बुधवार, 26 मई 2021
एक नई आफत 'संपादकीय'
ट्रंप की सरकार में पाक को नजरअंदाज किया गया
गाजियाबाद में 228 लोगों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आईं
अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। जिलें में 228 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई और 211 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में 3 मरीजों की मौत के बाद अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 2043 हो गई है। गौतम बुद्ध नगर में 150 नए संक्रमित मिले और 708 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 5 मरीजों की मौत के बाद सक्रिय संक्रांतिओन की संख्या 2308 हो गई है।मेरठ जिले में 212 नए संक्रमित मिले और 602 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 10 मरीजों की मौत के बाद अब 4195 सक्रिय मरीज हैं।
शेष भाग को मिशन मोड में पूरा किया जाएंगा: रेलमंत्री
संजय सिंह
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के कारण काम में बाधा के बावजूद जम्मू व कश्मीर की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए आने वाले महीनों में अतिरिक्त प्रयास किए जाएंगे और परियोजना के शेष भाग को मिशन मोड में पूरा किया जाएगा। ये बात रेलमंत्री पीयूष गोयल ने परियोजना की समीक्षा के दौरान कही। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा बैठक में रेलवे बोर्ड अध्यक्ष सुनीत शर्मा के अलावा उत्तर रेलवे के आला अधिकारी मौजूद थे।
रेलमंत्री ने कहा कि इस राष्ट्रीय परियोजना के पूर्ण होने की तिथि अप्रैल, 2023 है। वर्ष 2021-22 में इसके लिए 4200 करोड़ रुपये का बजट आबंटित किया गया है। आगे भी बजट की कोई बाधा नहीं होगी। कश्मीर घाटी को देश के शेष भागों से जोड़ने वाली 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-बारामूला रेल लिंक परियोजना को वर्ष 2002 में राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था। इस परियोजना के 272 किलोमीटर में से 161 किलोमीटर पर कार्य पूरा कर उसे चालू कर दिया गया है।
लड़ाई के लिए ‘टीम इंडिया’ को साथ आना होगा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई के लिए ‘टीम इंडिया’ को साथ आना होगा। साथ ही उन्होंने केन्द्र से टीके खरीदने और राज्यों में उन्हें बांटने की भी अपील की। केजरीवाल ने पत्रकारों से ऑनलाइन बातचीत में दावा किया कि भारत ने अपना टीकाकरण अभियान छह माह की देरी से शुरू किया।उन्होंने कहा,” दुनिया भर के देशों ने अपने लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया था। लेकिन भारत में अपनी जनता को टीका लगवाने की बजाए टीके विदेश भेजे गए। अगर हमने टीकाकरण अभियान पहले शुरू कर दिया होता तो हम संक्रमण की दूसरी लहर में बहुत से लोगों को बचा सकते थे।”
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केन्द्र ने राज्यों से खुद ही टीके खरीदने को कहा है। उन्होंने कहा,” सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने टीके खरीदने के प्रयास किए लेकिन कोई राज्य टीके की व्यवस्था नहीं कर पाया। कई राज्यों ने वैश्विक निविदा निकालीं पर उसका भी कोई नतीजा नहीं निकला।” कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में केन्द्र को सहयोग देने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,” हम इस लड़ाई को हार नहीं सकते। अगर केन्द्र यह लड़ाई हारता है तो भाजपा नहीं, बल्कि भारत लड़ाई हारेगा।” उन्होंने केन्द्र से टीके खरीद कर उन्हें राज्यों में बांटने का अनुरोध किया।
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लोगों को ठगने की कोशिश, युवक को गिरफ्तार किया
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने साइबर जालसाजों द्वारा परिवहन सेवा की फर्जी वेबसाइट बनाने और इस पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के इच्छुक लोगों को ठगने की कोशिश के आरोप में नई दिल्ली निवासी युवक को गिरफ्तार किया है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि परिवहन सेवा की फर्जी वेबसाइट से ठगी का यह मामला हिसार निवासी द्वारा दी गई शिकायत के बाद समाने आया। जब उसे अपने साथ साइबर धोखा-धड़ी का पता चला तो इसकी शिकायत दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इंटरनेट पर उपलब्ध परिवहन सेवा वेबसाइट पर जाकर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। उसने यह सोचकर फीस जमा करवाई कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने व नवीनीकरण के लिए आवेदन करने और निर्धारित शुल्क का भुगतान करने के लिए परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट है। पीड़ित द्वारा फर्जी वेबसाइट पर फार्म भरते हुए 1593 रुपये का भुगतान किया गया। शिकायत मिलने पर, साइबर क्राइम की टीम तुरंत तफतीश में जुट गई और तकनीकी जांच में अपराध में शामिल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान कपिल कुमार निवासी भजनपुरा, गढ़ी मांडू, नई दिल्ली के रूप में हुई है।
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आईपीएल के बचे हुए मैच सितंबर में आयोजित होंगें
कविता गर्ग
मुंबई। कोरोना महामारी के चलते आईपीएल के इस सीजन को बीच में ही स्थगित कर दिया गया था। अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी, कि आईपीएल के बचे हुए मैच सितंबर में आयोजित होंगे। हालांकि ये मैच भारत में नहीं होंगे।बीसीसीआई के मुताबिक, यूएई में आईपीएल के बचे हुए मैच 18 या 19 सितंबर को शुरू हो जाएंगे। ये मैच तीन हफ्ते में खेले जाएंगे यानी सभी मैचों का तीन हफ्तों के शेड्यूल बनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस सत्र के आईपीएल का फाइनल 9 या 10 अक्टूबर को होगा।
आईपीएल के इस सत्र में 31 मैच बचे हुए हैं और यूएई में आयोजित होने पर यह बीसीसीआई, फ्रेंचाइजी और ब्रॉडकॉस्टर्स सभी के लिए बेहतर रहेगा। ऑफिशियल जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई ने सभी स्टेकहोल्डर्स को इसकी जानकारी दी है। आईपीएल के बचे हुए मैच 18-19 सितंबर से शुरू हो सकते हैं और फाइनल मैच 9 या 10 अक्टूबर को हो सकते हैं। शेड्यूल को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सात हफ्तों के इस विंडो में 10 डबल हेडर्स (दो शिफ्ट में मैच) और सात इवनिंग मैचेज के साथ चार मुख्य गेम्स ( दो क्वालिफायर्स, एक एलिमिनेटर और एक फाइनल) होंगे। इस प्रकार शेष बचे 31 मैच आयोजित हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच शुरू हुए आईपीएल के दौरान खिलाड़ियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए बॉयो-बबल का कवच बनाया गया। हालांकि इसके बावजूद कुछ लोगों के संक्रमित होने के चलते 4 मई को आईपीएल को स्थगित कर दिया गया था। अब जब इसे दोबारा आयोजित किया जाना है तो भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ 14 सितंबर को मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेलकर फ्री होगी और अगले दिन यूएई पहुंचेगी। यूके से यूएई पहुंचने के बाद खिलाड़ियों को तीन दिनों के लिए क्वारंटीन रहना होगा।
सूबे में एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए: यास
मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। कुदरत के आगे इंसान कितना बेबस है, चक्रवात ‘यास’ में एक बार फिर इसका अहसास करा दिया। यास आया और कहर बरपाते हुए चला गया। उससे निपटने को बंगाल सरकार की तरफ से की गई सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। बंगाल में सबसे ज्यादा नुकसान पूर्व मेदिनीपुर व दक्षिण 24 परगना जिलों में हुआ। पश्चिम मेदिनीपुर में भी चक्रवात का अच्छा-खासा असर रहा, वहीं कोलकाता, हावड़ा, हुगली समेत कई जिले आंशिक रूप से प्रभावित हुए।
सेना व एनडीआरएफ की टीमें चक्रवात प्रभावित इलाकों में बचाव व राहत कार्यों में जुट गई हैं। पर्यटन स्थल दीघा में समुद्र का पानी घुस गया। गंगासागर का विख्यात कपिल मुनि मंदिर परिसर भी जलमग्न हो गया है।पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों के कई गांवों में पानी घुसने से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान कृषि को पहुंचा है। खेतों में समुद्र का लवण-युक्त पानी घुसने से तैयार फसलें नष्ट हो गई हैं।राज्य सचिवालय नवान्न से मंगलवार से हालात पर लगातार नजर रख रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात से सूबे में एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। तीन लाख से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा। 134 तटबंध टूट गए और सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि चक्रवात प्रभावितों के लिए 18,000 राहत शिविर खोले गए हैं। 10 लाख तिरपाल वितरित किए जा रहे हैं। प्रभावित इलाकों में 10 करोड़ रुपये मूल्य की राहत सामग्रियां भी भेजी जा रही हैं।
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रामदेव पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और बाबा रामदेव के बीच विवाद प्रधानमंत्री के दरबार तक जा पहुंचा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से बाबा रामदेव पर कोरोन वैक्सीन को लेकर भ्रामक और गलत बयान बाजी का आरोप लगाते हुए उन पर पर देशद्रोह का केस दर्ज करने मांग की गई है। आपको बता दें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और बाबा रामदेव के बीच विवाद व्हाट्सएप ऐप मैसेज के पढ़ने से शुरू हुआ था, जो अब देशद्रोह तक आ पहुंचा है। एलोपैथिक के तमाम डॉक्टर जहां बाबा रामदेव से नाराज दिख रहे हैं। बल्कि उनके बयानों को भी लेकर मनोबल गिराने वाला बता रहे हैं। कुछ दिन पहले एलोपैथी का मजाक बनाने वाले योग गुरु रामदेव की तरफ से अभ्यास सत्र के दौरान कोरोना वैक्सीन को भी विवादित बयान दे दिया गया है। वायरल वीडियो में उनकी तरफ से कहा गया था "मुझे डॉक्टर बनना है टर्र टर्र टर्र टर्र टर्र टर्र बनना है, डॉक्टर 1 हजार डॉक्टर तो अभी तक कोरोना की डबल वैक्सीन लगाने के बाद मर गए। कितने 1 हजार डॉक्टर कल का समाचार है, अपने आप को नहीं बचा पाए। कैसी डॉक्टरी। इससे पहले बाबा रामदेव ने व्हाट्सएप का एक मैसेज सुनाते हुए एलोपैथी को स्टुपिड और दिवालिया साइंस बताया था। उन्होंने बाद में अपने उस बयान को वापस ले लिया था। लेकिन विवाद खड़ा हो चुका था। बाबा रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की आपत्ति के बाद और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की आपत्ति के बाद अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली थी मगर उन्होंने 25 सवालों के जवाब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से मांगे थे। इसके बाद से ही बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
25 सवालों के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को नागवार गुजरा और उन्होंने बाबा रामदेव पर अनर्गल बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए सख्त टिप्पणी की है। यहां तक कि बाबा रामदेव पर आज ही सुबह के समय 1000 करोड़ करोड़ का नोटिस भी भेजा गया था। जिसमें बाबा रामदेव से कहां गया था या तो वह वीडियो जारी करते हुए माफी मांगे नहीं तो उन पर हरिद्वार में मानहानि मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यहीं नहीं रुका एसोसिएशन ने एक चिट्ठी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखकर बाबा रामदेव के खिलाफ देशद्रोह का केस करने की भी मांग की है। बाबा की मुश्किलें अब दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अब देखना यह होगा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इस चिट्ठी को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
विश्व: कोरोना से 34.85 लाख से अधिक लोगों की मौंत
वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस कोविड-19 का कहर जारी है। कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों के आंकडे लगातार भयावह होते जा रहे है। अब तक 16.78 करोड़ से अधिक लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 34.85 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 78 लाख 56 हजार 780 जबकि 34 लाख 85 हजार 810 लोगों की इसके संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है, हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 31 लाख 66 हजार 509 हो गयी है और 5.90 लाख से ज्यादा लोगों की इसके संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 2,08,921 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 71 लाख 57 हजार 795 हो गया। इस अवधि में दो लाख 95 हजार 955 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 43 लाख 50 हजार 816 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 91,191 कम होकर 24 लाख 95 हजार 591 हो गये हैं। इसी अवधि में 4157 मरीज जिंदगी की जंग हार गये और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3,11,388 हो गयी है। देश में सक्रिय मामलों की दर और मृत्यु दर बढ़कर क्रमशरू 9.19 और 1.15 फीसदी हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.61 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 4.52 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है।
संक्रमण के मामले में फ्रांस चैथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 56.70 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.09 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना प्रभावित के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.03 लाख से ज्यादा हो गयी है और 46,621 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 49.60 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.17 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 44.83 लाख से अधिक हो गयी है और 1,28,001 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 41.97 लाख से अधिक हो गयी है और करीब 1,25,501 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में जर्मनी ने स्पेन को पीछे छोड़ दिया है। यहां इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 36.62 लाख से अधिक हो गई है और 87,734 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से 36.52 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 79,801 लोगों की मौत हो चुकी है।
अर्जेंटीना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 35.86 लाख से अधिक हो गयी है और इसके संक्रमण से 75,056 लोगों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 32.70 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 85,666 लोगों ने जान गंवाई है। पोलैंड में कोरोना से 28.67 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 73,096 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान में कोरोना वायरस से 28.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 79,056 लोगों की मौत हो चुकी है। मैक्सिको में कोरोना से 23.99 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चैथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2,21,960 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.47 लाख से अधिक है और 51,890 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.32 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 68,470 लोगों की जान जा चुकी है।इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 17.86 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 49,627 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.59 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,054 लोग जान गंवा चुके हैं। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.58 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,840 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.37 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और 55,976 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.08 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 20,465 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 7.92 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12,441 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।
बंगाल: 'यास' के साथ-साथ भूकंप ने भी दस्तक दी
इकबाल अंसारी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में यास तूफान के साथ-साथ भूकंप ने भी दस्तक दी है। भूकंप के झटको से एक बार हड़कंप सा मच गया। भूकंप का केंद्र जलपाईगुड़ी में बताया जा रहा है।भूकंप की गति 3.8 मापी गयी है। इसका एपी सेंटर मालबाजार में 5 किलोमीटर गहराई पर बताया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। हावड़ा में गंगा नदी का जलस्तर भी अब बढ़ चुका है। नदी का पानी बेलूर मठ के अंदर तक भर चुका है।
इन दिनों चक्रवाती तूफान यास उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में दस्तक दे चुका है। सबसे पहले तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे उड़ीसा के भद्रक जिले के तट से टकराया। तूफान के तट से टकराने के बाद 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाई भी चलने लगी। इसके बाद से तूफान पर उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ रहा गया। बालासोर से करीब 15 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम की तरफ केंद्रित हो गया। यहां से तूफान झारखंड की तरफ मुड़ जाएगा। हालांकि तूफान की अभी शुरुआत है। यह देखना अभी बाकी है कि तूफान कितना भयावह हो सकता है। यह कितनी राज्य में कितनी तबाही मचा सकता है। सरकार द्वारा एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। वह सुरक्षा को लेकर पहले से ही तैयार है। सरकार ने भी सभी जनपद के जिला अधिकारियों को पहले से ही सचेत कर रखा है कि किसी भी तरह की आपदा के समय लोगों को राहत एवं बचाव का कार्य किया जाना। सरकार और लोगो की चिंता निरंतर बनी हुई है कि किस प्रकार से इस तूफान से निपटा जाए। बताया तो यह भी जा रहा है तूफान के साथ-साथ लैंडफॉल भी हो सकता है। तूफान का असर बंगाल के अलावा झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और कर्नाटक में तूफान का असर देखने को मिलेगा। उत्तर प्रदेश के जनपदों में भी तूफान का असर देखने को मिल सकता है।
संक्रमितों के उपचार के लिए 2 नई दवाएं विकसित की
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार के लिए दो नई दवाएं विकसित की हैं। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (क्यूआईएमआर) बर्घोफर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने पेप्टाइड आधारित दवाएं विकसित की हैं, जिनका फ्रांस स्थित ‘इन्फेक्शियस डिजीज मॉडल एंड इनोवेशन थैरेपीज’ (आईडीएमआईटी) केंद्र में हैम्स्टर (चूहे जैसा जानवर) पर परीक्षण किया जा रहा है। पत्रिका ‘नेचर सेल डिस्कवरी’ में प्रकाशित अध्ययन के शुरुआती परिणाम के अनुसार, इन दवाओं के दुष्प्रभाव कम हैं।
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इन दवाओं को कमरे के तापमान में रखा जा सकता है। जिसके कारण उनका वितरण आसान है। पहली दवा वायरस के संपर्क में आने से पहले दी जाएगी और टीकों का असर बढ़ाने में मददगार होगी, जबकि दूसरी दवा पहले से संक्रमित मानव कोशिकाओं में वायरस को फैलने से रोकेगी।
कर्मचारियों की उत्पादकता में कमोबेश इजाफा हुआ
संजय सिंह
नई दिल्ली। महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंधित कंपनियों के ज्यादातर कर्मचारी कोरोना के कारण पैदा हुई वर्क फ्रॉम होम की संस्कृति से संतुष्ट हैं और इससे उनकी उत्पादकता में भी कमोबेश इजाफा हुआ है। लेकिन साथ ही उनका कहना है कि सामान्य दिनों में वे वर्क फ्रॉम होम के बजाय घर और कार्यालय के बीच संतुलन स्थापित करने वाली ऐसी मिलीजुली या हाइब्रिड कार्यसंस्कृति को प्राथमिकता देंगे, जिसमें कुछ दिन कार्यालय तो कुछ दिन घर से काम करने का लचीलापन हो।
मार्च, 2020 में कोरोना लाकडाउन के बाद कोविड-19 की दूसरी लहर उभरने पर कंपनियों को कामकाज के वर्चुअल तरीकों को फिर से अपनाना पड़ा है। ज्यादातर कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की छूट दी है। लेकिन क्या इससे कर्मचारी संतुष्ट हैं? क्या उन्हें समय की बचत के साथ काम को बेहतर करने में मदद मिली है? और क्या कर्मचारी इस कार्यशैली को आगे भी जारी रखने और कंपनियां उसे स्वीकार करने को तैयार हैं?
खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए, जानिए नुकसान
देखा जाए तो भारत में अधिजकर लोगों के दिन की शुरुआत एक कप चाय से ही होती है। बिना चाय की चुस्की लिए लोगों का दिन शुरू नहीं होता है। चाय लोगों के जिदंगी का एक हिस्सा बन गया है। कई लोगों को एक टाइम की चाय ना मिले तो ना जानें उन्हें क्या-क्या होने लगता है कभी सिरदर्द तो कभी पैर दर्द। चाय की जैसे लोगों को लत लग गई है। जो कभी-कभी बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है। अगर आप भी चाय के ऐसे ही दिवाने हैं जान लें कितने गलत तरीके से पीते हैं आप चाय ?
चाय में कैफीन होता है। अगर आप सुबह उठते ही सबसे पहले चाय पीते हैं, तो इसका आपके ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है। इसलिए खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए। दरअसल रात भर की नींद के दौरान आपके शरीर में कई तरह की क्रियाएं होती हैं, साथ ही कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में अगर सुबह उठते ही चाय पीने की आदत शरीर के लिए अच्छी नहीं है। कैफीन की मात्रा शरीर में कॉर्टिसोल यानी स्टेरॉयड हार्मोंस को बढ़ा देती है, जिससे शरीर को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनमें दिल से संबंधित समस्याएं, डायबिटीज़ और वजन का बढ़ना जैसी परेशानियां होती हैं।
कुछ लोगों की आदत होती है की वो खाना खाने के बाद की चुस्की जरूर लेते हैं। ये आदत आपकी सेहत के लिए बहुत ही खराब है। आपका चाय पीने का ये तरीका गलत है। ऐसा करने से शरीर को खाने के पौष्टिक तत्व सही तरीके से नहीं मिल पाता है। इसलिए आपकी या आपके किसी रिश्तेदार या दोस्त की ये आदत है तो अभी से बंद कर दें ये काम।
इसके अलावा कई लोगों की आदत होती है कि वो बिना ब्रश किए या पानी से कुल्ला करके ही चाय पी लेते हैं। ये आदत आपके मुंह के लिए खतरनाक हो सकती है। दरअसल जब आप सुबह सबसे पहले चाय पीते हैं, तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया चाय में मौजूद शुगर को तोड़ते हैं और मुंह का एसिडिक लेवल बढ़ा देते हैं।
जायसवाल को सीबीआई का निदेशक नियुक्त किया
इस फैसले के बाद मंगलवार को जायसवाल को इस पर की जिम्मेदारी दी गई है। जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर रहे हैं। वर्तमान में वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक हैं। सीबीआई के नए निदेशक की नियुक्ति को लेकर हुई बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी बैठक में उपस्थित थे। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई।
लगभग 90 मिनट तक चली बैठक में चौधरी ने अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए। वर्तमान में 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा सीबीआई निदेशक का प्रभार संभाल रहे हैं। सिन्हा को यह प्रभार ऋषि कुमार शुक्ला के सेवानिवृत्त होने के बाद सौंपा गया था। वह दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फरवरी में सेवानिवृत्त हुए थे।
आईएमए ने रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। ऐलोपैथी को लेकर दिए गए बयान से नाराज आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है। 15 दिन के भीतर क्षमा न मांगने व बयान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से न हटाने पर बाबा के खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकने की चेतावनी दी गई है। आईएमए उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ अजय खन्ना की ओर से मंगलवार को बाबा रामदेव को छह पेज का नोटिस भेजा गया। इस नोटिस में उन्होंने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बाबा के बयान से आईएमए उत्तराखंड से जुड़े दो हजार सदस्यों की मानहानि हुई है। उन्होंने कहा कि एक सदस्य (डॉक्टर) की पचास लाख की मानहानि के अनुसार कुल एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा किया जाएगा।
नोटिस में कहा गया है कि बाबा रामदेव ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के जरिए ऐलोपैथी डॉक्टरों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। ऐसे में उनके खिलाफ मानहानि के दावे के साथ साथ एफआईआर भी कराई जाएगी। इसके साथ ही नोटिस में बाबा रामदेव को नोटिस मिलने के 76 घंटे के अंदर दिव्य श्वासारि कोरोनिल किट के भ्रामक विज्ञापन को भी सभी प्लेटफार्म से हटाने को कहा गया है। डॉ खन्ना ने कहा है कि बाबा ने भ्रामक विज्ञापन के जरिए कोरोनिल को कोरोना संक्रमण के विरुद्ध प्रभावि दवाई व कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभावों से बचाने वाली दवाई बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी बाबा के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
आईएम की उत्तराखंड यूनिट के सचिव डॉ अजय खन्ना ने बताया कि बाबा रामदेव के वायरल ऐलोपैथी के खिलाफ वायरल वीडियो के मामले में नोटिस भेजा गया है। 15 दिन के भीतर यदि क्षमा नहीं मांगी जाती और वीडियो सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म से नहीं हटाए जाते तो एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोका जाएगा। इसके अलावा कोरोनिल के भ्रामक विज्ञापन को नहीं हटाया गया तो मकदमा दर्ज कराया जाएगा। जल्द मुख्यमंत्री से मिलकर भी बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की जाएगी।
हाथ-पैर में कीलें गाड़ीं, पुलिस पर लगाया आरोप
प्रशांत कुमार
बरेली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इन दिनों उत्तर प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है। इसमें बिना वजह घूमने वालों और बिना मास्क लगाए निकले लोगों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। बरेली में मास्क नहींं लगाने पर सख्त कार्रवाई का एक मामला सामने आया है। जिसमें महिला का आरोप है कि उसके बेटे को पुलिस के तीन सिपाही मास्क नहीं लगाने पर थाने उठा ले गए। वहां से उसे गायब कर दिया गया। तलाशने पर बेटा मिला तो मरणासन अवस्था में था। उसके हाथ और पैर में कीलें गड़ीं हुई थीं। महिला ने मामले की शिकायत एसएसपी से की है।
मामला बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र का है। थाने पहुंची जोगी नवादा में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि चौकी की पुलिस के तीन सिपाही उसके बेटे को मास्क ना लगा होने की वजह से उठा कर ले गए थे। जब चौकी से पता किया गया तो जानकारी मिली कि उसके बेटे को कहीं भेजा गया है परंतु तलाशने के बाद बेटा मरणासन अवस्था में मिला और उसके हाथ पैरों में कील गड़े हुए थे।
जब इसकी जानकारी दोबारा चौकी पुलिस को दी गई तो वह उल्टा पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कह रहे हैं। जिसको लेकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई है। एसएसपी ने मामले की जानकारी की तो पता चला कि युवक ने खुद ही पूरा षणयंत्र रच लिया और सिपाहियों पर आरोप लगा दिया। मामले की जांच कराई जा रही है। युवक की मांं का कहना है कि पुलिस के आला अधिकारी अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए उनके बेटे पर ही आरोप लगा रहे हैं।
सरकार के 7 साल, 'सबका विकास सबका साथ'
इससे पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा जैसे नेता सांसदों से लोगों की मदद करने को कह चुके हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से राज्य यूनिट्स को हिदायत दी गई है कि कहीं भी उत्सव का आयोजन नहीं होना चाहिए। पिछले सप्ताह उन्होंने स्टेट यूनिट्स को एक लेटर लिखा था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की थी, ‘हमें खुद को समाज की सेवा में समर्पित कर देना चाहिए और लोगों को इस बात के लिए धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने 7 साल तक सेवा करने का हमें मौका दिया है।’ बीजेपी नेतृत्व की ओर से यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब मोदी सरकार पर कोरोना से निपटने में असफल रहने का आरोप लग रहा है।
खबर: कहीं वैक्सीन की कमी, कहीं टीके की बर्बादी
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। एक तरफ देश के कई राज्यों में वैक्सीन की कमी होने की वजह से टीकाकरण अभियान को रोकना पड़ा है तो वहीं कुछ राज्य ऐसे हैं जहां टीके की बर्बादी अभी भी जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक झारखंड, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु इस लिस्ट में टॉप पर हैं। झारखंड में 37.3 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 30.2 फीसदी और तमिलनाडु में 15.5 फीसदी टीकों की बर्बादी हो रही है। इसी तरह, जम्मू-कश्मीर में 10.8%, मध्य प्रदेश में 10.7% टीके की बर्बादी हो रही है। इन राज्यों में टीके की बर्बादी राष्ट्रीय औसत से भी कहीं ज्यादा है।
फिलहाल देश में 6.3 फीसदी कोरोना टीके की बर्बादी हो रही है। यह स्थिति तब है जब राज्यों को लगातार यह कहा जा रहा है कि वे वैक्सीन की बर्बादी को 1 प्रतिशत से नीचे लाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ टीकाकरण, कोविन सॉफ्टवेयर में हुए बदलावों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग की। इसी मीटिंग के दौरान टीकों की किल्लत की जानकारी भी दी गई। मीटिंग की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में बुधवार को बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 208,886 नए केस सामने आए हैं, वहीं इसी दौरान करीब 4172 लोगों ने जान गंवाई है। मंगलवार को यही आंकड़ा 3,498 था। वहीं, नए केस भी दो लाख से नीचे 195,815 सामने आए थे।
भाजपा के अहंकार से हलधर हैं बेहाल: अखिलेश
विधानसभा: 5 राज्यों में अस्तित्व बचाने की चुनौती
अगले साल पहले होने वाले चार राज्यों और उसके बाद दो राज्यों के विधानसभा चुनावों में पंजाब को छोड़कर पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात व हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं और कोरोना काल की विपत्ति से जूझते माहौल में भाजपा के सामने इन पांचों राज्यों को बचाने की चुनौती है। वहीं भाजपा विरोधी दल इस महामारी से उत्पन्न आपदा को राजनीतिक अवसर में बदलने की कोशिश में जुट गए हैं। क्योंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव वर्ष 2021 के आखिर नवंबर दिसंबर में होने हैं, इसलिए ज्यादा सरगर्मी अभी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा को लेकर है।
नई पॉलिसी के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा वाट्सएप
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत सरकार और सोशल मीडिया कंपनी के बीच टकराव बढ़ता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया बंद होगी या नहीं होगी यह बाद का विषय है। मगर फिलहाल तो सरकार और सोशल मीडिया कंपनी आमने-सामने हैं। भारत सरकार के खिलाफ व्हाट्सएप नई पॉलिसी के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गई है। दरअसल, आईटी एक्ट में बदलाव करते हुए सरकार ने सोशल मीडिया कंपनी को नई गाइडलाइन जारी करने के लिए बीती 25 फरवरी को 3 माह का समय दिया था। जिसका समय कल पूरा हो चुका है। मगर सोशल मीडिया कंपनी की तरफ से कोई भी नई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। इस प्रकार से भारत के संविधान के तहत कंपनियों पर कार्रवाई होना निश्चित माना जा रहा है। संभव है सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समय पूरा होने पर कार्यवाही की जानी थी। इस बीच नई प्राइवेसी का मामला वॉट्सऐप की ओर से भारत सरकार के खिलाफ दिल्ली में एक शिकायत दर्ज कराई गई है। इस शिकायत में वॉट्सऐप ने सरकार को बुधवार से जारी होने वाले रेग्युलेशंस को न लागू करने देने की मांग की है। नए नियमों के तहत सरकार ने फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी को प्राइवेसी रूल्स से पीछे हटने को कहा है। इस मुकदमे में दिल्ली हाईकोर्ट से यह घोषित करने के लिए कहा गया है कि नए नियमों में से एक भारत के संविधान के तहत दिए गए गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस नियम के मुताबिक, जब सरकारें मांग करें तो सोशल मीडिया कंपनियों को किसी सूचना को सबसे पहले साझा करने वाले की पहचान करनी पड़ती है।
संयंत्रों की स्थापना, फंड उपलब्ध करायेगा यूएसए
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। अमेरिका स्थित सेवा इंटरनेशनल भारत के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को कम करने के लिए 100 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना के लिए फंड उपलब्ध करायेगा। नये संयंत्रों की स्थापना के बाद देश में ऑक्सीजन की कमी काफी हद तक दूर हो जायेगी और अस्पतालों को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती रहेगी। जिससे अस्पतालों में मरीजों के प्राण संकट में पडने से बच जायेंगे। सेवा इंटरनेशनल की ओर से जारी बयान के मुताबिक हनीवेल को शीघ्र ही 30 संयंत्र स्थापित करने के लिए 20 टन जिओलाइट्स के उत्पादन का आर्डर दिया गया है। इन प्रयासों के तहत इसने अगले आठ से बारह सप्ताह में करीब 10.8 लाख डॉलर की लागत से 15 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए कहा गया है।
सेवा इंटरनेशनल के अध्यक्ष अरुण कनकानी ने कहा कि ऑक्सीजन संयंत्रों के निर्माण के लिए धन जुटाने का अभियान शुरू किया है। यह अभियान भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण विभाजन को पाटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता को समान रूप से वितरित करने में मदद करेगा। यह भारत को महामारी की संभावित तीसरी लहर का सामना करने में सहायक होगा। सेवा इंटरनेशनल के ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र के परियोजना प्रबंधक मुकुंद कुटे ने कहा कि पहले ग्रामीण और आदिवासी बहुल क्षेत्रों के अस्पतालों में संयंत्रों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है तथा उसके बाद दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के शहरों के धर्मार्थ अस्पतालों में इसे स्थापित किया जायेगा।
विदेशों द्वारा टीके के दान पर निर्भर भारत: गांधी
प्रियंका ने दावा किया कि कड़वी सच्चाई यह है कि महामारी की शुरूआत से ही भारत में टीका आम लोगों की जिंदगी बचाने के औज़ार के बजाय प्रधानमंत्री के निजी प्रचार का साधन बन गया। इसके चलते सबसे बड़ा टीका उत्पादक भारत अन्य देशों से मिलने वाले टीके के दान पर निर्भर हो गया और टीकाकरण के मामले में दुनिया के कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया।
उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत की 130 करोड़ की आबादी के मात्र 11 प्रतिशत हिस्से को टीके की पहली खुराक और मात्र 3 प्रतिशत लोगों को पूरा टीकाकरण नसीब हुआ है। प्रियंका ने सवाल किया, ‘‘मोदीजी के टीका उत्सव की घोषणा के बाद पिछले एक महीने में टीकाकरण में 83 प्रतिशत की गिरावट आ गई। जिम्मेदार कौन?’’ कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया, ‘मोदी सरकार ने देश को टीके की कमी के दलदल में धकेल दिया है। टीके पर अब बस मोदीजी की फोटो ही है, बाकी सारी जिम्मेदारी राज्यों के ऊपर डाल दी गई है। आज राज्यों के मुख्यमंत्री लगातार केंद्र सरकार को टीके की कमी होने की सूचना भेज रहे हैं।’’ प्रियंका ने कहा, ‘‘ मोदी जी के बयान के अनुसार, उनकी सरकार पिछले साल ही टीकाकरण की पूरी योजना के साथ तैयार थी, तब जनवरी 2021 में मात्र 1 करोड़ 60 लाख टीके का ऑर्डर क्यों दिया गया?’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘मोदीजी की सरकार ने भारत के लोगों को कम टीका लगाकर, ज्यादा टीका विदेश क्यों भेज दिया? दुनिया का सबसे बड़ा टीका उत्पादक भारत आज दूसरे देशों से टीका मांगने की स्थिति में क्यों आ गया और वहीँ ये निर्लज्ज सरकार इसे भी उपलब्धि की तरह प्रस्तुत करने की कोशिश क्यों कर रही है?’’
काला दिवस: सरकार विरोधी नारे, पुतले भी फूंके
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने अपने घरों और वाहनों पर भी काले झंडे लगाए हैं। मेहमा ने कहा, ”सरकार के नेताओं के पुतले जलाए गए। आज का दिन यह बात दोहराने का है कि हमें प्रदर्शन करते हुए छह माह हो गए हैं लेकिन सरकार जिसके कार्यकाल के आज सात वर्ष पूरे हो गए, वह हमारी बात नहीं सुन रही है।”
'यास' ओडिशा के निकट पहुंचा, हलचल हुईं तेज
बालासोर। ओडशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगार के निकट गंभीर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के पहुंचने की प्रक्रिया बुधवार सुबह नौ बजे शुरू हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात बालासोर से करीब 50 किलोमीटर दूर तट पर बहनागा ब्लॉक के निकट धामरा के उत्तर और बहनागा के दक्षिण में पहुंचा। ‘डॉपलर’ रडार डेटा के अनुसार, इस दौरान 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस प्रक्रिया को पूरा होने में तीन से चार घंटे का समय लगेगा। बालासोर और भद्रक जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि करीब 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने पहले कहा था कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। जेना ने कहा कि चक्रवात अनुमानित समय से कुछ घंटों की देरी से पहुंचा क्योंकि इसकी रफ्तार 15-16 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होकर 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। उन्होंने बताया कि देर रात दो बजे के बाद चक्रवात की तीव्रता और नहीं बढ़ी। जेना ने कहा कि तीव्रता में कमी आने के कारण चक्रवात के पहुंचने के दौरान 165 किलोमीटर प्रति घंटे के बजाय 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुछ जगह पेड़ उखड़ गए, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई। कोलकाता में अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण पानी भर गया और नदियों में जलस्तर बढ़ गया।
पूर्वी मिदनापुर के दीघा में 90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं, जबकि दक्षिण 24 परगना के फ्रेसरगंज में 68 किलोमीटर और कोलकाता में 62 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। दक्षिण बंगाल में भी मंगलवार रात के बाद से काफी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने चक्रवात के दस्तक देने के दौरान पूर्वी मिदनापुर के निचले तटीय इलाकों में समुद्र में दो से चार मीटर और दक्षिण 24 परगना में दो मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान जताया था। भुवनेश्वर में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई। राज्य में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश भद्रक जिले के चांदबाली (273 मिमी) में हुई। इससे बाद पारादीप (197 मिमी), बालासोर (51 मिमी) और भुवनेश्वर (49 मिमी) में बारिश हुई।
भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,08,921 नए मामलें
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,08,921 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,71,57,795 हो गई। वहीं, देश में मंगलवार को एक दिन में सर्वाधिक 22,17,320 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटे में संक्रमण से 4,157 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,11,388 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, देश में मंगलवार को सर्वाधिक 22,17,320 नमूनों की जांच की गई। देश में अभी तक कुल 33,48,11,496 नमूनों की कोविड-19 संबंध जांच की गई है और नमूनों के संक्रमित आने की दर 9.42 प्रतिशत है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार दूसरे दिन नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 10 प्रतिशत से कम है। संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 11.45 प्रतिशत हो गई है। देश में अभी 24,95,591 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 9.19 प्रतिशत है। वहीं, कुल 2,43,50,816 लोग अभी तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 89.66 प्रतिशत है। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.15 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार गए। वहीं, 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए।
पिछली एक सदी में ऐसी महामारी नहीं देखी: पीएम
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी दशकों में, मानवता के सामने आया सबसे बुरा संकट है, जिसने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर वेसाक वैश्विक समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इस चुनौती का मजबूती से मुकाबला कर रहा है और इसमें टीके की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 दशकों में मानवता के सामने आया सबसे बुरा संकट है। हमने पिछली एक सदी में ऐसी महामारी नहीं देखी। कोरोना ने दुनिया को बदलकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद पृथ्वी पहले जैसी नहीं रहेगी और हम घटनाओं को आने वाले समय में कोविड से पूर्व या कोविड से बाद की घटना के रूप में याद करेंगे।
उन्होंने कहा कि अब इस महामारी को लेकर, बेहतर समझ विकसित हो गई है। हमारे पास टीके उपलब्ध हैं जो लोगों की जान बचाने और महामारी को हराने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने इस महामारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस महामारी में जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया और जो इससे पीड़ित रहे, वह उनके दुख में शामिल हैं। यह आयोजन भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से करता है। इसमें दुनिया भर के बौद्ध संघों के सर्वोच्च प्रमुख शामिल होते हैं। इस समारोह को दुनिया के 50 से अधिक प्रमुख बौद्ध धार्मिक नेता संबोधित करेंगे। वेसाक-बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्म, बुद्धत्व की प्राप्ति और महा परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
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