आयोजित कार्यक्रम में लोगो को सम्बोधित करते हुए मा. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश इस बार एक इतिहास रचने जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस बार कुल 35 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण एवं वृक्षों के संरक्षण के लिए जन-जन की भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपद प्रयागराज के लिए जो भी लक्ष्य मिला है, उसको सभी लोग मिलकर पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण कम से कम एक वृक्ष को गोद के रूप में अवश्य ले तथा उस वृक्ष की संतान की भांति देखभाल करें। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण में उत्तर प्रदेश गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा चुका है। उन्होंने कहा कि वृक्ष पर्यावरण को संतुलित बनाये रखते है तथा पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में मदद करते है। इस अवसर पर मा. उपमुख्यमंत्री के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए खिलौने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रदान किए गए।
महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने अपने सम्बोधन में लोगो से कहा कि सभी लोग अपने सबसे प्रिय के नाम से एक वृक्ष अवश्य लगाये। कहा, कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी है। इस अवसर पर विधायक फूलपुर श्री प्रवीण पटेल ने कनिहार वृक्षारोपण क्षेत्र को पार्क के रूप में विकसित किए जाने के लिए उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया।
इसके पूर्व जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री जनपद में किए जाने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस वृक्षारोपण अभियान कार्यक्रम में इस बार जनपद में वृक्षारोपण का कुल लक्ष्य लगभग 70,96,088 निर्धारित किया गया है। जिसमें 5 जुलाई को लगभग 50,68,608 पौधों को रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम स्थल कनिहार में आज 1 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 250 शहीदों के नाम से वाटिका बनाई जा रही है। इस अवसर पर बच्चों के द्वारा लोगो को वृक्षारोपण एवं उनके संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए पोस्टर प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। इस अवसर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चैहान, नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग, मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि, प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चन्द्र सहित अन्य अधिकारीगणों के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रंजना त्रिपाठी के द्वारा किया गया।