गुरुवार, 15 जून 2023

संस्थान और लिमिटेड, कार्यशाला का आयोजन 

संस्थान और लिमिटेड, कार्यशाला का आयोजन 


शिक्षित बेरोजगारी निवारण हेतु कल्याण भारती का बढ़ता कदम

गोपीचंद 

बागपत। राजकीय प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण संस्थान हस्तिनापुर उत्तर प्रदेश में कल्याण भारती सेवा संस्थान और nourished टैलेंट प्राइवेट लिमिटिड के संयुक्त तत्वधान में युवाओं को राजगार के अवसर प्रदान करने और उद्योगिक संस्थानों व श्रमिकों के बीच व्यवहारिक संबंधों को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कल्याण भारती सेवा संस्थान के प्रबंध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने आई.टी.आई. के इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, ट्रेड से तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षार्थियों औद्योगिक संस्थानों और कर्मचारियों के बीच संबंधों के बीच आपसी संबंधों के व्यवहारिक तालमेल और एक औद्योगिक संस्थानों श्रमिकों की एक दूसरे के प्रति अपेक्षाओं पर चर्चा करते हुए युवाओं का उनके कार्य विषय को लेकर उत्साहवर्धन किया और प्रक्षिक्षण केंद्र के युवाओं का साक्षात्कार कर उनका ओकाया पॉवर व सुपर होज के लिए स्लेक्सन किया और साथ ही सभी को जॉब आफ लेटर दिए। 

राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र संस्थान हस्तनापुर के श्री दीपक गौतम, वह सभी प्रशासनिक स्टाफ मुख्य रूप से सहयोगी रहा।

विटामिन-डी की कमी के लिए अपनाएं यह उपाय 

विटामिन-डी की कमी के लिए अपनाएं यह उपाय 

सरस्वती उपाध्याय 

विटामिन-डी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। जो हमारे दिमाग से लेकर इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी होता है। इसकी कमी होने से शरीर का कामकाज बिगड़ जाता है। धूप को इसका सबसे बढ़िया सोर्स माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह रास्ता काम नहीं करता है। जिसकी वजह से इस विटामिन की कमी होने लगती है।

धूप में क्यों नहीं रहते लोग?
विटामिन-डी की कमी से होने वाले रोग? यह विटामिन हड्डी, नाखून, दांत के लिए काफी जरूरी होता है। इसके कम होने पर हड्डी में दर्द, जोड़ हटना, मसल्स में दर्द, बार-बार बीमार पड़ना, ऑस्टियोपोरोसिस कैल्शियम की कमी, डिप्रेशन के लक्षण आदि परेशान कर सकते हैं। इसलिए इसे बॉडी में कभी कम ना होने दें।

धूप को विटामिन-डी का बेस्ट सोर्स माना जाता है। लेकिन कुछ जगह धूप बहुत कम आती है या फिर कुछ लोगों की स्किन इसे ढंग से ग्रहण नहीं कर पाती है। वहीं, सेंसिटिव स्किन के लोग भी धूप से दूर रहते हैं। ऐसे में इन लोगों के लिए विटामिन डी लेने का अकेला रास्ता फल, सब्जियां, जूस, सप्लीमेंट खाना बच जाता है।

विटामिन-डी की कमी का इलाज: मशरूम
शाकाहारी लोगों में मशरूम से विटामिन डी की कमी खत्म की जा सकती है। एक स्टडी के अनुसार, इंसानों की तरह मशरूम भी धूप से विटामिन डी बनाता है। जिसे खाकर फायदा उठाया जा सकता है।

दूध, पनीर, दही
दूध और उससे बने पनीर, दही आदि में कैल्शियम होता है। इसके साथ आपको काफी विटामिन-डी मिलता है। ये दोनों पोषक तत्व हड्डियों, दांत और नाखून को मजबूत बनाने के काम आते हैं। आप पनीर की भुर्जी बनाकर भी खा सकते हैं।

विटामिन डी कैसे बढ़ाएं : अंडा
प्रोटीन से भरा अंडा विटामिन-डी भी देता है। इसके पीले हिस्से में फैटी एसिड, फैट और विटामिन डी होता है। आप इसे खाकर विटामिन डी की कमी पूरी कर सकते हैं।

विटामिन डी फल: फोर्टिफाइड फूड
कुछ खाद्य पदार्थों में विटामिन डी अलग से डाला जाता है। आप मार्केट से संतरे का जूस, सीरियल, ओटमील, दूध आदि खरीद सकते हैं, जिसमें आर्टिफिशियल विटामिन डी डला हुआ हो।

गर्मी के कारण 3 दिन का येलो अलर्ट जारी

गर्मी के कारण 3 दिन का येलो अलर्ट जारी

संदीप मिश्र 
आजमगढ़। गर्मी की तल्खी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से तीन दिन का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के प्रभारी अतुल कुमार सिंह की मानें तो अभी 18 जून तक इसी तरह का मौसम रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने आजमगढ़ सहित कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, फतेहपुर, अंबेडकर नगर, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, बांदा और फतेहपुर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के प्रभारी अतुल कुमार सिंह का कहना है कि 18 से पश्चिमी यूपी में मौसम बदलने की उम्मीद है। 19 से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के कारण बारिश होने की संभावना है।

1 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया

1 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गांधीनगर। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि गुजरात में समुद्री चक्रवात बिपारजॉय के संभावित खतरे को देखते हुए तटीय क्षेत्रों से लगभग एक लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि चक्रवात से जान-माल का कम से कम नुकसान हो।

करवाल ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तटों पर खड़ा कर दिया गया है, बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेज दिया गया है, चार हजार से अधिक होर्डिंग को हटा दिया गया है और नमक मजदूरों एवं गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।एनडीआरएफ महानिदेशक ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में अपनी 15 टीम को अलर्ट पर रखा है, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें हवाई मार्ग से गुजरात व महाराष्ट्र लाया जा सके तथा प्रभावित क्षेत्रों में चक्रवात संबंधी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात 33 दलों को मदद उपलब्ध कराई जा सके।

करवाल के मुताबिक, चक्रवाती तूफान की दस्तक और तेज हवाओं के साथ होने वाली भारी बारिश से गुजरात के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ के 18 दल तैनात किए गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ के बृहस्पतिवार शाम अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ एक ‘बहुत गंभीर’ चक्रवाती तूफान (वीएससीएस)’ के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है।

करवाल ने गुजरात सरकार के अधिकारियों द्वारा साझा की गई सूचना के आधार पर दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि राज्य के तटीय क्षेत्रों और निचले इलाकों से बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे तक लगभग एक लाख लोगों को निकाला गया। उन्होंने कहा कि गुजरात में त्वरित राहत अभियान चलाने के लिए हमने एनडीआरएफ के 18 दलों को तैयार रखा है। करवाल के मुताबिक, कच्छ जिले में एनडीआरएफ के सर्वाधिक चार दल तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात सरकार ने व्यापक निकासी अभियान चलाया है, जिसके तहत मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तटों पर खड़ा कर दिया गया है और बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेज दिया गया है, ताकि वे खगोलीय ज्वार से उठने वाली ऊंची लहरों से प्रभावित न हों।

करवाल के अनुसार, अधिकारियों ने चार हजार से अधिक होर्डिंग को हटा दिया है, ताकि तेज हवाएं चलाने के दौरान उनके उखड़ने, हवा में उड़ने और लोगों को चोटिल करने का जोखिम टाला जा सके। उन्होंने बताया कि नमक मजदूरों और गर्भवती महिलाओं को भी क्रमश: सुरक्षित आश्रय शिविरों और अस्पतालों में ले जाया गया है। करवाल ने कहा, “हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि चक्रवात से जान-माल का कम से कम नुकसान हो।

हमने अपनी कई टीम को पेड़ और खंभे काटने वाले ‘कटर’ से लैस किया है, ताकि चक्रवात का प्रभाव खत्म होने के बाद संचार सेवाओं की जल्द से जल्द बहाली सुनिश्चित की जा सके।” एनडीआरएफ महानिदेशक ने कहा कि भारी बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है, ऐसे में इन इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए हमारी टीम के पास ‘इन्फ्लेटेबल बोट’ (ऐसी नौकाएं, जिनका तत्काल हवा भरकर इस्तेमाल किया जा सकता है) होंगी।

करवाल ने बताया कि उत्तर (बठिंडा, पंजाब), पूर्वी (मुंडली, ओडिशा) और दक्षिण (अराकोणम, चेन्नई) में एनडीआरएफ की पांच-पांच टीमों को तैयार रखा गया है तथा जरूरत पड़ने पर उन्हें भारतीय वायुसेना के विमान से तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने जरूरत से ज्यादा तैयारी की है और सभी एजेंसियां जान-माल का ​​कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से काम कर रही हैं।

करवाल के अनुसार, गुजरात में जहां एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात की गई हैं, वहीं केंद्र-शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के दीव में एक दल को भेजा गया है। दीव उत्तर में गुजरात के गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों से, जबकि बाकी तीन दिशाओं में अरब सागर से घिरा हुआ है।

अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के कच्छ जिले में एनडीआरएफ की चार, राजकोट और देवभूमि द्वारका में तीन, जामनगर में दो तथा पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, मोरबी, वलसाड व गांधीनगर में एक-एक टीमें तैनात की गई हैं। उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की कुल 14 टीम तैनात की गई हैं, जिसमें से पांच मुंबई में हैं, जबकि अन्य को अलर्ट पर रखा गया है।

आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है जूस, जानिए 

आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है जूस, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

गर्मी का मौसम है, ऐसे में प्यास हम लोगों को लगातार लगती है। क्योंकि, शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है। ऐसे में ज्यादातर लोग कई ड्रिंग्स का इस्तेमाल भी करते हैं, जिसमें कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और फलों के जूस शामिल होते हैं। ये दोनों ही गर्मी से राहत दिलाने में मदद करते हैं, लेकिन आप जानते ही हैं कि सेहत के लिए कौन सा कितना स्वस्थ है। इसलिए, हमें गर्मियों में फलों और सब्जियों के जूस की सलाह दी जाती है, ताकि गर्मी के साथ-साथ इससे हमें कई अन्य फायदे भी मिलें और कोई नुकसान न हो।

बेरीज का जूस

बेरीज के जूस में जैसे स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी, ब्लूबेरी और ब्लैकबेरी आदि में आंखों को स्वस्थ रखने वाले गुण पाए जाते हैं। इसमें अधिक मात्रा में विटामिन व मिनरल्स पाए जाते हैं, जो आंखों से जुड़ी कई समस्याओं दूर करने में मदद करते हैं।

एलोवेरा जूस

एलोवेरा के जूस का सेवन करना आपकी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है, जैसा कि अन्य फलों के जूस के साथ होता है। इसका विशेष लाभ उन लोगों के लिए होता है जिनकी नजरें कमजोर होती हैं। जो लोग कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं।

नारियल पानी

नारियल पानी भी आपकी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह आंखों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और कमजोर हो रही नजरों को पुनः मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।

टमाटर का जूस

टमाटर को गर्मियों के दिनों में सलाद रूप में खाना या उसका जूस पीना आनंददायक होता है और इससे फायदा भी मिलता है। आंखों के लिए टमाटर बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है और इसके सेवन से आंखों की रोशनी में सुधार हो सकती है। टमाटर में खास तत्व जैसे कि ल्यूटिन और जेक्सैंथिन पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

मौसंबी का जूस

आंखों की नजरें जब आपकी कमजोर हैं, तो स्वीट लाइम जूस आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। मौसंबी जूस में विभिन्न प्रकार के विशेष एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो आंखों को हानि से बचाने और नजरों को मजबूत करने में मदद करते हैं।

धर्मांतरण रोधी कानून को निरस्त करने का फैसला 

धर्मांतरण रोधी कानून को निरस्त करने का फैसला 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक मंत्रिमंडल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लाए गए धर्मांतरण रोधी कानून को निरस्त करने का बृहस्पतिवार को फैसला किया। राज्य सरकार आगामी तीन जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में इस संबंध में एक विधेयक लाएगी। कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच के पाटिल ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कैबिनेट ने धर्मांतरण विरोधी विधेयक पर चर्चा की।

हमने 2022 में तत्कालीन (भाजपा) सरकार द्वारा किए गए परिवर्तनों को रद्द करने के लिए विधेयक को मंजूरी दे दी है। इसे 3 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में पेश किया जाएगा।" कांग्रेस के विरोध के बीच कर्नाटक धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का संरक्षण कानून (धर्मांतरण रोधी कानून) 2022 में लागू हुआ था। मौजूदा अधिनियम में धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार की सुरक्षा के साथ ही बलपूर्वक, अनुचित प्रभाव, जबरदस्ती, प्रलोभन या धोखाधड़ी से धर्मांतरण पर रोक का प्रावधान है।

इसमें 25,000 रुपये के जुर्माने के साथ तीन से पांच साल की कैद का प्रावधान है। जबकि नाबालिगों, महिलाओं, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के संबंध में प्रावधानों के उल्लंघन पर दोषियों को तीन से 10 साल की जेल और न्यूनतम 50,000 रुपये का जुर्माना होगा। 

'भाजपा' को उपहास नहीं करने की चेतावनी: स्टालिन 

'भाजपा' को उपहास नहीं करने की चेतावनी: स्टालिन 

इकबाल अंसारी 

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा धन शोधन मामले में बिजली मंत्री वी सेंथिलबालाजी की गिरफ्तारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उपहास नहीं करने की चेतावनी देते हुए गुरुवार को कहा कि उन्हें भी हर तरह की राजनीति करनी आती है। स्टालिन ने यहां मीडियो जारी एक वीडियो में कहा,“ यह धमकी नहीं एक चेतावनी है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा ईडी जैसी जांच एजेंसियों का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, “ भाजपा की राजनीति का तरीका ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके विपक्षी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार करना है। आम आदमी पार्टी (आप) के मनीष सिसोदिया, कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार और पी चिदंबरम, संजय राउत सहित कई नेताओं से इसी तरह व्यवहार किया गया है। ”

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय एजेंसियों ने भाजपा शासित राज्यों और 2011 से 2021 के दौरान अन्नाद्रमुक के शासन के दौरान ऐसी छापे वाली कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के सहयोगी की गिरफ्तारी में कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। सेंथिलबालाजी के एक मंत्री होने के बावजूद उनके साथ ‘आतंकवादी’ की तरह व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, “ द्रमुक भाजपा की ऐसी राजनीति से डरने वाली नहीं। अतीत में इस तरह के उत्पीड़न का सामना करने के बाद हम (द्रमुक) झुके नहीं, खड़े होकर इसका सामना करेंगे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-245, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, जून 16, 2023

3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:45, सूर्यास्त: 06:55। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 25 डी.सै., अधिकतम- 38+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

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