शनिवार, 16 नवंबर 2019

राम मंदिर ट्रस्ट पर साधु-संतों में भारी फूट

अयोध्या! सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या केस के फैसले के बाद राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर साधु-संतों में ही फूट सामने आ गई है! इसी मामले को लेकर राम मंदिर निर्माण के लिए अनशन करने वाले संत परमहंस दास और रामजन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास दास वेदांती का ऑडियो वायरल हुआ! इसके बाद बवाल मच गया! उधर मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए तपस्वी छावनी के महंत और परमहंस दास के गुरु महंत सर्वेश्वर दास ने महंत परमहंस दास को निष्कासित कर दिया है! उन्होंने कहा कि महंत परमहंस दास का आचरण ठीक नहीं है! पूज्य संत-महंतों पर अशोभनीय टिप्पणी करना संतों का आचरण नहीं है!
जुबानी जंग जारी
बता दें ऑडियो वायरल होने के बाद छोटी छावनी के 2 दर्जन से अधिक संतों ने तपस्वी छावनी पहुंच कर जमकर हंगामा काटा. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने महंत परमहंस दास को जिले से बाहर भेज दिया! साथ ही तपस्वी छावनी और हिंदू धाम की सुरक्षा बढ़ा दी! इसके बाद अयोध्या के संतों में जुबानी जंग तेज हो गई!
हंगामे के बाद न्यास के वरिष्ठ सदस्य राम विलास दास वेदांती ने अपना एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने महंत परमहंस दास पर आरोप लगाते हुए कहा कि वायरल आडियो में उनकी आवाज नहीं है! ऑडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है! उन्होंने कहा इस तरह का ऑडियो वायरल करके महंत परमहंस दास उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रच रहे हैं! उनका कहना है कि मैंने कभी भी पूज्य नृत्य गोपाल दास के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया! वहीं दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद ने इस तरह के अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
सुरक्षा बढ़ाई गई!
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस के इस बयान कि राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास धन और पद की चाह में राम जन्म भूमि न्यास को ही बनाए रखना चाहते हैं! और राम मंदिर निर्माण का पैसा इस्तेमाल करते हैं! इसके बाद नृत्य गोपाल दास के शिष्य और समर्थकों ने महंत परमहंस के घर पर हमला कर दिया और उन्हें जबरन घर से बाहर निकालने की कोशिश!  लेकिन बड़ी संख्या में पहुंची फोर्स ने किसी तरह परमहंस दास को बाहर निकाला और अपने साथ सुरक्षित स्थान पर ले गई! यही नहीं राम विलास वेदांती के भी इस तरह के बयान को लेकर नृत्य गोपाल दास समर्थकों में नाराजगी है! इसीलिए रामविलास दास वेदांती के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है!
फोर्स ने किसी तरह परमहंस को सुरक्षित निकाला
इसी बीच जिले से बाहर भेजे गए परमहंस दास ने भी एक वीडियो जारी किया है! इस वीडियो में उन्होंने राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास पर आरोप लगाए हैं! उन्होंने तपस्वी छावनी पर कब्जा करने की कोशिश सहित कई मंदिरों पर अवैध रूप से कब्जा करने का भी आरोप लगाया!


रिलायंस के 4 बड़े अधिकारियों का इस्तीफा

नई दिल्ली ! कर्ज के जाल में फंसे रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के डायरेक्टर पद से इस्‍तीफा दे दिया है! अनिल अंबानी के अलावा आरकॉम के 4 बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दिया है!


बिजनेस टुडे की एक खबर के मुताबिक अनिल अंबानी के अलावा छाया विरानी, रायना कारानी, मंजरी काकेर और सुरेश रंगाचर ने भी इस्तीफा दे दिया है! इनमें से अनिल अंबानी, छाया विरानी और मंजरी काकेर ने 15 नवंबर को इस्तीफा दिया! जबकि रायना कारानी ने 14 नवंबर और सुरेश रंगाचर ने 13 नवंबर को पद छोड़ दिया!


30,142 करोड़ रुपये का घाटा शुक्रवार को रिलायंस कम्युनिकेशंस की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए गए! न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जुलाई-सितंबर की तिमाही में कंपनी को 30,142 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है! दिवाला प्रक्रिया में चल रही कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था! वहीं इस तिमाही के दौरान कंपनी की आय घटकर 302 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 977 करोड़ रुपये थी! फिलहाल शेयर बाजार में आरकॉम का शेयर 59 पैसे पर है!


एजीआर के लपेटे में आरकॉम भीतिमाही नतीजों में बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के दूरसंचार कंपनियों के सालाना एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की गणना पर फैसले के मद्देनजर कंपनी ने 28,314 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है! आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम यूज शुल्क शामिल है!


दरअसल, एजीआर संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा टेलीकॉम कंपनियों से लिया जाने वाला यूजेज और लाइसेंसिंग फीस है! इस बकाये की रकम के खिलाफ टेलीकॉम कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था! लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार की मांग को जायज माना था! ऐसे में अब टेलीकॉम कंपनियों को हर हाल में बकाया राशि का भुगतान करना होगा!


चीन के बैंकों ने दर्ज कराया है मामला


हाल ही में आरकॉम के मालिक अनिल अंबानी पर चीन के तीन बड़े बैंकों ने लंदन कोर्ट में 680 मिलियन डॉलर (करीब 47,600 करोड़) नहीं चुकाने का मामला दर्ज किया है. ये तीन बैंक- इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड, चाइना डेवेलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना हैं! ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों का दावा है कि अनिल अंबानी की निजी गारंटी की शर्त पर रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को 2012 में 92.52 करोड़ डॉलर (करीब 65 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज दिया था! तब अनिल अंबानी ने इस लोन की पर्सनल गारंटी लेने की बात कही थी लेकिन फरवरी 2017 के बाद कंपनी लोन चुकाने में डिफॉल्ट हो गई!


अनियंत्रित बस पलटने से दर्जनों घायल

 अनियंत्रित होकर पलटी यात्री बस एक दर्ज से अधिक यात्री घायल।


छतरपुर! नेशनल हाईवे 75 पर अनियंत्रित होकर पलटी यात्री बस, यात्रीगण बस से नौगांव से छतरपुर की ओर जा रहे थे! बस का नंबर है MP 16 P 0294 ,बस हुई दुर्घटना ग्रस्त, एक दर्जन से अधिक यात्री घायल, ड्राइवर की स्थिति का साफ-साफ आकलन नहीं हो पा रहा है, ड्राइवर शराब के नशे में था या फिर वह बहुत थका हुआ था! 100 डायल पर सूचना दे दी गई है इसी के साथ 108 एम्बुलेंस की मदद से घायलों को पहुँचाया अस्पताल! सभी घायलों का इलाज जारी है। मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और भारी पुलिस बल मौजूद और मुस्तैद है! घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है!


रितिक सोनी


एक्सीडेंट में कॉन्स्टेबल की दर्दनाक मौत

ट्रक ने मारी टक्कर, कॉन्स्टेबल सौरभ की दर्दनाक मौत


प्रयागराज! अपने जिले में मेजा क्षेत्र के बसहरा गांव के रहने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल सौरभ पाल की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। वह 2018 में कांस्टेबल भर्ती हुए थे और उनकी पोस्टिंग झांसी पुलिस लाइन में हुई थी। शुक्रवार को सौरभ और उनके एक साथी ड्यूटी समाप्त होने के बाद झांसी बबीना जा रहे थे। रास्ते में गलत साइड से आ रहे एक ट्रक ने दोनों बाइक सवारों को टक्कर मार दी। हादसे में सौरभ को ज्यादा चोट आई जबकि उनके साथी को हल्की चोटें आईं। हालत बिगड़ती देख दोनों को हॉस्पिटल ले जाया गया। मौके पर झांसी पुलिस लाइन के उपमहानिरीक्षक एवं कुछ कॉन्स्टेबल भी पहुंच गए। अस्पताल ले जाने के बाद सौरभ की हालत नाजुक हो गई तो उन्हें ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया। बसहारा उनके परिजनों को खबर मिली तो कोहराम मच गया। सौरभ की अभी शादी नहीं हुई थी।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


28 फर्जी कंपनियों का किया भंडाफोड़

राणा ओबराय
108 करोड रुपये का सरकार को चूना लगाने वाली 28 फर्जी कम्पनी चलाने वाले रैकेट का भंडाफोड़
नई दिल्ली! केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की पश्चिमी दिल्ली कमीशनरी ने बिना माल एवं सेवाओं की आपूर्ति किये इनवॉयस जारी कर सरकारी खजाने को 108 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि यह रैकेट 'रॉयल सेल्स इंडिया' तथा 27 अन्य फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहा था तथा उनके नाम पर इनवॉयस जारी करता था। ये सभी 28 कंपनियां वास्तव में अस्तित्व में नहीं थीं। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी 28 फर्जी कंपनियों के नाम से फर्जी इनवॉयस बनाकर जीएसटी के तहत 'इनपुट टैक्स क्रेडिट' दिलाया करते थे जिससे सरकारी खजाने को कर का नुकसान हो रहा था। सरसरी तौर पर उन्हें 900 करोड़ रुपये का इनवॉयस जारी कर सरकार को 108 करोड़ रुपये के कर का चूना लगाने का दोषी पाया गया है। ये फर्जी कंपनियों का जीएसटीएन में पंजीकरण कराते थे। गरीब लोगों के दस्तावेज जमा कराकर उन्हें इन कंपनियों के मालिक के तौर पर दिखाया जाता था। इन कंपनियों के नाम पर खोले गए बैंक खातों में पड़ी 1.58 करोड़ रुपये की जमा के लेनदेन पर रोक लगा दी गयी है। मंत्रालय ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े से सबसे ज्यादा लाभांवित होने वाले लोगों तक पहुँचने के लिए मामले की आगे जांच की जा रही है।


भीतरघाती विरोध को नहीं समझ पाए खट्टर

राणा ओबरॉय


चण्डीगढ़! हरियाणा की भाजपा-जेजेपी सरकार ने लगभग 20 दिनों के बाद मंत्रिमंडल का गठन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 6 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्री बना कर अपना नये मंत्रिमंडल का गठन तो कर लिया पर अपनी पार्टी और आजाद विधायकों के भितरघाती विरोध को नहीं समझ पाए! इस मंत्रिमंडल के विस्तार से आजाद, भाजपा और न ही जेजेपी के सभी विधायक खुश हैं! मुख्यमंत्री तथा उप-मुख्यमंत्री के शपथ लेने के लगभग 20 दिन के रिकार्ड समय के बाद किए गए मंत्रिमंडल में जाट समुदाय को बड़ा प्रतिनिधित्व दिया गया। ऐसा माना जा रहा है मानो भाजपा ने जेजेपी और जाट विधायकों के आगे समर्पण कर दिया हो!इस मंत्रिमंडल के दस सदस्यों में से चार जाट सदस्य हैं। जबकि अभी तक भाजपा पर गैर-जाट प्रभावी पार्टी होने का टेग लगा हुआ था। परन्तु वोटों की राजनीति के चलते भाजपा भी अब जाट प्रभावी होने लगी है। कहा जा रहा है कि जेजेपी की सहभागिता का प्रभाव कम करने को जाट वर्ग से मंत्री अधिक बनाए गए हैं। ऐसा लगता है कि भाजपा ने अभी से अगले विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है। मनोहर मंत्रिमंडल में चार जाट मंत्रियों के अलावा दलित वर्ग से दो, बीसी-बी और ब्राह्मण वर्ग से एक-एक, पंजाबी दो और गुज्जर समुदाय से एक मंत्री बने हें। लेकिन मंत्रिमंडल में बीसी-ए को और वैश्य समाज को स्थान नहीं मिल पाया है। इस पर वैश्य समाज ने तो अपना विरोध भी दर्ज करवा दिया है। अग्रवाल वैश्य समाज स्टूडेंट ऑर्गनायज़ेशन के प्रदेश संयुक्त मंत्री पंकज कसेरा ने कहा की प्रदेश में वैश्य समाज के आठ विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे है, परंतु आठों में से एक भी वैश्य समाज के विधायक को मंत्रिमंडल में जगह न देना अग्रवाल समाज का अपमान है। दूसरी ओर बीसी-ए में भी रोष उभरा कर सामने आ रहा है। चर्चाकारों का कहना है कि रणजीत सिंह को मंत्री बना कर भाजपा ने यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि पार्टी या सरकार निर्दलीय विधायकों के दबाव में आने वाली नहीं है। क्योकि सरकार पर दबाव बनाने के लिए बीते कल पांच निर्दलीय विधायकों ने दिल्ली के हरियाणा भवन में बैठक कर भाजपा पर दबाव बनाने का प्रयास किया था। इन पांच निर्दलीयों का नेतृत्व बलराज कुंडू कर रहे हैं। जबकि प्रारम्भ से ही बलराज कुंडू और रणजीत सिंह को मंत्री बनाने की चर्चा थी। लेकिन रणजीत सिंह मंत्रिमंडल में स्थान पाने में सफल हो गए। बताया गया है कि निर्दलीयों ने यह बैठक मंत्री पद पाने के लिए की थी। लेकिन भाजपा ने निर्दलीयों की रणनीति की हवा निकाल दी। बताया गया है कि अब निर्दलीय नई रूपरेखा बनायेंगे।


जनता कांग्रेस, भाजपा-कांग्रेस की चुनौती

रायपुर। आगामी नगरी निकाय चुनाव को लेकर जनता कांग्रेस नें अपनी कमर कस ली है और इसकी तैयारियां भी जोर-शोर से की जा रही है। इसी कड़ी में पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक “अनुग्रह ” में पार्टी सुप्रीमो श्री अजीत जोगी जी के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत राजकीय गीत अरपा पैरी के धार… से की गई। बैठक में प्रदेश के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही प्रत्येक वार्ड से तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा एवं जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट दी जावेगी। बैठक को संबोधित करते हुए श्री जोगी ने कहा हमारी पार्टी जमीन से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे, कोई भी नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना हो, यह हमारा प्रयास होगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिले इसकी व्यवस्था की जाएगी। हमारे प्रत्याशी के जीते वार्ड में शराब दुकान और बीयर बार खोलने की अनुमति नहीं दी जावेगी।



श्री जोगी ने कहा नगरीय निकाय चुनाव में प्रत्याशी का व्यक्तित्व और कार्यशैली उसके जीत पर निर्भर करता है इसलिए हमारी पार्टी के द्वारा जमीन से जुड़े हुए नेताओ, कार्यकर्ताओं को और जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट दिया जाएगा। प्रदेशभर से दावेदारों के बायोडाटा आ रहे हैं जल्द ही हमारी पार्टी 3-3 लोगों के नाम का पैनल तैयार करेगी और पार्टी प्रत्याशी का घोषणा किया जाएगा । बैठक में श्री जोगी ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा धान खरीदी के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। जोगी शासनकाल में भी केंद्र सरकार ने धान खरीदी पर सहयोग नहीं किया था तब जोगी सरकार ने अपने दम पर प्रदेश के किसानों का एक-एक दाना धान को खरीदा था और देश में पहली बार धान खरीदी शुरू की गई थी । ऐसे में भूपेश सरकार को केंद्र के भरोसे ना रहते हुए और नौटंकी ना करते हुए जल्द से जल्द किसानों की धान खरीदी शुरू करनी चाहिए, धान पर राजनीति नही करनी चाहिए । आज की बैठक में पार्टी सुप्रीमो श्री अजीत जोगी महामंत्री, श्री महेश देवांगन, मीडिया चेयरमैन श्री इक़बाल अहमद रिजवी, श्रीमती रिचा जोगी, रायपुर जिला अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश देवांगन, श्रीमती अनामिका पाल जी, श्री राहिल राउफी, श्री प्रदीप साहू, गजेंद्र देवांगन सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।


डकैती के बाद लिखा 'भाभी जी अच्छी है'

पटना! लूटे गए सामान की कीमत करीब 60 लाख रुपए बतायी जा रही है। वहीं लूट की इस घटना को अंजाम देने के बाद डकैत घर के शीशे पर एक मैसेज भी छोड़ गए। दरअसल डकैतों ने लिखा कि 'भाभी जी बहुत अच्छी हैं।'
बिहार की राजधानी पटना में बेखौफ बदमाशों ने एक घर में डाका डालकर 60 लाख रुपए की संपत्ति लूट ली। चोरी की इस घटना को 5-6 चोरों ने मिलकर अंजाम दिया। इस दौरान चोरों ने घर के सदस्यों को बंधक बना लिया और आराम से लूटपाट कर निकल गए। इतना ही नहीं चोर घर के एक आईने पर घर की एक महिला की तारीफ भी करके गए। चोरों ने आईने पर लिखा है कि “भाभी जी अच्छी हैं।” फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और चोरों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
खबर के अनुसार, घटना पटना के पत्रकार नगर इलाके के हनुमान नगर से जुड़ा है। दरअसल 5-6 डकैतों ने देर रात एक घर में घुसकर घर के सदस्यों को बंधक बना लिया था। इस बाद डकैतों ने इत्मीनान से घर में रखा नगदी, जेवर और अन्य कीमती सामान लूटा। लूटे गए सामान की कीमत करीब 60 लाख रुपए बतायी जा रही है। वहीं लूट की इस घटना को अंजाम देने के बाद डकैत घर के शीशे पर एक मैसेज भी छोड़ गए। दरअसल डकैतों ने लिखा कि 'भाभी जी बहुत अच्छी हैं।'
वहीं बताया जा रहा है कि डकैत गृह स्वामी के बारे में अपशब्द लिख कर चले गए। डकैतों के जाने के बाद किसी तरह घर के सदस्यों ने खुद को बंधन से मुक्त कर पुलिस को घटना की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच की। घटना के संबंध में पीड़ित परिवार का कहना है कि छठ के चलते घर के आधे लोग गांव गए हुए थे। इस दौरान आधी रात में डकैत घर में घुसे और एक-एक कर घर के आठ तालों को तोड़कर लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।


पीजीआई में पकड़ा गया फर्जी चिकित्सक

राणा ओबराय
हरियाणा का रोहतक पीजीआई एकबार फिर सुर्खियों में, पकड़ा गया फर्जी डॉक्टर !

चण्डीगढ़! हरियाणा के एकमात्र पीजीआई रोहतक में फर्जी तरीके से आकर नकली डॉक्टर इलाज कर रहे हैं और प्रशासन को इसकी कानों कान भनक भी नहीं है। मामला पीजीआई का है, यहां पर गार्डों को एक व्यक्ति पर शक हुआ जो डॉक्टर की पोशाक में घूम रहा था, जब वह अंदर जाने लगा तो गार्डों ने उसे शक के आधार पर रोक लिया और पूछा तो आरोपी रौब झाड़ने लगा। लेकिन जब आरोपी से आईडी कार्ड मांगा तो उसकी पोल खुल गई। बताया जा रहा है कि आरोपी यहां पर चिकित्सको से मिलीभगत के चलते दवाई सप्लाई करता है। आरोपी भिवानी के लाजपत नगर का रहने वाला है। फिलहाल आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।


किसान कि आय बढ़ाओ, कर्ज से मुक्ति

राणा ओबराय


किसानों की आमदनी इतनी बढ़ाओ, तांकि कर्ज माफी की जरूरत ही न पड़े;- मंत्री जेपी दलाल
चण्डीगढ़! हरियाणा के नवनियुक्त कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़ के संपादक राणा ओबराय के साथ वार्ताकार में बताया कि हमारी सरकार की यह सोच रहेगी। किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले और उनकी आय बढ़े। ताकि किसानों को सरकार से कर्ज लेने की जरूरत ही ना पड़े। उन्होंने कहा जब कर्ज ही नहीं होगा तो सरकार माफी किस बात की करेगी। इसलिए मेरा मानना है कि यदि हम किसान की आमदन के बारे में सोचेंगे तो ही किसान और प्रदेश तरक्की करेगा। दलाल ने कहा मेरा प्रयास रहेगा मेरा मंत्रालय साफ सुथरे तरीके से और इमानदारी से कार्य करें और प्रदेश की जनता को इसका लाभ पहुंचे। इस अवसर पर कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, आईएएस अजीत बालाजी जोशी ने कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल को गुलदस्ता देकर बधाई दी।


विद्युत-विभाग का 48 घंटे कार्य बहिष्कार

चित्रकूट! उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 18 व 19 नवम्बर को पूरे प्रदेश में विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी 48 घण्टे का कार्य बहिष्कार करेगे। समिति के सदस्य चित्रकूट जिले के अधीक्षण अभियंता पीके मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि 1600 करोड़ के हुए भविष्य निधि घोटाले के विरोध में यह विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को घोटाले की जवाबदेही तय करने,घोटाले की सीबीआई जांच करा कर घोटाले बाजो को जेल भेजने और भविष्य निधि का पैसा कर्मचारियों को दिलाये जाने की मांग की जायेगी।


भाजपा का 98 जिला अध्यक्षों का चुनाव

लखनऊ। बीजेपी संगठन के चुनाव की प्रक्रिया जोरों पर चल रही है, जिसमे बूथ से लेकर उच्च पदों तक चुनाव होना तय हुआ था। प्राथमिकी सदस्यता अभियान से शुरू हुई चुनावी प्रक्रिया मे लगभग यूपी के डेढ़ लाख से अधिक बूथों पर चुनाव सम्पन्न हो चुके है, और BJP ने जमीनी स्तर पर अपनी सबसे बड़ी और सबसे मजबूत फौज खड़ी कर दी है, जिसका भाजपा को सीधा लाभ जन जन तक पहुँचने मे मिलता है, यकीनन भाजपा का सांगठनिक स्वरूप सबसे मजबूत और जमीनी हकीकत एवं पकड़ को बयां करता है। मिशन 2022 की तैयारी में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में युवाओं पर बड़ा दांव खेलने की तैयारी कर ली है! पार्टी ने तय किया है कि इस बार जिलाध्यक्षों के चुनाव में नौजवानों को वरीयता दी जाएगी! अध्यक्ष के नाम पर शुक्रवार को सहमति बन जाएगी! इसके लिए बीजेपी कार्यालय पर बैठक बुलाई गई है! प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, चुनाव प्रभारी आषुतोष टंडन सहित जिला चुनाव प्रभारी और सह जिला चुनाव प्रभारी बैठक में जिलाध्यक्षों का भविष्य तय करेंगे!


04 नए जिला सहित 98 जिलाध्यक्षों का 20 नवंबर को होगा चुनाव


बीजेपी संगठन में डेढ़ लाख से अधिक बूथ अध्यक्षों और 1918 मंडल अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है! बता दें इस बार संगठन में 451 मंडलों की संख्या बढ़ाई गई है! वहीं चार जिले भी बढ़ा दिए गए हैं, जिसके बाद 98 जिलाध्यक्षों का चुनाव 20 नवंबर को होना है! प्रदेश अध्यक्ष जिलाध्यक्षों की घोषणा करेंगे! पहली बार यूपी बीजेपी 98 जिलाध्यक्षों का चुनाव करेगी! पहले 94 महानगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष हुआ करते थे, लेकिन इस बार चार अधिक होंगे! ऐसे में माना जा रहा है कि जिम्मेदारी युवाओं की होगी! बीजेपी ने इसके संकेत दिए हैं कि पार्टी नौजवानों को आगे करेगी! पार्टी कार्यालय पर बैठक बुलाई गई है! बीजेपी हमेशा संगठन में मजबूती को लेकर सुधार करती रहती है!


गुस्साए दरोगा ने लगाई 65 किमी दौड़

ट्रांसफर से गुस्साए दरोगा ने लगा दी 65 किलोमीटर की दौड़,


लखनऊ। जनपद इटावा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इटावा में ट्रांसफ़र किए जाने से नाराज़ दरोगा ने विरोध प्रदर्शन के रूप में 65 किलोमीटर की दौड़ लगाने की ठानी। दरोगा का कहना था कि अधिकारों का दुरुपयोग करके उनका ट्रांसफ़र किया है और इसका विरोध करते हुए वो 65 किमी तक दौड़ लगाएंगे और लोगों को जागरूक करेंगे, लेकिन कुछ ही दूर जाने के बाद दरोगा रास्ते में बेहोश हो गए! जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया! समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक दरोगा का नाम विजय प्रताप है, जो पुलिस लाइन में पोस्टेड थे! यहां से उनका तबादला बिठोली थाने कर दिया गया!


इसके बाद अपना विरोध दर्ज कराने के लिए विजय प्रताप ने पुलिस लाइन से बिठोली थाने तक दौड़ लगाने की ठानी! हालांकि दौड़ते-दौड़ते वह सड़क पर ही गिर पड़े! इसके बाद अानन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया! एसआई विजय प्रताप ने कहा कि, 'आरआई (रिजर्व इंस्पेक्टर ऑफ पुलिस) की तानाशाही की वजह से मेरा ट्रांसफर किया जा रहा है!


एसएसपी ने मुझे पुलिस लाइन में ही रहने को कहा था, लेकिन आरआई जबरन मेरा तबादला बिठोली थाने कर रहे हैं! आप इसे मेरा गुस्सा कहें या नाराजगी, मैंने दौड़ते हुए ही बिठोली जाने का निर्णय लिया है! गौरतलब है कि विजय प्रताप के बीच रास्ते में ही गिरने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है!


नगर पालिका में लालपट्टी,हरीपर्ची व्यवस्था

बलरामपुर! विधायक पल्टू राम जी द्वारा किया गया जनपद बलरामपुर में सभी थानों पर चल रहे लाल पट्टी, पीली पर्ची सिस्टम की ही तर्ज पर आज दिनांक 16 नवंबर 2019 को बलरामपुर नगर पालिका में भी लाल पट्टी, हरी पर्ची सिस्टम का शुभारंभ सदर विधायक पल्टू राम जी द्वारा किया गया। नगर पालिका बलरामपुर में आने वाले आवेदकों के प्रार्थनापत्र लेकर उनको रसीद के रूप में हरे रंग में छपी पर्ची देने की व्यवस्था शुरू की गई। दो जन सुनवाई अधिकारी तैनात किए गए हैं जो लाल रंग की पट्टी धारण करेंगे, जिस पर जन सुनवाई अधिकारी लिखा है और आवेदकों को रसीद के रूप में हरे रंग के कागज़ पर छपी हरी पर्ची देंगे।


थानों के डिजिटल वालंटियर्स ग्रुप्स की ही तर्ज पर नगर पालिका के सभी 25 वार्डों के लिए 25 व्हाट्सएप्प ग्रुप शुरू किए गए हैं। जिनके नामकरण की पद्धति इस प्रकार है: वार्ड बलुहा नगर पालिका आपके द्वार!


डीएम ने की सड़क सुरक्षा समिति की बैठक

संजय मौर्य 


कानपुर! जिलाधिकारी ने आज सड़क सुरक्षा समिति की बैठक करते हुए कहां की शहर के पुराने ब्लैक स्पॉट का दोबारा सर्वे कराकर मरम्मत करा लिया जाये! नये 22 ब्लैक स्पॉटो पर भी समुचित कार्यवाही के सम्बन्ध में समस्त सम्बन्धित विभाग जिनकी भी सड़के हो वो आवश्यक कार्य करवाये, समस्त स्कूलों में विद्यालय यान परिवाहन सुरक्षा समितियों का गठन कर लिया जाये जिसमें प्राचार्य उसके अध्यक्ष, नायब तहसीलदार उपाध्यक्ष, ग्रामीण क्षेत्रों में एबीएसए उपाध्यक्ष होंगे! तथा सम्बन्धित थानों के थानेदार सचिव होंगे! सभी विद्यालयों में उक्त समिति का गठन कराकर बैठके अवश्य करायी जाये! उक्त समिति को यह जानकारों दे कि विद्यालय में कितनी बसे है वैन तथा कितने छात्र मोटर साइकिल से आते है कि सूची दे जिन भी विद्यालयों द्वारा विद्यालय यान परिवाहन सुरक्षा समिति का गठन नही होगा तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी!


जिन चौराहों पर या सड़को पर अवैध अतिक्रमण है वहां अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाये! एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद दोबारा अतिक्रमण होता है तो सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये! पहले  समस्त मुख्य चौराहों पर विशेष अभियान चलाया जाये!


सीएम ने किया तलब, लगाई फटकार

लखनऊ! अंसल एपीआई धोखधड़ी और ठगी के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में मंत्री स्वाति सिंह राजधानी लखनऊ कैंट सीओ बीनू सिंह को फोन पर धमकी दे रही हैं। स्वाति सिंह इस ऑडियो में सीओ कैंट डॉ. बीनू सिंह से यह कह रही हैं कि अगर यहां काम करना है तो एक दिन बैठ लीजिए मेरे साथ आकर।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए स्वाति सिंह को तलब किया है। ऑडियो में मंत्री स्वाति सिंह सीधे तौर पर सीओ को एफआईआर खत्म करने की हिदायत देती हुई सुनाई दे रही हैं। साथ ही वो ये भी कह रही हैं कि एक दिन आकर बैठ लीजिएगा, अगर यहां पर काम करना है तो।


उधर ऑडियो वायरल होने के बाद मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ के एसएसपी से इस पर रिपोर्ट तलब कर ली है। न्यूज़ट्रैक वायरल हुए इस कथित ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। गौरतलब है कि अंसल एपीआई के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के सैकड़ों केस दर्ज हैं। अंसल ग्रुप के वाइस चेयरमैन प्रणव अंसल को 29 सितंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था। वह लंदन जा रहे थे। स्वाति सिंह वायरल ऑडियो में लखनऊ कैंट सीओ से बातचीत में यह कह रही हैं कि अंसल एपीआई पर लगे आरोप झूठे हैं।


मंत्री वायरल ऑडियो में सीओ कैंट से अंसल पर दर्ज एफआईआर के बारे में पूछ रही हैं और कह रही हैं कि एफआईआर क्यों लिखा आपने? वह सीओ से कहती हैं कि आपको पता नहीं ऊपर से आदेश है कि कोई एफआईआर नहीं लिखा जाएगा। सारे फेक एफआईआर लिखे जा रहे हैं उसके ऊपर (अंसल पर)। राज्य मंत्री स्वाति सिंह का कहना है कि लखनऊ कैंट सीओ को मैंने धमकाया नहीं है, उनसे मैंने पीड़ित के पक्ष में बात की थी। असंल हमारे क्षेत्र का रहने वाला है।


स्वाति सिंह के मुताकिब पैसे के लिए लखनऊ कैंट सीओ बीनू सिंह ने अंसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। मंत्री ने कहा कि बीनू सिंह जब सीओ मोहनलालगंज थी तो भी उन पर कई आरोप लगे थे। अंसल प्रकरण में तीन दिन पहले स्वाति सिंह ने लखनऊ कैंट सीओ बीनू सिंह के संबंध में डीजीपी से भी शिकायत की थी। कथित वायरल ऑडियो में सुनाई दे रहा है कि एक शख्स सीओ को फोन कर कह रहा है कि माननीय मंत्री स्वाति सिंह बात करेंगीं। इसके बाद कॉल पर स्वाति सिंह आती हैं…


स्वाति सिंह- सीओ साहब, क्या आपने अंसल पर कोई एफआईआर लिखी है?
सीओ- हां, एक एफआईआर लिखी है।


स्वाति सिंह- क्यों लिखा आपने? क्या आपको पता नहीं है कि ऊपर से आदेश है कि कोई एफआईआर लिखा नहीं जाएगा। सारे फर्जी एफआईआर लिखे जा रहे हैं उसके ऊपर।
सीओ- वो तो जांच कर के एफआईआर लिखी गई है।


स्वाति सिंह- कौन सी जांच हो गई भाई? इतना हाईप्रोफाइल केस है। जांच चल रही है, आपने कौन सी जांच कर दी, चार दिन हुआ आपको आए हुए?
सीओ- पहले की एप्लीकेशन है न, 5-6 महीने पहले की।


मंत्री- अरे फर्जी है ये सब, खत्म कीजिए इसको। एक दिन आकर बैठ लीजिएगा, अगर यहां पर काम करना है तो। ठीक है। मैं गलत काम नहीं बोलती हूं। पता कर लीजिएगा।
सीओ- ठीक है।


नगर-निगम भवन के लिए भूमि पूजन

गोरखपुर! सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिन के दौरे पर शनिवार 12.45 बजे गोरखपुर नगर निगम परिसर पहुंचे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोरखपुर नगर निगम के नए बहुमंजिला भवन के निर्माण कार्य के लिए भूमिपूजन किया। उसके बाद उन्होंने गोरखपुरियों को 171 करोड़ रुपये की करीब 200 परियोजनाओं की सौगात दी। सीएम रविवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के बाद पिपराइच चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ करते हुए लोकार्पण करेंगे। इसके बाद रविवार की शाम वह लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे।


शनिवार को नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह में उन्होंने 23.45 करोड़ की लागत से बनने वाले निगम सदन और 14.15 करोड़ से इलेक्ट्रिक बसों के लिए बनने वाले चार्जिंग स्टेशन का शिलान्यास किया। समारोह में वह कुल 55.47 करोड़ रुपये के 53 कामों का लोकार्पण और 116.49 करोड़ के 163 कामों का शिलान्यास करेंगे। सीएम योगी रविवार को पिपराइच चीनी मिल का लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित किया। सदन रहे कि दो साल में नगर निगम का नया भवन बन कर तैयार होगा। इसके निर्माण पर तकरीबन 23.45 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हो गया है।


'राष्ट्रीय प्रेस दिवस' मनाया गया

आज देश में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जा रहा है।राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर साल 16 नवंबर को मनाया जाता है। दरअसल प्रेस की आजादी की रक्षा के लिए प्रेस परिषद को 4 जुलाई 1966 को बनाया गया, लेकिन प्रेस परिषद ने 16 नंवबर 1966 को काम शुरू किया। इस वजह से हर साल 16 नंवबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। विश्व में आज करीब 50 देशों में प्रेस परिषद है। कुछ देशों में प्रेस परिषद को मीडिया परिषद भी कहा जाता है। परिषद का मकसद था- देश में प्रेस की आजादी को बचाए-बनाए रखने और पत्रकारिता के उच्च मापदंडों की रक्षा में मदद करना। आज सबसे बड़ा प्रश्न यही है कि वह अपने उद्देश्यों में कितनी सफल हुई है? देश की मीडिया कितनी आजादी से काम कर पा रही है और पत्रकारिता अपने उद्देश्य और सिद्धान्तों में कितनी सफल हो रही है? क्या प्रेस परिषद ने मीडिया जगत में ऐसी प्रतिष्ठा, पहचान और विश्वसनीयता बनाई है कि कोई भी आघात लगते ही मीडिया उसके पास जाए? क्या ऐसे मौकों पर प्रेस परिषद ने उन्हें सम्बल देते हुए उनके साथ न्याय सुनिश्चित किया है? अथवा फिर वह एक और सरकारी विभाग ही साबित हुई? इन सवालों के जवाब में ही राष्ट्रीय प्रेस दिवस की प्रासंगिकता निहित है। उसी से पता चलेगा कि प्रेस दिवस किसके लिए मन रहा है?


1- पत्रकारिता आजादी से पहले एक मिशन थी। आजादी के बाद यह एक प्रोडक्शन बन गई। हाँ, बीच में आपातकाल के दौरान जब प्रेस पर सेंसर लगा था। तब पत्रकारिता एक बार फिर थोड़े समय के लिए भ्रष्टाचार मिटाओं अभियान को लेकर मिशन बन गई थी। धीरे-धीरे पत्रकारिता प्रोडक्शन से सेन्सेशन एवं सेन्सेशन से कमीशन बन गई है।


2- परंतु इन तमाम सामाजिक बुराइयों के लिए सिर्फ मीडिया को दोषी ठहराना उचित नहीं है। जब गाड़ी का एक पुर्जा टूटता है तो दूसरा पुर्जा भी टूट जाता है और धीरे-धीरे पूरी गाड़ी बेकार हो जाती है। समाज में कुछ ऐसी ही स्थिति लागू हो रही है। समाज में हमेशा बदलाव आता रहता है। विकल्प उत्पन्न होते रहते हैं। ऐसी अवस्था में समाज अमंजस की स्थिति में आ जाता है।


3- इस स्थिति में मीडिया समाज को नई दिशा देता है। मीडिया समाज को प्रभावित करता है, लेकिन कभी-कभी येन-केन प्रकारेण मीडिया समाज से प्रभावित होने लगता है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर देश की बदलती पत्रकारिता का स्वागत है बशर्ते वह अपने मूल्यों और आदर्शों की सीमा-रेखा कायम रखें।


4- मीडिया को समाज का दर्पण एवं दीपक दोनों माना जाता है। इनमें जो समाचार मीडिया है, चाहे वे समाचारपत्र हो या समाचार चैनल, उन्हें मूलतः समाज का दर्पण माना जाता है। दर्पण का काम है समतल दर्पण का तरह काम करना ताकि वह समाज की हू-ब-हू तस्वीर समाज के सामने पेश कर सकें। परंतु कभी-कभी निहित स्वार्थों के कारण ये समाचार मीडिया समतल दर्पण का जगह उत्तल या अवतल दर्पण का तरह काम करने लग जाते हैं। इससे समाज की उल्टी, अवास्तविक, काल्पनिक एवं विकृत तस्वीर भी सामने आ जाती है।


5- दरअसल,प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी। परिणाम स्वरूप 4 जुलाई, 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई,जिसने 16 नवंबर, 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया। तब से प्रतिवर्ष 16 नवंबर को 'राष्ट्रीय प्रेस दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 'राष्ट्रीय प्रेस दिवस'पत्रकारों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्वयं को फिर से समर्पित करने का अवसर प्रदान करता है।


300 करोड़ की आयकर को सूचना नहीं

नई दिल्ली! कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आयकर न्यायाधिकरण से झटका लगा है। न्यायाधिकरण ने यंग इंडिया को चैरिटेबल ट्रस्ट बताने के गांधी परिवार के दावे को खारिज कर दिया। अब उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये का आयकर का मामला फिर खुल सकता है।गांधी परिवार ने दावा किया था कि यंग इंडिया चैरिटेबल ट्रस्ट है और उसे आयकर में छूट मिलनी चाहिए। न्यायाधिकरण ने आदेश में कहा कि यह व्यावसायिक ट्रस्ट है। इसके द्वारा ऐसा कोई काम नहीं किया गया है जो चैरिटेबल श्रेणी में हो। न्यायाधिकरण ने सुनवाई के दौरान पाया कि कांग्रेस ने यंग इंडिया को कर्ज दिया, सोनिया और राहुल दोनों यंग इंडिया के निदेशक हैं। दोनों के पास कंपनी की 36 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास 600 शेयर हैं। कांग्रेस ने 2017 में दिल्ली हाईकोर्ट अर्जी देकर बताया था कि यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चैरिटेबल कंपनी है। इस साल जनवरी में आयकर विभाग ने सोनिया और राहुल को नोटिस जारी कर 100 करोड़ रुपये कर चुकाने को कहा था। आयकर के आकलन के अनुसार, गांधी परिवार ने जो रिटर्न दाखिल किया था, उसमें 300 करोड़ रुपये के आयकर की जानकारी ही नहीं थी।


ओवैसी भारतीय संविधान-विभिन्नता के पक्ष में

नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़े करने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है कि उन्हें मस्जिद वापस चाहिए।
ओवैसी ने अपने ट्वीट संदेश में एक समाचार मैगजीन को दिए इंटरव्यू का लिंक भी शेयर किया, इंटरव्यू की हेडलाइन में ओवैसी का बयान लिखा हुआ था ”मैं हर उस चीज का विरोध करूंगा जो भारत के संविधान और भारत की विभिन्नता के विरुद्ध होगी।”इस ट्वीट के बाद असदुद्दीन ओवैसी सोशल मीडिया पर लोगों ने निशाने पर आ गए। टि्वटर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करते हुए उनकी जमकर क्लास लगाई। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर असंतुष्टि जाहिर की थी। ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा था कि वे फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।ओवैसी ने साथ ही मुस्लिम पक्ष को उस 5 एकड़ जमीन को लेने से भी इनकार कर दिया था जिसके बारे में कोर्ट ने कहा था कि मस्जिद बनाने के लिए अलग जगह पर 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। ओवैसी ने कहा था कि मस्जिद के लिए हम खैरात की जमीन नहीं ले सकते।


जम्मू कश्मीर:तेजी से हो रहे हालात सामान्य

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को संसद की एक समिति को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं तथा पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा किया जाएगा! लेकिन इसके लिए उन्होंने कोई समय सीमा नहीं बताई। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता आनंद शर्मा की अध्यक्षता वाली गृह मामलों की संसद की स्थायी समिति को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार और अन्य अधिकारियों ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हालात से अवगत कराया।
माना जाता है कि समिति के कुछ सदस्यों ने सरकारी अधिकारियों से कहा कि उन्हें कश्मीर जाने दिया जाने दिया जाना चाहिए लेकिन इस मांग को खारिज कर दिया गया। लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों ने सरकार के शीर्ष अधिकारियों से हिरासत में लिए गए नेताओं खासतौर पर तीन बार मुख्यमंत्री रहे और श्रीनगर से सांसद फारूक अब्दुल्ला के बारे में सवाल किए जिन्हें 17 सितंबर को जन सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया था।


गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने संसदीय समिति को बताया कि जिन्हें जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया है वे इसे अधिकृत न्यायाधिकरण में चुनौती दे सकते हैं और उसके आदेश से अंसतुष्ट होने पर उच्च न्यायालय का रुख कर सकते हैं। अब्दुल्ला एकमात्र नेता हैं जिन्हें कश्मीर में पीएसए कानून के तहत हिरासत में रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक सांसदों ने लंबे समय तक अब्दुल्ला के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को लंबे समय तक हिरासत में रखने का विरोध किया। दोनों पांच अगस्त से हिरासत में हैं जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म कर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने का फैसला किया था।


सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए गए नेताओं को छोड़ने के सवाल पर भल्ला और उनकी टीम के अधिकारियों ने बताया कि कुछ नेताओं को रिहा किया जा चुका है और बाकी को धीरे-धीरे रिहा कर दिया जाएगा, लेकिन वे समयसीमा बताने से बचते रहे। सूत्रों के मुताबिक गृह सचिव ने सांसदों को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं, स्कूल खुल गए हैं और सेब का कारोबार हो रहा है। सांसदों ने कश्मीर घाटी में पांच अगस्त से इंटरनेट सेवाओं पर अंकुश लगाने का मुद्दा उठाया जिस पर अधिकारियों ने बताया कि यह प्रतिबंध आतंकवादियों को विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देने से रोकने और असामाजिक तत्वों को अफवाह फैलाने से रोकने के लिए लगाया गया है।


सांसदों को अधिकारियों ने बताया कि 1990 से अबतक जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हिंसा की 71,254 घटनाएं हुई जिनमें 14,049 नागरिकों की मौत हो गई और 5,293 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए। इसी दौरान 22,552 आतंकवादी भी मारे गए। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने समिति के सदस्यों को बताया कि सभी केंद्रीय कानून नए केंद्र शासित प्रदेश में लागू होंगे। जिन राज्य कानूनों का अधिकार क्षेत्र केंद्रीय कानून के अधिकार क्षेत्र में दखल देता हैं, वे निरस्त हो गये हैं। राज्य के अन्य कानूनों को भारतीय संविधान के अनुकूल बनाया जाएगा। सांसदों के सामने दी गई प्रस्तुति के दौरान अधिकारियों ने भारत के नए राजनीतिक मानचित्र को भी प्रदर्शित किया जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्रशासित प्रदेशों के रूप में दिखाया गया है तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को भी इन केंद्रशासित प्रदेशों में शामिल किया गया है।


प्रस्तुति के दौरान अधिकारियों ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 22 जिले हैं और कुल आबादी करीब एक करोड़ 22 लाख है। वहीं केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में दो जिले कारगिल और लेह हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में लैंडलाइन फोन सेवा और पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। घाटी में रात के प्रतिबंध को छोड़कर धारा 144 के तहत आवाजाही पर लगी रोक हटा ली गई है। बैठक में मौजूद सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर समिति में चर्चा के दौरान भाजपा और कांग्रेस सांसदों के बीच मतभेद देखने को मिला। भाजपा सांसदों ने नियमावली का हवाला देते हुए कहा कि कार्यपालिका के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। वहीं, कांग्रेस सांसदों का कहना था कि चूंकि मामला गंभीर है इसलिए उस पर चर्चा होनी चाहिए।


'श्रीलंका' चुनाव मतदान में 300 करोड़ खर्च

कोलंबो! श्रीलंका में शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव होगा। यह श्रीलंका के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव माना जा रहा है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक मतदान में 300 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें पहली बार 26 इंच का बैलेट पेपर और बड़े बैलेट बॉक्स का उपयोग हो रहा है। मतदान केंद्रों पर बिजली, पानी और टेलीफोन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। 35 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और 1.6 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।


देश में ईस्टर हमले के बाद पहला चुनाव होने के कारण सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। देश भर में 60 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। 50% वोट हासिल करने वाला प्रत्याशी अगला राष्ट्रपति होगा। बैलेट पत्र पर मतदाताओं को तीन शीर्ष प्रत्याशियों के चयन का विकल्प भी दिया गया है। अगर कोई भी प्रत्याशी आधे वोट हासिल नहीं कर पाता है तो प्राथमिकता के आधार पर मिले वोटों से विजेता का निर्णय लिया जाएगा।


गौतबया राजपक्षे और सजीथ प्रेमदासा प्रबल उम्मीदवार
पूर्व रक्षा सचिव गौतबया राजपक्षे, सत्तारुढ पार्टी के प्रत्याशी सजीथ प्रेमदासा के बीच चुनावी मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है। गौतबया राजपक्षे को अपने भाई और पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का समर्थन प्राप्त है। प्रेमदास ने पिछले दो सप्ताह में सघन प्रचार अभियान चलाया है। नेशनल पीपुल्स पावर गठबंधन के उम्मीदवार अनुरा कुमार डिसनायके भी मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उनकी पार्टी का कोई प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में नहीं है।


वीरांगना उदा देवी पासी की शहादत

वीरांगना उदा देवी पासी --36 अंग्रेजों को अकेले मार गिराने वाली दलित विरांगना जिनका आज शहादत दिवस है



कहानी नवंबर 1857 की है, सर्दी आ चुकी थी! लेकिन, मुल्क के माहौल में गरमी थी! अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह तेज था! इस विद्रोह को दबाने के लिए अंग्रेजी फौज लखनऊ की तरफ बढ़ रही ! भारतीय लड़ाके सिकंदर बाग में पोजिशन लिये हुए थे! इन लड़ाकों में ऊदा देवी भी शामिल थीं! उन्होंने पुरुषों के लिबास पहन रखे थे और पिस्तौल तथा गोलियों से लैस थीं! अंग्रेजी फौज सिकंदर बाग में प्रवेश करती, उससे पहले ही वह प्रवेश द्वार पर लगे पीपल के पेड़ पर चढ़ गयीं !


उन्होंने पेड़ पर से ही गोलियां बरसानी शुरू कर दीं और 30 से ज्यादा अंग्रेजी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया! अपने पराक्रम से उन्होंने काफी देर तक अंग्रेज सैनिकों को प्रवेशद्वार पर ही रोके रखा! इधर 30 से ज्यादा सैनिकों के हलाक होने से अंग्रेजी फौज खौफजदा थी ! उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिरकार गोलियां कहां से चल रही हैं! अंग्रेजों ने जब मारे गये सैनिकों के शरीर में लगी गोलियों के निशान देखे, तब उन्हें पता चला कि कोई ऊपर से फायरिंग कर रहा है!


उन्होंने आसपास नज़र उठाकर देखा तो पाया कि कोई पीपल के पेड़ के झुरमुट में छिपकर गोलियां चला रहा है! इस पर अंग्रेजों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलायीं! गोलियां लगते ही ऊदा देवी गश खाकर नीचे गिर पड़ीं! उनका नीचे गिरना था कि अंग्रेजों ने ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं! उनके प्राण पखेरू उड़ गये, तब जाकर अंग्रेज उनके करीब पहुंचे और देखा कि जिसे वे पुरुष मान रहे थे, वह तो एक औरत थी!


सब को एक ही दिन वेतन मिलना तय

अब एक ही दिन सबको मिलेगा वेतन, जानिये सरकार की तैयारियां


नई दिल्ली! जल्द ही देश के संगठित क्षेत्र के कामगारों को हर महीने एक ही दिन वेतन मिलने की व्यवस्था शुरू हो सकती है। दरअसल केंद्र सरकार इस योजना पर काम कर रही है। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने शुक्रवार को कहा कि संगठित क्षेत्र विशेषकर कामकाजी श्रेणी के कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार 'एक देश, एक दिन वेतन' की व्यवस्था शुरू करने की योजना पर काम कर रही है।


सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री (सीएपीएसआई) द्वारा आयोजित सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2019 को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'देश में विभिन्न क्षेत्रों में हर महीने वेतन का दिन समान होना चाहिए, जिससे उन्हें समय से वेतन मिलना सुनिश्चित हो सके।'


संसद में जल्द पेश होगा विधेयक


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस प्रस्ताव पर नजर है और जल्द ही इससे संबंधित विधेयक को संसद की मंजूरी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में एक समान न्यूनतम वेतन लागू करने पर भी विचार कर रही है, जिससे कामगारों की आजीविका को भी सुरक्षा मिलेगी।


सरकार रोजगार सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं काम की स्थितियों (ओएसएच) से जुड़ी संहिता और वेतन संहिता को लागू करने की प्रक्रिया में है। संसद से वेतन संहिता पर पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इसे लागू करने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। ओएसएच संहिता को 23 जुलाई, 2019 को लोकसभा में पेश किया गया था। इस संहिता सुरक्षा, स्वास्थ्य और कामकाजी स्थितियों से जुड़े 13 श्रम कानूनों का विलय एक ही कानून में हो जाएगा। साथ ही निजी क्षेत्र के कामगारों का कवरेज खासा बढ़ जाएगा।


'प्रदूषण' दिल्ली का प्रमुख त्यौहार 'निबंध'

देश-विदेशबच्चे ने प्रदूषण को बताया दिल्ली का प्रमुख त्योहार, निबंध पढ़कर हंसी नहीं रोक पाएंगे आप


नई दिल्ली! बढ़ते प्रदूषण से एक ओर जहां लोग परेशान दिख रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर प्रदूषण से जुड़ा एक निबंध (Essay) तेजी से वायरल हो रहा है! इस निबंध को देखने से साफ पता चल जाता है कि बच्चे को प्रदूषण से होने वाले खतरे की जरा सी भी समझ नहीं है! लेकिन बच्चे ने जिस मासूमियत के साथ यह निबंध लिखा है वह आपको हंसा जरूर सकता है!


बच्चे ने निबंध में लिखा है कि प्रदूषण दिल्ली का प्रमुख त्योहार है! यह हमेशा दिवाली के बाद शुरू होता है. इसमें हमें दिवाली से भी ज्यादा हॉलीडे मिलते हैं! दिवाली में हमें 4 हॉलिडे मिलते हैं! लेकिन प्रदूषण में हमें 6+2=8 हॉलिडे मिलते हैं! इसमें लोग अलग-अलग मास्क पहनकर घूमते हैं. घरों में काली मिर्च, शहद व अदरक ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं! यह बच्चों के लिए अधिक प्रिय है!


टाइफाइड का टीका लांच करने वाला देश

देश-विदेश टायफाइड का टीका निकालने वाला ये है दुनिया का पहला देश, नाम सोच से भी परे


इस्लामाबाद! पाकिस्तान टायफाइड का नया टीका लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि देश में हाल ही में टायफाइड के मामलों में बड़ी संख्या में इजाफा होने के बाद यह फैसला लिया गया है। इस वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अपनी मंजूरी दी है। इसे दो सप्ताह के इम्युनाइजेशन कैंपेन में सिंध प्रांत में इस्तेमाल किया जाएगा।


सिंध में 2017 से अब तक 10,000 टायफाइड के मामले सामने आ चुके हैं। सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेछुहो ने बताया कि आज से दो सप्ताह का कैंपेन शुरू हो रहा है। इसके तहत नौ महीने से लेकर 15 साल तक के 1 करोड़ बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। सिंध में दो सप्ताह के कैंपेन के बाद इस टीके को अगले कुछ सालों में अन्य राज्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। 'सेल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया' की एक ऐसी किस्म आई थी, जिसकी चपेट में देश में नवम्बर 2016 से करीब 11 हजार लोग आ गए थे।


देश का सिंध प्रांत इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित है। कराची में एक कार्यक्रम में टायफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन  (टीसीवी) टीके की शुरुआत की गई। इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक जफर मिर्जा और प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री अजरा फजल पेचूहो मौजूद थीं।


6 साल के बच्चे को तेंदुए ने बनाया निवाला

देहरादून। गंगोलीहाट के बिरगोली में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। तेंदुए ने 10 नवंबर को बिरगोली के सौंलीगैर में छह वर्षीय बालक मयंक को मार डाला था। तेंदुए के आतंक से पूरे गांव में दहशत थी। बता दें कि 10 नवंबर की शाम करीब साढ़े चार बजे सौंलीगैर (बिरगोली) निवासी गजेंद्र सिंह खाती का बेटा मयंक घर के पास ही स्थित पानी के स्टेंड पोस्ट के पास अन्य बच्चों अभिषेक और भावना के साथ खेल रहा था।


अचानक तेंदुए ने मयंक को दबोच लिया और मुंह में दबाकर जंगल की ओर भाग निकला। तेंदुए के हमले से साथ में खेल रहे बच्चे दहशत के मारे चिल्लाने लगे। बच्चों के हल्ला मचाने पर परिजन और गांव के लोग मौके पर पहुंचे और तेंदुए के पीछे दौड़ लगाई। शाम को घटनास्थल से 100 मीटर दूर झाड़ियों में बच्चे का क्षत विक्षत शव पड़ा मिला। गांव के लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से तेंदुए का आतंक है। तेंदुआ कई जानवरों को निवाला बना चुका है।
 
जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए गांवों में लगेंगी डिवाइस


रुद्रप्रयाग में गुलदार, जंगली सूअर और बंदरों समेत अन्य जंगली जानवरों से मानव व खेती को हो रहे नुकसान से निजात दिलाने के लिए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने अभिनव पहल की है। बांसी गांव समेत जिले के 15 स्थानों, जहां पर जंगली जानवरों का आतंक अधिक है, पहले चरण में वाइल्ड एनिमल फार्म प्रोटेक्शन डिवाइस लगाई जाएंगी। यह डिवाइस लगने से किसी भी जानवर या प्राणी के आने पर यह आवाज करेगी जिससे डरकर वह भाग जाग जाएगा। इस डिवाइज में अत्याधुनिक सेंसर लगे हैं जो अपने पांच मीटर के दायरे में किसी भी जंगली जानवर या प्राणी की हलचल को ट्रैक कर सकता है। निर्धारित दायरे में जंगली जानवर या प्राणी के होने की स्थिति में यह डिवाइस तेज आवाज करेगा और जानवर भाग जाएगा। डिवाइस सोलर सिस्टम के जरिए संचालित होगा।


डिवाइस को वन विभाग के अधीन किया जाएगा, लेकिन स्थापित करने के एक वर्ष तक इसके संरक्षण की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि आपदा मद में पहले चरण में 15 डिवाइस खरीद का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में पुन: गांवों का चयन कर डिवाइस लगाई जाएंगी। इधर, जिलाधिकारी की इस पहल का ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया है। कहा कि इस तकनीक से जंगली जानवरों के आतंक से मुक्ति मिल सकेगी।


रजत का डीडीसीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा

नई दिल्ली। रजत शर्मा ने सभी को हैरान करते हुए अपने एक बहुत ही बड़े पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी डीडीसीए ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर दी। डीडीसीए ने लिखा है- रजत शर्मा ने डीडीसीए के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे को एपेक्स काउंसिल को भेजा गया है। बता दें कि रजत शर्मा जुलाई 2018 में इस पद के लिए चुने गए थे।


रजत शर्मा एक निजी हिंदी समाचार चैनल के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ हैं। रजत शर्मा ने कहा, 'ऐसा लगता है कि डीडीसीए में ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं है, जिससे किसी भी कीमत पर मैं समझौता करने के लिए तैयार नहीं हूं।' शर्मा ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर लिखा- प्रिय सदस्यों, जबसे आपने मुझे डीडीसीए का अध्यक्ष चुना है मैं समय-समय पर आपको अपने काम के बारे में जानकारी देता रहा हूं। मैंने डीडीसीए को बेहतर बनाने के लिए, प्रफेशनल और पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाए उसके बारे में आपको बताया। आपसे किए गए वादों के पूरा होने की जानकारी दी। उन्होंने आगे लिखा, 'यहां काम करना आसान नहीं था, लेकिन आपके विश्वास ने मुझे ताकत दी। आज मैंने डीडीसीए का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है और अपना इस्तीफा एपेक्स काउंसिल को भेज दिया है। आपने जो प्यार और सम्मान मुझे दिया है उसके लिए आपका आभार।' उल्लेखनीय है कि रजत शर्मा के कार्यकाल के दौरान कोटला क्रिकेट ग्राउंट को नया नाम दिया गया था। उसे अब दिवंगत केंद्रीय मंत्री और डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली के नाम पर अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम से जाना जाता है।


9 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की डिग्री

बेल्जियम। छोटी सी उम्र में कुछ बड़ा कर गुजरने का अगर मन में आ जाए तो इंसान किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ बेल्जियम में रहने वाले लॉरेंट सिमोंस के साथ। लॉरेंट 9 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की डिग्री कुछ ही दिनों में हासिल कर लेगा। वह आइंडहोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। 9 साल की उम्र में इंजीनियर जैसा कोर्स काफी मुश्किल है, लेकिन लॉरेंट दिसंबर में इस कोर्स को कंप्लीट करके इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर लेगा। लॉरेंट इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद प्लान पीएचडी करने का है। जबकि उनके पिताजी ने बताया कि वह मेडिकल की डिग्री भी लेना चाहते हैं। लॉरेंट के माता- पिता ने कहा जब ये पैदा हुआ था तो उनके दादा- दादी ने कहा कि हमें भगवान की ओर से तोहफा मिला है। जब स्कूल में पढ़ने के दौरान शिक्षकों ने लॉरेंट की तारीफ की तो हमें भी लगने लगा कि इस बच्चे में कुछ अलग बात है। शिक्षकों ने लॉरेंट में बहुत कुछ विशेष देखा।


लॉरेंट के माता-पिता से लेकर शिक्षक सब हैरान थे कि इतनी कम उम्र का बच्चा पढ़ने में इतना ज्यादा होशियार कैसे है ? ऐसे में उनकी मां ने बताया कि "जब ये पैदा होने वाला था तो मैंने मछली खाई थी।" आपको बता दें, इतनी कम उम्र में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के लिए लॉरेंट को आइंडहोवन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से अनुमति मिल गई है। वहीं टीयूई स्नातक की डिग्री के शिक्षा निदेशक सॉज़र्ड हल्शोफ़ ने कहा कि "यह असामान्य नहीं है,"।उन्होंने कहा "लॉरेंट सबसे तेज छात्र हैं जिसे हमने यहां रखा है,"। न केवल वह बुद्धिमान है, बल्कि एक बहुत ही सहानुभूति वाला लड़का भी है।"


लॉरेंट ने सीएनएन को बताया कि उनका पसंदीदा विषय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग है और वह आगे जाकर मेडिसिन के बारे में पढ़ना चाहते हैं। उनके पिता ने कहा ये वक्त लॉरेंट का अपनी नॉलेज को बढ़ाने और नई चीजों कि डिस्क्राइब करने का है। वहीं लॉरेंट स्पष्ट रूप से सबसे अधिक तेजी से सीखने में सक्षम हैं। ऐसे में उनके माता-पिता उन्हें लेकर सावधानी बरत रहे हैं। साथ ही वह कोशिश करते हैं लॉरेंट पढ़ाई के अलावा अपनी जिंदगी को भी एंजॉय करें। आखिर है तो वह 9 साल का बच्चा ही है। लॉरेंट ने कहा कि उन्हें अपने कुत्ते सैमी के साथ खेलने और अपने फोन पर खेलने में मजा आता है। लॉरेंट ने कहा कि डिग्री लेने के बाद वह जापान में छुट्टियां मनाने जाएंगे।


13 लाख के 7 इनामी नक्सली गिरफ्तार

बीजापुर। रानी बोदली, मुरकीनार कांड में शामिल 13 लाख के सात इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज, सीआरपीएफ डीआजी कोमल सिंह, पुलिस अधिक्षक दिव्यांग पटेल के सामने नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। नक्सल गतिविधियों और शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।


इतना नुकसान किया, रिपोर्ट छिपानी पड़ी

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रति व्यक्ति द्वारा खर्च की औसत राशि में गिरावट से जुड़ी खबर पर शुक्रवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि दीनॉमिक्सश् (मोदी के अर्थशास्त्र) ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है।


राहुल ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि मोदीनॉमिक्स ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है। उन्होंने जिस रिपोर्ट का हवाला दिया, उसमें राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारत में 2011-12 में एक व्यक्ति द्वारा खर्च की गई औसत राशि 1501 रुपए थी, जो 2017-18 में 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1,446 रुपए हो गई।
इस रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति मासिक खपत व्यय (एमपीसीई) के आंकड़े वास्तविक संदर्भ में हैं यानी इन्हें 2009-10 को आधार वर्ष मानकर महंगाई के हिसाब से समायोजित किया गया था। 2011-12 में वास्तविक एमपीसीई 2 साल की अवधि में 13 फीसदी बढ़ा था। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचा है।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
आओ पुत्रों विचार क्या है? आचार्यजन क्या कहते हैं? इस संबंध में, मुनिवरो वह कहते हैं उदगीत गाना चाहिए! उदगीत में ही रत रहना चाहिए कि हमारा पुरोहित बनना सार्थक हो जाए! विचार क्या है? आज मैं विद्यालयो की चर्चा कर रहा था! आज ऋषि विश्वामित्र और वशिष्ठ ऋषि की चर्चा हो रही थी! क्योंकि  ऋषि विश्वमित्र अपने में मनन करने वाले और अपनी आभा को उधरवा में व्रत करने वाले रहे हैं! मैं आज तुम्हें विशेष चर्चा देने नहीं आया हूं! विचार केवल यह प्रकट करने के लिए आया हूं कि हमारे यहां बिधाए होनी चाहिए! धनुर्विद्या भी होनी चाहिए, वाजपेई यज्ञ, नरमेध यज्ञ, अश्वमेघ यज्ञ, अग्निष्टोम यज्ञ भी होने चाहिए! क्योंकि विभिन्न प्रकार के यज्ञो का वर्णन प्राय: हमारे वैदिक साहित्य में आता रहता है! उसे जानने में सदैव तत्पर रहें! मेरे पुत्रों विचार-विनिमय क्या हो रहा है? हम देवत्व को प्राप्त करने के लिए आए हैं और वह देवत्व हमारे जीवन का अंग बन कर के उधरवा में गमन कर सकता है! आज मैं तुम्हें विशेष विवेचना देने नहीं आया हूं! विचार चल रहा है कि मैं ऋषि विश्वामित्र के यहां एक वर्ष में दीक्षांत उपदेश होता रहता था! ब्रह्मचारी को दिक्षा भी दी जाती और दीक्षा लेने वाले ब्रह्मचारी अपने में अध्ययन में सदैव तत्पर रहें! भिन्न-भिन्न प्रकार की विद्याओं का चयन होता रहा है! इसी प्रकार प्रत्येक मानव को विचारना है कि हम मानवीय जीवन को उधरवा में गमन कराना चाहते हैं और वही उधरवा में मानव के अंगरक्षक बनकर के, मानव के जीवन को महान, पवित्रतम उपदेश दे सकें! मैं इस संबंध में विशेषता में नहीं ले जा रहा हूं! उदगीत गाता दूर भी नहीं चला जाऊं! विचार केवल यह है कि हम परमपिता परमात्मा की आराधना करते हुए, देव की महिमा का गुणगान गाते हुए! इस संसार सागर से पार हो जाए और अब मेरे प्यारे महानंद जी शब्द उच्चारण करेंगे!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 17, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-103 (साल-01)
2. रविवार, नवंबर 17, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष-कृष्ण पक्ष, तिथि- पंचमी-षष्ठी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:36,सूर्यास्त 05:32
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...