रविवार, 20 अक्तूबर 2019

पुत्रवती महिलाओं का अहोई अष्टमी व्रत

होई के चित्रांकन में ज्यादातर आठ कोष्ठक की एक पुतली बनाई जाती है। उसी के पास साही तथा उसके बच्चों की आकृतियां बना दी जाती हैं। करवा चौथ के ठीक चार दिन बाद अष्टमी तिथि को देवी अहोई माता का व्रत किया जाता है। यह व्रत पुत्र की लम्बी आयु और सुखमय जीवन की कामना से पुत्रवती महिलाएं करती हैं। कृर्तिक मास की अष्टमी तिथि को कृष्ण पक्ष में यह व्रत रखा जाता है इसलिए इसे अहोई अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है।


विधि:-उत्तर भारत के विभिन्न अंचलों में अहोईमाता का स्वरूप वहां की स्थानीय परंपरा के अनुसार बनता है। सम्पन्न घर की महिलाएं चांदी की होई बनवाती हैं। जमीन पर गोबर से लीपकर कलश की स्थापना होती है। अहोईमाता की पूजा करके उन्हें दूध-चावल का भोग लगाया जाता है। तत्पश्चात एक पाटे पर जल से भरा लोटा रखकर कथा सुनी जाती है। अहोईअष्टमी की दो लोक कथाएं प्रचलित हैं।


पहली कथा:-प्राचीन काल में एक साहुकार था, जिसके सात बेटे और सात बहुएं थी। इस साहुकार की एक बेटी भी थी जो दीपावली में ससुराल से मायके आई थी। दीपावली पर घर को लीपने के लिए सातों बहुएं मिट्टी लाने जंगल में गई तो ननद भी उनके साथ हो ली। साहुकार की बेटी जहां मिट्टी काट रही थी उस स्थान पर स्याहु (साही) अपने साथ बेटों से साथ रहती थी। मिट्टी काटते हुए ग़लती से साहूकार की बेटी की खुरपी के चोट से स्याहू का एक बच्चा मर गया। स्याहू इस पर क्रोधित होकर बोली मैं तुम्हारी कोख बांधूंगी।


स्याहू के वचन सुनकर साहूकार की बेटी अपनी सातों भाभीयों से एक एक कर विनती करती हैं कि वह उसके बदले अपनी कोख बंधवा लें। सबसे छोटी भाभी ननद के बदले अपनी कोख बंधवाने के लिए तैयार हो जाती है। इसके बाद छोटी भाभी के जो भी बच्चे होते हैं वे सात दिन बाद मर जाते हैं। सात पुत्रों की इस प्रकार मृत्यु होने के बाद उसने पंडित को बुलवाकर इसका कारण पूछा। पंडित ने सुरही गाय की सेवा करने की सलाह दी।


सुरही सेवा से प्रसन्न होती है और उसे स्याहु के पास ले जाती है। रास्ते थक जाने पर दोनों आराम करने लगते हैं अचानक साहुकार की छोटी बहू की नज़र एक ओर जाती हैं, वह देखती है कि एक सांप गरूड़ पंखनी के बच्चे को डंसने जा रहा है और वह सांप को मार देती है। इतने में गरूड़ पंखनी वहां आ जाती है और खून बिखरा हुआ देखकर उसे लगता है कि छोटी बहु ने उसके बच्चे के मार दिया है इस पर वह छोटी बहू को चोंच मारना शुरू कर देती है। छोटी बहू इस पर कहती है कि उसने तो उसके बच्चे की जान बचाई है। गरूड़ पंखनी इस पर खुश होती है और सुरही सहित उन्हें स्याहु के पास पहुंचा देती है।


वहां स्याहु छोटी बहू की सेवा से प्रसन्न होकर उसे सात पुत्र और सात बहु होने का अशीर्वाद देती है। स्याहु के आशीर्वाद से छोटी बहु का घर पुत्र और पुत्र वधुओं से हरा भरा हो जाता है। अहोई का अर्थ एक प्रकार से यह भी होता है "अनहोनी को होनी बनाना" जैसे साहुकार की छोटी बहू ने कर दिखाया था। अहोई व्रत का महात्मय जान लेने के बाद आइये अब जानें कि यह व्रत किस प्रकार किया जाता है।


दूसरी कथा:-उसमें से एक कथा में साहूकार की पुत्री के द्वारा घर को लीपने के लिए मिट्टी लाते समय मिट्टी खोदने हेतु खुरपा (कुदाल) चलाने से साही के बच्चों के मरने से संबंधित है। इस कथा से यह शिक्षा मिलती है कि हमें कोई भी काम अत्यंत सावधानी से करना चाहिए अन्यथा हमारी जरा सी गलती से किसी का ऐसा बड़ा नुकसान हो सकता है, जिसकी हम भरपाई न कर सकें और तब हमें उसका कठोर प्रायश्चित करना पडेगा। इस कथा से अहिंसा की प्रेरणा भी मिलती है। अहोईअष्टमी की दूसरी कथा मथुरा जिले में स्थित राधाकुण्डमें स्नान करने से संतान-सुख की प्राप्ति के संदर्भ में है। अहोईअष्टमी के दिन पेठे का दान करें।


जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ तो नहीं

जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ तो नहीं
अविनाश श्रीवास्तव 
गाजियाबाद,लोनी। क्षेत्र की जनता प्रदूषण की मार झेल रही है। वायु गुणवत्ता सूचाकं चिंताजनक स्थिति में बना हुआ है। वर्तमान में एक्यूआई 235 से ऊपर चल रहा है। निकट भविष्य में इसके कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। प्रदूषण को बढ़ाने वाले व्यवसाय और संसाधनों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही का अभाव प्रतीत किया जा रहा है। जल-प्रदूषण की स्थिति इतनी भयावह बनती जा रही है कि कहीं-कहीं पर पानी का टीडीएस 1700 पार जा चुका है। आकलन कर स्थिति के विरुद्ध उपजिला-अधिकारी प्रशांत तिवारी के निर्देशन में लगभग 40 से अधिक अनाधिकृत औद्योगिक इकाइयों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया गया है। लगभग एक माह तक चले इस अभियान में रूपनगर औद्योगिक क्षेत्र, आर्यनगर औद्योगिक क्षेत्र, कृष्णा नगर कॉलोनी आदि क्षेत्रों में संचालित औद्योगिक इकाइयों को सीज कर दिया गया है। लेकिन इसके पीछे एक नई कहानी बहुत तेजी से क्षेत्र में फैलती जा रही है। सूत्र बताते हैं कि प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। सीज की गई औद्योगिक इकाइयों के संचालन के लिए अवैध उगाही की गहमा-गहमी तेज हो गई है। सूत्रों पर विश्वास किया जाए तो यह अवैध उगाही करोड़ों रुपए में हो सकती है। यह योजनाबद्ध ढंग से होने वाली अवैध उगाही की ओर संकेत करती है। हालांकि अभी तक ऐसा कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। उपजिला-अधिकारी की कर्तव्यनिष्ठा पर अभी तक कोई सवाल खड़ा नही किया जा सकता है। हो सकता है यह विषय राजनीति से प्रेरित हो,परंतु जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए किसी नेता अथवा जनप्रतिनिधि को जनता के स्वास्थ्य से खेलने का कोई अधिकार नहीं है! घटिया राजनीति के चलते इस प्रकार के प्रकरण पहले भी संज्ञान में आते रहे हैं! क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। वायु और जल प्रदूषण से फेफड़े, हृदय और हड्डियों के जोड़ों से संबंधित रोग अधिक तेजी से विकसित होते हैं। ऐसी अवस्था में जनता के स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखना उपजिला-अधिकारी का नैतिक-कर्तव्य बन जाता है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक नागरिक को हर संभव प्रयास करना चाहिए। भविष्य में प्रदूषण का नागरिकों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का ठीक-ठीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।


सार्वजनिक स्थान पर लगाए एसी और कूलर

दोहा। कतर में गर्मी के मौसम के दौरान इस समय तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। यहां के लोग काफी परेशान हैं। अब लोगों को ठंडक पहुंचाने और उन्हें गर्मी से दूर रखने के लिए यहां के शासन-प्रशासन की ओर से कदम भी उठाए जा रहे हैं। राजधानी दोहा में तो प्रशासन की ओर से सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर एयर कंडीशनर और एयर कूलर लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा भी कई अन्य उपाय आजमाए जा रहे हैं। कतर में इस समय गर्मी का मौसम है। आमतौर पर खाड़ी देश होने के कारण यहां गर्मी भी भीषण पड़ती है। इस समय तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया है। ऐसे में लोग घरों से बाहर भी निकलने में कतरा रहे हैं। दोहा में लोगों को गर्मी से राहत देने के लिए यहां के प्रशासन ने बाजारों और सड़कों के किनारे बड़े कूलर और एयर कंडीशनर लगाना शुरू किया है। इसके अलावा सड़कों को भी नीले रंग में रंग दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि काले रंग की सड़क धूप और गर्मी अधिक सोखती है। इससे भी शहर के तापमान पर असर पड़ता है। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे कूलर भी लगाए जा रहे हैं जो लोगों पर ठंडे पानी का छिड़काव भी करेंगे। बता दें कि कतर 2022 में होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी भी कर रहा है। ऐसे में यहां पड़ रही बेतहाशा गर्मी से यहां आने वाले लोगों को बचाने के लिए भी अभी से कदम उठाए जा रहे हैं। जिन स्टेडियम में यह फुटबॉल मुकाबला होना है, वहां की सीटों के नीचे तक एयर कंडीशर लगाए जा रहे हैं। ताकि मैच का आनंद लेने के दौरान दर्शकों को कोई परेशानी ना हो।


महिलाओं ने दिया कंधा,किया अंतिम संस्कार

कांकेर! कांकेर के तुमसनार गांव में अंधविश्वास के कारण पुरुषों ने प्रसूता का शव दफनाने से इनकार कर दिया। यही नहीं, उन्होंने शव को कंधा भी नहीं दिया। इसके बाद महिलाओं ने ही अंतिम यात्रा निकाली और शव गांव के बाहर जंगल में दफनाया। यहां ऐसा अंधविश्वास है कि किसी प्रसूता का शव गांव में दफनाने से वह भूत-प्रेत बन जाती है। प्रसूता के शव को शादीशुदा पुरुष हाथ भी नहीं लगाते। तुमसनार की सुकमोतीन कांगे ने राजस्थान के पंकज चौधरी से 2016 में शादी की थी।


सुकमोतीन मां बनने वाली थी, उसे प्रसव के लिए जिला अस्पताल लाया गया. उसने बच्चे को जन्म दिया, शिशु की आधे घंटे बाद ही मौत हो गई। सुकमोतीन को जब इस बारे में पता लगा तो सदमे से उसने भी दम तोड़ दिया। 16 अक्टूबर को जच्चा-बच्चा का शव गांव पहुंचा तो अंतिम संस्कार के लिए कोई पुरुष सामने नहीं आया।


मृतका एनजीओ से जुड़ी थी। इसी सिलसिले में वह कुछ समय जशपुर और राजस्थान गई थी। राजस्थान में पंकज चौधरी नामक युवक से उसकी दोस्ती हो गई और विवाह कर लिया। वर्तमान में दोनों साथ ही गांव में रहते थे।


महिला का अंतिम संस्कार नहीं करने देना गलत है। यह साबित हो चुका है कि भूत-प्रेत का कोई अस्तित्व नहीं है। समिति गांव जाएगी। अंधविश्वास हटाने के लिए लाेगों को जागरूक करेगी।


भीड़ और बाजार को बनाएगे आतंकी निशाना

नई दिल्ली! आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली में 400 से ज्यादा बड़ी इमारतों और भीड़ भरे बाजारों को निशाना बना सकता है। खुफिया जानकारी के मुताबिक, त्योहार के मद्देनजर आतंकी राजधानी में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। दिल्ली पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया है।


दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली के 15 इलाकों में से 8 इलाकों को संवेदनशील करार दिया गया है। रोहिणी, दिल्ली उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, उत्तर, नई दिल्ली, द्वारका, पूर्वी और मध्य में 400 से ज्यादा इमारतें और कुछ बाजार आतंकियों के निशाने पर हो सकते हैं।


सूत्रों के मुताबिक, सबसे ज्यादा संवेदनशील इमारतें नई दिल्ली इलाके में हैं। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करते हुए पुलिसकर्मियों को इमारतों-बाजारों का ब्योरा उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इन आठ जिलों में लगभग 425 इमारतें ऐसी हैं, जिनकी सुरक्षा दिन-रात की जाती है। वहीं, 200 इमारतें वीआईपी कैटेगरी की हैं। जैश की धमकी के बाद इन इमारतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।


जानकारी के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद और उसके साथी आतंकी संगठन इन इमारतों के पास आत्मघाती हमले को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा वे भीड़ पर बम फेंकने से लेकर संवेदनशील इलाकों में अंधाधुंध फायरिंग भी कर सकते हैं।


सूत्रों के मुताबिक, 3 मई 2016 को गिरफ्तार किए गए जैश के तीन आतंकवादियों ने दिल्ली पर हमले की साजिशों का खुलासा किया था। तीनों दिल्ली के चांद बाग इलाके से गिरफ्तार किए गए थे। बाद में इन्हें शरण देने वाले 10 से ज्यादा लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद जनवरी 2019 को गिरफ्तार जैश आतंकी अब्दुल लतीफ गनी उर्फ उमैर और हिलाल अहमद भट से भी दिल्ली पुलिस और खुफिया तंत्र को हमले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई थीं।


2 सैनिक एक नागरिक की हुई मौत

श्रीनगर! पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सैन्य चौकियों और गांवों को निशाना बनाया। तांघर सेक्टर में भारी गोलीबारी के चलते दो जवान शहीद हो गए। एक नागरिक की मौत हो गई। इसके अलावा तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हुए। अधिकारियों के मुताबिक, एलओसी पर फायरिंग के चलते दो घर पूरी तरह तबाह हुए हैं। वहीं कई अन्य घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।


15 सितंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि इस साल अब तक पाकिस्तान 2050 से अधिक बार सीजफायर उल्लंघन कर चुका है। इसमें 21 नागरिकों की मौत हुई। सीजफायर उल्लंघन की इन घटनाओं में आतंकियों की घुसपैठ भी शामिल है।


भारत ने पाकिस्तान से कई बार अनुरोध किया कि वे 2003 के सीजफायर समझौते का उल्लंघन न करें और अपने सैनिक को सीमा पर शांति और संयम बरतने का आदेश दे। इसके बावजूद सीमा पार से इन घटनाओं को दोहराया गया।


श्रीनगर में अशांति फैलाने की कोशिशें जारी हैं। 10 से ज्यादा आतंकी श्रीनगर के आसपास छिपे हुए हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक ये बस सही मौके के इंतजार में हैं। ये कश्मीर में सख्ती कम होने और सुरक्षा प्रतिबंधों के ढीला होने की ताक में हैं। पत्थरबाजों के नेटवर्क को भी सक्रिय करने की कोशिशें जारी हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों को श्रीनगर के बाहरी इलाकों में घूमता देखा गया है।


मनमोहन आम आदमी की तरह जाएंगे

इस्लामाबाद! पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया है कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने करतारपुर आने की सहमति दे दी है। कुरैशी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की जगह, आम आदमी की तरह आने की बात कही है। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह कह चुके हैं कि मैं और मनमोहन सिंह कॉरिडोर के कार्यक्रम पाकिस्तान नहीं जाएंगे।


कुरैशी ने कहा, “मैंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित किया था। मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि इसके बाद उन्होंने मुझे पत्र लिखा। उन्होंने कहा है कि वह करतारपुर आएंगे, लेकिन मुख्य अतिथि की तरह नहीं, बल्कि एक आम आदमी की तरह। अगर वह आम आदमी की तरह भी आते हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे।” पाकिस्तान 9 नवंबर को अपनी तरफ से कॉरिडोर का उद्घाटन करेगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने इमरान सरकार का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है।


मनमोहन की तरफ से पाकिस्तान का आमंत्रण स्वीकार करने को लेकर पहले अटकलें लगाई जा रही थीं। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने साफ किया था कि न तो वे और न ही पूर्व प्रधानमंत्री बतौर अतिथि पाकिस्तान जाएंगे। अमरिंदर ने कहा था कि वे केवल करतारपुर जाने वाले सर्वदलीय जत्थे में शामिल होंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान के करतारपुर साहिब तक बन रहे कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इस कॉरिडोर के तैयार होने के बाद सिख श्रद्धालु पासपोर्ट के बिना, विशेष परमिट पर गुरु नानक देव के तीर्थस्थल तक जा सकेंगे। भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में कॉरिडोर का निर्माण कर रहे हैं।


टीचर ने किया महिलाओं से अनाचार

बालोद, डौंडी। एक शिक्षक द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विधवा महिला से अनाचार का मामला सामने आया है। महिला ने जब शिशु को जन्म दिया।


तब मामले का खुलासा हुआ। घटना सामने आने के बाद शिक्षक पर अनाचार का आरोप लगाने के बाद गांव में अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक हुई।बैठक में सबूत के अभाव में शिक्षक ने अनाचार के आरोप को नकार दिया। डौंडी नगर के वार्ड 14 नयापारा के रहवासियों के अनुसार वार्ड में आंगनबाड़ी केंद्र और प्राथमिक शाला भवन आसपास लगा हुआ है।बीते 30 सितंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विधवा महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में बैठक लेकर विधवा महिला से शिशु के बारे में पूछताछ की।पीड़ि़ता ने ग्रामीणों व महिला बाल विकास समिति से जांच में आए कर्मचारी के समक्ष प्राथमिक शाला के शिक्षक गणेश गायकवाड़ का नाम लिया।इसके बाद शिक्षक को भी बैठक में बुलाकर ग्रामीणों ने पूछताछ की। शिक्षक ने बिना ठोस प्रमाण के शिशु को अपना मानने से इनकार कर दिया।


इसके बाद ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से महिला बाल विकास विभाग के जांचकर्ता को लिखित बयान देकर विधवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षक को गांव के स्कूल से अन्यत्र हटाने की मांग की है।ग्रामीणों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले इस शिक्षक स्कूल की प्यून महिला को ब्लैकमेल कर रहा था। मामला थाने पहुंचा तो शिक्षक ने ग्रामीणों को बहला फुसलाकर मामले को थाने में ही रफादफा करवा दिया।इस मामले के बाद महिला प्यून की नौकरी चली गई। इसी तरह इस शिक्षक ने गांव की एक कुंवारी लड़की को प्रेग्नेंट कर दिया था।ग्रामीणों के दबाव के कारण उसने उक्त लड़की को अपना लिया। जिसके बाद मामला शांत हो गया। तीसरी घटना ने गांव वालों की आंखें खोल दी है। ग्रामीणों ने शिक्षक को हटाने और थाने में शिकायत की बात कही है।


ग्रामीणों की बैठक में शिशु के पिता होने के शिक्षक ने इनकार कर दिया है। इस मामले की थाने की शिकायत और डीएनए टेस्ट से शिशु के पिता का खुलासा हो सकता है।ग्रामीणों ने विधवा महिला को न्याय दिलाने डीएनए का टेस्ट कराकर शिशु के पिता का पता लगाने की मांग की है।वहीं आरोपी के खिलाफ थाने के अलावा न्यायालय में भरण-पोषण के लिए याचिका लगाने और राज्य महिला आयोग से शिकायत किए जाने की जानकारी दी है।


भगवे भेष में कमलेश की हत्या की

लखनऊ। राजधानी में बेकौफ बदमाशों ने दिन दहाड़े घटना को अंजाम दिया है। यहां नाका इलाके में हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की बदमाशों ने हत्या कर दी। पहले उनको गोली मारे जाने की बात कही जा रही थी लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हत्या किसी धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है। फिलहाल इस मामले में पुलिस को अभी कभी कोई खास सफलता नहीं मिली हैं लेकिन पुलिस के मुखिया ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही हत्यारों का खुलासा किया जायेगा।


उधर पुलिस इस हत्याकांड को सुलझाने में लगी हुई और उसे रविवार को तब और बड़ी सफलता हाथ लगी जब हत्यारे का ठिकाने की जानकारी पुलिस के हाथ लगी। आनन-फानन में पुलिस उस होटल जा पहुंची है जहां ये हत्यारे रूके थे। मौके पर वहां से दोनों के सामान बरामद किए हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों हत्यारे लखनऊ के ही नाका थाना क्षेत्र के खालसा होटल में रूके थे।


अनिल विज: मुकाबला एकतरफा होगा

राणा ओबरॉय


अम्बाला! हरियाणा प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता एवं अम्बाला छावनी से उम्मीदवार अनिल विज की विधानसभा में प्रचार के अंतिम दिन मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार अनिल विज के विशाल प्रदर्शन को देख कर लगता है कि इस विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला एकतरफा साबित हो सकता है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि विज इस बार हैट्रिक लगा कर अपना ही पिछला रिकार्ड तोड़ कर प्रदेश में एक नया मील पत्थर कायम कर सकते हैं। गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी अनिल विज ने 66605 वोट प्राप्त करके अपने निकट प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 15462 से हरा कर जबरदस्त जीत हासिल की थी। तत्काल न्यूज के इस क्षेत्र के सर्वे से लगता है कि विज द्वारा अब तक करवाये गए अनगिनत विकास कार्यों के मद्देनजर स्थानीय वोटर उन्हें रिकार्ड वोटों से जितवाना चाहते है। हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य एंव खेल मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र मेें बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यों की झड़ी लगा कर अपने कट्टर विरोधियों को भी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया। विज ने अपने मन्त्रिकाल में वर्षों से चली आ रही छावनी क्षेत्र में पीने के पानी तथा ड्रेनेज की समस्या को हल करवाने के साथ-साथ सुभाष पार्क का नवनिर्माण और सड़कों का कायाकल्प करवा करके स्थानीय निवासियों के दिल में एक विशेष स्थान बनाया। विज ने स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते अम्बाला छावनी के जर्जर पड़े सिविल अस्पताल की जगह नई बहुमंजिला इमारत का निर्माण तथा आधुनिक मशीनों से मरीजों की गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए एक ही छत के नीचे सभी सुविधाओं को उपलब्ध करवाकर मिलेनियम सिटी गुरुग्राम के स्तर के अस्पतालों के बराबर की सुविधा प्रदान करवाई। विज ने जीटी रोड पर नई अनाज मंडी का निर्माण करवाकर व्यापारी वर्ग और किसानों को हो रही परेशानी से छुटकारा दिलाया। अम्बाला से साहा, मुलाना,यमुनानगर, उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश जाने वाले वाहनों की परेशानी से मुक्त करने के लिए विज ने केंद्र सरकार से अम्बाला कैंट – साहा हाइवे की फोरलेनिंग की मंजूरी करवाने के बाद इस पर कार्य शुरू करवा करके ही दम लिया। 1857 के शहीदों की याद में राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 165 करोड़ की लागत से बनने वाले वार मेमोरियल के तैयार होने के बाद अंबाला छावनी को ऐतिहासिक शहर का दर्जा दिलाने का श्रेय भी अनिल विज को ही जायेगा। कैंट विधानसभा के गांवों के निवासियों को रोज़मर्रा की जरूरी सुविधाओं को मुहैया करवाने के लिये अनथक प्रयास किए।


महिला कल्याण से जुड़ी योजनाओं की जांच

सन्दीप मिश्र


रायबरेली! जनपद की नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने महिला कल्याण की लाभ परक योजनाओं से जुड़ी जमीनी स्तर की हकीकत को जानने के लिए प्राथमिक विद्यालय रायपुर नगर क्षेत्र स्थित आगंनबाड़ी केन्द्र किशुनराय तृतीय अहियापुर का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों व प्रभारी से आगंनबाड़ी केन्द्र में सरकार द्वारा संचालित व्यवस्थाओं , गर्भवती महिलाओं व बच्चों को पुष्टाहार वितरण की सही जानकारी न देने , उपस्थित रजिस्ट्ररों की रिपोर्ट ठीक पाये न जाने पर आगंनबाड़ी कार्यकत्री व प्रभारी केन्द्र व जिला कार्यक्रम अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए चेताया कि व्यवस्थाओं को पूरी तरह से दुरूस्त करे तथा जिन के कारण कमियां पाई गई है उनके विरूद्ध कार्यवाही करे । प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान कई महिला से उन्हें व बच्चों को मिलने वाले पुष्टहार सामग्री के बारे में जानकारी प्राप्त की । डीपीओं द्वारा बताया गया कि 05 , 15 , 25 प्रति माह पुष्टाहार वितरण की तिथि नियत है प्रयास किया जाता है कि सभी को पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाये । निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव को छोटे – छोटे खाना खाते हुए मिले बच्चों से प्रमुख सचिव ने पूछ – ताछ की तथा उपस्थित सभी बच्चों को टाफिया वितरित की । प्रमुख सचिव ने आगंनबाड़ी के की साफ – सफाई दुरूस्त न पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारी को व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिये ।


इस मौके पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार आदि अधिकारी उपस्थित थे ।


सेवा मुक्त होमगार्ड्स सड़क पर उतरेंगे

प्रज्ञा रतन मिश्रा


रायबरेली! अखिल भारतीय राहुल गांधी यूथ ब्रिग्रेड रायबरेली के द्वारा जिला अधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित दिया गया ज्ञापन । जिसमे प्रदेश सचिव कमल सिंह चौहान ने बताया कि 25000 होमगार्डो के – साथ अन्याय हुआ है जिससे उनके जीवन मे कितना दुष्प्रभाव पड़ा है । उनके घर कैसे चलेंगे उनके बच्चों का भविष्य खतरे में है सरकार को सोचना चाहिए कि कैसे वो लोग अपना जीवन यापन करेंगे सरकार का काम अपने प्रदेश की जनता को खुशहाल बनाना होता है न कि उनको कष्ट देना , पहले शिक्षा मित्रों के साथ अन्याय हुआ और अब होमगार्ड । ये सब सरकार की नाकामी को दर्शाता है जिन लोगो का जीवन वैसे ही इतना मुश्किल में चल रहा हो सरकार को चाहिए था दीवाली में उनके बेतन में बढ़ोतरी करती और सरकार ने किया ठीक उलटा उनकी नौकरी छीन ली । हमारे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी पहले से बोल चुके है कांग्रेस शिक्षामित्रों और होमगार्डों की लड़ाई के लिए किसी भी हद तक जा सकती है उनके साथ सरकार को न्याय करना होगा । हमारी नेता प्रियंका गांधी जी भी इसमें पहल कर चुकी है । आज हम लोग आदरणीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन दे के यही कहने आये है कि होमगार्डो की मदद करें जिसमे उनको प्रदेश में खुशहाली लाने में मदद मिलेगी । इस मौके पर जिला अध्यक्ष मो . राशिद अंसारी ने कहा कि युवाओ में बहुत आक्रोश है अगर जल्द निर्णय नही लिया गया तो हम लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करने में मजबूर होंगे और जब जब युवा मजबूर हुआ है इतिहास गवाह की देश के इतिहास में नई क्रांति आयी है । इस मौके पर संजय सिंह , शुभम शाहू , अभिषेक त्रिवेदी , वकार खान , आदर्श वडले , अमन सिंह , शिवांश मिश्रा , गौरव मिश्रा , सुमित गुप्ता , नितिन , फैजल , आसिफ , रितिक आदि मौजूद रहे।


ईवीएम में आधुनिक पुर्जा फिट है

 राणा ओबरॉय


चण्डीगढ़! हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी और हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा लगातार किया जा रहा प्रचार, अबकी बार 75 बार का नारा सही साबित होता जा रहा है! क्योंकि एक विधायक ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा वोट जिसको मर्जी दे दो निकलेगा तो कमल का ही फूल? क्योंकि हमने ईवीएम में पुर्जा फिट कर रखा है! इससे तो यही लगता है कि आने हरियाणा में आने वाली सरकार मनोहर सरकार ही होगी! क्योंकि जनता साथ दे ना दे वोट डालने वाली मशीन ईवीएम तो भाजपा पार्टी और मुख्यमंत्री का साथ देगी ही देगी? खास बात यह किसी आम आदमी ने दावा नहीं किया बल्कि भाजपा पार्टी और हरियाणा के वर्तमान विधायक एवं भाजपा के वर्तमान उम्मीदवार ने बड़े जोश और खुले दिल से स्वीकार किया है। ईवीएम का साथ है हमारे साथ इसलिए बनेगी मनोहर सरकार! मतदाताओं के अनुसार यदि ऐसी ही गड़बड़ी मशीन में कर रखी है तो फिर चुनाव करवाने की जरूरत ही क्यों है। क्यों करोड़ों रुपया इस चुनाव रूपी ड्रामा पर पर खर्च किया जा रहा है! क्यों जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है! हरियाणा और देश की जनता भारतीय चुनाव आयोग व केंद्र और हरियाणा सरकार से मांग रही है जवाब! कितनी सच्चाई है इस विधायक की कही हुई बातों में! क्या पहले भी ऐसे ही बनी थी केंद्र और हरियाणा में सरकार? चुनाव आयोग की कार्यशैली पर भी लगा सवालिया निशान?


शराबबंदी को लेकर प्रदर्शन करेगी आप

रायपुर। आम आदमी पार्टी नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसी कड़ी में रविवार को पार्टी के नए कार्यालय का उद्धघाटन छत्तीसगढ़ प्रदेश सहप्रभारी सुरेश कठैत ने किया। नए प्रदेश कार्यालय के उद्धघाटन के बाद प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष ने निकाय चुनाव में आये हुए प्रत्याशियों के नाम को राज्य कमेटी के सामने प्रस्तुत किया गया। रायपुर जिले से 14 वार्ड प्रत्याशी की सूची जमा की गई। दुर्ग जिला से 15 वार्ड प्रत्याशी की सूची जमा की गई। महासमुंद से 9, जांजगीर से 8, कोरबा से 13, बलौदा बाजार से 18, नारायणपुर से 15, बस्तर से 11 इस तरह से 103 लोगों की के नाम आए हैं। प्रदेश के सह प्रभारी सुरेश कठैत ने कहा की निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी दमदारी से लड़ेगी,जिसके लिए प्रत्याशियों की स्क्रूटनी का कार्य स्टेट कमेटी द्वारा किया जा रहा है ।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि भूपेश सरकार अपने वादों से पलट रही है। शराब बंदी को लेकर आम आदमी पार्टी प्रदेशभर में आंदोलन करेगी, जिसकी शुरुआत सोमवार से राजधानी रायपुर से की जाएगी। कोमल हुपेंडी ने शराब बंदी को लेकर कांग्रेस की भूपेश सरकार को कहा कि शराब बंदी को लेकर बनाई गई कमेटी महज खाना पूर्ति हैं। ये सरकार शराब बंदी नहीं करना चाहती और इस वादे पर विश्वास कर आम जनता व प्रदेश की जिन महिलाओं ने इस सपने के साथ उन्हें वोट किया वो सब छला सा महसूस कर रहे हैं। प्रदेश कार्यालय के उद्धघाटन के कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी प्रदेश, सचिव उत्तम जायसवाल, प्रदेश संगठन मंत्री सूरज उपाध्याय, नगरीय निकाय चुनाव प्रभारी मुन्ना बिसेन, आरटीआई विंग के अध्यक्ष संजय शर्मा, महिला विंग से के.ज्योति,यूथ विंग के अध्यक्ष तेजेन्द्र तोडकर व सभी जिलों के अध्यक्ष व कार्यकर्ता शामिल हुए!


लैंडस्लाइड में 8 लोगों की मौत,4 शव निकालें

रुद्रप्रयाग! केदारनाथ मार्ग से गुजर रहे लोगों लैंडस्लाइड की घटनाएं अक्सर ही जानलेवा साबित होते रहे हैं! शनिवार की रात केदारनाथ यात्रा मार्ग से दो बाइक और एक कार पहाड़ से गिरे बोल्डर और मलबे की चपेट में आ गए, जिससे 8 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई! घटना के बाद कार 400 मीटर नीचे खाई में जा गिरी, जहां से 4 शवों को निकाला जा चुका है, जबकि 4 और शवों को बाहर निकालने की कोशिश अभी भी जारी है!


घटना की सूचना मिलने पर घटना स्थल पर पहुंची बचाव दल और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए 4 शवों को खाई से बाहर निकाला है, जबकि 4 शवों को निकालने की कोशिश अभी भी जारी है! वहीं कार में सवार लोगों की जानकारी न होने के चलते पुलिस आस-पास के इलाकों में भी सर्च अभियान चला रही है! रेस्क्यू दल अभी भी यात्रियों की तलाश में जुटी है! मिली जानकारी के मुताबिक यात्रा मार्ग में हुई इस दुर्घटना में पहले 3 मृतकों का ही पता चल सका था!
बता दें केदारनाथ यात्रा धाम पर कई जगह लैंडस्लाइड होता रहता है, जिससे इस तरह के हादसे सामने आते रहते हैं! बरसात के बाद इस तरीके के लैंडस्लाइड आमतौर पर नहीं होते, लेकिन शनिवार देर शाम हुई इस दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हुई कार 400 मीटर गहरी खाई में समा गई, जबकि दो अन्य मोटरसाइकिल भी इस चपेट में आ गई!
मोटरसाइकिल सवारों की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई जबकि कार में सवार लोग अभी भी लापता हैं! केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ऑल वेदर रोड के तहत रोड कटिंग का काम चल रहा है! इसी वजह से कई जगह लैंडस्लाइड जोन ज्यादा एक्टिव हो गए हैंं! इन दिनों ऑल वेदर रोड के कामों की एक कमेटी भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर समीक्षा कर रही है!


मीडिया पर रोक लगाकर लिखा ब्लॉग

नई दिल्ली! बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पिछले कुछ दिनों में अपनी बीमारी के बारे में मीडिया द्वारा लगाई जा रही बेतुकी अटकलों पर नाराजगी जाहिर की और इस बारे में अपने ब्लॉग पर लिखा! उन्होंने कहा कि मेडिकल स्थिति किसी का गोपनीय व्यक्तिगत अधिकार होता है और इसलिए इसका व्यवसायीकरण नहीं किया जाना चाहिए! अमिताभ इस सप्ताह की शुरुआत में मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती हुए थे. उन्हें शुक्रवार रात अस्पताल से छुट्टी मिली!
उन्होंने कहा, "पेशेवर नियमों को ताक पर मत रखो! बीमारी और मेडिकल स्थिति एक गोपनीय व्यक्तिगत अधिकार है..इसलिए इस तरह का आचरण शोषण करता है, इसके बारे में आवश्यक समझ रखें और इसका सम्मान करें और सब कुछ दुनिया में बिकने के लिए नहीं होता है!" अपने ब्लॉग पोस्ट में, महानायक ने प्यार और दुआ के लिए अपने प्रशंसकों का आभार भी जतायाा!
अभिनेता के मंगलवार को लोकप्रिय क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) की शूटिंग फिर से शुरू करने की उम्मीद है! अमिताभ की झोली में शूजीत सरकार की 'गुलाबो सिताबो', नागराज मंजुले की 'झुंड', रूमी जाफरी की 'चेहरे' और अयान मुखर्जी की 'ब्रह्मास्त्र' जैसी फिल्में हैं!
 


सरकार कॉमेडी सर्कस चलाने में व्यस्त

नई दिल्ली! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अर्थव्यवस्था का हाल बेहाल है और सरकार इसमें सुधार के बजाय 'कॉमेडी सर्कस' चलाने में व्यस्त है। प्रियंका ने रेल एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की ओर से नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के बारे में की गई टिप्पणी पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन्हें सौंपे गए काम को करने के बजाय दूसरों की उपलब्धियों को कम आंकने में व्यस्त हैं। नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति ने अपना काम ईमानदारी से किया, तब पुरस्कार जीता। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "आपका (सरकार का) काम अर्थव्यवस्था में सुधार लाना है, कॉमेडी सर्कस चलाना नहीं है।
उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट भी संलग्न की, जिसमें कहा गया है कि वाहनों पर छूट की पेशकश के बावजूद ऑटोमोबाइल बिक्री निराशाजनक रही। गौरतलब है कि गोयल ने शुक्रवार को नोबेल जीतने पर बनर्जी को बधाई देते हुए कहा था कि आप सभी जानते हैं कि उनकी समझ क्या है। उनकी सोच पूरी तरह से वामपंथी झुकाव वाली है। उन्होंने न्यूनतम आय योजना (एनवाईएवाई) की प्रशंसा की थी। लेकिन भारत के लोगों ने उनकी सोच को पूरी तरह से खारिज कर दिया। एनवाईएवाई (न्याय) एक न्यूनतम आय गारंटी योजना है, जो इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को रेखांकित करती है। इस चुनाव में हालांकि पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था।


जॉनसंस पाउडर के डिब्बे वापस मंगाए

नई दिल्‍ली! बेबी प्रोडक्‍ट के जरिए हर घर में जगह बनाने वाली अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन सवालों के घेरे में है! दरअसल, कंपनी ने अमेरिकी में लगभग 33 हजार बेबी पाउडर के बोतलों को वापस मंगाया है! न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बेबी पाउडर के नमूनों में एस्बेस्टस की मात्रा का पता लगा है!
क्‍या होता है एस्बेस्टस?
एस्बेस्टस एक घातक कार्सिनोजेन है जिससे इंसानों में कैंसर बढ़ने का खतरा होता है. यह पहली बार है जब अमेरिका की स्वास्थ्य नियामकों ने प्रोडक्ट में एस्बेस्टस की मात्रा का पता लगाया है! वहीं पहली बार कंपनी ने अपने बेबी पाउडर प्रोडक्‍ट को बाजार से वापस मंगाया है!
इस बीच, जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से सफाई भी आई है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि एक ऑनलाइन रिटेलर से सिंगल बोतल खरीदी गई थी. इसके बाद परीक्षण के लिए स्‍वेच्‍छा से 22318RB लॉट को वापस बुलाया गया है, जिसके 33 हजार बॉटल्स हैं! इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि पिछले 40 साल में हजारों टेस्ट ने बार-बार इस बात कि पुष्टि की है कि हमारे पाउडर में एस्बेस्टस नहीं है! बहरहाल, इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जॉनसन एंड जॉनसन के शेयर 6 फीसदी लुढ़क गए और 127.70 डॉलर के भाव पर बंद हुए!
बता दें कि अमेरिकी फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की बेबी पाउडर, शेम्‍पू और साबुन के जरिए भारत समेत दुनिया के अन्‍य देशों में एक खास पहचान है! हालांकि कंपनी को अपने कई प्रोडक्ट की वजह से  मुकदमा और जुर्माने का सामना करना पड़ा है! हाल ही में एक शख्‍स ने प्रोडक्‍ट पर सवाल खड़ा करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था! इस मामले की सुनवाई के दौरान जॉनसन एंड जॉनसन को दोषी पाया गया और 8 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगा है!


हर नागरिक को सांस लेने का अधिकार

नई दिल्ली । एनजीटी ने ताजी हवा में सांस लेना हर नागरिक का अधिकार बताया है। एनजीटी ने यह बात दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की उस याचिका को खारिज करते हुए कही, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के तहत डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध से छूट मांगी थी। बता दें कि दिल्ली एनसीआर में सर्दियों के आगमन के साथ ही हवा की गुणवत्ता में आई भारी गिरावट के बाद पर्यावरणीय प्रदूषण (नियंत्रण व रोकथाम) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने 15 अक्टूबर से ग्रैप लागू करते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे। एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने पेश याचिका में कंपनी ने कहा था कि उसका दायित्व सभी नागरिकों को बिजली वितरित करना है। लेकिन तकनीकी अड़चनों के चलते पूरे क्षेत्र में विद्युत वितरण करने को लेकर कंपनी की अपनी सीमाएं हैं।


यात्री स्पाइसजेट को घेरा फाइटर जेट ने

नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की हवाईसेवा स्पाइसजेट के एक विमान को पाकिस्तान में एफ-16 फाइटर जेट्स से घेरे जाने के मामले में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के ही एक अधिकारी की लापरवाही सामने आई है। पता चला है कि उस अधिकारी ने इस यात्री विमान को कमर्शियल एयरलाइनर के स्थान पर मिलिट्री का 'ट्रांसपोंडर कोड' दे दिया था। स्पाइसजेट का वह विमान पिछले महीने दिल्ली से उड़ान भरकर काबुल जा रहा था जब पाकिस्तान के आसमान में बेहद भयावह स्थिति का सामना करना पड़ा। दरअसल, मिलिट्री ट्रांसपोंडर कोड इस मामले में कमर्शियल कोड से अलग होता कि मिलट्री कोड वाले विमान उड़ान के किसी भी रास्ते पर रहे तो निश्चित तौर पर रेडार की पकड़ में आ जाए। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'डीजीसीए का एक अधिकारी इस लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।' सूत्रों का कहना है कि स्पाइसजेट एयरक्राफ्ट को गलती से एन 32 कोड दिया गया था जिसका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना करती है। यह गलती उस वक्त हुई जब जेट एयरवेज का संचालन बंद होने के बाद स्पाइसजेट अपने वायुयानों का बेड़ा तेजी से बढ़ा रहा था।
डीजीसीए अधिकारी की यह चूक इतनी गंभीर थी कि पाकिस्तानी एफ- 16 ने बिना नुकसान पहुंचाए स्पाइसजेट एयरक्राफ्ट को अपनी सीमा से बाहर किया तो भारतीय अधिकारियों ने व्यक्तिगत तौर पर पाकिस्तानी अधिकारियों को धन्यवाद कहा। दरअसल, पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना द्वारा फरवरी महीने के आखिर में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। उसने 16 जुलाई को ही दोबारा अपना एयरस्पेस खोला था और महीने बाद ही यह घटना हो गई। इस नजरिए से भी बेहद गंभीर इस वाकये को पाकिस्तानी अथॉरिटीज ने बहुत ज्यादा तूल नहीं दिया। भारतीय अथॉरिटीज ने इसे बेहद संवेदनशीलता से सुलझा लेने के लिए उसका शुक्रिया कहा। दरअसल, लाहौर की एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) स्पाइसजेट को मिले मिलिट्री ट्रांसपोडर कोड से इस उलझन में पड़ गया कि यात्री विमान जैसा दिख रहा एयरक्राफ्ट उसे मिलिट्री कोड कैसे दे रहा है। घटना की गंभीरता के कारण प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी इसकी समीक्षा की और डीजीसीए अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। वहीं, डीजीसीए ने एयरक्राफ्ट्स को ट्रांसपोर्डर कोर्ड के अलॉटमेंट सिस्टम कंप्यूटराइज्ड कर दिया ताकि इस तरह की मानवीय चूक दोबारा नहीं हो।


 


इलाहाबाद जंक्शन पर 16 ट्रेनें रद्द

आज इलाहाबाद जंक्शन आने वाली 16 ट्रेनें निरस्त


टूंडला जंक्शन में यार्ड री मॉडलिंग के चलते ट्रेनें रहेंगी निरस्त


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज! इलाहाबाद जंक्शन से दिल्ली रूट की तरफ चलने वाली 16 ट्रेनें रविवार को निरस्त रहेंगी। ऐसे में रविवार को अगर दिल्ली की ओर जाने का कार्यक्रम बन रहा है तो एक बार निरस्त ट्रेनों के संबंध में रेलवे की इनक्वायरी से संपर्क जरूर कर लिया जाए। ट्रेनों का निरस्तीकरण टूंडला यार्ड की रीमॉडलिंग की वजह से किया जा रहा है।


एनसीआर इलाहाबाद मंडल के टूंडला रेलवे स्टेशन के यार्ड में दो सितंबर से इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है। यह कार्य 17 नवंबर तक होना है। इस वजह से रेलवे द्वारा हर रोज कुछ ट्रेनें निरस्त की जा रही हैं। अब यहां 20 अक्तूबर को नॉन इंटर लॉकिंग कार्य होगा। इसी वजह से संबंधित स्टेशन से गुजरने वाली 16 ट्रेनें रविवार को निरस्त रहेंगी। यह सभी ट्रेनें इलाहाबाद जंक्शन से होकर गुजरती है!


मोदी के खिलाफ याचिका पर सुनवाई 23 को

नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव याचिका पर सुनवाई 23 को


प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दाखिल चुनाव याचिका पर उनकी तरफ से बहस पूरी हो गई है।अब कोर्ट ने याची राज बहादुर का पक्ष सुनने के लिए 23 अक्तूबर की तारीख लगाई है।
यह आदेश न्यायमूर्ति एमके गुप्ता ने याची की ओर से पक्ष प्रस्तुत करने के लिए समय मांगे जाने पर दिया।
सुनवाई के दौरान नरेंद्र मोदी के अधिवक्ता सत्यपाल जैन व संतोष जैन ने अपने तर्क में कहा कि याची को याचिका दाखिल करने का न्यायिक अधिकार ही नहीं है, क्योंकि याची ने उन शर्तों और औपचारिकताओं का पालन नहीं किया है, जो एक प्रत्याशी के लिए आवश्यक होती हैं। 
यह भी कहा कि तकनीकी खामियों को देखते हुए याचिका खारिज किए जाने योग्य है।


28 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा। माओवादियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाये जा रहे पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर 4 इनामी सहित 28 माओवादियों ने नवीन पुलिस कैम्प चिकपाल में पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा डॉ. अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित माओवादियों में मंगलू मुरकामी प्लॉट नंबर 26 का सदस्य, बामन कवासी कटेकल्याण एलओएस सदस्य, हांदा एलजीएस सदस्य ओडिय़ामे,  सीएनएन कमांडर तनु मरकाम, जनमिलिशिया सदस्य भीमा कुड़ामी, जोगो कवासी, बुधरा मंडावी जनमिलिशिया सदस्य एवं अन्य माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है!


बचत खाते पर घट जाएगी ब्याज दर

नई दिल्ली! भारतीय स्टेट बैंक(एसबीआई)ने कुछ नियमों में बदलाव करते हुए 1 नवंबर से सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज को घटाने जा रहा है। इससे SBI कस्टमर्स को जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज कम हो जाएगा।


SBI एक लाख रुपये तक की जमा राशि पर ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती करने जा रहा है। एक नवंबर से 1 लाख रुपये की राशि पर मिलने वाला ब्याज दर 3.50 फीसदी से घटकर 3.25 फीसदी हो गया जाएगा।


बता दें इसी तरह एसबीआई ने 1 साल से दो साल तक की मैच्योरिटी वाली रिटेल एफडी पर जमा दरों में 0.10 फीसदी की कटौती की है। इस कटौती के बाद ब्‍याज दर 6.50 फीसदी से घटकर 6.40 फीसदी रह गई है। एसबीआई में 2 करोड़ रुपये कम की डिपॉजिट रिटेल एफडी है।


सीलबंद, मुस्लिम पक्षकारों का जवाब

अयोध्या केस: मुस्लिम पक्ष ने सीलबंद लिफाफे में दिया जवाब, हिंदू पक्ष ने जताई आपत्ति


नई दिल्ली! अयोध्या विवाद पर सुनवाई खत्म हो चुकी है और 17 नवंबर तक फैसले की उम्मीद है। लेकिन उससे पहले सुप्रीम कोर्ट में मॉल्डिंग ऑफ रिलीफ के तहत विवाद से जुड़े सभी पक्षकारों ने अपना-अपना प्रस्ताव या यूं कहें कि जवाब सीलबंद लिफाफे में रख दिया है। हालांकि, सीलबंद लिफाफे में जवाब दाखिल करने पर हिंदू पक्षकारों ने आपत्ति भी जताई है।


रामलला विराजमान और हिंदू महासभा ने इस मामले में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सेकेट्री जरनल को पत्र लिखकर शिकायत की है। जिसमें उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने अपने आदेश में कहीं नहीं कहा कि मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर जवाब सील कवर में दाखिल किया जाए। ऐसे में सुन्नी वक्फ बोर्ड के जवाब को स्वीकार ना किया जाए और न ही इसे पांच सदस्यीय पीठ के सामने रखा जाए।


हिंदू पक्ष की ओर से निर्मोही अखाड़ा ने रामलला या किसी भी हिन्दू पक्षकार के पक्ष में फैसला होने पर अपने सेवायत अधिकार को बरकरार रखे जाने की बात कही है। विवादित भूमि पर मंदिर बनाने के साथ ही रामलला की सेवा पूजा और व्यवस्था की जिम्मेदारी का भी अधिकार हो। वहीं, रामलला विराजमान ने लिखा है कि राम मंदिर के लिए सारा क्षेत्र उसे दिया जाए। निर्मोही अखाड़ा या मुस्लिम पार्टियों को जमीन का कोई हिस्सा नहीं मिलना चाहिए।


हिंदू-मुस्लिम का खेल खेलना बंद करो

एंकर से बोली कमलेश तिवारी की मां “हिंदू-मुस्लिम का खेल खेलना बंद कर दो


लखनऊ! कमलेश तिवारी हत्याकांड को हिन्दू मुस्लिम बताने पर कमलेश तिवारी की मां ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने एबीपी चैनल के एक सवाल के जवाब में कहा की आप हिंदू-मुस्लिम करना बंद करें और हिम्मत है तो सरकार से सवाल करें, जो इस हत्या के लिए ज़िम्मेदार है। “आप सरकार से सवाल नहीं कर सकते, इसलिए मुझसे सवाल कर रहे हैं। आप सरकार से सवाल करेंगे तो आपका चैनल बंद हो जाएगा”।


इसके बाद सुमित अवस्थी ने कमलेश और उनके परिवार पर हिंदू-मुस्लिम कर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया। जिसपर कमलेश की माँ ने कहा, “हमने नहीं, आपने हिंदू-मुस्लिम शब्द को उठाया। आप किसको गुमराह कर रहे हो। हमने तो हिंदू-मुस्लिम की बात नहीं की और आप कह रहे हो कि हम हिंदू-मुस्लिम करके दंगा भड़काने चाहते हैं। किसको बेवकूफ बना रहे हो”।


वहीं कमलेश तिवारी की मां ने पुलिस के आरोपियों को गिरफ्तार कर लेने से संबंधित सवाल के जवाब में अविश्वास प्रकट करते हुए कहा कि किसी शरीफ को भी पकड़ लिए होंगे। सूली पर चढ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस बदमाशों को सुरक्षा देती है, शरीफों को पकड़ती है। उन्होंने किसी बेगुनाह सजा न देने और हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की!


भूस्खलन में तीन घायल दो लापता

देहरादून। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के अन्तर्गत चंडिकाधार के पास भूस्खलन होने से तीन घायल हो गए और दो लापता हुए हैं। उक्त पांच लोग दो बाइक पर सवार थे। हादसा शनिवार देररात का बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी गुप्तकाशी में भर्ती कराया है। वहीं लापता दो लोगों की तलाश में आपदा प्रबन्धन टीम, एसडीआरएफ व पुलिस जुटी हुई है।


संचालित आतंकी शिविरों पर किया हमला

नई दिल्ली । भारत ने जम्मू-कश्मीर में सरहद पार से हो रही घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा सैन्य कदम उठाया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर (पीओके) में चल रहे आतंकवादी शिविरों पर हमले किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर आतंकवादियों की भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना ने आर्टिलरी गन का प्रयोग करते हुए यह कार्रवाई घुसपैठ रोकने के लिए की है। तंगधार सेक्टर में पाकिस्तान के संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के बाद की गई भारतीय सेना की कार्रवाई से घुसपैठ के लिए आमादा आतंकवादी पीछे हटने पर विवश हो गए हैं।


निर्णय लेने की क्षमता कम हो सकती है:धनु

राशिफल


मेष-धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। कारोबार में वृद्धि होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद से बचें। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र में वृद्धि होगी।


वृश-चोट व दुर्घटना से हानि तथा पीड़ा का योग बनता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें, क्लेश हो सकता है। पार्टनरों से मतभेद हो सकता है। शारीरिक‍ शिथिलता रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न उठाएं।


मिथुन-कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में अधिकारी वर्ग प्रसन्नता जाहिर करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश इत्यादि मनोनुकूल लाभ देंगे। पारिवारिक सहयोग मिलने से प्रसन्नता, उत्साह व संतुष्टि रहेंगे। कुसंगति से बचें। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है।


कर्क-स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों से सहयोग प्राप्त होगा। कोई कारोबारी बड़ा सौदा लाभ दे सकता है। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। जल्दबाजी न करें।


सिंह-शत्रु परास्त होंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ प्राप्त होगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है। काम में मन लगेगा। नौकरी में कोई नया काम कर पाएंगे। प्रमाद न करें।


कन्या-बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। उत्साह में कमी रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दौड़धूप अधिक रहेगी। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। अपने काम पर ध्यान दें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी।


तुला-व्यापार-व्यवसाय में लाभ के योग हैं। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। नौकरी मे प्रभाव बढ़ेगा। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उत्साह वृद्धि होगी। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। धनार्जन सुगम होगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।


वृश्चिक-घर में मेहमानों का आगमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में चैन रहेगा। नए मित्र बनेंगे। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम न लें।


धनु-आशंका-कुशंका के चलते निर्णय लेने की क्षमता कम हो सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति के योग हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में पदोन्नति संभव है। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह से काम कर पाएंगे। अच्‍छी खबरें प्राप्त होंगी।


मकर-वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। बड़ों की सलाह मानें, लाभ होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कानूनी अड़चन से सामना हो सकता है। हड़बड़ी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। चिंता बनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


कुंभ-यात्रा लाभदायक रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्ति के योग हैं, प्रयास करें। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह तथा प्रसन्नता से काम कर पाएंगे। थकान व कमजोरी रह सकती है। व्यस्तता रहेगी। जीवन सुखमय बीतेगा।


मीन-मित्रों तथा संबंधियों का सहयोग कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। नए काम मिलेंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। नए लोगों से परिचय होगा। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। घर-परिवार की चिंता रहेगी।


इथोपिया से आई है कॉफी

यह माना जाता है कि कॉफ़ी का पौधा सबसे पहले ६०० ईस्वी में इथियोपिया के कफ़ा प्रांत में खोजा गया था। एक दंतकथा के अनुसार एक आलसभरी दोपहर को यह निराला पौधा कलड़ी नामक इथियोपियाई गड़रिये की नज़र में तब आया, जब उसने अपने पशुओं के व्यवहार में अचानक चुस्ती और फुर्ती देखी। सारी भेड़ें एक पौधे के गहरे लाल रंग के बीजों को चर रही थीं, जिसके बाद वे पहले से ज़्यादा ऊर्जावान और आनंदित लग रहीं थीं। कलड़ी ने स्वयं भी कुछ बीज खाकर देखे और जल्द ही उसे भी अपनी भेड़ों की तरह अपने भीतर एक ऊर्जा और शक्ति का अनुभव हुआ।


कॉफी के प्रकार
कॉफी कई प्रकार की होती है। एस्प्रेसो- जिसे इसे बनाने के लिये, कड़क ब्लैक कॉफ़ी को एक एस्प्रेसो मशीन में भाप को गहरे-सिंके हुए तेज़ गंध वाले कॉफ़ी के दानों के बीच से निकालकर तैयार किया जाता है। इसकी सतह पर सुनहरे-भूरे क्रीम के (झाग) होते हैं। कैपेचीनो- गरम दूध और दूध की क्रीम की समान मात्रा से मिलकर बनती है। कैफ़े लैट्टे कैफ़ै लैट्टे में एक भाग एस्प्रेसो का एक शॉट और तीन भाग गर्म दूध होता है। इतालवी में लैट्टे का अर्थ दूध होता है। जिसके कारण इसका यह नाम पड़ा है। फ़्रैपी- ठंडी एस्प्रेसो होती है, जिसे बर्फ़ के साथ एक लंबे गिलास में पेश किया जाता है और अगर इसमें दूध भी मिलाया जा सकती हैं। दक्षिण भारतीय फ़िल्टर कॉफ़ी को दरदरी पिसी हुई, हल्की गहरी सिंकी हुई कॉफ़ी अरेबिका से बनाया जाता है। इसके साथ पीबेरी के दानों को सबसे अधिक पसंद किया जाता है। इसे परोसने किए जाने के पहले एक पारंपरिक धातु के कॉफ़ी फ़िल्टर में घंटों तक रिसा कर अथवा टपकाकर तैयार किया जाता है। इस्टेंट कॉफ़ी (या सॉल्यूबल कॉफ़ी) को कॉफ़ी के द्रव को बहुत कम तापमान पर छिड़काव कर सुखाया जाता है। फिर उसे घुलनशील पाउडर या कॉफ़ी के दानों में बदलकर इंस्टेंट कॉफ़ी तैयार की जाती है। मोचा या मोचाचिनो, कैपेचिनो और कैफ़े लैट्टे का मिश्रण है जिसमें चॉकलेट सिरप या पाउडर मिलाया जाता है। यह कई प्रकार में उपलब्ध होती है। ब्लैक कॉफ़ी टपकाकर तैयार की गई छनी हुई या फ़्रेंच प्रेस शैली की कॉफ़ी है जो बिना दूध मिलाए सीधे सर्व की जाती है। आइस्ड कॉफ़ी में सामान्य कॉफ़ी को बर्फ़ के साथ और कभी-कभी दूध और शक्कर मिलाकर परोसा जाता है।


गोल्डन बर्ड (कहानी)

हर साल, एक राजा के सेब के पेड़ को रात के दौरान एक सुनहरा सेब लूट लिया जाता है। वह अपने माली के बेटों को देखने के लिए सेट करता है, और हालांकि पहले दो सो जाते हैं, सबसे छोटा जागता रहता है और देखता है कि चोर एक सुनहरा पक्षी है। वह इसे शूट करने की कोशिश करता है, लेकिन केवल एक पंख मारता है।


पंख इतना मूल्यवान है कि राजा तय करता है कि उसके पास पक्षी होना चाहिए। वह अपने माली के तीन बेटों को भेजता है, एक के बाद एक अनमोल सुनहरे पक्षी को पकड़ने के लिए। बेटों में से प्रत्येक एक बात करने वाले लोमड़ी से मिलता है, जो उन्हें अपनी खोज के लिए सलाह देता है: एक उज्ज्वल रोशनी और मेरी पर एक बुरा सराय चुनने के लिए। पहले दो बेटे सलाह को नजरअंदाज करते हैं और सुखद सराय में अपनी खोज को छोड़ देते हैं।


तीसरा बेटा लोमड़ी की बात मानता है, इसलिए लोमड़ी उसे सलाह देती है कि वह चिड़िया को अपने महल के लकड़ी के पिंजरे में ले जाए जिसमें वह रहता है, बजाय इसके कि वह इसे सुनहरी पिंजरे में रखे। लेकिन वह अवज्ञा करता है, और सुनहरी चिड़िया महल पर कब्जा कर लेती है, जिसके परिणामस्वरूप उसे पकड़ लिया जाता है। उन्हें अपने जीवन को बख्शने की शर्त के रूप में सुनहरे घोड़े के बाद भेजा जाता है। लोमड़ी उसे एक सुनहरी के बजाय चमड़े की काठी का उपयोग करने की सलाह देती है, लेकिन वह फिर से विफल हो जाती है। उसे स्वर्ण महल से राजकुमारी के बाद भेजा जाता है। लोमड़ी उसे सलाह देती है कि वह उसे उसके माता-पिता से विदाई न दे, लेकिन वह अवज्ञा करती है, और राजकुमारी के पिता उसे अपने जीवन की कीमत के रूप में एक पहाड़ी को हटाने का आदेश देते हैं।


लोमड़ी इसे हटा देती है, और फिर, जैसा कि वे बाहर सेट करते हैं, वह राजकुमार को सलाह देता है कि उसने जो कुछ भी जीता है उसे कैसे रखा जाए। यह तब राजकुमार को इसे शूट करने और उसके सिर को काटने के लिए कहता है। जब राजकुमार मना कर देता है, तो यह उसे फांसी का मांस खरीदने और नदियों के किनारे बैठने के खिलाफ चेतावनी देता है।


उसे पता चलता है कि उसके भाई, जो इस बीच पाप कर रहे हैं और पाप कर रहे हैं, उन्हें फाँसी पर चढ़ा दिया जाता है (फांसी पर चढ़ा दिया जाता है) और अपनी आज़ादी खरीदता है। उन्हें पता चलता है कि उसने क्या किया है। जब वह एक नदी के किनारे पर बैठता है, तो वे उसे अंदर धकेल देते हैं। वे चीजों और राजकुमारी को ले जाते हैं और उन्हें अपने पिता के पास ले आते हैं। हालाँकि, पक्षी, घोड़ा और राजकुमारी सभी सबसे छोटे बेटे के लिए दुःखी हैं। लोमड़ी ने राजकुमार को बचाया। जब वह अपने पिता के महल में लौटता है, तो वह भिखारी के कपड़े पहने होता है, चिड़िया, घोड़ा और राजकुमारी सभी उसे उस आदमी के रूप में पहचानते हैं जो उन्हें जीता है, और फिर से हंसमुख हो जाता है। उसके भाइयों को मार डाला जाता है, और वह राजकुमारी से शादी कर लेता है।


अंत में, तीसरे बेटे ने जीव के अनुरोध पर लोमड़ी के सिर और पैरों को काट दिया। लोमड़ी एक आदमी, राजकुमारी के भाई होने का पता चला है।


संपूर्ण विश्व में व्याप्त है मूली

मूली वा मूलक भूमी के अन्दर पैदा होने वाली सब्ज़ी है। वस्तुतः यह एक रूपान्तिरत प्रधान जड़ है जो बीच में मोटी और दोनों सिरों की ओर क्रमशः पतली होती है। मूली पूरे विश्व में उगायी एवं खायी जाती है। मूली की अनेक प्रजातियाँ हैं जो आकार, रंग एवं पैदा होने में लगने वाले समय के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है। कुछ प्रजातियाँ तेल उत्पादन के लिये भी उगायी जाती है।


मूली से घरेलू चिकित्सा 
मूली कच्ची खायें या इस के पत्तों की सब्जी बनाकर खाएं, हर प्रकार से बवासीर में लाभदायक है। गुर्दे की खराबी से यदि पेशाब का बनना बन्द हो जाए तो मूली का रस दो औंस प्रति मात्रा पीने से वह फिर बनने लगता है। मूली खाने से मधुमेह में लाभ होता है। एक कच्ची मूली नित्य प्रातः उठते ही खाते रहने से कुछ दिनों में पीलिया रोग ठीक हो जाता है। गर्मी के प्रभाव से खट्टी डकारें आती हो तो एक कप मूली के रस में मिश्री मिलाकर पीने से लाभ होता है। मासिक धर्म की कमी के कारण लड़कियों के यदि मुहाँसे निकलते हों तो प्रातः पत्तों सहित एक मूली खाने से रक्त शोध हो जाता हैै!


पुरातन फलों में अंजीर

अंजीर मध्यसागरीय क्षेत्र और दक्षिण पश्चिम एशियाई मूल की एक पर्णपाती झाड़ी या एक छोटे पेड़ है जो पाकिस्तान से यूनान तक पाया जाता है। इसकी लंबाई ३-१० फुट तक हो सकती है। अंजीर विश्व के सबसे पुराने फलों मे से एक है। यह फल रसीला और गूदेदार होता है। इसका रंग हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैंगनी हो सकता है। अंजीर अपने सौंदर्य एवं स्वाद के लिए प्रसिद्ध अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहु उपयोगी फल है। यह विश्व के ऐसे पुराने फलों में से एक है, जिसकी जानकारी प्राचीन समय में भी मिस्त्र के फैरोह लोगों को थी। आजकल इसकी पैदावार ईरान, मध्य एशिया और अब भूमध्यसागरीय देशों में भी होने लगी है। प्राचीन यूनान में यह फल व्यापारिक दृष्टि से इतना महत्त्वपूर्ण था और इसके निर्यात पर पाबंदी थी। आज विश्व का सबसे पुराना अंजीर का पेड़ सिसली के एक बगीचे में है।[1]


अंजीर का वृक्ष छोटा तथा पर्णपाती (पतझड़ी) प्रकृति का होता है। तुर्किस्तान तथा उत्तरी भारत के बीच का भूखंड इसका उत्पत्ति स्थान माना जाता है। भूमध्यसागरीय तट वाले देश तथा वहाँ की जलवायु में यह अच्छा फलता-फूलता है। निस्संदेह यह आदिकाल के वृक्षों में से एक है और प्राचीन समय के लोग भी इसे खूब पसंद करते थे। ग्रीसवासियों ने इसे कैरिया (एशिया माइनर का एक प्रदेश) से प्राप्त किया; इसलिए इसकी जाति का नाम कैरिका पड़ा। रोमवासी इस वृक्ष को भविष्य की समृद्धि का चिह्न मानकर इसका आदर करते थे। स्पेन, अल्जीरिया, इटली, तुर्की, पुर्तगाल तथा ग्रीस में इसकी खेती व्यावसायिक स्तर पर की जाती है।


नाशपाती के आकार के इस छोटे से फल की अपनी कोई विशेष तेज़ सुगंध नहीं पर यह रसीला और गूदेदार होता है। रंग में यह हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैंगनी हो सकता है। छिलके के रंग का स्वाद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता पर इसका स्वाद इस बात पर निर्भर करता है कि इसे कहाँ उगाया गया है और यह कितना पका है। इसे पूरा का पूरा छिलका बीज और गूदे सहित खाया जा सकता है। घरेलू उपचार में ऐसा माना जाता है कि स्थाई रूप से रहने वाली कब्ज़ अंजीर खाने से दूर हो जाती है। जुकाम, फेफड़े के रोगों में पाँच अंजीर पानी में उबाल कर छानकर यह पानी सुबह-शाम पीना चाहिए। दमा जिसमे कफ (बलगम) निकलता हो उसमें अंजीर खाना लाभकारी है इससे कफ बाहर आ जाता है। कच्चे अंजीरों को कमरे के तापमान पर रख कर पकाया जा सकता है लेकिन उसमें स्वाभाविक स्वाद नहीं आता। घरेलू उपचारों में अंजीर का विभिन्न प्रकार से प्रयोग किया जाता है।


रंगो का जीवन में अधिकार

रंग हज़ारों वर्षों से हमारे जीवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। यहाँ आजकल कृत्रिम रंगों का उपयोग जोरों पर है वहीं प्रारंभ में लोग प्राकृतिक रंगों को ही उपयोग में लाते थे। उल्लेखनीय है कि मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की खुदाई में सिंधु घाटी सभ्यता की जो चीजें मिलीं उनमें ऐसे बर्तन और मूर्तियाँ भी थीं, जिन पर रंगाई की गई थी। उनमें एक लाल रंग के कपड़े का टुकड़ा भी मिला। विशेषज्ञों के अनुसार इस पर मजीठ या मजिष्‍ठा की जड़ से तैयार किया गया रंग चढ़ाया गया था। हजारों वर्षों तक मजीठ की जड़ और बक्कम वृक्ष की छाल लाल रंग का मुख्‍य स्रोत थी। पीपल, गूलर और पाकड़ जैसे वृक्षों पर लगने वाली लाख की कृमियों की लाह से महाउर रंग तैयार किया जाता था। पीला रंग और सिंदूर हल्दी से प्राप्‍त होता था।


रंगों की तलाश 
क़रीब सौ साल पहले पश्चिम में हुई औद्योगिक क्रांति के फलस्‍वरूप कपड़ा उद्योग का तेजी से विकास हुआ। रंगों की खपत बढ़ी। प्राकृतिक रंग सीमित मात्रा में उपलब्ध थे इसलिए बढ़ी हुई मांग की पूर्ति प्राकृतिक रंगों से संभव नहीं थी। ऐसी स्थिति में कृत्रिम रंगों की तलाश आरंभ हुई। उन्हीं दिनों रॉयल कॉलेज ऑफ़ केमिस्ट्री, लंदन में विलियम पार्कीसन एनीलीन से मलेरिया की दवा कुनैन बनाने में जुटे थे। तमाम प्रयोग के बाद भी कुनैन तो नहीं बन पायी, लेकिन बैंगनी रंग ज़रूर बन गया। महज संयोगवश 1856 में तैयार हुए इस कृत्रिम रंग को मोव कहा गया। आगे चलकर 1860 में रानी रंग, 1862 में एनलोन नीला और एनलोन काला, 1865 में बिस्माई भूरा, 1880 में सूती काला जैसे रासायनिक रंग अस्तित्त्व में आ चुके थे। शुरू में यह रंग तारकोल से तैयार किए जाते थे। बाद में इनका निर्माण कई अन्य रासायनिक पदार्थों के सहयोग से होने लगा। जर्मन रसायनशास्त्री एडोल्फ फोन ने 1865 में कृत्रिम नील के विकास का कार्य अपने हाथ में लिया। कई असफलताओं और लंबी मेहनत के बाद 1882 में वे नील की संरचना निर्धारित कर सके। इसके अगले वर्ष रासायनिक नील भी बनने लगा। इस महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए बइयर साहब को 1905 का नोबेल पुरस्कार भी प्राप्‍त हुआ था।


मुंबई रंग का काम करने वाली कामराजजी नामक फर्म ने सबसे पहले 1867 में रानी रंग (मजेंटा) का आयात किया था। 1872 में जर्मन रंग विक्रेताओं का एक दल एलिजिरिन नामक रंग लेकर यहाँ आया था। इन लोगों ने भारतीय रंगरेंजों के बीच अपना रंग चलाने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए। आरंभ में उन्होंने नमूने के रूप में अपने रंग मुफ़्त बांटे। बाद में अच्छा ख़ासा ब्याज वसूला। वनस्पति रंगों के मुक़ाबले रासायनिक रंग काफ़ी सस्ते थे। इनमें तात्कालिक चमक-दमक भी खूब थी। यह आसानी से उपलब्ध भी हो जाते थे। इसलिए हमारी प्राकृतिक रंगों की परंपरा में यह रंग आसानी से क़ब्ज़ा जमाने में क़ामयाब हो गए।


आदि-अनंत संगीत का इतिहास

प्रगैतिहासिक काल से ही भारत में संगीत की समृद्ध परम्परा रही है। गिने-चुने देशों में ही संगीत की इतनी पुरानी एवं इतनी समृद्ध परम्परा पायी जाती है। ऐसा जान पड़ता है कि भारत में भरत के समय तक गान को पहले केवल गीत कहते थे। वाद्य में जहाँ गीत नहीं होता था, केवल दाड़ा, दिड़दिड़ जैसे शुष्क अक्षर होते थे, वहाँ उस निर्गीत या बहिर्गीत कहते थे और नृत्त अथवा नृत्य की एक अलग कला थी। किंतु धीरे धीरे गान, वाद्य और नृत्य तीनों का "संगीत" में अंतर्भाव हो गया - गीतं वाद्यं तथा नृत्यं त्रयं संगतमुच्यते।


भारत से बाहर अन्य देशों में केवल गीत और वाद्य को संगीत में गिनते हैं; नृत्य को एक भिन्न कला मानते हैं। भारत में भी नृत्य को संगीत में केवल इसलिए गिन लिया गया कि उसके साथ बराबर गीत या वाद्य अथवा दोनों रहते हैं। हम ऊपर कह चुके हैं कि स्वर और लय की कला को संगीत कहते हैं। स्वर और लय गीत और वाद्य दोनों में मिलते हैं, किंतु नृत्य में लय मात्र है, स्वर नहीं। हम संगीत के अंतर्गत केवल गीत और वाद्य की चर्चा करेंगे, क्योंकि संगीत केवल इसी अर्थ में अन्य देशों में भी व्यवहृत होता है।


भारतीय संगीत में यह माना गया है कि संगीत के आदि प्रेरक शिव और सरस्वती है। इसका तात्पर्य यही जान पड़ता है कि मानव इतनी उच्च कला को बिना किसी दैवी प्रेरणा के, केवल अपने बल पर, विकसित नहीं कर सकता।


भारतीय संगीत का आदि रूप वेदों में मिलता है। वेद के काल के विषय में विद्वानों में बहुत मतभेद है, किंतु उसका काल ईसा से लगभग 2000 वर्ष पूर्व था - इसपर प्राय: सभी विद्वान् सहमत है। इसलिए भारतीय संगीत का इतिहास कम से कम 4000 वर्ष प्राचीन है।


वेदों में वाण, वीणा और कर्करि इत्यादि तंतु वाद्यों का उल्लेख मिलता है। अवनद्ध वाद्यों में दुदुंभि, गर्गर इत्यादि का, घनवाद्यों में आघाट या आघाटि और सुषिर वाद्यों में बाकुर, नाडी, तूणव, शंख इत्यादि का उल्लेख है। यजुर्वेद में 30वें कांड के 19वें और 20वें मंत्र में कई वाद्य बजानेवालों का उल्लेख है जिससे प्रतीत होता है कि उस समय तक कई प्रकार के वाद्यवादन का व्यवसाय हो चला था।


संसार भर में सबसे प्राचीन संगीत सामवेद में मिलता है। उस समय "स्वर" को "यम" कहते थे। साम का संगीत से इतना घनिष्ठ संबंध था कि साम को स्वर का पर्याय समझने लग गए थे। छांदोग्योपनिषद् में यह बात प्रश्नोत्तर के रूप में स्पष्ट की गई है। "का साम्नो गतिरिति? स्वर इति होवाच" (छा. उ. 1। 8। 4)। (प्रश्न "साम की गति क्या है?" उत्तर "स्वर"। साम का "स्व" अपनापन "स्वर" है। "तस्य हैतस्य साम्नो य: स्वं वेद, भवति हास्य स्वं, तस्य स्वर एव स्वम्" (बृ. उ. 1। 3। 25) अर्थात् जो साम के स्वर को जानता है उसे "स्व" प्राप्त होता है। साम का "स्व" स्वर ही है।


वैदिक काल से प्रारम्भ भारतीय संगीत की परम्परा निरन्तर फलती-फूलती और समृद्ध होती रही। इस पर सैकड़ों ग्रन्थ लिखे गये।


महर्षि वशिष्ठ का राष्ट्रवाद उपदेश

गतांक से...
 मेरे प्यारे मैं तुम्हें विशेष चर्चा प्रकट करने नहीं आया हूं! मैं व्याख्याता नहीं हूं! मैं तो सूक्ष्म सा परिचय देने चलाता हूं कि गुरु शिष्यों का इस प्रकार का संवाद रहा है! उस संवाद का परिणाम यह होता है कि वह राष्ट्र को नहीं चाहते, वह केवल कर्तव्य वाद को चाहते हैं! जो कर्तव्य वादी होते हैं वही तो संसार को उन्नत बनाते हैं! मुनिवर, हम अपने में अपनेपन को जानते हुए और अपनी इंद्री वर्णस्सुतम्, अपनी इंद्रियों के विषयों को जानते हुए! इस सागर से हृदय में प्रवेश होते हुए और वही हृदय का मिलान परमात्मा के हृदय से आह्वान होने से प्राप्त होता है! आज का विचार यह कह रहा है कि हम परमपिता परमात्मा की आराधना करते हुए! देव की महिमा का गुणगान गाते हुए इस संसार सागर से पार हो जाए! क्योंकि राष्ट्रवाद अपने में महान-पवित्रत्तव कहलाता है आज का वाक्य उच्चारण करने का अभिप्राय यह है कि राजा के राष्ट्र में विज्ञान भी इतना उधरवा में होना चाहिए! जिस विज्ञान को जानकर के संसार सागर से पार हो जाए! मेरे प्यारे विज्ञान एक नहीं अपने पूर्वजों का दर्शन करना है! विज्ञान के माध्यम से ही राष्ट्र की रक्षा करनी है! विज्ञान के माध्यम से ही अपनी क्रियाकलापों में तत्पर रहना है! विज्ञान के माध्यम से ही नाना प्रकार के यंत्रों का निर्माण करते हुए वह नाना प्रकार के लोक लोकांतरो का यात्री बन जाता है! यह है बेटा आज का वाक्य अब समय मिलेगा तो मैं तुम्हें शेष चर्चाएं कल प्रकट करूंगा! आज का वाक्य समाप्त होता है! अब वेदों का पठन-पाठन होगा!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 21, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-78 (साल-01)
2. सोमवार ,21 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष, तिथि- अष्टमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:18,सूर्यास्त 06:00
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै.,अधिकतम-30+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...