रविवार, 17 मई 2020

31 मई तक फिर बड़ा 'लॉक डाउन'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद 17 मई को खत्म हो रही है।राष्ट्रीय महामारी प्रबंधन प्राधिकरण ने देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं।कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा।


126 की मौत, संक्रमण 90 हजार के पार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि जारी है। देशभर में रविवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए लोगों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़े जारी करते हुए कहा, “देश भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 90 हजार 927 मामले सामने आए हैं, जबकि महामारी के चलते 2 हजार 872 लोगों की जान गई है।”


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में कुल 53 हजार 946 लोग अभी भी कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 34 हजार 108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश मे सिर्फ अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्त राज्य बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उधर, गुजरात में रविवार सुबह तक कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार 988 हो गई। इसमें से कुल 4 हजार 308 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 625 लोगों की यहां मौत हुई है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 9 हजार 333 पहुंच गया है। 3 हजार 926 मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। यहां मरने वालों की संख्या 129 तक पहुंच गई है। तमिलनाडु में भी पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। राज्य में रविवार सुबह तक कुल 10 हजार 585 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें 3 हजार 538 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 74 लोगों की मौत हुई है। असम में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 92 है, जिनमें से 41 को डिस्चार्ज किया गया है और 2 की मौत हुई है। बिहार में यह संख्या 1 हजार 179 पहुंच चुकी है, जिनमें से 453 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 7 लोगों की मौत हुई है। चंडीगढ़ में यह संख्या 191 है, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज किया चुका है। तीन की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 67 पहुंच चुकी है, जिनमें से 56 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। उधर, दादर नगर हवेली से सिर्फ एक मामला अब तक सामने आया है। गोवा में अब तक 17 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 7 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बीच हरियाणा में 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 514 को डिस्चार्ज किया गया है। राज्य में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में 78 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 43 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन लोगों की मौत हुई है। उधर, जम्मू एवं कश्मीर में 1 हजार 121 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 542 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां 12 मरीजों की मौत हुई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार सुबह तक झारखंड में 217 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 113 को छुट्टी दी जा चुकी है। यहां अब तक 3 मौतें दर्ज की गई हैं। कर्नाटक में यह आंकड़ा 1 हजार 92 पहुंच चुका है, 496 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 36 की मौत हुई है। केरल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 587 पहुंच गई है, 495 को डिस्चार्ज किया गया और राज्य में चार की मौत हुई है। लद्दाख में सिर्फ 43 मामले सामने आए, जिनमें से 22 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।मध्य प्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना से पीड़ित हुए मरीजों की संख्या 4 हजार 789 पहुंच चुकी है। इनमें से 2 हजार 315 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 243 लोगों की मौत की सूचना है। उधर, मणिपुर में सिर्फ 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मेघालय में भी 13 मामले सामने आए हैं और 11 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां एक की मौत हो गई है। उड़ीसा में 737 मामले सामने आए। 196 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन की मौत हो गई है। पुडुचेरी में अब तक 13 मामले सामने आए हैं, 9 को डिस्चार्ज किया गया है और एक व्यक्ति की मौत हुई है।


पंजाब में अब तक 1 हजार 946 मामले दर्ज किए गए हैं। 1 हजार 257 को डिस्चार्ज किया गया है और 32 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में 4 हजार 960 मामले सामने आए हैं। 2 हजार 839 को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 126 की यहां मौत हुई है। तेलंगाना में 1 हजार 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 971 को डिस्चार्ज किया गया और यहां 34 की मौत हुई है। त्रिपुरा में रविवार सुबह तक 167 मामले दर्ज किए गए हैं, 64 को डिस्चार्ज तक किया जा चुका है। उत्तराखंड में 88 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 1 की मौत हुई है। उधर उत्तर प्रदेश में 4 हजार 258 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 हजार 441 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। यहां रविवार सुबह तक 104 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 2 हजार 576 हो गया है। 872 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और राज्य में 232 लोगों की मौत हुई है।


गरीब देशो को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। 73वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा के पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति किरिल रामफोसा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन समेत 140 से अधिक राजनीतिज्ञों और विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से खुला पत्र जारी कर यह अपील की कि कोविड-19 के टीके का विकास होने के बाद उसे पेटेंट अधिकारी नहीं होगा और विश्व भर में इस का मुफ्त प्रयोग किया जाना चाहिए।


गरीब देशों को पंक्ति के पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। 
इस खुले पत्र को जारी करने की पृष्ठभूमि ऐसी है: फ्रांसीसी दवा कंपनी सानोफी के उच्च पदाधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका ने उस टीके के विकास में सर्वाधिक पूंजी लगायी, अमेरिका को टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी। यह बात सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हल्ला मच गया है। फ्रांसीसी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव से उस कंपनी ने अपना रूख बदलकर कहा कि अमेरिका को सिर्फ अपने ही देश में उत्पादित होने वाले टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी।


इस घटना से जाहिर है कि अमेरिका को कोविड-19 के टीके पर एकाधिकार जमाने की बदनीयत है।


गरीब की जिंंदगी पर लगा दो 'रासुका'

लखनऊ। समजावादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रवासी मजदूरों को राज्य में न घुसने देने पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार तंज कसते हुए कहा कि सरकार लोगों को गैर कानूनी काम करने के लिये बाध्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा क्यों नही करती कि गरीबों की जिंदगी पर ही रासुका लगा दे।


जिस राज्य ने देश को महामहिम और प्रधानमंत्री दिये है उसी उत्तर प्रदेश ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मजदूरों से श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। यादव ने रविवार को ट्वीटकर कहा “भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे।


भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियां ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो!” उन्होंने कहा कि ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो कौन प्रवासी मजदूर काम पर लौटेगा। उन्होंने ट्वीटकर कहा “अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे।


अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे। ” यादव ने कहा “जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?।”


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासियों के पैदल, दो पहिया या ट्रक से उत्तर प्रदेश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। शासन ने कहा है कि जिलाधिकारी तय करें कि कोई भी पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करे। ऐसा कही पाया गया तो लापरवाही मानी जायेगी।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


जल्दी शुरू हो सकती है 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना के संकट को देखते हुए लॉकडाउन (पूर्णबंदी) में घरेलू उड़ानों पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध था।हालांकि 17 मई को पूर्णबंदी का तीसरा चरण खत्म हो रहा है। और इसके चौथे चरण में काफी हद तक ढील दी जाएगी। और यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एक बार फिर से घरेलू उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी।


देश में घरेलू हवाई यातायात का संचालन करने वाली एयलाइन कंपनियों ने जल्द ही घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू करने की संभावना के साथ नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) के लिए अपने विमान की वायु योग्यता रिपोर्ट शुक्रवार को प्रस्तुत की है। प्रोटोकॉल के अनुसार, एयरलाइनों को अपने उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने से पहले अपने विमान का विवरण डीजीसीए और एमओसीए को प्रस्तुत करना होता है। एमओसीए ने एक बयान जारी कर बताया है कि एयरलाइंस विनियामक रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। केंद्र सरकार कई दिशा-निर्देशों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया हैै। एमओसीए ने एयरलाइनों और एयरपोर्ट ऑपरेटरों सहित सभी विमानन हितधारकों को एसओपी के मसौदे के माध्यम से सूचित किया है कि 80 साल से अधिक आयु के लोगों को उड़ान शुरू होने के पहले चरण में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एमओसीए के ड्राफ्ट एसओपी के अनुसार, प्रारंभिक स्तर पर किसी भी केबिन बैगेज को अनुमति नहीं दी जाएगी और चेक-इन बैगेज जिसका वजन 20 किलोग्राम से कम है, उसे ही अनुमति दी जाएगी. इस बीच भारत सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AFI) ने उड़ानों को फिर से शुरू करने से पहले आवश्यक कदम उठाए हैं।


AFI के निर्देशों के मुताबिक यात्रियों को हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले अपने स्मार्टफोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा, एक मुखौटा, एक हाथ सैनिटाइजर और दोनों हाथ में दस्ताने पहनने होंगे। एएआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में यह गाइडलाइन दी गयी है। देश में विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों में विस्तारा के पास 41 विमान, इंडिगो के पास अपने बेड़े में लगभग 260 विमान हैं, स्पाइसजेट के साथ 120 विमान और एयर इंडिया समूह के बेड़े में 155 से अधिक विमान हैं।


उल्लेखनीय है कि हाल ही में एमओसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्री समूह (जीओएम) के सामने एक विस्तृत प्रस्तुति दी थी, जब भारत वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से भारतीयों को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रत्यावर्तन उड़ानों पर निर्णय लिया गया था। एयर इंडिया उन लोगों के लिए घरेलू उड़ानों का संचालन कर रही है जो वंदे भारत मिशन के तहत प्रत्यावर्तन उड़ानों में विदेश से भारत आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 17 मार्च से 17 मई तक व्यावसायिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।


मुठभेड़ में जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर

श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के डोडा में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी की मौत हो गई, जबकि कार्रवाई के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलि के डीजी ने कहा, मुठभेड़ जारी है, एक आतंकवादी मारा गया और एक सैनिक ने अपनी जान गंवाई है। सुरक्षाबलों को क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद डोडा में मुठभेड़ शुरू हो गई।


सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों के ठिकाने पर पहुंचे। जवानों को देखकर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। इसकी पुष्टि जम्मू कश्मीर पुलिस ने की है। वहीं एक जवान के शहीद होने की भी खबर है। अभी मुठभेड़ जारी है। एक से दो आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर हारून अब्बास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस महीने की शुरुआत में जिले में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से कुछ हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए थे।
बता दें कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के कश्मीर कमांडर रियाज नायकू के सफाए के बाद हिजबुल ने कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। हिजबुल के इस नए कमांडर के साथ ही 3 और हिजबुल के आतंकी सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं। जिन 10 आतंकियों के सफाए का टारगेट है उसमें 4 हिजबुल के, 3 जैश के आतंकी शामिल हैं। सिक्यॉरिटी एजेंसी सूत्रों के मुताबिक अब जो आतंकी निशाने पर हैं उनमें हिजबुल का नया कमांडर सेफुल्ला है।


आतंकी संगठन में इसका कोड नेम गाजी हैदर है। सेफुल्ला 8 अक्टूबर 2014 को हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ। हिजबुल का दूसरा आतंकी जो हिट लिस्ट में है उसका नाम मोहम्मद अशरफ खान उर्फ अशरफ मौलवी हैं जो 9 सितंबर 2016 से हिजुबल के साथ है। हिजबुल को दो और आतंकी इस लिस्ट में है- जुनैद सहराई और अब्बास शेख।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


आसमान में दिखाई दे रहा 'शुक्र ग्रह'

नई दिल्ली। शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में आसानी से लोगों को नजर आ रहा है। आसमान में जब भी रात के वक्त चांद देर से दिखाई देता है या कई बार नहीं भी दिखता है तो शुक्र ग्रह एक अकेला ऐसा तारा है जो सबसे ज्यादा चमकीला नजर आता है। बता दें आसमान में सूरज और चांद के बाद शुक्र ग्रह तीसरा सबसे ज्यादा चमकदार ओब्जेक्ट है।


शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में नजर आ रहा है। हालांकि, जल्द ही ग्रह अपनी जगह बदलेंगे और ऐसे में शुक्र ग्रह आसमान में नजर आना बंद हो जाएगा। इस वजह से शुक्र ग्रह जल्द ही आसमान से गायब होने वाला है।28 अप्रैल को यह ग्रह आसमान में सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई दिया था और मई के अंत तक यह आसमान में दिखाई देगा। अर्थस्काय कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूरज के बीच से गुजरेगा और इस वजह से यह पूर्वी आकाश में सूर्य उदय से कुछ देर पहले दिखाई देगा और इसके बाद गायब हो जाएगा। आप चाहें तो शुक्र ग्रह को मई के महीने में रोज रात को देख सकते हैं।


हालांकि, इसे टेलीस्कोप से देखना एक अच्छा आइडिया है क्योंकि ऐसा करने से आप काफी साफ-साफ इस ग्रह को देख पाएंगे. टेलीस्कोप से यह आपको अर्धचंद्राकार का दिखाई देगा और काफी बड़ा नजर आएगा। लेकिन अगर आपके पास टेलीस्को नहीं है तो भी आपको इसे देखने का मौका नहीं गवाना चाहिए।


27 मई को दिखेगा 'हरे बर्फ' का गोला

नई दिल्ली। साल 2020 कई अजीबोगरीब घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा। साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग से शुरू हुई थी। इसके बाद तो चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने जो तांडव शुरू किया, उसका असर ऐसा हुआ कि दुनिया के कई देश लाशों के ढेर में बदल गया। इस बीच अप्रैल से अंतरिक्ष में भी हलचल शुरू हो गए। 29 अप्रैल को तो अंतरिक्ष से गिरने वाले एक उल्कापिंड से दुनिया के खत्म होने की भी बात आई। हालांकि, ये उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक से गुजर गया। इसके बाद से अभी तक कई छोटे उल्कापिंड आए दिन अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिर ही रहे हैं। अब सूरज से एक विशाल धूमकेतु पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु को एस्ट्रोनॉमर ने अप्रैल में ही ढूंढा था। इसकी तस्वीरें  NASA/ESA के मॉनेटरिंग स्पेसशिप से ली गई। कहा जा रहा है कि जब ये धूमकेतु जब पृथ्वी की सतह पर आएगा तब आसमान हरा हो जाएगा। स्वान धूमकेतु तेजी से अंतरिक्ष से गिरता हुआ पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु की 11 मिलियन लंबी पूंछ इसकी खासियत बन गई है। स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा।
स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा। साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए।


साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए। इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा।
इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा।    एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।


एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।  27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।
27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।


एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाएगी। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाए।
एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाए। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाऐगा। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है।


दिल्ली में 31 मई तक बढ़ा 'लॉकडाउन'

प्रयागराज। लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए राज्यों की तरफ से केंद्र को 15 मई तक भेजे जा चुके हैं कई सुझावलॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 तक चल सकता है, इस दौरान छूट का दायरा बढ़ना संभवऑटो, टैक्सी, कैब के सथ डोमेस्टिक फ्लाइट्स को शर्तों के साथ शुरू किया जा सकता हैशॉपिंग मॉल्स में भी कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है, रेस्ट्रॉन्ट और ढाबों को भी अनुमति संभव


नई दिल्ली विश्व मे कोहराम मचा रही वैश्विक महामारी के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद रविवार को खत्म हो रही है। अभी वायरस जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तीसरी बार लॉकडाउन का बढ़ना तय है, जिसका संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दिया था। लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की छूट दिए जाने की संभावना है। इस बारे में अब किसी भी वक्त ऐलान जा सकता है।


सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। उसे भी बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। अब तीसरी बार लॉकडाउन फिर बढ़ने वाला है। 


पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शर्तों के साथ इजाजत संभवः ऑटो रिक्शा और कैब एग्रीगेटरों को शर्तों के साथ इजाजत दी जा सकती है। उन्हें अधिकतम 2 यात्रियों को बैठाने की अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ानों को भी मंजूरी दी जा सकती है बशर्ते कि जहां से फ्लाइट जानी हो और जिस जगह पर उसे पहुंचनी है, वे दोनों संबंधित राज्य इसके लिए राजी हों। केंद्र तो सभी घरेलू उड़ानों को शुरू करना चाहता है लेकिन कई राज्य इसके विरोध में हैं। 


रेड जोन्स में मेट्रो सर्विसेज को आगे भी सस्पेंड रखा जा सकता है। रेस्ट्रॉन्ट और शॉपिंग मॉल्स को भी कुछ शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी जा सकती है।  कंटेनमेंट जोन्स में और ज्यादा सख्ती हो सकती है। किस जोन में किन गतिविधियों की इजाजत रहे, इसे तय करने का अधिकार राज्यों को मिल सकता है। अब तक केंद्र सरकार ही रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तय करती रही है। इसमें बदलाव भी केंद्र ही कर सकता है। हालांकि, राज्य मांग कर रहे हैं कि उन्हें जोन तय करने और किस जोन में किन तरह की गतिविधियों को इजाजत रहे, यह तय करने का अधिकार उन्हें मिले। 


जल्द शुरू हो सकती हैं दिल्ली मेट्रोः गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि राज्यों की यह मांग मानी जा सकती है यानी राज्यों को जोन तय करने का अधिकार दिया जा सकता है। सूत्रों की माने टी शॉपिंग मॉल्स में कुछ दुकानों, रेस्तराओं को खोलने की इजाजत दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन जरूरी होगा। प्रवासी मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए राज्यों को नई गाइडलाइंस में स्पष्ट निर्देश होगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे ताकि वे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की मदद कर सकें। 


बृजेश केसरवानी


राष्ट्रपति भवन मे वायरस, एसीपी संक्रमित

कोरोना वायरस पहुंचा राष्ट्रपति भवन, एसीपी पॉजिटिव मिले, अस्पताल में भर्ती


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण राष्ट्रपति भवन पहुंच गया है। राष्ट्रपति भवन के एसीपी फंक्शन करन सिंह कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसीपी राष्ट्रपति भवन के ऑफिस में कार्यरत हैं और यह ऑफिस राष्ट्रपति भवन के अंदर है। करन सिंह राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन हैं। राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन का अहम रोल होता है।


एसीपी करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। राष्ट्रपति भवन में तैनात कई पुलिसकर्मी और स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है।


सैनिटाइज सिस्टम कई दिनों से खराब

अतुल त्यागी


हापुड़। कोरोना महामारी की चेन तोड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन किया हुआ है और लोगों की बचाव हेतु जिला प्रशासन ने पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में लोगों को सैनिटाइज करने के लिए हजारों रुपए की लागत से सैने डाइज सिस्टम गत दिनों लगाया था। ताकि वहां आने वाले कर्मचारी व बाहरी लोग सेने डाइज  होकर कोरोना महामारी से बच सकें लेकिन वहां के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह सिस्टम पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है और वहां पर आने वाले लोग सैनिटाइज होने से वंचित हो रहे हैं।


चंडीगढ़ः दूरवर्ती मरीजों की सुनेंगे समस्या

राणा ओबराय

19 मई से चंडीगढ़ पीपीई में डॉक्टर दूरवर्ती मरीजो की सुनेंगे समस्या


चण्डीगढ़। चंडीगढ़ पीजीआई प्रशासन ने निर्णय लेते हुए ऑनलाइन ओपीडी शुरू करने की पहल की है। मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सिर्फ संडे और छुट्टी वाले दिन ऑनलाइन ओपीडी बंद रहेगी। पीजीआई प्रशासन ने मरीजों के लिए फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं।जिस पर मरीज डॉक्टर से अपना रोग बता करके उपचार पूछ सकता है।


चिलचिलाती धूप में छांंव ढूंढते रहे प्रवासी

चिलचिलाती धूप में छांव ढूंढते रहे प्रवासी


सीएचसी में थर्मल स्क्रीनिंग कराने वाले प्रवासियों की रही भीड़


सुनील पुरी


फतेहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने आए प्रवासी चिलचिलाती धूप में बेहाल दिखे और छाव खोजते रहे इनमें से अधिकांश प्रवासी मुंबई और सूरत से आए हुए थे। लाइन में खड़े होने को लेकर कई बार प्रवासियों के बीच नोकझोंक भी हुई और पुलिस भी पहुंची


कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन की स्थिति चल रही है जिसके कारण प्रवासियों का आना लगातार जारी है इनमें से अधिकांश प्रवासी महाराष्ट्र के मुंबई शहर तथा  गुजरात प्रांत के सूरत शहर से आ रहे हैं इसके अलावा अन्य प्रांतों दिल्ली पंजाब हरियाणा राजस्थान से भी प्रवासी लगातार आ रहे प्रवासियों की भीड़ देर रात से ही होने लगी थी सुबह भारी संख्या में प्रवासी दिखाई दिए प्रवासियों की लंबी लाइन सीएससी परिषद से गेट और रोड तक लगी हुई थी थर्मल स्क्रीनिंग कराने के लिए लाइन में खड़े प्रवासियों के बीच आगे-पीछे होने को लेकर कई बार आपस में कहासुनी हुई यहां तक कि झगड़े की भी नौबत आई लेकिन कुछ अन्य प्रवासियों ने मामले को शांत करा दिया सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची पुलिस ने वासियों को लाइन से खड़ा कराया जब दोपहर को धूप तेज हुई तो प्रवासियों की हालत बिगड़ी और छाया खोजने लगे दोपहर बाद काफी देर तक प्रवासियों की लाइन लगी रही और उन्होंने अपनी थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ परीक्षण कराया वहीं थर्मल स्क्रीनिंग करने वाले लोगों ने उन्हें 21 दिन तक आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी।


मजदूरों के साथ, ट्रक वालें कर रहे खिलवाड़

अतुल त्यागी


गरीब मजदूरों के साथ कर रहे डग्गामार ट्रक वाले खिलवाड़


आपको बतादे की गरीब मजदूरों के साथ हो रहा है खिलवाड़ जहा देखनी वाली बात है, कि सोनीपत और पानी पत में कम्पनियों में काम करते थे। जहाँ कम्पनियों के मालिकों ने उन्हें कम्पनी से बाहर निकाल दिया है और उनकी सैलरी भी नही दी गरीब मजदूर परेशान होकर अपनी कम्पनी के पास के मकानों में किराये के कमरों में रहते थे और मकान मालिको ने उन्हें बाहर निकाल दिया है। जहा देखने वाली की बात है कि सरकार के नियमो की उड़ा रहे है। धज्जियाँ गरीबो की मजबूरी को देखते हुए सरकार के नियम थे कि कम्पनियों में काम करने वालो की नहीं काटी जाएगी सेलरी और किराये के मकानों में रहने वालों को नही दिया जायेगा किराया जहा देखने वाली बात है कि गरीब मजदूरों को नही सेलरी मिली और किराये के मकान मालिकों ने उन्हें मकानों से बाहर निकाल दिया और गरीब मजदूर भूखे प्यासे रहने लगे गरीब मजदूर अपने घरों के लिए पानीपत का डग्गामार ट्रक वाले से घर जाने के लिए बात करी थी ट्रक वाले हमारे साथी सोनीपत और पानीपत में भी रहते है डग्गामार ट्रक वाले ने सभी लोगो की गिनती करी तो गिनती करने पर 200 लोग थे डग्गामार ट्रक वाले ने 2,000 रुपये सवारी की बुकिंग कर ली थी जहाँ गरीब मजदूरों से 4,00000 लाख रुपये पहले ही एडवांस में ले लिए थे गरीब मजदूरों को घर पहुचाने के लिये रुपये लिए थे और गरीब मजदूरों के जनपद हापुड के कोतवाली गढमुक्तेश्वर के ब्रजघाट नगरी में सभी मजदूरों को उतारने लगा था गरीब मजदूरों ने 112 की पुलिस को बुलाकर अपनी समस्या बताई और मोके पर डग्गामार ट्रक चालक को किया गिरफ्तार।


जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा

जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा 
आकांशु उपाध्याय 
गाजियाबाद। कोरोना वायरस कोविड-19 अपने साथ बहुत सारी समस्याएं लेकर आया है। जिनका वर्तमान व्यवस्थाओं के पास समुचित समाधान नहीं है। उचित और आवश्यक दृष्टिकोण का भी अभाव महसूस किया जा रहा है। वायरस अपनी गति से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। जिसका प्रभाव निकट भविष्य में हम सबके सामने होगा। सरकार की विवेक शीलता के अनुसार योजनाओं का यथावत लाभ वायरस को मिल रहा है। बैंक, राशन और शराब के लिए सड़कों पर जनता की अव्यवस्थित भीड उमड पडी़ है। इससे प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। देश के प्रधानमंत्री के प्रति जनता ने कृतज्ञता का उदाहरण पेश किया है मूल मंत्र सामाजिक दूरी का स्पष्ट परिहास किया गया है।
वहीं दूसरी ओर जनपद गाजियाबाद में कमोबेश 85 लाख से अधिक नागरिक निवास करते हैं। जनपद सघन आबादी वाला क्षेत्र है। जिसमें लोनी और खोड़ा नगर पालिका अति सघन आबादी वाले क्षेत्र है। दोनों क्षेत्रों की सीमाएं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से लगी हुई है। दोनों ही स्थानों पर संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। लोनी और खोड़ा में संक्रमण का संचार नियंत्रित कर पाने में जिला प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। परिणाम स्वरूप संक्रमण तेज गति से बढ़ रहा है। जनपद में शनिवार को कुल 172 संक्रमितो की सूचना दी गई। उसके पश्चात रविवार को लोनी स्थित बाजार में एक संक्रमित मिला है।लोनी बाजार में संक्रमित व्यक्ति एवं साहिबाबाद स्थित संजय नगर में एक महिला संक्रमित के मिलने से स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया है। जनपद में कुल 5251 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिसमें 4683 की जांच रिपोर्ट मिली है। 568 लोगों की अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। 106 लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। संभावित क्षेत्रों में 18 हॉट स्पॉट बनाए गए हैं। यह सब आंकड़ा जिला प्रशासन के द्वारा प्रदान किया गया है। लेकिन तेजी से बढ़ने वाले संक्रमण पर नियंत्रण का प्रभावी तरीका अपनाने का उपयुक्त समय आ गया है। लॉक डाउन को अधिक प्रभावशाली प्रणाली के अनुसार लागू करने की आवश्यकता है। सरकार आवश्यक दिशा-निर्देश लागू कर रही है। जिला प्रशासन को स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। नियमों की कठोरता और आवश्यक लचीलापन की मांग के प्रति संतुलन बनाने की सख्त आवश्यकता है। जिला प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा का दौर प्रारंभ हो गया है।


भोजन मिलने के बाद छलक पड़े आंसू

हाइवे पर पैदल चल रहे मज़दूरों का सहारा बनी कांग्रेस


सैनी चौराहे पर कांग्रेस की सांझी रसोई से भोजन मिलने के बाद छलक पड़े भूखे मजदूरों के आँसू


कौशाम्बी। कोरोना वायरस की महामारी के बाद पूरे देश मे 57 दिनों से लगातार लॉक डाउन घोषित कर दिए जाने के चलते फैक्ट्रियों से निकाले गए मजदूर रोटी के लिए भूखे है और इन स्थितियों में मजदूर भूखे प्यासे परिवार के साथ पैदल चल कर घर पहुँचना चाहते है। जिससे हाइवे पर मजदूरों का झुंड पैदल चल रहा है। भूखे प्यासे मजदूरों को भोजन का इंतजाम कर उन्हें संतुष्टि देने का जिम्मा कांग्रेस पार्टी ने उठाया है और जिले के सैनी चौराहे पर प्रतिदिन भूखे प्यासे हजारो मजदूरों को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू  के आवाहन पर सड़को पर पैदल चल रहे मज़दूरों को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अरुण विधार्थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने सांझी रसोई से दिन रात खाना पानी खिलाने का इंतजाम कर रहे हैं। जैसे ही मज़दूरों को खाना पानी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया। कुछ मज़दूरों के आंसू छलक पड़े और मज़दूर बोले कि कभी भी कांग्रेस का यह एहसान नही भूलेंगे। खाने पीने का भरपूर इंतजाम जिले में कांग्रेस पार्टी प्रतिदिन कर रही है।


कांग्रेस की सांझी रसोई से प्रतिदिन डेढ़ हजार से अधिक लोगों को सैनी हाईवे पर भोजन पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके पूर्ब भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा गरीब जरूरतमंद भूखे लोगो के घर घर भोजन सामग्री पहुचाई गयी थी। भोजन उपलब्ध कराने के समय कांग्रेस पार्टी के पूर्ब जिलाध्यक्ष तलत अज़ीम के साथ में इब्ने हसन सरफराज राशिद कन्हई गौतम प्रदीप सक्सेना इजहार अब्बास,धर्मेंद्र श्रीवास्तव राजकुमार पासी मोहम्मद रफी आदि लोग मौजूद रहे।


 ज़ैगम अब्बास 


बसें तैयार, सरकारी अनुमति का इंतजार

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजस्थान के अलवर और भरतपुर से प्रवासियों को देश के अन्य हिस्सों में ले जाने के लिए 500 बसों की व्यवस्था की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा, “लेकिन, उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में इस बाबत प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली है।”बसों को मथुरा जाने के लिए बहज गोवर्धन सीमा पर पहुंचना है और बताया जा रहा है कि बस में प्रवासी मजदूर हैं। प्रियंका गांधी ने शनिवार को औरैया में हुई दुखद सड़क दुर्घटना के बाद प्रवासियों को लाने के लिए एक हजार बसों को चलाने की अनुमति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। हादसे में 24 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी।


पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस इन चार्टर्ड बसों की कीमत ऐसे समय में वहन करेगी, जब प्रवासियों को सुरक्षित घर लौटने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में प्रियंका ने कहा, “देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक पैदल ही यात्रा कर अपनी घर वापसी के लिए प्रयत्न कर रहे हैं और ऐसे में उनके लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा, “ऐसे समय में राष्ट्र निर्माण करने वालों को उनके हाल पर नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए हम गाजीपुर और नोएडा सीमाओं से 500-500 बसों का संचालन करना चाहते हैं।”


प्रवासियों की मदद की, हिरासत में लिया

नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार चौधरी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें पूर्वी दिल्ली स्थित उनके आवास पर हिरासत में लिया है। चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य में प्रवासियों की मदद करने के लिए हिरासत में लिया गया है। चौधरी ने एक बयान में कहा, “एसएचओ ने पूछा – क्या गाजीपुर सीमा पर गए थे, जहां बड़ी तादाद में प्रवासी जुटे हुए थे? तो, प्रवासियों की मदद करना अपराध बन गया।”दिल्ली पुलिस के सूत्र ने कहा, “वह पिछले दो दिनों में कई प्रवासी मजदूरों को दिल्ली-यूपी की सीमा पर लेकर आए। कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बरती जा रही थी। इससे आगे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शनिवार को दिल्ली-फरीदाबाद सीमा के पास सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर प्रवासियों के एक समूह से मुलाकात की थी।


राहुल गांधी ने महिलाओं और बच्चों सहित 20 प्रवासियों के एक समूह के साथ एक घंटे मुलाकात की थी। कांग्रेस ने बाद में आरोप लगाया कि पुलिस ने मजदूरों को यह कहते हुए एहितियाती हिरासत में लिया है कि उन्हें ‘ऊपर से’ ऐसा करने का निर्देश मिला है। लेकिन, बाद में पार्टी ने उन्हें उनके संबंधित स्थान पर भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था की।


हमलों में अफगान के 120 नागरिक मरे

काबुल। अफगानिस्तान में पिछले तीन सप्ताह में तालिबान के हमलों में 120 नागरिक मारे गए हैं और 350 अन्य घायल हुए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद कार्यालय (ओएनएससी) के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। टोलो न्यूज के मुताबिक, ओएनएससी के प्रवक्ता जावेद फैसल ने शनिवार को कहा, ” तालिबान और उनके समर्थकों द्वारा शुरू किए गए हमलों में रमजान के पवित्र महीने के दूसरे सप्ताह की तुलना में 33 फीसदी की वृद्धि दिखाई दी है।”


इस बीच, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा बलों (एएनडीएसएफ) ने राष्ट्रपति अशरफ गनी के एक आदेश के बाद जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।


मंत्रालय के प्रवक्ता रोहुल्लाह अहमदजई ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हम दुश्मन की चौकियों पर कई शक्तिशाली हमले करने और उन्हें मानवीय स्तर पर बड़ा नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहे हैं।


25 अप्रैल को ओएनएससी के आंकड़ों ने दर्शाया कि तालिबान ने दोहा में 29 फरवरी को शांति समजौता होने के बाद से रोज औसतन 55 हमले किए थे। इसने कहा कि तालिबान ने मार्च की शुरुआत से लेकर 19 अप्रैल तक 2,804 हमले किए।


मजदूरों की मदद नहीं करनी चाहिए

मथुरा। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कोविद -19 से बचाव के लिये लागू लाॅकडाउन के कारण विपक्ष को मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने की बजाय उनकी मदद के लिये आगे आना चाहिए। 


श्रीकांत शर्मा ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा कि विपक्षी दल मजदूरों की मदद करने की बजाय सियासत करने जुटे है। इस संकट के दौर में सबकों एक साथ खड़ा रहकर एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। विपक्षी दल मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने में जुटे है।


उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ आम जनमानस की भलाई के लिए कार्य करने में जुटी है। उन्होंने कहा कोरोना जैसे बडे संकट के समय में भूखा गरीब खाली पेट सोने को मजबूर न हो इसके लिये केन्द्र सरकार ने 8.5 करोड परिवारों को तीन माह तक गैस के सिलेन्डर तथा अनाज मुफ्त दिया है। केन्द्र सरकार करीब 3500 करोड़ रूपए की धनराशि प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए खर्च कर रही है। इस धनराशि से उनके लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें दो महीने का राशन दिया जा रहा है।


श्रीकांत शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी को मिलकर टीम भावना से काम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने श्रमिकों के लिए 1034 ट्रेन चलाई हैं जिनमें लगभग 85 प्रतिशत उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए है। अभी तक 12 लाख से अधिक लोगों को सम्मानजनक तरीके से उनके गंतव्य स्थान तक पहुचाया गया है।


ऊर्जा मंत्री ने कांग्रेस पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सीधे खाते में राशि देने की बात करते हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि 20 करोड़ से अधिक जनधन खाता धारक महिलाओं के खाते में 20 हजार करोड से अधिक की राशि दो किश्तों में दी जा चुकी है। सरकार यह राशि सीधे ही उनके खाते में भेज रही है। इसी प्रकार से दो करोड 20 लाख श्रमिकों के खाते में 3950 करोड रूपए भेजे जा चुके हैं।


अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़नः जमात

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक उत्पीड़न का एक और मामला सामने आया है। सिंध प्रांत में हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि इस्लामिक समूह तबलीगी जमात ने उन्हें प्रताड़ित किया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही इस्लाम अपनाने से इनकार करने पर एक हिंदू लड़के का अपहरण भी कर लिया गया। सिंध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया, जिसमें भेल हिंदू जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करते हुए देखे जा सकते हैं।


तबलीगी जमात के खिलाफ हाथ से लिखे पोस्टर पकड़े महिलाओं, बच्चों को नासूरपुर, मटियार में विरोध प्रदर्शन करते देखा गया। इस दौरान हिंदुओं का कहना था, “हम मरना पसंद करेंगे, लेकिन कभी इस्लाम नहीं अपनाएंगे।”


प्रदर्शनकारियों की ओर से एक महिला ने कहा कि उनकी संपत्तियों को हड़प लिया गया, घरों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें पीटा गया है। महिला ने कहा कि उन्हें कहा जा रहा है कि अगर घर वापस चाहिए तो इस्लाम अपनाना होगा।


एक अन्य वीडियो में एक महिला जमीन पर लेटी हुई दिखाई दे रही है, जो बता रही है कि उसके बेटे का तबलीगी जमात के सदस्यों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। महिला अपने बेटे को रिहा कराने के लिए जमात से रहम की भीख मांग रही है। पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में हिंदुओं और ईसाइयों का उत्पीड़न जारी है।


पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने हाल ही में कहा कि इमरान खान सरकार के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समुदायों पर भयावह धार्मिक रूप से प्रेरित हमले हुए हैं। सिंध और पंजाब में हिंदू व ईसाई दोनों समुदायों को पिछले साल भी बड़े स्तर पर जबरन धर्मांतरण का सामना करना पड़ा था।


पिछली घटनाओं को याद करते हुए आयोग ने कहा कि पंजाब और सिंध में 14 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों का अपहरण किया गया, उन्हें जबरन धर्मांतरित कर उनका निकाह कर दिया गया।


आयोग ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं और हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है, क्योंकि उन पर ईश निंदा का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जाता है। आयोग का कहना है कि हिंदू समुदाय को लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा है।


आयोग ने कहा, “उन्हें स्कूल में इस्लामी अध्ययन सीखने के लिए भी मजबूर किया जाता है। कुछ चिंताएं यह भी हैं कि ईसाई समुदाय के लिए पर्याप्त दफन करने की जगह और हिंदू समाज के लिए श्मशान भूमि नहीं हैं।”


पाकिस्तान में अदालत ने 2014 में धार्मिक सहिष्णुता, पाठ्यक्रम में सुधार, मीडिया में अभद्र भाषा के खिलाफ कार्रवाई, पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए एक विशेष पुलिस बल, और शीघ्र पंजीकरण के लिए एक कार्यबल का गठन करने का निर्देश दिया था। मगर एचआरसीपी ने कहा कि अभी तक इस संबंध में कुछ भी नहीं हुआ है।


महाराष्ट्र में 31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन

मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने उम्मीद के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन की मियाद रविवार को बढ़ाते हुए 31 मई तक कर दी है। मुख्य सचिव अजय मेहता द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि चूंकि राज्य में कोविड-19 महामारी के और अधिक फैलने का खतरा है, इसलिए पूरे महाराष्ट्र में 31 मई की मध्यरात्रि तक लॉकडाउन का विस्तार करना आवश्यक है।


बार-बार बढ़ाए जा रहे 24 मार्च से लागू हुए लॉकडाउन ने सरकार को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई आपातकालीन उपाय करने में सक्षम बनाया है। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है।


वहीं, 696 मौतों और कोविड-19 संक्रमण के सामने आए कुल 18 हजार 555 मामलों के साथ मुंबई राज्य का सबसे प्रभावित हॉटस्पॉट बना हुआ है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के लिए जारी आदेशों के अन्य विवरण बाद में उपलब्ध कराया जाएंगे।


मुरादाबाद में संक्रमित संख्या 158 हुई

मुरादाबाद। कोरोना महामारी के बीच दो दिन शांति के बाद जिले में फिर इस संक्रमण ने खलबली मचा दी है। रविवार को 7 और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अब जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 158 हो चुकी है। जिले में आए ये सभी नए मामले हैं। इनमें जो चार लोग हॉटस्पॉट इलाके के मिले हैं, ये संक्रमितों के संपर्क में आए थे। इनमें उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं।


गलशहीद और मकबरा इलाके के इन लोगों में एक युवती व किशोर भी शामिल है। इसके अलावा नागफनी मस्जिद के काजिटोला का रहने वाला एक नगर निगम का कर्मचारी भी इस वायरस की चपेट में आ गया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी निगम कर्मी में कोरोना की पुष्टि हुई हो।


बताया जाता है कि यह कर्मी हॉटस्पॉट इलाकों में सफाई का काम करता था, बुखार आने पर उसे भर्ती किया गया था। सुरक्षा किट के बावजूद यह इस खतरे से बच नहीं सका। दो वे लोग हैं, जो प्रवासी थे। मुम्बई से घर वापस आए थे।


थर्मल स्क्रीनिंग के वक्त उनमें लक्षण नजर आए तो स्वास्थ्य विभाग ने उनका स्वाब का सैम्पल लिया था। इन लोगों की कोरोना जांच कराई तो रविवार को आई रिपोर्ट में इस संक्रमण की पुष्टि हो गई। 14 मई को आए ये दोनों ठाकुरद्वारा के रहने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों को आइसोलेट करने की तैयारी में लग गई है। इनके संपर्क में और कौन कौन रहा है, इसकी भी हिस्ट्री कुरेदी जा रही है।


सीएमओ डा मिलिंद चन्द्र गर्ग ने बताया कि और सैम्पल लिए जाएंगे और उनकी जांच कराई जाएगी। जिले में अब यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा हैं, हालांकि इनमें 4 लोग दूसरे जिलों के भी शामिल हैं। जिले के 154 में 99 स्वस्थ हो चुके हैं और 12 कि मौत हो चुकी है। 46 केस एक्टिव हैं।


बंगाल में 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई।


 यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


बांग्लादेश की तरफ बढ़ा 'चक्रवर्ती तूफान'

ढाका। बांग्लादेश में रविवार को स्थानीय सतर्कता संकेत संख्या 4 के तूफान की चेतावनी दी। चक्रवात ‘अम्फान’ देश के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। बीडीन्यूज24 ने मौसम वैज्ञानिकों का हवाले देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे तेज हो गया है और भारत में पश्चिम ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।


बांग्लादेश के मौसम विभाग के एक मौसम वैज्ञानिक मोनवर हुसैन ने कहा, “जिस रफ्तार से तूफान आगे बढ़ रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि तूफान को दो दिनों में तट से टकराने की आशंका है।” बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दवाब ने शनिवार को लगभग 9 बजे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का रूप लिया।


यह चक्रवात रविवार की सुबह 6 बजे दक्षिण-पूर्व की खाड़ी में केंद्रित था, जो 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा रहा है।


आधुनिकीकरण करे सरकार: कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार पर रक्षा क्षेत्र की आर्डिनेंस फैक्ट्री को निजी हाथों में सौपने का आरोप लगाते हुए इस प्रयास को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि रणनीतिक महत्व के उपक्रम का निजीकरण करने की बजाय उसका आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए।


कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ तथा प्रवीण चक्रवर्ती ने शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्डिनेंस फैक्टरी में निवेश कर उसमें आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिये ताकि उसे समय के अनुकूल ज्यादा प्रतिस्पररधी बनाया जा सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी के निजीकरण का कोई भी प्रयास देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा।


उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित मंत्री निर्मल सीतारमण ने आज जिस आर्थिक पैकेज का जिक्र किया है उसमें प्रवासी मज़दूरों, किसानों तथा आम करदाताओ को रियायत देने की कोई घोषणा नही की गई है। हज़ारो प्रवासी श्रमिक सड़को पर है लेकिन उनकी चिंता नही की गई है।


प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार जिसे 20 लाख करोड़ का पैकेज बात रही है दरअसल वह पुराने पैकेज को नए ढंग से पेश किया जा रहा है और इस पैकेज में कुछ भी नया नही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस राहत पैकेज से प्रवासी श्रमिकों के खाते में एक पैसा भी जाएगा।


मुंबई: 31097.73 अंक पर टिका सेंसेक्स

मुंबई। सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था में गति लाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू करने की घोषणा के बावजूद बीते सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का प्रकोप बना रहा है और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी आने की संभावना बहुत कम दिख रही है। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत अर्थात 544.97 अंक टूटकर 31097.73 अंक पर टिका। 


इस दौरान एनएसई का निफ्टी 114.65 अंक अर्थात 1.24 प्रतिशत गिरकर 9136.85 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों में जहां गिरावट देखी गयी वहीं छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली हुयी। बीएसई का मिडकैप 0.67 प्रतिशत बढ़कर 11500.32 अंक पर और स्मॉलकैप 0.47 प्रतिशत बढ़कर 10688.86 अंक पर रहा।


विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर काेरोना वायरस का प्रभाव का अब भारतीय बाजार पर कम हो रहा है बल्कि घरेलू स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में हो रही बढोतरी से शेयर बाजार पर अधिक दबाव बना है। यहीं कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के साथ ही कई नियमाें को उदार बनाये जाने के बावजूद भी निवेशधारणा को बल नहीं मिल पर रहा है।


विश्लेषकों ने कहा कि अगले सप्ताह भी शेयर बाजार पर कोरोना वायरस का असर बना रह सकता है क्योंकि अब जहां जहां प्रवासी मजदूर पहुंच रहें वहां संक्रमण के अधिक मामले सामने आने लगे हैं। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले चीन से अधिक हो गये हैं। हालांकि कुछ कंपनियों के तिमाही परिणाम आने से बाजार को कुछ गति मिलने की उम्मीद है।


समस्या को लेकर राज्यो से बात करेंगे केंद्र

नई दिल्ली। देशभर में मजदूरों की स्थिति को लेकर दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को सिस्टम को व्यावहारिक बनाने की जरूरत है। केवल 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान करने से काम नहीं चलेगा। मजदूरों को सीधा फायदा मिलना चाहिए।


गोपाल राय ने कहा, 'केंद्र सरकार गाइडलाइंस तो जारी कर देती है, लेकिन उसकी व्यावहारिकता का अंदाजा नहीं होता। कई राज्य सरकारें मजदूरों के जाने का खर्चा उठा रही हैं और दिल्ली सरकार भी यह खर्च उठा रही है लेकिन केंद्र सरकार को सारा खर्चा वहन करना चाहिए। केंद्र सभी मजदूरों के खर्चे का वहन कर ले, तो काफी समस्या खत्म हो सकती है।'


गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर तो पहले से ही शेल्टर होम में लोगों को रखा जा रहा है और काफी लोगों को उनके राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। दिल्ली की तरफ से व्यवस्था की जा रही है, लेकिन पूरे देश में जो स्थिति दिख रही है, उसका असर दिल्ली पर भी पड़ रहा है। केंद्र को सभी राज्यों के साथ बात करके कोई स्पष्ट नीति बनानी चाहिए ताकि मजदूरों की समस्याएं दूर हों। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में भी कामकाज शुरू होना चाहिए ताकि मजदूरों को रोजगार मिले और उनका पलायन रोका जा सके।


दिल्ली के अंदर तीन तरह से लोगों को रोजगार मिलता है। इंडस्ट्रियल एरिया में रोजगार मिलता है। मार्केट और सर्विस सेक्टर में रोजगार मिलता है। इन चीजों को पटरी पर लाया जाए तो मजदूरों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


प्रस्तावः ठीक रहने पर होगे 'एंट्रेंस एग्जाम'

शासन को भेजा प्रस्ताव, स्थिति ठीक रहने पर ही एंट्रेंस एग्जाम होंगे


लखनऊ। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय इस बार यूजी और पीजी में मेरिट के आधार पर दाखिला लेने का विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से अप्रूवल मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अगर हालात काबू में आ गए तो एंट्रेंस एग्जाम भी करवाए भी जा सकते हैं।


मनोज सिंह ठाकुर


सभी को मिलेगा समानता का आधिकार

शिया पीजी कॉलेज में हुए वेबिनार में बोले


प्रो. रवि श्रीवास्तव


लखनऊ। 'वर्तमान दौर पूंजीवादी और नव उदारवाद का है, जिसका आधारभूत ढांचा ही गैर बराबरी का है। हमें कोरोना महामारी से सबक लेना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति बड़ा-छोटा नहीं होता, सभी को समानता का अधिकार मिलना चाहिए।' यह बात प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और जेएनयू के प्रो. रवि श्रीवास्तव ने शिया पीजी कॉलेज में शनिवार को हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार में कही। इसका उद्‌घाटन एलयू के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने किया। वेबीनार का मुख्य विषय ''अवसरों की असमानता और लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां' था।


पंजाब-चंडीगढ़ बस भेजें सरकारःमाया

नई दिल्ली/लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रविवार को कहा कि कांग्रेस को अपनी 1000 बसें उत्तरप्रदेश भेजने की बजाय पंजाब और चंडीगढ़ भेजनी चाहिए ताकि प्रवासी मजदूर यमुना नदी के जरिए यात्रा करने की बजाय इन वाहनों से अपने गृह राज्य जा सके। मायावती ने एक ट्वीट श्रृंखला में कहा, “कांग्रेस पार्टी अपनी 1,000 बसें यूपी भेजने के बजाए, उन्हें पहले पंजाब एवं चंडीगढ़ ही भेज दें, ताकि वे पीड़ित श्रमिकगण यमुना नदी में अपनी जान जोखिम में डालने के बजाए सड़क के जरिये सुरक्षित यूपी पहुँच सकें।”


गौरतलब है कि कांग्रेस ने राजस्थान के विभिन्न शहरों से प्रवासी मजदूरों को उत्तरप्रदेश की सीमा तक लाने के लिए 1000 बसें निजी बसें लगाने की घोषणा की है।


पश्चिम बंगालः 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली/कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई है।यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


हादसाः परिवार के 4 लोगों की मौत, घायल

बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा ग्रामीण थाना क्षेत्र के अंतर्गत आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज बिजासन घाट पर ऑइल से भरे टैंकर और दुपहिया वाहन में भिड़ंत के चलते पति पत्नी और दो बच्चियों की मृत्यु हो गई तथा उनके दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए। सेंधवा ग्रामीण थाना के नगर निरीक्षक विश्वदीप सिंह परिहार के अनुसार मंदसौर से लिनसीड ऑइल भरकर तमिलनाडु के उडुपी ले जा रहा टैंकर तकनीकी त्रुटि के चलते मध्यप्रदेश महाराज सीमा पर बीजासन से कुछ दूर राष्ट्रीय राजमार्ग के डिवाइडर से टकराकर दूसरी लेन में जाकर पलट गया, जिसके चलते सामने से आ रहा दुपहिया वाहन पर सवार परिवार उसके नीचे दब गया।


घटना में पति, पत्नी और उनकी 5 व 3 वर्ष की पुत्रियों की मृत्यु हो गई तथा 2 माह का पुत्र व 2 वर्ष की पुत्री घायल हो गए। इसके अलावा टैंकर चालक व सहचालक भी घायल हुआ है। उन्हें घटनास्थल से 18 किलोमीटर दूर सेंधवा स्थित शासकीय सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल हताहतों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घटना के चलते कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन भी बाधित हुआ।


 


महाराष्ट्र गुजरात और तमिलनाडु में बढत

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में काफी तेजी से पैर पसार रहा है और इन तीनों राज्यों में संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक क्रमश: 30706 और 10988 तथा 10585 हो गई है तथा कुल 1834 लोगों की मौत हो चुकी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से अब तक 90927 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 2872 लोगों की मौत हुई है। वहीं 34109 लोग इस जानलेवा विषाणु से निजात पाने में कामयाब हुए हैं।


किन रास्तों से गुजरेगा 'अम्फान' तूफान

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है। विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी और पड़ोस में तीव्र चक्रवाती तूफान अम्फान आने की संभावना है ये कल सुबह तक भयानक रूप ले लेगा। बता दें कि ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव वाला क्षेत्र शनिवार की सुबह अधिक दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया और यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 1,100 किलोमीटर दूर दक्षिण में केन्द्रित है। इस बीच राज्य सरकार ने 12 तटीय जिलों को सतर्क किया है और जिलाधिकारियों को वहां लोगों को वैकल्पिक स्थानों पर ले जाने के प्रबंध करने के लिए कहा है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने बताया कि अधिक दबाव वाला क्षेत्र के शनिवार की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में और फिर बाद के 24 घंटे के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। शुरूआत में इसके 17 मई तक उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर 18 मई से 20 मई के बीच पश्चिम बंगाल तट पर उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। विश्वास ने बताया कि इसके प्रभाव से तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम को दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने और 19 मई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है 20 मई को उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मछुआरों को समुद्र में मछली नहीं पकड़ने की सलाह दी गई है।


खीरी में एक दिन में 10 नए संक्रमित

लखीमपुर खीरी। जिले में कोरोना संक्रामितो की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिले में रविवार की सुबह कोरोना के 10 केस पॉजिटिव और मिले हैं। कोरोना की जद में आए लोगों में 10 महीने का एक मासूम बालक और 6 साल की एक बच्ची भी शामिल है। इसके अलावा स्क्रीनिंग सेंटर पर मजदूरों की देखरेख कर रहे एक डॉक्टर भी कोरोना पाजिटिव आया है।


जिला प्रशासन के मुताबिक रविवार को 72 सैंपल की रिपोर्ट मिली, जिनमें 62 की रिपोर्ट नेगेटिव और 10 की पॉजिटिव निकली है। अब खीरी जिले में 32 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं जिनमें 5 लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं। लखीमपुर खीरी में फिलहाल 27 केस कोरोना पॉजिटिव हैं, जो आसपास के जिलों में सबसे ज्यादा हैं। रविवार को कोरोना पॉजिटिव मिले लोग जयपुर, मुम्बई, थाणे से लौटे थे।


प्रवासियों के लिए यूपी ने चलाई बसें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रवासियों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए बसों की तैनाती शुरू हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि अब कोई प्रवासी मजदूर अपने घरों तक पैदल नहीं जा रहा है।यूपीएसआरटीसी के एमडी राज शेखर ने कहा, “हम जिला मजिस्ट्रेटों के लिखित अनुरोध पर विभिन्न जिलों में जितनी बसों की आवश्यकता होगी ,उतनी बसें भेजेंगे। हमने अपने ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी निर्देशित किया है कि प्रवासियों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के बाद वापस आते समय, यदि वे अन्य प्रवासियों को पैदल चलते हुए देखते हैं, तो वे उन्हें खाली बसों में सवार करें और उन्हें जिला सीमाओं पर पिकअप प्वाइंट्स तक छोड़ें।”बसों को सभी जिलों की सीमाओं पर पिक-अप पॉइंट पर तैनात किया जाएगा। औरैया सड़क दुर्घटना के बाद शनिवार की सुबह जिसमें 24 प्रवासी मारे गए थे, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि किसी भी प्रवासी को पैदल, साइकिल या अनाधिकृत वाहनों पर आवाजाही की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।


मुख्यमंत्री ने शनिवार को आधी रात तक चली सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई एक बैठक में कहा कि अगर प्रवासियों को अपने गंतव्य के लिए पैदल जाते हुए पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि सभी प्रवासियों को प्रवेश बिंदुओं पर रोक दिया जाना चाहिए, उन्हें वहीं भोजन और पानी दिया जाना चाहिए और फिर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जानी चाहिए। उन्होंने आदेश दिया, “इस प्रक्रिया के बाद, प्रवासियों को बसों में उनके गंतव्यों तक ले जाना चाहिए।” मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्देश जारी करने के तुरंत बाद, राज्य की राजधानी के सभी प्रवेश बिंदुओं पर प्रवेश रोक दिया गया है।


इस बीच, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा, “दो इंस्पेक्टर, आठ सब-इंस्पेक्टर और 30 कांस्टेबल के अलावा पीएसी की एक कंपनी को हर एंट्री प्वाइंट पर तैनात किया जाएगा। प्रवासी कामगारों को पैदल, ऑटो, टेम्पो, साइकिल या ट्रकों परजाने की अनुमति नहीं होगी। उन्हें बसों में उनके गंतव्य तक ले जाया जाएगा।” इसके एक घंटे के भीतर ही लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतार देखी गई। झांसी में उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा पर रक्सा में रविवार सुबह लगभग 20 किलोमीटर तक यातायात जाम हो गया।


उत्तराखंड में संक्रमितो की संख्या में इजाफा

देहरादून (संवाददाता)। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को कोरोना का एक और केस सामने आने से खलबली मच गयी है। इसके साथ प्रदेश में कोरोना पीड़ितों का संख्या बढ़कर 92 पहुंच गयी है। जानकारी के अनुसार कल शनिवार को प्रदेश में कोरोना के 9 मामले सामने आये थे। इनमें उधम सिंह नगर के चार मरीज शामिल थे। आज रविवार को ऋषिकेश निवासी 27 वर्षीय युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। बताया गया है कि 15 मई को यह युवक महाराष्ट्र से वापस अपने घर लौटा था जिसे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने होम कोरेंटाइन में रखा था और उसका सेंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा था। युवक के सैंपल की जांच में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 92 पहुंच चुकी है। इनमे ंसे 54 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में प्रवासियों की आमद बढ़ने के साथ ही पिछले 1 सप्ताह से कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ रहा है। जिससे लोगों की चिंता और बढ़ती जा रही है।


ईद मुबारकः ना हाथ मिलाएं, ना गले मिलें

नई दिल्ली। पूरी दुनिया मे इस वक्त कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और इस वायरस की वजह से त्यौहारों की रौनक पूरी तरह से उड़ गई है। लोगों के चेहरों पर उदासी है। 26 मई को पूरी दुनिया मे ईद का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन इस वक्त जो देश के हालात चल रहे हैं, उसे देखा जाए तो लोग इस बार ईद पर गले मिलकर एक दूसरे को त्यौहार की मुबारकबाद नही दे सकेंगे। चीफ इमाम ऑफ इंडिया डॉ. इमाम उमेर अहमद इल्यासी ने बताया कि कोरोना वायरस बीमारी हमेशा तो नहीं आती लेकिन ईद हमेशा आती है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस से ग्रस्त है और ईद की खुशी यही है कि हम गले न मिले, और हाथ न मिलाएं।” उन्होंने आगे कहा, ईद पर गले मिलने का मतलब होता है कि अगर आपकी किसी से दुश्मनी या मन मुटाव है तो उनको बुला कर गले मिलें जिससे कि वो मन मुटाव खत्म हो और फिर से दिल मिल सकें। इस वक्त किसी से दुश्मनी निभानी है तो गले मिलना चाहिए, अगर मोहब्बत निभानी है तो दूर रहना चाहिए। अगर आप इस वक्त दूर से ही सलाम करते हो या मुबारकबाद देते हो, तो हम खुद भी बचते और दूसरों को भी बचाते है. ईद जिंदा करने का नाम है, ईद खुशियों का नाम है और हम यही तोहफा दे सकते हैं।”


आपको बता दें की ईद की शुरूआत सुबह दिन की पहली नमाज के साथ होती है। जिसे सलात अल-फज्र भी कहा जाता है. इसके बाद पूरा परिवार कुछ मीठा खाता है। फिर नए कपड़े पहनकर लोग ईद की नमाज पढ़ने के लिये जाते हैं। ईद की नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते है। जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बताया, देश में कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है और यह जरूरी है कि ईद के समय मे एहतियात बरता जाए। ईद पर जैसे लोग गले मिलते उसमें अब हमको एहतियात बरतना होगा। हालात ऐसे चल रहे हैं कि हमें इस वक्त टेलीफोन से ही मुबारकबाद देनी होगी यही तरीका इस वक्त हो सकता है। उन्होंने कहा, जो गाइडलाइन्स मेडीकल एक्सपेर्स और डब्लूएचओ की तरफ से आ रही हैं। हमें उन सभी बातों को अमल करना होगा। हमारे अपनों के लिए, हमारे परिवार के लिए हमारे पड़ोसी और मुल्क में रहने वाले लोगों के लिए. हालातों ने मजबूर कर दिया इस बीमारी की वजह से लोगों में बेरोजगारी हुई है। इससे आज लोग परेशान हैं अपने भविष्य के लिए परेशान है और आज भी लोगों के पास खाने के लिए पैसा नहीं है। ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है। ईद पर हर मुसलमान चाहे वो अमीर हो या गरीब हो सभी एक साथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया ईद पर लोग अपने घरों में सिवाइं और पकवान तो जरूर बनाएं। ईद की खुशी जरूर जाहिर करें लेकिन ना किसी से हाथ मिलाए और ना किसी के गले मिले। हमने अपील भी की है कि जिस तरह घर में लोग अपने बजट बनाते हैं, उस बजट का 50 प्रतिशत गरीब लोगों को दान करें क्योंकि पूरे मुल्क में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं और लोगों को ईद से पहले फितरा (चैरिटी) भी दे दें जिससे गरीब भी ईद की खुशियां मना सकें और ईद में शामिल हो सकें।


इस्लाम में चैरिटी ईद का एक मुख्य पहलू है. हर मुसलमान को पैसा, खाना और कपड़े के रूप में कुछ न कुछ दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आगरा जामा मस्जिद के इमाम इरफान उल्हा निजाम ने बताया, खुशी तो रहेगी लेकिन मनाई नहीं जा सकेंगी ईद पर बहुत एतिहात की जरूरत है। ईद उल फितर यानी रोजा तोड़ने की खुशी, जाहिर सी बात है जिस इंसान ने रमजान के महीने में रोजा रखा होगा। उनकी खुशी उतनी ही होगी लेकिन इस बात का गम जरूर रहेगा ईद की नमाज मस्जिदों में नहीं पढ़ पाएंगे।


आतंकी मुठभेड़ में 1 मरा, जवान शहीद

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ अपना ऑपरेशन चला रही है। एक बार फिर कश्मीर के डोडा में जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। यहां आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया। इस एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया है। सेना ने हिज्बुल मजाहिद्दीन के कम से कम 2 आतंकियों को घेरा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर लिखा, ‘बीती रात पुलिस के इनपुट के बाद डोडा जिले में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।अब सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया है। बता दें कि शनिवार रात सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिली। आनन-फानन में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। वहीं आज यानी कि रविवार सुबह सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। दो से तीन आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


भूस्खलन की चपेट, 2 की मौत 9 घायल

जम्मू एवं कश्मीर में भूस्खलन की चपेट में आने से 2 की मौत, 9 घायल
जम्मू l एवं कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 अन्य दुर्घटना में घायल हो गए। वहीं, हादसे में चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सेरी सेक्टर में हुए एक भारी भूस्खलन ने ऑपरेटरों सहित एक अर्थ-मूविंग मशीन और एक ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया।”


कई किलोमीटर अंदर घुसे चीनी हेलिकॉप्टर

नई दिल्ली। भारत की सीमा रेखा पर चीन की कारस्तानी जारी है। अब चीन ने हिमाचल प्रदेश में भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में चीन के साथ लगी सीमा को लांघकर चीन के हेलिकॉप्टर भारत की सीमा में 12 किलोमीटर तक अंदर आ गए। हिमाचल पुलिस के मुताबिक मई के पहले सप्ताह और अप्रैल के आखिरी सप्ताह में चीन के हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में आ घुसे। ये हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा के अंदर 12 किलोमीटर तक आ गए थे। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस बाबत एक अलर्ट मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी और आईटीबीपी को भेजा है। इसमें हिमाचल प्रदेश पुलिस ने दावा किया है कि पिछले एक से डेढ़ महीने में चीन की सेना ने दो बार लाहौल स्पीति इलाके में घुसपैठ की है। राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक चीन के हेलिकॉप्टर लाहौल-स्पीति जिले समदोह पोस्ट से देखे गए थे, ये हेलिकॉप्टर काफी नीचे उड़ान भर रहे थे।


प्रवासी मजदूरों पर रेलवे की बड़ी घोषणा, रेल मंत्री ने किया ये बड़ा ऐलान


रिपोर्ट के मुताबिक पहली बार अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में चीनी हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में आए, इसके बाद मई के महले सप्ताह में भी ये वाकया दोहराया गया। जब चीन के हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में 12 किलोमीटर अंदर तक आ गए इसके बाद फिर से ये हेलिकॉप्टर तिब्बत की ओर चले गए। लाहौल-स्पीति में चीन की कारस्तानी के बाद बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। आईटीबीपी के जवान सतर्क हैं और चीन की पोस्ट पर होने वाले हर गतिविधियों पर उनकी नजर है।


बता दें कि लगभग एक सप्ताह पहले सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव की खबर आई थी। रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान भारतीय और चीनी सेना के जवान आक्रामक हो गए थे जिसमें कुछ को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, बाद में मामले को सुलझा लिया गया था।


भूपेश ने रेलमंत्री पर पर साधा निशाना

रायपुर। लॉक डाउन में दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों की घर वापसी का दौर लगातार जारी है। कुछ लोग सरकार द्वारा संचालित श्रमिक स्पेशल ट्रेन से तो कुछ पैदल और ट्रकों सहित अन्य साधनों से घर वापसी कर रहे हैं। श्रमिकों के लिए ट्रेन की व्यवस्था नहीं किए जाने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने रेल मंत्री पीयूष गोयल पर निशाना साधा है। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है कि पीयूष गोयल ने पहला झूठ यह कहा कि छत्तीसगढ़ अनुमति नहीं दे रहा है। अब उन्होंने पटरी बदल ली और चुनौती दे रहे हैं। हमसे 37 ट्रेनों की सहमति मांगीं थी, हमने दे दी हमारे पास कोई अनुमति लम्बित नहीं है और जिन राज्यों से अनुमति मिल गई वहां से ट्रेनें आ रही हैं। अब जम्मू-कश्मीर से अनुमति मिल नहीं रही है उसमें हम क्या करें बताइए?


वहीं दूसरी ओर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे देश के किसी भी जिले से ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिये जिला कलेक्टर को फंसे हुए श्रमिकों के नाम, व उनके गंतव्य स्टेशन की लिस्ट तैयार कर राज्य के नोडल ऑफिसर के माध्यम से रेलवे को आवेदन करना होगा। प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे देश के किसी भी जिले से ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिये जिला कलैक्टर को फंसे हुए श्रमिकों के नाम, व उनके गंतव्य स्टेशन की लिस्ट तैयार कर राज्य के नोडल ऑफिसर के माध्यम से रेलवे को आवेदन करना होगा।


लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर

नई दिल्‍ली(एजेंसी)। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार सुबह आत्मनिर्भर भारत पैकेज की पांचवीं और अंतिम किश्‍त पेश की। उन्‍होंने कहा कि इस इकनॉमिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर दिया गया है। उन्‍होंने आज सात कदमों की घोषणा की। इसमें MNREGA, हेल्‍थ एंड एजुकेशन, बिजनेस, डी-क्रिमिनलाइजेशन ऑफ कम्‍पनीज ऐक्‍ट, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, पब्लिक सेक्‍टर एंटरप्राइजेज, राज्‍य सरकारें और उन्‍हें दिए गए रिसोर्सेज शामिल हैं।


वित्‍त मंत्री की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की बड़ी बातें
मनरेगा का बजट अलॉकेशन 61,500 करोड़ रुपये था। अब घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को उनके ही राज्‍य में काम मिल सके, इस‍के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्‍त प्रावधान किया गया है।
हेल्‍थ सेक्‍टर में सरकारी खर्च को बढ़ाया जाएगा। हर डिस्ट्रिक्‍ट में इन्‍फेक्शियस डिजीज ब्‍लॉक होगा। ब्‍लॉक लेवल पर पब्लिक हेल्‍थ लैब्‍स सेटअप की जाएंगी।
‘पीएम ई-विद्या प्रोग्राम’ की जल्‍द शुरुआत होगी। एजुकेशन के लिए ‘दीक्षा’ नाम का नया प्‍लैटफॉर्म। हर क्‍लास के लिए टीवी चैनल शुरू होगा। रेडियो, कम्‍युनिटी रेडियो और पॉडकास्‍ट्स का यूज बढ़ेगा। दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए नया कंटेंट डेवलप होगा। टॉप 100 यूनिवर्सिटीज को ऑटोमेटिकली ऑनलाइन कोर्सेज शुरू करने की परमिशन मिलेगी।


सरकार ने क्‍या कदम उठाए?
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने क्‍या किया, इसकी जानकारी भी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में दी गई। वित्‍त मंत्री ने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये में से 4,113 करोड़ रुपये राज्‍यों को दिए गए। 3,750 करोड़ से जरूरी उपकरण खरीदे गए। हर हेल्‍थ प्रोफेशनल के लिए 50 लाख रुपये के इंश्‍योरेंस का प्रावधान किया गया। एपिडेमिक ऐक्‍ट में बदलाव कर हेल्‍थ वर्कर्स तक मदद पहुंचाई गई। आज देश में 300 से ज्‍यादा मैनुफैक्‍चरर्स PPE किट्स बना रहे हैं। हमने 51 लाख PPEs, 87 लाख N95 मास्‍क सप्‍लाई किए हैं।



प्रवासी श्रमिकों की पैदल यात्रा पर रोक

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर सभी अधिकारियों से प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने पर रोक लगाने को कहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर सीएम योगी ने कहा कि किसी भी प्रवासी नागरिकों को पैदल, अवैध या असुरक्षित गाड़ियों से यात्रा न करने दिया जाए।


सीएम योगी के निर्देश के बाद गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर कई प्रवासी मजदूर रोक दिए गए हैं। पुलिस उन्हें अपने क्षेत्र में घुसने नहीं दे रही है। इस वजह से बॉर्डर पर काफी भीड़ बढ़ गई है। नाराज फंसे मजदूर बार-बार ट्रैफिक रोकने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाया और यातायात व्यवस्था बहाल की। थोड़ी देर में एक बार फिर से सड़क पर गाड़ियां दौड़ने लगीं लेकिन किनारे कई परिवार इकट्ठा हो गए। जो अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठने को मजबूर हैं। घसीटा और उनकी पत्नी सपना दोनों परेशान है। उनका कहना है कि अब रात यहीं गुजारनी होगी।


आजतक से बात करते हुए घसीटा ने कहा, ‘मैं पानीपत में मजदूरी करता था। उसी से अपने परिवार का पेट पालता रहा। लेकिन अब हालत खराब है। हम जैसे कई लोगों के पास अब परिवार के लिए दो वक्त की रोटी के लिए पैसे नहीं है। कुछ दिनों से स्कूल में रह रहा था। लेकिन जब खाने की व्यवस्था भी नहीं हो पाई तो घर के लिए रवाना हो गया। अब यहां से आगे जाने नहीं दिया जा रहा है। रात यहीं गुजारनी होगी। घसीटा के परिवार का कहना है कि वो पिछले छह महीने से काम कर रहे थे। लेकिन जब हालात बदतर हो गए तो उन्हें पैदल चलना पड़ा। एक तरफ सरकार उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही है, साथ ही अब उन्हें वापस घर लौटने भी नहीं दिया जा रहा है। इन जैसे कई परिवार को बॉर्डर पर ही रोक लिया गया है। उनके साथ दो साल का छोटा बच्चा भी है। इसलिए समस्या और भी गंभीर है।


शनिवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए।उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं। अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं। शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई है। अवनीश अवस्थी ने कहा कि अगर पूरी संख्या जोड़ी जाए तो लगभग 9 लाख 50 हाजर लोगों को या तो लाया जा चुका है, या लाने वाले हैं। अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराई जाए। पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए।


प्रवासी श्रमिकों से राहुल की मुलाकात

नई दिल्ली। देशभर में जारी लॉकडाउन की वजह से प्रवासी श्रमिकों को तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करके उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली। अब राहुल गांधी के प्रवासी मजदूरों से उनके हाल चाल पूछे जाने को लेकर बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान का रिएक्शन आया है। कमाल आर खान ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।


कमाल आर खान ने राहुल गांधी को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा, “राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी का मजदूरों के साथ बैठना और उनके दर्द को साझा करना बेहद सराहनीय है। वह एक परिवार का दर्द महसूस करते है क्योंकि उनके पास एक परिवार है। कम से कम एक राजनेता है, जो करोड़ों प्रवासी मजदूरों के दर्द को महसूस कर रहा है। धन्यवाद राहुल.” कमाल आर खान के इस ट्वीट पर लोग खूब रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं, कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने शाम के समय सुखेदव विहार इलाके के फ्लाईआवेर के निकट मजदूरों से मुलाकात की और उनसे करीब एक घंटे तक बातचीत की। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की श्रमिकों के साथ बातचीत के दौरान सामाजिक दूरी का खयाल रखा गया था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-281 (साल-01)
2. सोमवार, मई 18, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:45,सूर्यास्त 07:05।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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