शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

तालिबान ने वाहनों को नष्‍ट करने का आरोप लगाया

वाशिंगटन डीसी/ काबुल। तालिबान ने अमेरिका पर जानबूझकर काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद विमानों और अन्‍य वाहनों को नष्‍ट करने का आरोप लगाया है। तालिबान ने कहा है कि ये सब कुछ बदनीयती की वजह से किया गया है। आरियाना न्‍यूज के हवाले से एजेंसी ने बताया कि अमेरिकी वायु सेना के आखिरी विमान के काबुल से उड़ान भरने के बाद तालिबानी आतंकियों ने काबुल एयरपोर्ट पर अपना कब्‍जा कर लिया था।

इसके बाद वहां पर तालिबान का प्रवक्‍ता जबीहुल्‍ला मुजाहिद्दीन अपने साथियों के साथ वहां पर आया था। उसने तालिबान के आतंकियों को वहां पर संबोधित किया था। उसने कहा था कि आखिरकार आज देश अमेरिका से पूरी तरह से आजाद हो गया है। ये खुशी का दिन है। मुजाहिद्दीन समेत दूसरे तालिबानी नेताओं ने एयरपोर्ट का जायजा भी लिया था और वहां पर मौजूद विमानों और हेलिकॉप्‍टरों की भी जांच की थी।

आपको बता दें कि अमेरिका अपने पीछे हजारों की संख्‍या में वाहन, बख्‍तरबंद गाड़ियां, हथियार काबुल में ही छोड़ गया है। जाने से पहले उसने काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद वाहनों को बर्बाद कर दिया था। यही हाल उसने विमानों का किया। जाने से पहले विमानों को उड़ान भरने के काबिल नहीं छोड़ा गया। हेलिकॉप्‍टर्स के न सिर्फ बाहरी शीशे को तोड़ दिया गया, बल्कि उन्‍हें तकनीकी रूप से भी निष्क्रिय कर दिया गया था। अमेरिका ने जाने से पहले अपने अत्‍याधुनिक रॉकेट डिफेंस सिस्‍टम को भी नष्ट कर दिया था।

5 सितंबर को आयोजित होगीं किसान महापंचायत

हरिओम उपाध्याय          

मुजफ्फरनगर। संयुक्त राष्ट्रीय किसान मोर्चा के तत्वाधान में आगामी 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर जिला मुख्यालय पर आयोजित की जा रही किसान महापंचायत को लेकर पूरे देश की निगाहें मुजफ्फरनगर पर लगी हुई है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान को लेकर बड़ा बयान दिया है।

राजधानी दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसी राजनीतिक दल के गठन के सवाल पर कहा कि वह ऐसी बीमारी नहीं पालते हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा मुजफ्फरनगर वहां पर पहुंचने वाले किसानों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। केंद्रीय राज्य मंत्री और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट के सांसद संजीव बालियान को लेकर जब भाकियू नेता राकेश टिकैत से पूछा गया कि वह भी तो मुजफ्फरनगर की ही है। जिन्होंने फुगाना थाने में कहा था कि कप्तान साहब आप बीच में से हट जाओ, तो तपाक से राकेश टिकैत ने कहा कि महापंचायत में जाने वाले लोग तो उनके घर पर भी जाएंगे। लोग उनके घर पर खाना भी खाएंगे और पंचायत में भी शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि जब लोग उनके घर पर जाएंगे तो केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी है कि वह दरवाजे पर आने वाले लोगों का स्वागत करें। भाकियू नेता ने कहा है कि घर पर आए अपने मेहमान को कोई ऐसे ही थोड़े नाराज कर देगा। महापंचायत में आने वाले लोगों की व्यवस्था की सबकी जिम्मेदारी है। भाकियू नेता ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आप केंद्रीय मंत्री के आवास पर जाकर देख लेना वहां पर किसानों के खाने पीने लिये भटटी चढी हुई मिलेगी।

बहराइच में बाढ़ प्रभावित जिलों का निरीक्षण किया

हरिओम उपाध्याय         

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को देवीपाटन मंडल के गोण्डा व बलरामपुर के अलावा बहराइच में बाढ़ प्रभावित जिलों का निरीक्षण किया और पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। गोण्डा और बलरामपुर जिलों में घाघरा सरयू व राप्ती नदियों मे आयी बाढ़ से प्रभावित गांव का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से कहा कि प्रदेश के 15 जिले बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ से बचाव के लिये नदियों पर बने सभी तटबंधों पर युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य चल रहा है। सभी बंधों के सुरक्षित होने से बाढ़ की स्थिति फिलहाल सामान्य है।

उन्होनें कहा कि नेपाल के पानी से राप्ती, घाघरा व सरयू नदियां उफान पर है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा नावों द्वारा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी, जल पुलिस की मोटरबोटों से राहत सामग्रियां पहुंचायी जा रही है। इसके अलावा निचले इलाकों मे बसी गांव की आबादी को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें कहा कि जलजनित रोगों की दवाइयों संग जहरीले जलचर जंतुओं के काटने पर किये जाने वाले उपचार की समुचित व्यवस्था स्वास्थ विभाग द्वारा की जा रही है। बाढ़ के कारण होने वाली मृत्यु पर मृतकों के परिजनों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होनें बताया कि नदियों की चैनलिंग से बाढ़ रोकने मे काफी मदद मिली है। उन्होनें गोण्डा जिले के तरबगंज तहसील क्षेत्र के बरौली व बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र के पालापुर गांवों मे बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की।

इससे पहले मुख्यमंत्री बहराइच के बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने राजीचौराहा में बने हेलीपैड पर दोपहर दो बजे उतरे। उन्होने बाढ़ व कटान पीड़ितों को खाद्यान्न किट, गृह अनुदान राशि का चेक व आवास की चाबी सौंप कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने लोगों को भाजपा सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं से रूबरू कराया। 

उत्सवों के आयोजन में व्यस्त है भाजपा सरकार

हरिओम उपाध्याय          

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बाढ़ से हो रही तबाही से बेखबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार विज्ञापनी प्रचार उत्सवों के आयोजन में व्यस्त है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश के दर्जनों जिलों में नदियां उफान पर हैं। बाढ़ की विभीषिका में फंसे लोग जान-माल की गुहार लगा रहे हैं। तटबंध टूट रहे हैं, सड़क-सम्पर्क मार्ग तेज लहरों के बहाव में ध्वस्त हो रहे हैं, हर ओर तबाही है। बेबस पशु चारा-पानी को तरस रहे हें। बीमारियां फैल रही हैं। भाजपा सरकार को इधर देखने की फुर्सत नहीं है, वह आए दिन अपनी विज्ञापनी प्रचार उत्सवों के आयोजन में व्यस्त है।

उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। छह प्रमुख नदियां यहां उफान पर हैं। यहां भरवलिया-बसावनपुर रिंग बांध टूट गया है। गोरखपुर-वाराणसी, सोनौली, गोरखपुर-लखनऊ जोड़ने वाली सड़कों पर यातायात बाधित है। कई तटबंध टूट फूट गए हैं। आमी नदी का पानी इंडियन आयल कारपोरेशन के बाटलिंग प्लांट में पानी भर जाने से प्लांट बंद हो गया है।

उत्तर प्रदेश में बलरामपुर, महाराजगंसिद्धार्थनगर गोण्डा, गोरखपुर, अयोध्या, रायबरेली, फर्रूखाबाद, कुशीनगर आदि जनपदों में बाढ़ ने ऐसा कहर मचाया है कि लोग अपने घर-गांव छोड़कर भाग रहे हैं। उन्हें जान बचाना मुश्किल हो रहा है। सैकड़ों गांवों में लोगों के घरों में पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। सैकड़ों हेक्टेयर फसल नदियों के जल प्रवाह में डूब बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोग घर की छतों पर या किसी ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं। लोग नावों से ही इधर-उधर जा पा रहे हैं। सबसे बुरी दशा मवेशियों की है। उनकी देखभाल कौन करे जब लोगों का ही कहीं ठिकाना नहीं है। औरतों-बच्चों तथा बूढ़ों को ज्यादा ही परेशानियां उठानी पड़ रही है।

उन्हाेने कहा कि प्रदेश की जनता बाढ़ के प्रकोप से त्राहि-त्राहि कर रही है। भाजपा सरकार ने बाढ़ के हालात पर कोई गम्भीरता नहीं दिखाई है। राहत कार्य अभी तक नहीं चल रहे हैं। बाढ़गस्त इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की सुचारू व्यवस्था नहीं है। कई जनपदों मे ज्वर और दूसरी बीमारियां भी फैल रही है जिनके इलाज के लिए कोई चिकित्सीय मदद नहीं मिल रही है। सब कुछ भगवान भरोसे है। ठीक उसी तरह जैसे कोरोना पीड़ितों की भाजपा ने कोई सुध नहीं ली थी। भाजपा सरकार पूर्णतया संवेदनशून्य है। 

वस्तुओं के वृद्धि के खिलाफ लाइन पर धरना: यूपी

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह खाना पकाने की गैस, पेट्रोल-डीजल, खाने का सरसों के तेल सहित सभी जनउपयोगी आवश्यक वस्तुओं के मूल्य वृद्धि के खिलाफ 8 सितंबर 2021 दिन 12 बजे सुभाष चौराहे सिविल लाइन पर धरना देंगे।
सपा जिलाउपाध्यक्ष विनय कुशवाहा ने कहा कि " जबसे भाजपा की सरकार आयीं है, कमरतोड़ मंहगाई लायी हैं"।
आमलोगों का जीवनयापन मुश्किल होता जा रहा है।मोदी सरकार सिर्फ उधोगपतियों के हित में कार्य कर रहे हैं। इसलिए जनविरोधी भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ आठ सितंबर दिन बुधवार को सरकार के खिलाफ धरना देंगे। सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह सुभाष चौराहा सिविल लाइन प्रयागराज पर। 

न्यूज़ प्रकाशित किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने नियामक तंत्र के अभाव में वेबसाइटों और यूट्यूब चैनल के माध्यम से फेक न्यूज़ प्रकाशित और प्रसारित किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। अदालत ने कहा कि इससे देश की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। गुरुवार को कोर्ट ने माना कि तबलीगी जमात मामले में मीडिया के 1 वर्ग की खबरों मैं संप्रदायिक रन जिससे देश की छवि खराब होती है। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि बिना किसी जवाबदेही के वेब पोर्टल पर सामग्री परोसी जा रही है। वे अनाप-शनाप प्रसारित कर रहे हैं। इस देश में सब कुछ एक संप्रदायिक कोण से दिखाया जाता है। खंडपीठ निजामुद्दीन मरकज की तबलीगी जमात वाली घटना के दौरान फर्जी और दुर्भावना से प्रेरित खबरों के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद और पीस पार्टी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। 
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सिर्फ रसूख दारो की सुनते हैं और उनका तो जुडिशल संस्थानों के प्रति कोई उत्तरदायित्व भी नहीं होता है। चीफ जस्टिस में टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंने कभी पब्लिक चैनल टि्वटर फेसबुक और यूट्यूब को जवाब देते नहीं देखा और संस्थानों के प्रति इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं दिखती है। अगर कुछ गलत दिखते हैं तो भी वह कोई जवाब नहीं देते। अगर आप यूट्यूब पर जाए तो आप देख सकते हैं कि वहां फेक न्यूज़ चल रहा होता है। वेब पोर्टल की निगरानी नहीं होती है । आम आदमी की तो छोड़िए न्यायाधीशों को भी नहीं बख्शते। खंडपीठ ने कहा कि यह वेब पोर्टल संस्थानों के खिलाफ बहुत बुरा लिखते हैं। आम आदमी की बात तो छोड़ दी जाए न्यायाधीशों को भी यह नहीं बख्शते। न्यायालय ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या इस सब से निपटने के लिए कोई तंत्र है। मुख्य न्यायाधीश का कहना था कि केंद्र सरकार के पास तो प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए तो नियामक हैं लेकिन वेब पोर्टल के लिए कुछ नहीं है और इसका उपाय सरकार को तलाशना होगा। सरकार की ओर से सालिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए जिन्होंने कहा कि सरकार के पास मीडिया के लगभग सभी अंगों पर अंकुश लगाने के लिए कानून मौजूद है। पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने भड़काऊ टीवी कार्यक्रमों पर रोक नहीं लगाने को लेकर केंद्र को कड़ी फटकार लगाई थी। एक ही अपराध के लिए पुलिस कई बार एफ आई आर दर्ज नहीं कर सकती दिल्ली हाई कोर्ट दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले साल उत्तर पूर्वी दंगों के दौरान एक परिसर को लूटने और आग लगाने के कथित अपराधों के लिए दर्ज चार प्राथमिकियों को खारिज कर दिया है। हाई कोर्ट का कहना है कि उसी संज्ञेय अपराध के लिए दूसरी प्राथमिकी दर्ज कर अलग से नई जाच नहीं हो सकती है। हाईकोर्ट ने कहा कि एक ही मामले के लिए पांच अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकती। ऐसा करना सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित कानूनों के विपरीत है। एक प्राथमिकी को बरकरार रखते हुए कोर्ट ने पिछले साल मार्च में जाफराबाद पुलिस स्टेशन में दर्ज चार अन्य प्राथमिकियों को रद्द कर दिया। न्यायमूर्ति सुब्रह्मणियम प्रसाद ने कहा यह नहीं कहा जा सकता कि घटनाएं अलग थी या अपराध अलग थे।

सड़कों के किनारे पर 5-5 फीट चौड़े फुटपाथ बनाएं

पंकज कपूर        

हल्द्वानी। नगर निगम ने शहर की सड़कों के किनारे पर 5-5 फीट चौड़े फुटपाथ बनाए। ताकि पैदल राहगीरों को बाजार आने-जाने में सहूलियत हो सके। लेकिन इन फुटपाथों पर दुकानदारों ने कब्जा कर लिया। दुकानदार अपनी दुकान का सामान फुटपाथ पर सजा रहे है।जबकि, पैदल राहगीरों को मजबूरन सड़क पर चलना पड़ रहा है। इसको लेकर न तो नगर निगम सजग है और न ही यातायात पुलिस कार्रवाई को तैयार है।

गौरतलब है कि, लगभग आठ वर्ष पूर्व हल्द्वानी को महानगर का दर्जा मिला था, इसके बाद हल्द्वानी- काठगोदाम नगर निगम आस्तित्व में आया। शहर के बीचो बीच से गुजरने वाले हाइवे के साथ ही अन्य सड़को के किनारे फुटपाथों का निर्माण दुर्घटनाओं के मद्देनजर किया गया। करोड़ो रुपए सड़कों के फुटपाथ के पास नाला निर्माण में खर्च किये गए। फुटपाथ बनाने को लेकर दो उद्देश्य मुख्य थे, जिसमें एक शहर का सौंदर्यीकरण और दूसरा लोगों को चलने के लिए जगह देना। लेकिन दोनों ही उद्देश्य करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी किसी काम के साबित न हुए। 

सड़क किनारे बने फुटपाथों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। कुछ लोगों ने नाले व फुटपाथ पर अवैध तरीके से गुमठियां रख ली तो दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने फुटपाथ पर सामान रख दिया। जिससे न तो विकास दिखाई दे रहा है और न ही पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ नजर आ रहा है। ऐसे में मजबूरन लोगों को सड़कों पर ही चलना पड़ रहा है। खास बात तो यह है कि फुटपाथ पर हो रहे इस अतिक्रमण की जानकारी निगम को भी है और यातायात पुलिस को भी। लेकिन न तो निगम अतिक्रमण हटाने आगे आ रहा है और नहीं यातायात पुलिस। जिससे यह अतिक्रमण अस्थाई से अब स्थाई होता जा रहा है।

घोटाले की जांच की प्रगति के संबंध में रिपोर्ट तलब

पंकज कपूर       
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने श्रम विभाग के तहत आने वाले राज्य भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में 20 करोड़ों के घोटाले के मामले में सरकार से घोटाले की जांच की प्रगति के संबंध में 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में शुक्रवार 3 सितंबर को सुनवाई होगी। याचिकाकर्ता खुर्शीद अहमद की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई वरिष्ठ न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी एवं न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की युगल पीठ में हुई। बोर्ड के निदेशक शमशेर सिंह सत्याल ने भी अदालत के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर उन्हें पक्षकार बनाने की मांग की। अदालत के संज्ञान में लाया गया कि शासन की स्वीकृति के बिना पौड़ी जनपद के कोटद्वार में श्रम विभाग की ओर से कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत 50 करोड़ की लागत से एक अस्पताल के निर्माण का निर्णय लिया गया और इसका ठेका ब्रिज एंड रूफ इंडिया लिमिटेड को दिया गया।

भारत के खिलाफ गतिविधियों को अंजाम दिया

नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। तालिबान के शासन तले अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किए जाने की आशंका के बीच समूह ने कहा है कि उसे कश्मीर समेत हर कहीं मुस्लिमों के पक्ष में बोलने का अधिकार है। हालांकि उसने कहा कि उसकी किसी भी देश के खिलाफ ‘सशस्त्र अभियानों’ को अंजाम देने की नीति नहीं है।

दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बृहस्पतिवार को वीडियो लिंक के जरिए बीबीसी को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ”हम आवाज उठाएंगे और कहेंगे कि मुस्लिम आपके अपने लोग हैं, आपके अपने नागरिक और उन्हें आपके कानून के तहत समान अधिकार मिलने चाहिए।” शाहीन ने कहा कि मुस्लिम होने के नाते यह समूह का अधिकार है कि वह कश्मीर तथा किसी भी अन्य देश में रह रहे मुस्लिमों के लिए आवाज उठाए।

भारत-रूस की दोस्ती समय की कसौटी पर उतरी

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत-रूस की दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है। साथ ही उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर किए गए सहयोग सहित कोविड-19 महामारी के दौरान दोनों देशों के बीच हुए ‘मजबूत’ सहयोग का उल्लेख किया। ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) के पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का एक अन्य प्रमुख स्तंभ है और भारत एवं रूस मिलकर वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता लाने में मदद कर सकते हैं।

उन्होंने यह उल्लेख किया कि भारत में एक प्रतिभाशाली और समर्पित कार्यबल है। जबकि सुदूर पूर्व क्षेत्र संसाधनों से भरा हुआ है और रूसी सुदूर पूर्व के विकास में योगदान करने की खातिर भारतीय प्रतिभाओं के लिए जबरदस्त गुंजाइश है।

उन्होंने फोरम में हिस्सा लेने के लिए 2019 में रूसी शहर व्लादिवोस्तोक की अपनी यात्रा और उस दौरान “एक्ट फार ईस्ट पॉलिसी” के लिए भारत की प्रतिबद्धता की घोषणा का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि यह नीति रूस के साथ भारत की “विशेष और करीबी रणनीतिक साझेदारी” का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाये

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले और कुछ अन्य जिलों में वायरल एवं डेंगू बुखार से कई लोगों की मौत होने पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि लोगों को हरसंभव स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जाए और महामारी के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाये जाएं। उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान पैदा हुई स्थिति से कोई सबक नहीं लिया? कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, ”उत्तर प्रदेश में वायरल बुखार से 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

शराब के नशे में धुत्त होकर स्कूल पहुंचे थें शिक्षक

दुष्यंत टीकम            
रायपुर। गरियाबंद जिले में प्रधान पाठक और शिक्षक शराब के नशे में धुत्त होकर स्कूल पहुंचे थे। जिसे अब शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया है। संभागीय संयुक्त संचालक ने प्रधान पाठक शशि शेखर पांडे, शिक्षक खिरसिंह नेताम और शिक्षक प्रकाश कुमार भोई को निलंबित कर दिया है।
दरअसल 2 सितंबर को गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक मैनपुर के ढोर्रा मीडिल स्कूल में प्रधान पाठक शशि शेखर पांडे और शिक्षक खिरसिंह नेताम शराब के नशे में मिले थे। स्कूल में पढ़ाने की बजाय दोनों शिक्षक कुछ दिनों से रोजाना दारू-मुर्गा की पार्टी करने में मशगूल थे। नशे में धुत्त शिक्षक छोटी-छोटी बातों पर बच्चों की कान खिंचाई और पिटाई भी करते थे। इस कारतूत को छात्रों ने अपने परिजनों को बताई, तो ग्रामीणों ने शिक्षकों को रंगे हाथों पकड़ा था।


इंटरनेशनल में वार्ता को संम्बोधित करेंगे महासचिव

दुष्यंत टीकम                
रायपुर। एआईसीसी के महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन छत्तीसगढ़ पहुंचें हैं। शुक्रवार को दोपहर 12:00 बजे होटल बेबीलोन इंटरनेशनल में पत्रकार-वार्ता को संम्बोधित करेंगे। पत्रकार-वार्ता में अजय माकन के साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी भी मौजूद रहेंगे। छत्तीसगढ़ पहुंचते ही महासचिव अजय माकन ने कांग्रेस में जो चल रहे सियासत को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है आप बताएं कौन सा ऐसा राज्य देश में है, कौन सी ऐसी पॉलिटिकल पार्टी है, जहां लोगों का किसी विषय पर मतभेद नहीं होता है।
अजय माकन ने कहा कि क्या बीजेपी उत्तर प्रदेश में ठीक चल रही है। क्या वेस्ट बंगाल, कर्नाटक में ठीक चल रहे हैं। राज्य और हर पार्टी में ऐसा रहता है। यह इन चीजों का हिस्सा होता है। इन चीजों के साथ भी जनता की सेवा में ताकत के साथ लगे हुए हैं। इसके पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने एक वीडियो संदेश जारी किया था, जिसमें 3 सितम्बर को राजधानी रायपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन क़ी महत्वपूर्ण पत्रकारवार्ता की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि जिस प्रकार देश में मोदी सरकार ने देश की मूल्यवान संपत्तियों को बेचने का जो अभियान चलाया हुआ है। इसके खिलाफ कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी कहा था।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा था कि देश की संपदा बेच-बेचकर, पुर्खों के द्वारा बनाए संपदा को बेच-बेचकर मोदी सरकार अपने दो उद्योगपति मित्रों को मदद करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा था कि हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, रेलवे लाइन,ट्रेन कुछ भी तो नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ कांग्रेस ने जन जाग्रति के लिए देशभर के सभी राज्यों की राजधानियों में कांग्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। इसी संदर्भ में आज अजय माकन एक प्रेसकांफ्रेन्स को संबोधित करेंगे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि डा. रमन यह न भूले कि उनके 15 साल के कार्यकाल में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार इतने चरम पर पहुंच चुका था कि रायगढ़ के भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में स्वयं कहा था कि एक साल कमीशनखोरी बंद करने पर ही सरकार आएगी। रमन सरकार के 15 साल के काले कार्यकाल के कारण भाजपा 15 सीटें भी हासिल नहीं कर पायी थी। 15 साल तक रमन सिंह ने यह सूची बनाई होती तो शायद यह दिन देखने नहीं पड़ते।
त्रिवेदी ने कहा है कि रमन के 15 साल में हुए भ्रष्टाचार के नान घोटाला, नसबंदी कांड, गर्भाशय कांड, आंखफोडवा कांड, धान परिवहन घोटाला जैसे जीते जागते सबूत मौजूद है। उनके पुत्र अभिषेक सिंह के नाम पर खुले विदेशी खातों में ईमानदारी का कौन सा पैसा है, यह रमन को बताना चाहिए। जाने माने समाजसेवी और दानवीर दाउ कल्याण सिंह के दान से बने अस्पताल को रमन ने अपने दामाद पुनीत गुप्ता को ओएसडी नियुक्त कर दामाद का अस्पताल बनाकर गिरवी रख दिया था। यह इतने गोपनीय तरीके से किया गया था कि रमन सरकार जाने के बाद कांग्रेस सरकार बनी तब सार्वजनिक हुआ। ऐसे रमन सिंह आज प्रदेश और जनहित में अच्छा काम कर रही कांग्रेस की सरकार को सीख देने के अधिकारी नहीं है। रमन सिंह का बयान पर उपदेश कुशल बहुतेरे की कहावत को चरितार्थ कर दिया है।

मुनव्वर की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार

हरिओम उपाध्याय    
लखनऊ। अपने बयानों की वजह से अब अक्सर चर्चा में रहने वाले देश के मशहूर शायर मुनव्वर राना की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। हाईकोर्ट की 2 सदस्यीय खंडपीठ ने एफआईआर रद्द करने की याचिका भी खारिज कर दी है।
शायर मुनव्वर राना ने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर दी थी, जिसके बाद लोगों का गुस्सा उनपर फूटा था।  उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया गया था। आंबेडकर महासभा ने भी मांग की थी कि मुनव्वर राना के खिलाफ केस दर्ज हो।
लखनऊ में अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी थी कि मुनव्वर राना के खिलाफ केस दर्ज हो. एससी/एसटी एक्ट के अलावा 153-ए, 501 (1)-बी और 295-ए के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मुनव्वर राना ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे पर कहा था, 'तालिबानी उतने ही आतंकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं। अगर वाल्मीकि रामायण लिखते हैं तो वे देवता हो जाते हैं, उससे पहले वह डाकू थे। आदमी का किरदार बदलता रहता है।
विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं विवादित बयान देकर घिरे हैं मुनव्वर रानामुनव्वर राना अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि यूपी में भी तालिबान जैसा काम हो रहा है। उन्होंने दावा किया था कि यूपी में भी थोड़े-बहुत तालिबानी हैं। यहां सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू तालिबानी भी होते हैं। आतंकवादी क्या मुसलमान ही होते हैं, हिंदू भी होते हैं। जैसे महात्मा गांधी सीधे थे और नाथूराम गोडसे तालिबानी. यूपी में तालिबान जैसा काम हो रहा है।

वेबसाइट फोनपे पल्स लाँच करने की घोषणा की

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। फिनटेक कंपनी फोनपे ने आज भारत का पहला इंटरैक्टिव वेबसाइट फोनपे पल्स लाँच करने की घोषणा की। जिसमें डेटा, इनसाइट और देश में डिजिटल पेमेंट पर चल रहे ट्रेंड भी देखे जा सकते हैं। फोनपे पल्स वेबसाइट पर भारत के इंटरेक्टिव मैप पर उपभोक्ताओं द्वारा 2000 करोड़ से अधिक लेनदेन को देखा जा सकता है। कंपनी ने डिजिटल भुगतान के पिछले 5 वर्षों के विकास पर अध्ययन के लिए, पल्स रिपोर्ट भी लॉन्च की। रिपोर्ट में इस बारे में भी बेहतर इनसाइट है कि 2016 के बाद से पूरे भारत में डिजिटल भुगतान कैसे विकसित हुआ है और इसमें विस्तृत भौगोलिक और श्रेणी विशिष्ट ट्रेंड शामिल हैं।

फोनपे पल्स नये तरह का उत्पाद है जो सरकार, पॉलिसी निर्माताओं, नियामक निकायों, मीडिया, उद्योग विश्लेषकों, व्यापारी भागीदारों, स्टार्टअप और शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों सहित कई पारिस्थितिकी तंत्र हितधारकों के जरूरतों के लिए फायदेमंद है। इनसाइट वाले ट्रेंड और कहानियों के साथ समृद्ध डेटा सेट का उपयोग इन भागीदारों द्वारा उपभोक्ता और व्यापारी व्यवहार को समझने और विकास के नए अवसरों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है। फोनपे पल्स भारत में अपनी तरह का पहला उत्पाद है और एक क्रॉस-फ़ंक्शनल टीम द्वारा महीनों के अनुसंधान और सहयोग का नतीजा है। जिसमें पूरे कंपनी के कॉर्पोरेट संचार पेशेवर, व्यवसाय विश्लेषक, विपणक, डिज़ाइनर, लेखक, इंजीनियरिंग और व्यावसायिक टीमें शामिल हैं।

भोजपुरी फिल्म 'राधे' 10 सितंबर को होगीं रिलीज

कविता गर्ग         
मुंबई। भोजपुरी सिनेमा के मेगा स्टार रवि किशन और अरविंद अकेला कल्लू की भोजपुरी फिल्म 'राधे' 10 सितंबर को बिहार और झारखंड के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
रवि किशन और अरविंद अकेला कल्लू की मोस्ट अवेटेड फ़िल्म राधे बिहार झारखंड के सिनेमाघरों में एक साथ भव्यता के साथ 10 सितंबर को रिलीज होने जा रही है। फ़िल्म की निर्मात्री नेहा श्री ने बताया, "यह फ़िल्म पहले बन चुकी थी,लेकिन कोविड के कारण हमारी फिल्म रिलीज़ नही हो पायी। भोजपुरिया दर्शक लंबे समय से इस फ़िल्म का इंतज़ार कर रहे थे की फ़िल्म कब रिलीज होगी,लेकिन अब उनकी इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई है। 10 सितंबर को राधे सम्पूर्ण बिहार और झारखंड के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
कल्लू की जोड़ी सिल्वर स्क्रीन पर पहली बार एक साथ देखने को मिलेगी। फ़िल्म में नेहा श्री और प्रियंका पंडितअहम क़िरदार में नज़र आयेंगी। राधे की निर्मात्री नेहा श्री है जबकि निर्देशक एवं संगीतकार रितेश ठाकुर है। फ़िल्म की कहानी के बारे निर्देशक ने बताया कि फ़िल्म का मेन हीरो हाथी है। जिसका नाम राधे रहता है।इससे अधिक जानकारी के लिए दर्शको को फ़िल्म देखनी पड़ेगी। फ़िल्म के कॉन्सेप्ट और डायलॉग बेहतरीन हैं। फिल्म साफ सुथरी पारिवारिक है,जिसे हर वर्ग के दर्शक देख सकते है।

नीति तय न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कोरोना से मरने वालों के परिवार को मुआवजा देने की नीति अब तक तय न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है। कोर्ट ने केंद्र को मुआवजा नीति बनाने के अलावा डेथ सर्टिफिकेट में मौत की सही वजह दर्ज करने की व्यवस्था बनाने के लिए भी कहा था। मामले में अब तक जवाब दाखिल न होने पर टिप्पणी करते हुए कोर्ट ने आज कहा। आप जब तक कदम उठाएंगे, तब तक तीसरी लहर भी आकर जा चुकी होगी।
30 जून को दिए आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने देश में कोरोना से हुई हर मौत के लिए मुआवजा देने को कहा था। कोर्ट ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी से कहा था कि वह 6 हफ्ते में मुआवजे की रकम तय कर राज्यों को सूचित करे। कोर्ट ने माना था कि इस तरह की आपदा में लोगों को मुआवजा देना सरकार का वैधानिक कर्तव्य है। लेकिन मुआवजे की रकम कितनी होगी, यह फैसला कोर्ट ने सरकार पर ही छोड़ दिया था।
मामले के याचिकाकर्ताओं ने दलील दी थी कि अस्पताल से मृतकों को सीधा अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है। न उनका पोस्टमॉर्टम होता है, न डेथ सर्टिफिकेट में लिखा जाता है कि मृत्यु का कारण कोरोना था। ऐसे में अगर मुआवजे की योजना शुरू भी होती है तो लोग उसका लाभ नहीं ले पाएंगे। इस पर कोर्ट ने कहा था कि कोरोना से मरने वालों के मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत की वजह साफ लिखी जानी चाहिए। सर्टिफिकेट पाने की प्रक्रिया सरल बनाई जाए। अगर पहले जारी हो चुके सर्टिफिकेट से परिवार को कोई शिकायत है तो उसका निराकरण किया जाए।
आज यह मामला जस्टिस एम आर शाह और अनिरुद्ध बोस की बेंच में लगा। सुनवाई की शुरुआत में ही एडिशनल सॉलिसीटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कोर्ट को सूचित किया कि अब तक हलफनामा दाखिल नहीं हो पाया है। भाटी ने इसके लिए 10 दिन का समय मांगा। कोर्ट में मौजूद सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने भी कहा कि मामला अभी सरकार के पास विचाराधीन है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बेंच के अध्यक्ष जस्टिस शाह ने कहा कि आदेश आए हुए लंबा समय बीत चुका है। सरकार जब तक कुछ करेगी, तब तक तीसरी लहर भी बीत चुकी होगी। कोर्ट ने कहा कि सरकार पहले भी समय मांग चुकी है। अब वह 11 सितंबर तक जवाब दाखिल कर दे।

मां ने बच्ची को 19 बिल्लियों के साथ बंद किया

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। एक कलयुगी मां ने अपनी ही बच्ची को 19 बिल्लियों के साथ अंधेरे कमरे में बंद कर दिया। मां ने अपनी 6 साल की बेटी के साथ यह करतूत की है। उस कमरे ना कोई खिड़की थी, ना कोई रोशनी थी। बच्ची की हालत ये हो गई कि उसे जिंदा रहने के लिए बिल्लियों के खाने को भी खाना पड़ा। इसके बाद जब पुलिस उस कमरे तक पहुंची तो पुलिस के अधिकारी ना सिर्फ हैरान रह गए बल्कि सोच में पड़ गए कि कोई मां अपनी ही बच्ची के साथ यह सब कैसे कर सकती है।
दरअसल, यह मामला रूस स्थित उत्तरी मॉस्को का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला का नाम एल्प्रिका है। उसने अपनी छह साल की मासूम बच्ची को इसलिए कमरे में बंद कर दिया क्योंकि वह उसे पसंद नहीं करती थी। उसने अपनी बच्ची को उठाकर 19 बिल्लियों के साथ एक डरावने कमरे में बंद कर दिया। कई दिन तक बच्ची उसमें बंद रही। बच्ची बिल्लियों के साथ ही कमरे में रही। यहां तक कि जिंदा रहने के लिए उसने बिल्लियों का खाना तक खाया। गनीमत यह रही कि उसकी जान किसी तरह बच गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, एल्प्रिका ने मासूम बच्ची को बिल्लियों के साथ बंद कर दिया और वो खुद अपनी बड़ी बेटी के साथ बगल के शानदार घर में रहती थी। इसकी सूचना जब पुलिस को किसी ने दी तो उन्होंने बच्ची को रेस्क्यू किया। बच्ची की हालत ये थी कि वह इंसान की भाषा भी नहीं समझ पाती थी। वो बिल्लियों की तरह ही चलने की कोशिश करने लगी थी।
पुलिस ने इसके बाद बच्ची की मां को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला ने सफाई दी कि उसने अपनी बेटी के स्वभाव में तीन साल की उम्र में ही अजीब बदलाव देखे, जिसके बाद उसने बच्ची को बिल्लियों के साथ बंद कर दिया। जबकि बड़ी बेटी को उन्होंने अपने साथ रखा। बच्ची पर ऐसा अत्याचार करने को लेकर कोर्ट ने उसे जेल की सजा सुनाई है।

फिल्म 'ऊंचाई' की शूटिंग नेपाल में करेंगे अमिताभ

कविता गर्ग           
मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपनी आने वाली फिल्म 'ऊंचाई' की शूटिंग नेपाल में करेंगे।
अमिताभ बच्चन जल्द ही निर्देशक सूरज बड़जात्या की फैमिली ड्रामा फिल्म 'ऊंचाई' में नजर आएंगे। बताया जा रहा है कि अमिताभ अपनी इस फिल्म की शूटिंग शुरू करने के लिए तैयार हैं। इस फिल्म में बोमन ईरानी और अनुपम खेर भी अहम भूमिका में नजर आने वाले हैं। अमिताभ अक्टूबर से नेपाल में इस फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि अमिताभ बच्चन समेत दूसरे कलाकार 40 से 45 दिन तक नेपाल में फिल्म की शूटिंग करेंगे। नेपाल के बाद फिल्म के बचे हुए हिस्से की शूटिंग मुंबई और दिल्ली में होगी। फिल्म की कहानी सूरज बड़जात्या के दिल के बेहद करीब है। यह फिल्म अगले साल यानी 2022 के सेकेंड हाफ में सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। बताया जा रहा है कि यह फिल्म दोस्ती पर आधारित होगी। फिल्म में अमिताभ, बोमन ईरानी, अनुपम खेर और नीना गुप्ता बेस्ट फ्रेंड के रूप में नजर आएंगे। बताया जा रहा है कि पंकज त्रिपाठी भी इस फिल्म का हिस्सा हैं।

यूके: उत्तराखंड से भाजपा को उखाड़ फेंकेगी यात्रा

पंकज कपूर           
काशीपुर। 3 सितंबर 2021 वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव अलका पाल ने कहा की कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा उत्तराखंड से भाजपा को उखाड़ फेंकेगी l 3 सितंबर से 6 सितंबर तक चलने वाली कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा उत्तराखंड में भाजपा के ताबूत की आखरी कील साबित होगी। पीसीसी सचिव अलका पाल ने कहा कि भ्रष्टाचार- महंगाई- बेरोजगारी-काले कृषि कानून -सिलेंडर- पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर पूरे देश और उत्तराखंड की जनता त्रस्त है। लेकिन अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली कहावत के कारण सत्ता में बैठे हुए लोगों को महंगाई दिखाई नहीं देती।
उत्तराखंड में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा राज्य की जनता के बीच महंगाई- भ्रष्टाचार- बेरोजगारी- किसान विरोधी एवं सिलेंडर- पेट्रोल और डीजल की वृद्धि को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रही है। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा केवल सत्ता पाने के लिए नहीं है। बल्कि उत्तराखंड की जनता के हक- हकुकू की लड़ाई लड़ने की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने कहा समय की मांग है कि अब इस हिटलर शाही सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया जाए। कभी नोटबंदी कभी जीएसटी और अब महंगाई- बेरोजगारी- भ्रष्टाचार का दानव देश और उत्तराखंड की जनता को छल रहा है। भाजपा सरकार में बैठे हुए लोग केवल घोषणाओं तक सीमित है। उत्तराखंड की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए तैयार है, और इसका आगाज कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से आरंभ हो रहा है।

यूके: लक्ष्यों को पूरे करने का काम अभियान चलेगा

पंकज कपूर           
देहरादून। राज्य में अगले 30 दिनों में स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं के निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूरे करने का काम अभियान के रूप में चलेगा। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और उनकी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सभी जनपदों में ’स्वरोजगार शिविर’ लगाये जायेंगे।
इन शिविरों में जिला स्तरीय अधिकारी एवं बैंक के अधिकारी स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही मौके पर ही आवेदकों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इस माह 30 सितम्बर से पहले ये शिविर आयोजित कर लिए जाऐंगे। शिविरों के आयोजन का रोस्टर सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों ने शासन को उपलब्ध करवा दिया है। ताजा खबरों के लिए 
प्रदेश में स्वरोजगार की योजनाओं के आवेदनों के निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री धामी के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में कार्यवाही शुरू हो गई है। प्रदेश के सभी 13 जिलों में 30 सितम्बर से पहले स्वरोजगार शिविर आयोजित होंगे। 
बीते 5 अगस्त को समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजनाओं के जुड़े आवेदकों के ऋण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के बाद सभी जनपदों में विकासखंड स्तर पर स्वरोजगार शिविरों के आयोजन का रोस्टर तैयार कर लिया गया है।
इसके तहत अलग-अलग स्थानों में अल्मोड़ा जनपद में 45, उत्तरकाशी में 11, चमोली में 9, देहरादून में 16, टिहरी गढ़वाल में 9, पौड़ी गढ़वाल में 15 तथा जनपद रुद्रप्रयाग में 7 स्वरोजगार शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा जनपद उधमसिंहनगर में 11, पिथौरागढ़ में 21, बागेश्वर में 16, हरिद्वार में 13, नैनीताल 28 और चंपावत में 39 स्वरोजगार शिविर लगेंगे।

सोने के दाम में 4 दिनों से लगातार गिरावट देखी गई

कविता गर्ग                
मुबंई। सोने के दाम में पिछले दिनों काफी वृद्धि के बाद अब सोने के दामों में गिरावट आ रही है। सोना फिर सस्ता हो गया है। सोने के दाम में पिछले 4 दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है।
अगर आप भी सोना खरीदना चाहते है तो गिरते रेट के अनुसार आप सोना खरीद सकते हैं जाने 10 ग्राम सोने की नए रेट।
30 अगस्त को सोने के दाम में 199 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46389 रुपये हो गई थी।
31 अगस्त को सोने के दाम में 100 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,272 रुपये हो गई थी।
1 सितंबर को सोने के दाम में 6 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,123 रुपये हो गई थी।
2 सितंबर को सोने के दाम में 28 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,193 रुपये हो गई है।

गाइडलाइन के अनुसार आयोजित होगा महोत्सव

पंकज कपूर          
नैनीताल। आगामी 11 से 17 सितम्बर तक होने वाला नन्दा देवी महोसत्व शासन द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन के अनुसार आयोजित होगा। यह बात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने नन्दा देवी मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक लेते हुए कही।
श्री गर्ब्याल ने कहा कि कदली वृक्ष के साथ नगर भ्रमण नहीं होगा, साथ ही मेले के दौरान भण्डारा एवं प्रसाद वितरण भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नन्दा देवी महोत्सव के अन्तिम दिन डोला नगर भ्रमण नहीं किया जायेगा, साथ ही जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने कहा कि मन्दिर दर्शन के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूर्ण अनुपालन किया जायेगा। सीमित संख्या में मन्दिर परिसर के अन्दर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा। उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर के अन्दर कोविड नियमों का पूर्ण पालन करते हुए दर्शन कराये जायेंगे साथ ही मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन सुनिश्चि होगा। देर सांय जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने सम्बन्धित अधिकारियों के साथ मन्दिर परिसर का भ्रमण किया और मन्दिर समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूर्ण अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने लोनिवि व जल संस्थान, पर्यटन, पुलिस विभाग के अधिकारियो को व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक एवं भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पिंचा, संयुक्त मजिस्टेªट प्रतीक जैन, ईओ नगर पालिका एके वर्मा, पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड, अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय, मेला समिति के अध्यक्ष मनोज साह, महासचिव जगदीश बवाडी, विमल चौधरी, गिरीश चन्द्र जोशी, देवेन्द्र लाल साह, कमलेश ढौडियाल, मुकेश जोशी मन्टू, हिमांशु जोशी, गोपाल रावत, हरीश राणा आदि मौजूद थे।

अफगानिस्तान में सरकार का ऐलान करेगा तालिबान

काबूल। अफगानिस्तान फतह करने के बाद तालिबान आज सरकार का ऐलान कर सकता है। जो कमोबेश ईरानी मॉडल पर होगा। माना जा रहा है कि आज जुमे की नमाज के बाद तालिबान अफगानिस्तान में सरकार का ऐलान करेगा। जिसके सर्वेसर्वा हिबतुल्लाह अखुंदजादा होगा। सरकार के ऐलान से ठीक पहले तालिबान ने बताया है कि आखिर वह किसकी मदद से अफगानिस्तान को संकट से उबारेगा। तालिबान ने कहा है कि वह चीन से आर्थिक मदद के सहारे देश की हालत सुधारने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि चीन ही उसके लिए सबसे भरोसेमंद सहयोगी है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान चीन को सबसे अहम भागीदार के रूप में देखता है और मुख्य रूप से चीन से फंडिंग पर निर्भर होगा।जबीउल्लाह मुजाहिद ने इटली के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में चीन के करीबी रिश्तों का इजहार किया। मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान की आर्थिक हालत काफी खराब है और उन्हें देश चलाने के लिए आर्थिक मदद की दरकार है। उन्होंने स्वीकारा कि शुरुआती तौर पर हम चीन की मदद से आर्थिक हालात सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमारे लिए एक मौलिक और असाधारण अवसर का प्रतिनिधित्व करता है, क्योंकि वह निवेश करने और हमारे देश के पुनर्निर्माण के लिए तैयार है। मुजाहिद ने यह भी कहा कि चीन की महत्वकांक्षी योजना वन बेल्ट वन रोड को तालिबान काफी तवज्जो देता है। बता दें कि कुछ दिन पहले तालिबान में नंबर दो माने जाने वाले मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने बीजिंग का दौरा किया था। इस दौरान चीन के विदेश मंत्री से बातचीत की थी। अब इस दौरे का नतीजा तालिबान के गुरुवार को दिए बयान से साफ हो रहा है। अफगानिस्तान में करीब 200 लाख करोड़ की खनिज संपदा है, जिस पर चीन नजर गड़ाए है।
दरअसल, तालिबान चीन को भरोसा दिला चुका है कि वो उइगर मुस्लिमों के कट्टरपंथी तत्वों पर नकेल कसकर रखेगा। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल चीन के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, तालिबान ने भारत समेत पूरी दुनिया को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल किसी मुल्क के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा।
तालिबान का चीन ही एक मात्र सहारा
अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि या तो कम या बंद हो गई है। मनी ट्रांसफर जैसी सुविधा भी बंद हो गई है। लोगों को मजबूरी में अपने गहने बेचने पड़ रहे हैं। अमेरिका ने अफगानिस्तान के लिए अपनी तिजोरी में ताला जड़ दिया है, वहीं आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने भी उसकी वित्तीय सहायता को रोक दिया है।
दरअसल, तालिबान चीन को भरोसा दिला चुका है कि वो उइगर मुस्लिमों के कट्टरपंथी तत्वों पर नकेल कसकर रखेगा। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल चीन के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, तालिबान ने भारत समेत पूरी दुनिया को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल किसी मुल्क के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा।
तालिबान का चीन ही एक मात्र सहारा
अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि या तो कम या बंद हो गई है। मनी ट्रांसफर जैसी सुविधा भी बंद हो गई है। लोगों को मजबूरी में अपने गहने बेचने पड़ रहे हैं। अमेरिका ने अफगानिस्तान के लिए अपनी तिजोरी में ताला जड़ दिया है, वहीं आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने भी उसकी वित्तीय सहायता को रोक दिया है।
पाकिस्तान की तरह अफगान को फंसाएगा चीन
बीते कुछ सालों में पाकिस्तान भी चीन की ओर आकर्षित हुआ है या यूं कहें ड्रैगन ने उसे अपनी जाल में फंसाया है। मध्य एशिया क्षेत्र में अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए चीन इन देशों के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है, ताकि उसका दबदबा इस क्षेत्र में बढ़ जाए और वह सुपर पावर अमेरिका को टक्कर दे सके। चीन पाकिस्तान में कई परियोजना को स्पॉन्सर कर रहा है, इतना ही नहीं इमरान सरकार को कर्ज भी देता रहा है।

ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक ने बच्चे को पीटा, मौंत

हरिओम उपाध्याय            
लखनऊ। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के मथुरा में एक बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक ने इस तरह पीटा की उसकी मौत हो गई। पिटाई के पश्चात् बच्चे की सेहत अचानक बिगड़ गई थी, उसे आगरा ले जाया गया जहां उपचार के समय ही उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है तथा अपराधी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, मथुरा के थाना बलदेव क्षेत्र के रदोई गांव में 12 साल के शिवम को ट्यूशन पढ़ाने वाली अध्यापक द्वारा की गई पिटाई से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। शिवम के परिवार वालों ने अध्यापक द्वारा पिटाई से उसकी मौत हो जाने का आरोप लगाया है। शिवम पड़ोस में रहने वाले अध्यापक केशव से ट्यूशन पढ़ने जाया करता था। दो-तीन दिन पूर्व शिवम को बुखार आया था, जिसकी वजह से वह ट्यूशन नहीं गया। कहा जाता है कि ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक द्वारा उसकी पिटाई कर दी गई थी, जिसकी वजह से उसकी सेहत और अधिक खराब हो गई।
वही उसे इलाक़ के लिए आगरा में एडमिट कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बालक की मौत से परिवार के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। बालक के परिजन अपराधी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृत बालक के परिवार वालों का कहना है कि वह ट्यूशन गया था, जहां उसकी पिटाई की गई, जिससे उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

जांच कर रहे अधिकारियों को तलब किया जाएगा

मिनाक्षी लोढी         
कोलकाता। बता दें कि सुजय दास सोनारपुर में एक बीजेपी नेता की हत्या के मामले में जांच अधिकारी हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस बार हर मामले की जांच कर रहे राज्य अधिकारियों को चरणबद्ध तरीके से तलब किया जाएगा। राज्य के जांच अधिकारियों से चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामलों पर कई अहम जानकारियां हासिल की जा सकती है। सीबीआई किसको गिरफ्तार किया गया, किसे गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। राज्य के जांच अधिकारियों से राज्य पुलिस के हाथ में क्या सबूत आए, इसका ब्योरा जानना चाहती है।
बता दें कि सीबीआई टीम सबसे पहले हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के घर जाकर उसके भाई से मिली थीं और बाद में उन्हें अपने साथ बयान दर्ज करवाने के लिए निजाम पैलेस ले गई थी। अभिजीत सरकार की इसी साल बंगाल चुनाव के नतीजों के बाद 2 मई को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। अभिजीत सरकार के बड़े भाई विश्वजीत सरकार ने सीबीआई कार्यालय पहुंच कर कई सबूत सीबीआई अधिकारियों को दिए थे। परिवार का आरोप था कि कोलकाता पुलिस उनकी एफआईआर तक नहीं दर्ज कर रही थी। कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद अभिजीत के शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया गया था। बाद में कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश पर ही डीएनए टेस्ट भी कराया गया था। प्रदेश के अधिकारियों की मदद के लिए दिल्ली से टीमें भेजी गई हैं और मुख्यालय के कई अधिकारी कोलकाता में मौजूद हैं और विधानसभा चुनाव के बाद जिस जिले में भी हिंसा की खबर है वहां सीबीआई की टीम गई है और अभी तक उसने कुल 34 एफआईआर दर्ज किए हैं। इसमें हत्या के मामले हैं और हत्या का प्रयास व बलात्कार के मामले भी हैं। इससे पहले हाल के दिनों में सीबीआई की ऐसी सक्रियता और इतने बड़े पैमाने का अभियान देखने को नहीं मिला था।

मास्क न पहनने पर 1 जवान को बेरहमी से पीटा

रांची। हम सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। लेकिन फिर भी बहुत से लोग मास्क ठीक से नहीं पहनते। ऐसे में सजा के तौर पर जुर्माने का प्रावधान है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोगों में आक्रोश फैल गया है।यह घटना झारखंड की है। जहां मास्क न पहनने पर स्थानीय पुलिस ने भारतीय सेना के एक जवान को बेरहमी से पीटा। जब मामला सुर्खियों में आया तो जवान को पीटने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
यह मामला झारखंड के चतरा जिले का है। जहां बुधवार को मास्क न पहनने पर भारतीय सेना के एक जवान को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा। 
दरअसल, मयूरहुंड प्रखंड के कर्मा चौक पर मास्क चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने पवन कुमार यादव (सेना के जवान) को मास्क नहीं पहनने पर रोका था। इसके बाद उन्होंने उसे बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया। बाद में चश्मदीद ने इस बात की पुष्टी की कि मास्क पहनने के लिए कहने के बजाय पुलिसकर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया, और उसके बाइक की चाबी छीन ली, जिसका पवन ने खूब विरोध किया। 
एसपी राकेश रंजन ने टीओआई से कहा मुझे इस मामले की जानकारी वायरल वीडियो से हुई। यह वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स से शेयर किया जा रहा है। इस 22 सेकंड के क्लिप में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसवाले मिलकर मास्क न पहनने पर एक जवान को लाठी, डंडों और लातों व घूंसों से पीट रहे हैं। विडंबना तो यह है कि उसे पिटाने वाले पुलिसकर्मियों ने खुद मास्क ठीक से नहीं पहना है। जब गांव के लोगों ने इस हरकत का विरोध किया तो पुलिस के खिलाफ मयूरहंद थाने में केस दर्ज किया गया है। चतरा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने कहा, मैंने डीएसपी मुख्यालय से जांच करने को कहा है। हालांकि, दोनों पक्षों की गलती थी, हमने एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। चाहे वह सेना का जवान हो या आम आदमी, पुलिसकर्मियों से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती है।

केंद्र सरकार संसद में गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दें

बृजेश केसरवानी                            
प्रयागराज। हाईकोर्ट ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने को लेकर केंद्र सरकार को महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार संसद में बिल लाकर गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दे।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बुधवार को एक मामले में महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा कि गो मांस खाना किसी का मौलिक अधिकार नहीं है। जीभ के स्वाद के लिए जीवन का अधिकार नहीं छीना जा सकता। बूढ़ी बीमार गाय भी कृषि के लिए उपयोगी है। इसकी हत्या की इजाजत देना ठीक नहीं। यदि गाय को मारने वाले को छोड़ा गया तो वह फिर अपराध करेगा। हाई कोर्ट ने वैदिक, पौराणिक, सांस्कृतिक महत्व व सामाजिक उपयोगिता को देखते हुए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का सुझाव दिया है। कोर्ट ने कहा कि भारत में गाय को माता मानते हैं। यह हिंदुओं की आस्था का विषय है। आस्था पर चोट करने से देश कमजोर होता है।

हाईकोर्ट के सुझाव के अनुसार केंद्र सरकार संसद में बिल लाकर गायों को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दे। हाईकोर्ट ने टिप्पणी की है कि जब गायों का कल्याण होगा, तभी देश का कल्याण होगा। गाय भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है। संसद जो भी कानून बनाए सरकार उस पर सख्ती से अमल भी कराए।
बुधवार को जावेद नाम के शख्स की याचिका को खारिज करते हुए जस्टिस शेखर कुमार यादव ने ये टिप्पणी की है। जावेद पर गोहत्या रोकथाम अधिनियम की धारा 3, 5 और 8 के तहत आरोप लगे हुए हैं। कोर्ट ने याचिकाकर्ता की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि गोरक्षा सिर्फ किसी एक धर्म की जिम्मेदारी नहीं है। गाय इस देश की संस्कृति है और इसकी सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी है। फिर चाहे आप किसी भी धर्म से ताल्लुक क्यों ना रखते हों।
मौलिक अधिकार केवल गौमांस खाने वालों का ही नहीं है, बल्कि जो गाय की पूजा करते हैं और आर्थिक रूप से गायों पर निर्भर हैं, उनके पास भी है।
जीवन का अधिकार मारने के अधिकार से ऊपर है और गोमांस खाने के अधिकार को कभी भी मौलिक अधिकार नहीं माना जा सकता है।
गाय बूढ़ी और बीमार होने पर भी उपयोगी है, और उसका गोबर और मूत्र कृषि, दवा बनाने और सबसे बढ़कर, एक के लिए बहुत उपयोगी है।
ऐसा नहीं है कि केवल हिंदू ही गायों के महत्व को समझ चुके हैं, मुसलमानों ने भी गाय को भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है।
5 मुस्लिम शासकों ने गायों के वध पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाबर, हुमायूं और अकबर ने भी अपने धार्मिक त्योहारों में गायों की बलि पर रोक लगा दी थी।
ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां गौशाला में गायों की भूख और बीमारी से मौत हो जाती है। उन्हें गंदगी के बीच रखा गया है। वो पॉलीथीन खाकर मर जाती हैं।
पूरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है, जहां अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं, जो अलग-अलग तरह से पूजा करते हैं, लेकिन उनकी सोच एक ही है।
देश की तरक्की भी अधूरी रह जाएगी
जस्टिस शेखर कुमार यादव ने ये फैसला सुनाते हुए कहा कि सरकार को अब सदन में एक बिल लाना चाहिए। गाय को भी मूल अधिकार मिलने चाहिए। समय आ गया है कि अब गाय को एक राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया जाए। जो भी गाय को परेशान करते हैं, उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जज ने जोर देकर कहा है कि जब तक देश में गायों को सुरक्षित नहीं किया जाएगा, देश की तरक्की भी अधूरी रह जाएगी।
जस्टिस शेखर कुमार यादव ने तर्क दिया कि भारत ही एक ऐसा देश है, जहां पर विभिन्न धर्म के लोग साथ रहते हैं। हर कोई अलग पूजा करता है, लेकिन फिर भी सभी की देश के प्रति एक सोच दिखती है। ऐसे में कोर्ट ने याचिकाकर्ता की याचिका खारिज करते हुए कहा है कि कुछ लोग ऐसे अपराध कर देश को कमजोर करने का प्रयास हैं। उनके विचार देश हित में नहीं होते हैं।
बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाय की हत्या के आरोपी जावेद को जमानत देने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति शेखर यादव की खंडपीठ ने कहा कि आवेदक ने गाय की चोरी करने के बाद, उसे मार डाला था, उसका सिर काट दिया था और उसका मांस भी रखा था। आवेदक का यह पहला अपराध नहीं है, इस अपराध से पहले भी उसने गोहत्या की थी।


70 विधानसभाओं में भाजपा के नेताओं के दौरे शुरू

पंकज कपूर             
देहरादून। भाजपा द्वारा आगामी 2022 चुनाव के मध्य नजर 15 सितंबर तक प्रदेश के सभी 70 विधानसभाओं में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं। विधानसभा में दौरा करने वाले पदाधिकारियों में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह प्रभारी श्रीमती रेखा वर्मा प्रदेश महामंत्री संग़ठन अजेय प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, राजेन्द्र भंडारी, सुरेश भट्ट के अलावा राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मयंक गुप्ता, सुरेश जोशी, गजराज बिष्ट, अनिल ग़ोयल अलग अलग विधानसभाओं का दौरा करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के हवाले से प्रवास कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पार्टी के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि विधानसभाओं के दौरे में विधानसभा में प्रवास करने वाले पदाधिकारी दो प्रकार की बैठके लेंगे। इसमें प्रथम सत्र की बैठक में शक्ति केंद्र सयोंजक, शक्ति केंद्र प्रभारी, मंडलों के पदाधिकारी, मंडलों के मोर्चा अध्यक्ष महामंत्री, विभागों के सयोंजक सह सयोंजक, प्रकोष्ठों के सयोंजक सह सयोंजक एवं मंडल स्तर से ऊपर के प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।दूसरे सत्र की बैठक में भाजपा प्रदेश व जिला पदाधिकारियों के साथ मंडल अध्यक्ष, महामंत्रियों विधानसभा में रहने वाले विधायक, सांसद, पूर्व विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, नगर पालिका व नगर पंचायतों के अध्ययक्षों ब्लॉक प्रमुखो, विधानसभा में रहने वाले पूर्व जिलाध्यक्षों, पूर्व प्रदेश पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं से वार्ता करना सुनिश्चित किया गया है। पदाधिकारियों के इन दौरों में पार्टी के द्वारा चलाये जारहे अभियान एवं सांगठनिक कार्याे की समीक्षा करने के लिए भी कहा गया है। इनमें प्रमुख रूप से मोर्चा प्रकोष्ठों के मंडल स्तर तक गठन पर चर्चा, शक्ति केंद्र सयोजको, पालकों की सक्रियता व बूथ सत्यापन, बूथ पर होने वाले अन्य कार्याे, पन्ना प्रमुखो व पन्ना प्रमुखो की टोली सहित आगामी होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा होगी।

निर्मित ‘ग्राम्य श्री’ विक्रय केंद्र का लोकार्पण किया

पंकज कपूर                  
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजपुर रोड देहरादून पर निर्मित ‘ग्राम्य श्री’ विक्रय केंद्र का लोकार्पण किया। इस विक्रय केन्द्र में जलागम विभाग उत्तराखण्ड के अंतर्गत गठित कृषक संघों के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे। मुख्यमंत्री ने यहां रखे उत्पादों का अवलोकन भी किया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के विक्रय केन्द्र से जहां उपभोक्ताओं को गुणवत्तापरक उत्पाद मिलेंगे, वहीं किसानों, ग्रामीणों को भी उनके उत्पादों के लिये बाजार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में किसानों के हित में अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए बहुत सी महत्वपूर्ण पहलें की गई हैं। किसान सम्मान निधि से प्रदेश के 9 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं। इसके लिये मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। 
 मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें खेती में नये तरीकों को अपनाना होगा। जहां खेत छोटे-छोटे हैं वहां मिलकर कृषि की जा सकती है। बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन करना होगा। साथ ही ग्राम्या श्री जैसे विक्रय केन्द्र जगह जगह स्थापित करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव है। उनके मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाएंगे। ग्राम्या फेज 3 के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मां सुरकण्डा समूह धारकोट को डीप फ्रीजर, ग्राइन्डर, माइक्रोवेव ओवन प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने ग्राम्य श्री रेडियो जिंगल और कैटेलॉग का भी लोकार्पण किया। 

बुमराह ने हसीब को एक ही ओवर में आउट किया

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। भारत के 191 रन के जवाब में इंग्लैंड ने चौथे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन तीन विकेट 53 रन पर गंवा दिये। जसप्रीत बुमराह ने दोनों सलामी बल्लेबाजों रोरी बर्न्स और हसीब हमीद को एक ही ओवर में आउट किया।
इसके बाद उमेश यादव ने फॉर्म में चल रहे जो रूट को पवेलियन भेजा। भारत की पारी में कप्तान विराट कोहली ने 50 और शारदुल ठाकुर ने 57 रन बनाये।

बरेली कॉलेज प्रशासन ने परीक्षा से इनकार किया

सदींप मिश्र                       
बरेली। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएएमएस, बीडीएस व एमएससी कृषि पशुपालन व दुग्ध उद्योग और बीयूएमएस (मुख्य व पूरक) की परीक्षा के लिए चार कॉलेजों का केंद्र बरेली कॉलेज को बनाया था। विवि ने इसकी सूचना भी जारी कर दी लेकिन बरेली कॉलेज प्रशासन ने परीक्षा कराने से इनकार कर दिया।
इसके बाद गुरुवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत परीक्षा केंद्र को बदल दिया। अब इन कॉलेजों की परीक्षा महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में आयोजित की जाएगी। परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद ने बताया कि बीएएमएस, बीडीएस व अन्य की परीक्षा 7 सितंबर से कराई जा रही है।
एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, गंगाशील आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, धनवंतरी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और चौधरी हरनाम सिंह महाविद्यालय भुता का परीक्षा केंद्र बरेली कॉलेज को बनाया गया था। अब इसे संशोधित कर दिया है। अब इन कॉलेजों की परीक्षा महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में होगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-384 (साल-02)
2. शनिवार, सितंबर 4, 2021
3. शक-1984,सावन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -23 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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सीएम ने 9 कन्याओं के पैर धोएं, पूजन किया

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