शनिवार, 9 मई 2020

मृतक संख्या 1983 संक्रमित-59665

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अभी वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 59662 है, जबकि 1983 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर  59665 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 1983 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 59665  केसों में 39834 एक्टिव केस हैं, वहीं  17847 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।


दिल्ली के बड़े अस्पतालों में 1451, कोविड स्वास्थ्य केंद्र में 203 और कोविड निगरानी केंद्र में 1136 मरीज भर्ती हैं। इनके अलावा होम आइसोलेशन में पहली स्टेज के कोरोना संक्रमित 937 मरीज हो चुके हैं। दिल्ली में अब तक 81367 सैंपल की जांच हो चुकी है, जिनमें से 4135 सैंपल शुक्रवार को जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। दिल्ली में फिलहाल 84 कंटेनमेंट जोन हैं। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 18 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।


संक्रमण का दायरा, चपेट में उद्बबिलाव

नई दिल्ली। कुत्ते, बिल्ली, बाघ और शेर के कोरोना वायरस से शिकार होने के बाद अब ऊदबिलाव (Mink) भी इस बीमारी से संक्रमित होने वाले जानवरों की लिस्ट में शामिल हो गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड्स के एक फर फार्म में दो ऊदबिलाव नए कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।


इससे पहले पिछले महीने ही न्यूयार्क से ख़बर आई थी, कि वहां एक चिड़ियाघर में शेर और बाघों को उनका ध्यान रखने वाले कर्मियों से कोरोना वायरस का संक्रमण लग गया।मेलबर्न विश्वविद्यालय के डॉ. पेटा हिचेंस ने कहा कि कोरोना वायरस लुप्तप्राय वन्यजीवों के लिए "विनाशकारी" साबित हो सकता है और अब हमें उन्हें बचाने के लिए काम शुरू कर देना चाहिए। इसमें वन्यजीव व्यापार और तस्करी पर पूरी तरह से नियंत्रण भी शामिल है, साथ ही पारितंत्र के संरक्षण की जहां मानव अतिक्रमण और विनाश के कारण हमारे और जंगली जानवरों के बीच दूरियां कम हो गई हैं। डॉक्टर हिचेंस ने कहा कि ऊदबिलाव का कोरोना वायरस से संक्रमित होना हैरान करने वाली बात नहीं है। साल 2003 में जब SARS फैला था, तो कम से कम 16 प्रजातियां इसकी चपेट में आई थीं, जिसमें ऊदबिलाव, बिज्जू (palm civet), चमगादड़, होर्सशू चमगादड़ की कई प्रजातियां, लाल लोमड़ी, जंगली सूअर, रैकून और पाल्तू बिल्ली व कुत्ते जैसे जानवर शामिल थे। नीदरलैंड्स के अधिकारियों का मानना है कि खेतों में काम करने वाले किसानों से ऊदबिलाव संक्रमित हो गए। तभी से किसानों को क्वारेंटीन में रखा गया था। साल 2013 में ही ऊदबिलाव को पालना बैन कर दिया था, जबकि ऊदबिलाव के मौजूदा फार्म को 2024 तक बंद करना होगा। अंतरराष्ट्रीय और यूके की हुयूमन सोसाइटी की एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर क्लेयर बास ने कहा कि जानवर कई सालों से कई तरह के कष्ट झेल रहे हैं, और अब उनसे कई तरह की बीमारियां फैलना का डर भी है, इसलिए अब फैशन इंडस्ट्री के पास फर-फ्री होने का काफी अच्छा मौका है, साथ ही सरकार को भी इस घिनौने धंधे पर विराम लगाने की ज़रूरत है। कोविड-19 के प्रकोप से हमें एक बात सीखने को ज़रूर मिली है कि अगर हम जानवरों का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ेंगे, तो इसके परिणाम मानव और जानवरों दोनों के लिए गंभीर हो सकते हैं।"


'मोदी सरकार' एक बदनुमा दाग

 प्रवासी मजदूरों की लगातार खाने रहने और इलाज की दिक्कतें बढ़ते जाने और केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर अभी तक कोई समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार और केंद्र सरकार की ही तरह  भाजपा के सांसदों  को गरीब मजदूर किसान और उनके हितों और छत्तीसगढ़ से कोई सरोकार नहीं है। औरंगाबाद में बेहद दर्दनाक घटना हुई है।मजदूरों का सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना और अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद करना केंद्र सरकार के ऊपर एक बदनुमा दाग है। गर्भवती महिला को सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है अपने गांव घर पहुंचने के लिए और मजदूरों की जाने जा रही हैं और केंद्र सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है इस स्थिति को कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भूख प्यास और थकान के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता  कम हो जाती है । भूखे प्यासे और पैदल चलने के कारण थके मजदूर वायरल संक्रमण के आसानी से शिकार बनते हैं। केंद्र सरकार ने लॉक डाउन करने के 4 दिन पहले से जो ट्रेनें बंद की उसका परिणाम आज देश का गरीब मजदूर किसान भुगत को मजबूर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि अपने घर गांव लौटने के लिए बेबस मजदूर भूख प्यास थकान और करोना का शिकार बनने के लिये मजबूर किये गये। भारत का इतिहास इस त्रासदी के लिए कभी मोदी सरकार को माफ नहीं करेगा नोटबंदी की तरह ही लॉक डाउन भी बिना किसी योजना के मोदी सरकार ने किया। नोटबंदी की तरह लॉक डाउन में भी समाज के सबसे कमजोर और गरीब वर्गों के लोग शिकार बने।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से बाहर कमाने खाने गए हुए मजदूरों को रोजी-रोटी तो नहीं मिली और जो देखकर लेकर बाहर गए थे उस कर्ज का बोझ भी उनके सर पर खड़ा है। हर साल बाहर गए हुए प्रवासी मजदूर मई माह में वापस छत्तीसगढ़ आकर अपनी खेती किसानी की तैयारी में जुट जाते थे। प्रवासी मजदूरों की अब तक वापसी ना हो पाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने छत्तीसगढ़ के लिए जल्दी से जल्दी ट्रेनें चलाई जाने की कांग्रेस की मांग दोहराई है।


यूपीः अब 12 घंटे काम करेंगे कामगार

नई दिल्ली/लखनऊ। यूपी की योगी सरकार की मज़दूरों पर नई मार उनके काम के घटों को बढ़ाने के तौर पर पड़ी है। सरकार ने काम के घंटों को 8 से बढ़ाकर 12 कर दिया है। इसके साथ ही शिकागो की लड़ाई में मिले मज़दूरों के अधिकारों का कम से कम यूपी में खात्मा हो गया है। यूपी की योगी सरकार ने उसकी कब्र खोद दी। आज से दो दिन पहले कैबिनेट से प्रस्ताव पारित करने के बाद अध्यादेश के ज़रिये सरकार ने सारे श्रम कानूनों को तीन साल के लिए स्थगित कर दिया था। यानि किसी भी मज़दूर का अब कोई अधिकार नहीं रहेगा। सरकार की ओर से जारी आज की अधिसूचना में देश में जारी कोरोना महामारी का ज़िक्र किया गया है। इसके साथ ही उसमें कहा गया है कि इससे आपात कोटि की आंतरिक अशांति उत्पन्न हो गयी है। इसके बाद कारख़ाना अधिनियम की विभिन्न धाराओं का हवाला देते हुए कहा गया है कि “कोई वयस्क कर्मकार किसी भी कारख़ाना में किसी एक कार्य दिवस में 12 घंटे तथा एक सप्ताह में 72 घंटे से अधिक कार्य करने के लिए अनुज्ञात नहीं होगा या उससे ऐसा करने की अपेक्षा नहीं की जाएगी”।


इसके साथ ही छह घंटे के अंतराल पर आधे घंटे का विश्राम देने की बात अधिसूचना में की गयी है। हालाँकि तीसरा आदेश समय के घटों के अनुरूप वेतन बढ़ाने के संदर्भ में है। लेकिन यह सबसे बड़ा सवाल बनकर रह जाएगा कि क्या कोई मालिक उसके अनुपात में वेतन बढ़ाने के लिए तैयार होगा। एक ऐसे मौक़े पर जब कि वेतन में कटौतियाँ हो रही हैं और उसको सरकार का खुला संरक्षण हासिल है। तीसरा आदेश न केवल हास्यास्पद लगता है बल्कि खुली आँखों में धूल झोंकने जैसा है।


5 हजार बसों से राज्यों में भेजे जाएंगे प्रवासी

राणा ओबराय


हरियाणा सरकार द्वारा 7 दिनों में सौ ट्रेनें व 5 हजार बसों से गृह राज्यों में भेजे जाएंगे प्रवासी मजदूर

चण्डीगढ़। हरियाणा राज्य सरकार द्वारा घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को अगले सात दिनों में 100 रेलगाड़ियों व 5000 बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में निशुल्क पहुंचाया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजने के लिए चलाई जाने वाली रेलगाड़ियों व बसों का सारा खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश व पूर्वी उत्तर-प्रदेश के लिए 100 विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल-प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में 5000 बसों के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जाएगा। सीएम मनोहर लाल की हर प्रवासी श्रमिक और खेतीहर मजदूर को उनके गृह राज्यों में हरियाणा सरकार की ओर से मुफत भेजने के लिए की गई घोषणा के उपरांत अब तक 23452 ऐसे प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न रेलगाड़ियों व बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। अब तक राज्य से 13347 प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश पहुंचाया गया है। इसी प्रकार, उत्तराखंड राज्य के 3133 प्रवासी मजदूरों को भेजा गया है, वहीं, 3593 प्रवासी मजदूरों को बिहार भेजा गया है। 2549 प्रवासी श्रमिकों को मध्य प्रदेश, 435 प्रवासी मजदूरों को राजस्थान, 221 प्रवासी मजदूरों को पंजाब, 54 प्रवासी मजदूरों को हिमाचल प्रदेश, 46 प्रवासी मजदूरों को केरल, 32 प्रवासी मजदूरों को असम, 23 प्रवासी मजदूरों को महाराष्ट्र और 19 प्रवासी मजदूरों को गुजरात पहुंचाया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार महज छह दिन में हरियाणा से करीब आठ लाख लोगों ने अपने राज्यों को लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर हरियाणा सरकार ने पिछले रविवार को उन लोगों का पंजीकरण शुरू किया था जो लॉकडाउन के चलते अपने राज्यों को लौटना चाहते हैं। शुक्रवार दोपहर तक सरकार की इस साइट पर 7 लाख 95 हजार 465 लोगों ने पंजीकरण करवाया है। इनमें करीब 82.55 फीसदी यूपी व बिहार राज्यों के हैं, जबकि अन्य मध्यप्रदेश, झारखंड व तामिलनाडु के हैं। हरियाणा से पलायन करने वालों में 81.9 फीसदी व्यक्ति पानीपत, सोनीपत, गुड़गांव, फरीदाबाद, झज्जर, यमुनानगर और रेवाड़ी जिलों से संबंधित हैं। दूसरी ओर हरियाणा आने के लिए करीब डेढ़ लाख ने पंजीकरण कराया है।


चेयरमैन ने महाराणा को जयंती की बधाई दी

राणा ओबराय

हरियाणा के सीएम,मंत्री,सांसद विधायको,पूर्व विधायको,चेयरमैन,पूर्व चेयरमैन ने महाराणा प्रताप जयन्ती पर जनता को दी बधाई

चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल,मंत्री डॉ बनवारीलाल, मंत्री रणजीत सिंह,मंत्री ओमप्रकाश यादव, सांसद संजय भाटिया, सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा, विधायक दीपक मंगला, विधायक लीलाराम गुर्जर सीएम हरियाणा के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी,पूर्व विधायक डॉ पवन सैनी, चेयरमैन अमरिंदर सिंह व पूर्व वाईस चेयरमैन राणा ओबराय ने महाराणा प्रताप जयंती की लोगो को बधाई देते हुए ने कहा कि महाराणा प्रताप एक राष्ट्रीय नायक हैं। इतिहास इस बात का गवाह है कि महाराणा प्रताप ने केवल एक वर्ग के लिए ही नहीं बल्कि समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करते हुए पूरे भारत देश का नेतृत्व किया था और गुलामी के विरोध में आजादी की पहली लड़ाई इसी महान योद्धा ने शुरू की थी। खास बात यह है कि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ई. विक्रमी संवत 1596 ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तीसरी को राजस्थान के मेवाड़ हलके के किला कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह के घर माता जयावंतां बाई की कौख से हुआ। महाराणा प्रताप ने उस मुगल अकबर की राजनीति के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने हिन्दुस्तान के टुकड़े-टुकड़े करने और हमारे धार्मिक स्थानों को तोडऩे का बीड़ा उठाया था। उन्होंने अपने स्वाभिमान को कायम रखा और भीलों को संगठित करके अकबर के हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया। अपने 25 सालों के राजकाल में महाराणा प्रताप 22 सालों तक युद्ध लड़ते रहे। यह बात उनकी शूरवीरता और महान योद्धा होने का प्रतीक है। मंत्री, विधायक, राजनीतिक सचिव आदि सभी ने कहा कि आज तक भी महाराणा प्रताप की देशभक्ति अजर और अमर है और वह देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि इस साल पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन होने के चलते महाराणा प्रताप जयंती पर कोई प्रोग्राम नहीं किया जा रहा है परन्तु उन्होंने अपील की कि महाराणा प्रताप के जन्म दिवस के अवसर पर अपने घरों में रात को 8 बजे दीपक जलाकर और यदि संभव हो तो, महाराणा प्रताप की तस्वीर पर श्रद्धा के फूल भेंट करके यह जयंती मनाएं और भारत के इस महान नायक को नम्र श्रद्धांजलि भेंट करें।


मुठभेड़ में 3 पुलिसकर्मी-2 अपराधी घायल

मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी एवं दो अपराधी घायल


बहराइच। बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र में गंडारा बाजार के पास मुठभेड़ में दो इनामी बदमाश और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।


पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने शनिवार को बताया कि बदमाश राजू एवं दुल्ला उर्फ अब्दुल्ला के खिलाफ गोहत्या और मारपीट सहित 14 मामले दर्ज हैं। मिश्र ने बताया कि कैसरगंज थाने के कोतवाल संजय सिंह एवं गंडारा चौकी प्रभारी प्रकाश त्रिपाठी एवं कांस्टेबल मनीष यादव खालेपुरवा में शुक्रवार रात लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने के लिए ड्यूटी पर थे। उन्होंने बताया कि इस बीच बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर जा रहे बदमाशों को रोका गया, तो उन्होंने देशी तमंचों से पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस बल ने भी जवाबी गोलीबारी की, जिसमें दोनों बदमाश घायल हो गए। मिश्र ने बताया कि करीब आधा घंटा चली मुठभेड़ में संजय सिंह, प्रकाश त्रिपाठी और मनीष यादव भी घायल हो गए।राजू एवं दुल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है और घायल पुलिसकर्मियों एवं आरोपियों को इलाज हेतु मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।


यूपीः1800 एक्टिव पेशेंटः स्वास्थ्य-सचिव

यूपी में कोरोना के 1800 एक्टिव पेशेंट, राज्य में रिकवरी रेट काफी बेहतर-प्रमुख स्वास्थ्य सचिव


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोरोना के 1800 एक्टिव पेशेंट हैं, जिनका राज्य के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट देश के रिवकरी रेट से काफी अच्छा है और यह हमारे लिए संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि अभी तक 1399 कोविड-19 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।


अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि देश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 30 प्रतिशत है जबकि यूपी में यह दर 43 प्रतिशत के आसपास है। उन्होंने कहा कि राज्य में कल 4525 सैंपल की टेस्टिंग की गई। वहीं 334 पूल टेस्टिंग भी हुई, जिसमें से 25 पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख 24 हजार से ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच हो चुकी है। प्रत्येक दिन जांच का नंबर बढ़ भी रहा है।
प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के लिए त्रिस्तरीय मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की है। राज्य में अभी तक 53459 बेड्स कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर इतने मरीज होते हैं तो हमारे पास उनके इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। ये बेड्स सरकारी, प्राइवेट और कोविड-19 के समर्पित अस्पतालों में हैं।


उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक और विदेशों से लोग राज्य में आ रहे हैं। सरकार उन्हें क्वारंटाइन कर रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अपना सामाजिक दायित्व समझें और क्वारंटाइन में रहें। इससे वे खुद और समाज दोनों को सुरक्षित करने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय ग्राम सभा और अन्य संस्थाओं को ज्यादा सक्रियता से काम करने की जरूरत है। अमित मोहन प्रसाद ने एक बार फिर दोहराया कि लोग लगातार हाथ धोते रहें और बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग करने के साथ ही दो गज दूरी का पालन करें।


बस के कुचलने से दो की दर्दनाक मौत

बस से कुचलकर 2 की दर्दनाक मौत


लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अमेठी जनपद के मुंशीगंज स्थित चौराहा के पास श्रमिको को उनके घर पहुँचाने जा रही महोबा कानपुर बस शंख्या यू०पी 77 टी 5339 ने बाइक सवारों को कुचला जिसमे 2 की दर्दनाक मौत हो गई।


मृतक मुंशीगंज अंतर्गत कोरारी लच्छनशाह बरियार का पुरवा रंजीत गुप्ता 30 वर्ष पुत्र कन्हई और दूसरा मड़ेरिका निवासी शंकर 40 वर्ष पुत्र कालिका गुप्ता बाईक से कहीं जा रहे थे।


शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेज दिया है,बस और बस चालक रामदेव पुत्र बुधराम निवासी मिशनकोली किशन खेड़ा थाना बिहार जनपद उन्नाव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।


राजकुमार


कोरोना योध्दाओं को किया गया सम्मानित

कायस्थ महासभा द्वारा कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित


नगर पालिका परिषद के अधिकारियों कर्मचारियों को फूल माला पहनाकर तथा पुष्प वर्षा कर भेंट किए गए अंग वस्त्र


सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना योद्धाओं द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी बेहतर प्रयास के लिए कायस्थ महासभा द्वारा नगर पालिका परिषद के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को माला पहनाकर पुष्प वर्षा कर तथा अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित करने का काम किया गया।


कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी अब वैश्विक महामारी बन चुकी है। पूरे विश्व के साथ भारत देश भी प्रभावित है। और ऐसे संकट में नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी बेहतर सफाई व्यवस्था कर सैनिटाइजेशन कर कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने का पूरा प्रयास करते रहते हैं। इसी बेहतर प्रयास के लिए कायस्थ महासभा के संयोजक शिव प्रकाश श्रीवास्तव अध्यक्ष निरंजन श्रीवास्तव महामंत्री राकेश निगम उर्फ हनुमान निगम तथा अमित कुमार आदि ने मिलकर नगर के रामलीला मैदान के निकट राष्ट्र कवि सोहन लाल द्विवेदी पुस्तकालय वाचनालय परिसर में नगर पालिका परिषद के सफाई स्पेक्टर राजेंद्र कुमार सिंह अवर अभियंता जलकल विभाग नीरज शुक्ला सफाई नायक विद्यासागर सफाई नायक योगेंद्र पाल तथा अंशुमान के अलावा लगभग आधा सैकड़ा सफाई कर्मचारियों को फूल माला पहनाकर तथा पुष्प वर्षा करने के साथ ही अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित करने का काम किया इस मौके पर कायस्थ महासभा के संयोजक शिव प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ एसपी श्रीवास्तव ने कहा के कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बिंदकी नगर पालिका परिषद द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। बेहतर सफाई की जाती है सड़कों का सैनिटाइजेशन किया जाता है। इस प्रयास के लिए निश्चित रूप से नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी सफाई कर्मचारी सभी लोग सम्मान के पात्र हैं इसलिए उन्हें सम्मानित करने का काम किया गया है।


विदेशों से लौटें भारती किए गए 'क्वारंटीन'

गाजियाबाद। वंदेभारत मिशन के तहत दूसरे देशों से लौट रहे भारतीयों को क्वारंटीन करने के लिए यूपी के दो जिलों गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को नोडल डिस्ट्रिक्ट बनाया गया है। विदेश से आने वाले प्रदेश के लोग पहले 14 दिन इन्हीं जिलों में क्वारंटीन किए जाएंगे। इसके बाद कोरोना संक्रमण की जांच के बाद उन्हें उनके जनपद में भेजा जाएगा। बता दें कि आज ढाका से 37 लोग पहुंचे हैं।


जानकारी के मुताबिक, विदेश से आने वाले भारतीयों को क्वारंटीन करने के लिए जिला प्रशासन ने स्थानीय होटलों को अधिग्रहित कर लिया है। इससे बाहर से आने वाले लोगों को एयरपोर्ट से सीधे इन गेस्ट हाउस में लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि तत्काल प्रभाव से विदेशों से आए भारतीयों को आइसोलेशन में रखने के लिए होटलों को अधिग्रहित किया जा रहा है। वहीं आइसोलेशन में रखे जाने के लिए उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से निर्धारित दर पर इन होटल और गेस्ट हाउस को अग्रिम आदेश तक अभिहित किया जाता है और विदेशों से आ रहे लोगों को इन होटलों और गेस्ट हाउस को स्वयं भुगतान करना होगा।


गाजियाबादः 3 परिवार 3 तक क्वारंटाइन

गाजियाबाद। गाजियाबाद में सील सोसायटी में कूड़ा उठाने वाली गाड़ी न पहुंचने से हो रही समस्या अब दूर हो गई है। सेक्टर-4 की पार्क एवेन्यू सोसायटी में 3 परिवार 30 अप्रैल से क्वारंटीन हैं। यहां 2 कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद से सोसायटी सील है। इस कारण यहां कचरा उठाने वाली गाड़ियां नहीं आ रही थीं। एनबीटी ने शुक्रवार को इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद सुबह 10 बजे गाड़ी आई और सोसायटी से कूड़ा उठाया गया।


30 अप्रैल से बंद थी एंट्रीः आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ए़ के़ चौबे ने बताया कि 30 अप्रैल को तीनों परिवारों को क्वारंटीन किया गया था, तभी से इलाका सील हो गया। यहां कूड़े की गाड़ी अंदर नहीं आ रही थी। इस कारण क्वांरटीन किए परिवारों को खुद जाकर कूड़ा फेंकना पड़ता था। पड़ोसियों की नाराजगी के बाद उन्होंने कूड़ा फेंकने जाना बंद किया। इससे उनके घर के बाहर कचरे का ढेर लगता गया। कूड़ा गाड़ी की एंट्री के लिए आरडब्ल्यूए ने कई बार गेट पर बैठे पुलिसकर्मियों से कहा। प्रशासनिक अधिकारियों को भी बताया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। शुक्रवार को एनबीटी में खबर छपने के बाद समस्या दूर हो गई।


मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूंः अमित शाह

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि वह ‘‘पूरी तरह स्वस्थ’’ हैं और किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं। शाह ने बयान जारी कर कहा कि उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में अफवाह सोशल मीडिया के माध्यम से फैली। उन्होंने ट्वीटर पर बयान साझा करते हुए कहा, ‘‘मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है। अमित शाह ने कहा कि देश इस समय कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ रहा है और देश के गृह मंत्री के नाते देर रात तक अपने कार्यों में व्यस्त रहने के कारण मैंने इस सब पर ध्यान नहीं दिया। जब यह मेरे संज्ञान में आया तो मैंने सोचा कि यह सभी लोग अपनी काल्पनिक सोच का आनंद लेते रहें, इसलिए मैंने कोई स्पष्टता नहीं की।
गृह मंत्री ने आगे कहा कि मेरी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं और मेरे शुभचिंतकों ने विगत दो दिनों से काफी चिंता व्यक्त की, उनकी चिंता को मैं नजरअंदाज नहीं कर सकता। इसलिए मैं आज स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है।


पीडित परिवारों का सड़क पर हुआ विरोध

उत्तर प्रदेश-फिरोजाबाद। स्थित छारबाग में लोकल लोगों ने कोरोना वायरस के मरीज की मृत्यु के बाद उसके मृत शरीर को लेकर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिसवालों तथा परिवार के लोगों का सड़क पर उतर कर विरोध किया। लोकल लोगों ने मृत शरीर को छारबाग से ले जाने की मांग की व जमकर नारेबाजी की। बाद में वरिष्ठ पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया व शुक्रवार देर रात्रि मृत शरीर को यमुना किनारे ले जाकर उसकी अंत्येष्टि की गई।


फिरोजाबाद के प्रेम नगर डाकबंगला निवासी मनोज कुमार (33) कोरोना से संक्रमित थे व शुक्रवार को मृत्यु हो गई थी।मनोज के परिजनों के साथ स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस देर शाम छारबाग स्थित स्वर्ग आश्रम पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंची. इसकी जानकारी मिलने पर लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध करना प्रारम्भ कर दिया। कुछ ही देर में सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए। बाद में, वरिष्ठ पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर जाकर स्थिति को संभाला। नगर मजिस्ट्रेट कुंवर पंकज सिंह ने बताया कि समझाने बुझाने पर लोग मान गए थे, लेकिन स्थिति दोबारा ना बिगड़े, इसलिए मृत शरीर को यमुना किनारे ले जाकर उसकी अंत्येष्टि की गई।


गूगल-फेसबुक के कर्मचारी 'वर्क-होम' करेंगे

नई दिल्ली। गूगल के ऑफिस एक जून से पहले नहीं खुलेंगे। वहीं अब खबर है कि गूगल और फेसबुक अपने कर्मचारियों को साल 2020 के अंत तक घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने की सुविधा दे रही हैं। इससे पहले गूगल ने सभी कर्मचारियों को ई-मेल के जरिए बताया था कि जून से पहले दफ्तर आना संभव नहीं है लेकिन अब वर्क फ्रॉम होम की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया गया है।


फेसबुक की बात करें तो छह जुलाई को फेसबुक के ऑफिस खुल जाएंगे लेकिन वर्क फ्रॉम होम की पॉलिसी दिसंबर के अंत तक लागू रहेगी। इस दौरान सिर्फ जरूर काम के लिए ही कर्मचारियों को दफ्तर आने की जरूरत होगी। वर्क फ्रॉम होम को लेकर फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि जो कर्मचारी दफ्तर से दूर अपना काम जारी रख सकते हैं, वे साल के अंत तक वर्क फ्रॉम होम की सुविधा ले सकते हैं।


अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी कहा है जिन कर्मचारियों को काम घर से हो सकता है, वे अपना काम साल के अंत तक घर से कर सकते हैं, लेकिन जिनका काम ऑफिस आए बिना नहीं हो सकता, वे जुलाई से ऑफिस आना शुरू कर सकते हैं।


कुछ दिन पहले सुंदर पिचाई ने गूगल के कर्मचारियों को एक ई-मेल किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि लंबे समय तक घर पर काम करने के बाद कर्मचारियों को ऑफिस आना चौंकाने वाला होगा, लेकिन एक जून से पहले यह संभव नहीं है।


पिचाई ने अपने कर्मचारियों के लिए विशेष निर्देश जारी किया है जिसमें उन्होंने खुद के साथ परिवार के सदस्यों की देखभाल करने की बात कही है। उन्होंने कहा है जिनको परिवार को लेकर कोई समस्या है वे तुरंत ऑफिस ना आएं। इसके लिए वे अपने मैनेजर से बात करें और सुविधानुसार घर से काम करें।


पिचाई ने कर्मचारियों को भेजे मेल में लिखा था, 'सभी लोग दफ्तर में एक साथ नहीं जाएंगे और दफ्तर में सभी के लिए अलग-अलग जगह होगी जिसकी गाइडलाइन भी अलग होगी। मुझे पता है कि ऑफिस आने को लेकर आपलोगों के दिमाग में कई सारे सवाल होंगे।' बता दें कि टेक कंपनियों में गूगल पहली ऐसी कंपनी है जिसने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सबसे पहले सुविधा दी थी।


अमेरिका ने सऊदी अरब की सुरक्षा घटाई

तेल को लेकर तकरार, अचानक अमेरिका ने सऊदी अरब की सुरक्षा घटाई


वाशिंगटन डीसी/ रियाद। सऊदी अरब और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने के बीच अमेरिका ने फैसला किया है कि वह सऊदी अरब से अपने एंटी मिसाइल सिस्टम और कुछ फाइटर एयरक्राफ्ट हटा लेगा। ईरान से सऊदी अरब की सुरक्षा करने के लिए अमेरिका ने दो पैट्रियट एंटी मिसाइल बैटरीज सऊदी अरब में तैनात किए थे। तेल को लेकर तकरार अमेरिका ने सऊदी अरब की सुरक्षा घटाई। हालांकि, इस फैसले के बाद सऊदी अरब के किंग सलमान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच शुक्रवार को बातचीत भी हुई है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा है कि दोनों नेताओं ने वैश्विक उर्जा बाजार में स्थिरता के महत्व पर सहमति जताई है। हालांकि, बयान में पैट्रियट एंटी मिसाइल को लेकर कुछ नहीं कहा गया।


वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस की वजह से तेल की खपत कम होने के बाद सऊदी अरब ने तेल उत्पादन बढ़ा दिया था। इसकी वजह से तेल उत्पादन करने वाली अमेरिकी कंपनियों पर दबाव बढ़ गया था। पिछले महीने ट्रंप ने सऊदी अरब को तेल का उत्पादन कम करने के लिए समझाने का प्रयास किया था। शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि सऊदी अरब से एंटी मिसाइल सिस्टम हटाया जा रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि इससे ये संकेत नहीं निकाला जाना चाहिए कि अमेरिका सऊदी अरब को सहायता घटा रहा है। पोम्पियो ने कहा कि तेल को लेकर दबाव बनाने के लिए ये फैसला नहीं लिया गया है। पोम्पियो ने यह भी जोड़ा कि इसका मतलब ये भी नहीं है कि ईरान अब खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि एंटी मिसाइल सिस्टम को कुछ ही वक्त के लिए लगाया गया था। वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया है कि एंटी मिसाइल सिस्टम के साथ तैनात 300 सैनिक भी वापस बुलाए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ ही महीने पहले अमेरिका ने सऊदी अरब में अपनी मिलिट्री की मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया था।


येचुरी ने राष्ट्रपति कोविंद को लिखा खत

कोविड-19 लॉकडाउन: सीताराम येचुरी ने राष्ट्रपति कोविंद को श्रम कानूनों पर लिखा खत


नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (CPI-M) के महासचिव सीताराम येचुरी ने श्रम कानूनों पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में लिखा है। कोविंद को येचुरी के पत्र में कहा गया है कि मौजूदा श्रम कानूनों में 'कठोर' बदलाव किए जा रहे हैं, खासकर उस समय जब देश में तालाबंदी की घोषणा के बाद से प्रवासी श्रमिकों के "सबसे अमानवीय दुखद आयाम" देखे जा रहे हैं।


3 सरकारों का श्रमिकों को लेकर कदम

नई दिल्ली।  यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार, मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार, गुजरात की विजय रूपाणी सरकार इन सभी ने श्रमिकों को लेकर एक कदम उठाया है। ये कदम उठाने के पीछे दलील दी गई कि रोजगार पनपे और उद्योग-धंधे खूब फले-फूले। लेकिन सवाल उठाने वाले कह रहे हैं कि जो कदम इन सरकारों द्वारा उठाए गए हैं वो श्रमिक विरोधी हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का संगठन भारतीय मजदूर संघ भी इस फैसले की मुखालिफत करते हुए पूरे देश में आंदोलन की तैयारी में है।  


मामला क्या है : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 7 मई को एक अध्यादेश लाकर 38 श्रम कानूनों पर 3 साल के लिए रोक लगा दी है। ये कानून उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के हक से जुड़े थे। इस अध्यादेश का नाम है ‘उत्तर प्रदेश अस्थायी श्रम कानूनों से छूट अध्यादेश, 2020’ जिसके तहत मजदूरों के हक में काम करने वाले कई कानूनों पर अगले तीन वर्षों तक रोक रहेगी। इस कथित राहत का लाभ नये और पुराने दोनों तरह के उद्योगों को मिलेगा। इसके नोटिफिकेशन के बाद तीन साल तक इन संस्थाओं में श्रम कानूनों को लेकर कोई जांच आदि नहीं होगी। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह नोटिफिकेशन यूपी में लागू हो जाएगा।


गाजियाबादः शर्तों का हो रहा है 'उल्लंघन'

गाजियाबाद। ऑरेंज जोन में आने के बाद सरकार ने औद्योगिक इकाइयों को खोलने की अनुमति प्रदान की लेकिन शर्तों के साथ शर्तों का हो रहा है खुला उल्लंघन श्रम विभाग नहीं कर पा रहा है।


कोई कठोर कार्यवाही ऐसे ही सूत्र बताते हैं कई फैक्ट्रियोंः में मजदूर अपनी जान की बाजी लगाकर अपने परिवार के लिए काम करने जा रहे हैं फैक्ट्री की तरफ से ना तो उनको हाथ धोने का साबुन दिया  जा रहा है नहीं हैंड सैनिटाइजर दिया जा रहा है जिससे वह इस वैश्विक महामारी की चपेट में आ सकते हैं यह औद्योगिक इकाई रेल का डिब्बा बनाती है जिसमें अनेकों मजदूर काम करते है।


जब हमारे संवाददाता ने इस संबंध में श्रम विभाग विभाग मजदूर निरीक्षक से बात की तो उन्होंने फोन पर उन्हें बताया की  सैकड़ों औद्योगिक इकाइयों  को हम वहां जाकर चेक नहीं कर सकते हैं यदि कोई मजदूर हमें इसकी शिकायत करता है तो हम कार्यवाही कर सकते हैं ।


लेकिन मजदूर अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूर है तो मजदूर इस मामले में शिकायत करने में असमर्थ है सूत्र बताते हैं ऐसे ही कितनी औद्योगिक इकाइयां हैं जिनमें बगैर किसी सुरक्षा इंतजामों के बगैर ही लोग काम कर रहे हैं और वह झुंड में जाकर काम पर लग जाते हैं जबकि सरकार की गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है यदि श्रम विभाग नहीं चेता तो इस महामारी की चपेट में काफी लोग आ सकते हैं।


गाजियाबाद में चतुर्थ दिवस संपन्न हुआ

आज की नारी अबला नही सबला है-- उर्मिला आर्या


गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवती परिषद के मार्गदर्शन में चल रहे  6 मई से 13 मई 2020 तक ऑनलाइन आर्य कन्या शिविर का चतुर्थ दिवस सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। शिविर का शुभारम्भ करते हुए ।


कु अनिता आर्या ने सुमधुर भजन के साथ सत्र का शुभारंभ किया।तदुपरान्त परिषद की उप प्रधान शिक्षिका प्रगति आर्या ने अपने विषय सर्वांग सुन्दर व्यायाम के बारे में जानकारी दी और उसका महत्व व अर्थ बताते हुए कहा कि हम सभी अपने आपको तंदरुस्त रखना चाहते है जिसके लिए हमे नियमित रूप से व्यायाम करने चाहिए।जिनके लिए हमे किसी न किसी साधन या सुविधा की आवश्यकता होती है,परन्तु यदि हमारे पास व्यायाम करने के कोई भी साधन उपलब्ध न हो, ऐसे में भी हम किस प्रकार व्यायाम कर अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं।साथ हीं सर्वांग सुन्दर व्यायाम का अर्थ समझाते हुए कहा कि जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है सर्वांग अर्थात शरीर के सम्पूर्ण अंगों को सुन्दर बनाने के व्यायाम और सुन्दर से हमारा तात्पर्य है अपने आप को शारिरिक तौर पे स्वस्थ व मजबूत बनाने से है न कि बाहरी सुंदरता से।इन अभ्यासों के माध्यम से अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते हैं।साथ ही उन्होंने सर्वांग सुन्दर व्यायाम के आठ अभ्यासों को कराया और उनके लाभों की चर्चा की।


 परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा की एक आदर्श आर्य युवती दो परिवारों को प्रशिक्षित कर संस्कार दे सकती है।जिस घर मे वो अभी है उस घर को तो वे स्वर्ग बनाती ही है विवाह के बाद जब वे अपने दूसरे घर जाती है तो वहाँ भी सभी को संस्कारित कर सकती है अपने व्यवहार से।


शिविर के दुसरे सत्र में परिषद की  शिक्षिका करुणा शर्मा ने लक्ष्मी बाई को याद करते हुए एक देश भक्ति गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


आर्य युवती  परिषद की  प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती उर्मिला आर्या ने  कहा कि आज की नारी अबला नही सबला है और हम इन शिविरों के माध्यम से नारी शक्ति को आत्म रक्षा के गुण सीखा कर मजबूत राष्ट्रभक्त तैयार कर रही है।साथ ही उन्होंने बताया कि एक आदर्श आर्य युवती के क्या क्या कार्य होतें है और वे किस प्रकार समाज मे अपनी पहचान बना सकती है।
परिषद की उप प्रधान शिक्षिका प्रगति आर्या ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। परिषद की शिक्षिका पिंकी ने सभी का आभार व्यक्त किया और शांति पाठ के साथ शिविर  के सत्र का समापन किया।इस अवसर पर मुख्य रूप से  आर्य युवती परिषद की प्रधान शिक्षिका शास्त्री मनीषा आर्या,शिक्षिका सरस्वती,अनिता, चिंकी,ज्योति,शीतल,सुनीता बुग्गा,राजश्री यादव आदि उपस्थित रहे।


प्रधान पर विकास कार्य न करने का आरोप

ग्रामीणों ने लगाया ग्राम प्रधान पर विकास कार्य न करने का आरोप 


हापुड़। पिछले 5 सालों से नहीं खुला पंचायत घर का ताला, धूल फांक रहा पंचायत घर। ग्रामीणों ने गाँव में स्कूल से लेकर पार्क तक की स्तिथि को बदहाल बताया। वहीं केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई शोचालय योजना के निर्माण में ग्रामीणों ने लगाया धांधली का आरोप लगाया। अब ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर की जांच की मांग। हापुड़ जनपद के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के अटुटा गाँव का मामला।


अतुल त्यागी


मजदूर के हित में नहीं है 'कानून'

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी अध्यादेश मजदूर विरोधी है, संविधान सम्मत कानून नहीं है ?यह अध्यादेश मनमाना है ,यह असविधानिक है ,अंतर्राष्ट्रीय विधि विरोधी है यह मजदूर विरोधी अध्यादेश है?यह सविधान व मजदूरो के विरुद्ध केवल छल है ?लोकडाउन मे मजदूरो के विरुद्ध इतनी जल्दबाजी का क्या कारण है? कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के कारण पूरे देश में राष्ट्रीय आपात घोषित है ।जनस्वास्थ्य लोकहित में देश प्रदेश वासियों को घरो मे लोकडाउन किया गया है ।लाकडाउन के दौरान मजदूरों के सविधानिक मूलाधिकारो संवैधानिक सुरक्षा विधिक अधिकारों के विरुद्ध कानून बनाना, अध्यादेश लाना कौन सा मजदूरों के स्वास्थ्यहित में है ?जबकि लोकडाउन स्वास्थ्य हित में है ?यह अध्यादेश किसके स्वास्थ्यहित में है ?लोकहित जनस्वास्थहित मे जारी लाकडाउन के दौरान सविधान विरुद्ध मजदूर विरोधी अध्यादेश जारी करना साजिश है ,छल है ,संविधान विरोधी है ।भारत में संवैधानिक लोकतांत्रिक समाजवादी कानून है ,देश मे पूंजीवाद नहीं है ?सविधानिक भारत मे किसी के संवैधानिक मूल अधिकारों को खत्म नहीं किया जा सकता ।मजदूरों के विरुद्ध जारी अध्यादेश देश के मजदूरों के मानव अधिकारों के विरुद्ध है ?संवैधानिक अधिकारों के विरुद्ध है ?विधिक अधिकारों के विरुद्ध है ?इसे अविलंब वापस किया जाए, निरस्त किया जाए। मजदूरों के हित में मजदूरों के जनस्वास्थ्य हित में, मजदूरों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सुरक्षा चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मजदूर हित के लिऐ कानूनी प्रावधान किये जाये,मजदूरो के कल्याण के लिऐ मजदूरो का पंजीकरण स्थानीय स्तर पर किया जाना सुनिश्चित किया जाये ,मजदूर देश की बुनियाद है देश की नीव है देश का बुनियादी विकास,बुनियादी निर्माण,बुनियादी स्वास्थ साफ सफाई की मजदूरो के बिना कल्पना भी नही की जा सकती है । देश की सुख समर्द्धी खुशहाली स्वास्थ का मानक पैमाना मजदूरो की खुशहाली स्वास्थ कल्याण सुरक्षा मे ही छुपा है। मजदूरो की सुरक्षा के लिऐ व किसी भी मानवक्षति को रोकने के लिऐ  तथा किसी भी निर्माण,औद्योगिक साइट आदि पर मृत्यु होने पर ,कम से कम 50 लाख का बीमा अभिलंब निर्धारित किया जाए।मजदूरो के प्राथमिक स्वास्थ  ,कल्याण की प्रत्येक ग्राम स्थानिय नगर निकाय, वार्ड/जोन स्तर पर अधिकारिक जिम्मेदारी सुनिश्चित की जानी चाहीऐ।
            सुरेन्द्र कुमार एडवोकेट


गंगा में नहाने गई, डूबने से दो की मौत

 गंगा में डूबने से दो किशोरियों की मौत


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। नवाबगंज थाना क्षेत्र के नरहा कछार में गंगा नहाने गई दो किशोरियां की डूबने से मृत्युु हो गई। सपना पुत्री समर बहादुर निवासी सीतपुर थाना नवाबगंज व नेहा यादव पुत्री राजू यादव निवासी नहरा कछार थाना नवाबगंज नहाते-नहाते बीच धार में चली गई। जिससे डूबने से उनकी मौत हो गई ,सूचना मिलते ही थाना प्रभारी नवाबगंज सुरेश सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और गांव वालों की मदद से लाश को ढूँढने का प्रयास जारी है। जल पुलिस तथा गोताखोरों को मौके पर बुलाया गया।


कोरोना फैलाने में चीन की बड़ी भूमिका

वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर चीन और बाकी देशों में चल रही तनातनी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आखिरकार मान लिया है कि कोरोना के फैलने में चीन की बड़ी भूमिका रही। उसने माना कि चीन की वुहान मार्केट कोरोना वायरस के प्रसार में एक बड़ी वजह बनी है।


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के फूड सेफ्टी जूनॉटिक वायरस एक्सपर्ट डॉ. पीटर बेन ऐंबरेक ने शुक्रवार को जेनेवा में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि वुहान की वेट मार्केट ने इसमें भूमिका निभाई है, यह साफ है लेकिन क्या भूमिका है इस दिशा में और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस शहर में वायरस कहीं और से आया या इस वेट मार्केट से वायरस बाहर गया यही शोध का विषय है। लेकिन यह सवाल जरूर उठता है कि कोरोना वायरस के फैलाव में इस शहर की भूमिका कितनी थी। हालांकि पीटर ने चीन पर लगाए जा रहे अमेरिका के आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह जानने में एक वर्ष का समय लग गया था कि मर्स (मिडिल ईस्ट रेसिपिरेटरी सिंड्रोम) का सोर्स ऊंट है। इसी प्रकार कोरोना के मामले में अभी भी देर नहीं हुई है। हमारे लिए अभी सबसे अधिक जरूरी इस वायरस का प्रसार रोकना है।


चीन पर बात करते हुए पीटर ने यह जरूर कहा कि जांच की बात की जाए तो चीन के पास जांच के सभी साधन हैं और बहुत से योग्य रिसर्चर्स भी हैं। लेकिन कभी-कभी समूहों और शोधकर्ताओं के साथ और दुनिया भर के लोगों के साथ विचार-विमर्श और सहयोग करना बहुत उपयोगी होता है, जिससे एक समान मुद्दों पर अपने अनुभवों को सभी बांट सकें। साथ ही पीटर ने दुनियाभर में वेट मार्केट्स के लिए नियमों की जरूरत भी बताई। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई की सुविधाओं को सुधारने और कुछ को बंद करने की भी जरूरत है। वेस्ट मैनेजमेंट, लोगों, सामान के मूवमेंट और जिंदा जानवरों को प्रॉडक्ट्स से अलग करने पर ध्यान देना होगा. चीन का वुहान वेट मार्केट, जहां से कोरोना फैलने की आशंका शुरू से ही जताई जा रही है। इस मार्केट को चीन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जनवरी में ही बंद करने का फैसला लिया था और वन्यजीवों के व्यापार और खपत पर अस्थाई प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था।


उधर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने फिर दोहराया कि इस बात के सबूत हैं कि चीन के वुहान मार्केट से ही कोरोना वायरस फैला है। शुक्रवार को पोम्पियो ने एक इंटरव्यू में कहा कि चीन ने पूरी दुनिया से कोरोना के डेटा को छिपाए रखा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी शुक्रवार को कहा कि वो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को लेकर जल्द ही बड़ा ऐलान करेंगे। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन के हाथों की कठपुतली होने का आरोप लगाते हुए फंड बंद कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप लगातार विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कोरोना को लेकर चीन की तरफदारी करने का आरोप लगाते रहे हैं। मालूम हो कि चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया को जकड़ लिया है। इस वैश्विक महामारी की सबसे ज्यादा चपेट में अमेरिका है। अब तक अमेरिका में कोरोना वायरस के 12 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 77 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।


अमेरिका उपराष्ट्रपति की सचिव संक्रमित

वाशिंगटन। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस की प्रेस सचिव कैटी मिलर भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। कैटी इस सप्ताह संक्रमित पाई गई दूसरी ऐसी व्यक्ति हें जो व्हाइट हाउस में कार्यरत है। हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस फैलने को लेकर चिंतित नहीं हैं।


अधिकारियों ने बताया कि वे परिसर के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल कड़े कर रहे हैं। कैटी शुक्रवार को संक्रमित पाई गईं. वह हाल में पेंस के संपर्क में आई थीं, लेकिन राष्ट्रपति से उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई। वह ट्रम्प के शीर्ष सलाहकार स्टीफन मिलर की पत्नी हैं। व्हाइट हाउस ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि क्या स्टीफन मिलर की भी जांच की गई है या क्या वह अब भी व्हाइट हाउस में काम कर रहे हैं।संक्रमित पाए जाने से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को कैटी जांच रिपोर्ट में संक्रमित नहीं पाई गई थीं। ट्रम्प ने कहा कि यह दर्शाता है कि यह जरूरी नहीं है कि जांच हमेशा सही ही आए. इससे पहले ट्रंप का एक सैन्य सहायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। राष्ट्रपति ने बताया था कि उनका उसके साथ काफी कम संपर्क था।


पाकः भारत का कदम किया 'अस्वीकार'

इस्लामाबाद/ नई दिल्ली। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पोक के मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगिट के मौसम का हाल बताने वाली रिपोर्ट देने के भारत के कदम को पाकिस्तान ने अस्वीकार कर दिया। सरकारी प्रसारणकर्ता दूरदर्शन तथा आकाशवाणी ने शुक्रवार से अपने प्राइम टाइम समाचार बुलेटिन में पोक के इन क्षेत्रों के मौसम का हाल बताना शुरू कर दिया है।


पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि भारत द्वारा पिछले साल जारी किए गए कथित राजनीतिक नक्शों की तरह ही उसका यह कदम भी कानूनन निरर्थक है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भारत ने पाकिस्तान से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को खाली करने को कह चुका है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को बता दिया गया है कि गिलगित- बाल्टिस्तान सहित पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं। पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जे से इन क्षेत्रों को तुरंत मुक्त कर देना चाहिए। भारत ने गिलगित-बाल्टिस्तान में आम चुनाव कराने के पाकिस्तान उच्चतम न्यायालय के आदेश पर इस्लामाबाद के समक्ष कड़ी आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को बता दिया गया है कि गिलगित- बाल्टिस्तान सहित पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जे से इन क्षेत्रों को तुरंत मुक्त कर देना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘यह स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि केंद्र शासित प्रदेश पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जिसमें गिलगित और बाल्टिस्तान भी शामिल हैं, वह पूरी तरह से कानूनी और अपरिवर्तनीय विलय के तहत भारत का अभिन्न अंग हैं।


लाठी-डंडे चले, महिला समेत 4 घायल

दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले एक महिला समेत चार लोग घायल


आम तोड़ने को लेकर हुआ विवाद पुलिस कर रही जांच


फतेहपुर। आम तोड़ने को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले जिसमें एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए दोनों पक्ष के लोग पुलिस के पास पहुंचे पुलिस ने दोनों पक्षों के केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं घायलों को मेडिकल के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।


जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गौरी गांव में आम तोड़ने के विवाद में दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले जिसमें एक पक्ष में रामबाबू उम्र 40 वर्ष पुत्र रामाधार श्याम बाबू उम्र 35 वर्ष पुत्र राम आधार तथा पिंकी देवी उम्र 35 वर्ष पत्नी रामबाबू तथा दूसरे पक्ष के गिरधारी उम्र 62 वर्ष पुत्र स्वर्गीय राजाराम गंभीर घायल हो गए दोनों पक्ष के लोग पुलिस के पास पहुंचे पुलिस ने दोनों पक्षों का केस दर्ज कर मेडिकल के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


कोरोना योद्धाओं की जान पर बन आई

गौरव रावत


उत्तर-पूर्वी दिल्ली। जहाँ पूरे देश मे कोरोना योद्धा लोगो का जीवन को कोरोना जैसी महावारी से सुरक्षा के लिए अपना दिन रात एक कर रहे है ।


कई कोरोना योद्धा डॉक्टर अपना जीवन को गवा व कई संक्रमित पाय गए , वही हाल, पुलिस का भी है , बात करे दिल्ली में खजुरी ख़ास थाने की ,जहाँ थाने के 3 पुलिस कर्मियो को संक्रमित पाया गया , जिसमे डीसीपी/उत्तर पूर्वी ज़िला, वेद प्रकाश सुर्या द्वारा मीडिया के पूछने पर ,तीन पुलिस की पुष्टि की बात कही गई , पर अगर बात करें गुप्त सूचना के अनुसार तो खजुरी ख़ास थाने में ओर भी लोग संक्रमित होने की सूचना आई है , सचाई कुछ भी हो पर यह साफ है कि अगर सचाई छुपाई गई है , तो यह ओर पुलिस कर्मियो के जीवन से खेला जा रहा है। खजुरी ख़ास थाना में जो भी लोग पहले संक्रमित पाए गए वो ओर पुलिस कर्मियो के साथ उठे बेहटे होंगे । पब्लिक में मील जुले भी होंगे , खेर सरकार को थाने के सभी पुलिस कर्मियो को चेक करवाना चाहिए , ओर लक्षण देख कोरोनटाइल करना चाहिए। क्योकी कोरोना योद्धा हमारी पुलिस का कार्यशैली मुख्य होता है ।जिनकी समाज को ज्यादा जरूरत होती है।


टैक्सी चालक में की आत्महत्या, जांच

टैक्सी चालक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस।

देहरादून।  प्रातः थाना पटेलनगर को सूचना मिली कि बडोवाला क्षेत्र में सरस्वती विहार में एक युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, उक्त सूचना पर थाना पटेलनगर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुँचा, मौके पर मृतक युवक की पहचान नरेंद्र रावत पुत्र सोभन सिंह रावत निवासी ग्राम उजैद, पट्टी- मानयारसे, जनपद- पौड़ी गढ़वाल, उम्र 32 वर्ष, के रूप में हुई।


मृतक युवक के संबंध जानकारी करने पर मृतक के पिता सोभन सिंह रावत द्वारा बताया गया कि मृतक उपरोक्त पौड़ी में अपनी टैक्सी है तथा वह ड्राइवरी का कार्य करता था, कुछ समय पूर्व स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसके परिजनों द्वारा उसे देहरादून कनिष्क हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां से 7 तारीख को वह डिस्चार्ज हुआ था।


डिसचार्ज होने के बाद मृतक को उसके पिता अपने रिश्तेदार के घर बड़ोवाला ले आए थे, जहाँ कल रात्रि मृतक उपरोक्त द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है, पुलिस द्वारा मौके पर शव का पंचायतनामा भर अग्रिम कार्रवाई हेतु मोर्चरी में रखवाया गया है।


सीमाएं सील करना, अधिकार का हनन

राणा ओबरॉय


नई दिल्ली/चंडीगढ़। दिल्ली सोनीपत बॉर्डर सील करने को लेकर हाई कोर्ट ने केंद्र और हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया है। उच्च न्यायालय ने कहा कि दिल्ली से सोनीपत के बीच डॉक्टरों, नर्सों, अदालतों के कर्मियों तथा वाहनों की आवाजाही पर रोक नागरिकों की स्वतंत्रता का हनन है।


न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संजीव नरुला की पीठ ने इस मामले की वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई के दौरान कहा कि सोनीपत के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा आवाजाही पर रोक लगाने का आदेश, प्रथम दृष्टया लॉकडाउन को लेकर केन्द्रीय गृह सचिव द्वारा जारी आदेशों और पत्रों के विपरीत है। अदालत ने केन्द्र और हरियाणा सरकार को इस संबंध में दायर एक याचिका पर नोटिस भेजा है। याचिका में सोनीपत जिला प्रशासन के आदेश को चुनौती दी गई है।


मंत्री अनिल विज ने दिया था ये बयान


हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक बयान से सब को चौंका दिया था। दरअसल, हरियाणा में कोरोना संक्रमण फैलने के पीछे उन्होंने दिल्ली में काम कर रहे लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। विज ने दिल्ली में काम करने वाले लोग जो कि हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में रहते हैं उनको कोरोना कॅरियर्स कहा था। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सलाह भी दी थी।


दिल्ली के सीएम को दी थी ये सलाह


हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सलाह भी दी थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह के लोगों के रुकने की व्यवस्‍था दिल्ली में ही की जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसे लोगों को हरियाणा में आने के लिए लॉकडाउन पास जारी नहीं किया जाए। दरअसल विज का कहना था कि हरियाणा में पहले से संक्रमण के मामलों की बड़ी संख्या है। इस कारण ऐसे लोगों के कारण इस संख्या में इजाफा हो रहा है।


हरियाणाः 22 वें जिले तक पहुंचा संक्रमण

अभी तक कोरोना से बचे हुए हरियाणा के एकमात्र 22वें जिले रेवाड़ी में भी 3 पॉजिटिव मिले


हरियाणा में कुल मरीजों का आंकड़ा 650 पहुंचा, 279 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे
राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में लॉकडाउन फेज-3 का छठा दिन है। कोरोना की वजह से शुक्रवार शाम को प्रदेश में 10वीं मौत हो गई। पानीपत में अपनी बहन के घर ईलाज करवाने के लिए फरीदाबाद से आई 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई। उसने खानपुर पीजीआई में दम तोड़ा, उसे टीबी भी थी। वहीं ईलाज न मिलने पर कोरोना से जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा की पत्नी और बेटे को भी कोरोना की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। हरियाणा के लिए चिंता की बात ये है कि अभी तक कोरोना से अछूते 22वें जिले रेवाड़ी में भी कोरोना के 3 मरीज मिले हैं। प्रदेश में अब कुल मरीजों की संख्या 650 पहुंच गई है। वहीं, राज्य में अब तक संक्रमण से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।


जींद जिले के नरवाना में बाजार के अंदर वाहनों की संख्या देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग कितनी संख्या में बाजार में खरीदारी के लिए निकले हुए हैँ। 
माता-पिता फरीदाबाद में संस्कार नहीं करवाना चाहते
कोरोना से पानीपत में लगातार तीन दिनों में तीन की मौत हो गई है। 2 मई को पॉजिटिव मिली 20 साल की युवती ने खानपुर में दम तोड़ दिया है। उसके परिजन उसका संस्कार अपने यहां नहीं करवाना चाहते। डॉक्टरों के मुताबिक, फरीदाबाद निवासी परिजन कह रहे हैं कि संस्कार पानीपत में करें, तो वहीं मृतका की पानीपत में रहने वाली बहन-जीजा कह रहे हैं कि उसका अंतिम संस्कार फरीदाबाद में होना चाहिए। यह जिले में कोरोना से लगातार तीसरी मौत है। इससे पहले 5 मई को दीनानाथ कॉलोनी में 24 साल के युवक और 6 मई को समालखा के गांव झट्टीपुर गांव में 28 साल के युवक की मौत हो गई थी। इन दोनों की रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव मिली थी। वहीं शुक्रवार को सब्जी मंडी में काम करने वाला 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है।
दिल्ली पुलिस के जवान की पत्नी और 3 साल का बेटा भी पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा की पत्नी और तीन साल का बेटा भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वह हाल में सोनीपत में जवाहर नगर में मायके में रह रही है। जवान की पत्नी व तीन साल का बेटा पॉजिटिव मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने इनके संपर्क में आए परिवार व अन्य को क्वारैंटाइन किया है।


हरियाणा से लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। रेवाड़ी, रोहतक, हिसार आदि से ट्रेन में मजदूरों को यूपी व बिहार के लिए रवाना किया गया। 
हरियाणा में 650 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा
हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 126,  फरीदाबाद में 88, सोनीपत में 86, झज्जर में 74, नूंह में 59, अम्बाला में 41, पलवल में 36, पानीपत में 35, पंचकूला में 18, जींद में 17, करनाल में 14, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 7, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी और रेवाड़ी में 3-3. महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
प्रदेश में अब कुल 279 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 57, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 54, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, सोनीपत में 9, पानीपत में 6, करनाल में 5, सिरसा में 4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।


हवाई पट्टियों के आधुनिकरण का समझौता

नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के लिए 37 हवाई पट्टियों पर आधुनिक ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए टाटा पावर एसईडी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पर करीब 1,200 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस प्रस्ताव को पहले ही स्वीकृति दे चुके हैं।


इस परियोजना में सीएटी-2 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) और सीएटी-2 एयरफील्ड लाइटनिंग सिस्टम (एएफएलएस) आदि आधुनिक उपकरण लगाना और उन्हें चालू करना शामिल है। हवाई पट्टी के आसपास लगे उपकरण प्रत्यक्ष रूप से एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े रहेंगे, जिससे हवाई यातायात नियंत्रकों को एयरफील्ड सिस्टम्स पर नियंत्रण में आसानी रहेगी। बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण से कम द्दश्यता और खराब मौसम में भी सैन्य और नागरिक विमानों का हवाई परिचालन आसान बनेगा और इससे परिचालन क्षमता में सुधार के साथ हवाई सुरक्षा भी बढाई जाएगी।


इस समझौते से मौजूदा परिस्थितियों में घरेलू उद्योग को प्रोत्साहन मिलेगा। परियोजना से 250 सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों को फायदा मिलेगा। इस समझौते से बाजार में बहुप्रतीक्षित पूंजी का प्रवाह होगा और संचार, विमानन तकनीक, सूचना प्रौद्योगिकी के साथ सामान्य और विद्युत उपकरण और निर्माण जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे।


अखिलेश-शिवपाल को साधेंगे मुलायम

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहियावादी के बीच पुल का काम कर रहे हैं. जब कभी भी मुलायम सिंह की तबीयत खऱाब होती है उनके बेटे अखिलेश यादव और बहू डिंपल यादव के साथ ही उनके छोटे भाई शिवपाल यादव भी उनके पास मौजूद रहते हैं. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. मेदांता में एडमिट मुलायम सिंह के पास दोनों परिवार मौजूद रहे. इसी तरह से मुलायम सिंह यादव की तबियत बेटे और भाई के परिवार के बीच नजदीकियां बढ़ा रहा है.


मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य को लेकर शिवपाल यादव ने ट्वीट भी किया है. शिवपाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि पिछले 2-3 दिनों से बहुत से शुभचिंतक हम सभी की प्रेरणा व ऊर्जा के स्त्रोत श्री मुलायम सिंह यादव जी की सेहत को लेकर परेशान थे. ‘नेता जी’ ईश्वर की अनुकम्पा से स्वस्थ हैं व स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि नेता जी दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें और देश व समाज को दिशा दें.


इससे पहले ये खबर आई थी कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर जसवंतनगर से विधायक शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने की याचिका वापस ले ली है. गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहियावादी बनाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने की दलबदल कानून के तहत मांग की थी.


लेकिन याचिका वापस लेने के पीछे का कारण भी मुलायम सिंह यादव का शिवपाल यादव के प्रति स्नेह को ही माना जा रहा था. वहीं जब-जब मुलायम सिंह यादव की तबीयत खराब होती है, परिवारों का मिलना और उनके प्रति प्रेम के भाव का असर जल्द ही विपक्षी सियासत में भी दिखेगा.


शिवपाल-अखिलेश पहुंचे अस्पताल….


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता का हाल लेने के लिए गुरुवार को मेदांता अस्पताल पहुंचे. यही नहीं, अखिलेश के अलावा मुलायम के भाई और उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव तथा अन्य परिजन भी उनका हालचाल लेने के लिए अस्पताल गए थेl


आरोप साबित करें या माफी मांगेः ममता

कोलकाता। कोरोना लॉकडाउन के दौरान पश्चिम बंगाल में प्रवासियों की ट्रेनों की एंट्री को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी को पत्र लिखा और आरोप लगाया कि उनकी सरकार प्रवासियों की ट्रेनों को राज्य में आने से रोक रही है, जो कि एक तरह से अन्याय है। इसके तुरंत बाद ममता की पार्टी टीएमसी ने पलटवार किया। तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल सरकार पर प्रवासियों को लेकर आने वाली ट्रेनों को न आने देने का आरोप लगाने वाले पत्र को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से कहा कि आप आरोप साबित करें या माफी मांगें।


टीएमसी के अभिषेक बनर्जी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह हफ्तों तक चुप्पी साधे रखने के बाद केवल झूठ से लोगों को गुमराह करने के लिए बोलते हैं। दरअसल, अपने पत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पश्चिम बंगाल सरकार प्रवासी मजदूरों को लेकर जाने वाली ट्रेनों को राज्य पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है जिससे श्रमिकों के लिए और दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं।


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर, शाह ने कहा कि ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने की अनुमति न देना राज्य के प्रवासी श्रमिकों के साथ ‘अन्याय’ है। देश के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग गंतव्य स्थानों तक प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संदर्भ देते हुए गृह मंत्री ने पत्र में कहा कि केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की सुविधा प्रदान की है।


अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिक भी घर पहुंचने के लिए बेचैन हैं और केंद्र सरकार ट्रेन सेवाओं की सुविधा भी दे रही है। लेकिन हमें पश्चिम बंगाल से उम्मीद के मुताबिक सहयोग नहीं मिल रहा है। पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ट्रेनों को पश्चिम बंगाल पहुंचने की अनुमति नहीं दे रही है। यह पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है। यह उनके लिए और दिक्कतें खड़ी करेगा।


अमित शाह पर कांग्रेस ने कसा तंज…


कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखे जाने के बाद शनिवार को कहा कि गृह मंत्री को ऐसा ही पत्र कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को भी लिखना चाहिए क्योंकि उनकी सरकारें मजदूरों को घर जाने से रोक रही हैं। पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने यह भी कहा कि केंद्र अथवा किसी भी राज्य सरकार को संकट के इस समय राजनीति नहीं करनी चाहिए तथा मजदूरों की मदद के लिए रणनीति बनाने पर जोर देना चाहिए। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘आश्चर्य इस बात का है कि लॉकडाउन में अमित शाह जी ने पहली बार बयान दिया है। उन्हें मजबूर मजदूरों के बारे में बात करने में 40 दिन लग गए। जब देश में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोग परेशान थे, मजदूर मर रहे थे तो वह कुछ नहीं बोले। इस बात को यह देश याद रखेगा।’


देश का बड़ा नशा तस्कर किया गिरफ्तार

सिरसा। पंजाब की अमृतसर पुलिस, एनआइए और हरियाणा पुलिस की ज्वाइंट टीम ने शनिवार सुबह सिरसा के बेेेेगू रोड स्थित एक घर में रेड की। इस दौरान देश का सबसे बड़ा नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता व उसके भाई गगन पुलिस ने काबू किया। चीता हेरोइन तस्करी के मामले में मोस्टवांटेड था। पुलिस इनके गैंगस्टरोंं से भी जुड़े होने का संदेह जता रही है। उनसे पूछताछ की जा रही है। डीआइजी सिरसा डॉ. अरुण सिंह का कहना है कि यह संयुक्त आपरेशन था। पकड़ा गया एक नशा तस्कर देशभर में मोस्टवांटेड था। इनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।


हेरोइन के मामले में हुई कार्रवाई ….


बताया जा रहा है कि दोनों यहां किरायेदार के रूप में रह रहे थे। यह कार्रवाई 532 किलोग्राम हेरोइन के मामले में हुई है। नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीतादेश के बड़े नशा तस्करों में शामिल है। इनके पकड़े जाने के बाद पुलिस को नशा तस्करी के बड़े गिरोह के भंडाफोड़ होने की उम्मीद है।


2 साथी गुरदासपुर से हो चुके गिरफ्तार…


सूत्रों के मुताबिक इन नशा तस्करों के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी संबंध हो सकते हैं। पुलिस पूछताछ में इस संबंध में बड़ा खुलासा हो सकता है। बता दें, हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी हिलाल अहमद वागे के दो और साथियों जसवंत सिंह व रंजीत सिंह को थाना सदर पुलिस ने शुक्रवार दोपहर गुरदासपुर से गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपितों के मोबाइल नंबर हिलाल व इससे पहले पकड़े गए विक्रम सिंह उर्फ विक्की और मनिंदर सिंह उर्फ मनी के मोबाइल से मिले थे।


लागू करेंगे लेबर रिफॉर्म कानूनः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाहर से आ रहे 20 लाख प्रवासी श्रमिकों का क्वारंटीन सेंटरों में ही तेजी से स्किलिंग डाटा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अब तक 8 लाख प्रवासी श्रमिक यूपी में पहुंच चुके हैं। पिछले तीन दिनों में 80 ट्रेनों से करीब सवा लाख प्रवासी श्रमिक यूपी पहुंच चुके हैं।


मुख्यमंत्री योगी आज टीम-11 के साथ बैठक कर रहे थे। सीएम योगी ने कहा कि यूपी में आज 35 ट्रेनें प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लेकर पहुंच रही हैं। रोजाना 35 से 40 ट्रेनों से प्रवासी कामगार व श्रमिक यूपी पहुंचेंगे। सीएम योगी ने सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के साथ ही पूरी मदद के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएम योगी ने कहा कि विदेशों में फंसे प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को भी आज शारजाह से लेकर पहली फ्लाइट लखनऊ पहुंचेगी।इस जहाज में यूपी के विभिन्न क्षेत्रों के वो कामगार और श्रमिक हैं जो रोजगार के लिए खाड़ी देश गए थे। योगी सरकार सभी प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को सरकारी क्वारंटीन सेंटरों में स्वास्थ्य जांच के पश्चात राशन पैकेट व भरण पोषण भत्ता देकर होम क्वारंटीन में भेज रही है। सीएम योगी ने कहा कि आनंद बिहार बस स्टेशन पर बसें भेजकर अपने कामगारों व श्रमिकों की सम्मानजनक वापसी के लिए सबसे पहले यूपी सरकार आगे आई थी। क्वारंटीन पीरियड पूरा होते ही सरकार उनके रोजगार और नौकरी की व्यवस्था कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि मनरेगा, ईंट भट्ठों के अलावा चीनी मिलों और एमएसएमई सेक्टरों में रोजगार दिया जा रहा है। जिनमें बीमारी के थोड़े भी लक्षण हैं, उन्हें कोविड अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा जा रहा है।


सीएम योगी ने कहा कि शुक्रवार को राजस्थान से नौ हजार प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को लाया गया। हरियाणा से तीस हजार प्रवासी कामगार व श्रमिक राज्य परिवहन निगम की बसों से आ रहे हैं। सबको नौकरी और रोजगार देने के लिए योगी सरकार लेबर रिफार्म कानून ला रही है। लेबर रिफार्म से प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को बड़ा फायदा होगा। रोजगार सृजन की व्यापक संभावनाएं बढ़ेंगी, यूपी की अर्थव्यवस्था भी तेजी से दौड़ेगी। लेबर रिफार्म में हर कामगार और श्रमिक को रोजगार व नौकरी के साथ ही न्यूनतम 15 हजार रुपये वेतन की गारंटी, उसके काम के घंटों की गारंटी, सुरक्षा की गारंटी होगी।


महिला कामगारों और श्रमिकों के लिए महिला सुरक्षा कानून के तहत सुरक्षा की गारंटी होगी। नई इकाइयों के साथ ही पुरानी इकाइयों में भी नई भर्तियों में लेबर रिफार्म कानून लागू होगा। इसके अलावा योगी सरकार रेडिमेड गार्मेंट के कारोबार के साथ ही साथ इत्र, धूपबत्ती, अगरबत्ती, एग्री प्रोडक्ट्स, फूड पैकेजिंग और गौ आधारित कृषि के उत्पादों, फूल आधारित उत्पादों, कंपोस्ट खाद आदि के कारोबार पर रणनीति बनाने में जुटी है।


स्थिति को सुधारने का निरंतर प्रयास

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले कई दिनों से रोजाना तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 60 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि कई देशों में जिस तरह की बहुत खराब स्थिति है, उस तरह की स्थिति शायद ही भारत में हो। उन्होंने कहा कि लेकिन इसके बावजूद भी भारत सबसे खराब हालात के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।


उन्होंने आगे कहा कि देश में मृत्यु दर लगभग 3.3 फीसदी बनी हुई है और रिकवरी दर 29.9 फीसदी तक बढ़ गई है। यह बहुत अच्छे संकेत हैं। बता दें कि देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर शनिवार को 1,981 हो गई है। पिछले 24 घंटों में इस वायरस के कारण 95 लोगों की मौत हुई है और 3,320 नए मामले सामने आए है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 39,834 लोगों का उपचार चल रहा है जबकि 17,846 लोग स्वस्थ्य हो गए हैं और एक मरीज विदेश चला गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘अभी तक करीब 29.91 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हुए हैं।’ संक्रमितों की कुल संख्या में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। शुक्रवार सुबह से लेकर अब तक कुल 95 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 37 की महाराष्ट्र, 24 की गुजरात, नौ की पश्चिम बंगाल, सात की मध्य प्रदेश, चार-चार लोगों की राजस्थान और उत्तर प्रदेश, तीन-तीन लोगों की आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु, दो लोगों की दिल्ली तथा एक-एक व्यक्ति की मौत पंजाब और हरियाणा में हुई। झारखंड में कोरोना वायरस से तीन लोगों ने जान गंवाई। ओडिशा और हिमाचल प्रदेश में दो-दो लोगों ने इस संक्रामक रोग से दम तोड़ा।


भाजपा ने कलमकारों का सम्मान किया

सुधीर कुमार संवाददाता
उन्नाव। नवाबगंज के अन्तर्गत मुख्यालय पर भारतीय जनता पार्टी के मण्डल के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में नवाबगंज मण्डल अध्यक्ष राजेंद्र द्विवेदी, भौली न्योतिनी के प्रवीण गुप्ता तथा महामंत्री सचिन शुक्ला द्वारा ब्लाक के सभी समाचार पत्रों के वरिष्ठ कलमकार पत्रकारों को माला पहनाकर और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।सम्मान कार्यक्रम में विशेष रूप से ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह भी को माला पहनाकर और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।समस्त पत्रकारों को विशेष रूप से ब्लाक प्रमुख द्वारा माला पहनवा कर और अंग वस्त्र भेंट कर करके सम्मान कराया गया ।


ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह ने बताया कि हमारे तरफ से सभी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ जनों का हृदय से आभार व्यक्त किया और वहां पर उपस्थित स्थानीय स्तर के पत्रकारों का कोरोना जैसी महामारी में निरन्तर सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए संघर्ष करने में महत्वपूर्ण योगदान देने पर सम्मानित किया ।वहीं यह भी बताया कि इस संकट के दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने वाले पत्रकारों में कमलेश तिवारी, शरद द्विवेदी, रजनीकांत गुप्ता, मनोज मिश्रा, सोनू दीक्षित,विजय राजपूत,मोनू त्रिपाठी, रोहित गुप्ता, अनुपम यादव,कुलदीप यादव,अतुल श्रीवास्तव विशालश्रीवास्तव,सुधीर कुमार शुक्ल अन्य सभी को सम्मानित करते हुए आभार व्यक्त किया तथा जिसमें नवाबगंज क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए ।


कार्रवाई बता डराया, वसूले 20 हजार

रायपुर/कोरबा। बालको थाना के एक आरक्षक पर 50 हजार की वसूली करने का मामला किसी तरह शांत करा कर बैठे पुलिस अधिकारियों ने अभी चैन की सांस ली ही थी कि एक एसआई ने भी लॉक डाउन के बहाने दबंगई दिखाकर वसूली कर ली। पुलिस अधिक्षक अभिषेक मीणा से पाली थाना में पदस्थ एसआई अशोक शर्मा द्वारा भयादोहन कर गाली-गलौज करने एवं जेल में भेजने की धमकी दिए जाने की शिकायत का मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय आकर निलेश गुप्ता पिता नारायण लाल गुप्ता, निवासी पाली तहसील पाली ने लिखित शिकायत में बताया है कि 23 अप्रैल 2020 को शाम 5 बजे अपने बीमार दादी के लिए दवाई लेने गया था, घर के सामने बाजार रोड पर दवाई लेके आ रहा था तभी पाली थाना में पदस्थ एसआई अशोक शर्मा एवं अन्य पुलिसगण द्वारा अपने वाहन से उसके घर के सामने बाजार रोड के पास पहुंच कर गाली देने लगे तथा जेल भेजूंगा कहकर अपने गाड़ी में बैठा लिए।


गाड़ी में बैठाकर सैला होते हुए लाफा ले गये और वहां पर दो शराब बनाने वाले को पकड़े तथा मुझे भी अपने गाड़ी में ही बैठाकर तीन घंटे तक इधर-उधर घुमाएं। तीन घंटे पश्चात थाना पाली लेकर आए, फिर मेरे पिता को बुलवाये। मेरे पिता अपने दोस्त के साथ थाना पहुंचे तब मेरे सामने ही मेरे पिता को भी  गाली गलौच किए। तब मेरे पिता को बोले की तुमको मेरे घर को पोतवाने के लिए बोला था, तुमने नहीं पोतवाया और अपने वाहन एजेंसी में मेरे स्कुटी को कम रेट में काटे थे, इसलिए आज तेरे बेटे को कार्यवाही कर जेल भेजूंगा। तब बहुत ही हाथ पैर जोड़ने के बाद कहा कि 20,000 रुपये दोगे तो तेरे बच्चे को छोडूंगा। 20,000 रुपये नहीं देने पर तेरे बेटे को जेल में सड़ा दूंगा। तब मेरे पिता द्वारा 20,000 रुपये लाकर एसआई शर्मा को दिया गया तब मेरे को रात्रि 10 बजे छोड़े एवं नगर पंचायत पाली द्वारा 1000 रुपये का रसीद काटकर दिया गया, जो पैसा मैने अलग से दिया है, जिसकी रसीद की कॉपी आवेदन के साथ सलग्न किया है।


दरोगा ने काम नहीं किया, ना पैसे लौटाए

कवर्धा। चाकूबाजी में गिरफ्तार आरोपी दुर्गेश साहू के पिता गंगाधर साहू ने दशरंगपुर चौकी प्रभारी मानसिंग पर ठगी का आरोप लगाया है। मामले की लिखित शिकायत पुलिस कप्तान केएल ध्रुव से की गई है। शिकायतकर्ता गंगाधर उमरावनगर जिला बेमेतरा का रहने वाला है। बताया कि उसका बेटा दुर्गेश साहू 21 फरवरी को चाकूबाजी के मामले में पकड़ा गया था। घटना के दूसरे यानी 22 फरवरी को सूचना मिलने पर वह अपने पिता व साला के साथ दशरंगपुर चौकी पहुंचा। आरोप है कि चौकी प्रभारी मानसिंग ने मामला खत्म करने के लिए 40 हजार रुपए की मांग की। बेटे को बचाने व कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फंसने से बचने के लिए गंगाधर ने पैसे दे दिए। 6 मई को कोर्ट में उसके बेटे की पेशी थी। पेशी के पहले मेडिकल जांच के लिए पैसे लगेंगे करके पुलिस ने 3 हजार रुपए और ले लिया। लेकिन कोर्ट में पेशी के बाद उसके बेटे को जेल भेज दिया गया। अब शिकायतकर्ता गंगाधार ने एसपी से लिखित में शिकायत कर चौकी प्रभारी से रुपए वापस दिलाने मांग कर रहे हैं।


हरिजन आबादी, खलिहान पर अवैध कब्जा

दबंगों द्वारा खलिहान एंव हरिजन आबादी पर अवैध कब्जा


रिपोर्टर – नियाजुदीन अंसारी जिला संवाददाता


कुशीनगर। दुदही विकास खण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बांसगांव टोला विन्दटोली के स्वर्गीय हलखोरी पासवान के घर के पास सार्वजनिक खलिहान एवं हरिजन आबादी की भूमि पर दबंगो एवं प्रभावशाली लोगों ने जबरन अवैध कब्जा कर पक्का मकान बनवा रहे हैं। जिसकी शिकायत कई लोगों ने तहसील दिवस से लगायत सम्बन्धित अधिकारियों से प्रार्थना पत्र देकर कई बार चक्कर लगाया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। बताते चले कि ग्राम पंचायत बांस गांव टोला बिन्द टोली हलखोरी पासवान के घर के पास गाटा संख्या 4898/0:097 हेक्टेयर भूमि पर सार्वजनिक खलिहान एवं गाटा संख्या 4897/0:194 हेक्टेयर हरिजन आबादी के नाम से सरकारी अभिलेख खतौनी में अंकित हैं। जिस पर कुछ दबंग एवं प्रभावशाली लोगों ने जबरन अवैध कब्जा कर पक्का बनवा लिये है। जिससे किसानो की फसल की मढाई नहीं हो पा रही है। जिसकी सूचना तहसील दिवस पर तमकुहीराज तहसील में लिखित सूचना दे दिया है लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सनद रहे कि ग्राम पंचायत बांस गांव के ग्रामीणो ने गांव के कुछ दबंग एवं प्रभावशाली लोगों पर सार्वजनिक खलिहान एवं हरिजन की जमीन पर पक्का मकान की निर्माण करायें जाने का आरोप जडा है। ग्रामीणों का कहना है कि हल्का लेखपाल द्वारा इसकी पैमाइश कर सार्वजनिक खलिहान एवं हरिजन आबादी के पक्ष मे क्लीनचिट दे दिया है। लोगों का कहना है कि सार्वजनिक खलिहान पर अवैध कब्जा होने से किसानो को फसल की मढाई करने मे परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने सार्वजनिक खलिहान एवं हरिजन आबादी की भूमि पर से अवैध कब्जा हटवाने की मांग की है।


'फितरा' अगर अनाज है तो करे तक़सीम

रमज़ानुल मुबारक के महीने में फितरा अगर अनाज है तो 02 किग्रा 45 ग्राम या नक़द 41 रू के हिसाब से करे तक़सीम


रिपोर्टर – नियाजुदीन अंसारी जिला संवाददाता


कुशीनगर। जनपद के विकास खण्ड दुदही के सुन्नी जामा मस्जिद दूदही व मदरसा गौसिया फैज़ुल उलूम दुदही मईहरवा के प्रधानाचार्य मौलाना अब्दुल शकूर साहब ने बताया कि रमजान शरीफ का महीना बहुत ही बरकत वाला महीना है। इस महीने में जो भी शक्श सच्चे दिल से खुदा से जो मांगता है वो मिल जाता है। इस महीने में लोग रोज़ा रखते है कुरान की तिलावत करते है। नमाज़ पढ़ते है। खुदा की इबादत करके खुदा को राजी कर अपने गुनाहे कबीरा और गुनहे सगीरा को माफ कराते है। उल्लेखनीय है कि इस पवित्र महीने में मुस्लिम धर्म गुरु ने लोगो से अपील किया कि इस कोरोना वायरस जैसी बीमारी से निपटने के लिये सरकार का दिशा निर्देश का पालन करे। और खुदा से दुआ करे इस बीमारी से हमारा मुल्क महफूज हो सके। मुस्लिम धर्म गुरु ने बताया कि इस संकट की घड़ी में हम सभी लोगो का फर्ज बनता है कि अबकी बार ईद नही मनाएंगे बाज़ारों में जाकर कोई कपडे की खरीदारी नही करेंगे। जो पैसा बचेगा उस पैसे को गरीबो में खर्च करेंगे ताकि मेरा कोई भी भी भूखा न रहे। मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस रमजान के महीने में फितरा अपना और अपने बच्चों का अगर अनाज हो तो 02 किलो 45 ग्राम प्रति आदमी पर लागू होता है। या उसकी कीमत 41 रुपये प्रति आदमी के हिसाब से इस महामारी में गरीबो में वितरण करे। इसके साथ साथ अपने मदरसों का भी ख्याल करे।


गृहमंत्री ने पत्र लिखकर जताया दुख

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य सरकार के रवैये पर दुख जताया है। गृहमंत्री ने कहा कि यह दुखद है कि राज्य के प्रवासी श्रमिकों को वापस भेजने के क्रम में केंद्र को बंगाल सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। शाह ने ममता मुखर्जी पर प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जाने वाली श्रमिक ट्रेनों को मंजूरी नहीं देने का भी आरोप लगाया है।
गृहमंत्री ने ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को दूसरे राज्‍यों से बंगाल पहुंचाने वाली श्रमिक रेलगाड़ियों को राज्य सरकार द्वारा अनुमति नहीं प्रदान करना पश्चिम बंगाल के श्रमिकों के साथ अन्‍यायपूर्ण है। राज्य सरकार का यह पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को कठिन परिस्थिति में धकेल सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक दो लाख से ज्‍यादा प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्‍य पहुंचा चुका है। बस पश्चिम बंगाल सरकार के असहयोग की नीति के चलते वहां के प्रवासी श्रमिकों को परेशानी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में हर रोज कोरोना के नए मामले सामने आने के साथ कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान में राज्य में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 561 तक पहुंच गई है। वहीं पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमितों की 1678 है, जिसमें 88 की मौत हो चुकी है और 1195 केस एक्टिव हैं।


रेल हादसे के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार

बृज बिहारी दुबे


नई दिल्ली। देशभर में जारी कोरोना वायरस महामारी के बीच लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा को लेकर कांग्रेस नेती पी. चिदंबरम ने केंद्र को दोषी ठहराया है। उनका कहा है कि कांग्रेस ने बहुत पहले ही गरीब मजदूरों की दिक्कतों को सरकार के सामने रखा था लेकिन केंद्र ने उनकी बातों पर ध्यान ही दिया। ऐसे में जब महाराष्ट्र में रेल हादसे में प्रवासी मजदूरों की जान गई है तो ये सरकार मगरमच्छ के आंसू बहा रही है।
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि लॉकडाउन के बाद समाज के कई वर्गों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार से लोगों को मदद पहुंचाए जाने की मांग की थी। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, “बिना नौकरी, खाना और पैसे की के कारण फंसे प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे को सबसे पहले कांग्रेस ने उठाया था। कांग्रेस ही थी जिसने कहा था कि सबसे गरीब 50 फीसदी परिवारों को नकद और अनाज दिया जाना चाहिए और इस सुविधा का लाभ प्रवासी श्रमिकों को मिलना चाहिए। हालांकि सरकारों ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस ने ही अपने गृह राज्य जाने वाले प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की बात को उठाया था, जिस पर फैसला लेने में केंद्र ने 38 दिन लगा दिए। वो कांग्रेस ही है जिसने लोगों का ध्यान इस ओर खींचा की लॉकडाउन की स्थिति में ट्रेन और बसों का संचालन बंद होने के बावजूद हजारों लोग पैदल ही घर के लिए निकल रहे हैं। पार्टी की इस चेतावनी पर भी केंद्र की मोदी सरकार ने ध्यान नहीं दिया गया। अब जब महाराष्ट्र में रेल हादसे में प्रवासी मजदूरों की जान गई है तो केंद्र सरकार मगरमच्छ के आंसू बहा रही है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हमारे राजमार्गों और रेलवे पटरियों पर हर रोज ऐसी त्रासदी देखने को मिलती है लेकिन केंद्र सरकार ही है जिसे ये सब दिखाई नहीं देता।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने प्रवासी श्रमिकों के राहत व बचाव कार्य को केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री के नेतृत्व में मल्टीमॉडल एजेंसी का गठन किया जाए। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर इस मानवीय संकट को हल करने क लिए सशस्त्र बल के समर्थन की जरूरत पड़ती है तो उसे भी आजमाना चाहिए। इस दौरान औरंगाबाद दुर्घटना को लेकर पटेल ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रवासी श्रमिकों की समस्या को संभालने में रेल मंत्रालय पूरी तक असमर्थ है।


लॉक डाउन के बाद बढ़ेगा संक्रमण

नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी डॉ. डेविड नाबारो ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस के केस इसलिए कम हैं। क्योंकि यहां की सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम बहुत जल्दी उठा लिए थे। उन्होंने यह भी कहा कि नियंत्रण से पहले जुलाई में यह बीमारी अपनी चरम पर होगी। उन्होंने कहा, एक बार जब लॉकडाउन हटा लिया जाएगा तो और ज्यादा केस आएंगे लेकिन लोगों को इससे घबराना नहीं चाहिए। आने वाले महीनों में और ज्यादा केस आएंगे लेकिन उनमें स्थिरता बनी रहेगी।



उन्होंने आगे कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद केसों की संख्या में छुटपुट बढ़ोत्तरी होगी। लेकिन इसके बाद इसमें नियंत्रण पा लिया जाएगा। डॉ. नाबारो ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि जुलाई के आखिरी तक केस बढ़ेंगे लेकिन आगे हालात सुधर जाएंगे। उन्होंने लॉकडाउन की वजह से कोविड-19 का संक्रमण फैलने से रुक गया है. लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली सहित कुछ शहरी इलाकों में फैला भी है। लेकिन तुरंत उठाए गए कदमों से भारत ने इसको फैलने नहीं दिया. जहां आबादी का इतना घनत्व हो वहां पर इसको नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि भारत में अभी जितने केस हैं वह आबादी के हिसाब से काफी कम हैं। डॉ. नाबारो का कहना है कि इस बीमारी से बुजुर्गों की काफी मौतें हुई हैं लेकिन भारत में यह आंकड़ा भी काफी कम है। गौरतलब है कि भारत में अब तक 56,000 केस सामने आ चुके हैं जिसमें 1,850 की मौत हुई है।


फाइनल ईयर छात्रों की होगी परीक्षा

यूनिवर्सिटी के छात्र, नये शिक्षा सत्र के लिए ये हुआ है निर्णय, इस राज्य ने जारी किया आदेश



मुुंबई। महाराष्‍ट्र में कोरोना वायरस महामारी के चलते राज्‍य के उच्‍च शिक्षा विभाग एवं तकनीकी विभाग मंत्री ने फैसला किया है कि राज्‍य में सभी विश्‍वविद्यालयों के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। सिर्फ फाइनल ईयर के छात्रों को परीक्षा देना होगी। राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा, महाराष्ट्र में सभी विश्वविद्यालय के छात्रों को अंतिम वर्ष में छोड़कर COVID19 लॉकडाउन के कारण परीक्षा के बिना अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा। अंतिम वर्ष की परीक्षाएं जुलाई में होंगी।


स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के छात्र ही परीक्षा देंगे, जबकि प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाएगी। प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नति देते समय ग्रेड और अंक दिए जाएंगे। परीक्षा एक जुलाई से 30 जुलाई के बीच होगी। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से 13 गैर कृषि विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। यदि कोई छात्र अपने ग्रेड से संतुष्ट नहीं होता तो वह परीक्षा में बैठने का विकल्प चुन सकता है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय स्तर पर निर्णय लिया जा सकता है। यदि छात्र इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाता है तो उसे अगली कक्षा में प्रोन्नति दे दी जाएगी, लेकिन उस विषय की दुबारा परीक्षा देनी होगी, जिसमें वह फेल हुआ है। नया शैक्षणिक सत्र विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशों के अनुरूप एक सितंबर से शुरू हो। सभी परीक्षाओं के परिणाम की घोषणा 15 अगस्त को की जाएगी।सामंत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ चर्चा के बाद निर्णय किया गया।


नौकरी करने वालों के लिए बुरी खबर

नई दिल्ली। अगर आप किसी कंपनी में नौकरी करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। साल में आपको जो बोनस मिलता है और महीने में सैलरी के जो मिनिमम रुपये मिलते हैं, उस पर कंपनियों की नजर है। कंपनियां चाहती हैं कि दो-तीन साल के लिए ऐसा नियम बन जाए कि यह देना ही न पड़े। कंपनी अपने हिसाब से नियम बनाकर ऐसा करना चाहती हैं। कंपनियों ने ये सुझाव केंद्र सरकार को दिए हैं। कंपनियों की ये बात अगर सरकार ने मानी तो यह नियम लागू भी हो सकते हैं। एम्प्लॉयर्स एसोसिएशन के तत्वाधान में कंपनियों के प्रतिनिधि श्रम मंत्री संतोष गंगवार से मिले। फिर एसोसिएशन ने कुछ सुझाव दिए हैं। सरकार से अनुरोध किया गया है कि दो-तीन साल के लिए लेबर कानूनों में छूट दी जाए ताकि कर्मचारियों को न तो मिनिमम वेज देना पड़े और न ही बोनस देना पड़े। जो सैलरी वर्कर्स को देंगे या जो दिहाड़ी वर्कर्स को देंगे वो Corporate Social Responsibility के अंतर्गत आए। इसके तहत कंपनियों को भलाई के काम में सरकार छूट देती है। यह भी कहा कि काम करने के वक्त को 12 घंटे तक बढ़ा दिया जाए। श्रमिकों के साथ होने वाले विवाद के लिए डिस्प्यूट एक्ट में भी छूट दी जाए ताकि लेबर मामलों में मुकदमेबाजी का चक्कर कम हो.कारखाना चलाने के लिए मिनिमम 50% कर्मचारी की अनुमति दी जाए। अभी‌ लॉकडाउन खुलने के बाद एक तिहाई कर्मचारी के लिए अनुमति मिली है।
पीएम गरीब कल्याण योजना में पीएफ वाली योजना का फायदा कंपनियों को ज्यादा दिया जाए। इस योजना में सरकार कर्मचारी और कंपनी दोनों का हिस्सा सरकार जमा करती है। इसके अलावा कंपनी चलाने के लिए सरकार पैकेज दे, साथ ही बिजली की सप्लाई पर सब्सिडी दी जाए।


स्वास्थ्य विभाग में 17 हजार पदों पर भर्ती

 महाराष्ट्र सरकार स्वास्थ्य विभाग में करेगी 17,000 पदों पर भर्ती


मुंबई। महाराष्ट्र कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या से जूझ रहा है, ऐसे में महाराष्ट्र सरकार राज्य भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में 17,000 रिक्त पदों पर भर्ती करने की योजना बना रही है। उम्मीद जताई जा रही है नियुक्ति की प्रक्रिया लॉकडाउन के दौरान ही की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को कहा कि सरकार अगले दो दिनों में प्रमुख स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती निकालेगी। जो कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।


उन्होंने कहा, अगले दो दिनों में, मैं मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ मिलकर पता लगाऊंगा कि राज्य भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में 17,000 रिक्त पदों को कैसे भरा जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन देशभर में 17 मई तक जारी है, लेकिन हम योग्य लोगों की भर्ती के लिए एक समाधान खोजने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत कुछ भर्तियां होनी अभी बाकी है।


महाराष्ट्र के बाद गुजरात बना सिरदर्द

मुंबई। कोरोना वायरस के मामले में महाराष्ट्र के बाद गुजरात सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। गुजरात में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और यह आंकड़ा 7 हजार पार कर चुका है। इस बीच एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया सहित विशेषज्ञों की एक टीम अहमदाबाद भेजी गई है। माना जा रहा है कि एम्स डायरेक्टर को केंद्र सरकार ने अमहदाबाद की स्थिति को देखने और वहां के डॉक्टरों को गाइड करने के लिए भेजा गया है।


आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्र से मिले निर्देशों के बाद गुलेरिया और एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉ मनीष सुनेजा शुक्रवार शाम भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से अहमदाबाद रवाना हुए। ये दोनों सिविल अस्पताल और एसवीपी अस्पताल का दौरा करेंगे और वहां के डॉक्टरों को कोरोना से निपटने में गाइड करेंगे। एक अधिकारी के मुताबिक, ‘वे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल और एसवीपी अस्पताल का दौरा कर हालात का जायजा लेंगे। दोनों विशेषज्ञ डॉक्टरों से बात करके फीडबैक देंगे और फिर रवाना हो जाएंगे।’ गौरतलब है कि एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बीते दिनों ही कहा था कि भारत में कोरोना वायरस जून-जुलाई में अपने चरम पर होगा। गुजरात में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 390 नए मामले सामने आने के बाद शुक्रवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,403 हो गई है। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान 24 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 449 हो गई। उन्होंने बताया कि 163 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दी गई। राज्य में अभी तक 1,872 संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अभी तक कुल 1,05,387 नमूनों की जांच की गई है।


उन्होंने कहा, ‘गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया और डॉक्टर मनीष सुरेजा को शनिवार को गुजरात भेजने का फैसला किया है ताकि मृत्युदर कम करने में राज्य की मदद की जा सके।’


सोने में निवेश के लिए सुनहरा मौका

सोने में निवेश के लिए एक और मौका, 11 मई से इस भाव पर सोना बेचेगी मोदी सरकार
नई दिल्ली। मोदी सरकार सोने में निवेश के लिए एक और मौका 11 मई से देने जा रही है। आप अगर कोराेना संकट के बीच सबसे सुरक्षित निवेश माने जाने वाले गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए स्वार्ण बॉन्ड में निवेश का सुनहरा मौका है। सरकारी स्वर्ण बांड की अगली किस्त के लिए निर्गम मूल्य 4,590 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। अप्रैल सीरीज में गोल्ड बांड का भाव 4,639 प्रति ग्राम तय किया गया था। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी।सॉवरेन गोल्ड बांड योजना 2020-21 की दूसरी श्रृंखला 11 मई 2020 से खुलकर 15 मई 2020 तक अभिदान के लिए खुली रहेगी। पहली श्रृंखला जारी करते समय स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 4,639 रुपये प्रति ग्राम था।


रिजर्व बैंक ने पिछले महीने कहा था कि सरकार 20 अप्रैल से सितंबर तक, छह चरणों में सॉवरेन स्वर्ण बांड जारी करेगी। भारत सरकार की ओर से ये बांड रिजर्व बैंक जारी करेगा। भारत सरकार ने ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को निर्गम मूल्य में 50 रुपये ग्राम प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है। ऐसे निवेशकों के लिये स्वर्ण बांड की कीमत 4,540 रुपये प्रति ग्राम होगी।


पहली सीरीज में 822 करोड़ का निवेश


पहली सीरीज में 20 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल के बीच इसका सब्सक्रिप्शन हो चुका है। पहली किस्त 28 अप्रैल को जारी की गई। गोल्ड बांड की अप्रैल सीरीज को लेकर निवेशकों में जबरदस्त क्रेज दिखा है। आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अप्रैल सीरीज को 17.73 लाख यूनिट के लिए करीब 822 करोड़ का सब्सक्रिप्शन मिला। यह अक्टूबर 2016 के बाद सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन है। अप्रैल सीरीज में गोल्ड बांड का भाव 4,639 प्रति ग्राम तय किया गया था।


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...