काठमांडू। नेपाल पुलिस नें दुल्हन तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है और इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार चीन के नागरिक भी शामिल हैं।
चार चीनी नागरिकों को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान जेन शियेंगडॉन, झांग डोंगहुई, क्वांग झांग पेंग, क्विन लियांग के रूप में हुई है जो ह्यूबी प्रांत के निवासी हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ईश्वर बाबू कार्की ने बताया कि अन्य नेपालियों की पहचान रीना तमांग बिबी रमानी, पर्बती गुरुंग, अमृता गुरुंग, उषा घिमिरे, रोज तमांग, भारत तमांग के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि ये लोग नेपाली महिलाओं और युवतियों की तस्करी कर उन्हें चीन में दुल्हन बनाकर भेजते थे। उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने दो चीनी नगरिको क्वैन और क्विन को दो नेपाली दुल्हनों के साथ बुधवार को त्रिभुवन राष्ट्रीय हवाईअड्डे से शक के आधार पर बुधवार को गिरफ्तार किया और उनसे हुई पूछताछ में रैकेट का पता लगा। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आठ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया और पांच पीड़ितों को बचा लिया गया।उन्होंने बताया कि नेपाली तस्कर जो चीन के लिए काम करते हैं वो युवतियों और महिलाओं को चीन में नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर इनकी तस्करी करते हैं। ये महिलाएं दूरस्थ क्षेत्रों से आती है। यह दुल्हन खरीदने की प्रथा के अंतर्गत आता है और यह चलन चीन में प्रचलित है। नेपाल के लोग स्वयं अपनी पत्नी को कुछ पैसों के लिए चीनी लोगों को बेच देते हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चीनी लोग दस लाख रुपये में नेपालियों से दुल्हन खरीदते हैं। यह लड़कियां अनपढ़ और गरीब परिवारों की होती हैं पर देखने में सुंदर होनी चाहिए। जिन युवतियों और महिलाओं की तस्करी की जाती है। उनमे अधिकाँश कास्की, चितवन, सुनसारी और लाम जंग जिलों से आती है। एक नेपाली ने तोखा में मकान किराये पर ले रखा है जहां इन लड़कियों को चीनी नागरिकों की सही दुल्हन बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। दूल्हे को नकली दुल्हन के दस्तावेज तैयार करने से पहले अपनी भावी दुल्हन से वीडियो चैट पर बात कराई जाती है। इस दौरान पुलिस ने 12 मोबाइल फोन, 22 लाख नेपाली रुपये और अन्य विदेशी मुद्राएं जब्त की हैं।