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शुक्रवार, 15 मार्च 2024

सपा ने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की

सपा ने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की

संदीप मिश्र 
लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने छह उम्मीदवारों का ऐलान किया है।
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है। पार्टा ने छह उम्मीदवारों का एलान किया है। सूची में सपा ने भदोही लोकसभा सीट ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए छोड़ी है।

समाजवादी पार्टी ने इन छह उम्मीदवारों को दिया टिकट

बिजनौर (6) – यशवीर सिंह
मेरठ (10) – भानु प्रताप सिंह (एडवोकेट)
नगीना (5) – मनोज कुमार 
लालगंज (68) – दरोगा सरोज
अलीगढ़ (15) – बिजेंद्र सिंह
हाथरस (16) – जसवीर बाल्मिक

अब तक 37 उम्मीदवारों के नामों का हुआ एलान

इससे पहले सपा ने अपनी पिछली दो उम्मीदवारों की सूची में 37 उम्मीदवारों का एलान कर दिया है।

शनिवार, 9 मार्च 2024

सीएम की कई राज्यों से रोड शो करने की डिमांड

सीएम की कई राज्यों से रोड शो करने की डिमांड 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बाबा बुलडोजर के नाम से मशहूर हो चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आगामी लोकसभा चुनाव में देश के कई राज्यों से रोड शो करने की डिमांड शुरू हो गई है। गौरतलब है कि 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने जिस अंदाज में अपराधियों के खिलाफ अभियान शुरू कराया उससे उनकी लोकप्रियता चरम पर पहुंचने लगी थी। इसी बीच बड़े-बड़े माफिया पर जब योगी सरकार ने बुलडोजर चलाना शुरु किया तो योगी आदित्यनाथ को बाबा बुलडोजर भी कहा जाने लगा था। 2022 के विधानसभा चुनाव में तो बाकायदा बुलडोजर पर सवार होकर नेता वोट मांगते देखे गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दबंग कार्य शैली का ही नतीजा था कि देश के किसी भी हिस्से में चुनाव हो, भाजपा के कार्यकर्ता और प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ के रोड शो और चुनावी जनसभा की डिमांड करने लगते हैं। बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अभी लोकसभा चुनाव की तिथि भी घोषित नहीं हुई है इससे पहले ही देश के कई राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु ,राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रोड शो और चुनावी जनसभा की डिमांड होने लगी है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डिमांड को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी उनके रोड शो और जनसभा का कैलेंडर तैयार कर रही है।

ऐलान: अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी 'बसपा'

ऐलान: अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी 'बसपा' 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने ऐलान किया है कि बहुजन समाज पार्टी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने किसी तीसरे मोर्चे और किसी के साथ गठबंधन करने के अटकलों पर भी विराम लगा दिया है। दरअसल, इंडिया गठबंधन से करीबी बढ़ने की चर्चाएं चल रहीं थीं। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर बड़ा एलान किया है। पोस्ट में उन्होंने अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है।
मायावती ने लिखा कि बीएसपी देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है। ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत न्यूज़। मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए। लोग भी सावधान रहें।
ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल।

बुधवार, 6 मार्च 2024

रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई

रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रीजनल रैपिड रेल के सेकंड फेज को हरी झंडी दिखाई। कोलकाता में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल हरी झंडी दिखाए जाने के बाद अब नमो भारत ट्रेन मोदी नगर तक फर्राटा भरेगी। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरादनगर स्टेशन पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह एवं मेरठ सांसद राजेंद्र अग्रवाल की मौजूदगी में मोदीनगर इलाके तक रहने वाले लोगों को देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रेन के सेकंड फेज की सौगात दी है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता से हरी झंडी दिखाकर रैपिड ट्रेन को रवाना किया। इस मौके पर एनसीआरटीसी के प्रवक्ता सुनील वत्स ने बताया है कि प्रधानमंत्री द्वारा रैपिड ट्रेन के जी दूसरे फेज का आज बुधवार को उद्घाटन किया गया है। इसका क्षेत्र दुहाई से लेकर मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन तक करीब 17 किलोमीटर लंबा होगा। इस क्षेत्र में मुरादनगर मोदीनगर साउथ और मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री द्वारा किए गए दूसरे फेज के उद्घाटन के बाद नमो भारत ट्रेन दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कॉरपोरेशन डोर पर अब साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन तक 34 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी।

रविवार, 3 मार्च 2024

नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे कराने के निर्देश

नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे कराने के निर्देश 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में खराब मौसम, तेज हवा और ओलावृष्टि से अन्नदाता किसान की फसलों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर तत्काल सर्वे कराकर संबंधित विभाग को डिटेल उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया है ताकि 24 घंटे में अन्नदाताओं के खाते में क्षतिपूर्ति की धनराशि को भेजा जा सके।
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को क्षतिपूर्ति देने में लापरवाही न करने की हिदायत भी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सर्वे पूरा होने के बाद फसलों के नकुसान का मुआवजा बीमा कंपनियों के साथ राजस्व विभाग से भी दिया जाएगा। वहीं राहत विभाग ने खराब मौसम को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और लोगों से अति आवश्यक कार्य पर ही घर से निकलने की अपील की है।
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की क्षतिपूर्ति का मुआवजा किसानों को देने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को मौके पर जाकर सर्वे करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही जल्द से जल्द विभाग के पोर्टल पर सर्वे रिपोर्ट लगाने के निर्देश दिये हैं। वहीं 2 मार्च तक प्रदेश के 50 जिलों के अन्नदाताओं ने खराब मौसम, तेज हवा और ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। राहत विभाग के पोर्टल के अनुसार 50 जिलों के 7020 अन्नदाताओं ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इसके सापेक्ष 2681 आवेदनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि 4339 आवेदनों को सर्वेक्षण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। वहीं बता दें कि खराब मौसम को देखते हुए क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे के आवेदनों में अभी और इजाफा हो सकता है।

सोमवार, 26 फ़रवरी 2024

सरकार को जवान-किसान विरोधी करार दिया

सरकार को जवान-किसान विरोधी करार दिया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कांग्रेस ने मोदी सरकार को जवान और किसान विरोधी करार देते हुए कहा है कि उसकी नीतियों के कारण देश का किसान तथा जवान पीड़ित है और इन दोनों का जमकर शोषण किया जा रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा तथा वरिष्ठ नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में आज जवान और किसान दोनों का शोषण हो रहा है। किसानों के परिवारों के बच्चे हमारी फौज में जवान बनते हैं। लेकिन देश के जवान और किसान दोनों की स्थिति क्या है ? यह सब दिल्ली के जंतर-मंतर और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर सबको दिख रही है।  उन्होंने कहा “आज देश के नौजवानों में सेना भर्ती को लेकर रुचि कम हो गई है। इसका जिम्मेदार कौन है। आप फौज पर राजनीति करके राष्ट्रहित की बात नहीं कर सकते इसलिए सरकार अग्निपथ योजना वापस ले और सेना में पक्की भर्ती दोबारा शुरू करे। सेना द्वारा करीब दो लाख युवकों का पूरी प्रक्रिया के बाद चयन हुआ है। उन सभी नौजवानों को जॉइनिंग दी जाए।”  कांग्रेस नेताओं ने कहा “सरकार जी-20 के आयोजन, प्रधानमंत्री के हवाई जहाज,सेंट्रल विस्टा जैसे प्रोजेक्ट और अपने प्रचार पर करोड़ों रुपए खर्च कर सकती है। लेकिन पैसा बचाने के लिए सेना भर्ती प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ कर रही है जो देश की सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकता है। हमारा आग्रह है कि चयनित युवाओं को नौकरी दी जाए। पार्टी देश के उन सभी लाखों युवाओं के साथ खड़ी है जो सेना में अपना भविष्य देखते हैं।” उन्होंने कहा “देश में कोविड के दौरान और उससे पहले सेना की कई भर्तियां पूरी हो चुकी थी और चयनित युवकों की सिर्फ जॉइनिंग बाकी थी। लेकिन अग्निपथ योजना आने के बाद चयनित इन नौजवानों को जॉइनिंग नहीं दी गई। इन नौजवानों ने श्री राहुल गांधी जी से मिलकर अपना दर्द साझा किया था। तभी से राहुल गांधी इनकी आवाज लगातार उठा रहे हैं। इसी क्रम मेँ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भी महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखकर चयनित नौजवानों को जॉइनिंग देने की मांग की है।”

अखिलेश ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा

अखिलेश ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा 

संदीप मिश्र 
इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचकर पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार किसी को नौकरी देना ही नहीं चाहती है। इसलिए सरकार खुद ही पेपर लीक करवाकर जांच की बात कह रही है। यह सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। राज्यसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि किसी विधायक पर कोई दवाब नहीं बनाएगा, सब अपनी मर्जी से वोट करेंगे।

सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही

अखिलेश यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि यह सरकार दबाव बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। देश की जनता समझ चुकी है और भाजपा इस चुनाव (लोकसभा) में सत्ता से बाहर होगी।

किसानों को तंग न करें सरकार: टिकैत

किसानों को तंग न करें सरकार: टिकैत 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुज़फ्फरनगर। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सोमवार को हाईवे पर ट्रैक्टरों का ट्रायल किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को तंग न करें।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि हाईवे पर ट्रैक्टर खड़े कर ट्रायल किया गया है। सरकार किसानों को तंग न करें। किसानों को 26 फसलों पर एमएसपी पर गारंटी कानून चाहिए। 14 मार्च को एक दिन के लिए किसान दिल्ली जाएंगे।
दिल्ली-दून हाईवे पर रामपुर तिराहा में पत्रकारों से बातचीत में भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से पांच घंटे हाईवे जाम किया है। ट्रैक्टर हाईवे पर एक साइड में खड़े किए गए थे। किसान अनुशासन के साथ रहे। चेतावनी दी कि जिस दिन सरकार गड़बड़ी करेगी तो किसान दिल्ली चले जाएंगे। सरकार किसानों को तंग न करें। गेहूं और अन्य फसलों पर भी गारंटी कानून बनना चाहिए। किसान को कर्ज नहीं बल्कि फसलों का अच्छा मूल्य देना चाहिए।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अनुशासन में रहे, लेकिन पुलिस-प्रशासन बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस को दिल्ली-दून हाईवे की जानकारी ही नहीं है। अवैध कट बंद नहीं किए गए और पुलिस व्यवस्था दुरुस्त नहीं रही, जिस कारण कहीं-कहीं जाम लगा। भाकियू कार्यकर्ताओं ने ही जाम खुलवाने का काम किया है।

शनिवार, 24 फ़रवरी 2024

कांग्रेस-आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बनी

कांग्रेस-आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बनी 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली। कांग्रेस और आप के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसका औपचारिक एलान प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया। इसके साथ ही अन्य कई राज्यों में दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट बंटवारे की घोषणा कर दी गई है। कांग्रेस महासचिव और सांसद मुकुल वासनिक ने कहा कि दिल्ली लोकसभा में सात सीटें हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल हैं। कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम पर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ कांग्रेस और आप के बीच गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और गोवा में सीट बंटवारे की घोषणा हुई।
हालांकि पंजाब और चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हुआ है। दोनों पार्टियों अलग-अलग चुनाव मैदान में उतरेंगी। चंडीगढ़ सीट कांग्रेस के खाते में आई है। हरियाणा में नौ सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर आप लड़ेगी।
ऐसे हुआ सीटों का बंटवारा
दिल्ली (सात सीट): कांग्रेस- 3 और आप 4 पर चुनाव लड़ेगी।
गुजरात (26 सीट): कांग्रेस 24 और आप 2 (भरूच और भावनगर में) पर चुनाव लड़ेगी।
हरियाणा (10 सीटें): कांग्रेस 9 और आप 1 (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ेगी।
चंडीगढ़ में कांग्रेस अकेली सीट पर चुनाव लड़ेगी।
गोवा में कांग्रेस दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस महासचिव और सांसद मुकुल वासनिक ने कहा कि हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं. कांग्रेस 9 पर चुनाव लड़ेगी। एक सीट-कुरुक्षेत्र पर आप के उम्मीदवार होंगे। आगे कहा कि चंडीगढ़ पर लंबी चर्चा के बाद अंत में यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस का उम्मीदवार वहां से चुनाव लड़ेगा।
कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि दिल्ली लोकसभा में सात सीटें हैं। आप 4 पर चुनाव लड़ेगी। जिसमें नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल है। कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम पर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले, आप ने एक बार फिर शुक्रवार को भाजपा पर हमला बोला है। आरोप है कि आप नेताओं को कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने की धमकियां मिल रही हैं। ऐसा न करने की सूरत में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की धमकी मिल रही है। आप का कहना है कि कांग्रेस से समझौता होकर रहेगा, बेशक केजरीवाल की गिरफ्तारी हो जाए। साथ ही चुनौती दी है कि जिस दिन केजरीवाल गिरफ्तार होंगे, पूरे देश में आप के हक में सुनामी चलेगी और भाजपा का पूरा राजनीतिक गुना-गणित बिगड़ जाएगा।
दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच हुए सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि इस बार कांग्रेस और आप लोकसभा चुनाव 2024 एक साथ लड़ेंगे। कांग्रेस उत्तर पूर्व, चांदनी चौक और उत्तर पश्चिम सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं दूसरी तर आप नई दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्व दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। इंडिया गठबंधन के एक हिस्से के रूप में हमने पहले भी कहा था कि हम आलाकमान के आदेश का पालन करेंगे। आने वाले समय में हमें सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

जितने कानून बना लें, मुसलमान शरीयत ही मानेंगे

जितने कानून बना लें, मुसलमान शरीयत ही मानेंगे

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने असम सरकार द्वारा मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम को रद्द करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि उनकी चाहे जितनी मर्जी हो, उतने कानून बना लेने दो लेकिन मुसलमान सिर्फ शरीयत और कुरान ही मानेंगे। सपा सांसद ने कहा कि सारे टारगेट केवल मुस्लिम हैं।
मीडिया से बात करते हुए हसन ने कहा, “इस बात को इतना हाइलाइट करने की जरूरत नहीं है। मुसलमान शरीयत और कुरान का ही पालन करेंगे। वे (सरकार) जितने चाहें उतने अधिनियमों का मसौदा तैयार कर सकते हैं…हर धर्म के अपने-अपने रीति-रिवाज होते हैं। इनका पालन हजारों वर्षों से किया जा रहा है। उनका अनुसरण जारी रहेगा।” हसन मुरादाबद से सपा के सांसद हैं और पेशे से सर्जन हैं। वह मुरादाबाद के पूर्व मेयर भी रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस नेता अब्दुर रशीद मंडल ने असम कैबिनेट के फैसले को “भेदभावपूर्ण निर्णय” बताया है। उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर यह असम की कैबिनेट का एक भेदभावपूर्ण निर्णय है क्योंकि सरकार यूसीसी और बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के बारे में बात कर रही थी, लेकिन वे अज्ञात कारणों से ऐसा करने में विफल रहे।
अब, जब चुनाव सिर पर है तो वे इस अधिनियम को रद्द करने और कुछ इसी तरह के फैसलों से मुसलमानों को वंचित और उनके साथ भेदभाव करके हिंदू मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश कर रहे हैं,यह कहते हुए कि यह आजादी से पहले का अधिनियम है और बाल विवाह को बढ़ावा दे रहा है जो तथ्य से परे है।”
उन्होंने कहा, “यह विवाहों को पंजीकृत करने का एकमात्र तंत्र है। मुसलमानों के लिए और कोई संस्था नहीं है और यह भारत के संविधान के अनुसार है। यह मुसलमानों का निजी कानून है जिसे रद्द नहीं किया जा सकता… मैं इस पर अपनी पार्टी के नेताओं और अपने नेताओं से चर्चा करूंगा पार्टी इस बारे में आगे की रणनीति पर बात करेगी।”
इस बीच, एआईयूडीएफ विधायक हाफिज रफीकुल इस्लाम ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली असम सरकार में उत्तराखंड की तर्ज पर राज्य में समान नागरिक संहिता लाने की हिम्मत नहीं है। बता दें कि असम मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को बाल विवाह को समाप्त करने के लिए असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम, 1935 को रद्द करने की मंजूरी दे दी है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने यह जानकारी दी। कानून को निरस्त किए जाने पर जिला आयुक्तों और जिला रजिस्ट्रार को इस समय 94 मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार के पास मौजूद ‘‘पंजीकरण रिकॉर्ड को अपने संरक्षण’’ में लेने के लिए अधिकृत किया जाएगा। असम पंजीकरण महानिरीक्षक के समग्र पर्यवेक्षण और नियंत्रण के तहत ऐसा किया जाएगा।
अधिनियम निरस्त होने के बाद मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार को उनके पुनर्वास के लिए दो लाख रुपये का एकमुश्त मुआवजा प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिनियम को निरस्त करने का निर्णय शुक्रवार को देर रात कैबिनेट की बैठक में लिया गया। यह असम के तत्कालीन प्रांत के लिए स्वतंत्रता से पहले लागू किया गया एक पुराना अधिनियम था जिसे ब्रिटिश शासनकाल में लागू किया गया था।
उन्होंने कहा कि अधिनियम के अनुसार, विवाह और तलाक का पंजीकरण कराना अनिवार्य नहीं है और पंजीकरण का तंत्र अनौपचारिक है, जिससे मौजूदा मानदंडों का अनुपालन न करने की काफी गुंजाइश रहती है। बैठक में जिक्र किया गया कि अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, पुरुषों के लिए 21 वर्ष से कम और महिलाओं के लिए 18 वर्ष से कम उम्र के इच्छुक व्यक्तियों के विवाह को पंजीकृत करने की गुंजाइश बनी रहती है और अधिनियम के कार्यान्वयन की निगरानी बमुश्किल ही संभव है। मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि राज्य सरकार बहुविवाह को समाप्त करने के लिए एक विधेयक लाने की योजना बना रही है।

भारत जोड़ा यात्रा की शुरुआत, राहुल शामिल होगे

भारत जोड़ा यात्रा की शुरुआत, राहुल शामिल होगे 

आदिल अंसारी 
मुरादाबाद। भारत जोड़ा यात्रा की शुरुआत शनिवार से होगी। इसमें राहुल गांधी भाग लेंगे। यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मुरादाबाद में शनिवार को निकलेगी। इसके लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है। कांग्रेस पदाधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। इसलिए उनकी सुरक्षा में छह सरकारी वाहन लगेंगे। राहुल गांधी के साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के साथ पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अधिकारी छह वाहनों के साथ मौजूद रहेंगे। डीएम ने न्याय यात्रा की सुरक्षा के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों के अलावा न्याय यात्रा के आसपास मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे।
लोनिवि के अधिशासी अभियंता कार्यक्रम स्थल पर बैरिकेडिंग की जांच करेंगे। विद्युत विभाग के अधिकारी भी अपनी ड्यूटी निभाएंगे, ताकि विद्युत कटौती न हो। मुख्य चिकित्साधिकारी भी वीआईपी के लिए व्यवस्था तैयार रखेंगे। रविवार को यात्रा अमरोहा से गुजरेगी। इसके चलते शहर में जाम लग सकता है। जाम से निपटने के लिए यातायात पुलिस ने रूट डायवर्जन प्लान लागू किया है। कई इलाकों में ट्रैफिक का रूट बदला रहेगा। अमरोहा जिले में यात्रा के प्रवेश करते ही पाकबड़ा से कैलसा की तरफ आने वाले सभी भारी वाहनों को अगवानपुर की तरफ मोड़ दिया जाएगा। जबकि कांठ रोड की तरफ से आने वाला कोई भी वाहन शहर में प्रवेश नहीं करेगा।
उन्हें डाइवर्ट करके नौगांवा सादात बाइपास से याहियापुर की तरफ से निकाला जाएगा। टीएसआई धर्मेंद्र खोखर ने बताया की यात्रा को लेकर व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है। लोग शहर में ना आकर वैकल्पिक मार्गो से निकलें। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की अपील की है। इमरजेंसी में वाहनों को प्रतिबंधित मार्ग से भी निकलवाया जाएगा।
राहुल गांधी मूंढापांडे एयरपोर्ट पर 9:35 बजे हेलीकाप्टर से उतरेंगे। इसके बाद 10 बजे मुरादाबाद स्थित जामा मस्जिद भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। न्याय यात्रा कोहिनूर तिराहा तक जाएगी। यहां राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी जनता को संबोधित करेंगे। इसके बाद दोनों नेता अमरोहा के लिए रवाना होंगे। डेढ़ बजे अमरोहा पॉलीटेक्निक मैदान में जनसभा होगी। इसके बाद दोनों भाई बहन संभल जिले के चंदौसी में तीन बजे पहुंचेंगे। यहां जनसभा को संबोधित करने के बाद दोनों नेता अनूप शहर डीवाई जाएंगे।

शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

बसपा की सेंधमारी गठबंधन को नुकसान करेगी

बसपा की सेंधमारी गठबंधन को नुकसान करेगी

अकांशु उपाध्याय 
लखनऊ। यूपी के लोकसभा के चुनावी रण में सपा-कांग्रेस का एक साथ रहना तय हो चुका है। सीटों के बंटवारे में कांग्रेस के खाते में वही सीटें गई हैं जिन पर उसका अपना प्रभाव कभी रहा करता था। यूपी की 80 लोकसभा सीटों के इतिहास पर नजर डाला जाए तो सपा-कांग्रेस गठबंधन का सीधा असर 25 सीटों पर सीधा दिखाई दे रहा है। इसमें सबसे अधिक 13 सीटें मुस्लिम बाहुल्य वाली हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात तो यह है कि वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा इनमें से पांच सीटें जीतने में कामयाब रही थी। इन सीटों पर मुस्लिमों की आबादी 35 से लेकर 45 प्रतिशत तक बताई जा रही है।
एक समय था कि यूपी में कांग्रेस, सपा व बसपा का दबदबा हुआ करता था, लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनावों में भाजपा ने इन सभी को पीछे छोड़ दिया। बात सिर्फ तीन लोकसभा चुनावों की करें तो भाजपा ने सभी पार्टियों को पीछे धकेला है। वर्ष 2009 के चुनाव में सपा ने 23 तो कांग्रेस ने 21 सीटें यूपी में जीती थीं। इन दोनों पार्टियों का वोट प्रतिशत भी भाजपा से कहीं अधिक था, लेकिन वर्ष 2014 और 2019 के चुनावों में इनका वोटिंग प्रतिशत काफी नीचे चला गया।
यह माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्र्रेस के एक साथ आने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा काफी हद तक रुकेगा। अब देखने वाला यह होगा कि बसपा कितने सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारती है, क्योंकि वह इनके साथ नहीं है और अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है। बसपा के मुस्लिम दांव पर वोटों का बंटवारा रोकने के लिए सपा और कांग्रेस की रणनीति कितनी कारगर होती है यह तो समय बताएगा। बसपा मुस्लिम वोट बंटवारा कराने में सफल रही तो इसका सीधा नुकसान सपा-कांग्रेस गठबंधन पर पड़ेगा। जिसकी संभावना बहुत कम प्रतीत होती है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा के साथ गठब्ंधन पर चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में मुस्लिम बाहुल्य 13 सीटों पर मुस्लिमों का वोट एकतरफा गठबंधन को गया था। इसका सीधा फायदा यह हुआ की मुस्लिम प्रभाव वाली 13 सीटों में आठ इस गठबंधन के पास गई। इसमें से पांच बसपा तो तीन सपा जीती थी।
सपा मैनपुरी, एटा, बदायूं, कन्नौज, रामपुर, मुरादाबाद व आजमगढ़। कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, कानपुर, झांसी, बासगांव। इसके अलावा मुस्लिम बाहुल्य बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, कैराना, सहारनपुर, संभल, नगीना, बहराइच, बरेली व श्रावस्ती हैं।

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2024

मौर्य ने 'आरएसएसपी' का एलान किया

मौर्य ने 'आरएसएसपी' का एलान किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में उपेक्षा की बात कहकर सभी पदों से और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के तालकटोरा में नई पार्टी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (आरएसएसपी) का एलान कर दिया है। इस मौके पर उन्होंने भाजपा व आरएसएस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार इस देश की संपत्तियों को बेचने का पाप कर रही है।
उन्होंने कहा कि धर्म की दुहाई देकर सत्ता में बैठे ये भूखे भेड़िए आज इंसानियत का कत्लेआम कर रहे हैं। हिंदू मुसलमानों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा और आरएसएस का जो इतिहास है, इस बात का गवाह है कि इस देश की आज़ादी में उनके परिवार और कुनबे का कोई व्यक्ति हिस्सेदार नहीं रहा है। इसलिए देश से उन्हें कोई लगाव नहीं है। ये देश की पहली सरकार है जो कि देश की संपत्तियों को बेचने का पाप कर रही है।
सपा में रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार अपने बयानों से चर्चा में रहे हैं। उनके बयानों के कारण सपा नेतृत्व भी कई बार परेशानी में नजर आया और उन्हें पार्टी में ही विरोध का भी सामना करना पड़ा है। बीते दिनों उन्होंने पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव और फिर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद दिल्ली में नई पार्टी का एलान कर दिया। उन्होंने विपक्षी गठबंधन इंडिया को मजबूत करने की बात कही थी।

सोमवार, 19 फ़रवरी 2024

14 हजार निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ किया

14 हजार निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लखनऊ में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 10 लाख करोड़ रुपये की 14 हजार निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इससे 34 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, जो यूपी को 10 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सीएम योगी आदित्यनाथ के सपने को पूरा करने की दिशा में एक अहम पड़ाव है। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यूपी में देश का सबसे बड़ा टूरिस्ट हब बनने की संभावना है। लाखों लोग वाराणसी और अयोध्या में आ रहे हैं। मैं देश के सभी पर्यटकों से अपील करता हूं कि जब कहीं घूमने जाने की प्लानिंग करें तो अपने पूरे बजट का 10 प्रतिशत वहां से खरीदारी करने के लिए रखें। इससे हमारे देश के पर्यटन स्थलों के लोगों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने देश की एक करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाया है। हमारा संकल्प है कि आने वाले समय में देश की तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे। इससे लोगों की क्रयशक्ति बढ़ेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर और उद्योगों से भी एमएसएमई को लाभ होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि सभी लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिलना ही सच्चा सामाजिक न्याय और सेकुलरिज्म है। उन्होंने कहा कि पहले लोगों को कागज लेकर एक जगह से दूसरी जगह दौड़ना पड़ता है। मोदी आज उनको भी पूछ रहा है जिनको कोई नहीं पूछता था।
आज लोगों को अनाज, पक्का घर और मुफ्त इलाज मिल रहा है। पीएम स्वनिधि योजना से रेहड़ी-पटरी दुकानदारों को लाभ मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में बीते सात सालों से डबल इंजन की सरकार है। यही कारण है कि आज यूपी में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। आज यूपी वो राज्य है जहां देश की पहली रैपिड रेल चल रही है। आज यूपी वो राज्य है जहां सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे हैं। यूपी में नदियों के विशाल नेटवर्क का इस्तेमाल मालवाहक जहाजों के लिए किया जा रहा है। ये दिखाता है कि अगर नीयत हो तो बड़े बदलाव आते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ग्रोथ स्टोरी को लेकर आश्वस्त है। पूरे देश में मोदी की गारंटी की चर्चा है। पूरी दुनिया भारत बेहतर रिटर्न की गारंटी बन रहा है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि चुनाव के नजदीक आते ही निवेशक निवेश से बचते हैं पर अब निवेशक भी सरकार की स्थिरता को लेकर आश्वस्त था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सात-आठ साल पहले हम सोच भी नहीं सकते थे कि निवेश को लेकर यूपी में भी इस तरह का माहौल बनेगा। चारों तरफ से अपराध और दंगों की खबरें आती थीं। अगर उस समय कोई कहता कि यूपी को विकसित प्रदेश बनाएंगे तो कोई सुनने को भी तैयार नहीं होता। आज प्रदेश में हजारों प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है। यहां पर लग रहे उद्योग यूपी की तस्वीर बदलने वाले हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से न सिर्फ देश के विकास को गति मिलेगी। बल्कि 34 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अबूधाबी में मंदिर का शुभारंभ करने को लेकर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आचार्य चाणक्य ने निवेश के बारे में कहा था कि इसके लिए भूमि, जनसंख्या और पूंजी की जरूरत होती है। यूपी में ये सबकुछ मौजूद है।
प्रदेश में अभी तक तीन ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह हो चुके हैं। इससे प्रदेश में युवाओं के लिए लाखों रोजगार की संभावनाएं खुली हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के प्रस्ताव मिल चुके हैं। अब उत्तर प्रदेश विकसित प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
लखनऊ के सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल में जो विकास की आधार शिला रखी गई है। उससे हमारा देश पीएम मोदी के तीसरे और चौथे कार्यकाल में विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश के आने वाले एक हजार साल के लिए आधार शिला रखने का काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है और पीएम मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं में हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि पहले राजनेताओं की उद्योगपतियों से मुलाकात को संदेह की नजरों से देखा जाता था पर अब देश के उद्योगपति सरकार के साथ मिलकर विकास के नए द्वार खोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 7 वर्षों में उत्तर प्रदेश में निवेशक अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में जो प्रयास किए हैं। उसका परिणाम ही है कि आज यहां ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह हो रहा है… PM मोदी के मार्गदर्शन और CM योगी के नेतृत्व में जिस तरह उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उससे ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह निवेश लाने की दिशा में पथप्रदर्शक समारोह साबित होगा।

गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

भाजपा पर समस्या पैदा करने का आरोप लगाया

भाजपा पर समस्या पैदा करने का आरोप लगाया 

मिनाक्षी लोढी 
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अशांत संदेशखालि में समस्या पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि इलाके में शांति बहाल करने के लिए हरसंभव आवश्यक कार्रवाई की गई है। बनर्जी ने राज्य विधानसभा में कहा कि अशांत संदेशखालि क्षेत्र में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधि में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा स्थानीय लोगों पर कथित अत्याचारों को लेकर जिस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उसका जिक्र करते हुए बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने कभी किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया है और न ही होने देंगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम संदेशाखालि की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
किसी भी गलत काम में शामिल किसी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। मैंने वहां राज्य महिला आयोग को भेजा है और संदेशाखालि के लिए एक पुलिस दल गठित किया है।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘क्षेत्र में अशांति फैलाने के लिए एक भयानक साजिश रची जा रही है और राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की है।’’
बुधवार को लगातार सातवें दिन संदेशखालि में विरोध प्रदर्शन जारी रहा, बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग की। शाहजहां शेख और उनके साथियों के खिलाफ आरोप हैं कि वे जबरन जमीन पर कब्जा करते हैं और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह पता चला है कि किस तरह भाजपा कार्यकर्ताओं को लाया गया और योजनाबद्ध तरीके से हिंसा भड़काई गई। मुख्य निशाना शाहजहां शेख थे और ईडी ने उन्हें निशाना बनाते हुए इलाके में प्रवेश किया।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘इसके बाद उन्होंने वहां से सभी को बाहर निकाला और इसे आदिवासियों तथा अल्पसंख्यकों की लड़ाई की तरफ पेश किया।’’ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह नई बात नहीं है।
वहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार है। वहां 7-8 साल पहले दंगे हुए थे। यह दंगों के लिहाज से सबसे संवेदनशील स्थानों में से एक है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस का एक दल लोगों की शिकायतें सुनने के लिए उनके घरों पर पहुंच रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम बताए जाने वाले मुद्दों पर जरूर ध्यान देंगे। लेकिन मुझे कार्रवाई करने के लिए मामला पता होना जरूरी है।’’

लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी गांधी, लिखा पत्र

लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी गांधी, लिखा पत्र 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली की जनता के नाम एक पत्र लिखकर कहा है कि वह स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने रायबरेली की जनता का आभार जताया और कहा कि वह भले ही सीधे तौर पर उनका प्रतिनिधित्व न करें, लेकिन उनका मन-प्राण सदा वहां की जनता के साथ रहेगा।
सोनिया गांधी ने पत्र में कहा, " अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा करने का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है कि मेरा मन-प्राण हमेशा आपके साथ रहेगा।"
सोनिया गांधी ने चिट्टी में बहुत ही भावुक बातें लिखीं। सोनिया ने कहा कि रायबरेली ने मेरे परिवार के बहुत गहरे रिश्ते रहे हैं। आजादी के बाद आपने मेरे ससुर फिरोज गांधी जी को जिताकर दिल्ली भेजा। उसके बाद आपने मेरी सास स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी को यहीं से जिताकर ना केवल दिल्ली भेजा बल्कि अपना बना लिया। तभी से यह सिलसिला जिंदगी के उतार चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इसपर हमारी आस्था और मजबूत होती गई। 
इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी।  सास और जीवनसाथी को खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। आज मैं जो कुछ भी हूं आप ही की वजह से हूं और मैंने इस भरोसे को निभाने की भरसक कोशिश की है।  
बता दें कि सोनिया गांधी ने बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से नामांकन दाखिल किया। पहली बार वह उच्च सदन में जा रही हैं। वह 1999 से लोकसभा की सदस्य हैं। वह 2004 से रायबरेली का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

शीर्ष अदालत के हर फैसले का सम्मान करना चाहिए

शीर्ष अदालत के हर फैसले का सम्मान करना चाहिए 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को चुनावी बॉन्ड पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को तवज्जो नहीं देने का प्रयास करते हुए कहा कि शीर्ष अदालत के हर फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। पार्टी ने विपक्षी दलों पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप भी लगाया।
भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है क्योंकि उसके पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और उनकी सरकार द्वारा किए गए सकारात्मक कार्यों से मुकाबले का कोई विकल्प नहीं है। भाजपा की यह प्रतिक्रिया लोकसभा चुनाव से पहले उच्चतम न्यायालय द्वारा चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने के एक ऐतिहासिक फैसले के बाद आई है।
कोहली ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम अदालतों में वकालत करते हैं और रोजाना मामले जीते और हारे जाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के किसी भी आदेश या उसके फैसले को स्वीकार किया जाना चाहिए और उसका सम्मान किया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन जो राजनीतिक दल इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, वे मुख्य रूप से इस आधार पर ऐसा कर रहे हैं क्योंकि उनके पास मोदीजी के नेतृत्व और उनकी सरकार द्वारा किए गए सकारात्मक कार्यों का कोई जवाब या विकल्प नहीं है, जिनसे करोड़ों लोग लाभान्वित हुए हैं।’’
कोहली ने कहा कि भारत अब 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ये राजनीतिक दल खुद ऐसी स्थिति में हैं कि जिस गठबंधन को वे बनाने की कोशिश कर रहे थे, वह लगभग खत्म हो रहा है या यह अपने पैरों पर खड़ा होने से पहले ही खत्म हो गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इसका राजनीतिकरण करने का उनका कारण बहुत स्पष्ट है।’’ कोहली ने कहा कि सरकार चुनावों में काले धन के इस्तेमाल के मुद्दे के समाधान के लिए चुनावी बॉन्ड योजना लाई थी। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘सबसे बड़ा परिप्रेक्ष्य यह है कि यह कई दशकों से चिंता का एक विषय रहा है कि काले धन या धन को चुनावी प्रक्रिया में आने से कैसे रोका जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चंदा देने वालों की पहचान को ध्यान में रखते हुए एक (चुनावी बॉन्ड) योजना आई। उच्चतम न्यायालय ने माना है कि इस प्रारूप में यह योजना नहीं हो सकती थी। इसलिए, इसने कुछ निर्देश पारित किए हैं।’’ कोहली ने कहा कि शीर्ष अदालत ने ‘मूल रूप से’ आज कहा है कि चुनावी बॉन्ड से संबंधित जानकारी बाहर आनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के किसी भी आदेश या उसके फैसले को स्वीकार करना होगा।’’
शीर्ष अदालत ने कहा कि सरकार की चुनावी बॉन्ड योजना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार के साथ-साथ सूचना के अधिकार का उल्लंघन करती है। शीर्ष अदालत ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को आदेश दिया कि वह निर्वाचन आयोग को छह साल पुरानी योजना में योगदान देने वालों के नामों का खुलासा करे। विपक्षी दलों ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोला।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि न्यायालय ने मोदी सरकार की ‘काला धन सफेद करने की’ योजना को रद्द कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मोदी सरकार भविष्य में ऐसे विचारों का सहारा लेना बंद कर देगी और उच्चतम न्यायालय की बात सुनेगी ताकि लोकतंत्र, पारदर्शिता और समान अवसर कायम रहें।

मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024

पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए

पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को सड़क पर किलेबंदी कर और कंटीले तार लगाकर रोकने की बजाय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों से मिलकर उनकी बात सुननी चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली आ रहे किसानों को बंदूक की बल पर और तानाशाही करके रोका नहीं जाना चाहिए। बल्कि उनकी मांगों पर विचार किया जाना चाहिए और खुद श्री मोदी को उनसे बात करनी चाहिए।  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा “कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीलें और बंदूक़ें… सबका है इंतज़ाम,तानाशाही मोदी सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम। याद है ना 'आंदोलनजीवी' व 'परजीवी' कहकर किया था बदनाम और 750 किसानों की ली थी जान। दस सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं — 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी,स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक़ इनपुट कॉस्ट के साथ 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करनाऔर एमएसपी को क़ानूनी दर्जा देना।” इस बीच कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा “जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा। किसानों की आवाज को दबाने के लिए भाजपा सरकार ने देश की राजधानी दिल्ली को ‘पुलिस छावनी’ में तब्दील कर दिया है, जैसे किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो। दिल्ली के चारों तरफ, खासतौर से हरियाणा और दिल्ली बॉर्डर पर मंजर क्या है ?” उन्होंने किसानों को रुक जाने को लेकर सरकार से सवाल किया और कहा “दिल्ली की सत्ता में बैठे क्रूर और अहंकारी सत्ताधारियों से हमारे सवाल-क्या देश के अन्नदाता न्याय मांगने दिल्ली नहीं आ सकते। क्या सरकार मानती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। देश के अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाएं। जब किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय है तो फिर किसान की राह में कीलें और कंटीली तारें क्यों। मोदी सरकार ने 18 जुलाई, 2022 को तीन काले कानून वापस लेने के बाद किसानों से एमएसपी के लिए कानून बनाने का वादा किया था। किसान मोदी सरकार से इस वादे की गारंटी क्यों न मांगे। क्या सरकार को देश की मिट्टी का दर्द और आत्महत्या करते अन्नदाताओं की वेदना सुनाई नहीं देती। कांग्रेस नेता ने कहा “कांग्रेस किसानों के न्याय की मांग का समर्थन करती है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और राहुल गांधी जी भी किसान न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री जी खुद किसानों से बात करें और उन्हें न्याय दें।”

मौर्य ने राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया

मौर्य ने राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया 

विजय भाटी 
गौतमबुद्ध नगर। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा है। इसको लेकर उन्होंने लिखा भी है कि ‘पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए मैं तत्पर रहू़ंगा’।
अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद के त्याग-पत्र ने यूपी की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने एक्स अकाउंट पर त्यागपत्र को साझा करते हुए संज्ञानार्थ लिखा है और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी को टैग किया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया है, उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा है। इसको लेकर उन्होंने लिखा भी है कि ‘पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए मैं तत्पर रहू़ंगा’।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने त्यागपत्र में लिखा, ‘जबसे में समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हुआ, लगातार जनाधार बढ़ाने की कोशिश की। सपा में शामिल होने के दिन ही मैंने नारा दिया था “पच्चासी तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है”। हमारे महापुरूषों ने भी इसी तरह की लाइन खींची थी। भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर आंबेडकर ने “बहुजन हिताय बहुजन सुखाय” की बात की तो डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा कि “सोशलिस्टो ने बांधी गांठ, पिछड़ा पावे सो में साठ”, शहीद जगदेव बाबू कुशवाहा व मा. रामस्वरूप वर्मा जी ने कहा था “सौ में नब्बे शोषित हैं, नब्बे भाग हमारा है”, इसी प्रकार सामाजिक परिवर्तन के महानायक काशीराम साहब का भी वही था नारा “85 बनाम 15 का”।
किंतु पार्टी द्वारा लगातार इस नारे को निष्प्रभावी करने एवं वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सैकड़ों प्रत्याशियों का पर्चा व सिंबल दाखिल होने के बाद अचानक प्रत्याशियों के बदलने के बावजूद भी पार्टी का जनाधार बढ़ाने में सफल रहे, उसी का परिणाम या कि सपा के पास जहां मात्र 45 विधायक थे वहीं पर विधानसभा चुनाव 2022 के बाद यह संख्या 110 विधायकों की हो गई थी। तद्नतर बिना किसी मांग के आपने मुझे विधान परिषद् में भेजा और ठीक इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव बनाया, इस सम्मान के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
त्यागपत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे लिखा, पार्टी को ठोस जनाधार देने के लिए जनवरी-फरवरी 2023 में मैंने आपके पास सुझाव रखा कि जातिवार जनगणना कराने, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ो के आरक्षण को बचाने, बेरोजगारी व बढ़ी हुई महंगाई, किसानों की समस्याओं व लाभकारी मूल्य दिलाने, लोकतंत्र व संविधान को बचाने, देश की राष्ट्रीय संपत्तियों को निजी हाथ में बेचे जाने के विरोध में प्रदेश व्यापी भ्रमण कार्यक्रम हेतु रथ यात्रा निकालने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर आपने सहमति देते हुए कहा था “होली के बाद इस यात्रा को निकाला जायेगा” आश्वासन के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया। नेतृत्व की मंशा के अनुरूप मैंने पुनः कहना उचित नहीं समझा।
स्वामी प्रसाद ने लेटर में कहा है कि ‘पार्टी का जनाधार बढ़ाने का क्रम मैंने अपने तौर-तरीके से जारी रखा, इसी क्रम में मैंने आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को जो जाने-अनजाने भाजपा के मकड़जाल में फंसकर भाजपा मय हो गए थे उनके सम्मान व स्वाभिमान को जगाकर व सावधान कर वापस लाने की कोशिश की तो पार्टी के ही कुछ छुटभइये व कुछ बड़े नेता “मौर्य जी का निजी बयान है” कहकर इस धार को कुंठित करने की कोशिश की, मैंने अन्यथा नहीं लिया। मैंने ढोंग-ढकोसला, पाखंड व आडंबर पर प्रहार किया तो भी यही लोग फिर इसी प्रकार की बात कहते नजर आये, हमें इसका भी मलाल नहीं, क्योंकि मैं तो भारतीय संविधान के निर्देश के क्रम में लोगों को वैज्ञानिक सोच के साथ खड़ा कर लोगों को सपा से जोड़ने की अभियान में लगा रहा’।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा को मजबूत करने के लिए खुद की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा, दलितों और पिछड़ों को जोड़ने के अभियान के दौरान, मुझे गोली मारने, हत्या कर देने, तलवार से सिर कलम करने, जीभ काटने, नाक-कान काटने, हाथ काटने आदि-आदि लगभग दो दर्जन धमकियों व हत्या के लिए 51 करोड़, 51 लाख, 21 लाख, 11 लाख, 10 लाख आदि भिन्न-भिन्न रकम देने की सुपारी भी दी गई, अनेको बार जानलेवा हमले भी हुए, यह बात दीगर है कि प्रत्येक बार में बाल-बाल बचता चला गया। उल्टे सत्ताधारियों द्वारा मेरे खिलाफ अनेको एफआईआर भी दर्ज कराई गई, लेकिन अपनी सुरक्षा की बिना चिंता किये हुए में अपने अभियान में निरंतर चलता रहा।

सोमवार, 12 फ़रवरी 2024

जयंत ने एनडीए में शामिल होने का ऐलान किया

जयंत ने एनडीए में शामिल होने का ऐलान किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने आखिरकार सोमवार को एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। अब चौधरी जयंत के एनडीए में जाने से वेस्ट यूपी में चुनावी समीकरण भी पूरी तरह बदल जाएंगे। हालांकि, जयंत का एनडीए में शामिल होना कई दिनों से तय माना रहा था लेकिन, आधिकारिक पुष्टि का इंतजार था।
रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह के एनडीए में शामिल होने से पश्चिमी यूपी के चुनावी समीकरण भी अब बदल जाएंगे। अब आगामी लोकसभा चुनाव में जाट वोट बैंक भी भाजपा की तरफ आता दिखाई देगा। अब इसके दो बड़े कारण हो गए हैं। पहले भाजपा सरकार ने किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा कर दी और अब रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने भी एनडीए में शामिल होने का एलान आधिकारिक तौर पर कर दिया है।
केंद्र सरकार ने दो दिन पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न’ देने का एलान किया था। साथ ही वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का एलान किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर इसका एलान किया था। रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि दिल जीत लिया है।
चौधरी जयंत सिंह ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया था। उन्होंने नौ फरवरी को कहा था कि सीटों के बंटवारे की बात नहीं, आज धन्यवाद देने का दिन है। उन्होंने कहा कि मैं परिस्थिति को देखकर बात करता हूं। जयंत ने कहा था कि पिता जी अजित सिंह का अधूरा सपना पूरा हुआ है। कहा कि ये भावुक और यादगार पल है। यह फैसला पीढ़ियों तक याद रहेगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कोई पोस्ट डिलीट नहीं करूंगा। कहा कि लोकतंत्र में शिकायत और आंदोलन होते हैं। जयंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की मूल भावना को समझते हैं। एनडीए में जाने की बात पर कहा था कि आज किस मुंह से इन्हें इनकार करूं।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...