बुधवार, 22 अप्रैल 2020

पृथ्वी-दिवस 'समसामयिक'


आदर्श श्रीवास्तव


शाहजहांपुर। सरकार द्वारा पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद भी आज भी खुलेआम दुकानदार पॉलिथीन और प्लास्टिक का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहे हैं।कोरोना संकट की इस घड़ी में हमें धरती बचाने का संकल्प लेना चाहिए ।
यदि पेड़-पौधे लगातार अंधाधुंध काटे जाते रहे तो मानव जीवन ही नहीं बल्कि जीव-जंतुओं का  जीना भी इस धरती पर मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर धरती माता का श्रृंगार करना चाहिए।
 जिससे हमारी धरती पर हरी भरी रहे ।और हमें पर्याप्त प्राणवायु मिलती रहे। उन्होंने कहा कि ,"धरती हमारी माता है हम इसका सिंगार करके अनेक जीव जंतुओं को संरक्षण प्रदान कर सकते हैं। अंधाधुंध जंगलों के कटान और प्राकृतिक संसाधनों के अनुचित दोहन से पृथ्वी पर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है। आज कोरोना जैसे कई बीमारियांँ मानव जीवन के लिए संकट बन कर खड़ी हुई हैं।
 ऐसे में यदि पृथ्वी ही सुरक्षित नहीं रहेगी तो हम कहाँ निवास करेंगे ?उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए तालाबों के संरक्षण की बात वे शासन और प्रशासन के सामने उठाते रहे हैं।गाँव की परती भूमि हो या तालाबों को पाटे जाने का मुद्दा।उन्होंने बढ़-चढ़कर ऐसे अवैध कब्जों का विरोध किया है। जिससे जीव जंतुओं का जीवन संकट में पड़ रहा हो ।
उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला में प्रत्येक जीवधारी एक दूसरे  पर निर्भर होता है ।यदि पृथ्वी के अन्य जीवधारी सुरक्षित नहीं होंगे तो मानव जीवन के लिए भारी संकट खड़ा हो जाएगा ।ऐसे में पृथ्वी का संरक्षण बहुत आवश्यक है ।सूर्य की पराबैंगनी किरणों से सौरमंडल की परत धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं ।जिससे भी मानव जीवन के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है । असमय प्राकृतिक अतिवृष्टि अनावृष्टि और भयंकर गर्मी जैसे प्रकोप भी उसका दुष्परिणाम हैं। अतः पृथ्वी दिवस पर हम सभी को धरती बचाने का संकल्प लेना चाहिए ।मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना संकट की इस घड़ी में जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को पृथ्वी संरक्षण के उपाय और प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में चर्चा -परिचर्चा करनी चाहिए। जिससे हम आने वाले संकट से बच सकें।
लिटिल फ्लावर में पृथ्वी दिवस पर हुई पृथ्वी बचाओ और कोरोना भगाओ पोस्टर प्रतियोगिता 
 पृथ्वी दिवस पर नगर के प्रतिष्ठित लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
ऑनलाइन प्रतियोगिता में सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया।
आयोजन समिति के प्रभारी सचिव मोहन सक्सेना ने बताया कि  विद्यालय की प्रधानाचार्य अनीता श्रीवास्तव के निर्देश पर पृथ्वी दिवस  पर बच्चों ने पृथ्वी बचाने के लिए उपाय भी सुझाए। साथ ही चित्रकला के माध्यम से पृथ्वी पर बढ़ रहे हैं संकट को भी प्रदर्शित किया।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए भी बच्चों ने साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाने और धरती बचाने के लिए पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया ।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक गणों का सहयोग रहा।


653 लोगों की मौत, 20471 संक्रमित

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1486 नए मामले सामने आए हैं और 49 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 20,471 हो गई है। जिसमें 15,859 सक्रिय हैं, 3959 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। 653 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।


दिल्ली में आज कोरोना के 92 नए मामले


दिल्ली में आज कोरोना के 92 नए मामले सामने आए। राजधानी में अब तक कुल मामलों की संख्या 2248 गई है। इनमें से 1476 सक्रिय मामले हैं, जबकि 724 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। 48 लोगों की मौत हुई है।


फ्रांसः 531 की मौतें, 20796 संक्रमित

पेरिस। कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू किए गए प्रतिबंधों में 11 मई से कुछ छूट देने पर विचार कर रहे फ्रांस में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के चलते 531 और मौतें दर्ज की गईं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने महामारी पर हेल्थ के डायरेक्टर-जनरल जेरोम सॉलोमन की एक डेली ब्रीफिंग के हवाले से कहा, 'अस्पतालों और नर्सिंग होम के आंकड़ों से पता चला है कि कोविड-19 (COVID-19) की वजह से अब तक हुई मौतों की संख्या बढ़कर 20,796 हो गई, जबकि सोमवार को यह संख्या 20,265 थी।


धीमी गति से बढ़ रही संख्याः अस्पतालों में भर्ती होने वाले महामारी के नए और गंभीर मामलों में मरीजों की संख्या धीमी गति से बढ़ रही है।हालांकि, इससे इस बात की पुष्टि होती है कि लागू किए गए नेशनल लॉकडाउन का संक्रमण की रोकथाम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों का कुल आंकड़ा देखें तो मंगलवार को यह संख्या 30,106 थी, जबकि एक दिन पहले सोमवार को यहां 30,584 लोग उपचाराधीन थे. वहीं रविवार को यह संख्या 30,610 थी।आईसीयू के मरीजों की संख्या में कमीःइंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती मरीजों की संख्या में लगातार 13वें दिन भी कमी दिखाई दी, यह आंकड़ा 5,433 रहा. जेरोम सॉलोमन ने जोर देकर कहा, 'वायरस का प्रसार उच्च स्तर पर बना हुआ है। हमें पूरी तरह से जुटे रहना है।फ्रांस में महामारी की रोकथाम के मद्देनजर 17 मार्च से लॉकडाउन लागू है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने पिछले सप्ताह घोषणा कर कहा था कि 11 मई से लागू किए गए लॉकडाउन को धीरे-धीरे हटा दिया जाएगा। सरकार आने वाले हफ्तों में डिकॉनफाइनमेंट योजना लेकर आएगी।


यूरोप का मोस्ट वांटेड आतंकी अरेस्ट

मेड्रिड। स्पेन की पुलिस ने यूरोप के मोस्ट वांटेड आइएस आतंकियों में से एक को अल्मेरिया प्रांत के दक्षिणी शहर से गिरफ्तार कर लिया है। सीरिया और इराक में लंबे समय तक हिंसक गतिविधियों में शामिल रहा मिस्र का यह नागरिक दो अन्य संदिग्धों के साथ एक अपार्टमेंट में छिपा हुआ था। इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।


स्पेन के गृह मंत्रालय ने नहीं की पहचान जाहिर


स्पेन के गृह मंत्रालय ने उनकी पहचान नहीं जाहिर करते हुए कहा कि आतंकी आइएस द्वारा जारी किए गए वीडियो और तस्वीरों में अक्सर दिखाई देता था। वह कई वारदातों में शामिल रहा है और यही वजह थी यूरोप के कई देशों की पुलिस और खुफिया एजेंसियां उसके पीछे लगी थीं। तीनों संदिग्ध उत्तरी अफ्रीका से यहां आए थे और लॉकडाउन के दौरान एक अपार्टमेंट में छिपकर रह रहे थे। जब इन लोगों को अपार्टमेंट से ले जाया जा रहा था तो तीनों ने मास्क पहन रखे थे।


मूल वायरस में दो बदलाव पाए गए

रोम। इटली से दिल्ली लौटा एक व्यवसाई जब आगरा पहुंचा था तो उसके कुछ रिश्तेदार भी कोरोना की चेपट में आ गए थे। यह पिछले महीने की घटना है तब देश में कोराना संक्रमण बढ़ने शुरू हुए थे। भारतीय वैज्ञानिकों ने इन लोगों में मिले वायरस पर अध्ययन किए हैं तथा उसका वुहान में पाए गए वायरस से मिलान किया है। पता चला है कि इटली से दिल्ली होते हुए आगरा पहुंचे वायरस में दो बदलाव (म्यूटेशन) हुए हैं। इन बदलावों का क्या नतीजा होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि आमतौर पर इस प्रकार के म्यूटेशन से वायरस की घातक प्रवृत्ति धीमी पड़ती है।


इंडियन जर्नल आफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि देश में कोरोना के पहले तीन मरीज केरल में मिले थे लेकिन उनमें पाए गए वायरस को अध्ययन के लिए आइसोलेट नहीं किया जा सका। लेकिन मार्च में जब इटली के पर्यटकों का एक समूह संक्रमित निकला और इटली से लौटे दिल्ली के एक व्यवसाई के जरिए आगरा में कुछ लोगों को संक्रमण हुआ तो इनमें से 12 नमूनों पर अध्ययन किया गया। इनमें आठ नमूने इटली पर्यटकों के तथा चार आगरा के परिवार के हैं। यह अध्ययन वायरस रिचर्स डायग्नोस्टिक लेब्रोटरी नेटवर्क के जरिए किया गया जिसमें एम्स, पीजीआई लखनऊ और सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर के शोधकर्ता शामिल थे।


हापुड़ः डेंजर जोन में स्वागत कार्यक्रम

अतुल त्यागी, प्रभारी रिंकू सैनी रिपोर्टर           


सरवन गौतम चौकी प्रभारी सिकंदर गेट डेंजर जोन में करा रहे स्वागत 


हापुड़/ सरवन गौतम। हापुड के सिंकंदर गेट पुलिस चौकी के निकट मोती कालोनी नवाजीपुरा में रात रहीस के पूरे परिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने साथ लेकर गयी जानकारी के अनुसार रहीस एक जमाती है और जमातियो से रहीश का संबंध है।रात करीब 12 बजे रहीश के पूरे परिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने साथ लेकर गयी और पूरे परिवार को कहीं क्वारंटाइन कर दिया गया है। जिलाधिकारी अदिति सिंह जी ने  मजीदपुरा कोटला मेवातियान करीमपुरा में कोरोना वायरस के मरीज मिले थे इसलिए यह क्षेत्र डेंजर जोन घोषित कर दिया गया जिसमें तगा सराय आवास विकास अयोध्यापुरी पुराना बाजार मोती कालोनी नवाजीपुरा कोटला सादात मोती कालोनी पुराना बाजार  और करीब 9 से 11 गांव पूरी तरह से शील कर दिये गये अब कल रात रहीश के पूरे परिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे परिवार को कहीं  क्वारंटाइन कर दिया गया है। अब स्वागत समारोह के नाम पर सिकंदर गेट पुलिस चौकी उपनिरीक्षक सरवन गौतम और उनकी टीम मोती कालोनी नवाजीपुरा के नाले पर जहां से कुछ दूरी पर रहीश का घर है स्वागत समारोह करा रहे है कुछ लोगों ने मास्क पहन रखा है और कुछ लोगो ने नही पहन रखा और सामाजिक दूरी का तो दूर दूर तक अता पता नही है। स्वागत के चक्कर में सोशल डिस्टेंश की छज्जियां उड़ाती हुई हापुड की पुलिस अगर यह प्रोग्राम किसी और व्यक्ति ने किया होता तो पुलिस लाठियां तो भाजती अलग और मुकदमा दर्ज और अलग से होता कई लोगो पर मुकदमा दर्ज आप साफ देख सकते है। बिडियो में कई लोगों ने तो मास्क भी नही पहन  रखा है। स्वागत करने के लिए और करबाने के लिए बहुत मौके मिलेंगे अब इस समय स्वागत करवाना सुरक्षा के लिहाज से डेंजर जोन में ठीक नही है जब स्वागत समारोह वफर जोन में हुआ है तो जब इस संबंध में क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार से फोन पर जानकारी की गयी तो क्षेत्राधिकारी हापुड ने कहा की मामला मेरा संज्ञान में नही है में जानकारी कर रहा हूं और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी जब इस सम्बन्ध में हापुड उपजिलाधिकारी से बात करी तो उनका कहना था की मामला मेरा संज्ञान में नही है। जब हापुड अपर  पुलिस अधीक्षक जी से इस संबंध में बात करनी चाही तो उनका फोन किसी कारण से नही उठा अब देखने बाली बात यह है की उपनिरीक्षक सरवन गौतम पर क्या कार्य वाही अमल में लाई जाऐगी।


सरकार ने रियायतें देने का लिया निणर्य

हिमाचल सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को विभिन्न रियायतें देने का लिया निर्णय


अमित शर्मा


शिमल। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार ने देश में कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश के औद्योगिक, वाणिज्यिक, पर्यटन व कृषि सहित अन्य बिजली उपभोक्ताओं को विभिन्न रियायतें देने का निर्णय लिया है।


जय राम ठाकुर ने कहा कि फरवरी 2020 की खपत के लिए मार्च 2020 और  मार्च 2020 की विद्युत खपत के लिए अप्रैल, 2020 में जारी किए गए बिलों के भुगतान को बिना किसी देरी भुगतान सरचार्ज के 30 अप्रैल, 2020 तक बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में की गई बिजली की खपत का बिल मई माह में बिल भेजा जाएगा और उसकी अदायगी बिना किसी सरचार्ज के 31 मई, 2020 तक की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल, 2020 की बिजली खपत के लिए औद्योगिक, वाणिज्यिक और कृषि उपभोक्ताओं के बिल की अदायगी मई, 2020 में की जाएगी और मई, 2020 की खपत के लिए जून, 2020 में बिल भेजा जाएगा और इसे 30 जून, 2020 तक और जुलाई, अगस्त और सितंबर माह, 2020 में तीन समान किश्तों में दिया जा सकता है। जय राम ठाकुर ने कहा कि अप्रैल, 2020 की खपत के लिए 31 मई, 2020 में जारी किए जाने वाले बिलों को औद्योगिक, वाणिज्यिक और कृषि उपभोक्ताओं के लिए 31 मई, 2020 या इससे पहले जमा करने पर एक प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जिसकी अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये तक होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड सभी उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की निरंतर सुनिश्चित करेगा और 31 मई, 2020 तक बिजली के बिलों का भुगतान नहीं होने की स्थिति में किसी का कनेक्शन नहीं काटा जाएगा। उन्होंने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को यह रियायतें देने का निर्णय कोविड-19 महामारी के कारण होने वाली आर्थिक समस्याओं के दृष्टिगत लिया गया है।


संक्रमण प्रसार क्षेत्र घोषितः जिलाधीश

कच्ची कॉलोनी धनास एवं सेक्टर 30बी संक्रामक क्षेत्र घोषित : ज़िलाधीश के आदेश जारी


अमित शर्मा


चंडीगढ़। चंडीगढ़ के ज़िलाधीश मनदीप बराड़ ने आदेश जारी कर कच्ची कॉलोनी धनास एवं सेक्टर 30बी को संक्रमित क्षेत्र घोषित करते हुए इसे पूरी तरह सील करने को कहा है।


ज़िलाधीश ने अपने आदेश में कहा कि 18 अप्रैल को प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने चंडीगढ़ को संक्रमित जोन घोषित किया था। 20 अप्रैल की सलाहकार की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन कमेटी की मीटिंग में इन क्षेत्रों को संक्रमित मानते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइड लाइन पर इन्हें पूरी तरह सील कर निर्देश जारी किए गए हैं। इन आदेशों में पुलिस, आवश्यक सामान की सप्लाई करने वालों, स्वास्थ्य सेवा वालों को भी निर्देश जारी कर दिए हैं।


मीडिया-कर्मियों का किया गया स्वागत

अतुल त्यागी


मीडियाकर्मियों को फूल माला पहनाकर किया सम्मानित


हापुड। जनपद हापुड़ के ग्राम सिमरोली में हुआ पत्रकारों का सम्मान सम्पूर्ण भारतवर्ष में लाँकडाउन है। ऐसे में जहां पुलिस प्रशासन चिकित्सक सफाई कर्मचारी अपना कार्य निर्वाह कर रहे हैं। ऐसे में पत्रकार बिना किसी स्वार्थ के और बिना किसी सैलरी के अपना दायित्व निभा रहे हैं। लोगों तक छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी खबर पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं ऐसे में पत्रकारों का भी सम्मान होना अति आवश्यक है।ग्राम सिमरोली निवासी संजय नक्शे वालों ने कहा कि जिस प्रकार का कार्य आज पत्रकार कर रहे हैं, वास्तव में उनको भी सरकार द्वारा 50 लाख का निशुल्क बीमा करना चाहिए क्योंकि यह पत्रकार बिना किसी स्वार्थ के जन सेवा कर रहे हैं। लाॅकडाउन की स्थिति में भी दिन रात जरूरी जन सूचनाओं को जन जन तक पहुंचाने वाले मीडिया कर्मियों का सिमरोली गांव वासियों ने फूल माला पहनाकर व फूल वरसा कर स्वागत किया। योगेंद्र कुमार सैनी सैनी महासभा के जिला उपाध्यक्ष ने कहा इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बने आपातकालीन जैसे हालात में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार बिना अपनी जान की परवाह किये जरूरी खबरों को जनता तक पहुंचाकर विशेष लड़ाई लड रहे हैं जिसके लिए वो बधाई के पात्र है। अतुल त्यागी रिंकू सैनी राजेंद्र सिंह सचिन सिंह मयंक त्यागी स्वागत करने बालों में योगेंद्र सैनी सैनी महासभा के जिला उपाध्यक्ष हेमंत कुमार रामपाल सिंह नन्दकिशोर हनी कुमार छोटू धर्मबीर राकेश कुमार मोहित कुमार संजय कुमार नक्शे वाले अनवी अवनी चमनकली सुनीता गीता रहे।


जागृति को लेकर एसडीएम की बैठक

लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंस को लेकर एसडीएम ने की बैठक
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए की गई चर्चा
सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन कर घरों में रहने तथा आवश्यक कार्य से बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंस का पालन करने को लेकर एसडीएम ने व्यापारियों राजनीतिक दलों तथा सामाजिक लोगों से बैठक की और कहा कि निश्चित रूप से इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सभी का सहयोग जरूरी है।
बुधवार को नगर के तहसील परिसर स्थित सभागार कक्ष में उप जिलाधिकारी प्रहलाद सिंह तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह मलिक की मौजूदगी में राजनीतिक दलों के लोगों व्यापारियों तथा सामाजिक लोगों के साथ एक बैठक हुई जिस पर उपजिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण वैश्विक महामारी बनी हुई है यह बीमारी समाप्त होने के बजाय बढ़ती जा रही है जिसके चलते सभी के जीवन को खतरा पैदा हो गया है ऐसी स्थिति में कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि सभी लोग अधिक से अधिक समय घरों में रहकर लॉक डाउन का पूर्णता पालन करें यही एक सबसे बड़ा और सरल उपाय है इसके अलावा यदि आवश्यकता पड़ने पर घर से निकलना पड़ रहा है तो मास्क लगाएं सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन करें एक दूसरे से काफी दूरी बनाए रखें कार्य पूरा होने के बाद तुरंत घर वापस लौट जाएं इसके साथ ही थोड़ी थोड़ी देर में साबुन से अपने हाथ धोते रहें इन तमाम बातों को ध्यान में रखकर निश्चित रूप से वायरस संक्रमण से बचत हो सकती है उन्होंने कहा कि नगर और क्षेत्र के कुछ स्थानों पर अधिक भीड़ होती है उन स्थानों को चिन्हित किया गया है निश्चित रूप से वहां पर पुलिस बल पहुंच कर भीड़ को हटाने का काम करेगा ताकि सोशल डिस्टेंस का पालन हो सके और लोग बीमारी से बच सकें इस मौके पर नगर पालिका परिषद की चेयरमैन मुन्ना लाल सोनकर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदलाल सिंह शहर काजी बिंदकी के अलावा बीजेपी नेता वीरेंद्र दुबे मधुराज विश्वकर्मा अतुल द्विवेदी आशीष तिवारी के अलावा व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील कुमार लोहिया उर्फ कल्लू व्यापारी अनूप अग्रवाल सभासद रामजी गुप्ता दिनेश गांधी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।


एसडीएम की व्यापारियों के साथ बैठक

बिंदकी एसडीएम ने गल्ला व्यापारियों साथ बैठक की।
 सुनील पुरी संवाददाता
फतेहपुर। बिंदकी एसडीएम द्वारा आज दिनांक 22.04. 2020 को गल्ला व्यापारियों के साथ बैठक की गई साथ ही साथ आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए सोशल डिस्टेंस बनाए जाने के बाबत कहा कि जल्द ही गेहूं खरीद की अनुमति दी जाएगी। बिंदकी नगर के कुंवरपुर रोड स्थित मंडी समिति परिसर में उपजिलाधिकारी प्रहलाद सिंह ने गल्ला व्यापारियों के साथ एक बैठक की बैठक में मंडी सचिव उमेश अवस्थी भी मौजूद रहे उप जिलाधिकारी ने गल्ला व्यापारियों से कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का प्रभाव बहुत तेजी से बढ़ रहा है ।इसलिए आम जनमानस के बीच सोशल डिस्टेंस बनाना बहुत ही जरूरी है जल्द ही सोशल डिस्टेंस सहित आवश्यक दिशा निर्देश देने के बाद गेहूं खरीद की अनुमति दे दी जाएगी। उपजिलाधिकारी बिंदकी द्वारा कहा गया कि गेहूं खरीद के दौरान आम जनमानस की या गल्ला विक्रेताओं की बहुत भीड़ मंडी परिसर में नहीं लगनी चाहिए इस तरह की बातों का व्यापारियों की ओर से पूर्ण रुप से ध्यान देना होगा उधर व्यापारियों ने भी एसडीएम बिंदकी को आश्वासन देते हुए सोशल डिस्टेंस का पूर्ण रुप से पालन कराए जाने के बाबत प्रतिबद्धता जताई है।


कुष्ठ रोगियों को खाद्यान्न वितरण किया

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। नैनी के लेप्रोसी मिशन अस्पताल में कुष्ठरोगियों को समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो.शारिक़ द्वारा आँटा, दाल, चावल, सरसों का तेल, मसाले के पैकेट, आलू, कोढ़ा,दूध के पैकेट बाँटा गया।सपा महानगर मीडिया प्रभारी सै.मो.अस्करी, पूर्व पार्षद जुनैद अहमद, बृजेश केसरवानी सहित व्यापारी समाजसेवी समेत अन्य लोगों की उपस्थिती में कुष्ठ रोगियों को एक हफ्ते का राशन भेंट करते हुए आगे भी इसी प्रकार और राहत सामाग्री का वित्रण करने का भरोसा दिलाया गया। मो.शारिक़ के परिवारजनों की ओर से लगातार ज़रुरतमन्दों की मदद की जा रही है।शारिक़ ने कहा की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का साफ कहना है की कोई भी न तो भूखा रहने पाए और न ही भूखा सोने पाए। इसी उद्देश्य को सार्थक बनाने को शारिक़ का पूरा परिवार दिन रात लोगों को मदद पहुंचा रहा है। शारिक़ ने कुष्ठ रोगीयों से स्वच्छ रहने के साथ लॉकडाउन का शतप्रतिशत पालन करने और हमेशा मास्क लगाने को प्रेरित भी किया।


निगम की ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर, मौत

अनियंत्रित नगर निगम ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर से वृद्ध की मौत


श्याम राजपूत संवादाता


गाजियाबाद। घटना जनपद गाजियाबाद के थाना विजय नगर क्षेत्र के प्रताप विहार चौकी अंतर्गत पढ़ने वाली बिछछल द्वार चांदमारी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले धर्मपाल उम्र 74 वर्ष की दोपहर में खाना लेने निकले धर्मपाल को विजयनगर से आ रही अनियंत्रित नगर निगम की ट्रैक्टर ट्रॉली ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि धर्मपाल की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर भीड़ ने ट्रेक्टर ट्रॉली ड्राइवर को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में विजय नगर पुलिस मौके पर पहुंची और धर्मपाल के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और गिरफ्तार ड्राइवर और उसका ट्रैक्टर को लेकर विजयनगर पुलिस थाने ले आई। मृतक धर्मपाल के बेटे संजय गोतम ने बताया की उसके पिताजी एक सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। लॉक डाउन के चलते बाहर से प्रशासन द्वारा दिए जा रहे खाने को लेने निकले थे। झुग्गी से बाहर निकलते ही रोड क्रॉस करने के दौरान यह घटना घटित हुई। सूत्रों के हवाले से खबर है कि टैक्टर ट्रॉली मिलिट्री ग्राउंड में कूड़ा फेंकने आयी थी और तेज़ रफ्तार से बैक करने के चलते मृतक धरमपाल इसकी चपेट में आ गए पुलिस जांच में जुटी।


पालिका क्षेत्र को कर रहे है सैनिटाइज

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कोरोना वायरस को मद्देनज़र रखते हुए मुरादनगर नगरपालिका परिषद द्वारा पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया जा रहा है। इतना ही नहीं, चेयरमैन विकास तेवतिया एवं अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान के नेतृत्व में सफाई निरीक्षक अनिल कुमार शर्मा व उनकी टीम के समस्त सफाई कर्मचारी पूरे क्षेत्र में सक्रिय नज़र आ रहे हैं।लाॅकडाउन/जनता कर्फ्यू के अंतर्गत कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मुरादनगर नगरपालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी कमर कसी हुई है। हालांकि, सफाई निरीक्षक कि टीमें कस्बा मुरादनगर के विभिन्न इलाकों को पूर्ण रूप से सैनिटाइज करने में जबरदस्त तरीके से लगी हुई हैं। आपको बता दें कि सफाई कर्मचारी क्षेत्र के वार्डो में जाकर गली और मोहल्लों सैनिटाइज करते नज़र आ रहे हैं और उनका समय सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक का है। वहीं, सफाई निरीक्षक कि एक टीम लगभग 3 वार्डो को सैनिटाइज करती है, जिसमें एक सफाई नायक समेत पांच लोग तैनात रहा रहते हैं।


दरअसल, सफाई नायक कि टीम को एक ट्रैक्टर सैनिटाइज टैंक समेत 40 फुट लंबा पाइप मिला हुआ है, जिससे वह गली-मोहल्लों और घरों के दरवाजों को सही तरीके से सैनिटाइज करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को समाप्त कर देते हैं। आपको यह भी बता दें कि सफाई कर्मचारियों की एक टीम के सफाई नायक सोहन पाल इसी दौरान वार्ड नंबर 22, 23 और 25 में अपनी टीम के सफाई कर्मियों समेत इन इलाकों को सैनिटाइज करते नजर आए हैं।
गौरतलब है कि जिन इलाकों को लोग-बागों ने बांस-बल्ली आदि से बंद किया हुआ है, उनमें सफाई कर्मचारी 40 फुट लंबे पाइप से उन इलाकों को सैनिटाइज कर रहे है, जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण पूर्व रूप से समाप्त हो जाएगा।


डीएम-एसएसपी ने किया क्षेत्र भ्रमण

फाईज़ अली सैफी
गाज़ियाबाद। कोरोना वायरस को मद्देनज़र रखते लॉकडाउन के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने जनपद के विभिन्न थानाक्षेत्रों में भ्रमण करते हुए लाॅकडाउन कि स्थिति एवम् हॉटस्पॉट एवं आइसोलेशन केन्द्रों व दिल्ली-यूपी बाॅर्डर जैसे कि यूपी गेट, तुलसी निकेतन, लालकुआं, कौशाम्बी आदि के क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए जायजा लिया।डीएम और एसएसपी ने विभिन्न थानाक्षेत्रों में हाॅटस्पाट केंद्रों पर ड्यूटी करते मिले पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने, मास्क आवश्यक रूप से लगाने, ग्लब्स पहनने, सैनेटाइजर यूज़ करने और पुलिसकर्मियों को COVID-19 से खुद का बचाओ रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा विभिन्न हाॅटस्पाॅट इलाको में आम नागरिकों से बातचीत भी की गई और उनकी समस्याओं का भी मुआयना किया गया। इतना ही नहीं, एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों से हॉटस्पॉट क्षेत्रांतर्गत रहने वाले व्यक्तियों कि दैनिक आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया।
गौरतलब है कि इसी दौरान मौके पर सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी भी मौजूद रहे हैं। वहीं, एसएसपी ने समस्त क्षेत्राधिकारी/थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों को लाॅकडाउन का पूर्णरूपेण पालन कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा एसएसपी ने लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।


इंदौर में 2 आईपीएस भी संक्रमित हुए

इंदौर। देश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक इंदौर में इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे करीब 5,000 पुलिस कर्मियों में से 11 लोग इसके संक्रमण की जद में आ गए हैं। इनमें 2 आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि जिले भर में अब तक 2 आईपीएस अधिकारी समेत हमारे 11 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अस्पतालों में इनके इलाज का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।


उन्होंने कहा, 'कोविड-19 की तमाम चुनौतियों के बावजूद हमारे बल का हौसला बुलंद है। पुलिस कर्मी पहली पंक्ति के योद्धा के तौर पर इस महामारी के खिलाफ संघर्ष में जुटे हैं।'


डीआईजी ने बताया कि फिलहाल जिले के अलग-अलग स्थानों पर करीब 5,000 पुलिस कर्मी तैनात हैं। वे आम लोगों से कर्फ्यू का पालन कराने समेत अलग-अलग जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। इनमें से करीब 170 पुलिस कर्मी अलग-अलग रोकथाम क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) में तैनात हैं। इन क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी बदल-बदलकर लगाई जा रही है।
रोकथाम क्षेत्र उस रिहाइशी इलाके को कहा जाता है जहां किसी महामारी का पहला मरीज मिलते ही उसे सील कर दिया जाता है और वहां आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी जाती है।
मिश्रा ने बताया कि पुलिस को मास्क, सेनेटाइजर और निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की किट पर्याप्त संख्या में मिल रही है। बल के कर्मियों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए प्रशासनिक उपाय भी किए गए हैं।
उन्होंने कहा, 'सावधानी के तौर पर हमने 50 साल से अधिक उम्र वाले और पुरानी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पुलिस कर्मियों को रोकथाम क्षेत्रों की ड्यूटी से पहले ही हटा दिया है। इनकी जिले के अन्य स्थानों पर तैनाती की गई है।'
गौरतलब है कि शहर के जूनी इंदौर थाने के प्रभारी 41 वर्षीय पुलिस निरीक्षक कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे, जिनकी शनिवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस निरीक्षक हालांकि इलाज के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो गए थे और डॉक्टरों ने संदेह जताया है कि उनकी मौत का तात्कालिक कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म है। लेकिन इस बात की भी आशंका है कि उनमें पल्मोनरी एम्बोलिज्म की समस्या कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ही उत्पन्न हुई हो।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने में इंदौर जिले के कुल 923 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 52 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 72 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। इंदौर में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि अन्य स्थानों में सख्त लॉकडाउन लागू है।


सेना से मुठभेड़, चार आतंकी ढेर

जम्मू।  दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह एनकाउंटर में चार आतंकवादियों को मार गिराया। सेना और पुलिस के सूत्रों ने बताया कि शाम को इनके मालहुरा जानपोरा गांव में छिपे होने की जानकारी मिली। इसके बाद, एक संयुक्त अभियान चलाया गया। पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन खत्म हो गया है। इससे पहले अप्रैल महीने में अब तक चार एनकाउंटर हो चुके। इनमें सुरक्षाबलों ने 13 आतंकवादियों को मार गिराया था।


22 अप्रैल को शोपियां में चार आतंकवादियों को मार गिराया। 17 अप्रैल को राज्य में दो अलग-अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई, इसमें चार आतंकी मार गिराए गए थे। 11 अप्रैल को कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, इसमें आतंकी हथियार छोड़कर भाग गए थे। 7 अप्रैल को सेना ने आमने-सामने की लड़ाई में 5 आतंकी मार गिराए थे। यह कश्मीर में साल का सबसे मुश्किल ऑपरेशन था। इसमें सर्जिकल स्ट्राइक कर चुकी पैरा यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे। 4 अप्रैल को कुलगाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के 4 आतंकियों को मार गिराया।


केंद्र से बातचीत के बाद हटे प्रदर्शनकारी

नई दिल्ली  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के डॉक्टरों से बातचीत की। अमित शाह ने डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अपील की कि वे उनके द्वारा प्रस्तावित सांकेतिक प्रदर्शन न करें। शाह ने कहा कि सरकार उनके साथ है। अमित शाह से बातचीत के बाद आईएमए ने प्रदर्शन का फैसला वापस ले लिया है।


अमित शाह ने कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में डॉक्टरों के योगदान को सराहा। साथ ही शाह ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा भी दिया। गृहमंत्री की डाक्टरों के साथ यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब देशभर से कोरोना वायरस से लोहा ले रहे डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की खबरें आ रही हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों पर हो रहे हमलों को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध-प्रदर्शन करने का एलान किया था। आईएमए ने कहा था कि सरकार को सुरक्षित कार्यस्थलों के लिए हमारी वैध जरूरतों को पूरा करना होगा। चिकित्साकर्मियों के साथ हो रही हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए।


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देश के लिए व्हाइट अलर्ट भी जारी किया था। आईएमए ने सभी डॉक्टरों और अस्पतालों से 22 अप्रैल को रात नौ बजे एक मोमबत्ती जलाकर अपना विरोध जाहिर करने के लिए कहा, साथ में केंद्र सरकार को काला दिवस मनाने की चेतावनी भी दी थी। आईएमए ने कहा था कि अगर सरकार व्हाइट अलर्ट के बाद भी डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ हिंसा पर केंद्रीय कानून लागू करने में विफल रहती है तो आईएमए 23 अप्रैल को काला दिवस घोषित करेगा। देश के सभी डॉक्टर काली पट्टी लगाकर काम करेंगे।


केंद्रीय जांच दल का ममता पर आरोप

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के खतरे के बीच शुरू बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र सरकार की तरफ बंगाल में जांच के लिए भेजी गई टीम ने आरोप लगाया है कि मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी उसे प्रभावित इलाकों में नहीं जाने दे रही हैं। इसके बाद, रात राज्‍य के मुख्‍य सचिव राजीव सिन्‍हा ने इस पूरे मामले पर ममता सरकार का रुख स्‍पष्‍ट किया है। राजीव सिन्‍हा ने बताया कि प्रदेश सरकार आईएमसीटी  का पूरा सहयोग कर रही है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे महामारी से निपटने का सारा काम छोड़कर इन दलों के साथ घूम नहीं सकते हैं।


मुख्‍य सचिव राजीव सिन्हा ने राज्य सचिवालय के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘ हम केंद्रीय टीम की मदद कर रहे हैं। ऐसा नहीं करने का कोई सवाल ही नहीं है। लेकिन हमारा रुखयह है कि हम सभी कोरोना वायरस से निपटने में व्यस्त हैं… उन्हें (केंद्रीय दलों के सदस्यों को) कारों में या गेस्ट हाउस में बैठकर जानकारी नहीं मिल सकती है। हम अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर, वे सभी जानकारी साझा करेंगे जो वे चाहते हैं लेकिन अपना सारा काम छोड़कर केंद्रीय टीम के साथ घूम नहीं सकेंगे।’


इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय की संयुक्‍त सचिव पुण्‍य सलिला श्रीवास्‍तव ने इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्‍य सचिव राजीव सिन्‍हा को एक पत्र लिखा था। पत्र के जवाब में राजीव सिन्‍हा ने केंद्रीय टीम को पूरा सहयोग उपलब्‍ध कराए जाने की बात कही जिसका गृह मंत्रालय ने स्‍वागत किया है। गौरतलब है कि दोपहर सेंट्रल टीम के लीडर और रक्षा मंत्रालय में अपर सचिव अपूर्व चंद्रा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे। अपूर्व चंद्रा ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने आईएमसीटी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों में भी भेजी है यहां उन्हें राज्य सरकारों का पूरा सहयोग मिल रहा है। इन राज्य सरकारों को भी पश्चिम बंगाल जैसा नोटिस भेजा गया था, मगर उन्हें काम शुरू करने के बाद से कोई परेशानी नहीं हुई।’ उन्होंने बताया कि मुझे यहां एक दिन हो गया है मगर राज्य सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।


शराब की दुकान खोलने की अनुमति

चंडीगढ़। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। ऐसे में शराब की दुकानें भी बंद हैं. पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्रालय को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्‍होंने केंद्र सरकार से राज्‍य में शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी मांगी है। सीएम अमरिंदर ने राज्‍य की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए चरणबद्ध तरीके और सशर्त शराब की दुकानें खोलने की इजाजत मांगी है।


पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा था कि राज्‍य में तीन मई तक लॉकडाउन में कोई ढील नहीं दी जाएगी। सरकार ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन खत्‍म करने के संबंध में कोई भी निर्णय विशेषज्ञ समिति की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद ही लिया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि समिति इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उपायुक्तों को सभी जिलों में कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के साथ ही जरूरी सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया हुआ है। सीएम ने अधिकारियों को अगले सप्ताह से शुरू होने जा रहे रमजान के महीने में भी कर्फ्यू पास (अनुमति पत्र) जारी नहीं करने को कहा है।


बता दें कि पंजाब में 6 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया है। राज्‍य में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या बढ़कर 251 हो गई है। इनमें 49 लोग ठीक हो गए हैं। 16 लोगों की मौत हो चुकी है।


आश्रय गृहो का जमीनी आकलन करें

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने बाल गृहों में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए जारी गाइडलाइंस का विस्तार महिला आश्रय गृहों तक कर दिया है। साथ ही सरकार से वहां क्षमता से अधिक संख्या में रह रहीं महिलाओं को रिहा करने के विकल्प पर भी विचार करने को रहा है। जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस एसके कौल और जस्टिस बीआर गवई की पीठ ने कहा कि राज्य सरकारों को जमीनी हालात का आकलन करना चाहिए और महिला आश्रय गृहों में कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। शीर्ष अदालत ने तीन अप्रैल को महामारी के परिप्रेक्ष्य में देशभर में बाल गृहों के हालात और तैयारियों पर स्वत:संज्ञान लेते हुए कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकारों और संबंधित अधिकारियों को कुछ निर्देश जारी किए थे।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता रिशाद मुर्तजा की ओर से पेश अधिवक्ता शोएब आलम ने कहा कि महामारी की स्थिति के मद्देनजर वह तीन अप्रैल को जारी दिशानिर्देशों का विस्तार नारी निकेतनों या महिला आश्रय गृहों तक करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि कई महिलाएं इन गृहों में अनिच्छा से रह रही हैं लिहाजा इन आश्रय गृहों में भीड़-भाड़ से बचने के लिए उन्हें रिहा कर दिया जाना चाहिए। केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि जेलों से जिन कैदियों को रिहा किया जा रहा है, उन्हें लॉकडाउन प्रोटोकॉल की वजह से घर जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर शीर्ष अदालत ने कहा कि वह सरकार को इस मामले और याचिका में जाहिर की गई चिंताओं पर गौर करने का निर्देश दे रही है। जमीनी हालात का आकलन करने के बाद जहां संभव हो, महिलाओं को रिहा किया जाए।


जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरण किया

ऋषिकेश। योग नगरी रेलवे स्टेशन मैं आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रही कंपनी के सहयोग से  लॉकडाउन के चलते 306 मजदूरों को खाद्य सामग्री वितरित की।


योग नगरी रेलवे स्टेशन एवं वीरभद्र रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रही कंपनी के माध्यम से उन सभी मजदूरों को खाद्य सामग्री वितरित की गई जो रेलवे लाइन बिछाने के कार्य पर है।इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सभी जरूरतमंद मजदूरों को कंपनी के सहयोग से आटा, चावल, चीनी नमक,सभी प्रकार के सब्ज़ियां इत्यादि सहित  खाद्य सामग्री किट वितरित की गई।रेलवे स्टेशन निर्माण कंपनी द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा हफ्ते-हफ्ते भर में सभी मजदूरों को आवश्यक खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी मजदूरों को सामाजिक दूरी बनाए रखने एवं कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक देखभाल करने की बात कही।उन्होंने कहा कि देश को एकजुट करने में प्रधानमंत्री जी के प्रयास सकारात्मक व प्रशंसनीय है। पूरा देश कोरोना महामारी से निपटने के लिए एकजुट होकर संकल्पित है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने  आपातकालीन  स्थिति में ज़रूरतमंद लोगों की सेवा करने वालों लोगों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर  कंपनी के मुख्य परियोजना प्रबंधक नरेंद्र लकतुरा,परियोजना निदेशक गोविंद राव, संपर्क अधिकारी रंजन भंडारी, टीएचडीसी सेवा के जीएम शैलेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी महेश्वर जी, अमित नेगी ,विनय बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट,  नगर निगम पार्षद शारदा सिंह, जय सिंह रावत सहित अन्य लोग उपस्थित थे।


बेटी का फर्ज और कर्तव्य निभाया

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्मयोगी के साथ ही बेटे का भी फर्ज अदा कर रहे हैं। पिता आनंद सिंह बिष्ट के कल एम्स दिल्ली में निधन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मां को भावुक पत्र भेजा और फिर एक योगी तथा संत की भूमिका अदा करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही प्रदेश की जनता को इससे मुक्ति दिलाने के उपायों पर चर्चा में जुट गए।कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के प्रयास में लगे।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को भी अपनी सरकारी आवास पर कोर टीम (टीम-11) के साथ बैठक करने हॉल में पहुंचे। बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।पिता के निधन पर दो मिनट की श्रद्धांजलि देने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक शुरू की।  


हैरतः महिला लगातार 19 बार पॉजिटिव

तिरुवंतपुरम। केरल में हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला जहां 62 साल की महिला को लगातार 19वीं बार कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। लगातार प्रयास में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस का यह व्यवहार लगातार परेशान कर रहा है।



महिला को 10 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिला मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर एन शीजा का कहना है कि उसमें बहुत सारे लक्षण भी नहीं उजागर हो रहे हैं। फिलहाल उन्होंने इस सिलसिले में राज्य मेडिकल बोर्ड से सलाह मांगी है। इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने बताया कि महिला Asymtomatic है। पीड़ित महिला दूसरों को संक्रमित करने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि कई तरह की मिश्रित दवाइयां दी गईं हैं। अगर अगला टेस्ट भी पॉजिटिव ही आता है तो हम कोझेनचेरी सरकारी अस्पताल से उन्हें कोट्टयम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ट्रांसफर किए जाने पर विचार कर रहे हैं। इतने दिनों तक कोरोना वायरस का संक्रमण अब पहले से ही अधिक काम कर रहे स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता करने वाली बात है।


इमरान खान का हुआ कोरोना टेस्ट

नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कोरोनावायरस का टेस्ट किया गया है। इधी फ़ाउंडेशन के फ़ैसल इधी से इमरान खान ने 15 अप्रैल को मुलाकात की थी। अब फैसल इधी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अब ऐहतियातन इमरान खान के लिए टेस्ट और क्वारेंटाइन लाजिमी है। इमरान खान के कोविड-19 (COVID-19) टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे में आएगी।
इससे पहले इमरान खान ने निजी चिकित्सक और शौकत खानम स्मारक कैंसर अस्पताल के सीईओ फैज़ल सुल्तान ने संवाददाताओं को बताया था कि प्रधानमंत्री की कोविड-19 के लिए जांच होगी। सुल्तान ने कहा, 'प्रधानमंत्री इमरान खान की कोरोनावायरस की जांच होगी ताकि दर्शाया जा सके कि वह देश के जिम्मेदार नागरिक हैं। हम सभी प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और इसी मुताबिक अनुशंसाएं करेंगे।


प्रोटोकॉल के तहत कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति से मिलने वाले के लिये खुद क्वारेंटाइन में जाने की अनुशंसा है।बता दें कि पाकिस्तान में मंगलवार को कोरोनावायरस से 16 और लोगों की मौत हो गई, जिससे देश में मरने वालों की संख्या 192 हो गई है जबकि संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर नौ हजार से अधिक हो गई है। इससे पहले फैज़ल इदी के बेटे साद ने डॉन अखबार को बताया था कि 15 अप्रैल को इस्लामाबाद में इमरान खान के साथ बैठक के तुरंत बाद पिछले हफ्ते उनके पिता में संक्रमण के लक्षण दिखने शुरू हो गए थे। साद ने कहा, 'लक्षण चार दिन तक रहे और फिर उनमें कमी आई। उन्होंने कहा कि उनके पिता वर्तमान में इस्लामाबाद में हैं और उनकी तबियत ठीक है। इधी फाउंडेशन की स्थापना दिवंगत अब्दुल सत्तार इधी ने की थी और यह पाकिस्तान का प्रमुख चैरिटी संगठन है।


7 दिन से नहीं आया 'वायरस मामला'

गुवाहाटी/ दिसपुर। असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि पिछले सात दिनों में राज्य में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 25 अप्रैल को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में समाचार संवाददाताओं के लिए नि: शुल्क कोरोना टेस्ट आयोजित करने का फैसला लिया है।


बता दें कि हाल ही में मणिपुर कोरोना पॉजिटिव मरीजों से मुक्त हो गया है। राज्य में अब कोई भी संक्रमित व्यक्ति नहीं है। इससे पहले गोवा कोरोना मुक्त हो चुका है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, 'मुझे यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि मणिपुर अब कोरोना मुक्त है। दोनों मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और उनकी अब रिपोर्ट निगेटिव आई है। राज्य में अब कोई भी मामला कोरोना का नहीं बचा हुआ है।' इससे पहले गोवा देश का पहला राज्य बना गया था, जहां सभी मरीज स्वस्थ होकर अपने घर वापस चले गए। कोविड-19 के सभी सात मरीज उपचार के बाद ठीक हो गए और सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।


कॉलेजों में दाखिले के 'निर्देश' जारी

सरकार ने कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया के लिए जारी किए ये निर्देश


अमरावती। आंध्र प्रदेश सरकार ने कॉलेजों में दाखिले के लिए सभी विश्वविद्यालयों को एक जरूरी निर्देश जारी किया है। इसके मुताबिक शैक्षणिक के लिए कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से पूरी की जाए। इस संबंध में सरकार ने कहा है कि सभी विश्वविद्यालयों से कहा कि संबंद्ध सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी डिग्री कॉलेजों को कॉलेजों को इस बारे में सूचना दे दी जाए। इसके अलावा सरकार ने कहा कि विश्वविद्यालयों को आंध्र प्रदेश स्टेट काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन (APSCHE ) द्वारा विकसित ऑफिशियल लिंक पर कॉलेजों की जानकारी साझा करनी होगी। बता दें कि आंध्र प्रदेश सरकार ने यह फैसला देश भर में फैली महामारी कोरोना वायरस की वजह से लिया है। सरकार के निर्देशानुसार सभी कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड करके 5 मई 2020 तक कॉलेज को भेज सकते हैं। इसके बाद कॉलेज के अधिकारियों को भरे हुए आवेदन पत्र की एक कॉपी, निर्धारित दस्तावेजों के साथ APSCHE के सचिव और दूसरी कॉपी संबंधित विश्वविद्यालय के डीन को 7 मई, 2020 से पहले भेजनी होगी। जल्द ही वैरीफिकेशन शेड्यूल जारी किया जाएगा।


आंध्रः वायरस के 35 नए मामलों की पुष्टि

अमरावती। आंध्र प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है यहां आज 35 नए मामलों की पुष्टि की गई है। ताजा मामले राज्य के अलग-अलग जिलों से दर्ज किए गए हैं। स्टेट कमांड कंट्रोल रूम द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अनंतपुर और कृष्ण 3, गुंटुर में 9, कडापा से 10, कुर्नूल से 10 और पश्चिम गोदावरी जिले से 4 नए मामलों की पुष्टि की गई है। इसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 757 पहुंच गया जिसमें से अब तक 22 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 96 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।


इससे पहले सोमवार को राज्य में कोरोना वायरस के 75 नए मामले दर्ज किए गए थे। यह अब तक आंध्र प्रदेश में एक दिन में दर्ज सबसे बड़ा आंकड़ा था जिसके बाद कुल संख्या बढ़कर 722 हो गई थी। अब 35 नए मामले आने के बाद यह संख्या 757 हो गई है।


असम में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट निलंबित

दिसपुर। असम के मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के मद्देनजर अगले दो दिनों के लिए रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट को निलंबित कर दिया है। सरमा ने ट्वीट किया, 'आइसीएमआर द्वारा जारी एडवाइजरी के मद्देनजर राज्य सरकार ने रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट को अगले दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया है।'


इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि 22 अप्रैल से हम गुवाहाटी के पॉश अपार्टमेंट स्पेनिश गार्डन से रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट शुरू करेंगे। भारत सरकार ने कोरोना वायरस के ट्सेट के लिए 9,600 रैपिड एंटीबॉडी परीक्षण किट दिए हैं, जो 15 मिनट में नतीजे देता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने मंगलवार को नतीजों में बड़े अंतर को देखते हुए कोविड-19 रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग बंद करने की सलाह दी। आइसीएआर से कहा कि वह अगले दो दिनों में इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी करेगा।


रांची में भारी- बारिश आने की अशंका

रांची। तेज आंधी के साथ बारिश का दौर फिर से झारखंड के कई इलाकों में शुरू हो गया है। सोमवार को देर रात भारी बारिश और वज्रपात के बाद मंगलवार को भी राजधानी रांची, जमशेदपुर, लोहरदगा समेत कई शहरों में जमकर वर्षा हुई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर भरोसा करें तो यह सिलसिला बुधवार से अगले एक हफ्ते तक चलता रहेगा। झारखंड के अलग-अलग हिस्‍सों में 27 अप्रैल तक लगभग रोज तेज हवाएं, आंधी, वज्रपात और बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना बनी हुई है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो सिमडेगा के कोलेबिरा में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां 50 मिमी तक वर्षापात दर्ज किया गया है। चांडिल में भी 40 मिमी बारिश दर्ज हुई है। चाईबासा, जमशेदपुर, घाटशिला के अलावा पाकुड़, कुरडेगा और तोरपा आदि इलाके में भी रुक-रुककर देर तक बारिश होते रही।


झारखंड में मौसम एक बार फिर तेजी से बदल रहा है। मंगलवार को छिटपुट बारिश के बीच इस हफ्ते कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग, रांची की ओर से 27 अप्रैल तक के लिए जारी किए गए पूर्वानुमान में झारखंड के उत्‍तर पूर्वी, मध्‍य तथा दक्षिणी भाग में कुछ स्‍थानों पर हल्‍के से मध्‍यम दर्जे की बारिश होगी। राजधानी रांची समेत कई जिलों में शुक्रवार तक रुक-रुककर बारिश की चेतावनी दी गई है। आंधी के साथ वज्रपात का अनुमान भी जताया गया है। बुधवार को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा तथा सरायकेला खरसावां के इलाके में बिजली कड़कने के साथ ही वर्षा की संभावना है। गुरुवार को रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, रामगढ़ और खूंटी के इलाके में हल्‍की से तेज बारिश हो सकती है।


देश में उत्तराखंड आया 'तीसरे नंबर' पर

देहरादून। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में उत्तराखंड देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश में संक्रमित मामले दोगुना होने की दर 26.6 दिन है। जबकि पहले स्थान पर केरल और दूसरे स्थान पर उड़ीसा है। उत्तराखंड के पौड़ी जनपद में 28 दिन और अल्मोड़ा जनपद में 16 दिनों से कोरोना का नया पॉजिटिव मामला नहीं आया है। बता दें कि स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की ओर से देश के सभी राज्यों में कोरोना संक्रमित मामलों के दोगुने होने का आकलन किया गया था।


इसमें पाया गया कि केरल और उड़ीसा में संक्रमित मामले दोगुने होने की दर 30 दिनों से ज्यादा है। केरल में 72.2 दिन, उड़ीसा में 39.8 दिनों में संक्रमण के मामले दोगुने हो रहे हैं, जबकि उत्तराखंड में यह दर 26.6 दिन है। प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि केंद्र की ओर से लगातार कोरोना संक्रमित मामलों की मानीटरिंग की जा रही है। अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण रोकने की स्थिति बेहतर है।


सरकार ने रोका 'एंंटी बॉडी रैपिड'

देहरादून। केंद्र सरकार द्वारा एंटी बॉडी रैपिड जांच रोके जाने के बाद राज्य सरकार ने भी यह टेस्ट रोक दिए हैं। उत्तराखंड में सोमवार शाम से ही रैपिड टेस्ट शुरू हुए थे।गौरतलब है कि राजस्थान में एंटी बॉडी रैपिड जांच में गड़बड़ी को देखते हुए केंद्र सरकार और आईसीएमआर ने अगले दो दिन तक यह जांच रोकने का निर्णय लिया है। इसके बाद राज्य सरकार ने भी मंगलवार से ही रैपिड टेस्ट रोकने का निर्णय लिया है। अपर सचिव स्वास्थ्य और कोरोना के लिए बनाए गए स्टेट नोडल अफसर युगल किशोर पंत ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्णय के बाद राज्य में भी एंटी बॉडी रैपिड जांच रोकने का निर्णय लिया जा रहा है।


4 देशो की मदद करेंगी 'भारतीय सेना'

नई दिल्ली। श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान को कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने में सहायता करने के लिए भारतीय सेना अलग-अलग दल बनाकर इन देशों में भेजने की तैयारी कर रही है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। पिछले महीने भारतीय सेना के 14 सदस्यीय एक दल को मालदीव में कोरोना वायरस जांच प्रयोगशालाएं स्थापित करने और स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए भेजा गया था। इस महीने की शुरुआत में भारत ने सेना के 15 सदस्यीय एक दल को द्विपक्षीय सहयोग के तहत कुवैत भेजा था।


सूत्रों ने बताया कि मित्र देशों में महामारी से लड़ने के लिए सहायता प्रदान करने की नीति के तहत श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान भेजे जाने के लिए दलों को तैयार किया जा रहा है। दक्षेस क्षेत्र में महामारी से लड़ने के लिए साझा कार्यक्रम बनाने के वास्ते भारत मुख्य भूमिका निभा रहा है।


रूस में वायरस के 5642 नये मामले

मास्को। रूस में पिछले 24 घंटों के दौरान महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के 5642 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 52763 पहुंच गई है। राष्ट्रीय कोरोना वायरस प्रतिक्रिया केन्द्र ने मंगलवार (21 अप्रैल) को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान देश के 78 क्षेत्रों से कोरोना वायरस के 5642 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 2567 यानी 45.5 फीसदी सक्रिय रूप से पाए गए हैं, जिनमें लक्षण नहीं दिख रहे हैं। रूस के 85 क्षेत्रों में से अभी तक 52763 कोरोना पाए गए हैं।


सभी नए कोरोना मामलों में से 3083 मॉस्को से, 718 मॉस्को क्षेत्र से और 127 सेंट पीटर्सबर्ग से सामने आए हैं। शहर के कोरोना प्रतिक्रिया केन्द्र सभी नए कोरोना संक्रमित में से आधे मरीज मॉस्को से हैं जो 45 वर्ष की उम्र से कम हैं। पैंतीस फीसदी मरीज ऐसे हैं जो 46 से 65 वर्ष के बीच है और नौ फीसदी 66 से 79 आयु के बीच तथा 5.5 फीसदी 80 वर्ष से अधिक के हैं। छह से अधिक फीसदी बच्चों की है। सभी मरीज कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं, उन्हें चिकित्सा निगरानी में रखा गया है।


नया कलस्टर, दूसरे फेज का खतरा

पेइचिंग/ बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के दूसरे फेज का खतरा बढ़ गया है। वुहान के बाद उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में कोरोना का नया क्लस्टर बनता दिख रहा है। यह क्षेत्र रूस सीमा के नजदीक है। इसके बाद अधिकारियों ने बुधवार को क्षेत्र में गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन ने दावा किया है कि वह घातक कोरोना पर काबू पाने में कामयाब रहा है और इसके यहां मृतकों की संख्या अमेरिका और कई यूरोपीय देशों से कम हैं। वहीं, अब यहां कोरोना के दूसरे वेव का खतरा पैदा हो गया है।


अमेरिका ने चीन पर किया मुकदमा दर्ज

वाशिंगटन/ बीजिंग। कोरोना सक्रमण पर कार्रवाई तथा दुनिया को इससे आगाह करने में देरी के करने की वजह से अमेरिका ने चीन के खिलाफ अपने ही एक राज्य की अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है। अमेरिका का यह भी आरोप है कि चीन ने कोरोना वायरस के खतरनाक होने की जानकारी देने में देरी।
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साथ ही मुखबिरों को गिरफ्तार करके सूचनाओं का दमन करने का कुत्सित प्रयास किया। चीन की इसी हरकत की वजह से दुनिया को वैश्विक मंदी और महामारी का सामना करना पड़ रहा है। यह मुकदमा अमेरिकी राज्य मिसौरी की एक अदालत में दर्ज किया गया है। यहां के अटॉर्नी जनरल एरिक स्कमिट ने चीन की सरकार, सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी और कई संबंधित अधिकारियों तथा संस्थानों को इस मुकदमे में पार्टी बनाया है। चीन पर आरोप लगाया गया है कि उसने कोरोना संक्रमण के बारे में लोगों तक जानकारी नहीं पहुंचने दी, जिसकी वजह से यह संक्रमण फैलते हुए महामारी बन गया। इतना ही नहीं, मेडिकल शोध की जानकारियों को नष्ट किया और लाखों लोगों को वायरस का शिकार होने दिया। साथ ही इससे बचने के लिए आवश्यक पीपीई किट की भी जमाखोरी की। एरिक का कहना है कि कोविड-19 से पूरी दुनिया को नुकसान पहुंचा है और लाखों लोग संक्रमित हुए हैं। कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया और कई छोटे-छोटे व्यापार बंद हो गए।


अमेरिका में रिकॉर्ड मौत, टूटा रिकॉर्ड

वाशिंगटन। कोरोना वायरस का कहर वैसे तो पूरी दुनिया में जारी है, मगर अमेरिका में इसका सबसे अधिक विकराल रूप देखने को मिल रहा है। कोरोना कहर से बुरी तरह प्रभावित अमेरिका में कोविड-19 महामारी से हर दिन मौत का नया रिकॉर्ड बन रहा है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका में कोरोना वारस से 2751 लोगों की मौत हो गई है। अमेरिकी समयानुसार, मंगलवार को जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने इसकी सूचना दी।


जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में कोविड-19 महामारी के अब तक 800,000 कन्फर्म केस सामने आ चुके हैं, वहीं 44,845 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।  बताया जा रहा है कि करीब 40,000 नए कोरोना केस सोमवार और मंगलवार के बीच एक ही समय में दर्ज किया गया।


मरीज ने कर्मचारियों से की मारपीट

नई दिल्ली/ जकार्ता। लोकनायक अस्पताल में एक बार फिर कोरोना के मरीज द्वारा डॉक्टर व कर्मचारियों से गलत व्यवहार का मामला सामने आया है। मंगलवार को इंडोनेशिया के एक कोरोना पीड़ित मरीज ने अस्पताल के कर्मचारियों से मारपीट व कैंची से हमला करने का प्रयास किया। वह अस्पताल की छठी मंजिल पर वार्ड में भर्ती है। उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वह किस बात से नाराज था अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है।


ना हिंदी आती है ना ही अंग्रेजी समझ पाता है मरीजः वह न हिंदी न ही अंग्रेजी समझ पाता है। इस वजह से कर्मचारियों को उसकी बात समझने में परेशानी होती है। बताया जा रहा है कि यह संदिग्ध मरीज मरकज से ही संबंधित है। हालांकि इस मामले पर अस्पताल प्रशासन ने कोई बयान नहीं दिया है। कोरोना मरीज के परीजनों के आरोप को अस्पताल ने बताया गलतः जहांगीरपुरी के रहने वाले एक कोरोना पीड़ित की बेटी और पत्नी ने एक दिन पहले लोकनायक अस्पताल में मरीज की देखभाल में लापरवाही सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे। इस बाबत जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि परिजनों ने भावनाओं में आकर आरोप लगाए। नर्सिग कर्मचारी व एंबुलेंस कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। यह सही है कि क्वारंटाइन सेंटर में स्थानांतरित करने के लिए इमरजेंसी के पास मरीज को बुलाया गया था। तब उसे इंतजार करना पड़ा था।


जदः लाखों में होगी मृतकों की संख्या

रैंड। यूरोप और अमेरिका में कहर ढा चुका कोरोना वायरस अब अफ्रीका महाद्वीप को तबाही का नया केंद्र बना सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ और संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय ​संस्थाओं ने अफ्रीकी देशों में कोविड 19 के कारण कई लाख जानें जाने का अनुमान जारी किया है और जो विश्लेषण सामने आ रहे हैं, वो पूरी दुनिया के लिए चिंता के कारण हो सकते हैं।


तो क्या 33 लाख मारे जाएंगे?


विश्व स्वास्थ्य संगठन के अफ्रीका क्षेत्र के प्रमुख अधिकारी मिशेल याओ कह चुके हैं कि अगले छह महीनों में अफ्रीका महाद्वीप में कोविड 19 के 1 करोड़ से ज़्यादा गंभीर मामले सामने आ सकते हैं। वहीं, यूएन की एक संस्था की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर वायरस के खिलाफ पुख्ता एक्शन नहीं लिये गए तो 33 लाख लोग तक मारे जा सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि महाद्वीप में सबसे अच्छी स्थिति में भी 3 लाख मौतों की आशंका है।


अभी किस हाल में है अफ्रीका?


अफ्रीकी देशों में आने वाले हालात को लेकर लंदन के इंपीरियल कॉलेज की रिपोर्ट ने भी 3 लाख मौतों की आशंका जताई है। वहीं, ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक अफ्रीका महाद्वीप में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 23 हज़ार से ज़्यादा केस सामने आ चुके हैं और 1100 से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं। ये आंकड़े आपको चिंता में नहीं डाल रहे होंगे तो सवाल उठेगा कि आगे इतना खतरा क्यों देखा जा रहा है।


विदेशों में भेजे जाएंगे अध्ययन करता

नई दिल्ली। श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान को कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने में सहायता करने के लिए भारत अलग-अलग दल बनाकर इन देशों में भेजने की तैयारी कर रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले महीने भारत द्वारा 14 सदस्यीय एक दल को मालदीव में कोरोना वायरस जांच प्रयोगशालाएं स्थापित करने और स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए भेजा गया था। इस महीने की शुरुआत में भारत ने सेना के 15 सदस्यीय एक दल को द्विपक्षीय सहयोग के तहत कुवैत भेजा था। सूत्रों ने बताया कि मित्र देशों में महामारी से लड़ने के लिए सहायता प्रदान करने की नीति के तहत श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान भेजे जाने के लिए दलों को तैयार किया जा रहा है। दक्षेस क्षेत्र में महामारी से लड़ने के लिए साझा कार्यक्रम बनाने के वास्ते भारत मुख्य भूमिका निभा रहा है।


सचिव का सभी डीएम-कमिश्नरो को निर्देश

यूपी के मुख्य सचिव का सभी जिला अधिकारी व मंडलाआयुक्तों को निर्देश


 कोविड-19 के संकट के दौरान स्वयं की देख-भाल एवं रोग
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा
बताये गये उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये: मुख्य सचिव


शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण


आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित सरल उपायों के द्वारा
व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कर सकता है वृद्धि


मुख्य सचिव ने समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को परिपत्र निर्गत कर दिये निर्देश


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिये हैं कि कोविड-19 के संकट के दौरान स्वयं की देख-भाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बताये गये उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। वर्तमान में कोविड-19 वैश्विक महामारी का प्रकोप है। इस महामारी की कोई दवा अभी तक नहीं बनी है, ऐसे में शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को परिपत्र निर्गत कर दिये हैं। उन्होंने पत्र में लिखा कि आयु एवं स्वास्थ्य से जुड़ा विज्ञान होने के साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक साधनों के प्रयोग पर बल देता है। रोगों से बचाव का आयुर्वेदिक पक्ष मुख्यतः दिनचर्या एवं ऋतुचर्या पर आधारित है। आयुर्वेद शास्त्रों में वर्णित सरल उपायों के द्वारा व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर सकता है।
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वयं की देख-भाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के सुझावः-
(क) सामान्य उपाय
1. पूरे दिन केवल गरम पानी पियें।
2. आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें।
3. हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें।
(ख) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु आयुर्वेदिक उपाय
1. च्वनप्राश 10 ग्राम (एक चम्मच) सुबह लें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्वनप्राश लें।
2. तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ (सूखी अदरख) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें। स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते हैं।
3. गोल्डन मिल्क-150 मि0ली0 गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण दिन में एक से दो बार लें।
(ग) सामान्य आयुर्वेदिक उपाय
1. नस्य-सुबह एवं शाम तिल/नारियल का तेल या घी नाक के दोनों छिद्रों में लगायें।
2. कवल-1 चम्मच तिल/नारियल तेल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमायें। उसके बाद उसे कुल्ले की तरह थूंक दें, फिर गरम पानी से कुल्ला करें। ऐसा दिन में एक से दो बार करें।
(घ) खांसी/गले में खरास के लिये
1. दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते/अजवाइन डाल कर पानी की भांप लें।
2. खांसी या गले में खरास होने पर लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिला कर दिन में दो या तीन बार लें।
3. ये उपाय सामान्य सूखी खांसी के लिये लाभदायक फिर भी अगर लक्षण बने रहते हैं, तो डाक्टर से परामर्श लें।


यूपी में संक्रमितो की संख्या-1337


 उत्तर प्रदेश में अब तक 1337 मरीज कोरोना पॉजिटिव


यूपी में कोरोना के 870 मरीज तबलीगी जमात से


यूपी में 162 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज


लखनऊ। अब तक आगरा 306, लखनऊ 168, गाजियाबाद 46, नोएडा 102, लखीमपुर खीरी 4, कानपुर 75, पीलीभीत 2, मुरादाबाद 73, वाराणसी 16, शामली 26, जौनपुर 1 बागपत 15, मेरठ 81, बरेली 6, बुलंदशहर 21, बस्ती 20, हापुड़ 17, गाजीपुर 6, आजमगढ़ 7, फिरोजाबाद 59, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 6, सहारनपुर 88, शाहजहांपुर 1, बांदा 3, महाराजगंज 6, हाथरस 4, मिर्जापुर 3, रायबरेली 35, औरैया 9, बाराबंकी 1, कौशांबी 2,  बिजनौर 28, सीतापुर 17, प्रयागराज 1, मथुरा 6, बदायूं 13, रामपुर में 16, मुजफ्फरनगर 5,  अमरोहा 18, भदोही में 1, इटावा 3, कासगंज 3, संभल 7, उन्नाव 1, कन्नौज 6, संतकबीर नगर 1, मैनपुरी 4, गोंडा 1, मऊ 1,एटा 3, सुल्तानपुर 1, अलीगढ़ 2 मरीज अब तक कोरोना पॉजिटिव मिले


यूपी में अबतक 53 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीज मिले


यूपी में अब तक 13130 मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण मिले


अब उत्तर प्रदेश की 14 लैब में हो रही कोरोना सैंपल की जांच


11871 लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन में रखा गया


यूपी में अब तक कोरोना से 21 मरीजों की मौत


यूपी में अब तक कोरोना से बस्ती में 1, मेरठ में 3, वाराणसी में 1, बुलंदशहर में 1, मुरादाबाद में 5, आगरा में 6, कानपुर 1, लखनऊ 1, फिरोजाबाद 1, अलीगढ़ में 1 मरीजों की मौत


संक्रमितो की त्वचा का रंग बदला

बीजिंग। कोरोनावायरस के संक्रमण के इलाज के दौरान साइड इफेक्ट खतरनाक रूप सामने आया है। चीन के वुहान में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की चमड़ी काली पड़ गई। वुहान सेंट्रल हॉस्पिटल के डॉक्टरों में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। डॉ. यी फेन और डॉ. हू वीफेंग को 18 जनवरी को कोरोना का संक्रमण हुआ। वे करीब 6 हफ्ते तक हॉस्पिटल में रहे और इसी दौरान उनका पूरा शरीर काला पड़ गया।
पहला मामला : बिना मदद के चलना मुश्किल हो गया था
चीनी मीडिया सीसीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. यी पेशे से हृदय रोग विशेषज्ञ हैं और संक्रमण के बाद 39 दिन तक वेंटिलेटर पर रहे। वह रिकवर हो चुके हैं। डॉ. यी ने सीसीटीवी को बताया, कोरोना से जूझने में मैं मानसिक तौर पर काफी प्रभावित हुआ, शरीर टूट गया। मैं बिना मदद के चल-फिर तक नहीं पा रहा था। डॉ. यी के मुताबिक, जब वह होश में आए तो अपनी हालत को देखकर गए और रिकवरी के लिए काउंसलिंग तक की जरूरत पड़ी।
दूसरा मामला : 45 दिन वेंटिलेटर पर रहे और मानसिक स्थिति बिगड़ी
दूसरे साथी डॉ. हू वीफेंग का संघर्ष और भी तकलीफ दायक रहा। हू 99 दिन तक हॉस्पिटल के बेड पर रहे और 45 दिन वेंटिलेटर पर लाइफ सपोर्ट दिया गया। इनका इलाज करने वाले डॉ. ली शूशेंग का कहना है कि हू की मानसिक स्थिति बेहद नाजुक रही है। 7 फरवरी से 22 मार्च तक हू संक्रमण के बुरे दौर से गुजरे। धीरे-धीरे हालत में सुधार हुआ और 11 अप्रैल को कुछ बोलने की स्थिति में आए।
आने वाले दिनों में रंग सामान्य होने की उम्मीद
डॉ. ली शूशेंग के मुताबिक, स्किन में बदलाव की वजह इलाज के दौरान दी जाने वाली कोई दवा भी हो सकती है। हालांकि डॉ. ली ने ये स्पष्ट नहीं किया कि कौन सी दवाएं दी गई थीं। डॉ. ली का कहना है, उम्मीद है कि जैसे-जैसे साइड इफेक्ट कम होगा, उनकी त्वचा का रंग सामान्य हो जाएगा।
अलर्ट रहें क्योंकि संक्रमण के नए लक्षण सामने आ रहे


कोरोना महामारी की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इसके लक्षणों पर एडवाइजरी जारी की थी। जिसके मुताबिक, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में तेज दर्द, चेहरा या होंठ नीला पड़ना, संक्रमण का लक्षण था। लेकिन पिछले 4 महीने में जो मामने सामने आए उसमें कई और लक्षण सामने आए, इसे समझना बेहद जरूरी है।
आमतौर पर चिकनपॉक्स में पैरों पर दिखने वाला जामुनी रंग का घाव भी कोरोना संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है। यह दावा इटली और स्पेन के विशेषज्ञों ने किया है। इन दोनों देशों में ऐसे लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जिनके अंगूठे में गहरे घाव थे। ये लक्षण खासतौर पर बच्चों और किशोरों में देखे गए। – दुनियाभर में जितनी तेजी से कोरोनावायरस के संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है, उतना ही लक्षणों में भी बदलाव आ रहा है। दुनियाभर के देशों में हुई रिसर्च के मुताबिक, पिछले 4 महीने के अंदर कोरोना के 15 से ज्यादा नए लक्षण देखे गए हैं।
सबसे खास बात है कि ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है जिसमें कोरोना के वे आम लक्षण नहीं दिखाई देते जैसे बुखार, मांसपेशियों में अकड़न और सांस में तकलीफ।
संक्रमण की शुरुआत में ही ऐसे बदलाव दिखाई दे रहे हैं जिसे लोग संक्रमण का इशारा नहीं समझ पा रहे जैसे गंध महसूस न कर पाना, सिरदर्द, बोलते-बोलते सुध-बुध खो देना, पेट में दर्द और दिमाग में खून के थक्के जमना।


 


चिकित्सकों पर हमला, सजा का प्रावधान

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के महासंकट के बीच स्वास्थ्यकर्मियों पर लगातार हो रहे हमले पर अब मोदी सरकार ने कड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बुधवार को ही केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में एक अध्यादेश पास किया गया है, जिसके बाद अब स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इसमें 3 महीने से सात साल तक की सजा का प्रावधान है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी।


केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कई जगह डॉक्टरों के खिलाफ हमले की जानकारी आ रही हैं, सरकार इन्हें बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार इसके लिए एक अध्यादेश लाई है। जिसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेडिकलकर्मियों पर हमला करने वालों को जमानत नहीं मिलेगी, 30 दिन के अंदर इसकी जांच पूरी होगी। 1 साल के अंदर फैसला लाया जाएगा, जबकि 3 महीने से 5 साल तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा गंभीर मामलों में 6 महीने से 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। गंभीर मामलों में 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा। अध्यादेश के अनुसार, अगर किसी ने स्वास्थ्यकर्मी की गाड़ी पर हमला किया तो मार्केट वैल्यू का दोगुना ज्यादा भरपाई की जाएगी।


प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि देश में अब 723 कोविड अस्पताल हैं, जिसमें लगभग 2 लाख बैड तैयार हैं। इनमें 24 हजार आईसीयू बेड हैं और 12 हजार 190 वेंटिलेटर हैं। जबकि 25 लाख से अधिक N95 मास्क भी हैं। जबकि 2.5 करोड़ के ऑर्डर दिए जा चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार की ओर से फर्टिलाइज़र के लिए दी जाने वाली सब्सिडी को बढ़ाया गया है, इसे बढ़ाकर 22 हजार करोड़ से अधिक किया गया है। प्रधानमंत्री आवास पर पीएम मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट बैठक में कोरोना वायरस के मौजूदा असर और लॉकडाउन की समीक्षा की गई। इसके अलावा आर्थिक हालात पर भी चर्चा हुई। केंद्र सरकार की ओर से पहले भी राहत के तौर पर 1 लाख सत्तर हजार करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया गया था।


77000 की मौत, 5.5 लाख संक्रमित

नई दिल्ली। दुनिया भर में जानलेवा कोरोना वायरस का कहर जारी है। चीन के वुहान शहर से फैले कोविड-19 की चपेट में लगभग 200 से ज्यादा देश आ चुके हैं। नोवेल कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में दिन पर दिन इजाफा होता जा रहा है। इस वायरस से अब तक एक लाख 77 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और 25 लाख 57 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि छह लाख 90 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका में मृतकों की संख्या 45 हजार को पार कर गई है और आठ लाख 19 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।


कमजोर पुलिस और खुफिया तंत्र

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना के भारत में फैलाने के मामले में पुलिस से बचते फिर रहे मौलाना साद ने फिर एक ऑडियो टेप जारी किया है। मौलाना ने इस बार अपने जमातियों से रक्तदान की अपील की है कोरोना से ठीक हो चुके जरूरतमंद लोगों के लिए। यह मौलाना का पहला टेप नहीं है। मौलाना इससे पहले भी ऑडियो टेप जारी कर चुका है।


अब सवाल यह उठता है कि क्या मौलाना इस देश की पुलिस और खुफिया तंत्र को मजाक समझ रहा है या फिर उसे पुलिस और खुफिया तंत्र की रत्ती भर भी परवाह नहीं है? एक-एक करके बार-बार ऑडियो टेप जारी करना पुलिस और खुफिया तंत्र का मजाक उड़ाना नहीं है तो और क्या है? आखिर ऑडियो टेप हवा में तो पैदा नहीं होते? कहीं ना कहीं से तो वे जारी होते होंगे? कोई न कोई या कंही न कंही तो उसका अंतिम सोर्स होगा जहां से वह ऑडियो टेप पहली बार निकलता होगा? क्या हमारी पुलिस और खुफिया तंत्र के पास एक ऑडियो टेप को खंगालने की और उसके सोर्स को ट्रेस करने की क्षमता नहीं है? क्या हमारे देश की तकनीक इतनी पिछड़ी हुई है एक सोर्स को नही ढूंढ पा रही है? मौलाना को तो खैर पुलिस ढूंढ नहीं पा रही है यह समझ में आता है लेकिन उसके ऑडियो टेप के जरिए उस तक या उसको जारी करने वाले सोर्स को पकड़कर उस तक पहुंचा नही जा सकता यह तो पचने वाली बात नहीं है? इस मामले में यह समझा जा सकता है कि या तो पुलिस मौलाना को जानबूझकर ढील दे रही हो या फिर मौलाना पुलिस को मजाक समझ बैठा है। उसका आज तक गिरफ्तार नहीं होना और कहीं भी जाकर किसी भी अस्पताल में जाकर कोरोना का टेस्ट नही करवाना हमारे देश के तमाम ज़िम्मेदार संस्थाओं के मुंह पर करारा तमाचा है।


पुलिसः सिपाही ने दरोगा को पीटा

लखनऊ। यूपी में कानून व्यवस्था की हालत ध्वस्त है। कभी सिपाहियों ने एक कंपनी के अधिकारी की कार न रोकने पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब एक सिपाही ने दरोगा को सरेआम पीट डाला।
लखनऊ से सटे सीतापुर शहर में लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहे एक हेड कांस्टेबल को अपने बॉस यानि दरोगा की बात इतनी बुरी लगी कि उसने सारी हदें पार कर दी। सिपाही ने दारोगा के साथ न सिर्फ गाली गलौज की बल्कि खुलेआम बेंत से उसकी पिटाई कर डाली। घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल, इन दरोगा की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने सिपाही को जिम्मेदारी से ड्यूटी करने को कहा था। चूंकि सिपाही ड्यूटी पर मुस्तैद नहीं था तो दरोगा ने उससे ईमानदारी से काम करने को कहा, बस इतनी सी बात पर सिपाही का पारा गर्म हो गया और उसने दरोगा को जमकर गालियां दी फिर डंडे से पीटने लगा। किसी तरह से मौजूद पुलिसवालों ने दरोगा को बचाया। इस गंभीर मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से सिपाही को निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।


राजधानी रायपुर में पीलिया का प्रकोप

सत्यपाल राजपूत


रायपुर। स्मार्ट सिटी रायपुर में पीलिया मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां मरीजों की संख्या 4 सौ से पार हो गई है। मंगलवार को 36 नये मरीज सामने आए हैं। खराब स्थिति को देखते हुए अब कल से आयुर्वेदिक कॉलेज में मरीजों को भर्ती किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। तैयारियों की निरीक्षण के बाद ही ये फैसला लिया है।


रायपुर सीएमएचओ मीरा बघेल ने बताया कि लगातार कैंप कर मरीजों का पहचान कर सैंपल भेजा जा रहा है,  हर दिन सौ से डेढ़ सौ से सैंपल की जांच हो रही है, रोज नए मरीज मिल रहे हैं. साथ पुराने मरीज ठीक भी हो रहे हैं। चिंता हमें गर्भवति महिलाओं की है, जिन्हें प्राथमिकता दिया जा रहा है। क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, उनमें बीमारी तेजी से हावी होती है। तो वहीं नॉन कोविड-19 नोडल अधिकारी सुभाष मिश्रा ने बताया कि कल से आयुर्वेदिक कॉलेज में पीलिया के मरीजों को रख कर इलाज दिया जाएगा, इसकी पूरी तैयारी कर ली गई, पंडरी जिला अस्पताल में मेकाहारा के कई डिपार्टमेंट शिप्ट किया जा रहा है।


किसानो को 900 करोड़ का भुगतान

रायपुर। कोरोना संकट ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। विश्व भर में अर्थव्यवस्था बिगड़ चुकी है। ऐसे कठिन हालात में किसानों की स्थिति बेहद ख़राब है। किसान कोरोना संकट के साथ ही बेमौसम हो रही बारिश से हाहाकार की स्थिति में पहुँच गए। आज सर्वाधिक मदद की जरूरत जिस वर्ग को है वो है किसान। क्योंकि खेती-किसानी चौपट होने से न सिर्फ़ किसान परिवार तबाह होंगे, बल्कि 70 फीसदी कृष आधारित भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो जाएगी। ऐसे में जरूरी है कि संकट के इस महाकाल में सबसे पहले किसानों को मजबूती से खड़ा किया जाए।


छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने इसी सोच को आगे बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है। चूंकि मुख्यमंत्री खुद किसान परिवार से आते हैं, लिहाजा वे किसान की दशा को ज़मीन स्तर पर बखूबी जानते है। वे जानते हैं कि इन हालातों में अगर हमने किसानों को नहीं संभालना, किसानों की मदद हमने नहीं की तो आने वाला कल भीषण तबाही का होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे से छत्तीसगढ़ में मौजूदा स्थिति की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने तय किया है कि भारत सरकार से मदद मिले न मिले, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से तत्काल किसानों के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया जाए।


कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने मुख्यमंत्री के मंशानुरूप ग्रामीण और कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने इस तरह के कुछ बड़े ऐलान किए-किसानों को लॉकडाउन में 900 करोड़ रूपए का भुगतान। राज्य के 22.48 लाख किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी।
15.80 लाख किसानों को 10212 करोड़ की क्रेडिट लिमिट मंजूर 
खरीफ सीजन की तैयारियां शुरू, समितियों में खाद बीज का भण्डारण


कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा गांव, गरीब और किसानों के विकास के लिए लगातार ठोस कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देशों के तहत लॉकडाउन की अवधि में कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। किसानों को फसल बीमा और प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत लॉकडाउन की अवधि में अब तक 900 करोड़ रूपए की राशि उनके खातों में अंतरित की जा चुकी है। इस अवधि में किसानों को राज्य शासन द्वारा खेती-किसानी के लिए आवश्यक छूट के साथ ही उनके उत्पाद के विक्रय की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कृषि मंत्री ने कहा कि कि किसानों को रबी फसल बीमा की राशि का भुगतान भी शुरू कर दिया गया है। राज्य के कबीरधाम, मुंगेली और बलरामपुर जिले के 2668 किसानों को 2 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि जारी की जा चुकी है। राज्य के अन्य जिलों के किसानों को भी रबी फसल की बीमा राशि का भुगतान शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने फूड ग्रेन से बायो एथेनॉल बनाने के लिए भारतीय खाद्य निगम को अनुमति दी है। इसको देखते हुए यह उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ राज्य को बायो एथेनॉल बनाने की अनुमति शीघ्र मिल जाएगी।


यूपी लेखपाल भर्ती का रास्ता साफ

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में लंबे समय से अटकी 5200 पदों पर लेखपालों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। लॉकडाउन के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। राज्य परिषद में की जाने वाली इस भर्ती की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) को सौंपी गई है। उत्तर प्रदेश में लंबे समय से अटकी 5200 पदों पर लेखपालों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। लॉकडाउन के बाद भर्ती की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। राज्य परिषद में की जाने वाली इस भर्ती की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) को सौंपी गई है। इस संबंध में राजस्व परिषद ने UPSSSC को प्रस्ताव सौंप दिया है।


दरअसल, लेखपालों की भर्ती को लेकर राजस्व परिषद और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। विवाद था कि भर्ती करे कौन। क्योंकि सामान्य रूप से राजस्व परिषद ही लेखपालों की भर्ती करता था। लेकिन राज्य सरकार के एक फैसले ने यह अधिकार UPSSSC के पास चला गया। राज्य सरकार ने ग्रुप ‘सी’ अथवा समूह ‘ग’ तक के पदों पर की जाने वाली भर्ती की जिम्मेदारी UPSSSC को दे दिया था और इसी के साथ लेखपालों की भर्ती का अधिकार भी UPSSSC के पास चला गया था। हालांकि, राजस्व विभाग के अधिकारी यह जिम्मेदारी किसी और विभाग को नहीं देना चाहते थे। यही कारण था कि करीब एक साल से 5200 पदों पर लेखपालों की भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है।


हालांकि, राज्य सरकार ने अब इस भर्ती की जिम्मेदारी UPSSSC को दे दी है। उच्च अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया है। UPSSSC को इस संबंध में प्रस्ताव भी मिल गया है। इस फैसले के बाद यह साफ हो गया है कि जल्द ही लेखपालों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकलेगा और राजस्व परिषद को जल्द से जल्द लेखपाल मिल सकेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश के राजस्व परिषद् में लेखपाल के 30837 पद हैं।


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