बीजिंग/वाशिंगटन डीसी। टिकटॉक पर पाबंदी को लेकर चीन की कंपनी ने अमेरिका की सरकार को अदालत में घसीटा है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी के बीच टिकटॉक ने अदालत से अपील की है कि ट्रंप प्रशासन को कंपनी पर बैन लगाने से रोका जाए। सोमवार को टिकटॉक ने ब्लॉग के जरिए कहा कि इसकी मूल कंपनी बाइटडांस लि. ट्र्ंप प्रशासन के आदेश को चुनौती देने जा रही है, जिसमें कहा गया है कि इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनॉमिक पावर एक्ट के जरिए अमेरिकी नागरिकों को टिकटॉक के साथ व्यापार करने से रोका जाएगा।
हालांकि अबतक इस आदेश का कोई असर नहीं दिखा है, लेकिन इससे तनाव पैदा हो रहा है क्योंकि अमेरिका ने कहा है कि चीनी व्यापार से उसके देश को खतरा है। टिकटॉक ने दलील दी है कि उससे सुरक्षा को किसी तरह का खतरा नहीं है। व्हाइट हाउस ने इस संबंध में 14 अगस्त को दूसरा आदेश जारी किया था जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए कंपनी से अमेरिका में अपना कारोबार बेचने को कहा गया था। ये आदेश विदेशी निवेश संबंधिक एक कमेटी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के बाद दिया गया था जिसमें कहा गया था। इसे अदालत में खारिज कर पाना असंभव है। बता दें कि चीन की कंपनी बाइटडांस के पास वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक का स्वामित्व है। चीन की कंपनी ने रविवार को कहा था कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लोकप्रिय ऐप के साथ किसी तरह के अमेरिकी लेनदेन पर रोक के आदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी अमेरिका में अपना कारोबार बंद करने की भी तैयारी कर रही है।
ट्रंप ने छह अगस्त को टिकटॉक और वीचैट पर अमेरिका में परिचालन पर प्रतिबंध के सरकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। अमेरिकी प्रशासन का कहना था कि ये ऐप देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है। आदेश के अनुसार, अमेरिकी अधिकार क्षेत्र के तहत बाइटडांस के साथ किसी तरह के लेनदेन पर 45 दिन या सितंबर मध्य तक रोक लग जाएगी। अमेरिकी अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कंपनी अमेरिकी प्रयोगकर्ताओं का ब्योरा चीन सरकार के साथ साझा कर सकती है। हालांकि, बाइटडांस ने इसका खंडन किया है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा 14 अगस्त को जारी एक अलग आदेश में बाइटडांस को टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार को समेटने के लिए 90 दिन का समय दिया गया है। टिकटॉक के अमेरिकी परिचालन को बेचने के लिए बाइटडांस संभावित खरीदारों मसलन माइक्रोसॉफ्ट और ओरेकल से बातचीत कर रही है।