गुरुवार, 4 अप्रैल 2024
विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हुई
शुक्रवार, 15 मार्च 2024
पीएम मोदी ने मल्काजगिरी में रोड शो किया
शनिवार, 9 दिसंबर 2023
तीसरी विधानसभा का पहला सत्र, शपथ ली
सीएम ने 6 सलाहकारों को बर्खास्त किया
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
शपथ: 11 मंत्रियों के विभागों की घोषणा की
रविवार, 22 अक्तूबर 2023
भाजपा ने 52 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
रविवार, 3 सितंबर 2023
चोरी के शक में युवक को उल्टा लटका कर पिटा
शनिवार, 12 अगस्त 2023
तेलंगना में 40 करोड़ डॉलर के निवेश को मंजूरी
शुक्रवार, 30 जून 2023
2 ट्रकों की भिड़ंत, 2 लोग जिंदा जले
2 ट्रकों की भिड़ंत, 2 लोग जिंदा जले
इकबाल अंसारी
हैदराबाद। तेलंगाना में शुक्रवार को मेडक जिले के नरसिंगी गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो कंटनर ट्रकों की आमने-सामने की भिड़ंत के बाद आग लगने से दो लोग जिंदा जल गए। पुलिस ने कहा कि टक्कर के बाद एक ट्रक का कैबिन पूरी तरह जल गया।
ट्रक यहां से निजामाबाद जा रहा था। घटना की सूचना मिलने के बाद एक दमकल घटनास्थल पर पहुंचा और आग पर काबू पाया। मृतकों की पहचान नाराजू और बसावारु के रुप में की गई है। दोनों कर्नाटक के रहने वाले थे। पुलिस ने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।
शुक्रवार, 2 जून 2023
मंत्रालय ने मनाया तेलंगाना का 'स्थापना दिवस'
मंत्रालय ने मनाया तेलंगाना का 'स्थापना दिवस'
इकबाल अंसारी
हैदराबाद। केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को हैदराबाद के गोलकुंडा किले में पूरी भव्यता के साथ तेलंगाना का स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके बाद तेलंगाना में वर्तमान स्थिति पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि तेलंगाना एक ही परिवार के हाथों में है और राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है।
रेड्डी ने आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता पर बल दिया और राज्य में प्रचलित भूमि, शराब और ठेका माफियाओं की आलोचना की। इसके अलावा, रेड्डी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने भूमि हड़पने के उद्देश्य से 111 जीवीओ को रद्द कर दिया और राज्य कर्ज के बोझ से दब गया है। उन्होंने तेलंगाना के गठन के पीछे की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह केवल कर्ज का बोझ लादने के लिए किया गया था और राज्य सरकार पर हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया।
उन्होंने केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में राज्य सरकार की विफलता की भी आलोचना की और केजी से पीजी तथा आदिवासी आरक्षण पर प्रगति में कमी पर सवाल उठाया। केंद्रीय मंत्री ने बकाया बिलों के कारण सरपंचों द्वारा की गई आत्महत्या, गरीबों के लिए आवास की कमी लेकिन फार्महाउसों में वृद्धि, मौजूदा अस्पतालों की तालाबंदी और राज्य गठन के आंदोलन से बाहर रहे लोगों के प्रति पक्षपात जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला।
रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना राज्य का गठन सामूहिक प्रयासों से हुआ, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उस समय संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) में एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी होने के कारण महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने संसद में तेलंगाना राज्य गठन विधेयक को सफलतापूर्वक पारित करने में विपक्षी दल के रूप में भाजपा को श्रेय दिया। उन्होंने तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया में निवास करने वाले तेलुगू लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी।
समारोह के हिस्से के रूप में, पिछले 09 वर्षों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। आयोजन स्थल पर आज शाम पद्मश्री से सम्मानित आनंद शंकर जयंत, प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन और मंगली सहित प्रसिद्ध कलाकारों का एक अनूठा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें कई कलाकार तेलंगाना एवं देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करेंगे।
सोमवार, 19 सितंबर 2022
जन्म के 9 वर्ष बाद बच्ची का नाम रखा 'महाती'
जन्म के 9 वर्ष बाद बच्ची का नाम रखा 'महाती'
इकबाल अंसारी
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने 9-वर्ष की एक बच्ची का नाम ‘माहाती’ रखा है। बच्ची का जन्म 2013 में हुआ था और तेलंगाना आंदोलन से जुड़े उसके माता-पिता आंदोलन के नेता केसीआर से उसका नाम रखवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने बच्ची का कोई आधिकारिक नाम नहीं रखा था। टीआरएस एमएलसी मधुसूदनाचारी ने तीनों को मुख्यमंत्री से मिलवाया।तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से बच्ची और उसके परिजनों की मुलाकात रविवार को हुई। बच्ची के माता-पिता सुरेश और अनिथा ने केसीआर की अगुआई में चलाए गए तेलंगाना राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। 2013 में जब उनकी बेटी का जन्म हुआ तो उनकी इच्छा थी कि बच्ची का नाम केसीआर द्वारा रखा जाए। उनकी यह इच्छा 9 साल तक पूरी नहीं हुई। इस दौरान लड़की बिना नाम के रही।
तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मधुसूधन चारी को हाल ही में इस बात की जानकारी मिली। वह बच्ची और उसके परिजनों को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के आधिकारिक निवास स्थान प्रगति भवन लेकर आए। केसीआर को जब इस संबंध में जानकारी मिली तो उन्होंने बच्ची और उसके परिजनों से मुलाकात की और बच्ची का नाम महती रखा। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने दंपति और उनकी बेटी को उपहार भी सौंपे। सीएम ने महती की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की।
सीएम केसीआर द्वारा नामकरण किए जाने के बाद बच्ची और उनके परिजन काफी खुश दिखे। बच्ची के पिता सुरेश ने कहा कि हमारा सपना आज साकार हुआ है। मुख्यमंत्री ने महती की शिक्षा के लिए मदद की बात की है। हमलोग इसके लिए उनके आभारी हैं
गुरुवार, 21 जुलाई 2022
तेलंगाना में चावल खरीद अभियान को बहाल किया जाएं
तेलंगाना में चावल खरीद अभियान को बहाल किया जाएं
इकबाल अंसारी
हैदराबाद। केंद्र ने निर्णय किया है कि केंद्रीय हिस्से (एफसीआई और डीसीपी के अंतर्गत राज्य द्वारा) के मद्देनजर तेलंगाना में चावल खरीद अभियान को बहाल कर दिया जाएं। उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, वाणिज्य और उद्योग तथा कपड़ा मंत्री पियूष गोयल ने यहां मीडिया कर्मियों को सम्बोधित करते हुये यह बात कही। गोयल ने तेलंगाना सरकार की आलोचना करते हुये कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र द्वारा लगातार ध्यानाकर्षित करने के बावजूद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत अप्रैल और मई माह का राशन निर्धनजनों को वितरित नहीं किया है। पीयूष गोयल ने गरीबों और किसानों के लिये केंद्र की चिंता और प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि पीएमजीकेएवाई के जरिये, केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी गरीब का हक न मारा जाये और उन्हें उसके पूरे अधिकार मिलें। गोयल ने कहा, “तेलंगाना सरकार ने अप्रैल और मई, 2022 के मद्देनजर डीसीपी स्टॉक से पर्याप्त मात्रा (1.90 लाख मीट्रिक टन) में अनाज उठाया है, लेकिन उसे वितरित नहीं किया है। इस तरह केंद्रीय योजना के लाभार्थियों को लाभों से वंचित कर दिया गया है।”
एक केंद्रीय दल ने मौके पर जाकर धान के भंडारण की जांच की थी। गोयल ने दल द्वारा दी गई सूचना को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2022 को चूक-कर्ता चक्की मालिकों की सूची तैयार की गई थी। सूची में वे चक्की मालिक शामिल थे, जिनके यहां धान की कमी थी। इसके विषय में तेलंगाना राज्य सरकार को भी सूचित कर दिया गया था, ताकि वह फौरी कार्रवाई करे, क्योंकि 40 मिलों में 4,53,896 बोरे कम पाये गये थे। इसके बाद 21 मई, 2022 को दूसरे सर्वेक्षण के बारे में भी राज्य सरकार को बताया गया, जिसके अनुसारः 63 मिलों में कुल 1,37,872 बोरे कम पाये गये, यानी केएमएस 2020-21 (रबी) के हवाले से 12 मिलों, केएमएस 2021-22 (खरीफ) के हवाले से 51 मिलों और 593 मिलों, यानी केएमएस 2020-21 (रबी) की 101 मिलें तथा केएमएस 2021-22 (खरीफ) के हवाले से 492 मिलों में गड़बड़ी थी। धान के भंडारण आंकने योग्य न था, जिसके कारण धान के स्टॉक की मौके पर पुष्टि न हो सकी।
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना सरकार के नागरिक आपूर्ति आयुक्त और कार्यवाहक सचिव ने चार अक्टूबर, 2021 को अपने पत्र द्वारा आश्वस्त किया था कि “केएमएस-2020-21 के दौरान धान/चावल की भौतिक पुष्टि के समय आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिये, राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि स्टॉक को हमेशा मूल्यांकन करने की स्थिति में रखा जाये और साथ ही उसका पूरा हिसाब-किताब भी रखा जाये। इसके विषय में मानक संचालन प्रक्रिया का भी पालन किया जायेगा।” बहरहाल, जिन मिलों में कमी पाई गई है, उन मिल मालिकों के खिलाफ राज्य सरकार ने अब तक कोई सख्त कार्यवाई नहीं की है। गोयल ने बताया कि 20 प्रतिशत तक के एथेनॉल मिश्रण के लिये तेलंगाना को 36 करोड़ लीटर अतिरिक्त वार्षिक क्षमता की जरूरत है। लेकिन, राज्य सरकार ने इसका प्रसंस्करण नहीं किया। उन्होंने कहा कि एथेनॉल के प्रसंस्करण से किसानों को मदद मिल सकती थी, युवाओं के लिये रोजगार पैदा हो सकते थे और निवेश को भी लाया जा सकता था। इससे पेट्रोलियम के आयात को कम करने में भी मदद मिल सकती थी और इस तरह विदेशी मुद्रा की बचत हो सकती थी। गोयल ने तेलंगाना सरकार से आग्रह किया कि वह गरीबों के प्रति किये गये वायदे को पूरा करे, ताकि लाभार्थियों तक उनका हक पहुंच सके।
तेलंगाना राज्य ने खरीद के सम्बंध में विकेंद्रीकृत प्रणाली को अपनाया है, जिसमें राज्य सरकार, केंद्र सरकार की ओर से धान की खरीद करती है। राज्य अपनी एजेंसियों के जरिये किसानों से धान खरीदता है। धान की कुटाई के बाद जो चावल निकलता है, राज्य उसे एनएफएसए/ओडब्लूएस के तहत अपनी खपत के लिये रख लेता है। चावल का केवल बेशी स्टॉक ही केंद्रीय हिस्से के तौर पर भारतीय खाद्य निगम को सौंपा जाता है। केंद्रीय योजनाओं के लिये खरीद और वितरण में लगने वाला सारा खर्च केंद्र सरकार वहन करती है। प्रक्रियानुसार, धान के स्टॉक की भौतिक पुष्टि राज्य सरकार और एफसीआई का संयुक्त दल करता है। वह राज्य सरकार द्वारा की गई घोषणा के आलोक में धान और चावल की उपलब्धि की जांच करता है। भौतिक पुष्टिकरण के दौरान विभिन्न मिलों में धान के स्टॉक में कमी पाई गई। लिहाजा, राज्य सरकार से निवेदन किया गया कि उन चूक-कर्ता मिल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाये, जिनके यहां पुष्टि करते समय धान की कमी पकड़ी गई। बहरहाल, जून माह तक राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। तेलंगाना सरकार के नागरिक आपूर्ति विभाग ने अप्रैल 2022 से शुरू होने वाले प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना-छठवें चरण के तहत वितरण के लिये भूसी वाला चावल उठाया था। इस योजना के तहत केंद्र सरकार मुफ्त अनाज प्रदान करती है, ताकि कोविड-19 महामारी की मार झेलने वाले लोगों की कठिनाईयां कम हो सकें; हालांकि जून माह की शुरूआत तक लाभार्थियों को यह अनाज वितरित नहीं किया गया था। इसके अलावा, राज्य सरकार ने एथेनॉल बनाने के लिये राज्य में डिस्टलरियां स्थापित करने के लिये दिये गये आवेदनों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है।
उपरोक्त मुद्दों पर राज्य सरकार की निष्क्रियता के कारण यह तय किया गया कि केंद्रीय हिस्से में चावल की आपूर्ति बंद कर दी जाएं। यह निर्णय तेलंगाना में सात जून से प्रभावी हो गया है। यह तब तक लागू रहेगा, जब तक राज्य सरकार कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं कर देती।तेलंगाना सरकार ने अब सूचित किया है कि उसने चूक-कर्ता चावल मिल मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और इसे हर चूक-कर्ता के खिलाफ चलाया जायेगा। इसके अलावा, तेलंगाना के मुख्य सचिव ने सूचित किया है कि पीएमजीकेएवाई छठवें चरण योजना के तहत भूसी वाले चावल का वितरण शुरू कर दिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि एनएफएसए के साथ पूरी आबंटित मात्रा वितरित कर दी जायेगी। राज्य सरकार ने एथेनॉल बनाने के लिये डिस्टिलरियों की स्थापना सम्बंधी आवेदनों पर जल्द कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी कर दिये हैं। राज्य सरकार द्वारा दिये गये आश्वासन और तदुपरान्त की जाने वाली कार्रवाई के मद्देनजर तथा किसानों और पिसाई उद्योग के हितों को सुरक्षित करने के लिये केंद्र सरकार ने केंद्रीय हिस्से में चावल की आपूर्ति बहाल कर दी है। केंद्र सरकार हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिये समर्पित है और उनके कल्याण के लिये प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार को सलाह दी गई है कि वह उपरोक्त मुद्दों पर सच्ची भावना से अपने आश्वासनों को पूरा करे। क्योंकि, ये विषय किसानों तथा मिलों के हित में है।
शनिवार, 19 जून 2021
महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है भारतीय 'वायुसेना'
शनिवार, 12 दिसंबर 2020
फैक्ट्री में लगीं भीषण आग, 8 लोग झुलसे
बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया
बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया सुनील श्रीवास्तव किंग्स्टन। तैजुल इस्लाम (पांच विकेट), नाहिद राणा (पांच विकेट) और जाकेर अली ...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
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80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...