बुधवार, 3 अप्रैल 2019

चेन्नई के खिलाफ रोहित शर्मा को अच्छे प्रदर्शन की दरकार



  • वानखेड़े स्टेडियम पर आज मुंबई और चेन्नई के बीच मुकाबला

  • आईपीएल के इस संस्करण में मुंबई 3 में से 1 मैच ही जीत पाई


रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वे रणनीतिक रूप से बेहतरीन हैं। उनकी इस खासियत की गवाही मुंबई को मिले तीन आईपीएल खिताब भी देते हैं। वे खुद भी अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की जरूरत है, खासकर स्पिनर्स से।


टीम चुनते समय भावनाओं में नहीं बहें


शायद टीम चयन में उन्हें भावनाओं को अलग रखना होगा। यही वह जगह है जहां चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) अन्य टीमों से अलग नजर आती है। अगर टीम संतुलन के लिए किसी खिलाड़ी की जरूरत होती है तो सीएसके फाफ डुप्लेसिस जैसे दिग्गजों को भी बाहर कर देती है। नॉकआउट की हड़बड़ाहट को दूर रखने के लिए मुंबई इंडियंस को अगले कुछ मैच में बड़ी जीत की दरकार है।


10 दिन में ही सब पर भारी दिख रही चेन्नई की टीम


टूर्नामेंट के इस सीजन को शुरू हुए अभी महज दस ही दिन हुए हैं और अन्य टीमों ने सीएसके की ओर देखना शुरू कर दिया है कि ये टीम आखिर क्या चीज सही कर रही है। अगर आप खिलाड़ी दर खिलाड़ी चेन्नई की टीम पर नजर डालें, उनके मौजूदा रिकॉर्ड देखें और उनके करियर को देखें तो पाएंगे कि ये खिलाड़ी और ये टीम ऐसी नहीं है जो अजेय हो या जिसे हराया नहीं जा सके।


धोनी की कप्तानी की बात निराली


मगर एलेक्स फर्ग्युसन की मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरह ही महेंद्र सिंह धोनी की सीएसके भी जीत के लिए कोई न कोई रास्ता तलाश ही लेती है। मैंने जान-बूझकर इन नामों का जिक्र किया है। मैं पहले भी कहता रहा हूं कि किसी टी-20 टीम में एक कप्तान दो खिलाड़ियों के बराबर की अहमियत रखता है।


वोट ही नहीं, नोट, राशन और ईंधन भी मांग रहे आप उम्मीदवार, दिलीप पांडेय का अनूठा अंदाज


पूर्वी दिल्ली।। लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक रहे आम आदमी पार्टी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार वोट के साथ नोट ही नहीं, राशन व ईंधन भी मांग रहे हैं। दिलीप पांडेय ने क्राउड फंडिंग का अनूठा अंदाज आजमाया है। कोशिश दैनिक इस्तेमाल में आने वाली हर चीज इकट्ठा करने की है जिसे आम मतदाता आसानी से देने को तैयार हो जाते हैं। बाद में पार्टी कार्यालय व कार्यकर्ताओं के बीच इसका इस्तेमाल कर लिया जाता है। दूसरी तरफ दक्षिणी व पूर्वी दिल्ली में भी पार्टी उम्मीदवार अपने तरीके से चुनाव खर्च जुटा रहे हैं। दरअसल, पर्याप्त फंड न होने से आप ने अपने उम्मीदवारों से कह रखा है कि वह अपने स्तर पर भी चुनाव खर्च का इंतजाम करें। इसके तहत आप उम्मीदवारों ने अपने-अपने स्तर पर इसकी रणनीति तैयार की है। सबसे दिलचस्प तरीका उत्तरपूर्वी दिल्ली में दिखा है। यहां पैसे के अलावा मतदाता से सीधे जज्बाती ताल्लुकात बनाने की भी कोशिश आप उम्मीदवार की है। मसलन, अगर कोई परिवार नकदी में चंदा नहीं दे पाता तो उससे दूध, साइकिल, गैस चूल्हा, कंबल जैसी दैनिक इस्तेमाल में आने वाली जिस भी वस्तु को दे देता है, उसे ले लिया जाता हैबाद में उसका इस्तेमाल पार्टी कार्यालय में होता है। पार्टी रणनीतिकार मान रहे हैं कि जो वोटर नोट समेत दूसरी कोई वस्तु खुशी- खुशी देने को तैयार है, वह वोट भी दे सकता है। पूर्वी व दक्षिणी दिल्ली में भी चल रही कोशिश पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार आतिशी भी क्राउड फंडिंग पर काम कर रही हैं। लोगों से पैसा लेने के साथ वह अपने कॉलेज की एल्युमनी एसोसिएशन से भी मदद मांग रही हैं। जबकि दक्षिणी दिल्ली से उम्मीदवार राघव चड़ा भी अपने स्कूल के एल्युमनी एसोसिएशन से संपर्क किया हैइसके अलावा चार्टर्ड अकाउटंस की संस्था से भी मदद की उन्हें उम्मीद है।


जनता के सामने होगा भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा

विशेष रिपार्ट, लोनी॥ संपूर्ण भारत गणराज्य आम चुनाव में व्यस्त है। लोकतंत्र के महापर्व में सभी नागरिकों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिएप्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह अपने मताधिकार के प्रति जागरूक बने और जागरूक नागरिक बनने का प्रयास करते रहे। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगरपालिका भ्रष्टाचार से किस प्रकार ओत-प्रोत है? यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। कमीशन खोरी के खेल में नगर के मूल विकास को गर्त में धकेल दिया गया है। जितना धन नगर के विकास के लिए प्रस्तावित होता है, उस धन का आधा भाग भ्रष्टाचार द्वारा बदर-बाट कर लिया जाता है! ऐसी अवस्था में विकास की बात करना पूरी तरह बेईमानी होगीअधिशासी अधिकारी और चेयरमैन की काली करतूत का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है! निर्दोष जनता आखिरकार किस बात का दंड भुगत रही है ?जनता के धन पर जो लोग हाथ साफ कर रहे हैं शायद वे इस बात से अनजान है कि जनता जनार्दन होती है! यूनिवर्सल एक्सप्रेस इस भ्रष्टाचार की एक-एक कड़ी से जनता को रूबरू कराएगा ही साथ-साथ दोषियों के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई को करने का प्रयास भी करता रहेगा! जिस प्रकार नगर पालिका में पंजीकृत ठेकेदार राजू गर्ग ने कमीशन खोरी का कच्चा चिट्ठा जनता के सामने बयान किया है। ठीक उसी प्रकार नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारी भी इस भ्रष्टाचार की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। यह एक कड़वा सच है ,नगर पालिका परिषद की परिभाषा बदलने का काम किया जा रहा है200 करोड़ से अधिक रुपये नगर पालिका में कार्यरत अधिशासी अधिकारी और भाजपा चेयरमैन ने हड़प कर लिया है। हालांकि अब किसी की तानाशाही नहीं चलेगी और दोषियों को जनता की पाई पाई का हिसाब देना ही होगा। सूत्रों की मानें तो सांसद जनरल वीके सिंह के द्वारा नगर पालिका के भ्रष्टाचार की जांच की लिखित कार्रवाई जिला प्रशासन से की गई थी। बाद में जांच वापस ले ली गई। वजह चाहे जो भी रही हो, जांच कराना एवं जांच को वापस लेना कई प्रश्नों को जन्म देता है! हालांकि इस रहस्य को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा। जनता को यह बात समझनी होगी कि जो व्यक्ति अपराध से नाता रखता है। वह सभ्य समाज में नजरें उठाकर नहीं नजर उठाकर नहा रह सकता है। साथ साथ उसका अपराध बोध उसके चहर पर स्पष्ट दिखाई भी देता रहता हैजिस प्रकार चदन को छू लेने से सुगध साथ चली आती है ,ठीक उसी प्रकार गंदगी को दगी का छूने से दुर्गंध का साथआना लाजमी होता है!


पंजाब में बहादुर अधिकारी नेहा शौरी की हत्या से हर कोई सन्न


चंडीगढ़।। पंजाब के खरड़ में हुई ड्रग्स ऑफिसर नेहा शौरी की हत्या ने सभी को दहलाकर रख दिया है। 10 साल पुरानी रंजिश के चलते एक शख्स ने जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या कर दी। नेहा नेसाल 2009 में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर रहने के दौरान आरोपी की दवा की दुकान का लाइसेंस कैंसल किया था, जिसके बाद से वह नेहा से रंजिश रखने लगा था। घटना के बाद देशभर से लोगों का सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा है और वे उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। बायोकॉन की चेयरपर्सन किरन मजूमदार शॉ ने लिखा, 'बेहद हैरान करने वाली घटना। आखिर कहां है कानून-व्यवस्था? नेहा को श्रद्धांजलि, जिन्होंने कानून का पालन करवाने में अपनी जान दे दी। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने नेहा को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, 'बहादुर और ईमानदार महिला अधिकारी नेहा को सलाम, जिन्होंने ड्रग माफिया से औरों की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी। पूर्व स्पेशल फोर्सेस अधिकारी और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए मेजर (रिटायर्ड) सुरेंद्र पूनिया ने लिखा, 'सरकारी अधिकारी नेहा की एक अनाधिकृत दवाइयां रखने वाली दुकान का लाइसेंस कैंसल करने पर हत्या कर दी गईबहादुर अफसर नेहा ने हजारों जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान दे दीनेहा, आप देश के युवाओं के लिए एक हीरो हो।' पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब पुलिस के डीजीपी को टैग करते हुए लिखा, 'कृपया इस मामले की जांच करें और सुनिश्चित करें कि इंसाफ हो'


लड़खड़ाता दिख रहा है विपक्ष


हरिओम उपाध्याय, गाजियाबाद। लोकसभा चनाव 2019 की निर्धारित तिथि जैसे-जैसे निकट आ रही है वैसे-वैसे प्रत्याशियों की सांसे अटक रही है! कुछ प्रत्याशी आत्मविश्वास से लबालब है ,तो कुछ प्रत्याशियों के चेहरों पर उदासी छाई है !हार जीत तो अभी बहुत दूर की बात है! लेकिन भाजपा का उत्साह विपक्षियों पर स्पष्ट रूप से भारी पड़ रहा है। गत सप्ताह भाजपा प्रत्याशी जनरल वीके सिंह के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया गया! भाजपा की योजनाओं और उपलब्धियों को जनता के सामने रखा गया टीला, जावली ,राजपुर ,निस्तौली अफजलपुर आदि ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क किया गया! इस अवसर पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर, पवन मावी ,पृथ्वी सिंह कसाना ,अनूप बैसला, मनोज धामा ,डॉ विनोद बंसल ,चैन पाल सिंह, राघवेंद्र बैसला, चौधरी करतार सिंह, अनिल कसाना आदि लोग उपस्थित रहे !


अमित शाह के पास कोई कार नहीं, कुल संपत्ति 3881 करोड़ रुपये


गांधीनगर।। दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पास कोई कार नहीं है। शाह की पत्नी सोनल के पास भी कार नहीं है। बीजेपी अध्यक्ष के हलफनामे के मुताबिक उनके पास कोई भी गाड़ी नहीं हैअमित शाह ने शनिवार को गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते हुए अपनी संपत्ति का जिक्र किया। इसके तहत शाह के पास कुल चल-अचल संपत्ति 38. 81 करोड़ रुपये है। 2017 में राज्यसभा के नामांकन के लिए दाखिल हलफनामे में शाह ने अपनी संपत्ति 34.31 करोड़ रुपये बताई थी। ऐसे में 2017 से अब तक शाह की संपत्ति में कुल करीब 4.5 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है। बीजेपी अध्यक्ष के हलफनामे के मुताबिक उनकी पत्नी सोनल शाह की कुल संपत्ति 4.36 करोड़ है। 2017 में सोनल की संपत्ति 3.88 करोड़ थीइसका मतलब यह है कि सोनल की संपत्ति में इस दौरान करीब 48 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। 23.55 करोड़ के गहने शाह के हलफनामे में इस बात भी जिक्र है कि उनके पास फिलहाल 23.55 करोड़ रुपये के गहने हैं। 2017 में शाह के पास 19 करोड़ के गहने थे। बीजेपी अध्यक्ष के मुताबिक फिलहाल उनकी 53 लाख रुपये सालाना कमाई है।


चौकीदार से सिर्फ दो लोग परेशान, एक कांग्रेस और दूसरे आतंकवादी : मोदी


 डिब्रूगढ़।। लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लिए चुनाव-प्रचार तेज कर दिया है। शनिवार को वह असम के डिब्रूगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने असम के चाय उद्योग के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को हर चायवाले से नफरत है और चायवालों का दर्द एक चायवाला ही समझ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने दुश्मन के घर में घुसकर मारा, पूरा देश इससे खुश है मगर कांग्रेस के परिवार और आतंकियों के घर-बार में बेचैनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '5 साल पहले आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया था, जिससे मैं असम और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए विकास के कई काम कर पाया। 70 सालों में असम के 40 फीसदी घरों तक बिजली पहुंची थी, आज असम के हर घर में बिजली है। पांच साल पहले तक असम के महज 40 फीसदी घरों में ही गैस कनेक्शन पहुंचा था, 5 साल में हमने इसे बढ़ाकर 85 फीसदी तक पहुंचाया। एयर स्ट्राइक से सिर्फ कांग्रेस और आतंकियों को कष्ट उन्होंने जनसभा में आए लोगों से पूछा, टु गईलोकाद लोग अपने चौकीदार से लोग अपने चौकीदार से खुश हैं ना? आप खुश हैं, लेकिन दो लोग ऐसे हैं जो खुश नहीं है। एक है कांग्रेस का परिवार और दूसरा है आतंकियों का घरबार। आप जब वोट देंगे तो सबसे ज्यादा कष्ट इन्हीं को होगा। भारत ने पहली बार दुश्मन के घर में घुसकर मारा। आप खुश हैं ना? लेकिन कांग्रेस परेशान है। हमने जब एयर स्ट्राइक की तो भारत के साथ पूरी दुनिया खड़ी हो गई, लेकिन कांग्रेस की नींद उड़ गई। 'चायवालों का दर्द चाय वाले ने ही समझाप्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जो भी चाय से जुड़ा है इस ही निशाना साधते हुए कहा, 'इन लोगों को चौकीदारों से नफरत तो है ही, साथ ही इन्हें चायवालों से भी नफरत है। अपनी ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा, 'मुझे लगता था कि इन्हें सिर्फ एक चायवाले से नफरत है, लेकिन पश्चिम बंगाल हो या असम, जो भी चाय से जुड़ा है उस हर शख्स से इन्हें नफरत है। लेकिन चायवालों का दर्द एक चायवाला ही समझ सकता है। चाय बागान में काम करने वालों के हमने बैंक अकाउंट खुलवाए। चाय बागान में काम करने वाली प्रसूता माताओं के अकाउंट में 12 हजार रुपये दिए हैं। 


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...