रविवार, 25 अगस्त 2019

सिंधु विश्व विजेता,जीती वर्ल्ड चैंपियनशिप

सिंधु बनी विश्व विजेता ,जीता पखली बार "वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप"


बासेल। भारत में पहली बार स्टार शटलर पीवी सिंधु ने रविवार को वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को हरा दिया। सिंधु नेस्विट्जरलैंड के बासेल में हुआ खिताबी मुकाबला 21-7, 21-7 से 38 मिनट मेंअपने नाम कर लिया। वे इस टूर्नामेंट के 42 साल के इतिहास मेंचैम्पियन बनने वाली पहली भारतीय बन गईं। सिंधु 2018,2017 में रजतऔर 2013, 2014 में कांस्य पदक जीती थीं। इससे पहले भारतीय खिलाड़ियों में साइना नेहवाल 2015 के फाइनल में हार गई थीं। पुरुषों में 1983 में प्रकाश पादुकोण और इस साल बी साई प्रणीत कांस्य पदक जीते थे।ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी 2011 में महिला डबल्स में कांस्य जीती थी।


प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधु को बधाई दी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु को इस जीत पर बधाई दी। उन्होंनेकहा- आश्चर्यजनक रूप से प्रतिभाशाली पीवी सिंधु ने फिर भारत को गर्व महसूसस कराया। बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैम्पियशिप में गोल्ड जीतने के लिए उन्हें बधाई। जिस जुनून और लगन से वे बैडमिंटन खेलती हैं वो प्रेरणा देने वाला है। सिंधु की सफलता अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरणा देगी।


संस्था ने चलाया गड्ढा मुक्त सड़क अभियान

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बरसात से चारों तरफ जलजमाव की समस्या बनी हुई है ।जिससे जन जीवन प्रभावित हो रहा है। इसी के चलते दिल्ली सहारनपुर रोड स्थित बलराम नगर में जलजमाव की समस्या के कारण आवागमन मे जनता को बड़ी कठिनाइयों का  सामना करना पड रहा हैं । जनता की पीड़ा को देखते हुए मानव कल्याण सेवा संस्था और उनके सहयोगियों ने लोनी तिराहे से लेकर बलराम नगर तक के गड्ढे मुक्त करने के लिए जो अभियान चलाया है, सडक को गडे मुक्त करने का कार्य किया है। इस मौके पर रवि शर्मा, सुमित धामा, सुशील कुमार सोनू बंसल, मोनू कमांडो ,मनोज कौशिक, शंकर दयाल बृजेश चौधरी आदि लोग के द्वारा मुहिम में जुड़कर गड्ढा मुक्त अभियान में अपने तन-मन का योगदान दिया। इस मुहिम को आगे चलाने के लिए उन्होंने अपनी सहमति जताई। अभियान रोज गड्ढा मुक्त करने में और जोरदार तरीके से चलेगा। अभी तो शुरुआत है पूरा रोड अभी बाकी है। मैं आवाहन करता हूं लोनी की 15 लाख की आबादी में आओ इस मुहिम से जुड़ कर, इसमें अपना योगदान दें। गड्ढा मुक्त कर उन बहन भाइयों को जो इस रास्ते से गुजरते हैं। चोटिल होने से बचाएं और उन हादसों में जो गड्ढे दावत दे रहे हैं। उनका इंतजार ना करते हुए जल्दी से जल्दी इन्‍हे भरने का काम करें।


महात्मा गांधी का अनुसरण

मैन वर्सेज वाइल्ड में किरदार निभा कर मैं भारत ही नहीं, दुनिया भर के युवाओं के साथ जुड़ा। मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा। महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने का संकल्प।

रेडियों पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि डिस्कवरी चैनल के मैने वर्सेज वाइल्ड सीरियल में किरदार निभा कर मैं भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के युवाओं के साथ जुड़ा हंू। युवा अब मेरे फिटनेस के बारे में जानने को उत्सुक हैं। यह सब नियमित योग से संभव हुआ है। मुझ से पूछा जा रहा है कि मैं हिन्दी में बोल रहा तो सीरियल के हीरों बेयर ग्रिल्स को कैसे समझ रहा था, क्योंकि ग्रिल्स तो हिन्दी जानते नहीं हंैं। असल में इस कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल हुआ। ग्रिल्स के कान में मशीन लगी थी, जो मेरी हिन्दी भाषा का अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर रही थी। यही वजह थी कि हमें भाषा को लेकर कोई समस्या नहीं हुई। डिस्कवरी चैनेल वाले अब 165 देशों में उन्हीं की भाषा में मेरे इस सीरियल को प्रसारित कर रहे हैं, इससे भारतीय संस्कृति को समझने का अवसर मिलेगा। इस सीरियल के माध्यम से भारत की समृद्ध भाषा, पर्यावरण, वन आदि चीजों को भी समझा जा सकेगा। मोदी ने देशवासियों से भी अपील की है कि नार्थ ईस्ट में पर्यटन के लिए जाएं। मन की बात में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कई बार उल्लेख किया। उन्होंने देशवासियों से महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। गांधी जी ने स्वच्छता की जो सीख दी, आज उसकी सख्त जरूरत है। इसलिए हमने प्लास्टिक मुक्त भारत का संकल्प लिया है। 11 सितम्बर से स्वच्छता ही सेवा है का अभियान चलाया जाएगा। महात्मा गांधी के 175वीं जयंती वर्ष में हमें उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। मोदी ने कहा कि 29 अगस्त को खेल दिवस के मौके पर फिट इंडिया अभियान की भी शुरुआत की जाएगी। मेरा प्रयास होगा कि इससे आम व्यक्ति को जोडू। फिट इंडिया जैसे अभियान सोशल मीडिया पर धूम मचा देंगे। मैं स्वयं भी लोगों से संवाद करूंगा। 
एस.पी.मित्तल


निगम का जल शक्ति एवं स्वच्छता अभियान

पार्षद ज्ञान सारस्वत और महेन्द्र मित्तल के प्रयासों से अजमेर में बांडी नदी के किनारे पौधा रोपण। नगर निगम का जल शक्ति एवं स्वच्छता अभियान। नदी की दीवार ऊंची करने की मांग।

अजमेर। नगर निगम के जल शक्ति एवं स्वच्छता अभियान के अंतर्गत हरिभाऊ उपाध्याय नगर मुख्य बी ब्लॉक (राधा विहार) आवासी कॉलोनी से गुजर रही बांडी नदी के किनारे क्षेत्रीय पार्षद ज्ञान सारस्वत और महेन्द्र मित्तल के प्रयासों से पौधा रोपण हुआ। पार्षद सारस्वत ने बताया कि नदी कि किनारे कोई 800 मीटर में सीमेंट के पोल लगाकर तारबंदी करवाई गई, ताकि पौधे, पेड़ बनने तक सुरक्षित रहें। नदी के किनारे पेड़ लगाने से प्राकृतिक सौंदर्य भी निरखेगा। तारबंदी का खर्चा भामाशाहों के द्वारा वहन किया गया है। इस पर कोई पचास हजार रुपए की राशि खर्च हुई है। पार्षद मित्तल ने उम्मीद जताई कि अब कॉलोनीवसी पौधों को संरक्षित करेंगे। इस मौके पर नगर निगम के सहायक अभियंता लक्ष्मीनारायण शर्मा, कनिष्ठ अभियंता अनिल मेहरा और योगेन्द्र सिंह शेखावत ने जल शक्ति और स्वच्छता की शपथ दिलवाई। वार्ड संख्या एक और तीन में भामाशाहों के सहयोग से करीब एक हजार पेड़ लगाए जा रहे हैं। पार्षद सारस्वत ने बताया कि ये पेड़ हमारी धार्मिक मान्यताओं से भी जुड़े हुए हैं। कदम, गूलर, काली सरस, अर्जुन, जरखंडी, पारस पीपल किस्म के पेड़ लगाए हैं। जहां तारबंदी नहीं है, वहां ट्री गार्ड लगाए हैं। पौधारोपण के लिए मोबाइल नम्बर 8058796562 पर पार्षद ज्ञान सारस्वत तथा 9414008210 पर महेन्द्र मित्तल को बधाई दी जा सकती है। 
नदी की दीवार ऊंची की जाए:
राधा विहार विकास समिति के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल और महासचिव अरविंद गर्ग ने इस अवसर पर क्षेत्रीय पार्षदों से आग्रह किया है कि बांडी नदी की दीवार को ऊंचा किया जाए, ताकि पानी उफन कर कॉलोनी में न आए। दीवार को ऊंचा करने की मांग वर्षों से की जा रही है। अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे शिवशंकर हेड़ा ने भरोसा दिलाया था कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में दीवार को ऊंचा करवा दिया जाएगा। लेकिन हेड़ा की यह घोषणा धरी रह गई। पार्षद सारस्वत और मित्तल ने कहा कि वे प्राधिकरण के अधिकारियों से संवाद कर दीवार को ऊंचा करवाएंगे। पौधा रोपण के मौके पर कॉलोनी के प्रबुद्ध नागरिक उमेश चौरसिया, देवेन्द्र मित्तल, कमलेश गोयल, गजानंद गर्ग, भगवती प्रसाद, मुकेश गोयल, अमित जैन के साथ साथ बड़ी संख्या में मातृ शक्ति भी मौजूद रहीं। कांग्रेस के पूर्व पार्षद शैलेन्द्र अग्रवाल समारोह में खास तौर से उपस्थित रहे। 
एस.पी.मित्तल


तिरंगे का साम्राज्य (संपादकीय)

जम्मू-कश्मीर की सरकारी इमारतों पर तिरंगा लहरना शुरू।
दूसरे झंडे का इतिहास खत्म। मस्जिदों से अब इबादत की आवाजें। 
अरुण जेटली ने पहले की कहा था ऐतिहासिक होगा कार्यकाल-गर्वनर मलिक।
देश के इतिहास में 25 अगस्त का दिन भी स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। 25 अगस्त से ही जम्मू-कश्मीर की किसी सरकारी इमारत पर प्रांतीय झंडा नहीं लहरेगा। आगामी 15 दिनों में सभी सरकारी इमारतों से प्रांतीय झंडा उतार कर भारत का तिरंगा झंडा लहरा दिया जाएगा। 25 अगस्त को श्रीनगर स्थित सचिवालय की इमारत से प्रांतीय झंडा उतारकर तिरंगा झंडा लहर दिया गया है। असल में सरकारी इमारतों पर दोनों झंडों का प्रावधान किया गया था, लेकिन अलगाववादियों, आतंकियों और महबूबा, उमर जैसे नेताओं के डर की वजह से सिर्फ प्रांतीय झंडा ही लहराया जाता रहा। बल्कि आतंकी तो सरेआम तिरंगे को जलाकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते थे। लेकिन 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने और केन्द्र शासित प्रदेश बनाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह भारतीय कानून लागू हो गया है। अब जम्मू-कश्मीर के झंडे का इतिहास भी खत्म हो गया है। असल में 1952 में शेख अब्दुल्ला से समझौता करते हुए केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अलग झंडे की मांग स्वीकार की थी। तब लाल रंग पर तीन सफेद लकीर और हल जैसा नजर आने वाला प्रतीक चिन्ह बनाया गया। इस झंडे के अधीन जम्मू, कश्मीर और लद्दाख आते हैं, इसलिए तीन लकीर बनाई गई। समझौते के मुताबिक ही सरकारी इमारतों पर तिरंगे झंडे के साथ-साथ प्रांतीय झंडा भी अनिवार्य किया गया। यहां तक मंत्रियों, अफसरों आदि के चैम्बर में प्रांतीय झंडा रखना अनिवार्य किया गया। 2015 में जब भाजपा ने पीडीपी के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई, तब भाजपा ने मंत्रियों ने अपने कक्ष में प्रांतीय झंडा रखने से साफ इंकार कर दिया, लेकिन तब के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने सरकारी आदेश निकाल कर सभी मंत्रियों को प्रांतीय झंडा अपने कक्ष में लगाने के लिए पाबंद किया। हालांकि बाद में विरोध के चलते सईद को यह आदेश वापस लेना पड़ा। लेकिन सईद के निधन के बाद जब उनकी पुत्री महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री बनी तो कहा कि यदि अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ की गई तो कश्मीर में तिरंगे को कांधा देने वाला नहीं मिलेगा। 25 अगस्त को लाल रंग वाला प्रांतीय झंडा दफन हो गया और सचिवालय की इमारत पर अकेला तिरंगा ही लहर रहा है। अब दो निशान दो संविधान की बात भी जम्मू-कश्मीर से समाप्त हो गई है। 
मस्जिदों से अब इबादत की आवाजें:
अनुच्छेद 370 के प्रभावी रहने तक कश्मीर घाटी की जिन मस्जिदों से जेहाद के ऐलान भडकाऊ बयान की आवाजें आती थीं, उन्हीं मस्जिदों से अब इबादत और दुआ की आवाजें आ रही हैं। कोई शरारती तत्व यदि मस्जिद का दुरुपयोग करने की कोशिश करता है तो मस्जिद से जुड़े लोग ही विरोध करने लगते हैं। अब मस्जिदों में सुकून के साथ नमाज पढ़ी जा रही है और शांति बनाए रखने की अपीलें भी हो रही हैं। हालांकि घाटी में अभी भी अनेक पाबंदियां लगी हुई है, लेकिन हालात लगातार सामान्य हो रहे हैं। 
तो अरुण जेटली को सब पता था :
नरेन्द्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने पर जम्मू-कश्मीर में क्या बदलाव होगा, इसके बारे में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को सब पता था। जेटली का 67 वर्ष की उम्र में 24 अगस्त को निधन हुआ। जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि वे जम्मू-कश्मीर का गर्वनर बनने के इच्छुक नहीं थे, इसलिए जब उन्हें जम्मू-कश्मीर का गर्वनर नियुक्त किए जाने पर विचार हो रहा था तब वे जेटली के पास गए, ताकि जम्मू-कश्मीर की नियुक्ति को टाल सके। लेकिन तब जेटली ने कहा कि आपका जम्मू-कश्मीर का कार्यकाल ऐतिहासिक रहेगा। मालूम हो कि मलिक की नियुक्ति के बाद ही 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाने का निर्णय लिया गया। 
एस.पी.मित्तल


गन्ना भुगतान को लेकर 'भाकियू' का धरना

पुलिस की मुस्तैदी एवं तत्परता के चलते भारतीय किसान यूनियन का धौलरा में धरना प्रदर्शन शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न, सौंपा ज्ञापन


भारतीय किसान यूनियन ने अपना ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी फुगाना सिद्धार्थ सिंह तोमर व थाना प्रभारी तितावी डी के त्यागी को सौंपा


तस्लीम बेनकाब


मुजफ्फरनगर। थाना तितावी क्षेत्र के ग्राम धौलरा में आज भारतीय किसान यूनियन का धरना आयोजित। धरने में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंचे। साथ ही यूनियन से जुड़े कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भी रहे।इसमें भारतीय किसान यूनियन की तरफ से अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन पुलिस प्रशासन को सौंपा गया। इनमें मुख्य रूप से निम्न मांगे थी जनपद के समस्त शुगर मिलों पर बकाया भुगतान शीघ्र करें, आगामी सत्र 2019/20 गन्ना मील  समय से चले व पर्चियों का वितरण सही हो, विद्युत विभाग द्वारा कम बकायेदारों पर मुकदमा लगाए जा रहे हैं गन्ना भुगतान तक उन पर अंकुश लगे तो वही मांग करते हुए बिजली के रेट प्रदेश सरकार कम करें और तितावी शुगर मिल व अन्य फैक्ट्रियों जल व वायु प्रदूषण फैला रही हैं उनका समाधान हो। जनपद मुजफ्फरनगर के लगभग 20 गांव समिति गन्ना शामली जनपद से हटाकर मुझे जनपद मुजफ्फरनगर की तितावी समिति में शामिल करें आदि मांगे भारतीय किसान यूनियन ने अपना ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी फुगाना सिद्धार्थ सिंह तोमर व थाना प्रभारी तितावी डी के त्यागी को सौंपा।


इस अवसर पर सी ओ फुगाना व तितावी थानाप्रभारी डी के त्यागी ने कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाए रखी तथा यूनियन के नेताओं के साथ बेहतर समन्वय स्थापित रखा।लिहाजा धरना बहुत ही शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।सीओ फुगाना सिद्धार्थ सिंह तोमर व डी के त्यागी ने यूनियन की सभी बातों को सुना गया तथा ज्ञापन ग्रहण किया गया।


उत्तर-प्रदेश पुलिस ने किया सराहनीय कार्य

बदायूँ । पुलिस का एक बहुत ही सराहनीय कार्य सामने आया।बदायूँ डायल 100 का यह कार्य पुलिस को और सम्मान के लायक बनाता है । यह सूचना मिली कि बदायूँ पुलिस लाइन के निकट नाले में किसी ने एक नवजात बच्ची को फेक दिया था,जिसकी सूचना यूपी100 ऑफिस  में बैठे पुलिसकर्मियों को मिली,सूचना मिलते ही आरक्षी ऋषिपाल,आरक्षी श्रीनिवास,आरक्षी आदित्य कुमार,उपनिरीक्षक संतोष कुमार ,उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह मौके पर पहुँचे,और देखा बच्ची जीवित है,अपने हाथ पैर चला रही है,आरक्षी ऋषिपाल तुरंत नाले में उतर गए और बच्ची को सकुशल बाहर निकाल कर ले आये।बच्ची नाल से जुड़ी हुई थी,बच्ची को नाले से निकाल कर यूपी100 की पीआरवी1275 को बुलाकर तत्काल  जिला अस्पताल बदायूँ लेकर गए।जहाँ बच्ची का नाल अलग कर जरूरी उपचार दिया गया।बच्ची को आरक्षी श्रीनिवास और उनकी पत्नी के द्वारा गोद ले लिया गया है।


अज्ञात व्यक्ति का सड़ा गला शव बरामद

महराजगंज। स्थानीय नगर के गोल्डेन पिक्चर पैलेस के पीछे नहर बाईपास पर एक अज्ञात व्यक्ति की सड़ी हालत में लाश मिली है, मौके पर पहुँची पुलिस कार्यवाही में जुट गयी है।
बताया जाता है कि सिसवा नगर के पूरब गोल्डेन पिक्चर पैलेस की पीछे बाईपास नहर की पश्चिम पटरी पर आज शनिवार की दोपहर एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली, लाश पूरी तरह सड़ चुकी थी, हाफ लोवर व पाकेट वाली सिलाई वाली बण्डी पहने हुए हैं, पैर में चमड़े जैसा जूता पहने हुए हैं और सिर के नीचे चेकदार लुंगी पड़ा था।
नहर की पूरब पटरी से लोगो का आवागमन होता है लेकिन पश्चिम पटरी पूरी तरह झाड़ियो से ढकी हुई है और यह लाश झाड़ियो के बीच पड़ी थी, यह लाश हफ्ते भर पहले की लग रही है क्यों कि पूरी तरह सड़ चुकी है।
मामले की जानकारी मिलते ही कोठीभार थानाध्यक्ष रामदवन मौर्या, सिसवा पुलिस चौकी प्रभारी महेंद्र यादव मय पुलिस मौके पर पहुँच कर कार्यवाही में जुट गये।


अब सीएम योगी से मिलना हुआ आसान

अब सीएम योगी से मिलना हुआ आसान,


लखनऊ। मुख्यमंत्री के सचिव मृत्युंजय कुमार नारायण केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं, जबकि कई अन्य अधिकारी डीएम या अन्य विभागों में स्थानांतरित हो चुके हैं। इससे जनप्रतिनिधियों को सीएम से मिलने में दिक्कतें हो रही थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो सचिव और एक विशेष सचिव की विदाई के बाद नए सिरे से अपने कार्यालय के लिए दिवस प्रभारी नामित किए हैं।प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल पहले की तरह मंगलवार को जनप्रतिनिधियों और मुलाकातियों से मिलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। 


कार्यरत अधिकारियों को ही दिवस अधिकारी के रूप में नामित कर दिया गया है।


नई ड्यूटी के मुताबिक नितीश कुमार विशेष सचिव, सोमवार, एसपी गोयल प्रमुख सचिव सीएम, मंगलवार, सुभ्रांत शुक्ला, विशेष सचिव सीएम, बुधवार, विशाख जी. विशेष सचिव सीएम बृहस्पतिवार और अमित सिंह विशेष सचिव सीएम शुक्रवार को सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि या सामान्य लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनकर उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाएंगे।


अल्पसंख्यक मंत्रालय कराएगा कश्मीर दौरा

नई दिल्ली। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद उनके मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम इस सप्ताह कश्मीर घाटी का दो दिवसीय दौरा कर उन इलाकों की पहचान करेगी जहां अल्पसंख्यकों से जुड़ी केंद्रीय योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाना है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष के जो लोग राजनीतिक पूर्वाग्रह के चलते 370 से जुड़े कदम का विरोध कर रहे हैं वो भी भविष्य में इसका समर्थन करेंगे। नकवी ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम 27-28 अगस्त को कश्मीर जा रही है। वह राज्य में सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास की संभावनाओं को देखेगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह टीम बाद में जम्मू और लद्दाख का भी दौरा करेगी। इस टीम में मंत्रालय के सचिव, संयुक्त सचिव और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।


पत्रकार के साथ मारपीट,मुख्यमंत्री को ज्ञापन

कवरेज के लिए गए पत्रकार से गंगनहर कोतवाली के एसएसआई और अन्य पुलिस कर्मियों ने की जमकर मारपीट


विकास


रूड़की। कवरेज के लिए गए पत्रकार से गंगनहर कोतवाली के एसएसआई और अन्य पुलिस कर्मियों ने जमकर मारपीट कर डाली। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर रूड़की के पत्रकारों ने जेएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। वहीं हरिद्वार एसएसपी ने दो दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट कोतवाली प्रभारी से मांगी है।


घटना शुक्रवार रात करीब 11 बजे की है। जब रुड़की में एक चैनल के पत्रकार को किसी घटना के सम्बंध में फोन आया। फोन आने के बाद पत्रकार कवरेज के लिए मौके पर पहुँचे वहीं सूचना देने वाले ने इससे पहले पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी दी थी। पत्रकार के मौके पर पहुंचते ही पुलिस की जीप भी मौके पर पहुंच गई। गाड़ी में एसएसआई रणजीत तोमर, एसआई संजीव ममगाईं के अलावा तीन कॉन्स्टेबल सवार थे। पत्रकार के अनुसार मौके पर पहुंचते ही एसएसआई ने फोन करने वाले के बारे में पूछा और जिस युवक ने फोन किया था उसे गाड़ी में बिठाकर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान एसएसआई ने पत्रकार को मौके से जाने के लिए कहा पत्रकार अपनी बाईक पर सवार होकर अपने घर की ओर चल दिया। लेकिन इतने में एसएसआई ने पत्रकार को बुलाया औऱ गाड़ी में बिठाकर मारपीट शुरू कर दी। पत्रकार के अनुसार कोतवाली लाकर उससे मारपीट की और पत्रकारों के बारे में।अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी पुलिस ने किया। पुलिस कर्मियों ने फट्टे से मारपीट करने के साथ एसएसआई ने पत्रकार के सर में दांतो से भी काटा। अब पत्रकारों ने इस मामले की शिकायत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री से की है। साथ ही डीजी लॉ एन ऑर्डर अशोक कुमार और एसएसपी अबुदई को भी मामले से अवगत करवाया है। कोतवाली गंगनहर में तहरीर देकर सम्बंधित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग पत्रकारों ने की। वही इस दौरान मौके पर पहुंचे झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि घटना निंदनीय है पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह स्वयं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तक जाएंगे। ज्ञापन सौंपने वालो में अंकित गर्ग, तहसीन, मनोज अग्रवाल, अरशद, सचिन गोस्वामी, मोनू शर्मा, दीपक अरोड़ा, सुभाष सक्सेना, मुकेश रावत, योगराज पाल, प्रिंस शर्मा, सलमान मलिक, सन्दीप रोड, सुनील पटेल, इशरार मिर्जा, राहुल सक्सेना, विकास गुलाटी, विशाल यादव, मिक्की जैदी, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।


भीम आर्मी ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

चंद्रशेखर की गिरफ्तारी पर दलितों में उबाल


देवबंद में भीम आर्मी ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी


 
गुरजोत सेठी। 
देवबंद। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद व राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह समेत 96 कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के विरोध में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन उपरांत राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की शीघ्र रिहाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई। भीम आर्मी के मंडल अध्यक्ष दीपक बौद्ध व विधानसभा अध्यक्ष शौर्य अंबेडकर के नेतृत्व में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां प्रदर्शन उपरांत राष्ट्रपति को संबोधित 4 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम राकेश कुमार को सौंपा। जिसमें बताया कि दिल्ली तुगलकाबाद में संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के मंदिर को तोड़े जाने के विरोध में 21 अगस्त को रामलीला मैदान में दलित समाज, रविदास समाज और संत समाज के लोगों ने संविधान के दायरे में भीम आर्मी एकता मिशन के नेतृत्व में शांतिपूर्ण जनांदोलन किया था। परंतु केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली सरकार ने आंदोलन को दबाने के उद्देश्य से भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद व राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह समेत 96 कार्यकर्ताओं को गैर कानूनी रूप से गिरफ्तार करा लिया। उन लोगों पर गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए गए, जो बेहद निंदनीय है। प्रदर्शनकारियों में राहुल, नवनीत, पवन, सोमपाल, आशु, अविनाश आदि मौजूद रहे।


देवबंद:दारुल उलूम पुस्तकालय पर संकट

गुरजोत सेठी। 
देवबंद। बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने कहा कि दारूल उलूम में विशाल पुस्तकालय असंवैधानिक तरीके से बनाया बनाया गया है, क्योंकि दारूल उलूम द्वारा पुस्तकालय बनाने से पूर्व प्रशासन से कोई स्वीकृति नहीं ली गई। शनिवार को विकास त्यागी ने जारी बयान में कहा कि पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने प्रशासन को जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें पुस्तकालय के विशाल भवन को मानकों के विपरीत बनाना बताया है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय की छत पर हैलीपैड बनाने की भी योजना है, लेकिन संस्था द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है। प्रांत संयोजक ने शासन प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस संबंध में नोटिस जारी न किया जाए, क्योंकि नोटिस का जवाब यह गुमराह करने वाला ही देंगे। बल्कि पुस्तकालय को ढहाए जाने के आदेश पारित किए जाएं, क्योंकि जिस स्थान पर पुस्तकालय बनाया जा रहा है वह भूमि दारूल उलूम की नहीं है। वहीं, दारूल उलूम के जिम्मेदारों का कहना है कि पुस्तकालय वाली जगह संस्था की है। उन्होंने प्रशासन से दारूल उलूम की भूमि, भवन व इमारतों की स्वीकृति व मानचित्रों की जांच कराने की मांग की है। इस संबंध में वह जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराएंगे। डीएम आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग की रिपोर्ट के बाद दारूल उलूम से जवाब मांगा जाएगा।


प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी

नई दिल्ली। पाकिस्तान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की धमकी मिली है। चांदनी चौक जिले के भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष राजन धीमान के मोबाइल पर किसी ने व्हाट्सएप कॉल व मैसेज कर धमकी दी। मैसेज में लिखा है कि जल्द ही पीएम मोदी पर बड़ा हमला होगा। राजन ने मामले की सूचना सराय रोहिल्ला थाना पुलिस को दे दी। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल समेत तमाम खुफिया एजेंसियां इसकी जांच कर रही है।


पुलिस के मुताबिक, राजन धीमान चांदनी चौक जिले से भाजपा के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। राजन की पत्नी शास्त्री नगर से भाजपा की निगम पार्षद के अलावा सदर-पहाड़गंज जोन की चेयरमैन भी रह चुकी हैं। पुलिस को दी शिकायत में राजन ने बताया कि बुधवार दोपहर वह अपने दफ्तर में थे।इस बीच उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप मैसेज आया। उन्होंने मैसेज नहीं देखा तो वीडियो और ऑडियो कॉल आने लगी। व्यस्त होने के कारण राजन ने उस नंबर पर कुछ देर में बात करने के लिए लिख दिया। इसके बाद लगातार  कॉल आती रही। कुछ देर बाद उन्होंने मोबाइल पर व्हाट्सएप मैसेज देखा तो उनके होश उड़ गए।


मैसेज में प्रधानमंत्री मोदी को मारने और उन पर बड़ा हमला करने की बात लिखी थी। इसके बाद कई मैसेज आए, जिनमें लिखा था कि जम्मू कश्मीर और खालिस्तान को जल्द आजाद कर दो। इसके अलावा भारत के छह टुकड़े होने की बात भी लिखी थी। मैसेज भेजने वाले ने अपने फोन नंबर स्टेट्स पर पाकिस्तान नॉर्दन लाइफ इंफेंट्री आर्मी लिखा हुआ था। स्टेट्स पर एके-47 की फोटो भी अपलोड थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में नंबर को पाकिस्तान का बताया जा रहा है।


अब मुरली मनोहर जोशी की बिगड़ी तबीयत

कानपुर। भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी की तबीयत अचानक खराब हो गई है। उन्हें कानपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।दरअसल भाजपा में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से भाजपा में गम का माहौल है। ऐसे में मुरली मनोहर का तबीयत का खराब होना बीजेपी के लिए बुरी खबर है।


मुरली मनोहर जोशी 85 साल के हैं। वे किसी काम के सिलसिले में कानपुर गए थे। जहां उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। भाजपा के संस्थापक सदस्यों और अध्यक्ष रह चुके डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी पार्टी के सबसे वरिष्ठ और कद्दावर नेता है। 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी की ओर से टिकट नहीं दिया गया था। मुरली मनोहर जोशी भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं। उनकी तबीयत किस वजह से बिगड़ी है इसके बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है।


फ्रांस:इवेंट पूर्ण करने वाले पहले भारतीय

फ्रांस की सबसे पुराने साइकिलिंग इवेंट को पूरा करने वाले पहले भारतीय सर्विंग जनरल बने अनिल पुरी


पेरिस। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी फ्रांस की सबसे पुराने साइकिलिंग इवेंट को पूरा करने वाले भारतीय सेना के पहले जनरल बन गए हैं, जिन्होंने पद पर रहते हुए इस इवेंट में हिस्सा लिया है। इस इवेंट में उन्होंने 1,200 किलोमीटर के पेरिस-ब्रेस्ट-पेरिस सर्किट को पूरा किया। 56 साल के अधिकारी ने बिना नींद लिए लगातार 90 घंटे तक साइकिल चलाकर 23 अगस्त को यह सर्किट पूरा किया।रेस पेरिस के उपनगर रामबॉलेट से शुरूहुई और फ्रांस के ब्रेस्ट मिलेट्री पोर्ट पर समाप्त हुई। साल 1931 में शुरू हुए इस इवेंट में अब तक 31 हजार 125 साइकिल सवार हिस्सा ले चुके हैं। इस इवेंट में 60 देशों के कुल 6,500 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था। भारत से इस इवेंट में शामिल हुए 367 प्रतिभागियों में से महज 80 ही सफलतापूर्वक इसे पूरा कर सके।


यह सर्किट काफी मुश्किल भरा होता है। इसमें प्रतिभागियों को चार दिनों तक बिना सोए करीब 31 हजार फीट की ऊंचाई पर चढ़ना होता है, जो माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बराबर है। लेफ्टिनेंट पुरी ने कहा कि यह बहुत ही रोमांचक अनुभव था। इंसानी दिमाग बहुत ही खूबसूरत मशीन है, जिसे उत्साहित बनाए रखने की जरूरत होती है। यह उत्साह बदलाव से आता है।पुरी ने कहा कि अपने दिमाग को उत्तेजित रखने के लिए हर तीन से पांच साल में हमें अपने शौक को बदलते रहना चाहिए। इस इवेंट का अनुभव विनम्र था क्योंकि यह आपको सिखाता है कि प्रकृति पर कभी विजय प्राप्त नहीं की जा सकती है। प्रतिभागियों को चरम मौसमी परिस्थिति का सामना करना होता है।


वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत काफी मजबूत

नई दिल्ली। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगा में चल रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन मुकाबले में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने दूसरी पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन  बना लिए हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली 51 और अजिंक्य रहाणे 53 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं। टीम इंडिया को इस समय पहली पारी के आधार पर 260 रन की बढ़त मिल गई है। हालांकि दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत काफी निराशजनक रही थी।


टी ब्रेक तक भारत ने 98 रन पर तीन विकेट मयंक अग्रवाल (16), राहुल (38), पुजारा (25) गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद कोहली और रहाणे ने मोर्चा संभालते हुए मजबूत बढ़त हासिल कर ली है। कोहली और रहाणे के बीच 104 रन की साझेदारी हो गई है। वेस्टइंडीज के लिए रोस्टन ने 42 रन देकर दो विकेट चटकाए जबकि 1 विकेट कीमार रोच को मिला। इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान कैरेबियाई टीम की पहली पारी को 222 रनों पर समेट दिया और पहली पारी के आधार पर भारत ने 75 रन की बढ़त हासिल कर ली थी।


विमान गिरा समुंद्र में ,बनाई वीडियो

नई दिल्ली। अमेरिका में हुए एक विमान हादसे की अनोखी घटना सामने आई है। दरअसल यहां एक विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया। इस विमान के पायलट ने तभी विमान की विंग पर खड़े होकर इसका वीडियो बनाया। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये घटना अमेरिका के उत्तरी कैलिफोर्निया की है। यहां तटीय क्षेत्र हॉफ मून बे में एक छोटा एयरक्राफ्ट बीई-36 दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में गिर गया था। विमान में पायलट डेविड लेश और उनकी एक दोस्त कायला सवार थीं। हालांकि ये दोनों हादसे में बच गए। जानकारी के मुताबिक विमान के गिरने से पहले दोनों समुद्र में कूद गए थे। इन्हें करीब 30 मिनट बाद कोस्टगार्ड के अधिकारियों ने हेलिकॉप्टर की मदद से बाहर निकाला।


जम्‍मू-कश्मीर:कई स्थानों पर हालात सामान्य

नई दिल्ली। कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में पाबंदियां हटा ली गईं। हालात नियंत्रण में देख प्रशासन ने पाबंदियां हटा ली हैं। घाटी में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी दावा किया है कि कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। फोन, मोबाइल और इंटरनेट पर फिलहाल पाबंदियां हैं, जिन्हें सरकार जल्द हटाएगी। जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दिन के वक्त घाटी के 69 और जम्मू के 81 थाना क्षेत्रों में कोई प्रतिबंध नहीं है। सरकार का दावा है कि 17 अगस्त से घटनाओं में लगातार गिरावट आई है। जम्मू कश्मीर में जिन इलाकों में सुरक्षा में ढील दी गई है वहां फोन सेवा तेजी से बहाल की जा रही है। इस हफ्ते के अंत तक 8 नए एक्सचेंज के साथ-साथ 5300 फोन कनेक्शन बहाल किए जाने की संभावना है।


राजनाथ के कार्यक्रम निरस्त,पहुंचे दिल्ली

लखनऊ। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ के शनिवार और रविवार को होने वाले सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिये हैं। बीजेपी महानगर महामंत्री पुष्कर शुक्ला ने बताया कि राजनाथ सिंह दिल्ली के लिये रवाना हो गए। राजनाथ सिंह 23 अगस्त से तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ में थे। शनिवार सुबह राजनाथ सिंह लखनऊ पूर्व विधानसभा के सुग्गामऊ गांव में जन समागम कार्यक्रम में शामिल हुए थे। शाम को उन्हें सीतापुर रोड स्थित बृज की रसोई में कार्यकर्ता सम्मेलन में भी शिरकत करना था। 
 
पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता अरुण जेटली का शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे निधन हो गया। अरुण जेटली बीते कई दिनों से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें एम्स में लाइफ सपोर्ट पर कई दिनों तक रखा गया था। कुछ दिन पहले ही अरुण जेटली की तबीयत जानने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि ने एम्स में पहुंच कर उनका हाल जाना था। बता दें कि अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे।
 गौरतलब है कि मई 2018 में जेटली का अमेरिका में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। इसके बाद जेटली के बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया था, जिसके इलाज के लिए वह इसी साल अमेरिका भी गए थे। लोकसभा चुनाव में भाग न लेने और मंत्रालय का प्रभार छोड़ने के पीछे तबीयत ही वजह रही।


सरकारो का नहीं संस्कारों का संबंध:मोदी

बहरीन में पीएम मोदी बोले- हमारा संबंध सरकारों का नहीं संस्कारों का


बहरीन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी तीन देशों की यात्रा के तहत यूएई से बहरीन पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी का भव्‍य स्‍वागत किया गया। मोदी-मोदी के नारे लगे। बहरीन के नेशनल स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि वे भारत के ही किसी हिस्‍से में हैं। यहां आने में किसी भारतीय प्रधानमंत्री को ज्यादा ही समय लगा है। हालांकि उन्होंने कहा कि पहली बार बहरीन की यात्रा करने का सौभाग्य मुझे मिला है।पीएम मोदी ने कहा कि भले ही उनकी यात्रा प्रधानमंत्री के तौर पर है, लेकिन उनका उद्देशय वहां बसे भारतीयों से मिलना है। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास पांच हजार साल पुराने रिश्तों को 21वीं सदी की ताजगी और आधुनिकता की तरफ ले जाना है। भारत के विकास में आपका योगदान प्रशंसनीय है। आपकी मेहनत भारत में रह रहे अपनों के भी काम आ रही है। बहरीन से हमारे संबेध व्यापार और कारोबार के तो रहे हैं। इससे बढ़कर मानवीयता, संवेदनाओं, संस्कृति और मूल्यों के रहे हैं।


उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि बहरीन में भी शीघ्र ही रूपे कार्ड से आप लेनदेन कर पाएंगे। आज यहां पर रूपे कार्ड के इस्तेमल के लिए एमओयू साइन किया गया है। हमारा इरादा है कि रूपे कार्ड के जरिये आपको भारत में अपने घर पैसे भेजने की सुविधा मिले। अब आप बहरीन कह सकेंगे कि - पे विद रूपे ।"पीएम मोदी ने बहरीन में बसे भारतीयों को कहा कि वे बहरीन वासियों को भारत आने का न्यौता दें।


पीएम मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री के निधन पर भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह एक गहरा दुख दिल में दबाकर बोल रहे हैं। पीएम मोदी ने अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने रूंधे गले से कहा कि एक तरफ मैं कर्तव्य से बंधा हुआ हूं और दूसरी तरफ भावना से।


लापरवाही का खामियाजा भुगत रही जनता

लखनादौन। जबलपुर से सिवनी होकर नागपुर जाने वाले मार्ग में अनेक स्थानों पर सड़क चलने योग्य भी नहीं रह गई है। आलम यह है कि सड़क के कई टुकड़ों में वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। लखनादौन और जबलपुर के बीच बन रही फोरलेन सड़क पर ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा वाहन चालकों को भोगने पर मजबूर होना पड़ रहा है।लखनादौन से जबलपुर तक फोरलेन सड़क बना रही एलएंडटी कंपनी की लापरवाही का खामियाजा यात्रियों व वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। तेज बारिश के कारण बंजारी घाटी के नजदीक हाइवे में निर्माणाधीन सड़क दलदल में तब्दील हो गई है। हाइवे से निकलने वाले वाहन इस कीचड़ युक्त सड़क में फस रहे हैं जिससे हाइवे में कई घंटों जाम लग रहा है। ब्रहस्पतिवा की रात 10 बजे जबलपुर जिले की सीमा में बंजारी घाटी के नजदीक एक ट्रक के फंसने से यातायात थम गया। वनवे से कुछ वाहन मशक्कत के बाद निकल सके। दोनो ओर सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गई। देर रात धूमा व बरगी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर हाइवे में फसे ट्रक को हटाने की कोशिश शुरू की। इसके बाद शुक्रवार सुबह तक वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी।


एनएचएआई की देखरेख में लखनादौन से जबलपुर तक 80 किलो मीटर फोरलेन सड़क निर्माण का ठेका एलएंडटी कंपनी को 742 करोड़ में दिया गया है। लखनादौन से धूमा तक सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। हालांकि अभी भी कई हिस्सों में सड़क अधूरी है जबकि धूमा से जबलपुर तक घाटी व उसके आसपास के हिस्से में सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है।सड़क निर्माण के लिए कंपनी ने बंजारी के नजदीक घाटी हिस्से में पहाड़ों के बड़े हिस्से को काट दिया है। इसे सुरक्षित नहीं किया गया है। बारिश के साथ पहाड़ी हिस्से से मलबा हाइवे में गिर रहा है। वही घाटी में कई पेड़ भी सड़क किनारे झूल रहे हैं जो कभी भी हाइवे में गिरकर दुुर्घटना का कारण बन सकते हैं। जाम के कारण धूमा से बरगी के बीच बंजारी घाटी के आगे हाइवे में जाम होने के कारण वाहनों को करीब 150 किलो मीटर का चक्कर लगाकर सिवनी पहुंचने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं सिवनी से जबलपुर जा रहे वाहन भी 100 किलो मीटर का चक्कर लगाकर जबलपुर पहुंच सके। यात्री बसों, एंबुलेंस, दूध, अखबार सहित अन्य वाहनों को चरगवां से नागनदेवरी होते हुए वाहन धूमा और सिवनी पहुंचे।


वहीं इसी मार्ग से जबलपुर जाने वाले वाहनों को निकाला गया। धूमा थाना प्रभारी देवकरण डहेरिया सहित पुलिस बल ने हाइवे में फसे ट्रक को कई घंटों की मशक्कत के बाद देर रात सड़क से हटाया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी। हालांकि तेज बारिश के कारण दलदल व कीचड़ में तब्दील हो चुकी सड़क से वाहनों को निकालने मे मुश्किलें हुई। बंजारी घाटी के आगे ट्रक वाहन के हाइवे में फसने के कारण गुरुवार रात लखनादौन जबलपुर हाइवे में जाम लगा था। हालांकि एक तरफ से वाहनों की आवाजाही होती रही। देर रात हाइवे में फंसे ट्रक सड़क से हटाकर जाम खोल दिया गया है। निर्माणाधीन सड़क में दलदल व कीचड़ होने के कारण वाहनों को आवाजाही में मुश्किल हो रही है।


देवकरण डेहरिया


रेलवे में रखे पार्सलो की हर महीने नीलामी

बिलासपुर। रेलवे प्रशासन द्वारा पार्सल आफिस में रखे हुए ऐसे पार्सल सामान जिन्हें नियत समय तक संबंधितों द्वारा आहरित नहीं की गई। ऐसे उपयोगी सामानों की खुली नीलामी प्रत्येक माह की जा रही है। इसी संदर्भ में सामानों की अगली खुली नीलामी दिनांक 26 अगस्त 2019 सोमवार को प्रातः 10 बजे से बिलासपुर स्टेशन के पार्सल आफिस में किया जाएगा। नीलामी की जाने वाली सामानों में पुरानी सायकल, जूते, ड्रेस मटेरियल, मोबाइल एडाप्टर व कवर, कूकर, लेडिस चप्पल, सुटकेस व बैग, ट्राली बैग, वायर के साथ वेल्डिंग मशीन जैसे 26 प्रकार के उपयोगी सामान शामिल है। इच्छुक कोई भी व्यक्ति इस खुली नीलामी में भाग ले सकते हैं। रेलवे प्रशासन इच्छुक व्यक्तियों से आग्रह करता है कि वे इस खुली नीलामी में भाग लेने हेतु निश्चित परिचय-पत्र (आईडी) के साथ दिनांक 26 अगस्त 2019 सोमवार को प्रातः 09.30 बजे तक बिलासपुर स्टेशन के पार्सल आफिस में उपस्थित होवें।


पूर्व बिहार मुख्यमंत्री को श्रद्धा सुमन अर्पित

गाजियाबाद-साहिबाबाद।समाजवादी पार्टी जिला कार्यालय पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री-मंडल कमिशन के अध्यक्ष स्वर्गीय विन्देश्वरि प्रसाद मंडल जी की 101वी जयंती पूर्व जिलाध्यक्ष पं सुरेन्द्र कुमार मुन्नी जी,पूर्व महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी जी के नेतृत्व मे उनके तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर मनाया गया।
वक्ताओ ने उनकी जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सपा साहिबाबाद मनमोहन झा गामा ने कहा की बिहार की पावन भूमि धन्य है मधेपुरा की धरती पर इनका जन्म हुआ और अपने छात्र जीवन से ही कमजोर लोगो की आवाज बन कर संघर्ष करते रहे।उनका जीवन समाज के पिछड़े,दलित ,व आर्थिक रुप से कमजोर लोगो को समर्पित रहा। आज वही भाजपा की सरकार प्रदेश और देश मे है जिन्होने पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह जी द्वारा जब 1990मे मंडल कमिशन लागू किया तो ,आडवाणी जी ने समर्थन वापस लेने का बहाना ढुनडा रथ यात्रा निकाला और जब बिहार के समस्तीपुर मे लालू प्रसाद यादव जी ने आडवाणी जी को माहौल खराब करने के कारण शान्ति भंग की धारा मे गिरफ्तार करना पडा और भाजपा ने सरकार गिरा दी।
हम भारत के नौजवानो को भाजपा के विचारो को समझना होगा,भाजपा समाज मे एकता का विरोधी,दलित पिछड़ो का सदैव विरोधी रही है।
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालो मे मुख्य रुप से रमेश प्रजापति,मनमोहन झा,गामा,जब्बार मलिक,शिवचरण चौहान,साबीर चौधरी,अजय कुमार,मोनू सैफी,संतोष यादव, उम्मेद पहलवान,जीतू शर्मा,राजदेवी चौधरी, रश्मि चौधरी,मनोज पंडित,पुष्पैन्द्र चौधरी,चेतन यादव,रमेश यादव आशू अब्बासी,रोहिल युवा,राहुल रावत,आदेश शर्मा आदि लोग उपस्थिति थे।


जब्बार मलिक


मेरठ में बच्चा चोरों का गिरोह सक्रिय

मेरठ के ग्राम रसूलपुर धौलडी में बच्चा चोरों का मचा आतंक । बच्ची के सर पर किया वार ।
2 दिन पहले की थी गांव की रैकी ।
मेरठ । जनपद मेरठ के ग्राम रसूलपुर धौलडी में उस समय हाहाकार मच गया। जब एक 6 साल की बच्ची को सर पर प्रहार करके घायल किया गया । परिजनों का कहना है कि जिस समय बच्ची अलीना शौच के लिए जा रही थी। तभी बच्चा चोरों ने बच्ची के सर पर प्रहार किया । जिससे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई और बच्चा चोर उसे छोड़कर भाग गए। जिनका ग्रामीणों ने पीछा भी किया मगर वह हाथ नहीं आए। इस तरह की घटनाएं आमतौर से देखी जा रही हैं । आपको बताते चलें कि मेरठ ग्राम रसूलपुर धौलडी में शुक्रवार की सुबह 4:00 बजे अलीशा नाम की लड़की को बच्चे चोरों ने पकड़ा जैसे ही बच्चे को पकड़ा और आसपास के घरे से लोगों ने बच्चा चोर को बच्चे चुराते देखा, तो बच्चे को पकड़ा रखा था । डर के मारे बच्चे अली दा की चीख निकल गई । जिसके बाद बच्चा चोरों ने अलीना के सर पर वार किया और भाग निकले जब ग्रामीणों ने पीछा किया तो वह रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले और खेतों में जाकर अपनी जान बचाई ।
रिपोर्ट प्रशांत तोमर


दनकौर में द्रोण मेले का हुआ उद्घाटन

शफ़ी मोहम्मद सैफ़ी


गौतमबुध नगर। 96वें दनकौर के द्रोण मेले का हुआ उदघाटन, द्रोण गौशाला के प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल ने फीता काटकर किया उदघाटन।


दनकौर कस्बे में लगने वाला ऐतिहासिक प्राचीन 96 मेले का श्री गणेश रजनीकांत अग्रवाल  द्रोण गौशाला प्रबंधक के द्वारा फीता काटकर किया गया। 10 दिन चलने वाले इस ऐतिहासिक मेले में दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़े बूढ़े बुजुर्ग व महिलाएं इस मेले को देखने के लिए आते हैं। इस मेले की सुरक्षा व्यवस्था पूरी सीसीटीवी कैमरे में कवरेज की जाती है। कल जन्माष्टमी के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही नगर पंचायत द्वारा सफाई व्यवस्था भी अच्छी प्रकार रही। श्री द्रोणाचार्य मंदिर पर जन्माष्टमी के मौके पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। सुंदरकांड पाठ का आयोजन दनकौर की निश्वार्थ सुन्दरकाण्ड समिति करती है। जिसकी अगुवाई अतुल मित्तल द्वारा की जाती है ! दनकौर क्षेत्र में सभी मंदिरों पर पूर्णतः सजावट की गई थी। शनिदेव मंदिर, देवी मंदिर, मनी वाले मंदिर, व एक बर्फानी गुफा भी दनकौर कस्बे में लगाई गई थी। सभी मंदिरों पर अपार भीड़ रही पुलिस व्यवस्था काफी अच्छी रही। 10 दिन चलने वाले मेले का विधिवत उद्घाटन होने के बाद 3 दिन बड़े पर्दे पर कृष्ण लीला चलेगी उसके बाद द्रोण नाट्य मंडल पर नाटक का मंचन किया जाएगा। 26 तारीख से 28 तारीख तक दंगल होगा, जिसमें बड़ी कुश्ती 28 अगस्त को द्रोण अखाड़े में होगी! कवि सम्मेलन के साथ ही 3 सितंबर को विधिवत इस मेले का समापन किया जाएगा।
श्री द्रोणाचार्य मंदिर, हरद्वारी चौकड़ात का मंदिर, मनी वाला मंदिर, अमरनाथ वाली बर्फानी गुफा, देवी मंदिर शनि देव मंदिर व थाना प्रांगण मंदिर आदि जगहों पर भक्त जनों की अपार भीड़ रही ! इस मौके पर 10 दिन चलने वाले मेले के कार्यक्रम को सफल बनाने में क्षेत्र के सभी लोगों का सहयोग रहता है इस मेले में  रजनीकांत अग्रवाल प्रबंधक श्री द्रोण गौशाला समिति दनकौर, राकेश गर्ग अध्यक्ष श्री द्रोण गौशाला समिति दनकौर, महिपाल गर्ग संचालक श्री द्रोणाचार्य मंदिर, संदीप जैन मीडिया प्रभारी द्रोण मेला कमेटी, मनोज त्यागी, सुशील बाबा, संदीप गर्ग, राजीव सिंघल, मुकेश जैन, व मेले की पूरी कमेटी के साथ -साथ पुलिस प्रशासन व नगर पंचायत आदि सभी लोगों का सहयोग रहता है !


शासन-प्रशासन की उदारता ने बढ़ाई पीड़ा

नरकीय जीवन जीने को मजबूर रामपुर के लोग।


रामपुर। विकास खंड अमांपुर का रामपुर प्रधान और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से ग्रस्त गांव है। बरसात आते ही नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो जाते है ग्रामीण। अमांपुर से पांच किलोमीटर रामपुर गांव राजस्व गांव होने के ववाजूद बदहाली का शिकार है। पानी के लिए ग्रामीणों को हेडपंपों के सहारे की निर्भर रहना पड़ता है। ग्राम पंचायत के द्वारा । गांव में चारों तरफ गंदगी फैली हुई है। गंदगी से निकलने वाली दुर्गंध से लोगों को भारी परेशानियां हो रही है। चार सौ परिवार की आबादी वाले इस गांव में प्रधान और जनप्रतिनिधि समस्याओं से अनजान है। गांव को जाने वाले ऊबड़ खाबड़ मुख्य मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे में बरसात के दिनों में जलभराव और कीचड से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में आना जाना दूभर हो जाता है। वही छोटे छोटे छात्र छात्राओं का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है। वे इस जलभराव और कीचड में गिरकर कपड़े खराब कर घर लौट जाते है। अफसरों की अनदेखी के कारण अमांपुर विकास खंड के गांव  रामपुर के ग्रामीण नरकीय जीवन जी रहे हैं। गांव में खडंजे का निर्माण नहीं होने से रास्ते तालाब में तब्दील हो गये हैं। ग्रामीणों ने अफसरों के साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की है। ग्राम प्रधान व अधिकारी विकास कार्यों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्राम प्रधान व अफसरों की अनदेखी के चलते बरसात के मौसम में गांव के हालात दयनीय बन गए हैं। गांव में जल निकासी के लिए नही तो नाली बनाई गई हैं और न ही खडंजे का निर्माण किया गया है। नाली व खडंजे का निर्माण नहीं होने के कारण गांव से जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। लगातार बरसात से सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। कीचड़ व जलभराव के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों व महिलाओं को झेलनी पड़ रही है। महिलाएं कीचड़ से होकर खेतों पर पहुंचती हैं वहीं स्कूल जाते समय बच्चों के कपड़े बेकार हो जाते हैं। गांव में आने जाने के लिए कोई भी उपयुक्त रास्ता नही है। मुन्नी देवी ने कहा कि चुनाव बाद तो दिखते भी नही नेता जी। चुनाव के समय बड़े बड़े वादे किए जाते है।और चुनाव जीतने के बाद आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि ने मुड़कर नही देखा है। भूरेलाल ने बताया कि पूर्व में जिलाधिकारी महोदय और क्षेत्रीय विधायक को गांव के लोगों ने गांव की जनसमस्यों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। लेकिन आज तक कोई भी समस्या का समाधान नही हुआ। जिसके चलते प्रशासन के खिलाफ लोगों में भारी रोष व्याप्त है। नरेंद्र ने बताया कि गांव जलभराव और कीचड व गंदगी से दुर्गंध निकल रही है। जिससे लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे है। गांव के अमर सिंह, अतर सिंह, राम अवतार, नरेश, मुन्नी देवी, सहित आदि लोगों ने जिला अधिकारी महोदय से समाधान मांग की है। 
रिपोर्ट-अंकुल कुमार पटियाली


जालंधर में हिंदू-सिख आए आमने-सामने

जसकीरत राजा/जसविंदर बल्ल


जालंधर। श्री सिद्ध बाबा सोढल मेला प्रबंधक कमेटी और गुरुद्वारा सोढल के प्रबंधकों के बीच शुक्रवार को माहौल गर्मा गया। विवाद टूटकर गिरी दीवार को बनाने से शुरू हुआ। इस दौरान कुछ सिखों ने श्री देवी तालाब प्रबंधक कमेटी के प्रधान और श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर के चेयरमैन शीतल विज से हाथापाई कर दी,जिससे माहौल बिगड़ गया। दरअसल कुछ दिन पहले बरसात के कारण श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर की दीवार गिर गई थी। मेला नजदीक होने के चलते शुक्रवार को ट्रस्ट की ओर से मजदूर लगाकर दीवार बनानी शुरू कर दी दीवार बनती देख सिखों ने भी एक और दीवार बनानी शुरू कर दी। मेले में उक्त दीवार से दिक्कत आनी थी तो मंदिर प्रबंधकों ने गुरुद्वारा प्रबंधकों से बात करके दीवार बनानी रोक दी। इसके बाद करीब आधा दर्जन सिख युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। माहौल बिगड़ता देख चेयरमैन शीतल विज ने उनसे बात की। लेकिन मामला और गर्मा गया इसके बाद दोनों तरफ से गालीगलौज हुई और सिख युवक शीतल विज से हाथापाई पर उतर आए। यह देखकर दोनों पक्षों ने तलवारें निकाल लीं। इस दौरान मौके पर एडीसीपी सुडवविजी,एसीपी नार्थ,थाना-8 और थाना-3 के एसएचओ बड़ी गिनती में पुलिस मुलाजिमों के साथ मौके पर मौजूद थे। उन्होंने किसी तरह हमलावरों को रोका। शाम करीब 4 बजे हिंदू संगठन पुलिस कमिश्नर के पास पहुंच गए। जबकि एसजीपीसी मेंबर एवं जिला अकाली दल प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण गुरुद्वारा साहिब में समर्थकों के साथ पहुंच गए। इस दौरान सिखों ने चेतावनी दी कि अगर मामला नहीं सुलझा तो वे मेला नहीं होने देंगे। इस बात से हिंदू संगठनों में भी रोष व्याप्त है। जिक्रयोग है कि मंदिर और गुरुद्वारा कमेटी का विवाद कई दशक पुराना है। जुलाई, 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर प्रबंधक कमेटी की फेवर में फैसला दे दिया। ट्रस्ट ने रजामंदी से गुरुद्वारा साहिब की चाबियां नहीं लीं।


श्रीनगर सचिवालय पर लहराया तिरंगा

 नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद श्रीनगर सचिवालय से राज्य का झंडा हटा दिया गया है। अब वहां राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहरा रहा है। पिछले हफ्ते तक दोनों झंडे एक साथ लगे हुए थे। इंडिया टुडे से खास बातचीत में अधिकारियों ने बताया कि अब सभी सरकारी दफ्तरों में तिरंगा ही लगाया जाएगा। जम्मू-कश्मीर से संसद ने अनुच्छेद 370 को हटा दिया है। इसके तहत राज्य को जो विशेषाधिकार मिलते थे, वह खत्म कर दिए गए हैं।


जम्मू-कश्मीर का अपना संविधान, झंडा और दंड संहिता होता था। लेकिन अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अब वहां भारतीय संविधान लागू होगा। सरकारी इमारतों पर तिरंगा लहराएगा और भारतीय दंड संहिता का पालन होगा। राज्य में पहले किसी बाहरी शख्स के जमीन खरीदने पर भी पाबंदी थी. यह नियम भी हटा लिया गया है। इसके अलावा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिए हैं।अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर का स्वरूप पूरी तरह बदल गया है। मौजूदा जम्मू-कश्मीर राज्य के राज्यपाल अब केंद्र शासित जम्मू एवं कश्मीर और केंद्र शासित लद्दाख के उपराज्यपाल होंगे।


अनुच्छेद 370 को हटाना केंद्र सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए घाटी में 35 हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। हालांकि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के 3 हफ्ते बाद कई इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। लोगों की आवाजाही सड़कों पर पहले की तरह शुरू हो गई है। छात्र-छात्राएं स्कूल और कॉलेज जा रहे हैं। सरकारी दफ्तरों में भी कामकाज शुरू हो गया है।


आज का दिन व्यर्थ व्यतीत होगा:मेष

राशिफल


मेष-मेष राशि के जो लोगों का दिन आज घूमने फिरने में बीत सकता है। परिवार के समय बिताएं और कहीं ट्रिप प्लान करें। कारोबारियों को अचानक धन लाभ हो सकता है। अपने काम से अपने जीवनसाथी को प्रसन्न करने में सफलता मिलेगी।


वृषभ-वृषभ राशि के लोग अपनी बातों से सामने वाले व्यक्ति को सहमत कर लेंगे। आज आपको किसी काम को पूरा करने में किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। ऑफिस में सीनियर्स आपके काम की तारीफ करेंगे। इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा।


मिथुन-मिथुन राशि वाले लोगों को काफ दिन से अटके काम आज पूरे हो सकते हैं। किसी काम में मिली सफलता को दोस्तों के साथ शेयर करें। वहीं ऑफिस के काम के संबंध में बाहर जाने का प्लान बन सकता है। आज किसी खास व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है।


कर्क-कर्क राशि के लोग आज अपने व्यवहार पर ध्यान देने की कोशिश करें। किसी काम को पूरा करने में आज आपको ज्यादा समय लग सकता है। सड़क पर गाड़ी की स्पीड नियंत्रण में रखें। पैसों के लेन दने को लेकर किसी अपने से बहस हो सकती है।


सिंह-आज सिंह राशि वाले लोग आज अपने मन को शांत रखने की कोशिश करें, जिससे आपके काम पूरे होंगे। पैसों के लेनदेन से जुड़े फैसलों को जल्दबाजी में ना लें। कोई पुरानी बात आज आपको दुखी कर सकती है। ऐसे में घर वालों के साथ बाहर घूमने की कोशिश करें।


कन्या-कन्या राशि वाले लोगों के लिए आज का दिन अच्छा बीतने वाला है। आज आपको किसी काम में उम्मीद से ज्यादा अच्छा परिणाम मिलेगा। किसी काम को पूरा करने में घर के बुजुर्गों की सहायता आपको बड़ा लाभ पहुंचा सकती है। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को आज सफलता मिल सकती है।


तुला-तुला राशि वालों के घर में आज अचानक रिश्तेदार आ सकते हैं! आज आप किसी भी बहस में पड़ने से कई बार सोचें। किसी से बातचीत करते समय अपने शब्दों पर ध्यान दें। अपनी मेहनत पर विश्वास रखें। अपने गुस्से पर काबू करने की कोशिश करें।


वृश्चिक-वृश्चिक राशि के छात्रों के लिए आज का दिन अच्छा बीतने वाला आज आप अपनी बात खुलकर लोगों के सामने रख सकते हैं। जिस कंपनी में जॉब करना चाहते हैं, वहां से इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता है। धार्मिक कार्यों में आज आपकी रुचि बढ़ सकती है।


धनु-धनु राशि वाले लोगों को आज साथ काम करने वाले लोगों से आपको पूरी मदद मिलेगी। आपके सभी कामों की प्लानिंग भी आज सफल होगी। आज का दिन आपको कम मेहनत में ज्यादा फल मिल सकता है। ऑफिस में रुके हुये काम आज आसानी से पूरा होंगे।


मकर-मकर राशि वालों के लोगों के लिए आज कोई फैसला करना कठिन साबित हो सकता है। अपने जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने का प्लान बनायेंगे, जिससे आपके रिश्ते मजबूत होंगे। ऑफिस में काम थोड़ा ज्यादा हो सकता है, जिससे थकान महसूस हो सकती है।


कुंभ-कुंभ राशि वाले लोग सेहत के मामले में आप खुद को स्वस्थ महसूस करेंगे। रचनात्मक कार्य से समाज में आपकी चर्चा होगी! आपको आर्थिक मामलों में लाभ मिलेगा। आज आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा।


मीन-मीन राशि वालों को आज किसी समारोह में शामिल होने का मौका मिल सकता है। इस राशि के छात्र नई गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।आज बिना किसी अड़चन के सरकारी कामों का निपटारा हो सकता है।


अतीत और यथार्थ में गोरखनाथ

मत्स्येंद्रनाथ और गोरखनाथ के समय के बारे में भारत में अनेक विद्वानों ने अनेक प्रकार की बातें कही हैं। वस्तुतः इनके और इनके समसामयिक सिद्ध जालन्धरनाथ और कृष्णपाद के सम्बन्ध में अनेक दन्तकथाएँ प्रचलित हैं।


गोरखनाथ और मत्स्येंद्रनाथ-विषयक समस्त कहानियों के अनुशीलन से कई बातें स्पष्ट रूप से जानी जा सकती हैं। प्रथम यह कि मत्स्येंद्रनाथ और जालंधरनाथ समसायिक थे। दूसरी यह कि मत्स्येंद्रनाथ गोरखनाथ के गुरु थे और जालांधरनाथ कानुपा या कृष्णपाद के गुरु थे। तीसरी यह की मत्स्येंद्रनाथ योग-मार्ग के प्रवर्तक थे। फिर संयोगवश ऐसे एक आचार में सम्मिलित हो गए थे जिसमें स्त्रियों के साथ अबाध संसर्ग मुख्य बात थी। संभवतः यह वामाचारी साधना थी। चौथी यह कि शुरू से ही जालांधरनाथ और कानिपा की साधना-पद्धति मत्स्येंद्रनाथ और गोरखनाथ की साधना-पद्धति से भिन्न थी। यह स्पष्ट है कि किसी एक का समय भी मालूम हो तो बाकी सिद्धों के समय का पता असानी से लग जाएगा। समय मालूम करने के लिए कई युक्तियाँ दी जा सकती हैं। एक-एक करके हम उन पर विचार करें।


(1) सबसे प्रथम तो मत्स्येंद्रनाथ द्वारा लिखित 'कौल ज्ञान निर्णय' ग्रंथ (कलकत्ता संस्कृत सीरीज़ में डॉ॰ प्रबोधचंद्र वागची द्वारा 1934 ई० में संपादित) का लिपिकाल निश्चित रूप से सिद्घ कर देता है कि मत्स्येंद्रनाथ ग्यारहवीं शताब्दी के पूर्ववर्ती हैं।
(2) सुप्रसिद्ध कश्मीरी आचार्य अभिनव गुप्त ने अपने तंत्रालोक में मच्छंद विभु को नमस्कार किया है। ये 'मच्छंद विभु' मत्स्येंद्रनाथ ही हैं, यह भी निश्चचित है। अभिनव गुप्त का समय निश्चित रूप से ज्ञात है। उन्होंने ईश्वर प्रत्याभिज्ञा की बृहती वृत्ति सन् 1015 ई० में लिखी थी और क्रम स्रोत की रचना सन् 991 ई० में की थी। इस प्रकार अभिनव गुप्त सन् ईसवी की दसवीं शताब्दी के अंत में और ग्यारहवीं शताब्दी के आरंभ में वर्तमान थे। मत्स्येंद्रनाथ इससे पूर्व ही आविभूर्त हुए होंगे। जिस आदर और गौरव के साथ आचार्य अभिनव गुप्तपाद ने उनका स्मरण किया है उससे अनुमान किया जा सकता है कि उनके पर्याप्त पूर्ववर्ती होंगे।
(3) पंडित राहुल सांकृत्यायन ने गंगा के पुरातत्त्वांक में 84 वज्रयानी सिद्धों की सूची प्रकाशित कराई है। इसके देखने से मालूम होता है कि मीनपा नामक सिद्ध, जिन्हें तिब्बती परंपरा में मत्स्येंद्रनाथ का पिता कहा गया है पर वे वस्तुतः मत्स्येंद्रनाथ से अभिन्न हैं, राजा देवपाल के राज्यकाल में हुए थे। राजा देवपाल 809-49 ई० तक राज करते रहे (चतुराशीत सिद्ध प्रवृत्ति, तन्जूर 86,  कार्डियर, पृ० 247)। इससे यह सिद्ध होता है कि मत्स्येंद्रनाथ नवीं शताब्दी के मध्य के भाग में और अधिक से अधिक अंत्य भाग तक वर्तमान थे।
(4) गोविंदचंद्र या गोपीचंद्र का संबंध जालंधरपाद से बताया जाता है। वे कानिफा के शिष्य होने से जालंधरपाद की तीसरी पुश्त में पड़ते हैं। इधर तिरुमलय की शैललिपि से यह तथ्य उदधृत किया जा सका है कि दक्षिण के राजा राजेंद्र चोल ने मणिकचंद्र को पराजित किया था। बंगला में 'गोविन्द चंजेंद्र चोल ने मणिकचंद्र के पुत्र गोविंदचंद्र को पराजित किया था। बंगला में 'गोविंद चंद्रेर गान' नाम से जो पोथी उपलब्ध हुई है, उसके अनुसार भी गोविंदचंद्र का किसी दाक्षिणात्य राजा का युद्ध वर्णित है। राजेंद्र चोल का समय 1063 ई० -1112 ई० है। इससे अनुमान किया जा सकता है कि गोविंदचंद्र ग्यारहवीं शताब्दी के मध्य भाग में वर्तमान थे। यदि जालंधर उनसे सौ वर्ष पूर्ववर्ती हो तो भी उनका समय दसवीं शताब्दी के मध्य भाग में निश्चित होता है। मत्स्येंद्रनाथ का समय और भी पहले निश्चित हो चुका है। जालंधरपाद उनके समसामयिक थे। इस प्रकार अनेक कष्ट-कल्पना के बाद भी इस बात से पूर्ववर्ती प्रमाणों की अच्छी संगति नहीं बैठती है।
(5) वज्रयानी सिद्ध कण्हपा (कानिपा, कानिफा, कान्हूपा) ने स्वयं अपने गानों पर जालंधरपाद का नाम लिया है। तिब्बती परंपरा के अनुसार ये भी राजा देवपाल (809-849 ई०) के समकालीन थे। इस प्रकार जालंधरपाद का समय इनसे कुछ पूर्व ठहरता है।
(6) कंथड़ी नामक एक सिद्ध के साथ गोरखनाथ का संबंध बताया जाता है। 'प्रबंध चिंतामणि' में एक कथा आती है कि चौलुक्य राजा मूलराज ने एक मूलेश्वर नाम का शिवमंदिर बनवाया था। सोमनाथ ने राजा के नित्य नियत वंदन-पूजन से संतुष्ट होकर अणहिल्लपुर में अवतीर्ण होने की इच्छा प्रकट की। फलस्वरूप राजा ने वहाँ त्रिपुरुष-प्रासाद नामक मंदिर बनवाया। उसका प्रबंधक होने के लिए राजा ने कंथड़ी नामक शैवसिद्ध से प्रर्थना की। जिस समय राजा उस सिद्ध से मिलने गया उस समय सिद्ध को बुखार था, पर अपने बुखार को उसने कंथा में संक्रामित कर दिया। कंथा काँपने लगी। राजा ने पूछा तो उसने बताया कि उसी ने कंथा में ज्वर संक्रमित कर दिया है। बड़े छल-बल से उस निःस्पृह तपस्वी को राजा ने मंदिर का प्रबंधक बनवाया। कहानी में सिद्ध के सभी लक्षण नागपंथी योगी के हैं, इसलिए यह कंथड़ी निश्चय ही गोरखनाथ के शिष्य ही होंगे। 'प्रबंध चिंतामणि' की सभी प्रतियों में लिखा है कि मूलराज ने संवत् 993 की आषाढ़ी पूर्णिमा को राज्यभार ग्रहण किया था। केवल एक प्रति में 998 संवत् है। इस हिसाब से जो काल अनुमान किया जा सकता है, वह पूर्ववर्ती प्रमाणों से निर्धारित तिथि के अनुकूल ही है। ये ही गोरखनाथ और मत्स्येंद्रनाथ का काल-निर्णय करने के ऐतिहासिक या अर्द्ध-ऐतिहासिक अधार हैं। परंतु प्रायः दंतकथाओं और सांप्रदायिक परंमपराओं के आधार पर भी काल-निर्णय का प्रयत्न किया जाता है।


सैकड़ों वर्ष मृतअवस्था में रहना

विषाणु अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि कर सकते हैं। ये नाभिकीय अम्ल और प्रोटीन से मिलकर गठित होते हैं, शरीर के बाहर तो ये मृत-समान होते हैं परंतु शरीर के अंदर जीवित हो जाते हैं। इन्हे क्रिस्टल के रूप में इकट्ठा किया जा सकता है। एक विषाणु बिना किसी सजीव माध्यम के पुनरुत्पादन नहीं कर सकता है। यह सैकड़ों वर्षों तक सुशुप्तावस्था में रह सकता है और जब भी एक जीवित मध्यम या धारक के संपर्क में आता है उस जीव की कोशिका को भेद कर आच्छादित कर देता है और जीव बीमार हो जाता है। एक बार जब विषाणु जीवित कोशिका में प्रवेश कर जाता है, वह कोशिका के मूल आरएनए एवं डीएनए की जेनेटिक संरचना को अपनी जेनेटिक सूचना से बदल देता है और संक्रमित कोशिका अपने जैसे संक्रमित कोशिकाओं का पुनरुत्पादन शुरू कर देती हैं।


विषाणु का अंग्रेजी शब्द वाइरस का शाब्दिक अर्थ विष होता है। सर्वप्रथम सन 1796 में डाक्टर एडवर्ड जेनर ने पता लगाया कि चेचक, विषाणु के कारण होता है। उन्होंने चेचक के टीके का आविष्कार भी किया। इसके बाद सन 1886 में एडोल्फ मेयर ने बताया कि तम्बाकू में मोजेक रोग एक विशेष प्रकार के वाइरस के द्वारा होता है। रूसी वनस्पति शास्त्री इवानोवस्की ने भी 1892 में तम्बाकू में होने वाले मोजेक रोग का अध्ययन करते समय विषाणु के अस्तित्व का पता लगाया। बेजेर्निक और बोर ने भी तम्बाकू के पत्ते पर इसका प्रभाव देखा और उसका नाम टोबेको मोजेक रखा। मोजेक शब्द रखने का कारण इनका मोजेक के समान तम्बाकू के पत्ते पर चिन्ह पाया जाना था। इस चिन्ह को देखकर इस विशेष विषाणु का नाम उन्होंने टोबेको मोजेक वाइरस रखा।


विषाणु लाभप्रद एवं हानिकारक दोनों प्रकार के होते हैं। जीवाणुभोजी विषाणु एक लाभप्रद विषाणु है, यह हैजा, पेचिश, टायफायड आदि रोग उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर मानव की रोगों से रक्षा करता है। कुछ विषाणु पौधे या जन्तुओं में रोग उत्पन्न करते हैं एवं हानिप्रद होते हैं। एचआईवी, इन्फ्लूएन्जा वाइरस, पोलियो वाइरस रोग उत्पन्न करने वाले प्रमुख विषाणु हैं। सम्पर्क द्वारा, वायु द्वारा, भोजन एवं जल द्वारा तथा कीटों द्वारा विषाणुओं का संचरण होता है परन्तु विशिष्ट प्रकार के विषाणु विशिष्ट विधियों द्वारा संचरण करते हैं।


"वायरस कोशिका के बाहर तो मरे हुए ऱहते है लेकिन जब ये कोशिका मैंं प्रवेश करते है तो इनका जीवन चक्र प्रारम्भ होने लगता है विषाणु के प्रकार :- परपोषी प्रकति के अनुसार विषाणु तीन प्रकार के होते हैं। 1.पादप विषाणु (plant virus) 2.जन्तु विषाणु (animal virus) 3.जीवाणुभोजी(bacteriophage)


बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया

बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया  सुनील श्रीवास्तव  किंग्स्टन। तैजुल इस्लाम (पांच विकेट), नाहिद राणा (पांच विकेट) और जाकेर अली ...