरिष्ठ संपादक के पद पर कार्यरत थीं। उन्हें पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की महराजगंज सीट से टिकट दिया था। उनके पिता स्व. हर्षवर्धन सिंह भी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता और सांसद रहे हैं। सुप्रिया सिंह श्रीनेत का जन्म फरवरी 1977 में हुआ है। उनकी स्कूली शिक्षा लॉरेटो कॉन्वेंट लखनऊ से हुई है। उन्होंने स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की है। राजनीति विज्ञान में एमए करने के बाद उन्होंने एक टीवी चैनल से अपने करियर की शुरुआत की। पिछले 10 साल से एक टीवी चैनल में वह कार्यकारी संपादक का पदभार संभाल रही थीं। सुप्रिया सिंह श्रीनेत के पारिवारिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो पिता की मजबूत राजनैतिक विरासत है। उनके पिता हर्षवर्धन वर्ष 1889 और वर्ष 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वर्ष 1885 से 89 तक फरेंदा से विधायक भी रहे।


सवाल का जवाब नहीं दे पाई सोनाक्षी

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर है। दरअसल सोनाक्षी सिन्हा केबीसी के कर्मवीर एपिसोड में कंटेस्टेंट की मदद करने हॉटसीट पर बैठी थीं। इस दौरान उनसे रामायण से जुड़ा आसान सा सवाल पूछा गया लेकिन, वह इसका जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद से ही सोनाक्षी सिन्हा सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं।


केबीसी 11 में सोनाक्षी सिन्हा कर्मवीर रूमा देवी की मदद करने के लिए हॉट सीट पर बैठी थीं। इस दौरान उनसे 1लाख 60 हजार रुपए का सवाल पूछा गया कि रामायण के अनुसार हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लेकर आए थे? चार ऑप्शन थे- सुग्रीव, लक्ष्मण, सीता और राम।सोनाक्षी सिन्हा ने पहले सीता कहा। हालांकि, कुछ वक्त बाद उन्होंने एक्सपर्ट एडवाइज लाइफलाइन का सहारा लिया। एक्सपर्ट ने उन्हें इसका सही जवाब बताया। इसके बाद सोनाक्षी ने सही जवाब दिया। सोनाक्षी की तुलना अब आलिया भट्ट से की जा रही है।


सोनाक्षी को लेकर एक मुस्लिम यूजर ने लिखा, 'मुस्लिम होने के बावजूद भी मैं इस प्रश्न का उत्तर जानता हूं और सोनाक्षी को इसके लिए लाइफलाइन लेनी पड़ी।' दूसरे ने लिखा, 'शत्रुघ्न सिन्हा के भाई राम, लक्ष्मण, भरत और बेटे लव-कुश हैं, ये सभी जिस घर में रहते हैं उसका नाम रामायण है लेकिन इसके बावजूद भी सोनाक्षी सिन्हा को इस सवाल का जबाव नहीं पता।' तीसरे ने लिखा, सच में, इन स्टार्स के बच्चों को हमारी संस्कृति के बारे में थोड़ा सा भी ज्ञान नहीं है। इसके साथ ही कई सारे यूजर्स हैं, जो तरह-तरह की बातें लिख रहे हैं। केबीसी के शो में अमिताभ बच्चन हैरान हो गए थे जब उन्हें पता चला कि उन्हें जवाब नहीं आता हैं. हीं अमिताभ बच्चन ने सोनाक्षी सिन्हा से कहा कि आपका परिवार का नाम रामायण पर आधरित है. आपके पिता जी का नाम शुत्रघन सिन्हा, आपके चाचा जी राम सिन्हा, भरत सिन्हा और आपके भाई का नाम लव कुश है अमिताभ बच्चन ने जी शो में बताया है कि आपके घर का नाम रामायण है, ऐसे में आप इस सवाल का जवाब नहीं दे पाई. अमिताभ बच्चन जी ने सोनाक्षी की सिन्हा की माता जी को कहा कि ये शो शुत्रघन सिन्हा जी को ना देखने दे वरना वो जहां होंगे यहां आ जाएंगे।


 


पीड़ित छात्रा के दोस्तों ने मांगे 5 करोड़

शाहजहांपुर। सेक्स स्कैंडल में फंसे स्वामी चिन्मयानंद केस में नित नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने छात्रा के मोबाइल की जांच में पाया है कि उसके और चिन्मयानंद के बीच फोन पर 200 बार बात हुई है। वहीं, छात्रा के तीन साथियों के साथ 42 सौ से अधिक बार। लॉ छात्रा के सा‍थ रेप के आरोपों का सामना कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्‍वामी चिन्‍मयानंद को लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को यूपी पुलिस और एसआईटी ने शाजहांपुर स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने चिन्‍मयानंद को 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस कार्रवाई के बाद भी पीड़‍ित छात्रा ने चिन्‍मयानंद पर रेप के आरोप नहीं लगाने पर सवाल उठाए हैं, वहीं एसआईटी की जांच में छा इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही एसआईटी की जांच रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि आरोप लगाने वाली छात्रा और चिन्‍मयानंद के बीच जनवरी 2019 से अगस्‍त महीने के बीच 200 बार फोन पर बातचीत हुई है। उधर, इन्‍हीं 8 महीनों के दौरान छात्रा और उसके साथ संजय के बीच 4200 से ज्‍यादा बार फोन पर बात हुई थी। आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि एसआईटी ने हर जरूरी डिजिटल साक्ष्य, दोनों पक्षों के फोन कॉल डीटेल जुटाए। घटनास्थल, संस्थान, पीड़िता के घर और हॉस्टल से भी साक्ष्य एकत्र किए। गाड़ियों के मूवमेंट, टॉल टैक्स बैरियर, दिल्ली और राजस्थान के होटलों से सीसीटीवी फुटेज, बैंक और एटीएम से रकम निकालने से जुड़े डिजिटल साक्ष्य भी जुटाए गए हैं।छात्रा और चिन्‍मयानंद को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इससे छात्रा की भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।एसआईटी के आईजी अरोड़ा ने बताया कि एफएसएल के जरिए दोनों पक्षों की तरफ से दिए गए विडियो की मिरर इमेज तैयार कर उनका विश्लेषण किया गया। तब जाकर एसआईटी ने दोनों पक्षों की तरफ से दर्ज करवाए गए मुकदमों की धाराएं तरमीम कीं। उन्‍होंने बताया कि छात्रा के तीनों साथियों संजय सिंह, सचिन सेंगर उर्फ सोनू और विक्रम ने स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की बात कबूली है। इन तीनों ने वायरल विडियो में खुद के होने की बात भी स्वीकार की है। एसआईटी ने तीनों को अपने पुलिस लाइंस स्थित अस्थायी कार्यालय से गिरफ्तार किया। एसआईटी 23 सितंबर को हाई कोर्ट के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।


 


चुनाव आयोग करेगा तारीख का ऐलान

नई दिल्ली। केंद्रीय चुनाव आयोग आज महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकता है। आज दोपहर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने जा रही है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीख के बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यों वाली विधानसभा सभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है, जबकि हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को समाप्त हो रहा है।


हरियाणा विधानसभा चुनाव फ्लैश बैक
2014 में
कुल सीट : 90
भाजपा : 47 सीट
कांग्रेस : 16 सीट
आईएनएलडी : 7 सीट
बाकी सीटें छोटे दल और निर्दलीयों के खाते में


महाराष्ट्र  विधानसभा चुनाव फ्लैश बैक
2014 में
भाजपा : 122
शिवसेना : 63
कांग्रेस :  42
एनसीपी : 41
बाकी सीटों पर छोटे दल और निर्दलीय जीते।


इवेंट आर्थिक हालात छिपा नहीं सकता

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स घटा दिया है जिसके पास खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर खुशी जताई थी लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तंज कसा है। राहुल ने सरकार के इस फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका में होनेवाले इवेंट 'हाउडी मोदी' से जोड़ा और कहा कि कोई भी ऐसा इवेंट या फैसला बुरी आर्थिक हालत को छिपा नहीं सकता।


राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'हाउ इंडियन इकॉनमी के बीच नीचे जाते शेयर बाजार के लिए मोदी ने जो किया वह शानदार है। 1.4 लाख करोड़ रुपये के साथ ह्यूस्टन इवेंट दुनिया का अबतक का सबसे महंगा इवेंट है। लेकिन कोई भी इवेंट उस आर्थिक संकट को छिपा नहीं सकता, जिसमें हाउडी मोदी ने भारत को डाल दिया।शुक्रवार को जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉर्पोरेट टैक्स घटाने का ऐलान किया था। कॉर्पोरेट टैक्स घटाए जाने और अन्य रियायतों से सरकार के खजाने पर 1.45 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। राहुल गांधी इसी पैसे का जिक्र कर रहे हैं।


 


मोदी तस्वीर के दस-दस लाख के ग्राहक

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन से आशीर्वाद लेने की एक तस्वीर को खरीदने की होड़ लग गई है। एक हजार रुपये की कीमत वाली इस तस्वीर के लिए ग्राहक दस लाख रुपए तक देने को तैयार हैं। अब इसकी ऑनलाइन बोली लग रही है, ऐसे में कीमत और बढ़ने की उम्मीद है। नीलामी तीन अक्तूबर तक चलेगी।


इन दिनों मोदी को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी चल रही है। तीन अक्तूबर की शाम पांच बजे तक चलने वाली नीलामी में कोई भी बोली लगाकर इन उपहारों को खरीद सकता है। नीलामी में कुल 2,772 उपहार शामिल हैं। इनमें मोदी की कई तस्वीरों के साथ बनारस के बुनकरों की बनाई एक पेंटिंग भी है। इसकी कीमत दो लाख तीस हजार रुपये रखी गई है। इसके अलावा कई तलवार और मूर्तियां भी नीलामी के लिए रखी गई हैं।
ऑनलाइन नीलामी में हिस्सा लेने से पहले लोग इन तोहफों को राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में देख सकते हैं। ई-नीलामी में जो भी शख्स जिस उपहार के लिए सबसे ऊंची बोली लगाएगा, वह उसे मिलेगा। नीलामी से मिली राशि नमामि गंगे परियोजना पर खर्च की जाएगी। पूर्व में भी प्रधानमंत्री उपहारों की नीलामी कर चुके हैं। हाल में हुई एक नीलामी में चांदी का कलश एक करोड़ रुपये से अधिक में बिका था।नीलामी में रखी मां से आशीर्वाद लेते मोदी की तस्वीर उन्हें सिलीगुड़ी के आशीष गुप्ता ने दी थी। इसमें मोदी हाथ जोड़कर मां के सामने झुके हुए हैं। इसके लिए छह लोग बोली लगा चुके हैं।
-प्रधानमंत्री के फोटो वाली कई पेंटिंग्स भी रखी गई हैं। खरीदार फोटो और पेंटिंग में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उपहार में मिली तलवार और पगड़ियों के भी काफी खरीदार हैं। नीलामी में तिरुपति बालाजी की एक मूर्ति भी रखी गई है। इसके लिए अब तक 27 खरीदार बोली लगा चुके हैं। ढाई हजार की कीमत वाली इस मूर्ति के अब तक सबसे ऊंची बोली पांच लाख पचास हजार तीन सौ रुपये की लगी है।
-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पं. नेहरू और सरदार पटेल की एक पेंटिंग भी रखी गई है। इसका मूल्य पचास हजार रुपये तय है। वहीं, लाल और हरे रंग की एक शॉल को खरीदने के लिए आठ खरीदार बोली लगा चुके हैं। दो हजार की कीमत वाली शॉल की बोली 38 हजार सौ रुपये तक पहुंच गई है।


सरकारी काम चिंतित कर सकते हैं:तुला

राशिफल


मेष-किसी बड़ी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं तो सफलता की संभावना बहुत अधिक है। जीवनसाथी के साथ सुखद यात्रा का योग भी बन रहा है। साथ ही यदि बहुत लम्बे समय से संतान सुख से वंचित हैं तो इससे बेहतर समय अब और जल्दी नहीं आने वाला है जिसमे आप संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर सकते हैं। धन के मामले में समय सामान्य है, आप नए कार्यों का प्रारम्भ कर सकते हैं। यात्रा में थोड़ी सावधानी बरतें। धन तथा कीमती सामानों को सुरक्षित रखें। न्यायालय सम्बंधित मामले अभी थोड़ा लम्बा चल सकते हैं।


वृषभ-प्रॉपर्टी या वाहन में भी निवेश संभव है। प्रतिद्वंद्वी गतिविधि बढ़ेगी। किन्तु वह आपका कुछ बिगड़ नहीं पायेंगी। नौकरीपेशा जातकों को कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है। अनुत्पादक गतिविधियों पर समय व्यतीत करने से बचें अन्यथा कुछ अन्य काम आधे-अधूरे रह जाएंगे। पारिवारिक संबंधों में सुधार होगा और  परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने जा सकते हैं।


मिथुन-नौकरीपेशा जातकों को पदोन्नति मिल सकती है। आप नई योजनाओं और उपक्रमों को लागू कर सकते हैं। आपको अपने अधिनस्थों और सहयोगियों का समर्थन मिलेगा। आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और एक पुराना भुगतान भी प्राप्त किया जा सकता है। प्रॉपर्टी डीलिंग के लिए अच्छा समय है।


कर्क-स्वथ्‍य संबंधी परेशानियां रह सकती हैं। कार्यस्थल पर अधिनास्थों से विरोध हो सकता है । विरोधी प्रतिष्ठा बिगाड़ने की चेष्टा कर सकते हैं। अत: सावधान रहें। आपको अपने भाई बहनों से सहायता मिलेगी। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है। छोटी यात्राओं से अच्छा फल मिलेगा।


सिंह-आपकी सेहत की स्थिति बिगड़ सकती है और आप भावनात्मक रूप से परेशान भी हो सकते हैं। अपने आपको शांत को बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। व्यावसायिक सन्दर्भ में आपको सतर्क और सावधान रहना चाहिए। धन की रुकावट के कारण आपको वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक-जीवन आनंददायक रहेगा।


कन्या-भाग्य आज आपका साथ दे रहा हैं इसलिए आप व्यावसायिक जीवन के संबंध में नई योजनाएं बना सकते हैं। किसी भी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करते समय सावधान रहें। आर्थिक मदद सोच समझकर करें। कठिनाइयाँ आ सकती हैं। न चाहते हुए भी आपको सामाजिक समारोहों का हिस्सा बनना पड़ सकता है।  इससे आपको स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी भी हो सकती है।


तुला-विभागीय कार्यवाही आपको चिंतित कर सकती है। आप दूर या विदेशी स्थानों के लोगों के साथ व्यापार में नुकसान उठा सकते हैं। विदेश में रहने का विकल्प चुन सकते हैं। माँ या मातृ पक्ष के रिश्तेदारों के साथ आपका रिश्ता बिगड़ सकता है।


वृश्चिक-आप अपने अधीनस्थों के समर्थन का आनंद लेंगे । साझेदारी भी स्थिर रहेगी। किसी भी नए प्रोजेक्ट को शुरू करने के बाद ही आप मौजूदा शत्रुयों को समाप्त करें। किसी पारिवारिक सदस्य का गिरता स्वास्थ्य आपकी चिंता का मुख्य कारण हो सकता है। आपके परिवार में तनाव उत्पन्न हो सकता है। आपको दिल के बजाय अपने दिमाग से निर्णय लेने की आवश्यकता पड़ सकती है।


धनु-आप अपनी संभावनाओं के उत्थान की आशा भी कर सकते हैं क्योंकि आप अपनी वर्तमान नौकरी से अधिक पसंदीदा स्थान पर स्थानांतरित हो सकते हैं। आपके वित्त में ध्वनि होगी, जो आपकी आर्थिक स्थिति को अधिक मजबूत करेगी। छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा करेंगे। मायके पक्ष से आपके रिश्तेदार आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकते हैं, और आपके पिता की सेहत पर भी असर पड़ सकता है। विदेशी देशों की यात्रा करते समय आपको आव्रजन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।


मकर-सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले अच्छा करेंगे। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल है। कार्यक्षेत्र पर नए विचार आकार लेंगे। घर या काम के मोर्चे पर आपको अपनी जिम्मेदारियां साझा करने की आवश्यकता पड़ सकती है। अपनी कराधान योजनाओं और निवेशों की पहले ही जाँच कर लें क्योंकि इस सप्ताह के अंत में भारी खर्च होने की संभावना है। माता का स्वास्थ्य आपकी ऊर्जा और धन का उपभोग कर सकता है। पैसों की आकस्मिक कमी आपको मुश्किल में डाल सकती है। 


कुंभ-आप कठिनाइयों से दो-चार हो सकते हैं। आप उन पर अपने साहस और अपनी बुद्धि से पार पा पाएंगे। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आपको थोड़ा परेशान कर सकती हैं और समय पर की गयी कार्रवाई इनसे छुटकारा पाने में सहायक होगी। वित्तीय स्थिति ठीक रहेगी। फिर भी आपको निवेश के सन्दर्भ में उचित विचार करने की आवश्यकता होगी। कार्यस्थल पर तनाव उत्पन्न न होने दें। आपको पारिवारिक सदस्यों और शुभचिंतकों से समय पर मदद मिलेगी।


मीन-आप कोई नया काम शुरू कर सकते हैं। नई संभावनाओं और नए मौक़ों के लिहाज़ से यह दिन शुभ है। आप नई नौकरी या व्यवसाय में स्थिरता तो चाहेंगे, लेकिन इसके लिए आपको अथक परिश्रम करने की आवश्यकता है। आर्थिक दृष्टि से कोई भी निर्णय बड़ी ही सतर्कता से लें। ख़ुद पर भरोसा रखें। पारिवारिक जीवन यथावत रहेगा।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...
'ब्रहम वाचवृही लोकाम'  हमारे यहां राजा के नामकरण से एक स्वयंवर होने वाला है तो स्वयंबर के नामों से वह पत्रिका महाराज तुगंध्वज राजा के यहां प्रकाशित की गई। तो उन्होंने कहा भाई नरवर, वहां राजा नल का नाम सेव कृतिका वर्णित करते रहते थे। राजा ने कहा हे सेवक, यह पत्रिका आई है 'कुंदनो धानम्‌ जत्ती ब्रह्मा' एक राजा है जो तुंगधानिक नामक राजा है। उनकी कन्या का नाम स्वतक है। राजा नल कहीं मृत्यु को प्राप्त हो गए हैं। परंतु उनकी कन्या का पुन: संस्कार होना, स्वयंवर होना नियुक्त किया है। तो मैं वही जाने वाला हूं कैसे जा सकता हूं? केवल 2 दिन, दो ही दिवस है और देखो मार्ग बहुत दूरी का है। यह कैसे जा सकते हैं? तो उन्होंने कहा महाराज नल के वाहन की गति कराई है। मैं उसका सारथी रहा हूं। यदि आपकी इच्छा हो तो मैं तुम्हारे वाहन की कृतियां कर सकता हूं। उन्होंने कहा बहुत प्रियतम, वाहन को लेकर के जब महाराजा नल वहां से गमन करते हैं। तो गमन करते समय जो गति कर रहे थे तो महाराजा तुगंध्वज का एक वस्त्र भूमि पर गिर गया। उन्होंने कहा वह तो संयोजन दूरी जा चुका है। तुम कहां हो संभोवृत्ती आश्चर्य में हो गए। राजा का वाहन इतनी गति से वाहन चल रहा है। सायं काल को ही देखो राजा सेनकृति के यहां वह विद्यमान हो गये। एक वाटिका थी पुष्प वाटिका में राजा का देखो स्थान-निवास बनाया गया। राजा को स्थिर किया गया। नाना प्रकार के पदार्थों से उनका स्वागत हुआ। तो मनिवरो, देखो महारानी दमयंती ने कहीं विचारा कि मेरे स्वामी से तो मुझे दृष्टिपात आते हैं। परंतु देखो जो एक कन्या और एक पुत्र था। वह समीप लाये गये उनको भी प्रतीत हुआ। परंतु फिर भी उन्हें विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने कहा राजन तुम्हारा जो सारथी है यह बहुत सुंदर और प्रिय भोजन बनाता है। उन्होंने भोजन का निर्माण किया। जब भोजन पान किया तो वास्तव में उसी प्रकार का देखो रस और स्वाद आने लगा जैसे महाराजा नल के भोजनालय में आता, भोजन का निर्माण करते थे तो ऐसे ही दृष्टिपात आने लगा। महारानी प्रसन्न हो गई परंतु यह विचारा की यह भी एक कृतियों में है। मैं कुछ दीपक मालिका जानती हूं वह भी दीपक गान जानते हैं। उस दीपक गान के संबंध में दोनों ने कहा प्रार्थना की हे देव आप वास्तव में तो वही है परंतु मुझे अभी भी शंका है। मैं यह चाहती हूं कि आप दीप मालिका गान रूपों से गाइए। जिस दीपक गान के गाने दीपिका बन जाती है नगरों के दीपक जल जाते हैं। राजा ने कहा हे देवी, गान को गाने योग्य नहीं हूं क्योंकि मेरा हृदय नहीं कह रहा है। दमयंती अपने कक्ष में चली गई। सायंकाल का समय था परंतु देखो सभी अपने आसनों पर विद्यमान हो गए। एक वाक्य और कहा था उन्होंने अपनी पत्नी से यह तुमने क्या रचना रची है। तो महारानी ने कहा प्रभु रचना क्या है यहां राजा कोई नहीं है तो आपको ही निमंत्रित करने के लिए मैंने इतना परिश्रम किया है। यहां कोई राजा नहीं है समझना नहीं है जब अपने कक्ष में चले गए। तो रात्रि का मध्यकाल जब समाप्त हुआ उस समय प्रसन्न होकर नल ने उन दोनों को, प्राण और मन दोनों को एकाग्र किया। एक सूत्र में सूत्रित करके उन्होंने गान गाया जब गान गाने लगे तो मुनिवरो, कहते हैं ऐसा मुझे स्मरण कराया गया। जब गान गाया तो सर्वत्र नगर की एक दीप मालिका बन गई। जब दीप मालिका बन गई तो राजा दमयंती के पिता जो राजा थे वह अपने आसन को त्याग करके अपनी महारानी से बोले देवी, मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कहीं नल हमारे नगर में विद्यमान है ।नल इस प्रकार का गान जानता है जो दीप मालिका नगरों की बन जाती है। जब उन्होंने कहा कि कब बनती है। मालिका का प्रसंग आया तो दीपावली बन गई। नगर में देखो उनके राजगृह की दीपावली की आकृतियां बन गई। रानी दमयंती को विश्वास हो गया कि यही मेरा स्वामी मेरा पूज्य देव है। प्रातः कालीन राजा नल के समीप जाकर चरणों का स्पर्श किया। हे देव, वास्तव में आपने दीप मालिका बना दिया। राजा तुगंध्‍वज को प्रतीत हुआ कि यह तो नल था। तुम्हारे यहां सेवक का कार्य करता रहा। वहां के क्रियात्मक कर्म करता रहा। मुझे कुछ ऐसा स्मरण है ऐसा मुझे नृत्य कराया है कि राजा ने 'शंभो देवो ब्रहमलोकवृत्‍ति लोकआस्त्ता' रानी दमयंती ने उसे जान करके उनके चरणों की वंदना की और महाराज तुगंध्वज को उनके वाहन में बिठा उनके गृह में पुन:लैटाया।नल के चरणों को स्पर्श किया कि महाराज मेरे यहां कुछ समय तक वास किया है मैं तो बड़ा कृति में अभागा हूं। मैं आपको जान नहीं पाया हूं। मेरा यह बड़ा दुर्भाग्य रहा है। राजा ने कहा कोई कार्य नहीं मेरा यह आपत्ति काल है। मेरा आपत्ति काल भी समाप्त हो गया है। मेरा 12 वर्ष का काल समाप्त हो गया है और देखो मेरे जीवन की प्रतिभा महान बन गई है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 22, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-50 (साल-01)
2. रविवार,22 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि अष्‍टमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:12,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...