गुरुवार, 12 मार्च 2020

2 दिन पश्चिम यूपी में बारिश के आसार

लखनऊ। देश के कई अन्य राज्यों के साथ उत्तर प्रदेश में भी अगले तीन दिनों तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार 14 मार्च तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बदली छाई रहेगी। 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। गरज-चमक के साथ बारिश होगी। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।


मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार 12 से 14 मार्च के बीच पूरे प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश होने के आसार हैं। शनिवार 14 मार्च को पश्चिमी यूपी में ज्यादा बारिश होने के आसार हैं। अफगानिस्तान और उससे सटे हुए पाकिस्तान के ऊपर केंद्रित पश्चिमी विक्षोभ, छत्तीसगढ़ और पूर्वी राजस्थान के ऊपर केंद्रित कम हवा के चक्रवातीय दबाव के चलते मौसम का मिजाज बदला है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई अंचलों में घने बादल छाए रहे। कहीं सामान्य तो कहीं छिटपुट बारिश हुई। मंगलवार 10 मार्च को होली के अवसर पर भी मौसम बिगड़ा रहा। बदली-बारिश की वजह से होली में इस बार रंगों की फुहारें कम पड़ीं, लोगों ने सूखे रंग, अबीर व गुलाल से ही त्योहार मनाया।


बरसों बाद होली में इतनी ठंडक पड़ी। दिनभर बदली रही और ठंडी हवाएं चलती रही। लोगों को रंग से ज्यादा ठंडे पानी ने डराया। दिन का पारा पांच डिग्री गिर गया। पश्चिमी विक्षोभ के चलते सुबह से ही घने बादल आसमान में छा गए। बीच-बीच बूंदाबांदी भी हुई जिससे मौसम में ठंडक आ गई। तेज सर्द हवाएं चलने से दिन का तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह पारा सामान्य से 08 डिग्री से भी अधिक नीचे रहा। इससे सर्दी का एहसास समझा जा सकता है। यही नहीं रात का पारा भी गिरकर 11.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह भी सामान्य से करीब 02 डिग्री कम है।


जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी गिरफ्तार

श्रीनगर। कश्मीर के बड़गाम जिले में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकी क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से सक्रिय थे। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, “गोपनीय सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने दिलावर सोफी और समीर युसूफ गनी को गिरफ्तार किया जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सदस्य हैं। गिरफ्तार किया गया तीसरा सदस्य नाबालिग है। सभी बड़गाम स्थित चदूरा के निवासी हैं।”


प्रवक्ता ने कहा कि तीनों विभिन्न प्रकार की ध्वंसकारी गतिविधियों में शामिल थे और आतंकवादियों को शरण और सहायता देते थे। उनके द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर आपराधिक गतिविधियों में प्रयुक्त होने वाला सामान, हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।


कर दरों को बनाएंगे युक्तिसंगतः वित्तमंत्री

नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की 14 मार्च को होने वाली बैठक में मोबाइल फोन, जूता-चप्पल और कपड़ा समेत पांच क्षेत्रों पर कर दरों को युक्ति संगत बनाया जा सकता है। साथ ही नए रिटर्न फाइल करने की व्यवस्था तथा ई-इनववॉयस के क्रियान्वयन को टाले जाने की संभावना है।  अधिकारियों ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में परिषद की बैठक में जीएसटी नेटवक पोर्टल पर परिचालन संबंधी खामियों पर चर्चा होने की उम्मीद है। बैठक में इन्फोसिस से इसके समाधान की योजना की मांग की जा सकती है। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस को 2015 में जीएसटीएन नेटवर्क के तकनीकी प्रबंधन का ठेका दिया गया था।


इसके अलावा राजस्व संग्रह बढ़ाने के बारे में भी चर्चा होगी क्योंकि केंद्र ने राज्यों को यह साफ कर दिया है कि उसके पास राज्यों को जीएसटी के क्रियान्वयन के कारण राजस्व नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिये कोष नहीं है। परिषद जीएसर्ट ई-वे बिल प्रणाली के एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के फास्टैग व्यवस्था के अप्रैल से एकीकरण पर भी चर्चा करेगी। इससे वस्तुओं की आवाजाही तथा जीएसटी चोरी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा जीएसटी पंजीकृत करदाताओं के आधार के तहत सत्यापन की तैयारी पर भी चर्चा की जाएगी।


बैठक में जीएसटी के तहत प्रस्तावित लॉटरी योजना पर भी चर्चा होने की संभावना है। इसे एक अप्रैल से लागू करने का प्रस्ताव है।   एक अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, ”परिषद जीएसटी दर के युक्तिसंगत बनाने पर चर्चा करेगी। कुछ ऐसे मामले हैं जहां आयातित तैयार माल पर आयात शुल्क कम , जबकि कच्चे माल पर शुल्क (उल्टा शुल्क ढांचा) अधिक है। इससे इनपुट टैक्स क्रेडिट रिफंड दावा अधिक बनता है। फिलहाल सेल्यूलर मोबाइल फोन पर 12 प्रतिशत शुल्क है, जबकि इसके कुछ कच्चे माल पर जीएसटी 18 प्रतिशत है।


जूते चप्पल के मामले में परिषद ने 1,000 रुपये मूल्य के उत्पाद पर पिछले साल जून में जीएसटी दर कम कर 5 प्रतिशत कर दिया था। वहीं इससे अधिक मूल्य के जूते-चप्पल पर जीएसटी 18 प्रतिशत है। हालांकि इस क्षेत्र में उपयोग होने वाले कच्चे माल पर जीएसटी दर 5 से 18 प्रतिशत है। वहीं परिधान क्षेत्र पर जीएसटी 5,12 और 18 प्रतिशत है। इससे निर्यातकों द्वारा रिफंड के दावे और उसे जारी करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। रसायन उर्वरक पर जीएसटी दर फिलहाल 5 प्रतिशत है, जबकि कच्चे माल पर 12 प्रतिशत है।


वित्त मंत्रालय ने आईटी कंपनी इंफोसिस द्वारा तैयार किए गए जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) में 17 असंतुष्टि के क्षेत्रों के बारे में कंपनी को बताया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के करदाताओं को भुगतान में होने वाली दिक्कतें, आधार सत्यापन और सर्वर का पैमाना बढ़ाने में अड़चन संबंधी समस्याएं शामिल हैं। मंत्रालय ने जीएसटीआर-3बी नहीं भरने वालों को ई-वे बिल निकालने की सुविधा बंद करने का सॉफ्टवेयर मुहैया कराने में देरी की बात भी उठाई है। इसके अलावा भी कंपनी के साथ कई अन सुलझे या देर से सुलझाए गए मुद्दों को उठाया गया है।


इंफोसिस ने जीएसटीएन के तकनीकी प्रबंधन के लिए 2015 में ठेका हासिल किया था। मंत्रालय ने उसे कई तकनीकी परेशानियों के बारे में बताया है और उनमें से कुछ का समाधान करीब दो साल से नहीं हो सका है। इस बारे में वित्त मंत्रालय ने इंफोसिस से तत्काल समाधान करने के लिए कहा है। इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए इंफोसिस को भेजे गए ईमेल का कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है। सरकार ने इन्फोसिस के अध्यक्ष नंदन नीलेकणी को 14 मार्च को जीएसटी परिषद के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है ताकि अनसुलझी समस्याओं को ठीक करने पर बात की जा सके।


टॉम हैंक्स-रीटा विल्सन कोरोना पॉजिटिव

सिडनी। हॉलीवुड के दिग्गज एक्टर टॉम हैंक्स और उनकी पत्नी रीटा विलसन का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। टॉम हैंक्स ने खुद इसकी जानकारी दी है। ऑस्ट्रेलिया में शूटिंग के दौरान वो इसकी चपेट में आ गए। टॉम हैंक्स के कोरोना पजिटिव होने की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। फैंस उनकी जल्द सलामती की दुआएं कर रहे हैं।


एक यूजर ने लिखा- टॉम हैंक्स को कोरोना वायरस हो गया ये सबसे बुरा दिन है। एक ने लिखा- टॉम हैंक्स कोरोना पॉजिटिव, एनबीए ने कोरोना के चलते अपना सीजन सस्पेंड कर दिया, आखिर हो क्या रहा है? वहीं दूसरे यूजर ने लिखा- टॉम हैंक्स? अब ये पर्सनल हो रहा है। वहीं एक यूजर ने एक रोती हुई लड़की का फोटो शेयर करके लिखा कि कोरोना को अभी टॉम हैंक्स से दूर होना होगा। वहीं यूजर उनके जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।


बता दें कि टॉम ने इंस्टाग्राम पर बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ एक एल्विस प्रेसली फिल्म की शूटिंग के लिए ऑस्ट्रेलिया गए थे। उन्हें वहां से लौटते वक्त सर्दी, थकान और शरीर पर रैशेज़ जैसी दिक्कतें होने लगी थीं। हैंक्स ने बताया कि जिस तरह चीजों को ठीक रखने के लिए हर जगह कोरोना का टेस्ट हो रहा है, हमारा भी किया गया था और हम इस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। टॉम फॉरेस्ट गम्प, कास्टअवे, कैप्टन फिलिप और द पोस्ट जैसी फिल्में कर चुके हैं। मालूम हो कि आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा टॉम की फिल्म फॉरेस्ट गम्प का हिंदी रीमेक है।


शटलर सिंधु में जीत का आगाज किया

नई दिल्ली। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने इंग्लैंड ओपन में जीत के साथ आगाज किया है। सिंधु ने पहले राउंड में अमेरिका की बेईवेन झेंग को 21-14, 21-16 से हराया। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह 10वीं भिड़ंत थी। दूसरी ओर चीन के चेन लॉन्ग ने किदांबी श्रीकांत को 21-15, 21-16 से हराया। भारत के लिए साइना नेहवाल की हार भी चौंकाने वाली रही। इससे उनका टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना ज्यादा मुश्किल हो गया है। भारत के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि हमारे सात खिलाड़ी पहले ही इस टूर्नामेंट से नाम वापस ले चुके हैं।


सिंधु ने छठी बार झेंग को हराया। मैच में सिंधु ने अच्छी शुरुआत की। पहले गेम में वे 11-9 से आगे थीं। इसके बाद 17-14 से बढ़त बनाने के बाद सिंधु ने गेम 21-14 से जीत लिया। दूसरे गेम में दोनों के बीच अच्छी भिड़ंत देखने को मिली। 16-16 की बराबरी के बाद सिंधु ने लगातार 4 पॉइंट जीते। सिंधु अब कोरिया की सुंग ह्यनू से भिड़ेंगी। दूसरी ओर चीन के चेन लॉन्ग ने किदांबी श्रीकांत को 21-15, 21-16 से हराया। मैच 43 मिनट तक चला। वहीं मिक्स्ड डबल्स में प्रणव चोपड़ा और सिक्की रेड्डी की जोड़ी पहले राउंड में हार गई।


भारत के लिए साइना नेहवाल की हार भी चौंकाने वाली रही। इससे उनका टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना ज्यादा मुश्किल हो गया है। लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली साइना को वर्ल्ड नंबर 1 जापान की अकाने यामागुची ने महज 28 मिनट में 11-21, 8-21 से हरा दिया। खराब फॉर्म से जूझ रहीं साइना इस साल पांच टूर्नामेंट्स में उतरी हैं और तीन में वो पहले ही राउंड में बाहर हो गईं।  सिंधु पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद से ही खराब फॉर्म से जूझ रही हैं। पिछले साल सितंबर में वे फ्रेंच ओपन और इस साल जनवरी में इंडोनेशिया मास्टर्स के क्वार्टरफाइनल तक ही पहुंच पाईं।


लिहाजा, भारत की इस स्टार शटलर के लिए ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन सीरीज बेहद अहम हो जाती है। अगर वे यहां फाइनल तक पहुंचती हैं तो टोक्यो का टिकट पक्का हो सकता है। सिंधु ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए ऐहतियात के तौर पर वो इस टूर्नामेंट में हाथ मिलाने की बजाए नमस्ते करेंगी। कोरोना वायरस की वजह से 7 भारतीय शटलर्स ने इस टूर्नामेंट में न खेलने का फैसला किया है। इनमें एचएस प्रणय, वर्ल्ड नंबर 10 चिराग शेट्टी और एस, रंकीरेड्डी शामिल हैं। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबिक, इन प्लेयर्स के अलावा मनु अत्री, बी. सुमित रेड्डी, समीर वर्मा और सौरव वर्मा भी इस टूर्नामेंट में शामिल नहीं होंगे। साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, किदांबी श्रीकांत, अश्विनी पोनप्पा, एनएस रेड्डी और प्रणव चोपड़ा शिरकत करेंगे।


विषाणु से संक्रमित आईपीएल, वीजा रद्द

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए सरकार की वीजा पाबंदियों के कारण कोई भी विदेशी खिलाड़ी इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए 15 अप्रैल तक उपलब्ध नहीं होगा। बीसीसीआई सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी, जिससे टूर्नामेंट के भविष्य पर संशय के बादल छा गए हैं।


बीसीसीआई सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘आईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजेनस वीजा की श्रेणी में आते हैं। सरकार के निर्देशों के अनुसार वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते।’ देश में कोरोना वायरस के नए मामलों को देखते हुए सरकार ने परामर्श जारी करके सभी मौजूदा विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिए हैं। राजनयिक और कामकाजी वीजा जैसी कुछ श्रेणियों में हालांकि छूट दी गई है।


भारत में अब तक कोरोना वायरस के 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इस विषाणु के कारण दुनिया भर में 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। आईपीएल के भविष्य पर फैसला 14 मार्च को मुंबई में इसकी संचालन परिषद की बैठक के दौरान किया जाएगा. सूत्र ने कहा, ‘सभी फैसले मुंबई में संचालन परिषद की बैठक में किए जाएंगे। एक विकल्प यह भी है कि 29 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल को खाली स्टेडियम में कराया जाए।


मंदिर में छोडी नवजात, डीएनए नमूने मैच

लावारिश मिली नवजात बच्ची के मामले में अपडेट : डीएनए नमूने लिए


 नैनीताल। बीती 6 फरवरी को नगर के स्टाफ हाउस सात नंबर हनुमान मंदिर के पास लावारिश अवस्था में मिली समय से पूर्व पैदा हुई नवजात बच्ची का बुधवार को डीएनए नमूने ले लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मामले की जांच कर रही नैनीताल पुलिस को न्यायालय से बच्ची व उसकी मां के रूप में चिन्हित लड़की के डीएनए नमूने लेने की अनुमति मिल गई थी। नमूने जनपद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भारती राणा द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सक के द्वारा हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में लिए गए, जहां बच्ची नैनीताल में मिलने के दिन से ही स्वास्थ्य लाभ कर रही है।
मल्लीताल कोतवाल ने बताया कि आगे बृहस्पतिवार को उसे जन्म देने वाली मां के तौर पर चिन्हित हुई नाबालिग लड़की के डीएनए के नमूने लिए जाने की संभावना है, जो कि बच्ची को जन्म देने के बाद से ही नगर के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती है। पुलिस लड़की के हवाले से बताया है कि उसे चार वर्ष छोटे सगे चचेरे भाई से पिछले चार वर्ष से चल रहे प्रेम संबंध के बाद करीब आठ माह के गर्भ से बच्ची पैदा हुई है। उल्लेखनीय है कि बीती 5 फरवरी को नगर के सात नंबर, स्टाफ हाउस हनुमान मंदिर क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के बीच, गर्भनाल से जुड़ी अवस्था में एक तत्काल पैदा हुई बच्ची नाले में लावारिस अवस्था मे मिली थी। लड़की की उम्र 17 वर्ष 1 माह, जबकि आरोपित सगे चचेरे भाई की उम्र लड़की से भी 4 वर्ष कम, 13 वर्ष बताई जा रही है। उसका जन्म वर्ष 2006 बताया गया है। डीएम सविन बंसल द्वारा संज्ञान लिये जाने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा बच्ची का उपचार किया जा रहा है, और उसे गोद देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई, जबकि मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने बच्ची को इस तरह मरने के लिये छोड़ने वाले अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। बताया गया है भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 315 के तहत दर्ज यह उत्तराखंड का पहला मामला है। जिलाधिकारी द्वारा इस मामले से संबंधित जानकारी देने पर 10 हजार रुपए का नगद ईनाम घोषित किया गया था। इस पर एक स्थानीय महिला ने प्रशासन को मामले की सूचना दी गई। आगे पुलिस लड़की के स्वस्थ होने पर संबंधित कानूनी कार्रवाई के साथ उसके मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराने के प्रयास में है।


गौरतलबहो बीती 6 फरवरी को नगर के सात नंबर, स्टाफ हाउस हनुमान मंदिर क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के बीच, गर्भनाल से जुड़ी अवस्था में एक तत्काल पैदा हुई बच्ची नाले में लावारिस अवस्था मे मिली थी। जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा संज्ञान लिये जाने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा बच्ची का उपचार किया जा रहा है, और उसे गोद देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है, जबकि मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने बच्ची को इस तरह मरने के लिये छोड़ने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। बताया गया है भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 315 के तहत दर्ज यह उत्तराखंड का पहला मामला है। 
जिलाधिकारी द्वारा इस मामले से संबंधित जानकारी देने पर 10 हजार रुपए का नगद ईनाम घोषित किया गया था। इस पर एक स्थानीय महिला ने प्रशासन को मामले की सूचना दी। इस पर सोमवार को पुलिस नवजात को जन्म देने वालों के करीब पहुंच गई। साथ ही पुलिस ने बच्ची को जन्म देने वाली लड़की व उसके परिवार तक पहुंचने के बाद न्यायालय में उसके डीएनए के नमूने हासिल करने के लिए न्यायालय में अर्जी लगा दी है। उधर लड़की शारीरिक रूप से काफी अस्वस्थ बताई गई है और उसका नगर के एक चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है।
पुलिस हालांकि अभी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है, तथापि पुलिस से जुड़े सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार पूरी कहानी बच्चों में हावी हो रहे प्यार-सेक्स के साथ सामाजिक मान-मर्यादाओं के तार-तार होने व मानवता को शर्मसार करने वाली है। शुरुआती जानकारी के अनुसार बच्ची को जिस लड़की ने जन्म दिया, वह निर्बल आय वर्ग से है। पिता नगर में पर्यटन से जुड़ी गतिविधि में नौकरी करते हैं, और मां दूसरों के घरों में बर्तन मलकर परिवार चलाती हैं। वह नौवीं कक्षा तक पढ़ी है, परंतु फिलहाल स्कूल नहीं जाती है। उसकी उम्र 17 वर्ष 1 माह है, जबकि उसके साथ दुर्भाग्यपूर्ण एवं सोचनीय घटना को उसके ही सगे चचेरे भाई ने अंजाम दिया है। दोनों के बीच 4 वर्ष से प्रेम संबंध होने की बात भी प्रकाश में आ रही है। लड़के की उम्र लड़की से भी 4 वर्ष कम, 13 वर्ष बताई जा रही है। उसका जन्म वर्ष 2006 बताया गया है। लड़की बच्चे को जन्म देने से पहले से ही तनाव में है। वह खाना नहीं खा रही है। उसका नगर के एक अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद से उसका पूरा परिवार भी तनाव में है। उन पर पहले ही दर्ज हो चुके मुकदमे के तहत पुलिस की कार्रवाई का दबाव भी है। पुलिस ने लड़की के बयान ले लिए हैं, और अब पुलिस मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत उसके बयान कराने एवं बच्ची से उसके संबंध को पक्का करने के लिए दोनों की डीएनए जांच कराने की तैयारी कर रही है। साथ ही पुलिस इस मामले में लड़का-लड़की के साथ ही दोनों के माता-पिता के खिलाफ भी साक्ष्य छुपाने सहित अन्य धाराओं में मामला बढ़ा सकती है। इधर लड़की पक्ष अब मामला उजागर होने के बाद लड़के व उसके माता-पिता के खिलाफ भी पुलिस में मामला दर्ज कर सकती है। 
मामले में विवेचना अधिकारी, महिला उप निरीक्षक पुष्पा बिष्ट ने बताया कि नवजात बच्ची और लड़की के डीएनए नमूने लेने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। वहीं नगर कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया कि लड़की व बच्ची के डीएनए के नमूने लेने के लिए सोमवार को न्यायालय में प्रार्थना पत्र लगा दिया गया है। मामले की विवेचक आज न्यायालय के समक्ष पेश हुई। आगे लड़की के स्वस्थ होने पर संबंधित कानूनी कार्रवाई के साथ उसके मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए जाएंगे।


डीएम के प्रयासों से नाले में फेंकी मिली नवजात बालिका को गोद लेने 10 दंपत्ति आगे आए।


 मुख्यालय के स्टाफ हाउस क्षेत्र में गर्भनाल सेे जुडी मिली लावारिश नवजात बालिका को अपनाने के लिए डीएम सविन बंसल द्वारा किये गए प्रयासों के बाद 10 परिवार आगे आए हैं। कई दंपत्तियों ने डीएम शिविर कार्यालय मे बच्ची को गोद लेने की स्वयं अथवा फोन से तथा कई दम्पत्तियों ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय प्रबंधन से बात कर बच्ची को गोद लेने की इच्छा व्यक्त की है। डीएम सविन बंसल ने कहा कि आगे बच्ची को गोद देने के लिए दम्पत्ति का चयन नियमानुसार ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के द्वारा किया जायेगा। इसके लिए आवेदकों को ऑनलाइन आवेदन के लिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी व्योमा जैन से सम्पर्क कर जानकारियां लेनी होगी। बच्ची को गोद लेने के लिए पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी। उधर इस मामले में मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डीएम श्री बंसल ने कहा कि वे इन दंपत्तियों का तहेदिल से स्वागत करते है। इन संवेदनशील दंपत्तियों को पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत आयोजित होने वाले समारोह मे सम्मानित किया जायेगा। डीएम ने कहा कि यदि कोई दम्पत्ति इस बच्ची को गोद लेता है तो भी वे इस बच्ची के भरण पोषण, पालन-पोषण, शिक्षा आदि का खर्चा स्वयं वहन करेंगे। उन्होने बताया कि एसटीएच के उपचार के बाद जब बच्ची पूर्ण स्वस्थ हो जायेगी तो उसे सीडब्लूसी के माध्यम से अल्मोडा शिशु गृह मे रखा जायेगा।


बरसात ने पेड़ उखाड़े, की फसलें तबाह

सोनभद्र। ग्राम बेलाही, ग्रामसभा खुटहनिया, पोस्ट तिलौली, जिला सोनभद्र, में कल बरसात की वजह से भीषण तबाही प्राइमरी स्कूल सहित कइयों की दिवाले गिरी, दो 25 के बी का ट्रांसफार्मर गिरा एक ग्रामसभा का दूसरा श्री संतोष पाण्डेय जी का व्यक्तिगत ट्रांसफार्मर (पी टी डब्लू), 25 बिजली पोल, लगभग 30 बड़े बड़े पेड, गांव का आवा गमन अभी पूर्णतया बाधित है। गेहू , सरसो, मटर, चना अन्य फसलों की बहुत तबाही मचाया कल की बारिस ने। संतोष पाण्डेय जी के मकान पर बहुत बड़ा पेड गिरा हालांकि जान का कोई नुकसान नही हुआ है।150 साल पुराना बरगद का पेड़ गिरा बेलाही ग्राम में तबाही का मंजर।


साहित्य सेवाओं के लिए 'साहित्य-सम्मान'

राणा ओबराय

हरियाणा सरकार की एसीएस धीरा खंडेलवाल को साहित्य सेवाओं के लिए चंडीगढ़ साहित्य अकेडमी ने एक लाख रुपये के पुरस्कार से किया सम्मानित

चण्डीगढ़। हरियाणा सरकार की स्वच्छ छवि वाली ईमानदार अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल को साहित्य क्षेत्र मेंअद्वितीय योगदान के लिए चण्डीगढ़ साहित्य अकेडमी ने 8 मार्च को एक लाख रुपये के नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। धीरा खंडेलवाल द्वारा रचित अब तक 14 काव्य प्रकाशित हो चुके हैं।जिनमे मुखर मौन, तारों की तरफ, माटी की महक, ओस के मोती, सांझ सकारे, ख्यालों के खलियान, मन मुकुर, नेह का दीप, यथा – कदमो की लय,आदि है। आईएएस धीरा खंडेलवाल ज़िलाधीश से लेकर अब तक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों कर सफलता पूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन कर रही है। भारतीय न्यूज़/ राष्ट्रीय खोज के संपादक एवं हरियाणा साहित्य अकेडमी हरियाणा सरकार के पूर्व वाईस चेयरमैन राणा ओबराय ने साहित्य क्षेत्र में मिली इस उपलब्धि पर एसीएस धीरा खंडेलवाल को हार्दिक बधाई देते हुए कहा मुझे आपसे आशा है कि आप साहित्य क्षेत्र में हमेशा ही अपनी बेहतरीन रचनाओं के साथ सहयोग देती रहेंगी।


सीएए के खिलाफ 61 वें दिन धरना-प्रदर्शन

हम अपने हक़ की खातिर अपने घर, आरामदायक बिस्तर छोड़ कर खुले आसमान में बैठे हैं हमे कोई नहीं हटा सकता


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। मंसूर अली पार्क में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ चल रहे धरने के ६१ वें दिन रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव ने एक बार फिर केन्द्र सरकार के खिलाफ हमला बोला। उन्ने केन्द्र व प्रदेश सरकार के इशारे पर शान्तिपूर्क चल रहे धरने में ज़िला प्रशासन द्वारा रोड़ा डालने का आरोप लगाते हुए कहा की।महिलाए लगातार ६१ दिनों से धरना दे रही हैं लेकिन आज तक एक भी ऐसी घटना घटित नहीं हुई जिस्से प्रशासन को या आम नागरिकों को कोई दिक़्क़त हो तो फिर क्यूँ प्रशासन धरना खत्म कराने को आए दिन तरहा तरहा का हथकण्डा अपना रहा है।धरने मे शामिल युवाओं के परिजन को परेशान कर उनका मनोबल धमकी और एफ आई तथा छापा मारने की कार्यवाही करते हुए तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।सायरा अहमद के नेत्रित्व में मात्र ६ से ७ महिलाओं द्वारा शुरु किया गया धरना नित नए इतिहास रच रहा है।विभिन्न मुहल्लों व दूर दराज़ के गाँवों और कस्बों से बड़ी संख्या में लोग धरने में शामिल होने को आ रहे हैं।अब तक कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधी,प्रोफेसर,अधिवक्ता,रंग मंच व सांस्कृतिक संगठनों, समाजसेवीयों ने धरने के समर्थन में मंसूर अली पार्क में धरना दे रही महिलाओं को सम्बोधित करते हुए केन्द्र सरकार द्वारा काले क़ानून के खिलाफ हुंकार भर कर सरकार को घेर चूके हैं।लेकिन सरकार अपने हक़ की आवाज़ को लेकर धरने पर बैठी महिलाओं की बातों को नज़रअन्दाज़ कर प्रशासन के माध्यम से धरना समाप्त कराने पर तुली है।कोलकता की प्रसिद्ध कल्चरल टीम पश्चिम बंग संस्कृति परिषद के सदस्यों ने मंसूर अली पार्क में महिलाओं के समर्थन में शान्तिपूर्वक और लोकतांत्रिक आन्दोलन चलाने पर महिलाओं को बधाई दी और देश भक्ति गीतों और तरानों से एनआरसी,एनपीआर और सीएए पर हमला बोला।युवाओं की टीम ने गीत ग़ज़ल और नाटक के माध्यम से काले क़ानून को देशहित मे वापिस लेने की बात कही। वक्ताओं ने इस काले क़ानून से ग़रीब ग़ुरबा ,दलित पिछड़ों अल्पसंख्यकों के लिए दमकारी बताया कहा इस क़ानून के लागू होने से देश बरबादी की ओर अग्रसर हो जाएगा।ज़ीशान रहमानी,अब्दुल्ला तेहामी,फात्मा,मानवीका,निशू,इरशाद उल्ला,सै०मो०अस्करी,अफसर महमूद,मुशीर अहमद,इफ्तेखार अहमद मंदर,शुऐब अन्सारी,शाहिद अली राजू,उमर खालिद,फराज़ उसमानी आदि ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा की हम न तो धमकियों से डरने वाले हैं और न हम फर्ज़ी मुक़दमों और पुलिस के छापों से डिगने वाले हैं।हम संविधान के दायरे में अपना आन्दोलन चला रहे हैं जो बिना काले क़ानून की वापसी के पहले समाप्त नहीं करेंगे।हम इन्साफ की खातिर अपने घर का सुख चैन आरामदायक बिस्तर छोड़ कर खुले आसमान में अपनी मातृभूमि पर बैठे हैं। हमारे मनोबल को कोई तोड़ नहीं सकता।


बैंक घोटाले खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी का यस बैंक सहित सभी बैंक घोटालों के ख़िलाफ़ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन"


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। यस बैंक से भाजपा के अरबपति मित्रो द्वारा लोन लेने व उनके द्वारा ना चुकाने से देश के आम आदमी का अपना ही पैसा फंस गया है।जहाँ आम आदमी अपना ही पैसा अपनी जरूरत के अनुसार नही निकाल पा रहा है।
आम आदमी पार्टी प्रयागराज ने आज जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ व महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी जी के नेतृत्व में आईसीआईसीआई बैंक के सामने, सिविल लाइन में यस बैंक को डुबोने वाले भाजपा के अरबपतियो, लोन डिफाल्टर मित्रों को बेनकाब करने, पैसा वसूलने , उनका पासपोर्ट जब्त करने एवं खाताधारो का पैसा वापसी की मांग को लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।पहले पीएमसी और अब यस बैंक के खाताधारको पर लगे निकासी सीमा से सभी खाताधारको का जीवन अस्त वस्त हो गया हैं।
    अपने सैकड़ों साथियों के साथ जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे पार्टी अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद ने बताया कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्य सभा सांसद श्री संजय सिंह जी द्वारा राज्यसभा मे बैंक डिफाल्टरो पर कार्यवाही ना करने पर केंद्र सरकार से सवाल भी पूछा था और मांग भी कि थी सभी बैंक डिफाल्टरो के नाम सार्वजनिक किए जाए और उनके पासपोर्ट जब्त किए जाए,जिससे देश की जनता का पैसा बैंको मे तो सुरक्षित रहे, लेकिन सरकार द्वारा उचित कदम ना उठाने के कारण  देश का चौथा सबसे बड़ा निजी बैंक  यस बैंक मे लोगो का अपना ही पैसा डूब चुका है। प्रदर्शन के दौरान महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी ने सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरते हुए बोले कि एक एक करके बैंकों में हुए घोटालों को सरकार क्यो नहीं तुरंत जांच कराती,लेट लतीफी में सारे घोटालेबाज छूट जाते है।सरकार की बुरी नीतियों के खिलाफ नारे लगाते हुए सैकड़ों कार्यकर्त्ता ने विरोध प्रदर्शन किया।
       इसलिए बैंक के सामने प्रदर्शन करते हुए जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद व महानगर अध्यक्ष सुनील चौधरी जी अपने सभी साथियों के साथ प्रदेश महासचिव दिनेश सिंह पटेल व राष्ट्रीय परिषद की सदस्य शिमला श्री त्रिपाठी की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी की तरफ से सरकार से यह मांग करती हैं कि :- 


1). देश के सभी बैंक लोन लेने वाले अरबपति डिफाल्टरो को चिंहित किया जाए।
2). बैंक डिफाल्टरो की पहचान सार्वजनिक किया जाए |
3). बैंक डिफाल्टरो का पासपोर्ट जब्त किया जाए।
4).लोन का पैसा तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
5). बैंक डिफाल्टरो को भविष्य मे किसी प्रकार का कोई लोन ना दिया जाए।
6). आम आदमी का पैसा सुरक्षित होने की गारंटी दी जाए और उनकी जरूरत अनुसार  खाते से पैसा निकालने की सुविधा दी जाए।


इस विरोध प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष डॉक्टर अल्ताफ अहमद,जिला महासचिव सर्वेश यादव,प्रदेश सचिव दिनेश सिंह पटेल,अंजनी मिश्रा,महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील चौधरी,बिपिन पाठक,सुमन यादव,सानिया मिर्ज़ा,दीपक,साहिल साहू,जिला उपाध्यक्ष ललिता अग्रवाल,शोभा जी,पूनम जी,आकाश ज्वाला, रावेन्द्र पांडेय,मनोज तिवारी,अली,अब्बास,रघुनाथ समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।


नौएडाः आउटब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक

 कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम हेतु निगरानी के लिए जनपद स्तर पर आउट ब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक मंडलायुक्त की अध्यक्षता में डीएम कैंप ऑफिस के सभागार में संपन्न


आयुक्त मेरठ मंडल ने संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश


गौतम बुध नगर। देश में कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम तथा निगरानी के लिए जनपद स्तर पर गठित आउटब्रेक रिस्पांस कमेटी की बैठक मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी मेश्राम की अध्यक्षता में डीएम कैंप ऑफिस के सभागार में आहूत की गई। मेरठ मंडल की आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में इससे बचाव एवं रोकथाम के लिए शासन स्तर से जो मार्ग निर्देश प्राप्त हो रहे हैं सभी संबंधित अधिकारीगण उसके अनुरूप अपनी कार्ययोजना बनाकर अग्रिम कार्यवाही करें ताकि कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो कंट्रोल रूम संचालित किया जा रहा है वह पूर्ण मानकों के अनुरूप संचालित किया जाए और इस संबंध में जो कार्यवाही एवं कंट्रोल रूम पर कॉल आ रही हैं उसकी लॉग बुक तैयार की जाए। इस संबंध में आइसोलेशन वार्ड के संबंध में भी मानकों के अनुरूप अधिकारियों द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मंडलायुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में जनसामान्य को विभिन्न माध्यमों से जागरूक करते हुए उनके जीवन में साफ-सफाई एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेरित किया जाए ताकि आम नागरिक अपने जीवन में सतर्कता बरतते हुए संबंधित वायरस से बचाव कर सकें। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर शासन के द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं उनका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए जिला प्रशासन एवं विकास के अधिकारियों को भी लगाकर सहयोग प्राप्त किया जाए। स्कूलों में इस संबंध में जो कार्रवाई सुनिश्चित की जानी है और साफ-सफाई के संबंध में जो व्यवस्था की जानी है उसके संबंध में भी सभी स्कूलों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इस अवसर पर जिलाधिकारी बीएन सिंह ने मंडलायुक्त को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोरोनावायरस की रोकथाम के संबंध में जो आवश्यक दिशा-निर्देश उनके द्वारा दिए गए हैं उनका जनपद में अक्षर से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए जिला प्रशासन एवं विकास के अधिकारी भी लगाए जाएंगे वहीं दूसरी ओर आई एम ए का सहयोग भी प्राप्त किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव ने इस अवसर पर मंडलायुक्त को अवगत कराया कि उनके द्वारा इस संबंध में सभी प्रकार की ट्रेनिंग पूर्ण की जा चुकी है और शासन के दिशा निर्देशों के अनुपालन में सभी प्रकार की कार्रवाई विभागीय अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित की जा रही है। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय, समस्त उपजिलाधिकारी गण, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


पूर्वजों की याद खींच लाई अपने देश

पूर्वजो की याद को पुनर्जीवित करना चाहते हैं कालका


इसी मंशा से यूरोपीय देश से कालका पहुँचे कौशांबी


125 वर्ष पूर्ब यूरोपीय देश गए पूर्वजों के ठौर ठिकाने को तलाश रहे हैं कालका


कौशांबी। अंग्रेजी हुकूमत में अंग्रेजों के चंगुल में फंसकर सीताराम यूरोप देश चले गए थे चौथी पीढ़ी के बाद उनके वंशज अपनी मातृभूमि तलाशने अपने वंशजों को याद कर उनके यश कीर्ति को पुनर्जीवित करने कौशांबी आए हुए हैं 


ब्रिटिश पीरियड में कौशांबी क्षेत्र का हिस्सा इलाहाबाद जनपद के अधीन था उन दिनों अंग्रेजी हुकूमत भारत देश में हावी थी इस देश में गरीबी का आलम यह था कि गांव की जनता को काम धंधे नहीं मिलते थे और उसे कई कई दिनों तक भूखे सो जाना पड़ता था पेट के भूखे लोग दूसरों की बेरोजगारी कर अपने वा परिवार के पेट की आग शांत करना चाहते थे इस क्षेत्र के गरीबी झेल रहे लोगों को अंग्रेजों ने सुनहरे सपने दिखाए और अंग्रेजों के सुनहरे सपने में फंसकर तत्कालीन इलाहाबाद जिले के लोधन पुरवा निवासी सीताराम अंग्रेजो के साथ यूरोपीय देश चले गए लेकिन कौशांबी से जाने के बाद उन्हें अपनी मातृभूमि से लगाव रहा और पीढ़ी दर पीढ़ी अपने वंशजों को वह अपना इतिहास और जन्मभूमि बताते रहें


 अंग्रेजों के साथ गए सीताराम ने चौथी पीढ़ी के हैट्रिक कालका को बताया कि वह लोधन के पुरवा के रहने वाले हैं और घर के सामने रेल लाइन के किनारे एक पीपल का विशाल वृक्ष है और गांव में उनके दो घर हैं उनके पिता का नाम कालका प्रसाद है और वह लोध बिरादरी के है  यह बात अपने पुत्रों प्रपौत्रों को बताई


 सीताराम ने अपने पुत्र रामप्रकाश को बताइ और रामप्रकाश ने अपने पुत्र श्याम नारायण को भारत भूमि को अपना जन्म स्थान वंशावली बताकर इस बात को आगे बढ़ाया इसी पीढ़ी में  हैट्रिक कालका ने जन्म लिया और उनके पूर्वजों ने भी उन्हें अपनी वंशावली बताते हुए वर्तमान कौशांबी के लोधन पुरवा में अपने वंशजों की दास्तान बताई पीढ़ी दर पीढ़ी बीतता गया और चौथी पीढ़ी में अपनी मातृभूमि को तलाशते यूरोपीय महाद्वीप के छोटे से देश माल्टा से पूर्वजो की जन्मभूमि लोध का पूरा पहुँचे उन्होंने बताया कि लोध के पुरवा के रहने वाले उनके पूर्वज है और उनके पूर्वजों की जन्मभूमि यही है अंग्रेजों के समय में उन्हें यहां से अंग्रेज ले गए थे गरीबी और दासता का दंश झेल रहे लोगों को सुनहरे सपने दिखाकर अंग्रेज विदेश ले गए थे पूर्वजों ने उन्हें बताया कि तमाम साथी यहां से विदेश जा रहे तो उन्हीं के साथ वह भी चले गए थे यूरोप देश से कौशांबी पहुंचे 4 पीढ़ी पूर्व विदेशों की धरती में बस चुके हैट्रिक कालका के परिवार के नसों में आज भी भारतीय रक्त प्रवाहित हो रहा है उन्हें अपनी मातृभूमि से बेहद लगाव है हैट्रिक कालका ने बताया कि अब वह कौशांबी में अपने वंशजों के ठौर ठिकाने को पुनर्जीवित करना चाहते हैं इसी उद्देश्य से वहां अधिकारियों पत्रकारों और आम जनता से मुलाकात कर रहे हैं हैट्रिक कालका का कहना है कि वह कौशांबी में एक स्वयंसेवी शिक्षण संस्थान खोलना चाहते हैं जिससे पुराने वंशजो की याद को जागृति पुनर्जीवित किया जा सके।


सुबोध केशरवानी


बर्खास्त होंगे ड्यूटी से गायब चिकित्सक

UP में बर्खास्त होंगे ड्यूटी से गायब 800 चिकित्सक, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने की घोषणा 
लखनऊ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा है कि प्रदेश में ड्यूटी से लंबे समय से गायब 800 चिकित्सक शीघ्र ही बर्खास्त होंगे। इनको हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इनकी जगह शीघ्र ही नए चिकित्सकों की तैनाती कर दी जाएगी।स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को जिला अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्वाइन करने के बाद जो चिकित्सक लौटकर अस्पताल नहीं आए उन्हें हटाने के लिए सरकार आगे बढ़ी है। चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए लोक सेवा आयोग से दो हजार डाक्टर मिले हैं। 1800 की काउंसिलिंग करा ली गई है। जल्दी ही ये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात हो जाएंगे।रेडियोलाजिस्ट के काफी पद खाली होने से अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में जिला स्वास्थ्य समिति को मानदेय के आधार पर बाहर से रेडियोलाजिस्ट तैनात करने का अधिकार दिया गया है। लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला हर रविवार को लगाया जा रहा। इसमें दवा व जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सिखाया जाएगा। यहां भी जांच की सुविधा होगी। आउटसोर्सिंग से भर्ती स्वास्थ्यकर्मियों को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत अनुभव के आधार पर समायोजित किया जा रहा है।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह बुधवार को औचक निरीक्षण करने बस्‍ती के जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने यहां व्यवस्था जांची। अस्पताल में गंदगी देखकर नाराजगी जताई और प्रमुख अधीक्षक को व्यवस्था में सुधार लाने की नसीहत दी। स्वास्थ्य मंत्री सबसे पहले ब्लडबैंक पहुंचे। उन्होंने एकत्र ब्लड की जानकारी ली। पैथालाजी में जांच की सुविधा से रुबरू हुए। एक्स-रे की जानकारी ली। अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लगा था, इस पर एसआइसी से पूछताछ की, पता चला कि रेडियोलाजिस्ट छुट्टी पर हैं। इसलिए ताला लगा है। इसके बाद मंत्री इमरजेंसी वार्ड और ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया। मरीजों से सुविधाओं की जानाकारी ली। (एनआरसी) पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चों का हाल जाना।शनिवार को भर्ती हुई रेनू का वजन, खानपान और रसोई की व्यवस्था जांची। पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) में गंदगी देखकर नाराजगी जताई। साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और आने वाले मरीजों को बेहतर सेवा देने के लिए प्रमुख अधीक्षक डा. ओपी सिंह को निर्देश दिए। मंत्री ने बताया कि इमरजेंसी मेडिकल अफसर की पोस्टिंग नहीं हुई है, इसे प्राथमिकता में रखते हुए पोस्टिंग कराई जाएगी। एसआइसी व प्रभारी सीएमओ डा. फखरेयार से पूरी रिपोर्ट तलब की है। बाहर प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों पर नजर रखने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। इस दौरान डा. बीके मिश्र, डा. रामजी सोनी, डा. अरुण कुमार चौधरी, अजय सिंह गौतम, अखंड सिंह आदि मौजूद रहे।स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप ङ्क्षसह ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। एहतियातन सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर सोनौली, ककरहवा, बढऩी पर कड़ी निगरानी है। अब तक 11 लाख विदेशियों की स्क्रीङ्क्षनग कराई गई है। ब्लड सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया।


डब्ल्यूएचओ ने वार्ड का निरीक्षण किया

ग़ाज़ीपुर। कोरोना वायरस को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग बेहद गंभीर है। इसके लिए जनपद में की गयी। तैयारियों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) की टीम भी बराबर नजर रख रही है। डब्ल्यूएचओ के सब रीजनल टीम लीडर आशा राघवन ने गोरा बाजार स्थित जिला अस्पताल में बने 10 बेड के कोरोना आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया।


इस दौरान टीम के द्वारा कोरोना वायरस को लेकर की गई तैयारियों की बारीकी से जानकारी ली गई और तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की गयी। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि 11 मार्च को यह टीम जिला अस्पताल पहुंची थी और कोरोना वायरस की तैयारियों को लेकर जानकारी ली और जानकारी से पूरी तरह संतुष्ट दिखे। उन्होंने बताया कि इसी संबंध में जिला अस्पताल के सभागार में 13 मार्च को वार्ड से संबंधित सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की बैठक होगी और कोरोना वायरस से संबंधित जानकारियां भी दी जाएंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी.सी. मौर्य ने बताया कि इसी को लेकर गुरुवार को शासन द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग की गयी, जिसमें जिला सर्विलांस अधिकारी, डीसीपीएम, डीपीएम, महिला और पुरुष अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मेट्रन, सिस्टर इंचार्ज, हॉस्पिटल मैनेजर, जिला क्वालिटी कंसलटेंट के साथ ही ब्लॉक के बीपीएम, बीसीपीएम और एचईओ भी शामिल हुये। उन्होंने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में मिली जानकारी के आधार पर ब्लॉक से सभी लोग अपने-अपने ब्लॉक पर आशा, एएनएम एवं अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण देंगे।
इस दौरान सीएमएस डॉ. निसार, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. तनवीर, डब्ल्यूएचओ के विजय प्रकाश, पूर्व सीएमएस डॉ. डी.के. चौधरी आदि उपस्थित रहे।


ईरान में फंसे छात्रों से संपर्क करें सरकार

नई दिल्ली। ईरान में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। इन छात्रों ने वतन वापस आने के लिए मदद की गुहार लगाई है। दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि इन छात्रों से संपर्क किया जाए।
सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार की तरफ से बताया गया कि केंद्र ने बहुत सारी सावधानियां बरती हैं, वहां फंसे भारतीयों का स्वाइप मंगवाया गया है। ईरान से 58 भारतीयों को भारत लाया जा चुका है। बता दें कि तेहरान सहित पूरे ईरान में तकरीबन 3 हजार श्रद्धालु और भारतीय छात्र फंसे हुए हैं।


इस पर जज ने पूछा कि क्या सरकार को जानकारी है कि छात्र कहां हैं? क्या भारतीय एंबेसी वहां काम कर रही है? जवाब में केंद्र ने कहा कि एंबेसी पूरी तरह काम कर रही है।एंबेसी वहां लोगों के संपर्क में है। ट्विटर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, याचिकाकर्ता ने कोर्ट के बताया कि परिजनों का कहना है कि वो ईमेल के जरिए छात्रों के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि वहां भारतीय एंबेसी ठीक से रिस्पॉन्ड नहीं कर रही है।
केंद्र ने कहा कि 26 फरवरी से ही ईरान सरकार ने एयरलाइंस बंद कर दी थी, सिर्फ एक एयरलाइंस ही चल रही है। इंडियन एयरफोर्स के एक विमान को परमिशन दी गई थी, जिसमें 58 भारतीयों को वापस लाया गया। इसमें महिला, बच्चे और पुरुष शामिल हैं। केंद्र ने ये भी बताया कि डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस को भी फॉलो करना है। उन लोगों को वापस लाने से पहले पता भी करना है कि वो संक्रमित हैं या नहीं। जज ने पूछा- आपने इन 58 लोगों की पहचान कैसे की? याचिकाकर्ता ने अपने पास मौजूद छात्रों की जानकारी और लोकेशन सरकार को उपलब्ध करवाई। इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि छात्रों के पास फ्लाइट के टिकट थे, लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई। जज ने कहा कि सरकार को तय करना चाहिए कि इस तरह की स्थिति में कैसे काम करना है। केंद्र की तरफ से मामले में सुनवाई सोमवार को करने के लिए कहा गया, लेकिन याचिकाकर्ता ने मंगलवार को सुनवाई का आग्रह किया।


अमेरिकी-ब्रिटिश सैनिको पर रॉकेट हमला

बगदाद। इराक में हुए रॉकेट हमले में अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिकों के मारे जाने की खबर है। इराक के मिलिट्री बेस पर रॉकेट से हमला किया गया। इस हमले में 2 अमेरिकी सैनिकों और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। अमेरिका के मुताबिक बगदाद के उत्तर में ताजिया बेस पर रॉकेट दागे गए।


कॉगिंस ने ट्वीट किया कि 11 मार्च को शाम 7:35 बजे (इराक टाइम) गठबंधन (ऑपरेशन इनहेरेंट रिज़ॉल्यूशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन) 15 से अधिक छोटे रॉकेटों की पुष्टि करता है, जिसने इराक के कैंप ताजजी की गठबंधन सेना की मेजबानी को प्रभावित किया।
एक अमेरिकी सैनिक, एक ब्रिटिश सैनिक और एक अमेरिकी ठेकेदार को बुधवार को मार दिया गया, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इराकी सैन्य बेस पर सबसे घातक रॉकेट हमले में विदेशी सैनिकों की मौत हो गई। एक युद्ध निगरानी ने कहा कि हमले से खतरनाक हमले की आशंका है, अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के हवाई हमलों ने पड़ोसी सीरिया में ईरान-गठबंधन वाले इराकी लड़ाकों को तुरंत निशाना बनाया।
बुधवार शाम को 18 रॉकेटों के एक वॉली बगदाद के उत्तर में ताजिया एयर बेस पर हमला किया गया, जो अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन से स्थानीय बलों के युद्ध जिहादियों की मदद करने वाले सैनिकों की मेजबानी करता है। गठबंधन के एक बयान में कहा गया है कि इसके तीन कर्मी मारे गए और अन्य 12 घायल हो गए, लेकिन इसने राष्ट्रीयता प्रदान नहीं की। हालांकि, एक अमेरिकी अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मृतकों में दो अमेरिकी और एक ब्रिटिश नागरिक शामिल हैं। इराकी सेना ने कहा कि रॉकेटों को एक ट्रक के पीछे से निकाल दिया गया था, लेकिन इसने किसी भी हताहत की टिप्पणी नहीं की।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने टेलीफोन कॉल में हमले की निंदा की।


नोएडाः तीन पार्टनरो में चली गोली, मौत

गौतम बुध नगर। थाना बादलपुर क्षेत्र में यूपी टेलीलिंक लिमिटेड केबिल बनाने वाली कंपनी के 03 पार्टनर के बीच  विवाद इतना बढ़ गया। आपस में गोलियां चलने लगी। जिसमें 2 लोगों की मौका वारदात पर मौत हो गई।


प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदीप के द्वारा गोली चलाई गई थी। गोली चलने से नरेश व प्रदीप की मृत्यु हो गयी है। राकेश  घायल है। जिनको आन्नदाअस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पुलिस बल मौजूद है, पुलिस के द्वारा वारदात को कई एंगल से जांचा परखा जा रहा है ताकि इस हत्याकांड के पीछे की वास्तविकता सबके सामने आ सके।


अलीगढ़ बवाल का आरोपी विनय गिरफ्तार

अलीगढ़। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर हुआ अलीगढ़ में बवाल को लेकर योगी सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है। जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए अलीगढ़ प्रशासन ने फ़ायरिंग और बवाल के आरोपी हिंदूवादी नेता विनय वार्ष्णेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


पुलिस ने बीती देर रात्रि विनय वार्ष्णेय को जेल भेजा है। बताते चलें कि बवाल में घायल तारिक को विनय पर गोली मारने का आरोप है। भड़काऊ भाषण देने के लिए विख्यात विनय के फायरिंग करते हुए कई वीडियो वायरल हुई थे।घायल तारिक गंभीर है और उसका जेएन मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है।


भाजपा-कांग्रेस का गणित 'विविध'

बड़ा अजीब असमंजस है , कांग्रेस के बागी विधायकों की बात उनके नेताओं के वक्तव्यों से मेल नहीं खा रही । उधर भाजपा में बस करो महाराज कहने वाले शिवराज साफ़ कह रहे है अब महाराज और शिवराज साथ। इस बात के भी दो मायने है, महाराज और शिवराज भोपाल में एक साथ या दिल्ली में एक साथ। बातें तो बातें है बातों क्या ? वैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र के वे अफसर बदल दिए गये हैं जिन्हें उनकी सिफारिश पर पदस्थ किया गया था।  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने दावा कर रहे कि मध्य प्रदेश में २२  बागी विधायकों में से १३  ने उन्हें आश्वस्त किया है कि ‘वे कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रहे हैं।' साथ दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विश्वास मत जीतने का भरोसा है। दिग्विजय अब नया नारा लाये हैं “‘हम चुप नहीं रहे, हम सो नहीं रहे हैं।
सकंटग्रस्त कांग्रेस सरकार को बचाने के प्रयासों के तहत   अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए राजस्थान की राजधानी जयपुर भेज चुकी है|कल  मुख्यमंत्री निवास पर जमा होने के बाद कांग्रेस के विधायक तीन बसों में भोपाल के हवाई अड्डे पर पहुंचे और बाद में विशेष विमान से जयपुर के लिए रवाना हो गए|मुख्यमंत्री कमलनाथ के विश्वासपात्र मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है  कि हम अपने विधायकों के साथ जयपुर जा रहे हैं| जयपुर के बाद वे खुद बेंगलुरु भी जायेंगे और वहां ठहरे हुए कांग्रेस के विधायकों से बात करेंगे| उन्होंने दावा किया कि इन विधायकों को गुमराह करके बेंगलुरु ले जाया गया है और इनसे त्यागपत्र लिए गए हैं| सच क्या है कोई बताने को तैयार नहीं |कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी के विधायकों के साथ सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी जयपुर रवाना हुए हैं| हालांकि कांग्रेस सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री और विधायक रणनीति बनाने के लिए भोपाल में ही डेरा डाले हुए हैं |
एक मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा, ‘‘वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में उत्पन्न हुए तनाव को दूर करने के लिए कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ जयपुर घूमने जा रहे है|:हवाई अड्डे पर 95 विधायक हैं और हम अपना बहुमत साबित करेंगे.' उन्होंने निर्दलीय, बसपा और सपा विधायकों का भी सरकार को समर्थन हासिल होने का दावा किया| इससे इतर भाजपा का दावा है। सिंह ने कहा कि इनमें से १०  से १२ विधायक शक्ति परीक्षण के दौरान कांग्रेस को समर्थन करेंगे क्योंकि इन्हें गुमराह करके वहां ले जाया गया है। यह एक बड़ा सवाल है कैसे और क्यों ? कांग्रेस ने विधायकों को जयपुर भेजने का कदम सिंधिया और उनके 21 समर्थकों के  कांग्रेस से त्यागपत्र देने के बाद उठाया है। सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे  से  पुरानी कमलनाथ सरकार गिरने की कगार पर आ गई है। अब कांग्रेस कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है। जिसमें अंतिम अस्त्र के रूप में मध्यावधि चुनाव की सिफारिश भी है ।
दूसरी ओर भाजपा ने भी अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए भोपाल में विधायक दल की बैठक के तुरंत बाद रात को ही विशेष विमान से भोपाल से रवाना कर हरियाणा के मानेसर भेज दिया है| सही संख्या वे भी नहीं बता रहे हैं |
यही संख्या बल राज्यसभा  चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है|
२२८ /(३+१ )=५७  +१ =५८  वोट चाहिए १ राज्यसभा सीट जीतने के लिए|
वर्तमान में भाजपा का दावा १०७ विधायक का है|
कांग्रेस के पास कल ११४ थे, आज १९  विधायकों ने इस्तीफा दे दिया तो अब कांग्रेस के पास ९५  विधायक बचे!
कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में ८८ कांग्रेस के विधायक और ४  निर्दलीय विधायक शामिल हुए।
कांग्रेस के 19 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है तो मध्यप्रदेश में कुल विधायकों की संख्या होगी (२२८ -१९ )२०९ |
तय प्रक्रिया के अनुसार अब २०९ /(३+१ )=५२.२५+१ =५३  वोट एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए चाहिए | भाजपा
इस गणित के अनुसार दो सीटों पर जीत मान रही है | कांग्रेस के पास ९५ विधायक हैं, उसके खाते में एक सीट
आती नजर आ रही है और सरकार......!


राकेश दुबे


उत्तल-पुथल के कदम 'संपादकीय'

मधुकर कहिन


आगामी अप्रैल माह से पहले राजस्थान में भी मध्य प्रदेश की तर्ज पर सत्ता परिवर्तन 
दोनों प्रदेशों के सत्ता परिवर्तन का असली राज़


 नरेश राघानी



 ग्वालियर राजपरिवार के दिवंगत महाराजा माधवराव सिंधिया के सुपुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है। 


 राजस्थान का राज़


आगामी अप्रैल माह की 9 तारीख को राजस्थान राज्य के तीन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है । यह तीनों राज्य सभा सांसद भाजपा से है। जिसमें रामनारायण डूडी विजय गोयल और नारायण लाल पंचारिया अपना कार्यकाल अप्रैल 2020 में समाप्त कर रहे हैं । इन तीनों को सन 2014 अप्रैल में राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान चुना गया था। यह तब हुआ जब भाजपा की 163 सीटें राजस्थान विधानसभा में थी।


 इसके बाद 2019 में भी एक राज्यसभा सांसद की सीट खाली हुई थी । जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को चुनाव लड़ा कर राज्यसभा में लिया गया। शायद अशोक गहलोत को जब मुख्यमंत्री पद के लिए हरी झंडी दी गई थी,  तब संभव है कि प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट से यह वादा किया गया हो कि आने वाले राज्यसभा चुनाव में उन्हें राज्यसभा से सांसद बना कर भेजा जाएगा। परंतु विडंबना यह है कि जब केंद्र में अब कांग्रेस की सरकार ही नहीं है। तो सचिन पायलट राज्यसभा से आकर करे भी क्या ??  क्योंकि आगे केंद्र में मंत्री तो बन नहीं सकते थे ।


 तो प्रबल बहुत संभावना है कि सचिन पायलट 9 अप्रैल 2020 के बाद भाजपा में शामिल हो जाएं , और इन तीन खाली होने वाली राज्यसभा सीटों में से किसी एक पर आसीन होकर केंद्र में चल रही भाजपा सरकार में मंत्री बन जाएं ।


 क्योंकि सन 2024 तक केंद्र में भाजपा की सरकार है जहां वे आराम से केंद्र मंत्री का दर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
अब सूत्रों के अनुसार राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार के लगभग 20 से 24 विधायक , जिनमें सचिन पायलट द्वारा टिकट दिए गए और कुछ अन्य को मिलाकर सभी ,भाजपा के संपर्क में है। और कोई बड़ी बात नहीं कि आने वाले अप्रैल माह के करीब इस तरह का माहौल राजस्थान में भी दिखाई दे। यह बात मैं नहीं कह रहा हूं, यह बात वह लोग बोलो रहे हैं , जो लगातार भाजपा मुख्यालय और सचिन पायलट के बेहद करीबी है।


हालांकि फिलहाल देखने पर ऐसा नहीं लगता है कि सचिन पायलट कोई ऐसा कदम उठाएंगे। परंतु सूत्रों की मानें तो लगभग 20 दिन पहले पायलट और सिंधिया के बीच इस मुद्दे को लेकर खूब चर्चा हुई है । और इस चर्चा के चलते सिंधिया का इस तरह से पार्टी छोड़ कर उस तरफ जाना इस योजना का पहला कदम मात्र है।


मध्य प्रदेश का राज़


बात यदि मध्य प्रदेश की करें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के पीछे मूल कारण पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह है। जिनका राज्यसभा का कार्यकाल 10 अप्रैल 2014 को शुरू हुआ था और 9 अप्रैल 2020 को समाप्त हो रहा है। ऐसी सूरत में यह सीट खाली होने पर कांग्रेस अगर चाहती तो आराम से सिंधिया को यहां पर समायोजित कर सकती थी।
               परंतु फिर वही !!! कमलनाथ को जब मुख्यमंत्री बनाया गया तब दिग्विजय सिंह से पार्टी आलाकमान ने यह वादा किया था कि आप को राज्यसभा में भेजा जाएगा । तभी जाकर कमलनाथ की सरकार बन पाई। और शायद यही वादा सिंधिया से भी किया गया होगा। सो कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को चुना।     


         अब ऐसे में यदि दिग्विजय सिंह को दरकिनार कर सिंधिया को भेजा भी जाता तो *सिंधिया के लिए घाटे का सौदा होता। क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है। सो सिंधिया न भाजपा का दामन थामने की सोची। जिसके पीछे मुख्य कारण यह था कि मध्य प्रदेश में अन्य दो जगह भाजपा समर्थित राज्यसभा सीटें भी अप्रैल 2020 में खाली हो रही है। जिन पर सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा 2014 से राज्यसभा सांसद है। उन्ही पर से किसी एक पर सिंधिया अब नामांकन भर के राज्य सभा जाने वाले हैं।


सो अब मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा से नामांकन दाखिल करेंगे , और बतौर राज्यसभा सदस्य चुनकर केंद्र में मंत्री बनाए जाएंगे। उसके पश्चात भाजपा मध्य प्रदेश की सरकार पर बहुमत का दावा ठोकेगी। जिसके चलते जरूरी नहीं शिवराज सिंह चौहान को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। कोई और नया चेहरा भी भाजपा ला सकती है। सरकार बनवाने में मदद करने की एवज में सिंधिया के साथ आए विधायकों में से एक को उपमुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है। अब जल्द ही भाजपा प्रदेश कार्यालय पर सिंधिया का स्वागत होना बाकी है ।जिसमें समस्त मध्य प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी शामिल होंगे।


यह है असली किस्सा बाकी सब मोह माया


दो शेरों पर एक कुत्ता भारी पड़ा

नीलमणि पाल


भुवनेश्वर। शेर को जंगल का सबसे खतरनाक जानवर माना जाता है। उसका हर हमला खाली नहीं जाता है। लेकिन इस बार दो शेर एक कुत्ते से डर गए। वो पीछा छुड़ाने के लिए भागने लगे। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसको देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इस वीडियो को इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के ऑफिसर सुशांत नंदा ने शेयर किया है।


जंगल में दो शेर आराम कर रहे थे, तभी उनको एक कुत्ते दिखा तो हमला करने के लिए खड़े हो गए। उतने में कुत्ता भौंकते हुए उनके पास आया है और उचक-उचककर शेर को डराने की कोशिश करने लगा। उसने शेर पर हवा में उड़ते हुए अटैक करने की कोशिश भी की। लेकिन वो ऐसा नहीं कर सका। 18 सेकंड का ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है।  सुशांत नंदा ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ”आत्मविश्वास एक सुपर पावर है. एक बार जब आप खुद पर विश्वास करने लगते हैं, तो जादू होने लगता है।


लखनऊ में वायरस का पहला मामला

कोरोना से दुनियाभर में अब तक 4623 मौतें, कुल 125,841 लोग संक्रमित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके अलावा बिहार में कोरोना वायरस के पांच और संदिग्धों का पता चला। इनमें दो पटना जबकि बाकी तीन फारबिसगंज, औरंगाबाद और समस्तीपुर के रहने वाले हैं। आपको बता देें कि देश भर में कोरोना के 74 पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं। फारबिसगंज का संदिग्ध मलेशिया टूर से तीन दिन पहले लौटा है। उसे अनुमंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इधर, पटना में पीएमसीएच की इमरजेंसी में भी कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया। इनमें एक औरंगाबाद तथा दूसरा समस्तीपुर का है। वहीं, एनएमसीएच में बुधवार को दो और संदिग्धों को भर्ती किया गया। दोनों पटना के ही रहने वाले हैं। इसमें 30 वर्षीय महिला राजस्थान जबकि 24 वर्षीय युवक दिल्ली से लौटा है।


8 मार्च को कनाडा से लखनऊ आई थी महिला डॉक्टर..कनाडा के टोरंटो शहर निवासी महिला डॉक्टर अपने पति के साथ 8 मार्च को लखनऊ के गोमती नगर में रिश्तेदारों से मिलने आई थी। बुधवार को महिला को बुखार महसूस हुआ और गले में खराश हुई। इसके साथ-साथ सर्दी-जुकाम भी शुरू हो गया। परिवारीजनों में कोरोना की आशंका हुई। वो अपने पति के साथ केजीएमयू पहुंची। यहां डॉक्टर डी. हिमांशु की निगरानी में  महिला डॉक्टर को भर्ती किया गया। वहीं दुनियाभर में कोरोना के कहर से हुई तबाही में अब तक 4623 मौतें हुई और कुल 125,841 लोग संक्रमित है ।


लार से हुई जांच..लार का नमूना जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेज दिया गया। देर रात जांच रिपोर्ट आई जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि मरीज से संबंधित पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। डॉक्टर डी. हिमांशु ने बताया कि पति की जांच कराई गई लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। फिलहाल मरीज व उनके पति को अलग-अलग कमरे में भर्ती रखा गया है।


मुंबई से होते हुए लखनऊ आई थी.. पूछताछ में महिला डॉक्टर ने बताया कि कि वह मुंबई होते हुए लखनऊ आई हैं इस दौरान वह कितने लोगों के संपर्क में आई हैं इसकी पूरी जानकारी उन्होंने टीम को दे दी है। अब टीम इस रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों से साझा करेगी ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।


जमीयत उलेमा करेगा,1 करोड़ की मदद

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा पीड़ितों के मकानों को आबाद करने के लिए जमीयत उलेमा ए हिंद ने पहल करते हुए पीड़ितों के मकानों की मरम्मत पर एक करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय किया है। इस संबंध में जमीयत उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि शिव विहार में सबसे प्रभावित इलाके में दंगे में तबाह हुए मकानों, दुकानों और मस्जिदों का निर्माण का कार्य किया जाएगा।


शिव विहार में जमीयत ने रिलीफ कमेटी का कार्यालय स्थापित किया है और वहां जमीयत के कार्यकर्ता और सहारनपुर तथा शामली जमीयत यूथ क्लब के नौजवान लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। दूसरी ओर शिव विहार में जमीयत लीगल सेल के वकील लगातार लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। दिन भर दंगा प्रभावित जमीयत के दफ्तर में अपने मामलों को लेकर आते हैं और न्याय दिलाने की मांग करते हैं।


जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रयासों से पिछले जुमे को, दंगों के पश्चात पहली बार नमाज़ ए जुमा का प्रबंध किया गया। इसके बाद लोगों में विश्वास बहाल होता नज़र आया। अब लोग अपने घरों को वापस आ रहे हैं। लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी समस्या सिर छुपाने की है। उनका मकान और सभी वस्तुओं को दंगाइयों ने जला दिया है। इसलिए यह आवश्यक है कि तुरंत मकानों का निर्माण किया जाए।


इसके अतिरिक्त जमीयत उलेमा ए हिंद ने अपने तौर पर लोगों के जान व माल की हानि का सर्वे भी किया है। पिछले कुछ दिनों से लोगों के घरों की भी सफाई सुथराई की जा रही है। जले हुए मलबे हटाए जा रहे हैं। शिव विहार में दंगे के कष्टदाई समय से लेकर अब तक शिविर स्थापित किए हुए मौलाना हकीमुद्दीन कासमी सचिव जमीयत उलेमा ए हिंद ने बताया कि हमने निर्माण के लिए यहां एक स्थानीय कमेटी भी गठित की है।


खराब अर्थव्यवस्था पर वक्तव्य दे पीएम

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि शेयर बाजार में निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपए डूब गये हैं, रुपया रिकार्ड निचले स्तर पर आ गया हैं और अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बदहाल हो गयी लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मोदी और सीतारमण इस बारे में मौन साधे हैं। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार आज 2700 अंक गिर गया और निवेशकों का 11 लाख करोड़ रुपया डूब गया। आजादी के बाद देश के निवेशकों के लिए यह सबसे काला दिन है। शेयर बाजार में इस गिरावट का सीधा नुकसान उन छोटे छोटे निवेशकों को होगा जिनका पैसा बाजार में लगा है। दो दिन पहले बाजार 2400 अंक गिरा और तब निवेशकों का बाजार में सात लाख करोड़ रुपए डूबा था। प्रवक्ता ने कहा कि रुपया आज सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। डालर के मुकाबले रुपये में यह रिकार्ड गिरावट है।


सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक में 44 करोड 51 लाख खाता धारकों के बचत बैंक खाते पर ब्याज 3.5 फीसदी से घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया है। इससे आम खाता धारकों को 2700 करोड़ रुपए सालाना का नुकसान होगा। उनका आरोप था कि इस पैसे से एसबीआई को येस बैंक को खरीदना है। येस बैंक से श्री मोदी के करीबी लोगों को ऋण दिया गया जो डूब गया है। उसकी भरपाई जनता के पैसे से करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार नहीं घटा रही है जबकि कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 32 डालर से 35 डलर प्रति बैरल है। उन्होंने कहा कि नवंबर 2004 में कच्चे तेल की कीमत 35 डालर प्रति बैरल थी तो उस समय देश में पेट्रोल का दाम 35.85 पैसा प्रति लीटर था लेकिन आज पेट्रोल 70.79 प्रति लीटर है। आम उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा हैं। इसी तरह से 2004 में डीजल 26.28 पैसा था जो आज 65 रुपए हो गया है। यानी सरकार 38.79 अपनी जेब में डाल रही हैं।


शामली पुलिस लाइन में फूलो की होली

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। पुलिस लाईन शामली में होली पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें जिला न्यायाधीश शामली, जिलाधिकारी शामली, पुलिस अधीक्षक शामली, मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामली, समस्त उपजिलाधिकारीगण, क्षेत्राधिकारीगण शामली व सभी थानों के थानाध्यक्ष मय पुलिस स्टाफ के साथ सम्मिलित हुए । पुलिस लाईन में होली पर्व का रंगारंग कार्यक्रम गुलाल व फूल के माध्यम से मनाया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारीयों को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी ।


जनगणना ड्यूटी नहीं तो 3 साल जेल

लखनऊ। उत्तरप्रदेश में लखनऊ नगर निगम ने जनगणना डयूटी को लेकर कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। जनगणना ड्यूटी न करने पर अब कोई बहाना नहीं चलेगा। न कोई ना नुकुर कर पाएगा। नगर निगम ने नोटिस जारी कर ये चेतावनी दी कि अगर जनगणना ड्यूटी न किया तो तीन साल की जेल होना तय है। बारह मार्च को दोपहर तीन बजे तक कर्मचारियों की सूची भेजने का अंतिम समय रखा गया है। इसके बाद ऐक्शन लिया जा सकता है।


जनगणना की ड्यूटी करने से सरकारी विभाग पीछे हट रहे हैं। नगर निगम में अधिकांश विभागों ने यह सूचना भेज दी है कि जनगणना ड्यूटी में कर्मचारियों की तैनाती करना असंभव है। हर विभाग ने कई तर्क गिनाए हैं। इसमें कर्मचारियों की कमी अहम बताया जा रहा है। अब नगर निगम ने संबंधित विभागों को नोटिस जारी की है। बारह मार्च तक कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित न करने पर नगर निगम विधिक कार्यवाही करेगा।


अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव ने बताया कि जनगणना 2021 का प्रथम चरण में मकान सूचीकरण, मकान गणना व एनपीआर किया जाना है। इसकी अधिसूचना दिनांक 19 नवंबर 2019 को जारी हो चुकी है। जनगणना का कार्य 16 मई से 30 जून के बीच होना है। नगर निगम को नोडल विभाग बनाया गया है लेकिन कई विभाग कई बहाने गिनाते हुए जनगणना कार्य के लिए कर्मचारियों की सूची नहीं भेज रहे हैं तो कुछ विभाग जनगणना ड्यूटी से अलग रखने का पत्र भेज रहे हैं।


सुप्रीम कोर्ट ने दिया योगी को झटका

नई दिल्ली। पोस्टर विवाद पर आज उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई की। याचिका में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी गई थी। बहस के बाद अदालत ने मामले को विस्तृत सुनवाई के लिए तीन जजों की पीठ के पास भेज दिया है। हालांकि उच्च न्यायालय के फैसले पर रोक नहीं लगाई है। अदालत में योगी सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि जो लोग खुलेआम बंदूक लहरा रहे हैं उनकी कैसे निजता हो सकती है।


अदालत में सुनवाई के दौरान दी गई यह दलीलें
– मामले की विस्तृत सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय ने इसे तीन जजों की पीठ को भेज दिया है।
– एक अन्य आरोपी की तरफ से अदालत में पेश हुए वकील ने कहा कि यूपी सरकार के पास इस तरह की होर्डिंग लगाने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। यह राज्य सरकार का एक प्रतिशोधात्मक दृष्टिकोण है।
– आरोपी मोहम्मद शोएब का पक्ष रख रहे वर्षिठ वकील कोलिन गोंजाल्विस ने बहस शुरू करते हुए कहा कि शोएब अपने आपको बहुत पीड़ित महसूस कर रहे हैं। उन्हें डर है कि कोई उनके घर आकर उनकी हत्या कर देगा।
– अभिषेक मनु सिंघवी, बाल यौन शोषण और हत्यारों के मामलों का उदाहरण देते हुए कहा- हमारे देश में ऐसी नीति कबसे लागू हो गई कि हम लोगों के नाम सार्वजनिक करके उनकी मानहानि कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो सड़क पर चल रहे उस शख्स की भीड़ हत्या कर सकती है।
– पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी की तरफ से अदालत में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी पक्ष रख रहे हैं। उन्होंने कहा, यह 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो आईजी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
– शीर्ष अदालत ने पाया कि यूपी सरकार ने होर्डिंग्स पर कथित आगजनी करने वालों का ब्योरा देने के लिए यह (कठोर) कदम उठाया था। अदालत ने कहा कि वह राज्य की बैचेनी को समझ सकता है लेकिन फैसले को वापस लेने के लिए उसके पास कोई कानून नहीं है।
– तुषार मेहता ने कहा कि एक शख्स जो प्रदर्शन के दौरान बंदूक चलाता है और कथित तौर पर हिंसा में शामिल है। वह निजता के अधिकार का दावा नहीं कर सकता।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत में कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आदेश पारित करते हुए गलती हुई है।
– न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने तुषार मेहता से पूछा कि वह अधिकार कहां है? जिसके तहत यूपी सरकार ने लखनऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ कथित आगजनी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की।
– उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि फिलहाल ऐसा कोई कानून नहीं है जो आपकी इस कार्रवाई का समर्थन करता हो।
– न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि क्या उसके पास ऐसे पोस्टर लगाने का अधिकार है।
– उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण मामला है।
– सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि निजता के अधिकार के कई आयाम हैं।


रेप के बाद पंचायत ने कराया निकाह

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर में एक ईंट-भट्ठे पर 14 वर्षीय किशोरी को अगवा कर पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर पंचायत ने किशोरी का निकाह उसी युवक के साथ करा दिया। अब किशोरी के पिता ने आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है कि उनकी बेटी के साथ मारपीट की जा रही है।


थानाप्रभारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला 20 दिन पुराना बताया जा रहा है। नाबालिग की कैसे शादी कराई, इस एंगल पर भी जांच की जा रही है।


विपक्षी दलों को डरा धमका रही भाजपा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट


लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज्यों में विपक्षी दलों को डरा-धमका रही है, दूसरे हथकंडों से प्रभावित कर रही है। इन कारनामो से भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है। अखिलेश ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा कि भाजपा का आचरण लोकतंत्र विरोधी है। राजनीतिक मूल्यों एवं नैतिकता की परवाह किए बिना राज्यों में विपक्षी दलों को डराना-धमकाना और अन्य हथकंडों से प्रभावित करने जैसे कामों से भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है।


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में बदले की भावना में डूबी भाजपा की सरकार अहंकारी है। दूसरों की तस्वीर चौराहों पर लगाने वालों की खुद की छवि धूमिल हो रही है।


उन्होंने कहा कि जनता की निगाह में बदले की भावना से किए गए कामों का फल अच्छा नहीं होता है। जनता के मन में भारी आक्रोश है। भाजपा सरकार के तीन साल पूरे हो गए लेकिन जनकल्याण की एक भी योजना जमीन पर नहीं उतर पाई है। सपा सरकार के कामों को दोहराकर या उन्हें नए-नए नाम देकर ही भाजपा सरकार एक-एक दिन काट रही है।


सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी सामाजिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्घ है। सौहार्द के वातावरण में ही विकास हो सकता है। विकास को गति देने और सामाजिक न्याय के लाभ के लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए। इससे समाज के सभी वर्ग के लोगों को उनकी संख्या के अनुरूप हिस्सेदारी तय हो सकेगी।


अवसाद को समझे और बाहर निकले

सचिन कौशिक


उद्योग संघ, एसोचैम द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय कॉरपोरेट्स में लगभग 42 प्रतिशत कर्मचारी उदास हैं। आप एक बड़े MNC या एक स्टार्टअप में एक प्रबंधक हैं। आपको उन कर्मचारियों में से एक से एक कॉल मिलता है जो आपको बताता है कि वे आज में नहीं आ सकते हैं। वे आपको कोई कारण नहीं देते। जब आप एक के लिए पूछते हैं, तो वे प्रश्न को खाली कर देते हैं, और जब आप दबाते हैं, तो वे कहते हैं कि वे आज में आने का महसूस नहीं करता।


आखिरकार, काम काम है, हर कोई शिकायत करता है, लेकिन हम सभी इसके लिए नीचे उतरते हैं। कार्य केवल बिलों का भुगतान करने में हमारी मदद नहीं करता है, यह एक सामाजिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक उद्देश्य प्रदान करता है। यह हमें पहचान, आत्म-सम्मान, गर्व की भावना, सम्मान और दिशा प्रदान करता है। ज़रूर, ऐसे दिन हैं जब आप सुबह के ट्रैफ़िक से बचते हैं, देर से बिस्तर से बाहर निकलते हैं, एक बड़ा नाश्ता खाते हैं, एक मैटिनी शो देखते हैं, एक बीयर प्राप्त करते हैं और दोपहर की झपकी लेते हैं? जब आप काम पर जाने के मूड में नहीं होते हैं, तो हर कोई उन भावनाओं को महसूस करता है।


भावनाएं हैं और फिर ऐसी भावनाएं हैं जो काम छोड़ने के क्षणभंगुर सोच से परे हैं।


ज्यादातर लोगों के लिए, इन भावनाओं में सोमवार ब्लूज़, नींद की कमी, एक हैंगओवर, बॉस के साथ समस्या, किसी प्रियजन के साथ लड़ाई, या कुछ क्षणभंगुर है जो आमतौर पर डबल एस्प्रेसो के बाद या ईएमआई भुगतान के बारे में एक अनुस्मारक के बाद दूर हो जाता है। नया घर या कार। वे इससे बाहर निकलते हैं। फिर ऐसे लोग हैं जो इससे बाहर नहीं निकल सकते। यह अवसाद है। जब बिस्तर से उठने और ऑफिस जाने का सरल काम एक स्मारकीय कार्य की तरह लगता है। यदि वे अपने आप को कार्यालय में घसीट ले जाते हैं, तो निम्न प्रकार की बात होती है, मनोदशा में कमी, एकाग्रता में कमी, समाज में गिरावट, ऊर्जा का स्तर कम होना और उदासी की भावना।


यदि किसी कंपनी के पास काम पर औपचारिक मानसिक स्वास्थ्य नीति नहीं है, तो यह समग्र एचआर पॉलिसी में मानसिक स्वास्थ्य को शामिल कर सकती है और यह सुनिश्चित कर सकती है कि मानव संसाधन विभाग के भीतर इसका स्वामित्व है। प्रबंधकों को अवसाद से पीड़ित कर्मचारियों से निपटने के तरीके के बारे में सचेत करने की आवश्यकता है, उन्हें संकेतों की पहचान करने, सहानुभूति की पेशकश करने, समर्थन करने और उचित सहायता प्रदान करने में सक्षम होने की आवश्यकता है।


चेतावनी के संकेत: – अनुपस्थिति
– कम उत्पादकता
– समाज से दूरी बनाना
– छूटी हुई डेडलाइन
– कम गुणवत्ता वाला काम
– मूड के झूलों
– थकान और सुस्ती
– काम पर त्रुटियाँ
– घटती प्रेरणा
– मादक द्रव्यों का सेवन


कॉर्पोरेट कर्मचारियों को अवसादग्रस्त कर्मचारियों की मदद करने के तरीके
– सहानुभूति और चिंता पेश करें
– उन्हें उदासी में कॉल करना आसान बनाएं
– डिप्रेशन के बारे में उनसे बात करे
– अवसादग्रस्त कर्मचारी से कैसे निपटें, इस पर कर्मचारियों को जागरूक करें
– इसे एचआर पॉलिसी का हिस्सा बनाएं
– इन-हाउस काउंसलिंग का प्रस्ताव दें
– लचीले काम के घंटे की पेशकश करें और घर के विकल्पों से काम करें
– पिछले काम के बारे में याद दिलाएं और आश्वासन भी दें
– उन्हें आलसी के रूप में ब्रांड न करें या प्रतिबद्ध न हों


पीएफआई के अध्यक्ष-सचिव गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पीएफआई के अध्यक्ष और सचिव को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष का नाम परवेज और सचिव का नाम इलियास है। आपको बता दें कि पीएफआई पर शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों की फंडिंग का आरोप है। बताया जा रहा है कि इलियास शिव बिहार का रहने वाला है। स्पेशल सेल ने शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन और पीएफआई के संबंधों की जांच करते हुए दोनों की गिरफ्तारी की है। इन पर दिल्ली हिंसा भड़काने का भी आरोप है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।


इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पीएफआई के सदस्य दानिश को गिरफ्तार किया था। उसे सीएए विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित रूप से दुष्प्रचार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कहा था कि दानिश पीएफआई के काउंटर इंटेलिजेंस विंग का प्रमुख है और शहर भर में सीएए विरोधी प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते रविवार को ओखला से एक कश्मीरी दंपति को इस्लामिक स्टेट (आईएस) खुरासान मॉड्यूल के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस जोड़े की पहचान जहांजेब सामी (पति) और हिना बशीर बेग (पत्नी) के रूप में की गई है। पुलिस ने उनके पास से कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पीएफआई पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) प्रदर्शन के दौरान लोगों को भड़काने और फंडिंग करने का आरोप है।


शह-मात के खेल में किसके हाथ बाजी

भोपाल। मध्य प्रदेश में शह और मात के खेल में बाजी किसके हाथ लगेगी, यह अभी साफ नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने हाथ का साथ छोड़कर कमल फूल खिलाने का जिम्मा अपने हाथों में लिया है। अब सवाल उठ रहे हैं कि एमपी में अगर बीजेपी सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री की कुर्सी किसे मिलेगी? सूत्रों के मुताबिक सीएम पोस्ट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का (Shivraj Singh Chouhan) नाम सबसे आगे है। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) से उन्हें चुनौती मिल रही है।


एमपी में शिवराज बीजेपी के नंबर वन नेता
ज्योतिरादित्य सिंधिया कैंप के विधायकों की बगावत के बाद अगर कमलनाथ सरकार गिरती है तो चौथी बार शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वजह भी साफ है। एमपी में शिवराज के कद का नेता बीजेपी में दूर-दूर तक नहीं नजर आता है। उनके पास सरकार चलाने का लंबा अनुभव है। लगातार तीन कार्यकाल उन्होंने सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। उन्होंने ऐसे वक्त में एमपी की कमान संभाली थी जब उमा भारती जैसी कद्दावर नेता की बगावत के बाद बीजेपी संकट से जूझ रही थी। ऐसे में उनकी राह में मोटे तौर पर कोई बड़ी बाधा नहीं दिखती है।


शिवराज और नरोत्तम के बीच अनबन!
हालांकि सियासी घटनाक्रम के बीच बीजेपी के एक और नेता हैं जिनका नाम काफी चर्चा में है। यह हैं दतिया से विधायक और पूर्व संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा। मंगलवार शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक में आंतरिक गतिरोध नजर आया। इस दौरान शिवराज और नरोत्तम समर्थक आमने-सामने आ गए। अपने-अपने नेता के लिए समर्थकों ने नारे भी लगाए। बताया जाता है कि नरोत्तम समर्थकों ने कांग्रेस में सियासी संकट के दौरान शिवराज की भूमिका को लेकर सवाल भी उठाए। इस बीच भोपाल में बीजेपी दफ्तर के पास ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में सिंधिया के साथ नरोत्तम मिश्रा की तस्वीर है।


लोकप्रियता में शिवराज का सानी नहीं
अगर लोकप्रियता की बात की जाए तो शिवराज के सामने नरोत्तम बिल्कुल नहीं टिकते। इसके बावजूद अमित शाह के करीबी माने जाने वाले नरोत्तम का पार्टी के अंदर अच्छा प्रभाव है। इससे पहले भी माना जा रहा था कि गोपाल भार्गव की जगह शिवराज को नेता विपक्ष बनाकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। हालांकि मंगलवार को विधायक दल की बैठक में इस पर चर्चा नहीं हुई।


शिवराज ने नरोत्तम का नेता विपक्ष के लिए किया था विरोध?
एमपी की सियासत में नरोत्तम मिश्रा और शिवराज को अलग-अलग ध्रुव माना जाता है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव के बाद भी शिवराज ने नरोत्तम के नाम का विरोध किया था और इसी वजह से नेता विपक्ष का पद गोपाल भार्गव को दिया गया। मिश्रा का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भी प्रस्तावित था लेकिन आरएसएस के करीबी माने जाने वाले वीडी शर्मा को जिम्मेदारी मिली।


नए नाम से चौंकाएगी बीजेपी?
अब जबकि बीजेपी को लग रहा है कि वह सरकार बनाने के काफी करीब है, शिवराज चौहान और नरोत्तम मिश्रा खेमे के बीच शीतयुद्ध जैसे हालात हैं। बीजेपी सूत्रों को लगता है कि रस्साकशी को देखते हुए पार्टी वीडी शर्मा की तरह ही कोई नया नाम लाकर चौंका सकती है। पीएम मोदी के करीबी और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार में वाणिज्य या भारी उद्योग जैसा पद मिल सकता है। इसके साथ ही उनके समर्थकों को बोर्ड, कॉर्पोरेशन और समितियों में पद देकर संतुष्ट किया जाएगा।


भोपाल में भव्य स्वागत की तैयारी

नई दिल्ली। कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने वाले मध्य प्रदेश के ‘महाराज’ ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को भोपाल पहुंचेंगे। मध्य प्रदेश जाने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सिंधिया यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले। पार्टी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की ये पहली औपचारिक मुलाकात थी। गुरुवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। मुझे पूरी उम्मीद है कि उनके बीजेपी में आने से मध्य प्रदेश में जनता की सेवा करने में पार्टी और भी मजबूत होगी। अमित शाह से पहले उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी औपचारिक मुलाकात की।



गौरतलब है कि बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में बीजेपी ज्वाइन की, इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे थे। पार्टी ज्वाइन करने के कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने का फैसला ले लिया। मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से गुरुवार को ही ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा गया था। ट्वीट कर पार्टी की ओर से कहा गया कि बीजेपी में महाराज का इतना अपमान किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर उनका स्वागत भी नहीं किया है।


हालांकि, अब अमित शाह, राजनाथ सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद उनका औपचारिक स्वागत किया है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आज जब भोपाल पहुंचेंगे तो भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत किया जाएगा. एयरपोर्ट से बीजेपी दफ्तर तक सिंधिया रोड शो में शामिल होंगे, इसके बाद पार्टी दफ्तर में राज्य के बड़े नेता उनका स्वागत करेंगे. भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क किनारे ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में पोस्टर चस्पा किए हैं।


प्रदेश में 10,000 कांग्रेसी ने दिया इस्तीफा
भोपाल। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया केकांग्रेस को छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के करीब 10,000 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिये हैं और कई पदाधिकारी त्यागपत्र दे सकते हैं। यह दावा मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने वाले पंकज चतुर्वेदी ने बुधवार को किया है। उन्होंने सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, मध्यप्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि सिंधिया के समर्थक अन्य नेताओं पर कांग्रेस छोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं।


सिंधिया के कट्टर समर्थक समझे जाने वाले चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘सिंधिया जी के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके प्रति आस्था जताने वाले मध्यप्रदेश कांग्रेस के करीब 10,000 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिये हैं। ये इस्तीफे राज्य स्तर से ब्लॉक स्तर तक के पदाधिकारियों के हैं और कल सुबह से लेकर आज शाम तक दिए गए हैं। इनमें कुछ कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी शामिल हैं।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘जल्द ही कई अन्य कांग्रेसी पदाधिकारी भी अपने पदों से त्यागपत्र देंगे।’’


चतुर्वेदी ने कहा कि गुना, सागर, अशोक नगर, ग्वालियर, इंदौर, शिवपुरी एवं कुछ अन्य जिलों के कांग्रेस अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा दिया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि सिंधिया के समर्थक पार्टी के नेताओं को इस्तीफा देने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इतने बड़ी तादात में पार्टी के पदाधिकारियों ने इस्तीफे नहीं दिये हैं।


सलूजा ने बताया, ‘‘जिस किसी ने भी इस्तीफा दिया है, उसने सिंधिया समर्थकों के दबाव में दिया है। वे पार्टी के नेताओं पर दबाव बना रहे हैं। यदि सिंधिया इतने प्रसिद्ध थे तो वह पिछले साल गुना लोकसभा सीट से चुनाव क्यों हार गये थे?’ उन्होंने कहा कि सिंधिया को भाजपा में कुछ दिन बिताने के बाद ही जल्द अपनी नेतृत्व के बारे में असलियत का पता चल जाएगा।


भाजपा में शामिल होने की संभावना
माना जा रहा है की जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में 10,000 से अधिक कांग्रेस नेताओं ने त्यागपत्र दिया है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल रोड शो के दौरान भाजपा में शामिल हो सकते है। वहीँ प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी भी संभल सकते है. पर देखना यह है की अब क्या नया भूचाल आता है। मध्य प्रदेश की सियासत पर… “कमल” की सरकार टिकेगी या फिर सिंधिया समर्थन से “कमल” बनाएगी सरकार……….


वायरस ने स्वाह किए 6 लाख करोड़

मुंबई। बाजार में एक बार फिर कोरोना ने कोहराम मचा दिया है। कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के एक दिन बाद ही दुनियाभर के शेयर बाजारों में हाय-तौबा मच गई है। कमोडिटी बाजारों पर भी काफी प्रभाव देखने को मिल रहा है। वैश्विक बाजारों से खराब संकेत की वजह से गुरुवार के कारोबारी ‎दिन घरेलू शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स 1200 अंकों से ज्यादा नीचे खुला और देखते ही देखते गिरावट 1800 अंकों तक पहुंच गई।
गिरावट इतनी तेज थी कि महज एक मिनट में निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए। इंडेक्स ने शुरुआती कारोबार में ही 10 हजार का लेवल तोड़ दिया और 541.85 अंकों की गिरावट के साथ 9,916.55 पर देखा गया। बाजार में खौफ इतना हावी है कि कोई भी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान पर नहीं दिखाई दिया। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील, ओएनजीसी, टाइटन, एसबबीआई के शेयरों में दिखी. इन सभी में 7 पर्सेंट से ज्यादा की गिरावट थी। निफ्टी पर यस बैंक, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और वेदांता शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट है।
कोरोना अब वैश्विक महामारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को आधिकारिक तौर पर वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है, देशों ने अपने इंटरनैशनल बॉर्डर बंद करने शुरू कर दिए हैं और अमेरिकी बाजार 6 फीसदी लुढ़क गया है। बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई है। बेंचमार्क डाउ जोन्स 1400 अंकों से ज्यादा फिसला, जिससे संकेत लेते हुए एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली। सिंगापुर एक्सचेंज पर निफ्टी फ्यूचर्स करीब 4 पर्सेट से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार करते दिखाई दे रहे थे। इससे संकेत मिल रहे हैं कि दलाल स्ट्रीट के कारोबार की शुरुआत बड़ी गिरावट के साथ हो सकती है।
कच्चा तेल और गिरा, अन्य बाजारों का हाल
तोक्यो बेंचमार्क निक्केई 2 फीसदी से ज्यादा नीचे, साउथ कोरिया कका कॉस्पी करीब सवा फीसदी और ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स शुरुआती ट्रेड में 2.6 फीसदी नीचे देखे गए। वहीं अमेरिका के यूरोप यात्रा पर बैन के बाद कच्चे तेल के दाम में और गिरावट दर्ज की गई। ब्रेंट क्रूड 34.76 प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया, हालांकि इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा था।


अलीगढ़ डीएम ने सुनी जन समस्याएं

डीएम के जनता दरबार में आई 20 शिकायतें, डीएम ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को दिए शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के आदेश


अलीगढ़। डीएम चंद्र भूषण सिंह ने आज फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। जनसुनवाई के दौरान 20 शिकायतें( शस्त्र लाइसेंस, मेडिकल जांच, अवैध कब्जा, राशन, पेंशन, विद्युत, स्वास्थ्य संबंधित) प्राप्त हुई। जिनके निस्तारण के लिए डीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि जनता दरबार में आने वाली शिकायतों का 3 दिन के अंदर निस्तारण करे। इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए।
इसके साथ ही डीएम चन्द्र भूषण सिंह ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लाभार्थी परक योजनाओं पेंशन,आवास, किसान आदि के ऑफलाइन आवेदनों को ऑनलाइन कराकर पात्रो को लाभ दिया जाए।इस मौके पर जनता दरबार मे डीएसओ चमन शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


रिपोर्टर लक्ष्मन सिंह राघव


राज्य झेल पाएगा दो राजधानियों का बोझ

विकासनगर। मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि अभी हाल ही में त्रिवेन्द्र सरकार ने गैरसैण को अस्थायी राजधानी बनाने की घोषणा की, जोकि जनभावना के आयने में ठीक हो सकती है, लेकिन अगर राज्य की आर्थिकी, जनसरोकार व सुलभ न्याय पाने की दृष्टि से सोचें तो एक गरीब प्रदेश के लिए इससे कष्टकारी कार्य कोई हो नहीं सकता।
नेगी ने कहा कि एक गरीब प्रदेश में दो-दो अस्थायी राजधानियों का बोझ प्रदेश उठाने की स्थिति में नहीं है। आलम यह है कि प्रदेश को 33701 करोड़ रूपया बाजारू कर्ज चुकाना है तथा 47,580 करोड़ (31.03.2019 तक) का अन्य कर्ज चुकाना है, जोकि अब तक लगभग 50000 करोड़ हो चुका है। वर्तमान में प्रदेश सरकार लगभग 3000 करोड़ प्रतिवर्ष बाजारू कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च कर रही है।


नेगी ने कहा कि प्रदेश की जनता को सरकार/शासन से न्याय नहीं मिलता, जिस कारण हर छोटे-मोटे मामले में न्याय पाने के लिए मा0 न्यायालय का सहारा लेना पड़ता है। अगर त्रिवेन्द्र के कार्यकाल की बात करें तो 19614 मामले में जनता ने मा0 न्यायालय में याचिकाएं दायर की तथा वहीं दूसरी ओर अन्य मुख्यमन्त्रियों के कार्यकाल में भी हजारों याचिकाएं दायर की गयी, यानि जनता को न्याय पाने के लिए न्यायालय का ही रूख करना पड़ा।
नेगी ने कहा कि अस्थायी राजधानी (गैरसैण) का निर्माण करने से लगभग 5000 करोड़ की जरूरत होगी, जोकि सभी मुख्यालय, ढांचागत विकास, आवास व एवं अन्य व्यवस्थाओं में खर्च किया जायेगा। ये धन जुटाना भी सरकार के लिए टेडी खीर है। राज्य गठन करने के पीछे भी जनता को यही उम्मीद थी कि सुलभ न्याय एवं जनसुनवाई होगी तथा माफियाओं का अन्त होगा, लेकिन सब कुछ इसके उलट हुआ। यहाँ तक कि जनता राज्य गठन को भी अपनी भारी भूल मानने लगी है।
मोर्चा सरकार से मांग करता है कि दो-दो अस्थायी राजधानियों के बदले एक स्थायी राजधानी की घोषणा करें। वैसे मोर्चा केन्द्रशासित प्रदेश का पक्षधर है।
पत्रकार वार्ता में:- मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, सोम देश प्रेमी, सुशील भारद्वाज  आदि थे।


एक बार फिर 10 दिनो तक 'गंगा' बंदी

हरिद्वार। हरिद्वार में एकबार फिर से गंगाबंदी होने जा रही है।10 दिन के इस क्लोजर में कुंभ के गंगा से जुड़े विभिन्न काम कुंभ मेला अधिष्ठान कराएगा।इसके लिए 22 मार्च से 02 अप्रैल तक गंगनहर फिर से बंद रखी जाएगी।वही  एसडीओ, गंगनहर हैडवर्क्स उप्र ,की माने तो अभी तो प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। गंगा बन्दी होगी या नहीं यह तो उत्तर -प्रदेश सरकार की मनसा पर निर्भर करता है। 


           हरिद्वार में प्रतिवर्ष दशहरे से दीपावली के बीच गंगनहर का वार्षिक क्लोजर होता है।इस दौरान उप्र सिंचाई विभाग द्वारा गंगा में समतलीकरण सहित नहरों,डैमों के रखरखाव के काम कराए जाते हैं।कुंभ-अर्द्धकुंभ को छोड़कर इसके अतिरिक्त कभी गंगाबंदी नहीं होती।इसबार कुंभ विकास कार्यों के लिए 10 दिनों के लिए अतिरिक्त गंगाबंदी की जा रही है। 22-23 मार्च की मध्यरात्रि से 01-02 अप्रैल की मध्यरात्रि तक गंगाबंदी के लिए कुंभ मेला प्रशासन के आग्रह पर गंगनहर बंदी अनुरोध उत्तरप्रदेश सरकार को भेजा गया है।इस दौरान होने वाली गंगाबंदी में घाटों व पुलों के निर्माण से जुड़े कुंभ के कार्य कराए जाएंगे।नमामि गंगे के भी कार्य गंगनहर की इस बंदी के दौरान सम्पन्न होंगे।पुलों के गंगा में बनने वाले पिलरों,हाईवे, फ्लाई ओवर्स के गंगा से जुड़े काम भी इस दौरान निपटाए जाएंगे।


मेलाधिकारी दीपक रावत की माने तो इस दौरान हरकीपौड़ी पर विवादित गंगा मंदिर (मानसिंह की छतरी ) का कार्य भी प्रारम्भ हो जायेगा ,चुकी वह लम्बा कार्य है फिर भी उसका कार्य शुरू करा दिया जायेगा। जिससे की निचे कार्य हो जय और ऊपर का कार्य चलता रहेगा। रावत के अनुसार गंगा क्लोजर के दौरान लगभग 4 या 5 निर्माणधीन पोलो का कार्य होना है। बाकि ऊपर के कार्य समय से पूर्ब पुरे कर लिए जायेंगे।


वही  एसडीओ, गंगनहर हैडवर्क्स उप्र ,विक्रांत सैनी की माने तो कुंभ मेला प्रशासन द्वारा कुंभ से संबधित कार्यों के लिए गंगा क्लोजर की मांग की गई है।गंगासभा से विचार-विमर्श कर आगामी 22-23 मार्च की मध्यरात्रि से 01-02 अप्रैल की मध्यरात्रि तक गंगाबंदी के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भेज दिया गया है। मानना या ना मानना उत्तर प्रदेश सरकार पर निर्भर करता है। सैनी का मानना है कि कुम्भ आस्था का केंद्र है और उसकी महतत्वता सरकार भी समझती है ,इसलिए संभव है कि गंगा क्लोजर होना चाहिए। जिससे की साथै कार्य कुम्भ पर्व के कराये जा सके।


महिलाओं को स्वस्थ- संबंधित जानकारी

महिलाओंं की रक्तजांच व एनीमिया से बचाव को लेकर दी जानकारियां 
रिपोर्ट लोकेश कुमार
गुरुग्राम। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे पोषण पखवाड़े के तहत लक्ष्मण विहार, गांव भौड़ाकलां, गांव खेड़ा खुर्रमपुर सहित विभिन्न स्थानो पर महिलाओंं की रक्तजांच व एनीमिया से बचाव को लेकर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलाई गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी सुनैना ने बताया कि 22 मार्च तक चलाए जा रहे पोषण पखवाड़े के दौरान महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े 5 सूत्रों ध्यान केन्द्रित करते हुए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने को लेकर एक्टिविटी कलैण्डर तैयार किया गया है। इस कलैण्डर में 22 मार्च तक प्रत्येक दिन अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां करवाने की योजना है। एक्टिविटी कलैण्डर के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 12 मार्च को जिला में विभिन्न स्थानों पर बच्चों के साईकिल व पोषण रैली निकाली जाएगी जिसमें महिलाओं को अंडर वैट बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने तथा स्तनपान के फायदों के बारे में बताया जाएगा। इसी प्रकार, 13 मार्च को स्वच्छता ड्राइव, 14 मार्च को पोषण पंचायत, बच्चों व माताओं की पौष्टिक तत्वों को लेकर काउंसलिंग, हैल्थ चैकअप, 15 मार्च को प्रभात फेरी, 16 मार्च को जागरूकता शिविर, 17 मार्च को पोषण मेेला, 18 मार्च को एनीमिया फ्री कैंप, 19 मार्च को महिला गोष्ठी, 20 मार्च को विलेज हैल्थ एंड सैनिटेशन पर वर्कशॉप, 21 मार्च को पोषण वॉक व साईकिल रैैली तथा 22 मार्च को पोषण पखवाड़े के दौरान करवाई गई गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। सुनैना ने बताया कि पोषण पखवाड़े का उद्देश्य कुपोषण, रक्तहीनता और बच्चों में वजन की समस्या कम करने पर काम किया जाएगा। पोषण पखवाड़े के दौरान जिला के गांवो में पोषण पंचायतें लगाई जाएंगी जिसमें महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूण जानकारी दी जाएगी। इस दौरान पोषण शपथ भी दिलाई जाएगी ताकि महिलाएं स्वयं के साथ साथ अपने बच्चों का ध्यान रखने के लिए प्रेरित हों। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान महिला ब्रांड एम्बेसडर भी महिलाओं के बीच जाकर उन्हें स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करेंगी और उन्हें स्वास्थ्य लाभ तथा हेल्दी फूड डाईट के बारे में भी बताएंगी। सुनैना ने बताया कि पोषण पखवाड़े में महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े 5 सूत्रों पर काम किया जाएगा। पहले सूत्र के अनुसार गर्भावस्था से लेकर बच्चे के 2 वर्ष तक होने पर उसके खान-पान के क्या क्या शामिल करना चाहिए, के बारे में जानकारी दी जाएगी। गर्भावस्था के 270 दिनों के दौरान महिलाओं का डाईट चार्ट, बच्चे के जन्म से लेकर उसके एक वर्ष(365 दिन) तक होने तक का डाईट प्लान तथा उसके दूसरे वर्ष(365 दिन) के दौरान पौष्टिक आहार आदि के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। इस प्रकार, पहले सूत्र में 1000 दिनों में बच्चे के संपूर्ण विकास से जुड़े बिंदुओ पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। पहले सूत्र का नाम ‘पहले सुनहरे 1000 दिन दिया गया है। इसी प्रकार, दूसरे सूत्र को ‘पौष्टिक आहार‘ का नाम दिया गया है जिसमें महिलाओं व बच्चों की आयु अनुसार उसके खान पान में किन पौष्टिक तत्वों को शामिल किया जाना चाहिए और किन चीजों को नही खाना चाहिए, के बारे में बताया जाएगा। तीसरे सूत्र में अनीमिया की रोकथाम के उपाय बताए जाएंगे। महिलाओं को आयरनयुक्त खान-पान जैसे- नींबू, अमरूद, दाले , फल, मैथी, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, दही, पनीर , मांस, मछली , अंडा आदि के सेवन से होने वाले लाभ आदि की जानकारी शामिल है। चैथा सूत्र में डायरिया से बचाव के उपायो जैसे- साफ-सफाई, घर की सफाई, आहार की स्वच्छता, 6 महीने तक बच्चे को स्तनपान तथा ओआरएस आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। पांचवा व अंतिम सूत्र स्वच्छता व साफ सफाई का है जिसमें स्वच्छता के फायदों व बीमारियों से बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है।


एसडीएम-सीओ ने खेली फूलों की होली

अंबेडकरनगर। होली के पावन पर्व पर टांडा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक व पुलिस क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर को प्राथमिकता देते हुए। संकल्प संस्था के संस्थापक सूरज कुमार उर्फ बंटी गुप्ता व् पंख संस्था के संस्थापक अंशु बग्गा ने टांडा रोड स्थित बृद्धा आश्रम में बुजुर्गों के संग फूलो की होली खेली तथा बुजुर्गों में फल व मिष्ठान का वितरण कर उन्हें होली की बधाइयां दी।  जिससे बुजुर्गों का चेहरा खुशी से खिल उठा टांडा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक व पुलिस क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर ने रंगों के त्यौहार का निराश्रित वृद्धा आश्रम में मना कर बुजुर्गों के प्रति सम्मान का बड़ा संदेश दिया। उप जिलधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ संकल्प संस्था व पंख संस्था के संस्थापक ने भी बुजुर्गों के संग फूलों की होली खेली, तथा एक-दूसरे को बधाइयां दी। उप जिला अधिकारी व क्षेत्राधिकारी ने बुजुर्गों में फल मेवा मिष्ठान भी वितरित किया।  वृद्धा आश्रम में मौजूद 10 दर्जन से अधिक निराश्रित बुजुर्गों ने भी हर्षोल्लास के साथ होली पर्व मनाया।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मार्च 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-214 (साल-01)
2. शुक्रवार, मार्च 13, 2020
3. शक-1942,चैैत्र - कृष्ण पक्ष, तिथि- चतुर्थी, संवत 2077


4. सूर्योदय प्रातः 06:30,सूर्यास्त 06:32
5. न्‍यूनतम तापमान 13+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., भारी बारिश की संभावना रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)



एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...