गुरुवार, 21 अप्रैल 2022
प्रयागराज: वृहद अप्रेंटिस मेले का उद्घाटन किया
जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित
राजनीति: प्रमोद कुुमार मौर्य का सपा से इस्तीफा
'एफपीओ' की योजना, अभूतपूर्व क्रांति का सूत्रपात
'एफपीओ' की योजना, अभूतपूर्व क्रांति का सूत्रपात
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि देश में दस हजार किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाने की योजना, कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति का सूत्रपात है। जिसके माध्यम से, बुआई से बाजार तक किसानों को सक्षम बनाकर उनकी आमदनी बढ़ाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
तोमर ने एफपीओ योजना को सुचारू रूप से लागू करने के संबंध में क्लस्टर आधारित व्यावसायिक संगठनों (सीबीबीओ) का राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि एफपीओ से किसानों को समृद्ध बनाने के लिए सीबीबीओ को हर जतन करना होगा। एफपीओ की परिकल्पना तब पूरी होगी, जब इसके बनने के बाद उसका लाभ किसानों को मिलने लगे तथा केसर की तरह उसकी खुशबू फैले और सारे किसान कहें कि हमें भी एफपीओ से जोड़िए।
22 को 48वें 'एआईपीएससी' का उद्घाटन करेंगे शाह
22 को 48वें 'एआईपीएससी' का उद्घाटन करेंगे शाह
मनोज सिंह ठाकुर
भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, शुक्रवार ( 22 अप्रैल) को पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (बीपीआर ऐंड डी) द्वारा यहां आयोजित किए जा रहे 48वें अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस (एआईपीएससी) का उद्घाटन करेंगे। बीपीआर ऐंड डी में अनुसंधान और सुधारक प्रशासन की निदेशक अनुपमा नीलेकर चंद्रा ने बताया कि यह दो दिवसीय कार्यक्रम भोपाल स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्रीय अकादमी (सीएपीटी) में आयोजित किया जा रहा।
उन्होंने कहा, इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न पुलिस बलों, इकाइयों, सामाजिक वैज्ञानिकों, फॉरेंसिक विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों को भारतीय पुलिस के लिए चुनिंदा हित के विषयों पर विचार-विमर्श करने के लिए साझा मंच प्रदान करना है। चंद्रा ने बताया कि पहली बार एआईपीएससी में पुलिस बल, इकाइयां, समाजिक वैज्ञानिक, फॉरेंसिक विशेषज्ञ अैर हितधारककों के साथ-साथ सुधारक प्रशासन विभाग के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे।
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ब्राजील: 2 लिंग वाला बच्चा पैदा होने का मामला
ब्राजील: 2 लिंग वाला बच्चा पैदा होने का मामला
अखिलेश पांडेय
ब्रासीलिया। ब्राजील में दो लिंग वाला बच्चा पैदा होने का दुर्लभ मामला सामने आया है। यह एक तरह की जेनेटिक परेशानी है। चिकित्सा विज्ञान में इसे डाइफेलिया कहते हैं, जिसका मतलब है शरीर में दो लिंग होना। चिकित्सकों के अनुसार ऐसा दस लाख में किसी एक बच्चे को होता है। दुनिया में अब तक ऐसे सिर्फ 100 मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्राजील के डॉक्टरों ने इस दुलर्भ मामले को प्रकाशित करवाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कभी-कभी कुछ ऐसे लोग भी जन्म लेते हैं, जिनके पास एक अतिरिक्त लिंग होता है। इस बच्चे के के दोनों लिंग अगल-बगल थे। इसमें एक उम्र के हिसाब से सही आकार में था, जबकि दूसरा बड़ा था।
डॉक्टरों ने बड़ा वाला लिंग काट कर निकला दिया है। इस सर्जरी के वक्त बच्चे की उम्र दो साल थी। सर्जरी में देरी की वजह का रिपोर्ट में जिक्र नहीं है।डॉक्टरों के अनुसार, शुरुआत में बच्चे के दोनों लिंग एक ही आकार के थे। लेकिन बाद में एक लिंग सामान्य से बड़ा हो रहा था। डॉक्टरों ने देखा कि बच्चा छोटे वाले लिंग से ही पेशाब कर पा रहा है। अंग की सक्रियता और शरीर के साथ अंदरूनी जुड़ाव के आधार पर उन्होंने बड़े वाले लिंग को काटने का फैसला लिया।
दूसरे लिंग की जगह पर टांके लगाकर उस जगह को बंद कर दिया गया है। फिलहाल यह बड़ा सवाल है कि भविष्य में इस छोटे लिंग का इरेक्शन चैंबर काम करेगा या नहीं? डॉक्टर इस मुद्दे पर स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को मेडिकल स्टडीज के लिए रिकॉर्ड किया है।
इस तरह का एक मामला उज्बेकिस्तान में भी सामने आया था। वहां पर सात साल के बच्चे के पास भी दो लिंग थे। उस बच्चे के दोनों लिंग हर तरह से काम कर रहे थे। तब डॉक्टरों ने बताया था कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसके पास दो लिंग है, वह सामान्य तरीके से यौन जीवन का आनंद ले सकता है।
हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक दो लिंग होने पर किडनी पर दबाव बढ़ता है और किडनी फेल होने की आशंका बढ़ जाती है। इसका असर रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है। दरअसल, डाइफेलिया जेनेटिक असमानता की वजह से होता है। गर्भ में भ्रूण के लिंग निर्धारण के दौरान 23वें से 25वें दिन के बीच जीन्स में किसी तरह की कमी होने पर यौन अंगों में विकृति आ सकती है।
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हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपाय, जानिए
हड्डियों की सेहत कैसे होती है खराब ?
रिपोर्ट के अनुसार, कई तरह के कारक हड्डियों की सेहत को प्रभावित करते हैं। आपकी डाइट में कैल्शियम की मात्रा कितनी है, आप कितना फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। धूम्रपान और शराब का सेवन कितना करता है।शरीर में हार्मोन लेवल कितना है। यदि बहुत ज्यादा थायरॉएड हार्मोन होगा, तो बोन लॉस होने की संभावना महिलाओं में अधिक होती है। फूड इनटेक कम करना, ईटिंग डिसऑर्डर और हद से ज्यादा वजन कम होने से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। कुछ खास तरह की दवाओं के सेवन से भी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं।
कैल्शियम जरूर करें डाइट में शामिल....
कैल्शियम के सेवन से भी हड्डियां मजबूत रहती हैं। 19 से 50 वर्ष की आयु के वयस्कों और 51 से 70 वर्ष की आयु के पुरुषों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है। वहीं, 51 वर्ष की उम्र की महिलाओं और 71 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों के लिए 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।कैल्शियम का मुख्य स्रोत डेयरी प्रोडक्ट्स, बादाम, ब्रोकली, केल, सार्डिन्स, सोया प्रोडक्ट्स जैसे टोफू आदि हैं।
विटामिन- डी की कमी ना होने दें...
कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए शरीर को विटामिन डी की जरूरत होती है। ऐसे में विटामिन डी का सेवन प्रतिदिन बहुत जरूरी है। विटामिन- डी के मुख्य स्रोत हैं ऑयली फिश जैसे टूना, सैल्मन, व्हाइटफिश, मशरूम, अंडा, फोर्टिफाइड फूड्स जैसे दूध, अनाज आदि. इनके अलावा, विटामिन- डी का सबसे जरूरी सोर्स है धूप, इसलिए सुबह में कम से कम 10 से 15 मिनट धूप में जरूर बैठें।
डेली रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी हो शामिल...
वजन कम करने वाले एक्सरसाइज जैसे चलना, टहलना और सीढ़ियां चढ़ना-उतरना आपको मजबूत हड्डियां बनाने और बोन लॉस को धीमा करने में में मदद कर सकते हैं।
स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन करें कम...
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए धूम्रपान न करें।महिलाओं को प्रतिदिन एक से अधिक गिलास शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, पुरुषों को एक दिन में दो से अधिक पेग शराब पीने से बचना चाहिए।
सब्जियां खाएं हड्डियों को मजबूत बनाएं...
चाहते हैं लंबी उम्र तक आपको घुटनों में दर्द ना हो, आराम से चल-फिर सकें, दौड़ सकें, तो आज से ही डाइट में हर तरह की सब्जियों को शामिल करना शुरू कर दें। सब्जियां हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैंं। इनमें विटामिन सी होता है, जो हड्डियों को फॉर्म करने वाली कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाता है। विटामिन सी का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव हड्डियों की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैंं। साथ ही सब्जियां हड्डियों की घनत्वता को भी बढ़ाती हैं।
नमक का सेवन सीमित करें...
नमक का सेवन बहुत अधिक ना करें। आजकल लोग जंक फूड्स, चिप्स, पिज्जा, बर्गर, चीज, प्रॉसेस्ड फूड्स आदि चीजों का सेवन अधिक करते हैंं। इनमें नमक अधिक होता है। कुछ लोग भोजन में ऊपर से भी नमक डाल लेते हैं, ऐसा करने से हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। सीमित मात्रा में नमक का सेवन करेंगे तो ब्लड प्रेशर भी हाई नहीं होगा। साथ ही सोडा ड्रिंक्स और कैफीन भी अधिक लेना बोन हेल्थ के लिए हानिकारक होता है। इनमें फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों के लिए सही नहीं होता है।
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आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई
आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई
मनोज सिंह ठाकुर
भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में जिला प्रशासन अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई कर रहा है। बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी थी, जिसे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमथ और जस्टिस पी के कौरव की युगलपीठ ने जनहित का मुद्दा मानने से इंकार करते हुए खारिज कर दिया है।
अधिवक्ता अमिताभ गुप्ता की तरफ से दायर की गयी याचिका में कहा गया था कि प्रदेश के भिन्न जिलों में अपराधिक प्रकरण दर्ज होने पर आरोपियों का घर को तोड़ने की कार्रवाई पुलिस व प्रशासन द्वारा की जा रही है। याचिका के साथ इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन सहित अन्य जिलों की कार्रवाई के संबंध में खबरों की प्रतियां पेश की गयी थी। याचिका में कहा गया था कि सुनवाई का अवसर दिये बिना ही अपराधिक प्रकरण दर्ज आरोपियों के घरों को बुलडोजर से गिराने की कार्रवाई अवैधानिक है।
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