सोमवार, 4 जुलाई 2022

'पॉलीथिन मुक्त बडौत' बनाने के लिए अभियान चलाया

'पॉलीथिन मुक्त बडौत' बनाने के लिए अभियान चलाया 

गोपीचंद       
बागपत। बागपत के बडौत में 'पॉलीथिन मुक्त बडौत' बनाने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया गया। एडीएम बागपत अमित कुमार की मौजूदगी में व्यापारियों की बैठक हुई। बडौत नगरपालिका अध्यक्ष अमित राणा, ईओ अनुज कौशिक व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजेंद्र मलिक कार्यक्रम में मौजूद रहें। पॉलीथिन का प्रयोग न करने का आग्रह किया गया। बडौत को स्वच्छ व पॉलीथिन मुक्त बनाने का व्यापारियों ने आश्वासन दिया। घरों से ही कपड़े का थैला लेकर बाजार से सामान लाने की अपील भी की गई। बडौत नगरपालिका के सभागार कक्ष में बैठक हुई।

प्रयागराज: पुलिस कप्तान पांडेय ने कार्यभार संभाला

प्रयागराज: पुलिस कप्तान पांडेय ने कार्यभार संभाला 

बृजेश केसरवानी          
प्रयागराज। प्रयागराज के नवागत पुलिस कप्तान शैलेश कुमार पांडेय ने सोमवार को कार्यभार संभाला। इस दौरान अधिकारियों के साथ बैठक कर तमाम बिंदुओं पर विमर्श किया। एसएसपी ने अपराध पर अंकुश लगाने और पुलिस गश्‍त और तेज करने के निर्देश दिए। पुराने मामलों को लेकर भी चर्चा की। इन मामलों का जल्‍द राजफाश करने काे कहा। एसएसपी ने आम लोगों की समस्‍याएं भी सुनीं और उन्‍हें शीघ्र निराकरण का आश्‍वासन दिया। नवागत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज शैलेश कुमार पांडेय ने सोमवार सुबह कार्यभार ग्रहण किया। पुलिस कार्यालय में जनपद के राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अपराध को रोकने, अपराधियों पर सख्‍त कार्रवाई और आम जन की समस्‍याओं के शीघ्र निदान को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

जनसमस्याओं को भी सुना...

अफसरों के साथ बैठक के बाद एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने पुलिस कार्यालय में फरियादियों से मुलाकात की। उन्‍होंने लोगों की शिकायतें सुनी और मातहतों को शीघ्र निस्‍तारण का निर्देश भी दिया। 

अयोध्‍या से प्रयागराज आए हैं नए पुलिस कप्तान...

उल्‍लेखनीय है कि प्रयागराज के वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बदल गए हैं। शासन की ओर से जनपद के नए एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय बनाया गया है। वह इससे पहले अयोध्‍या में एसएसपी के पद पर तैनात थे। 2011 बैच के आइपीएस कैडर शैलेश कुमार पांडेय का अयोध्‍या से तबादला कर प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया हे।प्रयागराज में अब तक रहे एसएसपी अजय कुमार को सीबीसीआइडी लखनऊ स्‍थानांतरित किया गया है।

बीएसएनएल ने अपने कुछ प्रीपेड प्लान्स को महंगा किया

बीएसएनएल ने अपने कुछ प्रीपेड प्लान्स को महंगा किया

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बीएसएनएल ने यूजर्स को तगड़ा झटका दिया है। कंपनी ने चुपचाप अपने कुछ प्रीपेड प्लान्स को महंगा कर दिया है। महंगे किए गए प्लान 320 रुपये से कम की कीमत में आते हैं। टेलिकॉम टॉक की रिपोर्ट के अनुसार बीएसएनएल ने प्लान्स की कीमत को न बढ़ाते हुए उनकी वैलिडिटी को कम कर दिया है। वैलिडिटी कम करने से प्लान के डेली यूसेज चार्ज में 65 पैसे से लेकर 1.60 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि बीएसएनएल के प्लान इनडायरेक्टली पहले से महंगे हो गए हैं। जिन प्लान में कंपनी ने बदलाव किया है वे 99 रुपये, 118 रुपये और 319 रुपये के हैं। आइए जानते हैं डीटेल।
99 रुपये वाले प्लान में कंपनी शुरुआत में 22 दिन की वैलिडिटी ऑफर करती थी। अब इसमें बदलाव हो गया है। अगर अब आप इस प्लान को सब्सक्राइब करेंगे तो आपको 22 दिन की बजाय 18 दिन की ही वैलिडिटी मिलेगी। राहत की बात यह है कि इसमें कंपनी पहले की तरह अभी भी अनलिमिटेड कॉलिंग बेनिफिट दे रही है।
बात अगर कंपनी के 118 रुपये वाले प्लान की करें तो यह अब 26 दिन की बजाय केवल 20 दिन तक ही चलेगा। प्लान में कंपनी इंटरनेट यूज करने के लिए डेली 0.5जीबी डेटा दे रही है। प्लान के सब्सक्राइबर देश भर में किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग कर सकते हैं। इस प्लान में पहले की तरह अभी भी फ्री एसएमएस बेनिफिट नहीं मिलेगा।
319 रुपये वाले प्लान की जहां तक बात है, तो इसकी वैलिडिटी को भी कम कर दिया गया है। प्लान शुरुआत में 75 दिन तक चलता था, लेकिन अब यह केवल 65 दिन ही चलेगा। प्लान में मिलने वाले बेनिफिट्स में कंपनी ने कोई बदलाव नहीं किया है। इस प्लान में आपको अनलिमिटेड कॉलिंग, 300 एसएमएस और 10जीबी डेटा मिलेगा।

मेडिकल सेफगार्ड्स को संस्थागत बनाने पर विचार

मेडिकल सेफगार्ड्स को संस्थागत बनाने पर विचार

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सरकार अग्निपथ योजना के तहत भर्ती किए जा रहे सैनिकों के लिए मेडिकल सेफगार्ड्स को संस्थागत बनाने पर विचार कर रही है। ताकि यह सुनिश्चित हो कि ड्यूटी के दौरान घायल हुए जवानों को चार साल बाद भी सहायता मिल सके। मौजूदा नियमों में सर्विस के दौरान चोटों के कारण चिकित्सा देखभाल की जरूरत वाले सैनिकों के लिए छुट्टी के बाद के लाभों का उल्लेख नहीं है। पुरानी योजना के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को भूतपूर्व सैनिक स्वास्थ्य योजना के अलावा सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा नेटवर्क से जीवन भर के लिए कवर किया गया था।
सीनियर अधिकारियों ने कहा कि इस मामले पर बातचीत जारी है। अगर लंबे समय तक मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है तो ड्यूटी के दौरान घायल हुए किसी भी अग्निवीर का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम उनकी देखभाल करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सर्वोत्तम संभव देखभाल मिले।
सर्विस के दौरान घायल होने पर गंभीरता के आधार पर एकमुश्त 44 लाख से 15 लाख रुपये तक देने का प्रावधान है। अभी तक, चार साल की सर्विस पूरी होने पर घायल सैनिकों के छुट्टी के बाद के इलाज की चर्चा नहीं की गई है। युद्ध के मैदान में हताहतों की स्थिति देखी जाए तो कई सैनिकों को लंबे समय तक चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है, जो वर्षों तक भी जा सकती है। कुछ मामलों में जैसे कि युद्ध में गोली लगने से घायल सैनिकों को जीवन भर मेडिकल सपोर्ट की दरकार होती है।अग्निपथ योजना के तहत देश की तीनों सेनाओं में बड़ी संख्या में युवाओं की चार साल के लिए भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत उन लोगों को देश की रक्षा करने का अवसर मिलेगा जो रक्षा सेवा में जाना चाहते हैं। चार साल पूरा होने के बाद अग्निवीर सेना में स्थायी नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगे। सेना के अधिकारी अग्निवीरों को उनकी योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्थायी करने पर विचार करेंगे। 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती किया जाएगा।
अग्निवीरों की तैनाती सेना में हर जगह की जाएगी। यूनिट, मुख्यालय तथा संस्थानों में तैनाती होगी। संचालनात्मक-गैर संचालनात्मक दोनों काम करने होंगे। सेना से रिटायर होने वाले 75 फीसदी अग्निवीरों को 11.71 लाख रुपये की सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा उनको मिले कौशल प्रमाणपत्र और बैंक लोन के जरिये उन्हें दूसरी नौकरी शुरू करने में मदद की जाएगी।

हाईवे: 15 अगस्त तक तैयार होगा, बाईपास

हाईवे: 15 अगस्त तक तैयार होगा, बाईपास

अकांशु उपाध्याय/भानु प्रताप उपाध्याय
नई दिल्ली/शामली/सहारनपुर। पानीपत-खटीमा हाईवे और दिल्ली-सहारनपुर हाईवे को जोड़ने वाला बाईपास 15 अगस्त तक तैयार हो जाएंगा। इसका निर्माण पूरा होने से हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वाहन चालकों की राह आसान हो जाएगी।
शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पानीपत-खटीमा हाईवे और शामली बाईपास का कार्य पानीपत से लेकर बलवा बाईपास तक 34 किमी लंबाई में 70 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है। पानीपत-खटीमा हाईवे का कंडेला से लेकर दिल्ली-सहारनपुर हाईवे तक फ्लाईओवर को छोड़कर ज्यादातर कार्य पूरा हो चुके है। 3.5 किमी लंबाई के बाईपास पर पूर्वी यमुना नहर पुल की एप्रोच रोड का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। पुल पर लिंटर का कार्य पूरा हो चुका है। कंडेला गांव की ओर पुल की एप्रोच रोड पर मिट्टी व रोड़ी डालकर ज्यादातर कार्य पूरा कर दिया गया है। एप्रोच रोड पर काली परत डालने का काम बाकी है।
दिल्ली-सहारनपुर हाईवे की ओर एप्रोच रोड पर मिट्टी का कार्य चल रहा है। पुल और एप्रोच रोड को जोड़ना बाकी है। 
पानीपत-खटीमा हाईवे की निर्माण कंपनी के प्रबंधक कृष्ण कुमार सिंह और सर्वेयर सुभाष उपाध्याय ने बताया कि पूर्वी यमुना नहर के पुल की एप्रोच रोड पर अगले दस दिन में काली परत डाल दी जाएगी। बलवा और कंडेला फ्लाईओवर की एप्रोच रोड और हाईवे का कार्य 15 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद हाईवे और बाईपास की हैंडओवर प्रक्रिया पूरी कर वाहनों का आवागमन चालू कर दिया जाएगा।

एक बार फिर 52 हजार के पार पहुंचा, सोना

एक बार फिर 52 हजार के पार पहुंचा, सोना 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सोने-चांदी की कीमत में फिर बड़ा उछाल आया है। सरकार ने जब से सोने पर आयात शुल्‍क में 5 फीसदी की बड़ी बढ़ोतरी की है, तब से सोने की कीमत बढ़ती ही जा रही है। महज दो कारोबारी सत्र में सोना करीब 1,700 रुपये महंगा हो चुका है और एक बार फिर 52 हजार के पार पहुंच गया है। इतना ही नहीं आपको बता दें कि सोने का वायदा भाव आज दो महीने में सबसे ज्‍यादा है।
आज सुबह मल्‍टीकमोडिटी एक्‍सचेंज पर 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का वायदा मूल्‍य 323 रुपये बढ़कर 52,240 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है, जबकि सुबह एमसीएक्‍स पर चांदी का वायदा भाव 58 रुपये चढ़कर 57,800 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया। वहीं आज कारोबार की शुरुआत में सोना 52,050 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर था। लेकिन सप्‍लाई पर असर पड़ने की वजह से जल्‍द ही इसमें उछाल दिखने लगा।
सोना अपने पिछले बंद भाव से करीब 0.6 फीसदी की उछाल पर ट्रेडिंग कर रहा है, जबकि चांदी अपने पिछले बंद से 0.10 फीसदी ऊपर दिख रहा है। दरअसल, सरकार ने सोमवार को सोने पर आयात शुल्‍क 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है, जिसका सीधा असर कीमतों पर दिख रहा है।
वैश्विक बाजार में सोने की कीमत में गिरावट दिख रही है। अमेरिकी बाजार में सोने का हाजिर मूल्‍य आज 1,812.40 डॉलर प्रति औंस रही, जबकि चांदी की हाजिर कीमत 19.86 डॉलर प्रति औंस पर आ गई‌। वहीं, प्‍लैटिनम की हाजिर कीमत 886 डॉलर है, जो पिछले बंद भाव से 0.56 फीसदी कम है। पैलेडियम की हाजिर कीमत 1,860 डॉलर पर आ गई। यानी ग्लोबल मार्केट में इस समय सुस्ती चल रही है‌।
भारत सरकार ने सोने पर आयात शुल्‍क में बड़ी बढ़ोतरी कर दी है। इसके अलावा रूस ने भी G7 देशों को सोना निर्यात करें पर बैन लगा दिया है। ऐसे में आने वाले समय में सोने की कीमत में अभी और बढ़ोतरी होगी। एक्‍सपर्ट की मानें तो एमसीएक्‍स पर सोना 53 हजार से भी ऊपर जा सकता है।  या फिर सोना अपने रिकॉर्ड हाई 56,200 तक भी जा सकता है। फिजिकल सोने की कीमत में उछाल की वजह से गोल्‍ड ईटीएफ का निवेश शुक्रवार को 0.8 फीसदी घटकर 1,041.9 टन रह गया।

पालतू कुत्ते का आईडी कार्ड तैयार कराने की योजना

पालतू कुत्ते का आईडी कार्ड तैयार कराने की योजना 

सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। पालतू कुत्ते-बिल्ली का शुल्क लेने के साथ नगर निगम उन्हें एक पहचान भी देगा। नगर निगम ने कुत्तों के आईडी कार्ड तैयार कराने की योजना तैयार की है। अभी तक नगर निगम में पालतू कुत्तों का लाइसेंस बनाया जाता था। अब पालतू कुत्तों को पहचान भी मिलेगी। आप नगर निगम क्षेत्र में रहते हैं और आपके पास पालतू कुत्ता है तो अब उसकी पहचान भी जरूरी होगी। नगर निगम ने शहर के हर पालतू कुत्ते का आईडी कार्ड जारी करने का फैसला लिया है। नगर निगम कार्यकारिणी, बोर्ड में विचार के बाद इसे लागू किया जाएगा। शहर में बड़ी संख्या में लोगों ने कुत्ते पाले हुए हैं। शहर में डाग क्लीनिक भी खुल रहे हैं। कुत्ता पालने के लिए नगर निगम से लाइसेंस लेने का नियम है। निगम ने 2003 में इस नियम को लागू किया था। अब इस नियम में शुल्क के साथ बदलाव किया जा रहा है। अब निगम कुत्तों का कार्ड बनाकर देगा।
कुत्ता पालने के लिए जो लाइसें बनेगा उसमें कुत्ते के मालिक को डॉग का विवरण देना होगा। इसमें नस्ल, कुत्ते की उम्र और कुत्ते का फोटो देना होगा। मालिक का पूरा पता देना होगा। नगर निगम कुत्ता पालने के लाइसेंस के साथ ही कुत्ते का कार्ड बनाकर देगा, जो कुत्ते की पहचान होगी। लाइसेंस बनवाने के लिए प्रतिवर्ष 500 रुपये फीस जमा करनी होगी।
पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पहले एक घर में चार पालतु कुत्ते होते थे तो एक ही लाइसेंस बनवाते थे। अब नियम बनाया है कि घर में जितने पालतू कुत्ते होंगे उतने ही कार्ड बनवाने होंगे।
पालतू कुत्तों को सुबह शाम सड़कों और पार्कों में शौच कराने वालों पर भी सख्ती होगी। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी ने बताया कि कुत्ता पालने वालों को सड़क और पार्कों में कुत्तों के शौच कराने पर रोक लगेगी। सड़क और पार्क में शौच कराया तो नगर निगम जुर्माना वसूलेगा।

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...