बुधवार, 1 अप्रैल 2020

नवांं नवरात्र मां सिद्धिदात्री

सिद्धिदात्री
माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। इस देवी के दाहिनी तरफ नीचे वाले हाथ में चक्र, ऊपर वाले हाथ में गदा तथा बायीं तरफ के नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल का पुष्प है। इनका वाहन सिंह है और यह कमल पुष्प पर भी आसीन होती हैं। नवरात्र में यह अंतिम देवी हैं। हिमाचल के नंदापर्वत पर इनका प्रसिद्ध तीर्थ है।


मान्यताः माना जाता है कि इनकी पूजा करने से बाकी देवीयों कि उपासना भी स्वंय हो जाती है।


यह देवी सर्व सिद्धियां प्रदान करने वाली देवी हैं। उपासक या भक्त पर इनकी कृपा से कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से संभव हो जाते हैं। अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व आठ सिद्धियां होती हैं। इसलिए इस देवी की सच्चे मन से विधि विधान से उपासना-आराधना करने से यह सभी सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं।


कहते हैं भगवान शिव ने भी इस देवी की कृपा से यह तमाम सिद्धियां प्राप्त की थीं। इस देवी की कृपा से ही शिव जी का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण शिव अर्द्धनारीश्वर नाम से प्रसिद्ध हुए।


इस देवी के दाहिनी तरफ नीचे वाले हाथ में चक्र, ऊपर वाले हाथ में गदा तथा बायीं तरफ के नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल का पुष्प है।


विधि-विधान से नौंवे दिन इस देवी की उपासना करने से सिद्धियां प्राप्त होती हैं। इनकी साधना करने से लौकिक और परलौकिक सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्ति हो जाती है। मां के चरणों में शरणागत होकर हमें निरंतर नियमनिष्ठ रहकर उपासना करनी चाहिए। इस देवी का स्मरण, ध्यान, पूजन हमें इस संसार की असारता का बोध कराते हैं और अमृत पद की ओर ले जाते हैं।


मंत्र:


सिद्ध गन्धर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयाात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।


जम्मू-कश्मीर में 'डोमिसाइल' किया लागू

अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से स्पेशल स्टेटस वापस लिए जाने के आठ महीने बाद केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में डोमिसाइल को लागू कर दिया है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 15 सालों से रह रहे नागरिक इस डोमिसाइल के हकदार होंगे। इसके तहत जिन बच्चों ने सात वर्ष तक केंद्र शासित प्रदेश के स्कूलों में पढ़ाई की है और दसवीं या बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी है, वे भी जम्मू-कश्मीर के डोमिसाइल होंगे। उन्हें सरकारी नौकरियां भी मिल पाएंगी। डोमिसाइल कानून में नए संशोधन को उन चिंताओं को दूर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो जम्मू और कश्मीर के लिए केंद्र शासित प्रदेश की स्थिति में जनसांख्यिकीय बदलाव लाएंगे क्योंकि देश के किसी भी हिस्से के लोग वहां नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और जम्मू-कश्मीर में बस सकते हैं। संसद द्वारा धारा 370 को खत्म किए जाने से पहले केवल पूर्ववर्ती राज्य के स्थायी निवासी माने जाने वाले लोग ही राज्य सरकार में नौकरी पा सकते थे। जब कश्मीरी राजनेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले महीने गृह मंत्री अमित शाह से मिला था, तो उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया था कि केंद्र ने संघ राज्य क्षेत्र में जनसांख्यिकीय परिवर्तन करने का इरादा नहीं किया है। शाह ने यह भी विश्वास दिलाया था कि जम्मू-कश्मीर के लिए नया कानून किसी भी अन्य राज्य की तुलना में बेहतर होगा। डोमिसाइल कानून 25,500 रुपये के मूल वेतन के साथ आने वाले सभी पदों पर भर्ती के लिए लागू होगा। गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचना के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जो जम्मू-कश्मीर में 15 साल तक रहा हो या जिसने सात साल की अवधि तक अध्ययन किया हो और वहां कक्षा 10 वीं / 12 वीं की परीक्षा में उपस्थित हुआ हो, उसे वहीं का अधिवास माना जाएगा। सरकार के आदेश में कहा गया है कि केंद्र सरकार के अधिकारियों, अखिल भारतीय सेवाओं, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अधिकारी और केंद्र सरकार के स्वायत्त निकाय, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, वैधानिक निकाय के अधिकारी, केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अधिकारी और केंद्र सरकार के मान्यता प्राप्त अनुसंधान संस्थान, जिन्होंने सेवा 10 वर्षों की कुल अवधि के लिए जम्मू और कश्मीर में सेवा की है उनके बच्चों को भी केंद्र शासित प्रदेश में अधिवासित माना जाएगा।


बीसीजी वैक्सीन से इलाज-रोकथाम संभव

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी के इलाज को लेकर पूरी दुनिया में खोजबीन जारी है। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का एक ऑब्जरवेशन सामने आया है, जो एक खुशखबरी साबित हो सकता है। अगर यह तरीका सफल हो जाए तो इससे महामारी रोकने में मदद मिल सकती है। ICMR के नेशनल चेयर और एम्स के पूर्व डीन नरिंदर मेहरा ने बताया कि भारत, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका जैसे देशों में टीबी (TB) का प्रकोप बहुत ज्यादा रहा है। यहां बचपन में ही BCG का इंजेक्शन दिया जाता रहा है। इसी वजह से ऐसे देशों में महामारी का असर कम देखने को मिल रहा है। नरिंदर मेहरा ने कहा कि यह एक ऑब्जरवेशन है। BCG वैक्सीन के जरिए महामारी का इलाज या रोकथाम संभव है कि नहीं इसके लिए अध्ययन करना पड़ेगा। BCG का इंजेक्शन टीबी के लिए भले दिया गया हो लेकिन इससे क्रॉस इम्यूनिटी हो सकती है। यानी इसकी वजह से महामारी को शरीर में फैलने से रोका जा सकता है। अब सवाल उठता है कि क्या महामारी में किसी एंटीबायोटिक का रोल है? क्रॉस इम्यूनिटी का सबसे बेहतर उदाहरण है BCG Vaccination। एक स्टडी में यह पाया गया कि बीसीजी वैक्सीनेशन से न केवल इंफेक्शन कम हो जाता है बल्कि मृत्यु दर भी कम होती है। नरिंदर मेहरा ने बताया कि Obseratvion बताता है कि पश्चिमी यूरोप और अमेरिका जैसे वो देश जिन्होंने BCG vaccination नहीं कराया वहां संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है। इसकी वजह से वहां मौतें भी ज्यादा हो रही हैं। इंडिया, अफ्रीका साउथ, लैटिन अमेरिका में BCG vaccination काफी सालों से किया जा रहा है। अगर हम इसकी तुलना करें तो हो सकता है बीसीजी वैक्सीनेशन की वजह से क्रॉस इम्यूनिटी विकसित हो जाए।


मोदी 'योगनिद्रा' को बताया 'शानदार'

वाशिंगटन। वैश्विक महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान लोगों को फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए योगासन वीडियो की इवांका ट्रप ने सराहना करते हुए उसे ‘शानदार’ बताया है। इवांका ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी एवं उनकी वरिष्ठ सलाहकार हैं। मोदी ने ‘योग निद्रा’ का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया था कि जब भी समय मिलता है, मैं हफ्ते में एक-दो बार योग निद्रा का अभ्यास अवश्य करता हूं। उन्होंने कहा कि इससे शरीर स्वस्थ और मन प्रसन्न रहता है, साथ ही यह तनाव और चिंता को भी कम करता है। इवांका ने मोदी के वीडियो रिट्वीट करते हुए लिखा कि यह शानदार है। शुक्रिया नरेंद्र मोदी। इवांका अपने पिता डोनाल्ड ट्रंप के साथ फरवरी में भारत यात्रा पर भी आईं थी।


पदयात्रा करते लोगों का चेकअप किया

पदयात्रा कर रहे लोगों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण


 कौशाम्बी। कोरोना वायरस के संक्रमण पर विजय प्राप्त करने के लिए माननीय प्रधान मंत्री जी की आधी अधूरी तैयारी के साथ पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया गया है जिसका खामियाजा पूरे देश के गरीब तबके के मजदूर लोगों को उठानी पड़ रही है जो दो वक्त की रोटी के लिए अपने घर परिवार से हजारों किलो मीटर दूर रहकर मजदूरी करते हैं। दिहाड़ी मजदूरों की मूलभूत सुविधाओं को समझे बिना पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया गया है जिससे दिहाड़ी मजदूरों के ऊपर लॉक डाउन मुसीबत के पहाड़ साबित हो रहे हैं और भूखों मरने की कगार आ गए हैं पेट की आग शांत ना होने पर अपने घरों से हजारों किलो मीटर दूर रहने वाले दिहाड़ी मजदूर पैदल ही अपने घर की दूरी तय करने पर मजबूर हो गए हैं।


दिल्ली से पैदल चल कर बिहार, झारखंड जा रहे लोगों को पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के सावित्री बाई फुले राज्यकीय बालिका विद्यालय में रोककर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चायाल प्रभारी मुक्तेश द्वेदी के द्वारा उन सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात उन सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई साथ ही पदयात्रा कर बिहार, झारखंड जा रहे लोगों को भोजन की सुव्यवस्था कराई गई और उन सभी लोगों को चौदह दिन तक इसी विद्यालय में ठहरने के लिए आग्रह करते हुए थानाध्यक्ष पुरामुफ्ती बलराम सिंह अपने हाथों उन सभी लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए कहे पुरामुफ्ती पुलिस आप लोगों की हर संभव मदद के लिए तात्पर्य रहेगी।


राजकुमार


जहाज पर समुद्र में रहेंगे वैज्ञानिक

नई दिल्ली। करीब 100 क्रू मेंबर, जिसमें 30 वैज्ञानिक भी शामिल हैं, ने तय किया है कि वे तब तक अपने समुद्री रिसर्च जहाज पर ही रहेंगे, जब तक देश में 21 दिनों का लॉकडाउन खत्म नहीं हो जाता। वे चेन्नई स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशियन टेक्नोलॉजी एनोआइटी के चार जहाजों पर सवार हैं, जो कि करीब 3 हफ्ते पहले समुद्र के धरातल के अध्ययन के लिए निकले थे। इसके जरिए उनकी कोशिश सैंपल्स के अध्ययन के जरिए पूर्वी और पश्चिमी तटों के लिए सुनामी का वॉर्निंग सिस्टम लगाना था।


एनोआइटी के डायरेक्टर एमए आत्मानंद कहते हैं कि सागर निधि, सागर मंजूषा, सागर अन्वेषिका और सागर तारा पर मौजूद वैज्ञानिक अलग-अलग तरह का डेटा जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा, “वहां पर रहना, जमीन पर आने के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है। हमने अपने सभी चार जहाजों को 14 अप्रैल के करीब वापस आने के निर्देश दिए हैं।


मददगारो को बेवजह परेशान न करेंं।

जरूरत मंदों की मदद  कर रहे लोगों को अनायास परेशान न करे पुलिस


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस की महामारी से उपजे संकट से जूझ रहे लोंगो की मदद के लिए उठे हाथों को प्रोत्साहित करने के बजाय पुलिस द्वारा बेवजह परेशान न किया जाए l समाजवादी पार्टी के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष सैयद इफ्तेख़ार हुसैन ने बयान जारी कर कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा फरमान जारी किया गया है कि जिन लोगों को किसी भी तरह की मदद करनी हो वह पहले तो अपने क्षेत्र में ही रहें और एक दिन पहले ही थाने पर सूचित करें कि उनको कहाँ और कितने लोगों को भोजन, पानी, राशन आदि देना है l सपा नेता ने इस फरमान को गैर व्यावहारिक बताया है l उन्होने सपा कार्यकर्ताओं को जानबूझकर रोकने के आरोप भी लगाया है l
   जिला प्रवक्ता दान बहादुर मधुर ने श्रमिकों, निराश्रित लोगों, राशनकार्ड धारकों को तीन माह का खाद्यान्न देने की सरकार द्वारा की गई घोषणा का तत्काल प्रभाव से पालन सुनिश्चित कराने एवं एस. डी. एम. स्तर से निगरानी किए जाने की मांग की है,ताकि कोई अभाव ग्रस्त छूट ना जाए l
  महानगर मीडिया प्रभारी सै०मो० अस्करी के अनुसार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर मास्क,पूड़ी सब्ज़ी के पैकेट,आँटा,चावल,दाल चाय की पत्ती चीनी,बिस्किट,साबुन, फल आदि का वितरण किया जा रहा है l जिसमे वरिष्ठ नेताओं, पार्षद गण, युवा नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं सहित व्यापारियों, छात्रों, नौजवानों सहित महिलाएँ लगातार  प्रत्येक मुहल्लों में सड़कों व गलियों में राहगीरों व मज़दूर रिक्शा चालक,कमज़ोरों आदि को राहत पैकेट बाँट कर सहयोग कर रहे है ।लेकिन प्रशासन के नए फरमान से लोगों में इस बात को लेकर निराशा के साथ ग़ुस्सा भी है की एक तरफ लोग गरीबों को भोजन आदि अपने सामर्थ के हिसाब से दे रहे हैं तो शासन स्तर पर ग़रीबों के हक़ में उठे हाँथ में ज़नजीर जकड़ने का कार्य कर रहा है।


बृजेश केसरवानी


चूल्हे पर उसूल पकाऐंगेंं 'संपादकीय'

ज्यादातर भारतीय देशभक्त नहीं, मतलबी और मौकापरस्त हैं।


जितेन्द्र चौधरी


हो सकता है आपको यह शब्द पढ़कर गुस्सा आ रहा हो। परंतु गुस्से की कोई बात नहीं है मैं अपने लिए कह रहा हूँ।


बाबा अदम गोंडवी ने कहा था।


"चोरी न करें झूठ न बोलें तो क्या करें,
चूल्हे पे क्या उसूल पकाएंगे, शाम को।"


मेरा गुस्सा बहुत क्षणिक और मतलबी है।
कोरोना के मामले में मैं चीन के प्रति गुस्से से भरा हुआ हूँ । परंतु दूसरी तरफ मैं चीन के साथ व्यापार में हर साल अरबों रुपए का घाटा उठाने मे चीन का मददगार हूँ। मैं बड़े शौक से टिकटोक यूज करता हूँ , यूसी ब्राउज़र यूज करता हँ , बिगो यूज करता हूँ और अलीबाबा द्वारा प्रायोजित पेटीएम जैसे चाइनीस ऐप को लगातार इस्तेमाल करता हूँ । साथ में देश भक्त भी बनता हूँ और चाइना को गाली भी देता हूँ।


कोरोना जैसी महामारी से देश त्राहि-त्राहि कर रहा है परंतु मैं अपने घर में बैठा हूँ। मुझे बिल्कुल किसी पर गुस्सा नहीं आ रहा है कि हर गांव में मंदिर है, मस्जिद है , गिरजाघर है परंतु अस्पताल नहीं है।
मेरा खून शायद पानी हो गया है जो भूख से मरते हुए लोगों को देख कर भी नहीं उबल रहा है। मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लग रहा है कि कोई किसी को एक टाइम की रोटी खिलाकर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर रहा है।
मुझे बिल्कुल शर्मिंदगी महसूस नहीं हो रही है कि जो लोग इस महामारी में कोरोना के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं उनके पास जरूरी मास्क, ग्लोब्स नहीं है सैनिटाइजर नहीं है। मुझे बिल्कुल क्रोध नहीं आ रहा जब उत्तर प्रदेश का एक दरोगा एक पत्रकार को कह रहा है कि तुझे धरती में गाड़ दूंगा।  मुझे इस बात की भी बिल्कुल चिंता नहीं है अगर पत्रकार के साथ यह व्यवहार है तो आम जनता के साथ पुलिस कैसा व्यवहार करती होगी ? चिकित्सा अधिकारी सुरक्षा उपकरण ना होने की वजह से नौकरी छोड़ना चाहते हैं परंतु मेरे माथे पर कोई शिकन नहीं है। पता नहीं क्यों मुझे गुस्सा नहीं आ रहा लोग डॉक्टर का भेष धरकर सड़कों पर घूम रहे हैं। जरूरी सेवाओं के इस तरह के दुरुपयोग पर भी मैं चुप हूं।


पता नहीं मैं क्यों नहीं समझता कोई हिंदू मुस्लिम नहीं है। कानून तोड़ने वाला चाहे वह किसी भी धर्म से हो, किसी भी जाति से हो, किसी भी समाज से हो वह अपराधी है।
मैं बिल्कुल भी आहत नहीं दिखाई पड़ता जब एक डॉक्टर को पुलिस वाले सड़क पर पीट देते हैं।


मेरी आत्मा मुझे नहीं कचोटती जब कोरोनावायरस को भी सांप्रदायिक रंग दे दिया जाता है। शायद भारत दुनिया का पहला देश है जहां कोरोना हिंदू मुस्लिम गया है। गरीब मजदूर दर बदर की ठोकरें खाते हुए हजारों किलोमीटर दूर जाकर भी भूखा मर रहें है और मेरे देश का मीडिया हिंदू मुसलमान कर रहा है परंतु मुझे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।


भूख से हुई बच्चे की मौत पर मां कहती है कर्फ्यू के बाद नहीं बना खाना। परंतु मैं निश्चित दिखाई पड़ता हूं। 
दूसरे देश का वित्त मंत्री वित्तीय हालातों से डर कर आत्महत्या कर लेता है तो मुझे क्या ?  हमारी वित्त मंत्री के सामने हमारा अर्थ तंत्र ही आत्महत्या कर लेगा। हमारी वित्त मंत्री सुरक्षित रहेंगी मुझे पूरा यकीन है।


मैंने थोड़ी कहा था असंगठित क्षेत्र में लोगों को काम करने के लिए। मैं उन सब के लिए चिंता क्यों करूं ? मेरी देशभक्ति पर अगर आपको कोई संशय है तो कुछ ना कहें जहर का घूंट पिएं और सो जाएं। क्योकि मैं अभी लाखों मजदूरों , जमात , वैष्णो देवी और मजनू का टीला में बिलकुल नही उलझा हुआ हूँ। मुझे बिल्कुल चिंता नहीं है एक दिन सड़क पर भी बीमारों के बिस्तर लगेंगे।


रेलवे एयरलाइंस कंपनियों की बुकिंग शुरू

रायपुर। रेलवे और एयरलाइंस कंपनियों ने 14 अप्रैल के बाद की अपनी बुकिंग शुरु कर दी है। यह बुकिंग कैबिनेट सचिव के उस बयान के बाद शुरु की गई है जिसके अनुसार 21 दिनों के लॉक डाउन को आगे बढ़ाने की केन्द्र सरकार की कोई योजना नहीं है। कैबिनेट सचिव का यह बयान रविवार को आया था। इससे पहले माना जा रहा था कि सरकार लॉक डाउन को 14 अप्रैल से और आगे बढ़ा सकती है।


कैबिनेट सचिव राजीव गाबा के बयान के बाद रेलवे और एयरलाइंस कंपनियों ने 14 अप्रैल के बाद से यानि की 15 अप्रैल से अपनी बुकिंग लेनी शुरु कर दी है। रेलवे की टिकट की बुकिंग अभी आप काउंटर से नहीं कर पाएंगे। लॉक डाउन की वजह से काउंटर 14 अप्रैल तक बंद रहेंगे। अगर आपको टिकट बुक करनी है तो आप आईआरसीटीसी की ऐप और वेबसाइट से कर सकते हैं। दोनों पर ही टिकटें 15 अप्रैल से उपलब्धि हैं।  एयरलाइंस कंपनियों ने भी घरेलू उड़ान के लिए 15 अप्रैल की बुकिंग लेनी शुरु कर दी है। इंडिगो, विस्तारा, एयर इंडिया जैसी कंपनियों की बुकिंग जारी है।


शराब नहीं मिली, स्प्रिट पीने से 2 की मौत

सत्यपाल सिंह


रायपुर।  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में दो लोगों की मौत हो गई। वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौत स्पिरिट पीने की वजह से हुई है। चर्चा है कि लाॅकडाउन होने की वजह से शराब दुकानें 7 अप्रैल तक बंद है, लिहाजा तीन दोस्तों ने स्पिरिट पीकर अपनी लत दूर करने की कोशिश की, लेकिन जिंदगी से हाथ धोना पड़ गया। घटना गोलाबाजार थाना क्षेत्र में बाँसटाल की है। यहां रहने वाले तीन लोगों ने शराब की जगह स्पिरिट का सेवन कर लिया था। इससे उनकी तबियत बिगड़ गई। फिर इनमें से दो लोग असगर खान (43 वर्ष) और दिनेश समुंदर (45 वर्ष) की मौत हो गई है। जबकि अजय कुंजाम की हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जाँच शुरू कर दी है। महापौर एजाज ढेबर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह कोरोना वायरस के मद्देनजर शराब की दुकानें बंद की गई है। यह उसका ही असर है। महापौर ने बताया कि एक अन्य जगह से उनके पास यह खबर आई है कि एक युवक ने शराब ना मिलने की वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या की। इसके साथ ही कांच खाने की बात भी सामने आई है। ढेबर ने मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की।


मौलाना अरशद मदनी का बड़ा बयान

नई दिल्ली। हज़रत निज़ामुद्दीन में तब्लीगी जमाअत के मरकज़ मामले को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद के सद्र का बयान सामने आया। मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि इस संजीदगी भरे माहौल में एक दूसरे पर इल्ज़ाम लगाने से यह लड़ाई कमज़ोर पड़ सकती है। इस समय जब पूरा मुल्क ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ाई लड़ रही है तो इस समय लड़ाई को मज़हबी रंग देना बहुत दुख की बात है। मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अगर मरकज़ में कुछ लोग फंसे रह गए और उनमें से कुछ इस महामारी की चपेट में आगए तो इसमें क़यामत टूटने जैसी कोई बात नहीं बल्कि उनके इलाज की सहूलियात मुहैया कराई जानी चाहिए।


मौलाना मदनी ने यह भी कहा कि जिस तरह लॉकडाउन के चलते मुल्कभर के लाखों की तादाद में लोग फंसे हुए हैं हुए हैं। सभी अपने घर जाने के लिए तैयार है। ऐसे हालात में अगर मरकज़ में कुछ लोग फंस गए तो हम समझते हैं कि इसमें कानून तोड़ने जैसी कोई बात नहीं।


प्रवासी कामगारों को सरकार से वेतन

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय सभी प्रवासी कामगारों को फिलहाल सरकार द्वारा वेतन दिये जाने संबंधी याचिका की सुनवाई पर बुधवार को सहमत हो गया। वकील प्रशांत भूषण ने सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर और अंजलि भारद्वाज की याचिका का विशेष उल्लेख फोन के जरिये न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव के समक्ष किया।


प्रशांत भूषण ने कहा कि कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ के संक्रमण के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित प्रवासी मजदूरों को सरकार को वेतन देना चाहिए। याचिकाकर्ता ने कहा है कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन नागरिकों के बीच भेदभाव का कारक है। न्यायमूर्ति राव ने श्री भूषण की दलीलें सुनने के बाद मामले की सुनवाई से सहमति जता दी और कहा कि अगली बार जब भी बेंच बैठेगी, इस याचिका को सूचीबद्ध किया जाएगा।


आज पीएम, मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे

नई दिल्ली। देश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से राज्य से लेकर केंद्र तक में हलचल तेज है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा करेंगे।


इस दौरान वह कोविड-19 से निपटने के लिए राज्यों की तैयारियों का जायजा लेंगे। साथ ही मुख्यमंत्रियों से उनके राज्य में आ रही दिक्कतों और परेशानियों को भी सुनेंगे। बता दें कि भारत में कोरोना के अब तक 1,637 मामले आ चुके हैं। इनमें से 39 की मौत हो गई है। कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित मरीज महाराष्ट्र से हैं। यहां अब तक 320 कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं जबकि 9 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा देश के अंदर कोरोना वायरस के कई हॉटस्पॉट भी बनकर तैयार हो गए हैं जो खतरे से कम नहीं। कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी खुद ही फ्रंट फुट से कमान संभाले हुए हैं। इससे पहले उन्होंने मेडिकल प्रफेशनल्स से भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी।


42334 लोगों की मौत, 860106 संक्रमित

नई दिल्ली। दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आए है। इसमें उत्तर कोरिया भी शामिल हैं। किम जोंग का कहना है कि उनके यहां कोरोना का कोई मामला नहीं आया है। जबकि उनके देश की सीमा चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देशों से लगी है। इन दोनों देशों में कोरोना वायरस काफी लोगों को संक्रमित कर चुका है।इसके अलावा बोत्सवाना, तुर्कमेनिस्तान, तजाकिस्तान, यमन, कोमोरोस, मलावी, साओ तोमे एंड प्रिंसिपी, दक्षिण सूडान में कोरोना वायरस ने दस्तक नहीं दी है। इसके अलावा सोलोमन आइसलैंड,वानूआतू जैसे आइलैंड भी अभी कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं।कुछ विशेषज्ञों ने उत्तर कोरिया की सरकार के दावों पर सवाल उठाए हैं तो कुछ ने समर्थन किया है। उत्तर कोरिया में एक भी मामला सामने नहीं आने के पीछे कहा जा रहा है कि यह देश बाकी दुनिया से कटा हुआ है। इसलिए वहां संक्रमण नहीं पहुंचा है। वहीं जहां इस समय दुनिया कोरोना से लड़ रही है तो किम जोंग मिसाइल परीक्षण करने में लगे हुए हैं।दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अबतक 860,106 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है जबकि 42,334 की मौत हो चुकी है। वायरस 180 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। अमेरिका में चीन से ज्यादा 4,055 लोगों की कोरोना के कारण जान जा चुकी है। वहीं अब तक संक्रमितों की संख्या 188,592 हो गई है। इसके बाद इटली का नंबर आता है जहां संक्रमितों की संख्या 105,792 और मृतकों की संख्या 12,428 हो चुकी है।


गुजरात में एक और मौत, संक्रमित 53

गांधी नगर। कोरोना वायरस के कहर के बीच गुजरात में एक और मौत का मामला सामने आया है। अहमदाबाद में 46 साल की कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हो गई है। उसे 26 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला उच्च रक्तचाप, मधुमेह से पीड़ित थी और वेंटिलेटर पर थी। इस बात की जानकारी सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल ने दी।
इस महिला की मौत के साथ ही गुजरात में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या चार हो गई है। इनमें से अहमदाबाद में दो और भावनगर और सूरत में एक-एक मौत हुई है। साथ ही गुजरात में छह और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में इसके कुल मामले बढ़कर 53 हो गए हैं।


एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम से लेकर अब तक छह नए मामले दर्ज किए गए। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा,'गत शाम को छह नए मामले सामने आने से राज्य में ऐसे मामले की संख्या 53 हो गई है।'
भारत में अब तक कुल 873 लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 775 व्यक्ति अभी भी कोविड-19 से ग्रस्त हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। देश में कोरोनावायरस महामारी के चलते 19 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि, केरल में मौत का एक मामला सामने आऩे से यह आंकड़ा 20 हो गया है। इसके अलावा, उपचार के बाद 78 व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं। देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड़-19 संक्रमण से जुड़े मामले सामने आए हैं। कुल 103 जिले घातक वायरस से प्रभावित हुए हैं।


परमाणु युद्धः 10 करोड़ के मरने का अनुमान

वाशिंगटन। अमेरिका की रटजर्स यूनिवर्सिटी- न्यू ब्रून्सविक के शोधकर्ताओं के आकलन पर आधारित एक अध्ययन में दावा किया गया है कि दोनों देशों के पास मौजूद परमाणु हथियारों का महज एक फीसदी हिस्सा भी 10 करोड़ लोगों की तत्काल जान ले सकता है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर आधुनिक इतिहास के सबसे बड़े खाद्यान्न संकट का कारण बन सकता है। इससे लोगों के खाने के लाले पड़ जाएंगे और करोड़ों लोगों की जान भूख के कारण चली जाएगी। अध्ययन में कहा गया कि दोनों के बीच परमाणु युद्ध के चलते वैश्विक स्तर पर तापमान में गिरावट के अलावा बेहद कम बारिश और सूरज की धूमिल रोशनी जैसे बुरे प्रभाव होगा।


इसका बड़ा असर फसलों के उत्पादन पर पड़ेगा। पहले साल में ही खाद्यान्न उत्पादन 12 फीसदी गिर जाएगा, जो किसी भी ऐतिहासिक सूखे के चलते हुई खाने की कमी से चार गुना ज्यादा बड़ा आंकड़ा होगा। यह असर करीब एक दशक तक पूरे विश्व के खाद्यान्न उत्पादन और व्यापार को प्रभावित करता रहेगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसका असर 21वीं सदी के आखिर तक मानवजनित जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से कहीं ज्यादा होगा। उनका मानना है कि वैसे तो कृषि उत्पादकता पर वैश्विक तापमान में वृद्धि का व्यापक रूप से अध्ययन किया गया है, लेकिन तापमान में अचानक गिरावट के वैश्विक फसल वृद्धि पर प्रभाव की जानकारी फिलहाल बेहद कम स्तर पर है। इस अध्ययन में अपना योगदान देने वाले प्रोफेसर एलेन रोबोक ने कहा कि हमारे नतीजे से इस वजह को बल मिलता है कि परमाणु हथियारों का अवश्य ही सफाया किया जाना चाहिए, क्योंकि यदि वे बने रहे तो उनका इस्तेमाल किया जा सकता है और दुनिया के लिए इसके परिणाम त्रासद हो सकते हैं।


संक्रमण में अमेरिका ने चीन को पछाड़ा

वाशिंगटन। दुनिया भर में कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्व भर के 199 देश कोरोना की चपेट में हैं। वहीं अमेरिका में भी कोरोना वायरस का आंतक बढ़ता जा रहा है। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना का अब सबसे ज्यादा संक्रमण अमेरिका में हो रहा है। यहां कोरोना संक्रमित पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अमेरिका में कोरोना कन्फर्म केस की संख्या 85,000 के पार पहुंच चुकी है। जबकि पूरी दुनिया में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख के पार पहुंच गई है।


इटली, स्पेन और अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अमेरिका कोरोना संक्रमण के मामले में चीन से आगे निकल गया है। अबतक कोरोना की चपेट में आकर दुनिया में 24,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 16,000 लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं और वहां कुल आंकड़ा 85,000 के पार पहुंच चुका है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 263 लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में अमेरिका में कोरोना से मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस तरह अमेरिका में गुरुवार तक कुल 1,290 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जबकि करीब 2,000 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में आने वाले दिनों में अमेरिका में मौत और कन्फर्म केस का संख्या में इजाफा की आशंका बनी हुई है।


इटली में कोरोना का सबसे ज्यादा कहर

रोम। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर अब इटली में टूटता दिख रहा है। वहां एक ही दिन में 1000 से ज्यादा लोगों ने कोरोना से पीड़ित होकर दम तोड़ दिया है। वहां मरने वालों की संख्या 9000 पार हो चुकी है। अमेरिका में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है और आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। अमेरिका से कई गुना ज्यादा आबादी वाले भारत में यदि फैलता है तो बेहद चिंता का विषय हो जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाएं हमारे देश में अमेरिका और इटली जैसे उपलब्ध नहीं है उसके बावजूद आत्म अनुशासन और सरकारी सख्ती के कारण कुछ हद तक कोरोना के संक्रमण की गति पर नियंत्रण पाने की कोशिश सफल होती नजर आ रही है। लेकिन इतना काफी नहीं है। कोरोना से बचने के तमाम उपाय बेहद जरूरी है। इटली की हालत बेहद खराब है। यही हाल अमेरिका का भी है। अमेरिका और इटली की तुलना में हमारे देश मे आंकड़े बहुत तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं लेकिन फिर भी कल 3 लोगों की मौत और मरीजों की संख्या 834 तक पहुंचना चिंता को बढ़ाने के लिए काफी है।


स्पेनः 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौत

मेड्रिड। दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस के कारण स्पेन देश को तबाही की कगार पर पहुंचा दिया है। स्पेन में कोरोना वायरस से अभी तक 6500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।


स्पेन में कोरोना से 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौतें दर्ज की गई है। स्पेन ने रविवार को गत 24 घंटों में रिकॉर्ड 838 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत की पुष्टि की। इसके साथ ही देश में इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद 6,528 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि स्पेन में अबतक 78,797 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस प्रकार देश में 24 घंटे के भीतर संक्रमितों की संख्या में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोरोना वायरस से इटली के बाद स्पेन दूसरा देश है जहां पर सबसे अधिक मौतें हुई हैं।


महाराष्ट्र में संक्रमितो का आंकड़ा 300

मुंबई। देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस से देश में हाहकार मचा हुआ है। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है।


आज लॉक डाउन का आठवां दिन है। देश में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है।महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस के 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं,जिससे कुल आंकड़ा 320 पहुंच गया है। मिली जानकारी के अनुसार खतरनाक कोविड-19 महामारी से अब तक राज्य में 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को कहा महाराष्ट्र में मंगलवार रात तक कोविड-19 के 302 मामले थे। आज यानि बुधवार को 18 और लोग इससे संक्रमित पाए गए। राज्य में अब इसके कुल 320 मामले हैं। उन्होंने बताया कि 18 नए मामलों में से 16 मुम्बई और दो पुणे से है। महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक मामले केरल में सामने आए हैं।


यूपी में वायरस ने ले ली दूसरी जान

मेरठ। कोरोना वायरस से संक्रमित 72 साल के वृद्ध की मेरठ में बुधवार को मौत हो गई। एक ही दिन में यूपी में दूसरी मौत हुई है। मेरठ के लाला जी लाजपत राय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय के प्रचार्य आर.सी. गुप्ता ने बताया, “मृतक मेरठ के पहले संक्रमित मरीज इकरामुल हसन के ससुर थे। मृतक की उम्र 72 साल थी। वह 29 मार्च को एडमिट हुए थे।”


मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया, “अभी तक संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर था। लेकिन मंगलवार रात वह 75 फीसदी ऑक्सीजन पर भी सर्वाइव नहीं कर पा रहे थे। देर रात एक बजे मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया। आईसीयू के डॉक्टरों ने लगातार हालात बिगड़ना बताया। बुधवार सुबह आठ बजे से हालात और ज्यादा बिगड़नी शुरू हो गई।”


प्रो. गुप्ता ने बताया कि “इस मरीज के साथ कुछ रिस्क फैक्टर भी था। जैसे मरीज को शुगर भी था और उम्र भी ज्यादा थी। बुधवार सुबह आठ बजे के करीब इनकी हालत ज्यादा खराब हो गई। 11 बजे के करीब अब्दुल अहमद की मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि “कोरोनावायरस संक्रमित मरीज की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार ही होगा। इस बारे कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अन्य प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है।”


ज्ञात हो कि 27 मार्च को अमरावती महाराष्ट्र से मेरठ आए एक 50 साल के व्यक्ति में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। 28 मार्च को इसी शख्स की पत्नी और तीन अन्य रिश्तेदारों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी और बाद में 29 मार्च को इसी परिवार के 11 अन्य रिश्तेदारों में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इन्हीं में से एक कोरोना संक्रमित यह बुजुर्ग भी थे। कोरोना से मेरठ में यह पहली और प्रदेश में दूसरी मौत है। इससे पहले एक मौत गोरखपुर में हो चुकी है।


स्वास्थ्य कर्मी की मौत, मिलेगा एक 1 करोड़

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ के संक्रमितों के उपचार में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हो जाने पर उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को यह एलान किया।


केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के इलाज में जो भी कर्मचारी जुटा है चाहे वह डाॅक्टर, नर्स या सफाई कर्मचारी हो यदि उसकी मौत हो जाती है तो दिल्ली सरकार उसके परिवार को सम्मान के तौर पर एक करोड़ रुपये की राशि देगी।


खौफः डॉक्टर ने काटी गले की नस

पिथौरागढ़- कोरोना वायरस के वहम में सरकारी कर्मचारी ने उठाया यह खौफनाक कदम…

पिथौरागढ़। कहते हैं वहम का कोई इलाज नहीं होता और वहम अंदर से इंसान को कमजोर कर देता है ऐसा ही कुछ पिथौरागढ़ में भी देखने को मिला जब वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर एक सरकारी कर्मचारी ने मन ही मन में भ्रम पाल लिया कि पिछले 3 दिनों से उसके गले में दर्द है तो उसे कोरोना तो नहीं हो गया और इसी वहम ने उसे खुद की जान लेने पर मजबूर कर दिया उसकी हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।


गंगोलीहाट पशु अस्पताल में कार्यरत 45 वर्षीय जीवन सिंह ने कोरोना के वहम के चलते धारदार हथियार से अपने गले की नस काट ली। जीवन को पिछले कुछ दिनों से गले में दर्द की शिकायत थी। जीवन मन मे वहम पाले हुए था कि वो कोरोना वायरस के चपेट में है। जिस कारण वो तनाव में चल रहा था। कही उसका परिवार कोरोना के संक्रमण की चपेट में ना आ जाये इस वजह से अवसाद में था। अपने परिवार को संक्रमण के बचाने के लिए जीवन ने खुद को कमरे को बंद कर अपना गला रेत डाला। जीवन को गम्भीर हालत में हायर सेंटर पहुंचाया जा रहा है।


गोरखपुर में वायरस से पहली मौत

लखनऊ। यूपी में कोरोना से पहली मौत हुई है। यह मौत गोरखपुर में हुई है। यहां एक युवक का लंबे समय से सर्दी-जुखाम और फेफड़े के संक्रमण का इलाज चल रहा था। उसका मेडिसिन विभाग के जनरल वार्ड में इलाज चल रहा था।


युवक की मौत के बाद यहां सतर्कता बढ़ा दी गई है। अब सभी डॉक्टर और वार्ड के बाकी मरीजों का भी टेस्ट कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि युवक का काफी दिनों से इलाज चल रहा था। उसकी सेहत में शुरुआत में सुधार हुआ, लेकिन धीरे-धीरे उसकी तबियत खराब होती चली गई। बुधवार को उसकी मौत हो गई।


रेलवे के 25 कर्मचारी क्वॉरेंटाइन भेजे

मुरादाबाद। जंक्शन के 12 और बरेली जंक्शन के 13 रेल कर्मियों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। दरअसल एक युवक को कोरोना हुआ था, जिसके बाद युवक की मां और पत्नी भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। युवक के पिता लोको पायलट हैं।


बरेली के कोरोना पॉजिटिव युवक के परिवार के पांच सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने से रेलवे में हड़कंप मच गया। संक्रमित युवक के पिता रेलवे में हैं। बताया गया है कि वे विभाग के 27 लोगों के संपर्क में आये जिसकी वजह से सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। रेल प्रशासन ने रेल कर्मी की डयूटी के दौरान संपर्क में आए कर्मियों को मेडिकल टेस्ट कराने को कहा है। इसके बाद मुरादाबाबाद में 12 लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया गया। सभी को रेलवे के रेस्ट रूम में क्वारंटाइन करके रखा गया है।


युवक नोएडा की सीज फायर कंपनी में काम करता था। 21 की शाम को बरेली अपने घर लौटा था। अगले दिन उसकी हालत बिगड़ने पर टेस्ट कराया गया जिसमें कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद युवक को क्वारंटाइन कर दिया गया। मगर तब तक पिता समेत घर के अन्य पांच सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। हालांकि युवक का दो साल साल का बेटा इससे मुक्त है। युवक के पिता रेल कर्मचारी है और इस दौरान वे ड्यूटी पर भी गए, जिससे बरेली से मुरादाबाद तक हड़कंप मच गया।


विभाग का कहना है कि 25 मार्च को वह आला हजरत एक्सप्रेस से बरेली गए। वहां दफ्तर और बरेली स्टेशन पर कई लोगों के संपर्क में आए। मंगलवार को युवक के पिता समेत पांच सदस्यों में संक्रमण की पुष्टि से बरेली व मुरादाबाद में रेल कर्मियों की तलाश होने लगी। बरेली में सीसीटीवी खंगाले गए जबकि यहां लॉबी में उस दिन मौजूद सभी रेल कर्मियों का ब्योरा लिया गया। रेल प्रशासन ने बिना देर किए सभी की मेडिकल जांच कराने के आदेश दे दिया है। जानकारों की माने तो मुरादाबाद के 12 और बरेली में 13 लोगों को टेस्ट के बाद रेल विभाग ने क्वारंटाइन कर दिया है और दो कर्मियों से संपर्क किया जा रहा है।


मरकज में शामिल 157 को क्वॉरेंटाइन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिल्ली मरकज में शामिल उत्तर प्रदेश के सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन करने का आदेश दिया। दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज में पहुंचे श्रद्धालुओं के द्वारा लापरवाही बरतने से कोरोनावायरस का उत्तर-प्रदेश के कई जिलों में  फैलने का खतरा बढ़ गया है।  जिसको नियंत्रित करने के लिए  सभी जिला अधिकारियों को एवं प्रशासनिक स्तर पर सभी प्रकार की सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के 157 लोग ऐसे हैं जो उस मरकज में शामिल हुए थे। उनके नाम फोन नंबर और कहां के रहने वाले हैं। लिस्ट के द्वारा जो सरकार द्वारा जारी की गयी है। अगर आपके आसपास इनमे से कोई छिपा हो तो तुरन्त नजदीकी थाने मे सूचना दे।


मरकज से लौटे सभी 93 लोग संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से लौटे लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यहां से लौटे अब तक 93 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। सभी का सैंपल पॉजिटिव निकला है। इसमें से 45 तमिलनाडु, 9 अंडमान और 24 केस दिल्ली के हैं। वहीं, 303 ऐसे लोग हैं जिनमें कोरोना के लक्षण हैं।


इसके अलावा आंध्र प्रदेश से 4 और केस सामने आए हैं जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री मरकज की रही है। विशाखापट्टनम से भी 21 केस सामने आए हैं। वहीं, सरकार ने अब तक 740 लोगों की पहचान की है जो तबलीगी जमात के मरकज में हिस्सा लेने आए थे। उधर, मरकज से लौटे 10 लोगों को गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये सभी गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके के मसूरी कस्बे में मिले थे। मरकज से लौटे लोग देश के अलग-अलग हिस्से में मिल रहे हैं जो कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। तेलंगाना में भी 15 लोगों का कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव निकला है, जिसके बाद राज्य में मरीजों की संख्या 77 हो गई है।


जमात कार्यकर्ताओं की मेडिकल जांच


मरकज में रहने वाले जमात कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए अनुरोध किया। 29 मार्च तक, लगभग 162 जमात कार्यकर्ताओं को चिकित्सकीय रूप से जांचा गया और क्वारनटीन केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया।


निजामुद्दीन मरकज मामले में 6 पर केस

नई दिल्ली। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मरकज दिल्ली के चीफ मौलाना साद 28 तारीख से लापता हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।


निज़ामुद्दीन मरकज़ मामले के FIR में इन 6 लोगों का नाम शामिल- मौलाना साद, डॉ. ज़ीशान, मुफ्ती शहज़ाद, एम. सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान है। मोहम्मद अशरफ का भी नाम निज़ामुद्दीन मरकज़ मामले के FIR में शामिल है। मरकज़ को आज सुबह लगभग 3:30 बजे खाली किया गया। यहां लगभग 2100 लोग थे। इस जगह को खाली करने में 5 दिन लगे।


 


जमातीयो के पर्यटक वीजा पर प्रतिबंध

नई दिल्ली। सरकार ने विदेशी तबलीगी जमातियों को पर्यटन वीजा देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक अधिकारी ने बताया, “जिन लोगों के पास पर्यटन वीजा है और वे मिशनिरी गतिविधियों का प्रचार कर रहे है, उनके बारे में माना जाएगा कि उन्होंने वीजा शर्तों का उल्लंघन किया है।” पयर्टक वीजा पर आने वाले किसी भी विदेशी को तबलीगी गतिविधियां करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।


गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय को सलाह दी गई है कि दूसरे देशों में भारतीय मिशनों से अनुरोध किया जा सकता है कि वे ऐसे विदेशी को पर्यटक वीजा देने से परहेज करें, जो तबलीगी गतिविधियों के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से कहा कि उसे ऐसे आवेदकों को पर्यटक वीजा देने से पहले उनके भारत में ठहरने, वापसी के टिकट और खर्चों के संबंध में जानकारी सुनिश्चित करनी चाहिये।


बता दें कि सरकार ने मंगलवार को कहा कि इस साल 1 जनवरी से देश में तबलीगी गतिविधियों के लिये 2100 विदेशी भारत आए और उनमें से सभी ने पहले दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित उसके मुख्यालय में आमद दर्ज कराई. निजामुद्दीन स्थित तबलीगी मुख्यालय से कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं। गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि कुल 303 तबलीगी कार्यकर्ताओं में कोविड-19 के लक्षण थे और उन्हें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है।


एक बयान में गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि अब तक तबलीगी जमात के 1,339 कार्यकर्ताओं को नरेला, सुल्तानपुरी और बक्करवाला पृथक केंद्रों के अलावा दिल्ली के एलएनजेपी, आरजीएसएस, जीटीबी, डीडीयू अस्पतालों के साथ ही एम्स, झज्जर (हरियाणा) भेजा गया है। बाकी लोगों की अभी कोविड-19 संक्रमण को लेकर चिकित्सा जांच की जा रही है। बयान में कहा गया कि एक आकलन के मुताबिक जनवरी के बाद से तबलीगी गतिविधियों के लिये करीब 2100 विदेशी भारत आए। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 21 मार्च तक उनमें से लगभग 824 देश के विभिन्न हिस्सों में चले गए, 216 निजामुद्दीन मरकज में रह रहे हैं, जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं।


अन्य लोग हो सकता है कि 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी बंद की घोषणा से पहले ही देश से चले गए हों। यह बंद घोषणा के अगले दिन से प्रभावी हुआ था। तबलीगी जमात के देसी और विदेशी कार्यकर्ता वर्ष भर देश के अलग-अलग इलाकों में उपदेश देने या ‘चिल्ला’ के लिये दौरे पर रहते हैं। इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यामां, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान समेत विभिन्न राष्ट्रों से लोग तबलीगी गतिविधियों के लिये आते हैं।


बयान में कहा गया कि ऐसे सभी विदेशी नागरिक सामान्य तौर पर अपने आने की सूचना सबसे पहले हजरत निजामुद्दीन स्थित बंगलेवाली मस्जिद में तबलीगी मरकज में देते हैं। यहां से उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में चिल्ला गतिविधियों के बारे में जानकारी दी जाती है. चिल्ला गतिविधियों का समन्वय सभी राज्यों में विभिन्न जिलों में जिला समन्वयकों द्वारा किया जाता है। जिनकी निगरानी का काम कुछ राज्यों में ‘प्रदेश अमीर’ के द्वारा किया जाता है।


इसमें कहा गया, “इसके साथ ही, 21 मार्च को देश के विभिन्न हिस्सों में करीब 824 विदेशी चिल्ला गतिविधियों में शामिल थे।” गृह मंत्रालय ने कहा कि बड़ी संख्या में भारतीय तबलीगी जमात कार्यकर्ता देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि 21 मार्च को 824 विदेशियों का विवरण सभी राज्य पुलिस बलों से साझा किया गया। जिससे उनकी पहचान हो सके और चिकित्सा जांच के बाद उन्हें पृथक रखा जा सके। इसके अलावा, 28 मार्च को सभी राज्यों की पुलिस से कहा गया है कि वे स्थानीय समन्वयक से सभी तबलीगी कार्यकर्ताओं के नामों की सूची तैयार करें, उनका पता लगाएं और चिकित्सा जांच के बाद उन्हें पृथक करें। बयान में कहा गया, “अब तक विभिन्न राज्यों में ऐसे 2,137 लोगों की पहचान हुई है।”


उन्हें पृथक किया गया है और उनकी जांच की जा रही है। यह प्रक्रिया अब भी चल रही है तथा ऐसे और लोगों की पहचान कर उनका पता लगाया जाएगा। मंत्रालय ने कहा, ‘’21 मार्च को हजरत निजामुद्दीन मरकज में करीब 1,746 लोग रह रहे थे। इनमें से 216 विदेशी थे और 1530 भारतीय।’’ मंत्रालय के मुताबिक 28 मार्च को गृह मंत्रालय की तरफ से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को विस्तृत परामर्श जारी किया गया था। यह परामर्श दिल्ली के पुलिस आयुक्त को भी भेजा गया था। खुफिया ब्यूरो के निदेशक द्वारा 29 मार्च को एक बार फिर राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को यह परामर्श दिया गया कि वे अपने इलाकों में ऐसे सभी तबलीगी कार्यकर्ताओं की आवाजाही पर नजर रखें, उनके संपर्क में आने वालों पर भी नजर रखी जाए और उनकी चिकित्सा जांच के लिये कदम उठाए जाएं।


बयान में कहा गया कि कई राज्यों ने पहले ही यह करना शुरू कर दिया है। हजरत निजामुद्दीन मरकज में रह रहे तबलीगी जमातके सभी कार्यकर्ताओं की 26 मार्च से ही चिकित्सा जांच की जा रही है। अब तक 1203 तबलीगी जमात कार्यकर्ताओं की जांच हो चुकी है। मंत्रालय ने कहा कि आव्रजन ब्यूरो राज्यों से प्रभावित देशों से आए लोगों के बारे में जानकारी (एक फरवरी से) साझा कर रहा है। इसके अलावा आव्रजन ब्यूरो राज्यों के साथ छह मार्च से सभी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर आने वाले भारतीयों और विदेशियों की जानकारी साझा कर रहा है।


मरकज से नैनीताल पहुंचे 11 जमाती

नैनीताल। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार के बाद नैनीताल पुलिस-प्रशासन हरकत में है। उत्तराखंड सरकार द्वारा मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में एक से 15 मार्च के बीच एक धार्मिक आयोजन में उत्तराखंड के भी कुछ लोगों के हिस्सा लेने की खबरों का संज्ञान लेते हुए सभी जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को ऐसे लोगों की पहचान करने के आदेश दिये गए हैं। वहीं अभिसूचना मुख्यालय उत्तराखंड देहरादून द्वारा 31 मार्च को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों को भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार नगर की मल्लीताल स्थित जामा मस्जिद में मरकज निजामुद्दीन दिल्ली से 13 से 20 मार्च तक 11 सदस्यीय जमात आई थी। इस जमात में नई दिल्ली के तीमारपुर, मदनपुर, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी, पुरानी ईदगाह, मीर विहार, सहारनपुर यूपी आदि के 11 जमाती आए थे। नैनीताल में 12 लोग-मल्लीताल निवासी मो. वसीम व हामिद अली, हिना टूर एजेंसी मल्लीताल के मो. जुहैब, राशिद, काशिफ व दिलशाद, नईम मैकेनिक निवासी बसेरा होटल के पीछे मल्लीताल, तल्लीताल बूचड़खाना निवासी मो. बसी, सानिब और महबूब तथा हरिनगर निवासी शहनवाज इन जमातियों के संपर्क में आए हैं। इनके साथ ही पुलिस इनके संपर्क में आये लोगों की भी पड़ताल कर रही है। बुधवार को अब तक 46 लोगों को मल्लीताल कोतवाली पुलिस और 6 परिवार के 21 लोगों को तल्लीताल पुलिस यानी कुल 67 लोगों जांच के लिए बीडी पांडे जिला चिकित्सालय पहुंचा चुकी है। मल्लीताल कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अभी भी ऐसे लोगों की तलाश की जा रही है। साथ ही यह अपील भी की जा रही है कि वह स्वयं भी अस्पताल जाकर अपनी जांच करवाएं। इधर जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. केएस धामी ने बताया कि मरकज से संबंधित 44 लोगों को जिला चिकित्सालय के सूखाताल स्थित संस्थागत क्वारन्टाइन सेंटर में लाया गया है। इनमें से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी इन्हें 14 दिन पूरे होने की अवधि के शेष बचे दिनों के लिए एकांतवास में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां पहले रखे गए पांच में से तीन लोगों को घर भेज दिया गया है। इस प्रकार दो पुराने एवं 44 नये मिलाकर कुल 46 लोगों को एकांतवास में रखा गया है।
 
सम्बंधित क्षेत्रों को किया विसंक्रमित 
उधर नगर स्वास्थ्य निरीक्षक कुलदीप कुमार ने बताया कि सूखाताल, चीना बाबा, आवागढ़, हरिनगर आदि वार्डों में निजामुद्दीन मरकज से संबंधित सक्रियता के बाद बुधवार को दवा का छिड़काव कर सेनिटाइजेशन करवा दिया गया है। आगे मेट्रोपोल-रॉयल होटल क्षेत्र की बस्ती भी सेनिटाइजेशन कार्य कराया जाएगा।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सावधान रहें, सतर्कता बरतें।


लापरवाह इंस्पेक्टर दरोगा निलंबित

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। लापरवाह और वेईमानों के कृत्यों से सख्त नफरत रखने,उन्हें सजा देने में निःसंकोच सजा देने दृढ़ विश्वासी ,तेज तर्रार वरिष्ठ पुलिस कप्तान सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज द्वारा अपने मातहतों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर लापरवाहों एवं वेइमानों को तत्काल सुधरने की चेतावनी दी है।
बता दें कोतवाली इंस्पेक्टर बच्चेलाल प्रसाद, चौकी इंचार्ज बहादुर गंज, मनीष सिंह और दो सिपाहियों को एसएसपी सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।एसएसपी ने बताया  कि सोमवार सुबह साऊथ मलाका चौराहे के पास सरेराह दो युवतियों से छिनैती की कोशिश हुई थी। जिसमें क्षेत्रीय पुलिस की लापरवाही बरतने का मामला प्रकाश में आने पर इंस्पेक्टर, दरोगा और बीट के सिपाहियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाही की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी , प्रयगराज सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने यह कार्वाही कर बेइमानों, लापरवाहों को उनके कृत्यों में सुधार लाने की प्रेरणा / संदेश / चेतावनी भी दे डाली है। कप्तान की यह कार्यवाही, सुघरों अन्यथा कर्मदण्ड भुगतने की कहावत को चरिचार्थ कर रही है।



बिजली करंट से पति-पत्नी की मौत

 पत्‍नी को लगा करंट तो बचाने आए पति की भी मौत
मनसा। जिले की हरनाम कॉलोनी में कूलर में करंट आने से दंपति की मौत हो गई। दंपति पंजाब में मानसा के रहने वाले है। जानकारी के अनुसार हरनाम सिंह कॉलोनी में 25 वर्षीय मंगल सिंह मजदूरी का कार्य करता था। वह अपनी छह माह की बच्ची और पत्नी 24 वर्षीय पूनम के साथ रहता था। काफी सालों से हरनाम कॉलोनी में रहकर मजदूरी करते थे। रात को पूनम पानी पीने के लिए उठी। गर्मी अधिक होने के कारण अंदर कूलर लगा रखा था। जैसे ही पूनम बाहर निकली तो कूलर पर हाथ लग गया। जिससे उसे जोरदार करंट लगा। करंट लगते ही कूलर उसके ऊपर गिर गया।


पूनम ने शोर मचाया तो उसका पति मंगल उसे बचाने के लिए आ गया। पत्नी को बचाने के लिए जैसे ही उसने हाथ लगाया तो उसे भी करंट लग गया और मौके पर ही मौत हो गई। सुबह पड़ोसियों ने देखा कमरे के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी।


पुलिस ने शवों का करवाया पोस्टमार्टम
पड़ोसी ने घर के अंदर गए तो देखा कि दंपति जमीन पर पड़े थे और उनकी मौत चुकी थी। पड़ोसियों ने बच्ची को संभाला और परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। एएसआई जगदीश ने बताया कि दपंति पंजाब का रहने वाला है और सूचना दे दी है। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के हवाले कर दिया है।


पुतिन ने संक्रमित डॉक्टर से मिलाया हाथ

पुतिन जिस डॉक्टर से हाथ मिलाया वही निकला कोरोना संक्रमित



मास्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तक भी कोरोना संक्रमण का खतरा पहुंच चुका है। ऐसा पता चला है कि एक ऐसा डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाया गया है जो न सिर्फ कुछ दिन पहले पुतिन से मिला था बल्कि उनसे हाथ भी मिलाया था। ये डॉक्टर कोई और नहीं बल्कि मॉस्को के कोरोना वायरस अस्पताल के चीफ हैं और पुतिन ने पिछले दिनों इस अस्पताल का दौरा भी किया था।


क्रेमलिन ने बोला- राष्ट्रपति की सेहत ठीक है
हालांकि इस खबर के सामने आने के बाद क्रेमलिन ने एक बयान जारी कर राष्ट्रपति पुतिन की सेहत की जानकारी दी है और कहा है कि किसी तरह की चिंता की बात नहीं है। क्रेमलिन ने बताया कि राष्ट्रपति का स्वास्थ्य ठीक है। बता दें कि पिछले मंगलवार को डॉक्टर डेनिस प्रोत्सेनको ने पुतिन से उनके अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मुलाकात की थी। हालांकि इस दौरान डॉक्टर ने रक्षात्मक सूट पहना हुआ था। लेकिन बाद में डॉक्टर और पुतिन बिना किसी सुरक्षा के बात करते और हाथ मिलाते देखे गए थे।


क्रेमलिन के प्रवक्ता देमित्री पेस्कोव ने रूस के समाचार संगठनों को बताया कि पुतिन नियमित रूप से जांच से गुजर रहे हैं और उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। पेस्कोव ने कहा, ‘सभी चीजें ठीक है। अब तक रूस में कोरोना वायरस से कुल 2,337 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 17 लोगों की मौत हो चुकी है।


लॉकडाउन का दायरा बढ़ाया
रूस में एक ही दिन में कोरोना वायरस के सवार्धिक 500 मामले सामने आने के बाद इस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिये मंगलवार को लॉकडाउन का दायरा बढ़ा दिया गया और साथ ही तीन महत्वपूर्ण कानूनों को मंजूरी दे दी गई। क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े देश रूस के कुल 85 में से अब 40 से अधिक क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। इनमें पूर्व में चीन की सीमा से लगा प्रिमोर्स्की क्राई और पश्चिम में कालिनिनग्राद क्षेत्र भी शामिल हैं।


उधर संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा ने मंगलवार को तीन मसौदा विधेयकों को मंजूरी दे दी, जिनमें कोरोना वायरस पृथकता नियमों का उल्लंघन करने वालों और झूठी खबरें फैलाने वालों को सात साल जेल की सजा का प्रावधान है। इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कड़े कदमों को सही ठहराते हुए कहा था कि अगर पूरे देश में मनोरंजन स्थलों को बंद नहीं किया गया तो स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया जा सकता है।


जेब पर भारी पड़ेंगे कई बदलाव

नई दिल्ली। एक अप्रैल से नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हो रहा है। नए वित्त वर्ष में कई नियम चेंज हो जाएंगे, जिनके बदलने से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर होगा। टैक्स से लेकर गैस सिलेंडर और बैंकों के मर्जर तक सभी चीजों बड़ा फेरबदल होगा।


आइए आपको एक-एक कर बताते है की एक अप्रैल से क्या-क्या बदल रहा है।


(1) नया इनकम टैक्स सिस्टम होगा लागू
बजट 2020-21 में सरकार ने वैकल्पिक दरों और स्लैब के साथ एक नई आयकर व्यवस्था शुरू की, जो 1 अप्रैल से शुरू होने वाले नये वित्तीय वर्ष से प्रभावी हो जाएगी। नई कर व्यवस्था में कोई छूट और कटौती का लाभ नहीं मिलेगा। हालांकि नई कर व्यवस्था वैकल्पिक है यानी करदाता चाहे तो वह पुराने टैक्स स्लैब के हिसाब से भी आयकर अदा कर सकता है। वहीं नए कर प्रस्ताव के तहत 5 लाख रुपये सालाना आय वाले को कोई कर नहीं देना है। 5 से 7.5 लाख रुपये सालाना आय वालों के लिए टैक्स की दर 10%, 7.5 से 10 लाख रुपये की आय पर 15%, 10 लाख रुपये से 12.5 लाख रुपये पर 20%, 12.5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये की आय पर 25% और 15 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30% की दर से कर लगेगा।


(2) रिटायरमेंट के 15 साल बाद पूरी पेंशन का प्रावधान
छह लाख से ज्‍यादा ईपीएस पेंशनर्स के लिए अच्‍छी खबर है। 1 अप्रैल से EPS पेंशनर्स को ज्यादा पेंशन मिलेगी। सरकार ने रिटायरमेंट के 15 साल बाद पूरी पेंशन का प्रावधान बहाल कर दिया है। इस नियम को 2009 में वापस ले लिया गया था. श्रम मंत्रालय ने नए नियमों को अधिसूचित कर दिया है। इसके अलावा कर्मचारी भविष्‍य निधि (ईपीएफ) स्‍कीम के तहत पीएफ खाताधारकों के लिए पेंशन के कम्यूटेशन यानी एकमुश्त आंशिक निकासी का प्रावधान भी अमल में आ गया है। यह कदम खासतौर से उन ईपीएफओ पेंशनर्स के लिए फायदेमंद साबित होगा जो 26 सितंबर, 2008 से पहले रिटायर हुए हैं और पेंशन की आंशिक निकासी का विकल्‍प चुना है। कम्‍यूटेड पेंशन का विकल्‍प चुनने की तारीख से 15 साल बाद उन्‍हें पूरी पेंशन का फायदा दोबारा मिलने लगेगा।


(3) बैंकों का होगा मर्जर
नुकसान में चल रहे बैंकों का मर्जर हो गया है। देश में अब सरकारी बैंकों की संख्या घटकर 12 रह गई है। विलय के तहत ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर् और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय पंजाब नेशनल बैंक में, सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इलाहबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय हो गया है। इस मर्जर के बाद सबसे ज्यादा असर ग्राहकों पर पड़ेगा क्योंकि खाताधारकों के बैंक अकाउंट नंबर से लेकर IFSC कोड तक सब बदल जायेगा।


(4) मोबाइल होगा महंगा
इसके अलावा मोबाइल कीमतों पर नई जीएसटी दरें लागू होंगी। 1 अप्रैल से मोबाइल खरीदने वाले ग्राहकों को ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे क्योंकि 1 तारीख से मोबाइल पर 12 फीसदी की जगह 18 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा।


(5) BOI ने ब्याज दरों में की बड़ी कटौती
बैंक ऑफ इंडिया ने रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देने का फैसला किया है। BOI ने रविवार को एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स में 75 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.75 फीसदी की कटौती की है. इस कटौती के बाद एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट घरकर 7.25 फीसदी हो गया। लेंडर्स एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट RBI के रेपो रेट से लिंक्ड है। ब्याज दरों में यह कटौती 1 अप्रैल से प्रभावी होगी। बता दें कि 27 मार्च को रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती किया था, जिसके बाद यह 4.4 फीसदी के स्तर पर आ गया था।


(6) विदेशी टूर पैकेज के लिए TCS
1 अप्रैल, 2020 से विदेशी टूर पैकेज खरीदना और विदेशों में कोई भी फंड खर्च करना महंगा हो जाएगा। अगर कोई विदेशी टूर पैकेज खरीदता है या विदेशी करेंसी एक्सचेंज कराता है तो 7 लाख रुपये से अधिक की रकम पर टैक्स कलेक्शन एट सोर्स (TCS) देना होगा। दरअसल, केंद्र सरकार ने आम बजट 2020 में सेक्शन 206C में संशोधन कर विदेशी टूर पैकेज और फंड पर 5 फीसदी TCS लगाने का प्रस्ताव दिया।


(7) खाना पकाना हो सकता है सस्ता, नेचुरल गैस की कीमतों पर फैसलाा संभव
1 अप्रैल से नेचुरल गैस कीमतों में बदलाव हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार 1 अप्रैल को घरेलू गैस कीमतें में 25 से 30 फीसदी की कटौती हो सकती है। इस कटौती के बाद ये कीमतें तीन साल के निचले स्तर पर रह सकती हैं। इस बार 6 साल की सबसे बड़ी कटौती का अनुमान लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि हर छह महीने में नेचुरल गैस की कीमतें तय होती है। अप्रैल और अक्टूबर में समीक्षा के बाद दाम तय किए जाते है। इससे घर में सप्लाई होने वाली पीएनजी और सीएनजी की कीमतों पर असर होता है।


थाईलैंड के राजा रानियां, सेल्फ आइसोलेट

कविता गर्ग


बैंकॉक। जहां एक तरफ ज्यादातर दुनिया सेल्फ आइसोलेशन में पड़े-पड़े परेशान हो रही है, वहीं कोई इसे जीवन को और रंगीन बनाने का अवसर समझ रहा है। सेल्फ आइसोलेशन हो तो ऐसा हो, जिसमें आप अपने देश से दूर कहीं किसी शानदार होटल को बुक कर अपनी उप-पत्नियों (ये राजा के हरम में शामिल होती हैं पर इन्हें पत्नी के अधिकार नहीं होते) के साथ सेल्फ आइसोलेशन में चले जाएं। थाईलैंड के राजा के तो यही हाल हैं। वे दक्षिणी जर्मनी के शानदार और भव्य होटल में अपनी 20 उप-पत्नियों के साथ सेल्फ आइसोलेट हैं।


पूरा होटल बुक किया : थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोरन, जिन्हें रामा ‘दशम’ के नाम से भी जाना जाता है, ने अपने हरम के साथ सेल्फ आइसोलेशन में जाने के लिए बवेरिया का पूरा शानदार होटल सोनेनबिचल बुक किया है। जर्मन टैब्लॉयड की रिपोर्ट के अनुसार 67 साल के थाई राजा ने स्थानीय जिला प्रशासन की आज्ञा लेने के बाद इस पूरे होटल को बुक कर लिया है। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि थाई राजा की चौथी पत्नी उनके साथ इस आइसोलेशन में हैं या नहीं। हालांकि थाई राजा ने कोरोना संक्रमण के डर से उनके साथ मौजूद शाही दल के 119 सदस्यों को वापस थाइलैंड भेज दिया है।


दूसरे घर की तरह है जर्मनी : थाई किंग के लिए जर्मनी दूसरे घर की तरह ही है, जहां वह अपना अधिकतर समय बिताते हैं। बता दें कि थाई राजा को फरवरी के बाद से अपने मूल देश में जनता के बीच नहीं देखा गया है।


थाई राजा के इस सेल्फ आइसोलेशन की खबर मलेशिया के राजा और रानी के सेल्फ क्वारंटाइन में जाने की रिपोर्ट के बाद आई है। रिपोर्ट के अनुसार मलेशिया के राजमहल के सात सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद, राजा सुल्तान अब्दुलाह सुल्तान अहमद शाह और रानी तुनकू अजीजाह अमीनाह मैमुन्हा इंस्कांद्रिहा को सेल्फ क्वारंटाइन में रखा गया है। हालांकि दोनों के कोरोना परीक्षण निगेटिव आए हैं, लेकिन सावधानी बरतते हुए उन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेट किया गया है। इस बीच सातों संक्रमितों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मलेशिया में अभी तक 2000 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। जिनमें से 21 लोगों की मौत हो चुकी है।


लॉकडाउन का समर्थन कर रहे लोग : दुनिया की एक तिहाई से अधिक आबादी करीब तीन अरब लोग अब वायरस के प्रसार को धीमा करने में मदद करने के लिए लॉकडाउन का समर्थन कर रहे हैं। वहीं चीन ने वायरस फैलने के कारण कुछ 760 मिलियन लोगों को घरों में कैद कर दिया था।


कोरोनो ने अब अमेरिका ओर यूरोप के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस संक्रमण से सबसे ज्यादा इटली की हालत खराब है, जहां मौतों को आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।


यथिराज को बनाया, नॉएडा का डीएम

कविता गर्ग


लखनऊ। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में एक ऐसे तेज तर्रार आईएएस अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी हैं, जिसका प्रोफाइल दमदार हैं। सोमवर को योगी सरकार ने नोएडा को कोरोना से बचाने के लिए आईएएस अधिकारी सुहास लालिनाकेरे यथिराज को गौतमबुद्ध नगर जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया है। गौतम बुद्ध नगर के नए जिलाधिकारी का पदभार संभालने जा रहे सुहास एल वाई इससे पहले लखनऊ में यूपी के नियोजन विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी पद पर तैनात थे। इससे पहले वह प्रयागराज में साल 2019 में डीएम थे। तो वहीं, साल 2017 में वह यूपी सरकार के एक्साइज विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे।


वह उत्तर प्रदेश के कई प्रमुख जगहों जैसे- सोनभद्र, जौनपुर, हाथरस, महाराजगंज, मथुरा, आगार में तैनात रह कर अपनी सेवाएं दी हैं। आजमगढ़ डीएम सुहास यूपी कैडर के आईएएस हैं। सुहास एलवाई की पहली पोस्टिंग आगरा में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर हुई थी। वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर सुहास एलवाई शटलर के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम उपलब्धियां प्राप्त करके पैरालंपिक गेम्स खेलने के करीब पहुंच चुके हैं। वे बचपन से ही शौकिया तौर पर बैडमिंटन खेलते थे। वर्ष 2016 में बीजिंग एशियन चैंपियनशिप में पहली बार एलएल-4 (लोअर स्टैंडिंग) में हिस्सा लिया और स्वर्ण पर कब्जा जमाया।


सुहास एलवाई की पत्नी भी पीसीएस अफसर
गौतम बुद्ध नगर के नए जिलाधिकारी का पद संभालने जा रहे सुहास लालिनाकेरे यथिराज मूलरूप से केरल के रहने वाले हैं और 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। सुहास की पत्नी रितु सुहास एक पीसीएस ऑफिसर हैं। सुहास को पिछले साल 1 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की सरकार ने यश भारती अवॉर्ड से नवाजा था. तीन दिसंबर 2016 को ‘वर्ल्ड डिसेबिलिटी डे’ के अवसर पर सुहास को स्टेट का बेस्ट पैरा स्पोर्ट्सपर्सन चुना गया था।


यूपी में कुल 97 लोग संक्रमित
उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित 15 नए मामले सामने आए। इसी के साथ सूबे में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 97 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी मीडिया बुलेटिन में गौतमबुद्ध नगर (Noida) की स्थिति भयावह नजर आ रही है। अभी तक जिले में 38 मरीज कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। नोएडा के बाद मेरठ में सर्वाधिक 19 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित है, जबकि आगरा में 11 लोग इसकी चपेट में हैं।


पेट्रोलियम उत्पादो की कीमतों में गिरावट

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में जारी गिरावट के बीच देश में रसोई गैस लगातार दूसरे महीने सस्ती हुई है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत एक अप्रैल से 61.50 रुपये घटाकर 744 रुपए कर दी गई है। मार्च में इसकी कीमत 805.50 रुपए थी। सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में इसके अनुरूप कर का हिस्सा कम हो जाएगा। कोलकाता में सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 65 रुपये घटकर 744.50 रुपए, मुंबई में 62 रुपए घटकर 714.50 रुपए और चेन्नई में 64.50 रुपए घटकर 761.50 रुपए रह गई है।


शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज

नई दिल्ली। शेयर बाजार बुधवार को लाल निशान के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 36 अंकों की गिरावट के साथ खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी दबाव के साथ खुला। सेंसेक्स आज 29505 के स्तर पर खुला, जो मंगलवार को 29,468.49 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी बुधवार को 8,584.10 के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 487.03 अंक यानी 1.65% के नुकसान के साथ 28,981.46 के स्तर पर था। निफ्टी भी 102.60 अंक फिसलकर 8,495.15  के स्तर पर आ गया है। शुरुआती कारोबार में एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, पावर ग्रिड, ब्रिटानिया, सिप्ला और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर हरे निशान पर थे। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक, अडाणी पोर्ट्स, एसबीआई, ओएनजीसी, बीपीसीएल, ग्रासिम, टेक महिंद्रा, रिलायंस और एचसीएल टेक लाल निशान पर थे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 02, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-234 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, अप्रैल 02, 2020
3. शक-1942,चैैत्र-शुक्ल पक्ष, तिथि-नवमी, 2077


4.सूर्योदय प्रातः 06:20,सूर्यास्त 06:40।
5. न्‍यूनतम तापमान 15+ डी.सै.,अधिकतम-30+ डी.सै., बरसात की संभावना बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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cont.:-935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...