सोमवार, 9 मई 2022

29 को सम्मेलन-महासम्मेलन में भाग लेंगे 'राष्ट्रपति'

29 को सम्मेलन-महासम्मेलन में भाग लेंगे 'राष्ट्रपति'   

मनोज सिंह ठाकुर          

उज्जैन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के इस महीने के आखिरी सप्ताह में प्रस्तावित मध्यप्रदेश के उज्जैन दौरे पर है। जिसको लेकर जिला कलेक्टर द्वारा आज यहां कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही उन्होंने हैलीपेड, सर्किट हाऊस का भी निरीक्षण किया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति कोविंद 29 मई को यहां अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन, स्व-सहायता समूह सम्मेलन में भाग लेंगे तथा भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। राष्ट्रपति के उज्जैन के प्रस्तावित कार्यक्रमों के सम्बन्ध में कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने सोमवार को हैलीपेड, सर्किट हाऊस एवं कालिदास अकादमी संकुल हॉल का निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

जिला कलेक्टर ने हैलीपेड पर कारपेटिंग करने, पेड़ों की छंटाई करने, आन्तरिक मार्गों को ठीक करने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह उन्होंने सर्किट हाऊस के रिनोवेशन के निर्देश दिये। उन्होंने भोजन कक्ष, बैठक हॉल एवं कक्षों का निरीक्षण किया एवं आवश्यक सुधार के निर्देश दिये।इसके बाद कालिदास अकादमी स्थित पं.सूर्यनारायण संकुल पर चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया एवं निर्देश दिये कि हॉल का रिनोवेशन तथा कॉरिडोर में फर्श ठीक किया जाये। साथ ही उन्होंने जवाहर हॉस्टल से लगी हुई बाउंड्रीवाल बनाने के निर्देश दिये हैं।

करेत्तर राजस्व वसूली, बैठक आयोजित की

करेत्तर राजस्व वसूली, बैठक आयोजित की  

बृजेश केसरवानी       
प्रयागराज। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में कर-करेत्तर राजस्व वसूली की प्रगति के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विभागवार समीक्षा करते हुए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली में कमी पाये जाने पर सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कार्यों में लापरवाही या उदासीनता किसी भी स्तर पर क्षम्य नहीं है। वाणिज्यकर विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सेक्टर 5 एवं 6 क्षेत्र की राजस्व वसूली कम पाये जाने पर सम्बंधित डिप्टी कमिश्नर वाणिज्यकर से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने वाणिज्यकर, आबकारी एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को प्रवर्तन की कार्यवाही में तेजी लाते हुए लक्ष्य के सापेक्ष वसूली सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया है। स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन की समीक्षा में हण्डिया में राजस्व प्राप्ति की प्रगति धीमी पाये जाने पर सम्बंधित उपनिबंधक से स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। 
आबकारी विभाग के राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी एवं आबकारी निरीक्षकों को प्रवर्तन की कार्यवाही में तेजी लाते हुए राजस्व वसूली बढ़ाये जाने का निर्देश दिया है। परिवहन विभाग की समीक्षा में अवैध रूप से चलने वाले टैक्सी स्टैण्डों पर प्रभावी कार्रवाई न किये जाने पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों के विरूद्ध स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। विद्युत विभाग की समीक्षा में मेजा एवं फाफामऊ क्षेत्र में राजस्व वसूली की प्रगति धीमी पाये जाने पर सम्बंधित अधिशाषी अभियंता विद्युत के विरूद्ध स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अभियंताओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि ट्रांसफार्मर खराब होने पर तत्काल उसकों बदलने की कार्रवाई सुनिश्चित करें, शिकायत पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 
नगर पंचायतों में राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए भारतगंज, हण्डिया, सिरसा, कोरांव एवं शंकरगढ़ नगर पंचायत की राजस्व वसूली कम पाये जाने पर सम्बंधित अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायतों के विरूद्ध स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। विविध देय की वसूली की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने फूलपुर, हण्डिया, मेजा, कोरांव तहसील की राजस्व वसूली की प्रगति धीमी पाये जाने पर सम्बंधित तहसीलदारों से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। मण्डी की समीक्षा करते हुए सिरसा मण्डी में राजस्व वसूली कम पाये जाने पर मण्डी सचिव सिरसा से भी स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर एडीएम वित्त एवं राजस्व जगदम्बा सिंह व सम्बंधित विभागों के अधिकारीगणों के अलावा सम्बंधित तहसीलों के तहसीलदार उपस्थित रहे।

कई भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध, एकेडमी

कई भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध, एकेडमी   

अखिलेश पांडेय
वाशिंगटन डीसी/कैलिफोर्निया। शिक्षा मानव का बुनियादी हक है। पहले के जमाने में गुरुकुल में अध्ययन और अध्यापन का काम किया जाता था। हालांकि, जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास हुआ, वैसे-वैसे शिक्षा का तरीका भी बदला। आज के जमाने में खासकर कोरोना महामारी के बाद यह इंटरनेट पर पूरी तरह से निर्भर हो चुका है। दुनियाभर में लाखों की संख्या में वेबसाइट्स और ब्लॉगर्स शिक्षा को क्लास रूम से निकालकर विद्यार्थियों के घरों तक पहुंचा रहे हैं। इन्हीं में से एक है, खान एकेडमी। इसकी स्थापना बांग्लादेशी मूल के अमेरिकी साल खान ने साल 2008 में की थी। आज इस एकेडमी के जरिए दुनियाभर के 13 करोड़ से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं।
गणित की शिक्षा देने वाली यह एकेडमी दुनियाभर के कई भाषाओं में अपने कंटेंट उपलब्ध करवाती है।
साल खान जब 20 साल के थे, तब उन्होंने बोस्टन में एक हेज-फंड एनलिस्ट के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। उस समय न्यू ऑरलियन्स में रहने वाली उनकी 12 साल की चचेरी बहन ने गणित में उनकी कुछ मदद मांगी। नादिया गणित में कमजोर होने के कारण स्कूल में निचले ग्रेड में डाल दी गई थी। इसलिए, साल खान ने टेलिफोन के जरिए नादिया को पढ़ाना शुरू किया और जब परीक्षा हुई तो उनकी चचेरी बहन रेमेडियल क्लास से निकलकर स्कूल में मैथ्स की टॉप स्टूडेंट बन गई। इस सफलता ने साल खान को गणित पढ़ाने के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद उन्होंने लुइसियाना में अपने 12 चचेरे भाई-बहनों को अलजेब्रा और कैल्कुलस पढ़ाना शुरू कर दिया।

पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए स्थापित की वेबसाइट...
अपनी पढ़ाने की कला को और रोचक बनाने के लिए साल खान ने एक वेबसाइट को बनाया और कुछ सॉफ्टवेयर का ईजाद किया। इसके जरिए वे अपने विद्यार्थियों के लिए प्रैक्टिस सेट बनाते थे। इसी दौरान साल खान के एक दोस्त ने सुझाव दिया कि वो अपनी पढ़ाई का वीडियो बनाकर उसे यूट्यूब पर अपलोड कर सकते हैं। उस समय तक सात खान का यह मानना था कि यूट्यूब तो पियानो बजाने वाली बिल्लियों और स्केटबोर्ड पर सरकने वाले कुत्तों के लिए है। इसके बावजूद उन्होंने अपना वीडियो अपलोड करने का फैसला किया। इस दौरान उनके चचेरे भाइयों ने बताया कि वो यूट्यूब के जरिए पढ़ने को अधिक पसंद करते हैं, क्योंकि इसे जितनी बार चाहें उतनी बार देख सकते हैं और बार-बार एक ही टॉपिक के रिपीट करने से पढ़ाने वाला भी नाराज नहीं होता है। 
बिल गेट्स की तारीफ ने साल खान को प्रसिद्ध कर दिया...
जिसके बाद साल खान को लगने लगा कि यह उनकी पढ़ाई के लिए एक अच्चा प्लेटफॉर्म हो सकता है। वे धीरे-धीरे गणित की कठिन अवधारणाओं के सरल भाषा में वीडियो बनाकर उसके वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड करने लगे। 2008 से पढ़ाना शुरू करने के चार साल बाद यूट्यूब पर उनके ऑनलाइन ट्यूटोरियल को हर महीने हजारों लोग देखने लगे थे। फिर एक दिन बिल गेट्स ने कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह खान के वीडियो का इस्तेमाल अपने बच्चों को गणित सिखाने के लिए कर रहे थे। जिसके बाद उनका यूट्यूब चैनल वायरल हो गया। उस दौरान तो गूगल ने उन्हें फ्री वर्ल्ड क्लास एजुकेशन फॉर एनीवन, एनीवेयर के अपने सपने का विस्तार करने के लिए 2 मिलियन डॉलर की पेशकश की थी।

कैलिफ़ोर्निया के माउंटेन व्यू में है खान एकेडमी का ऑफिस...
जिसके बाद उन्होंने कैलिफ़ोर्निया के माउंटेन व्यू में गूगल के पुराने ऑफिस के ठीक पास खान एकेडमी का ऑफिस खोल लिया। वर्तमान में खान एकेडमी के 190 देशों में 135 मिलियन से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। वे 51 अलग-अलग भाषाओं में अपने कंटेंट उपलब्ध करवाते हैं। 2016 में खान एकेडमी का टर्नओवर 350 करोड़ रुपये था, निश्चित तौर पर इस समय यह आंकड़ा 4 से 5 गुना ज्यादा होगा। खान एकेडमी इंटरनेट कनेक्शन वाले किसी भी व्यक्ति को हजारों मुफ्त वीडियो ट्यूटोरियल और एक्सरसाइज उपलब्ध करवाता है। कोरोना महामारी की शुरुआत में जब दुनियाभर में स्कूल-कॉलेज बंद हो गए, तब खान एकेडमी के यूजर्स की संख्या 30 मिलियन से बढ़कर 85 मिलियन तक पहुंच गई थी। जो इस समय धीरे-धीरे बढ़कर 135 मिलियन तक पहुंच गई है।
बेहद सादगी का जीवन जीते हैं साल खान
हर साल अरबों रुपये की कमाई करने वाले साल खान अब भी बहुत सादगी की जिंदगी जीते हैं। वे अपनी डॉक्टर पत्नी उमैमा और अपने तीन बच्चों के साथ चार बेडरूम वाले एक घर में रहते हैं। उनके पास टेस्ला या फेरारी के बजाय दो होंडा की कारें हैं। 
उनके पास अपना कोई निजी जेट या निजी शेफ भी नहीं है। उन्होंने बताया कि उनका बचपन लुइसियाना के मेटाएरी में गरीबी में गुजरा। उनकी मां भारतीय मूल की थीं, जो घर को चलाने के लिए एक स्टोर में काम करतीं थीं। उनके पिता बांग्लादेशी मूल के थे, जो डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए अमेरिका आए थे।

चीन-रूस की सप्लाई चेन से अलग होने की रणनीति

चीन-रूस की सप्लाई चेन से अलग होने की रणनीति

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/कीव। यूक्रेन संकट के बाद दुनिया के फिर दो खेमों में बंटने और शीतयुद्ध का दूसरा दौर शुरू होने के मद्देनजर लोकतांत्रिक विकसित देेश, चीन व रूस की सप्लाई चेन से अपने को अलग करने की रणनीति पर काम करने लगे हैं। दरअसल, कोरोना महामारी और रूस यूक्रेन युद्ध ने जनतांत्रिक विकसित देशों को एक अहम सबक सिखाया है। भविष्य में वे कच्चा माल और कलपुर्जों की सप्लाई के लिए मात्र एक देश पर निर्भर नहीं रहेंगे। चीन ने सस्ते और कुशल कामगार तथा सुव्यवस्थित कानून व्यवस्था के साथ विशाल उपभोक्ता बाजार की बदौलत विकसित देशों की बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित किया। इन कंपनियों ने चीन में कार, इनके कलपुर्जे, सेमीकंडक्टर चिप्स आदि बनाने शुरू किए और पूरी दुनिया को सप्लाई करने लगीं। धीरे-धीरे कंपनियों ने कलपुर्जों के उत्पादन अपने देश में बंद कर दिए और चीन के निर्माण उद्योग को चमकाने लगीं। नतीजतन चीन समृद्ध, ताकतवर और घमंडी होता गया।

वैसे तो जनतांत्रिक विकसित देशों के चीन से रिश्तों में तनाव कोरोना महामारी के पहले से ही शुरू हो गया था लेकिन जिस तरह कोरोना और यूक्रेन युद्ध के दौरान व्यापारिक माल को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया, उससे विकसित देश सहम गए हैं। हाल में अमेरिका व चीन और ऑस्ट्रेलिया व चीन के बीच चले व्यापारिक युद्ध के मद्देनजर भारत सहित तमाम देशों में यह आशंका है कि चीन से किसी टकराव या कोरोना जैसी किसी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में इन उत्पादों की सप्लाई चेन टूट सकती है। इसलिए अमेरिका व यूरोपीय देश इस सप्लाई चेन का विकल्प खोज रहे हैं जिसमें वे भारत को महत्वपूर्ण साझेदार मानने लगे हैं। यही वजह है कि 25 अप्रैल को यूरोपीय संघ की प्रेजिडेंट उर्सुला लेयेन ने अपने भारत दौरे में भारत के साथ ट्रेड एंड टेक्नलॉजी काउंसिल (टीटीसी) की स्थापना पर सहमति दी है। 27 देशों के संगठन यूरोपीय यूनियन ने इस तरह की काउंसिल का गठन इसके पहले केवल अमेरिका के साथ ही किया है।

प्रस्तावित परिषद का दीर्घकालीन इरादा उच्च तकनीक वाले उत्पादों के लिए चीन का वैकल्पिक स्रोत तैयार करना है और इनके उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करनी है ताकि इनकी सप्लाई के लिए चीन का मोहताज नहीं रहना पड़े। इसके पहले मार्च 2021 में चार देशों के संगठन क्वाड (ऑस्ट्रेलिया, जापान , अमेरिका और भारत) ने चीन की सप्लाई चेन का विकल्प खोजने के लिए क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नलॉजी वर्किंग ग्रुप का गठन किया था, जिसका मकसद उच्च तकनीक वाले ऐसे उत्पादों की पहचान कर उनका क्वाड के साझेदार देशों में साझा उत्पादन करना है जिनके लिए क्वाड के देश चीन पर अत्यधिक निर्भर हैं। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी दुर्लभ खनिज का साझा उत्पादन कर बाकी दुनिया को सप्लाई करने पर भारत के साथ सहमति बनाई। दोनों देशों ने हाल में मुक्त व्यापार संधि कर सहयोग की इस सहमति को नया आयाम दिया है। वास्तव में दुर्लभ खनिज व उच्च तकनीक वाले कलपुर्जों की सप्लाई पर चीन का एकाधिकार है और चीन यदि किसी देश को इनमें से किसी की भी सप्लाई रोक दे तो उस देश का उद्योग-धंधा चौपट हो सकता है। ऐसे में चीन ने कुछ सालों से 5-जी नेटवर्क के विकास में महारत हासिल की और यूरोपीय देशों व अमेरिका-ब्रिटेन से लेकर भारत तक के बाजार में छा जाने का सपना देखने लगा तो उन देशों के कान खड़े हुए। यदि 5-जी पर भी चीन का एकाधिकर स्थापित हो जाए तो पूरी दुनिया चीन की मुट्ठी में होगी। इसलिए उच्च तकनीक वाले औद्योगिक कच्चा माल व कलपुर्जों की सप्लाई चेन का दायरा बढ़ाने की महत्वाकांक्षी रणनीति पर भारत के साथ विकसित देश गंभीरता से आगे बढ़ रहे हैं। वे देश चाहते हैं कि धीरे-धीरे चीन से इनका आयात कम किया जाए। इसके लिए वे देश अपनी कंपनियों को भी चीन छोड़ कर किसी और देश में जाने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। ऐसी कुछ कंपनियां भारत की ओर देख रही हैं तो कुछ अन्य वियतनाम व अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को परख रही हैं। लेकिन भारत के पास वैज्ञानिक व औद्योगिक आधार का जो विशाल दायरा है वह वियतनाम, थाइलैंड, मलयेशिया, इंडोनेशिया जैसे देशों के पास नहीं।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और यूरोपीय देशों ने हाल में भारत के साथ जिस तरह के सहयोग समझौते किए हैं। वह भारत की औद्योगिक व तकनीकी क्षमता को मान्यता प्रदान करता है। सहयोग की ये सहमतियां और समझौते प्रभावी ढंग से अमल में लाए गए तो आने वाले सालों में भारत निश्चित रूप से चीन का कारगर विकल्प बन सकता है। लेकिन इसमें कई पेंच हैं। बड़ा सवाल यह है कि क्या भारत इसके लिए तैयार है। इसके लिए विकसित देशों की कंपनियों को अनुकूल घरेलू माहौल प्रदान करना होगा। समुचित माहौल बनाने के लिए न केवल देश भर में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारनी होगी बल्कि राज्य सरकारों को भी अपने स्तर पर निवेश के अनुकूल नीतियां बनानी होंगी, माहौल ठीक करना होगा और लालफीताशाही दूर करनी होगी।

पूर्वी एशिया की 'यथास्थिति' बदलने की कोशिश

पूर्वी एशिया की 'यथास्थिति' बदलने की कोशिश 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय      

नई दिल्ली/टोक्यो। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पिछले हफ़्ते अपने ब्रिटेन दौरे पर चेताया है कि जो यूक्रेन के साथ हुआ, वह ताइवान के साथ भी हो सकता है और इस क्षेत्र में स्थिरता न सिर्फ़ जापान की सुरक्षा के लिए, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। उनका इशारा सीधे चीन की ओर था। दूसरी ओर डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने भी कहा है कि चीन यूक्रेन में रूस के हमले पर पैनी नज़र रखे हुए है और इससे ताइवान को लेकर उसके आकलन भी प्रभावित हो रहे हैं। भारत पहले से ही चीन की आक्रामकता झेल रहा है।

अप्रैल 2019 के बाद से लेकर अब तक एलएसी पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए चीन के साथ कई दौर की सैन्य वार्ताएं हो चुकी हैं, जिनमें से अधिकांश बेनतीजा रही हैं। अब जापान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि चीन पूर्वी एशिया की यथास्थिति बदलने की कोशिश कर सकता है। कहा जा रहा है कि जापान के पीएम किशिदा का बयान भारत के लिए भी चिंता का विषय हो सकता है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि एशिया में नियम आधारित व्यवस्था को चुनौती मिल रही है लेकिन पश्चिम के देश इस पर ख़ामोश रहे और यूक्रेन के मामले में भारत पर दबाव बनाया जा रहा है।


अधिकारियों ने तालाब से अतिक्रमण हटवाया

अधिकारियों ने तालाब से अतिक्रमण हटवाया  

भानु प्रताप उपाध्याय  
मुजफ्फरनगर। जनपद में अवैध कब्जों पर जिला प्रशासन की कडी कार्यवाही लगातार जारी है। इसी कडी में सोमवार को अधिकारियों ने फोर्स के साथ कस्बा भोकरहेडी में तालाब से अतिक्रमण हटवाया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जनपद के कस्बा भोकरहेडी के गोटकी तालाब पर आज जिला प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण हटाया गया। जिले में अवैध अतिक्रमण करने वालो पर लगातार प्रशासन का चाबुक चल रहा है।
अतिक्रमण हटाने की इस कार्यवाही के दौरान तहसीलदार जानसठ, ईओ भोकरहेड़ी, लेखपाल व भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे।

चुनिंदा लोगों को सूट करता है नीलम, खासियत

चुनिंदा लोगों को सूट करता है नीलम, खासियत 

श्रीराम मौर्य           
आजकल हर कोई डायमंड पहनता है। फैशन के चक्‍कर में डायमंड पहनना भारी भी पड़ सकता है क्‍योंकि डायमंड सभी राशि वालों को सूट नहीं करता है। इसी तरह नीलम रत्‍न भी चुनिंदा लोगों को ही सूट करता है। लेकिन इन दोनों रत्‍नों की खासियत है कि ये जिन्‍हें सूट कर जाएं उन्‍हें फर्श से अर्श पर पहुंचा देते हैं। वहीं जिन्‍हें सूट न हों तो उन्‍हें तबाह कर देते हैं।

बहुत ताकतवर हैं ये दोनों रत्‍न...
कुंडली के शुक्र और शनि जैसे ग्रहों के अशुभ असर को कम करने के लिए और इन ग्रहों को मजबूत करने के लिए हीरा और नीलम रत्‍न धारण किए जाते हैं। ये रत्‍न दिखने में जितने सुंदर होते हैं, प्रभाव के मामले में उतने ही ताकतवर होते हैं। इनके शुभ और अशुभ असर दोनों ही बहुत दमदार होते हैं इसलिए जीवन पर बड़ा प्रभाव डालते हैं। लिहाजा इन रत्‍नों को कभी भी बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं पहनना चाहिए।
नीलम रत्‍न शनि का प्रमुख रत्न है। जिन जातकों की कुंडली के लिहाज से यह रत्‍न शुभ हो यह उन्‍हें सफलता के चरम पर पहुंचा देता है। वहीं जिन लोगों के लिए अशुभ हो, उन्‍हें मिट्टी में मिला देता है। बड़ी दुर्घटना, कंगाली, मान हानि कराता है। इसलिए विशेषज्ञ को अपनी कुंडली दिखाकर ही नीलम रत्‍न धारण करना चाहिए। बल्कि इसे अंगूठी, पेंडेंट में पहनने से पहले नीले कपड़े में बांधकर तकिए के नीचे रखकर या हाथ में बांध कर सोना चाहिए। यह रत्‍न 24 घंटे में असर दिखाने लगता है। नीलम रत्‍न मकर, कुंभ, वृष, मिथुन, कन्या और तुला के जातक धारण कर सकते हैं।
डायमंड हीरे का संबंध शुक्र ग्रह से है। यह रत्‍न जीवन में सुख-समृद्धि, धन-दौलत देता है। साथ ही लव लाइफ-मैरिड लाइफ पर असर डालता है। लेकिन हीरा हर किसी को सूट नहीं करता है। हालांकि कम वजन के हीरे पहनने से कोई असर नहीं पड़ता है लेकिन बड़ा हीरा बहुत सोच-समझकर पहनना चाहिए। डायमंड केवल वृषभ, तुला राशि वालों को शुभ फल देता है। यदि यह अशुभ रहे तो जातक धन हानि, दांपत्‍य में समस्‍या झेलता है। इसके अलावा बड़े नुकसान और दुर्घटना का कारण भी बन सकता है।

नागरिकता आवेदन, पाकिस्तान लौटें कई प्रवासी हिंदू

नागरिकता आवेदन, पाकिस्तान लौटें कई प्रवासी हिंदू   

सुनील श्रीवास्तव  

इस्लामाबाद/नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तानी अल्पसंख्यक प्रवासियों के हक़ की आवाज़ उठाने वाली संस्था सीमांत लोक संगठन (एसएलएस) ने ये दावा किया हैै, कि नागरिकता आवेदन के बाद प्रक्रिया में कोई प्रगति न देखने के बाद इनमें से कई प्रवासी हिंदू तो वापस पाकिस्तान लौट गए। ये आँकड़े साल 2021 के हैं। एसएलएस के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा के हवाले से अख़बार ने लिखा है, “एक बार वे वापस लौट गए तो पाकिस्तानी एजेंसियां उनका इस्तेमाल भारत को बदनाम करने के लिए करती हैं। उन्हें मीडिया के सामने लाया गया और ये बयान देने को मजबूर किया गया कि भारत में उनके साथ बुरा बर्ताव हुआ।

गृह मंत्रालय ने साल 2018 में नागरिकता आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की थी। मंत्रालय ने सात राज्यों में 16 कलेक्टरों को भी ये ज़िम्मेदारी दी थी कि वे पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्धों नागरिकता देने के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार करे।

टॉस करके निकाला 'जीत-हार' का फैसला

टॉस करके निकाला 'जीत-हार' का फैसला  

अखिलेश पांडेय/अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन और भारत में जब लोकसभा या विधानसभा चुनाव होता है तो कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं। जिसमें दो कैंडिडेट्स के वोट बराबर होते हैं। ऐसे में रीकाउंटिंग होती है और इसके बाद भी वोट बराबर आए तो दोबारा वोटिंग कराई जाती है। हालांकि, पंचायती या सभासद जैसे छोटे चुनावों में ऐसी परिस्थिति में पर्ची खुलवाई जाती है। लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है।
जिसके बारे में शायद ही पहले आपने सुना हो। जी हां, एक चुनाव के दौरान वोट काउंटिंग के बाद दो कैंडिडेट्स के नतीजे बराबर थे। जिसके बाद जीत-हार का फैसला क्रिकेट गेम की तरह टॉस करके निकाला गया। 
दो प्रमुख उम्मीदवारों को समान वोट मिले तो क्या हुआ। चुनाव परिणाम में कभी-कभी नेक-टू-नेक की फाइट हो सकती है, क्योंकि उम्मीदवार केवल एक छोटे अंतर या सिर्फ एक अतिरिक्त वोट से जीत सकते हैं। लेकिन क्या होता है जब दो प्रमुख उम्मीदवारों को समान वोट मिलते हैं। यूके में, स्थानीय चुनाव परिणाम में एक मामला सामने आया है, जिसमें काउंटिंग के दौरान दो कैंडिडेट्स की वोट टाई हो गए। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला एक सिक्का उछाल कर किया गया।
पूरे ब्रिटेन में लोग 5 मई को अपने स्थानीय चुनावों में मतदान करने के लिए बाहर आए। साउथ वेल्स में मॉनमाउथशायर काउंटी काउंसिल ने सबसे कम अंतर देखा। जैसा कि अंतिम मतगणना के बाद दो उम्मीदवारों को समान संख्या में वोट मिले, एक सिक्का टॉस के आधार पर लॉनफॉइस्ट फॉवर और गोविलॉन के लिए विजेता का फैसला किया गया‌।
मॉनमाउथशायर काउंटी काउंसिल में लेबर के ब्रायोनी निकोलसन, कंजर्वेटिव के टॉमोस डेविस के खिलाफ थे। दोनों उम्मीदवारों को 679 वोट मिले। निकोलसन द्वारा सिक्के का अनुमान लगाने के बाद टॉमोस डेविस को परिषद के लिए चुना गया था। टॉस के साथ विजेता घोषित किए जाने का ट्विटर पर साझा किया गया वीडियो वायरल हो गया है और इसे 6,000 से अधिक बार देखा जा चुका है।

श्रीलंका के पीएम का इस्तीफा, प्रस्ताव खारिज

श्रीलंका के पीएम का इस्तीफा, प्रस्ताव खारिज  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत   
कोलंबो। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। देश में वर्तमान में आपातकाल की स्थिति श्रीलंका के मुख्य विपक्षी एसजेबी ने रविवार को कहा कि उसने देश में जारी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच अपने नेता साजिथ प्रेमदासा को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के प्रस्तावित राष्ट्रपति गोटबाया के एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। 
देश में वर्तमान में आपातकाल की स्थिति है। जयशेखर ने कहा कि असंतुष्ट समूह का 11 पार्टियों का गठबंधन संकट को खत्म करने के तरीकों पर सोमवार को आगे की बातचीत करेगा। महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने पर उन्हें अंतरिम सरकार के गठन की उम्मीद है।

वैज्ञानिक ने चेताया, फिल्मी 'कहानी' होगी सच

वैज्ञानिक ने चेताया, फिल्मी 'कहानी' होगी सच  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत    

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। बीते दिनों एक फिल्म आई थी, डोंट लुक अप‌। इस फिल्म में एक वैज्ञानिक को पता चलता है कि एक एस्टरॉइड धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। वह दुनिया को चेताता हैै, लेकिन सभी उसकी बात को हल्के में लेते हैं। बाद में जब वह धरती के निकट पहुंच जाता है तो एक एयरक्राफ्ट के जरिए उस एस्टरॉइड पर परमाणु हमला करके उसे तोड़ने का फैसला लिया जाता हैै। लेकिन ये फिल्मी कहानी अब सच होने जा रही है। ठीक उसी तरह धरती को बचाने के लिए एक स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा, जो 23000 किमी की रफ्तार से टक्कर मारकर धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहे एस्टरॉइड के टुकड़े-टुकड़े कर देगा। दरअसल, नासा ने चेतावनी दी थी कि एक एस्टरॉइड यानी क्षुद्रग्रह धरती से करीब 35 लाख मील की दूरी पर है और सीधे धरती की ओर बढ़ रहा है। इस एस्टरॉइड को 467460 (2006 JF 42) नाम दिया गया है।इसके अगले हफ्ते तक धरती की कक्षा के करीब से गुजरने की आशंका जताई गई है।

नासा अब इसे टुकड़ों में तब्दील करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।करीब 24 करोड़ पाउंड यानी 23 अरब रुपये की लागत का मिशन सितंबर में लान्च होने की उम्मीद है, जिसमें आधे टन के स्पेसक्राफ्ट को ऐस्टरॉइड की तरफ धकेलने की तकनीक विकसित की जा रही है।DART नाम का यह मिशन जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के भौतिकी विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक एंडी चेंग ने वरिष्ठ शोधार्थियों के साथ मिलकर विकसित किया है। डॉ चेंग ने फाइनेशियल टाइम को बताया है कि यह उनके लिए बहुत सुखद है, यह किसी सपने के पूरा होने के जैसा है, ऐसा सपना जिसे पूरा होने के लिए वह पिछले 20 सालों से इंतजार कर रहे हैं।

डॉ. चेंग का अनुमान है कि DART की चोट से ऐस्टरॉइड का आकार बदल सकता है। वर्तमान में ऐसे 27000 ऑब्जेक्ट्स की धरती के निकट पहचान की गई है। जो धरती के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। DART मिशन से महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि धरती के लिए कोई खतरा बढ़ तो नहीं रहा है। डॉ. चेंग का कहना है कि आपातकालीन स्थिति में हमें कुछ और स्पेसक्राफ्ट का निर्माण करना होगा, जिसे एस्टरॉइड से टकराने के लिए भेजा जा सके। मुख्य DART क्राफ्ट पिछले साल नवंबर में अंतरिक्ष में भेजा गया था। नासा का कहना है कि DART अपनी तरह का पहला मिशन है जो अंतरिक्ष में काइनेटिक प्रभाव के जरिए ऐस्टरॉइड की गति में बदलाव करेगा और इस पूरी प्रक्रिया को परखेगा।

प्रभारी व अधिवक्ता के बीच नोक-झोंक, वायरल

प्रभारी व अधिवक्ता के बीच नोक-झोंक, वायरल 

बृजेश केसरवानी  
प्रयागराज। जनपद प्रयागराज में एक अधिवक्ता ने थाना प्रभारी पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। बता दें कि अधिवक्ता रजनीश ने रविवार को प्रयागराज के कैंट थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर मिश्र पर अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने इस मामले में पुलिस उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। अधिवक्ता ने बताया कि सोमवार को एसएसपी से मिलकर घटनाक्रम से अवगत कराएंगे। सोमवार को कैंट थाना प्रभारी और अधिवक्ता के बीच हुई नोक-झोंक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। छात्र नेता अतेंद्र के साथ शनिवार शाम को जार्जटाउन में मारपीट हुई थी।
उसी का मेडिकल परीक्षण कराने बेली अस्पताल गए थे। वहां पर शिवकुटी थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी मौजूद थे।
 इस दौरान कैंट थाना प्रभारी फोर्स के साथ पहुंच गए। आरोप है कि कैंट थाना प्रभारी ने कहा कि सबको लाठी मारकर भगाओ। पूछताछ करने पर अधिवक्ता की आईडी भी चेक की। वहीं पुलिस का कहना था कि बेली अस्पताल में डॉक्टर पर जबरदस्ती मेडिकल परीक्षण में दबाव डालने की सूचना मिली थी। पुलिस वहां पहुंची तो अधिवक्ता समेत अन्य लोग विवाद करने लगे। फिलहाल यह जांच का विषय है।

भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को नसीहत

भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं को नसीहत 

हरिओम उपाध्याय 
ललितपुर। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दी है। ललितपुर में जब अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए तो सीएम योगी ने नेताओं को डांटते हुए हा कि पहले अपनी दलाली बंद करो, अफसरों को मैं सुधार दूंगा। पार्टी के नेताओं ने कहा था कि अफसर वसूली कर रहे हैं। इस वजह से पार्टी की छवि खराब हो रही है।
ललितपुर के दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में सीएम योगी ने जमकर नसीहत दी। साथ ही, सीएम योगी ने प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक, एमएलसी और जिलाध्यक्ष का एक कोर ग्रुप बनाया। योगी ने कहा कि पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस कोर ग्रुप के पास अपनी शिकायतें भेजें। यही ग्रुप शिकायतों का निराकरण कराएगा।

विमान में सवार न होने देने की घटना पर दुख

विमान में सवार न होने देने की घटना पर दुख 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। विमानन कंपनी इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने रांची हवाई अड्डे पर शनिवार को एक दिव्यांग बच्चे को हैदराबाद जाने वाले विमान में सवार न होने देने की घटना पर सोमवार को दुख जताया। इंडिगो ने दिव्यांग बच्चे को रांची हवाई अड्डे पर विमान में सवार होने से रोक दिया था। क्योंकि वह ‘‘घबराया’’ हुआ था। दत्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘इस घटना के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के बाद हमारा एक संस्था के तौर पर मानना है कि हमने मुश्किल परिस्थितियों में सबसे बेहतर निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि चेक-इन और बोर्डिंग की प्रक्रिया के दौरान उनका इरादा परिवार को ले जाने का था, हालांकि बोर्डिंग क्षेत्र में किशोर घबराया हुआ दिख रहा था।
सीईओ ने कहा, अपने यात्रियों को शालीन एवं करुणामयी सेवा उपलब्ध कराना हमारे लिए सर्वोपरि है। हम भलीभांति यह जानते हैं कि दिव्यांग लोगों की देखभाल में अपनी जिंदगी समर्पित करने वाले अभिभावक हमारे समाज के सच्चे नायक हैं।
उन्होंने कहा, हम इस दुखद अनुभव के लिए प्रभावित परिवार के प्रति खेद व्यक्त करते हैं और जीवनभर के उनके समर्पण के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए हम उनके बेटे के लिए ‘इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर खरीदने की पेशकश करना चाहते हैं।
 एअरलाइन की रांची-हैदराबाद उड़ान में चढ़ने से रोक दिया गया था। इसके बाद उसके माता-पिता ने भी उड़ान में सवार नहीं होने का फैसला किया था।

एक व्हाट्सएप अकाउंट को 2 स्मार्टफोन पर चलाएं

एक व्हाट्सएप अकाउंट को 2 स्मार्टफोन पर चलाएं

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। व्हाट्सएप एक नए फीचर पर काम कर रहा है जिससे कम्पैनियन मोड नाम दिया गया है। यह कुछ हद तक multi-device फीचर जैसा ही है। लेकिन खास बात है कि इसके जरिए आप एक सेकेंडरी डिवाइस को प्राइमरी फोन की तरह जोड़ सकते हैं। यानी आसान भाषा में समझें तो आप एक ही व्हाट्सएप अकाउंट को एक साथ दो स्मार्टफोन पर चला पाएंगे।

बता दें कि व्हाट्सएप ने कुछ समय पहले ही अपने सभी यूजर्स के लिए मल्टी डिवाइस सपोर्ट फीचर को जारी किया है। इस फीचर के जरिए आप व्हाट्सएप अकाउंट को चार अन्य डिवाइस पर इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि बाकी डिवाइस पर आप व्हाट्सएप वेब वर्जन ही चला पाएंगे। यानी दूसरे फोन पर व्हाट्सएप पर इस्तेमाल करना अभी तक मुश्किल है। व्हाट्सएप कम्पैनियन मोड फीचर की टेस्टिंग कर रहा है। इसके जरिए व्हाट्एस अकाउंट के साथ एक सेकेंडरी डिवाइस को लिंक किया जा सकता है। फीचर को सबसे पहले अप्रैल में देखा गया था और अब इसकी ज्यादा डिटेल्स सामने आ गई हैं।

हथियारों का प्रदर्शन करने वाले लोगों को चेतावनी

हथियारों का प्रदर्शन करने वाले लोगों को चेतावनी

भानु प्रताप उपाध्याय

मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने सोमवार को जनपद में निकाले जाने वाले विभिन्न धार्मिक जुलूसों के दौरान हथियारों का प्रदर्शन करने वाले लोगों को कड़़ी चेतावनी दी है। एसएसपी ने कहा कि जनपद में ऐसे आयोजनों में कोई नई परंपरा भी शुरु नहीं करने दी जाएगी। एसएसपी अभिषेक यादव ने आज एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि किसी भी त्यौहार पर केवल उन्हीं जुलूसों को अनुमति दी जाएगी जो कि पूर्व से चलते आ रहे हैं, साथ ही उनके रूट में भी परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एसएसपी ने कहा कि जुलूसों के दौरान किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र के प्रदर्शन पर आयोजकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी तथा ऐसे तत्वों के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होने जनपदवासियों से सहयोग की उम्मीद जताई।
जनपद मुज़फ्फरनगर जुलुस में हथियार व अलग से परम्परिक नए जुलूस निकलने की अनुमति नहीं दी जायगी एसएसपी अभिषेक यादव ने बिलकुल स्पष्ट बयान देते हुए कहा की नए जुलूस या जुलूस में अवैध हथियार का प्रयोग न किया जाए अगर ऐसा कोई करता पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायगीद्य।

पुलिस द्वारा जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया

पुलिस द्वारा जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुज़फ्फरनगर। जिला कचहरी में सोमवार को पुलिस द्वारा जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसके कारण वहां हडकंप की स्थिति बनी रही। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज क्षेत्राधिकारी नई मण्डी द्वारा पुलिस बल, डॉग स्क्वायड, एएस चैक टीम के साथ जिला कचहरी परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
चेकिंग अभियान के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरों, अभिलेखों आदि को चैक किया तथा डयूटी पर तैनात पुलिसबल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
डॉग स्क्वॉयड व एएस चैक टीम द्वारा स्थानीय पुलिस बल के साथ कचहरी परिसर में खडे वाहनों एवं संदिग्ध वस्तुओं की जांच की गई साथ ही परिसर के आसपास घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। इस दौरान वहां मौजूद व्यक्तियों से अपील की गयी कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति/वस्तु दिखने पर तत्काल पुलिस को सूचना दे।

ग्रामीणों ने हाईटेंशन लाइन के तार हटाने की मांग की

ग्रामीणों ने हाईटेंशन लाइन के तार हटाने की मांग की  

भानु प्रताप उपाध्याय    

गढ़ी पुख्ता। गांव में हाईटेंशन लाइन का खंभा लगाने गए विद्युत कर्मियों का का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने विद्युत निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने घरों के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन के तार हटाने की मांग की। चेतावनी दी यदि जल्द ही मांग पूरी नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। गढ़ीपुख़्ता क्षेत्र के जंधेड़ी गांव में घरों के ऊपर से हाईटेंशन विद्युत लाइन जा रही हे। आंधी तूफान के में लाइन का खंभा टूटकर गिर गया था, जिससे घरों के ऊपर हाईटेंशन लाइन के तार गिर गए थे। रविवार को घरों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन और टूटे हुए खंभे को ठीक करने के लिए विद्युत कर्मचारी गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने घर के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के तारों को हटाने की मांग की।

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने शनिवार को प्रार्थना पत्र देकर अधिकारियों को अवगत कराया है और मोहल्ले के 10 घरों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन के तार गुजर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से इसको हटवाने के लिए खर्च भी देने की बात कही है, लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। मौके पर यामीन, सुरेश, जगबीर, शांति प्रसाद, सोहेल, किशन, नौशाद, आकाश, शहनाज, अभिषेक, फूलमती, बसंती, शाहनवाज, अफसाना, आयुष मौजूद रहे। क्षेत्रीय अवर अभियंता सरोज का कहना है कि लोगों के मकान बनने से पहले हाईटेंशन की लाइन वहां से जा रही थी। यदि ग्रामीणों को यह लाइन हटवानी है तो अपनी बात अधिकारियों से करें। उन्हीं के स्तर से लाइन हटाई जा सकती है।

ट्रैक्टर में लगीं आग, ड्राइवर ने बचाई जान

ट्रैक्टर में लगीं आग, ड्राइवर ने बचाई जान  

भानु प्रताप उपाध्याय  
शामली। यूपी के शामली जनपद में एक ट्रैक्टर में भयानक तरीके से आग लग गई। ये आग इतनी भयानक थी कि आग गोले की तरह से नजर आ रही थी। ट्रैक्टर में लगीं अचानक आग की वजह से ड्राइवर ने किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाई। जिसके बाद ट्रैक्टर धूं-धूं कर जलता हुआ दिखाई देने लगा। ट्रैक्टर में आग लगने के बाद आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जैसे-तैसे ट्रैक्टर पर पानी डालकर आग को बुझाया‌।
ये पूरा मामला जनपद शामली के कांधला कस्बे का है। 
जहां से निकलने वाले बाईपास पर हरियाणा निवासी सद्दाम अपने ट्रैक्टर में ईंटों की ट्रॉली भर कर ला रहा था। ये शख्स हरियाणा की ओर से जनपद मुजफ्फरनगर की ओर जा रहा था। इसी दौरान जैसे ही ये ट्रैक्टर कांधला कस्बे के बाईपास मार्ग पर पहुंचा तो अचानक ट्रैक्टर में शॉर्ट सर्किट हो गया और फिर ट्रैक्टर ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते ट्रैक्टर में भीषण आग लग गई। जिसके बाद ट्रैक्टर चालक ने कूदकर अपनी जान को बचाया।

नियुक्ति की प्रक्रिया 6 हफ्ते के अंदर पूरी की जाए

नियुक्ति की प्रक्रिया 6 हफ्ते के अंदर पूरी की जाए 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र को निर्देश दिया है कि सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर समाधान आयोग की प्रधान पीठ के लिए चेयरमैन और एक सदस्य की नियुक्ति की प्रक्रिया छ: हफ्ते के अंदर पूरी की जाए। अदालत ने कहा कि मुंबई में आयोग की अतिरिक्त पीठ के लिए एक सदस्य और वाइस-चेयरमैन की नियुक्ति की प्रक्रिया भी छह हफ्ते के अंदर पूरी की जाए। अदालत ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह चेन्नई और कोलकाता में निपटान या समाधान आयोग की पीठों के लिए वाइस-चेयरमैन और अन्य सदस्यों की नियुक्ति के पहलू को भी देखे। 

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला ने कहा ‘‘हमारा निर्देश है कि पहले दिल्ली में प्रधान पीठ के लिए एक सदस्य और चेयरमैन की नियुक्ति तथा मुंबई में अतिरिक्त पीठ के लिए एक सदस्य और वाइस-चेयरमैन के पद पर नियुक्ति छह हफ्ते के भीतर पूरी की जाए।’ पीठ ने अधिकारियों से कहा कि वे सुनवाई की अगली तारीख 20 जुलाई को स्थिति रिपोर्ट दें। अदालत एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार समाधान आयोग में सदस्यों की नियुक्ति करने में विफल रही है जिससे लंबित आवेदनों की संख्या बढ़ती जा रही है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं  

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 110 डालर प्रति बैरल पार करने के बावजूद देश में तेल विपणन कंपनियों ने सोमवार को 33वें दिन भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। सार्वजनिक क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के अनुसार आज दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रूपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रूपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रूपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 104.77 रूपये प्रति लीटर पर स्थिर है।यूक्रेन तथा रूस के बीच जारी जंग से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में घट-बढ़ जारी है। अंतरराष्ट्रीय लंदन ब्रेंट क्रूड आज 0.46 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 112.39 डालर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.37 प्रतिशत चढ़कर 110.18 डालर प्रति बैरल की कीमत पर कारोबार कर रहा है।
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 137 दिन की स्थिरता के बाद गत 22 मार्च से बढ़नी शुरू हुई थीं। कंपनियों ने 43 दिन में 14 बार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की। इस दौरान इनके दामों में करीब 10 रुपये प्रति लीटर की तेजी आयी है।


गैंगस्टर के साथियों व कारोबारियों के ठिकानों पर छापे

गैंगस्टर के साथियों व कारोबारियों के ठिकानों पर छापे

कविता गर्ग

मुंबई राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) ने महाराष्ट्र के मुंबई में गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के साथियों और कुछ हवाला कारोबारियों के कई ठिकानों पर सोमवार को छापे मारे। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी पर एनआईए ने रेड डालकर बड़ा अंजाम दिया है। एनआईए ने पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के साथियों और कुछ हवाला कारोबारियों के खिलाफ मुंबई में करीब 20 ठिकानों पर छापा मारा है। यह छापेमारी नागपाड़ा, गोरेगांव, बोरीवली, सांताक्रूज, मुंब्रा, भिंडी बाजार और अन्य जगहों पर की गई है।

जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने दाऊद इब्राहिम डी कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया था। होम मिनिस्ट्री के मुताबिक डी कंपनी और दाऊद इब्राहिम भारत में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और भारत में अशांति पैदा करने के मकसद से आतंकवादी हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के साथी सलीम कुरैशी उर्फ फ्रूट को दक्षिण मुंबई स्थित उसके आवास पर छापे के दौरान हिरासत में ले लिया। मुंबई में दाऊद इब्राहिम की संपत्तियों की देखभाल करने वाले सलीम कुरैशी को प्रवर्तन निदेशालय कालेधन से जुड़े एक मामले में पहले दो बार तलब कर चुका है।सूत्रों ने बताया कि सलीम कुरैशी के आवास से गैंगस्टर के स्वामित्व वाली बेनामी संपत्तियों से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए है।

रिहायशी इलाके में आग, 100 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त

रिहायशी इलाके में आग, 100 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त

कविता गर्ग

नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार को एक रिहायशी इलाके में भीषण आग लग गई। जिससे करीब 100 झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने ‘ बताया कि बेलतरोड़ी इलाके के महाकाली नगर में सुबह करीब 10 बजे आग लगी, जहां कई मजदूर रहते हैं। उन्होंने बताया कि हादसे में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन एक नाबालिग लड़की लापता बताई जा रही है और उसकी तलाश जारी है।

उन्होंने कहा कि आग में लगभग 100 झोपड़ियां जलकर नष्ट हो गईं। पक्के घरों ने आग को फैलने से रोक दिया और वे ज्यादा प्रभावित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि पानी के सात टैंकर के अलावा अन्य उपकरणों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर कुछ एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में दमकल की गाड़ियों को प्रवेश के लिए मार्ग नहीं था। उचके ने कहा कि एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

राजस्थान: रोजाना 30 से ज्यादा नए मामलें

राजस्थान: रोजाना 30 से ज्यादा नए मामलें

नरेश राघानी
जयपुर। राजस्थान में कोरोना की चौथी लहर की आहट शुरू हो गई है। जयपुर में रोजाना 30 से ज्यादा केस सामने आ रहे है। लेकिन डर इस बात का है कि बच्चों की संख्या पॉजिटिव लिस्ट में बढ़ रही है। अप्रैल में मिले 492 संक्रमितों में 70 बच्चे थे। हालांकि, इनमें 99 फीसदी केस में लक्षण सामान्य मिले हैं। अब भी उन बच्चों को ज्यादा खतरा है, जिनका वैक्सीनेशन शुरू भी नहीं हुआ है। अगर चौथी लहर आती है तो इन बच्चे के सबसे ज्यादा चपेट में आने की आशंका है। पिछली 2 लहरों का ट्रेंड देखे तो डेल्टा वैरिएंट के समय जितने बच्चे संक्रमित हुए थे, ऑमिक्रॉन में संख्या अधिक थी।।
दूसरी लहर के दौरान जयपुर में मिले पॉजिटिव केस और ओमिक्रॉन से दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 तक रही तीसरी लहर में केसों की तुलना करें तो तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संक्रमित हुए। पिछले साल जनवरी से मई तक मिले कुल संक्रमितों में औसतन 8 से 11 फीसदी 20 साल तक की एजग्रुप के बच्चे थे, लेकिन तीसरी लहर के दौरान दिसंबर 2021 से लेकर अप्रैल 2022 तक की रिपोर्ट देखें तो संक्रमित 14 से 19 फीसदी के बीच थे।
गंभीरता कम होने के कारण लोगों में डर कम
विशेषज्ञ की मानें तो कोविड की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों में गंभीर बीमार बड़ी संख्या में थे। इससे हॉस्पिटल में एडमिशन बढ़ने के साथ ही बहुत संख्या में डेथ भी हुई थी। उस समय डेल्टा वैरिएंट से इंसान के फेंफड़ें सबसे ज्यादा खराब हो रहे थे, जिसके कारण लोगों के सांस लेने में तकलीफ होने और ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई थी। तीसरी लहर में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला तो लोगों में कोरोना को लेकर डर कम रहा।
जयपुर सीएमएचओ डॉ.नरोत्तम शर्मा का कहना है कि जिस तरह दिल्ली, हरियाणा समेत दूसरे राज्यों में केस बढ़ रहे हैं, उसी तरह जयपुर में भी मरीज बढ़ने लगे हैं। इसके लिए हमारी टीम ने टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि अब हमें बच्चों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएंट जब आया था बड़ी संख्या में बच्चे संक्रमित हुए थे। वर्तमान में 12 साल से छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हो रहा है।

गरीब परिवारों को मुफ्त इंटरनेट सेवा देने की तैयारी

गरीब परिवारों को मुफ्त इंटरनेट सेवा देने की तैयारी 

इकबाल अंसारी 

तिरुवनंतपुरम। केरल की सरकार, वहां के गरीब परिवारों को मुफ्त इंटरनेट सेवा देने की तैयारी कर रही है। सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना से करीब 20 लाख से अधिक गरीब परिवार लाभान्वित होंगे।  इस प्रोजेक्ट को 2017 में पिनाराई विजयन सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था और इसे केरल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क नाम दिया गया था।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट की देखरेख केरल स्टेट आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा की जाती है और निकाय ने पहले ही स्थानीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट आमंत्रित किए हैं, जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान कर सकते हैं।

प्रोजेक्ट के प्रमुख संतोष बाबू ने कहा कि शुरुआत में, हर विधानसभा क्षेत्र के केवल 100 परिवारों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मुफ्त इंटरनेट प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या समय के साथ ज्यादा होती जाएगी। उन्होंने विकास पर जोर दिया कि सरकार 30,000 से अधिक सरकारी संस्थानों में हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विसएं प्रदान करने के अपने लक्ष्य तक लगभग पहुंच गई है। प्रोजेक्ट के प्लान के अनुसार, सरकार हर दिन 10 एमबीपीएस  से 15 एमबीपीएस  की स्पीड के साथ चुनिंदा परिवारों को 1.5 जीबी डेटा मुफ्त देगी। प्रोजेक्ट के लिए टेंडर पहले ही मंगाए जा चुके हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसे कौन से लोकल इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर हैं, जो काम कर सकते हैं।

राज्य सरकार की योजना मई 2022 के अंत तक चुनिंदा परिवारों को यह मुफ्त इंटरनेट देने की है। इसलिए ज्यादा समय नहीं बचा है, और अगर सरकार अपनी योजनाओं के साथ ट्रैक पर रहना चाहती है तो लोकल आईएसपी को तेजी से पहचानने की जरूरत है। प्रोजेक्ट के पहले चरण में, सरकार लगभग 500 परिवारों की पहचान करेगी, ताकि वे मुफ्त में इंटरनेट सर्विस प्राप्त कर सकें। यह निश्चित रूप से राज्य में अर्थव्यवस्था और जागरूकता को बढ़ावा देने में मदद करेगा। जो परिवार इंटरनेट कनेक्टिविटी का खर्च नहीं उठा सकते, वे राज्य सरकार की मदद से कनेक्टिविटी और अवसरों की दुनिया का पता लगाने में सक्षम होंगे।

सभी नगरीय क्षेत्रों में ’कृष्ण कुंज’ विकसित होंगे

सभी नगरीय क्षेत्रों में ’कृष्ण कुंज’ विकसित होंगे 

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय क्षेत्रों में ’कृष्ण कुंज’ विकसित किए जाएंगे। कृष्ण कुंज में बरगद, पीपल, नीम और कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के जीवनोपयोगी वृक्षों का रोपण किया जाएगा। सीएम भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को ’कृष्ण कुंज’ विकसित करने के लिए वन विभाग को न्यूनतम एक एकड़ भूमि का आबंटन करने के निर्देश दिए हैं। आगामी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूरे राज्य में ’कृष्ण कुंज’ के लिए चिन्हित स्थल पर वृक्षों का रोपण प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने ’कृष्ण कुंज’ के माध्यम से वृक्षारोपण को जन अभियान बनाने की पहल करते हुए कहा है कि हमारे देश में बरगद, पीपल, नीम, कदंब तथा अन्य वृक्षों की पूजा करने की अत्यंत प्राचीन परंपरा है। मनुष्य के लिये वृक्षों की अत्यधिक उपयोगिता होने के कारण ही हमारी परंपराओं में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। परंतु विगत वर्षों में नगरीय क्षेत्रों का तीव्र विकास होने के कारण वृक्षों की हो रही अंधाधुंध कटाई से वृक्षों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। अगर यही स्थिति जारी रही तो कदाचित भावी पीढ़ियों को इन वृक्षों के परंपरागत महत्व के बारे में जानकारी तक नहीं हो सकेगी, इसलिये वृक्षों की अमूल्य विरासत का संरक्षण हम सबका परम कर्तव्य है। यह अत्यंत आवश्यक है कि मनुष्य के लिये जितने भी जीवनोपयोगी वृक्ष हैं, उन्हें सभी नगरीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लगाया एवं संरक्षित किया जाये।
मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को नगरीय क्षेत्रों में ऐसे सांस्कृतिक महत्व वाले जीवनोपयोगी वृक्षों के रोपण हेतु उपयुक्त न्यूनतम 01 एकड़ शासकीय भूमि का आबंटन तत्काल वन विभाग को करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वृक्षारोपण को जन जन से और अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोडने एवं विशिष्ट पहचान देने के लिये इसका नाम ’कृष्ण कुंज’ रखा जाये। वन विभाग द्वारा आबंटित भूमि को विकसित करते हुए समस्त कार्यवाही इस प्रकार की जाये कि आगामी कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूरे राज्य में ’कृष्ण कुंज’ में वृक्षों के रोपण का कार्य विधिवत प्रारंभ किया जा सके।

मनोरंजन: फिल्म 'पृथ्वीराज' का ट्रेलर रिलीज

मनोरंजन: फिल्म 'पृथ्वीराज' का ट्रेलर रिलीज  

कविता गर्ग  
मुंबई। बॉलीवुड फिल्म 'पृथ्वीराज' का ट्रेलर, सोमवार को रिलीज हो गया है। ट्रेलर में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीरता, साहस और उनके आगे की कहानी दिखाई गई है।
यह फिल्म मध्यकालीन कवि चंद बरदाई की महाकाव्य कविता पृथ्वीराज रासो पर आधारित, पीरियड ड्रामा में अक्षय कुमार मुख्य भूमिका में हैं।
जबकि  इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही है।
वह पृथ्वीराज रासो की पत्नी, राजकुमारी संयोगिता की भूमिका निभा रही है।
ट्रेलर में इनकी लव स्टोरी भी दिखाई गई है।
इसके साथ ही संजय दत्त भरोसेमंद सहयोगी काका कान्हा के रूप में दिखाई दिये हैं।
जबकि सोनू सूद चांद वरदाई का किरदार निभा रहे है।
यशराज के बैनर तले बनी यह फिल्म में आशुतोष राणा की भी एक झलक है।
Prithviraj के ट्रेलर में यह बात लिखी गई है की उनकी तलवार जीत के अलावा कुछ नहीं जानती।
अक्षय कुमार की यह फिल्म हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज होगी और 3 जून को सिनेमाघरों में लग जाएगी।
इस फिल्म का दर्शक काफी समय से इंतज़ार कर रहे है।
उनके इस ट्रेलर को भी फैंस द्वारा काफी प्यार और समर्थन मिल रहा है।

चंपावत उपचुनाव के लिए सीएम का नामांकन

चंपावत उपचुनाव के लिए सीएम का नामांकन 

पंकज कपूर  
चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन कर दिया है। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकता और पार्टी नेता भी मौजूद रहे।
नामांकन करने के लिए सीएम धामी आज सुबह ही खटीमा से रवाना हो गए थे। इस दौरान उनकी पत्नी गीता धामी ने उन्हें टीका लगाया और दही खिलाया। इसके बाद सीएम धामी ने अपने गांव के कुल देवता के मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि खटीमा मेरी मेरी कर्म भूमि है। इसी क्षेत्र में मैं पला-बढ़ा हूं। मैं सेवा करने के लिए आया हूं। चुनाव में हार-जीत होती रहती है। जनता का जनादेश सिर माथे पर है। अब उन्हें विश्वास है कि चंपावत की जनता भी उन्हें अपना आशीर्वाद देगी। चुनाव जीतने के बाद उनका प्रयास रहेगा कि वह चंपावत आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएं।
निर्धारित समय से पौन घंटा पहले पहुंचे बनबसा, कार्यकर्ता मायूस
खटीमा से निकलने के बाद सीएम धामी  बनबसा पहुंचे। वह निर्धारित समय से पौन घंटा पहले ही बनबसा पहुंच गए। उनके पहले पहुंचने से उनके स्वागत की तैयारी में जगह-जगह कार्यकर्ताओं को काफी मायूसी हाथ लगी। उन्हें निर्धारित समय के अनुसार सुबह नौ बजे बनबसा जगबुढ़ा पुल पर पहुंचना था लेकिन वह सवा आठ बजे ही बनबसा पहुंच गए और नौ बजे वह टनकपुर से चम्पावत के लिए कार से रवाना हो गए। सीएम के पहले ही पहुंच जाने की खबर पाकर कार्यकर्ता तेजी से उनके पास पहुंचने लगे और उनका स्वागत किया। बनबसा में विधायक रेखा आर्य ने सीएम का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बेहद महत्वपूर्ण दिन है। हम सभी उत्साहित हैं। रेखा आर्य के अलावा पार्टी के नेताओं ने कहा कि चंपावत में सीएम धामी की ऐतिहासिक जीत होगी। इससे पूर्व सीएम धामी ने बनबसा में गौरव सेनानी कल्याण समिति कार्यालय के साथ सीएम कैंप कार्यालय का भी उद्घाटन किया। उनके साथ निवर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी, सांसद अजय टम्टा के साथ कई वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता व विधायक है।
चंपावत में भाजपा दिग्गजों का जमावड़ा
सीएम धामी के नामांकन के लिए भाजपा के दिग्गज नेता रविवार से ही चंपावत में डेरा जमाए हुए हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक रविवार को ही चंपावत के लिए रवाना हो गए थे। पार्टी के पदाधिकारियों के अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री भी मुख्यमंत्री के नामांकन के लिए पहुंचे हैं। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी रविवार को ही चंपावत के लिए रवाना हो थे।
31 मई को होगा मतदान, 3 जून को आएगा रिजल्ट
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, चंपावत उपचुनाव के लिए 31 मई को मतदान होगा और 3 जून को रिजल्ट आएगा। 4 मई को चंपावत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया और नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 11 मई तय की गई है। नामांकन वापस लेने की तारीख 17 मई तय की गई है।
96016 वोटर करेंगे भाग्य का फैसला...
31 मई को होने वाले उपचुनाव में 96016 वोटर 151 बूथों में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एनएस मेहरा का कहना है कि चंपावत सीट में 50057 पुरुष और 45959 महिला मतदाता हैं। को घेरने के लिए कांग्रेस भी तैयार है। लंबी माथापच्ची के बाद कांग्रेस ने चंपावत विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी का चेहरा घोषित कर किया था। चंपावत सीट से निर्मला गहतोड़ी सीएम पुष्कर सिंह धामी के सामने खड़ी हैं। चार मई को उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो हुई थी और नामांकन पत्र भी लिए जाने लगे थे, लेकिन कांग्रेस किस चेहरे पर उपचुनाव में दांव लगाएगी, इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया था। इसके बाद निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने अपने पत्ते खोले।

‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रहीं सरकार

‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रहीं सरकार  

पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार ‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रही हैं। लेकिन भाजपा सरकार का कोई रोडमैप नहीं दिख रहा है कि नई नौकरियां कैसे और कहां पैदा होंगी। उससे भी अधिक कष्टप्रद है कि सरकार कह रही है कि राज्य में बेरोजगारी की दर लगातार कम होती जा रही है और केंद्र त था राज्य सरकार द्वारा युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से रोजगारपरक योजनाएं चलायी जा रही है।
उत्तराखंड में बेरोजगारी दर देश के 11 राज्यों से अधिक हो गई है तथा शहरी बेरोजगारी के मामले में पहले नंबर पर उत्तराखंड पहुँच गया है, वर्ष 2001 में प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या तीन लाख 13 हजार थी, जो अब बढ़कर 10 लाख 39 हजार 697 हो गई है।
सेंटर फार मानीटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआइई) की ओर से एक मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में उत्तराखंड की बेरोजगारी दर 5.3 प्रतिशत है। जो असम 1.2, छत्तीसगढ़ 0.6, गुजरात 1.6, हिमाचल प्रदेश 0.2, कर्नाटक 2.7, मध्य प्रदेश 1.6, महारष्ट्र 3.1, मेघालय 2.2, उड़ीसा 1.5, तमिलनाडु 3.2, उत्तर प्रदेश 2.9 प्रतिशत बेराजगारी दर से अधिक है। जबकि आंध्र प्रदेश की बेरोजगारी दर उत्तराखंड के बराबर है। वहीं, देश की वर्तमान बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत है।
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में नौकरियों में गिरावट दर्ज की गई है। सीएमआईई के द्वारा दिए गए आंकड़े के अनुसार उत्तराखंड में बेराजगारी दर साल 2016 के मुकाबले साल 2021 तक 10 प्रतिशत तक गिर गई है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में सितंबर-दिसंबर 2016 में 40.01 प्रतिशत लोग कार्यरत थे जो सितंबर-दिसंबर 2021 में कम होकर महज 30.43 प्रतिशत पर पहुंच गई है। वहीं इसे कामकाजी उम्र (15 साल या उससे अधिक) के आबादी के अनुसार समझे तो उत्तराखंड में पांच साल पहले 78 लाख कामकाजी उम्र की आबादी में 32.23 लाख से अधिक लोग कार्यरत थे। वहीं पिछले पांच सालों में कामकाजी उम्र की आबादी लगभग 14 प्रतिशत तक बढ़ी है और यह 91 लाख तक पहुंच गई है पर कार्यरत लोगों की संख्या बढ़ने की जगह कम हो गई है। दरअसल, रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 दिंसबर तक कुल 91 लाख कामकाजी आबादी में सिर्फ 27.82 लाख लोग ही कार्यरत हैं जो साल 2016 के मुकाबले 4.41 लाख कम है।
ऐसा नहीं है कि इस राज्य में रोजगार की कोई संभावना ही नहीं है। इस राज्य में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।उत्तराखंड को प्रकृति ने अपार प्राकृतिक सौंदर्य ऊंचे पहाड़ ,नदियां,झीलें ,हिम से ढकी हिमालय की शानदार चोटियों, अनगिनत जड़ी बूटियां, फल-फूल साथ ही साथ भगवान शिव का निवास स्थान ( कैलाश),बद्रीनाथ, जागेश्वर ,केदारनाथ,पूर्णागिरी,यमनोत्री,गंगोत्री और नैना देवी आदि से परिपूर्ण किया है।
और उत्तराखंड का विस्मित कर देने वाला भू भाग आधा पहाड़ और आधा मैदान।फिर भी उत्तराखंड के युवा बेरोजगार है। कौशल विकास एवं सेवा योजना विभाग का गठन तो हुआ लेकिन भाजपा का जुमला भर ही रहा।
हालांकि सरकार सभी लोगों को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती।लेकिन जो सरकारी पद रिक्त हैं उनको भरा तो जा ही सकता है। इस वक्त राज्य में लगभग 40,000 से ज्यादा पद रिक्त हैं । लेकिन उनको भरने की कोई व्यवस्था नहीं है। और न ही भरने में सरकार की कोई दिलचस्पी दिख रही है। सरकार हर साल नौकरी देने की बात तो करती है। लेकिन धरातल में ऐसी उसकी कोई मंशा नहीं लगती।वरना सरकार यह ऐलान क्यों करती कि 3 साल से ज्यादा लंबे समय से जो पद खाली हैं।उन्हें समाप्त कर दिया जाए और लगभग 25,000 पद खत्म कर दिए।

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी  

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा रविवार को आयोजित सिविल सेवा (प्रारंभिक) की परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर सोमवार को कड़ी नाराजगी जताई। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने कहा कि आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने राज्य की नीतीश कुमार सरकार से उन अभ्यर्थियों को मुआवजा देने की मांग की जो लंबी दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे थे। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बीपीएससी में गड़बड़ी हुई है, यह कोई अच्छी खबर नहीं है। कल की घटना के बाद कुछ भी कहने को बचा नहीं है।
अब समय गया है कि लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाए। परीक्षाएं शायद ही समय पर होती हैं और जब ये आयोजित कराई जाती हैं, तो और देरी अनियमितताओं के नाम पर होती है।
’’ यादव ने दावा किया कि जब भी विधानसभा का सत्र होता है, वह बीपीएससी के कामकाज की शैली का मुद्दा उठाते हैं। उन्होंने मांग की कि ‘‘जिन अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र अपने गृहनगर से दूर था और जिन्हें सबसे अधिक परेशानी हुई, उन्हें पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
’’ गौरतलब है कि रविवार दोपहर परीक्षा होने से कुछ मिनट पहले ही प्रश्नपत्र के ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। हालांकि, परीक्षा को तत्काल रद्द नहीं किया गया था और आयोग ने शाम को प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने की घटना के बारे में संतुष्ट होने के बाद परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। यादव ने पूरे मामले की तेजी से जांच कर दोषियों को पकड़े जाने की मांग की।

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की  

इकबाल अंसारी  

असम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मनकाचर सेक्टर में असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की सोमवार को समीक्षा की। एक हेलीकॉप्टर से कामाख्या हिलटॉप पहुंचे शाह ने मनकाचर के लिए रवाना होने से पहले कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीमा सुरक्षा बल और राज्य सरकार के अधिकारियों ने सीमा चौकी पर उनका स्वागत किया।बीएसएफ अधिकारियों के साथ आए गृह मंत्री ने इस मौके के लिए बनाए गए एक निगरानी टावर से सीमा पर स्थिति की समीक्षा की। उन्हें इलाके में एकत्रित स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत करते हुए भी देखा गया। केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में भारत और बांग्लादेश दोनों के सीमा पर तैनात कर्मियों ने फ्लैग मार्च भी किया।

सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की है कमी...

 गृह मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की कमी है, जिससे लोगों का पलायन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन क्षेत्रों में विकास लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि सीमावर्ती इलाकों में तैनात बीएसएफ जवानों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक मुहैया कराई जाएगी।

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

मनोज सिंह ठाकुर

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में पिछले महीने रामनवमी समारोह के दौरान हुई हिंसा के मामलें में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। खरगोन में अस्थायी रुप से तैनात किए गए विशेष सशस्त्र बल के कमांडेट अंकित जायसवाल ने रविवार देर रात पत्रकारों को बताया कि दस अप्रैल को हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज 72 मामलों में अब तक 182 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दस अप्रैल को शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान और बाद में सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं। जायसवाल ने कहा कि शहर के आनंद नगर में हिंसा को उकसाने के मुख्य आरोपियों में से एक इकबाल बानी और भटवाड़ी इलाके में दंगों के मुख्य आरोपी अफजल को क्रमशः जावरा (रतलाम जिला) और इंदौर से जबकि एक अन्य मुख्य आरोपी अर्श उर्फ कैफ को खरगोन जिले के कसरावद कस्बे से गिरफ्तार किया गया है। पिछले महीने हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था और 24 दिन बाद चार मई की शाम को इसे हटाया गया।

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC ) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के तहत पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित शेयरों को सोमवार को निर्गम के अंतिम दिन पूर्ण अभिदान मिला। कुल मिलाकर इस निर्गम को दोगुना से अधिक अभिदान मिल चुका है।

शेयर बाजार पर उपलब्ध 12 बजकर 12 मिनट तक के आंकड़ों के मुताबिक 3,95,31,236 आरक्षित शेयरों के लिए 4,61,62,185 बोलियां मिलीं जो 1.17 गुना अभिदान दर्शाता है। गैर-संस्थागत निवेशकों वाले हिस्से को 1.38 गुना अभिदान मिला, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 6.9 करोड़ शेयरों के लिए 11.89 करोड़ बोलियां मिलीं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-213, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, मई 10, 2022
3. शक-1944, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त: 06:57।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-41+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...