शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया 
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बर्बर करार दिया है। इस्राइल की ओर गाजा में किए जा रहे हमलों को प्रियंका ने नरसंहार की कार्रवाई बताया। प्रियंका ने कहा शर्मनाक है कि कई पश्चिमी देश इस्राइल की बर्बरता का समर्थन कर रहे हैं। 
इस्राइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिकी संसद में जोरदार स्वागत किया गया था। उनके भाषण के दौरान दो बार लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं थीं। इस पर प्रियंका ने कहा कि अब गाजा में हो रहे नरसंहार में मारे जा रहे नागरिक, माता-पिता, डॉक्टर, नर्स, सहायता कर्मी, पत्रकार, शिक्षक, लेखक, कवि, वरिष्ठ नागरिकों और हजारों मासूम बच्चों के बारे में बोलना पर्याप्त नहीं है। हर सही सोच वाले व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह इस हिंसा और नरसंहार का खुलकर जवाब दे। साथ ही दुनिया की हर सरकार को इस्राइल सरकार के इस कदम की निंदा करनी चाहिए और इसे रोकने की पहल करनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि सभ्यता और नागरिकता का दावा करने वाले इस्राइल की यह हरकतें स्वीकार नहीं की जानी चाहिए। बावजूद इसके इस्राइल के प्रधानमंत्री का अमेरिकी संसद में स्वागत किया जा रहा है। नेतन्याहू कहते हैं कि यह संघर्ष बर्बरता और सभ्यता के बीच है, यह ठीक भी है। मगर उनको यह मानना होगी कि वह और उनकी सरकार ही बर्बर है। इसके अलावा शर्म की बात यह है कि इस्राइल की इस बर्बरता का पश्चिमी देश समर्थन कर रहे हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस नेता गाजा में इस्राइल की कार्रवाई के खिलाफ पहले भी आवाज उठाती रही हैं और फलीस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करती रही हैं।
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के संसद को संबोधित करते हुए इस्राइल के खिलाफ समूहों को फंडिंग और समर्थन देने के लिए ईरान की आलोचना की थी। नेतन्याहू ने ईरान को निशाने पर लेते हुए कहा था कि अपने शत्रुओं को हराने के लिए साहस की जरूरत होती है। हमें मालूम है कि ईरान इस्राइल के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को फंडिंग कर रहा है। ज्यादा नहीं, लेकिन ऐसे कुछ यहां भी हैं और हर राज्य में हैं। मेरे पास इन प्रदर्शनकारियों के लिए एक संदेश है। इन प्रदर्शनकारियों के लिए मेरा संदेश है- जब तेहरान के तानाशाह, जो समलैंगिकों को फांसी देते हैं और अपने बाल न ढकने के लिए महिलाओं की हत्या कर देते हैं, वह आपकी तारीफ करें, आपको फंड दें, तो मतलब है कि आप आधिकारिक तौर पर ईरान के काम आने वाले बेवकूफ बन चुके हैं।

विजेता एवं वीर नारियों को किया गया सम्मानित

25वें 'कारगिल विजय दिवस' समारोह का आयोजन 
कारगिल विजय दिवस समारोह में कारगिल विजेता एवं वीर नारियों को किया गया सम्मानित’
गणेश शाहू
कौशाम्बी। सैनिक कल्याण पुनर्वास कार्यालय, मंझनपुर में शुक्रवार को 25वें कारगिल विजय दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि जिलाअधिकारी मधुसूदन हुल्गी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वर्मा ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी ने शहीद अजीत कुमार शुक्ला के मानचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया। सोल्जर बोर्ड अधिकारी कर्नल अमित कुमार सिंह ने जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक को बुकें भेट कर स्वागत किया।
जिलाधिकारी ने कारगिल युद्ध विजेता सूबेदार मदन सिंह एवं हवलदार दशरथ लाल करवरिया को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र भेंट करतें हुए वीर नारियों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल में शहीद योद्धाओ को नमन करते हुए कहा कि जो लोग देश की सीमा पर अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए हैं, उनको मैं नमन करता हूं और जो आज देश की सीमा पर तैनात होकर, हमारे देश की सुरक्षा कर रहें हैं, उन्हें धन्यवाद देता हूं। उन्हांने कहा कि अगर किसी फौजी की किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो वे मेरे कार्यालय में आकर मुझसे मिलकर अपनी समस्या का समाधान करवा सकतें हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक बंधु की मीटिंग महीने में एक बार मेरे कार्यालय में आयोजित की जायेंगी, जिसमे आप अपनी समस्या दो दिन पूर्व लिखित रूप में प्रस्तुत कर सकतें हैं, जिसका समाधान मीटिंग में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा करवाने की कोशिश की जायेंगी इस अवसर पर सोल्जर बोर्ड अधिकारी कर्नल अमित सिंह जय नारायण मिश्रा मदन सिंह तथा पूर्व सैनिकगण दशरथ लाल करवरिया शारदा प्रसाद वर्मा महेंद्र सिंह संजीव कुमार चौरसिया राज मन पाल, श्री राम यादव, कृष्ण चंद गुप्ता, उद्धव श्याम केसरवानी, मनोज कुमार सिंह, अस्वनी कुमार पांण्डेय एवं भैया लाल यादव सहित अन्य वीर नारियां उपस्थित रहीं।

अग्निवीर: यूपी पुलिस-पीएएसी बल में वेटेज मिलेगा

अग्निवीर: यूपी पुलिस-पीएएसी बल में वेटेज मिलेगा 
संदीप मिश्र 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश की सेवा करके लौटने वाले अग्निवीरों को यूपी पुलिस और पीएएसी बल में वेटेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों के रूप में देश को ट्रेंड और अनुशासित युवा सैनिक मिलेंगे। सीएम योगी ने अग्निवीर मुद्दे पर विपक्ष की राजनीति को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विरोधियों का काम हर प्रगति और रिफॉर्म वाले कार्य में अड़ंगा लगाने, टांग अड़ाने और अफवाह फैलाने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। बीते 10 साल में भारत में बेहतरीन रिफॉर्म हुए हैं। सीएम योगी ने कहा कि भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और इसके साजो-सामान के मामल में हम आत्मनिर्भरता की ओर से बढ़ रहे हैं। नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से पहले शुक्रवार शाम यहां अपने सरकारी आवास पर सीएम योगी मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा 'भारत': योगी

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा 'भारत': योगी
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले तीन वर्ष में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। कारगिल विजय दिवस के अवसर शुक्रवार को कैंट क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होने कहा कि तीसरी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब है कि भारत समृद्धि के नए सोपान को स्थापित करते हुए आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड पर तेजी के साथ कार्य हो रहा है। यहां पर देश-विदेश की रक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित कर रही हैं, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता का एक नया उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं।  योगी ने कहा कि 1999 में हुआ कारगिल का युद्ध पाकिस्तान ने छद्म तरीके से भारत पर थोपा था, जिसका हमारे बहादुर जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया था। उस समय भारत ने कारगिल विजय की घोषणा करके पूरी दुनिया को अपने शौर्य और पराक्रम का लोहा मनवाया था। उन्होने कहा कि भारत एक शांतिपूर्ण देश है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों एवं आदर्शों में विश्वास करता है। यही वजह है कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश किया है। इसको देखते हुए हमें विकसित भारत की संकल्पनाओं को पूरा करने के लिए स्व से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है। मेरा और तेरा के भाव को समाप्त करते हुए हमें राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण है और जब किसी देश में ऐसा वातावरण बनता है तो उस देश की समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त होता है। सीएम योगी देश की सीमा की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की स्मृतियों को नमन करते हुए पूरे प्रदेश को कारगिल विजय दिवस की बधाई दी। 
कार्यक्रम से पहले योगी ने कारगिल स्मृति वाटिका में लगाई गई शाहिद मेजर रितेश शर्मा, कैप्टन मनोज पांडेय, कैप्टन मनोज मिश्र, लांस नायक केवड़ा नंद द्विवेदी और राइफलमैन सुनील जंग की प्रतिमाओं पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी स्मृतियों को नमन किया। कार्यक्रम में योगी के साथ नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी डॉ महेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, पवन कुमार चौहान, इंजी.अवनीश कुमार सिंह, सोमेश त्रिवेदी, विधायक नीरज बोरा समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

हत्या-डकैती में 14 लोगों को आजीवन कारावास

हत्या-डकैती में 14 लोगों को आजीवन कारावास 
संदीप मिश्र 
बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले की एक अदालत ने हत्या और डकैती के 17 साल पुराने मामलें में एक ही परिवार के नौ सदस्यों समेत 14 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाना जरीफनगर क्षेत्र में हुई एक हत्या का बदला लेने के लिए वर्ष 2007 मे जरीफनगर के गांव खरखोल में पान सिंह के कत्ल के मामले में विशेष न्यायालय (डकैती) ने 14 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इनमें नौ आरोपी एक ही परिवार के हैं, जबकि शेष पांच भी आपस मे रिश्तेदार हैं। दो अभियुक्तों की निर्णय से पहले ही मौत हो चुकी है। इन सभी आरोपियों ने घर में लूटपाट के बाद पान सिंह को कुल्हाड़ी से की काटकर मार डाला था। छह दोषियों पर 50-50 हजार रुपये और आठ पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। लोक अभियोजक राजेश बाबू शर्मा ने बताया कि थाना करीब नगर क्षेत्र के गांव खरखोल में 2007 में राधेश्याम नामक व्यक्ति की हत्या कर दी को गई थी। पान सिंह के पिता हरपाल सिंह ने रिपोर्ट लिखाई थी कि राधेश्याम की हत्या के आठ दिन बाद ही 15 फरवरी 2007 की सुबह आठ बजे राधेश्याम के परिजनों ने फरसा,लाठियां अन्य असलहों के साथ उनके घर पर हमला बोल दिया। सभी ने फायरिंग करते हुए घर में रखा सामान, जेवर, कपड़ा आदि सामान लूट लिया और पान सिंह को मारते हुए घर से खींच लिया और मंदिर के पास कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया। Also Read - अचानक मोची की दुकान पर पहुंचे राहुल गांधी ने सिली चप्पल और.... हत्या व डकैती की धाराओं में दर्ज रिपोर्ट में हरपाल की ओर से 12 लोगों को नामजद किया गया था। पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल करते समय चार नाम और उजागर किए और कुल 16 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गईl मुकदमे की सुनवाई के दौरान कुल नामजद 16 अभियुक्तों में से दो की मौत हो चुकी हैl विशेष न्यायालय (दस्यु प्रभावित) में सुनवाई के दौरान 25 जुलाई को विशेष न्यायाधीश रेखा शर्मा ने राधेश्याम के सगे भाई उरमान समेत 14 लोगों को दोषी करार दिया था। ये सभी जमानत पर थे। बृहस्पतिवार की देर शाम को इन सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सभी को जेल भेज दिया गया हैl साथ ही प्रत्येक पर जुर्माना भी डाला है और जुर्माना अदा न करने की स्थिति में 6 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। उम्रकैद की सजा पाने वालों में राधेश्याम के सगे भाई उरमान व धर्म सिंह, चाचा भरोसे, चचेरा भाई अतर सिंह तथा परिवार से जुड़े राम सिंह पुत्र कोमिल, नरेश पुत्र रामचंद्र, भगवान सिंह पुत्र करन सिंह, विनीत पुत्र राम सिंह, प्रेम सिंह पुत्र बेनी शामिल हैं। इनके साथ रहे मझोला के वीरपाल पुत्र बालकिशन, वंशीपुर गांव के बलवीर पुत्र रोहन, गोबरा निवासी टीटू पुत्र नक्षत्र पाल, संभल जिले के बहजोई धाना क्षेत्र के गांव कैलमुंडी निवासी धर्मवीर पुत्र अजय पाल व एक अन्य श्रीपाल को उम्रकैद हुई। मुकदमे के विचारण के दौरान आरोपी साधु सिंह और रामऔतार की मौत हो चुकी है।

शहीदों को मिलने वाली राशि होगी 50 लाख: ऐलान

शहीदों को मिलने वाली राशि होगी 50 लाख: ऐलान 
पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 25वां कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के मौके पर बड़ी घोषणा की है। सीएम धामी ने शहीदों को मिलने वाली अनुदान राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शहीदों के परिजन सरकारी नौकरी के लिए दो वर्ष नहीं बल्कि पांच वर्ष तक आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों के आश्रितों को अभी तक जिलाधिकारी कार्यालय में समूह “ग” और “घ” के पद रिक्त होने पर ही नियुक्ति मिलती थी। लेकिन अब अन्य विभागों में भी उक्त समूह के पदों पर रिक्तियां दी जाएंगी। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश दिया जाएगा।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर अमर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
इस दौरान शहीद आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने, वीरगति प्रमाण पत्र प्राप्त होने के उपरांत सरकारी नौकरी के लिए आवेदन की अवधि दो वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष करने और शहीद आश्रितों हेतु जिलाधिकारी कार्यालय में पद न होने पर अन्य विभागों में नौकरी प्रदान करने के साथ ही सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश देने की घोषणा की। हम सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने पर भी कार्य कर रही है, जल्द ही इस निर्णय को भी लागू किया जाएगा। सीएम ने कारगिल दिवस के मौके पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत की सेना विश्व की सबसे सशक्त सेनाओं में से एक है। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सशक्त बना है। सेना को मजबूती मिली है। कुछ लोग भारत को कमजोर करना चाहते हैं। सीएम धामी ने विपक्ष पर तंज कस्ते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव में प्रधानमंत्री को रोकने की कोशिश की। एक समय था जब भारत विश्व के मंचों पर अपनी बात नहीं रख पाता था लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है।

राष्ट्रपति चुनाव: 3 लोगों के अनुरोधों को मान्य किया

राष्ट्रपति चुनाव: 3 लोगों के अनुरोधों को मान्य किया

अखिलेश पांडेय 
अल्जीयर्स। अल्जीरिया के नेशनल इंडिपेंडेंट अथॉरिटी फॉर इलेक्शन (एएनआईई) ने देश में 7 सितंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए तीन लोगों के उम्मीदवारी अनुरोधों को मान्य किया है। यह जानकारी राज्य संचालित टेलीविजन ईएनटीवी ने गुरुवार को दी। रिपोर्ट के अनुसार, एएनआईई के प्रमुख मोहम्मद चोर्फी ने सितंबर में होने वाले चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची की जानकारी देने के लिए एक प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि एएनआईई ने राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने, सोशलिस्ट फोर्सेज फ्रंट के महासचिव यूसेफ औचिचे और मूवमेंट ऑफ सोसाइटी फॉर पीस के प्रमुख अब्देलअली हसनी चेरीफ की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है और उन्हें योग्य माना है क्योंकि वे निर्धारित सभी आवश्यक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। अल्जीरिया के चुनावी कानून के अनुसार, चुनाव लड़ने के इच्छुक किसी भी उम्मीदवार को नगरपालिका, प्रांतीय या संसदीय परिषदों के निर्वाचित सदस्यों से 600 व्यक्तिगत हस्ताक्षर एकत्रित करने होते हैं या कम से कम 29 प्रांतों में पात्र मतदाताओं में से कम से कम 50,000 हस्ताक्षर एकत्रित करने होते हैं, जिसमे प्रत्येक प्रांत से कम से कम 1,200 हस्ताक्षर शामिल है। राष्ट्रपति तेब्बौने ने 21 मार्च को तकनीकी कारणों' का हवाला देते हुए सात सितंबर को मध्यावधि राष्ट्रपति चुनाव कराने का निर्णय लिया था। उन्होंने 11 जुलाई को अपने दूसरे पांच वर्षीय कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने के अपने इरादे की घोषणा की थी।

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार को कांग्रेस...