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रविवार, 2 मार्च 2025

हिमस्खलन: 4 श्रमिकों के शव बरामद किए गए

हिमस्खलन: 4 श्रमिकों के शव बरामद किए गए 

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में तीन दिन पहले हुए भीषण हिमस्खलन में लापता चार श्रमिकों के शव रविवार को बरामद कर लिए गए हैं, जिसके साथ ही रेस्क्यू अभियान भी समाप्त हो गया है। इस दुखद घटना में कुल आठ श्रमिकों की जान चली गई। जबकि, 46 श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया गया। 

रविवार को बरामद किए गए मृतकों की सूची में शामिल हैं... 

अनिल कुमार (21), पुत्र ईश्वरी दत्त, ठाकुर नगर, रुद्रपुर, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड। 
अशोक (28), पुत्र रामपाल, गंगहोल, बेनाऊ, फतेपुर, उत्तर प्रदेश। 
हरमेश (30), पुत्र ज्ञानचंद्र, कुठार, ऊना, हिमाचल प्रदेश। अरविंद (43), पुत्र देवेंद्र कुमार, गोकुल धाम, भगत निवास, न्यू कॉलोनी, क्लेमन टाउन, देहरादून। 

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025

सीएम ने 'मलखंब प्रतियोगिता' का उद्घाटन किया

सीएम ने 'मलखंब प्रतियोगिता' का उद्घाटन किया 

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के तहत खटीमा के चकरपुर स्थित वन चेतना केन्द्र, स्पोर्ट्स स्टेडियम में मलखंब प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। 
इस मौके पर उन्होंने चकरपुर स्टेडियम में बॉक्सिंग छात्रावास बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन से न केवल प्रदेश के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा, बल्कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेल भूमि के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। स्टेडियम को 16 करोड़ रुपये से आधुनिक खेल सुविधाओं से लैस किया गया है, जो प्रदेश के युवाओं को खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेगा। 
इस बार के राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने अब तक 19 स्वर्ण पदक सहित कुल 81 पदक जीते हैं। मुख्यमंत्री ने बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल विजेता कपिल पोखरिया, वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक विजेता विवेक पांडे, फुटबॉल में रजत पदक विजेता अजय बिष्ट, और अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित किया। 
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के पारंपरिक खेलों को वैश्विक पहचान मिलने की बात भी कही और बताया कि 2036 के ओलंपिक के लिए कबड्डी, खो-खो, और योग जैसे खेलों को शामिल करने के प्रयास हो रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि मलखंब शारीरिक और मानसिक दक्षता का बेहतरीन मिश्रण है और यह हमारी प्राचीन विरासत है, जिसे हमें संरक्षित करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने का वादा किया और विश्वास जताया कि आने वाले समय में कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। 

शनिवार, 8 फ़रवरी 2025

5 पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना

5 पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना 

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। प्रदेश में सुबह और शाम की ठंड अभी भी बनी हुई है। जबकि, दिन के समय धूप से गर्मी का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पांच पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। हालांकि, इसको लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। 
मौसम विभाग के अनुसार, आज उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, अगर बारिश होती है, तो उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है, जिससे ठंड में वृद्धि हो सकती है। वहीं, अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। 
राजधानी देहरादून की बात करें, तो आज का मौसम मुख्यतः साफ रहने की संभावना है, हालांकि सुबह के समय हल्का कोहरा या कुहासा हो सकता है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 25°C और 8°C के आसपास रहने का अनुमान है। दिन में तेज धूप के कारण गर्मी का अहसास होगा। लेकिन, सुबह और शाम ठंड बनी रहेगी। उत्तराखंड के हिल स्टेशनों में मौसम सुहावना बना हुआ है, जिससे पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ी है। प्रदेश में दिन के समय गुनगुनी धूप और हल्की बारिश के असर से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। 

सीएम ने 609 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र सौंपें

सीएम ने 609 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र सौंपें 

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड में निकाय चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कृषि, उद्यान और समाज कल्याण विभाग में चयनित 609 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र सौंपें। इनमें 333 सहायक कृषि अधिकारी, 37 वर्ग 2 और 227 वर्ग 3 के कर्मचारी, साथ ही 12 सहायक समाज कल्याण अधिकारी शामिल हैं। 
कार्यक्रम के दौरान, सीएम धामी ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका जीवन एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये युवा कृषि और समाज कल्याण के क्षेत्रों में अपने कर्तव्यों का बेहतर ढंग से निर्वहन करेंगे और प्रदेश के विकास में योगदान देंगे। सीएम धामी ने राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताया, जिनमें किसानों को बिना ब्याज के 3 लाख रुपये तक का लोन, 80% सब्सिडी पर कृषि उपकरण और राज्य मिलेट मिशन जैसी योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में जैविक चाय बागान के विकास की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। 
इसके साथ ही, राज्य में किसानों की आय बढ़ाने के लिए 18,000 पॉलीहाउस बनाने और 1,000 करोड़ रुपये की लागत से “क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट” को मंजूरी दी गई है। सीएम धामी ने कहा कि पिछले तीन सालों में 20,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है, जो राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे हैं। 

रविवार, 2 फ़रवरी 2025

4 मई को खोले जाएंगे 'बद्रीनाथ' धाम के कपाट

4 मई को खोले जाएंगे 'बद्रीनाथ' धाम के कपाट 

पंकज कपूर 
चमोली। बसंत पंचमी के मौके पर टिहरी राज दरबार के राजपुरोहित द्वारा निकाली गई तिथि के मुताबिक, 4 मई की सवेरे बद्रीनाथ मंदिर के पवित्र कपाट खोले जाएंगे। तिथि निकाले जाने के मौके पर टिहरी के पूर्व महाराजा भी मौजूद रहें। 
रविवार को निर्धारित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक उत्तराखंड के चमोली जनपद में स्थित बद्रीनाथ मंदिर के पवित्र कपाट आगामी 4 मई को सवेरे 6:00 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। बसंत पंचमी के मौके पर आज नरेंद्र नगर में पूर्व टिहरी राज दरबार में विशेष पूजा अर्चना के बाद मंदिर के राजपुरोहित द्वारा कपाट खोलने का समय निर्धारित किया गया। गणेश पंचांग एवं चौकी पूजन के बाद राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि और समय निर्धारित किया है। 
इस मौके पर टिहरी के पूर्व महाराजा मानवेंद्र शाह, टिहरी से लोकसभा सदस्य माला राज्य लक्ष्मी शाह, बद्रीनाथ के मुख्य पुजारी रावल अंबरनाथ नंबूदरी, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय थपलियाल समेत कई अधिकारी मौजूद थें। 

सोमवार, 27 जनवरी 2025

30 अप्रैल से होगा 'चारधाम' यात्रा का शुभारंभ

30 अप्रैल से होगा 'चारधाम' यात्रा का शुभारंभ 

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड के प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का शुभारंभ इस बार 30 अप्रैल, अक्षय तृतीया से होगा। धार्मिक परंपरा के अनुसार, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाते हैं, जिससे यात्रा का आगाज होता है। 

कपाट खुलने की तिथियां तय 

बदरीनाथ धाम: बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 2 फरवरी को नरेंद्रनगर राजदरबार में आयोजित धार्मिक समारोह के बाद तय की जाएगी। इस अवसर पर तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा की तिथि भी निर्धारित की जाएगी।
केदारनाथ धाम: केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में पंचांग गणना के बाद तय की जाएगी। 
तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा 

30 जनवरी को श्रीनृसिंह मंदिर, ज्योतिर्मठ में डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत द्वारा तेल कलश गाडू घड़ा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस यात्रा के बाद, 2 फरवरी को यह कलश राजमहल को सौंपा जाएगा और तय तिथि पर यह तेल बदरीनाथ धाम पहुंचेगा। 

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाएंगे। इसके साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर समितियाँ इस दिन के कार्यक्रमों की घोषणा करेंगी। 

द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट: इन धामों के कपाट खुलने की तिथि वैशाखी पर तय की जाएगी। चारधाम यात्रा प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं और इस साल यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी, यह सुनिश्चित किया जाएगा। 

सोमवार, 20 जनवरी 2025

यूके: कई श्रद्धालुओं ने सत्संग में हिस्सा लिया

यूके: कई श्रद्धालुओं ने सत्संग में हिस्सा लिया 

पंकज कपूर 
लालकुआं। लालकुआं नगर के बंगाली कॉलोनी स्थित काली मंदिर में आयोजित सत्संग में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। यहां मानव धर्म के प्रणेता सदगुरुदेव श्री सतपाल महाराज की शिष्या महात्मा प्रचारिका बाई एवं साध्वी मीना बहन ने सत्संग की महिमा का बहुत ही सुंदर वर्णन किया तथा जगत जननी मां काली की महिमा से ओतप्रोत सुंदर भजन भी प्रस्तुत किया। 
इस दौरान बताया गया कि सत्संग से व्यक्ति को विवेक की प्राप्ति होती है और विवेकशील व्यक्ति ही सन्मार्ग पर चलते हुए सफलता को प्राप्त करता है। यहां मुख्य रूप से स्वामीनाथ पंडित माला मौर्य दीपा समेत अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहें। 

मंगलवार, 24 दिसंबर 2024

अधिकारियों के साथ बैठक कर, दिशा-निर्देश दिए

अधिकारियों के साथ बैठक कर, दिशा-निर्देश दिए 

पंकज कपूर 
हल्द्वानी। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन सविन बंसल की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में नगर निकाय सामान्य निर्वाचन-2024 को निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने हेतु तैनात नोडल एवं सहनोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 
उन्होंने अधिकारियों का निर्देशित किया कि पारदर्शिता के साथ सुरक्षित निर्वाचन कराना सभी का दायित्व है, इसके लिए अधिकारी आपसी समन्वय के साथ आयोग की गाईड लाईन का अक्षरशः पालन करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करें। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन हेतु नियुक्त नोडल सहनोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिकारी अपने-अपने दायित्वों को भली-भांति समझ लें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया सभी अधिकारी आपसी समन्वय करते हुए टीम भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्वाचन की गरिमा बनाए रखते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। 
उन्होंने निर्देशित किया कि सभी आरओ/एआरओ नामिनेशन कक्ष के साथ ही नामिनेशन व्यवस्था देख लें। उन्होंने निर्देशित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों को भी शामिल किया जाए, जिससे निर्वाचन में गाईडलाईन के अनुसार समस्त व्यवस्था की जा सकें। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बेरिकेटिंग व्यवस्था देख लें तथा पुलिस विभाग से समन्वय करते हुए सुरक्षा मानकों के अनुसार बेरिकेटिंग व्यवस्था करायें। साथ ही निर्देशित किया कि निर्वाचन आयोग के गाईडलाईनों का अक्षरशः पालन करें। 
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी लि0 तीरथपाल सिंह, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह सहित समस्त आरओ/एआरओ एवं नोडल, सह नोडल अधिकारी उपस्थित रहें। 

सोमवार, 18 नवंबर 2024

शीतकाल: 'बद्रीनाथ' मंदिर के कपाट बंद किए

शीतकाल: 'बद्रीनाथ' मंदिर के कपाट बंद किए 

पंकज कपूर 
देहरादून। चार धाम यात्रा के मुख्य चतुर्थ धाम बद्रीनाथ मंदिर के कपाट जय बद्री विशाल के उद्घोष के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया गया था। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट मुहूर्त के मुताबिक रविवार की रात 9:07 पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के मौके पर बद्रीनाथ धाम पहुंचे तकरीबन 10000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा बद्री विशाल के दर्शन किए और पूजन करते हुए देश दुनिया में सुख शांति की मन्नत मांगी। 
कपाट बंद होने के बाद श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ धाम को जय बद्री विशाल के उद्घोष से गुंजायमान कर दिया। इस मौके पर बद्रीनाथ मंदिर को तकरीबन 15 कुंतल फूलों से सजाया गया है। दिनभर बद्रीनाथ मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुल रहा। सवेरे 4:30 बजे बद्रीनाथ जी का अभिषेक पूजा शुरू की गई। बद्रीनाथ का तुलसी और हिमालय फूलों से किया गया आकर्षक श्रंगार श्रद्धालुओं के आकर्षण का विशेष केंद्र बना रहा। 

रविवार, 10 नवंबर 2024

डीएम ने 'प्रबंधन समिति' की बैठक आयोजित की

डीएम ने 'प्रबंधन समिति' की बैठक आयोजित की 

पंकज कपूर 
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने रविवार को ऋषिपर्णा सभागार में राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश की प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी और उप जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों से अस्पताल में मरीजों और तीमारदारों की समस्याओं के समाधान के लिए सख्त निर्देश दिए। 
जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ जनमानस को मिलना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अस्पताल के आईसीयू के बंद होने पर कड़ी नाराजगी जताई और 15 दिन के भीतर आईसीयू को फिर से चालू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने आईसीयू के संचालन में लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी भी दी। 
जिलाधिकारी ने अस्पताल में ब्लड बैंक की अलग यूनिट की स्वीकृति भी दी। इसके साथ ही उन्होंने ब्लड बैंक के 24 घंटे संचालन के लिए चार लैब टेक्नीशियन और चार लैब सहायक की तैनाती की स्वीकृति दी। इसके अलावा, अस्पताल को एक एएलएस एंबुलेंस और रक्तकोष में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी एवं उपकरणों के लिए भी स्वीकृति दी गई। 
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे अस्पताल का संयुक्त निरीक्षण करें और अस्पताल की व्यवस्थाओं को और भी सुगम बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार के उपकरण की कमी नहीं होनी चाहिए और धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। सीएमओ को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश और जिला अस्पताल कोरोनेशन ब्लड डोनर यूनिट के तकनीकी परीक्षण के लिए दून अस्पताल से टाईअप करने की दिशा में कार्यवाही की जाएं। 
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि अस्पताल के संचालन में कोई भी मनमानी हुई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान जो अव्यवस्थाएं देखी गईं, वे भविष्य में नहीं दिखाई देनी चाहिए। 
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप कुमार चंदोला और समिति के अन्य सदस्य तथा संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहें। 

रविवार, 3 नवंबर 2024

उत्तराखंड: 'यमुनोत्री' धाम के कपाट बंद किए

उत्तराखंड: 'यमुनोत्री' धाम के कपाट बंद किए 

पंकज कपूर 
देहरादून/उत्तरकाशी। चार धाम के प्रमुख तीर्थ यमुनोत्री धाम के कपाट विशेष पूजा-अर्चना के बाद निर्धारित समय के मुताबिक, शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब 6 महीने तक शीतकाल के दौरान मां यमुना के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में किये जा सकेंगे। रविवार को मां यमुना के भाई शनि देव समेश्वर महाराज अपनी बहन यमुना को लेने के लिए सवेरे के समय यमुनोत्री धाम पहुंचे। उसके बाद सैकड़ो श्रद्धालुओं एवं स्थानीय देव डोलियों की मौजूदगी में माता यमुना के मंदिर के कपाट पूजा अर्चना के बीच बंद किए गए। 
मौके पर मौजूद रहे ग्रामीणों ने माता यमुना की डोली का फूल मालाओं, दीप नैवेद्य और धूप के साथ भव्य स्वागत किया। इसके बाद विशेष पूजा अर्चना के बाद पहले से निर्धारित समय के मुताबिक यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब अगले 6 महीने तक शीतकाल की अवधि में माता यमुना के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव में ही किए जाएंगे। 

शनिवार, 19 अक्टूबर 2024

यूके: मदरसों में 'संस्कृत' की पढ़ाई करेंगे विधार्थी

यूके: मदरसों में 'संस्कृत' की पढ़ाई करेंगे विधार्थी 

पंकज कपूर 
देहरादून। मदरसों के स्टूडेंट्स भी अब जल्दी ही संस्कृत की पढ़ाई करेंगे। उत्तराखंड के 400 से भी ज्यादा मदरसों में संस्कृत को ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर रखा जाएगा। इसकी लंबे समय से तैयारी की जा रही है। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती समून के मुताबिक राज्य के 400 से भी ज्यादा मदरसों के भीतर शिक्षा ग्रहण कर रहे स्टूडेंट को अब संस्कृत की शिक्षा देने की तैयारी की जा रही है। 
उन्होंने बताया है कि हम राज्य के मदरसों में संस्कृत पढ़ाने की योजना पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। अब केवल राज्य सरकार की परमिशन का इंतजार रह गया हैं। धामी सरकार की अनुमति मिलते ही इस राज्य भर के मदरसों में लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मदरसे में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाने वाले बच्चों को स्ट्रीम से जोड़ना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने राज्य के मदरसों में संस्कृत की शिक्षा देना शुरू करने की यह योजना बनाई है। 

सोमवार, 23 सितंबर 2024

'सड़क सुरक्षा समिति' की समीक्षा बैठक आयोजित

'सड़क सुरक्षा समिति' की समीक्षा बैठक आयोजित 

पंकज कपूर 
नैनीताल। जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय सभागार नैनीताल में 'सड़क सुरक्षा समिति' की समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में जिलाधिकारी ने विभाग की प्रवर्तन कार्यवाही और सड़क सुरक्षा कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। ईई लोनिवि रत्नेश सक्सेना ने बताया कि अगस्त तक इस वर्ष जिले में कुल 106 दुर्घटनाएं हुई। जिसमें 85 मृतक और 75 घायल हुए। जिलाधिकारी ने बताया कि ओवर लोड, तेज रफ्तार, मदिरा सेवन और मोबाइल प्रयोग से सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा होती है। जिसकी रोकथाम के लिए परिवहन विभाग,पुलिस विभाग को समय समय पर प्रवर्तन की कार्यवाही की जानी है । साथ ही नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। 
उन्होंने जिले में सभी ब्लैक स्पाट को जल्द सुधार करने की बात कही। जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग और एसडीएम को उन सड़कों की सूची बनाकर पैराफिट, क्रैश बेरियर, सुरक्षा दीवार निरीक्षण, गुणवत्ता की जांच करने को कहा, जिन पर वर्तमान में विभाग द्वारा कार्य पूर्ण कर लिया है। साथ ही दुर्घटना संभावित इलाकों और नो पार्किंग आदि इलाकों में साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। 
इस दौरान उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा संबंधित प्रचार कार्यक्रम आयोजन साथ ही प्रचार प्रसार हेतु एनजीओ के माध्यम से विद्यालयों के माध्यम से प्रचार प्रसार करने हेतु निर्देश दिए कहा। साथ ही सड़क दुर्घटना में मृतकों के परिवारों का शीघ्र सर्वे पूर्ण कर पुनर्वास हेतु सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएं। परिवारों के सर्वे का कार्य एक माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। 
उन्होंने परिवहन और पुलिस प्रशासन से , ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा के चालकों के साथ कार्यशाला कर एसओपी की जानकारी देने को कहा। कार्यशाला में चालकों को बालिका सुरक्षा की जानकारी, मोटर व्हीकल एक्ट, ड्रेस कोड, आईडी कार्ड और रोड सेफ्टी के मानक बताने के साथ प्रत्येक रुट के लिए निर्धारित जगह तय करने आदि की जानकारी देने के निर्देश दिए। 
उन्होंने एनएच के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर नरीमन चौराहे से भीमताल तिराहे तक की सड़क को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। कहा कि बरसात खत्म होते ही अब युद्ध स्तर पर गड्ढा मु्क्ति अभियान चलाया जाए। इस दौरान एसपी क्राइम हरबंस सिंह, आरटीओ प्रवर्तन हल्द्वानी डॉ. गुरदेव सिंह, ईई लोनिवि रत्नेश सक्सेना, एआरटीओ संदीप वर्मा आदि मौजूद रहे।

मंगलवार, 17 सितंबर 2024

यूके: सीएम धामी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया

यूके: सीएम धामी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया 

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मालसी, देहरादून स्थित एक होटल में आयोजित ‘हिन्दुस्तान शिखर समागम’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का मुख्य सेवक होने के नाते उन्होंने जो भी निर्णय लिए हैं। राज्य की जनभावनाओं के अनुरूप लिए हैं। राज्य में समान नागरिक संहिता जल्द लागू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में डेमोग्राफिक चेंज को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले को लेकर सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध अतिक्रमण करने वालों पर राज्य सरकार द्वारा निरंतर कार्रवाई की जा रही है। राज्य में कानूनी प्रक्रिया के तहत अवैध अतिक्रमण हटाया गया है। उत्तराखण्ड में धर्मान्तरण विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून लागू किया गया है। युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे है। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत राज्य में 03 लाख 54 हजार करोड़ के एमओयू हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ईकोलॉजी और ईकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए विकास कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जहां जी.ई.पी की शुरूआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी की लाईफलाइन है। चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा कराना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। राज्य में यात्रा व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित और मजबूत करने लिए यात्रा प्राधिकरण बनाया जा रहा है। इसमें चारधाम यात्रा एवं इससे क्षेत्र से जुड़े लोगों और स्टेक होल्डर्स के सुझाव भी लिये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के शहरों की धारण क्षमता का आकंलन किया जा रहा है। इसके हिसाब से ही इनका विकास किया जाएगा।

सोमवार, 2 सितंबर 2024

अब्दुल की अर्जी पर सुनवाई करेंगी खंडपीठ

अब्दुल की अर्जी पर सुनवाई करेंगी खंडपीठ 

पंकज कपूर 
नैनीताल। उत्तराखंड के हल्द्वानी दंगा के प्रमुख आरोपी अब्दुल मलिक की जमानत अर्जी पर सुनवाई उच्च न्यायालय की खंडपीठ (डबल बेंच) करेगी। एकलपीठ ने सोमवार को जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। आरोपी अब्दुल मलिक की ओर से सत्र न्यायालय के आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील दायर की गयी है। न्यायमूर्ति रवीन्द्र मैठाणी की एकलपीठ में इस मामले में सुनवाई हुई। 
आरोपी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एवं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की ओर से पैरवी की गई। लेकिन, जमानत पर सुनवाई से पहले सहायक सरकारी (एजीए) अधिवक्ता मनीषा सिंह राना की ओर से अपील की पोषणीयता (मेंटेनेबिलिटी) पर सवाल उठाया दिया गया। उन्होंने कहा कि गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) जैसे गंभीर मामलों में राष्ट्रीय जांच अधिनियम (एनआईए एक्ट) के तहत शेषन कोर्ट को विशेष कोर्ट की शक्तियां प्राप्त हैं और शेषन कोर्ट के आदेश को उच्च न्यायालय की एकल पीठ के बजाय खंडपीठ में चुनौती दी जा सकती है। इसके उलट आरोपी की ओर से कहा गया कि एनआईए एक्ट के तहत यूएपीए जैसे मामलों के लिये स्पेशल कोर्ट का प्रावधान है और शेषन कोर्ट स्पेशल कोर्ट नहीं है। इसलिए एकलपीठ अपील पर सुनवाई कर सकती है। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद 30 अगस्त को निर्णय सुरक्षित रख लिया था। आज अदालत ने निर्णय जारी करते हुए कहा कि सत्र न्यायालय को विशेष अदालत का अधिकार प्राप्त है और उसके आदेश को डबलबेंच में ही चुनौती दी जा सकती है। अदालत के आदेश से साफ है कि अब आरोपी की अपील पर सुनवाई हाईकोर्ट की डबलबेंच करेगी। जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से अदालत के समक्ष एक कानूनी प्रश्न खड़ा किया गया कि दंगा के आरोपी पर प्रदेश पुलिस ने यूएपीए जैसी गंभीर धारायें आरोपित की हैं। निचली अदालत (शेषन कोर्ट) आरोपी की जमानत अर्जी को खारिज कर चुकी है। ऐसे में आरोपी के जमानत प्रार्थना पत्र पर हाईकोर्ट की एकलपीठ को सुनवाई का अधिकार नहीं है। जमानत प्रार्थना पत्र पर युगलपीठ (डबलबेंच) ही सुनवाई कर सकती है। आरोपी की ओर से उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद की ओर से दलील दी गयी कि एनआईए एक्ट के अनुसार ऐसे मामलों की सुनवाई के लिये सरकार की ओर से विशेष अदालतों (स्पेशल कोर्ट) के गठन का प्रावधान है। प्रदेश में विशेष अदालत का गठन नहीं है। इस मामले की जांच प्रदेश की पुलिस कर रही है। इसलिये शेषन कोर्ट के निर्णय के खिलाफ एकलपीठ में जमानत अर्जी लगायी जानी उचित है। अदालत को मामले के वरियता के आधार पर जमानत अर्जी पर सुनवाई करनी चाहिए। वहीं सरकारी अधिवक्ता मनीषा राणा सिंह की ओर से जोरदार पैरवी करते हुए कहा गया कि एनआईए एक्ट में प्रावधान है कि यदि प्रदेश में स्पेशल कोर्ट का प्रावधान नहीं है तो शेषन कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगी। यह भी कहा गया कि शेषन कोर्ट ने एनआईए एक्ट के तहत ही आरोपी की जमानत अर्जी खारिज की है। अदालत ने लंबी चली बहस के बाद इस मामले में निर्णय सुरक्षित रख लिया है कि जमानत अर्जी पर सुनवाई हाईकोर्ट की एकलपीठ करेगी या युगलपीठ। यह तय होने के बाद ही आरोपी की जमानत अर्जी पर सुनवाई हो सकेगी। 
यहां बता दें कि इसी साल 08 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के दौरान दंगा भड़क गया था। एक समुदाय विशेष के लोगों ने आगजनी, तोड़फोड़ और हथियारों से हमला कर दिया था। पुलिस के अनुसार इस दौरान पांच लोगों की मौत हो गयी थी। 
इस मामले में पुलिस ने लगभग 100 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस की ओर से आरोपियों पर यूएपीए और अन्य गंभीर धाराएं आरोपित की गई थीं।

बुधवार, 17 जुलाई 2024

ग्लेशियर पर कब्जा, अवैध मंदिर तैयार किया

ग्लेशियर पर कब्जा, अवैध मंदिर तैयार किया 

पंकज कपूर 
देहरादून। बाबा ने ग्लेशियर पर कब्जा करते हुए अवैध मंदिर तैयार कर दिया और पवित्र कुंड को स्विमिंग पूल में तब्दील करते हुए पहाड़ों पर पहुंचने वाले लोगों को किराए पर देकर अपनी गुजर बसर का माध्यम बना लिया। उत्तराखंड के बागेश्वर में तकरीबन 5000 मीटर की ऊंचाई पर बाबा ने सरकारी जमीन पर चोरी छिपे मंदिर बनवा दिया है। अनाधिकृत रूप से मंदिर का निर्माण करने वाले बाबा ने पवित्र कुंड के ऊपर भी अपना कब्जा करते हुए उसे स्विमिंग पूल का रूप दे दिया है। स्थानीय ग्रामीण महेंद्र सिंह धामी की ओर से दी गई जानकारी में बताया है कि बाबा ने देवी भगवती के सपने में आने का हवाला देते हुए गांव वालों को अवैध रूप से मंदिर बनाने में सहयोग करने के लिए राजी कर लिया। 
बाबा ने ग्रामीणों को बताया कि मां भगवती ने उन्हें देवीकुंड में मंदिर बनाकर पवित्र कुंड पर कब्जा करने का आदेश दिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध रूप से मंदिर का निर्माण करने वाले बाबा ने पवित्र देवीकुंड को तीर्थ यात्रियों एवं अन्य लोगों के लिए स्विमिंग पूल में तब्दील कर दिया है। तीर्थ यात्री एवं अन्य लोग यहां पर नहाते हुए पवित्र जगह को अपवित्र कर रहे हैं। एक ग्रामीण ने कहा है कि हर 12 साल में नंदा राज यात्रा के दौरान देवी देवता देवी कुंड में आते हैं। लेकिन सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करते हुए मंदिर का निर्माण करने वाले बाबा ने लोगों को गुमराह करते हुए हमारी परंपराओं के खिलाफ यह मंदिर बना दिया है।

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

यूके: 4 दिनों में भारी बारिश होने के आसार

यूके: 4 दिनों में भारी बारिश होने के आसार

पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड में बारिश से जन जीवन प्रभावित है। ऐसे में अगले चार दिन उत्तराखंड के लिए भारी हैं। मौसम विभाग ने इन चार दिनों में भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं।
मौसम निदेशक डॉ.बिक्रम सिंह ने बताया कि 5 से 8 जुलाई तक भारी वर्षा के साथ पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से कुमाऊं में बिजली चमकने और तेज गर्जन के साथ भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार जिले में कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उधर उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में गर्जन के साथ तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

रविवार, 23 जून 2024

चारधाम की यात्रा पर पहुंचे चार लोगों की मौत

चारधाम की यात्रा पर पहुंचे चार लोगों की मौत 

पंकज कपूर 
देहरादून। चार धाम यात्रा पर पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। चार धाम की यात्रा पर पहुंचे चार लोगों की बद्रीनाथ एवं यमुनोत्री में मौत हो गई है। रविवार को उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा पर पहुंचे चार और यात्रियों की मौत होने से अन्य श्रद्धालुओं में दहशत पसर गई है। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक चार धाम की यात्रा पर पहुंचे दो यात्रियों की बद्रीनाथ तथा दो श्रद्धालुओं की यमुनोत्री धाम में जान चली गई है। चार धाम की यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले यात्रियों की संख्या का आंकड़ा अब 157 तक पहुंच गया है। जानकारी मिल रही है कि चार धाम यात्रा के दौरान अभी तक सबसे ज्यादा 73 यात्रियों की मौत केदारनाथ में हुई है, जबकि बद्रीनाथ में 38, गंगोत्री में 13 और यमुनोत्री धाम में 29 यात्रियों ने अपनी जान गंवाई है।

शनिवार, 15 जून 2024

सीएम धामी ने 'सिंचाई हेड' का लोकार्पण किया

सीएम धामी ने 'सिंचाई हेड' का लोकार्पण किया

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को डोईवाला के कालू वाला में सोंग नदी पर बने सिंचाई हेड का लोकार्पण किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 3 करोड़ 80 लाख की लागत से बने सिंचाई हेड के बनने से सैकड़ो बीघा जमीन सिंचित होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज हमें जल के संरक्षण व संवर्धन की आवश्यकता है। सीएम ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जिस प्रकार से प्रचंड गर्मी देखने को मिल रही है और हमारे पुराने जल स्रोत सुख रहे हैं। वह आने वाले समय के लिए गंभीर संकेत हैं।

अधिक से अधिक वृक्ष लगाए: CM

सीएम धामी ने कहा कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर और पानी के संरक्षण और संवर्धन से हम प्रकृति को बचा सकते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में पूजा अर्चना कर पौधारोपण भी किया। इस दौरान उनके साथ वन मंत्री सुबोध उनियाल और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज समेत डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला भी मौजूद रहे।

शनिवार, 8 जून 2024

केदारनाथ धाम, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 7 लाख पार

केदारनाथ धाम, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 7 लाख पार 

पंकज कपूर 
रुद्रप्रयाग। विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा सात लाख पार हो गया है। 10 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए थे। मात्र 28 दिनों की यात्रा के दौरान धाम में 7,10,698 श्रद्धालुओ ने पहुंचकर दर्शन किए हैं। यह अपने आप में एक नया कीर्तिमान है।
यात्रा को सुगम, सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन एवं संबंधित विभागों द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा रही है। केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे किसी श्रद्धालुओं स्वास्थ्य खराब या किसी कारण से घायल होने के स्थिति में त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम व यात्रा मार्ग के विभिन्न पडाव पर एमआरपी खोली गई हैं, जिससे कि संबंधित श्रद्धालु का तत्परता से उपचार किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसीएस मर्तोलिया ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में शुक्रवार को ओपीडी के माध्यम से 3024 तीर्थ यात्रियों का उपचार किया गया, जिसमें 2329 पुरुष एवं 695 महिलाएं शामिल हैं। अब तक ओपीडी एवं इमरजेंसी के माध्यम से 70,406 श्रद्धालुओं का उपचार किया गया है, जिसमें 53,859 पुरुष, 16,547 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 4727 श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है, जबकि 29504 तीर्थ यात्रियों की स्क्रीनिंग भी कराई गई है।

स्वास्थ्य: आयुर्वेद में 'सहजन' का महत्व, जानिए

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