शनिवार, 18 जून 2022

'पीसीआई' की पहली महिला अध्यक्ष बनीं, देसाई

'पीसीआई' की पहली महिला अध्यक्ष बनीं, देसाई 
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) की पहली महिला अध्यक्ष बनीं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई। पीसीआइ अध्यक्ष पद के लिए 72 वर्षीय न्यायमूर्ति देसाई के नाम को हाल ही में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पीसीआइ सदस्य प्रकाश दुबे की एक समिति ने मंजूरी दी थी। सुप्रीम कोर्ट में कार्यकाल से पहले, वह बांबे हाई कोर्ट की न्यायाधीश थीं। जस्टिस रंजना देसा जम्मू और कश्मीर पर परिसीमन आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकीं हैं। पीसीआई अध्यक्ष का पद न्यायमूर्ति चंद्रमौली कुमार प्रसाद (सेवानिवृत्त) का कार्यकाल पूरा होने के बाद पिछले नवंबर से खाली था।

बता दें कि कुछ दिनों पहले उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिकता संहिता (यूनिफार्म सिविल कोड) लागू करने के लिए जो ड्राफ्टिंग कमेटी की घोषणा की है उसमें रंजना प्रकाश देशाई भी शामिल हैं। देशाई साल 1996 में मुंबई उच्च न्यायालय की न्यायधीश भी रह चुकी हैं। उन्होंने 30 जुलाई, 1937 को वकालत की शुरुआत की थी। उनका जन्म 30 अक्टूबर 1949 को हुआ था। बता दें उन्होंने 1970 में एल्फिंस्टन कालेज मुंबई से कला में स्नातक और 1973 में गवर्नमेंट ला कालेजऔर मुंबई से कानून में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। रंजना प्रकाश देसाई की साल 1986 में निवारक नजरबंदी के मामलों के लिए विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्ति हुई। वे 1 नवम्बर 1995 को सरकारी अधिवक्ता, अपीलीय साइड, मुंबई उच्च न्यायालय के पद पर नियुक्त हुई और 15 अप्रैल 1996 को उन्हें मुंबई उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया। 13 सितंबर 2011 को उनकी नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश के रूप में हुई।

घटिया राजनीति की दलदल में कमर तक ईओ

घटिया राजनीति की दलदल में कमर तक ईओ

अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। जनपद स्थित नगर पालिका परिषद लोनी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगरपालिका है। ठीक उसी प्रकार नगर पालिका में भ्रष्टाचार भी बड़ा ही होगा। 300 करोड़ के घोटाला प्रकरण से आप सभी वाकिफ हैं। घोटाला प्रकरण में आरोपी निकाय अध्यक्ष को लोकायुक्त के द्वारा क्लीन चिट दे दी गई है। अधिशासी अधिकारी के द्वारा घोटाला प्रकरण के संबंध में लोनी थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें बताया गया कि नगरपालिका से फाइलें गुम हो गई है। किंतु, अब फाइलों से संबंधित कुछ दस्तावेज मिल रहे हैं। इस प्रकरण में अधिशासी अधिकारी की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। यह आधा-अधूरा सच है। 
निकाय क्षेत्र में जो भी विकास कार्य किए जा रहे हैं या पूर्व में किए गए हैं। सभी विकास कार्यों से भ्रष्टाचार का संबंध है। सभी विकास कार्यों में निकाय निदेशालय द्वारा निर्धारित मानकों के विरुद्ध कार्य किए गए हैं। नगर पालिका अधिनियम को ताक पर रखकर निविदाएं प्रदान की जाती है। सभी मदों में निर्धारित कमीशन का खेल होता है। निकाय में सभी पंजीकृत संस्था इसके प्यादें हैं। अब यह खेल ज्यादा रोमांचकारी हो गया है। विधायक और पूर्व चेयरमैन के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। चेयरमैन के द्वारा विधायक पर आरोप लगाया गया है। हालांकि, दोनों के संबध किस स्तर पर है। वहीं बेहतर जानते हैं। किंतु राजनीति की यह जंग कूटनीति पर आधारित है। 
यह बात किसी से छिपी नहीं है। यदि हम भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो विधायक के द्वारा शहीद विनोद द्वार से विजय विहार पुलिस चौकी तक निर्मित संपर्क मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने का कार्य अभी तक नहीं किया गया है। भ्रष्टाचार और राजनीति लहंगा-चुनरी जैसे हैं। एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। एक भ्रष्ट अधिकारी ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दृढ़ निश्चय करता है। इससे अधिक उदारता अन्य कहीं संभव ही नहीं है। 
अवगत कराते चले, अधिशासी अधिकारी को स्थानीय राजनीति में घसीटा जा रहा है। राजनीति से प्रेरित घटिया राजनीति की दलदल में अधिशासी अधिकारी फिलहाल कमर तक है। जनता के हित साधने के उद्देश्य की धारणा वाले अधिकारी को राजनीति से परहेज करना चाहिए। लेकिन क्षेत्र में विवेकी रणनीतिज्ञो ने राजनीति की परिभाषा ही बदल दी है। इसके पीछे क्या उद्देश्य है तो साफ-साफ नहीं जा सकता है। लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि अधिशासी अधिकारी स्पष्ट तौर पर राजनीति के मैदान में कूद चुकी है। मीडिया की सुर्खियां बना रहना है, राजनीति का पहला पाठ है। रोज बयान बाजी करना, नए कारनामे करना, बखूबी सब हो भी रहा है।

अग्निपथ: युवा से खिलवाड़, देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन

अग्निपथ: युवाओं की आकांक्षाओं से खेलना बंद करें सरकार, सेना होगी कमजोर, 21 जून को पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन

अकांशु उपाध्याय/दुष्यंत टीकम
नई दिल्ली/रायपुर। कल दिल्ली में हुई अखिल भारतीय किसान सभा की पदाधिकारी बैठक के बाद जारी एक बयान में किसान सभा ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार द्वारा देश की सेना में "अग्निपथ" योजना शुरू करने के देश विरोधी व जनविरोधी कदम की निंदा की है। किसान सभा का स्पष्ट मत है कि अग्निपथ योजना - छल कपट के साथ अति-राष्ट्रवादी बयानबाजी के आवरण में – सेना में चोर दरवाजे से ठेका प्रथा और अस्थायी रोजगार लाने वाला कदम है। यह भारत के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में अपनी विफलता को छिपाने के लिए किया गया एक हताशापूर्ण प्रयास है। इसका कार्यकुशलता , रोजगार की गुणवत्ता और सैन्य बलों की दक्षता पर विनाशकारी प्रभाव पड़ने वाला है।
अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. अशोक ढवले तथा महासचिव हन्नान मौल्ला ने कहा है कि 2014 में हर साल 2 करोड़ नौकरियों देने का वादा करने वाली सरकार अब धोखा देकर बिना पेंशन के चार सस्ल के एक निश्चित अवधि के अनुबंध की घोषणा करके बेरोजगार युवाओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा है कि कि"अग्निपथ" योजना से भारतीय समाज का सैन्यीकरण होगा, जो पहले से ही धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ राज्य प्रायोजित फासीवादी हिंसा से संक्रमित है। संघ के विचारक सावरकर की राष्ट्र के हिंदूकरण और हिंदुओं के सैन्यीकरण की अवधारणा से प्रेरित भाजपा सरकार सुरक्षित रोजगार की तलाश में घूम रहे निर्दोष युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है।
किसान सभा ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सरकार के बल प्रयोग कर दमन के प्रयासों की तथा उनके खिलाफ अफवाह फैलाने के लिए भाजपा-आरएसएस की कड़ी निंदा की है। किसान सभा ने कहा है कि यह कदम उन लाखों बेरोजगार युवाओं की आकांक्षाओं का अपमान करता है, जो सुरक्षित नौकरी पाने की उम्मीद में बहुत अधिक खर्च और मेहनत करते हैं। किसान सभा नेताओं ने कहा कि यह कदम हमारे देश की सेना को भी कमजोर करेगा। परम्परागत रूप से किसान परिवारों से आने वाले युवाओं का सेना में एक बड़ा हिस्सा हैं। किसानों और सेना के बीच यह ऐतिहासिक व जैविक संबंध कठोर कृषि-कानूनों के खिलाफ किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष में भी देखा गया था, जो कई सेवारत और सेवानिवृत्त सेनिको द्वारा खुले और अपरोक्ष समर्थन में स्पष्ट दिखा था।
किसान सभा ने मांग की है कि केंद्र सरकार नौटंकी के बजाय सुसंगत वैज्ञानिक तरीके से बेरोजगारी के सवाल और ग्रामीण इलाकों में कृषि संकट का समाधान करने के लिए कदम उठाए और विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों जैसे - रेलवे, विश्वविद्यालयों आदि में भर्ती पर लगे प्रतिबंधों को रद्द कर नौकरियों के लिए भर्ती चालू करे। किसान सभा ने 21 जून को देश भर में भाजपा सरकार और संघ परिवार के उकसावे में आए बिना इस धोखाधड़ीपूर्ण योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।
"अग्निपथ" योजना को वापस लेने की मांग करते हुए छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते तथा महासचिव ऋषि गुप्ता ने बताया कि देशव्यापी आह्वान के अनुरूप छत्तीसगढ़ में भी कई स्थानों धरना/प्रदर्शन/पुतला दहन के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

पोस्ट करने की मनमानी पर नकेल, मसौदा तैयार

पोस्ट करने की मनमानी पर नकेल, मसौदा तैयार  

अकांशु उपाध्याय 
 
नई दिल्ली।‌ सोशल मीडिया पर लोगों की मनमानी को लेकर बहुत सारी आलोचनाओं का निदान करने के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। यानी अब तक सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने की मनमानी पर नकेल कसने के लिए सरकार ने मसौदा तैयार कर लिया है। सरकार उसके नियमन के उपाय ला रही है। अगले महीने जुलाई के बाद कड़ाई होने की उम्मीद है। मसौदे के मुताबिक सोशल मीडिया के लिए बनाए नियमों में संशोधन किया जा रहा है। इसके अलावा शिकायतें निपटाने और अधिकारियों के फैसलों के खिलाफ दायर अपीलों पर विचार करने के लिए शिकायत अपीलीय समिति का भी गठन किया जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 में संशोधन के लिए एक आम अधिसूचना भी जारी की गई है। 
मसौदे के मुताबिक इस समिति को अपील मिलने के 30 दिन के भीतर शिकायत का निपटारा करना होगा। यह निर्णय ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सएप समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की कंपनियों पर लागू होगा। ट्विटर ने समय-समय पर सामुदायिक दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन का हवाला देते हुए चर्चित हस्तियों समेत कई उपयोगकर्ताओं के खाते बंद किए हैं। ऐसे में सरकार का यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिसूचना के मसौदे के बारे में केंद्र सरकार एक या अधिक समितियों का गठन करेगी। समिति में एक प्रमुख और अन्य सदस्य होंगे। उपयोगकर्ता शिकायत अधिकारियों के खिलाफ अपील दायर कर सकते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 22 जून तक आम नागरिकों से इस बारे में सलाह और आपत्तियां मंगाई हैं। जुलाई के अंत तक केंद्र सरकार सोशल मीडिया के नियमों को अंतिम रूप दे देगी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर के मुताबिक सोशल मीडिया के उपयोग शिकायतों के बेहतर समाधान के लिए स्वयं की व्यवस्था बनाने के सुझाव पर किया जा रहा है। चंद्रशेखर ने ये भी कहा कि व्यापक विचार विमर्श के बाद सोशल मीडिया नियमों में नए संशोधनों को जुलाई समाप्त होने से पहले अंतिम रूप दे दिया जायेगा।

जर्जर सड़क के निर्माण में देरी को लेकर चर्चा

जर्जर सड़क के निर्माण में देरी को लेकर चर्चा 

अकांशु उपाध्याय/हरिओम उपाध्याय       
नई दिल्ली/लखनऊ। भाजपा नेता ईश्वर मावी ने शनिवार को पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता विमल कुमार से उनके कार्यालय में मुलाकात कर टीला मंडोली सेवाधाम रोड व बंथला फ्लाई ओवर के नीचे की जर्जर सड़क के निर्माण में हो रहीं देरी को लेकर चर्चा की। भाजपा नेता ईश्वर मावी ने बताया कि टीला मंडोली रोड लोनी क्षेत्र के दर्जनों गांवों को दिल्ली से जोड़ता है। वहीं, बंथला फ्लाई ओवर के नीचे वाला रोड भी दर्जनों गांवों का मुख्य रोड है। दोनों ही रोड वर्षो से जर्जर हालत में है। बरसात में दोनों ही रोड पर निकलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि कल हुई बरसात के बाद सड़क में कई कई फुट पानी भर गया है। जिसमें से पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है। रोड में गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं। उन्होंने तत्काल पानी निकाल कर रोड को ठीक कराने की मांग की।
भाजपा नेता ईश्वर मावी ने श्रीराम कालोनी के बंद नाले को खोलने की मांग भी उठाई। उन्होंने बताया कि नाला बंद होने से कालोनी के हजारों लोग जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं।
पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता विमल कुमार ने आश्वासन दिया कि जल्दी ही समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि टीला मंडोली सेवाधाम रोड व बंथला फ्लाई ओवर के नीचे की सड़क को कार्य योजला में शामिल किया जाएगा। फिलहाल, पानी को निकालकर उसे चलने लायक बनाया जाएगा और टेंडर में जलभराव वाले स्थान को सीसी व उसके साथ नालों का निर्माण भी कराया जाएगा।

अग्निपथ: बस्तर के सभी स्टेशनों में अलर्ट घोषित किया

अग्निपथ: बस्तर के सभी स्टेशनों में अलर्ट घोषित किया

दुष्यंत टीकम  
जगदलपुर। देशभर में चल रहे अग्निपथ को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जगदलपुर समेत बस्तर के सभी स्टेशनों में अलर्ट घोषित किया है। ईस्ट-कोस्ट रेल जोन के वॉल्टेयर डीआरएम अनूप सतपथी ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव एडीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर विवाद की स्थिति बनने पर सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। सतपथी ने बताया सभी स्टेशन मास्टर को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
विशाखापट्टनम डिवीजन की 16 ट्रेनें सुरक्षा के चलते रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि रेल मंडल की ओर से सभी प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्टेशन आने जाने वालों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। 
साथ ही यात्री ट्रेनों में सवार लोगों पर भी विशेष नजर रखने कहा गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को अंजाम दिए जाने से पहले ही टाला जा सके। स्थानीय स्टेशन में सुरक्षा के लिए तैनात आरपीएफ और जवानों के अलावा डॉग स्क्वाड को भी काम पर लगाया गया है।
स्टेशन पहुंचने वाले सभी लोगों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि अग्निपथ को लेकर अखिल भारतीय स्तर पर विरोध प्रदर्शित करने के छात्र संगठनों के आह्वान और 20 जून को भारत बंद बुलाए जाने को ध्यान में रखते हुए ईको रेलवे ने जगदलपुर रेलवे स्टेशन में भी 20 जून तक अलर्ट रहने के निर्देश आरपीएफ और कोरस के जवानों को दिए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को समय रहते टाला जा सके।

महिलाओं का सशक्तीकरण और प्रगति जरूरी: पीएम

महिलाओं का सशक्तीकरण और प्रगति जरूरी: पीएम

इकबाल अंसारी  
वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 21वीं सदी में भारत के समग्र विकास के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण और उनकी प्रगति जरूरी है। आदिवासी महिलाओं के लिए पोषण कार्यक्रम और कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करने के बाद यहां एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने महिलाओं के लिए उनकी पसंद का करियर चुनने में आने वाली सभी बाधाएं हटा दी हैं।
मोदी ने ‘गुजरात गौरव अभियान’ रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘21वीं सदी में भारत के विकास के लिए महिलाओं का तेजी से विकास और सशक्तीकरण जरूरी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार ने महिलाओं के लिए उनकी पसंद का करियर चुनने में आने वाली सभी बाधाएं हटा दी हैं, उनके लिए सारे दरवाजे खोल दिए गए हैं।

20-21 जून को बेंगलुरु-मैसूर का दौरा करेंगे, पीएम

20-21 जून को बेंगलुरु-मैसूर का दौरा करेंगे, पीएम

इकबाल अंसारी  
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे और बेंगलुरु व मैसूर में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री बेंगलुरु उपनगरीय रेलवे परियोजना की आधारशिला रखेंगे और डॉ. बी. आर. आंबेडकर स्कूल ऑफ इकानोमिक्स का उद्घाटन करेंगे। साथ ही वह योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे और चामुंडी पहाड़ियों व लिंगायत के प्रमुख संस्थान सुत्तूर मठ का दौरा करेंगे।
बोम्मई ने कहा, ”20 और 21 जून को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु और मैसूर का दौरा करेंगे। कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।” मुख्यमंत्री ने कोम्मघट्टा में तैयारियों की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी।


मनोरंजन: फिल्म ‘शमशेरा’ का पोस्टर लीक हुआ

मनोरंजन: फिल्म ‘शमशेरा’ का पोस्टर लीक हुआ

कविता गर्ग  
मुंबई। बॉलीवुड के डैशिंग एक्टर रणबीर कपूर  इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ब्रह्मास्त्र को लेकर खूब चर्चा में हैं। जिसका ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ। इस फिल्म को लेकर रणबीर के फैन्स काफी एक्साइटिड हैं, लेकिन इस बीच उनकी अपकमिंग फिल्म ‘शमशेरा’ का पोस्टर लीक हुआ है।
फिल्म ‘शमशेरा’ 22 जुलाई, 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। शमशेरा’  के टीजर में फिल्म की लीड कास्ट यानी संजय दत्त, वाणी कपूर और रणबीर कपूर नजर आ रहे हैं। यह फिल्म आजादी से पहले के समय के एक डकैत की कहानी पर आधारित है। जिसमें लीड किरदार रणबीर कपूर निभा रहे हैं।
हाल ही में फिल्म के निर्माता ने रिलीज डेट के साथ-साथ टीजर भी जारी किया था। लगभग एक मिनट के मोनोक्रोमैटिक टीज़र में तीनों अभिनेताओं हथियारों से घिरे एक अंधेर कमरे में हल्की रोशनी में बैठे हुए नजर आयें था। जिसमें संजय दत्त टीजर में कहते हुए नजर आते है…….यह कहानी है उसकी जो कहता था की गुलामी किसी की अच्छी नहीं होती ना गैरों की ना ही अपनों की इसके बाद वाणी कपूर कहती हैं यह कहानी है उसकी जिसे बाप की विरासत में आजादी का सपना मिला इसके बाद रणबीर कपूर कहते हैं लेकिन आजादी तुम्हें कोई देता नहीं आजादी उसे छीनी जाती है कर्म से डकैत, धर्म से आजाद।…….शमशेरा

कुछ हटकर नजर आ रहे हैं रणबीर...
रणबीर कपूर के लुक्स की बात करें तो अपनी हर फिल्मो से कुछ हट कर इस फिल्म में नजर आएंगे, फिल्म ‘शमशेरा’ का पोस्टर लीक होते ही उनका लुक देखने को मिल रहा है। इसमें रणबीर कपूर बड़े बाल और बड़ी दाढ़ी में डकैत वाले लुक में दिखाई दे रहें हैं। उनके चेहरे का एक्सप्रेशन भी खूंखार दिखाई दे रहा हैं। रणबीर का लुक ‘शमशेरा’ में देखकर फैंस फिल्म के लिए एक्साइटेड हो गए हैं।
फिल्म का पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ इस पोस्टर को देखकर रणबीर कपूर की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ रणबीर कपूर के लुक की तुलना थॉर: लव एंड थंडर के पोस्टर से कर रहे हैं।
करण मल्होत्रा के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘शमशेरा’ में रणबीर कपूर के अलावा संजय दत्त, वाणी कपूर, आशुतोष राणा, रोनित रॉय, सौरभ शुक्ला, त्रिधा चौधरी और आहाना कुमरा भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। बताया जा रहा है की फिल्म में रणबीर कपूर डकैत शमशेरा का किरदार निभाते नजर आएंगे। फिल्म ‘शमशेरा’ को आदित्य चोपड़ा ने प्रोड्यूस किया है।

मकान की छत गिरने से 2 की मौंत, 3 अन्य घायल

मकान की छत गिरने से 2 की मौंत, 3 अन्य घायल

अमित शर्मा

चंडीगढ़/लुधियाना। पंजाब में बारिश के दौरान लुधियाना की भोरा कालोनी में एक मकान की छत गिरने से परिवार के 2 सदस्याें की मौंत हो गयी तथा 3 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों को अस्पताल भर्ती कराया गया। पश्चिमोत्तर क्षेत्र में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश होने से झुलसाती गर्मी से राहत मिली तथा अगले तीन दिन भी बारिश के आसार हैं। मौसम केन्द्र के अनुसार हरियाणा में अगले दो दिन कई स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है तथा कहीं- कहीं भारी बारिश,गरज-चमक और तेज हवा चलने के आसार हैं।

पंजाब में अगले 48 घंटे में कुछ स्थानों पर तथा 20 -21 जून को अनेक स्थानों पर बारिश होने और कहीं-कहीं भारी बारिश,गर्जन और तेज हवा चलने के आसार हैं। चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटों में हल्की बारिश हुई जिससे पारे में गिरावट आने से मौसम सुहावना बना रहा। शहर में एक मिमी वर्षा हुई। पंजाब में कुछ स्थानों पर बारिश हुई।लुधियाना में 30 मिमी,पटियाला 27 मिमी, पठानकोट पांच मिमी, बठिंडा 16 मिमी, फतेहगढ़ साहिब 26 मिमी, गुरदासपुर 13 मिमी, फरीदकोट 14 मिमी सहित कुछ स्थानों पर हल्की से औसत बारिश हुई। बारिश सूख रहीं फसलों के लिये वरदान साबित हुई । हरियाणा में भी तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई। अंबाला सात मिमी, हिसार चार मिमी, करनाल 39 मिमी, रोहतक छह मिमी ,भिवानी आठ मिमी, सिरसा दो मिमी सहित कुछ इलाकों में हल्की बारिश तथा बूंदाबांदी हुई।

पीएम ने 'पावागढ़ कालिका मंदिर' का लोकार्पण किया

पीएम ने 'पावागढ़ कालिका मंदिर' का लोकार्पण किया

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के पंचमहल जिले के लोकप्रिय तीर्थ स्थल पावागढ़ कालिका मंदिर का लोकार्पण किया। इस मंदिर तथा उसके परिसर का पुनर्विकास किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर ध्वजारोहण किया। पुनर्विकास के चलते पहले पावागढ़ पहाड़ी की चोटी को चौड़ा करके एक बड़े परिसर की नींव रखी गई, फिर परिसर की पहली एवं दूसरी मंजिल पर सहायक सुविधाएं खड़ी की गईं। मूल गर्भगृह को बरकरार रखा गया है तथा पूरे मंदिर को फिर से बनाया गया है। मुख्य मंदिर एवं खुले क्षेत्र को चौड़ा किया गया है। वही माताजी के पुराने मंदिर में जहां ‘शिखर’ के स्थान पर एक दरगाह थी। 

दरगाह को एक सौहार्दपूर्ण बस्ती में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा एक नए ‘शिखर’ का निर्माण किया गया है जिस पर लगे खंभे पर ध्वज पताका लगा है। इसी ध्वज को फहराकर प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात में 21 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया। इसी अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘सपना जब संकल्प बन जाता है तथा संकल्प जब सिद्धि के तौर पर नजर के सामने होता है। इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। आज का यह पल मेरे अंतर्मन को खास आनंद से भर देता है। कल्पना कर सकते हैं कि 5 शताब्दी के बाद और स्वतंत्रता के 75 वर्ष के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है। यह पल हमें प्रेरणा एवं ऊर्जा देता है तथा हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है। आज सदियों पश्चात् पावागढ़ मंदिर में एक बार फिर से मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया। यह शिखर ध्वज सिर्फ हमारी आस्था एवं आध्यात्म का ही प्रतीक नहीं है। यह शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं। युग बदलते हैं, किन्तु आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।

4 बार मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की अनुमति दी

4 बार मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की अनुमति दी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। सरकार ने चार अधिसूचनाएं जारी कर मतदाता सूची के आंकड़े को ‘आधार’ से जोड़ने, ‘सर्विस वोटर’ के लिए चुनाव संबंधी कानून को लैंगिक रूप से तटस्थ (न्यूट्रल) बनाने और युवाओं को साल में मौजूदा साल में एक बार के बजाय, चार बार मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की अनुमति दे दी।
ये अधिसूचनाएं, पिछले साल के अंत में संसद द्वारा पारित चुनाव कानून (संशोधन) अधिनियम, 2021 का हिस्सा हैं। दूर-दराज के इलाकों में तैनात सैनिकों या विदेश में स्थित भारतीय मिशन के सदस्यों को ‘सर्विस वोटर’ माना जाता है।
एक से ज्यादा स्थानों पर नहीं दर्ज होगा नाम
विधि मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्विटर पर लिखा है कि चुनाव आयोग से परामर्श के बाद इस संबंध में चार अधिसूचनाएं जारी की गई हैं। केंद्रीय मंत्री ने एक चार्ट भी साझा किया है, जिसमें कहा गया है कि इससे एक ही व्यक्ति एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में नाम दर्ज नहीं करा पाएगा। रिजिजू ने कहा कि अब जो युवा पहली जनवरी या 1 अप्रैल या एक जुलाई या पहली अक्तूबर को 18 साल पूरा करेगा वह तुरंत मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने का आवेदन दे सकता है।
गौरतलब है कि वर्तमान में एक जनवरी को 18 साल की आयु पूरी करने पर ही कोई नागरिक मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन कर सकता है। एक जनवरी के बाद 18 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को पूरे एक साल इंतजार करना पड़ता है।
आधार का ब्योरा साझा करना स्वैच्छिक होगा
संसद द्वारा पारित विधेयक में यह स्पष्ट कर दिया गया था कि आधार नंबर उपलब्ध कराने में किसी व्यक्ति के अक्षम रहने पर मतदाता सूची में उसका नाम शामिल करने से इनकार नहीं किया जाएगा और मतदाता सूची से कोई प्रविष्टि नहीं हटायी जाएगी। चुनाव कानून (संशोधन) अधिनियम निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों को उन लोगों का आधार नंबर मांगने की अनुमति देता है जो पहचान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मतदाता के तौर पर पंजीकरण कराना चाहते हैं।
यह इसकी भी अनुमति देता है कि मतदाता पंजीकरण अधिकारी मतदाता सूची में पहले से शामिल व्यक्तियों से आधार नंबर मतदाता सूची में प्रविष्टि के सत्यापन, और एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में या उसी निर्वाचन क्षेत्र में एक से अधिक जगह एक ही व्यक्ति के नाम के पंजीकरण का पता लगाने इस उद्देश्य को लेकर मांग सकते हैं।
पत्नी की बजाय जीवन साथी
चुनाव संबंधी कानून को लैंगिक रूप से ‘न्यूट्रल’ बनाये जाने पर उन्होंने कहा कि ‘पत्नी’ शब्द को हटा कर ‘जीवनसाथी’ शब्द शामिल किया जाएगा, जो ‘सर्विस वोटर’ मतदाता की पत्नी या पति को मतदान के लिए उपलब्ध सुविधा प्राप्त करने की अनुमति देगा। चुनाव कानून के प्रावधानों के मुताबिक, थल सेना कर्मी की पत्नी सर्विस वोटर माने जाने की हकदार हैं लेकिन एक महिला सैन्य कर्मी के पति सर्विस वोटर नहीं माने जा सकते। लेकिन अब यह बदल जाएगा।
साथ ही आयोग अब चुनाव संबंधी सामग्री के भंडारण और सुरक्षा बलों व चुनाव कर्मियों को ठहराने के लिए किसी भी इमारत की मांग कर सकता है। यह अधिसूचना संसद द्वारा पारित निर्वाचन संशोधन कानून 2021 के तहत जारी की गई है।

असामाजिक तत्वों ने शिव मंदिर में तोड़फोड़ की

असामाजिक तत्वों ने शिव मंदिर में तोड़फोड़ की

दुष्यंत टीकम  
सरगुजा। जिले के बतौली ब्लॉक के शांतिपारा में शनिवार सुबह शिव मंदिर में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी। मंदिर में शिव और नंदी की प्रतिमा को खंडित पाया गया। जिसके चलते हिंदू संगठन के लोग भड़क उठे और इलाके में अपनी दुकाने बंद कर एनएच 43 को जाम किया और नारेबाजी की।
संगठन का कहना है कि तोड़फोड़ साजिश के तहत की गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने भड़के हुए हिंदू संगठन के लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर चक्काजाम बंद कराया।
हिंदू संगठन का कहना है कि पुलिस अगर एक हफ्ते में अपराधी को नहीं पकड़ पाई, तो उर्ग आंदोलन किया जाएगा। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी

देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अग्निपथ स्कीम को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बादशाह सलामत बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी है, तो सब चीज के लिए हम ही जिम्मेदार हैं, प्रधानमंत्री नहीं हैं। उन्होंने नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी, बुलडोजर एक्शन और सहारनपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सबके लिए हमें ही जिम्मेदार ठहरा दीजिए।
उन्होंने कहा कि नौजवान आज आक्रोश में सड़कों पर इसलिए निकला है क्योंकि उनको दिख रहा है पीएम देश के प्रधानमंत्री नहीं रहे बल्कि, इस देश के बादशाह सलामत बन चुके हैं। उन्होंने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि गलत फैसला लेकर नौजवानों का भविष्य खराब कर रहे हैं और उनकी जवानी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मुझे देश की सुरक्षा और आर्म्ड फोर्सेज की फिक्र है।
अग्निपथ स्कीम पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि अग्निवीरों के मेडिकल इंश्योरेंस, ग्रेच्यूटी का क्या होगा। उन्होंने पीएम मोदी की वन रैंक वन पेंशन का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम ने सत्ता में आने के बाद इसे लागू करने की बात की थी लेकिन ना रत्तो ना रैंक है।
उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान जैसे मुल्क घात लगाए बैठे हैं और सरकार ने देश की सुरक्षा को मजाक बनाकर रख दिया है। इस फैसले को वापस लेना चाहिए क्योंकि यह देश के हित में नहीं है, बल्कि यह देश को नुकसान पहुंचा सकता है। ओवैसी ने डिमोनेटाइजेशन और लॉकडाउन को लेकर हमला करते हुए कहा कि सरकार के इन गलत फैसलों का खामियाजा देश भुगत रहा है।उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि अनएंप्लॉयमेंट इस देश में सबसे बर्निंग इशू है। उन्होंने कहा, “सीएमआई की रिपोर्ट है कि 5 ग्रेजुएट में से सिर्फ एक को नौकरी मिलती है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कह दिया कि अस्थिरता और बेरोजगारी देश की आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा नहीं है। हमारे देश के प्रधानमंत्री को यह बात समझ नहीं आती है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 13,216 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 13,216 नए मामलें

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता नजर आ रहा है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13 हजार से अधिक मामलें सामने आए हैं। पिछले एक दिन में कुल 13,216 नए मामलें दर्ज किए गए। वहीं 23 लोगों की कोरोना से मौत हुई। नए आंकड़ों के बाद देश में एक्टिव मामलों की संख्या 68 हजार के पार पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कुल 8,148 मरीज ठीक हुए हैं‌। वहीं भारत में अब कोरोना की दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.73% है। पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।[6/18, 16:41] यूनिवर्सल एक्सप्रेस: भारत में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता नजर आ रहा है।देश में पिछले 24 घंटे में 13 हजार से ज्यादा कोरोना मामले सामने आए हैं। पिछले एक दिन में कुल 13,216 केस दर्ज किए गए। वहीं 23 लोगों की कोरोना से मौत हुई। नए आंकड़ों के बाद देश में एक्टिव मामलों की संख्या 68 हजार के पार पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कुल 8,148 मरीज ठीक हुए हैं‌। वहीं भारत में अब कोरोना की दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.73% है। पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।
[6/18, 16:42] यूनिवर्सल एक्सप्रेस: देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,32,83,793 हो गई। 113 दिनों में यह पहली बार है, जब देश में संक्रमण के 13,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में बीते 24 घंटे में संक्रमण से 23 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,840 हो गई। मंत्रालय ने बताया कि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 68,108 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.16 प्रतिशत है। वहीं, मरीजों के संक्रमण मुक्त होने की राष्ट्रीय दर 98.63 प्रतिशत तो कोविड-19 मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में एक्टिव मामलों की संख्या में 5,045 की बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 2.73 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.47 प्रतिशत है।देश में अभी तक कुल 4,26,82,697 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

पीएम मोदी की मां हीराबेन का 100वां जन्मदिन

पीएम मोदी की मां हीराबेन का 100वां जन्मदिन 

इकबाल अंसारी  
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी का शनिवार को 100वां जन्मदिन है। पीएम मोदी इस मौके पर उनसे मिलने के लिए अपने भाई पंकज मोदी के आवास पहुंचे और करीब आधे घंटे की मुलाकात के बाद अब वो वहां से निकल गए। जानकारी के मुताबिक, इस अवसर पर वडनगर के हाटकेश्वर मंदिर में भी पूजा का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे।
इसके अलावा पीएम मोदी पावागढ़ में मां काली के मंदिर में ध्वजारोहण भी करेंगे। इस मौके पर गांधीनगर में रायसन पेट्रोल पंप से 60 मीटर सड़क का नाम बदलकर 'पूज्य हीरा मार्ग' रखा जाएगा। पूज्य हीरा मार्ग का नामकरण गांधीनगर नगर निगम करेगा। इससे पहले 11 मार्च को पीएम मोदी अपनी मां से अहमदाबाद में मिले थे, जब वह गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर थे। पीएम नरेंद्र मोदी कोविड-19  महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद अपनी मां से मिले थे।‌ इसके अलावा 18 जून को अपनी वडोदरा यात्रा के दौरान पीएम मोदी लगभग 4 लाख लोगों को संबोधित भी करने वाले हैं। जिसमें विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी शामिल होंगे। ये कार्यक्रम सरदार एस्टेट के पास कुष्ठ अस्पताल में होगा।
इस महीने में पीएम मोदी का ये दूसरा गुजरात  दौरा होगा। इससे पहले 10 जून को अपनी पहली यात्रा के दौरान, उन्होंने नवसारी के आदिवासी क्षेत्र में 3,050 करोड़ रुपये की 7 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और क्षेत्र में जलापूर्ति में सुधार के उद्देश्य से 14 से अधिक अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी।
पीएम मोदी के 18 जून को होने वाले दूसरे दौरे की तैयारियां जोरों पर हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कार्यक्रम स्थल पर जर्मन तकनीक से बने विशेष गुंबदों सहित विशेष इंतजाम किए गए हैं। सड़कों की कार्पेटिंग, पार्किंग सुविधाएं, लाइटिंग और सहायक सुविधाएं भी लगभग पूरी होने वाली हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मेडिकल टीमों को भी तैनात किया जाएगा।

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के मंत्री और आम आदमी के नेता सत्येंद्र जैन की जमानत अर्जी शनिवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने खारिज कर दी। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज कर दी। अभी विस्तृत आदेश का इंतजार है।सत्येंद्र जैन को 30 मई को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसी सोमवार को उन्हें 14 दिनों की जेल भेज दिया गया था।इससे पहले शुक्रवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। 

जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कम से कम 10 आवासीय तथा व्यावसायिक स्थानों पर छापेमारी की।  सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार तथा अन्य के खिलाफ इसी तरह की छापेमारी में 2.85 करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी और 133 सोने के सिक्के जब्त किए गए हैं।2015-16 में कोलकाता स्थित एक फर्म के साथ कथित हवाला लेनदेन पर ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। दिल्ली सरकार के मंत्री जैन के पास फिलहाल दिल्ली का कोई विभाग नहीं है।सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी ने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी शासित केंद्र सरकार के बीच एक राजनीतिक गतिरोध को जन्म दिया और आरोप लगाया कि मामला पूरी तरह से झूठा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को कट्टर ईमानदार देशभक्त के रूप में बचाव किया और कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि ईडी की जांच के बाद सत्येंद्र जैन निर्दोष निकलेंगे।

आरोप: योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है

आरोप: योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अग्निपथ योजना पर सरकार को लगातार घेरा जा रहा है। विपक्ष लगातार इस योजना को वापस लेने की मांग भी कर रहा है। कांग्रेस ने शनिवार को सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है। सरकार संघ की मानसिकता को सेना में डालना चाहती है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “सरकार की नई योजना को लेकर देश का माहौल देख ही रहे हैं। सरकार इस योजना को लाने का कारण आर्थिक बता रही है, कई विशेषज्ञों के साथ चर्चा करने के बाद यह पता लगा है कि यह योजना दिखाने के लिए आर्थिक है। लेकिन असल में सरकार की नियत कुछ और है। सरकार संघ की मानसिकता को सेना में लाना चाहती है।
“नोटबंदी के दौरान 50 दिन में 60 बार परिवर्तन किया गया, जीएसटी के अंदर 10 महीने में 376 बार परिवर्तन हुआ और काले कानून में 1 साल जिद पर अड़े रहने के बाद फिर पीछे हटना पड़ा। सीएए ढाई साल पहले लेकर आए आप कानून नहीं बना पा रहे हो और अब अग्नीपथ योजना में भी पिछले 3 दिनों में 3 बार परिवर्तन हो चुके हैं। सरकार से हम गुजारिश करेंगे कि इस योजना को तुरंत वापस ले।
उन्होंने आगे कहा, “क्या कारण है कि 4 में से एक को सेना में रखेंगे बाकी तीन को आप वापस भेज देंगे। सरकार समाज का सेनाकरण कर रही है इसलिए यह बहुत चिंता का विषय है। हम आए दिन देखते हैं कि अमेरिका में स्कूल में गोलियां चल रही हैं। सरकार 4 में से 3 नौजवानों को समाज में छोड़ देंगे। समाज में क्या स्थिति होगी। सरकार क्या चाहती है कि हमारे नौजवान गैंग चलाएं। जो हाल डीमोनेटाइजेशन ने अर्थव्यवस्था का किया, यह वही डिमानेटाइजेशन सेना का हाल करेगी।”
इसके बाद कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “वन रैंक वन पेंशन का सरकार का वायदा था और संकल्प था, लेकिन आज वास्तविक स्थिति क्या है। यदि अग्निपथ योजना लागू हो गई तो वन रैंक वन पेंशन का वायदा हो जाएगा, ‘नो रैंक, नो पेंशन, सिर्फ टेंशन, विदआउट डायरेक्श।
“4 साल बाद इस योजना के तहत एक युवा भूतपूर्व सैनिक हो जाएगा, जबकि 71 साल का बुजुर्ग यह कह रहा है कि मैं देश की सेवा करूंगा। इसलिए नौजवान को बचा लीजिए जब नौजवान ही नहीं रहेगा तो देश नहीं रहेगा। क्या वित्तीय बचत के लिए हम नौजवानों को शहीद कर दें।
उन्होंने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश में युवाओं पर लाठियां चार्ज हो रही हैं, किसानों के आंदोलन में 700 किसानों की मृत्यु हुई थी, उसके बाद आपने कानून वापस लिए थे अब कितने युवाओं के बलिदानो के बाद इसे वापस लेंगे।
कांग्रेस नेता कन्हया कुमार ने भी कहा, “सरकार के एक-एक मंत्री जिस तरह से अग्निपथ योजना के फायदे गिना रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि वह कुछ बेच रहें हैं। इस भाषा की मानसिकता को पहचानने की कोशिश कीजिये। मंत्रियों को पहले यह बताना होगा कि इस योजना की जरूरत क्या है? 15 लाख रुपए मिलने वाले थे उसी खाते में यह 20 लाख रुपये भी जाएंगे।
दरअसल इस योजना के खिलाफ सड़कों पर तमाम प्रदर्शन किया जा रहा है, जहां कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी देखा जा रहा है। बिहार, यूपी, राजस्थान आदि राज्यों में लगातार यह प्रदर्शन किया जा रहा है।

संगीतकार डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हुआ

संगीतकार डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हुआ 

पंकज कपूर/राणा ओबरॉय/अमित शर्मा   
देहरादून/चंडीगढ़। उत्तराखंड के युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हो गया है। उत्तराखंड संगीत इंडस्ट्री के उभरते हुए युवा संगीतकार एवं रिद्म की स्टाइल को नया स्वरूप प्रदान करने के लिए पहचाने जाने वाले संगीतकार गुंजन डंगवाल का चंडीगढ़ के पास सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया है। वह देहरादून से चंडीगढ़ अपने दोस्त के पास जा रहे थे।
समाचार के मुताबिक यह हादसा तड़के चार से पांच बजे के बीच हुआ। वह रात के समय चंडीगढ़ के लिए देहरादून के बंजारावाला स्थित टिहरी विस्थापित कॉलोनी के अपने घर से रवाना हुए थे, जिस दोस्त के पास उन्हें जाना था। उसने गुंजन के समय पर न पहुंचने पर गुंजन के मोबाइल में बीस से पच्चीस कॉल किए। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। बताया जा रहा है कि वह अपनी स्विफ्ट कार में सवार थे और दुर्घटना के वक्त अकेले ही थे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही उनके माता-पिता देहरादून से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। देर शाम तक उनके वापस दून पहुंचने की संभावना है। उनके साथ काम कर चुके एक अन्य संगीतकार रिद्मिस्ट ए प्लस स्टुडिया के रणजीत सिंह ने बताया कि गुंजन बेहद प्रतिभाशाली संगीतकार थे। कुछ साल पूर्व लगभग इन्ही दिनों बेहद लोकप्रिय युवा गायक पप्पू कार्की की भी सड़क दुर्घटना में दुखद मौत के बाद उत्तराखंडी गीत संगीत के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुंजन डंगवाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना की है। सीएम धामी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड के युवा लोक गायक एवं संगीत निर्देशक गुंजन डंगवाल  के सड़क हादसे में निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ, उनका निधन उत्तराखंड संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

अखिलेश पांडेय

काबुल। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह अफगानिस्तान की राजधानी में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले के बाद काबुल में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है, हम काबुल से शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शनिवार की सुबह काबुल के कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे के पास एक व्यस्त सड़क पर दो धमाके हुए।
सुरक्षा बलों ने एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी कर दी है।
विस्फोट के बाद आसमान में घने धुएं का एक गुबार छा गया और राजधानी शहर के निवासियों की बीच दहशत फैल गई। काबुल में एक गुरुद्वारे में शनिवार को हुए तीन विस्फोटों में कम से कम दो नागरिक मारे गए और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। कई स्रोतों के अनुसार यह जानकारी दी गई है। गृह मंत्रालय ने विस्फोटों की पुष्टि की है और कहा है कि सशस्त्र विद्रोहियों के एक समूह ने कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे में प्रवेश किया।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रवेश करने से पहले, दुश्मन ने एक ग्रेनेड से गार्ड पर हमला किया, जिससे आग लग गई और हमारे दो हिंदू देशवासी जो हमले में घायल हो गए थे उन्हें निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।"
बयान के अनुसार, अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही विद्रोहियों ने एक कार बम विस्फोट भी किया था।
"सौभाग्य से, वे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचे और लक्ष्य तक पहुंचने से पहले एक कार बम विस्फोट कर दिया।"
इस बीच, एक चश्मदीद ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया, "हमने सुबह करीब छह बजे गुरुद्वारे के गेट पर एक बड़ा धमाका सुना। इसके बाद गुरुद्वारे के अंदर दो और विस्फोट हुए।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने एहतियाती उपायों के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है और चेतावनी के लिए गोलियां भी चलाई गई हैं। एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि पहले विस्फोट के दौरान दो लोगों की मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर वीडियो में विस्फोट की दीवारों से घिरे दो मंजिला गुरुद्वारे से धुआं निकलता दिख रहा है।
मीडियाकर्मियों और आम जनता को साइट में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है और किसी को नहीं पता कि परिसर के अंदर वास्तव में क्या चल रहा है। इससे पहले दिन में, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि हम काबुल से उस शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, "हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" मार्च 2020 में, काबुल शहर में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले में दो दर्जन उपासक मारे गए थे। हाल के महीनों में, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार का विरोध करने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह द्वारा कथित तौर पर किए गए आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला से युद्धग्रस्त देश प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को उत्तरी प्रांत कुंदुज में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए थे।

असम: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-54 हुईं

असम: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-54 हुईं 

इकबाल अंसारी  
गुवाहाटी। असम में सभी बड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने से बाढ़ की स्थिति भयावह हो गयी है और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश होने से कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आयी हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार राज्य के 28 जिलों के 2930 गांवों के 19 लाख लोग प्रभावित हुए है। 
इसके अलावा राज्य के विभिन्न इलाकों से भूस्खलन की घटनाओं की रिपोर्ट मिल रही है। जहां भारी बारिश हो रही है, जिससे गुवाहाटी में प्रमुख सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार कम से कम अगले दो दिनों तक बारिश के थमने का कोई आसार नहीं है। असम और मेघालय दोनों राज्यों में आज तक रेड अलर्ट जारी है।

राजमार्ग पर ट्रक ने 2 कारों को मारी टक्कर, हादसा

राजमार्ग पर ट्रक ने 2 कारों को मारी टक्कर, हादसा

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जनपद के थाना सिखेड़ा क्षेत्र के पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर एक ट्रक ने 2 कारों को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने की वजह से कई लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया, तो कई घायलों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए उन्हें पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार थाना सिखेड़ा इलाके में पड़ने वाले पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर देर रात दर्दनाक हादसा हुआ है। 
बताया जा रहा है कि मीरापुर के रहने वाले हकीमुद्दीन पुत्र मोहम्मद अपने परिवार के साथ मीरापुर कहीं से वापस आ रहे थे। हाईवे पर स्थित नंगला कबीर पेट्रोल पम्प के निकट गांड़ी पहुंचकर अचानक तकनीकी खराबी की वजह से बंद हो गई। 
कार खराब होने की वजह से गाडी के अंदर से सभी बाहर आ गये और मीरापुर पहुंचने एक अन्य गाड़ी को फोन कर बुलाया गया। ट्रक ने दोनों गाड़ियों में जोरदार टक्कर मार दी। भीषण टक्कर लगने से कार में सवार में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हकीमुद्दीन पुत्र पीर मोहम्मद व आरिफ पुत्र जमील ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को उपचार के लिये स्थानीय हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल द्वारा श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर उन्हें गूगल डूडल के जरिए, याद किया जा रहा है।
लेकिन, क्या आप जानते है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू कौन थी ? 
जिनको गूगल ने इतने सालों बाद भी श्रद्धांजलि दी, तो चलिए आज हम आपको बताते है। बता दें, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू उन महिलाओं में से एक हैं। जिन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान हासिल की। आज उनका 140वां जन्मदिन है। 
दरअसल, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू रेडियोधर्मिता की खोज और अनुसंधान में अग्रणी महिलाओं में से एक थी। केमिस्ट्री और भूतिकी की महान वैज्ञानिक थी। आपको बता दें, यह कोई आम महिला नहीं थी। भूकंप और बरसात के बीच की कड़ी का इन्होंने ही गहन अध्ययन किया था। उस दौरान यह पहली बार नोटिस किया गया कि भूकंप के लिए उपरिकेंद्र पर रेडियोधर्मिता में अक्सर उल्लेखनीय वृद्धि होती है। 
गौरतलब है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू का जन्म 18 जून 1882 को बुखारेस्ट हुआ था। उन्होंने, 1907 में  बुखारेस्ट विश्वविद्यालय में दाखिला के बाद 1910 में भौतिक और रासायनिक विज्ञान में उन्होंने डिग्री प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने बुखारेस्ट, प्लोएस्टी, इयासी और कैम्पुलुंग के उच्च विद्यालयों में पढ़ाया भी। 1919 में उन्होंने मैरी क्यूरी के साथ सोरबोन में मॉरेचिनानू ने रेडियोएक्टिविटी पर एक कोर्स किया। इनके सफर की शुरुआत यही से शुरू हुई। उसके बाद 1926 तक रेडियम संस्थान में  मैरी क्यूरी के साथ उन्होंने शोध किया।  श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू ने पोलोनियम के आधे जीवन पर भी शोध किया। 
बता दें, 1936 श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू  के काम को में रोमानिया की विज्ञान अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त हुआ था। जहां, उन्हें अनुसंधान निदेशक के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-253, (वर्ष-05)
2. रविवार, जून 19, 2022
3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम-34+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...