आखिर लोगों के अच्छे दिन कब आएंगे ?
इकबाल अंसारी
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कम्युनल वाले बयान पर पलटवार करते हुए पूछा है कि आखिर लोगों के अच्छे दिन कब आएंगे ? शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की गई पोस्ट में लिखा है कि प्रधानमंत्री द्वारा बृहस्पतिवार को 15 अगस्त के दिन लाल किले की प्राचीर से बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा सभी धर्म का एक समान सम्मान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत की संवैधानिक व्यवस्था को कम्युनल कहना क्या उचित ?
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा है कि सरकार संविधान की मंसा के हिसाब से सेकुलरिज्म का पालन करें और यही सच्ची देशभक्ति एवं राज धर्म भी है। बसपा मुखिया मायावती ने कहा है कि इतना ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की अपार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई एवं पिछड़ेपन आदि की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्याओं पर इससे प्रभावित करीब सवा सौ करोड़ लोगों में उम्मीद की कोई नई किरण नहीं जगा पाना भी कितना सही ? मायावती ने पूछा है कि आखिर लोगों के अच्छे दिन कब आएंगे ?