सोमवार, 25 अप्रैल 2022

नगर आयुक्त ने मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए

नगर आयुक्त ने मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए   

अश्वनी उपाध्याय        

गाजियाबाद। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने गोविंदपुरम में खुले मेनहोल में एक बच्ची के गिरने की खबर मिलते ही तत्काल मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए। इस घटना में बच्ची को गाजियाबाद नगर निगम तथा जन सहयोग से बाहर निकाला गया किसी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई है। नगर आयुक्त ने इस घटना से संबंधित अधिकारी को शहर में काम कर रही कंपनी वन सिटी वन ऑपरेटर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए साथ ही अधिकारियों को पूरे शहर में इस प्रकार की समस्या का निस्तारण करने हेतु निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।

एमएनए महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि शहर वासियों के सहयोग हेतु गाजियाबाद नगर निगम हर प्रकार से हमेशा तत्पर रहता है।  शहर वासियों से अपील की गई है कि इस प्रकार की कोई भी समस्या अगर देखने में आती है तो तत्काल गाजियाबाद नगर निगम संबंधित विभाग में सूचित करें तथा कार्यवाही में सहयोग प्रदान करें।

आईएएस अफसरों की नवीन पदस्थापना, आदेश

आईएएस अफसरों की नवीन पदस्थापना, आदेश 

दुष्यंत टीकम 
रायपुर। राज्य शासन ने सोमवार को कई भारतीय प्रशासनिक सेवा अफसरों की नवीन पदस्थापना के आदेश जारी किए हैं। जारी सूची के अनुसार 1992 बैच के सुब्रत साहू अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री तथा अतिरिक्त प्रभार अपर मुख्य सचिव गृह एवं जेल विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग (रेल परियोजनाएं) अपर मुख्य सचिव आवास एवं पर्यावरण ,अध्यक्ष छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को केवल अपर मुख्य सचिव गृह एवं जेल विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव वन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। 
इनका शेष प्रभार यथावत रहेगा। 
वही 1994 बैच के मनोज कुमार पिंगुआ प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रम विभाग तथा अतिरिक्त प्रभार विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी सह निवेश आयुक्त छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम सीएसआईडीसी मुख्यालय दिल्ली प्रमुख सचिव वन विभाग प्रमुख आवासीय आयुक्त छत्तीसगढ़ भवन नई दिल्ली को केवल प्रमुख सचिव वन विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करते हुए प्रमुख सचिव गृह और जेल विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
साथ ही 2006 बैच के आईएएस भारती दासन जिनके पास सचिव मुख्यमंत्री तथा अतिरिक्त प्रभार सचिव कृषि ,नोडल अधिकारी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी और छत्तीसगढ़ गोधन योजना को केवल कृषि विभाग नोडल अधिकारी ,नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी एवं छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करते हुए सचिव स्कूल शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।गौरव कुमार सिंह कलेक्टर जिला सूरजपुर को कलेक्टर मुंगेली के पद पर पदस्थ किया गया है।

हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं

हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं  

कविता गर्ग  

मुंबई। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर उत्पन्न हुए राजनीतिक विवाद के बीच शिवसेना ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं।
शिवसेना ने दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था।
गौरतलब है कि राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था।

मराठी दैनिक पत्र में आरोप लगाया गया कि राणा दम्पति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं। सम्पादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए।
सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा है, क्योंकि इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे हैं।

राज्य में हनुमान चालीसा के पाठ पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मातोश्री के बाहर इसे करने की जिद क्यों थी?’’
दैनिक पत्र में कहा गया, ‘‘ भाजपा द्वारा फैलाई अराजकता का समर्थन नहीं किया जाएगा। हिंदुत्व एक संस्कृति है, अराजकता नहीं।’’
मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया। रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया था।

शिवसेना ने आरोप लगाया कि नवनीत राणा ने अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया था।
सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं।

नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है।’’
शिवसेना ने कहा, ‘‘ अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है।’’
पार्टी ने दावा किया कि नवनीत राणा ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसी ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ पार्टियों की मदद से 2019 का चुनाव जीता था, लेकिन अब वह भाजपा के खेमे में शामिल हो गई हैं।
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए मराठी दैनिक पत्र में कहा गया कि सभी को एक प्रस्ताव दिया जा रहा है कि ठाकरे सरकार के बारे में कुछ भी बुरा बोलें और केंद्रीय बलों की सुरक्षा पाएं।
गौरतलब है कि नवनीत राणा को हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र कर्मियों से लैस वीआईपी सुरक्षा प्रदान की थी।

हिंदू धर्म में 'वरुथिनी एकादशी' का महत्व, जानिए

हिंदू धर्म में 'वरुथिनी एकादशी' का महत्व, जानिए   

सरस्वती उपाध्याय 

हिंदू धर्म में प्रचलित वरुथिनी एकादशी श्री हरिविष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से कई वर्षों के तप और कन्या दान करने के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यह व्रत रखने से मनुष्य के सभी दुख दूर हो जाते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। वरुथिनी एकादशी का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। वरुथिनी एकादशी पवित्र बैसाख महीने में आती है, तो आइए भक्त को सभी दुखों से मुक्ति दिलाने वाली वरुथिनी एकादशी व्रत की पूजा-विधि और महत्व के बारे में बताते हैं।

जानें, वरुथिनी एकादशी के बारे में...

हिंदू धर्म में प्रचलित वरुथिनी एकादशी श्री हरिविष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से कई वर्षों के तप और कन्या दान करने के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यह व्रत रखने से मनुष्य के सभी दुख दूर हो जाते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। इस साल वरुथिनी एकादशी 26 अप्रैल को पड़ रही है। दरिद्रता, दुख और दुर्भाग्य दूर करने हेतु एकादशी तिथि पर आप भी इस व्रत कथा का श्रवण कर सकते हैं।

वरुथिनी एकादशी है विशेष...

वरुथिनी एकादशी व्रत से प्राप्त होने वाला फल विशेष होता है। यह फल सूर्य ग्रहण के दौरान किए गए दान के समान होता है। इस व्रत के प्रभाव से सभी दुखी प्राणियों को सुख मिलता है तथा राजा को स्वर्ग प्राप्त होता है। वरुथिनी एकादशी में वरुथिनी शब्द संस्कृत भाषा के वरूथिन से बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है प्रतिरक्षक या कवच। पंडितों की मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी व्रत करने से विष्णु भगवान भक्तों की सभी प्रकार के संकट से रक्षा करते हैं।

वरुथिनी एकादशी से जुड़ी कथा...

प्राचीन काल में वरुथिनी एकादशी से जुड़े एक कथा प्रचलित है। इस कथा के अनुसार नर्मदा नदी के किनारे मांधाता नाम के राजा राज्य करते थे। राजा मांधाता बहुत दानी और तपस्वी स्वभाव के थे। एक बार वह राजा जंगल में तपस्या कर रहे थे। उसी समय एक भालू आया और वह राजा के पैर खाने लगा। लेकिन राजा तपस्या में लीन थे। इसलिए उन्होंने भालू को कुछ नहीं कहा और विष्णु भगवान को याद करने लगे। इस प्रकार विष्णु भगवान प्रकट हुए और उन्होंने राजा को भालू से बचा लिया। लेकिन जब तक विष्णु भगवान ने राजा को बचाया तब तक भालू ने राजा के पैरो को बहुत जख्मी कर दिया था। राजा मांधता के पैरों को बहुत नुकसान हो गया। तब विष्णु भगवान ने राजा को वृंदावन जाकर वरुथिनी एकादशी करने के कहा। वरुथिनी एकादशी व्रत के प्रभाव से राजा के पैर पहले की तरह ठीक हो गए। 

'वरुथिनी एकादशी' का महत्व...

हिंदू धर्म में वरुथिनी एकादशी का खास महत्व होता है। इस एकादशी को सौभाग्य और पुण्य प्रदान करने वाला कहा गया है। इस व्रत को करने से सारे पाप और कष्ट मुक्त हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी व्रत का प्रभाव कन्या दान से मिलने वाले फल के समान होता है। हिन्दू धर्म में वरुथिनी एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। इसलिए वरुथिनी एकादशी व्रत में सावधानी बरतें। इस दिन व्रती कई प्रकार के नियमों का पालन करना चाहिए। इसमें व्यक्ति सत्य बोलें और झूठ से बचें। एकादशी के दिन क्रोध न करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। साथ ही कांसे के बर्तन में फलाहार न करें। व्रत के दिन जुआ नहीं खेलना चाहिए। इसके अलावा एकादशी के दिन पान नहीं खाएं और दातुन का प्रयोग न करें। जो भक्त एकादशी का व्रत नहीं करते हैं, उऩ्हें एकादशी के दिन चावल नहीं खाने चाहिए।

'एकादशी व्रत' की पूजा-विधि...

वरूथिनी एकादशी की पूजा बहुत विशेष होती है। इस दिन भगवान मधुसूदन और विष्णु के वराह अवतार की पूजा होती है। एकादशी व्रत में उपवास तो एकादशी के दिन रखा जाता है। लेकिन दशमी की रात से ही सावधानीपूर्वक व्रती को भोजन त्याग देना चाहिए। साथ ही दशमी के दिन से ही व्रत के नियमों का पालन प्रारम्भ कर देना चाहिए। इसके लिए दशमी के दिन मसूर की दाल और बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा दशमी के दिन केवल एक बार ही भोजन ग्रहण करें। दशमी के दिन भोजन हमेशा सात्विक करें। वरुथिनी एकादशी के दिन सुबह जल्‍दी उठें। प्रातः नित्य कर्म से निवृत हो कर घर की साफ-सफाई करें और स्नान कर साफ कपड़े पहनें। उसके बाद व्रत करने का संकल्प करें। घर के मंदिर की साफ-सफाई करें। उसके बाद विष्णु भगवान के वराह अवतार की पूजा करें। पूजा के दौरान वरुथिनी एकादशी व्रत की कथा पढ़े और प्रसाद चढ़ाकर भगवान से प्रार्थना करें। एकादशी की रात में सोएं नहीं बल्कि रात्रि जागरण में कीर्तन करें। पंडितों का मानना है कि द्वादशी के दिन ब्राह्मण को भोजन करा कर दान दें। उसके बाद पारण करें।

पाक: गर्मी के मौसम में 'लोड शेडिंग' की समस्या बढ़ीं

पाक: गर्मी के मौसम में 'लोड शेडिंग' की समस्या बढ़ीं 

अखिलेश पांडेय          

इस्लामाबाद। गर्मी में पाकिस्तान के कई शहरों में रोजोना 8 से 15 घंटे बिजली गुल हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के शहर कराची, लाहौर, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, मुल्तान, बदीन, स्वात सहित कई अन्य शहरों में बिजली संकट की परेशानी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान की नई सरकार भी जनता की परेशानी दूर करने में नाकाम हो रही है। गर्मी के भीषण मौसम में लोड शेडिंग की समस्या बढ़ती जा रही है और लोगों को इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक, गर्मी में पाकिस्तान के कई शहरों में रोजोना 8 से 15 घंटे बिजली गुल हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के शहर कराची, लाहौर, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, मुल्तान, बदीन, स्वात सहित कई अन्य शहरों में बिजली संकट की परेशानी बढ़ती जा रही है। यहां लंबे समय तक लोड शेडिंग हो रही है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही हैं।

रमजान के महीने में लोगों को अपनी सेहरी और इफ्तार अंधेरे में करने को मजबूर होना पड़ रहा है। कराची के कई इलाकों में 15 घंटे तक लोड शेडिंग की खबर सामने आई है। शहर के लोड शेडिंग मुक्त क्षेत्रों में भी बिजली की कटौती देखने को मिल रही है। कई इलाकों में लोड शेडिंग की अवधि 8 से बढ़ाकर 15 घंटे कर दी गई है। के इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता के मुताबिक, राष्ट्रीय ग्रिड से 300 मेगावट की कमी के कारण यह बिजली आपूर्ति में परेशानी आ रही है। वहीं पंजाब के कई शहरी इलाकों में 8 से 9 घंटे तक लोड शेडिंग हो रही है। वहीं ग्रामीण इलाकों में 10 से 12 घंटे तक बिजली का नामोनिशान नहीं है। पावर डिवीजन ने कहा कि देश 17 हजार मेगावट बिजली उत्पादन कर रहा है लेकिन मांग बढ़ने से यह 19 हजार मेगावट तक पहुंच गई है।

 

रमजान का महीना, सहरी में 5 ड्रिंक्स का करें सेवन

रमजान का महीना, सहरी में 5 ड्रिंक्स का करें सेवन      

सरस्वती उपाध्याय 

रमजान का पवित्र महीना (Month of Ramzan) चल रहा है। इस पूरे महीने मुसलमान दिन भर रोजा रखते हैं और खुदा की इबादत करते हैं। माना जाता है कि रमजान के महीने में खुदा की इबादत करने और रोजा रखने से बाकी महीनों से ज्यादा नेकियां मिलती हैं और जन्नत का दरवाजा खुल जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग 15 घंटे बिना कुछ खाए और पिएं रहते हैं। हालांकि, गर्मी के मौसम में दिन भर भूखा रहना बर्दाश्त किया जा सकता है। लेकिन प्यास को बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। ऐसे में अगर कुछ जरूरी चीजों का सेवन किया जाए तो दिन भर शरीर हाइड्रेट रहता है और एनर्जी भी बनी रहती है, तो आइए जानते हैं कि आप सहरी में किन चीजों का इस्तेमाल करें, जिससे पूरे दिन आप एनर्जी के साथ बिना प्यास महसूस किए गुजार सकें।

खजूर शेक...

रमजान के दिनों में इफ्तार की शुरुआत खजूर से ही की जाती है। ऐसे में अगर आप खजूर शेक बनाकर सहरी में पिएं तो आपको पूरे दिन प्यास नहीं लगेगी। खजूर में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की कमजोरी को दूर करने का काम करते हैं।

किशमिश मिल्‍क...

किशमिश के सेवन से थकावट दूर होती है और शरीर की इम्‍यूनिटी अच्‍छी होती है। ऐसे में आप रमजान के दिनों में आधा लीटर दूध में 15 ग्राम किशमिश को डालकर उबाल लें और फ्रिज में रख दें। इसे आप सहरी में पियें। यह आपको पूरे दिन कमजोरी और प्यास से बचाएगी।

दही...

अगर आप सहरी में दही का सेवन करें तो इससे आपको दिन भर प्‍यास नहीं लगेगी और एनर्जी से भरपूर रहेंगेे। दरअसल दही में विटामिन, प्रोटीन, लैक्टोज, फास्फोरस और अधिक मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है जो हड्डियों के की सेहत से लेकर पाचन तंत्र को भी ठीक रखता है। इसके सेवन से पूरे दिन प्यास भी नहीं लगती हैै।

संतरे का जूस...

संतरे का फल अगर आप सहरी में पियें तो ये आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और आप दिन भर प्‍यास महसूस नहीं करते। संतरे में विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन ए जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो कई बीमारियों को भी दूर रखने का काम करता हैै।

पानी पिएं...

दिन भर अगर आप प्‍यासे रहते हैं तो सहरी के समय ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पीने की कोशिश करें। रमजान के दिनों में सहरी में कम-से कम तीन गिलास नॉर्मल पानी जरूर पीना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में बने रहे टॉक्सिन को फ्लश करने में आसानी होती है।

पाकिस्तान ने तालिबान को कड़ा संदेश दिया

पाकिस्तान ने तालिबान को कड़ा संदेश दिया 

सुनील श्रीवास्तव  
इस्लामाबाद/काबूल। अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने आतंकी संगठनों को पाकिस्तान के साथ सीमा वाले क्षेत्रों से दूर स्थानांतरित करने के लिए कदम उठाने की शुरुआत कर दी है। तालिबान सरकार ने यह फैसला हाल ही में हुए सिलसिलेवार क्रॉस बॉर्डर हमलों को देखते हुए लिया है। जिसमें लगभग एक दर्जन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इस पर इस्लामाबाद की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई थी।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान भी शामिल है। तालिबान का नेतृत्व यह कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। क्योंकि, इन संगठनों ने अमेरिका के नेतृत्व वाले विदेशी बलों के खिलाफ उसके साथ लड़ाई लड़ी थी और ये समान विचारधारा साझा करते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि हाल ही में हुईं सीमा पार हमले की घटनाओं के बाद पाकिस्तान ने तालिबान को कड़ा संदेश दिया है। पाकिस्तान ने स्पष्ट शब्दों में तालिबान से कहा है कि वह या तो इन आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या फिर इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
अधिकारी ने कहा कि इनमें से कुछ आतंकी संगठन पहले ही हमारे सीमा इलाकों से हट चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग साफ है। या तो इन आतंकी संगठनों को समाप्त किया जाए या फिर कुछ ऐसा किया जाए कि यह कभी हमारे लिए खतरा न बन सकें। बता दें कि बीते कुछ सप्ताहों में सीमा पार आतंकवादी हमलों की संख्या बढ़ी है और इनमें कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं।
आतंकी घुसपैठ और तस्करी को रोकने के लिए पाकिस्तान साल 2017 से अफगानिस्तान के साथ 2600 किलोमीटर लंबी सीमा की बाड़ाबंदी कर रहा है। हालांकि, अफगानिस्तान की ओर से इसे लेकर सख्त विरोध जताया गया है। जब तालिबान ने पिछले साल अफगानिस्तान की सत्ता हासिल की थी तो पाकिस्तान को उम्मीद थी कि नई सरकार इन आतंकी समूहों को लेकर कुछ कदम उठाएगी। 
अधिकारी ने कहा कि वादे के बावजूद तालिबान ने अब तक कोई निर्णयात्मक कार्रवाई नहीं की है। इससे तालिबान को ही नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि तालिबान की सरकार को अपनी आधिकारिक मान्यता को लेकर काम करना चाहिए और ऐसा करके वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अपना मामला और कठिन बना रहे हैं। उसे आतंकी गुटों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।

पहले चरण में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की कार्यवाही

पहले चरण में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की कार्यवाही   

संदीप मिश्र  

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राकृतिक खेती से जो खाद्यान्न उत्पादन हो रहा है। उसके लिए सभी 18 मंडलों में पहले चरण में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही, प्राकृतिक खेती के किसानों को उचित दाम मिल सके, इसलिए हर मंडी में अलग से व्यवस्था बनाकर व्यवस्थित मार्केटिंग के कार्य को हमने आगे बढ़ाना शुरू किया है। इसके अलावा बुंदेलखंड के सात जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अपने स्तर पर विशेष प्रयास कर रही है। 

मुख्यमंत्री योगी ने यह बातें सोमवार को नीति आयोग के नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअली सहभागिता करते हुए कहीं। नीति आयोग ने गो आधारित प्राकृतिक खेती और इनोवेटिव एग्रीकल्चर विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन के अंत में कुछ सुझाव भी दिए। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने प्राकृतिक खेती को लेकर किए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हम आभारी हैं कि केंद्रीय बजट में भी प्राकृतिक खेती को स्थान दिया गया है। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि पीएम की प्रेरणा से 2020 में हमने प्रदेश में नमामि गंगे यात्रा निकाली थी। इसके बाद हमने प्रदेश में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें सात सौ से अधिक प्राकृतिक खेती से जुड़े हुए प्रशिक्षकों ने हिस्सा लिया था। उत्तर प्रदेश में एक बड़े भूभाग में हम लोग प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ा रहे हैं और उसके बड़े अच्छे और चमत्कारिक परिणाम हमें देखने को मिले हैं। खासतौर पर नमामि गंगे और परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत पिछले तीन साल में प्रदेश में पहले चरण में जैविक खेती को आगे बढ़ावा दिया और 2020 के बाद से प्राकृतिक खेती को अपनाकर इस क्षेत्र में अनेक नवाचार भी किए हैं। नमामि गंगे योजना में भी प्रदेश के 27 जिलों में गंगा के तटवर्ती 10 किमी के अंदर प्राकृतिक खेती में ही औद्यानिकीकरण और कृषि वानिकी को शामिल करते हुए दो लाख से अधिक किसानों को जोड़ने के एक बड़े अभियान को हम आगे बढ़ा रहे हैं।

कार्यक्रम में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश जगन मोहन रेड्डी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आदि मौजूद थे। 


पहली बार 3 माह में तीन मुख्य न्यायाधीश

पहली बार 3 माह में तीन मुख्य न्यायाधीश

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। यह पहला मौका होगा, जब देश की सर्वोच्च अदालत तीन माह में तीन मुख्य न्यायाधीश देखेगी। मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की यह प्रक्रिया अगस्त से नवंबर तक चलेगी। इतना ही नहीं, इस वर्ष सात माह में पांच न्यायाधीश भी सुप्रीम कोर्ट से रुखसत होंगे, सेवानिवृत्त होंगे और उनकी जगह वरिष्ठतम न्यायाधीश जस्टिस उदय उमेश ललित लेंगे। उनका कार्यकाल दो से ढाई माह का होगा और 65 वर्ष की आयु के बाद वह रिटायर हो जाएंगे। नवंबर में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के अगले मुख्य न्यायाधीश बनेंगे। उनका कार्यकाल पूरे दो वर्ष का होगा, इस प्रकार तीन माह के छोटे अंतराल में तीन मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च अदालत का नेतृत्व करेंगे। जस्टिस ललित जहां वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट में प्रोन्नत किए गए थे। वहीं, जस्टिस चंद्रचूड़ देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ के पुत्र हैं।
सेवानिवृत्त के मामले में जस्टिस विनीत शरण 10 मई को रिटायर होंगे, जस्टिस एल नागेश्वर राव और जस्टिस एएम खानविल्कर 7 जून तथा 29 जुलाई को सेवानिवृत्त होंगे। मुख्य न्यायाधीश रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। जस्टिस इंदिरा बनर्जी 23 सितंबर को रिटायर होंगी। इससे सुप्रीम कोर्ट में महिला जजों की संख्या घटकर तीन रह जाएगी।
इसके बाद जस्टिस हेमंत गुप्ता 16 अक्तूबर को अपना कार्यालय छोड़ेगे। वरिष्ठता नियमों के अनुसार जस्टिस ललित, जस्टिस रमना के बाद मुख्य न्यायाधीश पद संभालेंगे और 8 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ मुख्य न्यायाधीश बनेंगे और वह 10 नवंबर, 2024 तक पूरे दो वर्ष देश के मुख्य न्यायाधीश रहेंगे।
मुकदमों के लंबन पर असर होगा
कोविड-19 से उबरने के बाद जब कोर्ट चीजों को दुरुस्त कर ही रहा था तो रिटायरमेंट की यह लहर निश्चित रूप से कामकाज को प्रभावित करेगी। मुकदमों के लंबन पर इस लहर का सीधा प्रभाव पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट में 1 अप्रैल, 2022 तक 70362 केस लंबित हैं। इनमें से 19 फीसदी केस पीठों के सामने विचार के लिए रखने योग्य नहीं हैं, क्योंकि ये अधूरे पड़े हैं।
अब सुप्रीम कोर्ट में यदि 8 नवंबर तक कोई नई नियुक्ति नहीं हुई तो नौ रिक्तियां हो जाएंगी। परंपरा के अनुसार सेवा के आखिरी महीनों में मुख्य न्यायाधीश नई नियुक्तियां नहीं कर सकते। ऐसे में मौजूदा मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमना को मई, जून और जुलाई में नियुक्तियों के लिए प्रयास करना होगा।
इसके बाद जस्टिस ललित के पास नियुक्तियां करने के लिए एक माह बचेगा, क्योंकि उनका कार्यकाल दो माह से कुछ ज्यादा का ही है। रिटायर होने से एक माह पूर्व मुख्य न्यायाधीश को अगले मुख्य न्यायाधीश का नाम सरकार को भेजना पड़ता है। यह संस्तुति करने के बाद मुख्य न्यायाधीश नई नियुक्तियों के कोलेजियम (पांच वरिष्ठतम जजों का चयन मंडल) में बैठ सकते।

'कोविशील्ड' वैक्सीन की प्रभावकारिता, चिंता

'कोविशील्ड' वैक्सीन की प्रभावकारिता, चिंता

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने 1 संस्करण के विरुद्ध कोविशील्ड वैक्सीन की प्रभावकारिता के बारे में भी चिंता व्यक्त की है। रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों को कोविशील्ड की दोनों खुराकें मिली हैं और वे पहले कभी संक्रमित नहीं हुए हैं, उनकी ओमिक्रॉन बीए.1 वैरिएंट के खिलाफ बेअसर करने की शक्ति उन लोगों की तुलना में बहुत कम देखी गई, जो संक्रमण से उबर चुके हैं और दोनों खुराक ले ली है।
Omicron BA.1 वैरिएंट के मुकाबले कोविशील्ड कम प्रभावी।
ओमिक्रॉन के खिलाफ कोविशील्ड की क्षमता चिंता पैदा करती है।
कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron BA.1) अभी भी पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है। इस बीच, वैज्ञानिकों ने ओमाइक्रोन के बीए.1 संस्करण के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन की प्रभावकारिता के बारे में भी चिंता व्यक्त की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों को कोविशील्ड की दोनों खुराकें मिली हैं और वे पहले कभी संक्रमित नहीं हुए हैं, उनकी न्यूट्रलाइज़िंग पावर ओमिक्रॉन BA.1 वैरिएंट के मुकाबले बहुत कम देखी गई है। ऐसे लोग जो संक्रमण से उबर चुके थे और उन्होंने कोविशील्ड की दोनों खुराकें लीं, उनमें जोखिम अधिक देखा गया।
ICMR-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (ICMR-NIV) द्वारा किया गया अध्ययन जल्द से जल्द बूस्टर खुराक लेने की आवश्यकता की ओर इशारा करता है। इस शोध के लिए कोविशील्ड की दूसरी खुराक के 180 दिन बाद 24 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के सीरम सैंपल लिए गए। इसके साथ ही उन 17 लोगों के भी सैंपल लिए गए जिन्हें कोरोना नहीं हुआ था और उन्होंने कोविशील्ड की दोनों डोज ले ली थीं। इन लोगों में कोविशील्ड की दोनों खुराक लेने के बाद भी ओमाइक्रोन संक्रमण पाया गया।
तीसरे समूह में वे लोग शामिल थे जो कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बाद SARS-CoV-2 के संपर्क में आए थे। इस समूह के लोगों के सीरम नमूने संक्रमण के संपर्क में आने के 14-30 दिन बाद एकत्र किए गए थे। इनमें से केवल 21 मामलों में पूरा जीनोम प्राप्त किया जा सका।
शोधकर्ताओं ने पाया कि सभी नमूनों ने Omicron की तुलना में B.1, बीटा और डेल्टा वेरिएंट को अधिक प्रभावी ढंग से बेअसर कर दिया। हालांकि, सीरम नमूने में ओमाइक्रोन के खिलाफ एंटीबॉडी का न्यूनतम औसत 0.11 पाया गया। जबकि अन्य मामलों में इसका औसत 11.28 और 26.25 रहा।
एक वैज्ञानिक के अनुसार, डेल्टा या अन्य प्रकारों की तुलना में सबसे अधिक उत्परिवर्तन वाले ओमाइक्रोन टीकाकरण वाले लोगों में प्रतिरक्षा को विकसित करने में अधिक कुशल हैं। इससे पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने ओमाइक्रोन वैरिएंट के बारे में एक अध्ययन के बाद कहा था कि कोविड वैक्सीन की डबल डोज का एंटीबॉडी स्तर छह महीने के बाद कम होने लगता है।
इस अध्ययन के लिए लोगों को तीन समूहों में बांटा गया था। पहले समूह में उत्तर प्रदेश के 18 ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिन्होंने कोविशील्ड की पहली खुराक और कोवैसीन की दूसरी खुराक ली। जबकि दूसरे और तीसरे समूह में 40 ऐसे लोगों को रखा गया था जिन्होंने कोविशील्ड या कोवैक्सीन दोनों की खुराक ली थी।
यह बताया गया कि कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन की दूसरी खुराक देने से डेल्टा या अन्य ‘चिंता के वेरिएंट’ के खिलाफ अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हालांकि, कोरोना के ओमाइक्रोन वेरिएंट के खिलाफ सभी समूहों में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी स्तर में कमी देखी गई।

1,200 करोड़ की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर

1,200 करोड़ की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर 

संदीप मिश्र  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 50 बड़े माफियाओं के 1,200 करोड़ रुपये की संपत्ति पर बुलडोजर चलने वाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करने की तैयारी में है। अगले 2 साल में प्रदेश के 50 सबसे बड़े माफियाओं पर पूरी तरह नकेल कसने का प्लान तैयार किया गया है। सीएम योगी की ओर से मांगे जाने पर यूपी पुलिस ने जो प्लान पेश किया है। उसके मुताबिक अगले दो साल में इन माफियाओं की 1,200 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जाएगी। माना जा रहा है कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले सरकार अपराध के खिलाफ सख्ती को लेकर अपनी छवि और मजबूत करना चाहती है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीएम योगी के सामने पुलिस ने जो प्रजेंटेशन दिया है। उसमें कहा गया है कि 100 दिनों के भीतर 25 माफियाओं के बजाय 50 प्रमुख माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की सप्तावार समीक्षा की जाएगी और कोर्ट में लंबित केसों में अगले 100 दिन में दोष सिद्ध कराया जाएगा। खनन, शराब, पशु, वन, भू-माफिया को चिन्हित करके धारा 14 (1) गैंगस्टर ऐक्ट के तहत 500 करोड़ रुपए की जब्तीकरण का लक्ष्य रखा गया है। टॉप 10 अपराधियों को चिह्नित करके पूरे प्रदेश में लगभग 15 हजार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यूपी पुलिस ने छह महीने में गैंगस्टर एक्ट के तहत 800 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य रखा है। सभी जिलों में शाम के समय बाजारों और भीड़ वाले स्थानों पर पुलिस की फुट पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। प्रदेश के 10 जिलों में हाईटेक लॉ एंड ऑर्डर क्यूआरटी टीम स्थापित की जाएगी। आतंकवाद निरोधक बल ने कहा है कि अगले 100 दिनों में देश विरोधी गतिविधियों जैसे अवैध धर्मांतरण, आतंकवाद, नक्सलवाद, अवैध शस्त्र तस्करी, टेरर फंडिंग, आईएसआई पाक अजेंट, स्लीपर सेल्स, ऑनलाइन रेडिक्लाइजेशन, अवैध अप्रवासी रोहिंग्या/बांग्लादेशियों व अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।

वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया

वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया

नरेश राघानी
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सीमावर्ती श्रीकरणपुर कस्बे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार सुबह एक वरिष्ठ लिपिक को एक मामलें में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि एडवोकेट रोशनलाल नायक निवासी देवता कॉलोनी, श्रीकरणपुर द्वारा की गई शिकायत और सत्यापन में रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे कोर्ट) के वरिष्ठ लिपिक हेमंत कुमार को 400 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
लाख श्री लखोटिया ने बताया कि एडवोकेट रोशनलाल ने गत दिनों शिकायत की, कि वरिष्ठ लिपिक दीवानी प्रकरणों में साक्ष्य अभिलेखन कार्य देने की एवज में कमीशन के रूप में रिश्वत की मांग कर रहा है। 
रिश्वत नहीं देने पर धमकाता है कि वह साक्ष्य अभिलेखन का कार्य आवंटित नहीं करेगा। इसके अलावा वह विभिन्न दस्तावेजों की नकल देने के बदले में खर्च पानी के रूप में भी रिश्वत वसूल करने की कोशिश करता है। इसका सत्यापन होने के बाद सुबह साढ़े सात बजे कोर्ट खुलने के कुछ देर बाद ही वरिष्ठ लिपिक हेमंत कुमार को अधिवक्ता रोशनलाल से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।

अभियान: पाकिस्तान की नौका को हिरासत में लिया

अभियान: पाकिस्तान की नौका को हिरासत में लिया   

इकबाल अंसारी 
गांधीनगर। भारतीय तटरक्षक और गुजरात के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने एक संयुक्त अभियान चलाकर अरब सागर में भारतीय समुद्री सीमा में पाकिस्तान की एक नौका को हिरासत में लिया है।
इस नौका पर चालक दल के नौ सदस्य सवार है। नौका पर 280 करोड़ रुपए की हेरोइन जब्त की गई है।
रक्षा प्रवक्ता ने एक ट्वीट कर बताया कि तटरक्षक बल ने पाकिस्तान की अल हज नाम की नौका को अरब सागर में भारतीय समुद्री सीमा में हिरासत में लिया है। इस नौका पर चालक दल के नौ सदस्य सवार हैं। जांच में नौका पर 280 करोड़ रुपये की हीरोइन पाई गई है।


राजद्रोह का आरोप, सांसद की हालत बिगड़ी

राजद्रोह का आरोप, सांसद की हालत बिगड़ी 

कविता गर्ग  
मुंबई। राजद्रोह के आरोप में भायखला जेल भेजी गई महिला सांसद की हालत बिगड़ गई है। आनन-फानन में जेल के अस्पताल में भर्ती कर महिला सांसद का इलाज किया जा रहा है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित महिला सांसद को अब अन्य अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट से राजद्रोह के आरोप में रविवार को विधायक पति रवि राणा के साथ 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजी गई।
महिला सांसद नवनीत राणा की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई है। इससे पहले पुलिस ने जेल में लाई गई नवनीत राणा तथा उनके पति रवि राणा की कोरोना-19 जांच करवाई थी जिसमें दोनों की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई थी। इसी वजह से पुलिस द्वारा नवनीत राणा को भायखला महिला जेल तथा उनके पति रवि राणा को तलोजा जेल में भेज दिया गया था। में पहुंचने के बाद आज नवनीत राणा का ब्लड प्रेशर बढ़ गया, जिससे उन्हें जेल के भीतर स्थित अस्पताल में ही इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। उल्लेखनीय है कि अमरावती संसदीय क्षेत्र की सांसद नवनीत राणा तथा विधायक रवि राणा अमरावती से मुंबई आकर मुख्यमंत्री के निजी आवास मातोश्री बंगले पर हनुमान चालीसा पढ़ने की चुनौती दी थी। धमाके, आधी फैक्ट्री खाक इस दरम्यान राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और सरकार को चुनौती भी दी। उन्हें धारा 149 के तहत नोटिस दिया गया था कि शांति बनाए रखना आपका कर्तव्य है इसलिए आप वापस अमरावती जाएं। लेकिन उन्होंने नोटिस के बावजूद सरकार को चुनौती दी। इसलिए इन आरोपितों के खिलाफ धारा 124ए के तहत देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट कोर्ट की ओर से इन दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक कस्टडी देने के बाद इनके वकील रिजवान मर्चंट ने जमानत की अर्जी कोर्ट में पेश की। लेकिन कोर्ट ने इन दोनों की जमानत पर सरकारी वकील प्रदीप घरात को 27 अप्रैल तक पुलिस का पक्ष रखने को कहा है और जमानत याचिका पर सुनवाई 29 अप्रैल को किए जाने का निर्णय लिया है।

सीएम द्वारा निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी

सीएम द्वारा निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी 

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर सुर्खियों में आए लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीएम नीतीश द्वारा जल्द ही एक नया निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में शामिल होने और उनके मुख्यमंत्री आवास से दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित करने के मद्देनर उन्होंने यह भविष्वाणी की। चिराग ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी एक संकेत है, जिसके गंभीर राजनीतिक असर हो सकते हैं। 
चिराग ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश के पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास से सात सर्कुलर मार्ग स्थित दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित किए जाने के बारे में खुलकर बोला। चिराग ने कहा, ‘‘नवीनीकरण का कार्य तो हम सभी के घरों में होता ही रहता है, पर हम लोगों ने नवीनीकरण कार्य को लेकर अपनी गाय-भैंसों के साथ घर खाली कर दिया हो, ऐसा आमतौर पर होता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बडे़ आदमी हैं, उनके पास अनेक घर और अनेक घरों की संभावनाएं हैं।
चिराग ने कहा कि जिस तरीके से उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को खाली किया है, ये कुछ और इशारा करता है, यह उतनी सरल तस्वीर नहीं है, जितनी यह दिखती या दिखायी जाती है। नीतीश पर अक्सर तीखे हमले करने वाले पासवान गत शुक्रवार को उस समय सुर्खियों में आ गये, जब उन्होंने बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री का पैर छूकर अभिवादन किया। नीतीश के राबड़ी देवी के आवास पर वाहन के बजाय पैदल चलकर पहुंचने की ओर इशारा करते हुए चिराग ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि सोनिया गांधी जी एक बार मेरे पिता के घर पैदल चलकर आयी थीं और उसके बाद वर्ष 2004 में संप्रग की शुरूआत हुई थी। इसलिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना मेरे दृष्टिकोण से मायने रखता है।
चिराग अब अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी के एक धड़े के प्रमुख हैं। चिराग ने कहा कि अपने आवास से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी) के आवास पर आयोजित इफ्तार दावत में शामिल होने के लिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना और अगले दिन अमित शाह जी का पटना आने का कार्यक्रम, ये तमाम बातें महज एक संयोग नहीं हो सकती हैं और उतनी सरल नहीं प्रतीत हो रही हैं, जैसा उन्हें बताया जा रहा है। यकीनन राजग में सबकुछ ठीक नहीं है। 
उन्होंने कहा कि अगर हम हाल की घटनाओं पर नजर डालें नीतीश जी ने जनसंख्या कानून और पेगासस जासूसी मामले जैसे मुद्दों पर बिल्कुल विपरीत रुख अपनाया है। चिराग ने कहा कि बिहार के लिए विशेष दर्जे और जातीय जनगणना जैसे मामले, जो कि उनके प्रिय विषय हैं, में उनकी उपेक्षा की गई है। नाम न छापने की शर्त पर एनडीए के सूत्रों ने कहा कि चिराग, जो अपने पैरों के नीचे खिसकी जमीन की तलाश के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ने पानी में मछली पकड़ने की दृष्टि से भाजपा और नीतीश की जदयू के बीच मतभेद पैदा करने की एक कोशिश की होगी।

एक्सई वैरिएंट का संक्रमण, ओमिक्रॉन से दोगुना

एक्सई वैरिएंट का संक्रमण, ओमिक्रॉन से दोगुना 

पंकज कपूर 
देहरादून। मई में उत्तराखंड में ओमिक्रॉन के वैरिएंट एक्सई के मामले तेजी से सामने आ सकते हैं। एक्सई वैरिएंट के संक्रमण की दर ओमिक्रॉन से दोगुनी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने जून से जुलाई के बीच संक्रमण के चरम काल में पहुंचने की आशंका जताई है।
देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ रहे हैं। एम्स ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट एक्सई भी अब देश में दस्तक दे चुका है। यह ओमिक्रॉन का ही सबम्यूटेंट है। यही कारण है कि इसकी संक्रमण दर ओमिक्रॉन से दोगुनी है। 
इससे तय है कि देशभर में एक्सई वैरिएंट के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ेंगे। मई के पहले से दूसरे सप्ताह के बीच उत्तराखंड में एक्सई वैरिएंट के मामले सामने आ सकते हैं।  उन्होंने बताया कि संक्रमण की दर को देखते हुए जून से जुलाई के बीच इसके चरम पर पहुंचने की आशंका है। हालांकि, ओमिक्रॉन की तरह ही एक्सई वैरिएंट के गंभीर परिणाम सामने आने की संभावना बेहद कम है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड समेत पूरे देश में तेजी से कोरोनारोधी टीकाकरण होने से लोगों में हर्ड इम्यूनिटी भी बनी है। इसलिए अधिकांश लोगों में संक्रमित होने के बाद सर्दी जुकाम जैसे लक्षण ही नजर आएंगे, लेकिन गंभीर रूप से बीमार और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसलिए गंभीर बीमारों, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों और बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए को भी कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है।

लू को मात देने के लिए अपनाएं, खास टिप्स

लू को मात देने के लिए अपनाएं, खास टिप्स  

सरस्वती उपाध्याय 
अंग्रेजी में एक कहावत है, ‘प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर’, जिसका सीधा सा मतलब है कि इलाज से बेहतर बचाव होता है। दरअसल, ये कहावत गर्मी पर बिल्कुल सटीक लागू होती है। कई लोग गर्मी से बचने के लिए तपती धूप और खासकर लू में निकलने से पहले कोई एहतियात नहीं बरतते हैं, जिसके चलते न सिर्फ उन्हें लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि उनकी तबीयत भी गंभीर रूप से खराब हो सकती है।
दरअसल, गर्मी के मौसम में लू लगना आम बात होती है। ऐसे में कुछ लापवाहियों के चलते कई लोग लू का शिकार हो जाते हैं। जिसके बाद लूज मोशन, उल्टी, डिहाइड्रेशन, शरीर में दर्द, थकान और कमजोरी आने लगती है। साथ ही वायरल इंफेक्शन होने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है। हम आपसे शेयर कर रहे हैं, लू से बचने के कुछ खास टिप्स, जिन्हें फॉलो करके आप लू को आसानी से मात दे सकते हैं।

शरीर को कवर करके रखें...
गर्मी में कुछ लोग धूप और चिलचिलाती गर्मी के कारण कम से कम कपड़े पहन कर बाहर जाने को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन ऐसे में लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बाहर निकलने से पहले शरीर को अच्छे से ढकना ना भूलें।
शरीर को लू से बचाने के लिए बाहर निकलते समय फुल स्लीव कपड़े पहनने की कोशिश करें। बेशक फुल कपड़ों में आपको गर्मी ज्यादा लग सकती है। मगर, इससे आपको धूप और लू बिल्कुल नहीं लगेगी। साथ ही गर्मी में सिंथेटिक कपड़ों के बजाए ढ़ीले-ढ़ाले हल्के रंग के सूती कपड़े पहने। इससे आपको भी गर्मी कम लगेगी और आप काफी कम्फर्टेबल फील करेंगे।
धूप और लू का आंखों पर सीधा असर होता है। जिससे आपकी आंखों में जलन, खुजली और सूजन भी शुरू हो सकती है। ऐसे में बाहर जाते समय आंखों पर सन ग्लास पहनना ना भूले।
गर्मी में खाली पेट बाहर निकलना बीमारी को आमंत्रण देने जैसा होता है। इसलिए हमेशा कुछ न कुछ खाकर ही बाहर जाएं। साथ ही गर्मी से बचने के लिए आम पना, शिंकजी और गन्ने का जूस जैसे ड्रिंक्स भी पी सकते हैं। इससे आपका शरीर ठंडा रहेगा और आप पर गर्मी का असर नहीं होगा।

इन बातों का रखें ख्याल...
गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए रोज नहाएं और घर को भी ठंडा रखने की कोशिश करें। वहीं धूप से आने के बाद तुंरत पानी या ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें। इसके अलावा गर्मी में हेल्दी रहने के लिए मार्किट में खुली चीजों और कटे फलों को भूलकर भी ना खाएं। इससे आपकी तबीयत खराब हो सकती है।

5वें स्थान पर पहुंचे अडानी, बॉरेन को छोड़ा पीछे

5वें स्थान पर पहुंचे अडानी, बॉरेन को छोड़ा पीछे 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, 123 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ गौतम अडानी 5वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जबकि, पहले से इस नंबर पर मौजूद बॉरेन वफे 121.7 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ छठे स्थान पर खिसक गए हैं।
दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की सूची में भारतीयों का दबदबा कायम है और इसमें शामिल दो भारतीय उद्योगपति लगातार ऊपर बढ़ते जा रहे हैं। एशिया के सबसे अमीर अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी एक और उपलब्धि हासिल करते हुए शीर्ष अरबपतियों की इस लिस्ट में पांचवे स्थान पर जा पहुंचे हैं। उन्होंने पहले इस पायदान पर काबिज बॉरेन वफे को पीछे छोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी आठवें पायदान पर पहुंच गए हैं।
गौतम अडानी लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जा रहे हैं। दुनियाभर के अरबपतियों में भारतीयों का झंडा बुलंद करते हुए वह अब पांचवे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, 123 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ अडानी पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। जबकि पहले से इस नंबर पर मौजूद बॉरेन वफे 121.7 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ छठे स्थान पर खिसक गए हैं। अब अडानी से आगे दुनिया के सबसे अमीर एलन मस्क, अमेजन के जेफ बेजोस, बर्नार्ड अरनॉल्ट और बिल गेट्स रह गए हैं। माक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स से गौतम अडानी महज सात अरब डॉलर पीछे हैं। 
एक ओर जहां गौतम अडानी अरबपतियों की सूची में लंबी छलांग लगा रहे हैं, तो इसमें शामिल दूसरे भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी भी अपनी हैसियत को बढ़ाते जा रहे हैं। मुकेश अंबानी 103.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ आठवें पायदान पर पहुंच गए हैं। वहीं बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, फेसबुक के मार्क जकरबर्ग लगातर नीचे खिसकते जा रहे हैं। टॉप-10 की सूची से तो वह पहले ही बाहर हो गए थे, अब उनकी संपत्ति और भी कम हो गई है और 66.1 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ जकरबर्ग 19वें पायदान पर खिसक गए हैं। 
दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में पहले स्थान पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का कब्जा बरकरार है। मस्क 269.7 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ पहले स्थान पर पांव जमाए हुए हैं। वहीं 170.2 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ अमेजन के जेफ बेजोर दूसरे स्थान पर मौजूद हैं। फ्रांस के उद्योगपति बर्नार्ड अरनॉल्ट 166.8 अरब डॉलर और माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स 130.2 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर काबिज हैं। अन्य अरबपतियों की बात करें तो लैरी एलिसन 107.6 अरब डॉलर के साथ सातवें स्थान पर, लैरी पेज 102.4 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ नौवें और सर्गेई ब्रिन 98.5 अरब डॉलर के साथ दसवें पायदान पर हैं।

राजनीति: दिल्ली दौरे पर पहुंचे सीएम भगवंत

राजनीति: दिल्ली दौरे पर पहुंचे सीएम भगवंत  

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सोमवार को दिल्ली दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ कालकाजी के डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का दौरा किया। इस दौरान भगवंत मान के साथ पंजाब सरकार के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहे। जिन्हें दिल्ली के शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने अहम जानकारी दी। 
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि यह अगले स्तर की शिक्षा है। कुछ ऐसा जिसके बारे में बड़े स्कूल सोच भी नहीं सकते, उसे सरकारी स्कूलों ने लागू कर दिया है। डिजिटल शिक्षा हो रही है। बड़ी कंपनियों का सहयोग है। मैंने अमेरिका-कनाडा में ऐसे स्कूल देखे हैं, लेकिन भारत में नहीं। उन्होंने कहा कि मैंने यहां कई छात्रों से बात की। उन्होंने यहां दाखिला लेने के लिए बड़े निजी स्कूलों को छोड़ दिया। उनका कहना है कि यहां सुविधाएं ज्यादा हैं। इन छात्रों के पास नए विचार हैं।
माना जा रहा है कि भगवंत मान सरकारी स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के मॉडल को पंजाब में भी लागू करने का विचार कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। 
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भगवंत मान को नसीहत दी थी कि अरविंद केजरीवाल के जाल में मत फंसना। उन्होंने कहा था कि भाई भगवंत मान जी आप केजरीवाल जी के जाल में मत फंसना, आप तो पुराने साथी रहे हो लोकसभा में भी, तो चलो 2-3 स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक मैं अपनी नॉर्थईस्ट दिल्ली में दिखाता हूं। अब आप मुख्यमंत्री हैं सच तो देखना भी चाहिए, स्कूल के कमरों की कड़ी कुंडे वाली छत का दाम क्या होगा ये भी पता करेंगे।

राज्यपाल से कुलपति नियुक्त करने का अधिकार छीना

राज्यपाल से कुलपति नियुक्त करने का अधिकार छीना

इकबाल अंसारी

चेन्नई। तमिलनाडु में जब से सीएम स्टालिन के नेतृत्व में द्रुमक यानी डीएमके की सरकार बनी है। राज्य विधानसभा में प्रस्तावों के जरिये लगातार केंद्र सरकार की व्यवस्थाओं और प्रशासनिक प्रणालियों को चुनौती दी जा रही है।

तमिलनाडु विधानसभा में सोमवार, 25 अप्रैल, 2022 को एक बिल पास करते हुए राज्यपाल से विश्वविद्यालयों में कुलपति नियुक्त करने का अधिकार छीन लिया है। बिल के अनुसार, राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपति नियुक्ति का अधिकार अब सरकार के पास होगा न कि राज्यपाल के पास।

बीएसएफ: ग्रुप-बी के 90 पदों पर आवेदन मांगे

बीएसएफ: ग्रुप-बी के 90 पदों पर आवेदन मांगे   

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। बॉर्डर सेक्‍योरिटी फोर्स, बीएसएफ के डायरेक्‍टर जनरल ने ग्रुप-बी के 90 पदों पर आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने के लिए उम्‍मीदवारों को आधिकार‍िक वेबसाइट rectt.bsf.gov.in पर जाना होगा। नौकरी का विज्ञापन जारी होने के 45 दिनों के भीतर उम्‍मीदवारों को आवेदन करना होगा। रोजगार समाचार में 23 से 29 अप्रैल के एड‍िशन में विज्ञापन प्रकाश‍ित किया गया है।

इंस्पेक्टर आर्किटेक्ट...

आर्किटेक्‍चर ड‍िग्री रखने वाले और काउंस‍िल फॉर आर्किटेक्‍चर अंडर एक्‍ट 1972 के तहत रजिस्‍टर उम्‍मीदवार इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।उम्‍मीदवार की उम्र 30 वर्ष से ज्‍यादा नहीं होनी चाहिए।

जूनियर इंजीनियर/सब इंस्पेक्टर इलेक्ट्रिकल...

किसी भी सरकारी संस्‍थान से इलेक्‍ट्र‍िकल इंजीनियरिंग में तीन साल का डिप्‍लोमा किया हो‌। उम्‍मीदवार की उम्र 30 साल से ज्‍यादा नहीं होनी चाहिए। रोजगार समाचार में 23 से 29 अप्रैल के एड‍िशन में विज्ञापन प्रकाश‍ित किया गया है।

इंस्पेक्टर (आर्किटेक्ट) के पद पर चयनित उम्मीदवारों को 7वें सीपीसी के अनुसार पे मैट्रिक्स लेवल 7 के तहत 44,900 रुपये से लेकर 1,42,400 रुपये वेतन दिया जाएगा। सब इंस्पेक्टर (वर्क्स), जूनियर इंजीनियर / सब इंस्पेक्टर (इलेक्ट्रिकल) के पदों के लिए उम्मीदवारों को पे मैट्रिक्स लेवल 6 के अनुसार 35,400 से 1,12,400 रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा।

लाफ्टर क्वीन भारती ने अपने बेटे की फोटो शेयर की

लाफ्टर क्वीन भारती ने अपने बेटे की फोटो शेयर की  

कविता गर्ग     
मुंबई। लाफ्टर क्वीन भारती सिंह जब से मां बनी हैं, उनके फैन उनके बच्चे की झलक पाने के लिए बेताब हैं। भारती बाहर होती हैं तो पैपराजी और सोशल मीडिया पर उनके फैन उनसे बेबी की झलक दिखाने की रिक्वेस्ट करते रहते हैं। ऐसे में भारती सिंह ने भी अपने फैंस की ख्वाहिश पूरी करने का फैसला लिया और आखिरकार अपने नन्हे बच्चे की झलक शेयर कर ही दी है। भारती सिंह ने इंस्टाग्राम पर अपने बेटे की फोटो शेयर की है, जिसे देखकर फैन काफी खुश हैं‌।
भारती सिंह इस तस्वीर में बेटे को अपने सीने से लगाए दिखाई दे रही हैं। फोटो देखकर यूजर्स का कहना है कि इसमें भारती के चेहरे पर वह सुकून साफ नजर आ रहा है, जो सुकून एक मां को अपने बच्चे को अपनी गोद में लेने पर मिलता है। उन्होंने इस फोटो में अपने बेटे का चेहरा तो रिवील नहीं किया, लेकिन फोटो शेयर करके फैंस की ख्वाहिश जरूर पूरी कर दी है।
भारती सिंह ने बेटे की फोटो शेयर करते हुए उसे अपनी ‘लाइफ लाइन’ भी बताया है। कई यूजर्स ने फोटो पर कॉमेंट करते हुए भारती को बधाई दी है। वहीं कॉमेडी क्वीन के फैन बेबी की पहली झलक दिखाने पर भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।‌ भारती अपने बेटे को प्यार से गोला बुलाती हैं। हालांकि, रही ऑफिशियल नाम की बात तो अभी तक भारती और हर्ष ने अपने बेटे का नामकरण संस्कार नहीं किया है।
भारती ने बेटे के जन्म के 12 दिन बाद ही काम पर वापसी करके पहले ही सबको हैरान कर दिया था। इस पर उन्हें कुछ यूजर्स से खरी-खोटी भी सुननी पड़ी, वहीं कुछ ने उनकी तारीफ भी की। बता दें, भारती ने इसी महीने की शुरुआत में अपने बेटे को जन्म दिया था। जिसके कुछ दिनों बाद ही उन्होंने ‘हुनरबाज। देश की शान’ में बतौर होस्ट वापसी कर ली। जिसे वह पति हर्ष लिंबाचिया के साथ मिलकर होस्ट करती हैं।

हादसा: ईंट भट्टी से टकराई कार, 2 युवकों की मौंत

हादसा: ईंट भट्टी से टकराई कार, 2 युवकों की मौंत  

दुष्यंत टीकम     
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में एक तेज रफ्तार कार सोमवार को सड़क किनारे ईंट भट्टी से टकराने से कार में सवार दो युवकों की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि नगरनार थाना क्षेत्र के सेमरा के पास सुबह एक तेज रफ्तार कार सड़क किनारे ईंट भट्टी से टकरा गई, इस हादसे में कार में सवार मध्यप्रदेश के सतना निवासी मनीष सोनी और जबलपुर के तिलवारा घाट निवासी कुलदीप सिंह की मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुँचकर शव को मेकाज भिजवाया गया। थाना प्रभारी बीआर नाग ने बताया कि राजनांदगांव पासिंग वाहन में दोनों युवक जगदलपुर से ओडिसा की ओर जा रहे थे। यह दोनों जगदलपुर में एक कंपनी में काम करते है और रात में खाना खाने के लिए ढाबा जा रहे थे, सड़क हादसे के चलते इनकी मौत हो गई।

पुराने स्तर पर रखें पेट्रोल-डीजल के दाम: कंपनी

पुराने स्तर पर रखें पेट्रोल-डीजल के दाम: कंपनी   

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। लगातार 20वें द‍िन पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel prices) के दाम तेल कंपन‍ियों (Oil Marketing Companies) की तरफ से पुराने स्‍तर पर ही रखे गए हैं। कंपन‍ियों की रेट नहीं बढ़ाने से आम आदमी ने राहत की सांस ली है‌। राजस्‍थान के गंगानगर में सबसे महंगा पेट्रोल 122.93 रुपये और डीजल 105.34 रुपये प्रति लीटर ब‍िक रहा है। क्रूड ऑयल में हल्‍की ग‍िरावट कई द‍िन की तेजी के बाद सोमवार को कच्‍चे तेल की कीमत में हल्‍की ग‍िरावट देखी गई। डब्‍ल्‍यूटीआई क्रूड 100.30 डॉलर प्रत‍ि बैरल और ब्रेंट क्रूड 104.7 डॉलर प्रत‍ि डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गया। देश की प्रमुख तेल कंपन‍ियों ने 6 अप्रैल 2022 को आख‍िरी बार पेट्रोल-डीजल के रेट में 80 पैसे प्रत‍ि लीटर की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले 22 मार्च से 6 अप्रैल तक पेट्रोल व डीजल के भाव में करीब 10 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ था‌।

कांग्रेस के सीनियर नेता शंकरनारायणन का निधन

कांग्रेस के सीनियर नेता शंकरनारायणन का निधन   

इकबाल अंसारी         
तिरूवनंतपुरम। केरल की कांग्रेस के सीनियर नेता के. शंकरनारायणन का केरल के पलक्कड़ स्थित आवास पर रविवार को निधन हो गया। वे 89 साल के थे। शंकरनारायणन पिछले डेढ़ साल से कई बीमारियों का इलाज करा रहे थे। शंकरनारायणन ने अपने लंबे करियर के दौरान विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के रूप में काम किया। वे महाराष्ट्र, नागालैंड और झारखंड के राज्यपाल रहे थे। साथ ही अरुणाचल प्रदेश, असम और गोवा का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। कांग्रेस के सीनियर नेता नारायणन चार बार विधायक रह चुके थे और उन्होंने केरल की विभिन्न सरकारों में वित्त, उत्पाद शुल्क और कृषि विभागों का कार्यभार संभाला था। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा गया है। आज शाम 5.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।  देखें पूरा ट्वीट राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विपक्ष के नेता वी डी सतीसन सहित कई अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ट्वीट कर लिखा कि महाराष्ट्र, झारखंड और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल के शंकरनारायणन के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदना... शंकरनारायणन का नेता, मंत्री और राज्यपाल के रूप में करियर, प्रशासनिक अनुभव और दृढ़ सामाजिक प्रतिबद्धता से चिह्नित था। उनका निधन राष्ट्र और केरल के लिए एक क्षति है। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने अपने शोक संदेश में कहा कि शंकरनारायणन ने कांग्रेस पार्टी के नेहरूवादी दृष्टिकोण को बरकरार रखा था।‌मुख्यमंत्री ने कहा कि शंकरनारायणन ने नफरत या किसी अन्य सांप्रदायिक विचारों की संगत के बिना सार्वजनिक मुद्दों को संबोधित करते हुए धर्मनिरपेक्षता सहित नेहरूवादी दृष्टिकोण को बरकरार रखा। उन्होंने लंबे समय तक यूडीएफ संयोजक का पद संभाला और हमेशा लोगों के सामने आने वाले मुद्दों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखा। विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि शंकरनारायणन का निधन कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है। वह मेरे लिए एक संरक्षक की तरह थे। उन्होंने 16 वर्षों तक यूडीएफ का नेतृत्व किया। गंभीर राजनीतिक संकट के दौरान भी शंकरनारायणन ने हर चीज का आसानी से सामना किया। केरल विधानसभा अध्यक्ष एम बी राजेश ने शंकरनारायणन के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि राज्य ने एक वरिष्ठ और लोकप्रिय राजनीतिक नेता खो दिया है। बता दें कि शंकरनारायण की पत्नी राधा का पहले ही निधन हो गया था। उनके परिवार में उनकी बेटी अनुपमा है।

नियमित ट्रेनों में लगेंगी 78 जनरल-एसी की बोगियां

नियमित ट्रेनों में लगेंगी 78 जनरल-एसी की बोगियां 

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। गर्मियों की छुट्टियों में घूमने वालों के लिए सीट को लेकर परेशान होने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे 62 स्पेशल ट्रेन चलाने जा रही है। वहीं, नियमित ट्रेनों में 78 जनरल व एसी की अतिरिक्त बोगियां लगाईं जाएंगी। जिसके बाद सीट को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।
लखनऊ से दिल्ली जाने वाली गोमती, लखनऊ मेल, एसी एक्सेप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में जहां वेटिंग का आंकड़ा अभी सौ पार चल रहा है। वहीं लखनऊ से मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस, अवध एक्सप्रेस, गोरखपुर एलटीटी आधि गाड़ियों में भी लंबी वेटिंग से यात्रियों के लिए दिक्कतें पैदा हो रही है। लखनऊ से उत्तराखंड जाने वाले यात्रियों को अभी से जनता न दून जैसी गाड़ियों में सीटें नहीं मिल रही हैं।
रेलवे प्रशासन के अनुसार 62 समर स्पेशल ट्रेनों को पटरी पर उतारने की तैयारी है। इसमें लखनऊ के रास्ते बड़ी संख्या में गाड़ियां चलेंगी । इन गाड़ियों की स्थिति फाइनल होने के बाद टाइम टेबल जारी कर दिया जाएगा और यात्री टिकट की बुकिंग भी शुरू हो जाएगी । गर्मी के दिनों सर्वाधिक मारामारी मुम्बई और दिल्ली के स्टेशनों के लिए होती हैं। अभी इन स्टेशनों के जो सामान्य ट्रेनें चल रही हैं, उनमें ज्यादातर ट्रेनों में सीट उपलब्ध नहीं है। ऐसे में समर चलने से यात्रियों को काफी हद तक राहत मिलेगी। यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है।
समस्या को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी ने इस बार पहले ही समर स्पेशल चलाने की प्लानिंग कर ली थी । बताया जा रहा है कि रेलवे बोर्ड की मुहर लगते ही इन ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग शुरू हो जाएगी। चूंकि ये सभी ट्रेनें स्पेशल हैं इसलिए सामान्य ट्रेनों की तुलना में ज्यादा किराया देना होगा।

बेहद पुराने दोस्त 'रूस' को खफा नहीं किया: भारत

बेहद पुराने दोस्त 'रूस' को खफा नहीं किया: भारत   

सुनील श्रीवास्तव        
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। भारत की विदेश नीति का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद उसने बड़ी चतुराई से स्थितियों को संभाला है। भारत ने, न तो अपने बेहद पुराने और भरोसेमंद दोस्‍त रूस को खफा किया, न ही रूस को सबक सिखाने के लिए उतारू पश्चिमी देशों की नाराजगी मोल ली। उसने जंग में शामिल दोनों देशों के प्रमुखों से बात की। लेकिन, किसी के पलड़े में नहीं बैठा। इस कुशल कूटनीति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी काफी वाहवाही हो रही है। इस बीच जयशंकर का एक पुराना वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इसमें वो अंग्रेजों के साथ बैठकर उनकी जमकर धुलाई कर रहे हैं। इस दौरान उन्‍होंने भारत और पश्चिमी देशों के इतिहास का जिक्र किया है।

यह वीडियो एक अक्‍टूबर 2019 का है। अटलांटिक काउंसिल के साउथ एशिया सेंटर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ राउंडटेबल कन्‍वर्सेशन का आयोजन किया था। इसमें विदेश मंत्री ने गोरों के सामने बैठकर उन्‍हें जबरदस्‍त लताड़ लगाई थी।
राउंडटेबल कन्‍वर्सेशन में जयशंकर ने अंग्रेजों के लूटपाट का इतिहास भी याद दिलाया था। वह बोले थे कि आप में से कई लोगों ने दूसरे देश में अपमान की सदी शब्‍द सुना होगा। हालांकि, सच यह है कि भारत को दो सदियों तक पश्चिमी देशों का अपमान सहना पड़ा।
जयशंकर ने बेबाकी से कहा था कि पश्चिम देश डकैत की तरह 18वीं शताब्‍दी के मध्‍य में भारत आए। उसके बाद लगभग 190 सालों तक भारत पर राज किया। इस दौरान उन्‍होंने एक आर्थिक अध्‍ययन का भी जिक्र किया था। इसका हवाला देते हुए जयशंकर बोले थे कि इसमें यह अनुमान लगाने की कोशिश की गई थी कि ब्रिटिश भारत से कितना पैसा बाहर ले गए थे। गणना के हिसाब से यह पाया गया कि आज के मूल्‍य के अनुसार ब्रिटिश भारत का लगभग 45 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (45 लाख करोड़ डॉलर) अपने साथ ले गए थे।
विदेश मंत्री ने कहा था कि इससे अंदाजा हो जाना चाहिए कि उन 200 सालों में असलियत में क्‍या हुआ था। वह आगे बोले थे कि भारत और पश्चिम का इतिहास अफीम की गुलामी का इतिहास है। यह एक बहुत ही घिनौना सच है।
इसके अलावा जयशंकर ने भारत, दक्षिण एशिया और पश्चिमी देशों के बीच उभरते रिश्‍तों पर रोशनी डाली थी। उन्‍होंने जोर देकर कहा था कि जितनी जरूरत पश्चिम को भारत की है, भारत को भी पश्चिमी देशों की उतनी जरूरत है। ये रिश्‍ते संतुलन की मांग करते हैं।
जयशंकर का यह वीडियो ऐसे समय में वायरल हुआ है जब हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत का दो दिवसीय दौरा करके गए हैं। इस दौरान उन्‍होंने रक्षा समेत कई क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने का आश्‍वासन दिया है।

दिल्ली: पहली बार रोबोट की मदद से आग पर काबू

दिल्ली: पहली बार रोबोट की मदद से आग पर काबू   

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में पहली बार रोबोट की मदद से आग पर काबू पाया गया। ये आग दिल्ली के टीकरी कलां में स्थित पीवीसी मार्केट में लगी थी। बताया जा रहा है कि इस आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 20 गाड़ियों को भेजा गया था, लेकिन दो घंटे की मशक्कत के बाद भी इस पर काबू नहीं पाया जा सका। बाद में विदेश से मंगाए गए रोबोट को इस काम में लगाया गया और महज आधे घंटे में ही आग पर काबू पा लिया गया। इस रोबोट की खास बात ये है कि इसे रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में अगर आग बुझाते समय कोई हादसा होता भी है तो उससे जान का नुकसान नहीं होता। कंट्रोल फायर फाइटिंग मशीन कहा जाता है। 
इसे ऑस्ट्रिया ने बनाया है। दिल्ली सरकार ने 2018 में इसका ऑर्डर दिया था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसकी डिलिवरी में देरी हो रही थी। इसी साल ये दिल्ली के फायर डिपार्टमेंट में शामिल हुआ है। दिल्ली सरकार ने ऐसे दो रोबोट ऑस्ट्रिया से ऑर्डर किए थे। फायर ऑफिसर फिरोज खान ने हाल ही में बताया था कि जिन जगहों पर हमारा पहुंचना मुश्किल होता है, ऐसी जगहों पर ये जाकर आग बुझाने में मदद करता है। इस रोबोट को 30 मीटर दूर खड़े होकर रिमोट से ऑपरेट किया जा सकता है। 60 मीटर तक इसका जेट जाता है। बनावट भी खास है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि अगर इसके सामने कुछ बॉक्स या कोई भी रोड़ा आता है, तो वो उसे उठाकर हटा सकता है। इस रोबोट फाइटिंग सिस्टम में टैंक की तरह पहिये बनाए गए हैं, जिससे ये सीढ़ी भी चढ़ सकता है। अगर किसी बड़ी बिल्डिंग में आग लगी है तो इसे ऊपर भी भेजा जा सकता है। फिरोज खान के मुताबिक, पानी के अलावा इससे फोम भी निकल सकता है। इसकी मदद केमिकल से लगी आग को बुझाने में ली जा सकती है।  मिसाइल, जानें खासियत इस मशीन में 140 हॉर्स पॉवर की ताकत है और इसमें डीजल इंजन है। इसमें 60 लीटर तक डीजल भरा जा सकता है। ये 4.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलता है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों में पानी के जो पाइप लगे होते हैं, उसे इस रोबोट में फिट किया जाता है। इस मशीन में वेंटिलेटर सिस्टम भी है, जिससे आग का धुंआ बाहर निकलता है। इस मशीन से एक मिनट में 2,400 लीटर पानी का छिड़काव हो सकता है। पानी का छिड़काव 60 मीटर तक होता है। वहीं, जरूरत पड़ने पर इससे फोम का छिड़काव भी किया जा सकता है। फोम का छिड़काव 35 मीटर तक हो सकता है। इस रोबोट का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में होता है।

'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड' रिकॉर्ड्स में ऑर्थमैन का नाम

'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड' रिकॉर्ड्स में ऑर्थमैन का नाम  

अखिलेश पांडेय        
ब्रासीलिया। अभी के समय में यह एक ट्रेंड बन गया है कि लोग तुरंत ही नौकरी बदल लेते हैं। ऐसा कई कारणों से होता है। भारत में ही देख लें तो नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों की समस्या से टीसीएस (TCS) और इंफोसिस जैसी दिग्गज आईटी कंपनियां परेशान हैं। ऐसे में अगर आपको बताया जाए कि कोई इंसान एक ही कंपनी में पिछले 84 साल से काम कर रहा है, तो आप हैरान हो सकते हैं। हालांकि यह बात कोई कोरी कहानी नहीं, बल्कि पूरी तरह से सच है। यह कहानी है दक्षिणी ब्राजील के शहर में रहने वाले वाल्टर ऑर्थमैन की। उनकी उम्र 100 साल हो चुकी है और वह पिछले 84 साल से एक ही कंपनी में काम कर रहे हैं। उन्होंने फैब्रिक्स बनाने वाली कंपनी रेनॉक्सव्यू में फैक्ट्री फ्लोर पर काम करने से शुरुआत की। अपने हौसले और लगन से वह समय के साथ एडमिनिस्ट्रेशन में चले गए। अभी वह कंपनी में सेल्स मैनेजर हैं।‌ सबसे लंबे समय तक एक ही कंपनी में काम करने के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हो चुका है। पर रहा भारत रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया गया है कि ऑर्थमैन का नाम अब रिकॉर्ड बुक में शामिल हो चुका है। वह अपनी इस शानदार उपलब्धि के बारे में बताते हैं कि हर किसी को वही काम करना चाहिए, जो उन्हें पसंद हो। स्वस्थ रहने के लिए ऑर्थमैन जंक फूड से दूर रहने की हिदायत देते हैं। 
वह कहते हैं, 'आपको काम पसंद आना चाहिए। मैंने इसी जज्बे के साथ काम करना शुरू किया था। आप सिर्फ इस बात के लिए कोई काम नहीं कर सकते कि आप नौकरी कर रहे हैं। ऐसे काम नहीं होता है। ऐसे में आप लंबे समय तक काम में टिक नहीं पाएंगे। हो जाने के बाद भी फिट हैं। फिटनेस का मंत्र देते हुए वह बताते हैं कि खान-पान पर नियंत्रण और रोज एक्सरसाइज से यह संभव होता है। वह कहते हैं, 'मैं वास्तव में नमक और चीनी एवॉयड करता हूं। मैं हर वह चीज एवॉयड करता हूं, जो आंतों को नुकसान पहुंचाता हो। मैं कोक और बाकी अन्य सोडा नहीं लेता। मैं सिर्फ वही चीजें खाता हूं, जो सेहत के लिए ठीक हैं‌। यह वाकई में आपके शरीर को हमेशा मजबूत बने रहने में मदद करता है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,541 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 2,541 नए मामलें   

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 केसों में 2 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2,541 नए मामलें सामने आए हैं। जबकि, इस अवधि के दौरान 30 लोगों की मौत, इस वायरस से हुई है। वहीं, पूरे भारत में अब तक कुल 522,223 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 16,522 हो गई है। जबकि पिछले 24 घंटों में 1,862 लोगों ने कोरोना को मात दी है और अब तक देश में कुल 42,521,341 लोग कोरोना से सही हो चुके हैं। एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, जानें खासियत पिछले 24 घंटे में 3,64,210 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है। अब तक कुल 1,87,71,95,781 लोगों को देश में कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। बता दें कि कोरोना की वैक्सीन लगाने में उत्तर प्रदेश राज्य सबसे आगे है। 
यूपी एकमात्र राज्‍य है, जिसने 31 करोड़ से अधिक टीके की डोज दी है। राजधानी दिल्ली में कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में उछाल आया है और लगातार तीसरे दिन 1 हजार से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। वहीं दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 4 हजार के करीब पहुंच गई है। दिल्ली में बीते करीब ढाई महीने में सबसे ज्यादा सक्रिय कोरोना मरीज हो गए हैं। बीते 24 घंटे के दौरान 1083 नए कोरोना केस आए हैं। रविवार को कोरोना संक्रमण दर 4.48 फीसदी रही है। 24 घंटे के दौरान 1 मरीज की मौत हुई है। 12 फरवरी के बाद से सबसे ज्यादा सक्रिय कोरोना मरीज हो गए हैं। 12 फरवरी को सक्रिय मरीजों यानी एक्टिव केस की संख्या 4331 थी।

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए

अध्यात्म: आज मनाया जाएगा 'छठ' पर्व, जानिए  सरस्वती उपाध्याय  हर साल कार्तिक मास की शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि को छठ पर्व की शुरुआत ह...