सोमवार, 31 जुलाई 2023

स्मार्टफोन बना मुसीबत, लोकेशन हैक कर सकते हैं

स्मार्टफोन बना मुसीबत, लोकेशन हैक कर सकते हैं      

इकबाल अंसारी 

आज के दौर में हर दूसरा इंसान स्मार्टफोन यूज कर रहा है। वहीं स्मार्टफोन यूजर की बढ़ती संख्या के साथ ही आज के दौर में साइबर अपराध भी अपने पैर पसार रहा है। यूजर के साथ हर समय रहने वाला उसका स्मार्टफोन कब उसके लिए किसी बड़ी परेशानी की वजह बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में अगर आप भी एंड्रॉइड फोन का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए भी बहुत जरूरी हो जाती है।

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में एक खामी की वजह से हैकर्स यूजर की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। बता दें शोधकर्ताओं ने स्मार्टफोन से जुड़ी एक बड़ी खामी को पाया है। स्मार्टफोन से जुड़ी यह खामी टेक्स्ट मैसेजिंग से जुड़ी है। वहीं बताया जा रहा है कि हैकर्स एसएमएस सिस्टम के डेटा में मशीन लर्निंग प्रोग्राम की मदद से लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं। इसके लिए हैकर को यूजर के कॉन्टेक्ट नंबर की जानकारी होना मात्र ही पर्याप्त होगा।

परेशानी वाली बात ये है कि कम्युनिकेशन एनक्रिप्टेड होने के बावजूद भी इस तरह खामी की वजह से लोकेशन की जानकारी नहीं बचाई जा सकती है। दरअसल, एसएमएस सिक्योरिटी को लेकर लंबे समय से कोई सुधार नहीं हो पाया है। यही वजह है कि हैकर एसएमएस सिस्टम की खामियों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर सकते हैं।

किसी यूजर को एसएमएस भेजने पर सेंडर को मैसेज डिलिवरी का रिप्लाई स्क्रीन पर नजर आता है। इसी ऑटो फीचर की आड़ में हैकर टारगेटेड यूजर को बार-बार मैसेज सेंड कर डिलिवरी रिप्लाई की टाइमिंग को एनालाइज कर सकते हैं। इसी के साथ हैकर यूजर की पिन-पॉइन्ट लोकेशन की जानकारी भी ले सकते हैं। बता दें, इस तरह की घटना का अभी तक कोई एक्टिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन यूजर को ऐसे खतरों के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।

3 फुट के अजगर को निगल गया 'किंग कोबरा'

3 फुट के अजगर को निगल गया 'किंग कोबरा'

सरस्वती उपाध्याय 
सोशल मीडिया पर आए दिन अजगर और खतरनाक सांपों के वीडियो वायरल होते रहते हैं। दोनों ही इतने खतरनाक होते हैं कि किसी पर भी हमला कर उसकी जान खतरे में डाल सकते हैं। वहीं जरा आप ये सोचिए अगर दोनों खतरनाक प्राणी अगर एक दूसरे पर वार कर बैठें तो कौन किस पर भारी पड़ेगा? 
बता दें इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक नरभक्षी कोबरा एक विशालकाय अजगर को निगलते दिख रहा है। यह घटना कर्नाटक के मैसूर में देखने को मिली है। दरअसल मैसूर में एक जहरीले कोबरे ने तीन फुट के विशाल अजगर को देखते ही देखते पूरा निगल लिया। वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि कोबरा ने अजगर पर हमला बोल दिया। चूंकि कोबरा जहरीला होता है। इसलिए उसके जहर से एक बार में ही अजगर की मौत हो गई। 
वहीं अजगर की मौत के बाद कोबरा के लिए उसे निगलना आसान हो गया। बता दें सांपों के जबड़े काफी लचीले होते हैं, जो उन्हें अपने से बड़े शिकार को निगल लेने की इजाजत देते हैं। किंग कोबरा दुनिया का सबसे ज्यादा विषैला सांप माना जाता है। इसकी लंबाई 18 फीट तक होती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकर लोग भी चौंक जा रहे हैं।

पॉवर समेत 13 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा

पॉवर समेत 13 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। मेजा पुलिस ने रविवार रात में एक मामले में धोखाधड़ी सहित कई संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। आरोप है कि मेजा उर्जा निगम में कराए गए कार्यों का भुगतान लेने के बाद भी फर्म को भुगतान नहीं किया गया। दर्ज एफआईआर के मुताबिक मेजा उर्जा निगम में जीई पॉवर और आदित्या एसोसिएट्स के अधिकारी गण पूर्व में किए गए, एफजीडी के कार्य का ठेका अनुज सिंह को दिया गया था, लेकिन जीई पॉवर, आदित्या एसोसिएट्स उनके कार्यों से संतुष्ट न होने के कारण बीच में ही एग्रीमेंट निरस्त करके एफजीडी कार्य को रामा कंस्ट्रक्शन्स के प्रबंधक अमित शर्मा को दे दिया गया।
आरोप है कि एफजीडी के सारे कार्य पूर्ण होने के बाद जीई पॉवर और आदित्य एसोसिएट्स ने मेजा उर्जा निगम से 61 लाख रूपये का भुगतान ले लिया, लेकिन आरोप है कि कार्य को पूरा करने वाली फर्म रामा कंस्ट्रक्संस को भुगतान नहीं किया गया।
आरोप है कि पैसे की मांग करने पर उक्त दोनों कंपनियों के अधिकारीगण मारपीट और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मेजा पुलिस ने रामा कंस्ट्रक्संस के प्रबंधक अमित शर्मा की तहरीर पर जीई पॉवर और आदित्या एसोसिएट्स के अधिकारियों में विश्वजीत सामंता, कागज दत्ता, अभिषेक सिंह, अमित गुप्ता, जुगुल किशोर, अंकित कुमार गुप्ता, वीरेंद्र, नवनीत दिलवाल, मिथिलेश कुमार, अनुज साहनी, विमल सेठ, शुभ सोम, एसबी सिंह के खिलाफ आईपीसी की दफा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश कर रही है। मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

मणिपुर के मुद्दे पर जवाब देने से भाग रही सरकार

मणिपुर के मुद्दे पर जवाब देने से भाग रही सरकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मणिपुर के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित होने के बाद सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटेल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल चर्चा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग पर अडिग हैं, जबकि सरकार एवं प्रधानमंत्री इस विषय पर जवाब देने से भाग रहे हैं।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ ‘इंडिया’ के घटक दल आज दोपहर राज्यसभा में अपने रुख पर अड़े रहे कि पिछले 90 दिनों में मणिपुर में जो कुछ हुआ है उस पर प्रधानमंत्री को सदन में एक बयान देना चाहिए, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी है। प्रधामंत्री के बयान के बाद चर्चा होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ की पार्टियां नियम 267 के तहत ऐसा चाहती हैं, जिसका अर्थ है कि उठाए गए मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए बहस खत्म होने तक सदन के अन्य सभी कार्य निलंबित कर दिए जाते हैं।

रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियां मणिपुर पर चर्चा से भाग नहीं रही हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री ही राज्यसभा में बयान देने से भाग रहे हैं।’’ विपक्षी दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे हैं।

इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही है। कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार, 26 जुलाई को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई थी। उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे। 

टूरिस्ट के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं उड़ीसा

टूरिस्ट के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं उड़ीसा

सरस्वती उपाध्याय   
भुवनेश्वर। टूरिस्ट के लिए ओडिशा किसी स्वर्ग से कम नहीं है। भव्य मंदिरों, संग्रहालयों और मठ, समुद्र तट, जंगल और हरी−भरी पहाडि़यों के अलावा यहां पर कुछ बेहतरीन झीलें है। ओडिशा की झीलें प्राकृतिक और मानव र्निमित दोनों हैं और स्थानीय और पर्यटकों दोनों के लिए दर्शनीय स्थल हैं। आपको हम बतातेे है ओडिशा की कुछ खूबसूरत झीलों के बारे में।
चिल्का झील- घूमने के लिए चिल्का झील सबसे बड़ी और ओडिशा की सबसे लोकप्रिय झीलों में से एक है। भारत में सबसे बड़ी खारे पानी की झील है और दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी है। हर तरफ हरे भरे जंगलों से घिरा, चिल्का झील पर्यटकों को बर्ड वॉंचिंग, पिकनिक, बोटिंग और मछली पकड़ने के लिए बेहतरीन है। चिल्का झील झील की यात्रा के लिए नवंबर से मार्च सही समय है क्योंकि साइबेरिया से बहुत से प्रवासी पक्षी यहां आते हैं।
अंसुपा झील
महानदी नदी के किनारे पर स्थित है और सारनदा हिल्स और बिष्णुपुर हिल्स से घिरा हुआ है, अंसुपा झील में अपार प्राकृतिक सुंदरता और विदेशी वनस्पति और जीव हैं। यह तैरते, जलमग्न और उभरते हुए जलीय पौधों और कई जलीय जीवों का घर है। यह झील न केवल वनस्पति विज्ञानियों और प्राणीविदों को आकर्षित करती है, बल्कि इसकी समृद्ध जैव विविधता भी बेहद लोकप्रिय है। आप यहां पर एक बस झील के किनारे बैठकर, शांत वातावरण का आनंद ले सकता है।
पाटा झील
छतरपुर शहर के पास स्थित, पाटा झील ओडिशा में मीठे पानी की झीलों में से एक है, जो साल भर पर्यटकों (Tourism) द्वारा घूमती है। खूबसूरत परिवेश से लेकर अपनी स्फूर्तिदायक ताजगी के लिए, पाटा झील काफी सुंदर जगह है और स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है।
भुवनेश्वर का कांजिया झील।
कंजिया झील- यदि आप भुवनेश्वर में हैं, तो कांजिया झील को अपनी सूची में जरूर रखें। शहर के बाहरी इलाके में स्थित, यह झील 66 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है और इसे प्रमुख जल स्रोत माना जाता है। वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध जैव विविधता इसे ओडिशा की एक महत्वपूर्ण झील बनाती है। नंदन कानन जूलॉजिकल पार्क से जाने या वापस आते समय लोग आम तौर पर इस झील का दौरा करते हैं।
अपर जोंक- यह जोंक नदी के पास पटोरा गांव में स्थित है। यह झील ओडिशा की लोकप्रिय झीलों में से एक है। चारों ओर से पहाडि़यों और जंगलों से घिरी इस झील की प्राकृतिक सुंदरता उत्कृष्ट है और यहाँ आने वाली ठंडी हवा हर आगंतुक के मन और आत्मा को तरोताजा कर देती है।

एससी की निगरानी में जांच से आपत्ति नहीं

एससी की निगरानी में जांच से आपत्ति नहीं

अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। शीर्ष अदालत में सुनवाई के दौरान पीड़ित महिलाओं की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि महिलाएं मामले की सीबीआई जांच और मामले को असम स्थानांतरित करने के खिलाफ हैं। सिब्बल ने आगे कहा कि पीड़ित महिलाओं में से एक के पिता और भाई की हत्या कर दी गई थी। उनके अभी तक शव नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि 18 मई को जीरो एफआईआर दर्ज की गई। जब कोर्ट ने संज्ञान लिया, तब कुछ हुआ। तो फिर हम क्या भरोसा रखें? उन्होंने कहा कि ऐसी कई घटनाएं होंगी। इसलिए हम एक ऐसी एजेंसी चाहते हैं जो मामले की जांच करने के लिए स्वतंत्र हो। सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि मुकदमे को असम स्थानांतरित करने का हमने कभी अनुरोध नहीं किया। हमारी मांग यह है कि इस मामले को मणिपुर से बाहर स्थानांतरित किया जाए। महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि इस घटना का तो वीडियो सामने आया है, लेकिन यह एकमात्र घटना नहीं है जहां महिलाओं के साथ मारपीट या उत्पीड़न हुई है, अन्य महिलाएं भी हैं। उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं के खिलाफ हिंसा के व्यापक मुद्दे को देखने के लिए एक तंत्र भी बनाना होगा। इस तंत्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे सभी मामलों का ध्यान रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह दोनों पक्षों को संक्षेप में सुनेगा और फिर कार्रवाई के सही तरीके पर फैसला करेगा। कोर्ट ने कहा कि फिलहाल कोई साक्ष्यात्मक रिकॉर्ड पेश नहीं किए गए हैं। सीजेआई ने कहा कि पहले याचिकाकर्ताओं को सुनते हैं उसके बाद अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल को सुना जाएगा। कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यह स्पष्ट है कि पुलिस उन लोगों के साथ मिलकर काम कर रही थी, जिन्होंने दोनों महिलाओं के खिलाफ हिंसा की और पुलिस ने इन महिलाओं को भीड़ के पास ले जाकर छोड़ दिया और भीड़ ने वही किया जो उन्होंने किया। वहीं, सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता का कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट मामले की निगरानी करेगा तो केंद्र को कोई आपत्ति नहीं है। सुनवाई के दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ ने पूछा कि तीन मई को जब मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी, उसके बाद ऐसी कितनी एफआईआर दर्ज की गई हैं। 
इस पर वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने बताया कि केंद्र की स्टेटस रिपोर्ट के मुताबिक, 595 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें से कितने यौन हिंसा, कितने आगजनी और हत्या से संबंधित हैं, इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। जयसिंह ने आगे कहा कि जहां तक कानून का सवाल है, दुष्कर्म की पीड़िताएं इस बारे में बात नहीं करतीं। वे सामने नहीं आतीं। इसलिए सबसे पहले आत्मविश्वास पैदा करना जरूरी है। आज हमें नहीं पता कि अगर सीबीआई जांच शुरू कर दे तो महिलाएं सामने आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की बजाय महिलाओं से घटना के बारे में बात करने में पीड़ित महिलाओं के लिए सहूलियत होगी। एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति होनी चाहिए, जिसमें नागरिक समाज की महिलाएं हों, जिनके पास इससे निपटने का अनुभव हो मणिपुर हिंसा मामले में कुकी पक्ष की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कॉलिन गोंसाल्वेस ने सीबीआई जांच का विरोध किया और सेवानिवृत्त डीजीपी वाली एसआईटी से जांच की मांग की। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से मणिपुर के किसी भी अधिकारी को शामिल न करने की मांग की है। याचिकाकर्ता मायांगलमबम बॉबी मीतेई की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता माधवी दीवान ने याचिका वापस लेने का अनुरोध किया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। 
प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि इस जनहित याचिका पर विचार करना ‘बहुत कठिन’ है, क्योंकि इसमें केवल एक समुदाय को दोषी ठहराया गया है। पीठ ने कहा कि आप एक अधिक विशिष्ट याचिका के साथ आ सकते हैं। इस याचिका में हिंसा से लेकर मादक पदार्थों और पेड़ों की कटाई सहित सभी मुद्दे शामिल हैं। गौरतलब है, 4 मई की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से देशभर में आक्रोश है। संसद में भी मानसून सत्र की शुरुआत से हंगामा जारी है। भाजपा ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है, लेकिन साथ ही वीडियो वायरल करने के समय पर भी सवाल उठ रहा है। वीडियो 20 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र से एक दिन पहले वायरल हुआ था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया था और इसे बेहद संवैधानिक अधिकारों का घोर उल्लंघन बताया था। 
शीर्ष अदालत ने अगली सुनवाई 28 जुलाई को तय करते हुए केंद्र और राज्य सरकारों से स्पष्टीकरण मांगा था और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। वहीं, मणिपुर में जातीय हिंसा से संबंधित कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में 28 जुलाई को सुनवाई होनी थी। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के खराब स्वास्थ्य के कारण सुनवाई टाल दी गई थी। इस पीठ में न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल हैं। ये एक नई याचिका पर भी सुनवाई करेगी जो सीधे तौर पर मणिपुर की 4 मई की घटना से जुड़ी है।

ज्ञानवापी प्रकरण में सीएम का दो टूक जवाब

ज्ञानवापी प्रकरण में सीएम का दो टूक जवाब 

हरिओम उपाध्याय   
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी प्रकरण काशी विश्वनाथ मंद‍िर पर दो टूक जवाब द‍िया है। उन्‍होंने इस मामले में एक सवाल पर इंटरव्‍यू के दौरान हमलावर होते हुए कहा क‍ि अगर उसे मस्‍ज‍िद कहेंगे तो फ‍िर व‍िवाद होगा। मुख्‍यमंत्री ने साफ शब्‍दों में कहा क‍ि मुझे लगता है क‍ि भगवान ने ज‍िसे दृि‍ष्ट दी है वो देखे ना। त्र‍िशूल मस्‍ज‍िद के अंदर क्‍या कर रहा है। हमने तो नहीं रखे न। ज्योतिर्लिंग हैं देव प्रत‍िमायें हैं। पूरी दीवारें च‍िल्‍ला च‍िल्‍ला के क्‍या कह रही हैं।
इतना ही नहीं मुख्‍यमंत्री ने यहां तक कहा क‍ि मुझे लगता है ये प्रस्‍ताव मुस्‍ल‍िम समाज की ओर से आना चाह‍िए क‍ि साहब ऐत‍िहास‍िक गलती हुई है। उसके ल‍िए हम चाहते हैं समाधान हो।
क्‍या है ज्ञानवापी प्रकरण
1991 में, काशी विश्वनाथ मंदिर के भक्तों द्वारा एक मुकदमा दायर किया गया था, जिसके पास ज्ञानवापी मस्जिद स्थित है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेश पर भगवान विश्वेश्वर मंदिर को नष्ट करने के बाद किया गया था। 
अंजुमन इस्लामिया मस्जिद कमेटी ने क‍िया था व‍िरोध
इस मामले में एक याचिका अंजुमन इस्लामिया मस्जिद कमेटी (एआईएमसी) द्वारा दायर की गई थी, जो मस्जिद का प्रबंधन करती है। समिति ने पूजा स्थल अधिनियम, 1991 का हवाला देते हुए मामले की स्थिरता पर सवाल उठाया है। अधिनियम के अनुसार, 15 अगस्त 1947 को मौजूद पूजा स्थल के धार्मिक चरित्र में परिवर्तन निषिद्ध है।
ज्ञानवापी प्रकरण में 1991 में दायर की गई पहली याच‍िका
1991 पूजा स्थल अधिनियम की तरह, इस मामले की जड़ें भी वर्ष 1991 में हैं। मामले में पहली याचिका स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर ने 1991 में वाराणसी अदालत में दायर की थी। याचिका में ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने के अधिकार की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में तीन मांगें रखी थीं। इसमें पूरे ज्ञानवापी परिसर को काशी मंदिर का हिस्सा घोषित करना, परिसर क्षेत्र से मुसलमानों को हटाना और मस्जिद को ध्वस्त करना शामिल था।

बंधक बनाकर किशोरी के साथ 3 दिन दुष्कर्म किया

बंधक बनाकर किशोरी के साथ 3 दिन दुष्कर्म किया 

श्रीराम मौर्य   
हरिद्वार। दिहाड़ी मजदूरी करने वाली किशोरी के साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आ रहा है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर एक आरोपित को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश में जुट गई है।
किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला
जानकारी के मुताबिक किशोरी दो महीने से बहादराबाद क्षेत्र में एक ठेकेदार के पास दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए आती थी। किशोरी श्यामपुर क्षेत्र की रहने वाली है। बताया जा रहा है चार दिन पहले किशोरी का नंबर अचानक बंद हो गया। संपर्क नहीं होने पर किशोरी के परिजन बहाराबाद पहुंचे लेकिन किशोरी वहां भी मौजूद नहीं थी। मामले को लेकर परिजनो ने पुलिस को इसकी तहरीर दी।
परिचित ने किया किशोरी को दरिंदो के हवाले
श्यामपुर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर किशोरी की तलाश शुरू की। जानकारी के अनुसार चंडीघाट चौकी प्रभारी अंशुल अग्रवाल ने अपनी टीम के साथ किशोरी की तलाश शुरू की। पुलिस ने किशोरी को कुछ ही घंटों में रुड़की क्षेत्र से बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया। किशोरी ने अपने परिजनों को बताया की उसकी जानने वाली एक युवती उसे रुड़की ले गई ओर उसे तीन युवकों के हवाले कर दिया।
आरोपियों की तलाश जारी
रुड़की में युवकों ने उसे बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म किया। जिसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार एसओ श्यामपुर विनोद थपलियाल ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है।

दुष्कर्म के बाद हत्या कर फेंका शव: आशंका

दुष्कर्म के बाद हत्या कर फेंका शव: आशंका   

श्रीराम मौर्य  
देहरादून। हाथीबड़कला क्षेत्र में महिला की हत्या कर दी गई। सेंटीरियो मॉल के सामने सड़क पर महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। महिला के सिर और पैर में गहरी चोट के निशान है।
पुलिस ने शक के आधार पर सामने के सुलभ शौचालय के कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। महिला के साथ दुष्कर्म की भी आशंका है। पुलिस ने महिला के शव का पंचायत नामा भर कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। बताया जा रहा है कि महिला क्षेत्र में ही घूमती रहती थी।
रात में किसी समय एक व्यक्ति से झगड़ा हुआ और उसने भारी चीज से वारकर हत्या कर दी। एसएचओ डालनवाला राजेश शाह ने बताया कि जल्द ही घटना का खुलासा किया जायेगा।

5.30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे: योगी

5.30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे: योगी    

हरिओम उपाध्याय   
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसाधनों से अमीर होने के बावजूद उत्तर प्रदेश पूर्व की गैर भाजपा सरकारों की कुनीति व कुशासन से गरीब और बीमारू राज्य बना हुआ था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने सुनीति और सुशासन से उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है। आज दुनिया मानती है कि यूपी गरीब व बीमारू राज्य नहीं बल्कि वह प्रदेश है जहां छह साल में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी की रेखा से ऊपर उठे हैं।
सीएम योगी सोमवार पूर्वाह्न वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में आयोजित पीएम आवास योजना के लाभार्थी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सिंगल क्लिक से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 5100 लाभार्थियों के बैंक खातों में 51.52 करोड़ रुपये की धनराशि अंतरित की। 250 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से प्रथम किस्त, 2602 लाभार्थियों को 1.50 लाख रुपये की दर से दूसरी किस्त तथा 2248 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से तीसरी किस्त की धनराशि भेजी गई। सीएम ने पीएम आवास योजना के 12 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस, सपा और बसपा की सरकारों ने जनता को योजनाओं के लाभ से वंचित रखा। कांग्रेस नारा देकर भी गरीबी नहीं हटा पाई। सपा के नारे जातिवाद, परिवारवाद के शिकंजे में भ्रष्टाचार के प्रतीक बन गए। बसपा के हाथी के पेट मे पूरा प्रदेश ही समा जा रहा था। इन सबका परिणाम यह रहा कि यूपी पिछड़ता चला गया। यदि जनता गरीब रहेगी तो प्रदेश व देश समृद्ध नहीं हो सकता।
सीएम योगी ने कहा कि छह साल से यूपी में दिख रहा विकास और जनकल्याण के कार्य पहले भी हो सकते थे पर पूर्व की सरकारों में इच्छाशक्ति का अभाव था। सपा का बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि उनके एजेंडे में “मैं” और मेरा परिवार ही था। प्रदेश के संसाधनों को लूटने के लिए महाभारत के सभी रिश्ते जुड़ जाते थे। उन्होंने किसानों, व्यापारियों का शोषण किया, युवाओं से अन्याय किया, महिलाओं की सुरक्षा खतरे में डाली।
बाल बांका नहीं कर सकती बीमारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में 15 जुलाई से 15 नवंबर तक का समय इंसेफेलाइटिस की दहशत के नाम रहता था। 40 वर्षों में 50 हजार बच्चों की मौत हो गई थी। डबल इंजन की सरकार ने इंसेफेलाइटिस का समूल कर दिया है। इंसेफेलाइटिस पूरी तरह नियंत्रित है, बस उन्मूलन की घोषणा ही बाकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुदृढ़ीकरण और एम्स की स्थापना हो जाने से सर्दी हो या गर्मी, बरसात हो या बसंत, कोई भी बीमारी बच्चों का बाल बांका नहीं कर सकती।
कोई पैसा मांगे तो सीधे मुझे दें सूचना
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी का सपना है कि हर व्यक्ति के पास अपना घर हो। हर व्यक्ति की भी यही कामना होती है कि उसके पास अपना घर, उसमें बिजली पानी, रसोई गैस, राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा आदि की सुविधा हो। आजादी के बाद पहली बार डबल इंजन की सरकार ऐसी सभी योजनाओं का लाभ दे रही है। उन्होंने पीएम आवास योजना को प्रधानमंत्री की तरफ से गिफ्ट बताते हुए कहा कि किस्त की रकम से समय पर मकान बनवाइए। यदि कोई पैसा मांगे तो सीधे मुझे सूचना दीजिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को राशन कार्ड, बिजली कनेक्शन, रसोई गैस कनेक्शन, आयुष्मान योजना का लाभ भी दिया जाएगा। उन्होंने आवास बन जाने पर गृह प्रवेश में जनप्रतिनिधियों को भी बुलाने और जो खुद खाते हों, वही जनप्रतिनिधियों को भी खिलाने की बात भी कही। सीएम ने बताया कि यूपी में पीएम आवास योजना शहरी के तहत 54 लाख गरीबों को आवास मिले हैं। गोरखपुर में 43600 आवास स्वीकृत हैं। इसमें से 35500 आवास पूर्ण हो चुके हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले छह वर्षों में 61184 आवास उपलब्ध कराए गए।
विकास के साथ जनकल्याण की बढ़ रही रफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार में विकास के साथ ही जनकल्याण की रफ्तार निरंतर बढ़ रही है। देश का सुरक्षित राज्य होने के साथ यूपी निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य है। गोरखपुर को ही देखें तो अच्छी सड़कें शोभा बढ़ा रही हैं। एम्स, खाद कारखाना, चिड़ियाघर, रामगढ़ताल से विकास की नई तस्वीर दिखती है। मेडिकल कॉलेज रोड विदेशी रोड लगता है। फ्लाईओवर बन जाने से खजांची चौक पर जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में सबकुछ है। यहां से संगठित अपराध, गैंगवार का सफाया हो चुका है। मच्छर और इंसेफेलाइटिस की समस्या का समाधान हो गया है। गोरखपुर तो अब सभी बीमारियों का समाधान करने वाला क्षेत्र बन गया है। दुनिया के निवेशक यहां निवेश करने आना चाहते हैं। गोरखपुर चार विश्वविद्यालय से शिक्षा का आधुनिक हब बन गया है। जल्द ही सहजनवा में अटल आवासीय विद्यालय में सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। बेसिक स्कूलों का कायाकल्प किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो संकीर्ण सोच वाला होगा, उसे ही विकास नजर नहीं आ रहा होगा। जनकल्याण का पक्ष देखें तो कोरोना काल से देश मे 80 करोड़ और यूपी में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा मिल रही है जबकि पहले सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोग गरीबों का राशन हड़प जाते थे। आज किसी ने ऐसा किया तो जेल उसके इंतजार में है। पहले नौकरी के नाम पर डकैती होती थी, आज नौकरी में सेंधमारी करने वाले जेल में मिलेंगे। डीबीटी से पेंशन में कमीशनखोरी को खत्म कर दिया गया है। सीएम ने सभी लोगों से विकास की सोच से जुड़ने, नागरिक दायित्व का निर्वहन करते हुए स्वच्छता को बढ़ावा देने की अपील की। कहा कि विकास की सोच से ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा।
मेरी माटी, मेरा देश अभियान से जुड़ने की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान से जुड़ने की अपील की। कहा कि हमारा देश व इसकी माटी के प्रति दायित्व होता है कि हम गंदगी न फैलाएं, अराजकता का प्रतिकार करें, भ्रष्टाचार को पनपने दें। अराजकता, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार की सूचना शासन-प्रशासन को दें। प्रशासन इसका इलाज कर देगा।
लाभार्थी सम्मेलन को प्रदेश सरकार के मत्स्य विकास मंत्री डॉ संजय निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

अंजू के अंतरराष्ट्रीय साजिश के पहलू की जांच

अंजू के अंतरराष्ट्रीय साजिश के पहलू की जांच  

ओमप्रकाश चौबे   
भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि राज्य पुलिस भारतीय महिला अंजू (34) के फेसबुक पर बने दोस्त से शादी रचाने के लिए पाकिस्तान जाने से जुड़े मामले में ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’ के पहलू की जांच करेगी। दो बच्चों की मां अंजू ने इस्लाम स्वीकार करने के बाद इस साल 25 जुलाई को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले में अपने दोस्त नसरुल्ला (29) से शादी कर ली थी। दोनों के बीच 2019 में फेसबुक के जरिये दोस्ती हुई थी। 
धर्म बदलने के बाद फातिमा के नाम से पहचानी जाने वाली अंजू को इस्लाम कबूल करने पर उपहार के रूप में नकद राशि और जमीन दिए जाने की खबरें हैं। खैबर पख्तूनख्वा स्थित एक रियल एस्टेट कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मोहसिन खान अब्बासी ने अंजू और नसरुल्ला से शनिवार को उनके आवास पर मुलाकात की थी। 
अब्बासी ने अंजू को एक चेक सौंपा था, जिस पर दर्ज धनराशि के बारे में खुलासा नहीं किया गया है। इसके अलावा, अंजू को 2,722 वर्ग फुट जमीन के दस्तावेज भी दिए गए थे, ताकि वह पाकिस्तान में आराम से रह सके। अंजू के पिता गया प्रसाद थॉमस मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के टेकनपुर कस्बे के पास स्थित बौना गांव के निवासी हैं। थॉमस ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके परिवार के लिए अंजू अब ‘मृत व्यक्ति’ के समान है। 
अंजू के मामले के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने सोमवार को भोपाल में संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान में जिस तरह से अंजू का स्वागत हो रहा है और उस पर उपहारों की बौछार की जा रही है, उससे कई संदेह पैदा होते हैं। इसलिए मैंने पुलिस की विशेष शाखा को निर्देश दिया है कि वह इस मामले की बारीकी से जांच करे और पता लगाए कि कहीं यह कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है।” 
मिश्रा के मुताबिक, उन्होंने अधिकारियों को ‘साजिश के पहलू’ पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है, क्योंकि यह मामला प्रदेश के ग्वालियर जिले से जुड़ा हुआ है। अंजू के पिता थॉमस ने पिछले सप्ताह कहा था, “वह (अंजू) कैसे अपने दो बच्चों और पति को छोड़कर भाग गई... उसने अपने बच्चों के बारे में जरा-भी नहीं सोचा। अगर वह ऐसा करना चाहती थी, तो उसे पहले अपने पति को तलाक देना चाहिए था। अब वह हमारे लिए जीवित नहीं है।” 
कुछ तबकों में जारी इन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कि इस घटना के पीछे कुछ और भी हो सकता है, क्योंकि अंजू का गांव ग्वालियर में टेकनपुर कस्बे के करीब है, जहां सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक प्रमुख यूनिट तैनात है, थॉमस ने ऐसी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “किसी ने भी हमारे सामने ऐसा कोई मुद्दा नहीं उठाया। केवल आप (मीडिया) यह सवाल उठा रहे हैं। मेरे बच्चों में से कोई भी आपराधिक प्रवृत्ति का नहीं है। मैं इस मामले में किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं।” थॉमस ने अपनी बेटी को मानसिक रूप से परेशान और सनकी भी बताया था।

जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग, चार लोगों की मौत

जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग, चार लोगों की मौत   

नरेश राघानी  
जयपुर। मुंबई जा रही जयपुर एक्सप्रेस ने गोलीबारी हुई है। इस घटना में 4 लोगों की जानें गई है। वारदात से सनसनी मच गई। लोग डरे हुए हैं। आरोप है कि आरपीएफ के जवान ने फायरिंग की है। मरने वालों में एक आरपीएफ का जवान भी शामिल है। मरने वालों में एक आरपीएफ एसआई भी शामिल बताया जा रहा है। घटना के बाद आरपीएफ जवान को हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। उसने फायरिंग क्योंकि इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
आरपीएफ कांस्टेबल ने की थी फायरिंग
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि जयपुर एक्सप्रेस में चार लोगों की गोली लगने से मौत हो गई । चेतन सिंह नाम का एक आरपीएफ कांस्टेबल ने कथित कथित रूप से इस घटना को अंजाम दिया है।  इस घटना में आरपीएफ के एएसआई समेत तीन यात्रियों को गोली लगी।  चारों की मौके पर ही मौत हो गई।  इन चारों के शवों को महाराष्ट्र के बोरीवली में उतारा गया। आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल को डिटेन किया गया है।  सुबह 5:30 बजे वापी और सूरत के बीच यह घटना हुई। 
गोलीबारी में चार की मौत
रेलवे के तरफ से बताया गया है कि मुंबई जा रही जयपुर एक्सप्रेस में एक आरपीएफ जवान ने चलती ट्रेन के अंदर फायरिंग शुरू कर दी.  गोलीबारी की इस घटना में एक आरपीएफ एसआई और तीन अन्य लोगों की जानें गई है । आरोपी को उसके हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया गया । इस घटना के पीछे वजह क्या है । इसका पता लगाया जा रहा है।
आरपीएफ ने जारी किया यह बयान
वही आरपीएफ ने ट्रेन में गोलीबारी की घटना पर बयान जारी करते हुए कहा गया है कि जयपुर एक्सप्रेस 12956 में फायरिंग में एएसआई की मौत हुई है।  आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।  इस संबंध में डीसीपी नॉर्थ जीआरपी को सूचना दे दी गई।

55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती

55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती   

कविता गर्ग   
मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी खूबसूरती के आगे फीकी है। 90 के दशक को बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का सर्वश्रेष्ठ दशक माना जाता है। इस समय बॉलीवुड में एक से अधिक सुंदर और आकर्षक अभिनेत्रियां थीं। जो आज भी लाखों लोगों को अपनी हॉटनेस और फिटनेस से प्रभावित करती है। दीप्ति भटनागर ऐसी एक्ट्रेस है जो आज भी अपनी सुंदरता के कारण चर्चा में रहती है। जिनकी खूबसूरती देखकर आप भी दीवाने हो जाएंगे। आइये आपको उनकी खूबसूरती का दीदार करवाते हैं।
90 के दशक की खूबसूरत हीरोइन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दीप्ति भटनागर 90 के दशक की मशहूर होस्ट रह चुकी हैं। वह मशहूर गाने मेरा लॉन्ग गवाचा में भी नजर आईं। इस गाने को देखने के बाद हर कोई उनकी खूबसूरती का दीवाना हो गया है। समय बीत जाने के बाद भी दीप्ति भटनागर आज भी खूबसूरत दिखती हैं। जिनकी खूबसूरती इतने सालों में भी कम नहीं हो रही है।
55 साल की उम्र में भी एक्ट्रेस बेहद खूबसूरत और ग्लैमरस दिखती हैं
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दीप्ति भटनागर 55 साल की उम्र में भी बेहद खूबसूरत दिखती हैं, तस्वीर देखकर आप भी दीवाने हो जाएंगे। दीप्ति भटनागर ने टीवी शो यात्रा को होस्ट करके घर-घर में अपनी पहचान बनाई। देश भर के मंदिरों और धार्मिक स्थलों का दौरा करने वाले इस शो में दीप्ति की साड़ियों और आभूषणों के साथ उनकी सादगी ने काफी लोकप्रियता हासिल की। लोग इन्हें काफी पसंद करते हैं।
सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हो रही हैं
इन दिनों सोशल मीडिया पर दीप्ति भटनागर की कुछ लेटेस्ट तस्वीरें वायरल हो रही हैं। हसीना की तस्वीरें देखने के बाद उनके फैंस लगातार उनकी खूबसूरती की तारीफों के पूल बांध रहे हैं। उनके लुक को देखकर कोई नहीं कह सकता कि एक्ट्रेस 55 साल की हैं। सामने आई तस्वीरों में उनकी खूबसूरत स्माइल भी नजर आ रही है। जिस पर लोग नीचे बैठे हुए हैं।
दीप्ति साउथ फिल्मों में सबसे ज्यादा नजर आती हैं
दीप्ति की बात करें तो उन्होंने अपने करियर में ज्यादातर साउथ फिल्मों में काम किया है। इस शो के अलावा उन्होंने स्टार प्लस के शो मुसाफिर हूं यारों में भी काम किया है. एक्ट्रेस की हर हर अदा परी फिदा हुए लोग।

धर्मेंद्र के साथ क्यों नहीं रहती हेमा, तोड़ी चुप्पी

धर्मेंद्र के साथ क्यों नहीं रहती हेमा, तोड़ी चुप्पी   

कविता गर्ग   
मुंबई। हेमा मालिनी, धर्मेंद्र के साथ अपनी शादी से खुश हैं, लेकिन उनके मम्मी-पापा ने शुरू में ‘शोले’ एक्टर के साथ उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं किया था, क्योंकि वे पहले से प्रकाश कौर के साथ शादी के बंधन में थे। धर्मेंद्र से शादी के 43 साल बाद भी हेमा मालिनी को उनसे कोई शिकायत नहीं है, जिन्होंने प्रकाश कौर को तलाक दिए बिना ड्रीम गर्ल से शादी की थी। धर्मेंद्र फिलहाल अपनी पहली पत्नी और उनकी फैमिली के साथ रह रहे हैं हेमा मालिनी ने ‘लहरें’ को दिए इंटरव्यू में धर्मेंद्र संग रिश्ते पर बात की और बताया कि क्यों वे उनसे दूर रहती हैं। वे कहती हैं, ‘कोई भी ऐसा नहीं चाहता, ऐसा अपने-आप हो जाता है और जो होता है, उसे आपको स्वीकार करना पड़ता है। वरना, कोई नहीं महसूस कर पाएगा कि वह अपनी जिंदगी को कैसे जीना चाहता है। एक सामान्य परिवार की तरह, हर एक महिला पति और बच्चे चाहती है, लेकिन कहीं-न-कहीं, चीजें वैसी नहीं होतीं, जैसी सोची होती हैं।
74 साल की हेमा मालिनी आगे कहती हैं, ‘मुझे इसे लेकर बुरा नहीं लगता, मैं अपने में खुश हूं। मेरे दो बच्चे हैं, जिनकी मैंने अच्छे से परवरिश की है। यकीनन, धर्मेंद्र हमेशा साथ थे।’ कई लोग नहीं जानते, लेकिन हेमा की मां जया चक्रवर्ती ने बेटी को जितेंद्र से शादी करने के लिए काफी मनाया था, जिसका जिक्र हेमा मालिनी ने अपनी बायोग्राफी ‘हेमा मालिनी: बियोन्ड द ड्रीम गर्ल’ में किया है। हेमा और जितेंद्र की फैमिली उनकी सीक्रेट शादी करवाने के लिए, चेन्नई पहुंच गई थी, लेकिन खबर लीक हो गई थी और एक स्थानीय अखबार में छपी थी। हैरान-परेशान धर्मेंद्र और जितेंद्र की गर्लफ्रेंड शोभा (अब पत्नी हैं) के साथ चेन्नई पहुंचे। दोनों का आमना-सामना हुआ और शादी रद्द हो गई।

ईडी वाला पटना में घूमकर चाट छोला खा रहा है

ईडी वाला पटना में घूमकर चाट छोला खा रहा है    

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। लालू यादव के बेहद करीबी एमएलसी सुनील सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर रहे हैं। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक विवाद पर भी उन्होंने सीएम नीतीश को लपेटा था। इसके बाद विधानमंडल मानसून सत्र के पहले दिन महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में सीएम नीतीश ने सुनील सिंह की जमकर फटकार भी लगाई थी। उन्होंने सुनील सिंह से कहा था कि आप अमित शाह के संपर्क में हैं, भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। तब सुनील सिंह ने जवाब दिया था कि मेरी इंटीग्रिटी पर कोई शंका नहीं कर सकता है। पिछले 27 वर्षों में कई तूफान देखा है। कल भी लालू जी के साथ था, आज भी हैं और कल भी रहेगें। जब तक जिंदा हैं, तब तक लालू जी के साथ रहेंगे। सीएम नीतीश से हुए विवाद के बाद सुनील सिंह भले ही खुलकर नहीं बोल रहे, लेकिन इशारों ही इशारों में नीतीश कुमार का मजाक उड़ाने का कोई मौका नहीं गंवाते। सीएम नीतीश और राजद विधान पार्षद सुनील सिंह के बीच तकरार के बीच अब 'ईडी' ने इंट्री ले ली है।
पॉलिटिकिल जंग में ईडी की इंट्री 
दरअसल, राजद विधान पार्षद सुनील सिंह इन दिनों भाजपा नेताओं के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात को लेकर चर्चा में हैं। पहले केंद्रीय गृह सह सहकारिता मंत्री अमित शाह से फिर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की तस्वीर सामने आई। इसके बाद लालू परिवार के खास विधान पार्षद को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई। अमित शाह से मुलाकात की तस्वीर सामने आने पर ही मुख्यमंत्री ने सुनील सिंह के बार में तंज कसा था। इसी बीच बिस्कोमान के अध्यक्ष सह विधान पार्षद सुनील सिंह ने रविवार को बिहार के राज्यपाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पेज पर लिखा। ''मैं 32 सहकारी नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने आज गया था। लेकिन पोर्टल वालों के डर से फोटो पोस्ट नहीं कर रहा हूं''। फेसबुक पोस्ट के बाद तरह-तरह के कमेंट आने लगे। इसके बाद एक ने लिखा,''आप लालू यादव के परिवार के लिए दूसरे रंजन यादव साबित हो रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि ईडी की टीम पिछले साल दिनों में पटना में ही घूम रही है। खैर...डर सबको लगता है। गला सबका सूखता है। राजनीति में हर कोई आगे बढ़ना चाहता ही है''। इस कमेंट पर राजद विधान पार्षद ने जवाब दिया। ''ईडी वाला पटना में घूमकर चाट-छोला खा रहा है क्या" ?

गिरावट: सोना 110 प्रति 10 ग्राम, चांदी 180 किग्रा

गिरावट: सोना 110 प्रति 10 ग्राम, चांदी 180 किग्रा 

सुनील श्रीवास्तव   
नई दिल्ली। सोने चांदी की कीमतों में सोमवार को गिरावट देखने को मिली है। सोने की कीमतों में जहां 110 रुपये प्रति 10 ग्राम की तो वहीं चांदी के दाम 180 रुपये प्रति किलोग्राम कम हो गए।
इसी के साथ भारतीय सर्राफा बाजार में सोना (22 कैरेट) 54,707 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। जबकि 24 कैरेट वाला गोल्ड गिरकर 59,680 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। वहीं चांदी की कीमत सर्राफा बाजार में 74,070 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रही है।
वहीं मल्टी कमॉडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव 0.21 फीसदी यानी 125 रुपये की गिरावट के साथ 59,660 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा है। जबकि ये उच्चतर स्तर 59,764 न्यूनतम 59,616 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गया। वहां चांदी का भाव एमसीएक्स पर 0.26% (194 रुपये) की गिरावट के बाद 73,865 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रहा है। इससे पहले इसकी उच्चतर स्तर पर कीमत 74,064 रुपये प्रति किलोग्राम तो न्यूनतम स्तर पर 73,826 रुपये प्रति किलोग्राम तक रहीं हैं।
देश के प्रमुख महानगरों में ये हैं सोने चांदी का दाम
सोमवार को दिल्ली में 22 कैरेट वाला सोना 54,523 रुपये प्रति दस ग्राम पर कोराबार कर रहा है। जबकि 24 कैरेट वाला गोल्ड यहां 59,480 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा है। जबकि दिल्ली में चांदी का भाव 73,840 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रहा है। वहीं मुंबई में 22 कैरेट वाले गोल्ड का भाव 54,615 रुपये प्रति दस ग्राम तो 24 कैरेट वाले सोना की कीमत 59,580 रुपये प्रति दस ग्राम पर व्यापार कर रही हैं। मुंबई में चांदी की कीमत 73,970 रुपये प्रति किलोग्राम चल रही हैं। इसके अलावा कोलकाता में सोना (22 कैरेट) 54,542 तो 24 कैरेट वाला गोल्ड 59,500 रुपये प्रति 10 ग्राम में बिक रहा है। जबकि चांदी का भाव यहां 73,870 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है।
चेन्नई में 22 कैरेट वाला सोना 54,771 रुपये तो 24 कैरेट वाला गोल्ड 59,750 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है। यहां चांदी का दाम 74,180 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रहा है। अहमदाबाद में सोना (22 कैरेट) 54,679 रुपये तो 24 कैरेट शुद्धता वाला गोल्ड 59,650 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है। जबकि चांदी का भाव यहां 74,030 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है।

न्यूड वीडियो बनाकर इंजीनियर को फंसाया, ठगी

न्यूड वीडियो बनाकर इंजीनियर को फंसाया, ठगी   

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के इस दौर में बेचारी अनपढ़ जनता को ही नहीं बल्कि इंजीनियर जैसे लोगों को भी अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। एक महिला ने इंजीनियर को अपनी जाल में फंसाया और उसके पास वीडियो कॉल कर न्यूड वीडियो बनाकर रिकॉर्ड कर लिया, जिसके बाद इंजीनियर को करोड़ों रूपये का चूना लगा दिया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक बेंगलुरू के केआर पुरम का निवासी 41 वर्षीय इंजीनियर ब्रिटेन में नौकरी करता है। इंजीनियर प्रशिक्षण के लिये बेंगलुरू आया था। इंजीनियर ने शादी के मकसद से मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया था,जहां पर फेक प्रोफाइल वाली युवती से उसकी दोस्ती हो गई। 
इसके बाद मैसेंजर पर दोनों ने एक-दूसरे से नबंर ले लिये। इसके पश्चात युवती ने इंजीनियर से शादी की इच्छा जताई और बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह अपनी के साथ रहती है। दो जुलाई को युवती ने इंजीनियर को कॉल की और मां की मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देकर 1500 रूपये मांगे। चार जुलाई आधी रात को उसने फिर कॉली की। बताया जा रहा है कि इस दौरान उसने अपने सभी कपड़ते उतार दिये और इंजीनियर को जानकारी के बिना ही इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। बाद में क्लिप उसे भेजी और उसके परिजन के पास भी क्लिप भेजने की धमकी दी। इसके बाद इंजीनियर ने 1,14,00,000 रूपये उसके दो बैंक अकाउंट्स और चार मोबाइल नंबरों पर भेज दिये।

हनीमून पर जा रहे थे दंपत्ति, ट्रेन से पत्नी गायब

हनीमून पर जा रहे थे दंपत्ति, ट्रेन से पत्नी गायब   

अविनाश श्रीवास्तव   
मुजफ्फरपुर। ये हैरान करने वाला वाक्या है बिहार का जहाँ मुजफ्फरपुर से न्यू जलपाईगुड़ी के आनंद विहार सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में सवार था एक नया शादीशुदा जोड़ा। दोनों एसी कोच संख्या बी 4 के 43 और 45 नंबर सीट पर बैठे थे। लेकिन जब किशनगंज में ट्रेन रुकी तो नवविवाहिता लापता हो गई। वह अपने पति के साथ हनीमून पर दार्जिलिंग जा रही थी। दंपती मुजफ्फरपुर से न्यू जलपाईगुड़ी के आनंद विहार सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन (12524) में बैठे थे।
दोनों एसी कोच संख्या बी 4 के 43 और 45 नंबर सीट पर बैठे थे। किशनगंज में ट्रेन रुकी। ट्रेन के रुकने के बाद पत्नी ट्रेन के ही शौचालय में गई। ट्रेन खुलने के बाद जब वह बर्थ पर नहीं आई। तो पति ने ट्रेन की पूरी बोगी में पत्नी को ढूंढा लेकिन, किसी बोगी में उसका पता नहीं चल सका। काफी खोजबीन करने के बाद जब पत्नी नहीं मिली तो पति ने रेलवे से न्याय की गुहार लगाई।
पत्नी के अचानक इस तरह ट्रेन से गायब होने से पति प्रिंस कुमार काफी परेशान है। हांलाकि इसके बाद किशनगंज राजकीय रेल थाने में पत्नी काजल कुमारी के गायब होने की शिकायत दर्ज करायी। इसके बाद वो मुजफ्फरपुर लौट आया। ट्रेन से विवाहिता के अचानक गायब होने के बाद जीआपी ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला लेकिन इसमें भी महिला नहीं दिखी।
हनीमून के लिए दार्जिलिंग जा रहे थे
बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना क्षेत्र के निवासी प्रिंस कुमार बिजली विभाग का स्टाफ है। प्रिंस कुमार की विगत फरवरी महीने में ही मधुबनी जिले के जयनगर निवासी काजल से शादी हुई थी। शादी के बाद हनीमून के लिए वह दार्जलिंग जाने वाले थे लेकिन पारिवारिक कारणों से दोनों नहीं जा सके। शादी के छह माह के बाद वह अपनी पत्नी काजल के साथ में 28 जुलाई को मुजफ्फरपुर स्टेशन से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए ट्रेन पकड़ी थी। अचानक किशनगंज के पास पत्नी गायब हो गई।
6 माह पहले ही शादी हुई थी
प्रिंस कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पत्नी से न तो उसका कोई विवाद था और न ही उनकी पत्नी का किसी और से प्रेम संबंध था। उन्होंने आशंका जताई है की नशाखुरानी गिरोह द्वारा उनकी पत्नी का अपहरण किया गया है। पुलिस से अपील है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करे।

छात्राओं को अश्लील मैसेज करता था प्रिंसिपल

छात्राओं को अश्लील मैसेज करता था प्रिंसिपल

नरेश राघानी 
हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ के रावतसर क्षेत्र में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने का मामला सामने आया है। बता दें जहां विद्यालय के प्रिंसिपल पर छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने और छेड़छाड़ करने और विरोध करने पर टीसी काटने की धमकी देने का आरोप है। इस मामले पर छात्राओं ने बताया कि प्रिंसिपल छात्राओं को घर जाकर बात न बताने की धमकी देकर डराता था और टीसी काटने की धमकी देता था। 
जानकारी के अनुसार विद्यालय की छात्रा के साथ प्रिंसिपल द्वारा व्हाट्सएप पर चैट की जा रही थी। सोशल मीडिया पर चैट के स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने इस मामले पर रोष जताया और विद्यालय के मुख्य गेट के सामने धरना दिया। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर पीड़ित छात्राओं के परिजन ने थाने में प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस आगे की जांच-पड़ताल कर रही है।
बता दें परिजनों की एफआईआर के मुताबिक 12वीं क्लास की नाबालिग छात्रा को प्रिंसिपल अश्लील मैसेज भेजता था और ऑफिस में बुलाकर छेड़छाड़ करता था।

दो समुदायों में बवाल, एसएसपी का ट्रांसफर किया

दो समुदायों में बवाल, एसएसपी का ट्रांसफर किया

संदीप मिश्र 
बरेली। बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा में मौर्य गली के लोगों ने रविवार को शाह नूर मस्जिद मार्ग से कांवड़ जत्था निकालने का प्रयास किया, इसको लेकर दोनों समुदाय एक बार फिर आमने-सामने आ गए। सुबह से शुरू हुआ विवाद अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी शाम तक जारी रहा। इस दौरान हंगामे के बीच पुलिस ने कांवड़ियों को लाठी फटकारते हुए खदेड़ दिया, साथ ही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। वहीं लाठीचार्ज के चंद घंटों बाद ही एसएसपी प्रभाकर चौधरी का ट्रांसफर 32वीं वाहिनी पीएसी कर दिया गया। जबकि उनकी जगह घुले सुशील चंद्रभान को बरेली एसएसपी की जिम्मेदारी दी गई है। 
जोगी नवादा में हुए बवाल के बाद आईजी डॉ. राकेश सिंह ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए बारादरी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह और चौकी इंचार्ज अमित कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। बता दें, बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा और चकमहमूद इलाके में रविवार को कांवड़ यात्रा के रूट को लेकर दो समुदायों के बीच सुबह से ही विवाद शुरू हो गया। इस दौरान दूसरे समुदाय की महिलाएं, नौजवानों और अन्य लोग कांवड़ रूट को लेकर नई परंपरा का आरोप लगाते हुए शाह नूर मस्जिद मार्ग पर बैठ गए, साथ ही वह नारेबाजी करते रहे। 
वहीं इस रूट से कांवड़ निकालने पर अड़े मौर्य गली के कांवड़ियों को पुलिस प्रशासन और अन्य गणमान्य लोगों ने समझाने-बुझाने का लाख प्रयास किया। बावजूद इसके शाम तक विवाद चलता रहा। इस बीच विवाद बढ़ता देख जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, एसएसपी प्रभाकर चौधरी, एडीएम सिटी डॉ. आरडी पांडे, एसपी सिटी राहुल भाटी समेत कई थानों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवान मौके पर पहुंच गए। इसके बाद भी दोनों समुदायों को समझाने का सिलसिला जारी रहा, जिसमें मुस्लिम पक्ष के लोग तो कुछ शर्तों पर मान गए, लेकिन कांवड़िए उसी रास्ते से कांवड़ निकालने पर अड़े रहे।
इस दौरान दो खुराफातियों ने माहौल बिगाड़ने के लिए फायरिंग कर दी। जिसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। साथ ही तीन राउंड आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया। वहीं लाठीचार्ज के चंद घंटों बाद ही एसएसपी प्रभाकर चौधरी के ट्रांसफर का फरमान आ गया और उन्हें 32वीं वाहिनी पीएसी भेज दिया। जबकि सीतापुर के एसपी की जिम्मेदारी संभाल रहे घुले सुशील चंद्रभान को बरेली एसएसपी की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि एक सप्ताह में दो बार हुए बवाल के बाद आईजी डॉ. राकेश सिंह ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए बारादरी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह और चौकी इंचार्ज अमित कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है।

दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई: हरियाणा

दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई: हरियाणा   
राजेश ओबरॉय   
मेवात। हरियाणा के मेवात में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प की सूचना आ रही है। बताया जा रहा है कि नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान सोमवार को बवाल हो गया। यह यात्रा नूंह में नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। हरियाणा के नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान सोमवार को बवाल हो गया। यह यात्रा नूंह में नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। दोपहर में जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची तो वहां पहले से खड़े एक समूह के साथ यात्रा में शामिल लोगों की तकरार हो गई।
इसके बाद देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। हंगामा इस कदर बढ़ा कि गाड़ियों की शीशे तोड़ दिए। कई वाहनों को कुछ देर में ही फूंक दिए। इतना ही नहीं पुलिस ने जब स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों पर ही पथराव किया गया। इस हंगामा में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबरे आ रही है।
जानकारी के मुताबिक दोपहर में जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची तो वहां पहले से खड़े एक समूह के साथ यात्रा में शामिल लोगों की तकरार हो गई। इसके बाद देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। हंगामा इस कदर बढ़ा कि गाड़ियों की शीशे तोड़ दिए। कई वाहनों को कुछ देर में ही फूंक दिए। इतना ही नहीं पुलिस ने जब स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों पर ही पथराव किया गया। इस हंगामा में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबरे आ रही है।
पुलिस के अलावा प्रशासन के आला अधिकारी पूरी स्थिति को कंट्रोल करने में लगे हुए है। मौके पर एक शख्स की गोली लगने से मौत की सूचना भी है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-289, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. मंगलवार, अगस्त 1, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:16, सूर्यास्त: 07:09।

5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम- 38+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

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