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शनिवार, 29 जनवरी 2022

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी

सफलता के कुछ मूल मंत्र, सफलता की कुंजी
तरीशा अग्रवाल
जीवन में सफलता की चाहत हर किसी को होती है। कई ऐसे लोग होते हैं जो जल्द से जल्द सफलता पाने के लिए बहुत से काम करते हैं। लेकिन उनके स्वभाव या आदतों के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है। कई बार भावुक और संवेदनशीलता के कारण भी उन्हें सफलता हासिल नहीं होती है। अगर आप भी जीवन में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो सफलता के कुछ मूल मंत्र हैं, जिन्हें व्यक्ति को हमेशा याद रखना चाहिएसफलता के रास्ते में इंसान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को सफल होने के लिए चुनौती के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए। जिंदगी में सफल होने के लिए व्यक्ति को किसी भी चुनौती से घबराना नहीं चाहिए। किसी भी काम में सफल होने के लिए आपका योग्य होना जरूरी है। योग्यता सफलता का सबसे बड़ा हथियार है। किसी भी काम में सफल या असफल होने के पीछे योग्यता का भी हाथ होता है। कई लोग ऐसे होते हैं जो बहुत मेहनत करते हैं लेकिन योग्यता नहीं होने के कारण वह सफल नहीं हो पाते हैं।

खुद पर भरोसा- सफलता पाने के लिए व्यक्ति को खुद पर भरोसा होना बेहद जरूरी होता है। कहते हैं कि खुद पर भरोसा एक ऐसी भावना है जो व्यक्ति को मुश्किल से मुश्किल डगर पार करा देती हैं। अगर व्यक्ति को खुद पर भरोसा होता है तो वह जो भी काम शुरू करता है, उस काम में सफल भी होता है।


वेस्टइंडीज: तेज गेंदबाज ने बार टीम में जगह बनाई
मोमीन मलिक         नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज अवेश खान ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी सीमित ओवरों की सीरीज में भारत के लिए अपनी बार टीम में जगह बनाई है। खान ने बताया है कि रिकी पोंटिंग के साथ उनकी बातचीत बहुत अच्छी रही थी। जिससे उनको खेल को फिर से नए नजरिए से समझने का मौका मिला। 
25 वर्षीय खिलाड़ी पिछले पांच साल से आईपीएल में हैं, लेकिन उन्हें वह मौका नहीं मिल पाया था जिसकी उन्हें जरूरत थी। हालांकि, आईपीएल 2021 आवेश के लिए पूरी तरह से अलग साबित हुआ और वह दिल्ली फ्रेंचाइजी के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

शुक्रवार, 28 जनवरी 2022

अफगानिस्तान ने श्रीलंका को 4 रन से हराया: खेल

अफगानिस्तान ने श्रीलंका को 4 रन से हराया: खेल  
मोमीन मलिक        
काबुल/ कोलंबो। अफगानिस्तान ने श्रीलंका को चार रन से हराकर अंडर 19 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली। जहां 1 फरवरी को अफगानिस्तान का सामना इंग्लैंड से होगा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई अफगानिस्तान टीम 134 रन पर आउट हो गई। 
इसके बाद उसके गेंदबाजों ने हालांकि शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत की इबारत लिखी और श्रीलंका को 46 ओवर में 130 रन पर आउट कर दिया। श्रीलंका के कप्तान दुनिथ वेल्लालागे ने 61 गेंद में 34 रन बनाये और लग रहा था कि वे टीम को जीत तक ले जायेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाजों नांगेयालिया खरोटे और बिलाल सैयदी ने अच्छी शुरूआत की लेकिन ट्राविन मैथ्यू ने सैयदी को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा।

रोगों से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं तुलसी, जानिए

सरस्वती उपाध्याय             धार्मिक महत्व के साथ इसका सेहत के लिए भी काफी फायदे हैं। ये कई तरह के रोगों से छुटकारा दिलाने में तुलसी कारगर साबित होती है। हिंदू धर्म में तुलसी के काफी महत्व है। हालांकि, अगर गलत तरह से इसे खाया जाए तो ये सेहत के लिए काफी खराब साबित होती है। कोरोना काल में तुलसी का इस्तेमाल लोगों के घरों में ज्यादा होने लगा। कई लोग सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाते हैं। इसे निगलने या फिर इसका रस पीने से सर्दी खांसी में राहत मिलती है। साथ ही ये इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है।

तुलसी खाने से सांसों से आने वाली बदबू, मसूढ़ों से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है। इसमें खूशबू होने के कारण ये सांसों की बदबू को खत्म करता है। तुलसी का काढ़ा काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। शहद, अदरक और तुलसी मिलाकर काढ़ा पीने से कई बीमारियों में राहत मिलती है।
तुलसी में कई सारे मेडिशिनल प्रॉपर्टीज होती हैं। तुलसी की पत्ती में मर्करी और आयरन होता है, जो कि चबाने पर ही निकलता है। ये आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही तुलसी की पत्ती एसिडिक होती हैं। ऐसे में अगर किसी को गैस की समस्या है तो उसे संभलकर खाएं।
तुलसी को अगर चबाकर खाया जाता है तो इसके दांत खराब हो जाते हैं। वहीं आप कम मात्रा में इसको चबाकर खाया जा सकता है। तुलसी की पत्ती को पानी संग निगलकर खाया जा सकता है। इस तरह से खाने से दांत भी खराब नहीं होते हैं।
तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं। तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल धोकर किया जाना चाहिए।
तुलसी को खाली पेट दूध के साथ कभी नहीं खाना चाहिए। साथ ही तुलसी यूरिक एसिड लेवल को कम करती है।

गुरुवार, 27 जनवरी 2022

एसिडिटी से राहत पाने के लिए अपनाएं घरेलू उपाय

एसिडिटी से राहत पाने के लिए अपनाएं घरेलू उपाय     

सरस्वती उपाध्याय           अगर आप भी इस समस्या से परेशान रहते हैं तो ये कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। कई बार गलत खानपान, तनाव या खराब दिनचर्या की वजह से व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या परेशान करने लगती है। एसिडिटी का सीधा संबंध पाचन तंत्र से होता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को खट्टी डकार,पेट के ऊपरी भाग में जलन महसूस होती है।

एसिडिटी से राहत पाने के लिए अपनाएं ये उपाय- अजवाइन- बात जब पेट दर्द या गैस की होती है तो अजवाइन का नाम सबसे पहले याद आता है। अजवाइन का पानी पीने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिल सकती है। इसके लिए 2-3 चम्मच अजवाइन को एक कप पानी में अच्छी तरह तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसके बाद पानी को ठंडा करके उसमें काला नमक मिलाकर छानकर पी लें।

हींग- एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए एक गिलास गर्म पानी में हींग मिलाकर पीने से गैस की समस्या से राहत मिल सकती है।

आंवला- आंवले का सेवन पचान से जुड़ी समस्या, गैस और कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए लाभकारी माना जाता है। आंवले को आप चटनी, मुरब्‍बा, अचार, जूस या चूरन के रूप में इस्तेमाल कर पाचन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

जीरा- एसिडिटी या फिर पेट दर्द की समस्या होने पर जीरे को भूनकर पीसने के बाद उसे काले नमक के साथ पानी में मिलाकर पी लें। ऐसा करने से एसिडिटी की समस्या में राहत मिल सकती है।

अदरक- अदरक का सेवन न सिर्फ सर्दी-जुकाम बल्कि एसिडिटी की समस्या से भी राहत दिलाता है। अदरक में पाए जाने वाले तत्व पेट गैस और एसिडिटी की समस्या से राहत दिला सकते हैं।


एशियाई खेलों में 8 साल बाद क्रिकेट की वापसी हुईं
मोमीन मलिक          सिडनी/ वेलिंग्टन। एशियाई खेलों में 8 साल बाद क्रिकेट की वापसी हुई है। वहीं, पहली बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के एथलीट्स इन खेलों में हिस्सा लेंगे। 2022 एशियाई खेलों का आयोजन चीन के हांग्जो, झेजियांग में 10 से 25 सितंबर के बीच होना है। इन खेलों के मुकाबले 5-6-शहरों में खेले जाएंगे। इस मल्टी-स्पोर्टिंग इवेंट में कुल 61 डिसप्लिन्स के 40 खेल शामिल होंगे।

इन खेलों में तैराकी, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, घुड़सवारी, तलवारबाजी, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, और जैसे कई अन्य ओलंपिक खेल भी शामिल हैं। ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) की मुहर लगने के बाद 2022 एशियाई खेलों में ई-स्पोर्ट्स और ब्रेकडांसिंग भी शामिल होंगे। दर्शकों का रोमांच बढ़ाने के लिए एशियाई खेल 2022 में टी-20 क्रिकेट को भी शामिल किया गया है।

मंगलवार, 25 जनवरी 2022

भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर 40 प्रतिशत जुर्माना

भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर 40 प्रतिशत जुर्माना  

मोमीन मलिक            नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में धीमी ओवर गति के लिए भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। आईसीसी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि लोकेश राहुल की टीम ने निर्धारित समय में दो ओवर कम गेंदबाजी की थी। इसे ध्यान में रखते हुए मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने यह जुर्माना तय किया।

आईसीसी से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘ ‘खिलाड़ियों और टीम के सहयोगी सदस्यों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 (न्यूनतम ओवर-गति के जुर्माने से संबंधित) के अनुसार प्रत्येक ओवर की देरी के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। ’’ राहुल ने इस आरोप को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं हुई।

बालों को मजबूत बनाए रखने में मददगार हैं तेल

सरस्वती उपाध्याय             अपने बालों की देखभाल करने का मतलब इन्हें अंदर से पोषण देना है। तेल आपके बालों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। बालों की नियमित रूप से तेल से मालिश करने से कई लाभ होते हैं। तेल रूखे बालों, बाल झड़ने की समस्या और दोमुंहे बालों को समस्या को दूर करने में मदद करता है। तेल की मसाज बालों को तेजी से बढ़ाने में मदद करती है। ये मानसिक तनाव को दूर करती है और आपको शांत रखती है। आप बालों के लिए कई तरह के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें नारियल का तेल, तिल का तेल, आंवला तेल और आर्गन का तेल आदि का तेल शामिल है।

नारियल का तेल: नारियल का तेल अपने उपचार गुणों के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि नारियल के तेल के कई इस्तेमाल हैं, लेकिन बालों के तेल के रूप में ये बेहतरीन तरीके से काम करता है। लंबे समय से नारियल के तेल का इस्तेमाल बालों को बेहतर बनाने के लिए किया जाता रहा है। ये तेल बालों को झड़ने से रोकता है और आपके स्कैल्प को स्वस्थ रखता है।

तिल का तेल: तिल से निकाला गया तिल का तेल आपके बालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। तिल के तेल का इस्तेमाल आप बालों की कई प्रकार की समस्याओं को दूर करने के लिए कर सकते हैं। कई बार बालों की समस्याओं से निपटना मुश्किल हो जाता है। खासकर अगर आप उच्च प्रदूषण और धूल के बीच रह रहे हैं। तिल का तेल चिंता और तनाव दूर करता है। डैंड्रफ से लेकर ड्राई स्कैल्प तक तिल का तेल आपके बालों की सभी समस्याओं से लड़ने में आपकी मदद करेगा। इसके अलावा ये आपके बालों को पोषण भी प्रदान करता है। जो बाद में बालों को बढ़ाने में मदद करता है।

आंवला तेल: आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। आंवला तेल रूसी का इलाज करने, बालों के झड़ने को कम करने और यहां तक ​​कि बालों को बढ़ाने में मदद करता है। आंवला तेल उन तेलों में से एक है। जिसे आप चुन सकते हैं अगर आप अपने बालों को बढ़ाना चाहते हैं।

आर्गन का तेल: आर्गन का तेल आपके बालों के लिए एक और अत्यधिक पौष्टिक तेल है। ओलिक एसिड और लिनोलिक एसिड से भरपूर आर्गन ऑयल एक सुपर हाइड्रेटिंग ऑयल है। ये बालों के रूखेपन को दूर करता है और बालों को मॉइस्चराइज करता है। स्वस्थ और चमकदार बालों के लिए आर्गन का तेल सबसे अच्छे में से एक है।

सोमवार, 24 जनवरी 2022

पूर्व क्रिकेटर का बयान जारी, ब्रैंडन टेलर पर बैन

पूर्व क्रिकेटर का बयान जारी, ब्रैंडन टेलर पर बैन   
मोमीन मलिक      
हरारे। क्रिकेट जगत में एक बार फिर स्पॉट फिक्सिंग का भूत जागा है। जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर ब्रैंडन टेलर ने सोमवार को एक बयान जारी किया। जिसमें उन्होंने कई गंभीर खुलासे किए हैं। ब्रैंडन टेलर के मुताबिक, उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए अप्रोच किया गया था और ऐसा किसी भारतीय बिजनेसमैन ने किया था। इसके अलावा ब्रैंडन टेलर को कोकेन भी दी गई थी, जिसके बाद वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया। इस खुलासे के बाद आईसीसी द्वारा ब्रैंडन टेलर पर बैन लगा दिया गया है। 
जबकि जल्द ही आईसीसी इस मामले में कुछ खुलासे भी कर सकता है। जिम्बाव्वे के लिए 200 से ज्यादा वनडे मुकाबले खेल चुके ब्रैंडन टेलर की गिनती शानदार खिलाड़ी के तौर पर होती है।

अखरोट और केले की खीर, जानिए कमाल की रेसिपी  
सरस्वती उपाध्याय          जब भी घर में कोई तीज-त्यौहार होता है या कभी मीठे की क्रेविंग होती है तो मन में खीर का ख्याल जरूर आता है। यह भारतीय डिजर्ट का एक अहम हिस्सा है। अमूमन खीर को दूध, चावल या सेंवई के साथ बनाया जाता है, लेकिन आज जो हम आपको खीर बताने वाले हैं उसमें ना ही दूध डाला जाता है और ना ही चावल या सेंवई। अब आप सोच रहे होंगे कि बिना दूध-चावल के खीर कैसे बनाई जाती है? तो चलिए आज हम आपको बताते हैं अखरोट और केले की खीर की रेसिपी, जो ना सिर्फ स्वाद में, बल्कि सेहत में भी फायदेमंद होती है।

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए: 30 अखरोट, 2 केला 2 हरी इलायची, 1 1/2 कप पानी, 2 बड़े चम्मच घी।

विधि: अखरोट और केले की खीर बनाने के लिए सबसे पहले अखरोट को 2-4 घंटे के लिए भिगो दें और पानी के साथ मिलाकर अखरोट का दूध बना लें। अखरोट का दूध बनाने के लिए पहले भीगे हुए अखरोट में थोड़ा सा पानी डालें और बारिक पीस लें। फिर इसमें 1 1/2 कप पानी डालें और अच्छे से मिक्स करके छान लें। अपना अखरोट का दूध तैयार है। अब एक पैन में घी, इलायची और अखरोट का दूध डालें। इसे एक मिनट तक चलाते रहें। मिश्रण को अच्छी मिलाएं और आंच को धीमा कर इसे 10 मिनट तक पकने दें।

दूध के गाढ़ा होने पर इसमें दो मसले हुए केले मिलाएं और लगातार चलाते हुए 4-5 मिनट के लिए पकाएं।आपकी खीर परोसने के लिए तैयार है। इस खीर को कटे हुए अखरोट या अपनी पसंद के नट्स से सजाएं और गर्म या ठंडा परोसें।

अखरोट के दूध के फायदे: अखरोट के दूध का इस्तेमाल करने से दिमाग तेज होता है। इसके अंदर मौजूद पौष्टिक तत्व दिमाग की कार्यप्रणाली को तेज बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है और स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है।

रविवार, 23 जनवरी 2022

मैच: भारत व अफ्रीका ने आखरी मुकाबला खेला

मैच: भारत व अफ्रीका ने आखरी मुकाबला खेला   
मोमीन मलिक        
नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। भारत व साउथ अफ्रीका का तीसरा और आखरी मुकाबला कैपटाउन के न्यूलैंड में खेला जा रहा है। 2 मैचों की हार के बाद रविवार को तीसरा मैच है। इस मैच से भारतीय क्रिकेट के फैंस की खूब आशाएं जुडी हुई है। अब देखना ये है की रविवार के मैच का क्या परिणाम होगा ?
राहुल (कप्तान), विराट कोहली, शिखर धवन ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, जयंत यादव, दीपक चाहर, प्रसिद्ध कृष्णा, जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, टेम्बा बावुमा (कप्तान), रस्सी वैन डेर डूसन, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), जेनमैन मालन, एडेन मार्कराम, डेविड मिलर, एंडिले फेहलुकवायो, ड्वेन प्रिटोरियस, केशव महाराज, सिसांडा मगला, लुंगी एनगिडी आदि।

सर्दी से बचाव के लिए अपनाएं तरीकें, जानिए

सरस्वती उपाध्याय            सर्दी से बचाव के लिए लोग आग का सहारा लेने के साथ कई प्रकार के तरीके अपनाते हैं। कई क्षेत्रों में बेमौसम हुई बरसात ने भी ठंड को बढ़ा दिया है। बारिश के साथ चलने वाली ठंड़ी हवाएं लोगों के लिए काफी परेशानी का कारण बन सकती हैं। हमें अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए सर्दी से बचाव के तरीके अपनाने होंगे, तो चलिए आज हम आप उन तरीकों को बताते हैं जिससे आपकी सेहत स्वस्थ रहेगी।च इसके अलावा हम आपको बताएंगे कि सर्दी लगने से आपको किस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

1. सर्दी लगने से आपकी मांशपेशियों में दर्द हो सकता है और आपके हाथ पैर के जोड़ों में भी आपको दर्द की समस्या हो सकती है। कोहरे की वजह से धूप न निकलना भी इसका प्रमुख कारण हो सकता है।

2. ठंडी हवा लगने से आपको खांसी-जुकाम भी हो सकता है। इससे लिए आप गर्म पानी और चाय का सेवन कर सकते है।

3. सर्दी होने की वजह से आपको रक्तचाप संबंधी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके बचाव के लिए आप अपने घर पर ही हल्का वर्कआउट कर सकते हैं।

4. सर्द और ठंडी हवाओं के चलते आपको ब्रोंकाइटिस और सांस की बीमारियां होने की संभावना भी है। यह आपके फेफड़ों पर भी असर डाल सकती हैं। इसके बचाव के लिए आप गर्म चीजों का सेवन करते रहें।

5. आपने महसूस किया होगा कि सर्दी के दिनों में आपकी त्वचा रूखी हो जाती है। तापमान की कमी के कारण उसका असर आपनी त्वचा पर भी पड़ता है। इसके लिए आप अधिक मात्रा में पानी का सेवन करते रहें।

शनिवार, 22 जनवरी 2022

मैच: बल्लेबाज ऋषभ ने 85 रनों की पारी खेलीं

मैच: बल्लेबाज ऋषभ ने 85 रनों की पारी खेलीं    
मोमीन मलिक         नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में भारतीय टीम 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, मैच में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपने में वापसी की और 85 रनों की पारी खेली। इससे पहले टेस्ट सीरीज में पंत शॉट सेलेक्शन पर कई तरह के सवाल उठे थे। जिसे लेकर टीम मैनेमेंट ने भी उनसे बात की।
जोहानिसबर्ग में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलने के लिये कड़ी आलोचना हुई थी। लेकिन केपटाउन में तीसरे टेस्ट में शतक और दूसरे वनडे में अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर 85 रन बनाने वाले पंत ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘हमेशा सकारात्मक बातें होती हैं कि एक खिलाड़ी के तौर पर मैं क्या कर सकता हूं। मेरे पास सभी स्ट्रोक हैं। लेकिन मैं धैर्य के साथ और परिस्थितियों के अनुसार उन्हें कैसे खेल सकता हूं। इसलिए काफी चर्चा होती है।’’ 

लिपस्टिक लगाने से पहले होंठो को करें मॉइस्चराइज
सरस्वती उपाध्याय           सर्दियों में अक्सर आपकी त्वचा रूखी हो जाती है। त्वचा के साथ-साथ रूखापन आपके होंठो पर भी नजर आने लगता है। कई बार पानी कम पीनें की वजय से रूखापन आता है तो कई बार मौसम ये समस्या लेकर के आता है। इसके अलावा कई बार हमारी त्वचा और होंठ कैमिकल वाले प्रोडक्ट्स यूज करने के कारण खराब हो जाते हैं। अपनी इस स्टोरी में हम आपको लिपस्टिक के कारण फंटने वाले होंठो का समाधान बताएंगे।
आप जो भी प्रोडक्ट अपने स्किन और होंठ पर यूज करती हैं। असका सीधा असर आपकी स्किन की हेल्थ पर पड़ता है। इसलिए लिपस्टिक खरीदते समय उसमें यूज किए गए कैमिकल के बारे में अच्छे से जान लें। अगर हो सके तो कैमिकल रहित प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करें। प्रोडक्ट्स खरीदते समय कभी भी उसकी क्वालिटी के साथ समझौता न करें।
होंठो को करें मॉइस्चराइज: किसी भी तरह की लिपस्टिक लगाने से पहले अपने होंठो को अच्छी तरह से मॉइस्चराइज कर लें। लिपस्टिक को डायरेक्ट लिप्स पर इस्तेमाल करने की गलती न करें, क्योंकि इसमें मौजूद कैमिकल आपके होंठो को ड्राय कर देते हैं और इससे आपके होंठ फटने लगते हैं।
स्क्रब करना न भूलें: सर्दियों के मौसम में अक्सर हमें होंठो के फटने की समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार आपके होंठो पर डेड स्किन भी आ जाती हैं। ऐसे में अगर आप मैट लिपिस्टिक की शौकीन हैं, और होंठो पर उसे अप्लाई करेंगी तो ये जगह-जगह दरारों में भरी नजर आएगी। इसलिए मैट लिपस्टिक का इस्तेमाल करने से पहले अपने होंठो को अच्छे से स्क्रब करना न भूलें।
घर आने पर अच्छे से करें साफ: अगर आप लिपस्टिक लगाकर घर से बाहर जाती हैं, तो बाहर की सारी धूल होंठो पर जम जाती है। धूल के कारण हमारे होंठ और ज्यादा फटने लगते हैं। ऐसे में जब भी आप बाहर से घर वापस आएं अपने होंठो को सही ढंग से साफ करके मॉइस्चराइज करें। इसके साथ ही लिपस्टिक के रोजाना इस्तेमाल से बचें।

शुक्रवार, 21 जनवरी 2022

खेल: टी-20 वर्ल्डकप 2022 का शेड्यूल जारी किया

खेल: टी-20 वर्ल्डकप 2022 का शेड्यूल जारी किया     
मोमीन मलिक       
सिडनी/ नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। ऑस्ट्रेलिया में साल 2022 में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप 2022 का शेड्यूल जारी किया गया। ऑस्ट्रेलिया ही मौजूदा टी-20 वर्ल्डकप चैम्पियन है। ऐसे में अगला महामुकाबला उसके ही घर पर हो रहा होगा। एक बार फिर टी-20 वर्ल्डकप में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला होगा।
आईसीसी द्वारा शुक्रवार को नया शेड्यूल जारी किया गया है। टी-20 वर्ल्डकप की शुरुआत 16 अक्टूबर से होगी। जबकि सुपर-12 राउंड की शुरुआत 22 अक्टूबर से होगी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत न्यूजीलैंड के साथ होगी। जबकि टीम इंडिया 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के साथ भिड़ेगी।
टी-20 वर्ल्डकप 2022 में टीम इंडिया को पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और दो क्वालिफायर टीमों के साथ ग्रुप-2 में रखा गया है। 
टी-20 वर्ल्डकप 2021 में भी भारत का मुकाबला पाकिस्तान के साथ हुआ था, लेकिन टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ दस विकेट से हार गई थी। ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी वर्ल्डकप (टी-20, 50 ओवर) टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान से कोई मैच गंवाया हो। टी-20 वर्ल्डकप 2022 के मेन टूर्नामेंट की शुरुआत 16 अक्टूबर (रविवार) से होगी, जबकि फाइनल मुकाबला 13 नवंबर (रविवार) को खेला जाएगा। कुल 16 टीमें इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी, जबकि ऑस्ट्रेलिया के सात शहरों में इसका आयोजन किया जाएगा।
आपको बता दें कि साल 2021 में हुए टी-20 वर्ल्डकप का आयोजक भारत था, लेकिन यह वर्ल्डकप यूएई में आयोजित किया गया था। 
इस वर्ल्डकप को ऑस्ट्रेलिया ने जीता था, जो कि उसका इस फॉर्मेट में ये पहला खिताब था। विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया इस वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही थी। टीम इंडिया ने पाकिस्तान, न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने शुरुआती मुकाबले गंवा दिए थे। जिसके बाद वापसी करना मुश्किल हो गया था। ऐसा पहली बार हुआ था। जब टीम इंडिया ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई मुकाबला वर्ल्डकप में हारा हो। हालांकि, अब विराट कोहली कप्तानी से इस्तीफा दे चुके हैं और टी-20, वनडे फॉर्मेट में भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथ में है। ऐसे में अब रोहित शर्मा पर ही आईसीसी टी-20 वर्ल्डकप 2022 में भारतीय टीम की नैया पार लगाने का दारोमदार है।

अधिक मात्रा में 'गिलोय' का सेवन करना नुकसानदायक   
सरस्वती उपाध्याय             कोरोना महामारी से लड़ने के लिए इम्यूनिटी का मजबूत होना बेहद जरूरी है। ऐसे में गिलोय काफी कारगर औषधि है। यही वजह है कि कोरोना से लड़ने के लिए अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए अधिक संख्या में लोग गिलोय का सेवन कर रहे हैं। सीमित मात्रा में गिलोय का इस्तेमाल तो काफी फायदेमंद होता है। परंतु जरूरत से अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। गिलोय का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
हाल ही में अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लिवर डिजीज की आधिकारिक पत्रिका हेपेटोलॉजी कम्युनिकेशंस में छपी एक स्टडी के मुताबिक, गिलोय इम्युनिटी को बेहतर करने का काम करती है। लेकिन इसका अधिक सेवन शरीर में दिक्कतें पैदा कर सकता है। एक्सपर्ट्स ने कहा है कि ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल जूस, चाय या काढ़े में करते हैं। लेकिन बहुत अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए।
गिलोय को लेकर लिवर रिसर्च क्लब ऑफ इंडिया और 13 चिकित्सा केंद्रों ने मिलकर एक स्टडी तैयार की। इसमें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को भी शामिल किया गया था। स्टडी में कुल 43 उन मरीजों को लिया गया, जिनमें पीलिया के लक्षण थे। इसमें से 23 महिलाएं थीं और 20 पुरुष थे।
रिसर्च में एक्सपर्ट्स ने पाया कि जो मरीज लिवर फेलियर और लिवर के अन्य रोगों से पीड़ित हैं। उन्होंने ​गिलोय का लंबे समय तक सेवन किया था। स्टडी में सामने आया कि करीब 67 प्रतिशत यानी 29 लोगों की लिवर की समस्या मुख्य रूप से गिलोय से ही जुड़ी हुई थी। ये लोग न तो पहले से शराब पीते थे और न ही डायबिटीज, थायरॉइड या हाई बीपी का शिकार थे।
इसके साथ ही रिसर्च के जरिए यह भी पता चला कि लिवर की समस्या से पीड़ित इन लोगों ने डॉक्टर की राय के बिना ही गिलोय का सेवन 46 दिन तक या उससे ज्यादा समय के लिए किया था। जिसकी वजह से एक एंटीन्यूक्लियर एंटीबॉडी पैदा हो गई और इसने लिवर की कोशिकाओं पर अटैक करना शुरू कर दिया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गिलोय में इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं। लेकिन इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
गिलोय के अधिक सेवन से होने वाले नुकसान।
ब्लड प्रेशर करता है लो: जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की शिकायत है वो गिलोय के सेवन से परहेज करें। गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करता है, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ सकती है।
सर्जरी से पहले न करें गिलोय का सेवन: किसी भी तरह की सर्जरी से पहले गिलोय का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप किसी भी तरह की सर्जरी कराने जा रहे हैं तो गिलोय के सेवन से परहेज करें।
प्रेग्नेंसी में गिलोय से बचें: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय से परहेज करना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह के बिना गिलोय का इस्तेमाल नहीं करें।
हो सकती है कब्ज की समस्या: गिलोय का अधिक सेवन करने से कब्ज की समस्या भी हो सकती है। गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें।

गुरुवार, 20 जनवरी 2022

खिलाड़ी विक्टर को गेंदबाजी करने से निलंबित किया

खिलाड़ी विक्टर को गेंदबाजी करने से निलंबित किया     
मोमीन मलिक          
हरारे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने जिम्बाब्वे की अंडर-19 टीम के खिलाड़ी विक्टर चिरवा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया है। विक्टर चिरवा अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेल रहे हैं। आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के प्रतियोगिता पैनल ने पुष्टि की है कि उनका गेंदबाजी एक्शन गैरकानूनी है। 
प्रतियोगिता पैनल में आईसीसी के मानव गति विशेषज्ञ पैनल के सदस्य शामिल हैं। जिम्बाब्वे और पापुआ न्यू गिनी के बीच शनिवार को खेले गए मैच के दौरान मैच अधिकारियों ने चिरवा के गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट की थी। उनकी गेंदबाजी के वीडियो फुटेज को समीक्षा के लिए प्रतियोगिता पैनल के पास भेजा गया था।

हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद हैं चीज, जानिए    
सरस्वती उपाध्याय          अक्सर आप सुनते है कि चीज को खाने से मोटापा बढ़ जायेगा या फिर हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है। परंतु ये सच नहीं है। बल्कि चीज को अगर सीमित मात्रा में खाया जाये तो हेल्थ के लिए अच्छा होता है। ओवरलोडिड पिज्जा, बर्गर या सैंडविच हम सभी को खूब पसंद आता है। सेहत के लिए फायदेमंद चीज में कई सारे पोषक तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियन, जिंक, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन के-2 जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन-बी और विटामिन-डी की भरपूर मात्रा होती है।एक चीज स्लाइस को एक गिलास दूध के बराबर माना जाता है। तो चलिए जानते हैं चीज से मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में।
सबसे पहले बात करते हैं चीज के हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में। ऑस्टियोपोरोसिस के लिए है फायदेमंद
क्या ? आपको पता है कैल्शियम की कमी के कारण ऑस्टियोपोरोसिस होता है ? अगर नहीं तो कोई बात नहीं कैल्शियम की कमी के कारण ही ऑस्टियोपोरोसिस होता है। ये उन महिलाओं में विशेष रूप से मेनोपोज से गुजर रही हैं। इसके अलावा बुजुर्ग और कुपोषण से ग्रस्त बच्चों में पाया जाता है। इसका प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन युक्त डाइट से इलाज किया जा सकता है। ये तीनों चीज में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोग अपनी डाइट में इसे शामिल कर सकते हैं।
वजन कम करने में है मददगार: मार्केट में कई तरह की चीज मिलती है, जिसमें लो फैट होता है। ऐसे में आप लो फैट चीज को डाइट में शामिल कर सकते हैं। चीज में मौजूद नेचुरल फैट वजन को बढ़ने नहीं देता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स होते हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत करते हैं।
आंतों के लिए फायदेमंद: सैच्युरेटेड फैट से भरपूर चीज में माइक्रो बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। चीज मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को बढ़ाने और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटामिन बि-12 और बैक्टीरिया पाचनतंत्र को सुचारू रखने में सहायक है। इसमें ओमेगा 3,6 और अमीनो एसिड मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होता है।
इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने में मिलेगी मदद: इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को बीमारियों का खतरा भी कम होगा। इसे खाने से शरीर को विटामिन सी ज्यादा मात्रा में मिलेगा और आपकी इम्यूनिटी पॉवर स्ट्रॉन्ग होगी।
अगर आपको हाई बीपी है तो आप अपनी डाइट में चीज को शामिल का सकते हैं इससे आपका सिस्टोलिक रक्तचाप 2-4 एमएमएचजी कम हो सकता है। हालांकि आपको अपने सोडियम सेवन के बारे में पता होना चाहिए, रोजाना 1500 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं। पैकेजिंग प्रोडक्ट की जांच करने के बाद ही कम सोडियम वाली चीज को चुनें।

बुधवार, 19 जनवरी 2022

टेनिस सुपरस्टार मिर्जा ने संन्यास लेने का ऐलान किया

टेनिस सुपरस्टार मिर्जा ने संन्यास लेने का ऐलान किया    

मोमीन मलिक          नई दिल्ली। भारत की टेनिस सुपरस्टार सानिया मिर्ज़ा ने खेल से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलने पहुंचीं सानिया मिर्ज़ा का कहना है कि ये उनका आखिरी सीज़न होगा। यानी साल 2022 में सानिया मिर्ज़ा आखिरी बार टेनिस कोर्ट में दिखाई देंगी। ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुकाबले में बुधवार को ही सानिया मिर्ज़ा को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने ये बयान दिया है। सानिया मिर्ज़ा ने कहा कि ये उनका आखिरी सीज़न होगा, वह हफ्ते दर हफ्ते आगे की तैयारी कर रही हैं। लेकिन ये पक्का नहीं है कि वह पूरा सीज़न खेल पाएंगी या नहीं।

मुकाबले के बाद सानिया मिर्ज़ा ने कहा कि मुझे लगता है, कि मैं बेहतर खेल सकती हूं। लेकिन अब शरीर उस तरह से साथ नहीं दे पाता है, ये सबसे बड़ा सेटबैक है। साल 2003 से अंतरराष्ट्रीय टेनिस मुकाबले खेल रही सानिया मिर्ज़ा करीब दो दशक बाद कोर्ट से विदा लेंगी।


काढ़े का अधिक सेवन करना नुकसानदायक, जानिए
सरस्वती उपाध्याय          इस समय ज्यादातर लोग सिर्फ अपनी इम्युनिटी पर ध्यान दे रहें है। इम्युनिटी को बूस्ट करने के लिए लोग काढ़े का सेवन कर रहे हैं। वैसे तो काढ़ा सेहत के अच्छा है, लेकिन किसी भी चीज की अति आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। काढ़े के साथ भी ऐसा ही है। बता दें कि जरूरत से ज्यादा काढ़ा पीने से ये आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसे किसी विशेषज्ञ से परामर्श करके ही लेना चाहिए। अगर आप भी इन दिनों में रोजाना काढ़ा पी रहे हैं, तो इससे जुड़ी कुछ बेसिक बातों के बारे में जरूर जान लें, ताकि आपकी सेहत को किसी तरह का नुकसान न झेलना पड़े। इस कारण इसकी तासीर काफी गर्म होती है। अगर आप काढ़े का सेवन जरूरत से ज्यादा करते हैं, तो आपके पेट में जलन, अपच, पेचिश, यूरिन में जलन, स्किन में ड्राईनेस, मुंह में छाले, नाक से खून आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए काढ़े का सही मात्रा में सेवन करना जरूरी है।
एक बार में आधा कप काढ़ा लेना काफी होता है। सर्दी के दिनों में आप इसे बेशक दो बार ले लें। लेकिन सर्दियां कम होने पर इसे दिन में एक बार लेना ही पर्याप्त है। इसके अलावा आप काढ़ा एक दिन छोड़कर पीएं या फिर इसे तीन हफ्ते लगातार लें और दो हफ्ते का गैप दे दें। सिर्फ इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लगातार काढ़ा पीना सेहत के लिहाज से ठीक नहीं। 
बीच-बीच में गैप देना जरूरी है। इसके अलावा काढ़े को खाली पेट न पीएं। इससे आपको पाचन संबन्धी समस्याएं हो सकती हैं। काढ़े की तासीर बहुत गर्म होती है। इसलिए इसमें हरी इलायची, मुलैठी आदि कुछ ठंडी चीजें भी जरूर डालें। इसके अलावा पानी का भरपूर मात्रा में सेवन करें, ताकि शरीर में ज्यादा गर्मी न आए। इसके अलावा काढ़े को बहुत ज्यादा न उबालें। बेहतर है कि आप रातभर के लिए सारी चीजों को पानी में डाल दें। सुबह थोड़ा उबाल कर गैस बंद कर दें।
प्रेगनेंट महिलाओं को काढ़े का सेवन विशेषज्ञ की सलाह के बगैर नहीं करना चाहिए। इसकी तासीर गर्म होती है, ऐसे में मिसकैरेज होने का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं जो लोग खून पतला करने की दवा लेते हैं। उन्हें भी काढ़े का सेवन विशेषज्ञ की सलाह से ही करना चाहिए।  पीरियड्स के दौरान भी इसके सेवन से परहेज करें वरना ब्लीडिंग बढ़ सकती है।

मंगलवार, 18 जनवरी 2022

मैच: वनडे सीरीज की तैयारी में जुटीं 'भारतीय' टीम

मैच: वनडे सीरीज की तैयारी में जुटीं 'भारतीय' टीम      
मोमीन मलिक         
नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज में मिली करारी हार के बाद भारतीय टीम वनडे सीरीज की तैयारी में जुट गई है। टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में मिली हार को भूलाकर वनडे सीरीज जीतना चाहेगी। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला वनडे 19 जनवरी से बोलैंड पार्क में खेला जाएगा। वनडे सीरीज से पहले खिलाड़ी मैदान में अभ्यास कर पसीना बहाते नजर आ रहे हैं। बीसीसीआई ने टीम इंडिया की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की है।
बीसीसीआई के द्वारा तस्वीरों में कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान केएल राहुल टीम के बाकी सदस्यों के साथ मैच प्लानिंग करते नजर आ रहे हैं। पूर्व कप्तान विराट कोहली भी एक तस्वीर में कोच और कप्तान की समझाइश को ध्यान से सुनते दिखाई दे रहे है। भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच अब तक 84 वनडे मैच खेले गए हैं। इनमें टीम इंडिया को 35 मैच में जीत हासिल हुई है। जबकि 46 मैचों में दक्षिण अफ्रीका जीता है। 3 मैचों में कोई नतीजा नहीं निकला है। जीत से ज्यादा मिली है हार।
भारतीय टीम ने अब तक दक्षिण अफ्रीका में 34 वनडे मैच खेले हैं। इनमें केवल 10 मैच में टीम इंडिया को जीत मिली है, जबकि प्रोटियाज टीम को 22 में जीत हासिल हुई है। यहां 2 मैच बेनतीजा रहे हैं। जानिए, कितने बजे से कहां खेले जाएंगे मैच। इस सीरीज का पहला मैच 19 जनवरी को बोलैंड पार्क, पार्ल में खेला जाएगा। दूसरा मैच 21 जनवरी को होगा। यह भी बोलैंड पार्क में ही खेला जाएगा। तीसरा मुकाबला 23 जनवरी को न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड, केपटाउन में होगा। सभी मैच दोपहर 2 बजे शुरू होंगे।

बारूद जैसे पदार्थ को निष्क्रिय कर सकता हैं 'सदाफूली' 
सरस्वती उपाध्याय            सदाफूली या सदाबहार या सदा सुहागिन बारहों महीने खिलने वाले फूलों का एक पौधा है। इसकी आठ जातियां हैं। इनमें से सात मेडागास्कर में तथा आठवीं भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस है। भारत में पाई जाने वाली प्रजाति का वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस रोजस है। सदाफूली में सबसे चमत्कृत करने वाली बात है कि यह बारूद जैसे पदार्थ को भी निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है। मेडागास्कर मूल की यह फूलदार झाड़ी भारत में कितनी लोकप्रिय है इसका पता इसी बात से चल जाता है कि लगभग हर भारतीय भाषा में इसको अलग नाम दिया गया है- उडिय़ा में अपंस्कांति, तमिल में सदाकाडु मल्लिकइ, तेलुगु में बिल्लागैन्नेर्स, पंजाबी में रतनजोत, बांग्ला में नयनतारा या गुलफिरंगी, मराठी में सदाफूली और मलयालम में उषामालारि। 
विकसित देशों में रक्तचाप शमन की खोज से पता चला कि  सदाबहार  झाड़ी में यह क्षार अच्छी मात्रा में होता है। इसलिए अब यूरोप भारत चीन और अमेरिका के अनेक देशों में इस पौधे की खेती होने लगी है। अनेक देशों में इसे खांसी, गले की खऱाश और फेफड़ों के संक्रमण की चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता है। सबसे रोचक बात यह है कि इसे मधुमेह के उपचार में भी उपयोगी पाया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि सदाबहार में दर्जनों क्षार ऐसे हैं जो रक्त में शकर की मात्रा को नियंत्रित रखते है।  जब शोध हुआ तो सदाबहार के अनेक गुणों का पता चला - सदाबहार पौधा बारूद - जैसे विस्फोटक पदार्थों को पचाकर उन्हें निर्मल कर देता है। यह कोरी वैज्ञानिक जिज्ञासा भर शांत नहीं करता, बल्कि व्यवहार में विस्फोटक-भंडारों वाली लाखों एकड़ ज़मीन को सुरक्षित एवं उपयोगी बना रहा है। भारत में ही  केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान  द्वारा की गई खोजों से पता चला है कि  सदाबहार की पत्तियों म विनिकरस्टीन  नामक क्षारीय पदार्थ भी होता है जो कैंसर, विशेषकर रक्त कैंसर (ल्यूकीमिया) में बहुत उपयोगी होता है। आज यह विषाक्त पौधा संजीवनी बूटी का काम कर रहा है। बगीचों की बात करें तो 1980 तक यह फूलोंवाली क्यारियों के लिए सबसे लोकप्रिय पौधा बन चुका था, लेकिन इसके रंगों की संख्या एक ही थी- गुलाबी। 1998 में इसके दो नए रंग ग्रेप कूलर (बैंगनी आभा वाला गुलाबी जिसके बीच की आंख गहरी गुलाबी थी) और पिपरमिंट कूलर (सफेद पंखुरियां, लाल आंख) विकसित किए गए।
 वर्ष 1991 में रॉन पार्कर की कुछ नई प्रजातियां बाज़ार में आईं। इनमें से प्रिटी इन व्हाइट और पैरासॉल को आल अमेरिका सेलेक्शन पुरस्कार मिला। इन्हें पैन अमेरिका सीड कंपनी द्वारा उगाया और बेचा गया। इसी वर्ष कैलिफोर्निया में वॉलर जेनेटिक्स ने पार्कर ब्रीडिंग प्रोग्राम की ट्रॉपिकाना शृंखला को बाज़ार में उतारा। इन सदाबहार प्रजातियों के फूलों में नए रंग तो थे ही, आकार भी बड़ा था और पंखुरियं एक दूसरे पर चढ़ी हुई थीं। 1993 में पार्कर जर्मप्लाज्म ने पैसिफक़ा नाम से कुछ नए रंग प्रस्तुत किए। जिसमें पहली बार सदाबहार को लाल रंग दिया गया। इसके बाद तो सदाबहार के रंगों की झड़ी लग गई और आज बाज़ार में लगभग हर रंग के सदाबहार पौधों की भरमार है।
 यह फूल सुंदर तो है ही आसानी से हर मौसम में उगता है, हर रंग में खिलता है और इसके गुणों का भी कोई जवाब नहीं, शायद यही सब देखकर नेशनल गार्डेन ब्यूरो ने सन 2002 को इयर आफ़ विंका के लिए चुना। विंका या विंकारोज़ा, सदाबहार का अंग्रेज़ी नाम है।

सोमवार, 17 जनवरी 2022

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी    

मोमीन मलिक          इस्लामाबाद/ सिडनी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने ऑस्ट्रेलिया में चल रही बिग बैश लीग (बीबीएल) को एक बड़ा झटका दिया है। पीसीबी ने लीग में खेल रहे अपने खिलाड़ियों के लिए एक फरमान जारी कर उन्हें तुरंत घर बुला लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने यह फैसला क्यों लिया, इसका भी स्पष्टीकरण दिया है।

दरअसल, पाकिस्तान में भी घरेलू टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग का 7वां सीजन जल्द शुरू होने वाला है। इसके चलते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तत्काल रूप से अपने खिलाड़ियों को पीएसएल खेलने के लिए वतन वापस बुला लिया है।  पाकिस्तान सुपर लीग का आगाज 27 जनवरी से होगा। पीसीबी चाहता है कि टूर्नामेंट की तैयारी के लिए पूरा समय मिल सके, इसके लिए खिलाड़ियों को पहले ही बुला लिया है।


डायबिटीज़ के रोगियों के लिए लाभदायक हैं मशरूम

सरस्वती उपाध्याय         नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। विशेषज्ञों का कहना है कि मशरूम में न्यूट्रिश्नल तत्व तो बहुत अधिक होते ही हैं और साथ शर्करा इसमें बिल्कुल नहीं होता।

विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज़ के रोग में मशरूम के सेवन से रक्त में पाई जाने वाली शर्करा को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि मशरूम में कैंसर, एचआइवी संक्रमण और कई घातक रोगों के उपचार के गुण मौजूद हैं। शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यदि आप वजऩ घटाने के लिए डाइटिंग और व्यायाम पर विशेष ध्यान देते हैं तो आपको आहार में नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना अतिआवश्यक है। इससे आप सरलता से अपना वजऩ कम कर सकते हैं।

रविवार, 16 जनवरी 2022

फुटबॉल: मिस्र ने गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया

फुटबॉल: मिस्र ने गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया    

मोमीन मलिक        याओंदे। मोहम्मद सालाह के गोल की मदद से मिस्र ने अफ्रीकन कप फुटबॉल प्रतियोगिता में गिनी-बिसाऊ को 1-0 से हराया। गिनी बिसाऊ ने हालांकि, खेल के अंतिम क्षणों में बराबरी का गोल दाग दिया था। लेकिन वीएआर की समीक्षा के बाद इसे अस्वीकार कर दिया गया। सालाह ने 69वें मिनट में गोल किया जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ।

खेल समाप्त होने में जब आठ मिनट का समय बचा था तब गिनी बिसाऊ के फारवर्ड मामा बाल्डे ने गोल करके मिस्र को हतप्रभ कर दिया। लेकिन बुरुंडी के रेफरी पैसेफिक नडाबिहावेनिमाना ने काफी देर तक वीएआर समीक्षा करने के बाद पाया कि बाल्डे ने फॉउल किया था और उन्होंने गोल को अयोग्य घोषित कर दिया।


सौंफ की चाय का सेवन करना फायदेमंद, जानिए     
सरस्वती उपाध्याय         सौंफ का सेवन कर हम अपने मुंह को फ्रेश करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, इसकी तासीर ठंडी होती है। लेकिन क्या आप इस बात को जानतें, हैं कि सौंफ की चाय भी बनती है। जो कि कई बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है। 

पाचन क्रिया: सौंफ की इस चाय को पीने से पेट में गैस नहीं बनती हैं और डायरिया और पेट दर्द जैसी समस्या में भी आसानी से राहत मिल जाता है।

पेट के कीड़े: सौंफ की चाय का सेवन करके पेट में एसिड लेवल कम हो जाता है, इससे आंतों में होने वाले बैक्टीरिया और कीड़े भी खत्म हो जाते हैं।

गठिया में फायदेमंद: इस चाय का सेवन करके आप आसानी से अपने जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत पा सकती हैं, इससे आपको जल्द आराम मिलता है।

आंखों के लिए: रातभर ठीक से ना सोने से हमारी आंखों में सूजन हो जाती है, इसके लिए आप सौंफ की चाय बनाए और फिर रूई इसमें डुबोकर अपनी आंखों को 10 मिनट के लिए सेंके।

रक्त को करें साफ: इस चाय का सेवन करके आप जॉन्डिस के खतरे को कम कर सकती हैं। इसी के साथ यह किडनी के कार्य को तेज करके हमारे खून को साफ करती है।

शनिवार, 15 जनवरी 2022

टीम इंडिया के पूर्व कोच ने पीटरसन की तारीफ की

टीम इंडिया के पूर्व कोच ने पीटरसन की तारीफ की   

मोमीन मलिक           नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कीगन पीटरसन की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कहा कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने उन्हें महान गुंडप्पा विश्वनाथ की याद दिला दी। पीटरसन ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका की 2-1 से जीत में अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाज ने केपटाउन में तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में अर्द्धशतक बनाए और उन्हें प्लेयर आफ द मैच के साथ-साथ प्लेयर आफ द सीरीज भी चुना गया। बता दें कि केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट में डीन एल्गर की कप्तानी वाली टीम ने विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच में कीगन पीटरसन ने 72 और 82 रनों की पारी खेली। 

कीगन पीटरसन की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए शास्त्री ने कहा कि कीगन पीटरसन के तौर पर एक वर्ल्ड क्लास प्लेयर तैयार हो रहा। उन्हें उनके बचपन के हीरो गुंडप्पा विश्वनाथ की याद आ गई। दाएं हाथ के बल्लेबाज विश्वनाथ को अपने युग के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक के रूप में माना जाता है। उन्होंने भारत के लिए 91 टेस्ट और 25 एकदिवसीय मैच खेले। वह कलाई का शानदार इस्तेमाल करके स्क्वायर कट खेलते। 28 वर्षीय पीटरसन भी वैसे ही कलाई का इस्तेमाल करते हैं। पीटरसन ने तीन मैचों की सीरीज को छह पारियों में 276 रन बनाए। इसमें तीन महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल हैं।

मैच के बाद पीटरसन ने कहा कि शुक्रवार को न्यूलैंड्स में तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीतने के बाद उन्हें बहुत खुशी हुई। उन्होंने अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, ‘मैं सकारात्मक होकर खेलने की कोशिश कर रहा था। यह  परिस्थितियां काफी रही हैं और बस मैं अपने मजबूत पक्ष पर टीका हुआ था। लंबा सफर रहा है अभी पूरी कहानी नहीं बता सकता। कहानी कल सुबह तक खत्म नहीं होगी। पिच काफी चुनौतीपूर्ण रही हैं। गेंदबाजी आक्रमण भी काफी चुनौतीपूर्ण रहा है।


कोविड-19 संक्रमण को रोकने में कारगर 'गांजा-भांग'
सरस्वती उपाध्याय           गांजे-भांग का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शोध और अध्ययन से पता चला है कि गांजे-भांग की कुछ यौगिक, कंपाउंड कोविड-19 संक्रमण को रोकने में कारगर है। लेकिन, कोरोना वायरस वाले गंभीर रोगियों का इलाज मारिजुआना से हो रहा है। वैसे गांजे-भांग का नियमित सेवन करने वाले अपने ही दुनियां में खोए रहते हैं। अक्सर सुनने को मिलता है कि वे उस अनुरूप आहार भी लेते है। जिससे गांजे-भांग का सेवन करने वाले लोगों की सेहत और इम्यूनिटी बनी रहती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि गांजे-भांग का सेवन करने से भूख अधिक लगती है। भूख लगने की वजह से लोग भरपूर आहार लेते हैं। गांजे और भांग का सेवन कोरोना संक्रमण से बचाव में कितना सहयोगी है? इससे और कोरोना महामारी के बारे में बहुत जानकारियां सोशल मीडिया पर भरा पड़ा है। 
दुनिया में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यौगिक, कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण रोकने में गांजा और भांग कारगर हैं। ऐसे में बड़ा दावा किया गया है कि कोरोना वायरस वाले गंभीर रोगियों का इलाज मारिजुआना, यानी गांजे और भांग से किया जा सकता है। 
कनाडा, इसराइल और ब्रिटेन समेत कई देशों में यह पता लगाने के लिए ट्रायल शुरू हो गया है। गांजा कोरोना संक्रमण के इलाज में फायदेमंद हो सकता है। औषधीय गांजे में संक्रमण की अवधि कम करने में मदद मिली है। यह भी हो सकता है कि इसे साइटोकाइन स्टॉर्म के इलाज में भी सहयोग मिले। साइटोकाइन स्टॉर्म कोविड-19 के गंभीर मरीजों में देखने को मिलता है। 
एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के शोधकर्ताओं ने चूहों पर गांजा-भांग से संबंधित तीन अध्ययन किए हैं। एक-दूसरे अध्ययन में पाया गया है कि गांजा-भांग के कुछ यौगिक कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण को रोक सकते हैं। वैज्ञानिकों की यह रिसर्च भांग में रासायनिक यौगिकों की उपस्थिति से संबंधित है, जो वायरस को स्वस्थ मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोक सकते हैं। कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए वैज्ञानिक लगातार रिसर्च में लगे हुए हैं। हाल ही में एक नई रिसर्च के मुताबिक, गांजे-भांग के कुछ यौगिक, कंपाउंड कोविड -19 संक्रमण को रोक सकते हैं। वैज्ञानिकों की यह रिसर्च भांग में रासायनिक यौगिकों की उपस्थिति के बारे में बात करता है, जो वायरस को स्वस्थ मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोक सकते हैं। ये रिसर्च ओरेगन स्टेट के ग्लोबल हेम्प इनोवेशन सेंटर, कॉलेज ऑफ फार्मेसी और लिनुस पॉलिंग इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में हुई है। जो जर्नल ऑफ नेचुरल प्रोडक्ट्स में पब्लिश हुई है। इसके मुताबिक, शोधकर्ता किसी भी तरह से यह नहीं कहते कि गांजे-भांग कोविड-19 से बचा सकता है।  
स्पाइक प्रोटीन से जुड़ने में सक्षम: ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के साथ शोध करने वाले रिचर्ड वैन ब्रीमेन ने पाया है कि कैनाबिनोइड एसिड की एक जोड़ी कोरोना वायरस की स्पाइक प्रोटीन से जुड़ने में सक्षम है। यह उस जैविक प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम को रोक सकता है, जिसका उपयोग वायरस लोगों को संक्रमित करने के लिए करता है। इन यौगिकों को ओरल रूप से लिया जा सकता है और इंसानों में इसके सुरक्षित उपयोग का लंबा इतिहास है।इनके पास कोविड द्वारा संक्रमण को रोकने और इलाज करने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि "ये कैनबिनोइड एसिड, भांग और भांग की कई चीजों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। रिसर्च में जिन कंपाउंड के बारे में बताया गया है, वे कैनाबिगेरोलिक एसिड और कैनबिडिऑलिक एसिड दोनों वायरस के स्पाइक प्रोटीन से जुड़ सकते हैं। इन यौगिकों का इस्तेमाल वायरस को टारगेट करने के लिए कोविड-19 वैक्सीन और एंटीबॉडी के इलाज में भी किया जा सकता है।

शुक्रवार, 14 जनवरी 2022

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया

अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया     
मोमीन मलिक         प्रिटोरिया। साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में पिछड़ने के बाद 2-1 से जीत हासिल की। अफ्रीकी टीम ने शुक्रवार को तीसरे टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हराया। यह मुकाबला 4 ही दिन में खत्म हो गया। भारत ने साउथ अफ्रीका को 212 रन का लक्ष्य दिया था। कीगन पीटरसन ने दूसरी पारी में 82 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने पहली पारी में 223 जबकि दूसरी पारी में 198 रन बनाए थे। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 210 रन का स्कोर खड़ा किया था। सीरीज का पहला टेस्ट भारत ने जीता था। लेकिन मेजबान टीम ने अंतिम दोनों टेस्ट जीतकर सीरीज पर कब्जा किया। 
भारतीय टीम यहां 30 साल में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। 
अब दोनों देशों के बीच 19 जनवरी से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। कीगन पीटरसन 48 रन पर नाबाद थे। उन्होंने दिन के दूसरे ओवर में सीरीज का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। उन्हाेंने पहली पारी में भी शानदार 72 बनाए थे। 59 रन पर पीटरसन का कैच पहली स्लिप पर चेतेश्वर पुजारा ने टपकाया। अगर यह कैच पकड़ लिया जाता। मैच रोमांचक हो सकता था, क्योंकि इसके बाद भी साउथ अफ्रीका को 86 रन की जरूरत थी।

ऐसी अनोखी चिड़िया, जिसके जमीन पर पांव नहीं पड़तें
सरस्वती उपाध्याय          आपने एक फेमस गाना तो सुना ही होगा, ‘आजकल पांव जमीं पर नहीं पड़ते मेरे’। जब कोई बहुत खुश होता है तो कहते हैं कि उसके पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे, वो सातवें आसमान तक पहुंच जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसी भी अनोखी चीड़िया है ? जिसके कदम जमीन पर कभी नहीं पड़ते हैं। वैज्ञानिक भी इस चिड़िया के बारे में जानकर दंग हो जाते हैं
हम बात कर रहे हैं हरियल पक्षी की, ये बेहद अनोखी चिड़िया है। 
जो कभी भी जमीन पर कदम नहीं रखती है। ये चिड़िया दिखने में कबूतर जैसी ही लगती है। इसका रंग स्लेटी और हरा होता है। जबकि इसपर पीले रंग की धारियां होती हैं। अपने अनोखे रंग के ही कारण इसे हरियल पक्षी ही कहते हैं। ये चिड़िया भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है और हमेशा ही ऊंचे पेड़ों पर अपने घोंसले बनाती है।
जमीन पर आने की नहीं पड़ती जरूरत: रिपोर्ट्स के अनुसार इस चिड़िया की चोंच काफी मजबूत होती है और ये फलों और पत्तियों पर जमने वाली ओस को पीकर अपनी प्यास बुझाती है। दूसरी ओर इस चिड़िया ऊंचे पेड़ों पर ही घोंसला बनाती है। आपको बता दें अन्य पक्षियों की तरह ये चिड़िया घास के तिनकों और पत्तों का इस्तेमाल कर के ही घोंसला बनाती है। इसे पत्ते, फल, फूल की कलियां, बीज, फसल के अनाज आदि पसंद हैं। इसके अलावा ये चिड़िया पीपल, अंजीर, गूलर आदि के पेड़ों के पत्ते भी खाती है। यही कारण है कि इस चिड़िया की सारी जरूरतें पेड़ों से ही पूरी हो जाती हैं। इस कारण से इसे जमीन पर आने की जरूरत नहीं पड़ती है।
कई साल तक जीवित रहती है चिड़िया: ये चिड़िया अपने स्वभाव में सुस्त और शर्मीली होती है। इसलिए ये इंसानों के पास ज्यादा नहीं आती है। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि ये चिड़िया 26 सालों तक जीवित रह सकती है। लंबाई में ये 3 फीट की होती है और अक्सर पेड़ों की ऊंचाई पर नर और मादा बैठे हुए दिख जाते हैं। मगर जानकारों का मानना है कि नर के मुकाबले मादा ज्यादा सुस्त होती है। यूं तो ये चिड़िया महाराष्ट्र की राज्य पक्षी है। मगर उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पाई जाती है। पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका में भी पक्षी पाई जाती है।

गुरुवार, 13 जनवरी 2022

स्टार बल्लेबाज एबी ने संन्यास लेने का घोषणा की

स्टार बल्लेबाज एबी ने संन्यास लेने का घोषणा की    
मोमीन मलिक           नई दिल्ली/ प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने 19 नवंबर, 2021 को अचानक संन्यास लेने की घोषणा करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) के मेगा आक्शन के मद्देनजर माना जा रहा था कि रायल चैलेंजर्स बैंगलोर मिस्टर 360 को जरूर रिटेन करेगी, लेकिन उन्होंने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। अब इस दिग्गज खिलाड़ी ने बताया है कि उन्होंने यह फैसला क्यों लिया? उन्होंने आइपीएल 2021 को इसके लिए जिम्मेदार बताया है।
एबी डिविलियर्स ने कहा कि पिछले साल आइपीएल के दो भागों में बटने से परेशानी बढ़ गई। डिविलियर्स ने आखिरी बार मार्च 2018 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जोहांसबर्ग टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के लिए खेले थे। उन्होंने ब्रिस्बेन हीट के लिए बिग बैश लीग में एक सीजन खेला और 2021 तक आइपीएल आरसीबी के लिए खेले। यह सीजन उनके लिए अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 15 मैचों में 31.3 के औसत से 313 रन बनाए, जो कि 2017 के बाद से उनका सबसे कम था। हालांकि, उन्होंने लीग में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले छठे खिलाड़ी के रूप में अपने करियर का अंत किया। तीन शतक और 40 अर्द्धशतक सहित 184 मैचों में उनके नाम 5162 रन हैं।
सर्दियों में त्वचा को नेचुरल ग्लोइंग बनाने के तरीके
सरस्वती उपाध्याय         सर्दियों में कई बार चेहरे का ग्लो गायब हो जाता है। इसका एक कारण ये भी है कि सर्दियों में पानी का इनटेक कम होने से स्किन ​का डिटॉक्सीफिकेशन ठीक से नहीं हो पाता। यहां जानिए वो तरीके, जो आपकी त्वचा को नेचुरली ग्लोइंग बनाएंगे।

1. सुबह 4-5 ताजे आंवले का रस निकालकर इसमें थोड़ा-सा शहद और हल्दी मिलाकर घूंट-घूंट करके ​पीएं।एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंवला एक बेहतरीन डिटॉक्सीफायर है। ये स्किन पर ग्लो लाने के साथ पिगमेंटेशन और ब्लैक स्पॉट की समस्या को दूर करता है। साथ ही कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाकर त्वचा को जवां बनाए रखता है।

2. स्किन को ग्लोइंग और हेल्दी बनाए रखने के लिए हफ्ते में एक दिन स्किन की मालिश जरूर करें। इससे ​त्वचा हाइड्रेट रहती है। साथ ही सप्ताह में एक बार या दो बार चावल का पैक इस्तेमाल करें। इसे बनाने के लिए एक चम्मच चावल के पाउडर में दूध, शहद डालकर अच्छी तरह से मिक्स करके पेस्ट बनाएं और स्किन पर अप्लाई करें।

3. मेकअप हटाने और चेहरे को क्लीन करने के लिए हमेशा हल्के और सल्फेट मुक्त फेस क्लींजर का इस्तेमाल करें। आपका मॉइश्चराइजर भी ज्यादा गाढ़ा नहीं होना चाहिए। आप चाहें तो क्लींजर के तौर पर आप कच्चे दूध का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा रात में सोते समय मलाई या ग्लिसरीज, गुलाबजल और नींबू का मिश्रण आपकी त्वचा को अंदर तक मॉइश्चराइज कर सकता है।

4. पानी पीने में कोई कंजूसी न करें। पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। इससे आपकी स्किन को अंदर से नमी मिलती है और उसमें जान आती है। ऐसे में स्किन नेचुरली ग्लो करती है।

5. स्किन को नेचुरली ग्लोइंग बनाने के लिए शरीर को अंदर से भी सेहतमंद रखना जरूरी है। इसके लिए हेल्दी फूड जैसे नट्स, दूध, अंकुरित अनाज, फल, दालें, हरी सब्जियां, सलाद, नारियल पानी, छाछ आदि भरपूर मात्रा में लें। चिकने और मसालेदार फूड से बचाव करें और बाहरी फूड को अवॉयड करें।

बुधवार, 12 जनवरी 2022

मैच: कोहली ने 201 बॉल पर 79 रन की पारी खेली

मैच: कोहली ने 201 बॉल पर 79 रन की पारी खेली      

मोमीन मलिक           नई दिल्ली। भारत की टीम पहली पारी में 223 रन पर ऑलआउट हो गई। कप्तान विराट कोहली ने 201 बॉल पर सबसे ज्यादा 79 रन की पारी खेली। उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 43 और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 27 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के लिए कगिसो रबाडा ने सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके। उनके अलावा मार्को जानसेन ने 3 सफलता हासिल की। दुने ओलिवियर, लुंगी एनगिडी और केशव महाराज ने 1-1 विकेट लिया।

केपटाउन टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने एक विकेट गंवाकर 17 रन बना लिए। फिलहाल, एडेन मार्करम 8 और केशव महाराज 6 रन बनाकर नाबाद हैं। साउथ अफ्रीका टीम को 10 रन पर पहला झटका लगा।जसप्रीत बुमराह ने अफ्रीकी टीम के कप्तान डीन एल्गर को पवेलियन भेजा। एल्गर तीन रन ही बना सके। उनकी जगह केशव महाराज बल्लेबाजी करने आए। केपटाउन टेस्ट में साउथ अफ्रीका टीम की पहली पारी शुरू। कप्तान डीन एल्गर और एडेन मार्करम ने ओपनिंग में कमान संभाली।पहला ओवर जसप्रीत बुमराह किया, जिसमें कोई रन नहीं बना।

चने के कबाब बनाने की स्वादिष्ट रेसिपी, जानिए      

सरस्वती उपाध्याय          पेश है, आपके लिए चने के कबाब बनाने की रेसिपी। यह खाने में बहुत ही टेस्टी होते हैं। इसके साथ ही इन्हें बनाना भी आसान होता है।

सामग्री: काले चने – 2 कप
ब्रेड क्रम्ब्स – 1/2 कप
प्याज (बारीक कटा हुआ) – 2
शिमला मिर्च (बारीक कटी हुई) – 1
उबले आलू – 2
अदरक लहसुन का पेस्ट – 2 बड़े चम्मच
धनियापत्ती – 2 बड़े चम्मच
अमचूर पाउडर – 1/2 चम्मच
गरम मसाला – 1/2 चम्मच
जीरा पाउडर – 1/2 चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
चाट मसाला – 1/2 चम्मच
पानी – जरूरत के हिसाब
नमक – स्वादानुसार
तेल – कबाब पकाने के लिए

विधि: इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले चने को भिगोकर 5-6 घंटे के लिए रखें। फिर इसके बाद चने का पानी छानें और एक पानी से धोएं। 

इसके बाद फिर कूकर में चने और 1 कप पानी डालकर 5-6 सीटी लगाएं। 

कूकर का प्रेशर खत्म होने के बाद चने का पानी छान लें और इसे एक बर्तन में डालकर मैश करें।

फिर इसमें लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, जीरा पाउडर, अमचूर, उबले आलू, शिमला मिर्च, ब्रेड क्रम्ब्स, धनियापत्ती, अदरक लहसुन का पेस्ट और नमक डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।

अब आलू को भी मैश कर लें और चने के साथ मिला लें।

फिर हथेलियों पर थोड़ा-सा तेल लगाकर मिक्सचर का थोड़ा-सा हिस्सा लेकर कबाब की शेप दें।

अब कड़ाही में तेल गर्म करके कबाब तल लें। चने के कबाब तैयार है।

मंगलवार, 11 जनवरी 2022

भारत और अफ्रीका के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट

31 के स्कोर पर भारत को पहला झटका लगा। केएल राहुल 12 रन बनाक आउट हुए। उन्हें डुआने ओलिवियर ने विकेटकीपर वेरेन के हाथों कैच कराया। फिलहाल मयंक और पुजारा क्रीज पर हैं। बारिश रुक चुकी है और मैच अपने निर्धारित समय पर शुरू हो रहा है। भारतीय ओपनर्स केएल राहुल और मयंक अग्रवाल क्रीज पर हैं। वहीं, पहला ओवर कगिसो रबाडा डाल रहे हैं। पहले ओवर में भारत ने बिना विकेट गंवाए छह रन बना लिए हैं। केपटाउन में टॉस के बाद हल्की बारिश शुरू हो गई है। पिच को ढंक दिया गया है। हालांकि बारिश बहुत तेज नहीं है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बारिश रुकेगी और मैच शुरू होगा। हल्की बारिश की वजह से पिच और हवा में नमी होगी। अफ्रीकी तेज गेंदबाज शुरुआत में इसका फायदा उठा सकते हैं।

भारत ने लगातार तीसरे टेस्ट में टॉस जीता है और बल्लेबाजी का फैसला किया है। भारतीय कप्तान विराट कोहली इस मैच में खेल रहे हैं। पीठ में तकलीफ के चलते वो पिछला मैच नहीं खेले थे। पिछले मैच में उनकी जगह हनुमा विहारी को मौका दिया गया था। हनुमा तीसरा टेस्ट नहीं खेल रहे हैं। वहीं, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की जगह उमेश यादव को टीम में शामिल किया गया है। सिराज दूसरे टेस्ट के दौरान चोटिल हुए थे और पूरे मैच में ठीक से गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। इसके बाद उनका टीम से बाहर होना तय था, लेकिन पूर्व क्रिकेटर्स का मानना था कि उनकी जगह ईशांत शर्मा को मौका दिया जाएगा। हालांकि कप्तान कोहली और कोच द्रविड़ ने उमेश को मौका देने का फैसला किया है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका की टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि पिछले दो मैचों में डीन एल्गर ने केशव महाराज से बहुत ही कम ओवर कराए हैं, पर तीसरे मैच के लिए भी उन्हें टीम में रखा गया है।


सफेद बालों की परेशानी दूर करेंगा 'नारियल' का तेल

सरस्वती उपाध्याय           आपको बता दें कि नारियल का तेल आपकी सफेद बालों की परेशानी को दूर करने में बेहद कारगर होता है। परंतु यदि अपनी तेल की मालिश को अधिक कारगर बनाना चाहती हैं एवं सफेद होते बालों को रोकना भी चाहती हैं, तो आप नारियल के तेल के साथ यह बेहद खास चीज अवश्य मिलाएं। सर्वप्रथम आप नारियल तेल लें और उसमें करी पत्ते डालकर उबाल दें टैब तक उबालें जब तक करी पत्ते काले न हो जाएं। फिर जब यह ठंडा हो जाए। तब आप अपने बालों की इस तेल से अच्छे से मालिश करें। याद रखिये यह करने के बाद तुरंत बाल न धोएं लगभग 30 से 45 मिनट के बाद ही धोएं।

दूसरा प्रयोग, आप नारियल तेल में नींबू का रस मिलाएं। और फिर आप इससे अपने बालों व सिर की अच्छे से मालिश करें। ऐसा करने के लगभग आधे घंटे बाद अपना सिर धो दें। नारियल का तेल सफेद होते बालों को रोकने में लाभकारी है।आप नारियल तेल के अंदर सूखे हुए आंवले के टुकड़े डालें और फिर इन्हें उबाल दें। और बाद में जब तेल ठंडा हो जाए तो इससे अपने सिर व बालों पर अच्छे से मालिश करें। आपको बाल धोने से पहले लगभग 1 गहनता यूँ ही छोड़ना होगा। ऐसा लगभह सप्ताह में एक या दो बार अवश्य करें आपको लाभ होगा।

सोमवार, 10 जनवरी 2022

अनिंद्रा की दिक्कत दूर करेगा जायफल, जानिए

अनिंद्रा की दिक्कत दूर करेगा जायफल, जानिए     

सरस्वती उपाध्याय        जायफल में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फाइबर, फॉस्फोरस, पोटैशियम, विटामिन सी, बी 6, ए, सोडियम और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं। वैसे तो हम जायफल को गर्म मसालें में मिलाकर ही प्रयोग करते हैं। जायफल बच्चों से लेकर बड़ों तक की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों काे दूर करता है। जायफल को कई प्रकार से प्रयोग में लाया जा सकता है। इसे मिल्क में मिलाकर पीने से बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।

आएगी चैन की नींद: नींद न आने की दिक्कत को दूर करने में जायफल मिल्क काफी फायदेमंद होता है। इसको रात को सोने से पहले पीने से अच्छी नींद आती है, साथ ही ये तनाव और थकान को दूर करने में भी काफी मदद करता है।

कब्ज को करें दूर: जायफल मिल्क पीने से आपकी पेट संबंधी कई तरह की दिक्कतों को दूर करने में भी मदद मिलती है। ये गैस, कब्ज और अपच जैसी दिक्कतों को दूर करता है और डाइजेशन को बेहतर बनाता है।

जोड़ों के दर्द से दे राहत: दूध में जायफल मिक्स करके पीने से आपको जोड़ों के दर्द से काफी हद तक राहत मिल सकती है. दरअसल, जायफल में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द व सूजन से राहत देने में मदद करते हैं। 

त्वचा की रंगत निखारे: जायफल मिल्क केवल सेहत को ही फायदे नहीं देता है। ये स्किन को ग्लोइंग बनाने में भी काफी मददगार साबित होता है। आप जायफल को दूध में मिलाकर इसको अपनी स्किन पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

जायफल मिल्क: जायफल मिल्क तैयार करने के लिए आप दूध को उबालकर इसमें जायफल का पाउडर मिक्स कर लें।फिर गुनगुना रह जाने पर इसका सेवन करें। इसे छानकर जायफल मिल्क का सेवन करें। इसमें गुड़ मिला सकते हैं।

खेल: गुणेश्वरन ने गालान को 6.4, 6. 4 से मात दीं      

मोमीन मलिक         मेलबर्न। भारत के प्रजनेश गुणेश्वरन ने कोलंबिया के तीसरी वरीयता प्राप्त डेनियल इलाही गालान को सीधे सेटों में हराकर आस्ट्रेलियाई ओपन क्वालीफायर के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। विश्व रैंकिंग में 221वें स्थान पर काबिज प्रजनेश ने 119वीं रैंकिंग वाले गालान को 6.4, 6. 4 से मात दी।

अब उनका सामना जर्मनी के मैक्समिलियन मार्टरर और क्रोएशिया के निनो एस के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। भारत के रामकुमार रामनाथन और युकी भांबरी भी दौड़ में हैं जो अपना पहला मैच मंगलवार को खेलेंगे। वहीं अंकिता रैना महिला एकल वर्ग के क्वालीफायर में उतरेंगी।

रविवार, 9 जनवरी 2022

मुकाबला: सीरीज के चौथे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराया

मुकाबला: सीरीज के चौथे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराया      

मोमीन मलिक         सिडनी/ लंदन। इंग्लैंड ने अपने बल्लेबाजों के संघर्ष के सहारे सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले गए एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट मैच को ड्रॉ करा दिया है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 388 रनों का लक्ष्य रखा था। लेकिन इंग्लैंड की टीम ने मैच के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को 9 विकेट पर 270 रन बनाकर मैच ड्रॉ करा दिया। चौथा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भी मेजबान ऑस्ट्रेलिया अभी पांच मैचों की एशेज सीरीज में 3-0 से आगे है।

इंग्लैंड को इस सीरीज में अबतक एक भी जीत नहीं मिली है। दोनों टीमों के बीच एशेज सीरीज का पांचवां और अंतिम टेस्ट 14 जनवरी से होबार्ट में खेला जाएगा।ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में भी ख्वाजा के शतक की मदद से 8 विकेट पर 416 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम अपनी पहली पारी में 294 रन पर सिमट गई। जॉनी बेयरस्टो ने इंग्लैंड के लिए शतक जड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में भी 6 विकेट पर 265 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 388 रनों का लक्ष्य रखा। इसके बाद इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में मैच के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को 9 विकेट पर 270 रन बनाकर मैच ड्रॉ करा दिया।

खून की कमी के लिए मददगार हैं 'नारी का साग'

सरस्वती उपाध्याय        अगर आपको साग खाना पसंद है तो नारी का साग खाया होगा और साग पसंद नहीं है तो एक बार इसे जरूर ट्राई करें। इस साग का स्वाद और सेहत के फायदें जाननें के बाद आपकी डाइट में ये जरूर शामिल हो जाएगा।

खून की कमी करेगा दूर: नारी का साग शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है। नारी के साग में काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो खून की कमी को दूर करने में मददगार साबित होता है।

करें लिवर डिटॉक्स: नारी का साग लिवर डिटॉक्स करने में मदद करता है, ये साग आपके लिवर की गंदगी को दूर करने में मददगार है। नारी के साग में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट लिवर के एंजाइम को एक्टिवेट करते हैं, जिससे आपका लिवर हेल्दी रहता है।

बढ़ाए आंखों की रोशनी: नारी के साग में काफी मात्रा में विटामिन ए और कैरोटीनॉयड मौजूद होता है। ये आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है। इतना ही नहीं नारी के साग को डाइट में शामिल करने से रतौंधी रोग भी दूर रहता है।

पाचन क्रिया को करें फिट: पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में भी नारी का साग अच्छी भूमिका निभाता है। इस साग में फाइबर की मात्रा काफी अच्छी होती है और ये नेचुरल लेक्सटेसिव की तरह काम करता है। साथ ही ये फाइबर मेटाबोलिक रेट को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। जिससे आप जो कुछ भी खाते हैं वो आसानी के साथ पच जाता है।

दिल का रखें ख्याल: नारी का साग खाने में मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। ये ब्लड वेसेल्स को स्वस्थ रखता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। जिससे आप हार्ट सम्बन्धी बीमारियों से बचे रहते हैं।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...