बुधवार, 27 अप्रैल 2022

इबादत स्थलों से 'लाउडस्पीकर' उतारने पर चर्चा

इबादत स्थलों से 'लाउडस्पीकर' उतारने पर चर्चा    

भानु प्रताप उपाध्याय         

मुजफ्फरनगर। जिला मुजफ्फरनगर का एक प्रतिनिधि मंडल जमीअत उलेमा, मौलाना नजर मोहम्मद के नेतृत्व में डीएम चंद्रभूषण सिंह से मिला। जिसमें जमीअत के पदाधिकारियों ने जिलें में इबादत स्थलों से लाउडस्पीकर उतारें जाने के सिलसिले में चर्चा की। मौलाना नजर मोहम्मद ने डीएम को बताया, कि पूरे जिले की मस्जिदों और धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को अनुमति होने के बावजूद उतरवाया जा रहा है। जिससे रमजान मुबारक के पवित्र महीने में खासतौर से अजान, सहरी और इफ्तार के वक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर जमीअत के पदाधिकारियों से डीएम ने कहा की यह एक कानूनी प्रक्रिया है और सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट के आदेशानुसार, किसी भी धर्म स्थल पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं है।

उन्होंने कहा कि सब इस कानूनी प्रक्रिया का पालन करें और जहां-जहां तेज आवाज के लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। उनकी आवाज़ धीमी करें। डीएम ने जमीअत के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि अपनी-अपनी तहसीलों में जाकर एसडीएम से लाउडस्पीकर की अनुमति प्राप्त कर लें। अगर इन नियमों का पालन सभी धर्मों के लोगों द्वारा या किसी कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा किया गया तो कहीं कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। जमीअत उलेमा के पदाधिकारियों ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि अपनी-अपनी मस्जिदों के लाउडस्पीकर को नीचे की ओर प्रशासन की अनुमति से लगाएं और धीमी आवाज में रखें। जिन मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगाने की परमिशन नहीं है। उनकी परमिशन अपने एसडीएम से प्राप्त कर लें। डेलिगेशन में प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना नज़र मुहम्मद क़ासमी, जिलाध्यक्ष मौलाना क़ासिम क़ासमी, मौलाना ताहिर क़ासमी, सलीम मलिक, कलीम त्यागी, कारी अब्दुल रहमान, फैसल खान आदि मौजूद रहे।

प्रयागराज: 2 युवकों की हत्या से फैली सनसनी

प्रयागराज: 2 युवकों की हत्या से फैली सनसनी  

बृजेश केसरवानी           
प्रयागराज। जनपद में हत्या की वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। थरवई थाना इलाके के खेवराजपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की गुत्थी अभी सुलझी नहीं थी, कि मीरापट्टी में दो लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। प्रयागराज में धूमनगंज थाना क्षेत्र के मीरापट्टी में दिन दहाड़े दो युवकों की हत्या से सनसनी फैल गई। धूमनगंज के कसारी में रहने वाले यासिर और सुल्तान दीपक नामक शख्स के घर आए थे। तभी किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी दौरान हुई फायरिंग में मौके पर ही यासिर और सुल्तान की मौत हो गई।
सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक यासिर, सुल्तान सहित दो अन्य लोग दीपक के घर आए थे। इसी दौरान प्लाट की रजिस्ट्री कराने को लेकर झगड़ा हुआ तो चारो लोगों ने असलहों से फायरिंग शुरू कर दी। दीपक ने एक पिस्टल छीनकर फायरिंग की जो यासिर और सुल्तान को लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से दो तमंचा और दो पिस्टल बरामद की हैं।

122 सालों के दौरान सबसे गर्म मार्च: हीटवेव

122 सालों के दौरान सबसे गर्म मार्च: हीटवेव
कविता उपाध्याय

नई दिल्ली। उत्तरी भारत के तमाम हिस्सों में फ़िलहाल लगभग हर कोई इस वक़्त एक जानलेवा हीटवेव का अनुभव कर रहा है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि भारत समेत पाकिस्तान में भी जानलेवा हीटवेव तैयार हो रही है। ये वो इलाका है जहां दुनिया के हर पांच में से एक व्यक्ति गुजर-बसर करता है।

पाकिस्तान के जैकबाबाद में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने का अनुमान है। यह धरती के सबसे गर्म स्थानों में से एक माने जाने वाले इस शहर में गर्मी के सर्वकालिक उच्चतम स्तर के नजदीक पहुंच रहा है। भारत की राजधानी दिल्ली भी 44-45 डिग्री सेल्सियस की तपिश से बेहाल है और यह अब तक के सबसे गर्म अप्रैल के आसपास ही है। वहींभारत के उत्तरी इलाकों के कुछ हिस्सों में पारा 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। हीटवेव से जुड़ी चेतावनियां जारी की जा रही हैं। जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि साल के शुरुआती महीनों में ही इतनी प्रचंड गर्मी खासतौर पर खतरनाक है।

पर्यावरण वैज्ञानिकों के एक ताजा विश्लेषण के मुताबिक हीटवेव का सीधा सम्बन्ध जलवायु परिवर्तन से है।

इंपीरियल कॉलेज लंदन की डॉक्टर मरियम जकरिया और डॉक्टर फ्रेडरिक ओटो ने पाया कि इस महीने के शुरू से ही भारत में जिस तरह की तपिश पड़ रही हैवह पहले ही एक आम बात हो चुकी है क्योंकि इंसान की गतिविधियों की वजह से वैश्विक तापमान लगातार बढ़ रहा है।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के ग्रंथम इंस्टीट्यूट में रिसर्च एसोसिएट डॉक्टर मरियम ने कहा "भारत में हाल के महीनों में तापमान में हुई बढ़ोत्तरी का बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन है। वैश्विक तापमान में वृद्धि में इंसान की गतिविधियों की भूमिका बढ़ने से पहले हम भारत में 50 वर्ष में कहीं एक बार ऐसी गर्मी महसूस करते थेजैसे कि इस महीने के शुरू से ही पड़ रही है लेकिन अब यह एक सामान्य सी बात हो गई है। अब हम हर 4 साल में एक बार ऐसी भयंकर तपिश की उम्मीद कर सकते हैं और जब तक प्रदूषणकारी तत्वों के उत्सर्जन पर रोक नहीं लगाई जाएगी तब तक यह और भी आम होती जाएगी।"

इंपीरियल कॉलेज लंदन के ग्रंथम इंस्टिट्यूट में जलवायु विज्ञान के सीनियर लेक्चरर डॉक्टर फ्रेडरिक ओटो ने कहा "भारत में मौजूदा हीटवेव जलवायु परिवर्तन की वजह से और भी गर्म हो गई है। ऐसा इंसान की नुकसानदेह गतिविधियों की वजह से हुआ है। इनमें कोयला तथा अन्य जीवाश्म ईंधन का जलाया जाना भी शामिल है। अब दुनिया में हर जगह हर हीटवेव के लिए यही मामला होता जा रहा है। जब तक ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन बंद नहीं होगातब तक भारत तथा अन्य स्थानों पर हीटवेव और भी ज्यादा गर्म तथा और अधिक खतरनाक होती जाएगी।"

डॉक्टर फ्रेडरिक ओटो वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन ग्रुप के नेतृत्वकर्ता हैं और टाइम मैगजीन ने वर्ष 2021 के सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों में उन्हें नामित किया था।

जिन तापमानों का पूर्वानुमान लगाया गया है वह मई-जून 2015 में भारत और पाकिस्तान में बड़ी जानलेवा हीटवेव के जैसे ही हैंजिनमें कम से कम 4500 लोगों की मौत हुई थी। जून 2015 की जानलेवा हीटवेव के दौरान नई दिल्ली हवाई अड्डे पर अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं उड़ीसा के झाड़सुगुड़ा में पारा 49.4 डिग्री सेल्सियस के सर्वोच्च स्तर पर जा पहुंचा था। पाकिस्तान के कराची में 45 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। वहींबलूचिस्तान और सिंध प्रांतों के अन्य कुछ शहरों में पारा 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

भारत में गुजरा मार्च का महीना पिछले 122 सालों के दौरान सबसे गर्म मार्च रहा। इस अप्रत्याशित गर्मी की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में गेहूं के उत्पादन में 10 से 35 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।

भारत के कुछ विशेषज्ञ जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न भीषण गर्मी से लोगों को राहत दिलाने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत पर भी जोर दे रहे हैं।

गुजरात इंस्टिट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर और कार्यक्रम प्रबंधक डॉक्टर अभियंत तिवारी ने कहा

"न्यूनीकरण संबंधी कदम उठाते वक्त भविष्य की वार्मिंग को सीमित करना बहुत आवश्यक है। तपिश के चरमबार-बार और लंबे वक्त तक चलने वाले दौर अब भविष्य के खतरे नहीं रह गए हैंबल्कि वे एक नियमित आपदा बन चुके हैं और अब उन्हें टाला नहीं जा सकता।"

"गर्मी से निपटने की हमारी कार्य योजनाओं में अनुकूलन के उपायों को भी सुनिश्चित करना आवश्यक होगा। जैसे कि जन अवशीतलन क्षेत्रनिर्बाध बिजली आपूर्ति की सुनिश्चिततासुरक्षित पेयजल की उपलब्धता और सर्वाधिक जोखिम वाले वर्ग में आने वाले श्रमिकों के काम के घंटों में विशेषकर अत्यधिक तपिश वाले दिनों में बदलाव किया जाना चाहिए।"

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर के निदेशक डॉक्टर दिलीप मावलंकर ने कहा :

"भारतीय मौसम विभाग भारत के 1000 शहरों के लिए अगले 5 वर्षों तक की अवधि में पूर्वानुमान परामर्श जारी कर रहा है। अहमदाबाद ऑरेंज अलर्ट वाले जोन में है और यहां तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है और इसमें वृद्धि भी हो सकती है।"

उन्होंने कहा "लोगों को इन परामर्श पर गौर करने की जरूरत है। घर के अंदर रहेंखुद को जल संतृप्त रखें और गर्मी से संबंधित बीमारी के सामान्य लक्षण महसूस करने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं। खास तौर पर बुजुर्गों और कमजोर वर्गों का ध्यान रखेंजैसा कि हमने कोविड-19 महामारी के दौरान रखा थाक्योंकि इन लोगों को घर के अंदर बैठे रहने पर भी हीट स्ट्रोक का असर हो सकता है।"

नगरों को रोजाना विभिन्न कारणों से होने वाली मौतों के आंकड़ों पर नजर रखनी चाहिए। खासकर अस्पतालों में दाखिल किए जाने वाले मरीज और एंबुलेंस को की जाने वाली कॉल के डाटा पर ध्यान देना चाहिए ताकि पिछले 5 वर्षों के डाटा से उसका मिलान किया जा सके और मृत्यु दर पर गर्मी के असर के वास्तविक संकेत को देखा जा सके।

"यह बहुत ही जल्दी आई हीटवेव है और इनकी वजह से मृत्यु दर भी आमतौर पर ज्यादा होती है क्योंकि मार्च और अप्रैल के महीनों में लोगों का गर्मी के प्रति अनुकूलन कम होता है और वे एकाएक तपिश को सहन करने के लिए तैयार नहीं होते। केंद्र और राज्य तथा नगरों की सरकारों को भी इस पर ध्यान देना चाहिए। खासतौर पर जब मौसम विभाग के अलर्ट ऑरेंज और रेड जोन की घोषणा करें तो उन्हें इस बारे में अखबारों में विज्ञापन के तौर पर चेतावनी प्रकाशित करानी चाहिए। इसके अलावा टेलीविजन और रेडियो के माध्यम से भी जनता को आगाह किया जाना चाहिए। यह एक चेतावनी भरा संकेत है कि आगामी मई और जून में क्या होने वाला है। अगर हम अभी से प्रभावी कदम उठाते हैं तो हम बड़ी संख्या में लोगों को बीमार होने और मरने से बचा सकते हैं।"

पश्चिम बंगाल में स्थानीय सरकार ने स्कूलों को यह सलाह दी है कि वे जल्द सुबह कक्षाएं शुरू करें और रिहाइड्रेशन साल्ट्स की व्यवस्था करें ताकि अगर कोई बच्चा बीमार हो जाए तो उसका समुचित उपचार हो सके। राज्य के कुछ स्कूलों ने तो ऑनलाइन क्लास शुरु कर दी है ताकि बच्चों को भयंकर तपिश में स्कूल ना आना पड़े। इसी बीचउड़ीसा में उच्च शिक्षा की कक्षाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है ।

जहां दक्षिण एशिया में इस हफ्ते तापमान के सर्वाधिक चरम पर पहुंच जाने की आशंका हैवही यह भी सत्य है कि सिर्फ यह उपमहाद्वीप ही इस वक्त ऐसी भयंकर गर्मी से नहीं जूझ रहा है। अर्जेंटीना और पराग्वे में भी तपिश अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। पराग्वे में आज तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है। वहींचीन में 38 डिग्री और तुर्की तथा साइप्रस में 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की संभावना है। जैसे-जैसे प्रदूषणकारी तत्वों के उत्सर्जन की वजह से तापमान और भी ज्यादा बढ़ेगाखतरनाक तपिश और भी ज्यादा सामान्य बात होती जाएगी।

निकाय की समस्याओं का समाधान, कन्ट्रोल रूम


निकाय की समस्याओं का समाधान, कन्ट्रोल रूम 
संदीप मिश्र
कानपुर। जिलाधिकारी नेहा जैन के मार्ग दर्शन एवं मुख्य विकास अधिकारी सौन्या पाण्डेय के निर्देशन में समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु निकाली गई नई पहल के तहत नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं के समस्याओं के समाधान हेतु कन्ट्रोल रूम की स्थापना कलेक्ट्रेट कार्यालय आईसीसीसी में की गयी है। जिसका स्लोगन है कि "आपका नगर आपके द्वार वन स्टाप सॉल्यूशन" है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि नागरिक निम्न नम्बर पर शिकायत कर अपना समाधान 24 घण्टे में पा सकते है। इसके लिए मोबाइल नम्बर 7388074008 को जारी किया गया है। कंट्रोल रूम पर सभी ग्रामवासी एवं आम जनमानस प्रातः 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक अपनी समस्या बता सकते है।
इसी प्रकार मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी अधिशाषी अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए है कि सभी नगर पंचायतों में एक सुझाव पेटिका लगाई जाए ताकि जनपद के नागरिक  अपने अपने सुझाव पेटिका में डाल सके ताकि उनके सुझावों को जमीनी स्तर पर करते हुए नगर पंचायतों को और सुद्रण बना सके। जिलाधिकारी के मार्गदर्शन एवं मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में जनपद में एक विशेष पहल की गई है जिससे जनपद के नागरिक जनपद की साइट https://kanpurdehat.nic.in/ पर सुझावों को ऑनलाइन माध्यम से भी भेज सकते है जिसका त्वरित निस्तारण करवाया जाएगा। इसी प्रकार मुख्य विकास अधिकारी समस्त अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपनी अपनी नगर पंचायतों में वार्ड मेंबरों से संपर्क करते हुए वार्डों में वार्ड चौपाल लगाए जाए। ताकि वार्डों में उत्पन्न हो रही समस्याओं का भी निस्तारण कराया जा सके। अतिक्रमण, गन्दगी और अन्य समस्याओं के मद्देनजर मुख्य विकास अधिकारी ने इस महत्वपूर्ण अभियान की शुरूआत की है। ताकि नगरीय क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके, जिस भी नगर क्षेत्र की समस्या इस नम्बर पर आयेगी तुरन्त ही वहां के अधिशाषी अधिकारी को समस्या से अवगत कराकर त्वरित समाधान के लिए निर्देशित किया जायेगा।

ड्रोन से फसलों की निगरानी, कीटनाशक छिड़काव

ड्रोन से फसलों की निगरानी, कीटनाशक छिड़काव

आदर्श श्रीवास्तव 
शाहजहांपुर। खेती-बाड़ी में लगातार नई तकनीकों का इजाफा हो रहा है। इन्हीं नई तकनीकों में अब ड्रोन की मदद से खेती-बाड़ी की जाएगी। ड्रोन की मदद से फसलों की निगरानी के साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराने की व्यवस्था की जा रही है। शासन ने सभी जिला गन्ना अधिकारियों को पत्र जारी कर ड्रोन खरीदने के निर्देश दिए हैं। शासन से निर्देश मिलने के बाद जिला स्तर पर ड्रोन खरीदने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
जनपद की समितियां ड्रोन खरीदेगी, जिसके माध्यम से पोषक तत्वों, कवक नाशी एवं कीटनाशी रसायनों का छिड़काव किया जाएगा। चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव श्संजय आर भूसरेड्डी जिला गन्ना अधिकारियों से ड्रोन खरीदने के लिए प्रस्ताव मांगा, जिस पर विभाग ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेज दिया है। जनपद में चार ड्रोन खरीदे जायेंगे। दो सहकारी गन्ना विकास समिति पुवायां और दो ड्रोन सहकारी गन्ना विकास समिति रोज़ा से खरीदे जायेंगे।
इस नई तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को फायदा होगा। कम समय मे अधिक क्षेत्रफल पर छिड़काव हो जायेगा, मजदूरों की समस्या से भी निजात मिलेगा। इसके साथ ही फसल पर समान रुप से छिड़काव से अच्छी उपज मिलेगी। किसानों को अधिक उपज मिले इसके लिये जरूरी हो जाता है कि नवीनतम तकनीक का खेती में प्रयोग किया जाए।
ड्रोन तकनीक का प्रयोग इनमें से एक बेहतर विकल्प है। ड्रोन के उपयोग से बड़े क्षेत्रफल पर कम समय में कीटनाशक दवाओं एवं पोषक तत्वों का छिड़काव किया जा सकता है। इसके साथ ही फसल की निगरानी भी आसानी से की जा सकेगी। मानव सेहत एवं पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्परिणाम को भी कम किया जा सकेगा। ड्रोन के उपयोग से उत्पादन लागत भी कमी आएगी। इससे लागत में कमी के साथ ही समय की बचत होगी।
बड़ी फसल में छिड़काव के लिए कारगर होगा ड्रोन
जब गन्ने की फसल बड़ी हो जाती है। ऐसे में किसानों को दवाओं का छिड़काव करने में काफी दिक्कतें होती है। अब ड्रोन व्यवस्था शुरू होने से छिड़काव में काफ़ी मदद मिलती है। सबसे खास बात सीमित समय मे अधिक छिड़काव होगा।
जनपद की पुवायां और रौजा में दो दो समितियों पर ड्रोन खरीदी जाएगी। ड्रोन संचालन के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जब भी कोई किसान ड्रोन की मांग करेगा, इस पर सम्बन्धित कर्मचारी खेत पर गतिविधि पूरी करेगा। इसके लिए किसानों को निर्धारित शुल्क चुकाना होगा। हालांकि इसको लेकर एक गाइडलाइन भी आनी है। गाइडलाइन के अनुसार ड्रोन का संचालन किया जाएगा।
जनपद में चार ड्रोन खरीदे जाएंगे, जिसका प्रस्ताव शासन में भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही ड्रोन की खरीदारी कर ली जाएगी। नई तकनीकी खेती में ड्रोन की अहम भूमिका रहेगी—डॉ. खुशीराम, जिला गन्ना अधिकारी।

यात्री वाहन का निर्यात 5,77,875 इकाई तक पहुंचा

यात्री वाहन का निर्यात 5,77,875 इकाई तक पहुंचा   

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। 2021-22 में भारत से यात्री वाहन निर्यात में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जिसमें मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) 2.3 लाख से अधिक इकाइयों के साथ आगे रही। आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 में कुल यात्री वाहन (PV) का निर्यात 5,77,875 इकाई रहा। जबकि 2020-21 में यह आंकड़ा 4,04,397 इकाई रहा।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के आंकड़ों के अनुसार, यात्री वाहन खंड में निर्यात में 42 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,74,986 इकाई।
जबकि उपयोगिता वाहन खंड में 46 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,01,036 इकाइयों को देखा गया।
वित्त वर्ष 2021-22 में वैन निर्यात बढ़कर 1,853 इकाई हो गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 1,648 इकाई था। निर्यात के मामले में, Maruti Suzuki India (MSI) सूची में सबसे ऊपर है, उसके बाद Hyundai Motor India और Kia India हैं। एमएसआई (MSI) ने इस दौरान 2,35,670 यात्री वाहनों का निर्यात किया, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में दोगुने से भी अधिक है।

कम बचत, बन सकता हैं बड़ा फंड: एलआईसी

कम बचत, बन सकता हैं बड़ा फंड: एलआईसी

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ( LIC ) हाल ही में
कई क्रांतिकारी योजनाएं लेकर आई है। जहां कम बचत करके बड़ा फंड बनाया जा सकता है। बुधवार को हम आपको एलआईसी के सबसे लोकप्रिय प्लान में से एक के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके अलावा, किसान समुदाय भी इसका लाभ उठा सकता है तक, जानिए कैसे एक्ट विभिन्न मुद्दों को संबोधित करता है ?
Rs.लगभग रु. की मामूली मासिक किश्त जमा करने पर हर साल 22,500. 2500. इस योजना का नाम जीवन आनंद पॉलिसी है जिसे आज के युग में LIC की सबसे लोकप्रिय पॉलिसी में से एक के रूप में भी जाना जाता है। यहां आपको हर साल एक निश्चित रकम मिलेगी और इसके साथ ही आपको अपने पैसे की सुरक्षा की पूरी गारंटी भी मिलती है।

कम बजट, आकर्षित फोन इंफिनिक्स स्मार्ट 6

कम बजट, आकर्षित फोन इंफिनिक्स स्मार्ट 6 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अगर आप कम बजट में सस्ता मोबाइल फोन खरीदनी सोच रहें हैं तो हम आपके लिए ऐसा मोबाइल फोन लेकर आएं हैं। कम बजट के साथ ही आकर्षित स्मार्ट फोन फिलहाल में ही इंफिनिक्स ने अपने नए स्मार्टफोन इंफिनिक्स स्मार्ट 6 को भारत में लॉन्च कर दिया है। ये बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन है, जिसकी कीमत 8 हजार रुपये से कम है। इस हैंडसेट में बड़ा एचडी+ डिस्प्ले और 8MP कैमरा सेटअप दिया गया है। इसके अलावा फोन में मीडियाटेक हीलियो A22 प्रोसेसर और 5000mAh की बैटरी मिलती है।
भारत में इंफिनिक्स स्मार्ट 6 के 2GB + 64GB वेरिएंट की कीमत 7499 रुपये है। इस स्मार्टफोन को 6 मई से एक्सक्लूसिव तौर पर फ्लिपकार्ट पर खरीदा जा सकता है। बता दें कि यह स्मार्टफोन को चार कलर ऑप्शंस- पोलर ब्लैक, हार्ट ऑफ ओशन, लाइट सी ग्रीन और स्टाररी पर्पल में पेश किया गया है।
इंफिनिक्स स्मार्ट 6 में 6.82-इंच का एचडी+ एलसीडी डिस्प्ले है, जिसमें वॉटरड्रॉप नॉच और 500nits ब्राइटनेस दी गई है। इस हैंडसेट में मीडियाटेक हीलियो A22 प्रोसेसर और PowerVR GPU है। इसमें 2GB रैम और 64GB इंटरनल स्टोरेज है, जिसे माइक्रो-एसडी कार्ड के जरिए 512GB तक बढ़ाया जा सकता है। यह 2GB एक्सटेंडेड रैम फीचर को भी सपोर्ट करता है, जिससे इसे 4GB तक बढ़ाया जा सकता है।

लड़ाई रोकने के लिए वार्ता पर जोर देना होगा

लड़ाई रोकने के लिए वार्ता पर जोर देना होगा

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन में संघर्ष से निपटने का सर्वश्रेष्ठ तरीका ‘‘लड़ाई रोकने और वार्ता पर’’ जोर देना होगा। साथ ही, संकट पर भारत का रुख इस तरह की किसी पहल को आगे बढ़ाना है। भारत की विदेश नीति एवं भू-आर्थिक सम्मेलन ‘रायसीना डॉयलॉग’ में एक परिचर्चा सत्र में एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह कहा।
जयशंकर ने यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई पर भारत के रुख की आलोचना का मंगलवार को विरोध करते हुए कहा था कि पश्चिमी शक्तियां पिछले साल अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम सहित एशिया की मुख्य चुनौतियों से बेपरवाह रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने यूक्रेन मुद्दे पर कल काफी वक्त बिताया और मैंने न सिर्फ यह विस्तार से बताने की कोशिश की कि हमारे विचार क्या हैं, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि हमें लगता है कि आगे की सर्वश्रेष्ठ राह लड़ाई रोकने, वार्ता करने और आगे बढ़ने के रास्ते तलाशने पर जोर देना होगा। हमें लगता है कि हमारी सोच, हमारा रुख उस दिशा में आगे बढ़ने का सही तरीका है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने यूक्रेन पर हुए हमले की अब तक सार्वजनिक रूप से निंदा नहीं की है और वार्ता एवं कूटनीति के जरिये संघर्ष का समाधान करने की अपील करता रहा है। जयशंकर ने अपने संबोधन में भारत की आजादी के बाद के 75 वर्षों के संघर्ष के बारे में चर्चा की और इस बात को रेखांकित किया कि देश ने दक्षिण एशिया में लोकतंत्र को बढ़ावा देने में किस तरह से भूमिका निभाई है।
विदेश मंत्री ने मानव संसाधन और विनिर्माण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिए जाने का जिक्र किया और कहा कि विदेश नीति के तहत बाहरी सुरक्षा खतरों पर शायद ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। जयशंकर ने इस सवाल पर कि अगले 25 वर्षों की प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए, कहा कि सभी संभावित क्षेत्रों में क्षमता निर्माण पर मुख्य रूप से जोर होना चाहिए।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम कौन हैं, इस बारे में हमें आश्वस्त रहना होगा। मुझे लगता है कि हम कौन हैं… इस आधार पर विश्व के देशों से बात करना बेहतर होगा। ’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत अपनी प्रतिबद्धताओं, जिम्मेदारियों और अगले 25 वर्षों में अपनी भूमिकाओं के संदर्भ में अत्यधिक अंतरराष्ट्रीय होगा।

'भारतीय पोस्‍ट ऑफिस' में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां

'भारतीय पोस्‍ट ऑफिस' में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। नौकरी की तलाश कर रहे उम्‍मीदवारों के लिए अच्‍छी खबर है। भारतीय पोस्‍ट ऑफ‍िस में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां हैं।इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इच्‍छुक और योग्‍य उम्‍मीदवार आधिकार‍िक वेबसाइट indiapost.gov.in पर जाकर इससे संबंधित विस्‍तृत नोटिफिकेशन देख सकते हैं। नोटिफिकेशन के अनुसार ग्रुप-सी पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 9 मई है। वहीं, इस भर्ती अभ‍ियान के जर‍िये कुल 9 पदों पर नियुक्‍त‍ियां होंगी। ऐसे में उम्‍मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह जल्‍द से जल्‍द पदों पर आवेदन करें और आखिरी तारीख का इंतजार ना करें।

भर्ती का विवरण: मेकेनिक (मोटर वेहिकल): 5, इलेक्‍ट्र‍िकल: 2, टायरमैन: 1, ब्‍लैकस्‍मिथ: 1।

योग्‍यता: शैक्षणिक योग्‍यता: किसी भी मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से 8वीं पास हो और साथ में संबंधित ट्रेड में सर्ट‍िफ‍िकेट हो। उम्‍मीदवार के पास एक साल का अनुभव भी होना चाहिए। जो उम्‍मीदवार मेकेनिक (मोटर गाडी) के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनके पास हेवी वेहिकल का ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।

उम्र सीमा: इन पदों के लिए 18 से 40 साल के उम्‍मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

चयन प्रक्र‍िया: उम्‍मीदवारों का चयन कांपेटेटिव ट्रेड टेस्‍ट के आधार पर होगा।

ऐसे करें आवेदन: उम्‍मीदवारों को नोटिफिकेशन में दिये निर्देश के अनुसार आवेदन फॉर्म भरना होगा और उसे नीचे दिये गए पते पर भेजना होगा।

गाजियाबाद: कॉलेज की लिफ्ट गिरने से विद्यार्थी घायल

गाजियाबाद: कॉलेज की लिफ्ट गिरने से विद्यार्थी घायल

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद में लालकुंआ के पास स्थित एक कॉलेज की लिफ्ट गिरने से 8 स्टूडेंट्स घायल हो गए और तीन की हालत गंभीर है। यह जानकारी पुलिस ने दी। मसूरी थानान्तर्गत गाजियाबाद में हुए इस हादसे में घायल छात्रों में से कुछ के पैर टूट गए। रोजाना की तरह ही बुधवार को भी छात्र लिफ्ट का इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन यह अचानक से टूट गई। जिस वक्त हादसा हुआ और लिफ्ट टूटी उस वक्त उसमे 8 छात्र सवार थे। वो इस बड़ी दुर्घटना का शिकार हो गए। घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है तो वहीं कुछ लोगों को मामूली चोट आई है।

मसूरी थाने के एसएचओ ने बताया कि यह हादसा कुछ देर पहले ही हुआ, लेकिन कॉलेज की ओर से पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई थी। बल्कि पुलिस ने खुद इस मामले में संज्ञान लिया हैै।एसएचओ ने बताया कि पुलिस की टीम अभी मौके पर पहुंची है। 8 घायल छात्रों में से 3 की हालत गंभीर है और 5 घायल है। इन्हें पास के कोलंबिया एशिया अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है और पुलिस फिलहाल मामले की जांच करेगी। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा की आखिर यह हादसा कैसे हुआ।

दिवंगत किसान के परिजनों से मुलाकात की

दिवंगत किसान के परिजनों से मुलाकात की   

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। नवा रायपुर के प्रभावित किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत ने बरौदा गांव पहुंचे। आंदोलन के दौरान मौत का शिकार हुए गांव के दिवंगत किसान सियाराम पटेल के परिजनों से टिकैत ने मुलाकात की। बता दें कि राकेश टिकैत नवा रायपुर में बुधवार को नवा रायपुर प्रभावित किसानों के पंचायत में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। 
एयरपोर्ट में पत्रकारों से चर्चा में टिकैत ने कहा कि सरकार को समाधान के लिए चिट्ठी लिखी है। सरकार ने पहले कहा था और किसान अब उसी की मांग कर रहे।‌‌ किसान को जो भी मिलेगा एक बार ही मिलेगा। टिकैत ने कहा कि किसानों की मांग जायज है। हम सरकार से भी बात करेंगे। दो दिन रहेंगे तो बात करेंगे। इस दौरान उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के चुनाव लड़ने की चर्चा पर कहा कि संयुक्त मोर्चा कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। कोई अकेला लड़े वो अलग बात है।

7,442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियां बनाई

7,442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियां बनाई 

संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 7,442 मदरसों की जांच के लिए सरकार ने कमेटियां बनाई गई हैं। मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें 15 मई तक जांच पूरी कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया हैरजिस्ट्रार एसएन पांडेय के मुताबिक इस जांच में यह देखा जाएगा कि इन मदरसों की भौतिक अवस्थापना सुविधाएं कैसी हैं। भूमि, भवन, किरायानामा आदि की जांच की जाएगी। वास्तव में मदरसों में कमरों आदि की वास्तविक स्थिति क्या है, इसका परीक्षण होगा ?
मान्यता के अभिलेखों का भी परीक्षण होगा। संपूर्ण जांच के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। नगरीय क्षेत्र के मदरसों की जांच कमेटी के अध्यक्ष उपजिलाधिकारी होंगे।

मुस्लिम का दिल, हिंदू के सीने में ट्रांसप्लांट किया

मुस्लिम का दिल, हिंदू के सीने में ट्रांसप्लांट किया

इकबाल अंसारी
अहमदाबाद। आपसी सौहार्द की नजीर पेश करता हुआ एक मामला गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है। यहां ब्रेन डेड हो चुके एक मुस्लिम शख्स का दिल जरूरतमंद हिंदू व्यक्ति के सीने में ट्रांसप्लांट किया गया। ऑपरेशन के दौरान एक तरफ मुस्लिम परिवार नमाज पढ़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ प्रार्थनाओं का दौर भी जारी था। दरअसल, कच्छ निवासी 25 वर्षीय आमिर (परिवर्तित नाम) 23 अप्रैल को एक्टिवा चलाते समय सामने से आ रही दूसरी एक्टिवा से टकरा गया था। हादसे के बाद उसके परिवार के सदस्य तुरंत उसे पास के अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने के कारण उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि आमिर को मेडिकल जांच के बाद हमारे अस्पताल लाया गया। जांच में पता चला कि उसका ब्रेन डेड हो चुका है। उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था, लेकिन उसके शरीर के अंग पूरी तरह से काम कर रहे थे। हमें लगा कि उसके अंग दूसरे जरूरतमंद रोगियों के लिए बहुत काम के साबित हो सकते हैं। हमने जांच शुरू की। इस बीच डॉक्टरों की टीम ने आमिर के परिवार को अंगदान का महत्व समझाया और परिवार अंगदान करने के लिए तैयार हो गया। शरीर से दिल निकालने के बाद सिम्स अस्पताल में 52 वर्षीय व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किया गया।
बता दें कि अहमदाबाद के विधायक ग्यासुद्दीन शेख लंबे समय से इस तरह के अंग दान की मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में यह पहली बार है, जब किसी मुस्लिम व्यक्ति ने अंगदान किया है। रमजान के महीने में यह बहुत बड़ा दिन है। हम लंबे समय से ब्रेन डेड व्यक्ति के परिवारों को अंगदान के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे थे। हमारे समुदाय में अंगदान ना करने की कई मान्यताएं है, जो गलत हैं।

पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक: कोरोना

पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक: कोरोना

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। देश में बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिला है। कुछ राज्यों में तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। कोरोना संक्रमण पर मोदी सरकार लगातार नजर बनाए हुए हैं। केंद्र सरकार इसको लेकर अलर्ट पर है। इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने बुधवार को कई मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान पीएम ने कहा कि बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है और जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करता हूं।

मोदी ने आगे कहा कि स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं। पिछले कुछ महीने में इन वैरिएंट्स से मामले बढ़े हैं। हम भारत में कई देशों की तुलना में हालात पर नियंत्रण रखा है।

यूपी: कोरोना के कुल 1,316 एक्टिव मामलें

यूपी: कोरोना के कुल 1,316 एक्टिव मामलें   

संदीप मिश्र  

लखनऊ। प्रदेश में अब तक कुल 11,07,90,314 सैंपल की जांच की गयी हैं। उन्होंने बताया कि विगत 24 घंटों में 162 लोग तथा अब तक कुल 20,48,482 लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं। उन्होने बताया कि प्रदेश में कोरोना के कुल 1,316 एक्टिव मामलें है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि प्रदेश में एक दिन में कुल 91,673 सैंपल की जांच की गई। कोरोना संक्रमण के 203 नये मामले आये हैं। प्रदेश में अब तक कुल 11,07,90,314 सैंपल की जांच की गयी हैं। उन्होंने बताया कि विगत 24 घण्टों में 162 लोग तथा अब तक कुल 20,48,482 लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं। उन्होने बताया कि प्रदेश में कोरोना के कुल 1316 एक्टिव मामले है।

प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में कल 25 अप्रैल, 2022 को एक दिन में 6,28,582 वैक्सीन की डोज दी गयी है। उन्होने बताया कि प्रदेश में कल तक 18 वर्ष से अधिक लोंगों को कुल पहली डोज 15,29,30,105 तथा दूसरी डोज 12,92,53,264 दी गयी। उन्होंने बताया कि 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग को कल तक कुल पहली डोज 1,32,76,218 तथा दूसरी डोज 90,15,198 दी गयी है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग को कल तक कुल पहली डोज 44,23,810 तथा दूसरी डोज 1,04,615 दी गयी। कल तक 27,09,612 प्रीकॉशन डोज दी गयी है। उन्होंने बताया कि कल तक कुल मिलाकर 31,17,12,822 वैक्सीन की डोज दी गयी है।

दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए

दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए   

मो. रियाज        

गर्मी के दिनों में दही-प्याज की सब्जी खाना सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है। दही और प्याज दोनों की तासीर ही ठंडी होती हैै। ऐसे में दोनों का कॉम्बिनेशन तेजी से बढ़ते पारे के बीच शरीर को ठंडा रखने में बेहद मददगार होता है। समर सीजन में हम सभी रोजाना किसी न किसी रूप में दही खाते हैं जिससे शरीर स्वस्थ्य रहे। अगर आप रूटीन सब्जियों से बोर हो गए हैं तो इस बार दही-प्याज की सब्जी ट्राई कर सकते हैं। इसे बनाना आसान है और ये स्वाद से भरपूर रेसिपी है। इस रेसिपी की सबसे बड़ी बात है कि इसमें प्याज के अलावा अन्य किसी सब्जी की जरूरत भी नहीं पड़ती हैै।
कई बार ऐसा होता है कि घर में बनाने के लिए कोई सब्जी नहीं रहती है। ऐसी सूरत में भी दही-प्याज की सब्जी बनाई जा सकती है। ये झटपट तैयार हो जाती है। आप घर में हमारी बतायी रेसिपी की मदद से इसे आसानी से बना सकते हैं।

दही-प्याज की सब्जी बनाने के लिए सामग्री...

दही – 250 ग्राम
प्याज – 1
जीरा – 1/2 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
कसूरी मेथी – 1/4 टी स्पून
हरी मिर्च कटी – 4
हल्दी – 1/4 टी स्पून
फीकी बूंदी – 1/2 कटोरी
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार 4

दही-प्याज की सब्जी बनाने की विधि...
दही और प्याज की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में दही डालें और उसे मथ लें. इसके बाद एक कड़ाही में तेल डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। तेल जब गर्म हो जाए तो उसमें जीरा डालकर तड़का लगाएं। इसके पूर्व प्याज को स्लाइस में काटकर रख लें। जब जीरा तड़कने लगे तो उसमें प्याज डालकर 2 से 3 मिनट तक भूनें। जब प्याज का रंग ब्राउन हो जाए तो उसमें बारीक कटी हरी मिर्च डाल दें और फ्राई करेंं।

लगभग एक मिनट के बाद प्याज के मिश्रण में दही डाल दें और इसे 5-6 मिनट तक पकने दें। इसके बाद सब्जी में हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर करछी की सहायता से सब्जी में अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद सब्जी में फीकी बूंदी, गरम मसाला और कसूरी मेथी डालकर मिलाएं। कुछ देर तक इसे चलाते हुए पकाएं फिर गैस बंद कर दें। इस तरह आपकी स्वादिष्ट दही प्याज की सब्जी बनकर तैयार हो चुकी है। इसे रोटी या चावल के साथ सर्व करें।

‘यात्री निवास’ पर सुरक्षा की तैयारियों का जायजा

‘यात्री निवास’ पर सुरक्षा की तैयारियों का जायजा 

इकबाल अंसारी  

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने आगामी अमरनाथ तीर्थयात्रा के मद्देनजर, मंगलवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि डीजीपी ने रामबन जिले का दौरा किया और चंद्रकोट में बनने वाले ‘यात्री निवास’ पर सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लिया।

इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनिहाल क्षेत्र में ट्रांजिट शिविर पर भी सुरक्षा की समीक्षा की। प्रवक्ता ने कहा कि सिंह ने चंद्रकोट में नगर प्रशासन, सेना, सीआरपीएफ और जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर वर्तमान सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।

दुष्‍कर्म में बिहार के इंजीनियर को उम्र कैद सजा

दुष्‍कर्म में बिहार के इंजीनियर को उम्र कैद सजा
अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। एक नाबालिग से दुष्‍कर्म के मामले में पॉक्‍सो की विशेष अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने बिजली विभाग के एक इंजीनियर और पीड़िता की मौसी को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई है। कोर्ट ने नाबालिग से दुष्‍कर्म के मामले में बिहार बिजली विभाग के इंजीनियर को उम्र कैद की सजा सुनाई है। वहीं, बलात्‍कार पीड़िता की मौसी को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। दोषी करार पीड़िता की मौसी पर बच्‍ची को बहला-फुसला कर इंजीनियर के आवास पर काम करने के लिए भेजने का आरोप था। कोर्ट ने तेजी से सुनवाई करते हुए मामले का काफी कम समय में निपटारा कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, पटना के बिजली विभाग के एक इंजीनियर को नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म करने के आरोप में न्यायालय द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। इस मामले में पीड़िता की मौसी को भी 20 साल तक जेल में रहना होगा। ढाई साल पुराने इस मामले में पटना की पॉक्सो अदालत द्वारा यह फैसला सुनाया गया है। दोषी राजू कुमार बिजली विभाग में सहायक इंजीनियर के पद पर तैनात था। अदालत द्वारा दोषी इंजीनियर पर 1.10 लाख रुपये और महिला पर 10 हज़ार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
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पीड़िता को मुआवजा राशि
अदालत ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव को बिहार सरकार से मुआवजे के तौर पर साढ़े सात लाख पीड़िता को देने का भी आदेश दिया है। न्यायालय द्वारा मुआवजे और जुर्माने की कुल राशि पीड़िता को सौंपे जाने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में जिस अभियंता को सजा मिली है, वह वैशाली जिले के हाजीपुर थाना क्षेत्र के पूर्वी इस्‍माइलपुर निवासी राजू कुमार है, जबकि मौसी का नाम सीमा देवी उर्फ आरती देवी है।
वर्ष 2019 की है घटना
विशेष लोक अभियोजक सुरेश चंद्र प्रसाद ने बताया कि यह घटना 2 नवंबर 2019 की है। इससे संबंधित केस पटना के महिला थाना में दर्ज हुआ था। नाबालिग की मौसी सीमा देवी उसे यह कह कर दानापुर ले आई थी कि सहायक विद्युत अभियंता राजू कुमार ने नया मकान किराए पर लिया है। उसमें सफाई करनी है। वहां जाने पर अभियंता ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। घटना में नाबालिग की मौसी सीमा देवी की संलिप्तता भी स्पष्ट रूप से सामने आई है। साल 2019 में राजू कुमार दानापुर दीघा में विद्युत बोर्ड में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत था।

लोन दिलाने के नाम पर 3.5 लाख रुपये हड़पे

लोन दिलाने के नाम पर 3.5 लाख रुपये हड़पे
अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। शास्त्रीनगर निवासी कारोबारी वागेश कौशिक से एक करोड़ रुपये का लोन दिलाने के नाम पर परिचित ने 3.5 लाख रुपये हड़प लिए। लोन न होने पर वागेश ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वागेश ने मामले में एसएसपी से शिकायत की है।

वागेश कौशिक ने बताया कि वह सोलर इंस्टालेशन का कारोबार करते हैं। उन्हें कारोबार के लिए एक करोड़ रुपये की जरूरत थी। उनके फूफा के मेडिकल स्टोर पर मुकेश कुमार लंबे समय से काम कर रहा था। लोन की बात सुनकर उसने लोन करवाने की बात कही। आरोप है कि मुकेश ने लोन कराने के लिए उनसे साढ़े तीन लाख रुपये ले लिए। उसमें से मुकेश ने 70 हजार रुपये अपनी परिचित अंजली त्यागी को दिलवाए थे। तय समय में जब लोन नहीं मिला तो उन्होंने मुकेश से अपनी रुपये वापस मांगे। इसके लिए वह मुकेश के घर भी गए। इस नाराज होकर मुकेश ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उन पर तमंचा तान दिया और रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। कविनगर थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।

आरोप: भारत के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट जारी

आरोप: भारत के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट जारी

अखिलेश पांडेय  

वाशिंगटन डीसी। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की वार्षिक रिपोर्ट पर नाखुशी जतायी और आरोप लगाया यह भारत के खिलाफ पक्षपातपूर्ण है। इस रिपोर्ट में राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को धार्मिक स्वतंत्रता के दर्जे के संबंध में भारत, चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और 11 अन्य देशों को ‘‘खास चिंता वाले देशों’’ की सूची में डालने की सिफारिश की गयी है। भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की ताजा वार्षिक रिपोर्ट पर नाखुशी जतायी और आरोप लगाया कि यह भारत के खिलाफ पक्षपातपूर्ण है।

इस रिपोर्ट में राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को धार्मिक स्वतंत्रता के दर्जे के संबंध में भारत, चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और 11 अन्य देशों को ‘‘खास चिंता वाले देशों’’ की सूची में डालने की सिफारिश की गयी है। हालांकि, अमेरिकी सरकार इस सिफारिश को मानने के लिए बाध्य नहीं है।

अमेरिका स्थित नीति अनुसंधान एवं जागरूकता संस्थान ‘फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) के सदस्य खंडेराव कंड ने आरोप लगाया, ‘‘भारत पर यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट पक्षपातपूर्ण है….।’’
उन्होंने कहा कि भारत का नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) ऐसा कानून है जो उन शरणार्थियों को नागरिकता देता है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान तथा बांग्लादेश से धार्मिक रूप से प्रताड़ित रहे हैं, लेकिन यह मानने के बजाय इसे लोगों की नागरिकता छीनने के तौर पर दिखाया गया।
खंडेराव ने कहा कि इसी तरह रिपोर्ट में यह जिक्र नहीं किया गया है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) भारत की अदालत के आदेश के अनुरूप लागू की जा रही है और लोकतांत्रिक देशों में यह आम है।
‘ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा’ (जीकेपीडी) के संस्थापक सदस्य जीवन जुत्शी ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि रिपोर्ट में केवल कश्मीर के मुसलमानों का हवाला दिया गया है लेकिन कश्मीरी पंडित हिंदुओं को नजरअंदाज कर दिया गया, जो उनके आतंकवाद के पीड़ित रहे हैं। इसमें यह जिक्र नहीं किया गया कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद स्थिति सामान्य हुई है।

कैलिफोर्निया में ‘खालसा टुडे’ के मुख्य संपादक सुखी चहल ने कहा, ‘‘विदेश में कुछ भारत विरोध ताकतों और खालिस्तानी तत्वों ने किसानों के प्रदर्शनों के जरिए भारत में बाधा उत्पन्न करने के लिए अमेरिकी डॉलर में इनाम देने की खुले तौर पर घोषणा की थी। यह मानने के बजाय कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने किसानों के आंदोलन में घुसपैठ की थी, रिपोर्ट में यह गलत तरीके से दिखाया गया है कि सरकार ने सभी सिख किसान प्रदर्शनकारियों को आतंकवादी बताकर उनका अपमान किया।

निर्माण के कारण ब्लॉक, ट्रेन का प्‍लेटफार्म बदलेगा

निर्माण के कारण ब्लॉक, ट्रेन का प्‍लेटफार्म बदलेगा 

अश्वनी उपाध्याय  

गाजियाबाद। दिल्‍ली -हावड़ा रेल लाइन में गाजियाबाद में रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के चलते ट्रेन ट्रैफिक ब्‍लॅाक रहेगा। यह ब्‍लॉक रोजाना तीन-तीन घंटे का रहेगा। हालांकि इस वजह से दिल्‍ली-हावड़ा रेल लाइन पर गुजरने वाले ट्रेनों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। केवल ट्रेन का प्‍लेटफार्म बदला जाएगा, जिससे आवागमन बाधित नहीं होगा। गाजियाबाद में निर्माणाधीन धोबीघाट आरओबी का धनुषाकार गर्डर रखा जा चुका है। इसके रखने के बाद अब ट्रैक के पास लगाई गई शटरिंग हटाई जाएगी। निर्माण एजेंसी के प्रस्ताव पर रेलवे ने 6 दिन के लिए प्रतिदिन तीन –तीन घंटे का रेल ट्रैफिक ब्लॉक दिया है। हालांकि ब्लॉक देर रात में लिए जाने के कारण ट्रेनों की आवाजाही बाधित नहीं होगी। सिर्फ एक ट्रेन का प्लेटफार्म बदला जाएगा। इस तरह इस ब्‍लॉक से आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

आरओबी निर्माण के दौरान 650 टन वजनी गर्डर को लांच करने के लिए शटरिंग लगाई थी। अब इस शटरिंग को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। रात 11:05 बजे से देर रात 2:05 बजे तक तीन घंटे का लगातार छह दिन तक यह ब्लॉक लिया जाएगा। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि देर रात में ट्रेनों की आवाजाही कम रहती है, इसकी वजह से रात को काम कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि रात 11 बजे अंतिम ईएमयू ट्रेन को रवाना करने के 5 मिनट बाद ब्लॉक शुरू कर दिया गया। इसके बाद प्लेटफार्म नंबर-3 पर देर रात 11:40 बजे आने वाली एक ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर 2 पर डायवर्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि ब्लॉक के कारण किसी भी ट्रेन का संचालन बाधित नहीं होगा और शटरिंग भी हट जाएगी।

अभी शहर के लोगों को दिल्‍ली या नोएडा की ओर जाने के लिए मेरठ तिराहे या लालकुआं से होकर जाना पड़ता है। दोनों ओर जाम लगता है। मेरठ तिराहे में आरआरटीएस की वजह से पूरा दिन जाम लगता है, तो लालकुआं की ओर ट्रैफिक का दबाव अधिक होने की वजह से जाम लगता रहा है। धोबीघाट आरओबी बनने के बाद लोगों का रोजाना सुबह और शाम समय बचेगा। इसके अलावा प्रदूषण में भी कमी आएगी।क्‍योंकि जाम लगने से प्रदूषण का स्‍तर बढ़ता है। आरओबी की कई बार डेडलाइन मिस हो चुकी है। वीके सिंह ने सांसद बनने के बाद जून-2016 में इसका शिलान्यास किया। तब से कई बार डेडलाइन बढ़ाई जा चुकी है‌। लेकिन अब जल्‍द ही इसके तैयार होने की संभावना है।

हरे धनिया की पत्तियां कई बीमारी से दिलाती है छुटकारा

हरे धनिया की पत्तियां कई बीमारी से दिलाती है छुटकारा

सरस्वती उपाध्याय  

हरी धनिया के पानी में पोटैश‍ियम, कैल्‍श्यिम, विटामिन सी और मैग्‍नीजियम जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके पानी से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। हालाँकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए वरना कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। हरी धन‍िया के पत्तियों का इस्तेमाल आमतौर पर चटनी बनाने या खाने की गार्निशिंग के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है कि हरी धनिया न सिर्फ खाने का स्‍वाद बढ़ाता है बल्‍कि हरी धनिया के पानी का सेवन स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। धन‍िया के पानी में पोटैश‍ियम, कैल्‍श्यिम, विटामिन सी और मैग्‍नीजियम जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके पानी से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। हालाँकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए वरना कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको हरी धनिया का पानी बनाने का तरीका और इससे होने वाले फायदे और नुकसान बताएंगे।

हरी धनिया का पानी बनाने के लिए हरी धनिया के पत्तों को एक गिलास पानी में डालकर रातभर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह पानी से धनिया के पत्तों को छान लें और इस पानी में नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर इसका सेवन करें। हरा धनिया का पानी पेट संबंधी कई समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है। इसके साथ ही यह पाचनशक्ति को मजबूत करता है। हरी धनिया का पानी पीने से पेट दर्द, बदहजमी, जलन और गैस में आराम मिलता है।  

हरी धनिया का पानी वेट लॉस के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। हरी धनिया के पानी में एक ऐसा तत्व पाया जाता है जो मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को तेज करता है। इससे शरीर में जमा फैट कम करने में मदद मिलती है, जिससे मोटापा कम होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए हरी धनिया के पानी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल, धनिया में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल में रखते है। हाई कॉलेस्ट्रोल की समस्या में रोज़ाना हरी धनिया के पानी का सेवन करने से फायदा होता है। 

डायबिटीज के मरीजों के लिए धनिए के पानी का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। डायबिटीज के मरीजों को नियमित रूप से हरी धनिया के पानी का सेवन करना चाहिए। अनियमित पीरियड या पीरियड्स के दौरान होने वाले तेज दर्द में भी हरी धनिया का पानी पीना बहुत असरदार घरेलू नुस्खा है। हरी धनिया के पानी के सेवन से  शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्राव ज़्यादा होता है जिससे अनियमित पीरियड्स और पीरियड्स के दौरान तेज दर्द की समस्या से छुटकारा मिलता है।

वैसे तो धनिया का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन बहुत ज़्यादा धनिया के सेवन से पित्त पर दबाव पड़ता है जिससे लिवर की परेशानी पैदा हो सकती है। जरूरत से ज़्यादा धनिया के सेवन से आपको चक्कर आना, सूजन, रैशेज या सांस लेने में समस्या होना जैसी कई परेशानियां हो सकती है। धनिया का बहुत ज्यादा सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक होता है। जरूरत से ज़्यादा धनिया के सेवन से शरीर की ग्रंथिया प्रभावित हो जाती है। गर्भवती महिलाओं और शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को बहुत ज़्यादा धनिया का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शिशु को भी नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है।

देश की पहली रैपिड रेल के ट्रायल की तैयारी शुरू हुई

देश की पहली रैपिड रेल के ट्रायल की तैयारी शुरू हुई

अश्वनी उपाध्याय  

गाजियाबाद। दिल्‍ली से मेरठ से बीच चलने वाली देश की पहली रैपिड रेल के ट्रायल की तैयारी शुरू हो चुकी है। अगले माह गुजरात से रैपिड रेल के कोच गाजियाबाद पहुंच जाएंगे। इन कोचों की गाजियाबाद के दुहाई डिपो में असेंबलिंग की जाएगी। जिसमें करीब एक माह का समय लगेगा। इसके बाद ट्रायल के लिए ट्रैक में उतारा जाएगा। इस तरह संभावना है कि जून के आखिरी सप्‍ताह में रैपिड रेल का ट्रायल शुरू हो जाएगा।

एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि रैपिड रेल के मोटर और ट्रेलर कोच का निर्माण गुजरात में किया जा रहा है। दिल्ली से मेरठ के बीच 30 रैपिड ट्रेन का संचालन किया जाएगा। मई के दूसरे सप्ताह में गुजरात से मोटर कोच और ट्रेलर कोच दुहाई डिपो में लाए जाएंगे, यहां असेंबलिंग कर रैपिड ट्रेन तैयार की जाएगी। एक ट्रेन में चार मोटर और दो ट्रेलर कोच होंगे। इस तरह छह कोच की इस ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए और एक कोच प्रीमियम क्लास के लिए होगा। चार स्टैंडर्ड कोच यानी सामान्‍य कोच होंगे।

मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार असेंबलिंग का कार्य पूरा होने के बाद सुरक्षा मानकों और सिग्‍नल की जांच की जाएगी। इसके बाद ट्रायल के लिए रैपिड रेल को वायडक्ट यानी ट्रैक पर लाया जाएगा, और निर्धारित स्पीड पर रेल चलाकर जांच की जाएगी। पूरा होने के बाद रैपिड ट्रेन के संचालन को हरी झंडी दी जाएगी। मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई के बीच और मार्च 2025 में दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड ट्रेन का संचालन किया जाएगा। पुनीत वत्स ने बताया कि प्राथमिक खंड में सिविल का कार्य लगभग पूरा होने वाला है। आखिरी स्पैन मंगलवार को स्थापित कर दिया गया है।

पोलैंड-बुल्गारिया को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बंद

पोलैंड-बुल्गारिया को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बंद
अखिलेश पांडेय  
मास्को। रूस ने पोलैंड और बुल्गारिया को बुधवार से अपनी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बंद कर दी है।
रूस ने यह कदम दोनों देशों द्वारा प्राकृतिक गैस के लिए रूबल में भुगतान करने से इनकार करने के बाद उठाया है। पीजीएनआईजी ने कहा, "गज़प्रोम ने 26 अप्रैल को पीजीएनआईजी को इस बात की जानकारी दी। गज़प्रोम ने बताया कि वह 27 अप्रैल को अनुबंध दिवस को यमल अनुबंध के तहत आपूर्ति को पूरी तरह से निलंबित कर देगी।
सीएनएन न्यूज चैनल के अनुसार नवीनतम घोषणा ने मंगलवार को अमेरिकी प्राकृतिक गैस वायदा को लगभग तीन प्रतिशत उछाल दिया।
रूसी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक रूस की दिग्गज ऊर्जा कंपनी गज़प्रोम ने हालांकि अभी तक पुष्टि नहीं की है कि पोलैंड को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति रोक दी गई है।

सहायता और समर्थन हेतु कार्यदल: आईएईए

सहायता और समर्थन हेतु कार्यदल: आईएईए
सुनील श्रीवास्तव  
विएना। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि आईएईए यूक्रेन के परमाणु केंद्रों में कर्मचारियों के लिए सहायता और समर्थन हेतु एक कार्यदल की स्थापना करेगी।
चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (एनपीपी) के विशेषज्ञ मिशन का नेतृत्व करने वाले श्री ग्रॉसी 26 अप्रैल को यूक्रेन पहुंचे। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, "आईएईए यूक्रेन के परमाणु स्थलों को सुरक्षित रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे सहायता और सहायक कर्मचारियों के समन्वय के लिए एक कार्य समूह का गठन करेगी।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ पहले ही रेडियोलॉजिकल आकलन करने और सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणालियों को बहाल करने के लिए उपकरणों का पहला बैच यहां ला चुके हैं।
 ग्रॉसी ने चेर्नोबिल एनपीपी में 36 साल पहले घटित घटना के पीड़ितों की स्मृति को भी सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि चेर्नोबिल बिजली संयंत्र 26 अप्रैल, 1986 को दुर्घटना घटित हुई थी, जिसे इतिहास में सबसे खराब परमाणु दुर्घटना माना जाता है।

आश्रम में महिलाओं के स्वास्थ्य आकलन का जिम्मा

आश्रम में महिलाओं के स्वास्थ्य आकलन का जिम्मा

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली ।  दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को पुड्डुचेरी की पूर्व राज्यपाल और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को स्वयंभू संत वीरेंद्र द्वारा दिल्ली के रोहिणी में स्थापित आश्रम में महिलाओं के स्वास्थ्य का आकलन करने वाली समिति का प्रमुख नियुक्त किया है।

दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला ने आदेश पारित करते हुए कहा कि महिलाओं के कल्याण पर कड़ी नजर रखने के लिए एक समिति गठित की जानी चाहिए। समिति में जिला और सत्र न्यायाधीश अतिरिक्त जिला न्यायाधीश, महिला प्रकोष्ठ के अपराध के डीसीपी (सीएडब्ल्यू सेल), जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण के सचिव, दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) का एक नामित व्यक्ति आदि शामिल हैं।

अदालत ने कहा कि समिति डॉक्टरों, मनोचिकित्सकों और अन्य विशेषज्ञों की सहायता से महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का निरीक्षण करेगी और मासिक आधार पर अपनी रिपोर्ट दाखिल करेगी।
अदालत ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को सुझावों पर गौर करने और महिला और बाल संस्थान (लाइसेंसिंग) अधिनियम, 1956 को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया।

21वें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता

21वें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल में जारी नरमी के साथ ही देश में बुधवार को लगातार 21वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में टिकाव का रूख बना रहा। सार्वजनिक क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के अनुसार आज दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चे तेल की कीमतों में हल्की बढ़त दर्ज की गयी। लंदन ब्रेंट क्रूड 0.42 प्रतिशत बढ़कर 105.42 डालर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 101.95 डालर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। Also Read - जानिए क्या रहे पेट्रोल-डीजल के दाम देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 137 दिन की स्थिरता के बाद गत 22 मार्च से बढ़नी शुरू हुई थीं। कंपनियों ने पिछले 31 दिन में 14 बार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की। इस दौरान इनके दामों में करीब 10 रुपये प्रति लीटर की तेजी आयी है। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की प्रतिदिन समीक्षा की जाती है।




प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-201, (वर्ष-05)
2. बृहस्पतिवार, अप्रैल 28, 2022
3. शक-1984, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078‌। 
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 27 डी.सै., अधिकतम-43+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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