सोमवार, 26 अगस्त 2019

राज्य सरकार खंगालेगी प्रधानों की कुंडली

यूपी : पांच साल में बढ़ी प्रधानों की सम्पत्तियों की जांच होगी, खंगाली जाएगी प्रधानों की कुण्डली


लखनऊ। प्रधानी के बूते ठसक जमाने वाले प्रधानों के लिए अब मुश्किलें खड़ी होने जा रही हैं। आगामी पंचायत चुनाव से पहले प्रधानों की सम्पत्तियों की जांच की कवायद शुरू होने जा रही है। पांच साल पहले और अब प्रधानों की दौलत में कितना और कैसे इजाफा हुआ है इसकी जांच की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से सूबे की सरकार को गाईड लाईन जारी किए जाने की तैयारी की जा रही है।सूबे में पंचायत चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। इन पांच सालों में केन्द्रीय और प्रदेशीय सरकार की योजनाओं पर कितना अमल हुआ इसके लिए यह कवायद शुरू की जा रही है। केन्द्र और प्रदेश सरकार से पंचायतों को मिलने वाली धनराशि कहां कितनी खपाई गई और जमीनी हकीकत क्या है इसके लिए हर जिले में टास्क फोर्स के गठन के लिए प्रक्रिया शुरू की जा रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इसके लिए सभी जिलों के जिला अधिकारियों को एक पत्र भी भेजा गया है। जिसमें प्रधानों की सम्पत्तियों की जांच के लिए तैयारी के लिए निर्देशित किया गया है।
पहले क्या थे अब क्या हो गए 'प्रधान जी' वर्तमान प्रधानों की माली हालत उनके प्रधान बनने से पहले क्या थी और आय का सोत्र क्या था, पांच साल में प्रधानों के पास क्या क्या संसाधन आए और उसका जरिया क्या था, प्रधानों के व्यक्तिगत खातों से पहले कितनी जमा निकासी थी और प्रधान बनने के बाद अब तक क्या रही, लग्जरी गाड़ी और जमीन खरीद कितनी हुई। इन सब बिंदुओं को जांच में शामिल किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार पांच साल में अधिकतर प्रधानों की सम्पत्तियों में कई गुना इजाफा हुआ है इसका भी स्रोत व 5 साल में कराये गये कामकाज का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया जाएगा।


अमन मंदिर के पास धमाका, एक मौत

कांचीपुरम के गंगई अम्मन मंदिर के पास धमाका, एक शख्स की मौत


कांचीपुरम। तमिलनाडु के कांचीपुरम से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां के गंगई अम्मन मंदिर के पास धमाका हुआ है। इस धमाके में एक व्यक्ति के मारे जाने की सूचना है, जबकि 4 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, मंदिर के पास पांच संदिग्ध लोग घूम रहे थे। इनमें से एक के पास बॉक्स था। जब उन्होंने इस बॉक्स को खोलने की कोशिश की, तो बॉक्स में धमाका हो गया।


पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घायलों को नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल इस धमाके हाई अलर्ट से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है। फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है। मौके से सैंपल लिए जा रहे हैं।बता दें कि इससे पहले दक्षिण राज्यों में आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया था। कर्नाटक के तटवर्ती मालपे में तटीय सुरक्षा पुलिस ने सार्वजनिक नोटिस जारी किया था। लोगों से पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकवादियों की घुसपैठ के बारे में खुफिया सूचना के मद्देनजर अलर्ट रहने को कहा गया है।


यह सार्वजनिक नोटिस तमिलनाडु को हाई अलर्ट पर रखने के बाद जारी किया गया है। तमिलनाडु को तब हाई अलर्ट पर रखा गया था जब गुप्तचर एजेंसियों ने कहा था कि एक पाकिस्तानी सहित लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकवादी श्रीलंका से राज्य में प्रवेश कर गए हैं।


चुनाव:भाजपा नेता के विडियो ने मचाया बवाल

रायगढ़। भाजपा नेता का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भाजपा नेता जिस युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं, वो प्रदेश के एक छात्र संगठन की कार्यकर्ता है। वहीं भाजपा नेता का नाम कमल गर्ग बताया जा रहा है, जो नगर पालिका अध्यक्ष है। हालांकि ये वीडियो कुछ वक्त पुराना बताया जा रहा है। खबर ये है कि ये वीडियो एक होटल में बनाया गया था और तीन चार युवकों के हाथ में ये वीडियो लग गया था। इस वीडियो को लेकर ब्लैकमेलिंग की भी खबर आयी थी, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा था। ब्लैकमेलिंग के इस मामले में जब पुलिस पहुंची तो पैसा मांगने वाले सभी युवक भाग खड़े हुए, हालांकि इस दौरान एक युवक का एक्सीडेंट भी हो गया। इस पूरे मामले में जमकर बवाल भी हुआ था। चर्चा है कि पहले ब्लैकमेलिंग करने वाले युवकों में से ही किसी ने ये वीडियो को वायरल किया है।निकाय चुनाव  के ठीक पहले भाजपा नेता के इस एमएमएस पर बवाल मच गया है। भाजपा नेताओं ने इस कथित अश्लील वीडियो पर जहां चुप्पी साध रखी है, तो वहीं वीडियो में नजर आने वाले नेताजी ने इस पूरे मामले को गलत बताया है। उन्होने कहा है कि ये वीडियो पूरी तरह से एडिट कर उन्हें बदनाम करने की नियत से वायरल किया गया है।


हालांकि वीडियो कुछ वक्त पुराना है, लेकिन इस वीडियो के अचानक इतने समय बाद वायरल मचने पर भाजपा में बवाल मच गया है। युवती के बारे में कहा जा रहा है कि वो रायगढ़ की ही रहने वाली है। वीडियो में युवती पर नोटों की गड्डी लुटाते और बीयर पीने के साथ-साथ सेक्स वीडियो भी भाजपा नेता का बना है।


करीब पौने दो घंटे का ये पूरा वीडियो है। निकाय चुनाव के ठीक पहले भाजपा नेता का ये वीडियो चुनाव में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। इस दफा भी चुनाव में कमल गर्ग दावेदारी की तैयारी में थे, लेकिन ऐन पहले इस एमएमएस ने पूरा खेल खराब कर दिया है। अश्लील वीडियो में नजर आ रहे नेता भाजपा के कई शीर्ष नेता के बेहद करीबी बताये जा रहे हैं।


चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा:सिंह

राशिफल


मेष:- आज आपकी दिलचस्पी कला के क्षेत्र में रहेगी। व्यापार के लिहाज से भी दिन अच्छा है। इसे आगे बढ़ाने के लिए कुछ नये कदम उठा सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए दिन चुनौतीपूर्ण है। 
वृषभ:- आज अत्यधिक खर्च आपको चिंता में डाल सकता है। जेब पर काबू रखें हालांकि, इसके बावजूद बहुत हद तक खर्च रोकने में नाकाम रहेंगे। विपरित लिंगिय शख्स के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है।
मिथुन:- आज कार्यस्थल पर सहकर्मियों का आपको भरपूर सहयोग मिलेगा। सीनियर अधिकारी भी आपके काम से खुश रहेंगे। तनाव कम रहेगा और बड़ी सफलता मिल सकती है। अहम मौके पर आप बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। इससे यश की प्राप्ति होगी। 
कर्क:- बिजनेस में पिछले कुछ दिनों से जारी समस्या से आज छुटकारा मिल सकता है। आप अपनी व्यवसाय संबंधी परेशानी को दूर करने में कामयाब होंगे। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी दिन अच्छा है। 
सिंह:- आज आपके काम से आपके सहकर्मी बेहद इंप्रेस रहेंगे। आपके संवाद करने के तरीके का ऑफिस में गहरा प्रभाव नजर आयेगा। हालांकि, परिवारिक जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। गलतफहमी से दूर रहने की कोशिश करें।
कन्या:- व्यापार में आज आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ नये शुरुआत के बारे में गंभीरता से विचार कर सकते हैं। मित्रों से धन लाभ हो सकता है। 
तुला:- व्यावसायिक क्षेत्र में लाभ की संभावना बनती दिख रही है। आकस्मिक धन लाभ की संभावना है। नौकरी व व्यापार में सहकर्मियों से सहयोग नहीं मिलेगा। किसी लंबी यात्रा पर जाने को लेकर योजना को अंतिम रूप दे सकते हैं। कला के क्षेत्र में रूचि रहेगी। 
वृश्चिक:- आज आप अपने चारों ओर के लोगों पर हावी रहेंगे। आपकी बातें प्रभावोशाली रहेंगी और लोग इस पर ध्यान देंगे। आपके कौशल से यश की प्राप्ति की संभावना है। बीती हुई कोई बात आपको परेशान कर सकती है। नया काम आज प्रारंभ नहीं करें।
धनु:- आज आप अपने परिवार के प्रति ज्यादा समर्पित रहेंगे। बच्चों के साथ अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। जीवनसाथी का भी भरपूर सहयोग मिलेगा और प्रेम का वातावरण रहेगा। विपरीत लिंगीय व्यक्तियों के सहवास से आनंद मिलेगा। 
मकर:- आज का दिन आपके लिए बहुत व्यस्त रहने वाला है। सुबह से शाम तक शायद ही आपके पास फुर्सत के क्षण बचें। वैसे, मेहनत का नतीजा अच्छा निकलने वाला है। छात्रों के लिए दिन अच्छा है। पढ़ाई में मन लगेगा। 
कुंभ:- आज अचानक यात्रा का योग बन सकता है। वाणी पर संयम रखें और उग्रता को नहीं आने दें। इससे नुकसान हो सकता है। आकस्मिक खर्च की संभावना है। पाचन संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मीन:- कोर्ट-कचहरी से जुड़े मसले आज आपकी व्यस्तता बढ़ाएंगे। इन मसलों को अगले कुछ दिनों के लिए टालने की हरसंभव कोशिश करें। उत्साह तथा स्फूर्ति की कमी रहेगी। शारीरिक और मानसिक अस्वस्थता का अनुभव होगा।


रोजगार में पिछडता भारत (आलोचना)

अब कम ही बच्चे खतरनाक वातावरण में कार्यरत हैं, लेकिन गैर खतरनाक नौकरियों में उनका रोजगार, घरेलू नौकर के रूप में प्रचलन, कई आलोचकों और मानव अधिकार अधिवक्ताओं की नजरों में संविधान की भावना का उल्लंघन करता है। एक करोड़ पैंसठ लाख से अधिक बच्चे रोजगार में हैं। सरकारी अधिकारियों और राजनीतिज्ञों में मौजूद भ्रष्टाचार के स्तर के अनुसार 2005 में भारत 159 देशों की सूची में 88वें स्थान पर था।वर्ष 1990-1991 को बीआर अम्बेडकर की स्मृति में "सामाजिक न्याय वर्ष" घोषित किया गया था। सरकार चिकित्सा एवं अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों के अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकें प्रदान करती है। 2002-2003 के दौरान रुपये 4.77 करोड़ (477 लाख) इस उद्देश्य के लिए जारी किए गए थे। अनुसूचित जातियों और जनजातियों को भेदभाव से बचाने के लिए, सरकार ने ऐसे कृत्यों के लिए कड़े दंडों का प्रावधान करते हुए 1995 में अत्याचार निवारण अधिनियम अधिनियमित किया था।


1948 का न्यूनतम मजदूरी अधिनियम सरकार को संपूर्ण आर्थिक क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की न्यूनतम मजदूरी तय करने का अधिकार देता है।उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 उपभोक्ताओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है। अधिनियम का उद्देश्य उपभोक्ताओं की शिकायतों का सरल, त्वरित और सस्ता समाधान प्रदान करना और जहां उपयुक्त पाया जाए राहत और मुआवजा दिलाना हैं।[कृपया उद्धरण जोड़ें] समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976 महिलाओं और पुरुषों दोनों को समान कार्य के लिए समान वेतन प्रदान करता है।सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना (यूनिवर्सल ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम) 2001 में ग्रामीण गरीबों को लाभदायक रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। कार्यक्रम पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से कार्यान्वित किया गया था।


निर्वाचित ग्राम परिषदों का एक तंत्र पंचायती राज के नाम से जाना जाता है, यह लगभग भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू है। पंचायती राज में प्रत्येक स्तर पर कुल सीटों की संख्या की एक तिहाई महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं, बिहार के मामले में आधी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। जम्मू एवं काश्मीर तथा नागालैंड को छोड़ कर सभी राज्यों और प्रदेशों में न्यायपालिका को कार्यपालिका से अलग कर दिया गया है। भारत की विदेश नीति निदेशक सिद्धांतों से प्रभावित है। भारतीय सेना द्वारा संयुक्त राष्ट्र के शांति कायम करने के 37 अभियानों में भाग लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति प्रयासों में सहयोग दिया है।


सभी नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता का कार्यान्वयन राजनैतिक दलों और विभिन्न धार्मिक समूहों के बड़े पैमाने पर विरोध के कारण हासिल नहीं किया जा सका है। शाह बानो मामले (1985-1986) ने भारत में एक राजनीतिक तूफान भड़का दिया था जब सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि एक मुस्लिम महिला शाह बानो जिसे 1978 में उसके पति द्वारा तलाक दे दिया गया था, सभी महिलाओं के लिए लागू भारतीय विधि के अनुसार अपने पूर्व पति से गुजारा भत्ता प्राप्त करने की हकदार थी। इस फैसले ने मुस्लिम समुदाय में नाराजगी पैदा कर दी जिसने मुस्लिम पर्सनल लॉ लागू करने की मांग की और प्रतिक्रिया में संसद ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को उलटते हुए मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकार संरक्षण) अधिनियम 1986 पारित कर दिया। इस अधिनियम ने आगे आक्रोश भड़काया, न्यायविदों, आलोचकों और नेताओं ने आरोप लगाया कि धर्म या लिंग के बावजूद सभी नागरिकों के लिए समानता के मूल अधिकार की विशिष्ट धार्मिक समुदाय के हितों की रक्षा करने के लिए अवहेलना की गई थी। फैसला और कानून आज भी गरम बहस के स्रोत बने हुए हैं, अनेक लोग इसे मूल अधिकारों के कमजोर कार्यान्वयन का एक प्रमुख उदाहरण बताते हैं।


भारत में गुलाब (विविध)

गुलाब प्रायः सर्वत्र 19 से लेकर 70 अक्षांश तक भूगोल के उत्तरार्ध में होता है। भारतवर्ष में यह पौधा बहुत दिनों से लगाया जाता है और कई स्थानों में जंगली भी पाया जाता है। कश्मीर और भूटान में पीले फूल के जंगली गुलाब बहुत मिलते हैं। वन्य अवस्था में गुलाब में चार-पाँच छितराई हुई पंखड़ियों की एक हरी पंक्ति होती है पर बगीचों में सेवा और यत्नपूर्वक लगाए जाने से पंखड़ियों की संख्या में बृद्धि होती है पर केसरों की संख्या घट जाती हैं। कलम पैबंद आदि के द्बारा सैकड़ों प्रकार के फूलवाले गुलाब भिन्न-भिन्न जातियों के मेल से उत्पन्न किए जाते हैं। गुलाब की कलम ही लगाई जाती है। इसके फूल कई रंगों के होते हैं, लाल (कई मेल के हलके गहरे) पीले, सफेद इत्यादि। सफेद फूल के गुलाब को सेवती कहते हैं। कहीं कहीं हरे और काले रंग के भी फूल होते हैं। लता की तरह चढ़नेवाले गुलाब के झड़ भी होते हैं जो बगीचों में टट्टियों पर चढ़ाए जाते हैं। ऋतु के अनुसार गुलाब के दो भेद भारतबर्ष में माने जाने हैं सदागुलाब और चैती। सदागुलाब प्रत्येक ऋतु में फूलता और चैती गुलाब केवल बसंत ऋतु में। चैती गुलाब में विशेष सुगंध होती है और वही इत्र और दवा के काम का समझ जाता है।


भारतवर्ष में जो चैती गुलाब होते है वे प्रायः बसरा या दमिश्क जाति के हैं। ऐसे गुलाब की खेती गाजीपुर में इत्र और गुलाबजल के लिये बहुत होती है। एक बीघे में प्रायः हजार पौधे आते हैं जो चैत में फूलते है। बड़े तड़के उनके फूल तोड़ लिए जाते हैं और अत्तारों के पास भेज दिए जाते हैं। वे देग और भभके से उनका जल खींचते हैं। देग से एक पतली बाँस की नली एक दूसरे बर्तन में गई होती है जिसे भभका कहते हैं और जो पानी से भरी नाँद में रक्खा रहता है। अत्तार पानी के साथ फूलों को देग में रख देते है जिसमें में सुगंधित भाप उठकर भभके के बर्तन में सरदी से द्रव होकर टपकती है। यही टपकी हुई भाप गुलाबजल है।


गुलाब का इत्र बनाने की सीधी युक्ति यह है कि गुलाबजल को एक छिछले बरतन में रखकर बरतन को गोली जमीन में कुछ गाड़कर रात भर खुले मैदान में पडा़ रहने दे। सुबह सर्दी से गुलाबजल के ऊपर इत्र की बहुत पतली मलाई सी पड़ी मिलेगी जिसे हाथ से काँछ ले। ऐसा कहा जाता है कि गुलाब का इत्र नूरजहाँ ने 1612 ईसवी में अपने विवाह के अवसर पर निकाला था।


भारतवर्ष में गुलाब जंगली रूप में उगता है पर बगीचों में दह कितने दिनों से लगाया जाता है। इसका ठीक पता नहीं लगता। कुछ लोग 'शतपत्री', 'पाटलि' आदि शब्दों को गुलाब का पर्याय मानते है। रशीउद्दीन नामक एक मुसलमान लेखक ने लिखा है कि चौदहवीं शताब्दी में गुजरात में सत्तर प्रकार के गुलाब लगाए जाते थे। बाबर ने भी गुलाब लगाने की बात लिखी है। जहाँगीर ने तो लिखा है कि हिंदुस्तान में सब प्रकार के गुलाब होते है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण
August 27, 2019 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-24 (साल-01)
2. मगंलवार,27अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादप्रद कृष्‍णपक्ष द्वादशी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:53,सूर्यास्त 6:56
5.न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी, बरसात की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275


डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...