मंगलवार, 22 सितंबर 2020

भारत-चीन सीमा विवाद पर लंबी चर्चा

भारत, चीन ने 14 घंटों तक सीमा विवाद पर की चर्चा।


नई दिल्ली। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद सुलझाने के लिए मोल्डो में 14 घंटे लंबी कूटनीतिक। सैन्य वार्ता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता विचार। विमर्श का विवरण अभी तक जारी नहीं किया गया है। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि थे। वार्ता सोमवार सुबह 9 बजे शुरू हुई और रात 11 बजे समाप्त हुईयह पहली बार था। कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में दो लेफ्टिनेंट जनरल दो मेजर जनरल और विदेश मंत्रालय (एमईए) के एक संयुक्त सचिव थे। लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली में सेना मुख्यालय से लेफ्टिनेंट जनरल पी.जी.के. मेनन थे। मेनन नवंबर में लेह स्थित 14 कोर के कमांडर का पदभार संभालेंगे।
संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव, (पूर्वी एशिया) की उपस्थिति यह सुनिश्चित करने के लिए थी। कि चीन के साथ वार्ता दोनों देशों के बीच सहमति बनी पांच-बिंदु रोडमैप पर हो, जिसमें सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएससी) से फौरन पीछे हटाना भी शामिल है। 10 सितंबर को रूस के मॉस्को में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच वार्ता के दौरान दोनों देश पांच-सूत्रीय रोडमैप पर सहमत हुए थे।प्रतिनिधिमंडल में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के इंस्पेक्टर जनरल दीपम सेठ और चार ब्रिगेडियर भी थे। यह कोर कमांडर स्तर की चर्चा का छठा दौर था। अगस्त में कोर कमांडर स्तर की चर्चा के पांचवें दौर के दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने गतिरोध में सबसे बड़े फ्लैश पॉइंट पैंगोंग झील में मौजूदा स्थिति पर विचार-विमर्श किया था।
यह 14 कोर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और साउथ शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट प्रमुख मेजर जनरल लियू लिन थे। जो पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव को कम करने के लिए बैठक कर रहे थे। पहली बैठक 6 जून को हुई थी।
इसके बाद हालांकि 15 जून को गालवान घाटी में पेट्रोलिंग पॉइंट 14 पर एक बर्बर हमला किया गया था, जिसमें चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की भारतीय सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हुई जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। जबकि अज्ञात संख्या में चीनी सैनिक भी मारे गए थे।पैंगोंग सो के उत्तरी किनारे में, सेनाएं फिंगर 3 और फिंगर 4 के बीच आमने-सामने हैं।जहां दोनों देशों की सेनाओं द्वारा पिछले दिनों हवा में चेतावनी शॉट फायर किए गए। झील के दक्षिणी किनारे पर सेना स्पंगगुर गैप मुखपारी और रेयांग ला में कुछ मीटर की दूरी पर हैं। चीन ने सबसे पहले भड़काऊ सैन्य कदम उठाए और उसके बाद भारत ने भी इन स्थानों पर सैनिकों की तैनाती की। इन दोनों स्थानों पर दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे को डराने के लिए चेतावनी के शॉट फायर किए थे।
पीएलए के सैनिकों ने इस महीने की शुरुआत में फिंगर 3 और 4 के बीच के क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश की जिसके कारण हवा में लगभग 200 शॉटफायर हुए। इसके बाद दोनों सेनाएं कुछ सौ मीटर की दूरी पर हैं। भारत फिंगर 8 पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दावा करता है। और फिंगर 4 तक क्षेत्र में रहा है। लेकिन यथास्थिति के एक स्पष्ट परिवर्तन में चीनी फिंगर 4 पर कैम्प लगा रहे हैं। और फिंगर 5 और 8 के बीच किलेबंदी की है।                


रबी-खरीफ के बारे में पीएम को नहीं पता

क्या रबी और खरीफ के बारे में नहीं पता पीएम मोदी को? देखिए सोशल मीडिया पर पीएमओ का ट्वीट क्यों हो रहा ट्रोल।


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय के ऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में किसानों की एमएसपी पर कितनी खरीद हुई इसका जिक्र था और साथ ही लिखा था इस साल रबी में गेहूं, धान, दलहन और तिलहन को मिलाकर, किसानों को 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपए एमएसपी पर दिया गया है। पीएमओ के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर राजनीतिक पार्टियों में रबी फसल की श्रेणी में धान का नाम आने पर प्रतिक्रियाएं तेज हो गयी।
रबि और खरीफ फसल समझिये।
भारत में वे सभी फसलें जो सर्दी एवं वसंत ऋतू में होती है, उन्हें रबी की फसल कहा जाता है।यह अक्टूबर के अंत से मार्च या अप्रैल के बीच तक का समय होता है। रबी फसल की बुआई के समय कम तापमान और जब फसल तैयार होने लगता है तब शुष्क और गर्म वातावरण की जरुरत होती है।ज्यादातर अक्तूबर-नवम्बर के महिनों में बोई जाती हैं, रबि की फसल में – चावल, मक्का, ज्वार, मक्का, बाजरा, रागी (अनाज), अरहर (दालें), सोयाबीन, मूंगफली (तिलहन), कपास आदि।
खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं,तथा सितम्बर अक्टूबर में इनकी कटाई होती है।फसलों को बोते समय अधिक तापमान एवं आर्द्रता होती है। फसल तैयार होते – होते शुष्क वातावरण की जरुरत होती है। इसे उत्तर भात में जून-जुलाई में बोया जाता है। रीफ की फसल में – गेहूं, जौ, जई (अनाज), चना, मटर / दाल (दलहन), अलसी, सरसों (तिलहन) आदि।
अब विवाद क्या हो रहा है समझिये।
प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट पर रबि की फसल की श्रेणी में धान को रखे जाने पर पूरा विवाद है।इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया तो आ ही रही है साथ ही अलग- अलग राजनीतिक दलों ने इस ट्वीट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरना शुरू कर दिया।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया.. जिस देश के प्रधानमंत्री को धान और गेहूँ का अंतर नहीं पता,रबी और खरीफ का अंतर नहीं पता, वो किसान का भला क्या ख़ाक करेगा।इसीलिए कहते हैं- ‘नीम हक़ीम ख़तरा-ए-जान।
सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है ?
सोशल मीडिया पर पीएमओ के ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पर भी खूब प्रतिक्रिया मिल रही है।यहां तर्क भी है कटाक्ष भी. कुमार विक्रांत सिंह सीधे प्रधानमंत्री को टैग करते हुए लिखते हैं- नरेंद्र मोदी जी लिखने वाले को बताइये कि, धान खरीफ की फसल में होता है,रबी की फसल में नहीं भूल सुधार कराइये।
एक ट्वीटर हैंडल से इस ट्वीट के समर्थन में प्रतिक्रिया दी जाती है, अगर तुम ढंग से किताबे पढ़ लेते तो बेरोजगार नहीं होते असम और पश्चिम बंगाल में रबी की सीजन में धान होता है।इस पर रबि और खरीफ फसल को लेकर एक लंबी बहस चलती है,जिसमें कई लोग लिखते हैं परीक्षा में धान को रबि फसल में लिखेंगे तो चलेगा क्या ?
पूरे भारत की बात करनी चाहिए कुछ राज्यों की नहीं,इस पर जवाब आता है, ज्ञान देने से पहले थोड़ी रिसर्च कर लेनी चाहिए दस बीस साल पहले छपी किताबे के आधार पर ज्ञान नहीं देना चाहिए और दूसरा ऐसे सवाल परीक्षा में नहीं पूछे जाते जिनके एक से ज्यादा जवाब हो धान खरीफ सीजन के अलावा रबी और जायद में भी बोया जाता है। कुल मिलाकर धान किस श्रेणी में आता है इसे लेकर बहस तो चल रही है साथ ही धान को लेकर राजनीति भी शुरू है।
एक्सपर्ट की राय।
इस चर्चा में एक ट्वीट और है जिसका जिक्र भी जरूरी है लेखिका औऱ पत्रकार मृणाल पांडे लिखती हैं, फ़सल और रबी और ख़रीफ़ यह शब्द फ़ारसी मूलक हैं।आमतौर से ये हिंदी उर्दू भाषी इलाके में ही इस्तेमाल होते हैं, जहां धान ख़रीफ़ की फ़सल है।बंगाल, पूर्वोत्तर या दक्षिण के अहिंदीभाषी इलाकों में एकाधिक बार उगाई जाने वाली धान की फ़सलों के नाम आपको स्थानीय भाषा में मिलेंगे।              


शरद-सीएम उद्धव को इनकम टैक्स नोटिस

शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इनकम टैक्स नोटिस।


मुंबई/नई दिल्ली। संसद में सरकार और विपक्ष के बीच की लड़ाई जारी है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस एनसीपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा है। ये नोटिस पिछले चुनाव में दिए गए हलफनामे को लेकर पहुंचा है।
सिर्फ शरद पवार ही नहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री आदित्य ठाकरे, एनसीपी नेता सुप्रिया सूले को भी आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से इस नोटिस के जरिए पिछले कुछ चुनावों में दाखिल किए गए हलफनामे की जानकारी मांगी है। 
नोटिस मिलने को लेकर जब शरद पवार से सवाल किया गया तो मंगलवार को उन्होंने कहा कि वो लोग (नोटिस भेजने वाले) कुछ लोगों को ज्यादा चाहते हैं।
आपको बता दें कि पिछले लंबे वक्त से भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनाव की स्थिति जारी है।इस बीच ये नोटिस का मामला सामने आया है।
इतना ही नहीं शरद पवार और शिवसेना की ओर से लगातार कृषि बिल का विरोध किया जा रहा है।  साथ ही राज्यसभा सांसदों के सस्पेंशन के मसले पर मंगलवार को ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक दिन का उपवास रखने का ऐलान किया था। इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच नोटिस की खबर सामने आई है।
कृषि बिल से पहले सुशांत सिंह राजपूत केस, कंगना रनौत पर बीएमसी के एक्शन और कोरोना संकट के मसले पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना-एनसीपी की सरकार महाराष्ट्र में आमने-सामने हैं।                 


24 घंटे में 1 लाख संक्रमित ठीक हुये: रिकॉर्ड

कोरोना को हरानेवालों ने बनाया रिकॉर्ड: 24 घंटे में भारत में ठीक हुए रिकॉर्ड 1 लाख मरीज।


नई दिल्ली। भारत में पिछले चार दिनों से लगातार नए कोरोना संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डेली रिकवरियों की इस उच्च दर ने भारत को दुनियाभर में रिकवर केसों के मामलों में सबसे टॉप स्थान पर पहुंचा दिया है। देश में पिछले 24 घंटों में 75,083 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं,और 1053 लोगों की जान भी चली गई है। दो सितंबर से लगातार देश में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। अच्छी खबर ये है कि 24 घंटे में अबतक रिकॉर्ड 101,468 मरीज ठीक भी हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 55 लाख 62 हजार हो गई है। इनमें से 88,935 लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 75 हजार हो गई और 44 लाख 97 हजार लोग ठीक हो चुके हैं।संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या करीब चार गुना अधिक है।
आईसीएमआर के मुताबिक, 21 सितंबर तक कोरोना वायरस के कुल 6 करोड़ 53 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 9 लाख 33 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई।
मृत्यु दर में गिरावट।
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मृत्यु दर गिरकर 1.60% हो गई।इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 18% हो गई है।इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 80% हो गई है। भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है।
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में दो लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है।इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं।एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है।कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है।मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।                


किसान की फावड़े से काटकर हत्या की

बदायूं: पानी का पाइप ना देने पर किसान की फावड़े से काटकर हत्या।


बदायूं। बदायूं के बिल्सी क्षेत्र में आज सुबह खेत में फसल को पानी लगा रहे किसान की फावड़े से काट कर हत्या कर दी गई। विवाद पानी लगाने को पाइप लेने की बात से शुरू हुआ और नौबत यहां तक आ पहुंची कि पाइप न देने पर बुजुर्ग किसान की फावड़े से काट कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मामला बिल्सी थाना इलाके के गांव दीननगर शेखपुर का है। किसान नत्थूलाल धान की फसल को पानी लगा रहा था तभी आरोपी रूपकिशोर वहां पहुचा और उससे पानी लगाने को पाइप मांगने लगा। मना करने पर विवाद इतना बढ़ गया कि रूपकिशोर ने नत्थू के सिर पर फाबड़े से कई बार किये और बचाने आये उसके भाई को भी दौड़ा लिया। लोगो की मदद से आरोपी को भी पकड़ लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कराया गया है।                 


कंपार्टमेंट 'सीबीएसई' परीक्षा को निर्देश दिया

कम्पार्टमेंट परीक्षा परिणाम जल्द घोषित करने का सीबीएसई को निर्देश।


नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को 10वीं और 12वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षा के परिणाम जल्द घोषित करने का मंगलवार को निर्देश दिया ताकि वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में पास हुए छात्रों को नामांकन मिल सके। न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने सीबीएसई को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के साथ मिलकर परीक्षा परिणाम जारी करने तथा नामांकन के लिए आवेदन करने की तिथियों के बारे में निर्णय लेने का निर्देश दिया। खंडपीठ ने कहा कि अभी असामान्य परिस्थितियां हैं और सीबीएसई एवं यूजीसी को फिलहाल कम्पार्टमेंट परीक्षा दे रहे बच्चों का भी ध्यान रखना चाहिए। कम्पार्टमेंट परीक्षा आज से शुरू हुई है और 29 सितम्बर तक चलेगी।
न्यायालय ने यूजीसी के वकील से कहा कि वह नामांकन के लिए कट-ऑफ तारीख के बारे में आयोग से 24 सितम्बर तक निर्देश लेकर आयें। उसके बाद ही वह सीबीएसई को कट-ऑफ तारीख से पहले परिणाम जारी करने का निर्देश देगा। छात्र याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तनखा ने दलील दी कि यदि कम्पार्टमेंट परीक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों को नामांकन नहीं मिलता है,तो उनका शीर्ष अदालत के समक्ष यह याचिका दायर करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।                    


अपनी 7 साल की बच्ची को जिंदा जलाया

पंजाब: मां ने अपनी सात साल की बच्ची को जिंदा जलाया, अधजली लाश को सुनसान जगह पर फेंका।


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। पंजाब के अमृतसर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां एक महिला ने अपनी सात साल की बच्ची को घर में ही जिंदा जला दिया। अधजली लाश को किसी सुनसान जगह पर फेंक दिया था। पुलिस ने हत्या के आरोप में महिला को गिरफ्तार कर लिया है,और बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जा रहा है,कि महिला के चार बच्चे हैं। जिसका कत्ल किया है वो सबसे छोटी बेटी थी। बच्ची की हत्या किस वजह से की गई, पुलिस उसकी जांच कर रही है।
इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। लोगों का इस बात पर विश्वास कर पाना बेहद मुश्किल हो रहा है,कि हरप्रीत कौर नाम की महिला ने घर में ही अपनी सात साल की बेटी को जिंदा जला दिया। इसके बाद उसने बच्‍ची की अधजली लाश को प्लास्टिक के एक बैग डाल दिया और उसे एक छप्पड़ के पास फेंक दिया।
पुलिस का कहना है,कि बच्ची के गायब होने के बाद पुलिस और परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान एक अधजली लाश बरामद हुई। जांच के दौरान पुलिस को महिला पर कुछ शक हुआ और उससे सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस का कहना है,कि महिला के चार बच्चे हैं,और पति के साथ झगड़े के बाद वह गुरुद्वारे के एक सेवादार के साथ रह रही थी। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और महिला के पति से भी पूछताछ कर रही है। महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।                                         


पति से अलग रहने पर पत्नी ने फांसी लगाई

लखनऊ: पति से अलग रह रही विवाहिता ने लगाई फांसी।


लखनऊ। मानक नगर थाना क्षेत्र में अपने चचेरे भाई संग अकेले रह रही एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह सूचना मिलने पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस ने मृतका का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मानक नगर थाना क्षेत्र स्लिपर ग्राउंड मकान संख्या 1/86 बी में अपने पांच वर्षीय चचेरे भाई आदित्य के साथ रह रही पिंकी (30) पत्नी सूरज ने अपने कमरे में पंखे से दुप्पटे के सहारे फांसी लगा अपनी जान दे दी। मंगलवार सुबह लगभग 9:00 बजे बहन को फंदे से झूलता देख मासूम भाई बदहवास चीखने पुकारने लगा। पड़ोसियों की सूचना पर मौके पर पहुंची स्थानीय थाना मानक नगर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मानक नगर थाना प्रभारी योगेंद्र प्रसाद के मुताबिक मृतका तीन वर्षों से अपने पति से अलग रह रही थी और घरों में साफ सफाई का काम करती थी। मृतका के पिता चंद्रशेखर आलमबाग के फत्तेली रेलवे कॉलोनी में अपने परिवार संग रहते है।                   


अधिसूचना के खिलाफ एससी में याचिका दायर

उप्र में 31,661 शिक्षकों की भर्ती अधिसूचना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर।


नई दिल्ली/ लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 31 हजार 661 पदों पर एक सप्ताह के भीतर भर्ती कराने के लिए योगी सरकार द्वारा जारी अधिसूचना को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गई है। रितु रेनुवाल के जरिये दायर याचिका में राज्य सरकार द्वारा जारी भर्ती अधिसूचना पर रोक लगाने की मांग की है। रेनुवाल उत्तर प्रदेश के शिक्षा मित्रों की वकील भी हैं।
मुख्यमंत्री ने 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती के 31,661 पदों पर एक हफ्ते के भीतर नियुक्तियां करने का निर्देश दिया था। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग पूरी तरह तैयारी में जुटा था और कहा गया था,कि मुख्यमंत्री योगी आगामी दिनों में खुद चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटेंगे। अब इस फैसले के खिलाफ बीटीसी अभ्यर्थी शीर्ष अदालत पहुंच गये हैं।
याचिका में कहा गया है,कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में शीर्ष अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है। ऐसे में जब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आता है, तब तक 31 हजार 661 पदों की भर्ती की राज्य सरकार की अधिसूचना पर रोक लगायी जानी चाहिए।                 


प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर होंगे

प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर होंगे गाज़ियाबाद और एनसीआर के निवासी, पंजाब में किसानों ने शुरू किया पराली जलाना।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाज़ियाबाद समेत एनसीआर के सभी निवासियों को इस सर्दी में भी दूषित हवा में जीने को मजबूर होना पड़ेगा। इसका कारण है।पंजाब के किसानों का पराली जलाना।  सूत्रों के अनुसार  पंजाब में किसानों ने फसलों के बचे हुए भागों यानी पराली को जलाना शुरू कर दिया है। नेशनल एरोनोटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की ओर से जारी ताज़ा तस्वीरों से इस बात के संकेत मिले हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पराली जलाने के शुरुआती संकेतों का पता चला है। पराली  जलाना भारतीय दंड संहिता और 1981 के वायु प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम के तहत अपराध माना गया है। इसके बावजूद ये किसान धान के बचे हुए भागों को जलाना जारी रखते हैं। यह अभ्यास विकल्पों और श्रमिकों की कमी के चलते शुरू हुआ था।नासा के संसाधन प्रबंधन प्रणाली से आग का डाटा देने वाले सूचना तंत्र खेतों में आग लगाने में लगातार वृद्धि दिखाता है। गोडार्ड अर्थ साइंसेज टेक्नोलोजी एंड रिसर्च के वैज्ञानिक पवन गुप्ता के हवाले से अखबार ने कहा कि मानचित्र में लाल धब्बे के रूप में दिखाई देने वाली आग ज्यादातर पंजाब के अमृतसर से है। अमृतसर के अलावा पंजाब में तरन तारन, फिरोजपुर, कपूरथला, मनसा और जालंधर में भी पराली जलाई जाती है। 13 से 16 सितम्बर के बीच सेटलाइट से मिले डेटा के अनुसार 5 से 7 जगहों पर खेतों में आग लगी देखी गई।गुप्ता ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटना शुरू हो गई है। इस साल हम सेटेलाइट एयर क्वालिटी डेटा का विश्लेषण कर अनुमान लगाने का प्रयास करेंगे कि इसका स्थानीय जलवायु और मौसम पर क्या प्रभाव पड़ता है। वहीं एक अधिकारी ने कहा है।कि इस साल परली जलाने के कम मामलों की उम्मीद कर रहे हैं।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है। कि पिछले साल दिल्ली में वायु प्रदूषण खेतों में फसलों के बचे हुए हिस्से में आग लगाने के कारण बढ़ा था। खेतों में जलाई जाने वाली पराली दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सरकारों के बीच विवाद का कारण बनती रही है। पिछले साल दिल्ली सरकार ने पराली जलाने के बढ़ते मामलों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए केंद्र, पंजाब और हरियाणा सरकार को निशाने पर लिया था।आपको बता दें कि पराली जलाने को दिल्ली में प्रदूषण के कारणों में से एक माना गया। पंजाब और हरियाणा की पराली से दिल्ली के प्रदूषण में पिछले साल 46 फीसदी तक प्रभाव था। प्रदूषण का स्तर गंभीर स्तर में आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5 नवंबर तक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल प्रतिबंध निर्माण गतिविधि की घोषणा की।इससे पहले पंजाब और हरियाणा को किराए के आधार पर कृषि मशीनरी देने के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया। फसलों के अवशेष प्रबंधन के लिए ज्यादा उच्च स्तर के मशीनी उपकरण खरीदने में असमर्थ किसानों के लिए यह प्रस्ताव था।                   


रैपिड रेल के लिए 100 करोड़ मंजूर किए

 गाज़ियाबाद-मेरठ रैपिड रेल के लिए योगी सरकार ने किए ₹ 100 करोड़ मंजूर।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। योगी सरकार ने दिल्ली,गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। यह पैसा राज्यांश के रूप में दिया गया है। प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में प्रबंध निदेशक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम को पत्र भी भेज दिया है। इसके मुताबिक रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम परियोजना में राज्यांश के रूप में 900 करोड़ रुपये दिया जाना है।
उन्होंने कहा है।कि सभी काम निर्धारित व तय मानकों के आधार पर कराए जाएंगे। परियोजना की डीपीआर को केंद्र व राज्य सरकार पहले मंजूरी दे चुकी है। इसलिए इसकी शर्तों का पूरा ध्यान रखा जाएगा इसकी अनदेखी नहीं की जाएगी। इस पैसे को 31 मार्च 2021 तक अनिवार्य रूप से खर्च करना होगा। इन पैसों को खर्च करने का उपयोगिता प्रमाण पत्र 30 अप्रैल 2021 तक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा। परियोजना के लिए शेष पैसे की मांग उपयोगिता प्रमाण पत्र के साथ करना होगा। इस पैसे को निर्धारित मद में ही खर्च किया जाएगा इसे किसी अन्य काम पर खर्च नहीं किया जाएगा।                  


सरकार के विरुद्ध सपाइयों का धरना-प्रदर्शन

 समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार के विरुद्ध किया धरना प्रदर्शन


सुदेश शर्मा


मोदीनगर। आज समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिले की सभी तहसीलों के उपजिलाधिकारी को किसानों की समस्याओं महंगी शिक्षा और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मोदीनगर के अग्रसेन पार्क पर एकत्रित हुए। यहां से कार्यकर्ता भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचे और मोदीनगर के उपजिलाधिकारी को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति ने बताया कि समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता इसलिए इकट्ठा हुए हैं।कि केंद्र और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। यह सरकार मनुवादी, साम्यवादी और पूंजीवादी विचारधारा की सरकार है। प्रदेश में जितनी भी योजनाएं हैं। वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा बनाई गई हैं। या फिर इनकी सरकार ने जो भी योजनाएं बनाई हैं। वह किसान व्यापारी और गरीब विरोधी योजनाएं हैं।
रमेश प्रजापति का कहना है कि सरकार ने जो कृषि अध्यादेश बनाया है। यह किसानों की ताकत पूंजीपतियों के हाथों में देने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। हम इसका विरोध करते हैं। इन्हीं सब मांगों को लेकर उन्होंने मोदीनगर तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।समाजवादी पार्टी युवा के राष्ट्रीय सचिव श्रवण कुमार ने बताया कि आज उन्होंने सरकार के फेलियर को लेकर जैसे कि लॉ एंड ऑर्डर, बढ़ती महंगाई और किसानों की समस्याओं को लेकर तमाम तहसीलों पर उपजिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है।                 


कलेक्ट्रेट परिसर में कोरोना किट पड़ी मिलींं

लापरवाही। गाज़ियाबाद कलेक्ट्रेट परिसर में मिली कोरोना टेस्ट किट


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे जिले में सख्ती बरती जा रही है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय परिसर के पार्क में ही खुले में ही जांच के बाद एंटीजन किट स्लाइड टेस्ट स्टीक आदि वेस्ट फेंक दिया गया। जिस जगह पर यह वेस्ट फेंका गया उसके ठीक सामने जिले में कोरोना संक्रमण की मॉनीटिरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी बना हुआ है। जहां से दिन भर में दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी गुजरते हैं।लेकिन किसी की भी नजर इस ओर नहीं गई।
हाल ही में जिला मुख्यालय परिसर में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए शिविर लगाया गया था जिसमें कर्मचारियों की जांच की गई थी। जांच के बाद टीम ने मेडिकल वेस्ट वहीं पार्क में खुले में फेंक  दिया। यहां तक की सुबह सफाई कर्मचारियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस वेस्ट यूज्ड़ की गई चाज़ों में मास्क, ग्लव्स, एंटीजन टेस्ट किट, जिस स्टीक से सैंपल लिया जाता है।वह भी शामिल थी। देखते हैं। जिलाधिकारी इस मामले की जांच किस विभाग को सौंपते हैं।                  


आप का जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन

किसान बिल के विरोध में आम आदमी पार्टी का जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। आप उत्तर प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आह्वान पर किसान विरोधी बिल के खिलाफ जिला मुख्यालय पर प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया।  गाज़ियाबाद जिला कार्यकारिणी सदस्य मोहित चौधरी ने कहा कि उक्त दोनों बिल पूरी तरह किसान विरोधी है। जिनमें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कोई भी प्रावधान ना करके केंद्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। सरकार का किसानों के हित से ज्यादा कम्पनियों के हितों पर फोकस है। आम आदमी पार्टी इस बिल का पुरजोर विरोध करती है।
आप की प्रदेश प्रवक्ता तरुणिमा श्रीवास्तव ने कहा कि आप राज्य सभा सांसद सजंय सिंह  ने जैसे इस मुद्दे को उठाया तो मार्शलों ने उन्हें ही उठा कर बाहर कर दिया। लोकतंत्र में सब को अपनी बात रखने का हक है।  सरकार के सारे निर्णयों पर सहमत होना विपक्ष की कोई विवशता या बाध्यता नहीं है। आप की अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष हिना खान ने कहा कि जिस किसान को भगवान और अल्लाह का फरिश्ता कहा जाता है। आज मोदी सरकार उस किसान को ही प्रताड़ित करने का काम इस काले कानून के माध्यम से कर रही है।
इस अवसर पर मोहित चौधरी सदरपुर, तरुणिमा श्रीवास्तव, हिना खान, नत्थू प्रधान, अरविंद वर्मा, जितेंद्र नागर, विजय शर्मा, नूर आलम, विशाल, रजनेश तेवतिया, अवि चौधरी, रहिसुदीन सैफी, अरुण शर्मा, सतीश कुमार, सत्यपाल शिशोदिया, मुकेश प्रजापति आदि उपस्थित रहे।                  


8 में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की शिकार

आठ में से एक भारतीय महिला है । ब्रेस्ट कैंसर की शिकार, समय पर जांच हो तो बचाई जा सकती हैः जान डॉ सीमा सिंह


नई दिल्ली। आरएचएएम फाउंडेशन और बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल राजेंद्र पैलेस नई दिल्ली द्वारा ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें बीएलके हॉस्पिटल की एसोसिएट कंसलटेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ.सीमा सिंह ने महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूक किया। साथ ही इसके निवारण व जीवनशैली में परिवर्तन के बारे में विस्तार से बताया। महिलाओं ने इस संबंध में सवाल भी किए।
वेबिनार में रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद सेंट्रल, इंदिरापुरम गैलोर, गाजियाबाद मेट्रो, गाजियाबाद हैरिटेज व दिल्ली ईस्ट एंड क्लब ने भी सहयोग किया। आनंद ने कोर्डिनेटर की भूमिका निभाई। वेबिनार को रोटेरियन बबीता जैन (प्रथम महिला डिस्ट्रिक 3012, वर्ष-2018-19), रो. रीना गुप्ता (प्रथम महिला डिस्ट्रिक 3012, वर्ष- 2019-20), रो. अरूणा अग्रवाल (प्रथम महिला डिस्ट्रिक 3012, वर्ष-2021-22 एवं सदस्य, रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद ग्रेटर), रो.नीलू खन्ना (प्रथम महिला डिस्ट्रिक 3012, वर्ष-2022-23 एवं पास्ट इनरव्हील डिस्ट्रिक चेयरमैन 2014- 15), दीपिका बाली (डिस्ट्रिक एडिटर 2020-21 व इनरव्हील डिस्ट्रिक 301) तथा रो. अमिता महेंद्रु (असिस्टेंट गवर्नर जोन-4) ने भी संबोधित किया।बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की एसोसिएट कंसलटेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. सीमा सिंह ने ब्रेस्ट कैंसर पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रेस्ट कैंसर को स्तन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। स्तन कैंसर की शुरूआत तब होती है। जब स्तन में कोशिकाओं का विकास असाधारण रूप से हो जाता है। ये कोशिकाएं आमतौर पर एक ट्यूमर बन जाती हैं। जिसे अक्सर एक्स-रे में देखा जा सकता है।या फिर एक गांठ के रूप में महसूस किया जा सकता है। भारत में हर आठ में एक महिला स्तन कैंसर की चपेट में है। भारत में इससे पीड़ित महिलाओं की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा। 40 वर्ष के बाद महिलाओं को हर साल मैमोग्राफी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
डाक्टर सीमा सिंह ने बताया कि यदि परिवार (ब्लड रिलेशन) में जैसे मां या मौसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है।वो अब ठीक हो चुकीं हैं। या वो ब्रेस्ट कैंसर मरीज हैं। तो बेटी को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इसे मां से होने वाली बीमारी कह सकते हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपके ब्लड रिलेशन में कैंसर मरीज हैं तो आप अपने ब्रेस्ट की जांच करें ब्रेस्ट कैंसर स्टेज के बारे में ज्यादा से ज्यादा समझने की कोशिश करें।असिस्टेंट गवर्नर जोन-4 रो. अमिता मोहिंद्रु ने कहा कि महिलाएं अपने शरीर के वजन को संतुलित करें, व्यायाम करें, ड्रिंक स्मोकिंग न करें, छह से सात घंटे की नींद जरूर लें। महिलाएं घर पर भी ब्रेस्ट की जांच कर सकती है।
आरएचएएम फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ.धीरज कुमार भार्गव ने डाक्टर सीमा से सवाल किया कि क्या पुरूषों में भी स्तन का कैंसर होता है। इस बारे में डॉ.सीमा ने बताया कि महिला और पुरुष दोनों के ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं। महिलाओं में कई तरह के हार्मोन्स होने से टिश्यू बढ़कर पूरे ब्रेस्ट का रूप ले लेते हैं। पुरुषों में ब्रेस्ट को बढ़ाने वाले हार्मोन नहीं होते हैं। अक्सर पुरुष छाती में होने वाली गांठ के दर्द व सूजन को नजरअंदाज कर देते हैं। यही कारण है कि छाती के कैंसर की पहचान आखिरी स्टेज में होती है। ऐसी स्थिति में मरीज की जान को खतरा हो जाता है।वेबिनार में बीएलके हॉस्पिटल से शहजाद मिर्जा, रो. संदीप मिगलानी, अलका सिंघल, आनंद, अंजू गुप्ता, अंजू जैन, अनुराधा, अरिहंत जैन, दीपिका बाली, दयानंद शर्मा, अनिल अग्रवाल, गरिमा शर्मा, प्रदीप कुमार गोयल, जेपी मल्होत्रा, कुसुम अग्रवाल, ललित शर्मा, मधुर जैन, ममता राजपाल, मनीषा भरतिया, मनीषा भार्गव, मनीषा सिंघल, पाखी पूनम, रचना गुप्ता, रागिनी, राजकुमार सिंह, राजेश मिश्रा, सुशील, रीना गुप्ता, रिंकी अग्रवाल, रीतू रोहिला, सचिन उर्मिला जैन, सुरेंद्र शर्मा, तेजेंद्र सिंह, वंश त्यागी, विनोद भार्गव आदि शामिल रहे।                


निर्माण कार्यों का नारियल तोड़कर शुभारंभ

वार्ड 72 पार्षद मनोज गोयल ने किया निर्माण कार्यों का शुभारंभ।


ट्रांस हिंडन/गाज़ियाबाद। वार्ड 72 के पार्षद और नगर निगम कार्यकारिणी के सदस्य मनोज गोयल द्वारा वैशाली सेक्टर-एक बुध विहार में नाली और टाइल द्वारा मार्ग के निर्माण कार्य का नारियल तोड़कर शुभारंभ किया गया। मनोज गोयल ने बताया कि लगभग 14 लाख रुपए की लागत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इससे पूर्व यहां निर्माण कार्य नहीं कराया गया था। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा रहा था।उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। इस अवसर पर भाजपा नेता अवधेश कटिहार, विनोद कुमार, शुभम सिंह, रमेश भारती, आनंदपाल, रंजीत सैनी, हरपाल, रंजीत सिंह, शिशुपाल शर्मा, प्यारेलाल, प्रदीप, माला, माया देवी, गुड्डी, मंजू, शकुंतला, सिकंदर, मोहन, गोविंदा गणेश, रामदास, मदन मास्टर आदि मौजूद रहे।                 


विधानसभा चुनाव में राजद को समर्थन

बिहार विधानसभा चुनाव में सपा करेगी राजद का समर्थन


लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को समर्थन करेगी। सपा ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल के जरिये दी है। सपा ने अपने ट्विटर के माध्यम से लिखा, “आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी किसी भी पार्टी से गठबंधन ना करते हुए राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी।”


बिहार विधानसभा चुनाव में सपा करेगी राजद का समर्थन।


लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को समर्थन करेगी। सपा ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल के जरिये दी है। सपा ने अपने ट्विटर के माध्यम से लिखा।आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी किसी भी पार्टी से गठबंधन ना करते हुए राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी।                  


हरिद्वारः अस्थाई जेल से 8 कैदी फरार

 हरिद्वार की अस्थाई जेल से आठ कैदी फरार जिले की सीमाएं सील।सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई


हरिद्वार। हरिद्वार में कोरोना के कारण बनाई गई अस्थाई जेल से आठ कैदी भाग गए हैं। इनकी तलाश जारी है। इस घटना के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस की टीमें फरार कैदियों की तलाश में जुटी हुई हैं। जिले की पुलिस हाई अलर्ट पर है।मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट से भेजे जाने वाले कैदियों को रोशनाबाद के भिक्षुक गृह में बनाई गई अस्थाई जेल में एक सप्ताह के लिए रखा जाता है। इसके बाद उन्हें रोशनाबाद ही स्थित मुख्य जेल में शिफ्ट किया जाता है। आज सुबह इसी अस्थाई जेल से आज कैदी फरार हो गए। पहले तो जेल स्टाफ ने पूरे अस्थाई जेल परिसर में उनकी तलाश की और जब कन्फर्म हो गया कि कैदी जेल से फरार हो चुके हैं।तो इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी अस्थाई जेल जा पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली गई। इस बीच जिले की सभी सीमाओं पर अलर्ट संदेश भेज दिया गया। साथ ही शहर के भीतर भी सुरक्षा व्यवस्था के साथ तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। समाचार लिखे जाने तक फरार कैदियों के के बारे में कोई नई जानकारी पुलिस के पास नहीं है। हरिद्वार के एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने कहा है। कि फरार कैदियों की तलाश की जा रही है।                 


1 नहीं, किसानों को हजारों मार्केट चाहिए

किसानों को कई हजार मार्केट चाहिए न कि केवल एकः चिदंबरम


नई दिल्ली। कृषि से जुड़े विधेयकों को लेकर केंद्र द्वारा जारी विज्ञापन पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा। कि किसानों को पूरे देश में कई हजार बाजारों की जरूरत है। न कि केवल एक की। अखबार में छपे विज्ञापन में कहा गया है। वन नेशन वन मार्केट।किसानों को देगा आजादी।इस पर टिप्पणी करते हुए चिदंबरम ने ट्वीट किया।सरकार ने फार्म बिलों का बचाव करते हुए विज्ञापन जारी किए हैं। विज्ञापन में एक पंक्ति कहती है। कि ‘वन नेशन वन मार्केट’ किसानों को स्वतंत्रता देगा। 85 फीसदी किसान छोटे किसान हैं जिनके पास बेचने के लिए बहुत कम सरप्लस हैं। अगर उन्हें धान या गेहूं के कुछ बैग बेचने हैं।तो उन्हें पूरे देश में कई हजार बाजारों की जरूरत है।एक ही बाजार की नहीं।उन्होंने आगे कहा बड़े गांवों और छोटे शहरों में हजारों किसानों के लिए बाजार बनाने को लेकर ये विधेयक क्या कहते हैं। हजारों बाजार किसानों को आजादी देंगे। पूर्व वित्त मंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने के सरकार के इरादे पर सवाल उठाया और कहा। उन बिलों में कोई धारा क्यों नहीं है।जो यह कहे कि उस उत्पाद के लिए कीमत एमएसपी से कम नहीं होगी।                


तंगीः पटरी दुकानदार ने की आत्महत्या

लखनऊ। आर्थिक तंगी के चलते पटरी दुकानदार ने की आत्महत्या।


लखनऊ। राजधानी में आर्थिक तंगी के कारण पटरी दुकानदार ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। अमीनाबाद के हरीनगर निवासी जीतू राजपूत गाढ़ा भंडार लाइन में ठेला लगा कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। पिछले सात महीने से पटरी दुकान न लगा पाने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इस कारण उसने आत्महत्या कर ली। जीतू पत्नी, विधवा मां और बहन के साथ रहता था। उसका एक पांच साल का बेटा भी है।                    


अधिशासी अधिकारी पर गुंडागर्दी का आरोप

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पर कार सवार युवकों ने लगाया गुंडागर्दी का आरोप।
  विकास दावड़ा


किच्छा। ऊधम सिंह नगर के किच्छा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पर बाजपुर के कार सवार युवक ने गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह अपने परिवार के साथ बाजपुर से शक्तिफार्म कार से जा रहे थे। आरोप है। कि एक परिवार को कार के अंदर मास्क ना पहनने पर जुर्माना ठोकते हुए ईओ द्वारा परिवार से अभद्रता का आरोप लगाया है। और परिवार ने आरोप लगाया कि नगर पालिका के ईओ ने उनको पीटने के लिए उनकी कार का पीछा तक किया। वहीं पीड़ित ने बताया कि वह अपने निजी कार्य से बाजपुर से शाक्तिफाम जा रहे थे। गाड़ी में मास्क ना पहनने पर भड़के नगर पालिका के ईओ ने उनसे अभद्र व्यवहार किया, साथ ही उनके साथ मौजूद महिलाओं के साथ धक्का मुक्की भी की गई। जब हमने जानना चाहा कि आखिर परिवार के साथ बन्द कार में भी मास्क लगाना क्या जरूरी है। क्या बिना मास्क के चालान के बाद गाड़ी की चाबी निकालना कहा तक उचित है। आखिर क्यों नगर पालिका के ईओ ने परिवार के साथ बदतमीजी की। जिस पर संजीव मेहरोत्रा ने बोलने से इनकार कर दिया।                  


निलंबनः विपक्ष का राज्यसभा से बहिर्गमन

सांसदों का निलंबन वापस लेने और एमएसपी के मुद्दे पर विपक्ष का राज्यसभा से बहिर्गमन।


अखिलेश पांडेय


नई दिल्ली। सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार हाल ही में पारित कृषि विधेयकों में संशोधन कर यह प्रावधान करे कि निजी कंपनियां किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत पर खरीद नहीं करेगी। साथ ही एमसीपी का निर्धारण स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों के अनुरूप किया जाये और यह भी सुनिश्चित किया जाये कि राज्य सरकार तथा भारतीय खाद्य निगम भी एमएसपी से कम कीमत पर खरीद न करे।कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी यह मांग करती है कि सदन से निलंबित आठ सदस्यों का निलंबन वापस लिया जाये। उन्होंने कहा कि इस बारे में आश्वासन नहीं मिलने पर उनकी पार्टी सदन से बहिर्गमन कर रही है। इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस , आम आदमी पार्टी , माकपा और भाकपा के सदस्य सदन से बाहर चले गये।
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, द्रमुक के तिरूचि शिवा टीआरएस के के केशव राव और एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल ने भी निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग की और इस पर आश्वासन नहीं मिलने पर इन दलों के सदस्य भी सदन से बहिर्गमन कर गये।
उल्लेखनीय है। कि ये आठों सांसद सोमवार दोपहर से ही संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं। और करीब सभी विपक्षी दलों के सदस्यों ने उनके साथ एकजुटता जतायी है।नई दिल्ली। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों के निलंबन को रद्द करने और हाल ही में पारित कृषि सुधार विधेयक में संशोधन की मांग को लेकर आज सदन से बहिर्गमन किया वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि वह मौजूदा विधेयकों पर मतविभाजन के लिए तैयार है और यदि निलंबित सदस्य खेद प्रकट करते हैं तो सरकार उन्हें सदन से बाहर रखने की जिद्द पर नहीं अड़ी है।                


सिस्टम से नाराज जरीन, वीडियो वायरल हुआ

एक्ट्रेस जरीन खान का ये वीडियो हुआ वायरल, आपने देखा क्या?


मुंबई। बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस जरीन खान इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव नजर आ रही हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने वीडियो शेयर कर मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल पर नाराजगी जताई है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने कहा कि हम जिन्हें कोविड-19 वॉरियर्स कह रहे हैं, असल में जब हमें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है तो वह साथ नहीं दे रहे हैं।एक्ट्रेस ने बताया कि उनके नाना की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें लीलावती हॉस्पिटल ले जाया गया। कोविड वॉर्ड में टेंप्रेचर चेकिंग के दौरान नतीजा बिल्कुल नॉर्मल आया था, इसके बाद भी वह जबरदस्ती उनके नाना का कोरोना टेस्ट करने की बात कर रहे थे।
जरीन खान ने बीते दिन अपने साथ हुई घटना हॉस्पिटल में हुई घटना को वीडियो में बयां किया। वीडियो में जरीन खान ने बताया कि रात को उनके नाना की तबीयत खराब हो गई, जिसके कारण उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया। वहां, उन्होंने एक कोविड वॉर्ड बना रखा था, जहां वे सबका टेस्ट कर रहे थे।एक्ट्रेस ने बताया कि ट्रेंप्रेचर चेक करने के दौरान उनका टेस्ट बिल्कुल नॉर्मल आया था, क्योंकि उनके नाना पहली बार कोरोना के दौरान बाहर निकले हैं।इस बात को लेकर जरीन खान ने खान ने जब अपने नाना के इलाज के लिए बात की तो वहां की स्टाफ ने कहा कि हमको ऐसे ही काम करना है, ये हमारा प्रोटोकॉल है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने बताया कि स्टाफ का व्यवहार काफी अजीब था।
जरीन खान ने अपने वीडियो में आगे कहा, “मैं केवल दोस्तों से ही सुनती आ रही थी कि जो भी हो जाए इस दौरान हॉस्पिटल मत जाना, उन्होंने बिजनेस बना रखा है।इसलिए मैंने सोचा कि मैं आप लोगों से यह साझा करूं कि मेरे नाना इतने बूढ़े हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है, फिर भी उन्हें समझ नहीं आया। जिन्हें हम कोविड वॉरियर्स कह रहे हैं, असल में जब हमें उनकी जरूरत है तो वह हमारे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं। एक्ट्रेस ने बताया कि हम नाना का आखिर में घर पर ही लेकर आ गए और सुबह उन्हें दूसरे हॉस्पिटल में भी लेकर गए।जरीन खान के इस वीडियो पर फैंस भी जमकर कमेंट कर रहे हैं।              


मलबे में दबकर कर मरने वालों की संख्या 20

भिवंडी में बिल्डिंग ढहने से मरने वालों की संख्या 20 हुई।


ठाणे/महाराष्ट्र । महाराष्ट्र के भिवंडी शहर में हुई इमारत दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि रात में इमारत के मलबे से 7 और शव बरामद हुए हैं। भिवंडी-निजामपुर नगर निगम (बीएनएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में 2 छोटे बच्चे, 7 नाबालिग, 7 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं।
वहीं पटेल कंपाउंड की इस 4 दशक पुरानी जिलानी इमारत के मलबे से अब तक 25 लोगों को बचाया जा चुका है। यह इमारत सोमवार सुबह करीब 3.45 बजे ढह गई थी।
क्योंकि उस समय सारे लोग सो रहे थे, लिहाजा बड़ी संख्या में लोगों को मलबे से निकाला गया है। इसके लिए स्थानीय बचाव दल और एनडीआरएफ के साथ-साथ डॉग स्क्वायड ने 4 दर्जनों से अधिक लोगों को खोजा, जिसमें कम से कम 10 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
मामले में बीएनएमसी ने सोमवार की देर रात दो अधिकारियों सुधम जाधव और दूधनाथ यादव को निलंबित कर दिया है, वहीं नारपोली पुलिस ने बिल्डर सैयद अहमद जिलानी समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ठाणे के अभिभावक मंत्री और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं,और मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को मुफ्त चिकित्सा देने की घोषणा की है।
साथ ही अल्पसंख्यक बहुल वाली इस टाउनशिप में 102 और इमारतों को ‘खतरनाक’ घोषित करके एहतियात के तौर पर खाली कराया गया है।
मुंबई महानगर क्षेत्र में एक महीने से भी कम समय में यह दूसरी बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 24 अगस्त को रायगढ़ के महाड शहर में बिल्डिंग ढहने से 16 लोगों की जान चली गई थी।                


हिंसा प्रबंधन में एक करोड़ खर्चः चार्जसीट

दिल्ली हिंसा चार्जशीट में खुलासा : विरोध प्रदर्शन के प्रबंधन के लिए 1 करोड़ रुपये खर्च किए गए।


नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा मामले में साजिश के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा हाल ही में दायर एक आरोपपत्र (चार्जशीट) में खुलासा किया गया है,कि पांच आरोपी, जिनके खिलाफ यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) लगाया गया है, इन्हें साजिश को अंजाम देने के लिए 1.61 करोड़ रुपये दिए गए थे। 16 सितंबर को, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ यूएपीए, भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम की क्षति की रोकथाम की विभिन्न धाराओं के तहत एक चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट की कॉपी सोमवार को आरोपियों के वकीलों को दी गई।
चार्जशीट में, पुलिस ने दावा किया कि बर्खास्त नगरपालिका पार्षद ताहिर हुसैन, पूर्व पार्षद इशरत जहां, छात्र मीरान हैदर, एक्टिविस्ट खालिद सैफी और शिफा-उर-रहमान सहित पांच व्यक्तियों ने नकद या बैंक लेनदेन के रूप में 1.61 करोड़ रुपये प्राप्त किए, जिसमें 1.48 करोड़ रुपये का इस्तेमाल विरोध स्थलों के प्रबंधन और दंगों की साजिश को अंजाम देने के लिए किया गया था।
इस साल फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के पीछे साजिश के पहलू की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज करने के 200 दिनों से भी कम समय में चार्जशीट दायर की गई थी। नागरिकता कानून समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़पों में कम से कम 53 लोग मारे गए थो और लगभग 200 लोग घायल हो गए थे।
वित्तीय लेनदेन का उल्लेख करने के अलावा, पुलिस ने यह बताया कि हिंसा को भड़काने की साजिश कैसे रची गई थी। उन्होंने कहा कि 16-17 फरवरी की मध्यरात्रि को एक गुप्त षड्यंत्रकारी बैठक आयोजित की गई थी और तब यह था कि “प्रमुख षड्यंत्रकारियों ने अपना मन बना लिया था, कि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन को मुख्य रूप से उत्तर-पूर्व, शाहदरा, चांद बाग और जाफराबाद के क्षेत्रों के साथ दक्षिण जिलों में अंजाम दिया जाएगा।
चार्जशीट से पता चला कि इस बैठक में शामिल होने वाले प्रमुख षड्यंत्रकारियों के बीच एक स्पष्ट समझ थी कि वर्तमान में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में साइड लेन में स्थित विरोध स्थलों को शिफ्ट करने की आवश्यकता है,और चक्का जाम होना चाहिए और यातायात के सामान्य आवागमन को बाधित करने के लिए आबादी वाले क्षेत्रों और व्यस्त सड़कों पर ऐसा किया जाए।
आरोप पत्र में खुलासा किया गया है, “पुलिसकर्मियों और राहगीरों पर हमले के बाद यातायात को नुकसान पहुंचाया जाएगा, आगजनी और अन्य तरीकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाएगा।”
इसमें कहा गया है,कि यह केवल एक संयोग नहीं है कि अपराध में इस्तेमाल हथियार ताहिर हुसैन की ओर से खरीदा गया था। राहुल सोलंकी की हत्या में प्रयुक्त कारतूसों को सुलेमान सिद्दीकी की ओर खरीदा गया था, जो इस गुप्त षड्यंत्रकारी बैठक में शामिल था।
चार्जशीट में ताहिर हुसैन, सफूरा जरगर, गुलफिशा खातून, देवांगना कलिता, शफा-उर-रहमान, आसिफ इकबाल तन्हा, नताशा नरवाल, अब्दुल खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरान हैदर, शादाब अहमद, तलसीम अहमद, सलीम मलिक, सलीम खान और अतहर खान को नामजद किया गया है।
आरोपपत्र में ताहिर हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
हालांकि, आरोपपत्र में उमर खालिद, शरजील इमाम, मोहम्मद परवेज अहमद, मोहम्मद इलियास, दानिश और फैजल खान का नाम नहीं है। उनके नाम पूरक आरोपपत्र में जोड़े जाएंगे।                


आवश्यक वस्तु संशोधन बिल पर संसद की मुहर

आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक पर संसद की मुहर।


नई दिल्ली। राज्यसभा ने आज आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 को विपक्ष की गैर मौजूदगी में ध्वनिमत से पारित कर दिया जिसमें अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेल, प्‍याज और आलू को आवश्‍यक वस्‍तुओं की सूची से हटाने का प्रावधान है। लोकसभा इस विधेयक को पिछले सप्ताह पारित की थी। इस तरह इस विधेयक पर आज संसद की मुहर लग गयी। इस विधेयक के कानून बनने पर निजी निवेशकों को उनके व्‍यापार के परिचालन में अत्‍यधिक नियामक हस्‍तक्षेपों की आशंका दूर हो जाएगी।
उत्‍पाद, उत्‍पाद सीमा, आवाजाही, वितरण और आपूर्ति की स्‍वतंत्रता से बिक्री की अर्थव्‍यवस्‍था को बढ़ाने में मदद मिलेगी और कृषि क्षेत्र में निजी क्षेत्र/विदेशी प्रत्‍यक्ष निवेश आकर्षित होगा। ऊपरी सदन में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने इस विधेयक को पेश किया।
इसके बाद सदन में इस पर विपक्ष की गैर मौजूदगी में चर्चा हुयी जिसमें भारतीय जनता पार्टी के गोपाल नारायण सिंह, अन्नाद्रमुक के एस आर बालासुब्रण्यम, जनता दल यूनाइटेड के रामचंद्र प्रसाद सिंह, बीजू जनता दल के अमर पटनायक और टीडीपी के कनकमेदला रवीन्द्र कुमार ने अपने विचार रखे। चर्चा का जबाव देते हुये दानवे ने कहा कि इस विधेयक के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सम्पूर्ण आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाया जा सकेगा, किसान मजबूत होगा और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार करने के लिये मुख्यमंत्रियों की एक उच्चाधिकार समिति का गठन किया गया था। इस विधेयक में ऐसे प्रावधान किये गए है। जिससे बाजार में स्पर्धा बढ़ेगी, खरीद बढ़ेगी और किसनों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सकेगा । मंत्री के जवाब के बाद सदन ने कुछ सदस्यों के संशोधनो को अस्वीकार करते हुए ध्वनिमत से विधेयक को मंजूरी दे दी। यह विधेयक संबंधित अध्यादेश के स्थान पर लाया गया है। इस अध्यादेश को 5 जून 2020 को जारी किया गया था।              


300 बेड के अस्पताल की धरी रही तैयारियां

 300 बेड अस्पताल में धरी रह गईं तैयारियां, उद्घाटन हो गया रद्द।


बरेली। कोविड एल-1 और एल-2 संयुक्त चिकित्सालय में तब्दील 300 बेड अस्पताल के उद्घाटन की तैयारियां मंडलायुक्त की अनुपस्थिति के कारण टाल दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार बुधवार को करीब 12 बजे मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद की उपस्थिति में उद्घाटन समारोह संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है। उद्घाटन समारोह में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था।                     


नौकरी तो मिलींं, नियुक्ति आज तक नहीं मिलींं

यूपी में नौकरी घोटाला: नौकरी तो मिली लेकिन दो दशक बाद भी नियुक्ति नही मिली।


अमन पठान
लखनऊ/एटा। जहां एक ओर सरकारी विभागों में तमाम पद रिक्त हैं जिन पर भर्तियां नही हो रही हैं। जिनकी परीक्षाएं हो चुकी हैं। उनका परिणाम नही आ रहा है,और जिनका परिणाम आ चुका है। उन्हें नियुक्ति नही मिल रही है, एटा जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक व्यक्ति को नौकरी तो मिली लेकिन दो दशक बीत जाने के बाबजूद उसे नियुक्ति नही मिली है। सरकारी दफ्तरों और कोर्ट कचहरी की परिक्रमा लगा लगाकर फरियादी थक चुका है। सरकारें बदल गईं। फरियाद सुनने वाले अफसर सेवानिवृत्त हो गए लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
आपको बता दें कि एटा जिले के मारहरा निवासी नाथूराम गुप्ता के पुत्र दिनेश कुमार गुप्ता को वर्ष 1998 में तत्कालीन कल्याण सिंह सरकार में सूचना विभाग में उप संपादक के पद पर नौकरी मिली लेकिन नियुक्ति आज तक नही मिली है। दिनेश कुमार गुप्ता ने नियुक्ति के लिए तमाम सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा तो फरियादी नियुक्ति की मांग को लेकर न्यायालय की शरण में गया।
वर्ष 2012 में पूर्व सूचना निदेशक बादल चटर्जी ने शपथ पत्र देकर उच्च न्यायालय को अवगत कराया कि दिनेश कुमार गुप्ता को नियुक्ति दे दी गई है।लेकिन हकीकत यह है,कि दिनेश कुमार गुप्ता को अभी तक नियुक्ति मिली ही नही है। एक लंबा समय बीत जाने के बाबजूद नियुक्ति न मिलना सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा है।
नौकरी मिलने के बाद नियुक्ति न मिलना एक तरह से नौकरी घोटाला है। दिनेश कुमार गुप्ता तो एकमात्र उदाहरण हैं,ऐसे न जाने कितने लोग होंगे जिन्हें अपनी नियुक्ति का इंतजार होगा और वो नियुक्ति के संघर्ष में जद्दोजहद कर रहे होंगे।                    


पाठशालाओं की मनमानी स्वीकार नहीं करेंगे

शिक्षा उपनिदेशक से दुर्व्यवहार मामले में हो कड़ी कार्रवाई।
निजी पाठशालाओं की मनमानी स्वीकार नहीं


श्रीराम मौर्या/राकेश चंदेल


बिलासपुर। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ स्वारघाट की आपात बैठक खंड प्रधान अनिल शर्मा की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई। बैठक में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर सुदर्शन चौधरी के साथ कुठेड़ा के एक निजी स्कूल में की गई अभद्रता तथा एसओएस परीक्षा में धड़ल्ले से नकल करवाने की घटना के विरुद्ध सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
 संघ के मीडिया प्रभारी नसीब सिंह ने बताया कि बहुत सी निजी पाठशालाएं मनमाने व निरंकुश तरीके से कार्य करती हैं। शिक्षा उपनिदेशक को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निर्वहन करने से रोकने तथा उन्हें बंधक बनाने के प्रकरण में संघ उक्त विद्यालय के विरुद्ध कड़ी विधिक कार्यवाही तथा अविलंब मान्यता रद्द करने की मांग करता है। ऐसी किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में संघ शिक्षकों तथा कार्य का सम्यक निर्वहन करने वाले अधिकारियों के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ा होगा संघ के ध्यान में कुछ निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों को बार-बार मांगे जाने पर भी बच्चों के विद्यालय त्याग प्रमाण पत्र जारी किए जाने का भी मामला है माता-पिता को यह प्रमाण पत्र जारी करने के लिए या तो साफ मना किया जाता है या उन पर बच्चों को उसी विद्यालय में पढ़ाने के लिए विभिन्न माध्यमों से दबाव बनाया जाता है ऐसे में अभिभावक बिना विद्यालय त्याग प्रमाण पत्र अन्य विद्यालयों में अपने बच्चों का नामांकन करवाने पहुंचते हैं संघ ऐसे मामलों के ऊपर भी ध्यान देने की मांग करता है।
 कांफ्रेंस में रणजीत सिंह ठाकुर, राजीव चंदेल, सुखदेव शर्मा, रमेश शर्मा, बलबीर सिंह, जोगेंद्र पाल, सोमचंद, करमचंद, राकेश वर्मा, अमरनाथ शर्मा, रामकुमार, राजेन्दर कुमार, मनोरमा देवी, प्रवीण शर्मा, निर्मला देवी आदि ने भाग लिया।               


गोवंश की मौत से बिफरे संगठन, दिया ज्ञापन

ट्रोनिका सिटी इंडस्ट्रियल क्षेत्र मे फैक्ट्री मालिक के द्वारा लगाई गई आग से गयी एक गौमाता की जान
 अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। 20 सितंबर करीब सायं 5 बजे प्रदीप गहलोत के द्वारा सूचना मिली कि अमरनाथ चौक के पास फैक्ट्री मालिक के द्वारा डाली गई पन्नी में आग लगने के कारण एक गौ माता की मृत्यु हो गई। इसी दौरान लोनी नगर अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद अभय चौहान ने मौके पर जाकर देखा तो तथ्य सत्य निकला। वहां जाकर पता चला कि हिना व मेघा व(महन्दी बनाने की फैक्ट्री) यह पहली बार नहीं है। इन फैक्टरी मालिक के द्वारा कई बार इन फेक्ट्रियो से निकाली गई पिन्नी में आग लगा दी जाती है। जिसमें एनजीटी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। आग लगने के कारण गौ माता की मृत्यु को देखकर अभय चौहान नगर अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता ने थाना प्रभारी टोनिका सिटी को अवगत कराया कि इस घटना  जानपूछ कर अंजाम दिया गया हैं इसी पर अभय चौहान जी न दोनों फेक्ट्रियो के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया। मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा तथा फेक्ट्री के मैनेजर को पुलिस ने पकड़ कर थाने ले कर आई। मौके पर क्षेत्रीय अधिकारी लोनी तथा थाना प्रभारी ट्रोनिका सिटी ने यह आश्वासन दिया कि जल्द ही इस प्रकरण में लिप्त पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी उसी दौरान अभय चौहान ने यह कहा कि इस तरह गौ माता की मृत्यु कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्दी इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा तो विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल बहुत बड़ा आंदोलन करेगा।


इस मौके पर सुशील श्रीवास्तव जी सूरज मिश्रा जी दिलीप जी वरुण त्यागी मुखिया जी मनोज जी टीटू गौतम जी गौरव जी सुशील पटेल जी नवीन पटेल जी तुलसी जी  राजेश तंवर जी नरेंद्र जी, अजीत चौरासिया,अमित कटारिया,जितेंद्र, राहुल राय, संजीव पटेल,मुन्ना,बिट्टू बजरंगी,कुंदन जी,विद्यानंद जी, बबलू, विकास, विक्की राठौर, सुधीर कुशवाह,साहुल,सुनील, दीपांशु उपाध्याय राजू सिंह सुमित सोनू कुशवाह सुनील शिवम अंकुश तथा सैकड़ों विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता मौजूद रहे।


शांतिपूर्वक आंदोलन करेगा मुस्लिम लीग

रामपुर। इडियन यूनियन मुस्लिम लीग के ज़िला कैंप कार्यालय पर एक मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में नेशनल जवाईट सेक्रेटरी कौसर हयात साहब ने शिरकत की। सभी कार्यकर्ताओं ने कौसर हयात साहब का हार फूलों से सवागत किया। जिला अध्यक्ष फारूक़ मियां ने रामपुर में बिजली चैकिंग, एनआरसी व सीएए के खिलाफ़ जो प्रदर्शन में पुलिस द्वारा जिन बेगुनाहो को उठाया जा रहा है। इन सब बातों की जानकारी कौसर हयात साहब को दी। नेशनल जवाईट सेक्रेटरी कौसर हयात साहब के रामपुर आने कार्यकर्ताओं में काफ़ी जोश था कौसर हयात साहब ने रामपुर में बिजली चैकिंग व एन आर सी के बवाल मे जिन बेगुनाहो को परेशान किया जा रहा है। उस पर चिंता जताई और सभी कार्यकर्ताओं ने कौसर हयात साहब की बातों और मशवरे को ध्यान से सुना। फारूक़ मियां ने कहा कि ज़िले भर में बिजली विभाग आऐ दिन जो मनमानी कर रहा है और 21 नवंबर के बवाल मे जिन बेगुनाहो को उठाया जा रहा है।


इस समवनध में जिला मुस्लिम लीग बहुत जल्द सड़कों पर आकर आन्दोलन शुरू करेगी। इस मीटिंग में मौ नूर खान, फरदीन खान, आसिफ खान, विजय कुमार, काशिफ़ खान, जाहिद खान, चाँद खान, नासिर मियां, समी राईनी, वज़ीर अहमद, मुकररम मियां, फैसल खान, शादाब खान, मुराद खान, हाफिज़ रेहान खान, खालिक रजा खान, रिजवान हबीब, असद उल्ला खान, गालीब अली, आदि मोजूद रहे ।                 


केरल में एनआईए के हत्थे चढ़े दो आतंकवादी

तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर एनआईए के हत्थे चढ़े 2 आतंकवादी, सऊदी अरब से पहुंचे थे केरल।


तिरुवनंतपुरम। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार रात को केरल के तिरुवनंतपुरम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तीन घंटे की पूछताछ के बाद कथित तौर पर दो आतंकवादियों को हिरासत में ले लिया। सूत्रों ने बताया कि दोनों आतंकवादियों के सऊदी अरब से यहां पहुंचने के बाद एनआईए ने दोनों को हिरासत में ले लिया, जिसमें से एक गुल नवाज उत्तर प्रदेश का निवासी है जबकि दूसरा शुहैब केरल के कन्नूर से ताल्लुक रखता है।
इन दोनों में से एक आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा जबकि दूसरा इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ हैं। सऊदी अरब के रियाध से यहां लौटने के बाद ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ समेत कई जांच एजेंसियों ने इनसे लगभग तीन घंटे पूछताछ की जिसके बाद इन्हें हिरासत में ले लिया गया।
सूत्रों के अनुसार उन्हें पहले कोच्चि ले जाया जाएगा, जिसके बाद शुहाब को बेंगलुरु जबकि गुल नवाज को दिल्ली ले जाया जाएगा। इन दोनों आतंकवादियों को बेंगलुरु में हुए विस्फोट को लेकर हिरासत में लिया गया है, तथा इस मामले में दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका था।
इससे पहले एनआईए ने 19 सितंबर को तीन आतंकवादियों को केरल के एनार्कुलम से और छह को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। हिरासत में लिए जाने के बाद एजेंसी ने बताया था कि प्रारंभिक जांच में सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान स्थित अल-कायदा के आतंकवादियों ने इन्हें राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के कई इलाकों में बड़े हमले करने के लिए तैयार किया था।
इसके अलावा हिरासत में लिए गए आतंकवादियों के पास से बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण, जिहादी साहित्य एवं दस्तावेज, तेज हथियार,देशी बम और रक्षा जैकेट बरामद किये गये थे।              


सेब की पूरी बनाने का हेल्थी तरीका

जानिए शिशु के लिए सेब की प्यूरी बनाने का हेल्दी तरीका।
    हर उम्र के व्यक्ति के लिए सेब पौष्टिक फल होता है। आप छह महीने के होने के बाद शिशु को सेब की प्यूरी दे सकते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर एप्पल प्यूरी आसानी से पच जाती है। जब आप बच्चे को ठोस आहार देना शुरू करती हैं, तब उसे यह पौष्टिक एप्पल प्यूरी भी खिला सकती हैं।
एप्पल प्यूरी के पोषक तत्व
एप्पल प्यूरी को इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है,और इसे आप अपने शिशु को रोज खिला सकती हें। 100 ग्राम एप्पल प्यूरी में 52 कैलोरी, 14 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, फैट 0.17 ग्राम, प्रोटीन 0.27 ग्राम और डायट्री फाइबर 2.4 ग्राम होता है।
एप्पल प्यूरी खिलाने के फायदे
सेब में अघुलनशील और घुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं और इसलिए यह कब्ज से बचाता है। इससे शिशु का पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। सेब में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवेनॉइड और विटामिन ए, सी एवं ई होता है। इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम भी होता है। आयरन, मैंगनीज और जिंक भी सेब में पाया जाता है।
सेब की प्यूरी बनाने का तरीका
एक सेब लें और उसका छिलका उतार लें। अब इस सेब को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। एक बर्तन या कढ़ाई लें और उसमें पानी को गर्म करने के लिए रख दें।
उबलते हुए पानी में सेब के टुकड़े डाल दें। बर्तन को ढंक कर सेब को नरम होने तक उबालें।
7 से 8 मिनट के बाद गैस बंद करें और ढक्कन हटाएं। अब सेब के टुकड़ों को पानी से निकालकर एक कटोरी में ठंडा होने के लिए रख दें।
आपने जिस पानी में सेब को उबाला है, उसे भी एक कटोरी में भर कर रख लें। सेब को मिक्सर में डालें और जिस पानी में सेब को उबाला था, वो पानी भी आवश्यकतानुसार डाल दें।
अब सेब को मिक्सर में पीस लें और पिसने के बाद एक कटोरी में रख लें।
कब तक करें स्टोर?
आप इस एप्पल प्यूरी को फ्रिज में स्टोर करके दो से तीन दिन तक रख सकते हैं। इसे एयर टाइट कंटेनर में ही रखें।
खिलाने का तरीका
जब भी शिशु को एप्पल प्यूरी देनी हो तो फ्रिज से निकालने के बाद कुछ देर इस नॉर्मल टेंपरेंचर पर आने दें और उसके बाद थोड़ा-सा गर्म पानी डालकर इसे गर्म करने के बाद ही बच्चे को दें। डायरेक्ट नहीं बल्कि स्टीम करके गर्म करना है।                


बिना पकाए इन सब्जियों का सेवन ना करें

बिना पकाए कभी ना करें इन सब्जियों का सेवन, सेहत को होगा बड़ा नुकसान।


अच्छा खानपान ही अच्छी सेहत का राज होता हैं। सही आहार को सही समय और सही तरीके से खाया जाए तो सेहतमंद और स्वस्थ रहा जा सकता हैं। लेकिन अधूरी जानकारी के चलते अक्सर हम कुछ चीजों का सेवन गलत तरीके से कर बैठते हैं जिस वजह से वे फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचाती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका सेवन अच्छी तरह से पकाने के बाद ही करना चाहिए। इन सब्जियों को कच्चा खाने से नुकसान होता है। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
ग्वार की फलियां"
ग्वार की फलियों का सेवन अच्छी तरह से पकाकर ही करना चाहिए। ग्वार की फलियों को कच्चा खाने से स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पडऩे लगता है। ग्वार की फलियां स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं, अगर इन्हें अच्छे से पकाकर खाया जाए।
आलू"
कच्चे आलू के सेवन से परहेज करना चाहिए। कच्चा आलू खाने से गैस, उल्टी, सिर दर्द और पाचन से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। आलू का सेवन करने से पहले उसे अच्छी तरह से पका लेना चाहिए। आलू का इस्तेमाल लगभग हर सब्जी में होता है।
गोभी और ब्रोकली"
गोभी और ब्रोकली का सेवन अच्छी तरह से पकाने के बाद ही करना चाहिए। इन सब्जियों का सेवन कच्चा करने से नुकसान होता है। गोभी और ब्रोकली को कच्चा खाने से पेट में गैस और अपच की समस्या हो सकती है।
राजमा, बीन्स"
राजमा और बीन्स का सेवन अच्छी तरह पकाकर ही करें। इन चीजों को कच्चा खाने से उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। राजमा को पकाने से पहले कम से कम 5 घंटे तक भिगोकर रखना चाहिए। 5 घंटे भिगोने के बाद ही राजमा की सब्जी बनानी चाहिए।
बैंगन"
कच्चा बैंगन खाने से पेट संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। कच्चा बैंगन खाने से उल्टी, चक्कर आना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। बैंगन को खाने से पहले अच्छी तरह पका लेना चाहिए।               


1 दिन के उपवास पर बैठेंगे उपसभापति

एक दिन के उपवास पर बैठेंगे उपसभापति हरिवंश, राज्यसभा में हुए हंगामे से हैं आहत।


नई दिल्ली। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश 20 सितंबर को कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों की ओर से किए गए हंगामे के खिलाफ 24 घंटों के लिए उपवास रखेंगे। उप सभापति हरिवंश ने राज्यसभा के सभापति को लिखे पत्र में कहा, ‘राज्यसभा में जो कुछ हुआ, उससे पिछले दो दिनों से गहरी आत्मपीड़ा, तनाव और मानसिक वेदना में हूं। मैं पूरी रात सो नहीं पाया।
सभापति को लिखे पत्र में उप सभापति हरिवंश ने कहा, ‘सदन के सदस्यों की ओर से लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार हुआ। आसन पर बैठे व्यक्ति को भयभीत करने की कोशिश हुई। उच्च सदन की हर मर्यादा और व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गईं। सदन में सदस्यों ने नियम पुस्तिका फाड़ी। मेरे ऊपर फेंका।
‘सदन में दस्तावेजों को पलटने, फेंकने और फाड़ने की घटनाएं हुईं।
उप सभापति हरिवंश ने कहा, ‘सदन के जिस ऐतिहासिक टेबल पर बैठकर सदन के अधिकारी, सदन की महान परंपराओं को शुरू से आगे बढ़ाने में मूक नायक की भूमिका अदा करते रहे हैं, उनकी टेबल पर चढ़कर सदन के जरूरी कागजात-दस्तावेजों को पलटने, फेंकने और फाड़ने की घटनाएं हुईं।’
‘सदन में लोकतंत्र का चीरहरण’
उप सभापति हरिवंश ने कहा, ‘नीचे से कागज को रोल बनाकर आसन पर फेंके गए। आक्रामक व्यवहार, भद्दे और असंसदीय नारे लगाए गए। हृदय और मानस को बेचैन करने वाला लोकतंत्र के चीरहरण का पूरा नजारा रात मेरे मस्तिष्क में छाया रहा। इस कारण मैं सो नहीं सका।’ आगे कहा कि गांव का आदमी हूं, मुझे साहित्य, संवेदना और मूल्यों ने गढ़ा है।
सुबह 8 सांसदों को चाय पिलाने पहुंचे डिप्‍टी चेयरमैन हरिवंश
राज्‍यसभा से निलंबित आठों सांसद रातभर गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहे। उन्‍हें सभापति वेंकैया नायडू ने रविवार को सदन में हंगामा करने और उपसभापति से बदसलूकी के लिए सस्‍पेंड किया था। सोमवार दोपहर से धरना दे रहे सांसदों से मिलने मंगलवार सुबह खुद डिप्‍टी चेयरमैन हरिवंश वहां पहुंच गए। वह अपने साथ एक झोला लाए थे जिसमें सांसदों के लिए चाय थी। हरिवंश ने अपने हाथों से चाय निकाली। हालांकि विपक्षी सांसदों ने चाय पीने से इनकार कर दिया। उन्‍होंने उन सांसदों से बेहद गर्मजोशी से बात की, जिनमें से कुछ का व्‍यवहार रविवार को उनके प्रति ठीक नहीं था।
पीएम मोदी ने की प्रशंसा
उधर, संसद परिसर में निलंबन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सांसदों को चाय पिलाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश जी के उदार हृदय और विनम्रता की ट्वीट कर प्रशंसा की। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘बिहार की धरती ने सदियों पहले पूरे विश्व को लोकतंत्र की शिक्षा दी थी। आज उसी बिहार की धरती से प्रजातंत्र के प्रतिनिधि बने हरिवंश जी ने जो किया, वह प्रत्येक लोकतंत्र प्रेमी को प्रेरित और आनंदित करने वाला है।’ पीएम ने अगले ट्वीट में लिखा, ‘यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है। मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’                 


दीपिका भी लेते थे ड्रग्स, कसेगा शिकंजा

दीपिका पादुकोण लेती थी ड्रग्स, नारकोटिक्स ब्यूरो की जांच में बड़ा खुलासा, अब कसेगा शिकंजा।


 मुंबई। इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री के कई जाने माने चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। इस कड़ी में ताजा नाम एक्ट्रैस दीपिका पादुकोण का जुड़ गया है। उनके खिलाफ ड्रग्स लेने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
दरअसल, एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत में ड्रग्स एंगल की जांच नारकोटिक्स ब्यूरो कर रही है। इसकी जांच में बॉलीवुड के कई बड़े सितारों के नाम सामने आ रहे हैं। श्रद्धा कपूर, सारा अली खान जैसे कई नामचीन सितारों के बाद अब बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रैस दीपिका पादुकोण का नाम भी इस जांच में सामने आया है। दीपिका के खिलाफ नारकोटिक्स ब्यूरो को पुख्ता सबूत मिले हैं कि वो ड्रग्स का सेवन करती थी।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा की जा रही ड्रग्स मामले की जांच के दौरान डी यानी दीपिका पादुकोण, एन यानी नम्रता शिरोडकर, एस यानी श्रद्धा कपूर और के यानी करिश्मा का नाम सामने आया है। इसमें सबसे हैरान करने वाला नाम दीपिका पादुकोण का है। दीपिका पादुकोण की जया साहा की कंपनी की मैनेजर करिश्मा के साथ ड्रग चैट का खुलासा हुआ है। ये खुलासा सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग्स मामले की जांच कर रही नारकोटिक्स ब्यूरो ने किया है। इसे कई व्हाट्सएप चैट मिली है जिसमें दीपिका पादुकोण और करिश्मा ड्रग्स को लेकर बातचीत कर रही हैं।                 


सूर्य ने बदली चाल, तुला-धनु का गोल्डन टाइम

सूर्य ने बदली चाल, वृष, कर्क, सिंह कन्या, तुला और धनु के लिए गोल्डन समय।


सूर्य ने बदली चाल, वृष, कर्क, सिंह कन्या, तुला और धनु के लिए गोल्डन समय
ज्योतिष धर्म व्रत त्येाहार देश विदेश मेरा गांव मेरा शहर।
ज्योतिष शास्त्रों में सूर्य को नवग्रहों का सबसे उपर राजा माना जाता है,और सभी ग्रह उसके चारों ओर परिक्रमा करते रहते हैं। सूर्य जब भी एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे सूर्य संक्रांति कहा जाता है। पुरुषोत्तम मास के साथ ही सूर्य सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश किया है। ज्योतिष में सूर्य की इस घटना को कन्या संक्रांति के नाम से जानते हैं। वहीं गोचर बदलने के साथ ही साथ ही आश्विन मास में पुरुषोत्तम मास लग गया है। 18 सितंबर से शुरू हुआ है जो और 16 अक्टूबर तक चलेगा। इसी कारण नवरात्रि पूजा एक माह का अंतर आ गया है।
वृष राशि: इस दौरान नए अवसर मिलने वाला है। वृष राशि वालों को सूर्य को गोचर बहुत फायदा देने वाली साबित होगी। इस दौरान नौकर व व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा और अधिक मेहनत करने पर अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकल जाएंगे। मान-सम्मान भी मिलेगा। नए अवसर प्राप्त होंगे, जिससे आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। गोचर काल के दौरान आपके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होगी, जिससे आपको हर क्षेत्र में लाभ मिलेगा। परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। साथ ही बच्चों को सफलता मिलने से बहुत गौरवान्वित महसूस करेंगे। स्वास्थ्य में लाभ देखने को मिलेगा।
यहां पढ़े: मिथुन, तुला, वृच्चिक और मीन के लिए ये सप्ताह दे रहा सुनहरा समय, पढ़ें राशिफल।
कर्क राशि: इस दौरान अच्छी कमाई की योग है। कर्क राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर सफलता लेकर आया है। इस दौरान आपके साहस व पराक्रम में वृद्धि देखने को मिलेगी। जिससे करियर में सफलता मिलेगी। नौकरी तलाश करने वालों को सरकार से फायदा मिलेगा। साथ ही अच्छी कमाई की संभावना बनेगी। अगर आप अपनी बात पर दृढ़ संकल्प रहेंगे तो आपको कई अवसर मिलेंगे। परिवार में लंबे समय चल रहा विवाद बातचीत के बाद खत्म हो जाएगा। साथ ही आप मित्रों के साथ यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं। गोचर काल में पैतृक संपत्ति से भी लाभ मिलने के योग बन रहे हैं।
सिंह राशि: इस दौरान नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ेगी सूर्य आपकी राशि में से निकल रहे हैं इससे आपके परिवार में संबंध मजबूत होंगे। छात्रों के लिए यह समय प्रगति संभव है। नौकरी करने वाले जातकों को प्रमोशन और आय में वृद्धि की संभावना बन रही है। आपके अंदर नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ेगी और लोगों को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे। माता-पिता की सेवा का अवसर मिलेगा और उनके सहयोग से व्यापार में वृद्धि देखने को मिलेगी। सरकार की योजनाओं को आपको पूरा लाभ मिलेगा। लव लाइफ के मामले में दूसरों की भावनाओं का आप पूरी तरह सम्मान करेंगे।
यहां पढ़ें: 20 से 26 सितंबर तक, जानिए क्या कहता आपका अंक ज्योतिष।
कन्या राशि:  इस दौरान कार्यक्षेत्र में भरपूर सफलता मिलेगी सूर्य आपकी राशि में गोचर करने वाले हैं। इस दौरान आपके विदेश से संबंध मजबूत होंगे और उनसे लाभ भी प्राप्त होगा। मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर प्रफेशलनली तौर कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। साथ ही समाज की भलाई के लिए भी आगे आएंगे। दूसरों की मदद करने का जज्बा आपको समाज में सम्मान भी दिलाएगा। राजनीति में जो लोग सक्रिय हैं, उनको गोचरकाल में फायदा देखने को मिलेगा। व्यस्त होने के बाद भी परिवार के लिए समय निकालेंगे और उनकी समस्या का अंत भी करेंगे। अटका हुआ धन इस समय आपको प्राप्त होगा।
तुला राशि:  इस दौरान धन प्राप्ति के बन रहे हैं… अच्छे योग सूर्य का गोचर तुला राशि वालों के लिए शुभ स्थिति लेकर आया है। खरीद-फोरख्त से जुड़े व्यवसायियों और इंनटनेशल कंपनी से जुड़े जातकों को भी लाभ होगा। साथ ही संबंध भी मजबूत होंगे। जीवनसाथी के साथ संबंध मजबूत रहेंगे और उन्नति से आपको प्रसन्नता भी मिलेगी। लव लाइफ के लिए यह समय अच्छा है, आप एक कदम और आगे बढ़ सकते हैं। धन प्राप्ति के अच्छे योग बन रहे हैं, साथ ही विदेश में पढ़ने वाले इच्छुक छात्रों अवसर भी प्राप्त होंगे। उच्च पदों पर काम करने वाले लोगों आय में वृद्धि होगी। गोचर काल में आप धार्मिक क्रियाकलापों की तरफ भी ध्यान देंगे।
आपके लाइव पर बुध ग्रह का शुभ और अशुभ प्रभाव।
धनु राशि:  सूर्य के राशि परवर्तन से मान-सम्मान में बढ़ेगीधनु राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर अच्छे परिणाम लेकर आया है। इस दौरान आपके कई क्षेत्रों से लाभ होगा और मनोवांछित इच्छाएं भी पूरी होने की संभावना बन रही है। सामाजिक रिश्ते मजबूत होंगे और नौकरी करने वाले जातकों को प्रमोशन की वृद्धि होगी। भाग्य आपका पूरी तरह साथ देगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, जिससे मान-सम्मान मिलेगी। बिजनस बढ़ोतरी के लिए परिवार का पूर्ण सहयोग मिलेगा। साथ ही धार्मिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। लव लाइफ रोमांटिक रहने वाला है। जरूरतमंद लोगों में दान भी कर पाएंगे।               


एक आतंकी को मार गिराया, अभियान जारी

जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, इलाके में तलाशी अभियान जारी।


जम्मू। जम्मू-कश्मीर के बडगाम के चरार-ए-शरीफ इलाके में सोमवार शाम से सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच सोमवार मुठभेड़ चल रही है।जवानों ने मंगलवार को सुबह एक आतंकी को मार गिराया है। मुठभेड़ में मारे गए आतंकी की पहचान नहीं हो पाई है।
सोमवार शाम को इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।इस सूचना पर सुरक्षाबलों ने चरार-ए-शरीफ इलाके को घेर लिया और आतंकियों की तलाश में जुटे।इसी दौरान मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक। कल शाम अंधेरे के कारण ऑपरेशन रोक दिया गया था।मंगलवार को सुबह से फिर इस ऑपरेशन को शुरू किया गया।सोमवार को मुठभेड़ में एक जवान भी घायल हो गया, उसे 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि चरार-ए-शरीफ इलाके में पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा था।जिस जगह पर आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी वहां पहुंचते ही आतंकियों ने सेना पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए संयुक्त टीम ने भी फायरिंग की, जिसमें एक आतंकी मारा गया।                   


75083 नए संक्रमित, 1053 की मौत

देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 75083 नए मामले आए सामने, 1053 मौतें।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में पिछले चार दिनों से लगातार नए कोरोना संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है।डेली रिकवरियों की इस उच्च दर ने भारत को दुनियाभर में रिकवर केसों के मामलों में सबसे टॉप स्थान पर पहुंचा दिया है। देश में पिछले 24 घंटों में 75,083 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं और 1053 लोगों की जान भी चली गई है। दो सितंबर से लगातार देश में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।अच्छी खबर ये है कि 24 घंटे में अबतक रिकॉर्ड 101,468 मरीज ठीक भी हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 55 लाख 62 हजार हो गई है। इनमें से 88,935 लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 75 हजार हो गई और 44 लाख 97 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या करीब चार गुना अधिक है।
आईसीएमआर के मुताबिक, 21 सितंबर तक कोरोना वायरस के कुल 6 करोड़ 53 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 9 लाख 33 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई।
मृत्यु दर में गिरावट।
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।मृत्यु दर गिरकर 1.60% हो गई।इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 18% हो गई है।इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 80% हो गई है।भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है।
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में दो लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है।इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है।मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।                 


बेरोजगारी की मार, अब तो नौकरी दो सरकार

सुनील श्रीवास्तव


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को बताया कि बीएसएफ और सीआरपीएफ में करीब 1 लाख पद खाली है।  इनमे से अधिकतर पद सेवानिवृत्ति, इस्तीफों और मृत्यु के वजह से हुई है।


रिक्ति विवरण - केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बताये अनुसार 


सुरक्षा बल , बीएसएफ BSF - 28926 पद रिक्त। 


केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल / सीआरपीएफ CRPF - 26505 रिक्त पद। 


केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीआईएसएफ CISF - 23906 रिक्त पद। 


सशस्त्र सीमा बल SSB - 18643 रिक्त पद।


भारत तिब्बत सीमा पुलिस ITBP - 5784 रिक्त पद। 


असम राइफल्स - 7328 रिक्त पद। 


केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि सीएपीएफ और असम राइफल्स में रिक्तियां सेवानिवृत्ति, इस्तीफे,मृत्यु,नए इकाई के बनाने,नए पदों के सृजन, कैडर समीक्षा आदि के कारण उत्पन्न होती है। इन रिक्तियों के अधिकतर पद कांस्टेबल ग्रेड में है।


राय ने कहा कि इन रिक्तियों को भरने के लिए एक स्थापित प्रक्रिया है जैसे मौजूदा प्रावधानों के अनुसार सीधी भर्ती, पदोन्नति और प्रतिनियुक्ति के माध्यम से की जाती है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने सीएपीएफ में रिक्त पदों को भरने के लिए त्वरित कदम उठायें है, जो एक सतत प्रक्रिया है। 


मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में, कांस्टेबल के 60210 पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से उप निरीक्षकों के 2534 पद और संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से सहायक कमांडेट के 330 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।               


संसदः धरने पर बैठे सांसदों को चाय पिलाई

अकांशु उपाध्याय
 नई दिल्ली। किसानों से संबंधित विधेयक पास होने तक सदन में जो हंगामा हुआ है। विधेयक की प्रति को फाडा गया है। इस प्रकार की अनुशासनहीनता के विरुद्ध  सदन के द्वारा अनुशासित कार्रवाई करते हुए 8 सांसदों को  अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। निलंबित सांसद इस प्रकरण को अलोकतांत्रिक बता रहे हैं। जिसके कारण उन्होंने सदन में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सदन में किसानों के लिए आवाज उठा रहे सांसदों ने अलोकतांत्रिक बर्खास्तगी के खिलाफ संसद में गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। वहीं राज्यसभा के उप सभापति श्री हरिवंश ने राज्यसभा सांसदों जो सदन से उनके निलंबन के खिलाफ गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, सभी को चाय पिलाई l                  


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)












 सितंबर 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-40 (साल-02)
2. बुधवार, सितंबर 23, 2020
3. शक-1943, अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:00, सूर्यास्त 06:30।


5. न्‍यूनतम तापमान 28+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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