सोमवार, 30 मई 2022

वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण, निर्देश दिया

वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण, निर्देश दिया

हरिशंकर त्रिपाठी

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से जनपद में चल रहे वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमणशील रहते हुए इस अभियान के तहत 20 जून तक निर्विवादित वरासत के लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने आगाह किया कि जनहित के इस कार्य में कोताही बरतने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी ने समस्त कृषकों, काश्तकारों व भूस्वामियों से अनुरोध किया है कि वे विशेष अभियान के अंतर्गत अपनी निर्विवादित वरासत दर्ज करा लें। यदि निर्विवादित वरासत दर्ज करने में किसी भी स्तर पर समस्या आ रही हो तो वे संबंधित तहसील के एसडीएम से अथवा स्वयं उनसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण कर वरासत दर्ज कराया जाएगा।


जिलाधिकारी ने कहा कि 20 जून तक सभी लेखपालों को प्रमाणपत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में निर्विवादित वरासत का एक भी प्रकरण लंबित नहीं है। इसके पश्चात यदि उनके संज्ञान में निर्विवादित वरासत का एक भी लंबित प्रकरण आया तो संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।जिलाधिकारी ने बताया कि विशेष अभियान के तहत दिनांक 1 जून 2022 से 7 जून 2022 तक राजस्व निरीक्षकों द्वारा जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। 8 जून 2022 से राजस्व निरीक्षक निरीक्षक द्वारा नामांतरण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख सॉफ्टवेयर में आद्यवधिक किया जाएगा।

दिनांक 15 जून 2022 से 17 जून 2022 तक जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल सहित राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकारी वरासत का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नहीं है। 18 जून 2022 से 20 जून 2022 तक अभियान के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक तहसील के 10% राजस्व ग्रामों को रैंडमली चिन्हित करते हुए उनसे अपर जिला अधिकारी उप जिलाधिकारियों व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच कराई जाएगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से शेष नहीं बचा है। समीक्षा बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद, एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम अरुण कुमार सहित राजस्व विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे। 


राज्यसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा

राज्यसभा चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सूची के अनुसार, 16 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को चुनाव होने है। 31 मई को नामांकन की आखिरी तारीख है।
लिस्ट के अनुसार, बीजेपी ने मध्य प्रदेश से कविता पाटीदार, कर्नाटक से निर्मला सीतारमण और जग्गेश, महाराष्ट्र से पीयूष गोयल और डॉक्टर अनिल सुखदेव राव, राजस्थान से घनश्याम तिवारी, उत्तर प्रदेश से लक्ष्मीकांत बाजपेई, राधा मोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव, उत्तराखंड से कल्पना सैनी,हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार, बिहार से सतीश चंद्र दुबे तथा शंभू शरण पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है।

एक घंटे में 2 लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया

एक घंटे में 2 लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया 

कविता गर्ग  
मुंबई। अभिनेत्री दिशा पटानी सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहती है। वह लगातार कुछ न कुछ तस्‍वीरें और वीडियो साझा करती रहती है।
दिशा के फैंस की संख्‍या लाखों में है। वे उनके वीडियो और फोटो को खूब देखते हैं। उसे पसंद करते हैं और कमेंट करते हैं।
दिशा पटानी ने सोमवार को अपने इंस्‍टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वह डांस करती नजर आ रही है। इस वीडियो को महज एक घंटे में दो लाख से अधिक लोगों ने लाइक्‍स किया है।

कूड़े से सर्वाधिक कमाई वाला निगम बना, गाजियाबाद

कूड़े से सर्वाधिक कमाई वाला निगम बना, गाजियाबाद

अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उत्‍तर प्रदेश में गाजियाबाद नगर निगम कूड़े से सबसे अधिक कमाई वाला निगम बन गया है। गाजियाबाद नगर निगम ने घरों से निकलने वाले कूड़े को बेचना शुरू किया, इससे निगम को 22 लाख रुपये की कमाई हुई है। यह पायलट प्रोजेक्‍ट के रूप में शुरू किया गया है, जो पूरी तरह से सफल रहा है। इससे गाजियाबाद नगर निगम को दोहरा लाभ हुआ। पहला कूड़े का निपटान शुरू हो गया है और दूसरा कमाई भी हो रही है।
गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के अनुसार पहले सूखे कूड़े को ऐसे ही दे दिया जाता था। लेकिन अब नियम में कुछ परिवर्तन करते हुए 3 महीने पहले एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। इसके तहत सूखे कूड़े के रूप में इकट्ठा होने वाले एल्‍यूमिनियम के कैन, कांच की बोतल, गत्ता और कई तरह की अन्य प्लास्टिक और पॉलीथिन समेत बड़ी मात्रा में कूड़ा एकत्र होता है। जिले में यह सूखा कूड़ा करीब 750 मीट्रिक टन हर महीने निकलता है, जिसे बाजार में बेचकर 22 लाख रुपये प्रति माह की कमाई हो रही है।
समस्‍या बनी कमाई का जरिया...
गाजियाबाद में घरों से निकलने वाला कूड़ा निगम के लिए सरदर्द बना हुआ था। इसे डंप करने के लिए जगह की समस्‍या आ रही थी, लेकिन गाजियाबाद नगर निगम ने इस कूड़े का समाधान खोज लिया है। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया, जिसके चलते निगम ने गीले कूड़े से खाद बनाना शुरू किया और सूखे कूड़े को बेचकर अब कमाई करना भी शुरू कर दी है। कूड़े से हर महीने कमाई के लिए टेंडर छोड़ा जाएगा।
गाजियाबाद नगर निगम के अनुसार हर महीने घरों से सूखे कूड़े के रूप में इकट्ठा होने वाले एल्‍यूमिनियम के कैन, कांच की बोतल, गत्ता और कई तरह की अन्य प्लास्टिक और पॉलीथिन समेत 750 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद अब नगर निगम ने इसे बाकायदा कंपनियों को टेंडर दिए जाने की योजना तैयार की है। इस तरह कूड़े से कमाई और बढ़ने की संभावना है।

मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी, सरकार

मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी, सरकार

रोशनी पांडेय
नई दिल्ली। कोरोना काल में मोतियाबिंद की सर्जरी का इंतजार कर रहे करोड़ों मरीजों को मोदी सरकार बहुत बड़ी खुशखबरी देने जा रही है। पिछले दो सालों से आंख सही होने के इंतजार में बैठे लगभग डेढ़ करोड़ गरीब लोगों को मोदी सरकार अब मुफ्त में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाएंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जून के पहले सप्ताह से देश के हर हिस्से में बैठे लोगों को यह सुवधा प्रदान करेगी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों को भी तैयार रहने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ‘कोरोना के कारण मोतियाबिंद के लगभग डेढ़ करोड़ मरीजों का अभी तक आंखों का ऑपरेशन नहीं हो सका है। इसलिए अगले दो-तीन सालों के अंदर तकरीबन 3 करोड़ लोगों का आंख का ऑपरेशन करवाया जाएगा।
बता दें कि देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में हर साल मोतियाबिंद के 50-60 लाख आपरेशन किए जाते रहे हैं, लेकिन मार्च 2020 में कोरोना महामारी आने के बाद आपरेशन लगभग बंद कर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि अब देश में लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराना अनिवार्य हो गया है। ये लोग पिछले दो सालों से भी ज्यादा समय से मोतियाबिंद के ऑपरेशन का इंतजार कर रहे हैं। अब, जब कोरोना के मामले में काफी कमी आई है और देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भी सफल रहा तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल पर यह मुहिम शुरू की शुरुआत होगी। मोतियाबिंद आपरेशन, देशव्यापी मोतियाबिंद आपरेशन, स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, मोदी सरकार, अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, मुफ्त ऑपरेशन, मुफ्त इलाज,
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंकीपॉक्स को लेकर हवाई अड्डों पर सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पिछले कुछ दिनों से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर विशेष अभियान की रूपरेखा तैयार कर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के सरकारों को मदद देगी।
इन लोगों को निजी अस्पतालों में भी फ्री में इलाज
बता दें कि जो मरीज आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी सूची में शामिल हैं, उन्हें निजी अस्पतालों में भी मुफ्त में ऑपरेशन किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अगले दो-तीन सालों में 2.50 करोड़ लोगों का मोतियाबिंद का आपरेशन किया जाना है। मोतियाबिंद आपरेशन, देशव्यापी मोतियाबिंद आपरेशन, स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, मोदी सरकार, अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल, मुफ्त ऑपरेशन, मुफ्त इलाज,
आंखों के गंभीर रोगों में शुमार मोतियाबिंद का अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता है तो रौशनी जाने का खतरा बन जता है।
गौरतलब है कि आंखों के गंभीर रोगों में शुमार मोतियाबिंद का अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता है तो रौशनी जाने का खतरा बन जता है। अमूमन 40 साल के बाद लोगों को यह बीमारी होती है। हालांकि, अब छोटे उम्र के बच्चों में भी यह बीमारी नजर आने लगी है। लेकिन, उम्र बढ़ने के साथ यह बीमारी ज्यादा होती है। इसके साथ ही डायबिटीज, शराब का बहुतायत मात्रा में सेवन करने से, अनुवांशिक कारण, बहुत अधिक सूरज की रौशनी में रहने से, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों सहित बहुत ज्यादा स्मोकिंग की आदत से यह बीमारी हो जाती है।

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया 

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के नेता अभिजात मिश्रा ने हुसैनगंज स्थित छितवापुर पुलिस चौकी के सामने वाली रोड पर स्थित मस्जिद को शिवालय होने का दावा किया है। वहीं, सोमवार को वह परिसर में जलाभिषेक करने के लिए अपने समर्थकों के साथ निकले। लेकिन पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने की बात कही थी। 

भाजपा नेता ने मुस्लिम समुदाय से किया आग्रह...

बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने के ऐलान के बाद से ही मस्जिद की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।  अभिजात ने कहा कि 60 वर्ष पहले यहां पूजापाठ हुआ करता था। जबसे वहां मस्जिद स्थापित हुई, तबसे वहां नमाज पढ़ी जा रही है। 
साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर के परिसर में दो मीनारें खड़ी करके मस्जिद बनाई गई। उन्होंने बताया कि मुस्लिम समाज से आग्रह है कि जहां पर इस प्रकार के मंदिर मौजूद हैं, वहां से मुस्लिम भाई कब्जा हटा लें। वह जगह छोड़कर जहां चाहेंगे, वहां मस्जिद बनवा दी जाएगी। 

शाम 4 बजे आ सकता बड़ा फैसला...

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में सोमवार का दिन अहम है। श्रृंगार गौरी केस के पोषणीयता पर जिला जज की अदालत में बहस के बाद फैसला आ सकता है। कमीशन की कार्यवाही से जुड़े वीडियो और फोटोग्राफी सभी पक्षों को सौपी जाएगी और एक हफ्ते में आपत्तियां मांगी गई है। ज्ञानवापी से जुड़े एक और मामले में सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट की अदालत में अहम सुनवाई। इसमें ज्ञानवापी में मुस्लिमो के प्रवेश पर रोक, वजुखाने में मिले शिवलिंग की पूजा और ज्ञानवापी मस्जिद के मालिकाना हक हिंदुओ को मिले इसपर सुनवाई होगी।

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें 

पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में इस साल रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस साल अब तक चार धामों में दर्शन के लिए करीब 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। वहीं, इस बार तीर्थयात्रियों की मौत में भी रिकॉर्ड इजाफा देखने को मिल रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस साल अब तक 106 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं।
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में देखी जा रही है। यहां बद्रीनाथ धाम में अब तक जहां 4.28 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं केदारनाथ धाम में 4.22 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसके अलावा गंगोत्री धाम में 2.38 लाख श्रद्धालु, जबकि यमुनोत्री धाम में 1.77 लाख श्रद्धालु आए। वहीं सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब में अब कर 16000 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
वहीं इस तीर्थयात्रा के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर 106 जा पहुंची है। इनमें से 78 पुरुष और 28 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में सबसे अधिक केदारनाथ में 50 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं इसके अलावा बद्रीनाथ मं 21, यमुनोत्री में 28 और गंगोत्री धाम में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
दरअसल, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, के रास्ते में ह्रदय संबंधी समस्याओं के कारण श्रद्धालुओं की मौत की घटनाएं हर साल होती हैं, लेकिन इस बार यह संख्या कहीं ज्यादा है। पिछले सालों के आंकड़ों से साफ है कि वर्ष 2019 में 90 से ज्यादा, वर्ष 2018 में 102, वर्ष 2017 में 112 चारधाम तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान'

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान' 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि प्रशासन समाज के वंचित तबके को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर “निरंतर ध्यान” दे रहा है। जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित था। सिन्हा आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए 51 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के मद्देनज़र पुलवामा जिले में थे। उन्होंने एक आदर्श जनजातीय पारगमन आवासीय विद्यालय, छात्रावास और समुदाय के लिए 18 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सिन्हा ने कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर ध्यान दिया जा रहा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उन लोगों तक पहुंचाई जाए जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित थे।” सिन्हा ने कहा, “नए छात्रावास, आधुनिक कक्षाएं और आदिवासी छात्रों के लिए रिकॉर्ड संख्या में छात्रवृत्ति आर्थिक समृद्धि और सर्वांगीण विकास के नए द्वार खोलेंगे।” उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं सामाजिक न्याय और समानता की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।
सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में आदिवासी समुदाय के लिए संभावनाएं उज्ज्वल हैं, क्योंकि समुदाय के लाभ के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जनजातीय समुदाय की संभावनाएं पहले कभी उतनी उज्ज्वल नहीं थीं, जितनी अब हैं। वन अधिकार अधिनियम, प्रधानमंत्री वन धन योजना, स्वास्थ्य देखभाल, परिवहन सुविधाएं, छात्रावास, पर्यटक गांव, कौशल विकास आदि हर एक पहल का उद्देश्य न्यायपूर्ण, निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से जम्मू-कश्मीर की प्रगति सुनिश्चित करना है।
’’ सिन्हा ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में आदिवासियों की उपेक्षा की गई और उनके साथ भेदभाव किया गया। उन्होंने कहा, “1976 से 2020 के बीच आदिवासी छात्रों के लिए केवल 26 छात्रावास स्थापित किए गए थे, जबकि 2023 तक 37 नए छात्रावास खोले जाएंगे।” सिन्हा ने कहा कि पिछले 21 महीनों में, सभी हाशिए पर पड़े लोगों और कमजोर समूहों के सशक्तीकरण के लिए कदम उठाए गए हैं।

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग 

दुष्यंत टीकम  
जगदलपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 29 मई को छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में 30 मई को उनकी स्मृत्ति अजीत जोगी का स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी जनसेवा को याद किया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के बस्तर जिला, अध्यक्ष व बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के नेतृत्व, शहर, एवं जिला ब्लाक के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए स्थान आवंटित करने की मांग, सरकार से की।  
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जिला अध्यक्ष व मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद ने  कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी एक युग पुरुष थे। छत्तीसगढ़ की माटी में एक गरीब आदिवासी के यहाँ जन्मे श्री जोगी ने गरीबी, लाचारी और असहाय से भरे विषम काल में पल-बढ़ कर, परिस्थितियों से लड़ कर, एक दक्ष गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर, प्रोफेसर, आईपीएस एवं आईएएस बने और छत्तीसगढ़ राज्य बनने के उपरान्त प्रथम मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने छत्तीसगढ़ की अस्मिता का मान बढ़ाया और सदैव किसानों व गरीबों का मसीहा बने रहें, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, असहाय और पिछड़ों के उत्थान और सेवा के लिए कार्य किया एवं संपूर्ण जीवन न्यौछावर किया।
नवनीत चांद ने कहा कि युगपुरुष माननीय अजीत जोगी जी छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे पुत्र थे।छत्तीसगढ़ के लोगों को जोगी से अपार स्नेह था और आम लोगों ने उन्हें कभी भी नेता नहीं, बल्कि घर के एक सदस्य के रूप में मान दिया। छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतीमा के लिए सरकार  सार्वजनिक स्थान पर जमीन आवंटित करें‌। ताकि उनकी प्रतीमा के स्वरुप से उनके आदर्श लोगों के हृदय में अविस्मरणीय बने रहें। माननीय अजीत जोगी जी की जीवनी, उनका परिश्रम और जनसेवा भाव उनकी प्रतीमा के प्रतीक के रूप में आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बने। उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष नवनीत चांदमुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष भरत कश्यप जिला उपाध्यक्ष , जगदलपुर विधानसभा प्रभारी नीलाम्बर सेठिया जगदलपुर ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष अजय बघेल ,शैलेन्द्र वर्मा,धनशाय बघेल ,मोहन मौर्य, कमल गजविर, गीता भारती,पाकलू, पीतम ,दयतारी, गुरमीत कौर, पिंकी तिलक, गीता नाग, कृष्णा, हीरालाल धर्मेंद्र, कुंदन ,बौद्धनाथ आदि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।

सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बनें, मस्क

सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बनें, मस्क 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव       
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बन गए हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ को साल 2021 में 23.5 अरब डॉलर यानी 1.82 लाख करोड़ रुपये की सैलरी मिली। इसमें स्टॉक ऑप्शन भी शामिल है। ये स्टॉक ऑप्शन 2018 में जारी किया गया था और इसे भुनाने की डेडलाइन 2021 तक थी। फॉर्चून-500 कंपनियों की सैलरी के मामले में मस्क पहले नंबर पर हैं। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले 10 सीईओ टेक और बायोटेक कंपनियों के हैं। इनमें ऐपल के टिम कुक, नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला शामिल हैं।
मस्क को 2021 में जितना पैसा मिला, वह भारतीय अरबपति लक्ष्मी मित्तल की कुल नेटवर्थ से अधिक है। मस्क को 23.5 अरब डॉलर की सैलरी मिली। फॉर्चून-500 कंपनियों में टेस्ला 65वें नंबर पर है। साल 2021 में कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 71 फीसदी उछलकर 53.8 अरब डॉलर रहा। इलेक्ट्रिक वीकल बनाने वाली यह कंपनी दुनिया की सबसे मूल्यवान ऑटो कंपनी है।
ऐपल के सीईओ टिम कुक को 2021 में सैलरी के रूप में 77.55 करोड़ डॉलर रही। इसमें अधिकांश हिस्सा शेयरों का रहा। 10 ईयर ग्रांट के रूप में उनके पास 1.7 अरब डॉलर के शेयर हैं। फॉर्चून-500 कंपनियों की लिस्ट में ऐपल तीसरे नंबर पर रही। दुनियाभर में चिप की कमी के कारण कंपनी को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। NVIDIA के कोफाउंडर जेनसेन हुआंग 2021 में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाली सीईओ की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। इस दौरान उन्हें सैलरी के रूप में 50.7 करोड़ डॉलर मिले। नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं। उन्हें सैलरी के रूप में 4.08 करोड़ डॉलर रही।

राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत पर काली स्याही फेंकी गई

राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत पर काली स्याही फेंकी गई 

इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर सोमवार को बेंगलुरु में काली स्याही फेंकी गई। यह घटना उस समय हुई जब किसान नेता टिकैत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। मंच पर राकेश टिकैत के साथ युद्धवीर सिंह पर भी काली स्याही फेंकी गई है। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
राकेश टिकैत सोमवार को बेंगलुरु में गांधी भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। राकेश टिकैत के साथ मंच पर किसान नेता युद्धवीर सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद थे। ये दोनों एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो पर सफाई देने आए थे, जिसमें कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर को पैसे मांगते हुए पकड़ा गया था। राकेश और युद्धवीर ये कहने पहुंचे थे कि वे इसमें शामिल नहीं हैं और धोखेबाज किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ लोगों ने बहस शुरू कर दी। बहस के दौरान उन पर काली स्याही फेंक दी। उसके बाद कार्यक्रम में तोड़फोड़ की। टिकैत के मुताबिक स्याही फेंकने और हंगामा करने वाले किसान नेता चंद्रशेखर के समर्थक थे। स्याही फेंकने के बाद वहां की पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी पत्रकार बनकर वहां घुसे थे।

दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से 14 शव बरामद

दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से 14 शव बरामद

सुनील श्रीवास्तव
काठमांडू। नेपाल में 'तारा एअर' के पर्वतीय मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से बचाव कर्मियों ने 14 शव बरामद कियें हैं। बचावकर्मियों के हवाले से बताया कि विमान के मलबे से 14 शवों को निकाला गया है।
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के मुताबिक विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।
सोमवार को नेपाल की सेना ने बताया कि रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान का मलबा उत्तर-पश्चिमी नेपाल के मुस्तांग जिले के थसांग-2 स्थित सनोसवेयर में मिला है। यह विमान करीब 20 घंटे से लापता था।
'तारा एअर' के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने ट्वीट किया कि सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी। उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है। तस्वीर विमान के मलबे की प्रतीत होती है।
नारायण सिल्वाल ने बताया कि पुलिस निरीक्षक लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ और एक गाइड दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल छोटे हेलीकॉप्टर के जरिये दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहां पहुंचने के लिए हर संभव साधन के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़: टमाटर के भाव में इजाफा देखने को मिला

छत्तीसगढ़: टमाटर के भाव में इजाफा देखने को मिला 

दुष्यंत टीकम           
जशपुर। आम आदमी पर महंगाई की मार लगातार जारी है। लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही। कुछ दिन पहले जहां नींबू का भाव आसमान छू रहा था तो वहीं अब टमाटर भी अपने लाल तेवर दिखा रहा है। 5 दिन पहले टमाटर 25 से 30 रुपये किलो मिल रहा था, जो अब फुटकर में 60 से 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव में पानी के मोल बिकने वाले टमाटर के भाव में इजाफा देखने को मिला है। 60 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला टमाटर आज 80 से 100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। इसका मुख्य कारण ये है कि प्रदेश में रेल सेवाओं की कमी होने से सब्जी व्यापारियों को परिवहन खर्च ज्यादा हो रहा है, जिसके कारण महंगे दामों पर टमाटर बेचने पड़ रहे है।
वहीं सर्वाधिक उपज लेने के लिए प्रसिद्ध पत्थलगांव सब्जी मंडी में स्थानीय किसानों के खेतों के बजाय बैंगलुरू और नागपुर से टमाटर मंगाया जा रहा है। ग्राहकों का भी कहना है कि छत्तीसगढ़ की रेल सेवाओं में कमी की वजह से उन्हें साग सब्जियों में भारी मंहगाई की मार झेलनी पड़ रही है।पत्थलगांव, लुड़ेग, बगीचा सब्जी मंडी से पहले हर दिन टमाटर दूसरे राज्यों में भेजा जाता था, लेकिन अब बाहर से टमाटर मंगाना पड़ रहा है। इसकी वजह से भी टमाटर महंगे दामों में बेचा जा रहा है। जिसका सीधा असर जनता की जेब पर पड़ा रहा है।

गाय का दूध सबसे पॉपुलर ऑप्शन हैं: न्यूट्रिशनिस्ट

गाय का दूध सबसे पॉपुलर ऑप्शन हैं: न्यूट्रिशनिस्ट 

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। किसी व्यक्ति के दूध ना पीने की कई वजह हो सकती हैं। कुछ लोग हेल्थ से जुड़ी समस्याओं की वजह से दूध नहीं पीते हैं और कुछ लोग एक खास डाइट को फॉलो करने के लिए भी ऐसा करते हैं। खैर, उनकी वजह जो भी हो, इससे पहले कि आप भी दूध छोड़ने का मन बनाएं और अपने मेन्यू में कोई और ऑप्शन शामिल करें, आपके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है। न्यूट्रिशनिस्ट भक्ति कपूर ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए ये समझाने की कोशिश की है कि नॉन डेयरी मिल्क ऑप्शंस आज पॉपुलैरिटी में आसमान छू रहे हैं, लेकिन ये जानने की भी ज़रूरत है कि ये गाय के दूध के मुकाबले कैसे ढेर हो जाते हैं ?
न्यूट्रिशनिस्ट ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “गाय का दूध सबसे पॉपुलर ऑप्शन है, खासकर बच्चों के लिए। ये फैट, प्रोटीन समेत ज़रूरी विटामिन और मिनरल्स से नेचुरली मिलने वाली कैलोरी का एक बेहतर बैलेंस प्रदान करता है, जैसे विटामिन डी और कैल्शियम, क्योंकि ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स प्रदान करना बच्चों की ग्रोथ और विकास के लिए ज़रूरी है।
उन्होंने बताया है कि दूध के विकल्प की तलाश करते समय इन चीजों पर ज़रूर विचार करें।
ऐसे न्यूट्रिशनल प्रोफ़ाइल की तलाश करें, जो असली दूध के समान हो।
बिना स्वाद के और बिना मीठे वाले विकल्प चुनें और छिपी हुई शुगर से सावधान रहें।
जब भी संभव हो, एडिटिव्स (कुछ मिला हुआ) से बचें।
ऐसे किसी भी प्रोडक्ट से बचें जो एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है।
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है, “सुबह आपकी कॉफी में दूध लेने की अगर बात आती है, तो आप इसे बादाम के दूध से बदल सकते हैं। बादाम का दूध यहां अच्छा काम करता है। वहीं, जब बेकिंग की बात आती है, तो सोया दूध या जई का दूध  गाय के दूध का बेहतरीन विकल्प हो सकता है। ज्यादातर रेसिपी में आप दूध के किसी भी ऑप्शन को 1:1 के अनुपात (Ratio) में बदल सकते है।
यदि आपको दूध से एलर्जी है।
 ये आपका एक निजी या नैतिक निर्णय है।
इसकी कोई मेडिकल वजह है।
आपको दूध पीना अच्छा नहीं लगता है और जानते हैं कि इससे किन न्यूट्रिएंट्स को बदलना है।
यदि आपका डाइट कल्चर आपको ऐसा करने को कहता है।
कोई डॉक्युमेंट्री आपको ऐसा करने से डराती है।
आपको असली दूध का स्वाद पसंद है, लेकिन आप खुद को बदलने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
आपको लगता है कि हर विकल्प पौष्टिक रूप से वास्तविक दूध के बराबर है।

31 मई को मनाया जाएगा ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’

31 मई को मनाया जाएगा ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत         

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। हर साल 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ मनाया जाता है। इस बार भी 31 मई को ही मनाया जाएगा। इस खास दिन पर तंबाकू के खतरे के बारे में दुनियाभर में जागरूकता फैलाई जाती है। तंबाकू का उपयोग किस तरह से शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है, इसके बारे में तमाम जानकारियां इस खास दिन पर दी जाती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल दुनिया भर में लगभग 80 लाख लोग तंबाकू के सेवन से होने वाले रोगों की वजह से मौत के मुंह में चले जाते हैं। इस वजह से इस दिन डब्लूएचओ इस खास दिन पर जनता को तंबाकू के उपयोग के खतरों, तंबाकू कंपनियों के व्यवसाय प्रथाओं, डब्लूएचओ के प्‍लान आदि के बारे में लोगों को सूचना दी जाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन वैश्विक तंबाकू संकट और महामारी से होने वाली बीमारियों और मौतों के बढ़ते मामलों को देखते हुए साल 1987 में पहला ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ बनाया। 1987 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प WHA40.38 पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल को “विश्व धूम्रपान निषेध दिवस” मनाने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद 1988 में संकल्प WHA42.19 पारित किया गया, जिसमें 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ के रूप में जारी किया गया। तब से आज तक इस दिन दुनिया भर में तंबाकू और इसके सेवन के घातक परिणामों के प्रति लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्‍व
‘विश्‍व तंबाकू निषेध दिवस’ मनाने का मुख्य उद्देश्य तंबाकू के खतरों और स्वास्थ्य पर इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। यही नहीं, इसके साथ-साथ निकोटीन व्‍यावसाय और तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और मौतों को कम करना भी है।
क्‍या है इस बार की थीम
इस बार ‘विश्‍व तंबाकू निषेध दिवस’ की थीम है– ‘पर्यावरण की रक्षा करें। बता दें कि पिछले साल इस दिवस की थीम “कमिट टू क्विट” थी।

कॉर्न पोहा बनाने की आसान रेसिपी, जानिए

कॉर्न पोहा बनाने की आसान रेसिपी, जानिए  

मो. रियाज         
हमारे यहां पोहा नाश्ते के तौर पर काफी पसंद किया जाता है। कई जगहों पर तो स्ट्रीट फूड के तौर पर भी पोहा काफी फेमस है। घरों में भी पोहा बनाकर खाया जाता है। आप भी अगर पोहा खाना पसंद करते हैं और पोहे की अलग वैराइटी ट्राई करना चाहते हैं तो हम आज आपको कॉर्न पोहा  बनाने की आसान रेसिपी बताने जा रहे हैं। कॉर्न पोहा बनाने के लिए पोहे के साथ कॉर्न का प्रयोग किया जाता है। नाश्ते के अलावा दिन में कभी भी कॉर्न पोहा बनाकर खाया जा सकता है। ये फू़ड डिश बच्चों को भी काफी पसंद आती है। आप अगर घर पर इस रेसिपी को ट्राई करना चाहते हैं तो हमारी बताई विधि से स्वादिष्ट कॉर्न पोहा तैयार कर सकते हैं।

कॉर्न पोहा बनाने के लिए सामग्री...
पोहा – 2 कप
कॉर्न 1 कप
प्याज – 1
टमाटर – 2
राई – 1 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1/2 टी स्पून
हल्दी – 1/4 टी स्पून
हरी मिर्च कटी – 2
धनिया पत्ती – 2 टेबलस्पून
अदरक-लहसुन पेस्ट – 1 टी स्पून
नींबू – 1
कढ़ी पत्ते – 15
तेल – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

कॉर्न पोहा बनाने की विधि...
कॉर्न पोहा बनाने के लिए सबसे पहले पोहे को लेकर साफ कर लें और उसे पानी में गलाकर आधा घंटे के लिए अलग रख दें। अब मक्के के दानों (कॉर्न) को लें और उन्हें एक बर्तन में डालकर उबाल लें। आप चाहें तो इसके लिए छोटे कुकर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अब प्याज, टमाटर और हरी मिर्च को बारीक-बारीक काट लें।इसके बाद अदरक और लहसुन को पीसकर पेस्ट तैयार कर लें।
अब एक कड़ाही में 1 टेबलस्पून तेल डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें राई डालकर चटका लगाएं। इसके बाद इसमें कड़ी पत्ते डालकर एक मिनट तक भून लें। इसके बाद इसमें बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च और अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर फ्राई करें। प्याज को तब तक भूने जब तक कि इसका रंग गोल्डन ब्राउन ना हो जाए।
इसके बाद इसमें बारीक कटे टमाटर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी और स्वादानुसार नमक डालकर मिलाएं। अब टमाटर को नरम होने तक पकने दें। जब टमाटर नरम हो जाएं तो इसमें उबले कॉर्न डालकर करछी से चलाते हुए मिक्स कर दें। इसके बाद गले हुए पोहे कड़ाही में डालें और मिश्रण के साथ अच्छी तरह से मिला दें। इसे 1-2 मिनट तक पकाएं फिर गैस बंद कर दें। आपका स्वादिष्ट कॉर्न पोहा बनकर तैयार हो चुका है। इसमें नींबू का रस और कटा हरा धनिया गार्निश कर सर्व करें।

राष्ट्रपति ने गोवा के 'स्थापना दिवस' पर बधाई दी

राष्ट्रपति ने गोवा के 'स्थापना दिवस' पर बधाई दी 

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को गोवा के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गोवा की समृद्ध संस्कृति सभी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है। गोवा को 30 मई 1987 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। इससे पहले यह केंद्र-शासित प्रदेश गोवा, दमन एवं दीव का हिस्सा था। कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘गोवा के स्थापना दिवस पर सभी गोवावासियों को बधाई। 
भारत के कुछ सबसे खूबसूरत स्थलों की भूमि गोवा की समृद्ध उदार संस्कृति सभी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गोवा ने विकास के विभिन्न मानकों में उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं।

गर्मियों में फिट रहना, व्यक्तिगत-पेशेवर जीवन का हिस्सा

गर्मियों में फिट रहना, व्यक्तिगत-पेशेवर जीवन का हिस्सा

सरस्वती उपाध्याय
गर्मियों में फिट रहना, हमारे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का हिस्सा होना चाहिए और पोषण उस लक्ष्य का एक अभिन्न अंग है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ आमतौर पर मौसम के दौरान भोजन से संबंधित प्रश्नों के शीर्ष पर रहते हैं। लेकिन, क्या 2022 की गर्मी कुछ अलग है? निश्चित रूप से, एक महामारी में दो साल बिताने के बाद, लोग छुट्टियों, सामाजिक समारोहों और सप्ताहांत के रात्रिभोज की योजना बना रहे हैं।
इस शिथिल रवैये के परिणामस्वरूप, वे पोषण के महत्व को खो रहे हैं। यह लेख गर्मियों के दौरान आपके स्वास्थ्य और पोषण को नियंत्रण में रखने में आपकी मदद करने के लिए आसान-से-आसान टिप्स प्रदान करेगा। क्या बदलते मौसम से हमारे खान-पान पर असर पड़ता है। इसका जवाब है हाँ।
जैसे-जैसे मौसम बदलता है, हम अपनी शारीरिक गतिविधि और खाने की आदतों के स्तर को भी बदलते हैं। आमतौर पर गर्मियों की भूख के लिए एक ऊष्मीय प्रकृति होती है। मौसम जितना गर्म होगा, हम उतना ही ठंडा होना चाहेंगे। गर्मियों के दौरान, शरीर पसीने के माध्यम से पानी की कमी से निपटने और स्वस्थ पाचन क्रिया को बनाए रखने के लिए अधिक पानी, तरल और हल्के पके हुए खाद्य पदार्थों की लालसा रखता है।
टोरंटो विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक सी पीटर हरमन ने इस दावे का समर्थन किया और उल्लेख किया कि गर्म जलवायु में, लोग कम खाते हैं और ‘कूलर’ खाद्य पदार्थ पसंद करते हैं। 2 मई, 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इस गर्मी में, भारत में दूध आधारित आइसक्रीम और डेयरी-आधारित पेय पदार्थों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
लॉकडाउन के परिणामस्वरूप, स्थानीय बाजारों का बंद होना, और मिथक ‘कोल्ड’ को कोविड-19 संक्रमण से जोड़ते हुए, इन पेय पदार्थों और आइसक्रीम की बिक्री में पिछले दो सीज़न में गिरावट देखी गई। हालाँकि, गर्मियों में पोषण केवल आइसक्रीम, फलों के रस और ठंडे पेय से अधिक है। इन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में बड़ी मात्रा में परिष्कृत सफेद चीनी भी मौजूद होती है, जो लंबे समय तक सेवन करने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है।

प्रभावित देशों से लौटकर आए लोगों की स्क्रीनिंग होगी

प्रभावित देशों से लौटकर आए लोगों की स्क्रीनिंग होगी 

संदीप मिश्र
लखनऊ/नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। उत्तर प्रदेश में मंकी पॉक्स से प्रभावित देशों से बीते 21 दिनों के भीतर लौटकर आए लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर वह दूसरे देश में मंकी पाक्स से संक्रमित किसी मरीज के संपर्क में आए हैं और उनमें इस रोग के लक्षण हैं तो उन्हें तत्काल आइसोलेट कर दिया जाएगा। ऐसे लोगों के सैंपल जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी), पुणे भेजे जाएंगे। संचारी रोग विभाग की ओर से विस्तृत गाइड लाइन जारी कर दी गई है। सभी एयरपोर्ट पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। निगरानी कमेटियों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
हलांकि, अभी तक भारत में मंकी पाक्स से संक्रमित एक भी व्यक्ति नहीं पाया गया है। महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. वेद ब्रत सिंह ने बताया कि अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा व यूनाइटेड किंगडम आदि देशों में मंकी पाक्स का संक्रमण फैला है। मंकी पॉक्स एक वायरल जूनेटिक बीमारी है। संक्रमित व्यक्ति को बुखार के साथ-साथ शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। मंकी पाक्स जानवरों से मानव में अथवा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। यह वायरस कटी-फटी त्वचा, सांस नली या म्यूकोसा (आंख, नाक या मुंह) के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।
जानवरों से मनुष्यों में संक्रमण जानवरों के काटने या खरोंचने, जंगली जानवरों के मांस,शारीरिक द्रव्यों या घाव के पदार्थ के साथ सीधे संपर्क या फिर उसके दूषित बिस्तर के माध्यम से हो सकता है। वहीं मनुष्य से मनुष्य में यह बड़े आकार के रेस्पायरेटरी ड्रापलेट्स या फिर संक्रमित व्यक्ति के घाव के स्राव के सीधे संपर्क में आने से हो सकता है। इसके लक्षण चेचक से मिलते-जुलते हैं। मनुष्य सात से 14 दिन या फिर 21 दिनों तक भी हो संक्रमित रह सकता है।
संक्रमित व्यक्ति चकत्तों के दिखने से एक-दो दिन पहले से चकत्तों की पपड़ी गिरने तक संक्रमक बना रह सकता है। यानी वह दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। सभी जिलों में सर्विलांस टीमें अलर्ट की गई हैं। संदिग्ध मरीज के वेसिकल्स के तरल पदार्थ, रक्त, बलगम इत्यादि के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। इस संक्रामक रोग की मृत्यु दर एक प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक है।

'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना की शुरुआत की

'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना की शुरुआत की

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत अनाथ बच्चों के बैंक खातों में पीएम केयर्स फंड से छात्रवृत्ति भेजी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सरकार अनाथ बच्चों के साथ है। हम बच्चों की हर तरह से मदद करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा, मैं आपसे परिवार के सदस्य के तौर पर बात कर रहा हूं। मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना कठिन है। जो चला जाता है, उसकी हमारे पास सिर्फ चंद यादें ही रह जाती हैं, लेकिन जो रह जाता है उसके सामने चुनौतियां का अंबार लग जाता है।
बच्चों की मुश्किलें कम करने का छोड़ा सा प्रयास
प्रधानमंत्री ने कहा, पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन्स, कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है। यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है। बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में उनका दाखिला कराया जा चुका है। अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए, हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा।
हर महीने मिलेंगे चार हजार रुपये...
प्रधानमंत्री ने कहा, रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से ऐसे बच्चों के लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे बच्चे जब अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करेंगे, तो आगे भविष्य के लिए और भी पैसों की जरूरत होगी। इसके लिए 18-23 साल के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब आप 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपये आपको एक साथ मिलेंगे।
पांच लाख तक मुफ्त इलाज...
पीएम मोदी ने बताया, अगर कोई बच्चा बीमार पड़ता है तो उसे इलाज के लिए पैसे चाहिए। ऐसे में बच्चों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आपको आयुष्मान हेल्थ कार्ड दिया जा रहा है, इससे पांच लाख तक इलाज की मुफ्त सुविधा रहेगी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-234, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, मई 31, 2022
3. शक-1944, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:33, सूर्यास्त: 07:01।
5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम-40+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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