मंगलवार, 26 मई 2020
राहुल ने सरकार पर करारा हमला किया
यूपी में संक्रमण की बढ़त, मामले-6497
लखनऊ। यूपी में सोमवार को 229 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। अब तक कुल मरीजों की संख्या 6497 हो गई है। इनमें से 3660 को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गया है जबकि 2668 एक्टिव मरीज अभी आइसोलेशन में हैं। वहीं मेरठ में दो, बस्ती, संतकबीर नगर, प्रतापगढ़, गोरखपुर, बरेली, इटावा में एक-एक और मरीज की मौत हुई है। इससे अब तक कुल 169 मरीजों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में अब तक 6497 मरीज मिल चुके हैं। इनमें आगरा में 859, मेरठ 379, नोएडा 359, कानपुर नगर 335, लखनऊ 327, गाजियाबाद 238, सहारनपुर 231, फिरोजाबाद 219, मुरादाबाद 188, रामपुर 167, वाराणसी 159, बाराबंकी 140, बस्ती 140, जौनपुर 137, अलीगढ़ 127, बुलंदशहर 107, हापुड़ 99, गाजीपुर 85, सिद्धार्थ नगर 85, बिजनौर 79, बहराइच 73, प्रयागराज 71, संभल 67, मथुरा 65, रायबरेली 64, संतकबीर नगर 64, सुल्तानपुर 62, लखीमपुर खीरी 60, प्रतापगढ़ 60, अमरोहा में 59 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
इसी तरह से अयोध्या में 57, देवरिया 53, गोरखपुर 53, बरेली 51, गोंडा 50, कौशांबी 47, अमेठी 46, मुजफ्फर नगर 46, इटावा 43, जालौन 43, शामली 42, पीलीभीत 41, आजमगढ़ 40, आंबेडकर नगर 39, फतेहपुर 39, महाराजगंज 39, सीतापुर 39, हरदोई 38, बदायूं 36, बलरामपुर 36, कन्नौज 36, झांसी 32, बलिया 31, मिर्जापुर 31, बागपत 29, चित्रकूट 29, श्रावस्ती 29, भदोही 27, उन्नाव 27, मैनपुरी 26, फर्रुखाबाद 25, बांदा 23, औरैया 22, हाथरस 22, चंदौली 20, शाहजहांपुर 19, एटा 16, कासगंज 15, मऊ 15, कानपुर देहात 10, कुशीनगर 09, महोबा 09, हमीरपुर 06, सोनभद्र 05 व ललितपुर में एक मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं।
दिल्ली में 200 से ज्यादा झुग्गियों में आग
नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में बीती रात आग लगने से अफरा तफरी मच गई। आग तुगलकाबाद गांव की झुग्गियों में लगी थी। एक के बाद एक सिलेंडर फटने से आग तेजी से फैली। इस हादसे में 200 से ज्यादा झुग्गियां और गोदाम जलकर खाक हो गए। दमकल की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझाने के दौरान दिल्ली साउथ ईस्ट के डीसीपी राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया था कि हमें लगभग 1 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। 18-20 फायर टेंडर मौके पर हैं। दमकल की कार्रवाई जारी है। अब तक कोई हताहत नहीं हुआ है। बाद में दमकल को कई और गाड़ियां मंगानी पड़ी। इसके बाद आगू पर काबू पाया जा सका। दक्षिणी दिल्ली जोन के डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर एसएस तुली ने कहा कि तुगलकाबाद गांव में बड़े पैमाने पर लगी आग को बुझाने के लिए करीब 30 फायर टेंडर इलाके में भेजे गए थे। फिलहाल आग अब काबू में है और दमकल के अधिकारी आग लगने के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
एसएस तुली ने कहा, ‘करीब 30 फायर टेंडर घटनास्थल पर हैं। आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाई है। कोई हताहत नहीं हुआ है.।स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हालांकि, बाद में पता चला कि आग सिलेंडर फटने के कारण लगी थी। इसके बाद एक के बाद एक कई सिलेंडर फटे। इस वजह से आग ने विकराल रूप ले लिया।
विधायक ने मरीजों के साथ मनाई 'ईद'
मात्र 5 लोगों ने मस्जिदों में नमाज अदा कर किया प्रशासन का सहयोग।
“मकबूल अहमद”
श्रावस्ती। विधायक असलम राईनी और युवा समाजसेवी आतिफ असलम ने जिला अस्पताल में उपस्थित मरीजों से मुलाकात कर जाना उनका हाल और फल एवं मिठाई को मरीजों में वितरित कर मरीजों के साथ मनाया ईद का त्यौहार।विधायक असलम राईनी ने 5 लोगों के साथ नमाज अदा कर सादगी से मनाया ईद का त्यौहार और सभी से की सहयोग की अपील। विधायक असलम राईनी और युवा समाजसेवी आतिफ असलम ने कहा कि जनपद श्रावस्ती वासियों को शांति व्यवस्था के साथ मात्र 5 लोगों के मस्जिद में नमाज अदा करने पर और घर में नमाज पढ़ने की अपील पर श्रावस्ती वासियों को धन्यवाद दिया….. उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन श्रावस्ती के आदेशों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से श्रावस्ती वासियों ने सादगी से ईद का त्यौहार मना कर अच्छा संदेश दिया है मैं जनपद श्रावस्ती वासियों को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं
■अनेकता में एकता ही इस देश की शान है ,शायद इसीलिए कोरोना को हराना अब आप चाहें तो आसान है: असलम राईनी
जनपद श्रावस्ती के भिनगा विधायक मोहम्मद असलम राईनी एवं युवा समाजसेवी मोहम्मद आतिफ असलम ने जनपद श्रावस्ती वासियों से की अपील
ईद मनाए लेकिन सादगी के साथ मनाएं- मोहम्मद असलम राईनी
ईद में सिवई पके लेकिन ईद के बजट का 50% गरीबों पर खर्च करें- मोहम्मद असलम राईनी
■ सोशल डिस्टेन्सिन्ग क़े नियमों का पालन करें,ईद पर का मतलब खुशी होती हैं, हम खुशी मनाएंगे कपड़े भी नए पहनेंगे लेकिन कोरोना से जंग जीतने क़े बाद….
■ ईद से 2 दिन पहले ही विधायक ने जनपद श्रावस्ती वासियों से अपील करी थी की आप सभी अपने अपने घरों में नमाज अदा करें इबादत करें ,भीड़ ना इक्कठा करें, ना करने दें और 5 व्यक्तियों से ज्यादा मस्जिद में नमाज ना अदा करके अपने घर में नमाज को अदा करें और कोरोना वायरस को हराने के लिए दिल से दुआ करें
लॉक डाउन: दान के धन की बंदरबांट
पीलीभीत। एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से ग्रसित है, जिसके चलते पूरे देश मे लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में हर कोई सीएम राहत कोष एवं पीएम राहत कोष में लाखों और हजारों रुपए दान करने में लगा है।
बही यूपी के पीलीभीत जिले में कुछ ऐसे भी लोग है जो सरकारी पैसों का दुरुपयोग करने में जुटे हुए है।
जी हां हम बात कर रहे है पीलीभीत जिले के ललौरीखेड़ा ब्लॉक की 9 ग्राम पंचायतों की जिसके सचिव कमल किशोर है।
कमल किशोर सचिव ने अपनी ग्राम पंचायतों का बिना कार्ययोजना तैयार किये लाखों रुपयों का बंदरबाट कर लिया। यहाँ ग्राम पंचायत सचिव की कुल 9 ग्राम पंचायत है जिसमे शिवपुरिया, प्यास, हरचुइया, भगवन्तपुर बझेड़ा, भानपुर, मगरासा, खरुआ, हंडा आदि ग्राम पंचायतें शामिल है।
जिसमे कमल किशोर सचिव ने लाखों रुपयों का गबन कर लिया बात शिवपुरिया ग्राम पंचायत की की जाए तो यहां शिवपुरिया गांव में हजारी लाल की बैठक से दीनदयाल के घर तक सीसी रोड का निर्माण कार्य हेतु लाखों रुपयो का गबन किया गया। बही सीसी रोड के निर्माण की बात की जाए तो आज भी वो सड़क अधूरी पड़ी है।
जिसका पूरा पैसा फरवरी माह में निकल चुका है।
बही बात आंगनवाड़ी केंद की बात की जाए तो आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण हेतु हजारों रुपयो का गबन जनबरी 2020 में किया गया जिसका आज तक निर्माण नही कराया गया है।
इसके अलावा खड़ंजा निर्माण के नाम से लाखो रुपयो का गबन किया गया। बही दूसरी ग्राम पंचायत भगवंतपुर बझेड़ा में इस #Lockdown में करीब पांच लाख पैसठ हजार रुपए के करीब पैसा निकाला गया है।
बही मुम्बई के बड़ा पाव एवं पानी पूरी की तरह मशहूर एक युवक जिसका नाम धर्मपाल पुत्र दरवारी लाल है जिसके नाम से हजारों रुपये निकाल लिए गए है।
जिसका किसी भी ग्राम पंचायत से दूर-दूर तक कोई संबंध नही है।
आखिर यह युवक कौन है और ग्राम पंचायत सचिव कमल किशोर क्यो इस युवक पर इतना मेहरबान है।
फिलहाल ग्राम पंचायत सचिव कमल किशोर ने अपनी सभी 9 ग्राम पंचायतों से लाखों रुपयों का गबन किया है।
जिसका अब कोई हिसाब नही है।
बात गांव के विकास की की जाए तो सचिव कमल किशोर की किसी भी ग्राम पंचायत में जिस हिसाब से पैसा इस #Lockdown के दौरान और #Lockdown से पहले निकाल लिया गया है।
बही सबसे ज्यादा पैसा #Lockdown के दौरान निकाला गया जब पूरा देश अपने घरों में कैद है।ऐसे में इन रुपयों का इस्तेमाल आखिर कहाँ किया गया।जबकि गांव में कोई विकास का काम नही किया गया है।
रिपोर्ट:- प्रांजल गुप्ता
खाकी की बदौलत कानून का राज कायम
रायबरेली। देश तथा प्रदेश में भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोरी नामक दानव चारों तरफ समाज में अपना मुंह फैलाए खड़ा है। देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी तथा प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इस सामाजिक बुराई को जड़समूल मिटाने में रात दिन एक करते हुए कोई कोर कसर नहीं बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार के हाथ पैर माने जाने वाला तथा आमजनमानस की सुरक्षा का जिम्मा उठाए पुलिस विभाग कुछ अपवादों को छोड़कर जनता को न्याय सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अपनी जान की परवाह किए बगैर इस वैश्विक महामारी में भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। इन सबके बीच जिले के डीह थाना क्षेत्र में तैनात उपनिरीक्षक निर्मलजीत यादव क्षेत्र की जनता मेंं अपनी ईमानदारी न्यायप्रियता तथा साफ सुथरी छवि एवं सख्त कार्यशैली के लिए काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। एसआई निर्मलजीत यादव लाकडाउन शुरू होने से लेकर अनवरत क्षेत्र की जनता के बीच बने हुए हैं। क्षेत्र में कानून का राज कायम रखने के लिए वह हर कदम उठाने को तत्पर रहते हैं। पीड़ित व्यक्ति कोई भी हो उसको न्याय दिलाने में वह दूसरों से काफी आगे रहते हैं। दबंगों की दबंगई, अवैध शराब, अवैध खनन तथा अवैध कटान क्षेत्र में दम तोड़ चुकी है। बकौल उपनिरीक्षक अराजकता तथा कानून से खिलवाड़ करने वाले लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। चाहे डीह थाना में रहूं या कहीं और हमको वर्दी जनता की सुरक्षा के लिए मिली है तो हम जनता को न्याय सुरक्षा देने मेंं कदम पीछे नहीं हटाएंगे। उपनिरीक्षक निर्मलजीत यादव का साथ बखूबी निभा रहे हैं उनके हमराही हेड कांस्टेबल ब्रजमोहन यादव जो हर समय क्षेत्र में जनता के बीच उपस्थित रहते हुए कानून का राज सुनिश्चित करने में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। थानाध्यक्ष जयप्रकाश यादव के निर्देशन में इन जैसे कर्त्तव्यनिष्ठ पुलिस वालों की बदौलत क्षेत्र में खाकी का सम्मान जिन्दा है। जो काबिले तारीफ है।
लगातार दो की मौत से क्षेत्र में हड़कंप
अंबेडकर नगर। कटेहरी के विकास खण्ड कटेहरी क्षेत्र में दो कोरोना संक्रमित ब्यक्तियों की मौत से इस भयंकर महामारी को लेकर लोगों में हडकम्प मच गया है । एक के बाद एक मौत का मामला सामने आने से प्रशासन के लिए भी कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बडी चुनौती बन गई है । विकास खण्ड क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित ब्यक्ति के मौत का पहला मामला भीटी थाना क्षेत्र के गौरा डडवा गांव में व दूसरा मामला अहिरौली थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गांव में हुआ। अहिरौली थाना क्षेत्र के ग्राम आमा ग्राम पंचायत के मजरे लक्ष्मनपुर के कोरोना संक्रमित वृद्ध की अयोध्या के के एल अस्पताल में सोमवार देर रात्रि मौत हो गई ।मौत की खबर सुन कर गांव में कोहराम मच गया है ।बताया जाता है कि गंगाराम जो कि 20 मई को कोलकाता से निजी वाहन से अपने घर आया था परिजनों ने उनकी हालत गंभीर देखते हुए 20 तारीख की रात को क्रोना संक्रमित होने के कारण जिला मुख्यालय पर भर्ती करा दिया था। जहां पर उनकी सैंपल लखनऊ केजीएमसी के लिए भेजा गया था। वहीं पर 24 मई की शाम को गंगाराम की रिपोर्ट में कोरोनाा संक्रमित की रिपोर्ट आयी तो उन्हें अयोध्या के एल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां भी उनकी देर रात्रि मौत हो गई अयोध्या के डीएम अनुज झा ने मौत की पुष्टि की।
ओंकार नाथ सिंह रिपोर्टर
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन पर लगाई रोक
वाशिंगटन/नई दिल्ली। इन दिनों दुनियाभर में कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा
मार्सेल के रहने वाले डॉक्टर प्रोफेसर डिडियर राउल्ट को संकट की इस घड़ी में फ्रांस में बड़ी पहचान हासिल हुई है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने डॉक्टर राउल्ट से मुलाकात भी की थी। राउल्ट लगातार इस बात को कहते रहे हैं कि इस दवा का स्पष्ट रूप से लाभ है। गौर हो कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) भी लगातार दवा की योग्यता का समर्थन करते रहे हैं। ट्रंप कहते रहे हैं कि वह कोरोना से बचने के लिए एहतियात के तौर पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सेवन कर रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने दुनियाभर में दवा के ट्रायल पर लगाई अस्थायी रोक
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जा रही दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी। WHO के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा कि पिछले सप्ताह लैंसेट में प्रकाशित एक शोध से यह बात सामने आई है कि जो लोग हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा ले रहे थे, उनमें हृदय संबंधी बीमारी का खतरा और यहां तक कि मृत्यु होने की आशंका बढ़ गई थी। यही वजह है कि वैश्विक स्तर पर इस दवा के इस्तेमाल पर फिलहाल अस्थायी रोक लगाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अस्थायी रोक सिर्फ कोरोना के मरीजों को लेकर है, अन्य बीमारी के मामलों में इस दवा के इस्तेमाल संबंधी नियम पर इस रोक का कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के इलाज से जुड़े परीक्षण यथावत चलते रहेंगे। बता दें कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को अमेरिका में साल 1950 के मध्य में लाइसेंस दिया गया था।
एक हत्या छुपाने के लिए कर दी 9 हत्या
एक हत्या छुपाने के लिए हत्यारे ने की 9 हत्या, पुलिस ने सुलझया हत्या का केस, अवैध संबंधो में हुई हत्या
यूपी में कैदियों की पैरोल बढ़ाने का फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैदियों की पैरोल अवधि बढ़ाने का लिया फैसला
'लू': कम समय में खतरनाक परिणाम
बचने के घरेलू नुस्खे : गर्मियां शुरू हो चुकी हैं और साथ ही हवा के थपेड़ों ने लू का रूप ले लिया है। कोरोना महामारी और लॉकडाउन से घबराकर पैदल ही घर लौटने वाले लोगों और गर्मियों में बाहर जाने वालों के लिए यह लू जानलेवा भी साबित हो सकती है। गर्मियों के दिनों में कई बार लू लगने से लोगों की मौतें हो जाती हैं। लू लगते ही पैरों के तलुओं में जलन, आंखों में जलन के साथ बेहोशी की हालत बन जाती है। कई बार लू लगने वाले मरीज की दिनभर के भीतर मौत हो जाती है। ऐसी किसी थी स्थिति से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि हमें पता हो कि लू लगने से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए… गर्मियों में घर से बाहर निकलते वक्त सिर पर कोई गमछा या टोपी लगा लें ताकि सिर ढंका रहे। ऐसे कपड़े पहनें ताकि पूरा शरीर ढंका रहे। हल्के रंग या सफेद रंग के कपड़े पहनें। आंखों को सूर्य की रोशनी से बचाने के लिए सनग्लासेस पहनें
बच्चे ही नहीं बड़े भी नकसीर के शिकार
अक्सर गर्मी के मौसम में हमे कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। और गर्मी के इस मौसम में शरीर में गर्मी के कारण नाक से खून आने लगता है। इसे नकसीर फूटना कहते है। कभी कभी यह समस्या बड़ो में भी देखी जाती है। वैसे तो यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है पर अगर इसका इलाज सही ढंग से ना किया जाये तो ये बड़ी परेशानी की वजह बन सकती है।
नकसीर रोकने के उपाय –
अगर आप नकसीर फूटने की समस्या से परेशान है तो शीशम के पत्तो का शरबत पीने से आपकी ये समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
– नाक से खून आने पर पीपल के पत्तों के रस की कुछ बूंदो को नाक में डालने से खून आना बंद हो जाता है।
– अगर आपको नकसीर फूटने की बीमारी है तो आपको हर वक़्त अपने पास प्याज रखना चाहिए। नाक से खून निकलने पर अगर प्याज को सुंघा जाये तो नाक से खून आना बंद हो जाता है।
– इसके अलावा काली मिट्टी पर पानी छिड़ककर सूंघने से भी इस समस्या में आराम मिलता है।
– नकसीर फूटने पर सिर पर ठंडे पानी की धार डालने से आराम मिलता है।
जुलाई के अंत तक विकराल होगा संक्रमण
नई दिल्ली। भारत में ताजा आकंड़ों (25 मई) के मुताबिक कोरोना वायरस के 1,38,845 मामले हैं और 4021 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन आने वाले महीनों में भारत में कोविड-19 और भी घातक हो सकता है। एक रिसर्च में दावा किया गया है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी से भारत में कोरोना स्थिति पर बात की है। भ्रमर मुखर्जी ने कहा है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी कम नहीं हुआ है ये और तेजी से बढ़ेंगे।
भ्रमर मुखर्जी की टीम का अनुमान है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 (2.1मिलियन) लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। देश भर में संक्रमण के कुल मामलों का पांचवां हिस्सा अकेले मुंबई शहर में है।
रिपोर्ट में भारत के अस्पतालों की स्थिति और बेड्स की कमी की भी बात की गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण में वृद्धि से जुड़े इन अनुमानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि वे बढ़ते मरीजों की देखभाल कैसे करेंगे।
भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले अनुमान लगाया था कि मई में भारत में कोविड-19 के केस एक लाख के पार हो जाएंगे
बता दें कि भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले ट्वीट कर इस बात की जानकारी अप्रैल में दी थी कि मध्य मई तक भारत में संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भारत के कोविड-19 अस्पताल पर क्या-क्या कहा है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने 24 मई 2020 को मीडिया से बात करते हुए बताया कि पूरे देश में कोविड-19 समर्पित 968 अस्पताल चिह्नित किए गए हैं ,जिनमें 2,50,397 बिस्तरों (1,62,237 पृथकवास बिस्तर और 20,468 गहन चिकित्सा बिस्तर) की व्यवस्था है। इनके अलावा कोविड-19 मरीजों को समर्पित 2,065 स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिनमें 1,76,946 बिस्तरों (1,20,596 पृथकवास बिस्तर और 10,691 गहन चिकित्सा बिस्तर) हैं।
वहीं कोविड-19 मरीजों की देखभाल को समर्पित 7,063 केंद्रों में 6,46,438 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।’
देश में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि 25 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा करने से प
विवादः चीन से बड़े टकराव की आशंका
2017 के डोकलाम विवाद के बाद सबसे बड़े टकराव की आशंका
लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के आस-पास चीन और भारतीय सेना के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। दोनों सेनाएं आमने-सामने हुईं तो 2017 के डोकलाम विवाद के बाद ये सबसे बड़ा विवाद होगा। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक भारत ने पेंगोंग त्सो झील और गालवान वैली में सैनिक बढ़ा दिए हैं। इन दोनों इलाकों में चीन ने दो हजार से ढाई हजार सैनिक तैनात किए हैं, साथ ही अस्थाई सुविधाएं भी बढ़ा रहा है। चीन लद्दाख के कई इलाकों पर अपना दावा करता रहा है। भारतीय सेना के एक उच्च अधिकारी का कहना है कि दोनों इलाकों में हमारी क्षमताएं चीन से बेहतर हैं। सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि भारतीय पोस्ट केएम120 और गालवान वैली समेत कई अहम पॉइंट्स के आस-पास चीन के सैनिक मौजूद हैं। नॉर्दन आर्मी के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी एस हुड्डा का कहना है कि चीन की ये हरकत सामान्य बात नहीं है, जबकि गालवान जैसे इलाकों में भारत-चीन के बीच कोई विवाद भी नहीं है।पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत-चीन के बीच करीब दो महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच चीन ने भारतीय इलाके में 10 किलोमीटर भीतर घुसकर 100 से ज्यादा तंबू गाड़ दिए हैं। इस महीने दोनों देशों के सैनिकों के बीच 3 बार झड़प भी हो चुकी है।
1) तारीख- 5 मई, जगह- पूर्वी लद्दाख की पेंगोंग झील
उस दिन शाम के वक्त झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर-5 इलाके में भारत-चीन के करीब 200 सैनिक आमने-सामने हो गए। भारत ने चीन के सैनिकों की मौजूदगी पर ऐतराज जताया। पूरी रात टकराव के हालात बने रहे। अगले दिन तड़के दोनों तरफ के सैनिकों के बीच झड़प हो गई। बाद में दोनों तरफ के आला अफसरों के बीच बातचीत के बाद मामला शांत हुआ।
2) तारीख- संभवत: 9 मई, जगह- उत्तरी सिक्किम में 16 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद नाकू ला सेक्टर
यहां भारत-चीन के 150 सैनिक आमने-सामने हो गए थे। आधिकारिक तौर पर इसकी तारीख सामने नहीं आई। हालांकि, द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां झड़प 9 मई को ही हुई। गश्त के दौरान आमने-सामने हुए सैनिकों ने एक-दूसरे पर मुक्कों से वार किए। इस झड़प में 10 सैनिक घायल हुए। यहां भी बाद में अफसरों ने दखल दिया, फिर झड़प रुकी।
3) तारीख– संभवत: 9 मई, जगह- लद्दाख
जिस दिन उत्तरी सिक्किम में भारत-चीन के सैनिकों में झड़प हो रही थी, उसी दिन चीन ने लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर अपने हेलिकॉप्टर भेजे थे। चीन के हेलिकॉप्टरों ने सीमा तो पार नहीं की, लेकिन जवाब में भारत ने लेह एयरबेस से अपने सुखोई 30 एमकेआई फाइटर प्लेन का बेड़ा और बाकी लड़ाकू विमान रवाना कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल के बरसों में ऐसा पहली बार हुआ जब चीन की ऐसी हरकत के जवाब में भारत ने अपने लड़ाकू विमान सीमा के पास भेजे।
डोकलाम पर 73 दिन टकराव चला था
भारत-चीन बॉर्डर पर डोकलाम इलाके में दोनों देशों के बीच 2017 में 16 जून से 28 अगस्त के बीच तक टकराव चला था। हालात काफी तनावपूर्ण हो गए थे। के आखिर में दोनों देशों में सेनाएं वापस बुलाने पर सहमति बनी थी।
क्या था डोकलाम विवाद?
डोकलाम में विवाद तब शुरू हुआ, जब भारतीय सेना ने वहां चीन के सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया था। हालांकि चीन का दावा था कि वह अपने इलाके में सड़क बना रहा था। इस इलाके का भारत में नाम डोका ला है जबकि भूटान में इसे डोकलाम कहा जाता है। चीन दावा करता है कि ये उसके डोंगलांग रीजन का हिस्सा है। भारत-चीन का बॉर्डर जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलोमीटर लंबा है। इसका 220 किलोमीटर हिस्सा सिक्किम में आता है।
रेल भवन पहुंचा वायरस, बंद की घोषणा
नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के कुछ अधिकारियों द्वारा COVID19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने एलर्ट होकर रेलवे मंत्रालय ने भवन के कीटाणुशोधन का पूरा होने तक रेल भवन को बंद करने की घोषणा की है। मंत्रालय के मुताबिक आगामी 26 और 27 मई को रेल भवन के सभी कार्यालयों को बंद रहेंगे। यही नहीं, रेल भवन की चौथी मंजिल पर स्थित कार्यालय भी कीटाणुशोधन के लिए 29 मई तक पूरी तरह से बंद रहेगा।गौरतलब है रेलवे बोर्ड का एक कर्मचारी सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। हालांकि पिछले दो सप्ताह में रेल भवन में कोविड-19 पॉजिटिव का पांचवां मामला है, लेकिन सोमवार को नया मामला सामने आने के बाद कीटाणुशोधन के लिए रेल भवन को दो दिन बंद रखने का फैसला किया है।
अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला, चिंता
नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्ष शासित राज्यों में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर लगातार हो रह हमले पर चिंता जताई थी।
अब छत्तीसगढ़ में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा के ख़िलाफ़ एफआईआर हुई है। तजिंदर बग्गा ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को सिखों का हत्यारा बताया था। राजीव गाँधी के खिलाफ उनकी इस टिप्पणी के लिए कॉन्ग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के काँकेर में एफआईआर दर्ज कराई गई।
घर में घुसा कुत्ता, पंचायत के बाद संघर्ष
पूर्व सांसद अतीक के घर पुलिस का छापा
देवरिया। खुल्दाबाद इलाके के चकिया में सोमवार शाम एक दर्जन से ज्यादा गाडिय़ों में पुलिस बल ने जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके साढू इमरान के घर में छापा मारा। सूचना थी कि ईद के मौके पर अतीक का पुत्र उमर, भाई अशरफ और देवरिया जेल कांड में वांछित साढ़ू इमरान घर पर मौजूद हैं मगर दो घंटे तक खोजबीन में कोई मिला नहीं।पूर्व सांसद अतीक अहमद करीब तीन साल से जेल में हैं। देवरिया जेल कांड के बाद पिछले साल भर से वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अहमदाबाद जेल में बंद हैैं।उनका भाई पूर्व विधायक अशरफ तो तीन साल से भी ज्यादा वक्त से फरार है। वह अतीक के साथ ही उनके निवास के एक हिस्से में रहता था।अतीक के पुत्र 22 वर्षीय उमर को भी सीबीआइ देवरिया जेल कांड में दो लाख रुपये का इनामी भगोड़ा घोषित कर खोज रही है। साढ़ू इमरान पर कई आपराधिक मुकदमे हैं। जनवरी 2019 में धूमनगंज के डीलर जैद को बंधक बनाकर देवरिया जेल में अतीक के पास ले जाकर पीटने और पैसे छीनकर धमकाने के मामले में इमरान भी वांछित है। पिछले महीने भी पुलिस ने इमरान के घर छापेमारी की थी मगर वह मिला नहीं था।रविवार को इमरान के खिलाफ खुल्दाबाद और अशरफ के खिलाफ धूमनगंज थाने में लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी असलहा नहीं जमा करने का मुकदमा लिखा गया था।
पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी, 7 पर मामला
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर भगवान श्रीराम व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोपित सात युवकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। अवंतीनगर भूड़ निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उनके बेटे गोल्डी के फेसबुक एकाउंट पर 21 मई को आंबेडकर नगर भूड़ के रहने वाले कुछ युवकों ने पोस्ट डाली थी। जिसमें आरोपितों ने प्रधानमंत्री के साथ-साथ भगवान श्रीराम, महाराणा प्रताप, सरदार वल्लभ भाईपटेल पर अभद्र टिप्पणी की थी। इस पर राजेंद्र सिंह ने सभी आरोपितों के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। शहर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय ने बताया कि इन सभी पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।पुलिस ने जानकारी दी कि इन लोगों ने फेसबूक पर भगवान श्रीराम और प्रधानमंत्री समेत सरदार पटेल औरमहाराणा प्रताप पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके तहत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। विवेक कुमार, चंद्रप्रकाश गौतम, दीपक कुमार, ऋषभ, विकास कुमार, प्रियांशु और रघुराज ने अपने-अपने फेसबुक एकाउंट से पोस्ट डाली थी। थाने में एफआईआर दर्ज कराने के बाद से पुलिस इनको गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
उन्नावः महिला समेत दो बच्चियों की हत्या
उन्नाव। उन्नाव में विवाहिता समेत दो बच्चियों की हत्या कर दी गई है। एक तालाब के किनारे महिला और दोनों बच्चियों के शव बरामद हुए हैं। इससे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस पति और उसके भाई को हिरासत में लेकर जांच कर रही है।
मृतका सरोजिनी देवी की शादी अनंतू उर्फ अंतू से हुई थी। इनके 5 लड़के लड़कियां हैं। इसमें दो लड़कियों रोशनी (5 वर्ष) शिवानी (7 वर्ष) का शव मां के साथ मिला है। यह शव पूरण खेड़ा मजरा टिकरा के खड़ंजा से सटे तालाब के किनारे मिले हैं। इसमें दोनों बच्चियों की चप्पल, साड़ी और कुछ जरूरी सामान भी मौके से बरामद हुआ है। मृतका के पिता चंद्रपाल ने बताया कि पति-पत्नी में विवाद होता रहता था।
मौके पर पुलिस कप्तान विक्रांत वीर समेत कई पुलिस अफसर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए उन्नाव भेजा गया है। पुलिस ने पति अनंतु और उसके भाई रजनीश उर्फ छोटू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
दक्षता-मेहनत का फल जन्मभूमि को मिले
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये सरकार कटिबद्ध है और इसके लिये उनके स्किल मैंपिंग की पहली सूची तैयार कर ली है। उन्होंने कहा कि कामगारों की दक्षता और मेहनत का फायदा उनकी जन्मभूमि को मिलेगा। श्रमिकों की दक्षता का विवरण संकलित करने के लिए स्किल मैपिंग का कार्य आगे भी जारी रहेगा। श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जिला सेवायोजन कार्यालयों की उपयोगिता को भी पुन: स्थापित किया जायेगा।
योगी ने मंगलवार को ट्वीटकर कहा “ घर वापस आने वाले कामगार/श्रमिक बहनों-भाइयों की ‘स्किल मैंपिंग’ कर पहली सूची तैयार है। सभी जनों को अब प्रदेश में ही रोजगार मुहैया कराने लिए ‘कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग’ के गठन की तैयारी शुरू कर दी गयी है। अब इनका हुनर,दक्षता व मेहनत जन्मभूमि को अभिसिंचित करेगी।”
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए एमएसएमई सेक्टर, ‘एक जिला एक उत्पाद’ और ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। कृषि, डेयरी व पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों में भी रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से श्रमिकों को इन सेक्टरों से जोड़ा जाए। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के कर्मियों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों, ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना व ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना से जुड़े परम्परागत कामगारों का एक डाटाबैंक तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए गये है।
योगी ने कहा कि मनरेगा, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, महिला स्वयं सहायता समूह, डेयरी, दुग्ध समितियों, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, गौ-आश्रय स्थल, पौध नर्सरी, कॉमन सर्विस सेंटर और स्कूल-कॉलेजों में रोजगार सृजन की सम्भावनाएं चिह्नित किया जायेगा।
मरूभूमि में प्रवेश कर गया है 'टिड्डी दल'
नई दिल्ली। कोरोना काल में जहां पूरा देश कोविड —19 संक्रमण से बचाव में जुटा है, वहीं कम लोगों को मालूम होगा कि कोरोना जैसा ही एक अन्य बड़ा संकट भारत में प्रवेश कर चुका है। यह है मरूभूमि से आने वाले सबसे बड़े आतंकी ‘टिड्डी दल’ !
लाखों—करोड़ों की संख्या में यह टिड्डी दल जहां पहुंचता है, वहां खेतों में तैयार अनाज, बगीचों में तैयार फल और हर उपयोगी जड़ी—बूटियां सभी को चट कर जाता है। इनका हमला इतना भयानक होता है कि किसी को संभलने तक का मौका नही मिलेगा। यह दल फिलहाल जयपुर में तबाही मचान के बाद झांसी के करीब पहुंच गया है। जल्द ही उत्तर प्रदेश फिर उत्तराखंड में तबाही मचाने आ सकता है। वहीं टिड्डी दल के इस हमले को देख कर लोग अपने घरों में लगे पेड पौधों को बचाने की जुगत में लग गए। जयपुर शहर में आने से दो दिन पहले तक यह टिड्डी दल जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में कहर बरपा चुका है। ज्ञात रहे कि राजस्थान में पिछले वर्ष टिड्डी दल ने नवम्बर में हमला किया था, लेकिन जैसलमेर, बाडमेर, जोधपुर जैसे सरहदी जिलों तक ही सीमित था, लेकिन इस बार टिड्डी दल सरहदी जिलों से आगे बढ कर नागौर, अजमेर, भीलवाडा होता हुआ जयपुर तक आ पहुंचा है। जयपुर के आस—पास के इलाकों में पिछले तीन चार दिन से लगातार टिड्डी दल देखा जा रहा है। हालांंकि सरकार इन पर नियंत्रण के दावे कर रही है, लेकिन इसके बाद भी टिड्डी दल पाकिस्तानी सीमा से जयपुर तक आ पहुंचा है। अधिकारियों का कहना है कि हवा के रूख के कारण इस बार टिड्डी दल इतना अंदर तक आ गया है। इस पर नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैंं। वहीं टिड्डी दल के आगमन के चलते उप्र के कई जनपदों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अलबत्ता उत्तराखंड में फिलहाल टिड्डी दल के पहुंचने की कोई सूचना नही है, लेकिन फिर भी उप्र से लगे हुए इलाकों में सावधानी बरतने की जरूरत है।
रेड जोन में छूट, सेवाओं की बहाली
जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार ने 18 मई को घोषित किए गए लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देशों में कुछ संशोधन करते हुए रेड जोन में टैक्सी, ऑटो और कैब सेवाओं की बहाली की अनुमति दे दी है और सार्वजनिक पार्कों को भी सुबह सात बजे से शाम 6.45 बजे तक खोलने की अनुमति दी है। लॉकडाउन 4 में पान, गुटखा और तंबाकू को बेचने के लिए प्रतिबंधित वस्तुओं से हटाते हुए राज्य में इनकी बिक्री की अनुमति दे दी गई है, हालांकि गृह विभाग ने यह स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे उत्पादों के इस्तेमाल पर मनाही होगी। आदेशानुसार, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना आगे आने वाले समय में भी एक दंडनीय अपराध बना रहेगा।
लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देशों को संशोधित करते हुए राज्य सरकार ने रेड जोन में सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को सुनिश्चित करते हुए टैक्सी, ऑटो व कैब सेवाओं को संचालित करने की अनुमति दे दी है। संशोधित आदेश में कहा गया है कि एक कैब में चालक सहित दो लोग सवार हो सकेंगे, जबकि ऑटो रिक्शा में केवल दो व्यक्तियों को यात्रा करने की अनुमति होगी। ड्राइवर को मास्क पहनना होगा और सीटों की सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी।
सरकार ने रेड जोन इलाकों में सुबह सात बजे से शाम 6.45 बजे तक सार्वजनिक पार्कों को भी खोलने की अनुमति दे दी है। पहले केवल ऑरेंज और ग्रीन जोन में पड़ने वाले क्षेत्रों में ही इस तरह की गतिविधियों को अनुमति दी गई थी। इन सबके बीच ही सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के भीड़ जमा करने पर अब भी प्रतिबंध लगा रहेगा। इसके अलावा संशोधित आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया कि हाथ रिक्शा, खाने-पीने से संबंधित छोटी-मोटी दुकानें, जूस, चाय और अन्य दुकानों को संचालित करने की स्वीकृति दी गई है, लेकिन इस शर्त पर कि स्वच्छता से संबंधित दिशा-निर्देशों का पर्याप्त ध्यान रखना होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने कहा कि इन सभी आदेशों का पालन हो रहा है या नहीं, यह नगर निगम के अधिकारी सुनिश्चित करेंगे
उत्तराखंड में राहत नहीं, संक्रमित-359
देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार का दिन भी राहत भरा नहीं रहा। कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन इसके संक्रमण से लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। राज्य में संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।दरअसल मंगलवार को राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं। जिसमें बाद अब राज्य में संक्रमितों की संख्या 359 पहुंच गई है।
सूत्रों के अनुसार बताते चलें कि आज मिले दो पॉजिटिव में से पहला मरीज मंडी में संक्रमित के संपर्क में आने के बाद कोरोना की चपेट में आया है। वहीं दूसरा मरीज मैक्स हॉस्पिटल में मिला है। जिसे दून अस्पताल लाया जा रहा है। दरअसल स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. एनएस खत्री ने दोनों मामलों की पुष्टि की है।कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन अवश्य करे स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे।
अखबार पूरी तरह सुरक्षितः जावड़ेकर
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच कहा है कि मीडिया संस्थानों को चाहिए कि वह नागरिकों को इस बात को समझाने का प्रयत्न करें कि अखबार पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा, “कोविड-19 संक्रमण के चलते लोगों में भय पैदा हुआ है और इस कारण उन्होंने समाचार-पत्र लेना बंद कर दिया है, ऐसे में समाचार पत्रों को जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।”उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिहाड़ी मजदूरों की मुश्किलों को कम करने के लिए हर संभव प्रयत्न कर रही है। अकेले रेलवे के जरिए 37 लाख और अन्य माध्यमों से कुल मिलाकर 50 लाख मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजा जा चुका है। जावड़ेकर ने कहा कि सरकार पूरे देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम चाहती थी, इसलिए लोगों को पहले उनके घर नहीं भेजा गया।
हालांकि उन्होंने कहा, “उनके (जाने के) लिए पूरी व्यवस्था कर ली जाएगी। लोगों को हम जबरन नहीं रोक सकते हैं, अब उनकी इच्छा हो रही है, तो वे घर जा रहे हैं और सरकार व्यवस्था कर रही है।” उनसे की गई विशेष बातचीत के कुछ अंश इस प्रकार हैं:
प्रश्न: आपके गृह राज्य (महाराष्ट्र) में कोविद -19 संक्रमण के मामले अधिक क्यों हैं, विशेष रूप से मुंबई में, दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है?
उत्तर: वहां समय पर उचित कारवाई नही हुई। महामारी की रोकथाम के लिए देर से कदम उठाए गए। इसी वजह से वहां मामले बढ़े, लेकिन अब स्थिति को नियंत्रण में लाया जा रहा है।
प्रश्न: सूचना एवं प्रसारण मंत्री होने के नाते आप लोगों तक कैसे पहुंच रहे हैं और कैसे महामारी के बारे में जागरूकता पैदा कर रहे हैं? मंत्रालय जनता के सवालों का जवाब कैसे देता है?
उत्तर: कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है। हम लोगों के लिए हर समय मौजूद हैं। लोगों में जागरूकता फैलाने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के (दूसरे कार्यकाल के) एक वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ लड़ाई उन प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।”
प्रश्न: आपने जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किया है। क्या आप मानते हैं कि महामारी के बाद केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो जाएगी?
उत्तर: वहां पहले से ही राजनीतिक गतिविधि चल रही है। एक दो नेताओं को छोड़कर कोई भी हिरासत में नहीं है। इंटरनेट चालू है। हाल ही में स्थानीय चुनाव सफलता पूर्वक कराए गए हैं। उन्होंने आगे कहा, “जहां तक जम्मू एवं कश्मीर में चुनाव का मसला है वह एक अलग मुद्दा है और उस पर निर्णय (चुनाव) आयोग को करना है।”
प्रश्न: सरकार का कहना है कि आर्थिक पैकेज अर्थव्यवस्था को फिर से जीवंत करेगा, लेकिन विपक्ष कह रहा है कि सरकार रेटिंग से डरती है और इसीलिए वह लोगों को सीधे पैसा नहीं दे रही है, इस पर क्या कहेंगे ?
उत्तर: वह (तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने) कैसे 2008 और 2009 के संकट से निपटे .. हमने इससे सबक लिया है और हमने कई उपायों पर खुद को सही किया है। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए आत्मनिर्भर पैकेज बहुत व्यापक और टिकाऊ है।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि मीडिया उद्योग के लिए भी एक प्रोत्साहन की आवश्यकता है? कई संस्करण बंद हो रहे हैं। क्या हम मीडिया के लिए भी पैकेज की उम्मीद कर सकते हैं?
उत्तर: मेरी संवेदनाएं सबके साथ है, लोग अखबार नहीं खरीद रहे हैं। डिस्ट्रीब्यूटर अखबार नहीं बांट रहा है, ये सरकार की गलती नहीं है। मुझे हैरानी है कि अभी तक किसी भी अखबार ने कोरोना को लेकर कोई कंपैन नही चलाया कि समाचार पत्र से कोरोना संक्रमण नहीं होता है।
उन्होंने आगे कहा, “आज टीवी और रेडियो पर विज्ञापन बढ़ गया है। अब मीडिया को डिजिटल के साथ जीना सीखना होगा। अखबार के क्षेत्र में विज्ञापनों की कमी है, जबकि रेडियो और टीवी विज्ञापनों से भरे हुए हैं।”
हरिद्वार में बनाए गए चार कंटेनमेंट जोन
देहरादून। कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में अपना संक्रमण फैला रखा है। जनता के लोग इसके संक्रमण से लगातार जूझ कर रहे हैं। इस वायरस के चलते जनता इसके संक्रमण से रोकथाम के लिए अनेक प्रकार के प्रयास कर रही है। दरअसल देश भर में कोविड-19 (COVID-19) के मरीज़ तेजी से बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में उसमें और इजाफा हो रहा है। साल 2020 में देश संकट के दौर से गुजर रहा। दरअसल सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हरिद्वार जिले में चार नए क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का अधिकार दिया है। हरिद्वार जनपद में लक्सर क्षेत्र के मुंडाखेड़ा कला, दुर्गापुर और ग्राम दबकी और रुड़की की आदर्श कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। दरअसल इन्हें मिलाकर देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 17 हो गई है। वहीं, देहरादून के चमन विहार कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन से बाहर किया गया है।
दरअसल अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से नए कंटेनमेंट जोन चिह्नित किए जा रहे हैं। जिन क्षेत्रों में संक्रमित मरीज संस्थागत क्वारंटीन में मिल रहे हैं, उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन नहीं बनाया जा रहा है। लेकिन होम क्वारंटीन में रहने वाले संक्रमित मरीजों के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन में किसी भी गतिविधि में कोई रियायत नहीं है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर सभी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध है।
पांच राज्यों में भीषण लू का प्रकोप
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिन से जबरदस्त गर्मी है और कहीं-कहीं तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर तक जा रहा है। आईएमडी ने रविवार को उत्तर भारत के लिहाज से 25-26 मई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां लू का प्रकोप अपने चरम पर हो सकता है। हालांकि ये तापमान फलोदी के आगे कुछ भी नहीं, जहां गर्मी में पारा 51 तक चला जाता है। साल 2016 की मई में लगातार 5 दिनों तक ये तापमान बना रहा। जानिए, देश के सबसे शुष्क प्रदेश के बारे में।
जोधपुर जिले का छोटा सा शहर एकाएक साल 2016 में सुर्खियों में आया, जब यहां का टेंपरेचर 51 डिग्री सेल्सियस तक मापा गया. इसके इतने गर्म होने के पीछे वजह ये है कि ये शहर थार रेगिस्तान से सटा हुआ है. ये वही थार मरुस्थल है, जिसका लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा भारत में और बाकी हिस्सा पाकिस्तान में लगता है. गर्मियों में बेहद गर्म और सर्दियों में काफी ठंडा रहने वाला फलोदी शहर अपने आसपास बड़े शहरों से घिरा हुआ है जैसे बीकानेर, जैसलमेर और नागौर। माना जाता है कि ये शहर काफी प्राचीन है. साल 1230 में यहां का प्रसिद्ध कल्याण रावजी मंदिर बना था. वैसे शहर का निर्माण 14वीं सदी के अंत से माना जाता है, जब राजा हमीर सिंह ने यहां काफी सारे विकास कार्य करवाए, जैसे इमारतें, दुकानें और बावड़ियां बनवाना. यहां पर साल 1847 में बना जैन तीर्थ पारसनाथ मंदिर है, जहां उस दौर में भी बेल्जियम ग्लास का इस्तेमाल हुआ था। साल 2011 के सेंसस के मुताबिक यहां की आबादी लगभग 49,766 है, जो यहां की इंडस्ट्रीज में काम करती है. बता दें कि पुराने दौर में काफी समृद्धि देख चुका ये शहर अब भी अपनी औद्योगिक समृद्धि के लिए जाना जाता है. फलोदी पूरे देश में नमक का सबसे बड़ा सप्लायर है. साथ ही यहां प्लास्टर ऑफ पेरिस का खूब काम होता है. हालांकि इन सबसे ऊपर एक और बात है, जो इस गर्म इलाके को नाम देती है. दरअसल यहां के खिंचान गांव में हर साल प्रवासी सारस पक्षी आते हैं. साल 1970 में सारस का यहां आना शुरू हुआ. माना जाता है कि तब एक स्थानीय परिवार सारसों के झुंड को खाना खिलाया करता था. इसके बाद से हर साल सारस आने लगे. स्थानीय लोग भी बर्ड फीडिंग से जुड़ते चले गए और हर साल के साथ प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ती चली गई।
अब हर साल यहां अगस्त से लेकर अगले मार्च तक लगभग 20,000 सारस पक्षी आते हैं। माना जाता है कि Demoiselle crane के नाम से जाने जाने वाले ये पक्षी साइबेरिया, चीन के एक हिस्से और मंगोलिया से भी आते हैं। स्थानीय बोली में इन्हें कुरजां कहा जाता है. पक्षियों को खाना खिलाने के लिए यहां के लोगों ने एक चुग्गा घर बना रखा है, जहां रोज डेढ़ घंटे के आसपास सारस खाना खाते हैं। इन्हें ही देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां तक कि विदेशी सैलानी भी इसे देखने के लिए आते हैं।
वैसे राजस्थान का चुरू भी कुछ कम गर्म नहीं. इसे साल 2019 में दुनिया के 15 सबसे गर्म क्षेत्रों की सूची में जगह मिली. तब यहां का टेंपरेचर 50.3 डिग्री सेल्सियस था। दिन के 9 बजे भी यहां तापमान 45 से ऊपर चला जाता है। वैसे हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान का भी इस लिस्ट में नाम है। यहां का जकोबाबाद शहर दुनिया के गर्म इलाकों में सबसे ऊपर है।
हालांकि सबसे गर्म क्षेत्रों की बात करें तो दुनियाभर के मरुस्थलों के तापमान सुनकर किसी के भी पसीने छूट जाएं। जैसे कैलीफोर्निया की डेथ वैली का तापमान 56.7 भी पहुंच चुका है. ये साल 1913 की बात है। इतने तापमान में इंसानों या जीव-जंतुओं का रहना भी असंभव है। इसके बाद लीबिया के अजिजियाह का नंबर आता है। यहां पर साल 1922 में तापमान 58 डिग्री तक पहुंच चुका था। लेकिन आम दिनों में यहां का तापमान डेथ वैली से कुछ कम ही रहता है।
खरबूजे को करते हैं ज्यादा पसंद
गर्मी आते ही बाजार में खरबूजा तरबूज दिखने लग जाते हैं। हालांकि लोगों को अपनी अपनी पसंद के अनुसार या तो तरबूज पसंद आता है या खरबूजा पसंद आता है। लेकिन ज्यादातर लोग खरबूजे को अहमियत देते हैं। क्योंकि यह गर्मियों में आपके शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है हालांकि इसके अन्य फायदे भी आपके शरीर को देखने को मिलते हैं। लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि खरबूज की गिरी के फायदे भी बहुत होते हैं।
खरबूजे के बीज में पोटेशियम होता है। जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है इससे दिल हेल्दी रहता है।खरबूजे के बीज में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। जो आप के नाख़ून और बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है।
खरबूजे के बीजों में विटामिन सी मौजूद होता है। जो आपके खून में वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाता है जिससे आपकी इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है। यह खून के फ्लो को बढ़ाने का काम करते हैं। जो ब्रेन टिशु उसको शांत कर के तनाव को मुक्त करता है। यह भी जुकाम से लड़ने के लिए काफी मददगार होता है। यह शरीर से अतिरिक्त कब को कम करता है और कंजेशन में राहत दिलाता है।
आरटीआई के तहत देते है झूठी जानकारी
पोस्ट-ऑफिस की मंथली इनकम योजना
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के तहत 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। इस स्कीम को व्यक्तिगत या ज्वाइंट अकाउंट के तौर पर खोला जा सकता है। इस स्कीम के तहत बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलता है।
नई दिल्ली। स्मॉल सेविंग्स के लिए पोस्ट ऑफिस के कई ऐसे स्कीम्स हैं, जिससे अच्छी बचत की जा सकती है। इन्हीं स्कीम्स में से एक पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम है। इस स्कीम में अगर आप सही रणनीति के साथ इन्वेस्ट करते हैं तो आप सालाना मोटी बचत कर सकते हैं। आज हम आपको इस स्कीम के तहत बताएंगे कि कैसे 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। लेकिन, सबसे पहले इस स्कीम के बारे में जान लेते हैं।
क्या है पोस्ट ऑफिस का ये स्कीम?
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक ऐसी योजना है जिसमें व्यक्गित या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाकर कमाई की जा सकती है। इसके तहत कोई भी भारत का नागरिक 1000 रुपये के शुरूआती निवेश से पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकता है। अगर कोई सिंगल अकाउंट खोलता है तो इसमें अधिकतम निवेश 4.5 लाख करना होता है। ज्वॉइंट अकाउंट के तहत अधिकतम निवेश 9 लाख रुपये कर सकते हैं।
क्या हैं इस स्कीम के फायदे?
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम निवेश के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें 4 बड़े फायदे हैं। इसे कोई भी खोल सकता है और आपकी जमा पूंजी हमेशा बरकरार रहती है। बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में आपको बेहतर रिटर्न मिलता है। इससे आपको हर महीने एक निश्चित आय होती रहती है और फिर स्कीम पूरी होने पर आपकी पूरी जमा पूंजी मिल जाती है, जिसे आप दोबारा इस योजना में निवेश कर मंथली आय का साधन बनाए रख सकते हैं।
बच्चे के नाम पर भी खोल सकते हैं ये अकाउंट
आप अपने बच्चे के नाम से भी अकाउंट खोल सकते हैं। अगर बच्चा 10 साल से कम उम्र का है तो उसके नाम पर उसके माता-पिता या लीगल गार्जियन की ओर से अकाउंट खोला जा सकता है। बच्चे की उम्र 10 साल होने पर वह खुद भी अकाउंट के संचालन का अधिकार पा सकता है। वहीं, एडल्ट होने पर उसे खुद जिम्मेदारी मिल जाती है।
कितनी रकम कर सकते हैं इन्वेस्ट?
मंथली इन्वेस्टमेंट स्कीम अकाउंट कोई भी खोल सकता है। अगर आप का अकाउंट सिंगल है तो आप इसमें 4.5 लाख रुपए तक अधिकतम जमा कर सकते हैं। इसमें कम से कम 1500 रुपए की राशि जमा की जा सकती है। वहीं अगर आपका अकाउंट ज्वॉइंट है तो इसमें अधिकतम 9 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। एक शख्स एक से ज्यादा लेकिन पोस्ट ऑफिस द्वारा तय लिमिट के अनुसार अकाउंट खोल सकता है।
कैसे खुलेगा पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट?
आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक की फोटो कॉपी जमा करनी होगी। इसके अलावा एड्रेस प्रूफ जमा करना होगा, जिसमें आपका पहचान पत्र भी काम आ सकता है। इसके अलावा आपको 2 पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ जमा करने होंगे।
कैसे कर सकते हैं 59,400 रुपये की कमाई?
इस स्कीम के तहत अगर कोई ज्वाइंट अकाउंट खुलवाता है तो उनके लिए अधिकतम निवेश की रकम 9 लाख रुपये होगी। इस 9 लाख रुपये पर सालाना 6.6 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से कुल 59,400 रुपये का रिटर्न मिलेगा। हर महीने इस रकम को लेना चाहते हैं तो यह 4,950 रुपये होगा। खास बात है कि इस रकम के अलावा आपका प्रिंसिपल अमाउंट पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा। इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल बाद पूरी हो जाती है, ऐसे में आप चाहें तो 5-5 साल की अवधि के लिए इसे और भी बढ़ा सकते हैं।
मेच्योरिटी के पहले पैसा निकालें तो
अगर किसी जरूरत पर आपको मेच्योरिटी से पहले ही पूरा पैसा निकालना पड़ गया तो यह सुविधा आपको अकाउंट के 1 साल पूरा होने पर मिल जाती है। अकाउंट खोलने की तारीख से 1 साल से 3 साल तक जमा रकम में से 2 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है। 3 साल से ज्यादा पुराना अकाउंट होने पर, उसमें जमा रकम में से 1 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है।
दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर लगे भारी जाम
नई दिल्ली।देश में लॉकडाउन 4 जारी है। यह 31 मई तक लागू रहेगा. लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिलने के बाद दिल्ली के गाजीपुर और कालिंदी कुंज में भारी जाम देखने को मिला। इन इलाकों में जबरदस्त जाम लगा हुआ है। जब से दिल्ली में सभी सरकारी और निजी दफ्तर खुले हैं, तब से सड़कों पर गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं। इसके चलते कई इलाकों में ट्रैफिक जाम लगना आम बात हो चली है। |
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दुनिया में कोरोना के कहर का मंजर
नयी दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) की विकरालता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है और विश्व भर में इससे संक्रमितों की संख्या 55 लाख के करीब हो गयी है। जबकि 3.46 लाख से ज्यादा लोग अब तक काल कवलित हो चुके हैं।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कुल संक्रमितों की संख्या 54,95,061 हो गयी जबकि 3,46,229 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। दुनिया भर में सर्वाधिक प्रभावित देशों में सबसे ऊंचे पायदान पर खड़े अमेरिका के बाद अब ब्राजील दूसरे नंबर पर है जबकि रूस तीसरे स्थान पर है। भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अब यह विश्व भर में संक्रमण के सर्वाधिक मामलों वाले देशों में 10वें स्थान पर है। यहां पिछले 24 घंटों में संक्रमितों के 6535 नये मामले सामने आये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसके संक्रमण से अब तक 1,45,380 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 4167 लोगों की मौत हुई है जबकि 60,491 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं।
अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 16 लाख से अधिक हो चुका है जबकि इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 98 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। विश्व की महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 16,62,302 हो गयी जबकि 98,218 लोगाें की मौत हो चुकी है।
इस बीच ब्राजील में भी कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है और अब यह संक्रमण के सर्वाधिक मामलों में दुनिया का दूसरा देश है। ब्राजील में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,74,898 हो गयी है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान इस बीमारी से 807 लोगों की मौत के बाद देश में मृतकों की संख्या बढ़कर 23,473 हो गयी है।
रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप जारी है और यह इसके संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। यहां अब तक 3,53,427 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 3633 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
इसके अलावा ब्रिटेन में भी हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 2,62,547 लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक 36,996 लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है।
यूरोप में गंभीर रूप से प्रभावित देश इटली में इस महामारी के कारण अब तक 32,877 लोगों की मौत हुई है और 2,30,158 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। स्पेन में कुल 2,35,400 लोग संक्रमित हुए है जबकि 26,834 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस वैश्विक महामारी के केंद्र चीन में अब तक 84,102 लोग संक्रमित हुए हैं और 4638 लोगों की मृत्यु हुई है। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे।
यूरोपीय देश फ्रांस और जर्मनी में भी स्थिति काफी खराब है। फ्रांस में अब तक 1,83,067 लोग संक्रमित हुए हैं और 28,460 लाेगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में कोरोना वायरस से 1,80,600 लोग संक्रमित हुए हैं और 8,309 लोगों की मौत हुई है।
तुर्की में कोरोना से अब तक 1,57,814 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 4,369 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में 1,37,724 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 7451 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।
बेल्जियम में 9312, मेक्सिको में 7633, कनाडा में 6655, नीदरलैंड में 5849, स्वीडन में 4029, पेरू में 3629, इक्वाडोर में 3203, स्विट्जरलैंड में 1913, आयरलैंड में 1,606 और पुर्तगाल में 1330 लोगों की मौत हो गयी है।
इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1758 नये मामले सामने आने के बाद यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 56 हजार के पार हो गया जबकि इसी अवधि में और 34 लोगों की मौत हो गयी। यहां अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 56,349 हो गयी है जबकि 1167 लोगाें की मौत हुई है।
हरियाणा में 1213 को संक्रमण ने लपेटा
राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के आज 29 नये मामले आने के बाद राज्य में इस महामारी के मरीजों की कुल संख्या अब बढ़ कर 1213 हो गई है जिनमें से 802 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब बढ़ कर 395 हो गये हैं।
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर जारी सायं के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। राज्य में विदेश से लौटे लोगों का आंकड़ा अब बढ़ कर 51268 तक पहुंच गया है जिनमें से 33491 लोगों ने क्वारंटीन अवधि पूरी कर ली है तथा शेष 17777 निगरानी में हैं। अब तक 99987 कोरोना संदिग्धों के नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं जिनमें से 94725 नेगेटिव तथा 14 इतालवी नागरिकों समेत 1213 पॉजिटिव पाये गये हैं। 4049 सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। 1213 पॉजिटिव मरीजों में से 802 को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इस तरह राज्य में कोरोना सक्रिय मामले अब 395 हैं।
राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। इसके बाद राज्य में अब जिलावार कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या गुरूग्राम में 284, फरीदाबाद 211, सोनीपत 163, झज्जर 93, नूंह 65, पानीपत 54, अम्बाला 42, पलवल 41, करनाल 33, जींद 29, पंचकूला 25, महेंद्रगढ़ 21, हिसार 20, कुरूक्षेत्र 18, रोहतक और रेवाड़ी 16-16, सिरसा और फतेहाबाद नौ-नौ, यमुनानगर और भिवानी आठ-आठ, चरखीदादरी सात तथा कैथल में छह हो गई है। राज्य के नूंह, अम्बाला और यमुनानगर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के कारण अब तक फरीदाबाद में छह, पानीपत में तीन, अम्बाला और गुरूग्राम में दो-दो, सोनीपत, करनाल और रोहतक से एक-एक मौत होने की बुलेटिन में जानकारी दी गई है।
क्वॉरेंटाइन में प्रवासी की मौत, मचा हड़कंप
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
मई 27, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-288 (साल-01)
2. बुधवार, मई 27, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।
4. सूर्योदय प्रातः 05:41,सूर्यास्त 07:14।
5. न्यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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