थोड़ा इंतजार कीजिए 'सम्पादकीय'
छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,!
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,!
तकदीर बदल जाएगी खुद ही ऐ दोस्त,!
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.!!
यूपी में योगी, गांव के कर्म योगी, सुख भोगी ग्राम प्रधानो को दीपावली पर बड़ा तोहफा देने की कर रही तैयारी है।बड़े पैमाने पर हो रही ब्यवस्था सरकारी है। प्रदेश के 58 हजार से अधिक ग्राम प्रधानो के लिये योगी सरकार मेहरबानियो का पीटारा खोलने वाली है। खबर के मुताबिक जहां मानदेय में मनमाफिक बढ़ोत्तरी कर रही है। वहीं, बित्तीय अधिकार बढ़ाने के साथ ही पंचायत प्रतिनिधि कल्याण कोष बनाये जाने की सहमति भी अपर मुख्य सचिव ग्राम विकाश व ग्राम प्रधानो के बीच बन गयी है। सियासत का भी अजीब खेल है ! सभी को पता है तीन हजार मानदेय पाने वाला ग्राम प्रधान पांच साल में लखपति बन जा रहा है। जिसके पास टूटी साईकिल नहीं थी वह स्कार्पियो की सवारी करने लगा।जगह जमीन जायदाद के साथ नाजायज इमदाद के चलते टूटी झोपड़ी से आलीशान महल के मालिक बन जाते। फिर सरकार उनको सियासी रहनुमाई में कमाई का पोख्ता इन्त जाम करने जा रही है। आने वाले कुछ दिनों में लखनऊ की रियासत में शहंशाही कुर्सी के ताजपोशी के लिये गर्म जोसी से जनमत में बहुमत के आधार पर बेताज बादशाह का चयन होना है। इसके लिये सियासती शतरंज के सारे मोहरो को ब्यवस्थित कर तथा स्थान सुरक्षित करने का काम जोरों पर चल रहा है।देश के लोकतन्त्रान्त्रि उपक्रम मे सबसे नीचले पायदान पर मजबूती से खड़ी पंचायती ब्यवस्था जिसका निरादर आजादी के बाद से ही शुरू हो गया था। उनके अधिकारो पर ग्रहण लगा हुआ था, धीरे-धीरे बदलने लगा है। वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा ? का नारा बलन्दी पाने लगा है। परिवर्तन की हवा जोर पकड़ रही है। अपने अधिकारों को लेकर लोग जागरुक हो रहे हैं। ऐसे में गांव सभाओं के मुखिया को सजाने संवारने का काम योगी सरकार करने जा रही है। एक तीर से दो निशाना कर रही है। पांच साल भ्रष्टाचार के दल दल में कमल खिलाने की जुगत फेल होता देख सियासी खेल के तहत राहत भरा ऐलान करने जा रही है योगी सरकार। ताकी आने वाले दिनों में होने वाले लोकतंत्रानत्रि के ब्वस्था में संचालित लोकमत का पास कर लें इम्तिहान? आजाद भारत के इतिहास में हमेशा से उपहास का कारण बने रहे गांव। जब की अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर देश का रोशन हमेशा करते रहे नाम। देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू बिहार के एक अति पिछड़े गांव के निवासी थे। समग्र क्रान्ती के महायोद्धा बाबू जय प्रकाश नारायण का गांव सिताबदियारा आज भी उपेक्षित है। सियासत के तमाम झंझावातों को झेलते सीधे प्रधान मंत्री की कुर्सी पर आसीन होने वाले इतिहास पुरुष स्व चन्द्रशेखर जी का गांव बलिया का इब्राहिम पट्टी आज भी आपना स्वरूप नहीं बदल सका। डा राममनोहर लोहिया भी तत्कालीन जनपद फैजाबाद के एक पिछड़े कस्बा के निवासी थे। सियासत के तमाम नामचीन धुरंधर जो गांवों की महकती माटी से निकल कर देश के परिवेश में अहम किरदार निभा कर नया इतिहास कायम किया। वहीं, गांव हमेशा उपेक्षित रहे है ! देश की सीमा की रक्षा में लगे नब्बे प्रतिशत सैनिक गांव से है। फिर भी सियासत के मकड जाल में फंसकर गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं से संचित है। ऐसे में योगी सरकार मतलबपरस्ती में ही सही बिकाश के लिये कदम आगे बढ़ा रही है सराहनीय है। लेकिन जब तक भ्रष्टचार का जलवा कायम है तब तक सरकारी सुविधा का लाभ आम आदमी को नसीब नही होगा? इस पर भी सतर्क दृष्टि आवश्यक है। सरकार किसी की भी बने गांव के नसीब में केवल दर्द का सैलाब नसीब है। समय बदल रहा है। बदलाव समभाव के साथ हुआ तो आने वाला कल नव बिहान के पारम्परिक ब्यवस्था में।
आस्था का संचार करते गांव के उत्थान के लिये मार्ग प्रशस्त जरुर करेगा? वैसे तो कमीशन के बाजार में बिकाश का दावा पूरी तरह फेल है। देखना है नये ऐलान के बाद किस तरह का होता सरकारी खेल है। थोड़ा इन्तजार करें वक्त सब कुछ सामने ला देगा।
जगदीश सिह
खेल: 5 विकेट पर 142 रन का स्कोर बनाया
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। जेमिमा रोड्रिग्स की तूफानी नाबाद पारी भारतीय टीम की उनकी साथी स्मृति मंधाना के अर्धशतक पर भारी पड़ गयी। जिससे उनकी टीम मेलबर्न रेनेगेड्स ने महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) में बुधवार को यहां सिडनी थंडर पर नौ रन से जीत दर्ज की। भारतीय महिला टीम की शीर्ष क्रम की बल्लेबाज 21 वर्षीय रोड्रिग्स ने 56 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से नाबाद 75 रन बनाये जिससे मेलबर्न ने पांच विकेट पर 142 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। भारत की तरफ से पारी की शुरुआत करने वाली मंधाना ने सिडनी के लिये 44 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 64 रन बनाये लेकिन उनकी टीम निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट पर 133 रन ही बना पायी। इस मैच में दो अन्य भारतीयों टी20 कप्तान हरमनप्रीत कौर और स्पिन आलराउंडर दीप्ति शर्मा ने भी भाग लिया।
इन दोनों ने एक एक विकेट लिया। हरमनप्रीत बल्लेबाजी में खास योगदान नहीं दे पायी। मेलबर्न की तरफ से खेल रही हरमनप्रीत ने केट पीटरसन की गेंद पर पगबाधा आउट होने से पहले केवल तीन रन बनाये। उन्होंने नयी गेंद संभाली और चार ओवर में 35 रन देकर मंधाना का महत्वपूर्ण विकेट लिया। दीप्ति ने चार ओवर में 23 रन देकर एक विकेट लिया और बाद में 10 गेंदों पर नाबाद 23 रन बनाये लेकिन वह अपनी टीम सिडनी थंडर को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सकी।
चेल्सी को साउथम्पटन पर 4-3 से जीत दिलाईं
लंदन। चेल्सी ने सत्र में तीसरी बार पेनल्टी शूट आउट में जीत दर्ज करके लीग कप फुटबॉल टूर्नामेंट में आगे कदम बढ़ाये। जबकि आर्सेनल ने आसानी से क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी। रीस जेम्स ने पेनल्टी पर गोल करके चेल्सी को साउथम्पटन पर 4-3 से जीत दिलायी। इससे पहले नियमित समय तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थी।
चेल्सी की तरफ से काइ हावर्ट्ज ने गोल किया जकि चे एडम्स ने दूसरे हाफ के शुरू में साउथम्पटन के लिये बराबरी का गोल दागा। चेल्सी ने इससे पहले एस्टन विला को पेनल्टी शूटआउट में हराकर चौथे दौर में जगह बनायी थी। उसने यूएफा सुपर कप में भी विल्लारीयाल को पेनल्टी शूटआउट में हराया था।
प्रीमियर लीग की टीमों के बीच एक अन्य मुकाबले में आर्सनल ने लीड्स को 2-0 से हराया। विजेता टीम की तरफ से कैलम चैम्बर्स और एटी केटियाह ने गोल किये। तीसरे डिवीजन की टीम सुंदरलैंड ने पेनल्टी शूटआउट में दूसरे डिवीजन की क्वीन्स पार्क रेंजर्स को 3-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। नियमित समय तक दोनों टीमें गोल करने में असफल रही थी।
क्रिकेट विश्लेषक के पद से इस्तीफा दिया: शोएब
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर उस समय विवादों में घिर गये। जब उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम को बीच में छोड़कर क्रिकेट विश्लेषक के अपने पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि सरकार नियंत्रित पीटीवी के मेजबान ने उन्हें बाहर जाने को कहा था।
अख्तर ने कहा कि मंगलवार को पाकिस्तान की टी20 विश्व कप में न्यूजीलैंड पर पांच विकेट से जीत के बाद कार्यक्रम के मेजबान ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया और उनका अपमान किया। पाकिस्तान की तरफ 46 टेस्ट और 163 वनडे खेलने वाले 46 वर्षीय अख्तर उठे, उन्होंने अपना माइक्रोफोन हटाया और चले गये। कार्यक्रम के मेजबान नौमान नियाज़ ने उन्हें वापस बुलाने का प्रयास नहीं किया और कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी और कार्यक्रम जारी रखा।
लेकिन कार्यक्रम के अन्य मेहमान सर विवियन रिचर्ड्स, डेविड गॉवर, राशिद लतीफ, उमर गुल, आकिब जावेद और पाकिस्तान महिला टीम की कप्तान सना मीर इससे हैरान थे। अख्तर के कार्यक्रम छोड़कर चले जाने से सोशल मीडिया पर बवाल मच गया और लोगों ने नियाज से माफी मांगने को कहा। अख्तर और नियाज के बीच बहस के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किये गये। अख्तर ने बुधवार को ट्विटर पर पोस्ट करके अपनी स्थिति स्पष्ट की।
अख्तर ने ट्वीट किया, “सोशल मीडिया पर कई वीडियो आ रहे हैं इसलिए मैंने सोचा कि मुझे अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। नोमान ने असभ्यता दिखायी और उन्होंने मुझे कार्यक्रम छोड़ने के लिए कहा।” उन्होंने कहा, ”यह काफी शर्मसार करने वाला था क्योंकि आपके साथ सर विवियन रिचर्ड्स और डेविड गॉवर जैसे दिग्गज तथा मेरे कुछ समकालीन और वरिष्ठ भी सेट पर बैठे थे और लाखों लोग इसे देख रहे थे।