मंगलवार, 3 मई 2022

2 से 3 दिनों के लिए 'राष्ट्रपति' बनेंगे पैट्रुशेव

2 से 3 दिनों के लिए 'राष्ट्रपति' बनेंगे पैट्रुशेव  

अखिलेश पांडेय
मॉस्को/कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो महीने से ज्यादा का समय गुजर चुका है। अभी तक रूस को वो सफलता हाथ नहीं लगी है। जिसकी उम्मीद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगा रखी थी। लेकिन, अब खबर ये है कि इस भीषण युद्ध के बीच कुछ समय के लिए रूस का राष्ट्रपति किसी और को बनाया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन को अपने कैंसर का इलाज करवाना है। जल्द ही उनकी कोई सर्जरी होने वाली है। ऐसे में उस ऑपरेशन के दौरान 2 से 3 दिनों के लिए रूस की जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को दी जा सकती है। अभी तक इसको लेकर कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया हैं। लेकिन विदेशी मीडिया लगातार इस बात की पुष्टि कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से व्लादिमीर पुतिन की सेहत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इसकी शुरुआत पिछले महीने तब हो गई थी। जब पुतिन की रक्षा मंत्री Sergei Shoigu के साथ एक बैठक जारी थी‌।
उस बैठक के दौरान एक वक्त ऐसा आया था जब पुतिन ने अचानक से डेस्क को पकड़ लिया था।उसके बाद से ही पुतिन की सेहत को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। बाद में उनकी कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं। जहां पर वे काफी बीमार नजर आए। अब उन सभी अटकलों के बीच कहा जा रहा है कि कुछ समय के लिए व्लादिमीर पुतिन की जगह सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को रूस का राष्ट्रपति बनाया जा सकता है‌। ये वहीं शख्स हैं जिन पर पुतिन सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं। दावा तो ये भी किया गया है कि पुतिन द्वारा पहले ही ऐसे संकेत निकोलाई पैट्रुशेव को दे दिए गए थे‌। उन्हें बताया गया था कि अगर पुतिन की सेहत ज्यादा खराब होती है तो देश की बागडोर निकोलाई पैट्रुशेव के हाथ में चली जाएगी। निकोलाई पेत्रुशेव को लेकर कहा जा रहा है कि वे भी अपने विचारों को लेकर काफी सख्त रहते हैं। कई मामलों में वे पुतिन से भी दो कदम आगे चल सकते हैं। ऐसे में उनके आने के बाद रूस की परेशानी कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ सकती है। टेलीग्राम चैनल के मालिक जिन्होंने पुतिन की सेहत को लेकर खुलासा किया है।
वहीं निकोलाई पैट्रुशेव की कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं। लेकिन इस सब के बीच रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि व्लादिमीर पुतिन लंबे समय तक के लिए सत्ता से दूर नहीं रहने वाले हैं। वे सिर्फ दो से तीन दिनों के लिए राष्ट्रपति कुर्सी निकोलाई पैट्रुशेव को सौंप सकते है।

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे   

सरस्वती उपाध्याय     
अक्सर हम अपनी दादी और नानी से सहजन के औषधीय गुणों के बारे में सुनते आ रहे हैं। सहजन की फली के अलावा, अगर आप इसके फूल और पत्तों की बात करें तो इन्‍हें भी सेहत के लिए काफी गुणकारी माना जाता है। सहजन एक ऐसा ही एक औषधीय पौधा है। जिसमें डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने से लेकर कई तरह के गुण होते हैं। सहजन के पौधे आपको कहीं भी मिल सकते हैं‌‌।

सहजन के पत्तों से बनने वाला पाउडर आपको किसी भी स्टोर या ऑनलाइन पर आसानी से मिल सकता है। लेकिन अगर आप बाजार में मिलने वाले सूखे पाउडर पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आपके लिए इसके छोटे-छोटे हरे पत्तों का इस्तेमाल करना ही बेहतर रहेगा।

डायबिटीज में वरदान है सहजन...
द हेल्थसाइट के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों में वजन घटाने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए सहजन का यूज किया जाता है। कई स्टडीज में इस बात का दावा किया गया है कि सहजन के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में सहायक है। अगर आप शुगर के मरीज हैं। तो आपको नॉर्मल चाय की बजाय सहजन के पत्तों के बनी चाय पीना शुरू कर देना चाहिए।

सहजन की चाय...
ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रखने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। बस आपको सहजन के कुछ ताजे पत्तों को धोकर धूप में सुखाना है और उसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर बनाना है। इसे चाय की पत्ती की तरह इस्तेमाल करना है। रोजाना इस पाउडर की चाय पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है।

वजन कम करती है सहजन की चाय...
सहजन की चाय में डाईयूरेटिक गुण होते हैं। जोकि बॉडी के सेल्स में अनावश्यक पानी को कम करता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण शरीर की सूजन कम करते हैं। फाइबर से भरपूर सहजन की चाय शरीर में फैट अब्जॉर्प्शन कम करती है. इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम करके ये अनावश्यक फैट जमने से रोकती है।

ब्लड प्रेशर कम करने में भी फायदेमंद...
सहजन के हरे पत्तों से निकलने वाले अर्क में आइसोथियोसाइनेट और नियाज़िमिनिन होते हैं। ये ऐसे यौगिक हैं, जो आर्ट्रीज को मोटा होने से रोकने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

दिग्गजों ने भाईचारे के पर्व की शुभकामनाएं दी

दिग्गजों ने भाईचारे के पर्व की शुभकामनाएं दी  अकांशु उपाध्याय/रोशनी पांडेय 
नई दिल्ली। ईद का त्योहार, पूरा देश धूमधाम से मना रहा है। इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई दूसरे बड़े नेताओं ने भी लोगों को ईद की बधाई दी है। आइए जानते हैं किस नेता ने क्या कहा...

पीएम की शुभकामना...
इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के लिए ट्विटर पर संदेश दिया कि, ईद-उल-फितर की हार्दिक शुभकामनाएं। यह शुभ अवसर हमारे समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है। आप सभी को अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिले।


राजनाथ सिंह ने भी दी बधाई...
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोगों को बधाई देते हुए लिखा है। ईद-उल-फितर के विशेष अवसर पर आपको बधाई। यह पर्व चारों ओर सुख, शांति और समृद्धि लाए, ईद मुबारक!

राहुल गांधी ने क्या कहा...
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने लिखा है, ईद मुबारक! यह पावन पर्व प्रेम की भावना का संचार करे और हम सभी को भाईचारे और सद्भाव के बंधन में बांधे।

दिल्ली के सीएम की बधाई...
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस खास मौके पर लोगों को बधाई देते हुए लिखा है। आप सबी को ईद-उल-फितर की ढेरों मुबारकबाद। आपसी प्रेम और भाईचारे का ये त्योहार आप सभी के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशियां लेकर आए।

नीतीश कुमार ने की सुख शांति की दुआ...
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बधाई देते हुए लिखा है, ईद के मौके पर प्रदेश एवं देशवासियों विशेषकर मुस्लिम भाई-बहनों को शुभकामनाएं।खुदा इस मुबारक दिन पर हम सब पर अपनी रहमतों की बारिश करें और हम सबों के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि आए। समाज में अमन-चैन, भाईचारा पूरे तौर पर कायम रहे।

रिलायंस को पार्टी बनाने पर विचार: 'ऐमजॉन'

रिलायंस को पार्टी बनाने पर विचार: 'ऐमजॉन'

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया के टॉप रईसों में शामिल जेफ बेजोस और मुकेश अंबानी के बीच अब सीधी टक्कर हो सकती है। अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने खस्ताहाल हो चुके फ्यूचर ग्रुप के रिटेल बिजनस को खरीदने के लिए की गई डील से किनारा कर लिया है। लेकिन इससे पहले ही वह करीब बिग बाजार 950 स्टोर्स पर कब्जा कर चुकी थी। मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक बेजोस की कंपनी ऐमजॉन किशोर बियानी के फ्यूचर ग्रुप के साथ चल रही कानूनी लड़ाई में अब रिलायंस को भी पार्टी बनाने पर विचार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक ऐमजॉन का मानना है कि रिलायंस ने फ्यूचर रिटेल को बंद करने के लिए यह कदम उठाया है। साथ ही कंपनी बैंकों को बकाया भी नहीं देना चाहती है।
बिग बाजार स्टोर्स के हाथ से निकल जाने से फ्यूचर रिटेल की वित्तीय स्थिति बुरी तरह गड़बड़ा गई है। उनका कहना है कि दिल्ली हाई कोर्ट ने भी पिछले हफ्ते ऐमजॉन और फ्यूचर के वकीलों से पूछा था कि इस मामले में रिलायंस को पार्टी क्यों नहीं बनाया जा सकता है। एक सूत्र ने कहा कि इस मामले में रिलायंस को पार्टी बनाया जा सकता है। दिल्ली हाई कोर्ट में अगले हफ्ते मामले की सुनवाई होगी। मुकेश अंबानी ने पटखनी देने वाले से मिलाया हाथ, विदेश में सबसे बड़ी डील की तैयारी।
फ्यूचर रिटेल के लिए बिग बाजार आय का प्रमुख स्रोत है। बिग बाजार के एसेट्स पर पहला अधिकार फ्यूचर ग्रुप को कर्ज देने वाले 28 बैंकों का है। एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस के बिग बाजार स्टोर्स पर कब्जा करने के बाद फ्यूचर रिटेल की स्थिति और बदतर हो गई है। कंपनी के पास बैंकों के बकाये का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐमजॉन का कहना है कि वह अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिग बाजार के सामान को नहीं बेच पा रही है। फ्यूचर रिटेल की वैल्यू इतनी गिर गई है कि उसके लिए खरीदार खोजना मुश्किल है।
ऐमजॉन ने कोर्ट से मांग की है कि फ्यूचर रिटेल के बिग बाजार स्टोर्स का मालिकाना हक बहाल किया जाए ताकि कंपनी अपना कारोबार कर सके, बैंकों का भुगतान कर सके और अपने लिए कोई उपयुक्त खरीदार खोज सके। सूत्र ने कहा कि ऐमजॉन इस मामले में रिलायंस को एक पार्टी बनाना चाहती है। इस बारे में ऐमजॉन, फ्यूचर, रिलायंस और फ्यूचर को लोन देने वाले टॉप बैंकों ने उन्हें भेजे गए ईमेल का कोई जबाव नहीं दिया। बिल गेट्स के बराबर पहुंची गौतम अडानी की नेटवर्थ, एक दिन में कमाए 48,433 करोड़ रुपये
इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग्स
रिलायंस ने अगस्त 2020 में फ्यूचर रिटेल के एसेट्स को खरीदने के लिए 24,713 करोड़ रुपये की डील की थी। इसमें से 12,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि फ्यूचर को कर्ज देने वाले बैंकों को दी जानी थी। लेकिन ऐमजॉन ने इस डील को सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सिंगापुर की अदालत ने अपने अंतरिम आदेश में इस डील पर रोक लगा दी थी लेकिन अभी इस पर अंतिम फैसला आया है।
एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस ने फ्यूचर रिटेल की ऑफर वैल्यू 3.2 अरब डॉलर से घटाकर दो अरब डॉलर कर दिया है। बैंकों को भारी नुकसान उठाने के लिए कहा गया। अब उन्हें 12,500 करोड़ के बजाय 7,000 करोड़ रुपये ऑफर किए जा रहे हैं। यही वजह है कि सिक्योर्ड क्रेडिटर्स ने रिलायंस के ऑफर को ठुकरा दिया। हाल में बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में फ्यूचर रिटेल को कर्ज देने वाले बैंकों ने कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग्स शुरू की है।

भगवान 'परशुराम' की प्रतिमा का अनावरण

भगवान 'परशुराम' की प्रतिमा का अनावरण

मनोज सिंह ठाकुर
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भगवान परशुराम प्रतिमा समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने स्वामी अवधेशानंद महाराज के साथ मिलकर भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि आज भगवान परशुराम का अवतरण दिवस है और उस अवतरण दिवस पर भगवान परशुराम की भव्य प्रतिमा का अनावरण करने स्वामी अवधेशानंद महाराज पधारे हैं। मंगलवार को अक्षय तृतीया भी है। कई बेटियां दाम्पत्य सूत्र के बंधन में बधेंगी। मैं बेटी दामादों को शुभकामनाएं देता हूं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि भगवान राम को धनुष भगवान परशुराम जी ने प्रदान किया था। कन्हैया को सुदर्शन चक्र और गीता जी का सूत्र वाक्य उन्होंने ही दिया था। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का अवतरण तब हुआ, जब समाज में भयंकर अराजकता थी। अधर्म पाप बढ़ रहा था। तब उन्होंने आतताइयों का वध कर अच्छे लोगों को प्रतिष्ठित करने का काम किया ताकि समाज में सुव्यवस्था बनी रहे। आज भी भगवान परशुराम धर्म की रक्षा के लिए हमें शक्ति और साहस देते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम के चरणों में प्रार्थना करते हुए हम उनसे यही वरदान मागते हैं कि सन्मार्ग में चलते रहें, सद्बुद्धि बनी रहें, जनता की बेहतर सेवा करते रहें, सजन्नों का उद्धार होता रहें। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् के लिए तो अपने जन्म लिया था। भगवान परशुराम जी ने बलि प्रथा का विरोध किया था। हम सभी में ईश्वर का अंश है तो एक अंश दूसरे अंशी को मारे यह कैसे हो सकता है। सभी में चेतना है और इस सृष्टि के कण-कण में भगवान हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति आगे बढ़ती रहे इसके लिए कर्मकाण्डी, विद्वान, इस संस्कृति के वाहक तो चाहिए ही। हमने संस्कृत के शिक्षकों की भर्ती प्रारम्भ की है। मैं पाठ्यक्रम समिति को बुलाकर निर्देश दूंगा की भगवान परशुराम जी के चरित्र का पाठ तत्काल पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि ऐसे मंदिर जहां ज़मीनें मंदिर से लगी नहीं हैं, उनके पुजारियों का मानदेय 5000 रुपए कर दिया जाएगा। जिन मंदिरों की जमीनें हैं, वहां उसमें से ही मानदेय की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर की पूरी व्यवस्था पुजारी के हाथ में आनी चाहिए। सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।

2 मासूम बच्चों सहित 8 लोगों की मौंत: हादसा

2 मासूम बच्चों सहित 8 लोगों की मौंत: हादसा
संदीप मिश्र
बदायूं। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में बदायूं-मैनपुरी हाईवे पर भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां टेंपो और बोलेरो कार के बीच जबरदस्त टक्कर हुई, जिससे 2 मासूम बच्चों सहित 8 लोगों की मौत हो गई‌‌। इस हादसे में 11 लोग जख्मी हो गए। उनको इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है, जहां सभी की हालत गंभीर बनी हुई है। पटियाली थाना क्षेत्र के हाईवे पर गांव अशोकपुर के निकट यह एक्सीडेंट हुआ है। बताया गया है कि फर्रुखाबाद के थाना कमालगंज क्षेत्र के गांव नसरतपुर से बुलेरो में सवार होकर गांव बहादुर नगर भोले बाबा के सत्संग में शिरकत करने के लिए जा रहे थे। नगर से दर्शन कर लौट रहे टेंपो और बोलेरो की आपस में भिड़ंत हो गई।
जिससे टेंपो के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में 2 मासूम बच्चों, 5 महिला और एक शख्स की मौत हो गई। 11 लोग घायल हो गए, जिनमें से 2 लोगों की बेहद गंभीर हालत है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। टेंपो सवार चिलोली और बोलेरो कार सवार नसरतपुर फर्रूखाबाद के बताए जा रहे हैं। टेंपो-बोलेरो के बीच एक्सीडेंट होने की सूचना मिलने पर डीएम, एसपी और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने हादसे में मृत लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। कासगंज की डीएम हर्षिता माथुर ने बताया कि पटियाली थाना क्षेत्र में एक घटना हो गई है। ये सभी लोग बहादुर नगर भोले बाबा के आश्रम से वापस लौट रहे थे। फर्रुखाबाद प्रशासन को बता दिया है, जो भी मदद होगी, वह की जाएगी।

प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के मोबाइल फोन टैप किए

प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के मोबाइल फोन टैप किए

सुनील श्रीवास्तव  

मैड्रिड । स्पेन के एक अधिकारी ने दावा कि पेगासस प्रणाली के जरिए प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज और रक्षा मंत्री मार्गरीटा रॉबल्स के मोबाइल फोन टैप किए गए थे। स्पेन के राष्ट्रपति कार्यालय के मंत्री फेलिक्स बोलानोस ने सरकारी प्रवक्ता इसाबेल रोड्रिगेज के साथ सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्पैनिश नेशनल क्रिप्टोलॉजिक सेंटर की दो तकनीकी रिपोर्टों के अनुसार, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के फोन पेगासस प्रणाली का उपयोग कर ‘गैर कानूनी’ तरीके से बाहर सुने गए थे। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के फोन की मई 2021 में जासूसी का प्रयास हुआ था। वहीं रक्षा मंत्री मार्गरीटा रॉबल्स के फोन की एक महीने बाद जासूसी की रिपोर्ट है।उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है। इससे साबित होता है कि बाहरी लोगों ने घुसपैठ कर रहे है।उन्होंने कहा कि इसकी सूचना न्यायपालिका को दे दी गई हैं जिससे पूरी जांच के बाद सच्चाई सामने आ सके।

हल्की स्मार्टवॉच की कीमत 1,999 रुपये रखीं

हल्की स्मार्टवॉच की कीमत 1,999 रुपये रखीं
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। स्मार्टवॉच भारत में लॉन्च हो गई है।  एक हल्की स्मार्टवॉच है जिसकी डिस्प्ले 1.69 इंच की है। डिस्प्ले पर 2.5D कर्व्ड ग्लास भी है। इस वॉच के साथ कंपनी ने  एप को भी लॉन्च किया है जो कि एक मेड इन इंडिया एप है। कंपनी के दावे के मुताबिक अपनी सेगमेंट में सबसे हल्की स्मार्टवॉच है।
इसकी कीमत और फीचर्स
इसकी कीमत 1,999 रुपये रखी गई है और इसे  की आधिकारिक वेबसाइट से खरीदा जा सकेगा।  कार्बन ब्लैक, सफायर ब्लू और जेनिथ गोल्ड कलर में मिलेगी।
फीचर्स की बात करें तो इसमें 1.69 इंच की डिस्प्ले है जिसके साथ 2.5D ग्लास है। इसके साथ मल्टी स्पोर्ट्स मोड के साथ स्लीप ट्रैकिंग मिलता है जिसका डाटा 7 दिनों तक सेव रहता है। Crossbeats Ignite Lyt में ब्लड ऑक्सीजन को ट्रैक करने के लिए SpO2 सेंसर भी दिया गया है। यह वॉच 24 घंटे हार्ट रेट को ट्रैक कर सकती है।
इस एंट्री लेवल स्मार्टवॉच को वाटर रेसिस्टेंट के लिए IP68 की रेटिंग मिली है और इसकी बैटरी को लेकर 15 दिनों के बैकअप का दावा किया गया है।

सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा, 3 करोड़ ठगे

सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा, 3 करोड़ ठगे 

पंकज कपूर  

हल्द्वानी। हल्द्वानी में पुलिस ने विधानसभा, सचिवालय और अन्य सरकारी सेवा में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन करोड़ से अधिक की ठगी के करने वाले एक अभियुक्त को गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया है।अभियुक्त द्वारा विधानसभा सचिवालय समेत कई सरकारी नौकरी लगाए जाने के नाम पर लोगों से तीन करोड़ की ठगी की है, अभियुक्त का नाम रितेश पांडे है, जो कि लंबे समय से लोगों से विधानसभा सचिवालय और अन्य सरकारी सेवाओं में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर रहा था, जिसके खिलाफ मुखानी, रामनगर, नैनीताल, उधम सिंह नगर में मुकदमे दर्ज हैं। आज इसे मुखानी थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी हरबंश सिंह ने बताया की रितेश पांडे के खिलाफ रामनगर, उधम सिंह नगर के बाजपुर, रुद्रपुर थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस कस्टडी में लेकर पूछ-ताछ करेगी, साथ ही इसके तार कहां जुड़े हुए हैं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी, वहीं जांच में यह भी पता चला है कि इसके द्वारा 90 से अधिक लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लिए गए हैं, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे कई सारी जानकारियां निकलकर सामने आएगी। अभी तक यह उत्तराखंड की सबसे बड़ी ठगी में से एक है, इस अभियुक्त के कनेक्शन राजनीतिक लोगों के साथ भी हैं, ऐसे में पुलिस इस पहलू की भी जांच करेगी।

2 वर्ष बाद नमाजियों से मस्जिदे गुलजार दिखी

2 वर्ष बाद नमाजियों से मस्जिदे गुलजार दिखी
बृजेश केसरवानी  
प्रयागराज। देश भर मे मंगलवार को बहुत दिनों बाद एक साथ ईद मनाई गई। सभी मुल्क के लोगों ने पुरे देश मे एक दिन एक साथ तीस रोज़े मुकम्मल होने पर ईदुल फित्र की खुशियाँ मनाईं। दो वर्षों की कोरोना बन्दिशों के बाद इस वर्ष ईद मनाने और नमाज़े ईदुल फित्र अदा करने को ईदगाहों मस्जिदों ,दरगाहों ,इमामबारगाहों व ईबादतखानों मे नमाज़ीयों से मस्जिदें गुलज़ार दिखीं। 
जामा मस्जिद मे सड़को पर नमाज़ न होने की वजहा से दो बार अलग अलग समय पर नमाज़ अदा की गई। प्रातः 8 बजे पहली बाजमात नमाज़ को खातिब ए क़ौमो मिल्लत रईस अख्तर अहमद हबीबी व दूसरी बाजमात नमाज़ को सुबहा 9 बजे मौलाना मुजाहिद हुसैन हबीबी की क़यादत में अदा कराई गई। मस्जिद शाह वसीउल्लाह रौशनबाग़ मे मौलाना अहमद मकीन की इमामत मे अदा की गई। दायरा शाह अजमल की छोटी मस्जिद मे मौलाना आबिद हुसैन ने सुबहा 7:30 बजे सबसे पहले नमाज़ ए ईदुल फित्र अदा कराई।दायरा शाह अजमल की खानकाह मस्जिद मे सज्जादानशीन सैय्यद ज़र्रार फाखरी ने नमाज़ से पहले तक़रीर मे ईदुल फित्र को माहे रमज़ान मे रोज़ादारों की इबादत के ऐवज़ मे पाक परवरदिगार की तरफ से तोहफा बताते हुए ढ़ेरों फज़ीलत बयान की।
मौलाना शमशेर आज़म की इमामत मे खानकाह की मस्जिद मे नमाज़े ईद पढ़ाई गई। नायब सज्जादानशीन सैय्यद मोहम्मद अरशद फाखरी ने नमाज़ीयों से मुसाफिया करने के साथ गले लग कर ईद की मुबारकबाद पेश की। चक शिया जामा मस्जिद में मौलाना सैय्यद हसन रज़ा ज़ैदी ,मस्जिद ए खदीजा करैली मे मौलाना ज़ायर हुसैन नक़वी ,मदरसा जमीयतुल अब्बास करैली वीआईपी कालोनी मे मौलाना सैय्यद कल्बे अब्बास रिज़वी ,मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार मे इमाम ए जमात मौलाना जव्वादुल हैदर रिज़वी ,बैतुस्सलात मिर्ज़ा नक़ी बेग मे मौलाना ज़ीशान हैदर ,मस्जिद इमाम हुसैन दरियाबाद मे मौलाना सज्जाद हुसैन ,मस्जिद दरगाह मौला अली दरियाबाद मे अम्मार ज़ैदी ,मस्जिदे नूर दायरा शाह अजमल मे मौलाना साक़िब हुसैन ,बैतुस्सलात करैली मे हुसनुल हसन ,मस्जिद मोहम्मदी करैली लेबर चौराहा मे मौलाना वसी हैदर ,इमामबाड़ा अरब अली खाँ मे मौलाना फैज़ान रिज़वी की इमामत मे ईद की बाजमात अपने अपने समय पर अदा की गई। मस्जिद गदा हुसैन मस्जीद तहसीलदार ,मस्जिद इमाम रज़ा सहित शहर व ग्रामीण इलाक़ो की सभी छोटी बड़ी मस्जिदों मे मुख्तलिफ वक़्त के मुताबिक़ नमाज़ ईदुल फित्र पर नमाज़ीयों ने शुक्र का सजदा कर माबूदे इलाही की बारगाह में सिदक़े दिल से हाज़री लगा कर मुल्क ए हिन्द मे अमनो अमान ,रोज़ी मे बरकत ,बिमारों को शिफायाब करने बेरोज़गारों को रोज़गार अता करने और दोबारा इस मूज़ी वबा से महफूज़ रखने की दूआ मांगी। 
मौलाना जवादुल हैदर ने क़ौमो मिल्लत को बेदार करते हुए अपने खुत्बे में ईदुल फित्र को अल्लाह की तरफ से रोज़ादारों को ईद की शक्ल मे दिया गया खास तोहफा बताते हुए कहा मज़हबी अहकामात मे जहाँ नमाज़ रोज़ा हज ज़कात व खुम्स को हर पर वाजिब अल्लाह द्वारा वाजिब क़रार दिया है उसी तरहा हमारा फरीज़ा है की हम अपने परवरदिगार की बताई बातों पर सिदक़े दिल से अमल करते हुए जो अहकामे शरीयत है उस पर क़ायम और दायम रहें और फित्रे के पैसों को जो मुस्तहेक़ है उन तक पहचाँए ताकि उन ज़रुरतमन्दों की ईद भी खुशगवार बने और अल्लाह भी हमसे राज़ी हो। वहीं यह भी कहा ईद के बाद मस्जिदें वीरान न हो जैसे रमज़ानुल मुबारक के दिनों मे नमाज़ीयों से मुसल्ले गुलज़ार रहा करते थे इसी तरहा साल के बाराह महीने भी मस्जिदों को आबाद रखें।
मुस्तक़िल नमाज़ीयों-मोअज़्ज़िन के साथ मज़हबी खबरों को शाया कराने मे अहम रोल अदा करने पर मस्जिद कमेटी ने किया सम्मानित।
मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार मे ईदुल फित्र की नमाज़ के बाद मस्जिद के मुतावल्ली शाहरुक़ क़ाज़ी द्वारा हर नमाज़ मे मुस्तक़िल दूर दराज़ से नमाज़ मे पाबन्दी के साथ मौजूद रहने वाले नमाज़ीयों ,मोअज़्ज़िन मस्जिद मे साफ सफाई बिजली व्यवस्था करने वालों के साथ मज़हबी खबरों को अखबारों मे शाया करवाने मे अहम रोल अदा करने वाले सैय्यद मोहम्मद अस्करी को मौलाना जव्वादुल हैदर रिज़वी के हाँथों तोहफा देकर सम्मानित किया गया। वहीं अस्करी अब्बास सफवी ने भी अलग से तोहफा देकर सम्मानित किया।
आपसी भाई चारा और सौहार्दपूर्ण मौक़े ईद पर मस्जिद क़ाज़ी साहब मे पेश इमाम व मस्जिद मे नमाज़ अदा करने वालों के साथ मस्जिद की सुरक्षा में तैनात एस एच ओ शाहगंज ने जहाँ सभी को मुबारकबाद दी वहीं मस्जिद इन्तेज़ामिया कमेटी व मुतावल्ली शाहरुक़ क़ाज़ी की ओर से पेश इमाम व अन्य लोगों के साथ तैनात पुलिस कर्मी ने मस्जिद दीर्घा मे बैठ कर एक साथ तरहा तरहा की सेंवई का सेवन कर आपसी भाईचारे को और प्रगाढ़ किया।
दो साल बाद सामुहिक्ता के साथ मनाई गई ईद पर बड़ो के साथ बच्चों के भी खिले चेहरे।
दो वर्षों तक कोरोना की भेंट चढ़े सभी पर्वों पर ग्रहण लगा था।वहीं सरकारी स्तर पर भीड़ जमा करने पर मुक़दमा क़ायम होने और दो गज़ दूरी मास्क है ज़रुरी के साथ सामुहिक्ता वाले आयोजन प्रतिबन्धित थे।अब जब प्रतिबन्धों को पूरी तरहा समाप्त कर दिया गया है तो अब शादि विवाह के साथ सभी धार्मिक व सामाजिक आयोजन होने लगे।बड़ो को तो तेहवार के मायने मालूम हैं लेकिन जो छोटे बच्चें हैं और दो साल पहले नासमझ थे चन्हे क्या होती है ईद और क्या होती हैं ईद की खुशियाँ यह भी नहीं मालूम था।अब जब मस्जिदों मे खुशगवार माहौल देखा और लोगों से तेहवारी के तौर पर पैसे मिले रंग बिरंगे लिबास पहन कर बड़ो का लाड प्यार मिला तो बच्चे चहक उठे।ईदी के मिले पैसों से कोई ग़ुब्बार खरीदता नज़र आया तो कोई मोहल्ले मोहल्ले लगे झूलों पर झूलने को दौड़ पड़ा तो वहीं कुछ बच्चे आईस्क्रीम और चॉकलेट और चिप्स के लिए मुहल्ले की दूकान पर दौड़ पड़े।

वायनाड में भाजपा नेता की एंट्री, चर्चाएं तेज

वायनाड में भाजपा नेता की एंट्री, चर्चाएं तेज

इकबाल अंसारी  

तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भाजपा की नेता एवं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने केरल में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। खास बात है कि राहुल के संसदीय क्षेत्र वायनाड में भाजपा नेता की एंट्री ने सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज कर दी हैं। ईरानी ने साल 2017 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी से राहुल को मात दी थी। केरल यात्रा के दौरान राहुल गांधी इंटक ने प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन किया। जबकि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री उनके वायनाड लोकसभा क्षेत्र में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम (एडीपी) की समीक्षा और उत्तरी जिले की विभिन्न आदिवासी बस्तियों का दौरा करेंगी।

ईरानी ने मलयालम में ट्वीट किया, नमस्ते वायनाड! मैं जल्द ही जिले के विकास से संबंधित विभिन्न बैठकों में भाग लेने के लिए यहां आ रही हूं। केन्द्रीय मंत्री कलेक्ट्रेट में जिले के मुख्य न्यायाधीश और जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगी। उनका कलपेट्टा और मारवायल में विभिन्न आदिवासी बस्तियों का दौरा करने का कार्यक्रम है।

इसके बाद में वह कलपेट्टा नगर पालिका में पोन्नाडा आंगनवाड़ी और सीएसआर फंड के तहत निर्मित वरधूर स्मार्ट आंगनवाड़ी का दौरा किया।वह जिले के पीडब्ल्यूडी हाउस में ‘हितधारक सम्मेलन’ को संबोधित किया।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 450 किमी की दूरी पर स्थित वायनाड एडीपी में शामिल 112 जिलों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2018 में एडीपी की शुरुआत की थी। इसका लक्ष्य देशभर के सबसे कम विकसित जिलों को तेजी से बदलाव करना था।

स्पोर्ट्स कोटा के तहत ऑफिसर पदों पर भर्ती

स्पोर्ट्स कोटा के तहत ऑफिसर पदों पर भर्ती
अंकुर कुमार
नई दिल्ली। इंडियन बैंक ने क्लर्क/जेएमजी ऑफिसर पदों पर भर्ती निकाली है। नोटिस के अनुसार यह भर्ती स्पोर्ट्स कोटा के तहत हो रही है। इस भर्ती के लिए आवेदन ऑनलाइन करना है‌। ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख 14 मई 2022 है। इसके तहत कुल 12 वैकेंसी है।
इंडियन बैंक भर्ती 2022 के विज्ञापन के अनुसार स्पोर्ट्स कोटे के तहत एथेलेटिक्स, बास्केट बॉल, क्रिकेट, हॉकी और वालीबॉल खिलाड़ियों की भर्ती होगी।
आवश्यक शैक्षिक योग्यतता...
उम्मीदवार को कम से कम 12वीं पास होना चाहिए।
स्पोर्ट्स क्वॉलिफिकेशन
ऑफिसर जेएमजी- क्रिकेट का खिलाड़ी होना चाहिए। कम से कम रणजी ट्रॉफी या दलीप ट्रॉफी खेला होना चाहिए।
क्लर्क- जूनियर/सीनियर लेवल पर स्टेट को रिप्रेजेंट किया होना चाहिए।
आयु सीमा – 18 से 26 साल

कितनी मिलेगी सैलरी
ऑफिसर जेएमजी स्केल I – 36000 -1490/7 – 46430 – 1740/2 – 49910 – 1990/7 – 63840 रुपये
क्लर्क- 17900-1000/3-20900-1230/3-24590-1490/4-30550-1730/7-42660-3270/1-45930-1990/1-47920 रुपये प्रति माह
एससी, एसटी, दिव्यांग- 100 रुपये+जीएसटी
अन्य- 400 रुपये+जीएसटी।

14 जिलों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएं जाएंगे

14 जिलों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएं जाएंगे

संदीप मिश्र/सत्येंद्र पंवार  
लखनऊ/मेरठ। यूपी प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना के तहत पविविनिलि (पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड) के अंतर्गत 14 जिलों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। सहारनपुर के एक हजार उपभोक्ताओं के यहां लगे स्मार्ट मीटर को प्रीपेड मीटर के माड्यूल में परिवर्तित कर ट्रायल शुरू कर दिया गया है। ट्रायल एक से डेढ़ माह में पूरा होगा। प्रीपेड स्मार्ट मीटर से जहां एक ओर विभाग को लाभ मिलेगा, वहीं दूसरी उपभोक्‍ताओं को भी इसका फायदा मिलेगा।
सबसे ज्यादा स्मार्ट मीटर मेरठ में
पविविनिलि के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि करीब दो से तीन माह के भीतर पश्चिमांचल डिस्काम के सभी जिलों में प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। सबसे पहले पूर्व से उपभोक्ताओं के यहां लगे स्मार्ट मीटर को प्रीपेड स्मार्ट मीटर के माडयूल में परिवर्तित किया जाएगा। पश्चिमांचल में 1.95 लाख स्मार्ट मीटर लगे हैं, जिसमे सबसे ज्यादा मेरठ में 1.20 लाख स्मार्ट मीटर लगे हैं। जिनको प्रीपेड स्मार्ट मीटर में तब्दील किया जाएगा। इन्हें हटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बाद स्मार्ट मीटरों के अलावा इलेक्ट्रानिक मीटरों को हटाकर उनके स्थान पर अत्याधुनिक प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
पहले करना होगा रिचार्ज, फिर प्रयोग कर सकेंगे बिजली
इस नई व्यवस्था से बिजली उपयोग के बाद कई कई महीने तक बिजली बिल न चुकाने की परंपरा खत्म होगी। क्योंकि उपभोक्ता को बिजली का उपयोग करने के लिए मोबाइल की तरह पहले प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करना पड़ेगा। प्रीपेड मीटर की रिचार्ज राशि 50 रुपये से शुरू होगी। उपभोक्ता अपनी सहूलियत के हिसाब से 500, हजार रुपये या इससे अधिक का रिचार्ज भी कर सकेंगे। घर बैठे मोबाइल के जरिये विभाग की वेबसाइट पर जाकर आनलाइन रिचार्ज किया जा सकेगा। मीटर का रिचार्ज खत्म होते ही बिजली आपूर्ति बंद हो जाएगी। दोबारा रिचार्ज करते ही अपने आप बिजली आपूर्ति चालू हो जाएगी। रिचार्ज खत्म होने से पहले उपभोक्ता को प्रीपेड मीटर से तेज ध्वनि में संकेत मिल जाएगा।बिजली अधिकारियों की माने तो उपभोक्ता को प्रीपेड मीटर लगने से फायदा होगा। इसमें लगी डिवाइस के जरिये उपभोक्ता प्रतिदिन की ऊर्जा खपत देख पाएगा। प्रतिदिन कितने रुपये की बिजली उपयोग की, यह भी जान सकेगा। प्रीपेड मीटर खराब भी बहुत कम होते हैं। कागजी बिल से छुटकारा मिल जाएगा। इससे बढ़े या गलत बिल की शिकायत भी खत्म होगी।
विभाग को होंगे ये फायदे कागजी बिजली की व्यवस्था खत्म होगी।
बिजली के वितरण और ट्रांसमिशन का नुकसान कम होगा।
बिजली बिल के बकाया भुगतान से छुटकारा मिल जाएगा। जिससे बकाया वसूली पर लगने वाला अमला बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में लगेगा।
समय से बिजली भुगतान होने से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था और ढांचा मजबूत होगा।

यूपी: निकाय चुनाव की तैयारियों की कवायद


यूपी: निकाय चुनाव की तैयारियों की कवायद
हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में अब निकाय चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। सूबे में अक्टूबर-नवंबर महीने तक निकाय चुनाव कराए जा सकते हैं। निकाय चुनाव की घोषणा से पहले योगी सरकार सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत का सर्वे करा रही है। जिसके सीमा विस्तार वाले क्षेत्रों में वार्ड का गठन हो सके। लेकिन उससे पहले जमीनी हकीकत जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को क्षेत्र में उतार दिया है। इसके लिए उन्होंने एक कैबिनेट मंत्री के साथ एक स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी थी।
हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है सुल्तान शाह बाबा का दरगाह, आइये जाने इसके बारे में तीन दिन तक मंत्री अलग-अलग जिलों के दौरे पर रहे वहां आम लोगों से मुलाकात की और अधिकारियों के सामने उनकी समस्याओं को सुना। इस आधार पर मंत्रियों ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। मंत्रियों से मिले फीडवैक के आधार पर सीएम योगी आगे की रणनीति तय करेंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि कई जिलों से अधिकारियों की शिकायतें मिली हैं। यह रिपोर्ट सीएम को मिलने के बाद उन अफसरों पर गाज गिरनी तय है। नगर निकाय चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य शुरू वहीं सरकार से आदेश मिलने के बाद नगर निकाय चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य भी शुरू हो चुका है। 56 जिलों के 151 निकायों में परिसीमन होगा। जिसमें एक नगर निगम और दो नगर पालिका परिषद शामिल हैं। साथ ही सीमा विस्तार में 9 नगर निगम, 21 नगर पालिका और 35 नगर पंचायत हैं। नए परिसीमन के बाद यहां सीमा विस्तार का कार्य पूरा होगा और फिर नए वार्ड बनेंगे। यह कार्य पूरे होने पर यहां निकाय के चुनाव कराएं जाएंगे।
फजीहत के बाद लोहिया संस्थान ने वापस लिया फैसला, पत्रकारों पर लगा बैन हटा विधानसभा चुनाव से पहले हुए पंचायत चुनाव में यहां वोटिंग नहीं हुई थी क्योंकि इसे पहले ही निकायों में शामिल कर लिया गया था। जहां विकास के कार्य भी शुरू हो चुके हैं। निकाय चुनाव से पहले होने वाले नए परिसीमन 2011 की जनगणना के अनुसार ही होगा। पहले कहा गया था नई जनगणना के आधार पर वार्डों का गठन होगा। लेकिन 2021 में जनगणना नहीं होने के बाद अब 2011 को ही परिसीमने के लिए आधार बनाकर इसका गठन किया जाएगा। परिसीमन वाले 56 जिले योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में कई जिलों के नगर निकायों का दायरा बढ़ा दिया था। यहां नगर निगम, नगर पालिया और नगर पंचायत के क्षेत्र फल बढाए गए हैं। इसी आधार पर अब यहां परिसीमन कराकर नए वार्डों का गठन होगा। उसके बाद यहां पहली बार निकाय के चुनाव होंगे।
मंदाकिनी सैनिकों का नौंवे दिन भी जारी रहा नदी स्वच्छता अभियान, DM ने किया सहयोग जिस जिलों में परिसीमन होगा उसमें राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, देवरिया, जालौन, ललितपुर, शाहजहांपुर।

कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप

कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप 
नरेश राघानी  
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा. सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर वोट बैंक एवं तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रदेश को अराजक तत्वों ने गिरफ्त में ले लिया है और राज्य सरकार का तुष्टकरण का रवैया कांग्रेस के डूबने का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
डा पूनिया ने जोधपुर में उपद्रव के बाद तनाव के मामले पर अपने बयान में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चूनौती बनी हुई है और राजस्थान के बारे में देश में शांतिप्रिय प्रदेश के रुप में एक मिसाल दी जाती थी लेकिन कांग्रेस पार्टी की अशोक गहलोत के नेतृत्व में तुष्टकरण की राजनीति के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था भंग हुई है जो चूनौतीपूर्ण और चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि कल ईद की पूर्व संध्या पर जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर भगवा ध्वज को उतारकर इस्लामिक झंडा लगाया गया और जिस तरीके से वहां हिंसा की गई, जिससे साफ तौर पर यह जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार का तुष्टीकरण रवैया उनके डूबने का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह तोड़फोड़ एवं अराजकता की कोशिश की गई हैं, यह एक बानगी है और करौली की घटना से साबित हो जाता है कि सरकार के संरक्षण में इस तरह की घटनाओं को किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रश्न उठता है कांग्रेस सरकार आती है तब ही इस तरह की घटना क्यों होती है, कयोंकि संरक्षण मिलता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रदेश को अराजक तत्वों ने गिरफ्त में लिया है और यह कांग्रेस के डूबने का बड़ा कारण बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति, सद्भाव एवं जन सुरक्षा के लिए अपने वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर लोगों की सुरक्षा की फिक्र करनी चाहिए।

उत्तर भारत में हीटवेव से राहत, वर्षा भी होगी

उत्तर भारत में हीटवेव से राहत, वर्षा भी होगी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से उत्तर भारत के राज्य गर्मी से परेशान थे। लेकिन अब मौसम विभाग ने उत्तर भारत में मौसम बदलने की जानकारी दी है। उत्तर भारत के कई राज्यों को कुछ दिनों तक हीटवेव से राहत मिलेगी। वहीं, हिमाचल प्रदेश में चार दिनों तक जमकर बारिश होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के शिमला में चार दिनों तक गरज के साथ बारिश की संभावना है। शिमला में 3 मई से 6 मई तक न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री के बीच रहेगा और अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री तक रहने की संभावना है। आज 3 मई को शिमला में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया है। तो वहीं, अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। गर्मी से निजात पाने उत्तर भारत के मौदानी इलाकों से शिमला में छुट्टी मनाने गए सैलानियों को शिमला में बारिश का मजा लेने को मिल सकता है। हिमाचल प्रदेश के चंबा में मौसम ने करवट ली है। यहां 3 मई से 6 मई के बीच बारिश की संभावना है। आज 3 मई को चंबा में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री, तो अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं कल यानी 4 मई की बात करें तो चंबा में गरज के साथ बारिश की संभावना है। वहीं न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। वहीं, अधिकतम तापमान 29 डिग्री रह सकता है। धर्मशाला में 3 मई को न्यूनतम तापमान 19 डिग्री तो अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं, 4 मई को धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रिकॉर्ड किया जा सकता है और अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। हिमाचल के धर्मशाला में भी चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना है।

सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके: कोरोना

सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके: कोरोना
सत्येंद्र पंवार  
मेरठ। कोरोना व आदर्श आचार संहिता के कारण मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके थे। अब शासन ने 76.50 लाख का बजट जारी कर सामूहिक विवाह समारोह आयोजन के लिए निर्देशित किया है। समारोह का लाभ लेने के लिए विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों को आवेदन करना होगा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 76.50 लाख का बजट समाज कल्याण विभाग को प्राप्त हुआ है। प्राप्त बजट से 410 जोड़ों का विवाह कार्यक्रम आयोजन किया जाएग। जिला समाज कल्याण अधिकारी मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने बताया कि जनपद में शीघ्र ही प्रशासन की देख-रेख में शहनाई गूंजेगी। सामूहिक विवाह समारोह का शानदार आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्री, सांसद व विधायकगण भी मौजूद रहेंगे। समस्त अतिथियों के सत्कार व उपहार की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। वर्तमान में सामूहिक विवाह योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इच्छुक व्यक्ति निर्धारित नियमों को पूरा कर आवेदन कर सकता है। आवेदन करने के लिए वर वधू की उम्र 21 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए। कन्या के माता-पिता या अभिभावक की वार्षिक आय दो लाख तक होनी चाहिए। विवाह के दौरान 35 हजर सीधे कन्या के खाते में भेजे जाएंगे। जबकि जोड़ों को उपहार स्वरूप 10 हजार रुपये के बजट की सामग्री प्रदान की जाएगी।






वेस्‍ट यूपी में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा

वेस्‍ट यूपी में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा 
सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। वेस्‍ट यूपी में मंगलवार को ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। इस मौके पर अकीदतमंदों ने अमन चैन की दुआएं मांगी। सड़कों पर नमाज अदा नहीं करने के फरमान के बाद ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए भीड़ नजर आई। मेरठ में ईदगाह सहित शहर में 50 स्थानों पर नमाज अदा करने की व्‍यवस्‍था की गई थी।सुबह ईदगाह पर बड़ी संख्‍या में लोगों ने पहुंचकर नमाज अदा की। वहीं बागपत के रटौल की ईदगाह में ईदुल फितर की नमाज अदा की गई। इस दौरान भारी संख्‍या में पुलिस बल मौजूद रहा। सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर जिलों में भी अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। हर जगह भारी संख्‍या में पुलिस बल मौजूद रहा। मेरठ की सड़क पर नमाज न होने देने के शासन के फैसले के बाद सोमवार को शाही ईदगाह समेत अन्य प्रमुख मस्जिदों के इंतजामिया पेशो पेश में रहे। शाही ईदगाह में चूने से निशान लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया। शहर काजी जैनुस साजिदीन ने बताया कि ईद की नमाज पौने आठ बजे सुबह होगी। वहीं कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि सड़कों पर नमाज नहीं होगी। नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने कहा कि उन मस्जिदों में नमाज अदा करें जहां पर ईद की नमाज हो रही है।

लव जिहाद, सचिव की इकलौती बेटी बनी शिकार

लव जिहाद, सचिव की इकलौती बेटी बनी शिकार 
अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। केंद्र सरकार के एक सचिव ने अपनी इकलौती बेटी के लव जिहाद का शिकार होने की आशंका जताई है। गैर हिंदू युवक पर बेटी से धोखाधड़ी कर शादी करने का आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुकदमे में दिल्ली के खन्ना मार्केट के आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों और गाजियाबाद के छोटी बजरिया स्थित वैदिक हिंदू सभा को भी आरोपित बनाया है, जिसकी ओर से उनकी बेटी और आरोपित युवक की शादी का प्रमाण-पत्र जारी किया गया है।
 
पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।

कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।
कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।
कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।मां के मुताबिक अब्दुल यूनानी चिकित्सा का कोर्स कर रहा था और बेटी से परिचय नहीं था। उन्होंने बेटी को दवा देकर वश (हिप्नोटाइज) में करने का आरोप लगाया। अब्दुल के पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी कभी भी लव जिहाद का शिकार हो सकती है, क्योंकि वह उन्हें धमकी भी देता है। अनुसचिव ने मैरिज रजिस्ट्रार पंचम पर भी आरोप लगाया है। नोएडा पुलिस के सुनवाई न करने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई थी, जहां से शिकायत को गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया था।
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने बताया कि हिंदू मैरिज एक्ट में अलग-अलग धर्म के व्यक्तियों की शादी का पंजीकरण के लिए डीएम दोनों के अभिभावकों की सहमति से संस्तुति देते हैं।
वहीं सीओ कोतवाली स्वतंत्र सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी में केस दर्ज कर लिया है। विवेचना में जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।

प्रेम-भाईचारे की परंपरा, शांति बनाए रखें: सीएम

प्रेम-भाईचारे की परंपरा, शांति बनाए रखें: सीएम
नरेश राघानी
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर के जालौरी गेट और ईदगाह इलाके में देर रात तक भारी पुलिस बल तैनात रहा‌। स्थानीय सूत्रों ने पुष्टि की कि कुछ लोग जालोरी गेट चौराहे पर झंडा फहरा रहे थे। इस दौरान वीडियो बना रहे एक शख्स की कुछ युवकों ने पिटाई कर दी। कुछ लोग उसे बचाने आए तो उन पर भी हमला कर दिया। देखते ही देखते दूसरे गुट ने पथराव शुरू कर दिया। यह हंगामा देर रात तक जारी रहा और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। 
इस पथराव में उदयमंदिर एसएचओ अमित सिहाग और डीसीपी पूर्वी भुवनभूषण यादव भी घायल हो गए। पुलिस ने पीछा कर लोगों को उनके घर भेज दिया। इसके बाद जनता ईदगाह रोड और जालोरी गेट चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जालौरी गेट की ओर जाने वाले कई रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया। देर रात सूरसागर विधायक सूर्यकांत व्यास और निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ भी मौके पर पहुंचे और 2.30 बजे तक पुलिस चौकी के बाहर बैठे रहे। 
घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि जोधपुर के जालोरी गेट पर दो गुटों के बीच झड़प से तनाव पैदा हो गया है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए, मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग करने की एक मार्मिक अपील करता हू।

डीजल-पेट्रोल के दामों में राज्य स्तर पर बदलाव

डीजल-पेट्रोल के दामों में राज्य स्तर पर बदलाव
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दुर्ग में मंगलवार को पेट्रोल के दाम 111.64 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 103.03 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं बस्तर में आज पेट्रोल 114.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल 105.66 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। यहां के जशपुर में आज पेट्रोल के दाम 112.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 103.79 रुपये प्रति लीटर है। रायपुर की बात करें तो यहां आज पेट्रोल के रेट 111.47 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 102.86 रुपये प्रति लीटर है।
पेट्रोल-डीजल  के भाव रोजाना बदलते हैं और सुबह 6 बजे अपडेट हो जाते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज़ का रेट एप के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल कस्टमर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP लिख कर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल (HPCL) के ग्राहक HPPrice लिख कर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।
बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को पेट्रोल की कीमत 116.29 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 101.12 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। वहीं भागलपुर में आज पेट्रोल के दाम 117.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 102.39 रुपये प्रति लीटर हो गई है। दरभंगा की बात करें तो यहां पेट्रोल की कीमत 116.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 101.67 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। मधुबनी में आज पेट्रोल की कीमत 117.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 102.15 रुपये प्रति लीटर पर बेचा जा रहा है।
राजस्थान में भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में मंगलवार को कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। जयपुर में पेट्रोल की कीमत 117.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 100.56 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं अजमेर में आज पेट्रोल की कीमत 117.62 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 100.56 रुपये प्रति लीटर है। बीकानेर में आज पेट्रोल के दाम 120.11रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 102.80 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। गंगानगर की बात करें तो यहां आज पेट्रोल के दाम 122.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 105.11 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल की कीमत मंगलवार को 118.14 रुपये प्रति लीटर हो गई है और डीजल के दाम 101.16 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। इंदौर में आज पेट्रोल के रेट 118.02 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 101.07 रुपये प्रति लीटर हो गई है। ग्वालियर में आज पेट्रोल के रेट 118.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 101.49 रुपये प्रति लीटर हो गए है।
झारखंड में मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की नई दरें लागू होने के बाद धनबाद में पेट्रोल की कीमत 108.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 101.92 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं रांची में आज पेट्रोल 108.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल 102.02 रुपये प्रति लीटर पर बेचा जा रहा है‌।कोडरमा में आज पेट्रोल की कीमत 109.49 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 102.76 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार, 3 मई को पेट्रोल की कीमत 105.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 96.58 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में पेट्रोल की कीमत 105.25 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 96.83 रुपये प्रति लीटर बने हुए हैं। गोरखपुर में पेट्रोल 105.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 96.97 रुपये प्रति लीटर है। वहीं गाजियाबाद में मंगलवार को पेट्रोल की कीमत 105.26 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 96.82 रुपये प्रति लीटर हैं। नोएडा में आज पेट्रोल की कीमत 105.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 97.00 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
पंजाब के चंडीगढ़ की बात करें तो यहां 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 104.74 रुपये और डीजल की कीमत 90.83 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। वहीं अमृतसर में पेट्रोल की कीमत 104.78 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 93.46 रुपये प्रति लीटर हो गया है। जालंधर में मंगलवार को पेट्रोल की कीमत 104.56 रुपये प्रति लीटर और डीजल के रेट 93.25 रुपये प्रति लीटर बने हुए हैं। लुधियाना में पेट्रोल के दाम 104.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 93.49 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

वाघा सीमा, रेंजर्स में मिठाइयों का आदान-प्रदान

वाघा सीमा, रेंजर्स में मिठाइयों का आदान-प्रदान 
इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। ईद पर देशभर से कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। कई ईद में लोग देश में अमन चैन की दुआ मांग रहे हैं तो कहीं पत्थरबाजी से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। ऐसे ही आज भारत-पाकिस्तान सीमा पर त्योहार की खुशियों के रंग नजर आए। ईद-उल-फितर के मौके पर अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।
बीएसएफ के कमांडेंट जसबीर सिंह ने कहा कि "ईद के मुबारक मौके पर आज बीएसएफ ने अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स को अपनी शुभकामनाएं भेंट की हैं। ये परंपरा के अनुसार दोनों देशों के बीच बॉर्डर की खुशहाली और शांति के लिए सहायक सिद्ध होगा।"
ईद पर जम्मू कश्मीर में बिगड़े हालात
इधर, जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में नमाज के बाद मस्जिद के बाहर सुरक्षाबलों पर पथराव किया गया है। ईद की नमाज अदा होने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी सड़कों पर आ गए और कश्मीर को लेकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि वक्त रहते सुरक्षा बलों ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया।
इससे पहले राजस्थान के जोधपुर में दो गुटों में हिंसक झड़प होने की खबर मिली थी।कल देर शाम हिंसक झड़प के बाद आज सुबह भी उपद्रव शुरू हुई तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।


24 घंटे में 2568 नए मामलें सामने आए: भारत

24 घंटे में 2568 नए मामलें सामने आए: भारत
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार ने नई लहर का संकट पैदा कर दिया है। देश में कोरोना के मंगलवार को ढाई हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि एक राहत भरी खबर ये भी है कि ये मामले कल के मुकाबले कम हैं। देश में 18.7 फीसदी मामले कम हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2568 नए मामले सामने आए हैं जो कल की तुलना में 18.7 फीसदी कम हैं। लेकिन कोरोना से 20 नए लोगों ने जान गंवा दी है।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा मरीज दिल्ली में सामने आए हैं। उसके बाद दूसरे राज्य आते हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा 1076 नए मरीज मिले। जबकि हरियाणा में 439 मरीज मिले हैं। हरियाणा तो दिल्ली से सटा हुआ है। वहीं केरल में 250 नए मरीज सामने आए हैं और अगर बात उत्तर प्रदेश की करें जो देश का सबसे बड़ा राज्य है वहां सिर्फ 193 नए मामले सामने आए हैं। कर्नाटक में 111 नए मरीज मिले हैं। कोविड के नए केसों में 80.58 फीसदी मामले इन्ही राज्यों से आए हैं। अकेले दिल्ली की हिस्सेदारी 41.9 फीसदी है।
पिछले 24 घंटे में कोरोना की वजह से देश में 20 मौतें हुई हैं और अब तक 5,23,889 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।
दिल्ली अस्पतालों में भर्ती दर कम
वर्तमान में, दिल्ली के अस्पतालों में 178 कोविड-19 मरीज भर्ती हैं, जबकि 4,490 होम आइसोलेशन में भर्ती हैं।  विभिन्न अस्पतालों में कोविड ​​​​-19 रोगियों के लिए उपलब्ध 9,577 बिस्तरों में से केवल 191 (1.99 प्रतिशत) पर ही भर्ती है। वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने पिछले सप्ताह कहा था कि राजधानी में कोविड ​​​​-19 के मामले बढ़े हैं लेकिन स्थिति गंभीर नहीं है और अस्पताल में भर्ती होने की दर भी कम है।


ताजमहल की शाही मस्जिद में नमाज अदा की

ताजमहल की शाही मस्जिद में नमाज अदा की
शैलेश श्रीवास्तव  
आगरा। ईद के मौके पर मोहब्बत की मिसाल ताजमहल अकीदतमंदों से गुलजार हो गया। दो साल बाद ताजमहल की शाही मस्जिद में ईद उल फितर की नमाज अदा की गई। नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी। इस मौके पर ताजमहल में सुबह सात से नौ बजे तक प्रवेश निशुल्क रहा। ताजमहल के बाहर फतेहपुरी मस्जिद, काली मस्जिद में भी नमाज हुई। बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते 2020 और 2021 में ताजमहल बंद रहा था। जिससे ईद उल फितर पर नमाज के लिए लोगों को प्रवेश नहीं मिल सका था।
इंतजामिया कमेटी ने सभी लोगों से अपील की थी कि कोई भी सड़क पर नमाज न पढ़े। ताजमहल समेत क्षेत्र में कई मस्जिदें हैं, जहां अंदर ही नमाज अदा की जाए। इसके चलते ताजमहल के अलावा आगरा की प्रमुख मस्जिदों में भी बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा करने पहुंचे। उन्होंने नमाज अदा कर अमन चैन की दुआ मांगी। मथुरा, फिरोजाबाद, एटा-कासगंज और मैनपुरी जिलों में ईद का त्योहार पूरे रस्मो रिवाज के साथ मनाया जा रहा है। ईद को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
ताजमहल में ईद की नमाज अदा करते मुस्लिम समाज के लोग
ताजमहल में ईद की नमाज अदा करते मुस्लिम समाज के लोग
ताजमहल की शाही मस्जिद में सुबह 8:30 बजे ईद की नमाज अदा की गई। इसके लिए सुबह सात बजे से ही नमाजी आने लगे थे। सुबह सात बजे से नौ बजे तक प्रवेश निशुल्क रहा। ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग काफी संख्या में यहां नमाज अदा करने पहुंचे। यहां नमाजियों के साथ-साथ देश-विदेश से आए सैलानियों ने भी इन पलों को अपने कैमरे में कैद किया।
आगरा की शाही जामा मस्जिद में नमाज पढ़ते अकीदतमंद
आगरा की शाही जामा मस्जिद में नमाज पढ़ते अकीदतमंद
ताजमहल के अलावा ईदगाह, जामा मस्जिद, अकबरी मस्जिद, शाही मस्जिद कला साबुन कटरा, शाही मस्जिद लोहामंडी, मस्जिद जाल, मस्जिद नूरी, मस्जिद शहीद नगर, बड़ी मस्जिद समेत प्रमुख मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। नमाज अदा करने के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे की ईद की मुबारकबाद दी।
फतेहपुर सीकरी की शाही जामा मस्जिद में नमाज अदा करते लोग
फतेहपुर सीकरी की शाही जामा मस्जिद में नमाज अदा करते लोग
ईद उर फितर पर फतेहपुर सीकरी की शाही जामा मस्जिद में नमाज के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे। अकीदतमंदों ने नमाज अदा कर अल्लाह से वतन की खुशहाली के लिए दुआ मांगी। इस मौके पर उप जिलाधिकारी किरावली, क्षेत्राधिकारी, संरक्षण सहायक प्रभारी निरीक्षक व पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
मथुरा की ईदगाह मस्जिद से बाहर आते लोग
मथुरा की ईदगाह मस्जिद से बाहर आते लोग
मथुरा की शादी ईदगाह मस्जिद में ईद पर खुदा की इबादत में हजारों सिर झुके। अकीदतमंदों ने तय समय पर ईदगाह पर नमाज अदा की। इसके अलावा शहर और वृंदावन की मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर नमाज पढ़ी। अक्षय तृतीया और ईद एक ही दिन होने पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं।
लोगों ने गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद
लोगों ने गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद
मथुरा और आगरा के अलावा आसपास के जिलों में भी ईद को लेकर काफी उत्साह है। फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा और कासगंज में भी सुबह-सुबह ही मुस्लिम समाज के लोग नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करने मस्जिदों में पहुंचे। नमाज अदा करने के बाद गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।

नवनिर्माण सेना प्रमुख के खिलाफ एनबीडब्ल्यू वारंट

नवनिर्माण सेना प्रमुख के खिलाफ एनबीडब्ल्यू वारंट

कविता गर्ग  

मुंबई। मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर महाराष्ट्र सरकार को अल्टीमेटम दे चुके महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। दरअसल राज ठाकरे के खिलाफ शिराला की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 6 अप्रैल को गैर-जमानती वारंट जारी किया था। सांगली के शिराला में मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 6 अप्रैल को मनसे प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ 2008 के एक मामले के संबंध में आईपीसी की धारा 143, 109, 117, 7 और बॉम्बे पुलिस अधिनियम के 135 के तहत गैर-जमानती वारंट जारी किया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2008 में मनसे कार्यकर्ताओं ने राज्य ठाकरे के समर्थन में परली में मौजूद राज्य परिवहन महामंडल (एसटी) की बसों पर पत्थरबाजी की थी। दरअसल रेलवे में प्रांतीय युवाओं की भर्ती मामले पर राज ठाकरे को साल 2008 में गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के विरोध में मनसे कार्यकर्ताओं ने राज्य में कई जगहों पर विरोध किया था। अंबाजोगाई में एसटी बस को भी निशाना बनाया गया था।

इस संबंध में मामला दर्ज होने के बाद कोर्ट द्वारा राज ठाकरे को अक्सर पेश होने के लिए कहा जाता था। हालांकि, राज ठाकरे किसी भी सुनवाई में शामिल नहीं हुए। जमानत के बावजूद लगातार तारीखों पर हाजिर नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी किया गया।

दुनिया के सबसे बड़े फैशन इवेंट का आयोजन

दुनिया के सबसे बड़े फैशन इवेंट का आयोजन 
सुनील श्रीवास्तव  
वाशिंगटन डीसी। मेट गाला को साल 2022 में  किया जा रहा है। तो पुरे विश्व की लोगो में इसको लेकर काफी उत्सुकता देखने को मिल रही है। भारत में भी यह जोरों से छाया हुआ है। मेटा गाला का आयोजन हर साल न्यूयॉर्क में किया जाता है जो की अमेरिका का एक मशहूर शहर है।
दुनिया भर की मशहूर हस्तियां अपने हुश्न के जलवे रेड कार्पेट पर, न्यूयॉर्क शहर में बिखेरने वाले है। बताया जाता है की यह एक दुनिया का सबसे बड़ा फैशन इवेंट कहा जाता है।
देसी ग्लैमर और अमेरिकन इंस्पिरेशन वाली इस आउटफिट को भारतीय डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने डिजाइन किया है। मेट गाला 2022 के लिए नताशा पूनावाला के बस्टियर टॉप  को शिअपरेल्ली से डिजाइन करवाया गया। यही कारण है कि नताशा को मेट गाला नाइट की बेस्ट ड्रेस्ड सेलेब्रिटीज की लिस्ट में शामिल कर दिया गया है। और अब हर ओर उनकी ही चर्चा हो रही है।
नताशा ने मेट गाला के आउटफिट में गोल्ड हैंडक्राफ्टेड टुले साड़ी के साथ-साथ स्वीपिंग ट्रेल रखा। इस साड़ी में सब्यसाची मुखर्जी ने रेशमी चमकदार कढ़ाई और सुनहरे धागों का इस्तेमाल किया है। बता दें कि इससे पहले भी भारतीय अदाकाराएं मेट गाला में देसी तड़का लगा चुकी हैं। लेकिन प्रियंका चोपड़ा का लुक हर साल चर्चाओं का विषय बना रहता है।

वायरस: चीन के 26 शहरों में अभी लॉकडाउन

वायरस: चीन के 26 शहरों में अभी लॉकडाउन  
सुनील श्रीवास्तव 
बीजिंग। पिछले दो-ढाई साल से लगातार कोशिशों के बावजूद चीन में कोरोना वायरस रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालात कुछ यूं हैं कि चीन के 26 शहरों में अभी भी लॉकडाउन लगा हुआ है। लगभग 21 करोड़ लोग अभी भी अपने-अपने घरों में कैद हैं। यही कारण रहा कि 73 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि चीन में 1 मई को मजदूर दिवस नहीं मनाया गया। कोविड की वजह से देश की आर्थिक राजधानी शंघाई और वास्तविक राजधानी बीजिंग में सख्त लॉकडाउन है। खुद राष्ट्रपति शी जिनपिंग  इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। शी जिनपिंग ने शंघाई के लोगों के नाम अपना संबोधन भी नहीं दिया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शी जिनपिंग जान-बूझकर इस तरह की चीजों से बच रहे हैं। उनका मानना है कि लॉकडाउन की पाबंदियों और कोरोना रोकने में नाकामी की वजह से लोगों के गुस्से को शी जिनपिंग समझ रहे हैं, इसीलिए वह कोई बयान नहीं दे रहे हैं।
लंबे समय से लॉकडाउन की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था बेहाल है। 26 शहरों में लॉकडाउन के कारण चीन की 22 फीसदी जीडीपी पर असर पड़ रहा है। यही वजह है कि चीन की 1126 लाख करोड़ में से 247 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। अप्रैल तक के आंकड़ों के मुताबिक, चीन के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन भी सबसे कम रहा है।
कम पड़ गए सरकारी कर्मचारी, सड़क पर उतरे कम्युनिस्ट कार्यकर्ता
लॉकडाउन के चलते चीन में हालात बुरे हैं। लोगों को खाने-पीने और जरूरी चीजों के लिए तरसना पड़ रहा है। पहले 75 लाख सरकारी कर्मचारियों को राहत सामग्री बांटने और दूसरे कामों में लगाया था, लेकिन समस्या बरकरार रहने कारण लोगों की कमी पड़ गई। अब कम्युनिस्ट पार्टी के लगभग 50 लाख कार्यकर्ताओं को काम पर लगा दिया गया है।
दो महीने से स्कूल बंद
चीन के आठ राज्यों में लगभग दो महीने से स्कूल बंद हैं। ओमिक्रॉन वायरस के कारण संक्रमण बढ़ रहा है और केस बढ़ते ही जा रहे हैं। इसी वजह से स्कूल बंद हैं। अब इन राज्यों में सरकार ने आदेश दिया है कि प्राइमरी स्कूल के बच्चों का भी कोरोना टेस्ट किया जाए। इस वजह से बच्चों को घर से लाकर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
5 मई तक छुट्टी का आदेश
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन की सरकार ने 5 मई तक छुट्टी कर दी है। साथ ही, लोगों को आदेश दिए गए हैं कि वे अपने घर पर ही खाना बनाएं। इस दौरान, होटल और रेस्तरां बंद रहेंगे। फिलहाल, चीन में हर दिन 15 हजार कोरोना केस रोज आ रहे हैं। आने वाले समय में चीन के बीजिंग शहर में 15 हजार टेस्टिंग सेंटर पर लगभग 2.1 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट किए जाने की तैयारी है।

बम ने जहाज को बीच से दो टुकड़े में तोड़ दिया

बम ने जहाज को बीच से दो टुकड़े में तोड़ दिया
अखिलेश पांडेय  
वॉशिंगटन डीसी। यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच अमेरिका की वायुसेना ने युद्धपोतों को तबाह करने वाले नए स्‍मार्ट बम का परीक्षण किया है। यूएस एयरफोर्स ने एक वीडियो जारी करके दिखाया है कि किस तरह से 900 किलो के नए GBU-31/B ज्‍वाइंट डायरेक्‍ट अटैक बम ने एक जहाज को बीच से दो टुकड़े में तोड़ दिया। इस बम नए बम को ‘क्विकसिंक’ प्रोग्राम के तहत बनाया गया है। इस बम का परीक्षण मैक्सिको की खाड़ी में किया गया है।
इस वीडियो में नजर आ रहा है कि अज्ञात जहाज पानी के अंदर हिल रहा है और संभवत: धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। अमेरिकी एयरफोर्स की शोध प्रयोगशाला इस ‘क्विक सिंक’ प्रोग्राम को चला रही है। प्रयोगशाला ने द वार जोन को बताया कि यह जहाज एक पुराना कार्गोशिप था लेकिन उसके बारे में और ज्‍यादा डिटेल नहीं दिया। इस जहाज पर एक अमेरिकी वायुसेना अपने 900 किलो के GBU-31/B बम को गिराती है। बम के गिरते ही समुद्र में भूचाल सा आ जाता है और जलस्‍तर काफी बढ़ जाता है।
हर मौसम में सटीक हमला करने में सक्षम।
इस बम का असर इतना जोरदार होता है कि जहाज दो टुकड़े में बंट जाता है और देखते ही देखते तेजी से डूब जाता है। यूएस एयरफोर्स ने इस अभ्‍यास के दौरान पर्यावरण का ध्‍यान रखा। इस जहाज पर जब बम गिरता है तो ऐसा लगता है कि यह जहाज पर किसी भारी टारपीडो ने हमला किया। अमेरिकी वायुसेना ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से क्विक सिंक प्रोग्राम का ऐलान किया था। अमेरिकी वायुसेना चाहती थी कि उसे ऐसा बम मिले जिसमें टारपीडो की तरह से युद्धपोत को डूबोने की ताकत हो।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का क्विकसिंक बम एक मोडिफाइड GBU-31/B बम है जो जीपीएस से लैस है। इस बम अगले हिस्‍से पर एक सीकर लगा है जो उसे लक्ष्‍य की पहचान करने में मदद करता है। यह सीकर उसे हर मौसम में सटीक हमला करने में मदद करता है। इस बम की प्रभावी मारक क्षमता 24 किमी है। माना जा रहा है कि जब दुश्‍मन का एयर डिफेंस सिस्‍टम तबाह हो जाएगा तब इस बम का इस्‍तेमाल अमेरिकी वायुसेना दुश्‍मन के युद्धपोत को डूबोने के लिए करेगी।

फूट डालो राज करो की नीति ठीक नहीं: ममता

फूट डालो राज करो की नीति ठीक नहीं: ममता
मीनाक्षी लोढी 
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को ईद पर एक कार्यक्रम में कहा कि आज देश में जो फूट डालो राज करो की नीति चल रही है, वो ठीक नहीं है। अलगाव की राजनीति चल रही है, वो ठीक नहीं है। ईद के अवसर पर कोलकाता की रेड रोड पर करीब 14 हजार लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग हिंदू-मुसलमान को अलग करने की बात करते हैं, उनकी बात मत सुनिए।
सीएम ममता बनर्जी ने बारिश के पानी से भीगी रेड रोड पर ईद-उल-फ़ितर की नमाज के बाद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अच्छे दिन आएंगे, लेकिन ये झूठे वाले अच्छे दिन नहीं होंगे। अच्छे दिन आएंगे, सबके साथ आएंगे। सबको एक साथ में रहना है, एक साथ काम करना है। जो लोग गुमराह करने की बात करते हैं, हिंदू-मुसलमान को अलग करने की बात करते हैं, उनकी बात मत सुनिए। ममता बनर्जी ने वहां एकत्रित लोगों से भयभीत ना होने और बेहतर भविष्य के लिए एकजुट होने का आग्रह किया।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने इस मौके पर कहा कि देश में स्थिति सही नहीं है। फूट डालो और राज करो की नीति और देश में चल रही अलगाव की राजनीति सही नहीं है। लेकिन भयभीत न हों और लड़ाई जारी रखें। ममता ने आश्वासन दिया कि न तो मैं, न मेरी पार्टी और न ही मेरी सरकार ऐसा कुछ भी करेगी जिससे आप दुखी हों।
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमें ऐसे लोग बहुत गालियां देते हैं।
बहुत बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। मुझे कामयाबी और लड़ने की शक्ति आप लोगों ने दी है। ये इंसाफ की शक्ति है। अमन की शक्ति है। खुदा की शक्ति है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया देखती है कि बंगाल में जैसी एकजुटता है, वैसी पूरे हिंदुस्तान में कहीं नहीं है। इससे वो लोग जलते हैं। इसी वजह से मेरी बेइज्जती करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्हें करने दो। हम उनसे डरते नहीं हैं। हम डरपोक नहीं हैं। हम लड़ते हैं और लड़ना जानते हैं।
अपने संबोधन से पहले ममता बनर्जी ने ट्वीट करके ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने लिखा है कि सभी के लिए ढेर सारी खुशियां, शांति, संपन्नता और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हूं। प्रार्थना करें कि हमारी एकता और सद्भाव का बंधन और मजबूत हों। अल्लाह सबको नेमत बख्शे।

खोज: 40 लाख साल पहले का जीवाश्म मिला

खोज: 40 लाख साल पहले का जीवाश्म मिला
सुनील श्रीवास्तव 
जकार्ता। वैज्ञानिकों ने बोर्नियो द्वीप पर पत्ते के जीवाश्म की खोज की है। ये जीवाश्म द्वीप पर प्रमुख रूप से पाए जाने वाले वृक्ष डिप्टरोकार्प्स के हैं। लेकिन खास बात ये है कि वैज्ञानिकों को जो जीवाश्म मिला है, वह 40 लाख साल पहले का है। इससे वैज्ञानिकों ने ये निष्कर्ष निकाला है कि लगभग 40 लाख सालों से डिप्टरोकार्प्स ने वर्षावनों को घेर रखा है। ये पेड़ 60 मीटर तक लंबे हो सकते हैं। करीब 40-50 मीटर की ऊंचाई तक इनमें कोई शाखा नहीं होती है। अगर इन पेड़ों के होने तक डॉनासोर जिंदा होते तो सबसे बड़ा डायनासोर जिराफैटिटान जो 12 मीटर का होता था, वह भी उसकी पत्तियों तक न पहुंच पाता।
पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में एक अतंरराष्ट्री रिसर्च टीम ने पाया की द्वीप पर जिस तरह का लैंडस्केप आज है। उसी तरह 26 लाख से 53 लाख साल पहले प्लियोसीन युग के दौरान भी था। शोधकर्ता मानते हैं कि उनका निष्कर्ष गंभीर रूप से लुप्त हुई प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए और अधिक औचित्य जोड़ते हैं, जिनका ये कभी घर हुआ करता था।

एशिया के टापुओं पर थे डिप्टरोकार्प्स...
पेन स्टेट कॉलेज अर्थ एंड मिनरल साइंसेज में भूविज्ञान के प्रोफेसर पीटर विल्फ ने कहा, ‘ये पहली बार है जब पता चलता है कि बोर्नियों समेत एशिया के अन्य समुद्र तटीय क्षेत्रों में डिप्टरोकार्प्स के पेड़ मौजूद थे, बल्कि प्रभावशाली भी थे। हमें किसी भी अन्य पौधों के समूह की जगह डिप्टरोकार्प्स के जीवाश्म मिले हैं।’

पत्तियों से मिले बड़ी जानकारी...
इससे पहले शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च को बोर्नियो में पराग (Pollen) के जीवाश्म की रिसर्च तक सीमित कर रखा था। इस पराग के जरिए शोधकर्ता बोर्नियो के जंगल जीवन के बारे में रिसर्च कर रहे थे। लेकिन पराग उनके लिए उतना अच्छा विकल्प नहीं रहा, क्योंकि ये बेहद तेजी से गलते हैं। लेकिन पत्तियों के मिलने से पूरी इनफॉर्मेशन मिल सकती है।

सपा द्वारा असंतोष दूर करने की कोशिश: राजनीति

सपा द्वारा असंतोष दूर करने की कोशिश: राजनीति
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोट बैंक किसके साथ रहेगा। क्या समाजवादी पार्टी का एम+वाई (मुस्लिम-यादव) समीकरण बिखर जाएगा। अगर मुस्लिम वोट बैंक समाजवादी पार्टी से छिटका तो उनका दूसरा ठिकाना कौन बनेगा? इन तमाम सवालों के बीच रमजान का महीना गुजर गया। ईद के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में कई बदलावों की चर्चा की कानाफूसी हो रही है। इन कानाफूसी के बीच प्रदेश की राजनीति किस किनारे लगेगी, यह भविष्य बताएगा। 
फिलहाल, हर तरफ से अपने वोट बैंक को बचाने और खोए वोट बैंक को पाने की खींचतान चल रही है। उत्तर प्रदेश में भले ही चुनाव आने में करीब दो साल का समय हो, लेकिन अखिलेश यादव की बड़ी परीक्षा अगले कुछ माह में होने वाली है। आजम खान की नाराजगी के बहाने अल्पसंख्यक वोट बैंक में उपजे असंतोष को तमाम गैर-भाजपा राजनीतिक दल हवा देकर माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वहीं, अखिलेश यादव रोजा-इफ्तार पार्टियों के जरिए असंतोष को दूर करने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
आजम के मुद्दे ने बढ़ाया है प्रदेश का राजनीतिक तापमान
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक तापमान को आजम खान के मुद्दे ने काफी बढ़ा दिया है। अल्पसंख्यक समाज के भीतर अखिलेश यादव के रवैये पर एक नाराजगी साफ दिख रही थी। चाहे केंद्र हो या राज्य की भाजपा सरकार, उनकी नीतियों के खिलाफ अखिलेश ने उस प्रकार का विरोध नहीं दर्ज कराया, जिसकी उम्मीद यह समाज कर रहा था। नाहिद हसन हों या शहजिल इस्लाम, दोनों के ठिकानों पर बुलडोजर चला तो अखिलेश खुलकर सामने आकर विरोध नहीं कर पाए। कानून व्यवस्था के मसले पर होने वाली कार्रवाई के मामलों में भी अखिलेश का विरोध लोग सतही मानने लगे हैं। ऐसे में आजम खान के प्रवक्ता की ओर से उनके पार्टी और पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ नाराजगी का मामला सामने आया तो समाज को एक आवाज मिल गई। सुर में सुर मिले तो लखनऊ तक हिल गया।
अखिलेश ने लगातार रोजा-इफतार कार्यक्रमों में हुए हैं शामिल।
रोजा-इफ्तार के जरिए वोट बैंक का साधने की कोशिश
रमजान के महीने में राजधानी और अन्य स्थानों पर रोजा-इफ्तार कार्यक्रमों में अखिलेश यादव ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। पिछले दिनों में उन्हें दो से तीन ऐसे कार्यक्रमों में शिरकत करते देखा गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आजम खान की नाराजगी के साथ बढ़ रहे अल्पसंख्यक समुदाय के आक्रोश को कम करने के लिए इस प्रकार की कवायद की गई। इस दरम्यान प्रदेश के अन्य नेताओं की आवक इन कार्यक्रमों में नहीं दिखी। संकेतों में अखिलेश यादव, मायावती और कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते रहे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यूपी चुनाव परिणाम के बाद से लखनऊ की राजनीति में दिख ही नहीं रही हैं। ऐसे में अखिलेश अपने नाराज वोट बैंक को मनाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। वे जानते हैं कि अभी उनकी जगह को भरने वाला कोई दिख नहीं रहा।
इफ्तार कार्यक्रमों में पहले अखिलेश दिखता था अलग लुक
इफ्तार कार्यक्रमों में पहले अखिलेश दिखता था अलग लुक
टोपी-रुमाल का भी उठ रहा मुद्दा
अखिलेश यादव भले ही रोजा-इफ्तार में जमकर भागीदारी कर रहे हों, लेकिन उनके पहनावे का मुद्दा भी खासा जोर पकड़ रहा है। अखिलेश यादव की पुरानी रोजा-इफ्तार कार्यक्रमों की तस्वीरें देखेंगे तो उसमें वे सफेद टोपी और कंधे पर गमछा लिए दिख जाएंगे। इस बार वह लुक बदला हुआ दिखा। अखिलेश यादव पार्टी की टोपी यानी लाल टोपी में ही रोजा-इफ्तार कार्यक्रमों में नजर आए। इस पर भी मुस्लिम समाज में चर्चा का बाजार गर्म है कि अखिलेश यादव को भी हिंदू वोट बैंक की चिंता सताने लगी है। अगर उन्होंने लुक बदला तो इसे अलग रूप में पेश किया जाएगा। इसलिए, वे उनकी तरह नहीं दिखना चाहते हैं।
अखिलेश के पहले के लुक और बदले लुक की हो रही चर्चा
अखिलेश के पहले के लुक और बदले लुक की हो रही चर्चा
ईद के दिन आजम खान ने अपनी नाराजगी व्यक्त कर साफ कर दिया है कि समाजवादी पार्टी अब उनकी प्राथमिकता में नहीं है। पार्टी को उनकी चिंता नहीं है। ऐसे में आगे सुप्रीम कोर्ट में होने वाली जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें बेल मिलती है। वे बाहर आते हैं तो उनके अगले कदम पर हर किसी की नजर होगी। इलाहाबाद हाई कोर्ट के सीनियर वकील एस. फरमान नकवी के अनुसार, मुस्लिम समुदाय को नया विकल्प बनाना होगा। मतलब साफ है कि मुस्लिमों में अब सपा के विकल्प की तलाश होने लगी है। ऐसे में अगर आजम खान एक अलग राह पकड़ते हैं तो यह वर्ग उनके साथ जाता दिखाई दे सकता है।
लोकसभा चुनाव वर्ष 2024 में है और विधानसभा चुनाव वर्ष 2027 में। फिर अभी अखिलेश यादव की नाराजगी क्यों बढ़ी हुई है। इसको ऐसे समझिए, अगले कुछ माह में अखिलेश की बड़ी परीक्षा होने वाली है। इसमें अल्पसंख्यक वोट बैंक सबसे महत्वपूर्ण होगा। वह परीक्षा है आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा उप चुनाव। आजमगढ़ से अखिलेश यादव सांसद थे। वहीं, रामपुर से आजम खान। दोनों ने यूपी चुनाव 2022 के परिणाम के बाद अपनी सांसदी छोड़ दी। अब उप चुनाव में अगर अल्पसंख्यक वोट बैंक का बिखराव होता है।
अखिलेश यादव के खिलाफ यह वर्ग नाराज रहता है तो समाजवादी पार्टी की परंपरागत दोनों सीटों पर चुनाव परिणाम बदल सकता है। यह अखिलेश यादव के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर देगा। इसलिए, अखिलेश अभी इस वर्ग को किसी और पाले में जाने देने के मूड में नहीं है। वैसे, उन्हें लगता है कि वक्त के साथ नाराजगी भी दूर हो ही जाएगी, लेकिन तत्कालिक नाराजगी अगर बनी रही तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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