शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

नौकरी छूटी, घुटनों के बल पहुंचे मंदिर

बस्तर। कोविड-19 महामारी के दौर में दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ एकम फाउंडेशन के 29 कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नौकरी बचाने की गुहार लेकर सभी कर्मचारी गुरूवार को मांई दंतेश्वरी के दरबार में घुटनों के बल चलकर पहुंचे।


बता दें कि साल 2017 से जिला अस्पताल दंतेवाड़ा के शिशु वार्ड, मेडिकल वार्ड, कैजुअल्टी वार्ड, प्रसूति वार्ड, ऑपरेशन थिएटर व एक्सरे वार्ड जैसी अत्यावश्यक सेवाओं में ये कर्मचारी स्टाफ नर्स, ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन के रूप में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे थे। इसी बीच कोरोना संकट काल में इन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। नौकरी गंवाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के संकटकाल में वे अपना जीवन यापन कैसे करेंगे। यदि इनकी नौकरी चली जाती है तो इनके परिवारजनों का भरण पोषण संभव नहीं है। क्योंकि कई कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी आय से ही इनके परिवार का गुजर बसर चलता है। स्वास्थ्य कर्मियों का आरोप है कि जब तक इनकी आवश्यकता थी सीएमएचओ और सिविल सर्जन द्वारा झूठा आश्वासन देकर इनसे काम लिया गया, लेकिन अब काम निकलने के बाद इन कर्मचारियों को काम से बाहर निकाल दिया गया है। ऐसी स्थिति में यह सभी कर्मचारी मां दंतेश्वरी के शरण में पहुंचे और मांईजी से अपनी नौकरी बचाने की दरखास्त की।


इस बारे में सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन ने बताया कि कर्मचारियों को नौकरी से निकाला नहीं गया है। एकम फाउंडेशन व स्वास्थ्य विभाग के बीच 3 साल पहले कान्ट्रैक्ट हुआ जिसके तहत ये 29 कर्मचारी रखे गए थे। साल भर पहले इनका कान्ट्रैक्ट खत्म हुआ है। इसके बावजूद इनसे अभी तक सेवाएं ली जा रही थी। सीईओ ने बताया कि तात्कालिक परिस्थितियों के मद्देनजर एकम फाउंडेशन की सेवाएं ली गई। मौजूदा स्थिति में स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर भर्तियां की जा चुकी है। वहीं एकम फाउंडेशन से करार भी खत्म हो चुका है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इन कर्मचारियों को काम से नहीं निकाला है।                 


खदान में दबें 110 मजदूरों की मौत

म्यांमार। कचिन में एक खादान में भारी बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हो गया। हादसे में 110 लोगों की मौत हो गई। घटना सुबह 8 बजे की बताई जा रही है। कई मजदूरों के अभी भी दबे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि मजदूर 250 फीट की ऊंचाई पर काम कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मजदूर खदान में ऊपर  250 फीट की ऊंचाई पर काम कर रहे थे। लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन हो गया। कुछ मजदूरों की मिट्टी में दबकर मौत हुई। वहीं, कुछ मजदूरों की डूबने से मौत हुई।


बताया जा रहा है कि तेज बारिश के चलते खदान के आसपास पानी भर गया था। वाई खार जिले के प्रशासक यू क्वॉ मिन ने बताया, हादसे में कम से कम 200 लोगों के मारे जाने की आशंका है। जहां यह हादसा हुआ, वहां पिछले 1 हफ्ते से बारिश हो रही है। बारिश के चलते राहत और बचाव कार्य में भी परेशानी आ रही है।


म्यांमार में पिछले साल अगस्त में भूस्खलन हुआ था। इस हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा भी बारिश की वजह से हुआ था। जेड की खदानों में हर साल इस मौसम में ऐसे हादसे होते हैं। हादसे के चश्मदीद ने बताया, लोग मलबे के ढेर पर थे। यह ढहने के कगार पर था। थोड़ी देर में पहाड़ी से पूरा मलबा भरभराकर नीचे आ गया। इसमे दबकर लोगों की मौत हो गई।


पिछले साल भूस्खलन में हुई थी 59 की मौत
पिछले साल अगस्त में दक्षिण-पूर्वी म्यांमार में भूस्खलन हुआ था। इसमें 59 लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा भी भारी बारिश की वजह से हुआ था। उस वक्त बाढ़ और बारिश से 80 हजार लोग बेघर हो गए थे।            


प्रेमिका व उसकी बहन को मारी गोली

नई दिल्ली।  दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में गुरुवार शाम शादी करने से मना करने पर एक नाबालिग ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी नाबालिग प्रेमिका और उसकी बहन को घर में घुसकर गोली मार दी। वारदात के बाद आरोपी ने खुद ही थाने पहुंच कर सरेंडर कर दिया। कापसहेड़ा थाना पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और आरोपी के बयान पर उसे गिरफ्तार कर लिया। खबर लिखे जाने तक पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही थी।


पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों के परिवार कापसहेड़ा गांव में किराये के मकान में रहते हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात नाबालिग आरोपी अपने एक दोस्त के साथ पीड़िता के घर जा पहुंचा, जहां लड़की अपनी बहन के साथ खाना बना रही थी। आरोपी ने पीड़िता से शादी करने की बात शुरू की, लेकिन लड़की ने शादी से मना कर दिया, जिसके बाद दोनों का झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान आरोपी ने पीड़िता पर पिस्तौल से फायरिंग कर दी। फायरिंग की चपेट में पीड़िता और उसकी बहन दोनों आ गए। पीड़िता को पेट और कंधे पर गोली लगी, जबकि उसकी बहन को पैर में गोली लगी है।वारदात के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए और कुछ देर बाद आरोपी ने खुद ही थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया।         


प्रशांत कुमार       


आधा दर्जन गांवो मे बिजली आपूर्ति ठप

मिर्जापुर में बिजली ना होने से मचा हाहाकार-पिछले 1 माह से बिजली की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण-बिजली विभाग के प्रति ग्रामीणों में पनप रहा रोष

 सहारनपुर। मिर्जापुर बिजली घर से जुड़े करीब आधा दर्जन से अधिक गांवो में रात से बिजली ना होने के कारण चिलचिलाती गर्मी के मौसम में ग्रामीणों में मचा हाहाकार-पिछले 1 माह से मिर्जापुर बिजली घर से जुड़े गांवो में बिजली ने हाहाकार मचवा रखा है-और दिन भर कट पर कट लगे रहते हैं-ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली दिन भर परेशान करती है-और जब आती है तो उसके तुरंत बाद कट मार दिया जाता है जिससे ग्रामीणों को बहुत कम बिजली मिल रही है-ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से बिजली की समस्या से जल्द निजात दिलाने की मांग की है-अगर समय रहते ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान ना किया गया तो ग्रामीण बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर होंगे-बिजली न होने पर मिर्ज़ापुर में तैनात कर्मचारियों से जब बात की जाती है तो उनका जवाब एक ही है। 33 में फाल्ट आ गया इसलिए बिजली नहीं मिल पा रही-ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अखिलेश सिंह से भी समस्या का समाधान कराने की मांग की है।

     रिपोर्ट: नवाज़िश खान/ उस्मान अली                

चीन से बिजली उपकरणों का आयात बंद

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत सरकार सीमा पर ही नहीं, हर मोर्चे पर चीन की चालबाजी से निपटने के लिए तैयार है। इसी दिशा में अहम कदम बढ़ाते हुए चीन से आने वाले सभी बिजली उपकरणों के आयात को अब बंद किया जाएगा। केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को राज्यों के बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों के साथ बैठक करते हुए आर के सिंह ने साफ कर दिया है चीन और पाकिस्तान से पावर इक्विपमेंट के इंपोर्ट की इजाजत नहीं होगी। आपको बता दें कि बीते दिनों सरकार ने यह फैसला इसलिए किया था कि चीन से भारत आने वाले पावर उपकरणों की पूरी जांच होगी। क्योंकि ऐसी आशंका जताई जा रही है कि चीन इन बिजली उपकरणों में मालवेयर व ट्रोजन हॉर्स जैसे वायरस के जरिये साइबर हमला कर सकता है। इनकी मदद से वह भारत के इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड को फेल करने की साजिश रच सकता है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है।


केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत में बिजली के उपकरणों की पर्याप्त मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। ऐसे में कोई भी सामान से बाहर से लाने की जरुरत नहीं है। अगर कोई ऐसा उपरकरण है जिसकी हम मैन्युफैक्चरिंग हम नहीं करते हैं तो उसका इंपोर्ट हो सकता है। लेकिन वो भी सीमित समय के लिए होगा। केंद्रीय मंत्री ने हाल में कहा था हमें ऐसी जानकारी मिली है कि बिजली उपकरणों में ऐसे वायरस इंस्टॉल किए जा सकते हैं, जिन्हें कहीं दूर बैठकर एक्टिव करना संभव है। इनकी मदद से पूरे पावर सेक्टर और उसके साथ-साथ अर्थव्यवस्था को ठप किया जा सकता है। इसलिए हमने फैसला किया है कि इस सेक्टर की संवेदनशीलता को देखते हुए जो भी उपकरण भारत में बनते हैं, उन्हें यहीं से खरीदा जाएगा। इनके अतिरिक्त जो उपकरण नहीं बनते हैं, उनका आयात होगा, लेकिन किसी भी वायरस को लेकर उनकी पूरी जांच की जाएगी।            


350 हाथियों को जहर देकर मार डाला

जिंबावे। अफ्रीका महाद्वीप के बोत्सवाना देश में सैकड़ों हाथियों के तालाब किनारे मृत अवस्था में मिलने से हड़कंप मच गया है।यहां एक तालाब के किनारे करीब 350 हाथियों के शव मिलने की हृदयविदारक घटना सामने आई है। इस देश में मौत के मुंह में समाने वाले ज्यादातर हाथियों के शव तालाब और उसके आस-पास मिले हैं। इसलिए इन्हें घात से मारा गया है या ये किसी प्रकार की बीमारी है इसकी जांच की जा रही है। हाथीदांत के लिए इनकी हत्या की गई हो ऐसी संभावना भी व्यक्त की जा रही है।बोत्सवाना सरकार ने इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि हाथीदांत के लिए हाथियों को जहर देकर मारने का मामला जिंबावे में सामने आया था।              


हनी की बॉडी ट्रांसफॉरमेशन की तस्वीरें




कविता गर्ग

 मुंबई। बॉलीवुड के फेमस रैपर हनी सिंह अपने बेहतरीन गानों और रैप के लिए ​जाने जाते हैं। हनी सिंह अपने गानों के साथ ही अपनी फिटनेस का भी ध्यान रखते हैं। वहीं लॉकडाउन में हनी सिंह ने अपनी फिजीक को तेजी से ​इंप्रूव किया है। हनी सिंह के ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें आपको यकीनन हैरान कर देंगी। उनकी ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।कई तस्वीरों में हनी सिंह शर्टलेस होकर अपनी मस्कुलर बॉडी को फ्लॉन्ट करते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीरों को सोशल मीडिया पर जमकर लाइक और शेयर किया जा रहा है। फोटोज शेयर करते हुए हनी सिंह ने कैप्शन में लिखा, “देखिए मेरे लेटेस्ट बॉडी ट्रान्सफॉर्मेशन की तस्वीरें। लॉकडाउन में की गई मेहनत।”           





7 हजार पुलिसकर्मी तलाश में लगाए

कानपुर। कानपुर में शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर हुये हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश के बाद मौके पर पहुंचे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस घटना को पुलिस की चूक माना है। लखनऊ से कानपुर देहात पहुंचे प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में पुलिस की तरफ से बड़ी चूक हुई। प्रशांत कुमार सीएम योगी को अपनी रिपोर्ट देंगे। एडीजी ने कहा कि कानपुर पुलिस से मुखबिरी हुई या किसने की पुलिस की मुखबिरी इस मामले की गहन जाँच शुरू कर दी गई है। कानपुर जिले को सील कर दिया गया है। 7 हजार की संख्या में पुलिसकर्मियों की टीम विकास दुबे की तलाश में लगी है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार समेत छह अफसरों की टीम बनाई गई है। इसमें ठोकिया और ददुआ गैंग का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ के अफसर भी शामिल हैं।


ADG प्रशांत कुमार ने कहा कि किसी भी हालत में अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। पुलिसकर्मियों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरकत में आ चुकीं पुलिस की एक दर्जन टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। कानपुर मंडल कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं।


रात तीन बजे से पुलिस की टीमें हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में जुटी हैं। इसी बीच सुबह सूचना मिली कि विकरू गांव से दो किमी की दूरी पर कुछ बदमाश छिपे हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की। लेकिन पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय और उसका साथी अतुल दुबे ढेर हुआ है। हालांकि, इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. पुलिस के लूटे असलहे भी बरामद हुए हैं। बदमाशों के तीन और साथी थे, वे फरार हो गए। उनकी तलाश में शिवली एरिया में पुलिस टीम लगाई गई है।           


फोर्थ में ट्रांसजेंडर की नियुक्ति पर विचार

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को पैरामिलिट्री फोर्स में ऑफिसर के तौर पर नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। जल्दी ही ट्रांसजेंडरों की तैनाती केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय सिक्योरिटी फोर्स (CISF), इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) में हो सकती है।


सूत्रों के मुताबिक पिछले साल दिसंबर में ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों की सुरक्षा) कानून नोटिफाई करने के बाद सरकार अब इस समुदाय को सभी सर्विस और क्षेत्रों में बराबरी का मौका देना चाहती है। गृह मंत्रालय ने इस मामले में CAPF से अपनी राय देने को कहा है। एक वरिष्ठ CAPF कमांडर ने बताया कि ट्रांसजेंडर ऑफिसरों की तैनाती से आने वाली चुनौतियों और साथ ही उसके फायदों पर सुरक्षाबलों में चर्चा हुई है। उनके मुताबिक ये CAPF के लिए उसी तरह का नया अध्याय होगा जैसे कुछ साल पहले सुरक्षाबल में महिलाओं को ऑफिसर की तौर पर नियुक्त किया गया था। उनकी राय है कि समाज के सभी हिस्सों को साथ लेकर चलने में सुरक्षाबल एक नई मिसाल कायम कर सकता है। वरिष्ठ कमांडर ने माना कि शुरुआत में ट्रांसजेंडर समुदाय को स्वीकार करने में मुश्किल आ सकती है जैसा कि महिलाओं के मामले में हुआ। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि बाद में थर्ड जेंडर के लोग भी खुद को सहयोगियों और कमांडर्स से भली-भांति जुड़ जाएंगे। CAPF की कमांडर ने ये भी साफ किया कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सुरक्षाबल में अलग से इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि रहने के इंतजाम और टॉयलेट  सभी जेंडर के हिसाब से तैयार किए गए हैं।         


4 लोगों की हत्या से क्षेत्र में सनसनी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। होलागढ़ में चार लोगों की हत्या की घटना से इलाके में सनसनी मच गई है। यह घटना होलागढ़ थाना क्षेत्र के देवापुर इलाके का है। जहां एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई. चारों का शव खून से लथपथ मिला था। जिसके बाद इलाके में हंगामा मच गया। हालांकि अभी हत्या की असली वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस को घटना की सूचना दी गई। जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि ये हत्या किसी आपसी रंजिश की वजह से की गई है।                 


जनता से गलतियों की माफी मांगी

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 15 साल के बीच राजनीतिक बिसात बिछाई जाने लगी है। जेडीयू-बीजेपी गठबंधन लालू-राबड़ी के 15 सालों के कार्यकाल को जंगलराज के तौर पर पेश कर आरजेडी पर निशाना साधते हुए जनता के बीच मुद्दा बनाता रहा है। ऐसे में लालू यादव के सियासी विरासत संभाल रहे तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता लालू-राबड़ी के शासनकाल में हुई गलतियों के लिए माफी मांग कर विपक्ष के राजनीतिक चक्रव्यूह को तोड़ने की कोशिश की है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या तेजस्वी यादव माफी मांगकर अपनी और पार्टी की छवि को बदल पाएंगे। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी के एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 15 साल के आरजेडी शासनकाल के दौरान अगर किसी प्रकार की गलतियां हुई हैं तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि लालू शासनकाल के दौरान जो भी हुआ, उस वक्त हुआ जब हम छोटे थे और सरकार में क्या हो रहा था कुछ नहीं जानते थे?


तेजस्वी यादव ने कहा, ‘ठीक है, 15 साल हम सत्ता में रहे, लेकिन हम तो सरकार में नहीं थे। हम तो छोटे थे लेकिन फिर भी हमारी सरकार रही। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि लालू प्रसाद ने सामाजिक न्याय किया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने बिहार में सामाजिक न्याय किया। वह दौर अलग था। हालांकि, अगर इसी प्रकार की बहुमूल्य कमी हुई हो तो उसके लिए वह माफी मांगते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता अगर उन्हें एक मौका देगी तो वह बिहार में विकास की गंगा बहा देंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप एक कदम चलेंगे तो मैं चार कदम चलकर आपकी आशा और विश्वास को पूरा करूंगा. सभी नौजवानों को रोजगार दूंगा। राज्य में विकास की गंगा बहा कर हर घर मे खुशहाली लाने की कोशिश करूंगा। हमारी पार्टी सभी की पार्टी है और हम सबको सम्मान देंगे। जात-पात से ऊपर उठकर सब को साथ लेकर चलेंगे। सभी जाति और धर्म को विधानसभा मे प्रतिनिधित्व देंगे।


बता दें कि 1989 के आखिर से लेकर 2005 तक बिहार में लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल का शासन रहा। इस दौरान बिहार की सियासत में राजनीति और अपराध में तालमेल देखा गया। भ्रष्टाचार, अपराधियों के राजनीतिक संरक्षण, उनके राजनीति में प्रवेश, रंगदारी और किडनैपिंग के मामलों का पूरे बिहार में वर्चस्व कायम था। बीजेपी-जेडीयू ने बिहार में इस अपराध के फलने-फूलने के लिए लालूराज को जिम्मेदार ठहराते आ रहे हैं। इतना ही नहीं आरजेडी के 15 साल के शासन को बिहार में जंगलराज का नाम नीतीश कुमार ने ही दिया था।               


गर्भावस्था में सिर दर्द से पाएं छुटकारा

गर्भावस्था में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों और स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनमें से एक सिरदर्द भी है। प्रेग्नेंसी में किसी भी समय सिरदर्द हो सकता है लेकिन गर्भावस्था की पहली तिमाही और दूसरी तिमाही में सिरदर्द की शिकायत ज्यादा रहती है।
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में शरीर में हार्मोन का स्तर और ब्लड वॉल्यूम काफी बढ़ जाता है। इन दो बदलावों के कारण गर्भावस्था में सिरदर्द हो सकता है। वहीं स्ट्रेस, गलत पोस्चर या नजर कमजोर होने पर भी सिरदर्द बढ़ सकता है।
प्रेगनेंट महिलाएं सिरदर्द के घरेलू उपायों से इस समस्या से राहत पा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं गर्भावस्था में सिरदर्द से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे।
ठंडी सिकाई
सिर की रक्त वाहिकाओं के चौड़ा होने की वजह से प्रेग्नेंसी में माइग्रेन का दर्द उठ सकता है। ठंडी सिकाई से रक्त वाहिकाएं और कोशिकाएं सिकुड़ती हैं जिससे दर्द में कमी आती है। इसके लिए ठंडे पानी की पट्टी को कुछ मिनट के लिए सिर और आंखों पर रखें। आप चाहें तो एक साफ कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर भी सिर की सिकाई कर सकते हैं।
झपकी लें या योग करें
कई बार नींद की कमी के कारण भी सिरदर्द हो जाता है। गर्भावस्था में रात में अच्छी नींद न आने की शिकायत बहुत रहती है। अगर आपको लग रहा है कि नींद की कमी की वजह से आपको सिरदर्द हो रहा है तो एक बार झपकी लें।
प्रेग्नेंसी में होने वाले बदलावों और परेशानियों के कारण तनाव होना सामान्य बात है। तनाव को कम करने और बेहतर नींद पाने के लिए आप योग की मदद ले सकती हैं।
अदरक
गर्भावस्था के दौरान सिरदर्द का इलाज करने का सबसे आसान तरीका अदरक है। अदरक मांसपेशियों में संकुचन पैदा करने वाले प्रोस्टाग्लैंडिन को ब्लॉक कर देती है।अगर आप कच्ची अदरक नहीं खा सकती हैं तो अदरक की चाय बनाकर पी लें। अदरक की चाय सिरदर्द से तुरंत राहत दिलाती है।
पुदीने का तेल
मांसपेशियों को आराम देने के लिए पुदीने का तेल बहुत असरकारी होता है। इसकी खुशबू से नसों को आराम मिलता है। हथेली पर पुदीने के तेल की कुछ बूंदें डालें और उससे कुछ सेकंड के लिए माथे की मालिश करें। रात को सोने से पहले ये नुस्खा आजमाना ज्यादा कारगर साबित होगा।
नींबू का रस
नींबू का रस पेट में ऐंठन के साथ-साथ सिरदर्द से राहत दिलाने और इम्युन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। गर्भावस्था में शरीर में विटामिन सी का स्तर घट जाता है जिससे सिरदर्द हो सकता है। नींबू शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर रक्त प्रवाह में सुधार करता है। नींबू एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है।
टिप्स
अगर आपको प्रेग्नेंसी में सिरदर्द परेशान कर रहा है तो इन टिप्स को अपनी जीवनशैली में जरूर शामिल करें :
*दिनभर में थोड़ा-थोड़ा कर के खाना खाएं और अपने आहार में प्रोटीन को शामिल जरूर करें।
*शरीर को आराम देने के लिए नहाने के पानी में सेंधा नमक डालकर नहाएं।
*प्रेग्नेंसी में कैफीन का ज्यादा सेवन न करें क्योंकि इसकी वजह से भी सिरदर्द शुरू हो सकता है।             


नेपोटिज्म को जिम्मेदार ठहराना गलत

सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर से हर कोई आहत है। किसी को भी विश्वास नहीं आता कि अब उनका प्यारा हीरो इस दुनिया में नहीं हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत से टीवी ऐक्ट्रेस दलजीत कौर को भी झटका लगा है। दलजीत सुशांत की दोस्त थीं और उन्होंने काफी वक्त साथ में बिताया। सुशांत की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर लोग दावा कर रहे हैं कि सुशांत नेपोटिज्म की भेंट चढ़ गए। गुस्से में आकर लोगों ने आलिया भट्ट से लेकर सलमान खान और करण जौहर तक को बुरी तरह ट्रोल करना शुरू कर दिया।


कंगना रनौत ने भी सुशांत के सूइसाइड के मामले में नेपोटिज्म को जिम्मेदार ठहराया और यह तक दावा किया कि स्टार किड्स को फिल्में उनके पैरंट्स की वजह से मिलती हैं।
दलजीत बोलीं, जो कुछ भी कंगना ने कहा मैं उसे पूरी तरह से तो नहीं नकारती क्योंकि हो सकता है वह भी इन सब चीजों से गुजरी हों। मैं पर्सनल नहीं जाना चाहती। नेपोटिज्म को लेकर मेरी समझ क्या है, मैं आपको अपना उदाहरण देकर समझाती हूं। मेरे पापा इंडियन आर्मी में थे और अब वह रिटायर हो चुके हैं। वह बहुत अच्छे पेंटर हैं और वह कला मुझे पापा से मिली है। मैं पूछना चाहती हूं कि क्या वह क्रिएटिविटी मुझे पापा से मिली है तो गलत है क्या?


मैंने भी बहुत संघर्ष किया है। मैंने जीरो से शुरुआत की और जो भी कुछ भी, जितना भी कमा पाई मेहनत से कमाया। मैं कोई ज्यादा अमीप नहीं हूं, लेकिन मैंने कड़ी मेहनत के बल पर मैंने जो कुछ भी पाया है, अगर उसका फल मेरे बेटे जेडन को मिलता है तो गलत क्या है? उसी तरह स्टार किड्स की बात है। उन्हें अगर पहली फिल्म स्टार पैरंट्स की वजह से मिल रही है तो गलत क्या है? मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता क्योंकि उनके पैरंट्स ने वह पहचान पाने के लिए बहुत मेहनत की है। इसलिए नेपोटिज्म में यह कहना कि स्टार किड्स को बॉयकॉट करो, मेरे हिसाब से गलत है।
दलजीत कौर ने कहा कि वह सुशांत को पर्सनली जानती थीं और काफी वक्त साथ में बिताया था। साथ ही उन्होंने फैन्स से गुजारिश की कि सुशांत की मौत को लेकर जो थिअरी चल रही हैं, उन पर ध्यान देना बंद करें और ऐक्टर के परिवार को इस दुख की घड़ी में परेशान न करें। दलजीत ने आगे कहा कि इसमें को शक नहीं कि इंडस्ट्री में बाहर से आने वाले लोगों को भी स्टार किड्स के बराबर चांस दिया जाना चाहिए लेकिन स्टार किड्स की फिल्मों को बॉयकॉट करना भी सही नहीं है। दलजीत के मुताबिक, आलिया भट्ट को भी ट्रोल करना सही नहीं है।               


7 वर्षीय बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म

पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पेंड्रा में कोरोना वायरस का डर दिखाकर 7 साल की नाबालिग बच्ची से दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है।दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्ता कर लिया है। मामला पेंड्रा के मगुरदा इलाके का है।


दोनों आरोपियों ने बच्ची को कोरोना होने का डर दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद आगे की कार्रवाई में जुट गई है।                   


मुठभेड़ में पुलिस के 8 कर्मचारी शहीद

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। इसमें बिल्‍हौर के सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद (Martyr) हो गए हैं। एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हैं। सभी घायल पुलिसकर्मियों को गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।


दहला देने वाली इस घटना पर उत्‍तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्‍थी ने कहा कि हमलावर बदमाशों की तलाश में एसटीएफ को लगाया गया है। एसटीएफ के आईजी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि हस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्‍या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज था. पुलिस इसी सिलसिले में उसे पकड़ने गई थी। बदमाशों ने मार्ग पर जीसीबी रख दी थी, जिससे मार्ग बाधित हो गया था। पुलिस टीम के वहां रुकते ही ऊंचाई से उनपर फायरिंग शुरू कर दी गई, जिसमें 8 पुलिसवाले मारे गए। डीजीपी ने 7 जवानों के घायल होने की बात भी कही है।


इस मुठभेड़ के बाद यूपी का पुलिस महकमा सकते में है। एनकाउंटर में बड़ी संख्‍या में पुलिसवालों के मारे जाने के बाद सीएम योगी ने बदमाशों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। वहीं, DGP एचसी अवस्‍थी खुद घटनास्‍थल पर जाएंगे। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार मौके के लिए रवाना हो चुके हैं।               


कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। फिल्म जगत की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया। वे बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थीं, उन्हें बांद्रा स्थित एक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। देर रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और शुक्रवार को उनका निधन हो गया। उनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है. वे 71 साल की थीं।


कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन
सरोज खान को गुरु नानक हॉस्पिटल में सांस की तकलीफ के चलते 20 जून को भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने से पहले उनका कोविड टेस्ट कराया गया था, जो निगेटिव आया। सरोज खान के परिवार से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया था कि उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बेहतर हो रहा था। जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। लेकिन अचानक देर रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका।


चार दशक के लंबे करियर में सरोज खान को 2,000 से ज्यादा गानों की कोरियोग्राफी करने का श्रेय हासिल है। सरोज खान को अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था। संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में डोला-रे-डोला गाने की कोरियोग्राफी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था।                    


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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July 4, 2020 • RNI.No.UPHIN/2014/57254


यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-327 (साल-01)
2. शनिवार, जुलाई-04, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 29+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना।


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