रविवार, 21 जून 2020

अभियानः 150 दिन, 102 आतंकी मारेंं


घाटी में सुरक्षाबलों का ‘स्वच्छता अभियान’, इस साल के 150 दिनों में मारे 102 आतंकी


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की हर साजिश को नेस्तनाबूद करने की कोशिश में सेना (Indian Army) ने इस साल ऐंटी टे’रर ऑपरेशंस को अंजाम देते हुए 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया है।



बीते कई दिनों से कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ पुलिस के साथ जॉइंट ऑपरेशंस में जुटी सेना (Indian Army) ने इस साल के पहले 150 दिनों में कुल 102 आतं’कियों को मा’र गिराया है। अकेले इस महीने सेना ने 20 से अधिक आतं’कियों को अलग-अलग मुठभे’ड़ों में ढेर किया है। जम्मू-कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में शुक्रवार को दो बड़े आ’तंक विरोधी ऑपरेशंस के खत्म होने के बाद अपनी मीडिया ब्रीफिंग में भारतीय सेना की 15 कोर को जीओसी बीएस राजू और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इन अभियानों की जानकारी दी है। कोर कमांडर बीएस राजू ने बताया कि इस साल सेना ने 150 दिनों में कुल 102 आतं’कियों का अंत किया है। इसके अलावा इस साल आतं’क का रास्ता चुनने वाले कुल 49 युवाओं में से 28 को मा’र गिराया गया है।


युवाओं को मुख्यधारा में लाने पर खास ध्यान

सेना ने कहा कि हम युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें जरूरी मदद भी दी जाती है। लेकिन अगर कोई युवा आतं’क का रास्ता चुनकर बंदूक उठाता है और शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करता है तो हमें उसे उसी तरीके से जवाब देना चाहिए, जैसे कि हम काम करते हैं। सेना ने कहा कि हम लोगों से अपील करते हैं कि वो युवाओं को आतं’क की धारा में जाने से रोकें और हम इसमें आवाम के साथ हैं।


कश्मीर में हालात सामान्य करने पर जोर

जीओसी ने कहा कि घाटी में आतं’कियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशंस के क्रम में तमाम आतं’कियों का अंत किया गया है। बीते कुछ महीनों में घाटी में शांति बहाली हुई है और हमारा प्रयास है कि आने वाले वक्त में हालात और सामान्य हो सकें।


दो ऑपरेशंस में 8 आतंकी ढेर

वहीं शुक्रवार को हुए ऑपरेशंस की जानकारी देते हुए सैन्य अधिकारी ने कहा कि पंपोर के जिस इलाके में आतं’कियों ने मस्जिद में शरण ली थी, वहां सेना ने बड़े प्रोफेशनल तरीके से ऑपरेशन को अंजाम दिया। आ’तंक विरोधी कार्रवाई में इस बात का भी ध्यान रखा गया कि किसी भी तरह मस्जिद को कोई नुकसान ना पहुंचने दिया जाए। जीओसी ने कहा कि दो अलग-अलग ऑपरेशंस में सेना ने कुल 8 आतं’कियों को मा’र गिराया है और सभी के पास से हथि’यार और अन्य सामान बरामद किए हैं।



वायरस के चलते कावड़ यात्रा स्थगित की

हरिओम उपाध्याय


लखनऊ/नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के खतरे को देखते हुए इस साल कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं होगा। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को इस बारे में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से चर्चा की। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस चर्चा में तीनों मुख्यमंत्री व्यापक जनहित को देखते हुए इस वर्ष कांवड़ यात्रा स्थगित रखने पर सहमत हुए हैं। तीनों प्रदेशों के धर्मगुरुओं और कांवड़ संघों ने भी अपनी सरकारों को यात्रा स्थगित करने का प्रस्ताव दिया था दरअसल, हर साल श्रावण में होने वाली कांवड़ यात्रा में लाखों शिवभक्त शामिल होते हैं। सभी हरिद्वार से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए अपने यहां शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। यात्रा के दौरान बड़े पैमाने पर सरकारी अमले को कानून-व्यवस्था, यातायात व अन्य इंतजामों में लगाना पड़ता है। कांवड़ियों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आती है। इसके चलते तीनों राज्यों ने इस बारे में चर्चा करने का फैसला किया था। बैठक के दौरान तीनों राज्यों के अधिकारियों ने कांवड़ियों की भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग को असंभव बताते हुए संक्रमण फैलने की आशंका जताई थी।


तीन और राज्यों से भी होगी वार्ता
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यात्रा में पंजाब, राजस्थान और दिल्ली आने वाले श्रद्धालुओं के चलते वहां के मुख्यमंत्रियों से भी जल्द ही वार्ता करने का निर्णय लिया है। इन राज्यों को भी कोविड-19 के चलते यात्रा संचालन में आने वाली दिक्कतें बताई जाएंगी। साथ ही इस बार यात्रा संचालित नहीं करने की स्थितियों की जानकारी भी दी जाएगी।


धर्मगुरुओं, कांवड़ संघों, शांति समितियों से संवाद करेेंगे अधिकारी


मुख्यमंत्रियों से वार्ता के बाद सीएम योगी ने अपर पुलिस महानिदेशक जोन और मंडलायुक्तों से संवाद किया। उन्होंनें अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं, कांवड़ संघों और शांति समितियों से संवाद करने का निर्देश दिया। उनसे वार्ता के बाद उनकी अपील जनता तक पहुंचाया जाए और प्रचारित-प्रसारित कराया जाए। उन्होंने कहा, स्थानीय शिवालयों में जलाभिषेक के लिए पांच या उससे कम संख्या में जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सावधानी के लिए व्यवस्था हो। कहीं भी पांच से अधिक लोग एकत्रित न होने पाएं। ‘2 गज की दूरी, मास्क जरूरी’ का पालन हर हो।


बकरीद पर पांच से अधिक लोग न हों जमा : योगी


सीएम योगी ने निर्देश दिया कि एक अगस्त को मनाए जाने वाले ईद-उल-अजहा (बकरीद) के दौरान भी भीड़भाड़ न हो। सभी जिलों में धर्मगुरुओं से संवाद कर यह सुनिश्चित किया जाए कि बकरीद पर्व पर किसी भी धार्मिक स्थल पर पांच से अधिक लोग एकत्र न हों। संक्रमण को देखते हुए समस्त पर्वों के दौरान सभी समुदायों के लोगों को जागरूक किया जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी उपस्थित थे।


सभी तनावो से मुक्ति दिलाता है योग


डिप्रेशन से मुक्ति दिलाता है योग




बृज बिहारी दुबे


समस्त सृष्टि और संस्कार में योग समाहित है। योग विकारों से मुक्ति का मार्ग है। योग हमारा आध्यात्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान है। योग की सार्थकता को दुनिया के कई धर्मों ने स्वीकार किया है। योग सिर्फ व्यायाम का नाम नहीं है बल्कि मन, मस्तिष्क, शारीरिक और विकारों को नियंत्रित करने का माध्यम भी है। जब समाज अच्छा होगा तो देश की प्रगति में हमारा अहम योगदान होगा। 21 जून यानी की आज विश्व योग दिवस है। पहली बार यह 2015 को मनाया गया। यह भारत के प्रयास से ही सफल हो सका है। पूरी दुनिया आज योग और प्राणायाम की तरफ बढ़ रही है। योग भारत के लिए आने वाले दिनों में बड़ा बाजार साबित हो सकता है। विश्व के लगभग 200 से अधिक देश भारत की इस गौरवशाली वैदिक परंपरा का अनुसरण कर रहे हैं। योग को अब वैश्विक मान्यता मिल गई है। कोरोना संक्रमण काल में भी योग हमारे लिए संजीवनी साबित हो रहा है। हम योग को अपना कर इस महामारी में भी अपने स्वस्थ रख सकते हैं।
भगवान कृष्ण ने गीता में स्वयं कहा है कि ‘योगः कर्मसु कौशलम‘ यानी हमारे कर्मों में सर्वश्रेष्ठ योग है। योग यज्ञ है और यज्ञ कर्म है। योग जीवात्मा और परमेश्वर के मिलन का साधन मात्र ही नहीं बल्कि ईश साधना का भी साध्य भी है। योगेश्वर भगवान कृष्ण ने योग को सर्वोपरि बताया है। उन्होंने कहा है कि ‘योगस्थः कुरु कर्माणि‘ इसका तात्पर्य है कि योग में स्थिर होकर ही सद्चित कर्म संभव है। गीता का छठवां अध्याय योग को समर्पित है।
भारत में योग की परंपरा 5000 हजार साल पुरानी है। 11 दिसम्बर 2014 को इसका प्रस्ताव दिया था। अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के 177 देशों ने भारत के पक्ष में वोट किया था, जिसके बाद भारत दुनिया का विश्वगुरु बन गया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 90 दिनों के भीतर पीएम मोदी के प्रस्ताव को मंजूर किया। हम योग के 21 आसनों को अपनाकर अपनी जिंदगी को सुखी, शांत और निरोगी बनाकर खुशहाल जीवन जी सकते हैं। जब हम तन और मन से स्वस्थ रहेंगे तो राष्ट्र निर्माण और उसके विकास में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
योगगुरु बाबा रामदेव योग को वैश्विक मान्यता मिलने पर इसे भारत की जीत बताया था। दुनिया योग को अपने जीवन की दिनचर्या बना लिया है। योग संपूर्ण जीवन और चिकित्सा पद्धिति बन गया है। दुनिया में शांति युद्ध से नहीं योग से आएगी। भारत के साथ दुनिया में 20 करोड़ से अधिक लोग योग साधना का लाभ उठा रहे हैं। आधुनिक युग की व्यस्त दिनचर्या में योग हमारे लिए अमृत है। अपनी जिंदगी को खुशहाल और डिप्रेशन मुक्त बनाने के लिए योग हमें खुला आकाश देता है। हम धर्म, जाति, भाषा, संप्रदाय के साथ बंधकर स्वयं के साथ देश का अहित करेंगे।
योगशास्त्र का इतिहास गौरवशाली उपलब्धि से अटा पड़ा है। हमारे यहां लययोग, राजयोग का भी वर्णन है। योगशास्त्र का इतिहास गौरवशाली उपलब्धि से अटा पड़ा है। हमारे यहां लययोग, राजयोग का भी वर्णन है। चित्त की निरुद्ध अवस्था लययोग में आती है। राजयोग सभी योगों से श्रेष्ठ बताया गया है। महर्षि पतंजलि की योग परंपरा भारत में अधिक संमृद्धशाली है। योगगुरु बाबा रामदेव आज पतंजलि योग व्यवस्था के संवाहक बने है। दुनिया भर में योग की महत्व स्थापित करने में पतंजलि योग संस्थान ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
योग और आयुर्वेद को उन्होंने वैश्विक स्वीकारोक्ति बना दिया है। पतंजलि योग साधना के आठ आयाम हैं। जिसमें यम, नियम, आसन, प्रणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि है। योग का संबंध सिंधु घाटी सभ्यता से भी है। प्राचीन काल की कई मूर्तियां योग मुद्रा में स्थापित हैं।
भगवान शिव को योग मुद्रा में देखा जा सकता है। बुद्ध की मूर्तियां भी योग साधना में स्थापित हैं। बौद्ध और जैनधर्म में भी योग की महत्ता पर काफी कुछ है। बौद्ध और धर्म के अलावा ईसाई और इस्लाम में सूफी संगीत परंपरा में भी योग की बात आई हैं। भारत की योग व्यस्था को पटल पर लाने में योग गुरु बाबा रामदेव और बीकेएस अंयगर के योगदान को नहीं भूलाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से संयुक्तराष्ट्र संघ ने भी योग के महत्व को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री मोदी योग को लेकर स्वयं बेहद जागरूक है। वह योग करते हुए अपने कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं। फिट इंडिया, हिट इंडिया उनका मूलमंत्र है। इसके साथ वह लोगों से अपील करते हैं कि आप योग के जरिए अपने मन, मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखें, जिससे आपका सहयोग देश के विकास में अच्छे तरीके से हो।
विज्ञान और विकास के बढ़ते कदम तनाव की जिंदगी दे रहा है। जिंदगी की गति अधिक तेज हो चली है। लोगों के जीने का नजरिया बदल रहा है। काम का अधिक दबाव बढ़ रहा है इससे हाईपर टेंशन, और दूसरी बीमारियां फैल रही हैं। तनाव का सबसे बेहतर इलाज योग विज्ञान में हैं, वहीं लोगों में सुंदर दिखने की बढ़ती ललक भी योग और आयुर्वेद विज्ञान को नया आयाम देगी। यह पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। आम आदमी के जिंदगी में तनाव तेजी से बढ़ रहा है।
पूरी जिंदगी असंमित हो गई है, जिसकी वजह से परिवार में तनाव और झगड़े होते हैं। लोगों के पास आज पैसा है लेकिन शांति नहीं है, जिसकी वजह से परिवार में संतुलन गायब है। लोग खुद से संतुष्ट नहीं है। इस स्थिति से निकालने के लिए योग सबसे बेहतर उपाय हो सकता है। इसलिए भाग दौड़ की जिदंगी को अगर संयमित और संतुलित करना है तो मन को स्थिर रखना होगा। जब तक हमें मानसिक शांति नहीं मिलेगी तब तक हम जीवन के विकारों से मुक्त नहीं हो सकते हैं। उस स्थिति में योग ही सबसे सरल और सुविधा युक्त माध्यम हमारे पास उपलब्ध है।
हमारी हजारों साल की वैदिक परंपरा को वैश्विक मंच मिला है। योग का प्रयोग अब दुनिया भर में चिकित्सा विज्ञान के रूप में भी होने लगा है, उसे स्थिति हमें अपने जीवन के साथ जीने का नजरिया भी बदलना होगा। योग से संबंधित यूनिवर्सिटी, शोध संस्थान, आयुर्वेद मेडिसिन उद्योग नई उम्मीदें और आशाएं लेकर आएगा। भारत और दुनिया भर में योग के लिए संस्थान स्थापित हुए हैं। योग को पर्यटन उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकता है। योग स्वस्थ दुनिया की तरफ बढ़ता कदम है। इसका सहभागी बन अपनी जिंदगी को आइए हम शांत और खुशहाल बनाएं। परिवार जब स्वस्थ होगा तो सेहतमंद समाज का निर्माण होगा



दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री को आईसीयू में भेजा

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मैक्स अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी दी गई है। शनिवार को यहां के डॉक्टरों ने बताया है कि अब उन्हें बुखार नहीं है। अगले 24 घंटे तक उनको आईसीयू में रखा जाएगा, जहां उनके स्वास्थ्य पर डॉक्टरों की एक टीम कड़ी नजर रख रही है।


राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुक्रवार शाम को तबीयत बिगड़ने के बाद सत्येन्द्र जैन को मैक्स हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था। उनके फेफड़ों में इन्फेक्शन बढऩे के बाद उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। फिलहाल अगले 24 घंटे तक आईसीयू में उनकी मॉनिटरिंग होगी।
मैक्स अस्पताल के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ संदीप बुद्धिराजा की निगरानी में इलाज चल रहा है। सत्येंद्र जैन को सोमवार की रात तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत होने पर राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार की सुबह उनका कोरोना टेस्ट किया गया था और तब उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद दूसरी बार उनका कोरोना टेस्ट हुआ और वह पॉजिटिव पाए गए।


कोरोना से पूर्व उप-महापौर की एक निजी अस्पताल में मृत्यु


दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के कारण मौत का सिलसिला भी तेज हो गया है। सूचना मिली है कि कोरोना वायरस के कारण उत्तरी दिल्ली नगर निगम की पूर्व उप महापौर पूर्णिमा विद्यार्थी की मौत हो गई। उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद एक निजी अस्पताल में पिछले कई दिनों से इलाज चल रहा था।


लैब टेक्नीशियन के परिजन को मिलेगी नौकरी, महापौर ने दिए आदेश


हिंदूराव अस्पताल के लैब टेक्नीशियन के परिवार के एक सदस्य को उत्तरी दिल्ली नगर निगम नौकरी देगा। इस बाबत उत्तरी दिल्ली के महापौर अवतार सिंह ने वर्तमान निगमायुक्त ज्ञानेश भारती को निर्देश दिया है। महापौर सिंह ने आयुक्त भारती को पत्र लिखकर कहा है कि लैब टेक्नीशियन के परिवार में से एक योग्य व्यक्ति को अनुकंपा के आधार पर नौकरी प्रदान करने के लिए तुरन्त कार्रवाई करें। महापौर ने लैब टेक्नीशियन की कोरोना के कारण मृत्यु पर संवेदना प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।


राजस्थान में संक्रमितो की संख्या- 14537

राजस्थान में कोरोना के मामले बढ़कर 14537 हुए
जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से शनिवार को चार और लोगों की मौत हुई जिससे राज्य में संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 337 हो गई है। इसके साथ ही 381 नये मामले सामने आने से राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमितों की अब तक की कुल संख्या 14537 हो गयी जिनमें से 2926 उपचाराधीन हैं।


केवल जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 145 हो गयी है जबकि जोधपुर में 30, भरतपुर में 28, कोटा में 19,,अजमेर में 13 एवं नागौर में दस संक्रमितों की मौत हो चुकी है। अन्य राज्यों के 22 रोगियों की भी यहां मौत हुई है। राज्यभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कई थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।


सोशल डिस्टेंसिंग के खिलाफ की शिकायत

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

स्लग- समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एफआईआर के लिए बाबूगढ़ थाना हापुड़ मे दिया ज्ञापन

हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुधाकर कश्यप के नेतृत्व में दर्जनों समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाबूगढ़ थाना पहुंच कर एक तहरीर देते हुए अमरोहा में तैनात चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी नितिन चौहान के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्यवाही की मांग की।

 अपने प्रार्थना पत्र में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि अमरोहा में तैनात चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी नितिन चौहान ने जहां एक सभा के दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के आदर्श एवं संरक्षक मुलायम सिंह यादव तथा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के लिए जो अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गंदी-गंदी गालियों का प्रयोग किया है तथा किसानों के साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया है उसके लिए वह उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की मांग करते हैं ।

 हमारे मेरठ मंडल प्रभारी अतुल त्यागी से बात करते हुए पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुधाकर कश्यप ने कहा कि सरकारे आती जाती रहती हैं एक पढ़े-लिखे अधिकारी को ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग करना उसकी मानसिकता को दर्शाता है समाजवादी पार्टी जहां सरकार से उसे तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग करती है तो वही वैधानिक कार्यवाही किए जाने की भी मांग करती है और अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो समाजवादी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता थानों से लेकर सड़कों तक आंदोलन के लिए बाध्य होगा। वही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के संबंध में बात करने पर उन्होंने कहा कि देश के  प्रधानमंत्री 4 नवंबर में देश में पहला कोरोना संक्रमण मरीज पाए जाने के बाद ही कोरोना की रोकथाम के लिए सभी है सभी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को सील कर देना चाहिए था साथ ही विदेशों से आने वाले प्रत्येक नागरिक को उसी देश में करंट टाइम कर देना चाहिए था परंतु देश के प्रधानमंत्री को तो दिसंबर माह में नमस्ते ट्रंप करना दिखाई दे रहा था इसलिए उन्होंने देश को इस कोरोनावायरस महामारी जैसी आग में झोंक दिया आंजना किसान सुरक्षित है ना गरीब सुरक्षित है और तो और इस प्रदेश और देश में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है पत्रकारों पर जहां निरंतर हमले हो रहे हैं उन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है यह बड़ा ही निंदनीय किसान को जनता को गरीब को भूखा मरने की कगार पर भाजपा की सरकार ने खड़ा कर दिया जिसका आने वाले समय में जनता करारा जवाब देने का काम करें।

बाईट-संजय यादव पूर्व जिलाध्यक्ष

योग-व्यायाम जीवन को बनाता है निरोगी

व्यायाम और योगा सम्पूर्ण जीवन को बनाता है निरोगी

बृजेश केसरवानी

प्रयागराज। अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर मदर टेरेसा फाउण्डेशन की ओर से नैनी मे योग गुरु मुन्तज़िर रिज़वी के संरक्षण में योगाभ्यास कराकर तन मन को प्रफुल्लित बनाया गया।मदर टेरेसा फाउण्डेशन के राष्ट्रीय महासचिव मो०शारिक़ के आवास पर हरी घाँस पर मदर टेरेसा फाउण्डेशन डाक्टर विंग के चेयरमैन मुन्तज़िर रिज़वी ने अन्ताराष्ट्रीय योगा दिवस पर विभिन्न मुद्राओं में योगा की टिप्स दी।इस मौक़े पर मदर टेरेसा फाउण्डेशन के महानगर चेयरमैन सै०मो०अस्करी ने योगा दिवस की बधाई देते हुए जीवन में योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा की आज कुछ वर्षों से योगा का प्रचलन आम हुआ है इस से पहले लोग अखाड़े में व्यायाम किया करते थे।इसी तरहा मुस्लिम समाज के लोग दिन भर में पाँच वक़्त नमाज़ अदा करते वक़्त योगा की मुद्रा के रुप में इबादत करते हैं।योग को धर्म और मज़हब से न जोड़ कर इसे जीवन को सुन्दर बनाने का माध्यम समझना होगा।महासचिव मो०शारिक़ ने कहा योग के साथ कर्मयोग इन्सान के शरीर को सुन्दर बनाने के साथ मन को भी सुन्दर बनाता।योग करें निरोग रहें यही मंत्र अपना कर जीवन को खुशहाल बनाए।इस मौक़े पर 8 वर्षी मो०युसूफ ने भी साथ साथ योगाभ्यास कर लोगों प्रोतसाहित किया।

किसानों ने डंपिंग ग्राउंड का विरोध किया

किसानों ने सौंपा डंपिंग ग्राउंड को वापस लेने का ज्ञापन

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। लोनी विधानसभा क्षेत्र के हिंदू मीरपुर गांव में बन रहे डंपिंग ग्राउंड को लेकर एक बड़ा आंदोलन शुरू हो गया है जिसमें गांव में विकास की जगह डंपिंग ग्राउंड देकर गांव वालों का बेवकूफ बनाए जाने की बात कही जा रही है जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी लगातार गांव वालों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं यहां आपको बता दें कि लोनी नगर पालिका के पूर्व चैयरमेन के समय में यह डंपिंग ग्राउंड का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है जिसके लिए हिंदू मीरपुर गांव में जगह भी नगर पालिका चेयरमैन व प्रशासन के द्वारा ही चिन्हित की गई थी लेकिन अब इस मामले पर राजनीति करते हुए लोनी नगर पालिका पूर्व चेयरमैन गांव वालों के बीच धरने को समर्थन देने पहुंचे जिस पर गांव वालों ने उन्हें यह डंपिंग ग्राउंड वापस लेने की बात कही जिसको लेकर  भाजपा जनप्रतिनिधियो का काफी विरोध भी हुआ आपको बता दें कि गांव वालों ने कहा कि जिस प्रकार से पुर्व चैयरमेन ने अपने कार्यकाल में इस डंपिंग ग्राउंड के कार्य शुरू करने के लिए भूमि को मंजूरी दिलाई  ठीक उसी प्रकार से अगर वह किसानों के हितेषी है तो लोनी उपजिलाधिकारी लोनी नगर पालिका चेयरमैन संयुक्त रूप से इस डंपिंग ग्राउंड को वापस बात को लेकर एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी का नाम सौंपा गया ग्रामीणों ने यह भी कहा कि राजनीति के चक्कर में उनको ना बरगलाया जाए यह कार्य नगर पालिका का है इसको नगरपालिका क्षेत्र में ही ले जाया जाए यहां आपको बता दें कि मौजूद किसानों ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक व सांसद का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में अब देहात क्षेत्र से भाजपा को भारी विरोध देखना पड़ेगा वही किसानों ने यह भी मांग की कि लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा अगर किसानों के हितेषी है तो वह अपनी पत्नी जो मौजूदा चेयरमैन रंजीता धामा है उनके द्वारा वह लोन उप जिला अधिकारी के द्वारा एक प्रस्ताव पास कर शासन को भेजे थे इस डंपिंग ग्राउंड को मीरपुर गांव से हटाया जाए वरना किसानों के साथ राजनीति करने की कोशिश ना की जाए किसान लगातार अपनी लड़ाई लड़ते आए हैं।

बवाल हुआ कोई 'संपादकीय'

सूर्यग्रहण न हुआ ... बँवाल हुआ कोई !!!

 अंधविश्वास से भरा देश उस पर देश का क्रांतिकारी मीडिया

नरेश राघानी

सूर्य ग्रहण न हुआ कोई बवाल हो गया !!!  कल शाम से सारा मीडिया चीन और कोरोना को ताक पर रख के सूर्य भगवान की शरण में जा खड़ा हुआ है। जिसे देखो सूर्य की अलग-अलग कोनों से तस्वीरें खींच खींच कर अपने चैनल पर दिखा रहा है। भाई !!! यह मात्र एक खगोलीय घटना है। लेकिन इस खगोलीय घटना को हिंदुस्तान के मीडिया ने पता नहीं कहां-कहां जोड़ दिया है।

कोई चैनल सूर्य ग्रहण की वजह से आपके निजी जीवन में होने वाली उत्तल पुथल को जोड़ देता है , तो कोई चैनल यह बता देता है कि आपकी नाम राशि पर सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा ?? हद तो तब हो गई जब आज सूर्य ग्रहण के दौरान ये मीडिया चैनल लोगों की नाना प्रकार की अजीबो गरीब हरकतें ग्रहण काल के दौरान दिखाने लगे। जिसमें कोई पूरे शरीर पर कीचड़ मिलकर ग्रहण काल के दौरान योग करता दिख रहा था। तो कोई पानी में उल्टा लेट कर तैर रहा था। कोई आग के बीच में बैठा है , तो कोई खिड़की की मुंडेर पर बैठकर कौओं को खाना खिला रहा है। और हमारे देश का बेलगाम मीडिया टीआरपी की रेस में दौड़ता हुआ सबको दिखाए जा रहा है। अपने समझ में नहीं आता कि मीडिया को यह बात समझ में क्यों नहीं आती की - यह खबरें केवल इस देश में बैठे लोग नहीं देखते बल्कि पूरे विश्व कही न कही इन खबरों को देखता है और हँसता है हमारी सोच पर। मान लीजिए अगर आप अमेरिका के निवासी हैं और आप भारतवर्ष में अपना पैसा लगाना चाहते हैं। जाहिर तौर पर आप चाहेंगे कि मेरा पैसा सही जगह लगे समझदार लोगों के हाथों में जाए ताकि मुझे उसका लाभ मिल सके। अब यदि आप पैसा लगाने से पहले , देश में सूर्य ग्रहण के दौरान लोगों की ये अजीब अजीब हरकतें देख लें, तो क्या सोच में नहीं पड़ जाएंगे की - किन अजीब लोगों का देश है ??? जो मात्र एक खगोलीय घटना को इन हदों तक ले जाते हैं। सूर्य भगवान भी सोचते होंगे कि इतनी परेशानी तो मुझे भी नहीं हो रही ग्रहण काल में जितनी इन बॉवले लोगो को हो रही है। सोचने की बात यह है कि यहां से कई सेटेलाइट वर्ष दूर सूर्य पर किसी अन्य ग्रह की छाया आ जाने की वजह से , पूरा विश्व छोड़कर केवल हिंदुस्तान के किसी गांव में बैठा कोई अनपढ़ आदमी कैसे प्रभावित हो रहा है ? लेकिन नहीं साहब !!! हमने तो अजीब अजीब हरकतें करने में प्रतिस्पर्धा खोल रखी है। वह अनपढ़ इंसान गांव के तालाब में शरीर पर कीचड़ मलकर पानी में उल्टा खड़ा होकर योग करेगा। ताकि सूर्य भगवान की नाराजगी दूर कर सके। जबकि सूर्य भगवान खुद इन लोगों की ये अजीब हरकतें देख कर परेशान होंगें। एक तो वैसे ही लोगों का दिमाग आधा काम करना बंद कर चुका है हिंदुस्तान में , बाकी बचा कुचा दिमाग मीडिया और चैनल रिपोर्टर खराब कर देते हैं। जो सुबह-सुबह ग्रहण काल से 3 घंटे पहले गांव में पहुंच जाते हैं। और लोगों को ऐसी वाहियात हरकतें करने हेतु प्रेरित करते हैं। ताकि उनके चैनल की टीआरपी बढ़ाई जा सके। एक चैनल ने तो यह तक दिखा दिया कि एक बूढ़ा चारों तरफ आग जलाकर बीच में बैठा है। अब बताओ यह भी कोई बात हुई भला !!! सूर्य भगवान खुद ही किसी अन्य ग्रह के सामने आ जाने से ज़रा गर्मी से राहत प्रदान करते हुए शीतलता का संदेश दे रहे हैं ,और ये जनाब भरी दोपहरी में आग के बीच में बैठकर यह नाटक कर रहे है । और तो और आज सुबह से पूरा *व्हाट्सएप और सोशल मीडिया सूर्य ग्रहण पर अलग-अलग अनुष्ठान करने के नुस्खों से भरा पड़ा है। जैसे कि ग्रहण काल के दौरान खाना नहीं खाना है। भाई !! सूतक तो रात को ही लग गया ... रात को लगभग 9:00 बजे। अब यदि 9 बजे से लेकर दूसरे दिन दोपहर 1 बजे तक लगभग 16 घंटे खाना नहीं खाना है। अब यदि कोई ऐसा नही करेगा तो जो सूर्य ग्रहण करेगा वह तो कर ही देगा। लेकिन  कोई 16 घंटे भूखे मरेगा तो वैसे ही ठीक नही रहेगा। आधुनिक युग में इस तरह की अंधविश्वासी सोच को देखकर बहुत बुरा लगता है। और भी बुरा लगता है। और भी ज्यादा बुरा लगता है समझदार ,पढ़े-लिखे मीडिया वर्ग की ऐसी हरकतें देखकर। जो कि अंधविश्वास को मिटाने की जगह अपने निजी स्वार्थ के लिए ऐसे अंधविश्वासों को बढ़ावा देते हैं। एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल ने तो आज सुबह नरेगा के मजदूरों को सड़क के बीचों बीच , लंबी-लंबी कतारों में बिठाकर ग्रहण काल के दौरान योगाभ्यास का नाटक करने हेतु कहा । और बड़ी खुशी से इसको अपने चैनल पर प्रसारित भी किया। कोई भी उस फुटेज को देखकर समझ सकता है कि यह मजदूर लोग सड़क के बीचो बीच बैठकर ग्रहण काल में सूर्य भगवान को प्रसन्न करने के लिए योगा तो नहीं कर रहे होंगे। वही कैमरा पकड़े वह रिपोर्ट एक गलती कर बैठा । जिसके चलते साइड में रखे हुए खुदाई के औजार भी साफ दिखाई दे रहे थे।* अब आम आदमी को भले यह नजर नहीं आता हो, परंतु मीडिया से जुड़े होने की वजह से पैनी नज़र से जब मैंने यह देखा तो मुझे उस मीडिया चैनल की ऐसी धाँसू रिपोर्ट देखकर उसकी अक्ल पर बड़ा तरस आया। एक तरफ तो अंधविश्वासों से भरा या देश उस पर ऐसा क्रांतिकारी मीडिया , सचमुच सोने पर सुहागा सा दिखाई देता है। आज के लिए बस इतना ही ...  नहीं तो मीडिया बंधुओं में से ही किसी ने किसी का अभी फोन आ जायेगा और वह कह देगा की -भैया बस करो !!!

 

 सो बाकी किस्सा फिर कभी ...।

पीड़िता ने दर्ज करा पांच के खिलाफ केस

दहेज पिड़िता ने पति समेत पांच के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा, पिड़िता का आरोप है नर्सिंग होम में जबरन कराया गया गर्भपात

जौनपुर। कोतवाली पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ महिला को दहेज के लिये प्रताड़ित करने व जबरदस्ती गर्भपात करवाने और घर से निकाल देने के मामले मेें एफ.आई.आर दर्ज किया है। मामले में सौम्या वर्मा पुत्री राजकुमार वर्मा निवासी मुफ्तीगंज थाना केरा​कत की शादी तीन वर्ष पूर्व थाना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मधारे टोला निवासी रोहित वर्मा के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग शारिरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया ​करते थे। ससुराल के लोग विवाहिता महिला को धमकी दिया करते थे कि अपने पिता से दस लाख रूपये मांग कर लाओ नहीं तो तुम्हे जान से मार कर खत्म कर दिया जायेगा।

इसी के साथ सात जनवरी 2019 को ससुराल के लोेग मेरे पेट में रहे तीन माह 15 दिन के गर्भ को कुमुद निर्सिंग हो मे ले जा कर जबर दस्ती मेरा गर्भपात करा दिया। कुमुद नर्सिंग होम में गर्भपात के बाद काफी पिड़ा व मांसिक तनाव के बाद महिला काफी दिनो तक अस्वस्थ रही। पुलिस ने माहिला के ससुरालीजन पति रोहित वर्मा, ससुर पर प्रवीण सेठ, सास अन्पूर्णा देवी, देवर राहुल, नन्द शिवानी सोनी, के खिलाफ धारा 498ए,313,504,506 व दहेज निवारण अधिनियम ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना गोविंद देव मिश्र को सौंप दिया। पिड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने आरोपियों को पकड़ कर छोड़ दिया।

रिपोर्टर- बृजेश केसरवानी

निरंतर योग करेगा इंडिया हारेगा कोरोना

योग करेगा इंडिया हारेगा कोरोना

आकांक्षा उपाध्याय 

गाजियाबाद।मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने अपने निवास स्थान पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग करके मनाते हुए लोगों से अपील करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कोरोनावायरस महामारी के चलते पूर्व वर्षों की तरह नहीं बनाया जा सकता लेकिन कोरोना को हम अपने दैनिक जीवन में हिस्सा बनाकर योग करते रहें योग करेगा इंडिया जीतेगा इंडिया हारेगा करो ना कोरोना वैश्विक महामारी ने योग ही है। हमारी ढाल योग करने से शारीरिक क्षमता बढ़ती है और शारीरिक विकास भी होता है। अनुलोम बिल ओम भ्रामरी ताड़ासन सूर्य नमस्कार आदि योग करके ही हम अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं। सुबह सुबह एक घंटा अगर हम सब अपने शरीर को ऊर्जा देने का काम करें तो शरीर और दिनचर्या पूरा दिन अच्छा व्यतीत होता है। आओ हम सब योग करें और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को एक मिशन बना लें अपने जीवन का हिस्सा बना ले तभी भारत में इस तरह की वैश्विक महामारी नहीं होंगी हर इंसान इस भागदौड़ की जिंदगी में अपने शरीर को ध्यान नहीं दे पाता जिसके कारण अनेकों बीमारियों से हम ग्रस्त हो जाते हैं।

संगठनों ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

गाजियाबाद। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल लोनी और मुरादनगर और मोदीनगर के सभी कार्यकर्ताओं ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने-अपने घर पर रहकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए योग किया और लोगों को जागरूक किया और योग करने से हमारे शरीर में जो बीमारियां हो जाती है। वह ठीक हो जाती है और हमारी दिनचर्या बहुत अच्छी रहती है। जिसमें जिला सह मंत्री श्री कुलदीप सिंह जी  नगर से लोनी नगर अध्यक्ष श्री अभय चौहान सोनू राजपूत मोहित सेन अमित प्रजापति इत्यादि कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घर मे योग किया और लोगों को जागरूक किया भारत माता की जय

 योग करो निरोगी करो काया।

 

संदीप गुप्ता 

वायरस से रक्षा, डीएम ने लिए सख्त निर्णय

अकाशुं उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को करोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बचाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के स्तर पर विभिन्न प्रकार की कार्यवाही या सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सकें। इस श्रंखला में आज जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के द्वारा पूरे जनपद में एक नई पहल का शुभारंभ करते हुए जनपद में विभिन्न स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाए जाने की संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। स्थापित की जाने वाली कोविड हेल्प डेस्क पर कोई भी व्यक्ति पहुंचकर कोरोना वायरस के संक्रमण संबंधित अपने टेंपरेचर की जांच एवं ऑक्सीजन की जांच करा सकेंगे।


वहीं, दूसरी ओर जनपद में संचालित होने वाली कोविड हेल्थ डेक्स पर जन सामान्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव करने के संबंध में प्रचार सामग्री भी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में यह एक नई पहल शुरू की गई हैं। जिसके माध्यम से सर्वलेंस का कार्य तेजी से आगे बढ़ सकेगा और करोना के संक्रमित व्यक्तियों की शीघ्रता के साथ जांच संभव हो सकेगी। इसके अलावा दूसरी ओर जनता को करोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में विभिन्न जानकारी कोविड हेल्प डेक्स पर कोरोना वायरस संक्रमित संभावित व्यक्तियों का चिन्हीकरण करते हुए उनका तत्काल इलाज संभव हो सकेगा। 

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड हेल्प डेस्क जनपद स्तर पर सभी सरकारी अस्पतालों में एवं जनपद की सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर हेल्प डेस्क बनाई जाएंगी। इसी के साथ-साथ नगर आयुक्त कार्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय जीडीए कार्यालय नगर आयुक्त के जोनल कार्यालयों तथा जनपद की सभी नगर पालिकाओं में कोविड हेल्प डेक्स की स्थापना करने की कवायद जनपद में शुरू कर दी गई हैं, ताकि आम नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के संबंध में तेजी से कार्य आगे बढ़ सकें। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों को यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर तत्काल प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश दिए हैं। 

900 साल बाद पृथ्वी पर हुआ 'सूर्यग्रहण'

अतुल त्यागी

 

900 साल बाद पृथ्वी पर शुरू हुआ सूर्यग्रहण, ये काम न करें तो जिंदगी होगी मनी-मनी

 

हापुड़। पृथ्वी पर 900 साल वाद सूर्यग्रहण का खतरनाक स्वरूप देखने को मिलेगा इससे कई पकार की हानियां होने के चांस हैं। ग्रहण का आंशिक रूप सुबह 9.16 बजे शुरू होगा। वलयाकार रूप सुबह 10.19 बजे शुरू होगा और यह दो।पहर 2.02 बजे खत्म होगा। ग्रहण का आंशिक रूप दोपहर 3.04 बजे खत्म होगा। सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें इससे सम्बंधित कई बातें आपको यहां बताई जा रहीं हैं जिसे ध्यान में रखकर आप सूर्य ग्रहण के आंशिक या पूर्ण प्रभाव से बच सकते हो। ग्रहण में विशेषकर गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटने, शयन करने, पापड़ सेकने आदि उत्तेजक कार्यों से परहेज करना चाहिए और धार्मिक ग्रंथ का पाठ करते हुए खुद को खुश रखने की कोशिश करें। इससे होने वाली संतान स्वस्थ और गुणों से भरपूर होती है। ग्रहणकाल के दौरान गर्भवती महिलाओं को पेट पर गाय के गोबर का पतला लेप लगाना चाहिए और सुंदरकांड का पाठ करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा दूध, घी, तेल, पनीर, अचार, मुरब्बा और भोजन सामग्रियों में तिल, कुश या तुलसीपत्र डाल देने से ये ग्रहण काल में दूषित नहीं होते. सूखे खाद्य पदार्थों में तिल या कुश डालने की जरूरत नहीं है।

ग्रहणकाल में सूर्य की उपासना करने को बहुत अच्छा माना गया है। ग्रहणकाल में भगवान सूर्य की उपासना, आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्याष्टक स्तोत्र आदि सूर्य स्तोत्रों का पाठ व गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान-दान का भी महत्त्व है।ग्रहण जहां जितने समय तक दिखाई देता है, उसकी मान्यता वहां उतने काल तक ही होती है।

एक ही गली में मिले 73 कोरोना संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को मध्य जिले के तहत शक्ति नगर इलाके में 73 कोरोना के मरीज आने के बाद स्थानीय जिला प्रशासन ने पूरे इलाके को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया है। शक्ति नगर की तीन सड़कों भारत नगर रोड, वीर बंदा बैरागी मार्ग और स्वामी विवेकानंद मार्ग को पूरी तरह से सील कर दिया गया है


इन तीनों गलियों समेत पूरे शक्ति नगर में सिर्फ बेहद जरूरी काम वाले या ई-पास वाले लोगों को ही आवाजाही की इजाजत होगी। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यहां पर तुरंत प्रभाव से सेनेटाइजेशन हो साथ ही कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कार्य पूरा हो लगातार आ रहे थे मामले : जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शक्ति नगर में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे थे। शुरू में कुछ घरों और इलाकों को सील किया गया, लेकिन मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूरे इलाको को कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला लिया गया है। इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन और एसडीएम सिविल लाइंस को आदेश दिए हैं कि ऐसी व्यवस्था बनाए ताकि जरूरी वस्तुओं के लिए लोग परेशान न हों। कटेंनमेंट जोन से लोगों के बाहर जाने और नए लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा।


प्रशांत कुमार


हालात अभी और भी खराब होंगे


  • डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयसेस ने जारी की चेतावनी, कहा- दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों में हालात और खराब होंगे

  • उनके मुताबिक- ज्यादातर देशों में अनलॉक के कारण जोखिम बढ़ा, लोग मास्क भी नहीं लगा रहे, सिर्फ 36 देशों में संक्रमण दर में गिरावट


वॉशिंगटन दुनिया के 81 देशों में कोरोनावायरस की दूसरी लहर उठ रही है। इनमें अमेरिका, इजरायल, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, बांग्लादेश शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयसेस ने कहा कि दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों में हालात और खराब होंगे।


उन्होंने कहा कि ज्यादातर देशों में अनलॉक के कारण कोरोना का जोखिम बढ़ा है। लोग कोरोना से बचाव के नियमों में कोताही बरत रहे हैं। यहां तक कि मास्क भी ठीक से नहीं लगा रहे हैं। इन देशों में पिछले दो हफ्ते में संक्रमण तेज हुआ है। दुनियाभर में गुरुवार को आए नए मामलों में से करीब आधे अमेरिका में ही थे।


अफ्रीका में 100 दिन में 1 लाख मामले आए हैं। जबकि यहां 19 दिन में ही मामले दोगुना हो गए। दक्षिण अफ्रीका में रोजाना औसतन एक हजार मामले आ रहे हैं। सिर्फ 36 देशों में कोरोना के नए मामलों में गिरावट आई है। सभी कोरोना प्रभावित देशों को टेस्ट बढ़ाने चाहिए। संदिग्ध मरीजों के लिए क्वारैंटाइन की अच्छी व्यवस्था हो।


अमेरिका: वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क सिटी में कल से अनलॉक-2 शुरू होगा


अमेरिका के वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क सिटी में सोमवार से अनलॉक-2 शुरू हो जाएगा। इससे न्यूयॉर्क सिटी में सैलून और अन्य दुकानें खुल जाएंगी। आउट डोर डिनर किया जा सकेगा। मेयर बिल डे ब्लासियो ने कहा कि शहर की सीमाएं भी खोलने की तैयारी की जा रही है। वॉशिंगटन में अनलॉक-2 में रेस्तरां, गैर जरूरी रिटेल स्टोर्स खुलेंगे। धार्मिक स्थलों पर 100 लोग जमा हो सकेंगे। अमेरिका में कोरोना के अब तक 22,98,108 मामले आए हैं जबकि 1,21,424 मौतें हुई हैं।


दुनिया: जिम्बाब्वे में मास्क घोटाला, अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास संक्रमित


जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्री ओबादिया मोयो को मास्क घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने यहां एक कंपनी को मास्क का ठेका दिया था। कंपनी सरकार को एक मास्क 2125 रुपए में बेच रही थी, जो कि औसत कीमत से बहुत ज्यादा है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास के 20 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें ज्यादातर सुरक्षाकर्मी हैं। अफगानिस्तान में कुल 28,424 मामले हैं। जबकि 569 मौतें हुई हैं।


लगातार इजाफे के बाद राहत की खबर

पालूराम


नई दिल्ली। दिल्ली में शनिवार को कोरोना संक्रमण ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस दिन अच्छी खबर भी आई और एक चिंता पैदा करने वाली भी खबर सामने आई। चिंता पैदा करने वाली खबर ये है कि दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग में तेजी आने के बाद पॉजिटिव केस की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शनिवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 3630 मामले सामने आए। दिल्ली में अब कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 23,340 हो गई है। जबकि दूसरी तरफ एक दिन में रिकॉर्ड मरीज ठीक भी हुए।


दोगुने से ज्यादा ठीक हुए


उत्साहजनक बात ये है कि पिछले 24 घंटे में जितने कोरोना के मरीज आए, उससे दोगुने से भी ज्यादा इलाज के बाद ठीक हो गए। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में पिछले 24 घंटे में 7725 कोरोना पेशेंट इलाज के बाद ठीक हो गए हैं।


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दिल्ली में एक दिन में न तो अबतक इतने कोरोना मरीज आए थे और न ही एक दिन में इतने लोग ठीक हुए थे।


77 लोगों की मौत


दिल्ली में अब कोरोना के कुल मामले बढ़कर 56,746 हो गए हैं। राजधानी में पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से 77 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ दिल्ली में मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 2112 हो गया है। पिछले 24 घंटे में 7725 लोगों के ठीक होने के बाद दिल्ली में अब तक कोरोना से 31,294 लोग ठीक हो चुके हैं।



दिल्ली में अब ज्यादा टेस्टिंग



पिछले 24 घंटे में दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में 17533 लोगों के कोरोना टेस्ट किए हैं। ये किसी भी एक दिन में किए जाने वाले सैंपल टेस्ट का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। दिल्ली में अबतक कुल 3,51,909 लोगों के टेस्ट हो चुके हैं. दिल्ली में होम क्वारनटीन कोरोना मरीज की संख्या बढ़कर 12611 हो गई है।


करंट से स्टांप विक्रेता, युवक की मौत

जौनपुर। अलग-अलग स्थानों पर करेंट की चपेट में आने से स्टांप विक्रेता व युवक की मौत हो गई। केराकत कोतवाली क्षेत्र के  अकबरपुर गांव निवासी स्टांप विक्रेता विमलेश त्रिपाठी (50)  अपने घर की छत पर गिर गए टिन शेड को बारिश के दौरान ठीक कर रहा था। इसी दौरान टिन शेड के बगल में लगे अर्थिंग तार के छू जाने से टिन शेड में करेंट प्रवाहित हो गया। चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
 उधर सरपतहां थाना क्षेत्र के टिकुरिया गांव का धीरज प्रजापति (25)  घर में बिजली ठीक कर रहा था। तार में उतरे करेंट की चपेट में आने से उसकी भी मौत हो गई।


एक ही परिवार के दो पक्षों में गोलीबारी


एक ही परिवार के दो पक्षों में गोलीबारी





भिंड। मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच गोलीबारी का मामला सामने आया है। इस घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची है। यह घटना मिहोना थाना क्षेत्र के अचलपुरा गांव की है, जहां एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच फायरिंग हो गई। घटनास्थल पर दो लोगों की मौत हुई है एक को गोली मारकर और दूसरे की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या की गई है। बताया जा रहा है कि पानी का पाइप डालने को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में विवाद हो गया था। घटना के बाद से गांव में सनसनी फ़ैल गई और भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है।



भारतः वायरस के प्रसार की बड़ी रफ्तार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रसार बढ़ता जा रहा है। जून में रोज ही कोरोना वायरस के मामले नया रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं। देश में सिर्फ पिछले 20 दिनों में 2 लाख से ज्यादा कोविड-19 (Covid-19) के नये मामले सामने आ चुके हैं। इसी बीच 21 जून को भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 4 लाख पार कर गये. इसके साथ ही भारत कोरोना संक्रमण के इतने मामलों वाला चौथा देश बन गया। इससे ज्यादा मामले अब तक सिर्फ अमेरिका (America), ब्राजील (Brazil) और रूस (Russia) में ही सामने आए हैं। वैसे दुनिया में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के कुल संक्रमणों की संख्या 88 लाख 40 हजार का आंकड़ा पार कर गई है। वहीं इस वैश्विक महामारी के चलते दुनिया भर में 4 लाख 64 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इस वायरस से करीब 46 लाख 96 हजार लोग उबर कर स्वस्थ भी हो चुके हैं।


कोरोना मामलों में भारत से आगे तीन देश- अमेरिका, ब्राजील और रूस
अब तक अमेरिका संक्रमण के मामलों में दुनिया में सबसे आगे हैं। जहां कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 23 लाख 13 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और अमेरिका (America) में वायरस के संक्रमण से 1 लाख 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके बाद सबसे ज्यादा कोविड-19 संक्रमण वाले देशों में ब्राजील और रूस हैं। ब्राजील में अब तक 10 लाख 43 हजार लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है और इससे 49 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं रूस में कोविड-19 से 5 लाख 76 हजार लोग संक्रमित पाए गये हैं। जिसमें 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।


भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले 4 लाख के पार, अब तक 13 हजार से ज्यादा की मौत
वहीं भारत इस मामले में इन देशों के बाद चौथे नंबर है. https://www.covid19india.org/के अनुसार भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4 लाख पार करके 4 लाख 7 हजार हो चुकी है। अब तक इससे भारत में 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं 2 लाख 20 हजार से ज्यादा लोग इस बीमारी से स्वस्थ हो चुके हैं। भारत में अब भी कोविड-19 के 1 लाख 74 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। भारत में 18 दिन में दोगुने हुए केस, सिर्फ अमेरिका और ब्राजील से पीछे। भारत में एक लाखवां केस मई की 18 तारीख को आया था। फिर 2 जून को देश में 2 लाख केस हो गए। यानी, एक लाख से दो लाख पहुंचने में 14 दिन का वक्त लगा। अब दो लाख केस भी दोगुने होकर चार लाख हो गए। देश में दो लाख केस महज 18 दिन में बढ़ गए हैं।


अमेरिका में कोविड-19 के के केस 2 लाख से 4 लाख पहुंचने में महज दिन लगे थे। वहां एक अप्रैल को कोरोना के 2 लाख केस थे, जो 6 अप्रैल को 4 लाख पहुंच गए थे। फिलहाल अमेरिका में 23.13 लाख केस हैं। यहां 1.21 लाख मौतें हो चुकी हैं। ब्राजील में कोरोना वायरस के केस 2 लाख से 4 लाख पहुंचने में 13 दिन लगे थे। वहां 14 मई को कोरोना केस 2 लाख थे, जो 27 मई को 4 लाख पार कर गए थे। फिलहाल ब्राजील में 10.43 लाख केस हैं और 49 हजार मौतें हो चुकी हैं।


सभी जिलों में टेस्टींग लैब की कार्य योजना

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में कोविड-19 टेस्टिंग लैब स्थापित किए जाने की कार्य योजना प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार देर रात अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड प्रभावित 11 जिलों गौतमबुद्धनगर, मेरठ, गाजियाबाद, आगरा, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, अलीगढ़, मुरादाबाद, बुलन्दशहर, झांसी तथा बस्ती के नोडल अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 01 लाख 01 हजार 236 बेड की संख्या को जून माह के अन्त तक डेढ़ लाख तक करने का लक्ष्य पूरा किया जाए। किसी भी रोगी को कोविड या नॉन-कोविड अस्पताल में पहुंचने पर जांच के लिये इंतजार न करना पड़े। उसकी मेडिकल स्क्रीनिंग के प्रबन्ध 15 से 30 मिनट के भीतर सुनिश्चित करते हुए आगे की कार्रवाई की जाए।


योगी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों तथा अन्य सम्बन्धित चिकित्सा संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क और वहां पर इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आक्सीमीटर की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नोडल अधिकारियों से वहां के कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति और उससे बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री ने इन सभी नोडल अधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में आगामी रविवार तक रुककर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी अपनी रिपोर्ट से शासन को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारियों के फीडबैक के आधार पर स्वास्थ्य तथा चिकित्सा तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग समन्वय बनाते हुए समयबद्ध ढंग से कार्रवाई निश्चित करे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी जगह पर भीड़ एकत्रित न हो। यातायात नियमों का पालन हो। इस सम्बन्ध में रैण्डम चेकिंग करते हुए प्रभावी कार्रवाई की जाए।


जुलाई के बाद खुलेगा सालासर बालाजी

चूरू। राजस्थान के चूरू जिले में स्थित सालासर बालाजी धाम 31 जुलाई के बाद ही आम श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। मंदिर प्रबंधन ने यह निर्णय कोविड -19 की मौजूदा स्थिति को देखते हुए लिया है। मंदिर के पुजारी मांगीलाल ने बताया चूरू कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें आम जन की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया और अंतिम फैसला राज्य सरकार पर छोड़ा गया है। कोरोना पर अंकुश लगने और सरकार द्वारा जारी की जाने वाली नई गाइडलाइंस के बाद आगामी निर्णय से भक्तों को अवगत कराएंगे।


हनुमान जी को समर्पित सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान का काफी प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। न सिर्फ राजस्थान बल्कि अन्य राज्यों से श्रद्धालु यहां पर बजरंगबली के दर्शनों के लिए आते हैं। 


होमगार्ड को मारा तमाचा, पुलिस ने की धुनाई

मेरठ: दरोगा के दामाद ने होमगार्ड को थप्पड़ मारा, पुलिस ने युवक को जमकर धुना




मेरठ। मुरादाबाद में तैनात एक दरोगा का दामाद परिवार के साथ आई-20 गाड़ी से गढ़मुक्तेश्वर जा रहा था। हापुड़ अड्डे चौराहे स्थित नंदन सिनेमा के सामने कार ने बाइक सवार होमगार्ड नैन सिंह को साइड मार दी। होमगार्ड ने कार के . बाइक लगा दी, जिस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि दरोगा के दामाद ने होमगार्ड को थप्पड़ मार दिया। इसकी जानकारी मिलते ही हापुड़ अड्डे चौराहे पर तैनात पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार में बैठे दरोगा के दामाद की जमकर धुनाई कर दी। करीब 30 मिनट तक हापुड़ अड्डा चौराहे पर बखेड़ा हुआ। इसकी सूचना नौचंदी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौते का प्रयास चलता रहा।


मुझे पीटा है, पुलिस मुकदमा दर्ज करे
होमगार्ड का आरोप है कि हापुड़ अड्डे चौराहे पर सरेआम कार में सवार युवक ने उसे पीटा है। थाना पुलिस जबरन समझौता कराना चाहती है। कार में सवार युवक खुद को एक दरोगा का दामाद बता रहा है। सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल का कहना है कि पुलिस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। मामूली बात को लेकर विवाद हुआ था। दोनों ने एक दूसरे के साथ मारपीट की है।



समय निकालकर प्रणायाम पालन करें

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने निवास में किया योगाभ्यास

योग को बनाएं अपने जीवन का हिस्सा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने रायपुर स्थित निवास में प्रातः योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की।

 मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि भारत की बहुत प्राचीन परंपरा में से एक है योग। जिसे हम अष्टांग योग के रूप में भी जानते है। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि ये आठ हिस्से अष्टांग योग के है। आसन इन सबका जोड़ है लेकिन यम और नियम पर विशेष जोर देने की आवश्यकता है, तभी अष्टांग योग का लाभ जीवन में मिल सकता है। मैं सभी साथियों से निवेदन और आग्रह करना चाहता हॅॅू कि योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाए। कुछ समय अपने लिए निकाले, जिसमें आप यम, नियम, आसन और प्राणायाम का पालन करें।

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर हर वर्ष 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए छठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा रहा है, इसे डिजिटल प्लेटफार्म पर मनाया जा रहा है।

नपा अध्यक्ष के पद को लग सकता है ग्रहण

  
  
 


सुदेश शर्मा

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव 2017 में वित्तीय अनिमितताओं के कारण नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद को लग सकता है ग्रहण-? मोदी नगर, नगर पालिका परिषद के चुनाव वर्ष 2017 में अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी अशोक माहेश्वरी द्वारा चुनाव प्रचार में बरती गयी भारी वित्तीय अनिमितताओं के चलते उनके अध्यक्ष पद पर ग्रहण लग सकता है ?

नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन वर्ष 2017 में अध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशी द्वारा चुनाव में होने वाले व्यय को चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दरों से बिलों को कम धनराशि के दर्शाकर सहायक निर्वाचन अधिकारी (नगरीय निकाय) गाजियाबाद में जमा कराये गये हैं । जिसके परिणामस्वरूप नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की कुर्सी खतरे में पड़ सकती है । चुनाव के दौरान हुयी नुक्कड़ सभाओं के खर्चे को छुपाया गया है । सहायक निर्वाचन अधिकारी, नगर निकाय कार्यालय गाजियाबाद जमा नहीं कराये गये हैं । चुनाव के दौरान प्रत्याशी रोड शो में हुए खर्चों को भी छुपाया गया है । यहाँ तक की चुनाव सामग्री के बिलों को कम करके दर्शाया गया है । चुनाव प्रचार के दौरान के छपे विज्ञापनों के बिलों को डी ए वी पी द्वारा निर्धारित दरों से कम दरों पर बिलों को नगरीय निकाय कार्यालय में जमा कराये गये हैं । एक समाचार पत्र में छपे विज्ञापन के बिल को नगर निकाय कार्यालय में जमा नहीं कराया गया है ? 

जिससे चुनाव आयोग द्वारा नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद वर्ष 2017 में हुए अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अशोक माहेश्वरी ने तथ्यों को छुपाया है ।

जब कि अशोक माहेश्वरी द्वारा निर्वाचन अधिकारी, नगर पालिका परिषद मोदी नगर को अपने शपथ पत्र के बिन्दु- 1 में कहा है कि मैं अशोक माहेश्वरी, नगर पालिका परिषद के लिए अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाला अभ्यार्थी था । जिसका परिणाम दिनांक 01- 12- 2017 को घोषित किया गया ।

बिन्दु- 2 में, यह है कि उपयुक्त निर्वाचन के सम्बन्ध में दिनांक 06 11-2017 (वह तारीख जब मुझे नामांकित किया गया था) इसके परिणाम की घोषित की तारीख दोनों दिनों को सम्मिलित करते हुए के बीच मैने/ मेरे निर्वाचन अभिकर्ता व मेरे द्वारा उपगत/ प्राधिकृत सभी व्ययों को प्रथक एवं सही लेखा रखा है । बिन्दु- 3 में, यह है कि उक्त लेखा रिटर्निंग द्वारा इस उद्देश्य के लिए किये गये रजिस्ट्रर में अनुरक्षित किया गया था एवं उक्त रजिस्ट्रर इस लेखा में उल्लिखित बाउचर/ बिल के साथ संलगन है । बिन्दु- 4 में, यह कि निर्वाचन के सम्बन्ध में इसमें संलग्न मेरे निर्वाचन व्यय के लेखे में मेरे या मेरे निर्वाचन अभिकर्ता मुझे प्रायोजित करने वाले राजनैतिक दल या व्यक्ति, संगठन द्वारा उपगत अथवा प्राधिकृत निर्वाचन व्यय की सभी मदें इसमें शामिल हैं एवं उसमें (लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 1951 की धारा- 7 (1) के अन्तर्गत स्पष्टीकरण 1  (2) द्वारा इसके अंतर्गत । बिन्दु- 5, यह कि पूर्व पैरा 1 ता 4 में दिये गये कथन मेरे सर्वोत्तम जानकारी एवं विश्वास के अनुसार सत्य हैं और इसमें कुछ गलत नहीं हैं एवं किसी भी महत्वपूर्ण तथ्य को छिपाया नहीं है । यह शपथ पत्र भी तथ्यों को छुपा कर प्रस्तुत किया गया है ।

नगर निकाय निर्वाचन कार्यालय द्वारा प्रपत्रों की प्राप्ति तो दी गई है परन्तु प्रपत्र सही पाये गये इसका कोई प्रमाण- पत्र अभी जारी नहीं किया गया है ।



गाजियाबाद सीएमओ ऑफिस किया सील

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। दिन-प्रतिदिन इसके संक्रमण से मरीजों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इसी क्रम में जनपद गाजियाबाद भी अछूता नहीं है। जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसारता जा रहा है। ताजा मामले में सीएमओ ऑफिस के 2 कर्मचारी संक्रमित पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।


CMO ऑफिस को किया गया सील :  बता दें कि जनपद में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से अब तक 797 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 2 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि होने से एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 429 पहुंच गई है। दोनों मामले सीएमओ ऑफिस से जुड़े होने के कारण ऑफिस को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।


स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑफिस को सेनेटाइज का कार्य किया जा रहा है। नए मरीजों को कोविड-19 अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कर दिया गया है। मरीजों के परिजनों को होम क्वारंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग मरीजों के संपर्क में आए सभी लोगों की तलाश शुरू कर दी है।


8 वर्षीय मासूम से हवस, हालत गंभीर

सीतापुर। थाना इमलिया सुल्तानपुर के अन्दौली गांव का में बीती रात दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। मनचले युवक ने 8 साल की मासूम को बनाया हवस का शिकार। मासूम की हालत बिगड़ती देख कर युवक अनुराग उसे गंभीर हालत में छोड़कर फरार हो गया। खून से लतपथ मासूम बच्ची किसी तरह आपने  घर पहुंची और अपनी मां को बतायी आप बीती बतायी। जिसको सुनकर मां के पैरों के तले की जमीन ही खिसक गई।


परिवार के प्रार्थना पत्र पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।


मां और  मासूम के परिवार वालों को समझ में नहीं आ रहा था क्या करें। परिवार वालों के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने मासूम बच्ची को इलाज के लिये सीएचसी भेजा। जहां उसकी हालत नाजुक देख डाक्टर ने  सीतापुर जिलाआस्पताल रिफर किया।


मासूम बच्ची की हालत देखकर माँ का बुरा हाल हॉस्पिटल में किया एडमिट


जहां मासूम की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पाकर सीओ व एसपी ने गांव पहुंचकर  जांच की।और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पीड़ित परिवार के प्रार्थना पत्र पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।


टिड्डी दल के लिए बुलाया फायर ब्रिगेड

कवर्धा।(धनसिंह मरकाम) पंडरिया ब्लाक अन्तर्गत ग्राम चियाडाड़ में पहुंचा टिड्डी दल। ये टिड्डीया सामान्य टिड्डीयों की तुलना में काफी बड़े आकार के है।


ग्राम चियाडाड़ के लगभग 10 से 15 एकड़ जमीन पर टिड्डी फैले हुए थे । ये टिड्डीयां सिर्फ जमीन पर ही नहीं बल्कि पेड़ो पर भी बहुत सारे फैले हुए थे। पूरे टिड्डीयां पेड़ पर गुत्थी बनाकर छाए हुए थे। इन टिड्डी दल को भगाने के लिए फायर ब्रिगेड बुलवाया गया । फायर ब्रिगेड से कैमिकल का छिड़काव से कुछ टिड्डीयां मारे गए और कुछ टिड्डीयां फायार ब्रिगेड की आवाज सुनकर भाग गए।


नहीं लगता कि आसानी से खत्म हो जाएगा ये टिड्डी दल
ऐसे बिल्कुल नहीं लग रहा है कि ये टिड्डी दल आसानी से खत्म हो जाएगा, क्युकी लगातार ये टिड्डी दल अंडे दे कर अपनी संख्या को तेजी से बड़ा रही है । जितनी टिड्डीया कैमिकल से खत्म हो रही है , इतने ही अंडे से बाहर आ रहे है। अपनी प्रजाति लगातार बड़ा रही है।


यह कृषकों के लिए बहुत बड़ी समस्या है
जैसे ही ग्रामीणों में कृषि कार्य करने का समय आया इन टिड्डीयों ने प्रवेश कर लिया है।अगर इन टिड्डीयां पर नियंत्रण नहीं किया जा सका तो इस वर्ष कृषि कार्य अच्छे से नहीं हो पाएगा । ये टिड्डी दल पूरे फसल को बर्बाद कर देगा।


चीन को ललकार, 'साजो सामान' का इंतजार


LAC पर चीन को ललकार… लेकिन भारतीय सेना को अभी 45 ‘साजो-सामान’ का इंतजार


नई दिल्ली। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं। इस बीच खबर है कि सेना (Indian Army) के पास 45 जरूरी साजो-सामान की अभी कमी हो गई है।



इस लिस्ट में कई तरह के गोला-बारूद, लद्दाख जैसे ठंडे इलाकों में रहने के लिए गर्म कपड़े और पैराशूट शामिल हैं। बताते चलें कि गलवान घाटी में चीनी सेना से झड़प में 20 भारतीय जवान (Indian Army) शहीद हो गए थे। इस दौरान 40 चीनी सैनिकों के भी हताहत होने की बात मीडिया रिपोर्ट में सामने आई थी। सेना (Indian Army) ने डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रॉडक्शन (डीडीपी) के जरिए ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) से इन जरूरी सामानों की सप्लाई सुनिश्चित करने की मांग की है। यह ऐसे दौर में है जब जुलाई में ओएफबी के 80 हजार कर्मचारियों ने बेमियादी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।


टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इन जरूरी चीजों में से 20 गोला-बारूद से जुड़ी हैं। ये 10 दिनों से कम यानी 10(I) लेवल से नीचे हैं। इसका मतलब है कि 10 दिन की भीषण लड़ाई के उनका वर्तमान स्टॉक पर्याप्त नहीं है। इन 20 आइटम्स में से पांच गोला-बारूद ऐसे हैं, जो सेना को आर्डनेंस फैक्ट्री से मिलते हैं। इसके साथ ही इन्हें आयात करना पड़ता है लेकिन अभी स्टॉक जरूरी सीमा के मुताबिक नहीं है। दूसरी 21 चीजों के बारे में सेना का कहना है, ‘सामान्य सप्लाई अगर बाधित होती है तो ये आइटम बहुत मुश्किल से मिल सकेंगे। इनमें कॉम्बैट ड्रेस, कोट ईसीसी (भीषण ठंड के लिए जरूरी कोट), पॉन्चो (कंबल जैसा लबादा) और ग्लेशियर के लिए कैप, सप्लाई गिराने वाले उपकरण और पैराशूट शामिल हैं।’


इसके साथ ही डीडीपी ने तीन आर्टिलरी गन की सप्लाई में कमी का संकेत दिया है। इस तरह की 167 गन अभी तक ओएफबी के पास नहीं पहुंची हैं। कोरोना वायरस महामारी की वजह से इनका प्रॉडक्शन प्रभावित हुआ है। इसके अलावा 196 माइन प्रटेक्टेड (बारूद रोधी) गाड़ियों की सप्लाई भी नहीं हुई है।


एक सूत्र ने टीओआई को बताया, ‘पिछले तीन महीने से इन सामानों की कोई सप्लाई नहीं हुई है क्योंकि तमाम ऑर्डनेंस फैक्ट्रियां कोरोना से संबंधित आइटम का निर्माण करने में फंसी हैं। वहीं लॉकडाउन की बंदिशों की वजह से बहुत सी फैक्ट्रियां बंद हैं।’ 9 जून को डीडीपी ने मोस्ट अर्जेंट की कैटिगरी में रखते हुए ओएफबी को इस सिलसिले में खत भेजा है। इसके साथ ही देशभर की 41 ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों के जनरल मैनेजरों को भी यही संदेश भेजा गया है। लेकिन 80 हजार कर्मचारियों की एम्पलाई फेडरेशन का कहना है कि वह अनिश्चिकालीन हड़ताल नहीं टालेंगे। ओएफबी को कॉर्परटाइज करने के केंद्र सरकार के फैसले का फेडरेशन विरोध कर रहा है।


डीडीपी की तरफ से ओएफबी को लिखे खत में कहा गया है, ‘आपसे गुजारिश है कि फेडरेशन, कन्फेडरेशन और ओएफबी के असोसिएशन्स से बातचीत करें। उन्हें इस बात के लिए राजी करें कि कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा की जाएगी और सरकार सभी पक्षों से इस सिलसिले में निश्चित रूप से चर्चा करेगी।’ ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन (एआईडीईएफ) के जनरल सेक्रटरी सी श्रीकुमार का कहना है कि हड़ताल के बारे में राय जानने के लिए जनमत संग्रह कराते हुए वोटिंग हुई थी। 8 से 17 जून के बीच हुए इस सर्वे में 99.9 फीसदी कर्मचारियों ने हड़ताल के लिए समर्थन दिया है।


श्रीकुमार का कहना है, ‘पिछले साल अगस्त में सरकार ने ने हमें मनाने की कोशिश की थी। लेकिन अचानक से उन्होंने कोविड-19 पैकेज के तहत ओएफबी को कॉर्परटाइज करने का फैसला ले लिया। हम केवल कर्मचारी हितों के लिए नहीं लड़ रहे हैं बल्कि यह पूरी इंडस्ट्री को बचाने की लड़ाई है। हमने बीएसएनएल का हाल देखा है। हम नहीं चाहते हैं कि ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों का भी वही हाल हो क्योंकि यह देशहित के खिलाफ होगा।’डीडीपी ने ओएफबी से कहा है, ‘ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों के जनरल मैनेजरों को निर्देश दिया जाए कि वे अपने स्तर पर कर्मचारियों से बातचीत करें। हमें भरोसा है कि इससे तमाम आशंकाएं दूर होंगी और कर्मचारियों की चिंताएं कम होंगी। ओएफबी को लिस्ट में दिए गए जरूरी साजोसामान का हर फैक्ट्री में उत्पादन शुरू करने का प्लान बनाना चाहिए जिससे देश का डिफेंस प्रॉडक्शन बरकरार रहे।’


एआईडीएफ के जनरल सेक्रटरी श्रीकुमार कहते हैं, ‘सभी ऑर्डनेंस कर्मचारी देशभक्त हैं। हमने 1962 के अलावा दूसरे मौकों पर भी यह सिद्ध किया है। इसलिए हम सरकार से अपील करते हैं कि ओएफबी को कॉर्परटाइज करने का फैसला वापस ले लें, जिससे हम देश की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए शांतिपूर्वक काम करते रहें। अगर हमारा भविष्य अनिश्चित होगा तो हम कैसे काम कर सकते हैं?



फादर्स डेः पिता का साया सदा सुखदाई

पिता की छांव सदा ही सुखद होती है



पिता की अवधारणा में समाहित है जीवन चक्र जिसके सहारे विश्व का वर्तमान व्यापक रूप नजर आता है। जिससे परिवार की परिकल्पना साकार रूप लेती है। जिसके सुखद छांव में सुव्यवस्थित परिवार की संरचना सुनिश्चित है। जिसके सिर से पिता की साया हट जाती है , उसका जीवन विरान हो जाता है। वह अनाथ हो जाता है। वे लोग ज्यादा भाग्यशाली माने जाते है जिनके सिर पिता की साया लम्बें समय तक विराजमान रहती है। पुत्र में पिता अपनी परिकल्पना को सर्दव ढूंढ़ता है। उसे अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर उसके सहारे की महती आवश्यकता होती है।
भारतीय दर्शन में पिता पुत्र के संबंधों के अनेक अनुकरणीय उदाहरण है। जहां पुत्र पिता के हर दुःख सुख का साथी होता है। वह श्रवण कुमार बनकर लाठी बनता नजर आता है तो कहीं राम की तरह पिता के आदेश को सादर स्वीकार करते मिलता है। पाश्चयात संस्कृति में पिता पुत्र के इन संबंधों को नहीं देखा जा सकता । पुत्र पाने की मनोकामना हर पिता के मन को होती है पर पिता-पुत्र धर्म निभाने की परम्परा भारतीय संस्कृति में हीं देखी जा सकती । पितृ पक्ष की परम्परा भी भारतीय संस्कृति में हीं देखने को मिलती।
पिता पुत्र के आपसी संबंधों पर आधुनिकता ने भी अपना प्रभाव जमाया है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जहां पुत्र पिता को केवल जन्मदाता मानता है, उसे आश्रय देने की भी जरूरत है, इस जिम्मेवारी से पग स्थिर होते ही भाग खड़ा होता है। उसे बचपन से अपने कंधों का सहारा देकर बड़ा करने वाला पिता एक समय बोझ सा प्रतीत होने लगता है। इस तरह के उभरते परिवेश ने वृद्धाश्रम की अवधारणा को उभार दिया जहां पिता पुत्र से अलग नजर आने लगा है। वृद्धाश्रम जा कर के भी पुत्रमोह से अपने आप को भारतीय पिता अलग नहीं कर पाता, वह इस छिपे दर्द को अपने जैेसे वृद्धाश्रम में आये सहयात्री के साथ बांटता नजर आता है। इस तरह के उभरते परिवेश भारतीय संस्कृति के अनुकूल तो नहीं है पर आधुनिक परिवेश से प्रभावित युवा पीढ़ी की यह धरोहर बनती जा रही है जिसका भावी भविष्य कभी सुखद नहीं हो सकता । इस तरह के उभरते परिवेश से पिता के मन में अंत समय ऐसी वितृष्णा पैदा हो जाती है, जहां पुत्र होने की परिकल्पना खत्म हो जाती है। जिस पुत्र को पाने के लिये जिसने हर तरह के प्रयास किये हो, धर्म स्थानों के चक्कर काटे हों, जंतर – मंतर के बीच नहीं चाहते हुये भी दिये ताबीज को बांधी होे, जिसने जो कहा, उसे पूरा किया हो, वहीं औलाद जब उसे घर से बाहर निकाल वृद्धाश्रम का राह दिखा दे तो ग्लानी होना स्वाभाविक है।
इस तरह के उभरते परिवेश के बीच आज भी अनेक परिवार देखने को मिल जायेंगे जहां भारतीय संस्कृति जिंदी है। जहां पुत्र पिता के हर कदम का सहारा बना अपनी दिनचर्या को बेहतर ढंग से निभा रहा हैं। कार्यालय जाते समय पिता के पांव छूकर आशीर्वाद लेने एवं दिनभर का थका अपने कार्यालय से घर आने पर पिता का हालचाल पूछने एवं, संग में चाय पीने, पिलाने की परम्परा आज भी जहां कायम है वहां कष्ट अपने आप भाग जाता है। पिता की छांव सदा हीं सुखद होती है, इसका आभास उस पारिवारिक परिवेश से किया जा सकता है जहां आज भी पिता की उपस्थिति में संगठित परिवार है। जहां पिता आदर का पात्र है।


ब्रज बिहारी दुबे



घूस लेते लेखपाल का वीडियो वायरल

ऋषिकेश दुबे 

कैसे ले रहे है लेखपाल जी घूस वीडियो हुआ वायरल

अयोध्या। बीकापुर तहसील क्षेत्र के  गांव मऊ  के लेखपाल ने न्यायालय द्वारा मांगी आंख्या में रिपोर्ट लगाने के नाम पर 25 हजार रुपए की मांग की जिसमें  5 हजार रुपए ऐठे जाने का वीडियो वायरल हो गया है|  लेखपाल द्वारा मामले में जानकारी मिलने के बाद कार्यवाही न किए जाने की शिकायत पीड़ित आदमी  ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से शिकायत कर कार्यवाही की गुहार की है|जहां आरोपी लेखपाल ने मनमानी रिपोर्ट लगाकर प्रकरण को निक्षेपित करा दिया है|दरअसल पूरा मामला यह है कि बीकापुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले  गांव मऊ के फयाराम निषाद पुत्र स्वर्गीय धनाई निषाद का आरोप है कि उसने लगभग 3 जून 2005 को बलराम पुत्र शिव नारायण से 0.422 हेक्टेयर भूमि का बैनामा लिया था| दाखिल खारिज राजस्व अभिलेखों में दर्ज हो गया था 2005 से 2009 तक खतौनी में नाम सही चल रहा था किंतु खतौनी कन्वर्जन के समय बेनामीदार के नाम के साथ अन्य कई लोगों का भी नाम जुड़ गया| जानकारी मिलने के बाद बेनामीदार के पैरों तले जमीन खिसक गई और उसने तहसील का चक्कर लगाना शुरू कर दिया| चक्कर काटते थक हार कर पीड़ित काश्तकार ने तहसील स्थित एसडीएम कोर्ट में कागजात दुरुस्ती का वाद योजित किया जिसमें न्यायालय द्वारा राजस्व निरीक्षक के माध्यम से रिपोर्ट मांगी गई|पत्रावली लेखपाल राजेश श्रीवास्तव के पास पहुंची तथा  जब पीड़ित आदमी ने लेखपाल से संपर्क किया तो लेखपाल ने बताया कि यह बहुत बड़ा मामला है इसमें कम से कम 25 हजार लगेंगे| काश्तकार का आरोप है कि बीते पखवाड़े पूर्व लेखपाल को 5 हजार देकर शेष पैसे बाद में देने का वादा किया|इस बीच लेखपाल ने मामला काफी पुराना होने का हवाला देते हुए विरोधाभासी रिपोर्ट लगाकर पत्रावली कोर्ट भेज दिया|जानकारी पाकर काश्तकार द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पर शिकायत दर्ज कराई गई बावजूद इसके  लेखपाल ने मामले में दोबारा भ्रामक रिपोर्ट लगा दी| जिसके चलते काश्तकार तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों के  चक्कर काट रहा है कोई सुनने वाला नहीं है|उधर लेखपाल का घूस लेते वीडियो वायरल हो जाने  की जानकारी पाकर आरोपी लेखपाल के भी हाथ-पांव फूल गए हैं|लेखपाल को भी दर सताने लगा है ये है जमीनी हकीकत  ऐसे लोग इस समाज को दीमक की तरह चाट जा रहे हैं जब तक ऐसे लोग इस समाज में रहेंगे तब तक ये जनता को इसी तरीके से चूसते रहेंगे गरीब को न्याय नहीं मिलेगा|

नहर कट जाने से किसानों को काफी नुकसान

अंबेडकरनगर। आलापुर में रामनगर ब्लाक मुख्यालय के ठीक पीछे जहांगीरगंज रजवाहा की दक्षिण तरफ की पटरी कई जगह कट जाने के कारण जेसीबी द्वारा नाहर को बांधा जा रहा है। नहर कटने से ग्राम नगदहा के किसानों के पिपरमेंट और धान की बैरन जलमग्न हो चुकी है।

इसके पूर्व भी आपको अवगत कराया गया था कि नहर के दक्षिण तरफ की पटरी की मरम्मत ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा से की जा रही है जिससे पटरी कमजोर हो गई है जिसका निरीक्षण करने के लिए आपसे अनुरोध भी किया गया था।

   आपसे विनम्र अनुरोध है की जहांगीरगंज रजवाहा में कम पानी छोड़ने का प्रयास करें क्योंकि नहर की पटरी पूरी तरह से रामनगर से लेकर हुसैनपुर तक कमजोर हो चुकी है और हुसैनपुर बाजार से आगे नरिया तक जगह-जगह नहर में पाइप पड़े होने के कारण पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा है ना तो ही आज तक नहर की सफाई कराई जा सकी है। यदि इसी तरह से पानी पर्याप्त मात्रा में छोड़ा जाएगा तो किसानों का बहुत बड़ा नुकसान होगा। आपसे विनम्र अपील हैकी जहांगीरगंज रजवाहा को रामनगर ब्लॉक मुख्यालय के पीछे निरीक्षण करके मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें और नहर में कम पानी छोड़ने का कष्ट करें।

ओंकार नाथ सिंह रिपोर्टर 

भारत को फाइटर जेट देगा मित्र 'रूस'


भारत को फाइटर जेट देगा ‘दोस्‍त’ रूस, 21 MiG-29 और 12 Sukhoi लड़ाकू विमान बढ़ाएंगे सेना की ताकत


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत के लिए खतरा बना चीनी ड्रैगन, जल्‍द फाइटर जेट देगा ‘दोस्‍त’ रूसगलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों की मौत के बाद भारत और चीन में तनाव बढ़ता जा रहा है। सीमा पर पाकिस्‍तान और चीन की दोहरी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना को लड़ाकू विमानों (Russia Will Give Fighter Jet To India) की सख्‍त जरूरत है।




इसी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना ने रूस से 21 नए मिग -29 और 12 Su-30MKI का प्रस्‍ताव सरकार के पास भेजा है। इस बीच रूस (Russia Will Give Fighter Jet To India) ने कहा है कि वह भारत की जरूरतों को देखते हुए जल्‍द से जल्‍द इन विमानों को और ज्‍यादा आधुनिक बनाकर भारत को सौंपने के लिए तैयार है।


मिग-29 विमान को आधुनिक बना रहा रूस

WION न्‍यूज की रिपोर्ट के मुताबिक रूस और भारत सरकार के बीच होने वाली इस डील के लिए मास्‍को पूरी तरह से तैयार है। बताया जा रहा है कि रूस इन दिनों मिग-29 लड़ाकू विमानों को आधुनिक बनाने में जुटा हुआ है। एक बार जब इन विमानों के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो ये विमान चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के बराबर हो जाएंगे।


40 साल तक सेवा देगा मिग-29 विमान

आधुनिकीकरण के बाद मिग-29 विमान रूस और विदेशों के आधुनिक हथियारों को अपने साथ लेकर बहुत तेजी से और ऊंचाई वाले स्‍थानों पर उड़ान भर सकेंगे। यही नहीं ये विमान दुश्‍मनों की पहचान करने में और ज्‍यादा कारगर हो जाएंगे। आधुनिक सामग्री और तकनीक की मदद से ये विमान अगले 40 साल तक भारतीय वायुसेना में अपनी सेवा दे सकेंगे।


ब्रह्मोस लैस रहेगा सुखोई-30 MKI जेट

भारत 12 सुखोई-30 MKI विमानों को खरीदने जा रहा है। भारत में मौजूद सुखोई विमानों को इस साल जनवरी महीने में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से लैस किया गया था। बताया जा रहा है कि सुखोई विमानों को हवा से हवा मार करने वाली नई मिसाइलों से लैस किया जाएगा। सुखोई-30 विमान बेहद कारगर माने जाते हैं। ये विमान भारत और रूस के बीच दोस्‍ती का शानदार प्रतीक माने जाते हैं। भारत ने 10 से 15 साल की अवधि में कई बार में 272 Su-30 फाइटर जेट्स के लिए आदेश दिए थे।


6 हजार करोड़ से मिलेंगे 33 फाइटर जेट

वायु सेना ने यह जांचने के लिए एक अध्ययन किया है कि मिग -29 की एयरफ्रेम लंबे समय तक काम करने के लिए पर्याप्त हैं और वे लगभग नई स्थिति में पाए गए हैं। मिग -29 को वायु सेना द्वारा उड़ाया जाता है और पायलट इससे परिचित होते हैं। वायु सेना के पास मिग -29 के तीन स्क्वाड्रन हैं। बताया जा रहा है कि इन विमानों की खरीद पर 6 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा।



योग दिवस एकजुटता का दिनः मोदी

नई दिल्ली। योग दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत में, प्रधान मंत्री ने छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर, प्रधान मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यह दिन एकजुटता का दिन है। यह सार्वभौमिक भाईचारे के संदेश का दिन है। जब बच्चे, बुजुर्ग, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी योग के माध्यम से एक साथ जुड़ते हैं, तो पूरे घर में ऊर्जा का प्रवाह होता है। इसलिए, इस बार योग दिवस भावनात्मक योग के लिए, हमारे परिवार के बंधन को बढ़ाने के लिए एक दिन है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस विशेष रूप से हमारे श्वसन तंत्र यानी श्वसन प्रणाली पर हमला करता है। हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने में सबसे ज्यादा मददगार है प्राणायाम, यानी सांस लेने की कसरत। एक सतर्क नागरिक के रूप में, हम एक परिवार और समाज के रूप में एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे। हम घर पर योग करने और परिवार के साथ योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का प्रयास करेंगे। हम निश्चित रूप से सफल होंगे, हम निश्चित रूप से विजयी होंगे।
 
पीएम ने लोगों से अपने दैनिक अभ्यास में प्राणायाम को शामिल करने और अनुलोम-विलोम के साथ अन्य प्राणायाम तकनीकों को सीखने और उन्हें साबित करने की अपील की। स्वामी विवेकानंद कहते थे- "एक आदर्श व्यक्ति वह है जो सबसे निर्जन में भी सक्रिय है और अत्यधिक गतिशीलता में भी पूर्ण शांति का अनुभव करता है"। यह किसी भी व्यक्ति के लिए एक बड़ी क्षमता है। योग का अभ्यासी कभी भी संकट में धैर्य नहीं खोता। योग का अर्थ है - समत्वं योग उच्यते ’। अर्थात योग अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-असफलता, सुख-संकट, हर स्थिति में एक जैसा रहने, स्थिर रहने का नाम है।


आर्थिक मोर्चे पर लगेगा जोर का झटका


मोदी सरकार के ये फैसले तोड़ देंगे चीन की कमर, आर्थिक मोर्चे पर लगेगा जोर का झटका


नई दिल्ल। पूर्वी लद्दाख (India-China Border Clash) में चीन की नापाक हरकत का जवाब देने के लिए सैन्य और कूटनीतिक विकल्पों के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। चीन पर आर्थिक निर्भरता कम करने के लिए व्यापक योजना बनाई जा रही है। इसके तहत चीन से होने वाले व्यापार, निवेश और प्रोजेक्ट सर्विसेस पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है।



सरकारी ठेकों और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की परियोनाओं में चीन की कंपनियों के भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। चीन से आने वाले तैयार माल पर भारी टैक्स लगाया जा सकता है। इसके साथ ही विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की भी समीक्षा की जा सकती है जिनका इस्तेमाल करके चीन अप्रत्यक्ष रूप से अपना माल भारत में भेज रहा है।


सरकारी अधिकारियों ने ईटी के बताया कि इस बारे में विस्तार से चर्चा के लिए जल्दी ही एक हाई लेवल मीटिंग हो सकती है। इसमें सभी संबंधित विभागों के मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय के शीर्ष अधिकारी हिस्सा ले सकते हैं। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, कई उपायों पर विचार किया जा रहा है। इसके दोनों पहलुओं पर विचार किया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि ये उपाय कब और कैसे किए जाने हैं। साथ ही भारतीय कंपनियों पर इनके प्रभाव पर भी विचार करना होगा।


चीन से आयात कम करने के उपाय

चीन से आयात कम करने के लिए भारत के पास कई विकल्प हैं। इसके लिए चीन से आने वाले सामान पर हाई टैरिफ लगाया जा सकता है। साथ ही कई नॉन-टैरिफ उपाय भी हैं। वित्त वर्ष 2019 में भारत ने चीन से 70 अरब डॉलर का आयात किया था। इस दौरान भारत का व्यापार घाटा 53 अरब डॉलर का था। इस घाटे को अब करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। भारत के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में चीन की कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है। चीनी सामान से आयात को हतोत्साहित करने के साथ ही सरकार ये सामान बनाने वाली घरेलू कंपनियों को भी प्रोत्साहन देगी। साथ ही भारत विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की भी समीक्षा करेगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि भारतीय बाजार तक पहुंचने के लिए चीन इनका इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है।


भारत ने पहले ही रीजनल कंप्रहैंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) वार्ता से किनारा कर लिया था। इसमें चीन और अन्य देश शामिल हैं। भारत का कहना था कि इस समझौते में चीन से आयात बढ़ने से रोकने के लिए कोई प्रावधान नहीं है। चीन से आयात को हतोत्साहित करने के लिए सख्त क्वालिटी स्टैंडर्ड और नियम लागू किए जा सकते हैं।


इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के ठेके

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक चीन के कंपनियों को इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के ठेकों में हिस्सा लेने से रोका जा सकता है। इसके लिए परस्परता के सिद्धांत पर आधारित एक प्रावधान किया जा सकता है। इसके तहत सरकार ऐसे देशों की कंपनियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर सकती है जहां भारतीय कंपनियों को कड़े प्रावधानों का सामना करना पड़ता है।इसके लिए लॉ मिनिस्ट्री विभिन्न विकल्पों पर माथापच्ची कर रही है ताकि इसे किसी तरह की चुनौती न दी जा सके। अधिकारी ने कहा कि इसमें सभी देशों को शामिल किया जा सकता है लेकिन इसके मुख्य निशाना चीन की कंपनियां हैं। अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहले रोड और हाइवे सेक्टर में यह प्रावधान किया जा सकता है और फिर इसे दूसरे क्षेत्रों में भी बढ़ाया जा सकता है। एक अधिकारी ने कहा कि इसे अंतिम रूप देने के लिए रोड एंड हाइवे मिनिस्ट्री और लॉ मिनिस्ट्री के बीच चर्चा चल रही है।


चीन संग तनाव के बीच भारत को रूस का साथ

सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर चीन की कंपनियों को दूर रखने के लिए सरकार ने पहले ही बीएसएनएल और एमटीएनएल के ठेकों को रद्द कर दिया है और इन पर नए सिरे से काम किया जा रहा है। सरकार और पीएसयू के ठेकों को भारतीय कंपनियों को देने के लिए अतिरिक्त प्रावधान किए जा सकते हैं। लॉ मिनिस्ट्री दूसरे देशों के नियमों के मुताबिक इस प्रावधान की व्यावहारिकता पर विचार कर रही है। अधिकारी ने कहा कि इन सख्त शर्तों का मकसद घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देना है।


आत्मनिर्भर मिशन

इस पर पहले ही काम शुरू हो चुका है और चीन के साथ सीमा पर जारी हालात के मद्देनजर इसकी अहमियत और बढ़ गई है। कैबिनेट सेक्रटरी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में घरेलू कंपनियों को तरजीह देने के लिए विभिन्न मंत्रालयों से चर्चा की है। कैबिनेट सेक्रटरी घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने वाली समिति के भी चैयरमैन हैं। अधिकारी ने कहा कि आमतौर पर सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस दी जाती है लेकिन अब इसके लिए सख्त प्रावधान किए जा सकते हैं। कुछ ऐसी परियोजनाओं की निविदा को हाल में रद्द कर दिया गया है जहां भारतीय कंपनियों ने चीनी कंपनियों के साथ हाथ मिलाया था। सरकार पहले ही 200 करोड़ रुपये तक के सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट घरेलू कंपनियों के लिए रिजर्व कर चुकी है।एक अन्य अधिकारी ने कहा कि घरेलू कंपनियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार प्रावधानों की समीक्षा कर सकती है। उन्होंने कहा, दवा या कुछ अहम क्षेत्रों में बड़े उपकरणों तथा मशीनरी की आपूर्ति के लिए एक देश पर निर्भरता से सरकार चिंतित है। इस निर्भरता को कम करने की जरूरत है।



140 देशों में फैला ब्रह्मकुमारीज राजयोग


140 देशों में फैला है ब्रह्माकुमारीज का राजयोग


 बृज बिहारी दुबे

नई दिल्ली। 6वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुन: पूरे विश्व में योग लोग करेंगे। योग तन और मन की बीमारी ठीक करने की अचूक औषधि है। लेकिन मन में बढ़ते तनाव, डिप्रेसन और सकारात्मक चिंतन के लिए खास राजयोग है जो राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज संस्थान से दिया जा रहा है। इसकी स्थापना 1937 में सिंध प्रांत में हुई थी। परन्तु 1950 में इस राजयोग का प्रशिक्षण और अध्ययन राजस्थान के माउण्ट आबू से प्रारम्भ हुआ।



विश्व का पहला राजयोग केन्द्र: यह पूरे विश्व का पहला स्थान है जहॉं राजयोग सिखाया जाता है। शास्त्रों तथा भारतीय दर्शन में राजयोग को कुंडली से जोडक़र देखा जाता है। लेकिन यहॉं का राजयोग मन को साधने और परमात्मा में लगाने के आंतरिक क्रिया पर निर्भर करता है। इस राजयोग के अभ्यास से आंतरिक रुप में चमत्कारिक परिवर्तन आता है। खान पान रहन-सहन से लेकर व्यवहार में तेजी से बदलाव होता है।


स्वयं परमात्मा शिव से जोडऩे का मार्ग राजयोग: आज तक शारीरिक योग अधिकतर स्थानों और योग संस्थानों में दी जाती है। लेकिन यह राजयोग फिजिकल के बजाए आंतरिक, वैचारिक, मानसिक और धरातल पर शुद्धिकरण तथा सकारात्मकता पैदा करने के लिए कार्य करता है। इससे मन के विकार दूर होते है। यह आत्मा और परमात्मा की असली अनुभूति पर आधारित होता है। ऐसा मानना है कि जब हम अपने भौतिक शरीर में सूक्ष्म आत्मा को देखकर परमात्मा से जुडऩे का प्रयास करते है तो इससे आत्मा की शक्तियां विकसित हो जाती है। इस योग को स्वयं परमात्मा शिव ने ही सिखाया है। तभी इससे परमात्म अनुभूति होती है और ईश्वरीय शक्ति से चमत्कारिक परिवर्तन आता है। वैसे तो इस राजयोग और ब्रह्माकुमारीज संस्थान की स्थापना स्वयं परमात्मा शिव का है लेकिन साकारा माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा बाबा है। राजयोग को सिखाने के लिए दुनिया भर में 9 हजार सेवाकेन्द्र: पिछले 84 वर्षों से राजयोग के प्रशिक्षण और उसकी साधना का कार्य विश्व के 140 देशों में 9 हजार केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें आने वाले लोगों को सात दिन का साप्ताहिक कोर्स तथा फिर उसके बाद दैनिक राजयोगाभ्यास के बारे में गहनता से अभ्यास कराया जाता है। इसको सीखने के बाद व्यक्ति दूसरों को भी सीखा देता है। इसलिए हर कोई सिखने वाला एक तरह से मार्गदर्शक की भूमिका में होता है।


अध्यात्म और मन के साधना का अदभुत समन्वय: यह राजयोग अपने आप में अनोखा और चमत्कारिक है। इसको सीखने वाले व्यक्ति को सात दिन के कोर्स में आत्मा के वजूद से लेकर परमात्मा के रंग, रुप, गुण, धर्म और उसे सम्बन्ध के बारे में विस्तृत रुप से बताया जाता है। फिर राजयेाग की प्रक्रिया सिखायी जाती है। मन पर नियंत्रण इसका सबसे सफल और उपलब्धि के रुप में जाना जाता है। इससे ही व्यक्ति अपने विकारों पर नियंत्रण पाता है।


दुनिया का पहला राजयोग केन्द्र जहॉं सिर्फ महिलाये सिखाती है: यह विश्व का पहला राजयोग प्रशिक्षण केन्द्र पूरे विश्व में जहॉं इस संस्थान में आजीवन समर्पित युवा बहनों का विशाल समूह है जो पूरी दुनिया में फैले केन्द्रों का संचालन भी करती और राजयोग का प्रशिक्षण भी देती है। इनकी संख्या 46 हजार है जो ब्रह्माकुमारीज संस्थान में समर्पित होकर पूर्ण रुप से राजयोग सिखाकर लोगों के अध्यात्म और राजयोग द्वारा जीवन बदलने का कार्य करती है।


सभी वर्गों के लोगों के लिए लाभप्रद है राजयेाग: यह राजयोग केवल विशेष उम्र के लोगों के लिए नहीं बल्कि सभी वर्ग, उम्र के लोगों के लिए है। क्योंकि मन के विकार की कोई उम्र नहीं होती है। इसलिए इसके अभ्यास से चाहे बच्चा हो या बूढ़ा, अमीर हो या गरीब, स्त्री हो या पुरुष सबके लिए लाभप्रद है। इसका सबसे ज्यादा फायदा व्यक्तिगत, सामाजिक, पारिवारिक, पढऩे, लिखने वाले बच्चों के लिए ज्यादा फायदेमंद है। इससे महिलाओं में शक्ति स्वरुप की भावना का भी विकास होता है।


कभी भी कर सकते है राजयोग: राजयोग ध्यान केवल एक निर्धारित समय के लिए नहीं बल्कि हर वक्त कर सकते है। क्योंकि यह चिंतन और मानसिक होने के नाते हर वक्त करने से मन में बाहरी दूषित वातावरण का असर नहीं होता है। इससे मन में किसी भी प्रकार का विकार उत्पन्न नहंी होता है।


20 लाख लोग करते है प्रतिदिन अभ्यास: इस राजयोग के अभ्यासी प्रतिदिन बीस लाख लोग करते है। इन 20 लाख लोगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव सहज ही देखने को मिल जायेंगे। 87 वर्षीय राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी इस ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका है। संस्थान का अंतराष्ट्रीय मुख्यालय माउण्ट आबू में है।



टेस्टिंग के दौरान दिखी किया सोनेट कार


टेस्टिंग के दौरान दिखी Kia Sonet, क्या होगा खास, जानें इस छोटी SUV की 5 बड़ी बातें


नई दिल्ली। किआ मोटर्स (Kia Motors) की बहुप्रतीक्षित सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी सॉनेट (Kia Sonet) को हाल में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। टेस्ट किया जा रहा मॉडल Sonet SUV का फाइनल प्रॉडक्शन मॉडल (बाजार में उतारा जाने वाला) है।



किआ की यह छोटी एसयूवी (Kia Sonet) मार्केट में मारुति ब्रेजा, ह्यूंदै वेन्यू, टाटा नेक्सॉन और महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसी एसयूवी को टक्कर देगी। सॉनेट कई शानदार फीचर्स से लैस होगी। यहां हम आपको इस नई एसयूवी के बारे में 5 खास बातें बता रहे हैं।


सबसे बड़ा इन्फोटेनमेंट सिस्टम


किआ सॉनेट (Kia Sonet) में 10.25-इंच का टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा। यह इस सेगमेंट (4-मीटर से छोटी SUV) की किसी भी एसयूवी में सबसे बड़ा इन्फोटनमेंट सिस्टम होगा। किआ सेल्टॉस से लिया गया यह इन्फोटेनमेंट सिस्टम ऐपल कारप्ले और ऐंड्रॉयड ऑटो सपॉर्ट के साथ आता है।


प्रीमियम फीचर्सः प्रीमियम फील देने के लिए किआ मोटर्स अपनी इस एसयूवी में Bose साउंड सिस्टम देगी। इसके अलावा सॉनेट में किआ की UVO कनेक्टेड कार टेक्नॉलजी, इलेक्ट्रिक सनरूफ, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस चार्जर, मल्टी-इन्फर्मेशन डिस्प्ले और पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप समेत कई और शानदार फीचर मिलेंगे।


डीजल-ऑटोमैटिऑटोमैटिकःकएसयूवी तीन इंजन ऑप्शन में आएगी, जिनमें 1.2-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर डीजल और 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन शामिल हैं। ये तीनों इंजन ह्यूंदै की सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी वेन्यू से लिए गए हैं। हालांकि, इसमें डीजल इंजन के साथ 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन भी मिलेगा। वहीं, टर्बो-पेट्रोल इंजन ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस होगा।


​IMT (इंटेलिजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन)


किआ सॉनेट के 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ IMT (इंटेलिजेंट मैन्युअल ट्रांसमिशन) मिलेगा, जो ऑटो रेव-मैचिंग फंक्शन के साथ आता है। इस फंक्शन के होने से क्लच पेडल की अनुपस्थिति में गियर बदला जा सकता है।


किआ की सबसे सस्ती एसयूवीःसॉनेट, किआ मोटर्स की सबसे सस्ती एसयूवी होगी। इसकी कीमत 7-11 लाख रुपये के बीच रहने की उम्मीद है। किआ सॉनेट अगस्त-अक्टूबर के बीच भारतीय बाजार में लॉन्च की जाएगी।



कनिका की राह पर चलें पंकज, एक्शन


कनिका कपूर की राह चल पड़े थे IPS सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, CM योगी ने लिया बड़ा ऐक्शन


नई दिल्ली/लखनऊ। प्रयागराज के एसएसपी रहे आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने वही गलती कर दी, जो सिंगर कनिका कपूर ने की थी। आईपीएस सत्यार्थ ने पहले कोरोना पॉजिटिव अपने दोस्त को घर में रखा और उसके संक्रमण की बात छुपाई, फिर खुद भी संक्रमित होते हुए ड्यूटी करते रहे और अपने ड्राइवर एवं गनर को भी संक्रमित कर दिया।



आईपीएस सत्यार्थ ने अपने 90 वर्षीय बुजुर्ग पिता की सेहत का भी ख्याल नहीं रखा, उनकी गलती की वजह से उनके पिता भी संक्रमण के शिकार हो गए। जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा कोरोना के मामले में की गई इतनी बड़ी गलती और लापरवाही पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने सत्यार्थ का तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया। सूत्रों के मुताबिक, प्रयागराज के पूर्व एसएसपी रहे अनिरुद्ध सत्यार्थ (Satyarth Anirudh Pankaj) का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का सहपाठी रहा विश्व दीपक त्रिपाठी उनसे मिलने 8 जून को प्रयागराज आया था। 10 जून को कोरोना के लक्षण दिखने पर उसकी जांच कराई गई, 12 जून को आई रिपोर्ट में वह पॉजिटिव निकला। शुल्क पर डॉक्टर ने आईपीएस सत्यार्थ को सलाह देते हुए विश्व दीपक त्रिपाठी को अस्पताल में भर्ती कराने को कहा, जिस पर सत्यार्थ ने अपने मित्र को अस्पताल में भर्ती कराने से मना करते हुए अपने घर में रखा और डॉक्टर को अपने पद की धमकी देते हुए किसी से भी इस बारे में जिक्र न करने को कहा।


12 को ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे सत्यार्थ

12 जून को प्रयागराज एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध में कोरोना लक्षण दिखे, जिसके बाद ट्रूनेट मशीन से उनकी जांच कराई गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के कहा गया, लेकिन उन्होंने भर्ती होने से मना कर दिया। इसके बाद फिर उनका सैम्पल लेकर जांच के लिए मोतीलाल नेहरू (एमएलएन) मेडिकल कॉलेज प्रयागराज भेजा गया। जिसमें वह पॉजिटिव निकले, इस पर डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने को कहा पर वह नहीं माने और ड्यूटी करते रहे।


वरिष्ठ अधिकारियों ने जब उन पर दबाव डाला तो उसी तारीख की शाम में फिर से उनका सैम्पल लिया गया। पहले सैम्पल की रिपोर्ट 15 जून को आई जिसमें वह पॉजिटिव निकले। वहीं दूसरे सैम्पल की रिपोर्ट 16 जून को आई, जो पॉजिटिव थी। इसके बाद वह अस्पताल में भर्ती हुए।


योगी सरकार ने लिया ऐक्शन

आईपीएस सत्यार्थ की गलती और लापरवाही की वजह से पुलिस फोर्स में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस बात की जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने सख्त रुख अख्तियार करते हुए आईपीएस सत्यार्थ का 15 जून को तबादला करते हुए उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया।


योगी सरकार पर हमलावर हो रहा था विपक्ष


बता दें कि 69000 हजार शिक्षकों की भर्ती के मामले में प्रयागराज में आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध ने भंडाफोड़ किया। तबादले की सूची में पंकज का नाम आने के बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस लगातार सीएम योगी से सवाल पूछ रही थी। यहां तक कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी ट्वीट कर लिखा था, ‘प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध का ट्वीट देख कर आश्चर्य हुआ। जिस समय उन्होंने इतने बड़े घोटाले का खुलासा किया है, उनके जाने से जांच का नुकसान न हो।’ अब इस नए खुलासे के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि सीएम योगी के ऐक्शन के पीछे असल वजह सत्यार्थ की घोर लापरवाही ही थी।  



सलमान,करण व अन्य के खिलाफ मामला


सुशांत सिंह राजपूत मामले में सलमान खान, करण जौहर व अन्य के खिलाफ दर्ज हुआ केस


नई दिल्ली। बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्मह’त्या के मामले में बढ़ते बवाल के बीच फिल्म इंडस्ट्री कुछ बड़े लोगों के खिलाफ बिहार कोर्ट में केस दर्ज किया गया है।




रिपोर्ट्स के मुताबिक बॉलिवुड सिलेब्स में सलमान खान, करण जौहर, संजय लीला भंसाली और एकता कपूर जैसे लोगों के नाम शामिल हैं। ऐडवोकेट सुधीर कुमार ओझा ने बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में आईपीसी की धारा 306, 109, 504 और 506 के तहत केस दर्ज कराया है।


क्या लगाए गए आरोप?

इस बारे में मीडिया से बात करते हुए सुधीर कुमार ओझा ने कहा, ‘मेरी शिकायत में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) को लगभग 7 फिल्मों से बाहर किया गया और उनकी कुछ फिल्में रिलीज भी नहीं हुईं। ऐसी परिस्थितियां तैयार की गईं कि उन्हें ऐसा खतरनाक कदम उठाना पड़ा।’


कई लोगों ने उठाए सवाल

बता दें कि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी दावा किया था कि सुशांत को 7 फिल्मों से निकाल दिया गया था। उनका दावा है कि पिछले केवल 6 महीनों में ही उनसे ये 7 फिल्में छिन ली गई थीं। संजय के अलावा बिहार के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, बीजेपी एमएलए और सुशांत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू ने भी सुशांत की आत्मह’त्या में साजिश का शक जताते हुए इसकी जांच की मांग की थी।


मुंबई पुलिस कर रही है जांच


महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के निर्देश के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच सुशांत सिंह राजपूत की आत्मह’त्या की जांच कर रही है कि कहीं सुशांत पर कुछ लोगों के द्वारा इतना दबाव तो नहीं बनाया गया कि उन्होंने आत्मह’त्या कर ली। बता दें कि सुशांत ने साल 2013 में ‘काई पो चे’ से बॉलिवुड में डेब्यू किया था इसके बाद उन्होंने शुद्ध देसी रोमांस, पीके, एमएस धोन: द अनटोल्ड स्टोरी, केदारनाथ और छिछोरे जैसी सफल बॉलिवुड फिल्मों में काम किया था।



सुशांत के जाने से एमएस धोनी दुखी

:फिल्मी पर्दे पर टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का किरदार निभाने वाले बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की सुइसाइड की खबर से हर कोई सन्न रह गया।

मुंबई। सुशांत ने 14 जून को मुंबई में अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। भले ही धोनी (MS Dhoni) की तरफ से इस खबर पर कोई बयान नहीं आया लेकिन उनके बिजनेस मैनेजर अरुण पांडे ने बताया कि आईपीएल टीम चेन्नै सुपरकिंग्स के कप्तान भी इससे बहुत उदास हैं।


धोनी के अच्छे दोस्त अरुण पांडे ने एक निजी चैनल से कहा, ‘जो कुछ भी हुआ, उस पर हमें विश्वास ही नहीं हो पा रहा है। मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि अपना दुख व्यक्त कर सकूं। माही (महेंद्र सिंह धोनी) भी बहुत उदास हैं। यह काफी दुखद है।’


अरुण ने कहा, ‘ इसमें कोई शक नहीं कि शानदार करियर सुशांत का इंतजार कर रहा था। महज 34 साल की उम्र थी। सबकी जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते हैं।’ साल 2016 में धोनी की जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘एमएस धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी’ में सुशांत ने ही लीड रोल निभाया था। इसके लिए पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे ने उन्हें खास ट्रेनिंग भी दी थी। अरुण ने कहा, ‘मुझे आज भी याद है कि सुशांत को प्रैक्टिस के दौरान काफी दिक्कतें आई थीं। उनकी दो उंगली भी टूट गई थी, साइड स्ट्रेन हो गया था, पीठ की हड्डी में भी क्रैक आ गया था, लेकिन वह बेहद आत्मविश्वास से भरे थे। रिहैब में भी उन्होंने काफी मेहनत की। एक हफ्ते में ही वह फिट हो गए।’

बॉलिवुड इंडस्ट्री में बहुत कम समय में खास मुकाम हासिल करने वाले ऐक्टर सुशांत ने रविवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। कहा जा रहा है कि उनका 6 महीने से डिप्रेशन का इलाज चल रहा था।


मणिपुर भाजपा सरकार पर छाया संकट


मणिपुर में BJP की बीरेन सरकार पर संकट, डेप्युटी CM समेत 4 NPP मंत्रियों ने सौंपा इस्तीफा


अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए मणिपुर से बुरी खबर है। मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार (BJP-led Government in Manipur) से उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के चार मंत्रियों भी ने त्यागपत्र दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, डेप्युटी सीएम वाई जॉय कुमार सिंह के अलावा जिन तीन अन्य मंत्रियों ने अपने त्यागपत्र दिए, उनमें आदिवासी और पहाड़ी क्षेत्र के विकास मंत्री एन कायिसी, युवा मामले और खेल मंत्री लेतपाओ हाओकिप और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एल जयंत कुमार सिंह शामिल हैं। मणिपुर सरकार में वाई जॉय कुमार सिंह ने वित्त विभाग भी संभाला रखा था।



मुख्यमंत्री को सौंपा इस्तीफा

सूबे के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को सौंपे अलग-अलग पत्रों में जॉयकुमार, हाओकिप और कायिसी की ओर से कहा गया है कि मैं यह बताने के लिए तैयार हूं कि मैंने मणिपुर की बीजेपी नीत गठबंधन सरकार के कैबिनेट मंत्री से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस बीच पत्रकारों से बात करते हुए जॉयकुमार सिंह ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री को अपना आधिकारिक इस्तीफा पत्र सौंप दिया है।



योगी ने कसी कमर, डेली 20 हजार जांच


कोरोना को मात देने के लिए CM योगी ने कसी कमर, बोले- डेढ़ लाख बेड और रोजाना 20 हजार जांच हो


सचिन गौतम

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जून के अंत तक COVID-19 अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के निर्देश दिए। सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि 20 जून, 2020 तक जांच क्षमता को बढ़ाकर 20 हजार जांच प्रतिदिन किए जाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की आवश्यकता है इसलिए अनलॉक के दौरान सभी गतिविधियों में अनुशासन का पालन अत्यन्त महत्वपूर्ण है।



उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना मास्क कोई बाहर न निकले, सामाजिक दूरी का नियम हर हालत में लागू किया जाए, सघन एवं नियमित गश्त के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए, निषिद्ध जोन में पूरी सख्ती बरती जाए किन्तु यह भी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए कि इन क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा नहीं हो।सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से जनता को जागरूक करने के कार्य को जारी रखने के निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि इस कार्य में पीआरवी, 112 नंबर तथा प्रशासनिक मजिस्ट्रेटों के वाहनों का भी उपयोग किया जाए। साथ ही प्रमुख स्थलों तथा चौराहों आदि पर भी इस प्रणाली का उपयोग कर जागरूकता फैलाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों के कोविड एवं गैर-कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं की सीधी जानकारी प्राप्त करने के लिए शासन स्तर पर विशेष सचिव स्तर का एक अधिकारी नामित किया जाए। इसके अलावा, जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इन अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए।


उन्होंने चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के निर्देश देते हुए कहा कि इसके माध्यम से COVID-19 से बचाव तथा इसके उपचार सम्बन्धी जानकारी प्रदान की जाए।


साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को वृद्धाश्रमों, बाल गृहों तथा महिला संरक्षण गृहों में रहने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के द्वारा चिन्हित किया जाए कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है। योगी ने COVID-19 के संक्रमण के प्रसार की सटीक जानकारी के लिए रैंडम जांच पर बल दिया और कहा कि प्रदेश में सामुदायिक निगरानी व्यवस्था सुचारु रूप से कार्य कर रही है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में 70 हजार निगरानी समितियों द्वारा निगरानी का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कायम रखते हुए फीडबैक प्राप्त करते रहने के निर्देश दिए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जून से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्यान्न वितरण में घटतौली या अन्य कोई भी अनियमितता न होने पाए। उन्होंने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने जनपद के गौ-आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण गौ-आश्रय स्थलों में चारा आदि के प्रबन्ध तथा गौवंश के स्वास्थ्य परीक्षण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।



दूतावास स्टाफ को बंधक बना,घंटो पीटा


पाकिस्‍तान में भारतीय दूतावास के स्‍टाफ को हाथ-पैर बांध कर घंटों पीटा गया, गंदा पानी पिलाया


सचिन गौतम

नई दिल्ली। पाकिस्‍तान में भारतीय दूतावास के दो कर्मचारियों (Indian Embassy Staff) को बंधक बनाकर उन्‍हें टॉर्चर किया गया था। सोमवार सुबह किडनैप हुए दोनों कर्मचारी रात होते-होते छोड़ दिए गए मगर उनकी हालत बेहद खराब थी।



करीब 12 घंटे तक हिरासत में उन्‍हें इन्‍फॉर्मेशन के लिए जमकर पीटा गया। जब इन दोनों ने पानी मांगा तो हमलावरों ने उन्‍हें बेहद गंदा पानी दिया। हिंदुस्‍तान टाइम्‍स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, दोनों से उनकी भूमिका और हाई कमिशन के सभी कर्मचारियों (Indian Embassy Staff) के काम की जानकारी ली गई।

पूरा प्‍लान बनाकर किया गया था अगवा

सोमवार सुबह 8.30 बजे के करीब, दोनों स्टाफ को दूतावास के पास स्थित एक पेट्रोल पंप से उठाया गया था। छह गाड़‍ियों में हथियारों से लैस 15-16 लोग आए थे। कर्मचारियों के हाथ बांध दिए गए और आंखों पर पट्टी डाली गई। करीब 10 मिनट की दूरी पर स्थित किसी जगह ले जाकर उनसे करीब छह घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उन्‍हें बार-बार लाठी-डंडों से पीटा गया और गंदा पानी पीने को दिया गया। दोनों चल तो पा रहे थे मगर गर्दन, चेहरे और जांघ पर चोट के निशान हैं। मेडिकल एग्‍जामिनेशन में किसी जानलेवा चोट का पता नहीं चला है।


झूठी FIR तक हो गई दर्ज

इस्‍लामाबाद पुलिस ने दोनों भारतीय स्‍टाफ को फंसाने का पूरा इंतजाम कर रखा था। एचटी ने एक एफआईआर देखी है जिसमें दावा किया गया कि इन दोनों की कार से 10,000 पाकिस्‍तानी रुपये मूल्‍य वाली फर्जी करंसी मिली है।


पाकिस्‍तानी मीडिया में दावा किया गया कि भारतीय कर्मचारियों को इसलिए अरेस्‍ट किया गया है क्‍योंकि उनकी कार एक राहगीर से टकरा गई थी। इसी नैरेटिव को पुश करने के लिए किडनैपर्स ने दबाव डालकर दोनों कर्मचारियों से वीडियो पर यह बुलवाया कि उनसे एक्‍सीडेंट हुआ है।


बदला लेने के लिए पाक ने रचा ड्रामा?

दोनों कर्मचारियों को धमकाया गया कि आगे से हाई कमिशन के लोगों का यही हाल होगा। उन्‍हें रात करीब 9 बजे भारतीय दूतावास को वापस सौंपा गया। यह हरकत जवाबी कार्रवाई के रूप में देखी जा रही है। भारत ने 31 मई को पाकिस्‍तानी उच्‍चायोग के दो कर्मचारियों को जासूसी करते रंगेहाथ पकड़ा था। इसके बाद उन्‍हें 24 घंटों के भीतर पाकिस्‍तान वापस भेज दिया गया था।



हिंद सागर में पैर पसार रही चीनी नौसेना


हिंद महासागर में तेजी से पैर पसार रही चीनी नौसेना, भारत को लद्दाख से भी बड़ा खतरा


सचिन गोतम


नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। दोनों ही देशों के हजारों सैनिक आमने-सामने हैं। भारत और चीन के वार्ताकारों के बीच वार्ता से इसमें थोड़ा नरमी जरूर आई है लेकिन विवाद का जल्‍द हल होता नहीं दिख रहा है।




इस बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीनी ड्रैगन बहुत तेजी से हिंद महासागर (chinese military in indian ocean) में अपने पैर पसार रहा है और आने वाले समय में भारत को लद्दाख से भी बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है।


थिंक टैंक ऑब्‍जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक लद्दाख में नियंत्रण रेखा ही भारत के लिए चिंता का सबब नहीं है। चीन (chinese military in indian ocean) हिंद महासागर में बहुत तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इस साल मई महीने में ली गई सैटलाइट तस्‍वीरों से पता चलता है कि अफ्रीका के जिबूती स्थित चीनी नेवल बेस को आधुनिक बनाया गया है। पहले लॉजिस्टिक सपोर्ट के बनाए इस ठिकाने को अब नेवल बेस में तब्‍दील कर द‍िया गया है। इस अड्डे पर चीन का विमानवाहक पोत भी खड़ा हो सकता है।


चीन मालदीव में भी एक कृत्रिम द्वीप को विकसित करने में लगा हुआ है। कई लोगों का दावा है कि चीन हिंद महासागर में भारत के प्रभाव को कम करने के लिए इस द्वीप को विकसित कर रहा है। चीन के पाकिस्‍तान स्थित ग्‍वादर पोर्ट पर नेवल बेस बनाने की भी खबरें हैं। चीन बांग्‍लादेश के कॉक्‍स बाजार में भी एक नौसैनिक ठिकाना विकसित करने में मदद कर रहा है। जिबूती स्थित चीन का नेवल बेस हिंद महासागर में ड्रैगन की महत्‍वाकांक्षा को दर्शाता है। यह नौसैनिक अड्डा करीब 25000 वर्ग फुट के इलाके में पसरा है। यह अड्डा अपने आप में एक चीनी किले की तरह से है। इसमें करीब 10 हजार चीनी सैनिक रह सकते हैं। विश्‍लेषकों का मानना है कि इस अड्डे के जरिए चीन इलाके में खुफ‍िया निगरानी करता है। चारों तरफ निगरानी के लिए वॉच टॉवर बनाए गए हैं और सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। करीब एक दशक पहले चीनी नौसेना ने समुद्री लुटेरों से बचाव के नाम पर हिंद महासागर में कदम रखा था। भारतीय विश्‍लेषकों का मानना है कि पहले ऐसा विचार था कि चीन अपने हितों और व्‍यापार की सुरक्षा के लिए ऐसा कर रहा है लेकिन राय बदल रही है।


कई विश्‍लेषकों का मानना है कि चीन अब खुद को हिंद महासागर की एक बड़ी शक्ति के रूप में प्रॉजेक्‍ट करने में लगा हुआ है। चीन लगातार हिंद महासागर में पनडुब्‍बी और युद्धपोत भेज रहा है। पिछले साल सितंबर महीने में एक चीनी जहाज भारतीय समुद्री इलाके में घुस आया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को पश्चिमी प्रशांत महासागर में अपनी पहुंच बढ़ानी चाहिए जहां पर चीन का दबदबा है। इससे ड्रैगन को अपने कदम खींचने के लिए मजबूर होना पडे़गा।



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