गुरुवार, 4 जून 2020

खून पीने वाली किलनी-पिस्‍सू से हडकंप

मास्‍को। जानलेवा कोरोना वायरस से जूझ रहे रूस में एक नई मुसीबत कहर बरपा रही है। रुस में अब खून पीने वाली किलनी या पिस्‍सू ने हडकंप मचा दिया है। जानवरों के शरीर पर जिंदा रहने वाले पिस्‍सू ने रूस में इतने ज्‍यादा लोगों को काटा है कि अस्‍पतालों से वैक्‍सीन ही खत्‍म हो गई है। रूस के सुदूरवर्ती इलाके साइबेरिया में किलनी के काटने के मामले में 428 गुना की बढ़ोत्‍तरी देखी गई है। इन किलनियों के काटने से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी हो सकती है।


वर्ष 2015 में इंसेफेलाइटिस से 1,50,000 लोग मारे गए थे। किलनियों ने यह आतंक ऐसे समय पर मचाया है जब कई हॉस्पिटल कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों से भरे हुए हैं। इन मरीजों को न तो दवा मिल पा रही है और न वैक्‍सीन। मध्‍य रूस के करास्‍नोयरस्‍क इलाके में किलनी के काटने के 8,215 मामले सामने आए हैं। इसमें 2125 बच्‍चे हैं। करास्‍नोयरस्‍क शहर में प्रत्‍येक एक वर्गकिलोमीटर इलाके में किलनी के काटने के 214 मामले सामने आए हैं। साइबेरिया में किलनी के काटने के कई मामले सामने आए हैं।


बताया जा रहा है कि यह पिस्‍सू लगातार इंसानों पर हमले कर रहा है। बताया जा रहा है कि कम ठंड की वजह से साइ‍बेरिया इलाके में पिस्‍सुओं का आतंक बढ़ गया है। यह पिस्‍सू संक्रामक एजेंट्स को ले जाने में सक्षम है। कोरोना काल में पिस्‍सू के काटने से लोगों को काफी दिक्‍कत हो रही है। डॉक्‍टरों का कहना है कि हरेक बार पिस्‍सू के काटने पर उसे डॉक्‍टर को द‍िखाना बेहद जरूरी होता है। पिस्‍सुओं के काटने पर दो लोगों को अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा है।रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक किलनी के मामलों की यह संख्‍या बेहद असामान्‍य है। इस बीच वैज्ञानिकों ने कथित रूप से यह पता लगाया है कि यह किलनी मकड़ी का एक म्यूटन्ट रूप है जो रूस में पाए जाने वाली किलनी का सबसे खराब किलनी में से एक है। इन घातक किलनियों के काटने के इतने ज्‍यादा मामले साइबेरिया से आ रहे हैं कि अस्‍पतालों में वैक्‍सीन और दवाएं खत्‍म हो गई है।


वायरसः किसी चीज को हाथ नहीं लगाना

कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में दो महीने बाद काफी ढील दी जा रही है। सरकार का प्रयास है कि लोगों को अपनी जरूरत का सामान मिल सके और जरूरी नियमों का पालन करते हुए देशवासी स्वस्थ भी रहे। यहां जानें कि अगर आप शॉपिंग करने जा रहे हैं तो आपको किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
ऐसा तो कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं!


कोरोना के संक्रमण को देखते हुए और लगातार बढ़ते केसेज की संख्या को देखते हुए, हम इस समय कपड़े, जूलरी,कॉस्मेटिक या डेकोरेटिव आइटम खरीदने से तो बच सकते हैं। लेकिन किचन का सामान ऐसी जरूरत है, जिसे चाहकर भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।
-इसलिए इन चीजों की खरीदारी करने तो आपको किराना स्टोर, ग्रॉसरी स्टोर और शॉप्स पर जाना ही होगा। यहां जानिए कि जब भी आप ये सब सामान खरीदने किसी स्टोर पर जाएं तो आपको किन-किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
बास्केट और कार्ट्स ना छुएं


जब भी सामान लेने के लिए स्टोर जाएं तो आप वहां रखी शॉपिंग बास्केट्स और कार्ट्स का उपयोग करने से बचें। बेहतर होगा कि आप घर से ही अपना शॉपिंग बैग लेकर जाएं और उसी का उपयोग करें।
-यदि आपको बड़ा सामान खरीदना है या सामान की मात्रा अधिक है तो इस स्थिति में भी आप शॉपिंग बास्केट का उपयोग बिल्कुल ना करें। आप कार्ट को सैकेंड ऑप्शन के रूप में चुन सकते हैं। संभव हो तो इसके हैंडल को हाथ लगाने से पहले सैनिटाइज कर लें।
क्यों नहीं छूनी है बास्केट?
-अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर शॉपिंग सेंटर या ग्रॉसरी स्टोर में रखा कार्ट छू सकते हैं तो बास्केट क्यों नहीं? तो इसकी वजह यह है कि बास्केट का उपयोग करने के बाद उन्हें सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना संभव नहीं है।


हर दिन बास्केट के हैंडल को सैनिटाइज करना या हर कस्टमर के उपयोग करने के बाद हर बास्केट को सैनिटाइज किया जाना ग्रॉसरी स्टोर मैनेजमेंट के लिए भी संभव नहीं है। जबकि कार्ट्स के हैंडल को सैनिटाइज करना तो खुद आपके लिए भी आसान है। क्योंकि मार्केट जाते समय आपको सैनेटाइजर तो अपने साथ लेकर जाना ही है।
स्टोर जाने से पहले ध्यान रखें ये बातें
-स्टोर जाने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आप अपने साथ एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड लेकर जा रहे हों। जितना संभव हो सके कैश में लेन-देन करने से बचें।
-मार्केट जाने से पहले जरूरी सामान की लिस्ट बनाकर ले जाएं और स्टोर रूम में काउंटर पर उस सामान की उपलब्धता जानने के बाद ही आगे बढ़ें। इससे आपका समय भी नष्ट नहीं होगा और आप लोगों के गैरजरूरी संपर्क से भी बचे रहेंगे।
स्टोर से बाहर निकलते ही पहला काम
-सामान की खरीदारी करने के बाद ग्रॉसरी स्टोर से बाहर आते ही आपको सबसे पहले अपने हैंड सैनिटाइज करने हैं। ताकि अंदर खरीदारी के दौरान यदि आपके हाथों पर वायरस आ भी गया हो तो वो खत्म हो जाए।
-यदि संभव हो तो स्टोर से बाहर आने के बाद थोड़ी देर खुली हवा में सांस लें और खुद को मेंटली रिलैक्स करें। गर्मी बहुत अधिक है इसलिए अपने साथ लाए हुए पानी का सेवन करें। इससे शरीर को हाइड्रेट और इम्यून रखने में सहायता मिलेगी।
घर आने के बाद क्या करना है?
-घर आने के बाद आप सबसे पहले उन बैग्स को धुलने के लिए डाल दें, जिनमें आप सामान लेकर आए हैं। इसके बाद अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें और फिर लाए हुए सामान को सैनिटाइज करें। इसके लिए आप किसी अच्छी डिटर्जेंट या सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं।
-तैयार लिक्विड में कपड़ा भिगोकर बाहर से लाए गए सभी पैकेट्स को उससे अच्छी तरह साफ करें। इसके बाद सामान को अलमीरा या कंटेनर्स में रखने से पहले कम से कम 20 मिनट बाहर ही रखा रहने दें। क्योंकि कई बार वाइप करने के बाद भी कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह खत्म होने में 10 से 15 मिनट का समय लग जाता है।
अब खुद की क्लीनिंग का नंबर
-यह सब सामान क्लीन करने के बाद बेहतर होगा कि आप स्नान कर लें। इसके बाद साफ कपड़े पहनें और कोई हेल्दी ड्रिंक या फूड लें। इससे शरीर की खर्च हुई एनर्जी वापस आएगी और आप खुद को मेंटली-फिजिकली रिलैक्स अनुभव कर पाएंगे।


निशानाः लॉक डाउन को असफल बताया

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मार्च से लागू लॉकडाउन को फिर असफल बताया और कहा कि उन्हाेंने ऐसा लॉकडाउन कहीं नहीं देखा है, जहां इसे हटाने की घोषणा के बाद संक्रमितों की संख्या घटने की बजाय तेजी से बढ़ी है।


राहुल गांधी ने गुरुवार को बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज के साथ बातचीत में कहा कि लॉकडाउन सफल नहीं रहा है। यह बात वह पहले भी कहते रहे हैं कि इससे लोगों की तकलीफ बढ़ी है और कोरोना संक्रमण भी बढ़ा है। देश जिस उत्साह के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उतरा था उसमें सरकार की नीतियों के कारण सफल नहीं हो पाया है।


उन्होंने कहा “आप देखते हैं कि लॉकडाउन के बाद क्या हुआ है और यही कारण है कि मैं इसे एक असफल लॉकडाउन कहता हूं, यहां लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।” उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनिया ने सख्त लॉकडाउन देखा है। ऐसा सख्त लॉकडाउन विश्वयुद्ध के दौरान भी दुनिया को देखने को नहीं मिला। उस समय भी लोगों को घरों से निकलने की इजाजत थी लेकिन इस बार पूरी दुनिया को घरों में कैद रहने को मजबूर होना पड़ा लेकिन यह लॉकडाउन इस कड़ाई के बाद भी हमारे यहां असफल रहा है और कोरोना घटने की बजाय फैल रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन विपरीत स्थितियों के बावजूद देश के समक्ष अपनी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा की गंभीर जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा “हमें हर कीमत पर अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा करनी होगी। जिस किसी को भी सहयोग की जरूरत है उसे सहयोग दिया जाना चाहिए। यह एक रणनीति का दूसरा और बिल्कुल बुनियादी घटक है। जर्मनी, अमेरिका, कोरिया, जापान ने अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर पैसा डाला। हमें इसे बड़े व्यवसाय, छोटे व्यवसाय, मजदूर के रूप में नहीं हमारी अर्थव्यवस्था के रक्षण के रूप में देखना है।


8 जून से यूपी में मिलेगी छूटः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।


उन्होंने कहा कि आठ जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि छूट के सन्दर्भ में विस्तृत अध्ययन किया जाय और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए।उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सुरक्षित यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाए।


उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए।स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।


गूगल के पूर्व सीएफओ बने बोर्ड चेयरमैन



गूगल के पूर्व सीएफओ बने ट्विटर के नए बोर्ड चेयरमैन






 




सैन फ्रांसिस्को। ट्विटर ने गूगल के पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) पैट्रिक पिचेट को बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में वर्ष 2017 में शामिल हुए बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन पैट्रिक ने इससे पहले वर्ष 2008 से 2015 तक गूगल में सीएफओ के रूप में अपनी सेवाएं दी थी। पिचेट ने मंगलवार को यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) को एक फाइलिंग में कहा, ट्विटर की मैनेजमेंट टीम और बोर्ड की ताकत व गहराई को देखते हुए हम मानते हैं कि अब हमारे शासन ढांचे को बेस्ट प्रैक्टिसेज के अनुरूप विकसित करने का सही समय है। पिचेट ओमिड कोर्डेस्टानी का स्थान लेंगे। हालांकि, ओमिड ट्विटर के बोर्ड में बने रहेंगे।






व्यवस्था को लागू किया जाएः सीएम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।


उन्होंने कहा कि आठ जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि छूट के सन्दर्भ में विस्तृत अध्ययन किया जाय और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सुरक्षित यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाए।

उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।


34 हजार अंक पर पहुंचा 'सेंसेक्स'

मुंबई। विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच मजबूत निवेश धारणा के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन तेजी देखी गई और ढाई महीने बाद बीएसई सेंसेक्स 34 हजार अंक के पार तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10 हजार अंक पर पर पहुँचने में कामयाब रहा। बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों में लिवाली से सेंसेक्स 284.01 अंक यानी 0.84 प्रतिशत चढक़र 34,109.54 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.45 अंक अर्थात् 0.83 फीसदी की बढ़त में 10,061.55 अंक पर बंद हुआ। दोनों प्रमुख सूचकांकों का यह 11 मार्च के बाद का उच्चतम स्तर है। सात सप्ताह से अधिक के अंतराल के बाद पहली बार सेंसेक्स 34 हजार अंक और निफ्टी 10 हजार अंक के पार बंद हुआ है। मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने खूब विश्वास दिखाया। बीएसई का मिडकैप 0.31 प्रतिशत चढक़र 12,340.65 अंक पर और स्मॉलकैप 1.24 फीसदी की मजबूती के साथ 11,570.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब पाँच फीसदी चढ़े। कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस और भारतीय स्टेट बैंक में भी ढाई से तीन प्रतिशत तक की तेजी रही। एनटीपीसी के शेयर दो फीसदी से अधिक टूट गए। रियलिटी समूह के सूचकांक में सबसे अधिक तीन प्रतिशत की तेजी रही। बैंकिंग, वित्त, पूँजीगत वस्तुओं और तेल एवं गैस समूहों के सूचकांकों में भी डेढ़ से दो फीसदी की मजबूती देखी गई। विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.87 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.37 प्रतिशत, जापान का निक्की 1.29 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 2.20 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.42 फीसदी मजबूत हुआ।


फुटबॉल टीम में मिलें वायरस के 25 केस

कीव। यूक्रेन की एक फुटबॉल टीम में खिलाड़ियों और स्टाफ में से कोरोना वायरस के 25 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। यूक्रेन फुटबॉल संघ ने कहा कि कारपाटी एलविव टीम में 65 लोगों की जांच कराई गई थी।किसी भी खिलाड़ी या स्टाफ का नाम नहीं बताया गया है। यूक्रेन लीग पिछले हफ्ते बहाल हुई थी। इस टीम का पहला मैच संदिग्ध मामलों के कारण रद हो गया था और अब लीग को दो और मैचों के लिए स्थगित कर दिया गया है।एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एशिया की चैंपियंस लीग वापसी के करीब है, लेकिन जब तक घरेलू प्रतियोगिताएं शुरू नहीं हो जाती तब तक उसे इंतजार करना होगा। कोरोना वायरस के कारण दो महीने से भी अधिक समय तक बदं रहने के बाद विश्व भर में फुटबॉल प्रतियोगिताओं की वापसी हो रही है हालांकि अभी तक अधिकतर लीग शुरू नहीं हुई हैं।


उत्तराखंड में संक्रमित संख्या-1145 हुई

देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उत्तराखंड में आज भी राहत वाली खबर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तरखंड राज्य में 60 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित लोगो की संख्या हो गयी है। आपको बताते चले कि अभी तक 286 कोरोना संक्रमित लोग उत्तराखंड राज्य में ठीक हो चुके है।


पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने लागत कम करने के लिए कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में कटौती और पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई है। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने बताया कि एयरलाइन एयरबस के पुराने ‘करेंट इंजन ऑप्शन’ (सीईओ) विमानों को वापस कर उनकी जगह नए ‘न्यू इंजन ऑप्शन’ (निओ) विमानों को अपने बेड़े में शामिल करेगी। सीईओ विमानों की तुलना में निओ विमानों की ईंधन खपत कम है और इसलिए वे किफायती हैं। इनके रखरखाव का खर्च भी कम है। वित्त वर्ष 2019-20 के वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद निवेशकों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी आदित्य पांडे ने बताया कि कंपनी विमानों की लीज राशि के साथ ही अन्य स्थिर लागत भी कम करने की योजना बना रही है। स्थिर लागत 40 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा गया है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में वह लागत कम करके तीन-चार हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी जुटाने की योजना बना रही है। इसमें कर्मचारियों के वेतन में कटौती, लाभांश नहीं देना और विमानों के लीज और रखरखाव पर होने वाला खर्च भी शामिल है। उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में 25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। वेतन में कटौती के साथ ही प्रदर्शन के आधार पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में भी कटौती की जाएगी। एक प्रश्न के उत्तर में पांडे ने कहा कि अगले दो साल में 120 सीईओ विमानों की लीज समाप्त हो रही है जिन्हें कंपनी आगे नहीं बढ़ाएगी। उनकी जगह पर नए निओ विमानों को बेड़े में शामिल किया जाएगा हालांकि जरूरी नहीं है कि जितने विमान बेड़े से हटाए जाएंगे उतने ही नए विमान लिए जाएं। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कोविड-19 के बाद देश का विमानन क्षेत्र किस गति से आगे बढ़ता है और हवाई यात्रा की माँग कितनी रहती है। कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 की 31 मार्च को समाप्त अंतिम तिमाही में 871 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। निदेशक मंडल ने निवेशकों को कोई लाभांश नहीं देने की भी घोषणा की है।


याचिका में दखल से इनकारः सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। संविधान में इंडिया की जगह भारत नाम रखने के लिए संविधान में संशोधन की याचिका में दखल से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका को संबंधित अथॉरिटी प्रतिवेदन की तरह देखेगी इसके लिए संबंधित मंत्रालय के सामने याचिका भेजी जाए। शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता इसके लिए सरकार के सामने ही मांग रखे। मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में कहा कि याचिकाकर्ता ने इस मामले में कोर्ट को क्यों अप्रोच किया है जबकि संविधान में साफ लिखा है कि इंडिया जो कि भारत है। याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि इंडिया ग्रीक शब्द इंडिका से आया है और इस नाम को हटाया जाना चाहिए। जब याचिकाकर्ता ने लगातार ये दलील रखी और सुप्रीम कोर्ट का रुख याचिका सुनने के लिए नहीं दिखा तो याचिकाकर्ता ने कहा कि इस याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने की इजाजत दी जाए। तब सुप्रीम कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी।


सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि संविधान में भी भारत नाम लिखा है। लिखा है इंडिया दैट ईज भारत। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप संबंधित मंत्रालय के सामने अपना प्रतिवेदन दें और सरकार को संतुष्ट करें। सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा गया था कि केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह संविधान में बदलाव करे और इंडिया शब्द को बदलकर हिंदुस्तान या फिर भारत कर दे। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर दो जून को सुनवाई करने का फैसला किया था। याचिकाकर्ता ने कहा है कि हमारी राष्ट्रीयता के लिए भारत शब्द को संविधान में जोडऩा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से मना करते हुए याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने को कहा। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया था कि संविधान के अनुच्छेद-1 में बदलाव किया जाए। इस अनुच्छेद के तहत नाम है। इसमें भारत या हिंदुस्तान दर्ज होना चाहिए। याचिका में कहा गया था कि अनुच्छेद-1 में इंडिया का इस्तेमाल है। ब्रिटिश राज खत्म होने के बाद इस इंग्लिश नाम को बदलकर भारत नाम दर्ज होना चाहिए। भारत की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अनुच्छेद-1 में बदलाव होना चाहिए और भारत नाम वहां दर्ज होना चाहिए और इंडिया नाम हटाया जाना चाहिए।


लॉक डाउन के बाद तूफान ने घर उजाड़ा

आगरा। 29 मई को आई तेज बारिश और आंधी ने कई परिवार के घरो को उजाड़ा है। 29 मई की शाम को जब अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी ने आगरा शहर में काफी घरो को उजाड़ दिया , आंधी के साथ साथ ओले भी पड़े तेज आंधी से ताजनगरी की जनता में डर सा बैठ गया था। आगरा शहर में कई जगह घर के बाहर खड़ी कार भी क्षतिग्रस्त हुई। वही आगरा शहर के आवास विकास सेक्टर 4 निवासी विनोद कुमार के परिवार के ऊपर परेशानी के पहाड़ टूट पड़े , जब शाम को तेज आंधी आई तभी विनोद कुमार के कमरे की छत उपर से टूट कर गिर गयी, कमरे में विनोद कुमार की पत्नी आरती और बेटी  सो रही थी तभी उनके ऊपर छत टूट कर गिर पड़ी , मोके पर जब विनोद कुमार दुसरे कमरे में से निकल कर आये तो उन्होंने देखा की उनकी पत्नी और बेटी छत के पत्थरों के नीचे दबे हुए पड़े थे , दोनों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया , काफी गम्भीर चोटे आई है , मोके पर पुलिस को सुचना दी मगर पुलिस आई और देख कर चली गयी , पीड़ित विनोद ने बताया की में मजदूरी करके रोज अपने परिवार का पालन पोषण करता हूँ लॉक डाउन की बजह से खाने को भी मजबूर हो गये है अब ये परेशानी  टूट पड़ी , यूपी के मुख्यमंत्री जी से यही प्रार्थना है की मेरी मदद करे , मेरी पत्नी और बेटी के इलाज के लिए मेरे पास पेसे भी नही है। ..  आगरा डोगरा जर्नलिस्ट


शराब की दुकानों पर जारी 'अवैध उगाही'

बागपत। लॉकडाउन के दौरान कालाबाज़ारी रोकने के लिए सरकार ने अफसरों को सख्त दिशा निर्देश दे रखे है खासकर शराब की दुकानों पर ओवररेट लेने पर सख्त मनाही है और यह दी हिदायत दे रखी है कि यदि इस तरह का मामला सामने आया तो कार्रवाई कड़ी की जाएगा, लेकिन बागपत में शराब की दुकानों और सरकार के नियम कायदे कोई मायने नहीं रख रहे है और ओवररेट वसूल कर ग्राहकों की जेब काटी जा रही है। ताजा मामला बागपत जनपद के बडौत शहर का है जहां अंग्रेजी शराब के एक ठेके पर ओवररेटिंग का वीडियो बनाकर किसी ग्राहक ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसमें सेल्समेन एक बोतल पर 30 रुपये अधिक लेने की मांग कर रहा है । वीडियो वायरल होने के बाद जिला आबकारी अधिकारी ने वीडियो की जांच कराने के बाद अनुज्ञापि के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है
आपको बता दे,  वायरल वीडियो कोतवाली बडौत इलाक़े का है सराय रोड पर जोगिंदर सिंह के नाम पर एक अंग्रेजी शराब की दुकान है जिस पर दो जून यानी कल दुकान पर ग्राहक से सेल्समैन से रॉयल स्टेग की बोतल लेता है। इस बोतल पर निर्धारित रेट 670 रुपये अंकित है, लेकिन सेल्समैन ग्राहक से ओवररेट के 30 रुपये ज्यादा यानी 700 रुपये वसूल करता है। इसी दौरान ग्राहक ओवररेट की वीडियो बना लेता है।
जनपद में देशी, अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों पर 10 से लेकर 100 रुपये तक का ओवररेट लिया जाता है। ठेके बंद होने के बाद शराब बाहर बेची जाती है और ओवररेट बढ़ा दिया जाता है। गौरतलब है कि बागपत में वतर्मान समय मे अंग्रेजी शराब की 24, देशी शराब की 67 और बीयर की 36 दुकानें खुली हुई हैं। फिलहाल आबकारी विभाग मामले की जांच में जुटा हुआ है और जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश कुमार का कहना है कि वीडियो मामले की जांच कराई जा रही है और जांच के बाद अनुज्ञापि ओर सेल्समेन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना ओर लाइसेंस निरस्त भी किया जा सकता है।


महीनो के बाद शिवगंगा से दिल्ली पहुंची

2 महीनों से वाराणसी कैंट स्टेशन पर भटक रही दिल्ली की युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने शिवगंगा से दिल्ली पहुचायां

 

स्टेशन पर भटक रही युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने 3 जून को शिवगंगा से दिल्ली रवाना किया

 

एसिड पीड़िताओ के लिए काम करने वाली संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने किया था टिकट का व्यवस्था

 

आंखों में आंसू लिए फिर वाराणसी आने का वादा कर गई है युवती

 

वाराणसी/मंडुवाडीह। ट्रेन में सामान बेचकर जीवन यापन करने वाली दिल्ली निवासिनी राजेश्वरी चड्ढा 2 महीनों के बाद लोगों के मदद के बाद अब दिल्ली अपने घर के लिए पहुंच गई। यह युवती ट्रेन में पेपर शॉप, साबुन व यात्रियों के जरूरत का सामान आदि बेचती रहती थी। वह शिवगंगा से सफर करते हुए मार्च माह में वाराणसी पहुंची थी कि उसी समय लाक डाउन घोषित हो गया। लाक डाउन घोषित होने के बाद यह युवती वाराणसी कैंट व आसपास के क्षेत्रों में भटकती घूमती रही। शुरुआती 3 दिनों तक युवती भूखे पेट सोने को विवश थी। बाद में जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने उसकी मदद की और पहनने के लिए कपड़े भी दिये। स्टेशन के बाहर आवास में रहने वाले लोगों ने युवती को लगातार खाना खिलाते रहे।

 

अब जब लाक डाउन में कुछ छूट दी गई और ट्रेनों का आवागमन चालू हुआ तो यह युवती दिल्ली अपने घर पहुंचने को बेचैन दिखी। लेकिन उसके पास टिकट खरीदने तक के पैसे नहीं बचे थे। पिछले दिनों स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने उसे राहत सामग्री दी थी। तब उसने स्वंयसेवी कार्यकर्ताओं से दिल्ली भेजने की मिन्नतें की थी। संस्था के लोगों ने दिल्ली स्थित युवती के घर पर फोन पर बातचीत किया और उसके परिवार के लोगों को आश्वस्त किया कि युवती बनारस में सुरक्षित है और ट्रेन की यात्रा शुरू होते ही वह लोग उसे उसके घर भेज देंगे।

  युवती का टिकट वाराणसी की स्वयंसेवी संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल ने कराया। बीते रविवार को ही युवती को अजय पटेल, राजकुमार गुप्ता व संस्था के लोगों ने दिल्ली तक का टिकट युवती के नाम से बुक करा कर दे दिया था। टिकट पाने के बाद उक्त  युवती राजेश्वरी चड्ढा काफी प्रसन्न दिखी और ट्रेन से दिल्ली पहुंचने की तैयारी में थी।बुधवार की शाम रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता व अन्य लोग स्टेशन पहुंचे और उक्त युवती को यात्रा व्यय के लिए भी कुछ रुपए व भोजन के साथ सेनेटाइजर दिए ताकि वह दिल्ली उतरने के बाद अपने घर तक उपयुक्त साधन से जा सके। युवती ने संस्था के लोगों को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि काशी के लोग काफी अच्छे हैं। लोगों ने 2 महीने तक उसे भोजन कराया और जिंदा रखा। बताया कि उसके पिता कि पहले ही मौत हो चुकी है। और खुद बिमार रहतीं हैं, ट्रेन में सामान बेचकर वह घर परिवार चलाती है।

डीएम ने चिकित्सालय का किया निरीक्षण

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी ने मरीजों के पास जाकर उनसे उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त की जिला अस्पताल में कोरोना सम्बन्धी व्यवस्थाओं का लिया जायजा  जनपद में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पाण्डेय ने आज जिला चिकित्सालय एमएमजी  का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने मरीजों के पास जाकर उनसे उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त की । इसके पश्चात जिलाधिकारी आई 0 डी 0 एस 0 पी 0 कोरोना कन्ट्रोल रूम पहुँचे तथा कन्ट्रोल रूम में कोरोना को लेकर तैयारियों को जायजा लिया । उन्होंने कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स तथा उसके निराकरण के सम्बन्ध में की जाने वाली कार्यवाही के बारे जानकारी ली । उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कन्ट्रोल रूम पर शिकायत दर्ज होने के उपरान्त शीघ्र उस पर कार्यवाही कराते हुए उसका निराकरण प्राथमिकता पर करायें और साथ ही अधिकारियों को उसका निरन्तर फॉलोअप करने के भी निर्देश दिये । कोरोना वैश्विक महामारी के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने 04 अतिरिक्त एम्बुलेंस बढ़ाने के निर्देश दिये , ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके । इस दौरान जिलाधिकारी ने कन्ट्रोल रूम में पूर्व में आयी शिकायती कॉल्स में से 2-3 कॉलरों से स्वयं कॉल कर उनसे उनकी शिकायत के निस्तारण के सम्बन्ध में बातचीत कर जानकारी ली । इसके अलावा जिलाधिकारी ने सर्विलान्स अधिकारी से ऐसे लोगों की सूची मांगी है , जिन्होंने स्वयं कॉल कर अपने कोरोना के सम्बन्ध में जानकारी दी है । इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित सर्विलान्स अधिकारी को निर्देशित किया कि वह कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स को दृष्टिगत रखते हुए कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स के लिए 10 अतिरिक्त फोन बढाने एंव प्राप्त शिकायतों के निस्तारण हेतु 02 अतिरिक्त फोन बढ़ायें । निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संक्रमित मरीजों की रिर्पोटिंग , उनके सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों की जानकारी , हॉट - स्पॉट , कंटेटमेंट जोन में की जा रही कार्यवाही के बारे में जानकारी ली । इसके बाद उन्होंने सर्विलास कार्यालय का निरीक्षण किया और सरकारी व प्राइवेट लैब से प्राप्त हो रही कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्टस की जानकारी ली । जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि 24 घंटे में दो बार कोरोना संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट को अपडेट किया जाए । निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अस्पताल में साफ - सफाई व्यवस्था को और अधिक दुरूस्त कराने के निर्देश दिये । उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है , इससे सभी को बचना है और दूसरों को भी बचाना है । अस्पताल में ईलाज हेतु आने वाले सभी प्रकार के मरीजों का पूरे पालन करते हुए उसका पूरे सेवा भाव के साथ समय से ईलाज शुरू करना स्वास्थ विभाग का दायित्व है ।


 इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल , अपर जिलाधिकारी ( वित्त एवं राजस्व ) यशवर्धन श्रीवास्वत , अपर जिलाधिकारी ( भू 0 अ 0 ) , मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ . एन 0 के 0 गुप्ता , जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ० ज्ञानेन्द्र मिश्रा , नोडल अधिकारी डॉ 0 आर 0 के 0 यादव , डॉ शिवी अग्रवाल आदि मौजूद रहें ।


कोरोना योद्धाओं का हियुवा ने किया सम्मान

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर बस स्टैंड निवासी आयुष त्यागी को हाल ही में जिला अध्यक्ष हिन्दू युवा वाहिनी मे नियुक्त किया गया है जो सीधे सीधे प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की देख रेख मे कि गई हैं । जो आज मुरादनगर नगर पालिका परिषद में मुरादनगर विधायक अजित पाल त्यागी हिन्दू युवा वाहिनी जिला अध्यक्ष आयुष त्यागी ने कोरोना यौद्धा सफाई कर्मचारियों को पुष्प वर्षा गमछा देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मानव सेवा समिति के संसथापक. देवेन्द्र पायल अध्यक्ष दिनेश जाटव. राष्ट्रीय महासचिव स़ोनू त्यागी. राधेश्याम त्यागी. शैकी त्यागी मोजूद रहे।


महाराष्ट्र में तूफान ने चार की जान ली

मुंबई। महाराष्ट्र से टकराने और राज्य में चार लोगों की जान लेने के 18 घंटे बाद चक्रवात निसर्ग पूर्व में विदर्भ क्षेत्र की ओर चला गया। अधिकारियों ने गुरुवार इस बात की जानकारी दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा, “पूर्व में उत्तर-पूर्व की ओर जाने और एक अच्छी तरह से चिह्न्ति निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर होकर, वह विदर्भ क्षेत्री की ओर चला गया।”


रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन में टकराने के बाद चक्रवात पुणे की ओर चला गया और गुरुवार सुबह तक नासिक क्षेत्र से पूर्व की ओर विदर्भ क्षेत्र में आगे बढ़ा। अब तक कम से कम 10 लोगों के घायल होने के साथ ही रायगढ़ और पुणे दोनों में ही जिलों में चक्रवात से संबंधित दो मौतें दर्ज की गई हैं। रायगढ़ जिले के पीड़ितों में 53 वर्षीय एक दुकानदार शामिल है। वह उमेट गांव में एक बिजली के खंभे की चपेट में आ गया था, जबकि अन्य मामले में श्रीवर्धन में एक पेड़ के गिरने से उसके नीचे आकर एक 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। पुणे की बात करें तो छत से एक टिन की चादर के उड़ जाने से एक 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य मामले में घर के नीचे दबने से एक 65 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई।


मुंबई मौत के मामलों को लेकर चक्रवात की चपेट में आने से बच गया और किसी भी अन्य तटीय कोंकण जिलों में कोई जानलेवा हादसा नहीं हुआ। हालांकि, यहां जान का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन घरों, इमारतों, तटीय गांव की कॉलोनियों, वाहनों, सैकड़ों पेड़ों और खेती की खड़ी फसलों आदि को भारी नुकसान पहुंचा है।


1974 के आंदोलन की पुनरावृति आवश्यक

लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने देश में जयप्रकाश नारायण के 1974 में शुरू किए गए आंदोलन की तरह एक वैसे ही आंदोलन की जरूरत बताई और कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार कोरोना के मुकाबले के नाम पर गरीबी को नहीं, मजदूरों, श्रमिकों, बेरोजगारों, किसानों और गरीबों को मिटा देने पर तुली है।


उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने यहां कहा कि सरकारें अपने अनियोजित और मनमाने फैसलों से आम आदमी को प्रतिदिन मौत के मुँह में ढकेल रहीं हैं। देश को आर्थिक तबाही के मोड़ पर पहुँचा दिया गया है। इसलिए इनके खिलाफ आज 1974 से भी बड़े छात्र युवा आन्दोलन की जरूरत है। उन्होंने छात्रों और नवजवानों से आग्रह किया है कि वे पांच जून को सम्पूर्ण क्रांति दिवस के अवसर लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद करें और मजदूर, श्रमिक, बेरोजगारों, किसानों और गरीबों की रक्षा के लिए लाकडाउन नियमों का पालन करते हुए 1974 से भी बड़े आंदोलन की तैयारी करें।


रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि देश और राज्य सरकारों की कारपोरेट समर्थक नीति के कारण देश पहले से ही महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और आर्थिक मंदी से जूझ रहा था। किसान रो रहा था। अल्पसंख्यक और धर्मनिरपेक्ष लोग शासन के संरक्षण में भीड़ हिंसा का शिकार हो रहे थे। बैंक दिवालिया हो रहे थे। कोरोना को लेकर विदेशों से आने वाले देश में बिना जांच पड़ताल के चारो तरफ आ जा रहे थे और देश तथा राज्यों की कुछ सरकारें विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी के बाद भी ट्रम्प के स्वागत और मध्यप्रदेश कब्जा की राजनीति में लगी रहीं तो कुछ सरकारें अपने दलीय हितों में। इस अनियोजित और अचानक लाकडाउन से देश एक ऐसे आर्थिक तबाही के दौर से गुजर रहा है जिसकी कल्पना करने से रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इस अनियोजित और अचानक किए गए लाकडाउन से 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं । किसान खेत में अपना उत्पाद नष्ट करने को मजबूर है। रोज कमाने खाने वाली देश की बड़ी आबादी भुखमरी की चपेट में है। राज्य सरकार और भारत सरकार की देखरेख में चल रही ट्रेनों में 80 मजदूर भूख प्यास से मर गए।


रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि इन सरकारों ने उन लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है जो रास्ते में मजदूरों की मदद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने 1974 में एक और नारा दिया था,सरकार निकम्मी है लेकिन यह देश हमारा अपना है। इसकी तस्वीर बदलने को लाखों आंखों में सपना है। हम सभी लोग इस नारे को याद करते हुए दुखी जनों को फिर से नई जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करें, स्वदेशी अपनाएं और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की स्मृति में कम से कम एक पौधा जरूर रोपें।


कांग्रेस के दो विधायकों ने दिया इस्तीफा

गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव से पूर्व मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए इसके दो और विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह चुनाव पहले 26 मार्च को होने थे पर कोरोना संकट के कारण इन्हें टाल दिया गया था और अब इन्हे 19 जून को कराने की घोषणा की गयी है।


इससे पहले मार्च माह में भी कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद पार्टी ने बाकी विधायकों को राजस्थान के एक रिसॉर्ट में रखा था। इन सीटों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के तीन और कांग्रेस के दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। सामान्य अंकगणित के लिहाज से भाजपा केवल दो सीटें ही जीत सकती थी पर अब तीसरी सीट पर भी इसका पलड़ा भारी होता दिख रहा है। विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने आज बताया कि करजन सीट के कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और कपराडा के जीतू चौधरी ने कल शाम व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर उन्हें अपने इस्तीफे दिये थे जिन्हें स्वीकार कर लिया गया है।


त्रिवेदी ने कहा कि उन्होंने दोनो विधायकों के चेहरे से मास्क हटवा कर उनकी पहचान खुद की थी। दोनो ने स्वेच्छा से त्यागपत्र देने की बात की थी। मजेदार बात है कि जब कांग्रेस विधायकों को मार्च में राजस्थान ले जाया गया था तो उस समय भी चौधरी कुछ समय तक वहां नहीं गये थे और कांग्रेस आलाकमान के लिए संपर्कविहिन हो गये थे हालांकि बाद में वह वहां पहुंच गये थे।


182 सदस्यीय विधानसभा में अभी भाजपा के 103 और कांग्रेस के 66 विधायक (दो नये और मार्च के पांच विधायकों के इस्तीफे के बाद) हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक विधायक है, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय एक (जिग्नेश मेवाणी) और इसके सहयोगी दल भारतीय ट्राइबल पार्टी यानी बीटीपी के दो हैं। जीत के लिए एक उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के 35 मतों या कुछ कम की जरूरत होगी। राजनीतिक प्रेक्षकों ने अभी भी कुछ और कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे की संभावना से इंकार नहीं किया है। भाजपा ने यह भी दावा किया है बीटीपी के विधायक भी उसके उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे।


क्षति का आकलन करेगी केंद्रीय टीम

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुसार पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान से हुई क्षति का आंकलन करने के लिए एक अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) गुरुवार को वहां जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा गठित सात-सदस्यीय केंद्रीय टीम 20 मई को सुंदरबन सहित दक्षिण बंगाल के जिलों के एक बड़े हिस्से में आए चक्रवाती तूफान से हुई समग्र क्षति का जायजा लेगी।


एमएचए के संयुक्त सचिव रैंक के अधिकारी अनुज शर्मा के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को हवाई और जमीनी मूल्यांकन करेगी। सूत्रों ने कहा कि वे कोलकाता के आसपास के दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों का दौरा करेंगे, जहां चक्रवात अम्फान की वजह से नुकसान और विनाश की मात्रा का पता लगाया जाएगा। टीम, राज्य की राजधानी कोलकाता के आसपास दौरा कर सकती है।


हदः बिजनौर में मिले 10 नए संक्रमित

बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 10 और लोग नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जनताा अभी वायरस के संक्रमण और उसके दुष्प्रभाव से अनभिज्ञ है या फिर जानबूझकर आवश्यक दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रही है।  जिसके चलते उत्तर प्रदेश में वायरस का संक्रमण  नियमित रूप से बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ ही बिजनौर में अब कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या 126 हो गई है। जहां दो मरीजों के मौत के बाद जिले में एक्टिव संख्या 61 हो गई। सीएमओ डा. विजय यादव ने इस बात कि पुष्टि की है।


देश में बढ़ते संक्रमण ने रिकॉर्ड तोड़े

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में हर दिन तेजी से इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब इस महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या सवा दो लाख पार हो गई है। मंत्रालय के मुताबिक, अबतक 2 लाख 16 हजार 919 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 6075 की मौत हो चुकी है। हालांकि एक लाख चार हजार लोग ठीक भी हुए हैं।पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के मामलों में अबतक सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। आज देश में 9304 नए केस आए और 260 मौतें हुईं।


किस राज्य में कितनी मौतें हुईं?
स्वास्थय मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र में 2587, गुजरात में 1122, दिल्ली में 606, मध्य प्रदेश में 371, तमिलनाडु में 208, तेलंगाना में 99, आंध्र प्रदेश में 68, कर्नाटक में 53, उत्तर प्रदेश में 229, पंजाब में 47, पश्चिम बंगाल में 345, राजस्थान में 209, जम्मू-कश्मीर में 34, हरियाणा में 23, केरल में 11, झारखंड में 5, बिहार में 25, ओडिशा में 7, असम में 4, हिमाचल प्रदेश में 5, मेघालय में 1 मौत हुई है।


राज्यवर आंकड़े



















































































































































































































































क्रमांकराज्य का नामकोरोना के कुल मामले (11 विदेशी नागरिक शामिल)
ठीक हुए/डिस्चार्ज हुएमौत
1अंडमान निकोबार33330
2आंध्र प्रदेश4080246668
3अरुणाचल प्रदेश3810
4असम16724134
5बिहार4390207725
6चंडीगढ़3012145
7छत्तीसगढ़6681882
8दिल्ली236459542606
9गोवा79570
10गुजरात18100122121122
11हरियाणा2954108923
12हिमाचल प्रदेश3591505
13जम्मू कश्मीर2857100734
14झारखंड7523215
15कर्नाटक4063151453
16केरल149465111
17लद्दाख90481
18मध्य प्रदेश85885445371
19महाराष्ट्र74860323292587
20मणिपुर118380
21मेघालय33131
22मिजोरम1410
23ओडिशा238814167
24पुद्दुचेरी82250
25पंजाब2376202947
26राजस्थान96526744209
27तमिलनाडु2587214316208
28तेलंगाना3020155699
29त्रिपुरा4681730
30उत्तराखंड10852828
31उत्तर प्रदेश87295176229
32पश्चिम बंगाल65082580345
भारत में कुल मरीजों की संख्या2169191041076075


कोरोना काल में PPE बना मुसीबत
कोरोना वॉरियर्स डरे हुए हैं, सहमे हुए हैं। मजबूरी में दिल्ली के AIIMS में नर्स यूनियन ने प्रदर्शन किया। डर की वजह कोरोना नहीं है बल्कि कोरोना से बचाने के लिए बने पीपीई किट हैं। कोरोना संकट में लोगों की जान बचाने वाले इन कोरोना वॉरियर्स को अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठना पड़ा।


एम्स में प्रदर्शन कर रहीं नर्सों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान उन्हें लगातार 6 घंटों तक पीपीई किट पहनकर काम करना पड़ता है। जिससे उनकी सेहत खराब हो रही है। किट पहनकर काम करने के दौरान उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नर्सों की मांग है कि उनकी ड्यूटी की अवधि 6 घंटे से घटाकर 4 घंटे की जाए और उनकी सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए। अपनी मांग को लेकर इन नर्सों ने अस्पताल प्रशासन को चिट्ठी भी लिखी जिसमें कहा कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।


104 ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी

लापरवाह 104 प्रधानों को डीएम ने जारी की नोटिस



 सद्दीक खान


हरदोई। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया है कि 30 नवम्बर 2018 को ग्रामों को खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया था। इसके उपरान्त छूटे हुए वंचित पात्र परिवारों के लाभार्थियो को एलओबी के अन्तर्गत आच्छाांदित किया गया था। पुनः अवशेष छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को एनओएलबी (नो वन लेफ्ट बिहाइन्ड) के अन्तर्गत चयनित करते हुए। सम्बन्धित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को शौचालय निर्माण हेतु धनराशि भी निर्गत की जा चुकी है। शासन द्वारा सर्वोच्च वरीयता के दृष्टिगत शौचालयों को मई 2020 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये थे।
उन्होने बताया कि जनपद में अभी तक 104 ग्राम प्रधानों द्वारा शौचालय पूर्ण कराने हेतु कोई प्रयास न करते हुए, निर्माण कार्य अभी भी शुरू नही कराया गया हैं। सम्बन्धित 104 ग्राम प्रधानों द्वारा पदीय दायित्वों का निवर्हन न करते हुए सौपे गये दायित्वों की अवहेलना की जा रही है। जिसके लिए 104 ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी किया गया है तथा ग्राम पंचायत में एनओएलबी के शौचालयों को 15 जून 2020 तक पूर्ण कराये जाने तथा अपना स्पष्टीकरण साक्ष्यों सहित एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है। निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण ने देने पर दोषी मानते हुए उ0प्र0 पंचायतराज अधिनियम की धारा 95(1)(छ) के अन्तर्गत सम्बन्धित ग्राम प्रधानों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी, जिसके जिम्मेदार स्वयं ग्राम प्रधान होंगे।



तस्करो-पुलिस में फायरिंग, एक अरेस्ट

संभल। अनलॉक-1 की शुरुआत होते ही संभल में पशु तस्कर सक्रिय हो गए, जहां मुखबिर की सूचना पर थाना हयातनगर पुलिस ने पशु तस्करों की बोलेरो कार को रोक लिया। जिसके बाद पशु तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और बोलेरो कार लेकर वहां से फरार । पुलिस ने तुरंत हयातनगर क्षेत्र के वबेना में बदमाशों की घेराबंदी की जिसके बाद दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू होने लगी।



वहीं जिले के मुख्यालय पर क्राइम मीटिंग ले रहा है। जिले के एसपी को जैसे ही सूचना लगी तो तुरंत पुलिस महकमे में खलबली मच गई और एएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जिसके बाद एक पशु तस्कर को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी राहुल भी घायल हो गया जिसके बाद घायल पशु तस्कर और पुलिसकर्मी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया वहीं पशु तस्कर के फरार दो साथियों की तलाश में पुलिस लगातार कॉम्बिंग कर रही है। पकड़े गए पशु तस्कर की पहचान मारूफ के नाम से हुई है ।

 सीताराम कुशवाहा


राज्य मंत्री के बोर्ड को लेकर विवाद

अमेठी। उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्यमंत्री सुरेश पासी के एक बोर्ड को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अमेठी में जगदीशपुर के जाफरगंज बाईपास पर लगाए द्वार पर उन्होंने महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने वाला बोर्ड लगाया। कांग्रेस एमएलसी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और अल्टीमेटम दिया। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने इस बोर्ड को तत्काल हटा दिया है। हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर मंत्री सुरेश पासी ने बुधवार को ही सोशल मीडिया पर लिखा कि भाई साहब मिस प्रिंट हो गया है सही हो जाएगा। 


सम्राट महाराणा प्रताप द्वार पर जगदीशपुर से विधायक सुरेश पासी ने एक बोर्ड लगवाया। इस बोर्ड पर उन्होंने लिखावाया, 'समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है।' उनकी इस लाइन पर विवाद हो गया। राजपूत समाज ने इसे आपत्तिजनक बताया और कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने विरोध दर्ज कराया।


दीपक सिंह ने कहा, 'गंदी विचारधारा वाले'
दीपक सिंह ने कहा, 'शौर्य पराक्रम वीरता की पहचान महाराणा प्रताप ने समय बलवान होने के कारण नहीं बल्कि स्वाभिमान के कारण घास की रोटी खाई थी। सुरेश पासी ने जो बोर्ड लगवाया उससे हमारे गौरवशाली इतिहास का अपमान हुआ है। यह बोर्ड उस विचारधारा की गंदी सोच है जिन्होंने लिखित माफी मांगकर अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार कर ली थी।'


जिला प्रशासन को लिखा पत्र
दीपक सिंह ने कहा कि मंत्री की विचारधारा उन लोगों के है जो अभी तक कांग्रेस के महापुरुषों का अपमान करती थी। अमेठी में कीचड़ से अनाज की बात कहकर अपमानित करती थी। अब उनकी विचारधारा इतना नीचे गिर गई है। महाराणा प्रताप का ऐसा अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा। कांग्रेस एमएलसी ने डीएम को अल्टीमेटम दिया कि अगर तत्काल इस बोर्ड को नहीं हटाया गया तो वह स्वंय जाकर इसे हटा देंगे।


खेत में किसान की पीट-पीटकर हत्या

औरैया। अछल्दा थाना क्षेत्र के ग्राम दलीपपुर में रात नौ बजे करीब खेत की रखवाली कर रहे किसान विजय की कुछ लोगो ने लाठी डंडों से पीट पीट कर हत्या कर दी। हत्या की सूचना से ग्रामीणों में दहशत है आए दिन किसानों पर हमले हो रहे हैं। खेत में गए किसान की निर्मम हत्या से ग्रामीणों में भय की लहर दौड़ रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हत्या के पीछे जुड़े कारण जानने के लिए गांव के लोगो से पुछताछ कर रही है।


दिल्ली की सीमाओं पर सख्त हुई पुलिस


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। हरियाणा में अनलॉक-1 का चौथा दिन है। दिल्ली से सटी हरियाणा की सीमाओं पर दिल्ली पुलिस की रोकटोक जारी है। दिल्ली पुलिस अब भी सिर्फ मूवमेंट पास और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को ही एंट्री दे रही है। प्रदेश में मरीजों की संख्या 3 हजार के पास पहुंच गई है। फरीदाबाद में बढ़ते मरीजों की वजह से 25 फीसदी बैड कोरोना के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं। इसी तरही होटलों को भी कोरोना केयर में तबदील किया जाएगा। मरीजों की देखभाल के लिए स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। यह फैसला फरीदाबाद के मंडलायुक्त संजय जून की समीक्षात्मक बैठक में लिया गया है।



बिना लक्षण वाले मरीजों का घर से किया जाएगा उपचार
फरीदाबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अगर अधिक होती है तो अस्पतालों में बेड की संख्या, अॉक्सीजन सिलेंडर का प्रबंध भी किया जाएगा। मरीज की अवस्था गंभीर होने पर ही उसे अस्पताल में दाखिल किया जाएगा। जिस मरीज में लक्षण नहीं हैं, उसे घर पर ही आइसोलेट किया जाएगा। उसे दवाई के साथ-साथ सावधानी बरतनी है।

दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर पर एक कार चालक को रोकते हुए पुलिसकर्मी। 

फरीदाबाद जिला प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों से की अपील
फरीदाबाद के आयुक्त यश गर्ग व उपायुक्त यशपाल ने कोरोना की लड़ाई में प्राइवेट अस्पतालों को भी आगे आकर अपनी हरसंभव तैयारी करने की अपील की है। उन्होंनेसभी अस्पताल अपने बेड और अन्य जरुरी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।

हरियाणा में मरीजों का आंकड़ा 2954 पहुंचा


  • फिलहाल प्रदेश में यूएसए से लौटे 21 लोगों, 14 इटली नागिरकों व 133 जमातियों को मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 2954 पर पहुंच गया है। इनमें सबसे ज्यादा गुरुग्राम में 1195, फरीदाबाद में 487, सोनीपत में 261, झज्जर में 103, रोहतक में 97, पलवल में 79, नूंह में 78, नारनौल में 70, अंबाला में 69, करनाल में 66, पानीपत में 65, हिसार में 61, सिरसा में 47, भिवानी में 45, कुरुक्षेत्र में 37, जींद में 32, कैथल में 30, पंचकूला में 27, फतेहाबाद में 25, रेवाड़ी में 23, चरखी-दादरी में 13 तथा यमुनानगर में 9 संक्रमित मरीज हैं।

  • वहीं 14 इटली नागरिकों सहित कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा 940 हो गया है। इनमें गुरुग्राम में 288, फरीदाबाद में 168, सोनीपत में 158, झज्जर में 92, नूंह में 66, पानीपत में 46,  अंबाला में 40, पलवल 44, पंचकूला में 26, जींद में 24, नारनौल में 21, कुरुक्षेत्र में 18,  करनाल में 16, सिरसा में 13,  यमुनानगर में 9, रोहतक में 10, भिवानी व फतेहाबाद में 7-7, कैथल 6, हिसार में 5,  रेवाड़ी में 4 तथा चरखी-दादरी में 1 मरीज ठीक होकर घर लौट चुका है।


गाजियाबाद डीएम का किया सम्मान

गाजियाबाद। जनपद  के कुशल जिलाधिकारी श्रीमान अजय शंकर पांडेय को कोरोना योद्धा के रूप में संयुक्त व्यापार मंडल गाजियाबाद द्वारा लाखों प्रवासी मजदूरों को अतिथि देवो भव के रुप में जनपद गाजियाबाद के नाम में वृद्धि करके उनके घरों को सुरक्षित भेजने तथा नोएडा दिल्ली मेरठ जैसे अति संक्रमित क्षेत्रों से घिरा होने के बावजूद कोरोना से जनपद को सुरक्षित रखने तथा कोरना संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य होने में वृद्धि कराने के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा कोरोना से बचने के लिए इम्यूनिटी में वृद्धि करने की होम्योपैथिक की दवाई संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा भेंट की गई। संयुक्त व्यापार मंडल ने जिलाधिकारी श्रीमान अजय शंकर पांडे को लंबी आयु की कामना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की । सदैव की तरह संयुक्त व्यापार मंडल ने अपने सहयोग की पेशकश की। इस अवसर पर जिला चेयरमैन संयुक्त व्यापार मंडल पंडित अशोक भारतीय , अमित कुमार वर्मा, राजेश वर्मा, महेंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।


याचिका पर सुनवाई के दौरान फैसला

जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान फैसला


तीनों राज्यों को समान नीति बनाने का निर्देश


नई दिल्ली। कोरोना संकट के कारण दिल्ली-एनसीआर की सीमाएं सील हैं और लोगों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की दिक्कत को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बुधवार को एनसीआर क्षेत्र के लिए कॉमन पास बनाने का निर्देश दिया है।


एनसीआर के लोगों की समस्याओं को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में आवाजाही के लिए एक कॉमन पोर्टल बनाया जाए। इसके लिए सभी स्टेक होल्डर मीटिंग करें और एनसीआर क्षेत्र के लिए कॉमन पास जारी करें, जिससे एक ही पास से पूरे एनसीआर में आवाजाही हो सके। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र में आवागमन के लिए एक सुसंगत नीति होनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि सभी राज्य इसके लिए एक समान नीति तैयार करे।एक हफ्ते के भीतर ये एक नीति तैयार हो। इसके लिए तीनो राज्यों की बैठक कराई जाए। सुनवाई के दौरान हरियाणा ने कहा कि हमने सभी प्रतिबंध हटा दिए हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वर्तमान हालात में एक नीति, एक रास्ता और एक पोर्टल बनाया जाए। वहीं केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वो इसके लिए केंद्र सरकार से निर्देश लेंगे ताकि एक समान नीति हो और लोगों को परेशानी ना हो।


कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा

दीपक अरोड़ा


रूड़की। किसानों की समस्या और अन्य मांगों को लेकर किसान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा। रुड़की में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन में जिला किसान कांग्रेस कमेटी रुड़की ग्रामीण के अध्यक्ष सेठ पाल परमार ने कहा राज्य किसान आज खस्ताहाल है। उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है गन्ना मिले किसानों का भुगतान नहीं कर रही है और इस कारण उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।और राज्य सरकार किसानों कीसमस्याओं पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुशील राठी के आह्वान पर राष्ट्रपति के नाम सौंपेे ज्ञापन में उन्होंने मांग की किसानों को कोरोना योयोद्धा घोषित किया जाए और बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से हुई फसलों का नुकसान का शत-प्रतिशत राज्य सरकार वहन करें। जिस प्रकार कंपनी एवं कर्मचारियों को बैंक में छूट दी गई है। उसी प्रकार किसानों को कर्ज में छूट दी जाए। मांग की कि उत्तराखंड व देशभर में किसानों को कर्जा मुक्त किया जाए।प्रदेश में गन्ना भुगतान तुरंत किया जाए किसानों की फसलों के दाम बढ़ती महंगाई के अनुसार बढ़ाई जाए। ज्ञापन में मांग की गई कोरोना काल में किसानों को रासायनिक खाद और उर्वरक मैं सब्सिडी प्रदान की जाए। सभी गांव में सैनिटाइजर रैमास्क निशुल्क बैठ जाएं और बिजली-पानी के बिल माफ किया जाए और डीजल में भी 50% छूट दिए जाने की मांग किसान कांग्रेस ने की। इस अवसर पर महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवं किसान कांग्रेस प्रवक्ता रश्मि चौधरी ने कहा भाजपा की सरकार में किसान बुरी तरह त्रस्त हैं किसानो की समस्याओं से सरकारें आंखे मूंदे बैठी है। कांग्रेस किसानों के साथ अन्याय नही होने देगी। इस अवसर पर ठाकुर वीरेंद्र सिंह, आदित्य राणा पूर्व प्रधान बृजपाल सिंह अल्लादिया उदय त्यागी सतेंद्र त्यागी मौजूद रहे।


सभरवाल ने मेरठ का कार्यभार संभाला

अकाशुं उपाध्याय


मेरठ/गाजियाबाद। मेरठ के नव आगंतुक अपर पुलिस महानिदेशक श्री राजीव सभरवाल के कार्यभार संभालते ही मेरठ के बदमाश थार्राने लगे मेरठ 3 जून को उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में शुमार मेरठ जोन के नव आगंतुक अपर पुलिस महानिदेशक श्री राजीव सभरवाल ने मेरठ का कार्यभार संभाला सभी से लगातार और अधिक मनोबल के साथ मेरठ जोन के सभी जनपद अपराधियों एवं अपराधों पर शिकंजा कसने में और अधिक कार्य कर रहे हैं ।ऐसा लगता है कि मेरठ जोन के सभी जनपदों में अपराधियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और सभी जनपद अपराधियों के विरुद्ध योजनाबद्ध ढंग से लग रहे हैं अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ श्री राजीव सभरवाल के कुशल मार्गदर्शन में आज सहारनपुर जनपद पुलिस एवं मुजफ्फरनगर जनपद पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो कुख्यात अपराधियों को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया इसके अलावा मेरठ जोन के सभी जनपदों में बड़ी तादाद में अपराधियों की गिरफ्तारियां की जा रही है ।


चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं और पैदल गस्त किए जा रहे हैं जिससे आम जनता में पुलिस के प्रति और अधिक अच्छा संदेश जा रहा है उम्मीद की जा रही है कि अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ श्री राजीव सभरवाल के कुशल मार्गदर्शन में पूरा मेरठ जोन के सभी जनपद अपने-अपने जनपदों में अपराध मुक्त और भय मुक्त वातावरण स्थापित करने में निश्चित रूप से सफल हो जाएंगे ।


दुनिया भर में 3.86 लाख से अधिक मौतें

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) से दुनिया भर में अब तक 64.98 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3.86 लाख से अधिक की मौत हो चुकी है।


अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस से दुनिया भर में अब तक 64,98,486 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,85,649 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इस वायरस से संक्रमित 27,06,352 मरीज ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में अमेरिका विश्व भर में पहले और ब्राजील दूसरे तथा रूस तीसरे स्थान पर है। दूसरी तरफ इस महामारी से हुई मौतों के आंकड़ों के हिसाब से अमेरिका पहले, ब्रिटेन दूसरे और इटली तीसरे क्रम पर है। भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 9304 नये मामले दर्ज किये गये हैं और अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,16,919 हो गई है। वही इस दौरान 260 लोगों की मृत्यु होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 6075 हो गई है। देश में इस समय कोरोना के 106,737 सक्रिय मामले हैं, जबकि 104,107 लोग इस महामारी से निजात पाने में कामयाब हुए हैं। विश्व की महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना महामारी से अब तक 1,851,520 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,07,175 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 584,016 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 32,548 लोगों की मौत हो चुकी है। रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 4,32,277 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 5,215 लोगों ने जान गंवाई है। ब्रिटेन में भी इस संक्रमण के कारण हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 2,79,856 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 39,728 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस महामारी ने बहुत कहर बरपाया है। यहां अब तक इसके कारण 33,601 लोगों की मौत हुई है और 2,33,836 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। स्पेन में अब तक 2,40,326 लोग संक्रमित हुए है जबकि 27,128 लोगों की मौत हो चुकी है।वैश्विक महामारी कोरोना के उद्गमस्थल चीन में अब तक 83,022 लोग संक्रमित हुए हैं और 4634 लोगों की मृत्यु हुई है। यूरोपीय देश फ्रांस और जर्मनी में भी इस जानलेवा विषाणु के कारण स्थिति काफी खराब है। फ्रांस में अब तक 1,88,450 लोग इससे संक्रमित हुए हैं और 29,021 लाेगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में कोरोना वायरस से 1,82,370 लोग संक्रमित हुए हैं और 8,551 लोगों की मौत हुई है। तुर्की में कोरोना से अब तक 1,66,422 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4,609 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में 1,60,696 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 8,012 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।मेक्सिको में 11729, बेल्जियम में 9522, कनाडा में 7498, नीदरलैंड में 5977, पेरू में 4897, स्वीडन में 4542, इक्वाडोर में 3486, स्विट्जरलैंड में 1920, आयरलैंड में 1659 और पुर्तगाल में 1447 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना से अब तक 80,463 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 1688 लोगों की मौत हो चुकी है।


हरियाणा में लगातार आ रहे पॉजिटिव केस

चार दिन से लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे पॉजिटिव केस


दादरी में हो चुकी है एक मौत


चंडीगढ़। हरियाणा के मैट्रो शहरों व कस्बों के बाद अब कोरोना की गावों में एंट्री हो गई है। पिछले चार दिन के भीतर ग्रामीण क्षेत्रों में भारी संख्या में कोरोना पॉजिटिव रोगी आ चुके हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अगर कोरोना इसी रफ्तार से फैलता रहा तो न केवल स्थिति अनियंत्रित होगी बल्कि इससे शहरी लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ेगा। लॉकडाउन फाइव के दौरान हरियाणा के लगभग सभी जिलों में दैनिक गतिविधियों का संचालन शुरू हो चुका है। ग्रामीणों की शहरी क्षेत्रों में तथा शहरी लोगों की पड़ोसी राज्यों में एंट्री समाान्य तौर पर हो रही है। हरियाणा में करीब साढे छह हजार गांव हैं। जिनमें से करीब पांच हजार गांव ऐसे हैं जहां के लोगों को अपनी दैनिक उपभोग की वस्तुओं के लिए शहरों में आना पड़ता है।


ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की एंट्री हरियाणा के लिए खतरनाक संकेत है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को भिवानी जिले गांव नाथूवास में तीन व तिगड़ाना गांव में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। भिवानी जिला में अब तक 20 से अधिक कोरोना पॉजिटिव ग्रामीण क्षेत्रों से आ चुके हैं। हरियाणा के दादरी जिला के चांगरोड, सावड़, छपार, ढाणी फौगाट, गांव भागवी,नीमली, पैंतावास खुर्द व खातीवास, घिकाड़ा आदि गांव कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।


79 लाख घरों तक पहुंची 'मेडिकल टीम'

लखनऊ। 3 जून को बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि 5 करोड लोगों की अब तक स्क्रीनिंग हो चुकी है। करीब 79 लाख घरों तक मेडिकल टीम पहुंची है। एक लाख मेडिकल टीमें कर रही हैं स्क्रीनिंग, आशा बहुओं को भी स्क्रीनिंग में लगाया गया है, ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई गई है निगरानी समिति, प्रवासियों के आने की जानकारी देने के मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश, प्रदेश में एक लाख 12 सौ 36 आइसोलेशन बेड उपलब्ध है, प्रदेश में 3 अस्पताल में 72934 बेड की व्यवस्था की, L 2 75 अस्पतालों में 16212 बेड, L3 के 25 अस्पतालों में 12090 बेड, संक्रमितों के लिए 2000 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। अब तक यूपी लौटे 30 लाख प्रवासी श्रमिक, यूपी में तेजी से बढ़ रहा है जांच का दायरा, रोज 10 हज़ार लोगों की हो रही है जांच। 15 जून से प्रतिदिन 15 हज़ार लोगो की जांच होगी, 30 जून से प्रतिदिन 20 हज़ार लोगों की होगी जांच, जो अस्वस्थ मिले उसे तुरंत भर्ती किया जाए।



  • जीत नारायण


चेतावनीः फसलों को होगा भारी नुकसान

लखनऊ । अम्फान के बाद अब निसर्ग तूफान का खतरा उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर सहित आसपास के जिलों इटावा, उन्नाव, फर्रूखाबाद, कन्नौज, चित्रकूट, जालौन, बांदा, महोबा, औरैया, उरई में मंडराने लगा है। तूफान को लेकर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए चेतावनी भी जारी की है।मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया कि निसर्ग तूफान मुंबई के समुद्री क्षेत्रों से बढ़कर 4 से 7 जून के बीच प्रदेश के मध्य व उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में असर डालेगा। इस दौरान कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।


आसपास के जिलों में भी छाए रहे काले बादल
साथ ही 30 मई की तरह फिर कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि संभावित है। ऐसे में मौसम विभाग ने किसानों को सतर्क रहने का कहा है। मंगलवार को सुबह से लेकर पूरे दिन बादलों के बीच हल्की धूप रही। इससे दिन का तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया । मौसम विभाग के अनुसार इस महीने आज के दिन का अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस निर्धारित है। जबकि 34 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 24.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।


बारिश से फसलों को होगा भारी नुकसान
स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक डॉ. नौशाद खान के अनुसार इस सप्ताह मध्य उत्तर प्रदेश के ब्लॉक व जिला स्तर पर हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 4 से 7 जून के बीच तेज बारिश की संभावना है। बता दें तीस मई को कानपुर और आसपास के जिलों में तेज आंधी और बारिश के साथ ओले गिरने से भारी तबाही मची थी। जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी। फसलें बर्बाद हो गई थीं।


कलेक्टर के कक्ष में रेप की वारदात

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पदस्थ एक कलेक्टर के खिलाफ पुलिस ने बलात्कार का अपराध दर्ज किया है। अपराध कायम करने के बाद पुलिस ने मामले में अपनी जांच शुरु कर दी है। जिस कलेक्टर के ऊपर आरोप लगा है उनका नाम जनक प्रसाद पाठक है। आरोप है कि जांजगीर चांपा में पदस्थ रहने के दौरान उन्होंने वहां एक महिला को उसके पति को नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया। आरोप है कि कलेक्टर ने इस वारदात को कलेक्टर कक्ष में ही अंजाम दिया।  घटना 15 मई की बताई जा रही है।


 कलेक्टर- जेपी पाठक


पीड़िता के मुताबिक वे एनजीओ के काम के सिलसिले में जांजगीर-चांपा में कलेक्टर के पद पर पदस्थ जनक प्रसाद पाठक से मिली थी। कलेक्टर ने उन्हें उनका काम करने का आश्वासन दिया था और उनका मोबाइल नंबर ले लिया। उसके नंबर पर कलेक्टर अश्लील मैसेज, वीडियो और फोटो इत्यादि भेजता था। पीड़िता का आरोप है कि कलेक्टर लगातार उसे बुलाते थे।  एक दिन वो उसे धमकी दिये कि अगर वो नहीं आएगी तो उसके पति को नौकरी से बर्खास्त कर देंगे।  घटना दिनांक वो कलेक्ट्रेट गई थी इस दौरान कलेक्टर उससे धक्का देते हुए अंदर कक्ष में ले जाकर बलात्कार किये। मामले में पीड़िता ने कलेक्टर द्वारा भेजे गए मैसेज के स्क्रीन शॉट भी पुलिस को शिकायत के साथ दिये हैं। पुलिस ने आरोपी कलेक्टर जेपी पाठक के खिलाफ धारा  376, 506, 509ख के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।


सीमा-विवाद में चीन ने पांव सिकौड़े

नई दिल्ली। लद्दाख में करीब एक महीने से चल रहे भारत चीन सीमा विवाद में अब चीन पस्त होता नजर आ रहा है। भारत के दबाव और कड़े रूख के चलते चीन अब एलएसी से पीछे हट गया है।

 

करीब एक महीने से लद्दाख इलाके में जारी सीमा विवाद के बीच पहली बार चीनी सैनिक पीछे हटे हैं। एक महीने से वास्तविक नियंत्रण रेखा यानि एलएसी पर आक्रामक रुख अपनाने वाली चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भारतीय सेना की सख्ती के आगे टिक नहीं सकी है। खास बात ये है कि चीनी सेना ने पिछले तीन-चार दिन से यहां कोई बड़ी हलचल नहीं की है। चीनी सेना एलएसी से करीब दो किलोमीटर पीछे हट गई है। माना जा रहा है कि भारत का चौतरफा दबाव चीन पर भारी पड़ रहा है। अब चीन भारत के आगे पस्त होता दिख रहा है। गौरतलब है कि 6 जून को भारत और चीन के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसरों की बैठक है। उससे ठीक पहले चीन का ये कदम सीमा विवाद निपटने की दिशा में सकारात्मक पहल माना जा रहा है। लद्दाख में पांच मई से ये विवाद चल रहा है।

हथनी की मौत, सरकार नहीं छोड़ेगी

नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी की मौत को लेकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गहरी संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि उसके मंत्री जावड़ेकर ने गुरुवार को यहां ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने केरल के मल्लपुरम में इस हथिनी की मृत्यु पर घटना को गंभीरता से लिया है और उसने इसकी जांच कराकर हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का फैसला किया है।


उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि पटाखों से किसी जानवर को मार दिया जाए। गौरतलब है कि इस हथिनी की मौत की जांच का निर्णय केरल सरकार ने लिया है और कल से अब तक सोशल मीडिया पर इस घटना की काफी निंदा हुई है और लोगों ने इसके दोषी लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने और कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।


रक्षासचिव भी वायरस की चपेट में आया



नई दिल्ली। देश के टॉप अफसरों में से  आ गए। जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सूत्रों के मुताबिक, रक्षा सचिव के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है और साउथ ब्लॉक को सैनिटाइज किया जा रहा है।




जानकारी के अनुसार, बुधवार को रक्षा सचिव अजय कुमार में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए हैं, जिसके बाद रक्षा मंत्रालय ने उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने को लेकर व्यापक अभियान चलाया गया। इस दौरान रायसीना हिल्स के साउथ ब्लॉक में मंत्रालय के मुख्यालय में कार्यरत कम से कम 35 अधिकारियों को घरों में ही पृथक-वास में भेज दिया गया है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया कि रक्षा सचिव में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है अथवा नहीं? वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले में टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया। हालांकि, सेना के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कुमार संक्रमित पाए गए हैं। कार्यालय नहीं आए राजनाथरक्षा सचिव अजय कुमार में कोरोना के लक्षण दिखाई देने के बाद एहतियातन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को कार्यालय नहीं आए। बता दें कि रक्षा मंत्री, रक्षा सचिव, सेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख के कार्यालय साउथ ब्लॉक के प्रथम तल पर हैं।


256 ट्रेन रद्द, प्रवासी मजदूरो को झटका

नई दिल्ली । श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से यात्रा करने का प्लान कर रहे प्रवासी मजदूरों और कामगारों के लिए बड़ा झटका लग सकता है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों ने श्रमिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है। रेलवे की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार तक 4040 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। वहीं राज्यों ने 256 ट्रेनों को रद्द कर दिया। ऐसा करने वालों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक एवं उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहे। आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र ने 1 मई से अब तक 105 ट्रेनें रद्द कीं। रेल मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र द्वारा ट्रेनें मांगने और उनका इस्तेमाल नहीं करने को लेकर बहुत मुखर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, गुजरात ने 47 ट्रेन, कर्नाटक ने 38 ट्रेन तथा उत्तर प्रदेश ने 30 ट्रेन रद्द कीं। वैसे सर्वाधिक ट्रेनें गुजरात से ही चलीं. अधिकारियों ने संकेत दिया कि ज्यादातर ट्रेनें, भेजने वाले और उनके गंतव्य वाले राज्यों के बीच तालमेल के अभाव के कारण रद्द हुईं।


किसकी गलती से रद्द हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें?


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा, ‘हम बिना उपयुक्त प्रोटोकॉल के ट्रेनें नहीं चला सकते। कई ऐसे मामले सामने आये जहां भेजने वाले राज्यों ने हमें ट्रेनों में सवार होने को तैयार यात्रियों की लिस्ट उपलब्ध नहीं कराई, इसलिए उन्हें रद्द करना पड़ा। दोनों तरह के राज्यों के बीच समन्वय के अभाव के कारण ट्रेनें रद्द हुईं। गृह मंत्रालय ने इसी बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए प्रोटोकॉल बदल दिया और इन सेवाओं के लिए, गंतव्य वाले राज्यों की सहमति खत्म कर दी। ऐसे में, आने वाली ट्रेनें अस्वीकार करने की संभावना खत्म हो गई। महाराष्ट्र के बाद गुजरात ने सबसे अधिक ट्रेनें रद्द कीं लेकिन उसने सर्वाधिक 1026 प्रवासी विशेष ट्रेनें भी चलाईं और 15.18 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया। इन श्रमिकों में 77 फीसदी उत्तर प्रदेश और बिहार गए। महाराष्ट्र ने 802 ट्रेनें चलवाई और वह गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर रहा।


दिल्ली सरकार ने भी नहीं की मांग


दिल्ली सरकार की तरफ से और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग नहीं किए जाने के आलोक में राष्ट्रीय राजधानी से इन ट्रेनों का परिचालन समाप्त कर दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘वर्तमान में दिल्ली सरकार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग नहीं प्राप्त हुई है। दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से कोई श्रमिक ट्रेन नहीं चल रही है।’ दिल्ली में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए रेलवे एक मई से अब तक 242 ट्रेन चला चुका है।


58 लाख प्रवासियों ने की यात्रा


बता दें कि भारतीय रेलवे ने 3 जून, 2020 की सुबह 10 बजे तक देश भर में 4197 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का परिचालन किया और 58 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया। सिर्फ मई में ही 50 लाख से ज्यादा लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया गया। श्रमिक स्पेशल के अलावा रेलवे द्वारा 12 मई से 15 जोड़ी विशेष राजधानी ट्रेनों और 1 जून, 2020 से 100 जोड़ी विशेष मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाया जा रहा है। ये 4,197 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से रवाना हुईं. शीर्ष 5 राज्य इस प्रकार हैं, जहां से सबसे ज्यादा ट्रेनें रवाना हुईं. गुजरात से 1026 ट्रेन, महाराष्ट्र से 802 ट्रेन, पंजाब से 416 ट्रेन, उत्तर प्रदेश से 294 ट्रेन और बिहार से 294 ट्रेन। सबसे ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार में पहुंचीं। शीर्ष पांच राज्य इस प्रकार हैं, जहां सबसे ज्यादा ट्रेनों की यात्रा समाप्त हुई, उत्तर प्रदेश में 1682 ट्रेन, बिहार में 1495 ट्रेन, झारखंड में 197 ट्रेन, ओडिशा में 187 ट्रेन, पश्चिम बंगाल में 156 ट्रेन।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 05, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-297 (साल-01)
2. शुक्रवार, जूूून 05, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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