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मंगलवार, 12 जनवरी 2021

जापान: सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विडियों

टोक्यो। अक्सर हमने कई रेप के मामलों के बारे में सुना है। लेकिन आजकल सोशल मीडिया पर एक ऐसा रेप केस वायरल हो रहा है। जिसे सुनकर इंसान की रूह का कांपना लाजमी है। दरअसल यह कहानी जापान की जूनको फ़ुरुता की है। जिसके साथ उस वक्त अगर यह हादसा नहीं हुआ होता तो आज वह हमारे बीच मौजूद होती और उसकी उम्र 48 साल की होती। यह कहानी तब की है। जब वह 17 साल की थी और एक इलेक्ट्रॉनिक शॉप पर पार्ट टाइम जॉब करती थी। उसी समय उसके स्कूल का एक लड़का मियानो उसे कई बार प्रपोज कर चुका था लेकिन जूनको उसे हर बार मना कर देती थी। मियानों एक खुखार गैंग का मेंबर था और उससे स्कूल में सब डरते थे। यह घटना उस वक्त की है। जब जूनको अपना स्कूल खत्म करके नौकरी पर जा रही थी। रात के वक्त मियानों अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था और उसके दोस्त देर रात मे अक्सर किसी भी लड़की को पकड़ कर उसका रेप करते थे और फिर उसे छोड़ दे देते थे। उसी वक्त मियानों की नजर जूनको पर पड़ी और उसने अपने दोस्तों को बोला कि यही वो लड़की जिसने मेरी बेजती की है और इससे बदला लेना है। इसके बाद मियानों दोस्तों को उसकी साइकिल को गिराने कहता है। उसके बाद वह अपने दोस्तों को पीट कर भगा देता है और उनको जूनको को घर छोड़ने के लिए कहता है। रास्ते में वह जूनको को अपने अड्डे की तरफ ले जाता है और फिर उसके सारे दोस्तों जूनको को पकड़कर अंदर ले जाते हैं और बारी बारी से उसका रेप करते हैं।

उसका 500 से ज्यादा बार रेप किया

इसके बाद यह कहानी यही खत्म नहीं होती। फिर उसके दोस्त और वो मिलकर हैवानियत की सभी हदें पार करनी शुरू कर देते हैं। दूसरे दिन सभी जूनको को दूसरी जगह ले जाकर अन्य दोस्त बुलाकर उसके साथ रेप करते हैं और जूनको के घर वाले परेशान होकर उसके दोस्तों को पूछते हैं और पुलिस को फोन मिला देते हैं। जूनको और मियानो दोनों एक ही स्कूल में होते हैं तो मियानों को स्कूल के एक लड़के ने बताया कि उसके घर पुलिस वाले पूछताछ के लिए आए थे। इस सुनकर मियानों जूनको को बहुत मारता है और उसे बोलता है कि अपने घरवालों को बताओ कि तुम अपनी मर्जी से अपने दोस्तों के साथ आई हो। उसके बाद घरवाले को थोड़े समय के लिए शांत हो जाते हैं मगर ये लोग जूनको की हालात बद से बदतर कर देते हैं। जून को के शरीर का शायद ही ऐसा कोई हिस्सा बचता है जहां से उसका खून ना निकाला हो। करीब सौ लोगों ने उसका 500 से ज्यादा बार रेप किया। 44 दिनों तक उसका रोज 25 से ज्यादा बार रेप किया जाता था। अलग-अलग लोग आकर उसका रेप करते थे। उसे बिना कपड़ों के सुलाया जाता था फिर उसी हालत में उसे सबके सामने लाया जाता था। उसके प्राइवेट पार्ट पर जलती हुई चीजें डाली जाती थी। उसकी ब्रेस्ट के लेफ्ट हिससे को काट दिया गया था। जलती हुई मोमबत्ती उसकी आंखों पर रख दी गई थी। पंचिंग बैग की तरह उसका किया जाता था। यही नहीं सिगरेट और जलते पटाखे उसके मुंह और प्राइवेट पार्ट्स को जलाने में इस्तेमाल किये जाते थे। दिसंबर की सर्दी में उसे घंटों तक फ्रिज में रख दिया जाता था। उसे कॉकरोच तक खिलाए जाते थे।

उसको खुद का यूरिन पीने के लिए दिया जाता था

उसको उसका यूरिन पीने के लिए दिया जाता था और उसका खून उसकी नाक में डाल दिया जाता था जिससे वह सांस ना ले सके। दिन में 25 से 30 लोग आकर जूनको का रेप करते थे। हैवानियत की सभी हद पार करने के बाद भी उसे यह नहीं पता रहता था कि उसके साथ क्या हो रहा है। जैसा उसे बोला जाता था वह करती जाती थी। इस हद तक उसको टॉर्चर किया गया कि 25 नवंबर से 4 जनवरी तक उसके साथ यही होता रहा। उसके पूरे शरीर पर पेट्रोल छिड़का गया और उसके शरीर के कई हिस्सों को जलाया गया और 2 घंटे तक उसके साथ ऐसा होता रहा और इतना सहन करने के बाद जूनको की मौत हो गई और उसके बाद उसे एक सीमेंट के ड्रम में डाल दिया गया और उसके ऊपर से पानी डाल दिया गया। ड्रम को ले जाकर कहीं दूर उन लोगों ने फेंक दिया। लेकिन इस घटनाक्रम के 20 दिन बाद मियानों दूसरी लड़की के रेप के मामले में पकड़ा जाता है और उस वक्त वहां एक और घटना हुई थी। पुलिस ने ऐसे ही तुक्के में मियानों से कह दिया कि हमें पता है कि तुम ने एक कत्ल किया है और साथ में रेप भी किया है। उस वक्त मियानों को ऐसा लगा कि पुलिस ने उससे जूनको के बारे में पूछा है और वह उसी की बात कर रहे हैं। उसके बाद मियानों ने डरते हुए सब कुछ सच बता दिया और जब पुलिस को लाश का पता चला। तब जूनको की कहानी पूरे जापान में चर्चा का विषय बन गई लेकिन मियानों और उसके सभी साथी 17 साल के थे। जिससे उनके ऊपर कठोर कार्रवाई नहीं हुई और सभी को 7 साल की सजा सुनाई गई। मियानों को 17 साल की सजा सुनाई गई। उसके बाद मियानों सजा कम करने की अपील डालता है लेकिन उस वक्त महिला जज थी। उसने मियानो की सजा 3 साल बढ़ा दी और उसके बाद वह हैवान जेल में 20 साल तक रहा।

मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

इंडियन ओपन की 11 मई से होगी शुरुआत

इंडिया ओपन की 11 मई से होगी शुरुआत, 2021 के पहले हाफ का कैलेंडर जारी

टोक्यो। बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने आगामी साल के लिए नया कैलेंडर जारी किया है। जिसमें इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट टोक्यो ओलंपिक के लिए आखिरी क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट होगा। इसका आयोजन 11 से 16 मई तक किया जाएगा। टोक्यो खेलों के लिए ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय अगले साल से दोबारा शुरू होगा। पहला क्वालीफाइंग टूर्नामेंट स्विस ओपन होगा जो 2 से 7 मार्च तक खेला जाएगा। इसके बाद नौ से 14 मार्च तक जर्मन ओपन होगा। चार लाख डॉलर इनामी इंडिया ओपन तोक्यो ओलंपिक के लिए अंक हासिल करने वाली 17 प्रतियोगिताओं में से आखिरी होगी। दिसंबर तक स्थगित किया गया। बाद में इसे रद्द कर दिया गया था। नए बीडब्ल्यूएफ कैलेंडर में सत्र के पहले और दूसरे क्वार्टर से कुछ टूर्नामेंटों को स्थगित किया गया है। और ग्रेड दो के कुछ टूर्नामेंट रद्द किए गए हैं। बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स 2020 के साथ दोबारा शुरू होंगी जिसकी शुरुआत 27-31 जनवरी तक होनी है। अगली विश्व रैंकिंग सूची की गणना की घोषणा दो फरवरी को की जाएगी।
बीडब्ल्यूएफ ने साथ ही पुष्टि कि थॉमस एवं उबेर कप फाइनल्स अब डेनमार्क के आरहस में होंगे। इन्हें इस साल स्थगित किया गया है। बीडब्ल्यूएफ ने साथ ही टूर्नामेंट के मेजबानों के लिए कोविड-19 समर्थन पैकेज की भी घोषणा की जिसमें वित्तीय सहायता दी जाएगी जिससे कि टूर्नामेंट का आयोजन जारी रह सके।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...