मंगलवार, 19 अप्रैल 2022

पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई इजाफा नहीं: कंपनी

पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई इजाफा नहीं: कंपनी   

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को आम लोगों को राहत मिली है। लगातार 13वें दिन ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई इजाफा नहीं किया है। बीते 13 दिन पहले पेट्रोल के रेट 85 पैसे और डीजल के दाम 75 से 85 पैसे तक बढ़ाए गए थे।

दिल्ली में कीमत...

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 105.41 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 96.67 रुपये है।

मुंबई में रेट...

मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये और डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर  है।

चेन्नई में रेट...

चेन्नई में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 110.85 रुपये और 100.94 रुपये प्रति लीटर हैं।

कोलकाता में रेट...

कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 115.12 रुपये है। कोलकाता में डीजल की कीमत 100.94 रुपये प्रति लीटर रही।

10 रुपये तक बढ़ चुके हैं दाम...

22 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ना शुरू हुई थी। अब तक बीते 29 दिनों में 14 बार रेट बढ़ाए गए हैं। अभी तक कुल मिलाकर पेट्रोल की कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है।

डिकमीशन्ड जहाज पर 'ब्रह्मोस' से लाइव फायर

डिकमीशन्ड जहाज पर 'ब्रह्मोस' से लाइव फायर    


अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने देश के पूर्वी तट पर सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट से इंडियन नेवी के डिकमीशन्ड जहाज पर ब्रह्मोस मिसाइल से लाइव फायर किया। मिसाइल ने पूरी सटीकता के साथ टारगेट को ध्वस्त कर दिया। इस परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना ने वायुसेना का पूरा साथ दिया।

करीब एक हफ्ते पहले ही यह खबर आई थी कि भारतीय वायुसेना के लिए ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल (BrahMos Cruise Missile) का अपग्रेडेड एयर वर्जन तैयार हो रहा है। इसकी रेंज 800KM होगी, यानी हमारे फाइटर जेट हवा में रहते हुए दुश्मन के ठिकानों को इतनी दूर से ही ध्वस्त कर सकते हैं। हालांकि अधिकारियों ने इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी सांझा नहीं की है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,247 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,247 नए मामलें          

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 केसों में लगभग 43 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है‌‌। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,247 नए मामलें सामने आए हैं। इस अवधि में कोरोना वायरस से एक मौत हुई है‌। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस समय देश में 11,860 कोरोना का एक्टिव केस हैं। ये कुल मामलों का 0.03 फीसदी है। जबकि देश में कुल कोरोना केसों की संख्या 43,045,527 हो गई है।
पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 928 लोग सही हुए हैं। जिसके साथ ही देश में रिकवरी रेट 98.76 फीसदी दर्ज की गई है। अभी तक भारत में 42,511, 701 लोग कोरोना वायरस को मात दे चुके हैं और इस घातक वायरस से सही हुए हैं‌। राष्‍ट्रव्‍यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में कोरोना की 186.72,15865 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 16,89,995 वैक्सीन लगाई गई है।

काबुल के स्कूलों में 3 ब्लास्ट, 25 छात्रों की मौंत

काबुल के स्कूलों में 3 ब्लास्ट, 25 छात्रों की मौंत     

सुनील श्रीवास्तव          

काबुल। अफगानिस्तान में आतंकवादियों ने स्कूलों को निशाना बनाया है। काबुल में मंगलवार को स्कूलों में 3 ब्लास्ट हुए। एक स्कूल में फिदायीन हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इन धमाकों में अब तक 25 स्कूली छात्रों की मौत हुई है। दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं। ब्लास्ट तब हुए जब बच्चे स्कूल के बाहर खड़े थे। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में 6 बच्चों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर है।

पहला धमाका राजधानी के मुमताज एजुकेशनल सेंटर के पास हुआ। ये धमाके 20 से 25 मिनट के अंतर से हुए। इसके थोड़ी देर बाद ही दूसरा धमाका अब्दुरहीम शाहिद हाई स्कूल में हुआ जब बच्चे क्लास अटेंड करके बाहर आ रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बच्चे स्कूल से बाहर जा रहे थे, तभी ब्लास्ट हुआ। जानकारी के मुताबिक अभी तक किसी भी आतंकवादी गुट ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने धमाके की पुष्टि करते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

एलओसी से सटे हॉट स्प्रिंग में 3 मोबाइल टावर लगाए

एलओसी से सटे हॉट स्प्रिंग में 3 मोबाइल टावर लगाए  

सुनील श्रीवास्तव           

नई दिल्ली/बीजिंग। चीन ने एलओसी से सटे हॉट स्प्रिंग में 3 मोबाइल टावर लगाए हैं। लद्दाख के चुशुल क्षेत्र के पार्षद कोन्चोक स्तान्जिन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की है। कोन्चोक ने कहा कि चीन सीमा के पास मोबाइल टावर बना रहा है, यह भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है। चीन पहले ही भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। चीन इन टावर का इस्तेमाल भारतीय क्षेत्र में निगरानी के लिए कर सकता है।

चीन की इस हरकत की जानकारी अपने जानवरों को चारागाह से वापस लेकर आ रहे चरवाहों ने दी है। लद्दाख स्वायत्त परिषद में चुशूल सीमा का प्रतिनिधित्व करने वाले नॉचोक स्तानजिन ने बताया कि इतने सुदूर इलाके में चीन का मोबाइल टावर लगाना भारत के सीमाई इलाकों के गांव में कमजोर कम्युनिकेशन को दर्शाता है। गौरतलब है कि चीन ने हाल ही में पैंगोंग में भारतीय सेना के खुर्नाक पोस्ट से 20 किलोमीटर दूर 400 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा एक पुल बनाया है। ये चुशूल सब सेक्टर के दक्षिणी किनारे पर स्थित है।

'ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन' का उद्घाटन

'ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन' का उद्घाटन   

इकबाल अंसारी                

गांधीनगर। गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जामनगर में डब्ल्यूएचओ के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (GSTM) का उद्घाटन किया है। इस दौरान डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डाक्टर टेड्रोस एडनाम घेब्रेयसस और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ उपस्थित रहे। मंगलवार के इस कार्यक्रम में नेपाल, बांग्लादेश, भूटान प्रधानमंत्रियाें ने वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया है। आज के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं रही है, बल्कि ये जीवन के एक समग्र विज्ञान की तरह है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के जामनगर में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीएसटीएम) की आधारशिला रख दी। यह सेंटर दुनिया में अपने तरह का इकलौता होगा। यही कारण है कि इसे दुनियाभर के बड़े विशेषज्ञ गेम चेंजर बता रहे हैं। भारत में सदियों से पारंपरिक चिकित्सा प्रचलित है। छोटी-बड़ी हर बीमारी में लोग पारंपरिक औषधियों और घरेलू नुस्खों का खूब प्रयोग करते हैं। यहां तक की कोरोनाकाल के दौरान भी वैज्ञानिक तरीके से पारंपरिक जड़ी-बूटियों और नुस्खों का लोगों ने इस्तेमाल किया। इसका उन्हें फायदा भी हुआ।अब इसी पारंपरिक औषधियों और नुस्खों को दुनिया के सामने रखा जाएगा। जामनगर में स्थापित हो रहे इस केंद्र में पारंपरिक औषधियों को वैज्ञानिक तरीके से बेहतर बनाने का काम होगा। दुनिया के अन्य देशों को भी इसका फायदा दिलाया जाएगा। ऐसा नहीं है कि इसमें केवल आयुर्वेदिक औषधियों पर ही काम होगा। बल्कि एक्वाप्रेशर, औषधीय गुणों वाले खान-पान पर भी काम होगा।

'एमसीएलआर' में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी

'एमसीएलआर' में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। इस कदम से कर्ज लेने वालों के लिए ईएमआई में वृद्धि होगी। इसके साथ ही आने वाले दिनों में दूसरे बैंकों के द्वारा भी उधारी दर में संशोधन किए जाने की संभावना है।
एसबीआई के इस फैसले के बाद जिन लोगों ने एमसीएलआर पर कर्ज लिया है‌। उनकी ईएमआई बढ़ जाएगी। हालांकि, जिन लोगों ने अन्य मानकों के आधार पर ऋण लिया है। उनकी ईएमआई पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। एसबीआई की ईबीएलआर (वाह्य मानक आधारित उधारी दर) 6.65 प्रतिशत है, जबकि रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) 6.25 प्रतिशत है। ये दर एक अप्रैल से प्रभावी है।

राष्ट्रपति राजपक्षे ने नई कैबिनेट का चुनाव किया

राष्ट्रपति राजपक्षे ने नई कैबिनेट का चुनाव किया    

सुनील श्रीवास्तव       
कोलंबो। अगर जनता सत्ता से सवाल पूछना बंद कर देती है, तो उस सत्ता को निरंकुश होने में वक्त नहीं लगता है और श्रीलंका में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। श्रीलंका की जनता ने राजपक्षे परिवार पर आंख मुंदकर विश्वास किया है और राजपक्षे परिवार ने देश को कंगाल कर दिया, लेकिन जब जनता ने सरकार से जवाब मांगना शुरू किया, तो अब देश के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे संविधान संशोधन कर विरोध करने का अधिकार भी छीनने की कोशिश करने वाले हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने देश में एक बार फिर से अपनी नई कैबिनेट का चुनाव कर लिया है। इसी महीने की शुरूआत में आर्थिक बदहाली से जूझ रहे श्रीलंका में जब विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, तो देश की सरकार के सभी कैनिबेन सदस्यों ने अपने अपने पद थोड़ दिए थे, लेकिन राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जमे हुए हैं। वहीं, मंगलवार को राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे ने 17 नए कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई है। हालांकि, इस बार जिस कैबिनेट का गठन किया गया है, उसमें राजपक्षे परिवार का कोई सदस्य नहीं है, जबकि, पिछली परिवार में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मिलाकर राजपक्षे परिवार के सात सदस्य सरकार में शामिल थे।
श्रीलंका की आर्थिक स्थिति काफी ज्यादा बदहाल हो चुकी है और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से एक अप्रैल को पूरे श्रीलंका में आपातकाल का ऐलान कर दिया गया था। हालांकि, बाद में सरकार ने आपातकाल को हटा लिया। वहीं, 3 अप्रैल को पूरे श्रीलंकाई कैबिनेट ने बड़े पैमाने पर विरोध के मद्देनजर इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और वो अपने पद पर अभी भी बने हुए हैं। 1948 में देश को आजादी मिलने के बाद से श्रीलंका सबसे खराब माने जाने वाले आर्थिक संकट की चपेट में है। ऊर्जा की कमी के कारण, श्रीलंका के कुछ हिस्सों में ब्लैकआउट चल रहा है। श्रीलंका का विदेशी कर्ज 51 अरब डॉलर होने का अनुमान है।
रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे संविधान में संशोधन के लिए कैबिनेट के सामने अपना प्रस्ताव रखेंगे। माना जा रहा है, कि इस प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री अपने खिलाफ उठने वाली आवाजों को कुचलना चाहते हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री का कहना है, कि उन्होंने ये फैसला लोगों के प्रति सरकार की जवाबदेह तय करने बात को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया है। सिन्हुआ ने प्रधानमंत्री की मीडिया इकाई के हवाले से बताया कि, प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन में कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका में बदलाव किया जाएगा। श्रीलंका में इस वक्त जो प्रदर्शन किए जा रहे हैं, उसमें एक डिमांड यह भी है, कि संविधानिक संशोधन के जरिए कार्यपालिका की शक्ति को कम किया जाए।
वहीं, श्रीलंका में आर्थिक स्थिति के जल्द सुधरने के कोई संकेत भी नहीं दिखाई दे रहे हैं, लिहाजा अब सरकार के खिलाफ गुस्सा काफी ज्यादा बढ़ गया है और डर इस बात को लेकर है, कि कहीं देश में गृहयुद्ध ना शुरू हो जाए। प्रदर्शनकारियों और देश के राष्ट्रपति के बीच आरपार की लड़ाई शुरू हो गई है और राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है, जबकि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति से तत्काल इस्तीफे की मांग की है।
वहीं, श्रीलंकाई नागरिकों ने राष्ट्रपति भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने सभी प्रदर्शनकारियों को चरमपंथी घोषित कर दिया है और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें एक विश्वविद्यालय के प्रमुख भी हैं। छात्र, किसान और न्यायपालिका के सदस्य सभी राजपक्षे और उनके परिवार के विरोध में शामिल हुए और “अब और राजपक्षे नहीं” के नारे लगाए। सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ गुस्से की बाढ़ को देखकर सरकार ने इंटरनेट को ही बंद कर दिया है, जिससे प्रदर्शनकारियों में गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया है।
वहीींं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों के विरोध प्रदर्शन की डर से राजपक्षे परिवार के कई सदस्य और फाइनेंसर श्रीलंका छोड़कर फरार हो चुके हैं। वहीं, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, राष्ट्रपति इस्तीफा दें और तत्काल देश में चुनाव करवाएं जाएं और अगर ऐसा नहीं किया गया, तो देश में अराजकता की स्थिति आएगी। वहीं, देश में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ज्यादातर सांसद सरकार में शामिल नहीं होना चाह रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री संविधान में संशोधन कर लोगों से प्रदर्शन करने का अधिकार ही छीनने की कोशिश करने वाले हैं और अगर प्रधानमंत्री ऐसा करते हैं, तो फिर श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का गुस्सा और बढ़ना तय माना जा रहा है।

संक्रमण के मामलों में वृद्धि, चौथी लहर का संकेत नहीं

संक्रमण के मामलों में वृद्धि, चौथी लहर का संकेत नहीं  

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने कहा है कि दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच अस्पतालों में भर्ती होने संबंधी व्यवस्था पर ध्यान दिया जाना चाहिए, जो पहले जैसी ही है या फिर इसमें मामूली बदलाव हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि संक्रमण के मामलों में वृद्धि अभी देश में महामारी की चौथी लहर का संकेत नहीं है।
विशेषज्ञों ने कहा कि राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि का कारण कोविड रोधी प्रतिबंध हटाए जाने, सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि तथा स्कूलों के फिर से खुलने जैसी चीजें हो सकती हैं। चिकित्सक एवं महामारी विज्ञानी चंद्रकांत लहरिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कोविड-19 रोधी सभी प्रतिबंधों को हटाए हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया है।
यह छुट्टी का समय है और लोग आपस में घुल-मिल रहे हैं। यह सामाजिक गतिशीलता और आर्थिक गतिविधियों में भी परिलक्षित होता है जो महामारी से पहले के समय से अधिक हैं। उन्होंने कहा कि केवल मामलों की गिनती का कोई मतलब नहीं है । हालांकि दिल्ली में मामले बढ़ रहे हैं, अस्पताल में भर्ती होने संबंधी व्यवस्था अपरिवर्तित है या मामूली रूप से बदली है।
लहरिया ने कहा कि महामारी विज्ञान और वैज्ञानिक साक्ष्यों को देखते हुए दिल्ली में मामलों में मौजूदा वृद्धि चौथी लहर की शुरुआत नहीं है। उन्होंने कहा कि सार्स कोव-2 लंबे समय तक हमारे साथ रहने वाला है और इसलिए ऐसा कोई समय नहीं आने वाला है जब नए मामले शून्य होंगे।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में संक्रमण दर सोमवार को 501 नए मामलों के साथ बढ़कर 7.72 प्रतिशत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि पिछली बार शहर में संक्रमण दर सात प्रतिशत से अधिक 29 जनवरी (7.4 प्रतिशत) और 28 जनवरी (8.6 प्रतिशत) को थी।
यह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को दर्ज की गई भारत की समग्र संक्रमण दर 0.31 प्रतिशत के ठीक विपरीत है जब कोरोना वायरस संक्रमण के 1,247 नए मामले सामने आए। अमेरिका की संक्रामक रोग विशेषज्ञ अमिता गुप्ता ने कहा कि दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों में मामलों में वृद्धि प्रतिबंधों में ढील, महामारी रोधी नियमों का पालन करते-करते हुई ऊब तथा वायरस की उच्च संचरण क्षमता का परिणाम हो सकती है।
जॉन्स हॉपकिन्स स्कूल ऑफ मेडिसिन में संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख और मेडिसिन की प्रोफेसर गुप्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि इससे अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता वाले गंभीर मामलों में बड़ी वृद्धि नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा, “इससे वास्तव में मदद मिली है कि भारत ने अपनी आबादी का टीकाकरण करने में एक अविश्वसनीय काम किया है और अब इसे जारी रखना तथा योग्य लोगों को बूस्टर खुराक देना महत्वपूर्ण है।
महामारी की शुरुआत से ही भारत में कोविड-19 के मामलों में उतार-चढ़ाव पर नजर रख रहे मनिंद्र अग्रवाल ने इस बात से सहमति व्यक्त की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के प्रोफेसर अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, “सामाजिक गतिशीलता में वृद्धि, एहतियात बरतने में कमी और मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म करना कोविड के मामलों में वृद्धि के संभावित कारण हैं।
अग्रवाल ने कहा, “अभी चौथी लहर का भी कोई संकेत नहीं है। इसके लिए कोई नया उत्परिवर्तित स्वरूप चाहिए।” महामारी विज्ञानी रामनन लक्ष्मीनारायण ने कहा कि जैसा कि परीक्षण दर में गिरावट आई है, इसलिए यह ज्ञात नहीं है कि बताए जा रहे मामले स्थिति का सही संकेत हैं या नहीं।
वाशिंगटन और नयी दिल्ली में सेंटर फॉर डिजीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी के निदेशक लक्ष्मीनारायण ने कहा परीक्षण दर कम हो गई है और हम संभावित रूप से मामलों का पता करने से चूक रहे हैं लेकिन जहां हम महामारी की स्थिति में हैं, वहां मामलों की संख्या के बजाय मैं अस्पताल में भर्ती होने संबंधी व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करूंगा।
लहरिया ने कहा कि दुनिया में अभी भी महामारी खत्म नहीं हुई है और यह अनुमान लगाना कठिन है कि नए स्वरूप कब सामने आएंगे तथा उनकी संक्रामकता इत्यादि कैसी होगी। उन्होंने कहा, “हमें देश में मौजूदा निगरानी नेटवर्क के माध्यम से कोविड के मामलों का जल्द पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी जारी रखनी चाहिए और मामले बढ़ने पर मास्क पहनने, भौतिक दूरी के नियम को फिर से शुरू करने के लिए सिफारिश करने के वास्ते तैयार रहना चाहिए।
अग्रवाल ने कहा कि मास्क पहनने के निर्देश को वापस लाना एक अच्छा कदम होगा, लेकिन अभी डेटा यह अनुमान जताने के लिए अपर्याप्त है कि भविष्य में देश में कोविड-19 महामारी के मामलों की स्थिति क्या होगी।

इंडस्ट्री में एंट्री के लिए तैयार, एक्ट्रेस श्वेता की बेटी

इंडस्ट्री में एंट्री के लिए तैयार, एक्ट्रेस श्वेता की बेटी 

कविता गर्ग              
मुंबई। टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी के बाद अब उनकी बेटी पलक तिवारी इंडस्ट्री में एंट्री करने के लिए तैयार हैं। पलक का म्यूजिक वीडियो बिजली बिजली रिलीज हुआ, था, उसके बाद से वह हर जगह छाई हुई हैं।
अब उनका नया म्यूजिक वीडियो आदित्य सील के आने वाला है। 
पलक तिवारी की फोटोज आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। हाल ही में पलक ने अपनी बोल्ड फोटो शेयर की है।

अपनी उपासना पद्धति को मानने की पूरी 'स्वतंत्रता'

अपनी उपासना पद्धति को मानने की पूरी 'स्वतंत्रता'   

संदीप मिश्र              
लखनऊ। राजधानी दिल्ली के जहांगीर पूरी इलाके में हुई हिंसा की घटना के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए योगी सरकार ने बिना अनुमति के धार्मिक जुलूस अथवा शोभायात्रा के साथ ही माईक की आवाज को उसके परिसर के भीतर तक ही रखने का आदेश जारी कर दिया है। इतना ही नहीं सीएम की ओर से जारी किए गए आदेशों में कहा गया है कि नए स्थलों पर माइक लगाने की कतई अनुमति नहीं दी जाए। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कहा गया है कि अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की पूरी स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह भी सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि माइक की आवाज संबंधित धार्मिक परिसर से बाहर नहीं आनी चाहिए ताकि अन्य लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी अथवा असुविधा नहीं हो। 
मुख्यमंत्री ने अपने आदेशों में कहा है कि नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति अब कतई नहीं दी जाए। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व एवं त्योहार नागरिकों द्वारा मनाए जाएंगे। मौजूदा समय में रमजान का महीना चल रहा है और अगले दिनों में ईद का त्योहार तथा अक्षय तृतीया का पर्व एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे हालातों में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील बनकर रहना होगा। थाना अध्यक्ष से लेकर पुलिस के एडीजी तक अगले 24 घंटों के भीतर अपने अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं तथा समाज के अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ सतत संवाद अवश्य बनाएं।

3 आईएएस अफसरों को पीएम अवार्ड के लिए चुना

3 आईएएस अफसरों को पीएम अवार्ड के लिए चुना     

संदीप मिश्र           
लखनऊ। शासन की ओर से नया प्रयोग करने वाले 3 आईएएस अफसरों को प्रधानमंत्री अवार्ड के लिए चुना गया है। चयनित किए गए तीनों ही अफसर अब प्रधानमंत्री पुरस्कार-2019 से सम्मानित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 21 अप्रैल को चयनित किए गए तीनों आईएएस अफसरों को सम्मानित करेंगे। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के 3 आईएएस अफसरों को प्रधानमंत्री अवार्ड-2019 के लिए चयनित किया गया है। आईएएस अफसर अनिल ढींगरा को प्रधानमंत्री अवार्ड दिया जाएगा। मेरठ का डीएम रहते आईएएस अफसर अनिल ढींगरा ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया और एमएसएमई सेक्टर में देश में उन्होंने सर्वाेच्च प्रदर्शन किया। 
इनके अलावा सिद्धार्थनगर के डीएम आईएएस दीपक मीणा भी प्रधानमंत्री अवार्ड से सम्मानित किए जाएंगे। मथुरा के जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल को भी काला नमक की खेती को बढ़ावा देने के पुरस्कार के तौर पर प्रधानमंत्री अवार्ड से नवाजा जाएगा। आगामी 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब इन तीनों ही आईएएस अफसरों अपने हाथों से प्रधानमंत्री अवार्ड-2019 से सम्मानित करेंगे। आईएएस अफसरों से प्रधानमंत्री पुरस्कार 2019 के लिए पिछले दिनों ब्यौरा मांगा गया था। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव प्रशासनिक सुधार एसएन शुक्ला की ओर से सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव तथा डीएम को ब्यौरा देने के निर्देश दिए गए थे। 
अपर मुख्य सचिव प्रशासनिक सुधार ने इस संबंध में अपने निर्देशों में कहा था कि नए प्रयोगों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार द्वारा आयोजित सिविल सर्विस डे-2019 को प्रधानमंत्री पुरस्कार दिया जाना है। प्रधानमंत्री पुरस्कार 2019 को लेकर खास बात यह है कि इस वर्ष विभागों एवं जनपदों द्वारा पर्यावरण संरक्षण, आपदा प्रबंधन, जल संरक्षण, ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग में किए गए नए प्रयोगों में से बेस्ट प्रयोग के लिए यह प्रधानमंत्री पुरस्कार किए जा रहे हैं।

राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग, ज्ञापन

राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग, ज्ञापन   

संदीप मिश्र           
लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस ने महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज कर देश भर में रामनवमी का जुलूस निकालने के बहाने मुस्लिम समुदाय के इबादतगाहों पर हमला करने वाले संघी गुंडों के खिलाफ़ कार्यवाही करने के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग की है। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी बयान में बताया कि विभिन्न ज़िला इकाइयों ने ज़िला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और मस्जिदों और मज़ारों पर भगवा झण्डा फहराने और पथराव करने वाले संघ परिवार और भाजपा से जुड़े गुंडों के खिलाफ़ सख़्त क़ानूनी कार्यवाई करने के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित करने की मांग की क्योंकि भाजपा शासित राज्य सरकारें और यहाँ तक की दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार भी क़ानून सम्मत कार्य नहीं कर रही है। 
वो पीड़ित मुस्लिमों के ही घर तुड़वा रही हैं, उन्हें गिरफ्तार कर प्रताड़ित कर रही हैं और संघ से जुड़े गुंडों के खिलाफ़ कार्यवाई न कर उन्हें आगे भी ऐसी हिंसा करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। ऐसे में ज़रूरी हो जाता है कि राष्ट्रपति महोदय अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी को समझते हुए राज्य सरकारों को दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाई करने के लिए निर्देशित करें। 
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अराजकता का यह देशव्यापी माहौल एक सुनियोजित साज़िश के तहत बनाया जा रहा है जिसका मकसद मुसलमानों के लिए एक स्थाई भय का माहौल बनाना है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यचकित करने वाला है कि ऐसी घटनाओं पर न तो अदालतें ही स्वतः संज्ञान ले रही हैं और ना तो राष्ट्रपति ही कुछ बोल रहे हैं। हत्या करने की खुलेआम धमकी देने वाले भाजपा के गुंडों के खिलाफ़ अदालतें यह कह कर कार्यवाई करने से मना कर दे रही हैं कि हत्या की धमकी हँसते हुए दी गयी थी इसलिए ऐसा करना अपराध नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले सुनाने वाले जजों के कारण संघ और भाजपा से जुड़े गुंडों का हौसला बढ़ रहा है और वो मुसलमानों के ऊपर और हमले करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के एक हिस्से द्वारा अपराधियों का मनोबल बढ़ाने का ऐसा उदाहरण शायद ही किसी देश में देखने को मिलता हो। 
शाहनवाज़ आलम ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को याद दिलाया गया है कि देश के बिगड़ते आंतरिक स्थितियों पर पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों के सार्थक हस्तक्षेप की समृद्ध परंपरा रही है और उन्हें भी इस गौरवमयी परंपरा का निर्वहन करते हुए लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। 
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि मोदी सरकार चाहती है कि संवैधानिक संस्थाओं का इस हद तक मुसलमानों के खिलाफ़ इस्तेमाल किया जाए कि मुसलमान वहाँ जाने को व्यर्थ समझने लगें और इन संस्थाओं की जवाबदेही अपने आप खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा सोचना सरकार के ट्रैप में फंसने जैसा होगा। इसलिए न्यायपालिका, राष्ट्रपति, कार्यपालिका, पुलिस हर संवैधानिक संस्थान पर कानून सम्मत काम करने के लिए दबाव डालते रहना लोकतंत्र को बचाने के लिए ज़रूरी है।

पिकअप पलटने से 2 महिला सहित 10 की मौंत

पिकअप पलटने से 2 महिला सहित 10 की मौंत   

नरेश राघानी            
झुंझुनूं। राजस्थान में झुंझुनूं जिले में गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र में पिकअप पलट जाने से मंगलवार को दो महिलाओं सहित दस लोगों की मौत हो गई‌। जबकि अन्य आठ घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार गुढ़ागौड़जी कस्बे से दो किलोमीटर दूर झुंझुनूं जाने वाली रोड़ पर लीलो की ढाणी के पास यह पिकअप अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। पिकअप पलटने से उसमें सवार एक महिला समेत आठ लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
घायलों को झुंझुनूं जिला मुख्यालय के राजकीय बीडीके अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दो लोगों ने और दम तोड़ दिया।
ये लोग अहीरो की ढाणी बड़ाऊ के बताए जा रहे है। अहीरों की ढाणी (कृष्ण नगर) के ये लोग सभी पिकअप गाड़ी में बैठक कर लोहार्गल नहाने गए थे। पिकअप में करीब 18 लोग सवार थे। परिवार में एक वृद्ध की मौत होने पर लोहार्गल में मृतक की भस्मी प्रवाहित कर वहां के कुंड में स्नान कर ये लोग वापिस लौट रहे थे।
पुलिस ने बताया कि हादसे के मृतकों कैलाश (35), भंवरलाल, (35), सुमेर, (50), राजबाला (35) अर्पित(15), मनोहर (50) नरेश (16) और कर्मवीर (20) , बलवीर एवं सावित्री शामिल हैं।

डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहीं पुलिस

डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहीं पुलिस  

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हाल की हिंसा की घटनाओं की जांच के संदर्भ में दिल्ली पुलिस डिजिटल साक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जहांगीरपुरी इलाके में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं से जुड़े अपराधियों का पता लगाने के लिए फोन विवरण, सीडीआर, वायरल वीडियो क्लिप, सोशल मीडिया अकाउंट और सीसीटीवी फुटेज पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। पुलिस उस पिस्तौल को उपलब्ध कराने वालों का भी पता लगाने में जुटी है जिसका इस्तेमाल घटना के दौरान किया गया था।

इससे पहले पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि 'सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो फुटेज की प्रत्येक कोण से जांच की जा रही है। उन्होंने जोर दिया कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से घटना से जुड़े तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने बताया कि घटना के सिलसिले में दो आरोपियों सोनू (28) और शेख हमीद (36) को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस जहांगीरपुरी के ब्लॉक सी का रहने वाला है, जिसे 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर प्रसारित एक कथित वीडियो में देखा गया था। बताया गया है कि सोनू ही वहीं व्यक्ति है जो नीले रंग के कुर्ते में पिस्तौल लिए नजर आ रहा है। वहीं दूसरे आरोपी कबाड़ का व्यवसाय करने वाले हमीद ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने हिंसा के दौरान पथराव के लिए इस्तेमाल की बोतलें उपलब्ध करायी थी।पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।

देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की

देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की 

सुनील श्रीवास्तव                  
स्टॉकहोम। स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने डेनमार्क के दक्षिणपंथी राजनेता रासमस पालुडन द्वारा आयोजित मुस्लिम विरोधी और अप्रवास विरोधी रैलियों के बाद देशभर के कई शहरों में फैली अशांति की निंदा की है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले गुरुवार को पालुडन और उनके अप्रवास विरोधी राजनीतिक दल ने स्थानीय अधिकारियों की अनुमति से एक प्रदर्शन आयोजित किया जिसमें स्वीडिश शहर लिंकोपिंग में मुस्लिम पवित्र पुस्तक कुरान की एक प्रति को जलाना शामिल था। इसके विरोध में इकट्ठा हुए मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों पर हमला किया और पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
प्रधानमंत्री एंडरसन के अनुसार, लिंकोपिंग और अन्य शहरों में इस तरह की झड़पों के बाद कुल 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
 आफटनब्लैडेट अखबार से कहा, "मैं यह स्पष्ट कर दूं कि स्वीडिश पुलिस पर हमला करने वाले स्वीडिश लोकतांत्रिक समाज पर हमला कर रहे हैं। अपराधियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें जेल में सजा काटनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि वह पालुडन के कुत्सित विचारों से घृणा करती हैं, लेकिन उसका जवाब हिंसा के साथ देना "अस्वीकार्य, गैर-जिम्मेदार और अवैध" था।
श्रीमती एंडरसन ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में हमने स्वीडन के कई शहरों में भयानक नजारे देखे। पुलिस अधिकारी जो शांतिपूर्ण माहौल में अपने परिवारों के साथ ईस्टर मनाना चाहते थे, उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर कानूनों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए मजबूर किया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस के पास यह मानने के लिए सबूत हैं कि अशांति आपराधिक समूहों द्वारा आयोजित की गई थी, और प्रदर्शनों में स्थानीय मुस्लिम समुदाय शामिल हुए थे।
पालुडन ने पहले भी कई बार अपने मुस्लिम विरोधी विचारों की अभिव्यक्ति के आधार पर कुरान को सार्वजनिक रूप से जलाकर बड़े पैमाने पर असंतोष फैलाया है। वह डेनमार्क में इस्लाम पर प्रतिबंध लगाने और देश में प्रवास ले रहे गैर-पश्चिमी मूल के सभी लोगों को निर्वासित करने का आह्वान कर चुका है।

रूस, आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग

रूस, आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग  

अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी/मास्को। यूक्रेन पर हमले के लिए अमेरिका-रूस, आतंकवाद प्रायोजक मुल्कों की लिस्ट में शामिल हो सकतें है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस के मुताबिक, हम इसके लिए तथ्यों और कानून पर बेहद करीब से नजर डाल रहे हैं।
हम इसे प्रभावी और उपयुक्त होने पर लागू करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से रूस को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मांग की है। 
राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूक्रेन जाने के सवाल पर व्हाइट हाउस ने कहा है कि फिलहाल बाइडेन की कीव जाने की कोई योजना नहीं है।

पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें: नोमानी

पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें: नोमानी 

संदीप मिश्र        
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित देवबंद के इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम के चांसलर मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बड़ा बयान दिया है। नोमानी ने मुसलमानों को बुजदिली का रास्ता छोड़ने और समझदारी से हालात का मुकाबला करने के लिए कहा है।
नोमानी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ऑडियो जारी करते हुए कहा कि ‘अगर जान-माल पर आंच आए तो छत पर चढ़कर नारा-ए-तकबीर बुलंद न करें, पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें। साथ ही दुनिया के सामने मजहब-ए-इस्लाम की सही तस्वीर पेश करें।’ मुफ्ती ने कहा कि यदि हमारी जानमाल, इज्जत और आबरू पर कोई हमला करता है, तो अल्लाह ने जितनी ताकत दी है, उसके साथ मुकाबला करें।
मौत इज्जत के साथ आए, क्योंकि मौत तो एक दिन आनी है। दिलों में बुजदिली और कमजोरी बैठाकर अपने आपको दूसरों के सुपुर्द कर देना ईमान वालों की शान में नहीं है। मौलाना ने देश के वर्तमान हालात पर सियासतदानों की खामोशी पर भी गहरी चिंता जाहिर की है।

साउथ व बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बेटे को दिया जन्म

साउथ व बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बेटे को दिया जन्म        

कविता गर्ग       
मुंबई। साउथ और बॉलीवुड एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने बेटे को जन्म दिया है। पति गौतम किचलू संग एक्ट्रेस मदरहुड पीरियड को एन्जॉय करने के लिए तैयार हैं। दोनों बेबी बॉय के पेरेंट्स बन चुके हैं।
काजल अग्रवाल ने अपनी प्रेग्नेंसी की जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए फैन्स को दी थी। प्रेग्नेंसी पीरियड काजल का काफी अच्छा निकला है। 
खुद को फिट रखते हुए एक्ट्रेस ने योग पर ध्यान दिया। सोशल मीडिया पर जैसे ही फैन्स को काजल अग्रवाल के बेटे को जन्म देने की बात पता लगी, वह दोनों ही पेरेंट्स को बधाइयां देने लगे। एक्ट्रेस पर प्यार बरसाने लगे हैं।

जूनियर क्लर्क पदों के लिए एडमिट कार्ड जारी

जूनियर क्लर्क पदों के लिए एडमिट कार्ड जारी     

अकांशु उपाध्याय 
नई​ दिल्ली। दिल्ली में में पीए बनने के लिए जिन उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, उनके लिए अच्छी खबर है। दरअसल, डीएसएसएसबी यानी, दिल्ली सबोर्डिनेट सर्विसेज सेलेक्शन बोर्ड ने पर्सनल असिस्टेंट और जूनियर क्लर्क पदों के लिए स्किल टेस्ट के एडमिट कार्ड जारी कियें हैं। इच्छुक उम्मीदवार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 22 अप्रैल 2022 तक एडमिट कार्ड को डाउनलोड कर पाएंगे।
बता दें बोर्ड द्वारा पर्सनल असिस्टेंट स्किल टेस्ट 24 अप्रैल, 30 अप्रैल, 1 मई, 7 मई, 8 मई, 14 मई, 15 मई, 17 मई, 18 मई 2022 सुबह 9 बजे से 9:30 बजे तक और दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक आयोजित होगी। वहीं, जूनियर क्लर्क स्किल टेस्ट की परीक्षा का आयोजन 18 मई से 22 मई और फिर 29 मई, 4 जून, 5 जून 2022 को किया जाएगा। उम्मीदवार अन्य किसी भी जानकारी के लिए बोर्ड की आधिकारिक साइट की मदद ले सकते हैं।
अब हम आपको बताते हैं एडमिट कार्ड कैसे डाउनलोड करें।  सबसे पहले उम्मीदवार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट dsssb.delhi.gov.in पर जाएं। उसके बाद होम पेज पर दिख रहे लिंक पर उम्मीदवार क्लिक करें। अब उम्मीदवार के सामने एक नया पेज खुल खुलेगा यहां पर परीक्षा के लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद सभी आवश्यक जानकारी भरने के बाद उम्मीदवार सबमिट बटन पर क्लिक करें।  अब उम्मीदवार का एडमिट कार्ड उनकी स्क्रीन पर आ जाएगा। उम्मीदवार अपने एडमिट कार्ड को डाउनलोड करें।अंत में अभ्यर्थी एडमिट कार्ड का प्रिंट आउट निकाल लें।

राजनीति: मंत्री सिंधिया ने कांग्रेस पर साधा निशाना

राजनीति: मंत्री सिंधिया ने कांग्रेस पर साधा निशाना   

दुष्यंत टीकम             
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर राजनांदगांव पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। बता दें कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्रियों का दौरा प्लान के तहत किया जा रहा है। इस पर ज्योतिरादित्य ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को हर चीज में प्लान नजर आता है। कांग्रेस को गरीब और विकास की कोई चिंता नहीं है। केंद्र सरकार सकारात्मक विचार के साथ आकांक्षी जिलों का विकास करना चाहती है।
साथ ही उन्होंने कहा देश के 104 आकांक्षी जिलों के कामकाज की समीक्षा की जा रही है। इसके पीछे केंद्र सरकार की मंशा है कि सभी जिलों का समान रूप से विचार हो। बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय सहित अन्य भाजपा नेताओं ने स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर स्वागत किया। वहां से ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया राजनांदगांव के लिए रवाना हो गए। आज वह राजनांदगांव जिले में केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही भाजपा नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।

4जी डाउनलोड स्पीड में बादशाहत बरकरार रखीं

4जी डाउनलोड स्पीड में बादशाहत बरकरार रखीं    

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। देश के जाने माने उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने एक बार फिर 4जी डाउनलोड स्पीड में अपनी बादशाहत बरकरार रखी है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ट्राई द्वारा जारी मार्च माह के आंकड़ों के मुताबिक जियो की औसत 4जी डाउनलोड स्पीड 21.1 एमबीपीएस मापी गई। फरवरी माह के मुकाबले इसमें 0.5 एमबीपीएस का उछाल देखने को मिला। 
फरवरी माह में जियो की औसत 4जी डाउनलोड स्पीड 20.6 एमबीपीएस थी। जियो के अलावा सिर्फ सरकारी कंपनी बीएसएनएल की स्पीड बढ़ी है। फरवरी में 4.8 एमबीपीएस के मुकाबले मार्च में उसकी 4जी डाउनलोड स्पीड 6.1 एमबीपीएस नापी गई।
आंकड़े बताते हैं कि टेलीकॉम सेक्टर की दिग्गज कंपनियों, एयरटेल और वीआई (वोडाफोन-आइडिया) की 4जी स्पीड मार्च में घट गई है। सबसे ज्यादा नुकसान एयरटेल को उठाना पड़ा पिछले माह के मुकाबले मार्च में उसकी 4जी डाउनलोड स्पीड 1.3 एमबीपीएस घट गई। वहीं स्पीड के मामले में वीआई को भी 0.5 एमबीपीएस का घाटा उठाना पड़ा। एयरटेल की स्पीड 13.7 एमबीपीएस तो वीआई इंडिया की 17.9 एमबीपीएस रही।
हर बार की तरह इस बार भी रिलायंस जियो ने औसत 4जी डाउनलोड स्पीड के मामले में एयरटेल और वीआई को एक बार फिर मात दी है। मार्च माह में जियो की 4जी डाउनलोड स्पीड एयरटेल से 7.4 एमबीपीएस तो वीआई इंडिया से 3.2 एमबीपीएस अधिक रही। रिलायंस जियो पिछले कई वर्षों से लगातार औसत 4जी डाउनलोड स्पीड में नंबर वन की पोजीशन पर काबिज है। वीआई इंडिया दूसरे नंबर पर कायम है और भारती एयरटेल को उसने तीसरे नंबर पर ढकेल दिया है।
डाउनलोड की तरह औसत 4जी अपलोड स्पीड में भी भारती एयरटेल तीसरे नंबर पर है। मार्च माह में कंपनी की औसत अपलोड स्पीड 6.1 एमबीपीएस नापी गई। 8.2 एमबीपीएस के साथ वीआई इंडिया औसत 4 जी अपलोड स्पीड चार्ट में सबसे ऊपर रहा। दूसरे नंबर पर रिलायंस जियो ने बाजी मारी उसकी अपलोड स्पीड 7.3 एमबीपीएस रही। बीएसएनएल ने भी 5.1 एमबीपीएस औसत अपलोड स्पीड के साथ टक्कर देने की भरपूर कोशिश की। ट्राई द्वारा औसत गति की गणना माईस्पीड एप्लिकेशन की सहायता से एकत्र रियल टाइम आंकड़ों के आधार पर की जाती है।

हिंसा: आरंभिक व अंतरिम रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी

हिंसा: आरंभिक व अंतरिम रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी   

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा मामलें में अपनी आरंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दीं हैं। जिसमें आपराधिक साजिश की बात कही गई है। सूत्रों के अनुसार इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की शाखा ने अंतरिम रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में हिंसा का करण मोटे तौर पर आपराधिक साजिश को बताया गया है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में गृह मंत्रालय को हिंसा की घटना से संबंधित जानकारी तथा इससे निपटने के लिए उसके द्वारा उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी है।
रिपोर्ट में अब तक की गई जांच के आधार पर हिंसा के पीछे किसी साजिश की बात कही गई है। दिल्ली पुलिस इस मामले में शनिवार रात से ही जांच में जुट गई थी और उसने अब तक करीब 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि शोभायात्रा निकालने के लिए संबंधित अधिकारियों से प्रक्रिया के अनुसार अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस ने इस बात को काफी गंभीरता से लिया है और आयोजन कर्ताओं के खिलाफ भी इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर जब शोभायात्रा निकाली जा रही थी तो जुलूस पर कुछ लोगों ने पथराव किया। इसके बाद हिंसा और आगजनी की घटनाएं भी हुई। हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए थे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार शाम को ही दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों से बात करके उन्हें राजधानी में कानून -व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए थे। साथ ही उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा था।

दोपहिया वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक किट की पेशकश

दोपहिया वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक किट की पेशकश   

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग अपनी होलसेल बिक्री के लिए जाना जाता है। माना जा रहा है कि ईवी में ट्रांसमिशन चार पहिया वाहनों की तुलना में दोपहिया वाहनों में अपेक्षाकृत तेज होगा। नतीजतन, हाल के दिनों में कई स्टार्ट-अप उभरे हैं और कुछ सफल भी हुए हैं, जो दोपहिया वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक किट की पेशकश कर रहे हैं। कैलेंडर वर्ष 2021 में लगभग 1,50,000 लाख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का पंजीकरण हुआ।
प्रदूषण को कम करने का एक अन्य तरीका मौजूदा बाइक को बैटरी से चलने वाले वाहन में परिवर्तित करना है। ये बिजनेस काफी तेजी से उभर रहा है और आपको भी फायदा करा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोगोए1 एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के अनुपालन में है और अन्य वाहनों के बीच हीरो स्प्लेंडर के लिए इलेक्ट्रिक कंवर्जन किट तैयार कर रही है।
जानिए कितना आएगा खर्च
महाराष्ट्र की कंपनी गोगोए1 ईवी कंवर्जन किट के लिए 35,000 रुपये चार्ज करती है। इसका दावा है कि इसकी किट से आपको एक बार चार्ज करने पर बाइक में 151 किमी की रेंज मिलेगी। कंपनी मोटरसाइकिलों के लिए एक आरटीओ स्वीकृत इलेक्ट्रिक रूपांतरण किट ऑफर करती है और कहा जाता है कि हाल ही में इसकी मांग में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अपनी लोकप्रियता के हिसाब से कंपनी अपने बिजनेस का और विस्तार करना चाह रही है। महाराष्ट्र की कंपनी गोगोए1 ईवी कंवर्जन किट के लिए 35,000 रुपये चार्ज करती है। इसका दावा है कि इसकी किट से आपको एक बार चार्ज करने पर बाइक में 151 किमी की रेंज मिलेगी। कंपनी मोटरसाइकिलों के लिए एक आरटीओ स्वीकृत इलेक्ट्रिक रूपांतरण किट ऑफर करती है और कहा जाता है कि हाल ही में कहां है फ्रेंचाइजी
गोगोए1 पेट्रोल से चलने वाले दो, तीन और चार पहिया वाहनों को बैटरी से चलने वाले वाहनों में बदलने पर काम कर रही है। इसके पास महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दिल्ली सहित कई राज्यों में देश के कई हिस्सों में पंजीकृत 50 से अधिक फ्रेंचाइजी वाला एक विस्तृत नेटवर्क है।
फ्रैंचाइज़ी मालिकों को कंवर्टन किट इंस्टॉलेश, व्हीकल लीजिंग और बैटरी की अदला-बदली के लिए पार्टनरशिप करने जैसे कई विकल्प मिलते हैं। ईवी कंवर्जन किट निश्चित रूप से वाहनों के जीवनकाल को बढ़ाने में मदद करेगी और ये उन औसतउपयोगकर्ताओं के काफी काम आ सकती है, जो अधिक माइलेज चाहते हैं।
नया सस्ता इलेक्ट्रिक स्कूटर पिछले महीने आगरा स्थित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता एनआईजे ऑटोमोटिव ने भारत में एक्सेलेरो+ इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किया है। एनआईजे ऑटोमोटिव एक्सेलेरो+ की कीमत 53,000 रुपये से शुरू होती है और बैटरी पैक के आधार पर 98,000 रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती हैं। एनआईजे ऑटोमोटिव एक्सेलेरो+ ई स्कूटर या तो वॉल्व रेगुलेटेड लेड-एसिड (वीआरएलए) या लिथियम फेरो फॉस्फेट (एलएफपी) बैटरी पैक के साथ पेश की जा रही है। जबकि केवल एक लीड-एसिड बैटरी पैक ऑफर की जा रही है, एलएफपी बैटरी पैक तीन रूपों में पेश किया जाता है। इनमें 1.5 किलोवाट (48 वी), 1.5 किलोवाट (60 डब्लू) और एक डुअल बैटरी 3 किलोवाट (48 वी) शामिल हैं।

स्किल्ड आर्टिसन के पदों पर भर्ती, नोटिफिकेशन जारी

स्किल्ड आर्टिसन के पदों पर भर्ती, नोटिफिकेशन जारी 

अकांशु उपाध्याय             
नई​ दिल्ली। अगर आप सरकारी नौकरी का तलाश में हैं तो यह आपके लिए एक अच्छी खबर हो सकती है। दरअसल भारतीय डाक ने स्किल्ड आर्टिसन के पदों पर भर्ती के लिए आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। सभी इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती के लिए 9 मई 2022 तक आवेदन कर सकते है।
जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से भारतीय डाक में 9 पदों पर नियुक्ति की जाएगी जिसमें, मकैनिक (मोटर व्हीकल) के 5 पद, इलेक्ट्रिकल के 2 पद, टायरमैन के 1 पद और ब्लैकस्मिथ के 1 पद निर्धारित किए गए है। बता दें इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को वेतन मैट्रिक्स लेवल 2 के तहत 19900 रुपये प्रति माह वेतन प्रदान किया जाएगा। अधिसूचना के अनुसार इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार की उम्र 18 से लेकर के 30 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
वहीं, सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में विशेष छूट प्रदान की जाएगी। वहीं अगर योग्यता की बात करें तो आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार को कक्षा 8वीं पास होना चाहिए या फिर मान्यता प्राप्त टेक्निकल इंस्टीट्यूट से संबंधित ट्रेड में सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
इच्छुक उम्मीदवार भर्ती से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए जारी किए गए आधिकारिक नोटिफिकेशन को देख सकते हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन ट्रेड टेस्ट के अनुसार होगा और इच्छुक उम्मीदवार निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन और अन्य आवश्यक दस्तावेज को नोटिफिकेशन में दिए गए पते पर 9 मई 2022 तक भेज पाएंगे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-193, (वर्ष-05)
2. बुधवार, अप्रैल 20, 2022
3. शक-1984, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2078‌। 
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम-42+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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संपर्क सूत्र :- +919350302745 
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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...