शुक्रवार, 10 मई 2019

किर्गिस्तान में होगी एससीओ की बैठक

इस महीने किर्गिस्तान में एससीओ


की बैठक में हो सकती है सुषमा और  कुरैशी की बात


नई दिल्ली ! इस महीने के अंत में किर्गिस्तान में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री अलग से द्विपक्षीय मुलाकात कर सकते हैं। यह बात पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने कही है।प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनकी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज 21-22 मई को होने वाली एससीओ की बैठक के सिलसिले में किर्गिस्तान में होंगे। दोनों नेता सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। वे द्विपक्षीय बातचीत भी कर सकते हैं।


प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि कुरैशी और स्वराज के बीच औपचारिक मुलाकात का कोई निर्धारित कार्यक्रम नहीं है। पाकिस्तान में पनाह पाए आतंकी संगठनों के भारत में लगातार हमलों के चलते दोनों देशों की बातचीत कई वर्षो से रुकी हुई है।universalexpress.page


 


मंडोला किसान सत्याग्रह आंदोलन


किसान सत्याग्रह आंदोलन ,मंडोला


गाजियाबाद! उपजिलाधिकारी लोनी लुत्फुल्लापुर नवादा गांव में भरे जहरीले गंदे पानी का मौका मुआयना करने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम के साथ पहुँचे और खेकड़ा जिला बागपत से आ रहे जहरीले पानी के नमूने भी लिए । यह जहरीला गन्दा पानी प्राकृतिक बसी नाले में खेकड़ा जिला बागपत में लगी कपड़ा फैक्ट्रियो से डाला जा रहा है जिससे जिला गाजियाबाद के नोरसपुर,नवादा,मीरपुर,
मंडोला , मंडोला विहार योजना,ट्रोनिका सिटी प्रभावित हो रहे हैं सबसे ज्यादा नवादा गांव इस जहरीले पानी से प्रभावित है इस गांव में सायद ही कोई परिवार ऐसा हो जिसमे चर्म रोग ,मानसिक रोग , कैंसर आदि घातक बीमारियो से लोग न जूझ रहे हों ,कई लोग गांव से पलायन भी कर चुके हैं नवादा गांव में रहने का मतलब है कि 50 से 60 साल की उम्र में ही जीवन लीला समाप्त हो जाना आज नवादा गांव में एक भी व्यक्ति ऐसा नही है जिसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो ।
इस जहरीले गंदे पानी से इतनी बदबू दार गैस वातावरण में हवा को भी दूषित कर रही है जिसके कारण लगातार लोनी की हवा प्रदूषित हो रही है और लोनी में वायु प्रदूषण शिखर पर है यह नाला लोनी से उत्तर पश्चिम दिशा में है अधिकतर हवा का बहाव भी इस दिशा से चलने के कारण भी लोनी प्रदूषित शहर बनकर रह गया है।
गत वर्ष किसान सत्याग्रह आंदोलन मंडोला के सत्याग्रही किसानो ने इस जहरीले पानी को गाजियाबाद की सीमा में आने से रोकने का प्रयास किया था सत्याग्रही किसान दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉलियों में मिटटी भरकर नाला बन्द करने नोरसपुर गांव के पास बागपत की सीमा में ही रोकने के लिए पहुँच गए थे तत्कालीन SDM सतेन्द्र कुमार सिंह ने जल्द स्थाई समाधान कराने के अस्वासन पर सत्याग्रहियों को नाला न रोकने के लिए मना लिया अपरजिलाधिकारी प्रशासन जितेंद्र शर्मा की अध्यक्ष्ता में ट्रॉनिकसिटी प्रशासनिक भवन में किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी हुई थी बैठक में UPSIDC व् ,आवास विकास परिषद के अधिकारी व् खेकड़ा तहसील के SDM आदि भी मौजूद रहे थे बैठक में नाले का स्थाई समाधान होने से पहले नाले की सफाई कराने पर सहमति बनी थी जिसके लिए आठ दिन का समय अधिकारियो ने दिया था लेकिन अस्वासन पर बैठक के बाद कोई अमल नही किया गया ।
लगातार अधिकारियो के चक्कर काट रहे प्रभावित ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमण्डल किसान नेता नीरज त्यागी के नेतृत्व में दिनांक 8/5/2018 को उपजिलाधिकारी लोनी से मिला और क्षेत्र की ज्वलन्त समस्या से लिखित व् मौखिक रूप से अवगत कराया था जिस पर आज प्रशासनिक अधिकारियो ने मुस्तैदी दिखाते हुए नवादा गांव में भरे जहरीले पानी का मौका मुआयना किया व् पानी में हानिकारक तत्वों की जाँच कराने के लिए नमूने भी लिए । उपजिलाधिकारी ने जल्द समाधान कराने का अस्वासन दिया और कहा मेरी संवेदना आपके साथ है इस ज्वलन्त समस्या से निजात दिलाने के लिए हरसम्भव प्रयास करूँगा।
इस मौके पर किसान नेता नीरज त्यागी,नुकूल भैया राकेश त्यागी,रामनरेश , गौरव, राहुल , आदि मौजूद रहे।


नीरज त्यागी
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अंबेडकरनगर में मतदान की तैयारी पूरी

अंबेडकर नगर मतदान के लिए तैयार


अम्बेडकर नगर! लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में 12 मई को अम्बेडकर नगर लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है, जिसको लेकर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। एक पत्रकार वार्ता के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार और पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र मिश्रा ने संयुक्त रूप से बताया कि अम्बेडकर नगर जिले में कुल 1147 मतदान केंद्र बनाए गए हैं!जिनमें 2008 मतदेय स्थल हैं! जिसमे संत कबीर नगर लोकसभा क्षेत्र का आलापुर विधानसभा क्षेत्र भी सम्मिलित है। इन सभी मतदेय स्थलों पर मतदान सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त किये गए हैं।



चप्पे चप्पे पर रहेगा सुरक्षा का इंतजाम



पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र मिश्र ने बताया कि अम्बेडकरनगर जिले में 12 मई को छठे चरण को होने वाले मतदान के लिए पांचों विधानसभाओं में शान्ति पूर्ण मतदान के लिए पुलिस बल ,पीएसी, अर्धसैनिक बलों को लगाया गया है । मतदान में अभी चार दिन बचे हुए है , अभी से ही शहर ही नहीं गांवों में भी अर्ध सैनिक बालों के फ्लैग मार्च हो रहे है , पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में 2008 मतदेय स्थल है और 1147 मतदान केंद्र है इसके अलावा हर संवेदनशील केंद्रों के अलावा हर साम्प्रदायिक क्षेत्रो में किसी घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त फ़ोर्स की व्यवस्था की गई है ।universalexpress.page


बस्ती में रैली को संबोधित करेगी प्रियंका

बस्ती में रैली को संबोधित करेंगी प्रियंका
बस्ती ।आज बस्ती आएंगी प्रियंका गांधी वाड्रा ! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का बस्ती जिले में प्रथम आगमन होगा आज।राजकीय इंटर कॉलेज में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा!काग्रेस प्रत्याशी के राज किशोर सिंह के लिए जनसभा को सम्बोधित करेगी !काग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के किये कड़े इंतजाम ! एसपीजी सुरक्षा के कमांडो बस्ती पहुचे बस्ती ।एसपीजी ने मंच को लिया अपने सुरक्षा घेरे में।जनसभा की सफल बनाने में काग्रेस प्रत्याशी राज किशोर सिंह ने झोंकी अपनी ताकत।


 विवेक गुप्ता universalexpress.page


 


लोनी विधायक ने दिल्ली में मांगे वोट

 


लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मांगे मनोज तिवारी के लिए वोट, कहा इस लोकसभा चुनाव में केजरीवाल की झूठ की राजनीति का होगा, अंत


उत्तर पूर्वी दिल्ली ! उत्तर प्रदेश में दर्जनों लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के बाद लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। गुरुवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी और दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने दिल्ली के गोपालपुर, जगतपुर, शक्ति नगर, गली अहिरान सहित दर्जनों स्थानों में जनसंपर्क और जनसभा कर भारी मत से भाजपा को विजयी बनाने की अपील की।


भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में मदनलाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रहे लेकिन किसी के काम नहीं रुके और ना ही इनमें से किसी ने पूर्ण राज्य ना होने को कभी अपनी नाकामी छिपाने का जरिया बनाया। लेकिन केजरीवाल ने पूर्ण राज्य की बात कर पिछले चार सालों की नाकामियों को छिपाने की कोशिश की है। केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाओं से दिल्लीवासियों को वंचित रखा गया है। केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से 70 वादें किए थे आत वह 3 भी पूरी नहीं कर पाए है, यह एक संस्थान की रिपोर्ट कहती है। उत्तर पूर्वी दिल्ली को जाममुक्त करने के लिए सिग्नेचर ब्रिज से लेकर सड़कों तक हमने विकास का खाका खिंचा है। इसलिए दिल्लीवासी भाजपा को सातों सीट देकर केजरीवाल की झूठी राजनीति का पर्दाफाश करने वाले हैं।


विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह नाकामपंथी और झुठपंथी लोग है जो देश की राजनीति बदलते-बदलते खुद ही बदल गए। अब आम आदमी पार्टी अराजक लोगों की पार्टी बन कर रह गई है। दिल्लीवासियों की भावानाओं से खेल कर झूठे सपने दिखाने वालों की राजनीति इस बाद दिल्ली की जनता स्वंय खत्म कर देगी। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति इनकी नफरत ही इन्हें ले झूबेगी। एक ओर जहां पूरे देश में आयुष्मान भारत के कार्डधारियों को 5 लाख तक का बीमा मिल रहा है वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने अहंकार और भाजपा विरोध के सामने 5 लाख रूपये का बीमा कार्ड से दिल्ली के गरीब, दलित और शोषित जनता को वंचित रखा। इन्होंने देश की अखंडता को खंडित करने वाले टूकड़े-टूकड़े गैंग को जाकर समर्थन दिया, देश की हर संस्था और व्यक्तियों पर झूठे आरोप लगाए और फिर अदालत की फटकार पर माफी मांगी। हर चुनाव से पहले जब यह हारने लगते है तो स्वंय पर अपने ही कार्यकर्ता से हमला करवा लेते है, दिल्लीवासी झूठपंथी लोगों को जान चुकी है पिछले साढ़े चार साल में समझ चुकी है कि कैसे उन्हें फ्री वाई-फाई, 15 लाख सीसीटीवी, महिलाओं की सुरक्षा, लोकपाल, प्रदुषण नियंत्रण, अनुबंध कर्मचारियों को पक्का करने, नए अस्पताल और कॉलेज के नाम पर उनके साथ आम आदमी बनकर ठगी की गई है। इस बार दिल्ली की जनता तय कर चुकी है कि फिर एक बार दिल्ली की सातों सीट मोदी जी को देकर एक नए भारत के निर्माण में साझीदार बनेंगे और उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा से जन-जन के साथ खड़े रहने वाले हमारे भाई मनोज तिवारी जी फिर एक बार भारी मतों से विजयी होंगे।इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पति पवन मावी, किसान जिलाउपाध्यक्ष सत्यप्रकाश चौधरी, वीरेश भाटी ने भी भाजपा के पक्ष में लोगों से मतदान करने की अपील की।universalexpress.page


 


भाजपा मजदूर -किसान विरोधी है

मोदी ग्रुप द्वारा फैक्ट्रियों का स्क्रेप बेचने का मामला ।
भाजपा सरकार मजदूर, किसान विरोधी है !
मजदूरों का हितों का ध्यान सिर्फ इंटक ही करती है!


सुरेश शर्मा


मोदीनगर । अपने कैम्प कार्यालय पर उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता सुरेश शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ही मजदूरों के हितों का ध्यान रखती है । भाजपा सरकार मजदूर, किसान मजदूर विरोधी है।जिसका जीता जागता उदाहरण मजदूर दिवस के अवसर पर मोदी स्पिनिंग एण्ड विविंग मिल्स कम्पनी लिमिटेड गेट पर मिला, जब मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर अपने श्रमिक नेताओं के नेतृत्व में मिल गेट पर प्रथम तल पर स्थित प्रबंधक मण्डल कार्यालय में ज्ञापन देने पहुँचे ।
मजदूरों की मांग थी कि जब तक मिल प्रबंधक मोदी स्पिनिंग एण्ड विविंग मिल्स कम्पनी लिमिटेड, क्लाथ मिल इकाई का स्क्रेप (डिमोलिस्ट बिल्डिंग मलबा मशीनरी इत्यादि) को न बेचा जाये, तब तक मजदूरों का बकाया भुगतान न मिल जाये । जब मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने प्रथम तल पर जा रहे थे इसी बीच उनको शस्त्रों से लेस सुरक्षा कर्मियों के भेष में गुण्डों ने उन्हें रोक दिया और मजदूरों में दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग शुरू कर दी, जिससे शस्त्र फायरिंग से निकले छर्रो से एक मजदूर सहित  सड़क पर जा रही दो महिला घायल हो गयी ।
यहाँ तक कि सुरक्षा कर्मियों के भेष में  गुण्डों ने पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग की । जब कि देश में चुनाव चल रहे हैं और पूरे देश में आचार संहिता लागू है । देश में आचार संहिता के चलते शस्त्र थानों या बन्दूकों की दुकानों पर जमा है । आचार संहिता के चलते सुरक्षा कर्मी के भेष में गुण्डें खुलेआम शस्त्र लेकर घूम रहे हैं । यह एक गंभीर मामला है और जांच का विषय है । कि निहत्थों मजदूरों पर शस्त्रों से फायरिंग शुरू कर दी । यहाँ पर उपस्थिति मजदूरों जैसे तैसे अपनी जान बचायी । घटना की रिपोर्ट धाना मोदी नगर में दर्ज है ।
हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं कि मोदी स्पिनिंग एण्ड विविंग मिल्स कम्पनी लिमिटेड (कपड़ा मिल इकाई) के प्रबंध निदेशक करोड़ों रूपये का स्क्रेप तो बेच रहे हैं परन्तु मजदूरों का बकाया भुगतान देने के लिए तैयार नहीं है , सिर्फ लिपापोती कर रहे हैं । स्क्रेप को बिकवाने में अपने नीजी स्वार्थ में भाजपा नेता मिल प्रबंध निदेशक का खुल कर साथ दे रहे हैं पर यह नहीं कह रहे कि स्क्रेप बेचने पर पूर्व में करोड़ों रूपये एंडवास के रूप में आया है ? उस धनराशि में से पहले मजदूरों के मेहनत का बकाया भुगतान कर दें । मजदूरों का हितों का ध्यान न रखते प्रशासन भी मिल का स्क्रेप निकलवाने के लिए पूंजीपतियों का साथ दे रहा हैं ?
गत वर्ष मोदी पेंट एण्ड वार्निश फैक्टरी प्रांगण में मजदूरों द्वारा चलाये जा रहे आमरण अनशन को दिनांक 19-8-2017 को भाजपा के नेताओं एवं मंत्री ने यह आश्वासन देकर मजदूरों का आमरण अनशन को समाप्त कराया गया था, कि मोदी पेंट एण्ड वार्निश फैक्टरी और मोदी इलक्ट्रोड फैक्टरी को शिघ्र चालू करा दिया जाएगा, परंतु अभी तक प्रबंधकों द्वारा तीनों फैक्ट्रियों को नहीं चलाया गया है । भाजपा नेता मिल प्रबंध निदेशक की भाषा बोल रहे हैं कि फैक्ट्रियों का स्क्रेप को निकलने दो, बाद में मजदूरों का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा ।
जब चुनाव नजदीक आते हैं तो नेतागण वोट के खातिर मजदूरों के हितों की बात करते हैं, फिर जब चुनाव समाप्त हो जाते हैं तो फैक्ट्रियों के प्रबंधकों की वकालत करते दिखाई देते मिल जाएंगे । मजदूरों का कहना है कि इसका जवाब आगामी चुनाव में दिया जाएगा और हमारा इस्तेमाल तो नेतागण अपने स्वार्थ के लिए करते हैं ।
आज फैक्ट्रियों के मजदूरों के परिवार भुखमरी के कागार पर है । जैसे तैसे मजदूर अपने परिजनों का पालन- पोषण कर रहे हैं । आज नेता मोदी ग्रुप की फैक्ट्रियों के स्क्रेप निकलवाने के लिए फूल जोर वकालत करते दिखाई देते नजर आ जाएंगे ।universalexpress.page


चुनाव खर्च से कराहता राजकोष


धनाभाव में लटकती तमाम मूलभूत समस्याएं बढ़ता भ्रष्टाचार धनपशुओं की कर्जमाफी एवं चुनावी खर्च से कराहते राजकोष


देश का दुर्भाग्य कहा जाएगा कि देश के आम जनमानस खासतौर से गरीबों मजदूरों किसानों ग्रामीणों से जुड़ी तमांग जन समस्याओं का निदान धनाभाव में नहीं हो पा रहा है। सरकार चाह कर भी आजादी के छह दशक बीत जाने के बावजूद अब तक धना भाव में इन मूलभूत समस्याओं का निदान करके देश की जनता को राहत नहीं दे पा रही है। दूसरी तरफ जहां हमारे देश का करोड़ों रुपया बड़े-बड़े धनपशु लोग लेकर विदेश भाग रहे हैं तो वही दूसरी ओर करोड़ों अरबों रुपया उद्योगपतियों का हर साल माफ किया जा रहा है। इतना ही नहीं करोड़ों अरबों रुपया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर सरकारी खजाने को खाली कर रहा है और हर 5 साल देश का अरबों खरबों रुपया राजनीतिक दल अपनी राजनीति को चमकाने एवं चुनाव लड़ने पर पानी की तरह बहा कर चुनाव जीतने पर खर्च कर रहे हैं। इसी तरह सरकारी खजाने का करोड़ों अरबों रुपया चुनाव कराने के नाम पर खर्च हो रहा है। सरकारी खर्चा एवं लूट सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद घटने की जगह लगातार बढ़ता ही जा रही है। बीते पिछले 5 वर्षों के अंदर करोड़ों अरबों रुपया जहां लुट चुका है वहीं करोड़ों रुपया भ्रष्टाचार की भेंट भी चढ़ चुका है जिसे सरकार चाहकर भी रोक नहीं सकी है। इस लोकतांत्रिक देश में चुनाव कराने के नाम पर होने वाला सरकारी खर्च आजादी के बाद से ही लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका सीधा कुप्रभाव सरकारी सरकारी खजाने एवं अर्थ व्यवस्था पर पड़ रहा है।सरकारी खर्चों एवं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े धन का सारा बोझ देश की जनता को उठाना पड़ता है और उसकी भरपाई विभिन्न रूपों से उसे ही करनी पड़ती है। आजादी मिलने के बाद पहली बाद शुरू हुए चुनाव में सरकारी खजाने का मात्र 12 लाख रुपए ही खर्च हुए थे इसके बाद अगले चुनाव में यह बढ़कर 17 लाख फिर 22 लाख रुपए खर्च हुए थे। यह चुनावी खर्चा आजादी के बाद से ही लगातार घटने की जगह बढ़ता ही जा रहा है और इस बार हो रहे लोकसभा चुनाव में यह खर्चा बढ़ कर 5 हजार करोड़ हो गया है और आशा की जाती है कि भविष्य में होने वाले चुनाव मे खर्चा वर्कर आसमान छूने लगेगा।सभी जानते हैं कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव ग्राम पंचायत से लेकर देश की सबसे बड़ी पंचायत के साथ ही देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति तक के लिये होते हैं और र चुनाव के बाद मंहगाई बढ़ जाती है। विभिन्न चुनाव के नाम पर खर्च होने वाला सरकारी खजाने का पैसा जो भ्रष्टाचार एवं फिजूलखर्ची की बलि चढ़ता जा रहा है इसी पैसे से जनमानस से जुड़ी तमाम विकास योजनाओं को पूरा किया जा सकता है। इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि आजादी मिलने के छ दशक बाद भी ग्रामीण स्तर पर पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण हजारों लोग हर साल बेमौत मार रहे हैं और तमाम विकास योजनाओं को पूरा नहीं किया जा रहा है। आज भी जहां तमाम नदियों में पुल न होने से लोगों को जान हथेली पर रखकर जानलेवा लकड़ी के पुल बनाकर नदी पार करना पड़ रहा है तो वहीं गांव में अस्पतालों में दवाओं एवं अन्य संसाधनों का अभाव बना हुआ है। अगर हम स्वास्थ्य की चर्चा करें तो ग्रामीण स्तर पर बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं डाक्टरों एवं उपकरणों का अभाव बना हुआ है जिसे सरकार पूरा नहीं कर पा रही है जिसका खामियाजा गांव कस्बों में रहने वाले मेहनतकश गरीब मजदूर किसानों मजदूरों उठाना पड़ रहा है। सभी जानते हैं कि देश की सबसे अधिक जनता गांव कस्बों में निवास करती है और विभिन्न बीमारियों से ग्रसित रहती है क्योंकि हष्टपुष्ट निरोगी रहने के लिए उसे पर्याप्त पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता है। सरकार भले ही अरबों खरबों रुपया इन लोगों के स्वास्थ्य पर खर्च कर रही हो इसके बावजूद आज तक ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में न तो सभी बीमारियों इलाज के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था है और न ही पर्याप्त दवाएं एवं उपकरण ही मौजूद हैं। इतना ही नहीं इन अस्पतालों में आजादी के इतने दिन बीतने के बावजूद भी स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सभी तरह उपकरण उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। न तो हर तरह की जांचे हो पा रही हैं और न ही जांच करने वाली मशीन भी उपलब्ध हो पा रही है। प्राथमिक अस्पतालों को कौन कहे है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है और जिसका दुष्परिणाम गरीबों को भुगतना पड़ रहा है। एक तरफ तो सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नाम पर अरबों खरबों रुपए खर्च कर रही है वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में सभी तरह की बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सक एवं गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड मशीनें तक उपलब्ध नहीं है जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को इधर उधर भटकना पड़ रहा है।इतना ही नहीं बल्कि ग्रामीण स्तर पर कौन कहे मुख्य मार्गों एवं राजमार्ग के किनारे ट्रामा अस्पताल उपलब्ध न होने से रोजाना होने वाली दुर्घटनाओं से तमाम लोग अकाल काल के गाल में समा रहे हैं। ग्रामीण स्तर के अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में उन्हें जिला अस्पताल एवं प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पर्याप्त दवाएं उपलब्ध न होने के कारण लोगों को प्राइवेट मेडिकल स्टोरों का सहारा लेना पड़ रहा है जहां पर दो के बदले 2सौ की दवा खरीदनी पड़ रही है। जनमानस से जुड़ी हुई अन्य तमाम योजनाओं का धना भाव में पूरी नहीं हो पा रही है और सरकारी खजाने का जितना पैसा चुनाव कराने रूम भ्रष्टाचार में खर्च हो जाता है उसी पैसे से जनमानस की जिंदगी से जूही तमाम समस्याओं का निदान किया जा सकता है। 

भोलानाथ मिश्रuniversalexpress.page


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...