शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

राजधानी दिल्‍ली पर बाढ का खतरा

खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा


संवाददाता अरविन्द मिश्रा


नई दिल्‍ली। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है. पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


दिल्लीः खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


204.5 मीटर है चेतावनी स्तर---फ्लड डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक यमुना नदी में चेतावनी के लिए जल स्तर 204.5 मीटर है। खतरे का निशान 205.33 मीटर है.गौरतलब है कि हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के अगले 72 घंटों में दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई गई थी। तब दिल्ली पर बाढ़ के खतरे की संभावना व्यक्त की गई थी।


निचले इलाकों में चेतावनी जारी----सूत्रों की मानें तो प्रशासन ने हरियाणा और दिल्ली को अलर्ट भी भेज दिया है। निचले इलाकों में प्रशासन ने यमुना से दूर रहने की चेतावनी भी जारी कर दी है। यमुनानगर के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश से भी यमुना नदी में उफान आया है। बता दें कि देश के कई राज्य इस समय बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक नदियों की विकराल लहरें तांडव मचा रही हैं। देश में बाढ़ के कारण अब तक दो सौ से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं।


क्षेत्र अधिकारी-इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर

महिला दरोगा के जहर खाने के मामले में 
सीओ व इंस्पेक्टर के खिलाफ भाई ने दी
तहरीर, जांच शुरू


लखनऊ। मुजफ्फरनगर में महिला थाने में तैनात दरोगा के जहर खाने के मामले में थाना प्रभारी सहित पूरे महिला थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है।बताते चलें कि मंगलवार कोर्ट सिविल लाइन स्थित थाना परिसर में सब इंस्पेक्टर सीमा यादव ने जहरीला पदार्थ खा लिया था जिसके बाद पहले उसे जिला अस्पताल और फिर मेरठ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।महिला दरोगा द्वारा जहर खाते जाने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया तथा तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई। सीमा यादव के भाई लोकेश ने एसएसपी को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उसकी बहन का थाना प्रभारी व सीओ सिटी हरीश भदौरिया उत्पीड़न कर रहे थे, ये लोग नियम विरुद्ध कार्य न करने पर उसकी बहन को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। लोकेश ने दोनों पर सीमा यादव का उत्पीड़न करने के मामले में लाखों की रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है।
लोकेश की शिकायत के बाद एसएसपी ने महिला थाने की प्रभारी प्रीति रानी सहित 8 सब इंस्पेक्टर व 30 सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच एसपी (सिटी) को सौंपी गई है।


बल्ले से बोल सीधे घुस गई हेलमेट में..

बल्ले से निकल बाल सीधे घुस गई हेलमेट में


श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज चल रही है, जिसमें कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। कुछ लोग इस मोमेंट पर खूब हंस रहे हैं। कीवी गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने स्वीप करते हुए बॉल को खेला। लेकिन बॉल बल्ले का एज लेते हुए हेलमेंट के अंदर चली गई।


गेंद को पकडऩे के लिए फील्डर उनके पीछे दौड़ पड़े। बोल्ट दूर भागे और बॉल निकालने की कोशिश करने लगे, लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके. श्रीलंका के खिलाड़ी देखते हंसते रहे और फिर खुद ही बॉल को निकाल लिया और माहौल मजाक-मस्ती में बदल गया। स्पिनर लसिथ एमबुलदेनिया ने बॉल डाली, जिस पर ट्रेंट बोल्ट बड़ा शॉट खेलने में कामयाब नहीं हो पाए और बॉल हलमेट के अंदर चली गई। ये घटना 82वें ओवर में हुई. बोल्ट ने 18 रन की पारी खेली और सुरंगा लकमल की गेंद पर आउट हो गए।


राजनाथ ने अंत में दी श्रद्धांजलि (स्मरण)

जैसलमे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजस्थान के जैसलमेर पहुंचे जहां उनका स्वागत सेनाप्रमुख जनरल बिपिन रावत ने किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह मिलिट्री स्टेशन में इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामलि हुए। उन्होंने सभी प्रतियोगियों को बधाई दी है।
राजनाथ सिंह ने यहां संबोधन के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा अलट बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर पोखरण की धरती से श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला है। सिंह ने प्रतियोगिता पूरी होने पर सभी आठ टीमों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता में सभी को एक दूसरे से सीखने और काम करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार के आयोजन से हमारे रिश्ते परसपर अच्छे होंगे। वैसे पहले से ही सभी देशों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं 


सिंह ने कहा रूस के साथ हमारे लंबे समय से गहरे और स्ट्रेटजिक रिलेशन रहे हैं। चीन के साथ बाइलिट्रल एक्सरसाइज में भाग लेते हैं। जिससे एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ बनाने में सहयोग मिलता है। सेंट्रल एशिया के सभी देशों के साथ हमारे हिस्टोरिकल रिलेशन रहे हैं। जिसमें सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्ते भी रहे हैं। हम आपसी सहयोग बढ़ाकर विश्व की कठिन चुनौतियों एवं खतरों का सामना करने में सक्षम बनेंगे। साथ ही भविष्य में संबंध बढ़ाने में और भी मौके मिलेंगे।


सड़क दुर्घटना में 5 की मौत 2 घायल

सिमडेगा । झारखंड के सिमडेगा में आज एक सड़क बाइक दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई। वही 2 लोग दुर्घटना में बुरी तरह से घायल बताए जा रहे हैं। सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास यह दो बाइकों में जबर्दस्‍त टक्‍कर हुई, जिसमे 5 लोगों की  मौत घटना स्थल पर ही हो गई। जानकारी के मुताबिक सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास दो बाइकों की टक्‍कर में 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं 2 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में गौतम बेसरा सलडेगा अहीर टोली, मार्शल डांग लम्बोई जलडेगा, दामोदर खेरवार, राफेल राम सलडेगा तथा डिब्रु खेरवार सरंगापानी गमहारटोली शामिल हैं। इस हादसे में निरोध बुढ़ सलडेगा और सूरज खेरवार कोलेबिरा घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक एक मोटरसाइकिल पर चार लोग तथा दूसरे पर 3 लोग सवार थे। किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। तेज गति में जा रही दाेनों बाइकों में टक्‍कर से एक साथ चार जानें चली गईं। प्राप्त जानकारी के अनुसार दामोदर, डिब्रु व सूरज तीनों एक बाइक पर थे। वहीं मार्शल, दामोदर, गौतम व निरोध दूसरे मोटरसाइकिल पर थे। सभी की उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच की है। सभी स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन के मौके पर घूमने व मौज मस्ती के लिए निकले थे। इसी दौरान भीषण हादसा हुआ। जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 लोग घायल हो गए।


एक देश,एक सविंधान (सपांदकीय)


एक देश, एक संविधान के बाद एक कानून के लिए तैयार रहें देशवासी। 
पाकिस्तान को अपने हाल पर छोड़ दिया नरेन्द्र मोदी ने। 
छोटे परिवार पर कांग्रेस नेता चिदम्बरम का समर्थन मिला। 
 जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बिलबिलाया हुआ था। प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर सेनाध्यक्ष  बाजवा तक युद्ध की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में उम्मीद थी कि स्वाधीनता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लाल किले से हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान को जवाब देंगे। लेकिन सवा घंटे के भाषाण में मोदी ने एक बार भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। मोदी की यह नीति वाकई काबिले तारीफ है, क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए भारत को जो करना चाहिए था वो कर दिया। अब पाकिस्तान अपने जख्मों  को लेकर दुनियाभर में घूमता फिरे। भारत पर हमले की हिम्मत फिलहाल पाकिस्तान में नहीं है, इसलिए वह चीन की मदद से संयुक्त राष्ट्र संघ का दरवाजा खटखटा रहा है। आजादी के बाद यह पहला मौका है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत हमलावर हुआ है। अलबत्ता नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से यह संकेत दे दिया है कि अब देश को एक कानून के लिए तैयार रहना चाहिए। कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद एक देश, एक संविधान की मांग तो पूरी हो गई है, लेकिन अभी एक देश, एक कानून की मांग बाकी है। इस मांग को पूरा करने के लिए ही मोदी ने कहा कि छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है। यानि जो लोग बड़ा परिवार रखते हैं उनकी देशभक्ति पर सवालिया निशान लग सकता है। देश में यह बात पहले भी उठी है कि बढ़ती आबादी देश के संसाधनों को कम कर देती है। ऐसा नहीं कि देश में कृषि उत्पादन कम हुआ है, या फिर विकास के काम नहीं हुए, लेकिन लगातार बढ़ती आदि के कारण सब सुविधाएं कम पड़ जाती है। चूंकि आबादी को लेकर भी देश में अलग-अलग कानून बने हुए हें, इसलिए समाज में भेदभाव होता है। एक वर्ग को लगता है कि देश के कानून का पालन करने की जिम्मेदारी सिर्फ उसी पर क्यों है? क्या देश का कानून सब पर लागू नहीं होना चाहिए? दुनिया में संभवत: भारत ही ऐसा मुल्क होगा, जहां नागरिकों के लिए अलग अलग कानून है। सब जानते हैं कि छोटा परिवार खुशहाली का प्रतीक होता है तो फिर अधिक बच्चे क्यों पैदा किए जाते हैं? देश में लम्बे अर्से से बहस चल रही है कि हमारी सेना एकजुट होनी चाहिए। फिलहाल सेना जल, थल और वायु में विभाजित है। तीनों सेनाओं के अलग-अलग सेनाध्यक्ष है, ऐसे में कई बार तालमेल में मुश्किल होती है। 15 अगस्त को नरेन्द्र मोदी ने इस मांग को भी पूरा कर दिया। अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। मोदी ने कहा कि इससे जहां सेना में एकरूपता आएगी, वहीं सेना का एक साथ विकास भी होगा। सैनिकों को सभी सुविधाएं समान रूप से मिलेंगी। एक संविधान, एक कानून, एक झंडा एक सेना होने से देश कितना मजबूत होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। 
चिदम्बरम का समर्थन:
15 अगस्त को मोदी ने छोटे परिवार का जो प्रस्ताव रखा उसका समर्थन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने भी किया है। चिदम्बरम ने एक समारोह में कहा कि छोटा परिवार आज भारत की जरूरत है। प्रधानमंत्री के इस आह्वन का समर्थन किया जाना चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


हथनी कुंड और बीसलपुर बांध सीमा के पार


17 अगस्त तक भर जाएगा एक करोड़ लोगों की प्यास बूझाने वाला बीसलपुर बांध। 
पांच घंटे में एक मीटर पानी की आवक। जल स्तर 313 मीटर के पार। 
315.50 मीटर है भराव क्षमता। टोंक में प्रशासन ने अलर्ट किया।
जयपुर। राजस्थान के बीसलपुर बांध का जलस्तर 312.25 मीटर मापा गया। पानी की आवक को देखते हुए उम्मीद है कि रात आठ बजे तक बांध का जल स्तर 313 मीटर पार कर जाएगा। अगले दो दिन में यानि 17 अगस्त तक बांध में भराव क्षमता के अनुरूप 315.50 मीटर पानी आ जाएगा। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही टोंक प्रशासन ने बनास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। बांध के भरने पर चैनल गेट खोले जाएंगे जिसकी वजह से बीसलपुर के बाद बनास नदी में पानी का बहाव होगा। बीसलपुर बांध के जलस्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि तीन नदियों के संगम त्रिवेणी पर सात मीटर के गेज है। चूंकि बांध के भराव क्षेत्र चित्तौड़ और भीलवाड़ा में मूसलाधार वर्षा जारी है इसलिए बांध में पानी की आवक तेज गति से हो रही है। मालूम हो कि बनास नदी को टोंक जिले के बीसलपुर बांध में दो पहाडिय़ों के बीच रोक कर बांध का निर्माण किया गया है। इसलिए बांध की जिम्मेदारी टोंक प्रशासन के पास है। यदि चैनल गेट खोले जाते हैं तो पिछले तीन वर्ष में यह पहला मौका होगा जब बीसलपुर के आगे बनास नदी का पानी देखने को मिलेगा। वर्ष 2016 में तब बांध पूरा भरा था, तब चैनल गेट खोले गए थे। 
अजमेर की सप्लाई पर निर्णय नहीं:
बीसलपुर बांध से अजमेर, जयपुर, दौसा और टोंक जिले की करीब एक करोड़ आबादी की प्यास बुझाई जाती है। अजमेर जिला तो पूरी तरह इसी बांध पर निर्भर है। चूंकि गत वर्ष बांध में 310.24 मीटर की पानी आया, इसलिए सबसे ज्यादा अजमेर पर असर पड़ा। कमजोर राजनीतिक नेतृत्व के कारण शहरी क्षेत्र में तीन दिन में एक बार मात्र 45 मिनट के लिए पेयजल की सप्लाई की गई, जबकि जयपुर को प्रतिदिन सप्लाई जारी रखी। अब जब बांध में पर्याप्त मात्रा में पानी आ गया है, तब भी सप्लाई के अंतराल को अजमेर में कम नहीं किया जा रहा है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सीएल जाटव ने बताया कि बांध से पानी की आवक बढ़ाने और सप्लाई करने का निर्णय राज्य सरकार में उच्च स्तर पर होता है। अब कोई ताजा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। इसलिए अजमेर के शहरी क्षेत्रों में पहले की तरह पेयजल सप्लाई रहेगी। 
एस.पी.मित्तल


अधिकारी खा रहे काजू-बादाम, पुष्कर मंदिर


चार करोड़ रुपए के फंड के बाद भी विश्व के एक मात्र ब्रह्मा मंदिर की इमारत जर्जर। 
भगवान को सब्जी रोटी का भोग, अफसर खा रहे हैं काजू-बादाम। 
जब भाजपा की सीएम वसुंधरा ने कुछ नहीं किया तो कांग्रेस के अशोक गहलोत क्यों करें?
पिछले ढाई वर्ष से पुष्कर स्थित विश्व के एक मात्र ब्रह्मा मंदिर की देखरेख का काम राज्य सरकार द्वारा गठित प्रबंध कमेटी कर रही है। इस कमेटी का अध्यक्ष अजमेर के जिला कलेक्टर को बना रखा है और कमेटी में क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार आदि सदस्य है। इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकार की कमेटी के कब्जे के बाद ब्रह्मा मंदिर की आय कई गुना बढ़ गई। आय का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि कमेटी के पास अब तक चार करोड़ रुपए जमा हो गए हैं। यह बात अलग है कि ब्रह्मा मंदिर में जब महंत रहे तब मंदिर की पंरपरा के अनुरूप बाहर से आने वाले साधु संतों का सत्कार और तीज त्यौहारों पर धार्मिक कार्यक्रम होते थे, लेकिन अब जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी का कब्जा है, इसलिए विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर का प्रबंध सरकारी ढर्रे पर चल रहा है। मंदिर की इमारत जर्जर स्थिति में है, लेकिन सरकारी कारिंदों को कोई चिंता नहीं है। मंदिर परिसर की दीवारें जगह जगह से टूटी पड़ी है तथा छत का प्लास्तर श्रद्धालुओं पर गिर रहा है। इतना ही नहीं बरसात के मौसम में छतों से पानी भी टपक रहा है।  जगह-जगह गंदगी है तो मंदिर का सामान कबाड़ हो रहा है। हालात इतने खराब है कि मंदिर द्वारा संचालित गौशाला की सफाई तक नहीं हो रही है। वैसे तो गौशाला की गायों को रखने में सरकारी कारिंदों की कोई रुचि नहीं हंै। मुश्किल से दस गाय होंगी, जिनकी देखभाल भी नहीं हो पा रही है। ब्रह्मा मंदिर के अंतर्राष्ट्रीय महत्व और  आतंकियों की धमकी को देखते हुए मंदिर परिसर में सशस्त्र सुरक्षा बल तैनात है, लेकिन फिर भी सरकारी प्रबंध कमेटी सुरक्षा गार्डों के नाम पर मोटी राशि प्रतिमाह खर्च  कर रही है। सवाल उठता है कि जब चार करोड़ की राशि बैंक में जमा है तो फिर ब्रह्मा मंदिर की ऐतिहसिक इमारत की मरम्मत क्यों नहीं करवाई जाती? यदि कोई हादसा हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? क्या सरकार का उद्देश्य ब्रह्मा मंदिर से कमाई करने का कही है? महंत सोमपुरी के निधन के बाद जब सरकार ने मंदिर पर कब्जा किया तब कहा गया था कि मंदिर से प्राप्त होने वाली राशि को श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर ही खर्च किया जाएगा, लेकिन पिछले ढाई वर्ष से सरकार ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा देने की कोई योजना नहीं बनाई। 
नेता और अफसर खा रहे है काजू बादाम:
महंत के कार्यकाल में मंदिर की परंपरा के अनुरूप रोजाना स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग भगवान के लगाया जाता था, लेकिन सरकारी कारिंदे, अब सिर्फ सब्जी रोटी का भोग लगाते हैं। यानि सरकार ने भोग के मामले मेंभी धार्मिक परंपरा को खत्म कर दिया है। यह बात अलग है कि मंदिर में जब कोई मंत्री या बड़ा अधिकारी परिवार सहित दर्शन के लिए आता है तो उसे काजू बादाम का नाश्ता करवाया जाता है। चूंकि धनराशि खर्च करने का अधिकार भी कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी के पास है, इसलिए मंत्रियों और अफसरों को खाने पिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती। 
कांग्रेस के सीएम गहलोत क्यों करे?
इस समय राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए ब्रह्मा मंदिर की व्यवस्थाएं सुधारने की जिम्मेदारी कांग्रेस सरकार की है। लेकिन सवाल उठता है कि अशोक गहलोत सुधार क्यों करें? असल में मंदिर पर सरकारी कब्जा करवाने का कृत्य तो भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया था। यूं तो वसुंधरा राजे स्वयं को बेहद धार्मिक होने का दिखावा करती है, लेकिन आज ब्रह्मा मंदिर की दुर्दशा के लिए वसुंधरा राजे ही जिम्मेदार है। महंत सोमपुरी के निधन के बाद सरकारी कब्जे का फैसला वसुंधरा राजे ने ही किया। जब वसुंधरा राजे अपने कार्यकाल में मंदिर में धार्मिक गतिविधियों की रक्षा नहीं कर सकी तो अब कांग्रेस सरकार से उम्मीद करना बेमानी है। 
सृष्टि के रचियता है ब्रह्मा:
भारत की सनातन संस्कृति में माना जाता है कि सृष्टि के रचियता भगवान ब्रह्मा हैं। लेकिन आज उनके मंदिर की स्थिति ही जर्जर हो रही है। जिन ब्रह्माजी  ने इस सृष्टि को बनाया उनके मंदिर को मरम्मत की दरकार है। भारत की लालफीताशाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंदिर से कमाई तो की जा रही है, लेकिन श्रद्धालुओं को सुविधा नहीं दी जा रही है। जिन दान पात्रों से चार करोड रुपए एकत्रित किए गए उन दान पात्रोंको भी श्री सीमेंट जैसे संस्थान से मुफ्त में लिया गया है। 
रिटायर कर्मचारी के भरोसे मंदिर:
विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर अजमेर तहसील के रिटायर कर्मचारी सत्यनारायण पारीक के भरोसे हैं। पारीक गत वर्ष 31 मई को रिटायर हो गए, लेकिन ब्रह्मा मंदिर का मोह नहीं छोड़ा। रिटायरमेंट के बाद संविदा कर्मी के तौर पर पारीक ने नियुक्ति पा ली। सवाल उठता है कि पारीक का मंदिर प्रबंधन में इतना मोह क्यो हैं? कमेटी ने पारीक को मंदिर परिसर में एक कमरा दे रखा है जिसमें बैठ कर पारीक दिनभर पंचायत करते हैं। पारीक के व्यवहार को लेकर कई बार शिकायतें हो चुकी है, लेकिन कमेटी कोई सुनवाई नहीं करती। 
एस.पी.मित्तल


भारत रत्न 'अटल' की प्रथम पुण्यतिथि मनाई

अश्वनी उपाध्याय


भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर याद किया "
गाजियाबाद । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व लोनी नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने अपने कैंप कार्यालय बेहटा हाजीपुर पर भारत रत्न परम श्रद्धेय पूर्व प्रधान मंत्री स्व: अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये ।
इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने अटल के चित्र के समक्ष माला व पुष्प अर्पित किये तथा उनकी आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन किया।
इस अवसर पर मनोज धामा ने सभी के समक्ष अपने विचारों से पूर्व प्रधान मंत्री अटल को याद किया तथा बताया कि किस प्रकार से संघर्ष की राजनीति करते हुये उन्होंने 1998 से लेकर 2004 तक एनडीए की सरकार का नेतृत्व किया । माननीय अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। एक बार 1996 मे तो केवल मात्र 13 दिनों तक उनकी सरकार चली । पुन: 1998 मे प्रधान मंत्री बने । फिर 1999 से लेकर 2004 तक उन्होने अपना कार्यकाल पूरा किया । 
मनोज धामा जी ने बताया कि गत वर्ष 16 अगस्त को राजनीति के चमकते सितारा ने हम सभी के बीच से विदा ली। वो दिन भाजपा परिवार के लिये बेहद ही दु:खद रहा है ।हम सभी को आज भी उनकी कमी महसूस होती है। भाजपा परिवार के प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार से एक छोटा सा कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व तक पँहुच सकता है। लेकिन उसके लिये हमे अपना जीवन तपाना पडता है। कठिन संघर्ष करना पडता है तब जाकर हम लोग देश की सेवा कर पाते हैं।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि स्व: अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के युगपुरूष थे। जिन्होंने देश मे मूल्यों व आदर्शों की राजनीति को बढावा दिया। उनका "सबका साथ- सबका विश्वास"का भाव आज भी हम सबके लिये प्रेरणा है। सन 2014 मे पूर्व पीएम अटलजी को देश के सर्वोच्च सम्मान "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया।
उनके कार्यकाल मे सर्वसमाज के उद्धार के लिये अनेकों योजनाएं परवान चढी जिसमें "सर्वशिक्षा अभियान, संचार को बढावा, स्वर्ण चतुर्भुज सडक योजना सहित सैकड़ों योजनाएं उनके कार्यकाल मे चली ।स्व:अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार मे ही मई 1998 मे पोखरण मे परमाणु परीक्षण किया गया। इस परमाणु परीक्षण के साथ ही हम लोग विश्व मे परमाणु शक्ति वाले देशों मे शुमार हुये । कई देशों के विरोध के बावजूद अटलजी की सरकार ने परीक्षण का साहसिक फैसला किया ।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी ,संगम विहार मंडल अध्यक्ष रूपेन्द्र चौधरी,सभासद अमित तोमर, रोहित भारदुाज,सतीश जैन, देवेन्द्र पाल,सतपाल शर्मा, बबलू खलीफा, इन्द्रजीत,मुकेश पाल, सतेन्द्र शर्मा, अनुज त्यागी, कमल प्रकाश, दिनेश कठेरिया, राजीव शर्मा, अरूण मिश्रा,अकिंत अवस्थी ,संजय चौधरी ,ओमपाल सिंह ,योगेन्द्र पांचाल, प्रवीन ढिंगिया, जोंटी वाल्मीकि सहित सैकड़ों की संख्या मे भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


जनसंख्या नियंत्रण का होगा प्रचार-प्रसार

अकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद । डासना देवी मंदिर के महंत और क्रान्तिकारी सन्यासी यति नरसिंहानंद सरस्वती के द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया है और उनकी आवाज इतनी बुलंद हुई कि उसे देश के प्रधानमंत्री ने सुना समझा और उस पर संज्ञान लिया। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नरसिंह आनंद सरस्वती के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी का स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जनसंख्या विस्फोट के विषय को स्वीकार करते हुए इससे पडने वाले दुष्प्रभाव के विषय में भी जानकारी दी। देश की जनसंख्या को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से संपूर्ण देश को यह संदेश दिया है। यदि देश की जनसंख्या समय रहते नियंत्रित नहीं की गई। इसके भयानक परिणाम संपूर्ण देश को भुगतने होंगे। इसलिए इस विषय पर चिंतन करने की आवश्यकता है। जनसंख्या नियंत्रण करना हमारी प्राथमिकता में है। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि वह और उनके देश भर में फैले सभी अनुयाई 11 अक्टूबर से देशभर में पदयात्रा करके जनसंख्या नियंत्रण का प्रचार प्रसार करेंगे।


भाजपा नेता पवन मावी की गिरफ्तारी की मांग

सचिन विशौरिया


हो सकती है विपक्ष के दबाव में पवन मावी पर कार्यवाही


गाजियाबाद । लोनी का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरम हो गया है। जहां समाजवादी पार्टी के नेताओं से भिड़े भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी के द्वारा बताया गया वाकया इस प्रकार है कि कुछ दिन पहले समाजवादी के नेता लोनी के अपने किसी कार्यक्रम में आए थे। जहां उनकी गाड़ी का तेल खत्म होने के कारण बंद हो गई थी। जिसमें समाजवादियों ने लोनी की दुर्दशा को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट करना शुरू कर दिया। जिसका जवाब देते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी ने सोशल मीडिया पर ही सपाइयों को उनका जवाब दिया। पवन मावी कि इस जवाबदेही से रुष्ट होकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने एकत्रित होकर गाजियाबाद कप्तान को शिकायत पत्र देकर, गिरफ्तारी की मांग की है।


भाजपा के ढुलमुल रवैए से सफल रैली?

राणा ओबराय
क्या सांसद बीरेंद्र सिंह प्रदेश भाजपा के ढुलमुल सहयोग से कर पायेंगे सफल रैली
चण्डीगढ़। भाजपा अर्थात बीरेंद्र सिंह द्वारा आयोजित जींद रैली कितनी सफ़ल हो पायेगी यह तो आज की रैली ही बतायेगी। परन्तु इस रैली से एक खास बात साबित होगी जो हरियाणा में पुनः होने वाले विधानसभा चुनाव में बीरेंद्र सिंह को स्थापित करेगी।क्योंकि हरियाणा प्रदेश भाजपा का जींद रैली को प्रचार प्रसार कम है।
हरियाणा में भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद चौधरी बिरेंदर सिंह और उनका आईएएस बेटा बृजेन्द्र सिंह जिनका राज्य में अपना अलग से भी जनाधार है उसी हालात में अपने गृह जिले जींद में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। जिस तरह 18 अगस्त को हरियाणा में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिनका अपना भी खुद का जनाधार है अपने गृह जिले रोहतक में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। इन दोनों रैलियों के आयोजन के पीछे कारण और हालात एक जैसे हैं दोनों की रैली कहीं न कहीं व्यक्तिगत ही हैं। रोहतक रैली अर्थात चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली की चर्चा फिर करेंगे आज जींद में आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर चर्चा करते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की आज की रैली के आयोजन के पीछे दो तीन महत्वपूर्ण कारण हैं। एक तो विधानसभा का चुनाव और उसमें टिकटों के बंटवारे के समय अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है तो एक छुपा हुआ मकसद हरियाणा में भाजपा में बहुत पावरफुल हो चुके मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चुनौती देना और अपने आका को यह बताना भी है कि रैली में मुख्यमंत्री के लोगों ने कोई रुचि नहीं ली।यह सारा शक्ति परीक्षण उनका अपना है। रैली की सफलता के लिए की गई करें कि गए जनसंपर्क में भी सारा प्रबंधन मेहनत समायोजन चौधरी बिरेंदर सिंह और उनके नजदीकी लोगों का रहा इसमें मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा के ज्यादातर भाजपा नेताओं ने दूरी बनाए अपने की नीति को प्रतिपालित किया। देखा जाए तो यह रैली हरियाणा में भाजपा को कमजोर करने का काम भी कर सकती है। आप जान लें कि भाजपा चौधरी नेता चौधरी बिरेंदर सिंह सोनीपत जींद और हिसार जिलों के अलावा पूरे हरियाणा में कहीं-कहीं अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के लिए टिकट चाहते हैं और अब अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए उसी तरह संघर्ष कर रहे हैं जैसे कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा। चौधरी बिरेंदर सिंह की चिंता यह है कि बेशक वे केंद्र में मंत्री रहे अब उनका बेटा सांसद बन गया है उनकी पत्नी विधायक है परंतु वे हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे हैं ।आज जिस तरह हरियाणा में 75 पार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरे हरियाणा में छाए हुए हैं, उसमें वे अपना वजूद तलाश करते नजर आ रहे हैं। उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री टिकटों के मामले में उन्हें कहीं भी सहयोग नहीं करने वाले हैं। आप अनुमान लगा सकते हैं कि जिन सीटों पर चौधरी बिरेंदर सिंह अपना हस्तक्षेप असर और हक मानते हैं वहीं मुख्यमंत्री ने इधर-उधर से जुगाड़ कर अपनी ऐसी गोटिया पहले ही फिट कर दी हैं जिन्हें टिकट बंटवारे के समय दरकिनार करना बहुत कठिन हो जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चौधरी बिरेंदर सिंह को भाजपा में लेकर आए थे ।उन्होंने बहुत बार चौधरी बिरेंदर सिंह के हितों का ध्यान रखा है ।यहां तक कि जब वे भाजपा में शामिल हुए और 2014 का चुनाव आया तो उस समय भी विधानसभा की टिकटों में उन्हें ज्यादा तो नहीं परंतु कुछ टिकटें अलग से दी गई थी। यह अलग बात है कि उनमें से विधायक केवल उनकी पत्नी प्रेमलता उचाना ही बन पाई ।बता दें कि चौधरी विरेंद्र विरेंद्र सिंह के पुत्र बृजेंद्र सिंह को हिसार से लोकसभा की टिकट दिलाने में भी श्री अमित शाह की ही अहम भूमिका थी। परंतु जिन लोगों ने चौधरी विजेंद्र सिंह का केंद्रीय मंत्रिमंडल से यह तर्क देकर त्यागपत्र दिलवाया कि परिवारवाद और व्यक्तिवाद के आरोपों से बचने के लिए ऐसा करना जरूरी है। कहां गया कि लोग कहेंगे कि वीरेंद्र सिंह के परिवार के 3 सदस्य हैं और तीनों भाजपा के विधायक सांसद और मंत्री है। चौधरी बिरेंदर सिंह जींद रैली के मंच से अमित शाह को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि आज की रैली में किन-किन लोगों ने सहयोग नहीं किया और निज हित पूर्ति के लिए उन्हें और भाजपा दोनों को कमजोर करने का षडयंत्र रचा है। आज की जींद रैली इस बात को भी तय करने वाली है कि नौ नौ विधानसभाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हरियाणा के भाजपा के लोकसभा सदस्य तथा राज्यसभा सदस्यों को टिकट वितरण में कुछ हिस्सेदारी मिलने वाली है या नहीं ,जिन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल उतना तवज्जो नहीं देते जितनी उनकी अपेक्षा है । भाजपा को यह समझ में आ जाएगा कि सांसदों आदि की यह महत्वाकांक्षा तो है ही ,आने वाले समय में हक के नाम पर बड़ा गतिरोध बन गया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा ।ऐसा इसलिए भी होता दिख रहा है कि अब भ्रम फैल गया है कि विधानसभा चुनाव में जिस किसी को टिकट दिया जाएगा वहीं एमएलए बन जाएगा। यह मान्यता भी आम हो गई है कि टिकटों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही निर्णायक साबित होने वाले हैं ।
उन्होंने शतरंज के मोहरे बड़ी चतुराई से ऐसे फिट कर दिए हैं कि देखते ही बनता है। आज की जींद रैली हरियाणा में भाजपा की चिंता बढ़ाने वाली हो सकती है। आज की रैली के बाद पूरे राज्य में यह चर्चा भी आम हो जाएगी कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने मंत्री मनीष ग्रोवर राव नरबीर सिंह प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला राजीव जैन संजय भाटिया नायब सैनी सैनी कृष्ण लाल पंवार कृष्ण बेदी आदि पर ही भरोसा करते हैं। उनसे ही अंदर की मंत्रणा करते हैं हर किसी से नहीं। वैसे भारतीय जनता पार्टी के नेता जींद की आज की रैली मैं 2 वर्ष पहले इसी मैदान पर हुई एक फ्लॉप बाइक रैली को जरूर भूलना चाहेंगे।


कांग्रेस नेता के घर 'आप' की पत्थरबाजी

वरूण कुमार


गुरदासपुर। पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता सुनील जाखड़ के घर आप नेता द्वारा पत्थर बाज़ी और पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने का आरोप लगा है| सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने आप के ब्लॉक प्रधान रमेश सोनी को हिरासत में लिया है| इस व्यक्ति ने जाखड़ की कोठी पर पथराव किया और कोठी के अंदर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की| फिलहाल कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है|


दो बहनों की गला रेतकर हत्या:चंडीगढ़

विनोद कुमार


चंडीगढ़। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद सेक्टर 22 में दो बहनों की गला रेत कर हत्या कर दी गई है । दोनों बहनों की पहचान अबोहर की रहने वाली राजवंत कौर व मनप्रीत कौर के तौर पर हुई है। दोनों बहने सेक्टर 22 के मकान नंबर 2598 में पिछले 4 सालों से बतौर पीजी रहती थीं। वे जीरकपुर की फैक्ट्री में काम करती थी। सूत्रों के अनुसार  उनके पीजी में कोई दाखिल हुआ। दाखिल होने के बाद अज्ञात ने दोनों बहनों की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी। सुबह जब परिजनों द्वारा  दोनों बहनों को फोन किया जा रहा था तो उनमें से किसी ने भी फोन नहीं उठाया। जिसके बाद परिजनों द्वारा चंडीगढ़ में रहने वाला अपने किसी रिश्तेदार को कॉल कर दोनों बहनों को देखने के लिए जाने को कहा। जब वह रिश्तेदार उन्हें देखने के लिए पीजी गया तो दरवाजे पर बाहर से ताला लगा हुआ था। ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो वह घबरा गया। अंदर दोनों बहनों की लाशें पड़ी थी। चारों तरफ खून फैला हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया है तथा  परिजनों को सूचना दे दी गई है।


मुठभेड़ के बाद दो शातिर बदमाश गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर। दादरी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई है। शहर में लूट-पाट के एक मामले में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने बृहस्पतिवार देर रात को एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा चलाई गई गोली दोनों बदमाशों को लगी। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी (ग्रामीण) रणविजय सिंह ने बताया कि 11 अगस्त को दादरी में स्थित कॉब शोरूम में धावा बोल कर हथियारबंद बदमाशों ने शोरूम के प्रबंधक के साथ मारपीट की और वहां से 15 हजार रुपए नगद लूट लिये। एसपी ने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई थी। दोनों पर 25 -25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के पास से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, 10 हजार रुपये नगद, एक पिस्तौल, एक देसी तमंचा और कई कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने लूटपाट की कई वारदातें करना स्वीकार किया है।


परमाणु उपयोग प्रस्थिति पर निर्भर:सिंह

नई दिल्‍ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी पोखरण पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी नीति रही है कि हम परमाणु हथियार का पहले प्रयोग नहीं करेंगे। लेकिन आगे क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है।


बता दें, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर राजनाथ पोखरण पहुंचे और श्रद्धांजलि देते हुए अटल जी के साहसिक फैसले का जिक्र किया। बता दें, मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था।उस समय वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'अटलजी भारतीय राजनीति के ऐसे युगपुरूष थे, जिन्होंने मूल्यों एवं आदर्शों के साथ शुचिता और सुशासन की राजनीति को बढ़ावा दिया। उनका, सबका साथ सबका विश्वास का भाव आज भी हम सबके लिए प्रेरणा है। ‪अटलजी की प्रथम पुण्यतिथि पर मैं उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।


अनियंत्रित बोलेरो पुलिया में घुसी,दो की मौत

गुना। जिले में एक भीषण हादसा हुआ है, चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर एक तेज रफ़्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर पुलिया में जा घुसी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोगों घायल बताये जा रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे में बोलेर में सवार शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरुषोत्तम शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई है।


जानकारी के मुताबिक चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ। शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरूषोत्तम शर्मा गुना से शाजापुर की तरफ लौट रहे थे, तभी एक उनकी बोलेरो तेज रफ़्तार में अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई। टक्कर इतनी जोर की थी कि बोलेरो के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में गाड़ी में सवार मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा व उनके ड्राइवर जीतेंद्र सिंह की मौके पर मौत हो गई। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा गया है। टक्कर के बाद ड्राइवर गाड़ी में फंस गया वहीं, अधिकारी का शव जीप में लटक गया। सड़क से गुजर रहे लोगों और पुलिस ने शवों को वाहन से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा।


रैली को संबोधित करेंगे अमित शाह

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज हरियाणा के जींद से चुनावी जंग का आगाज करने जा रहे हैं। अमित शाह यहां बीजेपी की आस्था रैली को संबोधित कर चुनाव का बिगुल फूंकेंगे। इस रैली का आयोजन पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने किया है। बीरेंद्र सिंह दीनबंधु सर छोटू राम के नाती और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रिश्ते में भाई लगते हैं। उनकी पत्नी प्रेमलता जींद जिले के उचाना से बीजेपी की विधायक भी हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी यहां रैली कर जाटों को लुभाने की पूरी कोशिश में है।


रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी पांच साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश करेंगे। आशंका जताई जा रही है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद चल रही प्रतिक्रियाओं के बीच अमित शाह जींद की धरती से कोई बड़ा राजनीतिक संदेश भी दे सकते हैं। अमित शाह की इस रैली पर ना सिर्फ विपक्षी पार्टियां बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान की भी नजर होगी। बता दें इसी साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके चलते शाह जींद पहुंच रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के चलते एकलव्य स्टेडियम में मंच भी सज चुका है और गृहमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर न हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था का खास ख्याल रखा गया है। इसके लिए सिर्फ जमीन पर ही नहीं बल्कि हवाई क्षेत्र पर भी जवानों की तैनाती की गई है और बीएसएफ के जवानों को हेलीकॉप्टर सुरक्षा में तैनात किया गया है। इसके लिए रैली एरिया के अलावा आसपास के इलाकों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और सभी इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है।


सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे एकलव्य स्टेडियम को ही छावनी में तब्दील कर दिया गया है और हर तरफ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिहाज से रैली की तरफ आने वाले रास्तों पर 20 नाके लगाए गए हैं, जहां वाहनों पर नजर रखी जाएगी और साथ ही इनकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। बता दें रैली स्थल और बाहर की व्यवस्था पर निगरानी के लिए 3 IPS, 30 DSP, 40 इंस्पेक्टर, 1300 पुलिस जवान, कमांडो और 200 महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है। वहीं कार्यक्रम में किसी भी युवक और युवती को काले झंडों के साथ आने पर सख्त रोक लगाई गई है।


प्रशासन ने 'हमसफर'की बाउंड्री गिराई:रामपुर

रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उनके लक्जरी रिजॉर्ट 'हमसफर' की एक बाउंड्रीवॉल को प्रशासन ने गिरा दिया है। आरोप है कि ये दीवार अवैध कब्जा करके बनाई गई थी। समाजवादी पार्टी जब यूपी की सत्ता में थी उस वक्त आजम खान ने इस शानदार रिजॉर्ट को बनवाया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट की कुछ जमीन सरकारी है जिस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। अब प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए दीवार को गिरा दिया है।इस रिजॉर्ट का उद्घाटन खुद मुलायम सिंह यादव ने किया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट के लिए सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर आजम खान लगातार फंसते नजर आ रहे हैं। सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है। ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं। ये मूर्तियां उस दौर की हैं जब रामपुर में नवाबों का शासन था। ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं.दूसरा विवाद मदरसा आलिया की किताबों का है। 1774 में खोले गए इस मदरसे को आजम खान के ट्रस्ट ने लीज पर ले रखा है। यहां करीब 9 हजार प्राचीन किताबें थीं। साथ ही इस मदरसे का फर्नीचर भी बेशकीमती था। आरोप है कि ये किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया। तीसरा विवाद जमीन से जुड़ा है। 78 हेक्टेयर में बनी इस भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है। आरोप है कि इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया। यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए। सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था।


योगी की सुरक्षा अभेद,कार्यालय बुलेट प्रूफ

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा होगी अभेद्य, लखनऊ कार्यालय को बनाया जाएगा 'बुलेटप्रूफ'


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में सतर्कता बरतते हुए लखनऊ के लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बाहरी तरफ लगे शीशों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।इसलिए राजकीय निर्माण निगम को अब मुख्यमंत्री योगी के लखनऊ कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाने और इनके जरिए पूरे परिसर पर नजर रखने की व्यवस्था भी होगी। जबकि लोकभवन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशों को बुलेटप्रूफ बनाने के साथ लोकभवन के पंचम तल पर एक एक्स-रे बैगेज स्कैनर भी लगाने को कहा गया है। कार्यालय की चहारदीवारी पर लेजर आधारित या इसी तरह का कोई अन्य इंट्रजन डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा।


बाढ़ पीड़ितों के लिए 500 घर बनाएंगे नाना

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितो के लिये 500 घर बनाने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। पश्चिमों महाराष्ट्र के जिलों में हजारों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इस भयंकर स्थिति में कई लोगों के घर तहस-नहस हो गए। नाना पाटेकर उनकी मदद करने के लिए आगे आए हैं। नाना पाटेकर, नाम फाउंडेशन नाम का एनजीओ चलाते हैं। इस एनजीओ के माध्यम से वह बाढ़ पीड़ितों के लिए घर बनाएंगे। नाना पाटेकर ने एक कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। वहां पर उन्होंने 500 घर बनाने का ऐलान किया। नाना पाटेकर ने कहा , चिंता मत करिए. एक बार आपको छत मिल जाएगी तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। सरकार ने हमें कुछ फंड दिया है। नाम फाउंडेशन पैसे इकट्ठा कर रहा है। जो भी काम हो सकता है हम कर रहे हैं। हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई लोग खुद आकर सहायता करने की पहल कर रहे हैं। नाना पाटेकर ने कहा , कई लोग आर्थिक मदद रूप से मदद कर रहे हैं। वह इसलिए आगे आ रहे हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है. जब कभी भी किसी को कोई जरूरत होगी हम सभी मदद करने के लिए उनके साथ खड़े होंगे। जब मैं शिरोल आया तो वहां पर मुझे स्थिति का पता चला। इसलिए हमने 500 घर बनवाने का फैसला किया है।


नौकरी दिलाने के बहाने किया दुष्कर्म

पंकज सिंह यादव 


महोबा। एसएससी की तैयारी कर रही युवती को कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कारोबारी होटल में ले गया। होटल के कमरे में युवती को बंद करके उसने अपनी हवस पूरी की। पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया है।मूलरूप से महोबा निवासी 22 वर्षीय युवती छपेड़ा पुलिया में किराये का कमरा लेकर रहती है और एसएससी की तैयारी कर रही है। कुछ साल पहले उसकी मुलाकात कल्याणपुर केशवपुरम निवासी मौरंग गिïट्टी कारोबारी हरीश चंद्र पांडेय से उरई में हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत और वाट्सएप पर चैटिंग होती थी। युवती का आरोप है कि हरीश चंद्र ने उसे कॉल सेंटर में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था।मंगलवार को हरीश ने कॉल सेंटर संचालक से मुलाकात कराने के बहाने फोन करके विजय नगर चौराहे बुलाया। यहां से वह अपनी कार से उसे होटल में ले गए। हरीश ने नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी तरह होश आने पर वह फजलगंज थाने पहुंची और पुलिस को आपबीती बताई। थाना प्रभारी फजलगंज अनुराग मिश्र ने बताया कि पीडि़ता की तहरीर पर आरोपित कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है। युवती को मेडिकल के लिए भेजा गया है।


इबोला की दवाई इजाद करने में सफलता

कांगो। घातक इबोला बुखार का इलाज ढूंढने की दिशा में डॉक्टर एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। क्लिनिकल ट्रायल के दौरान प्रायोगिक दवा के इस्तेमाल से जान बचाने में 90 फीसदी तक कामयाबी मिली है। डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो यानी डीआरसी में इबोला वायरस के संक्रमण से जूझ रहे लोगों को दो प्रायोगिक दवाएं दी जाएगी। इन्हें फार्मा कंपनी रिजेनेरॉन ने विकसित किया है इनमें एक है- एंटीबॉडी कॉकटेल आरईजीएन-ईबी3 और दूसरी है- मोनक्लोनल एंटी बॉडी एमएबी114। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के मुताबिक इन दवाओं ने “साफ तौर पर अच्छे” नतीजे दिखाए हैं। चार संभावित इलाजों का परीक्षण किया गया। कांगो में इबोला वायरस के संक्रमण का यह दूसरा साल है। इलाज के दूसरे दो तरीकों की तुलना में इन दवाओं ने बेहतर नतीजे दिखाए। एनआईएआईडी का कहना है कि दूसरी दवाओं का इस्तेमाल जिन मरीजों पर किया गया, उनमें करीब आधे मरीजों की इस बीमारी की वजह से मौत हो गई। कांगो के नेशनल बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर (आईएनआरबी) के महानिदेशक ज्यां जैक्स मुएम्बे ने संयुक्त रूप से इन परीक्षणों का नेतृत्व किया था।


उनका कहना है “अब से , हम यह नहीं कहेंगे कि इबोला का इलाज नहीं है। इस प्रगति से हजारों लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी.” एनआईएआईडी का कहना है कि इलाज के लिए लाए गए जिन मरीजों के खून में इस वायरस का संक्रमण निचले स्तर का था उनमें से आरईजीएन-ईबी3 के इस्तेमाल से 94 फीसदी और एमएबी114 के इस्तेमाल से 89 फीसदी मरीज ठीक हो गए। पूर्वी कांगो में इबोला अगस्त 2018 से ही फैल रहा है। इसने अब तक कम से कम 1,800 लोगों की जान ली है।


इसे नियंत्रित करने की कोशिशों में यहां चल रही हिंसा और बाहरी लोगों से मदद नहीं लेने की प्रवृत्ति की वजह से बाधा आ रही है। पश्चिमी अफ्रीका में 2013 से 2016 के बीच इबोला वायरस ने बड़ी तेजी से सिर उठाया था और तब यह अपने सबसे विकराल रूप में सामने आया था। गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन में इसकी वजह से 11,300 लोगों की जान गई। कांगो में इसके इलाज का परीक्षण पिछले साल नवंबर में शुरू किया गया।


यह काम विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च ग्रुप कर कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख माइक रेयान का कहना है,”आज की खबर शानदार है, इसने हमारे औजारों के बक्से में इबोला के खिलाफ एक नया औजार दे दिया है लेकिन सिर्फ इससे इबोला नहीं रुकेगा।” कांगों के अलग अलग उपचार केंद्रों में 681 मरीजों का नाम इन दवाओं के परीक्षण के लिए पहले ही दर्ज कर लिया गया है। रिसर्च का लक्ष्य 725 मरीजों पर इस दवा का इस्तेमाल करना है।


कार्रवाई पर हम मुनासिब जवाब देंगे:इमरान

इस्लामाबाद । पाकिस्तान ने जाने-अनजाने पहली बार कुबूल कर लिया है कि भारत ने बालाकोट में भीषण हवाई हमला किया था। बौखलाए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास ठोस जानकारी है कि भारत बालाकोट पर हुए भयावह हवाई हमले से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है। कश्मीर के ताजा हालात से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए वह ऐसा करने वाला है। मेरा मोदी को यही संदेश है कि अगर वह कार्रवाई करेंगे तो हम भी मुनासिब जवाब देंगे।


गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में बुधवार को इमरान खान ने कथित विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत अब पुलवामा के बाद किए हवाई हमले से भी खतरनाक योजना बना रहा है। वह कश्मीर (गुलाम कश्मीर) में कुछ कार्रवाई कर सकता है। इस आधार पर हम राष्ट्रीय सुरक्षा कमेटी की दो बैठकें कर चुके हैं।' इमरान ने धमकाते हुए कहा, 'हम हर ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। आप जो भी करेंगे हम उसका जवाब देंगे। अगर आप हमको सबक सिखाने की सोच रहे हैं तो ध्यान से सुनें, अब हम आपको सबक सिखाएंगे।'


बाढ़ की यात्रा पर चले (समसामयिक)

बाढ की यात्रा पर चले और नेताजी हवाई 



जब बाढ़ आती है, तो फिर मजबूरन हमारे नेता को हवाई सर्वेक्षण करना पड़ता है। जब कोई नेता ऐसा करता है, तो मुझे बहुत बेबस जान पड़ता है।


आप कहेंगे कि वाह साहब वाह! आपको डूबी हुई जनता नहीं नेता बेबस नजर आ रहा। फिर मैं आप से कहूंगा कि जी हाँ, मुझे नेता बेबस नजर आ रहा है। और जनता कब नहीं डूबी थी, जो आज कुछ नया है! संसद में बढ़ते दागी प्रतिनिधियों के बारे में आपका क्या खयाल है! सूखा पड़ा तो सूखी थी, बाढ़ आई तो डूबी है। अब आप से इल्तजा है कि अब आप जरा हवाई जहाज में बैठे उस नेता के बारे में सोचें। जितनी देर उसे बैठना है, मुंह लटकाए रखना है। किसी नेता-नगरी के लिए मुद्दा लटकाना आसान है, ठीक उसी तरह जैसे किसी अधिकारी के लिए फाइल लटकाना, मगर मुंह लटकाने में मेहनत लगती है। अनुभव, कौशल सब लगता है। आप जरा वह दृश्य सोचें, जब फोटो खींचने वाला फोटो खींचने से पहले आप से मुस्कराने के लिए कहता है, सोचिए सांस रोके, पेट अंदर खींचे 10-15 सेकेंड में ही क्या हालत हो जाती है! मैं अपनी कहता हूं! बचपन में ऐसी परिस्थिति में कई बार तो मैं रोने लगा हूं और कुछेक बार हंसने। पिटाई हुई अलग से। अब फिर जरा उस नेता पर आते हैं, जो हवा में उड़ रहा! अगर वह अकेले होता या ऐसा करते वक्त उसकी फोटो-वीडियो न बनती तो उसके लिए आसान होता। वह हंस-मुस्कुरा सकता था। थकावट होने के फलस्वरूप अंगड़ाई ले सकता था। एक जैसा दृश्य निहारते-निहारते जंभाई ले सकता था। अरे कुछ नहीं अपनी बोरियत दूर करने हेतु अपनी उंगलियां चटका सकता था। जरा सोचिए! कितने सारे विकल्प मौजूद थे, मगर वह कुछ नहीं कर सकता सिवाय मुंह लटकाने के, जो ठीक इस वक्त वह बखूबी कर रहा। वह जानता है कि बगल में उसके फोटोग्राफर बैठा है, जो उसकी फोटो उतार रहा है, सो उसे अपना मुंह लटका कर रखना है। कहीं जरा सी भी कुछ ऊंच-नीच हुई तो अपोजिशन को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा! जोकि उसकी पोजिशन के लिए बिल्कुल भी ठीक न होगा! ऐसे ही मुझे याद पड़ता है कि एक श्रद्धाजंलि समारोह में कुछ नेता हंस पड़े थे, फिर अगले दिन जनता ने उनको बहुत श्रद्धा से याद किया। जिसने जोक सुनाया था, वह नहीं हंसा था। वह संवेनशील माना गया। ऐसे मौकों पर एक संवेनशील नेता (अनुभवी पढ़ें) तनिक भी रिस्क नहीं लेता। सो, नेता को मुंह लटकाना है, और ऐसे लटकाना है कि कम से कम इतना तो हो कि कल जब अखबार में लोग उसे देखें (बाढ़ पीड़ित नहीं) तो बाढ़ की विकरालता से ज्यादा त्रासद उनका चेहरा दिखे! लोगों को पता चलना चाहिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के बाद नेताजी बहुत प्रभावित हुए।अब सोचिए, जब तक वह जलमग्न क्षेत्रों को देखेगा, तब तक उसे देखते हुए स्वयं को चिंतामग्न होते दिखाना भी है। यह काम कम चुनौतियों से भरा नहीं है! आप इसे ऐसे समझें, किसी स्विमिंग पूल में नहाने वाले को जलमग्न क्षेत्र को देखकर फिलिंग लानी है! कल को अखबार में वह अपनी छपी फोटो देखें और खुद को दाद भी न दे पाएं, फिर इतने वर्षों की राजनीति करने का क्या फायदा!
सर्वेक्षण तो भारत की जनता के साथ जुड़ा हुआ है। रोजमर्रा के अनुभव से उसने जाना है कि अधिकतर सर्वेक्षण हवा हवाई होते हैं। और यहां नेता जमीनी हकीकत जानने के हवाई सर्वेक्षण कर रहा है। चाहत तो टाल सकता था, मगर हवाखोरी का अवसर कौन जाने देता है। वह हवाई जहाज की किनारे वाली सीट पर बैठ कर मन ही मन उनको जरूर नमन करता होगा, जिसने इस गरीब देश मे हवाई दौरा करने की रस्म रखी। जब वह हवाई सर्वेक्षण कर रहा होता है तब वह जानता है कि ऐसा करने से बाढ़ प्रभावित जनता कोई फायदा नहीं होगा। होगा वही जो होता आ रहा है। पिछले साल भी बाढ़ आई थी। परसाल भी वही हुआ था, जो इस साल अभी हो रहा है। उसे संतोष है कि जो भी होगा वह आपदा कोष से होगा। आपदा कोष का खयाल आते ही वो मन ही मन मुस्कुराता है। वह एकदम से दार्शनिक हो जाता है। देखा जाए तो बाढ़ क्या है! इफरात पानी। जरूरत से बहुत ज्यादा एकमुश्त पानी। पानी था तो आपदा हुई। पैसा होता तो बरकत कहते।


बाढ़ में नेता का हवाई दौरा देख कर मेरा एक मित्र कहता है कि इनको बोट से जायजा लेने जाना चाहिए था, तब अच्छे से जानते और महसूस करते। मुझे महसूस शब्द सुनकर हंसी आई। मैंने उससे कहा', इतना सोचना भी ठीक नहीं मित्र! समानुभूति छोड़ो सहानभूति ही मिल जाए, कृपा समझो! और रही बात बोट से जाने की, अगर चुनाव होते और वोट लेना होता, तो बोट से नेता जरूर जाता' मेरा वह मित्र फिर बोलता है', बरसात के मौसम में फिर चुनाव होने चाहिए!'
मैं इसके जवाब में शायर जमाली का यह शेर उसकी तरफ बढ़ा देता हूं,


'तुम आसमाँ की बुलंदी से जल्द लौट आना 
हमें ज़मीं के मसाइल पे बात करनी है'


संजय शर्मा


आतंकी संगठनों ने दी 'जिहाद' की धमकी

पीओके में एकजुट हो रहे आतंकी संगठन, कश्मीर में 'जिहाद' की दे रहे धमकी


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के आंतकी संगठन कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश में लगे हुए हैं। इसी बीच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वहां के लोग भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते दिख रहे हैं।वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भारत के खिलाफ 'जिहाद' शुरू करने के उद्देश्य से आतंकी संगठनों को फिर से एक करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया सैयद सलाहुद्दीन की अध्यक्षता में पाकिस्तानी अधिकारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) को भारत के खिलाफ जिहाद शुरू करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं।


जम्मू-कश्मीर के आर्टिकल 370 और 35A हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के साथ ही आतंकी संगठनों में भी बौखलाहट देखी जा रही है। हिजबुल मुजाहिदीन के खालिद सैफुल्ला और नायब अमीर के साथ मुजाहिदीन के पूर्व आतंकियों ने गुरुवार को मुजफ्फराबाद में प्रेस क्लब के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन किया। सैफुल्ला ने भारत के खिलाफ अपने नफरत भरे भाषण में कहा, 'कोई भी कार्रवाई शब्दों से ज्यादा काम करती है। मेरे दोस्त, हम सब जिहाद के लिए तैयार हैं।'दूसरी तरफ खबर है कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अब नए सिरे से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में है। पिछले दिनों हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को पाकिस्तान में बैन कर दिया था। ऐसे में अब वो दूसरे संगठनों से हाथ मिला रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज सईद दूसरे आतंकी संगठनों को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसा पहुंचा रहा है। सईद को इसी साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था।


राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को बांधी राखी

लखनऊ। रक्षाबंधन का त्योहार हर भाई-बहन के लिए बेहद खास होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो भाई- बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बना देता है। इस दिन हर भाई अपने बहन की जिदंगी भर रक्षा करने का प्रण लेता है। यह दिन हर भाई-बहन के लिए बेहद अहमीयत रखता है। इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाया जा रहा है।रक्षाबंधन के इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना भाई मानते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राखी बांधी और मिठाई खिलाई। इतना ही नहीं सीएम योगी ने भी उन्हें उपहार दिया और रस्म को पूरा किया।बता दें आनंदीबेन पटेल ने कुछ ही समय पहले यूपी की राज्यपाल के रुप में कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह गुजरात की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। वहीं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन को लेकर एक ट्वीट किया और कहा कि मेरी ओर से सभी देशवासियों को 'रक्षाबंधन' के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं सभी माताओं-बहनों एवं बेटियों के स्वस्थ, सुरक्षित और सुखद जीवन की मंगल कामना करता हूं।


राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक:एमएल शर्मा

नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 का मसला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के सामने है। सुप्रीम कोर्ट आज दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। पहली याचिका में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध किया गया है। वहीं दूसरी याचिका में कश्मीर में पत्रकारों से सरकार का नियंत्रण हटाने की मांग की गई है। पहली याचिका एमएल शर्मा ने डाली है, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर मनमानी की है, उसने संसदीय रास्ता नहीं अपनाया, राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक है।


दूसरी याचिका कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन ने दायर की है. इस याचिका में कहा गया है कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद पत्रकारों पर लगाए गए नियंत्रण खत्म किए जाएं। इससे पहले दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का मामला संवेदनशील है, इस पर केंद्र सरकार को थोड़ा वक्त देना होगा।


सबसे ज्यादा हाईटेक होगी पुलिस:भोपाल

कामेश पाठक


भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस को देश की सर्वाधिक प्रौद्योगिकी सम्पन्न और तकनीकी रूप से दक्ष पुलिस बनाने के लिये सभी जरूरी प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये बजट की कमी नहीं होने दी जावेगी।


स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी में अपने शासकीय निवास पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित मैडल विजेता पुलिस अधिकारियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए ऐसा एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं। अब अपराध भी नये स्वरूपों में सामने आते हैं। आतंकवाद भी नये रंग रूप धरता है। एक राज्य से दूसरे राज्य और एक जिले से दूसरे जिले में अपराधों का स्वरूप बदल जाता है। इसी लिये पुलिस को भी लगातार सतर्कता और दक्षता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार का चेहरा होती है। इसलिये समाज में रक्षा और सुरक्षा का काम करते हुए मूल्यों की भी रक्षा का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत मूल्यों, संस्कृति और सभ्यता का देश है। अनेकता में एकता यहां की सांस्कृतिक पहचान है। पुलिस बल या अन्य कोई भी सैन्य बल हों, वे विविधता के प्रतीक हैं । एक ही उद्देश्य के लिये विभिन्न समाजों, धर्मों, सम्प्रदायों के जवान एकसूत्र में बंधकर अपना कर्तव्य निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौती है कि वह निरंतर बदलती टेक्नालॉजी को कैसे अपनाये। जब चुनौतियाँ बदलते रहती हैं, तो उनका मुकाबला करने के लिये नवीनतम टेक्नालॉजी का उपयोग भी जरूरी है। फेशियल रिकगनीशन जैसी टेक्नालॉजी को स्थापित करना भी अब जरूरी हो गया है। पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह ने उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि वीरतापूर्ण कार्य के लिये 18 पुलिस कर्मियों को क्रम से पहले पदोन्नति दी गई है। डायल 100 सेवा के माध्यम से 70 लाख लोगों को मदद मिली है। नक्सल समस्या पर नियंत्रण कर लिया गया है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं मैडल विजेता पुलिस अधिकारी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।


रेलवे को लाखों रुपए की क्षति से बचाया

सीनियर डीईई टीडी ने फर्जी टीए बिलो को प्रतिबन्धित कर रेलवे को लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति होने से बचाया


उमेश शर्मा


झाँसी। रेल प्रबंधक मण्डल अन्तर्गर्त विधुत कर्षण वितरण विभाग में सन 2018-19 से मेघा ब्लॉक शुरू किये गये थे ।जबकि विभाग में सभी मेंटिनेंस वर्क समाप्त हो गया। लेकिन टीआरडी विभाग मेघा ब्लॉक की आड़ में टीआरडी विभाग द्वारा  प्रत्येक माह लाखो रुपयो का भृष्ठाचार कर रेलवे को आर्थिक क्षति पहुंचाने का कार्य किया जा रहा था। सीनियर डीईई रजत सिंह द्वारा जांच किये जाने पर मेघा ब्लाक व ब्रेकडाउन के एवज में सुपरवाइजर लाइनमेन हेल्पर फर्जी टीए क्लेम करते थे। इसपर सीनियर डीईई टीडी एव डीईई आरके बघेला ने सुपरवाइजर लाइनमेन हेल्पर पर नकेल कसते हुये अगस्त माह 2019 में ब्रेक डाउन जो फर्जी टीए बिल भरे गये थे।और फर्जी पेमेन्ट पिछले कई महीनों से किया जा रहा था। सीनियर डीईई के आदेशानुसार अगस्त माह2019 के सभी टीए बिलो को कटवा दिये गये है।इससे रेलवे को प्रतिमाह हो रही लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति होने से बचाया। जबकि इंजीनियरिंग विभाग एव एसएनटी विभाग मेघा ब्लॉक का ब्रेक डाउन क्लेम नही लिया जाता है।।मात्र टीआरडी विभाग द्वारा मेघा ब्लॉक ब्रेक डाउन के नाम पर प्रतिमाह लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति पहुचाई जा रही थी।जिसको  पूर्णरूप से फर्जी टीए बिलो को प्रतिबंधित कर कटाव दिया।जिससे विभाग के कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। सूत्रों के अनुसार पूर्व माह में लिया गया फर्जी मेघा ब्लाक टीए पेमेन्ट की विभाग द्वारा रिकवरी का प्रॉवधान सुनिश्चित कर रेलवे की आर्थिक क्षति को पूरा किया जाये।


63 विभूतियों को किया गया सम्मानित:भोपाल


भोपाल । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में पुलिस,  जेल और होमगार्ड के अधिकारियों- कर्मचारियों को राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह और विशेष पुलिस महानिदेशक एसएएफ श्री विजय यादव उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री ने 63 विभूतियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने सात पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक और 36 अधिकारियों को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया। जेल विभाग के लिए राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त एक विशिष्ट सेवा पदक और आठ सराहनीय सेवा पदक तथा होमगार्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों को दो विशिष्ट सेवा पदक तथा सराहनीय सेवा के लिए पाँच नागरिक सुरक्षा पदक भी प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने एक उत्तम जीवन रक्षा पदक और तीन जीवन रक्षक पदक भी प्रदान किए। समारोह के अंत में स्पेशल ट्रास्क फोर्स और एन.सी.सी. एयर विंग को परेड़ में प्रथम आने पर सम्मानित किया गया।
इन्हें मिले राष्ट्रपति पदक
      राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक (पुलिस)- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.पी.ई. लोकायुक्त भोपाल श्री सुशोभन बनर्जी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक म.प्र.मानव अधिकार आयोग भोपाल श्रीमती सुषमा सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिकायत पु.मु. भोपाल श्री विपिन कुमार माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कल्याण पु.मु. भोपाल श्री विजय कटारिया, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ईओडब्ल्यू भोपाल श्री सैयद मोहम्मद अफजल, सहायक सेनानी प्रथम वाहिनी इंदौर श्री राजेन्द्र सिंह भदौरिया व निरीक्षक (अनु सचिवीय) विशेष शाखा पु.मु.भोपाल श्री विवेक परांजपे।
राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक (पुलिस)-  सेनानी 17 वी वाहिनी विसबल भिंड श्री जगतसिंह राजपूत,पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इंदौर श्री अवधेश कुमार गोस्वामी, सेनानी 24 वी वाहिनी विसबल जावरा श्री महेश चंद्र जैन,पुलिस अधीक्षक म.प्र.पुलिस अकादमी भौंरी भोपाल श्री संजय कुमार सिंह, सहायक पुलिस महानिरीक्षक अ.अ.वि.पु.मु.भोपाल श्रीमती श्रद्धा तिवारी, सहायक पुलिस महानिरीक्षक रेल भोपाल श्री धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त ग्वालियर श्री संजीव कुमार सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीटीएस तिघरा ग्वालियर श्री अताउल्ला सिद्धकी, उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री गोपाल सिंह, सहायक सेनानी 9 वी वाहिनी विसबल रीवा श्री राजेश गुरू, निरीक्षक विसबल 23वीं वाहिनी भोपाल श्री प्रदीप कुमार बुधौलिया, निरीक्षक रेडियो पीआरटीएस इंदौर श्री वीर विक्रम सेंगर, निरीक्षक विशेष शाखा इंदौर श्री शिवकुमार पटेल, निरीक्षक (अनु सचिवीय) महिला अपराध शाखा पु.मु. भोपाल श्री रमेश कुमार हेमनानी, सूबेदार (अनु सचिवीय) नारकोटिक्स इंदौर श्री अरशद अली खान, उप निरीक्षक लोकायुक्त भोपाल श्री अनिल कुमार भदौरिया, उप निरीक्षक विशेष शाखा भोपाल श्री नारायण अंबेडकर, उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) विसबल पु्.मु. भोपाल श्री सतीश कुमार गुप्ता, उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) अजाक पु.मु.भोपाल श्रीमती सुमनलता शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक रीवा श्री प्रमोद पाण्डे, सहायक उप निरीक्षक विसबल 24 वी वाहिनी जावरा श्री हेत सिंह भदौरिया, सहायक उप निरीक्षक रीडर टू पुलिस अधीक्षक भिंड श्री अशोक कुमार सविता, सहायक उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) विसबल पु.मु.भोपाल श्रीमती मधु चौधरी, प्रधान आरक्षक यातायात इंदौर श्री कृष्णमुरारी दुबे, प्रधान आरक्षक यातायात इंदौर श्री महेश कुमार पाण्डे, प्रधान आरक्षक छतरपुर श्री जमुना प्रसाद श्रीवास, प्रधान आरक्षक आरएपीटीसी इंदौर श्री सत्यनारायण सिंह यादव, प्रधान आरक्षक कंट्रोल रूम भोपाल श्री रईस उल्लाह, प्रधान आरक्षक अ.अ.वि.पु.मु.भोपाल श्री चिमन अलीवल, प्रधान आरक्षक 5 वी वाहिनी मुरैना श्री अब्दुल रज्जाक खान, प्रधान आरक्षक ईओडब्ल्यू भोपाल श्री कमलेश्वर प्रसाद, प्रधान आरक्षक दतिया श्री अशोक कुमार यादव, आरक्षक रेडियो भोपाल श्री शिवनाथ सिंह, आरक्षक वि.पु.स्था. लोकायुक्त इंदौर श्री दिगम्बर पाल, आरक्षक पीएस इंदरगढ़ ग्वालियर श्री राजकुमार राठौर व आरक्षक डी.आर.पी.लाईन झाबुआ श्री जव सिंह राठौर।
विशिष्ट सेवा पदक (जेल)-  प्रहरी केन्द्रीय जेल सागर श्री कमला प्रसाद पटेल।
सराहनीय सेवा पदक (जेल)- सहायक जेल अधीक्षक सब जेल गंजबासोदा श्रीमती ज्योति तिवारी, मुख्य प्रहरी केन्द्रीय जेल ग्वालियर श्री रामस्वरूप सिंह कुशवाह, मुख्य प्रहरी सब जेल बड़वाह श्री करण सिंह रघुवंशी, मुख्य प्रहरी जिला जेल छिंदवाड़ा श्री प्रकाश नारायण दीक्षित, मुख्य प्रहरी जिला जेल बालाघाट श्री रविन्द्र जामकर, प्रहरी केन्द्रीय जेल सागर श्री इंद्रपाल सिंह, प्रहरी केन्द्रीय जेल उज्जैन श्री बाबूलाल सांखला एवं प्रहरी केन्द्रीय जेल ग्वालियर श्री वाचाराम।
विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा पदक- स्वयंसेवी प्लाटून कमांडर होमगार्ड भोपाल श्री रमाकांत रजक एवं डिवीजनल वार्डन सिविल डिफेन्स जबलपुर श्री क्रिस्टोफर ई आरलैण्ड।
सराहनीय सेवा के लिये राष्ट्रपति का होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा पदक- डिवीजनल कमाण्डेंट एस.डी.ई.आर.एफ.भोपाल श्री कमलेन्द्र सिंह परिहार, जूनियर स्टाफ ऑफीसर होमगार्ड मुख्यालय जबलपुर श्री राजेन्द्र सिंह बघेल, सहायक उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) डिवीजनल कार्यालय होमगार्ड ग्वालियर श्री भानूप्रताप सिंह परमार, स्वयंसेवी कंपनी कमांडर होमगार्ड भोपाल श्री देवनारायण सिंह व स्वयंसेवी महिला सैनिक होमगार्ड भोपाल सुश्री वर्षा गोगावाले।उत्तम जीवन रक्षा पदक-श्री साजिद खान, संजय वार्ड जिला सिवनी।जीवन रक्षा पदक-आरक्षक होशंगाबाद श्री अंकित धनगर, आरक्षक होशंगाबाद श्री महेन्द्र टेकाम व मास्टर सर्मपण मालवीय।


आरक्षण,नए जिलों के साथ कई घोषणाएं:भूपेश

रायपुर । स्वतंत्रता दिवस पर सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को कई बड़ी सौगातें दी है। जिनमें आरक्षण में बढ़ोतरी, नए जिले बनाने और एलिफेंट रिजर्व बनाने जैसी घोषणा शामिल है। 


सीएम बघेल ने घोषणा करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में हाथियों की आवा-जाही से कई बार जान-माल की हानि होती है। इसकी एक बड़ी वजह है। हाथियों को उनकी पसंदीदा जगह पर रहने की सुविधा नहीं मिल पाना भी है। इस दिशा में भी हमने गंभीरता से विचार किया है और आज मैं 'लेमरू एलीफेंट रिजर्व' की घोषणा करता हूं। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला 'एलीफेंट रिजर्व' होगा, जहां हाथियों का स्थाई ठिकाना बन जाने से उनकी अन्य स्थानों पर आवा-जाही तथा इससे होने वाले नुकसान पर भी अंकुश लगेगा और जैव विविधता तथा वन्य प्राणी की दिशा में प्रदेश का योगदान दर्ज होगा। इसके साथ ही बहु-प्रतीक्षित मांग पूरी करते हुए एक नए जिले के निर्माण की घोषणा भी सीएम ने की। यह जिला 'गौरेला- पेण्ड्रा-मरवाही' के नाम से जाना जाएगा। इस तरह अब छत्तीसगढ़ 28 जिलों का राज्य बन जाएगा। इसके अलावा 25 नई तहसीलें भी बनाई जाएंगी।


बघेल ने कहा-मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी है कि हमारे प्रदेश का अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग तबका काफी शांतिप्रिय ढंग से अपने अधिकारों की बात करता रहा है। उनके संविधान सम्मत अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है। इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज मैं यह घोषणा करता हूं कि अब प्रदेश निवासी अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिषत, अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा।


मुठभेड़ में बदमाश-आरक्षी घायल:मुजफ्फरनगर

शाहपुर पुलिस ने मुठभेड़ में किया शातिर बदमाश को गिरफ्तार,तो वही एक सिपाही भी हुआ मुठभेड़ के दौरान घायल


मुठभेड़ में गिरफ्तार शातिर बदमाश शोएब उर्फ़ आबिद के ख़िलाफ़ गैंगेस्टर,लूट आदि के लगभग दो दर्जन मुक़दमे हैं दर्ज


मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव के कुशल एवं प्रभावी निर्देशन में व पुलिस अधीक्षक देहात आलोक शर्मा के नेतृत्व में एक बार फिर थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने अपनी बेहतरीन कार्यप्रणाली का जलवा दिखाते हुए, एक बदमाश को मुठभेड़ के दौरान जान की परवाह किये बगैर गिरफ्तार किया। वही अदम्य साहस व वीरता का परिचय देते हुए बदमाश को सिखस्त देते हुए सिपाही प्रेमपाल भी इस मुठभेड़ में गोली लगने से हुआ घायल।थाना शाहपुर क्षेत्र में दौराने गश्त खतौला मोड पर थाना शाहपुर पुलिस एवं बदमाशों के बीच मुठभेड हुई। पुलिस मुठभेड के दौरान एक शातिर लुटेरा बदमाश शोएब उर्फ आबिद पुत्र मौसम निवासी ग्राम माण्डी थाना तितावी मुजफ्फरनगर घायल हो गया। इस दौरान थाना शाहपुर पर नियुक्त आरक्षी 192 प्रेमपाल भी गोली लगने के कारण घायल हो गये। दोनों घायलों को सरकारी अस्पताल शाहपुर में उपचार हेतु भेजा गया। एक बदमाश सोनू उर्फ मामा पुत्र इकबाल निवासी ग्राम तावली थाना शाहपुर मुजफ्फरनगर मौके का फायदा उठाकर हुआ फरार। फरार हुए आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार अभियुक्त शोएब उपरोक्त के कब्जे से 01 मोटर साइकिल स्पलेण्डर रंग लाल बिना नम्बर एवं 01 तमंचा मय 01 खोखा कारतूस व 02 जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया। अभियुक्त पर थाना शाहपुर व तितावी में लूट,चोरी, छिनैती एवं गैंगेस्टर आदि के लगभग 02 दर्जन अभियोग पंजीकृत है। तस्लीम बेनकाब


एम्स में भर्ती अरुण जेटली की हालत स्थिर

एम्स में भर्ती अरुण जेटली की हालत गंभीर

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सात दिनों से एम्स के आइसीयू में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि एम्स ने उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अरुण जेटली लंबे समय से बीमार हैं। 9 अगस्त को सांस लेने में परेशानी के बाद उन्हें एम्स के आइसीयू में भर्ती किया गया था। उस दिन एम्स ने बयान जारी कर उनकी हालत स्थिर बताया था। एक दिन पहले उनका वेंटिलेटर हटाकर एक प्रोसिजर किया गया था लेकिन गुरुवार को उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई। डॉक्टर इसका कारण फेफड़े में बार-बार पानी जमा होना बता रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि उन्हें सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा है। इस वजह से दिक्कत हो रही है।
पिछले शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एम्स पहुंचे थे और अरुण जेटली का हाल जाना। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चैबे भी जेटली को देखने के लिए एम्स पहुंचे थे। बाद में उन्हें देखने वालों का तांता लगा रहा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पिछली मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली थी। अटल बिहारी सरकार में भी वे केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। बीमारी की वजह से इस बार वह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए। बीमारी के बावजूद वह मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखते रहे हैं। अक्सर वह प्रमुख मुद्दों पर ब्लॉग लिखकर या फिर ट्वीट कर अपनी राय जाहिर करते हैं।
ज्ञात हो कि अरुण जेटली लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीमारी की वजह से वे 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हुए। अरुण जेटली का 14 मई 2018 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया गया। इसके बाद उन्होंने अप्रैल 2018 की शुरुआत से ही मंत्रालय आना बंद कर दिया। इस दौरान पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालते रहे। स्वास्थ्य लाभ के बाद 23 अगस्त 2018 को उन्होंने वापस वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले अरुण जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हो चुका है। लंबे समय से मधुमेह के कारण वजन बढ़ने की समस्या के निदान के लिए यह ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन पहले मैक्स हॉस्पीटल में हुआ, लेकिन बाद में कुछ दिक्कतें आने के कारण उन्हें ।प्प्डै स्थानांतरित किया गया था। कुछ साल पहले उनके हृदय का भी ऑपरेशन हो चुका है।


अशोक भारद्वाज


मुठभेड़ के बाद बदमाश गिरफ्तार:गाजियाबाद

नीरज


गाजियाबाद। थाना इंद्रापुरम पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल होने के बाद, गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त एक  लूटी गई बाईक , लूट के 02 मोबाईल व अवैध असलहा बरामद किया गया। थाना इंद्रापुरम पुलिस द्वारा दिनाँक 15 अगस्त को समय करीब 08:40 बजे दौराने चैकिंग कनावनी पुस्ता पर बाईक पर सवार 02 संदिग्ध व्यक्ति को रोकने का इशारा किया गया। नही रुके तथा भागते हुए जान से मारने की नियत से पुलिस पार्टी पर फायर किया गया। पुलिस पार्टी की जवाबी फायरिंग में बदमाश शिवराज पुत्र हंसराज निवासी अमरपुर थाना रजपुरा जनपद संभल गोली लगने से घायल हो गया है। जिसको गिरफ्तार कर उपचार हेतु  अस्पताल में भर्ती किया गया है। उक्त अभियुक्त का एक साथी मौके से भागने मे सफल रहा।  जिसकी तलाश जारी है।


गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त शहादरा , दिल्ली से लूटी गई एक केटीएम बाईक, थाना इंदिरापुरम क्षेत्र से  लूटे गये 02 मोबाईल व 01 तमंचा 315 बोर मय 01 खोखा, 01 जिन्दा कारतूस बरामद हुए है। गिरफ्तार अभियुक्त पर करीब 01 दर्जन लूट, चोरी व अन्य आपराधिक मुकदमे दर्ज है अभियुक्त के अन्य अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।


'एयर इंडिया' ने उड़ान भर, रचा इतिहास

73वें स्वंतत्रता दिवस पर एयर इंडिया ने रचा है इतिहास
नॉर्थ पोल से फ्लाइट उड़ाने वाली पहली एयरलाइन बनी
दिल्ली से सैन फ्रैंसिस्को के बीच उड़ान नॉर्थ पोल से गुजरी
पाक के ऊपर से फ्लाइट के लिए तैयार थे कई रास्ते



मुंबई। इस स्वतंत्रता दिवस पर एयर इंडिया का बोईंग 777 एयरक्राफ्ट जब नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ा तो इतिहास रच दिया। ऐसा करके एयर इंडिया पोलर क्षेत्र से कमर्शल फ्लाइट उड़ाने वाली पहली इंडियन एयरलाइन बन गई। दिल्ली से सैन फ्रैंसिस्को जाने वाली फ्लाइट जो आमतौर पर अटलांटिक या प्रशांत महासागर के ऊपर से निकलती है, गुरुवार को नॉर्थ पोल के ऊपर से निकली। जल्द ही प्राइवेट हाथों में जाने वाली एयर इंडिया के लिए यह एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है।


पाक से तनाव के बीच तैयार दो प्लान
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पोलर रूट पर जाने के लिए एयर इंडिया के ऑपरेशन्स विभाग ने दो फ्लाइट प्लान बनाए। एयर इंडिया के एक सूत्र ने बताया है, 'हमें 15 अगस्त को पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के लिए तैयार रहने को कहा गया था। अगर भारतीय उड़ानों के लिए एयरस्पेस बंद रखा जाता तो भी हम पोलर क्षेत्र से उड़ान भरते हैं।'
दूसरों ने बताया कि तब दूसरा रास्ता लिया जाता जिसमें एयरक्राफ्ट स्ट्रेट ऑफ हॉरमुज के ऊपर से होकर पोल के उत्तर से ले जाया जाता। दिल्ली-सैन फ्रैंसिस्को की फ्लाइट AI-173 सुबह 4 बजे 243 यात्रियों के साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, रूस के ऊपर से उड़कर 12.27 बजे नॉर्थ पोल से निकली।अत्याधिक गुरुत्वाकर्षण होने की वजह से दिशा की सही जानकारी देने वाले कंपास भी काम करना बंद कर देते हैं।
कई होती हैं चुनौतियां
ऐसे वक्त में विमान में लगे अत्याधुनिक तकनीक और जीपीएस की सहायता से पायलट को विमान में लगी स्क्रीन पर डिजिटल डेटा उपलब्ध होता है, जिसकी मदद से पायलट सही मार्ग का चयन करता है। नॉर्थ पोल में तापमान हर समय करीब माइनस 30 के करीब रहता है। तापमान माइनस 65 के करीब पहुंचने पर विमान का ईंधन भी जम सकता है। इस वजह से उड़ान के दौरान ऊंचाई का भी विशेष खयाल रखना होता है।


सीमा पर तीन पाकिस्तानी सैनिक ढेर

नई दिल्ली। पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा था वहीं सीमा पर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने में जुटा था। पाकिस्तान ने सीमा पर जमकर गोलीबारी की जिसके जवाब में भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और तीन पाकिस्तानी सैनिक मार गिराए।


पाकिस्तानी सेना ने भारत की आजादी के दिन भी अपनी नापाक हरकतें जारी रखी और सीमा पर जमकर फायरिंग की। सीमारेखा पर तैनात भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया औऱ तीन पाकिस्तानी सैनिक मार गिराए.पाकिस्तान सीमा पर लगातार नापाक हरकतें जारी रखे है। खासकर कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। लेकिन भारतीय सेना को पूरी तरह से सीमा पर अलर्ट मोड पर रखा गया है।


 


19 साल बाद 'चीफ ऑफ डिफेंस' की नियुक्ति

नई दिल्ली। भारत में अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण में यह महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा की सेना के तीनों अंगों के प्रमुख के तौर पर 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ' (सीडीएस) का पद सृजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीडीएस थल सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच तालमेल सुनिश्चित करेगा और उन्हें प्रभावी नेतृत्व देगा। इससे हमारे सशस्त्र बल और अधिक प्रभावशाली बनेंगे।


सेना के तीन अंगों के प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ व्यक्ति सीडीएस होगा। उसकी बुनियादी भूमिका सेना, नौसेना, और वायुसेना के बीच कामकाजी समन्वय को बढ़ाने की दिशा में काम करने तथा समग्र रुख के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को देखने की होगी।सीडीएस प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री के लिए महत्वपूर्ण रक्षा एवं सामरिक मुद्दों पर सैन्य सलाहकार की भूमिका भी निभाएगा। सूत्रों के मुताबिक, सरकार सीडीएस की नियुक्ति के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की प्रक्रिया में है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि सीडीएस का कार्यकाल कितने वक्त का होगा और क्या उनका पद तीनों सेना प्रमुखों के समान होगा या उनसे उच्च।


वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था में कमियों का पता लगाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था में जरूरी सुधारों का विश्लेषण कर रहे एक मंत्री समूह ने भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी। प्रस्ताव आने के 19 साल बाद अब भारत में होगा 'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ'। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले से प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा।


देश में ऐतिहासिक सैन्य सुधार के तहत की गई इस घोषणा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि सीडीएस पर मोदी की घोषणा तीनों बलों में समन्वय और उनके कामकाज में और सुधार करने के मद्देनजर की गई। सिंह ने कहा कि सीडीएस का भारतीय सुरक्षा पर दीर्घकालिक और सकारात्मक प्रभाव होगा।प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद पूर्व सेना प्रमुख वीपी मलिक ने ट्वीट कर कहा कि सीडीएस की संस्था बनाने का ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी आपका धन्यवाद। इस कदम से राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रभावी एवं किफायती होगी।


खेत में उतारा प्लेन, बचाई 233 जान

मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को के हवाईअड्डे से गुरुवार को उड़ान भरते ही एक विमान पक्षियों के झुंड से टकरा गया। विमान के इंजन में कई पक्षियों के फंसने के चलते 233 यात्रियों की जान पर बन आई थी। ऐसे में पायलट ने समझदारी दिखाते हुए विमान को मक्के के खेत में उतार यात्रियों की जान बचाई। 23 यात्रियों को मामूली चोटें आईं, जिनमें पांच बच्चे थे।


रूसी मीडिया के मुताबिक, यूराल एयरलाइंस के विमान एयरबस 321 ने गुरुवार को मॉस्को के जुकोवस्की हवाईअड्डे से क्रीमिया फेरोपोल के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरते ही पक्षियों का झुंड उससे टकरा गया। विमान के दोनों इंजनों में कई पक्षी फंसे गए, जिससे इंजन बंद हो गया। पायलट ने सूझबूझ से विमान को जुकोवस्की हवाईअड्डे से एक किलोमीटर दूर मक्के के खेत में उतारा दिया। रूसी मीडिया और लोगों ने पायलट दामिर युसुपोव को 'हीरो' बताया। लोगों ने कहा कि दामिर किसी सुपर हीरो से कम नहीं हैं, उन्होंने 233 जिंदगियों को बचा लिया। वहीं रूसी मीडिया ने लिखा कि इंजन फेल होने की स्थिति में पायलट ने मक्के के खेत में विमान को सूझबूझ से उतारा। यह बाकई काबिले तारीफ है।


धूमधाम से मनाया,73 वां स्वतंत्रता दिवस

संस्कार पब्लिक स्कूल बांधाखार में कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य में हर्सोउल्लास के साथ मनाया गया स्वतंत्रता दिवस


कोरबा-पाली। पाली विकासखण्ड के ग्राम बांधाखार (नुनेरा) में संचालित संस्कार पब्लिक हिंदी,अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 73 वे स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय पर्व को कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता राजेश राठौर के मुख्य आतिथ्य में ध्वजारोहण कर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।श्री राठौर द्वारा ध्वजारोहण करने उपरांत स्कूली बच्चों के माध्यम से प्रभात फेरी निकाली गई।जिसके बाद विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा देशभक्ति के साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए।जिसमे मुख्य रूप से बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने पर नाटक दृश्य के अलावा भाषण एवं नृत्य संगीत प्रस्तुत किया गया।इस दौरान श्री राठौर ने अपने भाषण में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए कहा कि बेटियों को शिक्षित करने के साथ आज के परिवेश में उन्हें आत्मनिर्भर बनाना अतिआवश्यक है।बेटी व बेटा में कभी फर्क नही समझना चाहिए क्योंकि बेटी परिवार का सम्मान होती है।बेटा तो एक घर को रोशन करता है जबकि बेटी दो घरों को रोशनी देती है।कार्यक्रम के दौरान शाला की शिक्षिकाओं के द्वारा भी देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया।और कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी बच्चों को उपाध्यक्ष राठौर के हाथों पुरस्कार वितरण किया गया।तथा शाला प्रबंधन द्वारा उपस्थित समस्त छात्रो एवम् अभिभावकों को मिष्ठान का वितरण किया गया।उक्त कार्यक्रम के समापन में स्कूल के डायरेक्टर संतोष बघेल द्वारा समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं तथा ग्रामवासियों के विशेष सहयोग को लेकर उनका आभार व्यक्त किया गया।कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में समाजसेवी सतीश तिवारी एवं पंच बसंत कुमार सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं पालकगण व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।


प्रेम प्रसंग में जल्दबाजी ना करें: तुला

आज का भाग्य राशिफल


मेष—- स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में विशेषकर स्त्रियां सावधानी रखें। कार्यों की गति धीमी रहेगी। बु‍द्धि का प्रयोग करें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। निराशा हावी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। लाभ होगा।


वृष—- आशंका-कुशंका के चलते कार्य की गति धीमी रह सकती है। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्‍य की चिंता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लाभ होगा।


मिथुन —-जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर होगी। करियर बनाने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य में आसानी होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें। प्रमाद से बचें।


कर्क—– बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ के असवर हाथ आएंगे। यात्रा में सावधानी रखें। किसी पारिवारिक आनंदोत्सव में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद न करें। बेचैनी रहेगी।


सिंह—- मित्रों की सहायता कर पाएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता रहेगी। नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। समय अनुकूल है। प्रसन्नता रहेगी।


कन्या —–दूर से अच्‍छी खबर प्राप्त हो सकती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कोई बड़ा काम करने की योजना बनेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में अतिथियों पर व्यय होगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी।


तुला—- प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट से कार्य में रुकावट होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। निवेश में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। जरूरी वस्तु गुम हो सकती है।


वृश्चिक—– अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। यात्रा में जल्दबाजी न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। स्वास्थ्‍य पर बड़ा खर्च हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। आय में कमी रहेगी। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी।


धनु —–कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। पारिवारिक चिंताएं रहेंगी। मेहनत अधिक तथा लाभ कम होगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। मातहतों का सहयोग नहीं मिलेगा। कुसंगति से बचें, हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। प्रमाद न करें।


मकर —–विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। कोई बड़ी बाधा से सामना हो सकता है। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। रुका हुआ धन मिल सकता है। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। किसी अपने के व्यवहार से दु:ख होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी का ध्यान खुद की तरफ खींच पाएंगे।


कुंभ— समाजसेवा में रुझान रहेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। पुरानी व्याधि से परेशानी हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। भाइयों का सहयोग मिलेगा। समय अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें।


मीन —-राजकीय अवरोध दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। धर्म-कर्म में मन लगेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।


खाई बाड़ी का विरोध पड़ा भारी:मुरादाबाद

सट्टा खाईबाडी घर के पास करने का विरोध करना पडा भारी। 
मुरादाबाद। थाना कटघर अंतर्गत करूला के ख्वाजा नगर तसलीमा स्कूल के पीछे जहा रिक्‍शा चालक असलम नेअपने घर के पास सट्टा खिलाने बाले ,बडा नामक व्यक्ति व इस्तेकार से सटटा खाई बाडी का विरोध किया तो सटटा माफियाओ ने दर्जनो गुर्गे मयशस्त्रो के बुला लिये और जानलेगा हमला कर बुरी तरहा मारा पीटा। साथ ही हत्या करने के इरादे से वाईक पर बैठाकर ले गये। ये लोग जैसे ही रहमतनगर हाईवे पर पहुचे तो, वहां गस्त कर रही पुलिस आ गई। असलम ने शौर मचाया और वाईक से निचे गिर गया। पुलिस को आता देख सटटा माफिया चोर-चोर कहने लगे। पुलिस असलम और गुंडो को दस सराये चौकी ले गई। जहा पर पुलिस ने फिलगुड करके असलम को पीटकर सादे कागज पर ऑगूठा लगवा कर सभी को छोड दिया। सुबह होने पर असलम ने थाना कटघर पहुचकर आपबीती सुनाई और तहरीर देकर इस्तेकार पुत्र जुल्फुकार, जुम्मा उर्फ इकरार पुत्र रफीउद्दीन, बडा नामक सटटेबाज,व इकरार के छोटा भाई के खिलाफ कार्यवाही का अनुरोध किया। पुलिस ने तहरीर लेकर रिपोर्ट दर्ज कर पीडित का मेडिकल कराया और कार्यवाही शुरू कर दी। बताते चले की जिले का सटटा किंग जुल्फुकार उर्फ बिटटू की मौत के बाद उसके लडके इस्तेकार ने सटटे का सामराज्य अपने हाथ में ले लिया। महानगर के कई स्थानो पर खुलेआम सटटा खाईबाडी कराने लगा। विगत दिनो भी एक महिला ने सटटे का विरोध किया था तो उसके घर में घुस कर बुरी तरहा मारापीटा थाा। जिसकी महिला ने रिपोर्ट कराई थी। लेकिन इतने पर भी  सटट लगातार खुलेआम जारी है। ताजा मामला असलम का है असलम दूारा रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी जानसे मारने की धमकीया बराबर मिल रही है। सटटा भी बादस्तूर जारी हैै। अब देखना यह है पुलिस सटटा माफियाओ पर कडी कार्यवाही कर सटटा खाई बाडी को पूरी तरहा बंद कराती है या यूहीं खानापूर्ती कर मामले ऱफादफा करती है।


संचार क्रांति के नायक को श्रद्धांजलि

नई दिल्‍ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पुण्यतिथि है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई दिग्गज नेता स्मृति स्थल पर पहुंचे और अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें भारत रत्न से सम्मानित और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। जिसके बाद बीजेपी ने उनकी अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया था और इसकी शुरुआत हरिद्वार में गंगा में विसर्जन के साथ हुई थी। बता दें दिल्ली में स्थित पूर्व प्रधानमंत्री के स्मृति स्थल 'सदैव अटल' पर अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर बड़ा कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसके चलते अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य, पोती निहारिका समेत परिवार के अन्य सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री के स्मृति स्थल पहुंचे हैं, जहां भजन का कार्यक्रम भी चल रहा है। यहां उन्हें अभी तक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित कई दिग्गज नेताओं द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।


देश को एक सूत्र में जोड़ने की कोशिश


अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में सड़कों के माध्‍यम से देश को एक सूत्र में बांधने का ऐतिहासिक कदम उठाया था, जिसका लाभ आज सबको मिल रहा है। उन्होंने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को जोड़ने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना लागू की। साथ ही ग्रामीण अंचलों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना लागू की। उनके इस फ़ैसले ने देश के आर्थिक विकास को रफ़्तार दी।


संचार क्रांति


भारत में संचार क्रांति का जनक भले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को माना जाता है, लेकिन उसे आम लोगों तक पहुंचाने का काम अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने ही किया था। 1999 में वाजपेयी ने बीएसएनएल के एकाधिकार को खत्म करते हुए नयी टेलिकॉम नीति लागू की। हालांकि इसके पीछे भाजपा के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन का दिमाग बताया जाता है। लोगों को सस्ती दरों पर फोन कॉल्स करने का फायदा मिला और बाद में सस्ती मोबाइल फोन का दौर शुरू हुआ।


कांग्रेस को एकजुट करना बड़ी परीक्षा

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद फिर से संभालने वाली सोनिया गांधी की पार्टी को एकजुट करने की क्षमता की परीक्षा जल्द रोहतक में होनेवाली है। उन्होंने यहीं लगभग 20 साल पहले 1998 में पार्टी के मुख्य चुनाव प्रचारक के तौर पर एक रैली को संबोधित करते हुए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। विडंबना है कि जो शख्स 18 अगस्त को शहर में समानांतर रैली कर पार्टी हाईकमान को चुनौती देने जा रहा है, उन भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सोनिया ने ही 2005 की शुरुआत से 2014 के अंत तक राज्य में कांग्रेस सरकार चलाने के लिए भजनलाल पर तरजीह दी थी।


कई सवाल खड़े करता है आयोजन
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री की तरफ से रैली का आयोजन किया जाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है, जैसे क्या यह उनकी तरफ से अक्टूबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस को तोड़कर एक क्षेत्रीय दल बनाने का पूर्व संकेत है या महज चुनाव से पहले सौदेबाजी का महौल बनाने की कवायद है।


सोनिया गांधी के लिए चुनौती
अभी कांग्रेस में जिस कदर भगदड़ मची है और कई राज्यों की पार्टी यूनिट में उथल पुथल मच रही है, उसको देखते हुए पार्टी सर्किल में सबकी नजर इस पर होगी कि सोनिया गांधी और उनकी टीम हुड्डा की तरफ से पेश की जा रही चुनौती को किस तरह लेती है, क्योंकि इससे यह भी पता चलेगा कि वह अपनी दूसरी पारी में सौदेबाजी करनेवालों के साथ किस तरह निपटती हैं- क्या वह उन्हें जाने देंगी या उनकी बात मानेंगी।


एआईसीसी के किसी नेता को निमंत्रण नहीं
हुड्डा और सोनिया के संबंध तब तनावपूर्ण हो गए थे, जब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2016 में कांग्रेस के राज्यसभा कैंडिडेट आर के आनंद का सपॉर्ट करने से मना कर दिया था। अब उन्होंने 'परिवर्तन महारैली' में राज्य की पार्टी यूनिट या ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के किसी नेता को नहीं बुलाया है। इन सबसे मामला रहस्यमय हो रहा है।


अशोक तंवर की जगह लेना चाहते हैं हुड्डा
रोहतक में हुड्डा से निपटना सोनिया के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि हुड्डा हरियाणा में पार्टी के प्रमुख अशोक तंवर की जगह लेना चाहते हैं जिन्हें राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री की इच्छा के विरुद्ध उस पद पर नियुक्त किया था और सपॉर्ट किया था। रैली के बारे में पूछे जाने पर हुड्डा ने कहा, 'बीजेपी सरकार पिछले पांच साल में अपना एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। राज्य की जनता भरोसेमंद विकल्प का इंतजार कर रही है, इसलिए चुनाव से पहले उनके सामने बीजेपी सरकार के मुकाबले में मजबूत विकल्प पेश करने की जरूरत है।'


ग्राम पंचायतों में हो रहे हैं बड़े घोटाले

काजीपुर ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में बड़ा घोटाला


कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों से की शिकायत जांच के नाम पर बार बार लीपापोती


कौशांबी। मूरतगंज विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत काजीपुर में विकास कार्यों के लिए मिलने वाली सरकारी रकम पंचायत के जिम्मेदारों की कमाई का साधन बनकर रह गई है नाली खड़ंजा सीसी रोड शौचालय आवास सहित विभिन्न योजनाओं में मिली लाखों की रकम में कमीशन खोरी कर योजना को जिम्मेदारों ने पलीता लगाया है।ग्राम पंचायत काजीपुर के कई ग्रामीणों ने भ्रस्ट ग्राम प्रधान के इस कृत्य की शिकायत भी खंड विकास अधिकारी से लेकर जिला स्तर तक की है लेकिन जांच के नाम पर बार-बार ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालकर उसे बचाने का भरसक प्रयास जिम्मेदारों द्वारा किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।


वही काजीपुर ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में भी पात्रों को आवास देने के मामले में बनाई जाने वाली सूची में कई अपात्रों का नाम शामिल कर उन्हें आवास योजना का लाभ ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने पहुंचाया है जो एक बड़ा सवाल है और काजीपुर ग्राम पंचायत में हुए सरकारी रकम के बंदरबांट में यदि आला अधिकारियों ने जांच कराई तो इस ग्राम पंचायत में बड़ा घोटाला उजागर होगा ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पर आला अधिकारियों की गाज गिरना तय है लेकिन क्या भ्रष्ट प्रधान के कारनामों पर उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो पाएगी यह व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।


सुशील केसरवानी


स्वतंत्रता-दिवस:जल, जनसंख्या रहे विशेष

ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली। बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या चिंता का विषय है और समाज का एक छोटा वर्ग जो अपना परिवार छोटा रखता रहा है, वह सम्मान का हकदार है। जो वे कर रहे हैं वह एक प्रकार की देशभक्ति है। यह पहली बार है जब मोदी ने जनसंख्या का मुद्दा उठाया है। उनकी चिंता लाजिमी है। विशेषज्ञ और दुनिया व देश के शीषर्स्थ संस्थान भी इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की वकालत करते हैं।
स्थिति बेकाबू:
वर्ष 2027 के करीब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन सकता है। भारत की जनसंख्या में 2050 तक 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही भारत शताब्दी के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बना रह सकता है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द र्वड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (वि जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु को हाल ही में प्रकाशित किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 वर्षो में वि की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की संभावना है। 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 9.7 अरब तक पहुंच
क्या कहता है अध्ययन:
इस अध्ययन के मुताबिक वि की जनसंख्या इस शताब्दी के अंत तक करीब 11 अरब तक पहुंच जाने की संभाना है। वर्ष 2050 तक ऊपर बताए गए वैिक जनसंख्या में जो वृद्धि होगी उनसे में से आधी वृद्धि भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस और अमेरिका में होने की अनुमान है।
निपटने के लिए कदम उठाने की दरकार:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताना और इसकी रोकथाम के लिए हर नागरिक की जवावदेही को तय करने के लिए एकजुट होकर आने का आवहन सकारात्मक और असरदार भूमिका अदा कर सकती है। बढ़ती जनसंख्या घटते जन संशाधन से यह तो तय है कि यदि केंद्र समेत राज्य सरकारों के साथ ही हर युवा एलर्ट नहीं हुआ तो आने वाली पीढियों के लिए नयी चुनौतियां पेश करेगा। मोदी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए। विशेषज्ञ भी प्रधानमंत्री द्वारा खुले मंच से देशवासियों को संबोधित करने संबंधी कदम को साहसिक बताया। पीजीएमआईआर से संबंद्ध डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. वीके तिवारी ने कहा कि मोदी जी जो कहते हैं वह करते हैं, मुझे उम्मीद है कि देश के नागरिक उनकी अपील का सम्मान करेंगे और जनसंख्या नियंत्रित करने में योगदान देंगे। वहीं एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मोदी है तो सब कुछ संभव है। जनसंख्या भी तेजी से नियंत्रित करने में अब मदद मिलेगी।


भाषण के बाद बच्चों से घिरे प्रधानमंत्री

ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से अपना करीब 92 मिनट के भाषण खत्म करने के बाद जब वहां मौजूद बच्चों के बीच पहुंचे तो बच्चों के उत्साह की कोई सीमा नहीं थी। मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षा घेरे को पीछे छोड़कर आजादी के जश्न पर घंटों से अनुशासित तरीके से प्राचारी के मैदान में तालियां बजा रहे उत्साहित बच्चों के बीच कुछ देर तक घिरे रहे। लाल किले के मुख्य आयोजन स्थल पर हर बार की तरह इस साल भी बच्चों ने केसरिया, सफेद और हरे रंग की पोशाक पहन रखी थी।
अपना संबोधन खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों की तरफ हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया और वहां से रवाना होने के लिये अपने वाहनों के काफिले की तरफ बढ चले। कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलते वक्त वह रूके और अपनी कार से बाहर निकल कर सुरक्षा घेरा पीछे छोड़ उस जगह पहुंच गए जहां बच्चे बैठे थे। ये देख बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उत्साहित बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढे। प्रधानमंत्री कुछ देर तक बच्चों के बीच खड़े रहे। राष्ट्र ध्वज के रंग में कपड़े पहने बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर कोई मोदी की झलक पाने के लिये, उनसे हाथ मिलाने के लिये आगे आने की कोशिश कर रहा था। जो बच्चे पहली कतार में बैठे थे उन्हें प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने का भी मौका मिला। 


पीएम सर से सेक हैंड कर गद्गदग हैं छात्राएं:
सरकारी मॉडल स्कू ल दरियागंज में कक्षा छह की छात्रा महवीश परवीन (13) ने कहा मुझे विास नहीं हो रहा, मैं देश के प्रधानमंत्री के इतने करीब थी। जिस वक्त मैंने उन्हें अपनी तरफ आते देखा मैं उनकी तरफ दौड़ पड़ी। मैं सिर्फ उनका हाथ छू सकी क्योंकिकई लड़कियां उनसे हाथ मिलाने की कोशिश कर रही थीं। मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत मानती हूं। मीरा मॉडल स्कूल की 7वीं की छात्रा महिमा ने कहा कि मजा आ गया। आई सेक हैंड विद पीएम सर, एक अन्य सरकारी स्कूल की कक्षा सात के छात्र अल मदीहा की खुशी का भी प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने के बाद कोई ठिकाना नहीं है।
पर अफसोस मोदी जी से हाथ न मिला सकी:
वहीं, एक अन्य छात्र आफरीन शरीफ (14) हालांकि मोदी के करीब पहुंचने के बाद भी उनसे हाथ नहीं मिला पाने को लेकर निराश दिखे। उन्होंने कहा लोग प्रधानमंत्री के करीब जाने के लिये धक्का दे रहे थे, लेकिन हमारी टीचर ने हमें बताया था कि जब वो हमारे पास आएं तो भागना नहीं है और अनुशासन बनाए रखना है। मुझे दु:ख है कि मैं मोदीजी से हाथ नहीं मिला सकी।
आई एम पराउड आफ माई पीएम:
मोदी के भाषण की सबसे अच्छी बात के बारे में पूछे जाने पर आनंद विहार के एक स्कूल की 11वीं की छात्रा विभा कुमारी ने कहा हमारे प्रधानमंत्री ने जब तीन तलाक के बारे में बोला तो मुझे अच्छा लगा क्योंकि हमनें सुना है कि कई महिलाएं इससे पीड़ित हैं। जीनत, सुमन जैसी कई अन्य छात्राओं ने भी प्रधानमंत्री द्वारा तीन तलाक के साथ ही स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे मुद्दे उठाए जाने की सराहना की। इससे पहले, प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भी बच्चों ने जम कर तालियां बजाई। सकीला ने कहा कि आई एम पराउड ऑफ माई पीएम सर, जो हर शख्स के बारे में बेहतर सोचते हैं। चिंता करते हैं।


'अजान' का हिंदी अर्थ पुकार है

नामाज़ (उर्दू) या सलाह (अरबी), नमाज संस्कृति शब्द है, जो उर्दू में अरबी शब्द सलात का पर्याय है। कुरान शरीफ में सलात शब्द बार-बार आया है और प्रत्येक मुसलमान स्त्री और पुरुष को नमाज पढ़ने का आदेश ताकीद के साथ दिया गया है। इस्लाम के आरंभकाल से ही नमाज की प्रथा और उसे पढ़ने का आदेश है। यह मुसलमानों का बहुत बड़ा कर्तव्य है और इसे नियमपूर्वक पढ़ना पुण्य तथा त्याग देना पाप है।


पाँच नमाजें 
नमाज पढ़ने के पहले प्रत्येक मुसलमान वज़ू करता है अर्थात् दोनों हथेलियों को धोना,कुल्ली करना,नाक साफ करना,चेहरा धोना,कुहनियों तक हाथ का धोना,सर के बालों पर भीगा हाथ फेरना और दोनों पैरों को धोना। फ़र्ज़ नमाज के लिए "अज़ान" दी जाती है। नमाज तथा अज़ान के बीच में लगभग कुछ मिनटों का अंतर होता है। उर्दू में अज़ान का अर्थ पुकार है। नमाज के पहले अज़ान इसीलिए दी जाती है कि आस-पास के मुसलमानों को नमाज की सूचना मिल जाए और वे सांसारिक कार्यों को छोड़कर कुछ मिनटों के लिए मस्जिद में खुदा का ध्यान करने के लिए आ जाएँ। सुन्नत/नफ्ल नमाज अकेले पढ़ी जाती है और फ़र्ज़ समूह के साथ। फ़र्ज़ नमाज साथ मिलकर पढ़ी जाती है उसमें एक मनुष्य आगे खड़ा हो जाता है, जिसे इमाम कहते हैं और बचे लोग पंक्ति बाँधकर पीछे खड़े हो जाते हैं। इमाम नमाज पढ़ाता है और अन्य लोग उसका अनुसरण करते हैं। नमाज पढ़ने के लिए मुसलमान मक्का की ओर मुख करके खड़ा हो जाता है, नमाज की इच्छा करता है और फिर "अल्लाह अकबर" कहकर तकबीर कहता है। इसके अनंतर दोनों हाथों को कानों तक उठाकर नाभि के करीब इस तरह बाँध लेता है कि दायां हाथ बाएं हाथ पर। वह बड़े सम्मान से खड़ा होता है उसकी नज़र सामने ज़मीन पर होती हैं। वह समझता है कि वह खुदा के सामने खड़ा है और खुदा उसे देख रहा है। कुछ दुआ पढ़ता है और कुरान शरीफ से कुछ लेख पढ़ता है, जिसमें फातिह: (कुरान शरीफ का पहला बाब) का पढ़ना आवश्यक है। ये लेख कभी उच्च तथा कभी मद्धिम स्वर से पढ़े जाते हैं। इसके अनंतर वह झुकता है जिसे रुक़ू कहते हैं, फिर खड़ा होता है जिसे क़ौमा कहते है, फिर सजदा में गिर जाता है। कुछ क्षणों के अनंतर वह घुटनों के बल बैठता है और फिर सिजदा में गिर जाता है। फिर कुछ देर के बाद खड़ा हो जाता है। इन सब कार्यों के बीच-बीच वह छोटी-छोटी दुआएँ भी पढ़ता जाता है, जिनमें अल्लाह की प्रशंसा होती है। इस प्रकार नमाज की एक रकअत समाप्त होती है। फिर दूसरी रकअत इसी प्रकार पढ़ता है और सिजदा के उपरांत घुटनों के बल बैठ जाता है। फिर पहले दाईं ओर मुँह फेरता है और तब बाईं ओर। इसके अनंतर वह अल्लाह से हाथ उठाकर दुआ माँगता है और इस प्रकार नमाज़ की दो रकअत पूरी करता है अधिकतर नमाजें दो रकअत करके पढ़ी जाती हैं और कभी-कभी चार रकअतों की भी नमाज़ पढ़ी जाती है। पढ़ने का तरीका कम अधिक यही है।


रूद्ररूप,महायोगी गुरु गोरखनाथ

गोरखनाथ या गोरक्षनाथ जी महाराज प्रथम शताब्दी के पूर्व नाथ योगी के थे। प्रमाण भी है राजा विक्रमादित्य के द्वारा बनाया गया पञ्चाङ्ग जिन्होंने विक्रम संवत की सुरुआत प्रथम सताब्दी से की थी जब कि गुरु गोरक्ष नाथ जी राजा भरथरी एवं इनके छोटे भाई राजा विक्रमादित्य के समय मे थे। गुरु गोरखनाथ शिव के रूद्र रूप है जो अजन्‍मे और मृत्यु के भय से रहित है। गुरु गोरखनाथ नाथ पंथ के शिरोमणि और अग्रणी रहे हैं। सत्य सनातन के मूल प्रचार और प्रसार को ही उन्होंने अपने जीवन का एकमात्र लक्ष्य चुना और उसी के अंतर्गत देश के विभिन्न अथवा विदेशों में धर्म की स्थापना की। इस संसार में सदा विचरण करने वाले महायोगी गुरु गोरखनाथ सूक्ष्म एवं संक्षिप्त रूप में सदैव इस संसार में व्याप्त रहते हैं। गुरु गोरखनाथ जी ने पूरे भारत का भ्रमण किया और अनेकों ग्रन्थों की रचना की। गोरखनाथ जी का मन्दिर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है। गोरखनाथ के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है।


गुरु गोरखनाथ जी के नाम से ही नेपाल के गोरखाओं ने नाम पाया। नेपाल में एक जिला है गोरखा, उस जिले का नाम गोरखा भी इन्ही के नाम से पड़ा। माना जाता है कि गुरु गोरखनाथ सबसे पहले यहीं दिखे थे। गोरखा जिला में एक गुफा है जहाँ गोरखनाथ का पग चिन्ह है और उनकी एक मूर्ति भी है। यहाँ हर साल वैशाख पूर्णिमा को एक उत्सव मनाया जाता है जिसे 'रोट महोत्सव' कहते हैं और यहाँ मेला भी लगता है। गुरू गोरक्ष नाथ जी का एक स्थान उच्चे टीले गोगा मेड़ी,राजस्थान हनुमानगढ़ जिले में भी है।इनकी मढ़ी सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के नजदीक वेरावल में है। इनके साढ़े बारह पंथ होते हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
2019-8-9 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-13(साल-01)
2.शनिवार,17अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादपद्र कृष्ण पक्ष प्रदोष,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:46,सूर्यास्त 7:08
5.न्‍यूनतम तापमान 27 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
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