शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

10 वर्षीय युवक भालू की हत्या या मौत ?

पाली वन परिक्षेत्र के लाफा जंगल में मिला नर भालू का अक्षत-विक्षत शव,शिकार करने जंगल में खेले गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से मौत होने की ग्रामीण जता रहे आशंका


कोरबा(पाली)! कटघोरा वनमंडल के पाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत लाफा के आश्रित मोहल्ला औराभाठा के जंगल में बीते दिनों एक गड्ढे पर 10 वर्षीय नर भालू का छत-विछत अवस्था में शव पाया गया। जिससे तेज बदबू आ रही थी। शव 5 से 6 दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। ग्रामीणों द्वारा मामले की सूचना से पाली वनपरिक्षेत्र को अवगत कराया गया! जहाँ मौके पर पहुँची वन-अमला की टीम ने मृत भालू का पोस्टमार्टम कराकर वहीँ दाह संस्कार कर दिया।भालू की मौत किन परिस्थितियों में हुई, विभाग कर्मी यह बता पाने में तो असमर्थ रहे! लेकिन ग्रामीणों के द्वारा जो जानकारी दी गई, उसके अनुसार बीहड़ वनांचल क्षेत्र वाले लाफा एवं इसके आसपास इलाके के समीप जंगल में जंगली सूअर का स्वछंद विचरण है। जहां सूअर का मांस खाने वाले शिकारी ग्रामीणों द्वारा जंगल के सूअर विचरण वाले क्षेत्र में करंट प्रवाहित खुला तार का जाल बिछाकर जंगली सूअर का अक्सर शिकार किया जाता है। संभवतः शिकारियों द्वारा सूअर फ़साने खेले गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में ही आने से भालू के मौत का कारण ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है। जिसे शिकारी गड्ढे में फेंक चले गए होंगे।


ज्ञात हो कि घने वनों से आच्छादित पाली परिक्षेत्र के जंगलों में जंगली सूअर की तादाद बहुतायत है। विभागीय अनदेखी एवं निष्क्रियता के कारण जंगली सूअर का मांस भक्षण के शौक़ीन शिकारियों द्वारा इसका शिकार आम बात हो चला है।पूर्व में अनेको बार ग्रामीणों द्वारा शिकार किये जाने के संबंध पर सूचना दिए जाने के बाद भी पाली वनअमला कुम्भकर्ण की तर्ज पर रवैया अपनाया हुआ है।गत महीनो पूर्व ही पाली रेंज के पोड़ी (लबदापारा) में एक जंगली सूअर मृत अवस्था में मिला था।जिसके गर्दन में तीर लगने से हुए गहरे जख्म का निशान पाया गया था। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पे पहुँचे वनअमला टीम में शामिल रेंजर प्रहलाद यादव ने तब जंगली सूअर को पालतू बताकर आनन फानन में दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी करते हुए अपने कर्तव्यों की ईश्रीति कर ली थी।रेंजर प्रहलाद यादव का यह कोई नया कारनामा नही है वरन विभागीय कार्यों की आड़ में जंगल में होने वाले मंगल जैसे रेंजर प्रहलाद यादव के कारनामे कटघोरा वनमंडल में भी चर्चित है। फिलहाल अभी के मृत भालू वाले मामले में भी उचित जांच के बजाय लीपापोती की तैयारी चल रही है।


यातायात नियमों के प्रति नागरिक हो जागरूक

यातायात नियमों के प्रति नागरिकों को किया जा रहा जागरूक: एसएसपी


आज से यातायात माह की शुरूआत, ट्रैफिक पुलिस ने शहर में निकाली रैली



गाजियाबाद ! प्रत्येक वर्ष के माह नवम्बर को यातायात पुलिस द्वारा यातायात माह के रूप में मनाया जाता है। गाजियाबाद यायायात पुलिस भी आज से यातायात माह मनाने जा रही है। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने पुलिस लाइन स्थित आदेश कक्ष से इसका शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यातायात माह में जतना को यातायात नियमों की जानकारी देकर जागरूक किया जाएगा ताकि जनता यातायात नियमों के प्रति सजग हों तथा उनका पालन कर सकें।उन्होंने यातायात जवानों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रैफिक पुलिस की रैली पूरे शहर में भ्रमण करेगी और यातायात नियमों का प्रचार-प्रसार करेगी।शुभारंभ मौके पर एसपी ट्रैफिक श्याम नारायण सिंह, एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्र, एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन, एएसपी केशव कुमार, सीओ यातायात महीपाल सिह, प्रतिसार निरीक्षक महेंद्र प्रताप सिंह चौहान, प्रतिसार निरीक्षण परिवहन शाखा रमेशचंद समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।


देवेंद्र पांच को लेंगे मुख्यमंत्री की शपथ

मुंबई! महाराष्ट्र में 5 नवंबर को देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं! सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के मशहूर वानखेड़े स्टेडियम में हो सकता है! 


सूत्रों का कहना है कि अगर शिवसेना (shiv sena) बीजेपी (bjp) के साथ सरकार गठन में साथ आई थी तो ठीक नहीं उसके बिना ही बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी! 
वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार गठन के लिए 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना (Shiv Sena) के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं! शुक्रवार को शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि अगर शिवसेना चाहे तो वह सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या बल जुटा लेगी! 


संजय राउत ने कहा, 'अगर शिवसेना ने चाहे तो वह राज्य में स्थिर सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्याबल जुटा लेगी! जनता ने राज्य में 50-50 फॉर्मूले के आधार पर सरकार बनाने के लिए जनादेश दिया है. उन्हें शिवसेना से सीएम चाहिए.'
इससे पहले गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे विधायक दल की बैठक में कहा था कि हम सत्ता के भूखे नहीं है लेकिन बीजेपी से जो बात हुई उसे उस बात का पालना करना चाहिए! मुख्यमंत्री का पद हमेशा किसी एक व्यक्ति के लिये कायम नहीं रहता. हमारी संख्याबल अच्छी है! मुख्यमंत्री पद हमारा हक है और ये हमारी जिद्द है!
उन्‍होंने कहा कि लोकसभा के समय 50-50 फॉर्मूला का जो तय हुआ, बीजेपी (BJP,) को वह नहीं मान्य है तो क्या बात करूं! नए सिरे से बात नहीं होगी जो तय हुआ है उसी से बात शुरू होगी! उन्होंने अपने विधायकों को कहा कि सत्ता के लिए आप कोई गलत कदम नही उठाओगे मुझे विश्वास है!


मुख्यमंत्री पद महाराष्ट्र के लिए आवश्यक

मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष तेज हो गया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने दोटूक कहा है कि मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा। सूबे की जनता की भी यही इच्छा है। शिवसेना के पास विधायकों की पर्याप्त संख्या है। शिवसेना प्रवक्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, मतगणना को 8 दिन बीत गए हैं और भाजपा अभी तक सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू नहीं कर पाई है। अगर भाजपा के पास बहुमत है तो उसे सरकार का गठन करना चाहिए।


राऊत ने कहा कि भाजपा की ओर से अभी तक किसी भी तरह का प्रस्ताव शिवसेना को नहीं मिला है। शिवसेना को सत्ता में बराबर यानी आधी भागीदारी चाहिए। इस बाबत भाजपा की ओर से अधिकृत प्रस्ताव नहीं आया है। राऊत ने कहा कि वह व्यापारी नहीं हैं कि सत्ता के लिए सौदेबाजी करें। राऊत ने साफ शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री पद शिवसेना को चाहिए।


उल्लेखनीय है कि गुरुवार को सत्ता गठन की प्रक्रिया के तहत ही शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मिले थे। हालांकि संजय राऊत ने पत्रकारों को बताया था कि वह किसानों की समस्या को लेकर शरद पवार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। मगर सब जानते हैं कि शिवसेना राज्य में गैर भाजपा सरकार बनाने का प्रयास कर रही है।


राकांपा विधायक दल के नेता अजीत पवार ने कहा है कि शरद पवार व संजय राऊत के बीच हुई बातचीत की जानकारी उन्हें नहीं है। राकांपा विपक्ष में ही रहेगी। इसी तरह की प्रतिक्रिया पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने दी है। शिंदे ने कहा कि कांग्रेस विपक्ष में बैठने की भूमिका पहले ही स्पष्ठ कर चुकी है, उसमें किसी भी तरह का बदलाव नहीं हुआ है।


केंद्रीय राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि भाजपा और शिवसेना ही मिलकर सरकार का गठन करेंगी। इसे लेकर दोनों दलों में चर्चा चल रही है और बहुत जल्द निर्णय किया जाएगा। राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा व शिवसेना के नेताओं में चर्चा का दौर जारी है। जल्द राज्य में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का गठन कर लिया जाएगा।


गुरुवार को शिवसेना विधायक दल की बैठक में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पर नाराजगी व्यक्त की थी। ठाकरे ने कहा था कि वह सभी को अपना मित्र मानते हैं, लेकिन उन्हें झूठा कहा गया है। इसके बाद सभी शिवसेना विधायकों ने सरकार गठित करने के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को अधिकृत कर दिया था। इसके बाद ही शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मिले थे।


जानकारी के अनुसार शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मतगणना के दिन कहा था कि सत्ता में फिफ्टी-फिफ्टी का समझौता अमित शाह ,मुख्यमंत्री और उनके बीच हुआ है और उसी समझौते के अनुसार ही राज्य में सरकार का गठन होगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दीपावली मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में कहा था कि इस तरह का कोई समझौता नहीं हुआ है। इस बात से शिवसेना अध्यक्ष नाराज बताए जा रहे हैं।


सन्यासी की लाश मिलने से जिले में हड़कंप

प्रयागराज! जिले में पिछले एक सप्ताह की बात करें तो तकरीबन हर रोज औसतन एक हत्या को अंजाम दिया ही जा रहा है। शुक्रवार को भी हत्या का दिन रहा। अब झूंसी थाना इलाके के कनिहार गांव में कपड़े में लिपटी संन्यासी की लाश मिलने से एक बार फिर पुलिस प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है। हालांकि शव की शिनाख्य नहीं की जा सकी है। पर सिर पर जटा वस्त आदि से आसानी से ये बात स्पष्ट हो रही है कि ये कोई संन्यासी ही थी जिसे मौत के घाट उतार दिया गया।


झूंसी थाना क्षेत्र के कनिहार के सूनसान इलाके में शुक्रवार की सुबह कुछ लोगों ने देखा तो कपड़े में लिपटा एक संन्यासी का शव मिला। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। इनकी उम्र 70 साल बताई जा रही है। शरीर पर कई चोट के निशान भी मिले हैं। पुलिस का मानना है कि किसी बाहरी लोगों ने हत्या कर शव यहां पर ठिकाने लगाने के लिए फेंक दिया है। पुलिस ने संन्‍यासी के पहचान कराने का प्रयास किया, लेकिन शिनाख्‍त नहीं हो सकी। पुलिस ने शव को कब्‍जे में ले लिया है। झूंसी थाने के इंस्‍पेक्‍टर बृजेश सिंह ने बताया कि शव देखकर लग रहा है कि हत्या दो से तीन दिन पहले की गई है। पता न लग सके इसलिए फेंकने के लिए शव के किनारे का स्थान चयन किया गया है। उन्होने कहा कि लगातार पड़ताल की जा रही है। जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।


जानिए कब-कब की गई हत्यायें


बदमाशों के सामने पुलिस ने सबसे पहली चुनौती 23 अक्तूबर को पेश की जब फाफामऊ में आयकर विभाग के कर्मचारी संजय पाल की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना को दो दिन ही बीते थे 26 अक्तूबर की रात कैंट थाना क्षेत्र से 500 मीटर की दूरी पर एक और सनसनीखेज वारदात हुई। यहां आयकर विभाग कर्मचारी के 16 वर्षीय बेटे राज प्रसाद उर्फ गौरव र्की ईंट-पत्थर से कूंचकर मार डाला गया। 28 से 29 अक्तूबर के बीच 24 घंटे के भीतर चार लोगों की हत्या की वारदातें सामने आने के बाद सनसनी फैल गई।


शिवकुटी में दोहरा हत्याकांड अंजाम दिया गया तो नवाबगंज व दारागंज में भी दो लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। 30 अक्तूबर को भी नवाबगंज में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उधर बृहस्पतिवार भोर में करेली में अधिवक्ता मो. इदरीश की हत्या कर दी गई जबकि लालापुर में किशोरी की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। अब प्रयागराज में संन्यासी का शव मिलने से एक और हत्या की बात सामने आ रही है। आठ दिन के भीतर हत्या की आठ वारदातें होने के बाद जिले में दहशत का माहौल कायम हो गया है।


दरोगा की रिवाल्वर से सिपाही ने की आत्महत्या

बागपत! उत्तर प्रदेश के बागपत में गुरुवार सुबह एक सिपाही ने पुलिस चौकी के अंदर दरोगा की रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी लगते ही साथी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और सिपाही को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आत्महत्या की शुरुआती वजह पत्नी की बीमारी और घरेलू तनाव को माना जा रहा है।
बागपत जनपद के दोघट थाना क्षेत्र की टीकरी पुलिस चौकी में खुद को बंद कर सिपाही प्रवीण कुमार (35) ने दरोगा की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को दो गोली मारकर आत्महत्या कर ली। चौकी में गोली चलते ही पुलिसकर्मी हक्के-बक्के रह गए। अमरोहा के सरावा गांव निवासी प्रवीण कुमार टीकरी चौकी पर तैनात था। गुरुवार सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर चौकी का स्टाफ खाना खा रहा था। इसी बीच प्रवीण कुमार ने खुद को चौकी के कमरे में बंद किया और कमरे में रखी दारोगा भगवत सिंह की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। पुलिसकर्मियों ने एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव को जानकारी दी। मौके पर पुलिस छानबीन कर रही है। बताया गया कि प्रवीण दो अक्तूबर से अपने घर से वापस आया था। शुरुआती जांच में पता चला है कि उसकी पत्नी बीमार चल रही थी। दिवाली पर भी वह घर नहीं जा सका था।


महाराष्ट्र में भाजपा नहीं शरद बनेंगे किंग मेकर

मुंबई! महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन को बहुमत तो मिल गया, लेकिन अभी तक राज्य में सरकार नहीं बन पाई है! दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद और कैबिनेट में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान चल रही है! इस सबके बीच गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के शरद पवार से मुलाकात की, जिसने सियासी गर्मी को बढ़ा दिया! गुरुवार को शिवसेना के विधायक दल की बैठक भी हुई, जिसके बाद से ही राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलता जा रहा है और सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या शिवसेना भाजपा का साथ छोड़ किसी अन्य विकल्प पर विचार कर सकती है!


दिवाली मिलन के बहाने से कई निशाने:-गुरुवार को जब शिवसेना विधायक की बैठक हुई तो उम्मीद थी कि राज्य में गतिरोध खत्म होगा, लेकिन बैठक के बाद संजय राउत जब शरद पवार से मिलने पहुंचे तो हलचल मच गई! हालांकि, संजय राउत ने कहा कि ये सिर्फ दिवाली की बधाई वाली मुलाकात थी, हालांकि इसमें महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर भी चर्चा!


क्या शिवसेना के साथ जाएगी NCP?
संजय राउत के साथ मुलाकात के बाद शरद पवार के आवास पर NCP नेताओं की बैठक हुई, जिसमें सुप्रिया सुले, धनंजय मुंडे और अजीत पवार शामिल रहे! हालांकि, इस बैठक के बाद पार्टी की ओर से बयान दिया गया कि हमें विपक्ष में बैठने के लिए जनादेश मिला है, ऐसे में शिवसेना के प्रस्ताव पर सोचने का विचार नहीं है!


शिवसेना विधायक दल की बैठक में क्या हुआ?
गुरुवार सुबह शिवसेना विधायक दल की बैठक में एकनाथ शिंदे को विधानसभा में विधायक दल का नेता चुना गयाा! हालांकि, इस बैठक में भाजपा के साथ सरकार गठन पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है! बैठक के वक्त पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों को कहा कि अभी भाजपा के साथ सरकार गठन पर बात नहीं हुई है, लेकिन हम वही चाहते हैं जो वादा हमसे हुआ है उससे कम कुछ भी नहीं चाहिए!


भाजपा ने शिवसेना को क्या दिया ऑफर?


शिवसेना की बैठक से पहले सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई थी कि भारतीय जनता पार्टी शिवसेना को कैबिनेट में कुल 13 मंत्रालय देने पर विचार कर सकती है! हालांकि, भाजपा शिवसेना को वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहती है लेकिन PWD मंत्रालय देने पर सहमति हो सकती है! साथ ही अगर बातचीत आगे बढ़ती है तो भाजपा की ओर से उपमुख्यमंत्री पद देने पर भी विचार किया जा सकता है! लेकिन अभी तक ऐसे प्रस्ताव पर ना तो शिवसेना और ना ही भाजपा से आधिकारिक बयान सामने आया है!


वायु गुणवत्ता की अवस्था आपातकालीन

नई दिल्ली! दिल्ली-एनसीआर के लोग शुक्रवार सुबह जब उठे तो उन्होंने अपने आसपास के वातावरण को धुंध की घनी चादर में लिपटा पाया। यह इस सीजन की सबसे ज्यादा धुंध है और इसी के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'गंभीर' अवस्था से निकलकर 'आपातकालीन' अवस्था में पहुंच गई है।रातभर में राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता 50 अंक बढ़कर 459 हो गई। केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार देर रात दिल्ली की हवा जनवरी से लेकर अब तक में सबसे प्रदूषित दर्ज की गई। इस वक्त यह गंभीर से निकलकर आपातकालीन स्थिति में पहुंच गई है।


अधिकारियों ने बताया कि अगर हवा 48 घंटे से ज्यादा समय तक गंभीर स्थिति में बनी रहती है तो इसमें सुधार के लिए आवश्यक कदम जैसे, सम-विषम योजना, ट्रक की एंट्री बैन करना, निर्माण कार्य रोकने और स्कूल बंद करने जैसे कदम उठाए जाएंगे जो ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का हिस्सा हैं।दिल्ली-एनसीआर की प्रदूषित हवा ने हजारों लोगों को अपनी सुबह की सैर और व्यायाम करने से रोक दिया है। दिल्ली के एक पत्रकार शुभोमय सिकदर ने बताया कि प्रदूषण के कारण उनके गले में खराश हो गई है और उन्हें रोजाना खेलों का सत्र मिस करना पड़ता है।


जैसे-जैसे दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है चेहरों पर मास्क की संख्या बढ़ती जा रही है। जंगपुरा के रहने वाले अमनप्रीत सिंह कहते हैं कि वह सुबह और शाम की सैर छोड़कर घर में रहना ज्यादा उचित समझ रहे हैं। शुक्रवार सुबह 8 बजे दिल्ली का प्रदूषण स्तर 459 दर्ज किया गया जो गुरुवार को इसी समय पर 410 था। यह साफ दिखाता है कि गुरुवार के मुकाबले पूरी दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता शुक्रवार को और खराब हुई है। पूरी दिल्ली में कुल 37 वायु गुणवत्ता मॉनिटर स्टेशन हैं जिनके आंकड़ों का औसत बताता है कि शुक्रवार को दिल्ली की हवा गंभीर स्तर पर है और कहीं-कहीं यह इमरजेंसी स्तर तक पहुंच गई है। बवाना शुक्रवार को भी सबसे अधिक प्रदूषित रहा। यहां वायु गुणवत्ता 497 रही। वहीं डीटीयू के पास वायु गुणवत्ता का स्तर 487, वजीरपुर में 485, आनंद विहार में 484 और विवेक विहार में 482 दर्ज किया गया। 


सरकार ने किए कई बदलाव, बढ़ेगा खर्च

नई दिल्ली! 01 नवंबर से आपकी जिंदगी में कई बड़े बदलाव होंगे। इसका असर आम लोगों के साथ ही बैंक ग्राहकों और कारोबारियों पर भी पड़ेगा। इन नए नियमों से जहां एक ओर आपको राहत मिलेगी, वहीं अगर आपने कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। महाराष्ट्र में सरकारी बैंकों के समय में भी बदलाव होगा, जिससे बैंकिंग कार्य भी प्रभावित होगा। हम आपको बारी-बारी से ऐसे ही कुछ बड़े बदलावों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। 


एसबीआई ग्राहकों को झटका:-अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहक हैं तो एक नवंबर 2019 से डिपॉजिट पर ब्याज की दरें बदल जाएंगी। बैंक के इस फैसले का असर 42 करोड़ ग्राहकों पर होगा। एसबीआई ने इस संबंध में नौ अक्टूबर को जानकारी दी थी।बैंक की घोषणा के मुताबिक, एक लाख रुपये तक के जमा धन पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी घटाकर 3.25 फीसदी कर दी गई है। एक लाख रुपये से ज्यादा अगर आपके बचत खाते में बैलेंस है तो उस पर ब्याज अब रेपो रेट के अनुसार मिलेगा, वर्तमान में यह 3 फीसदी है।


रसोई गैस:-एक नवंबर से रसोई गैस सिलिंडर की कीमत में बढ़ोतरी हो गई है। लगातार तीसरे महीने रसोई गैस के दाम में इजाफा हुआ है, जिससे आम आदमी को झटका लगा है। देश के प्रमुख महानगरों में बिना-सब्सिडी वाला गैस सिलिंडर करीब 76.5 रुपये महंगा हुआ है। 


गैस सिलिंडर के लिए चुकाने होंगे इतने पैसे:-आज से दिल्ली में 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर के लिए आपको 681.50 रुपये चुकाने पड़ेंगे। कोलकाता में इसका दाम 706 रुपये है। वहीं मुंबई और चेन्नई में 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर का दाम क्रमश: 651 और 696 रुपये है। वहीं, 19 किलोग्राम सिलिंडर की कीमत दिल्ली में 1204 रुपये हो गई है। कोलकाता में 1258 रुपये, मुंबई में 1151.50 रुपये और चेन्नई में इसका दाम 1319 रुपये हो गया है।


कारों पर मिलने वाली भारी छूट होगी खत्म:-इस तारीख से कारों पर मिलने वाली भारी-भरकम छूट खत्म होने लगेगी। इस समय वाहन कंपनियां कारों पर भारी छूट के साथ कई ऑफर भी दे रही हैं। कंपनियों का कहना है कि इतने उच्च स्तर पर लंबे समय तक छूट देना संभव नहीं है। मारुति सुजुकी के मार्केटिंग एवं बिक्री निदेशक शशांक श्रीवास्तव का कहना है कि बाजार में फिर से जान डालने की हमने कोशिश की, लेकिन हम हमेशा ऊंचे प्रोत्साहनों को जारी नहीं रख सकते हैं क्योंकि यह व्यवहारिक नहीं है। इसलिए आगे इन छूट और पेशकशों में कमी ही आने वाली है।


डिजिटल भुगतान लेना अनिवार्य:-अब बड़े कारोबारियों को डिजिटल भुगतान लेना अनिवार्य होगा। इसी के साथ ग्राहक या दुकानदार से डिजिटल भुगतान के लिए कोई भी शुल्क या मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) नहीं वसूला जाएगा। बदले हुए ये नियम 50 करोड़ रुपये से अधिक के टर्नओवर वाले कारोबारियों पर ही लागू होंगे। 


महाराष्ट्र में सरकारी बैंकों का एक टाइम टेबल:-महाराष्ट्र में एक नवंबर से सभी सरकारी बैंकों के खुलने और बंद होने के समय में परिवर्तन किया गया है। अब यहां सभी सरकारी बैंक एक ही टाइम पर खुलेंगे और बंद होंगे।  नए टाइमटेबल के हिसाब से बैंक अब सुबह नौ बजे खुलेंगे और शाम में चार बजे तक कारोबार होगा। बता दें कि वित्त मंत्रालय ने देश में बैंकों के कामकाज का समय एक जैसा करने का निर्देश दिया था। 


सीएनजी-पीएनजी:-तेल कंपनियां सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में बदलाव कर सकती हैं। इसका असर सीधे आदमी की जेब और रसोई पर पड़ता है। गैस की कीमतों में कमी होने से जहां बिल कम आएगा, वहीं कीमत बढ़ने से आपके ऊपर ज्यादा भार पड़ेगा।


चीन हस्तक्षेप ना करें, कब्जा की जमीन छोड़ें

नई दिल्ली! चीन ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले को अवैध करार दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का चीन के कुछ इलाके को अपने प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में शामिल करने का निर्णय चीन की संप्रुभता को चुनौती है। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार पटलवार करते हुए कहा कि चीन भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप न करे, उल्टा उसने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है।


रवीश कुमार ने कहा, ”चीन के सामने भारत की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर फैसला लेना भारत का आंतरिक मामला है। चीन ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है। 1963 के तथाकथित चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते के तहत पीओके के हिस्से को भी नियंत्रण में ले रखा है। उम्मीद है कि चीन समेत दूसरे देश भी भारत की अखंडता का सम्मान करेंगे।


इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग सुआंग ने कहा कि भारत ने एकपक्षीय ढंग से अपने घरेलू कानून और प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में परिवर्तन कर दिया है। यह गैर-कानूनी है। इससे ये तथ्य नहीं बदलता कि लद्दाख में शामिल किए गए कुछ इलाके चीन के वास्तविक नियंत्रण में हैं।


दिल्ली पुलिस ने पकड़ा एक करोड़ का गांजा

जांजगीर चांपा। चारामा थाना क्षेत्र में दिल्ली से पहुंची केंद्रीय आबकारी विभाग की टीम ने एनएच 30 के किनारे खड़े एक कंटेनर ट्रक से 12 लाख रुपये का गांजा बरामद किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की यह टीम उक्त वाहन का लागातार पिछले बहुत दिनों से निगरानी कर रही थी।


अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे इसकी कीमत 1करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस मामले में अज्ञात आरोपी फरार बताया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय आबकारी विभाग की डिप्टी कमिश्नर के नेतृत्व में 6 सदस्यों की टीम ने चारामा के पास nh 30 बाबू कोहका के पास सड़क किनारे खड़ी एक ट्रक यूपी 38 टी 4510 में छुपाकर रखे गए 850kg गांजा जप्त किया है। हालांकि पूरी घटना क्रम को गोपनीय रखते हुए इस टीम ने वहाराम थाने में पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया यूपी नंबर की इस गाड़ी में ओडिशा से जगदलपुर के रास्ते गांजा उत्तर प्रदेश ले जाए जाने की आशंका जताई जा रही है।


जासूसी को लेकर,सरकार पर निशाना

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई भारतीय पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी के मामले को लेकर गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार का इस मामले में व्हाट्सएप से सवाल करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से यह पूछने की तरह ही है कि राफेल विमान सौदे में किसने पैसे बनाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'सरकार व्हाट्सएप से पूछ रही है कि भारतीय नागरिकों की जासूसी के लिए पेगासस का इस्तेमाल किसने किया। यह ठीक उसी तरह है कि मोदी दसाल्ट से पूछ रहे हैं कि राफेल विमान सौदे में किसने पैसे बनाये।'


दरअसल, फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप ने कहा है कि इजरायल के स्पाईवेयर 'पेगासस' के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयों की वैश्विक स्तर पर जासूसी की गई। भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। इस विवाद पर गृह मंत्रालय ने कहा है कि सरकार नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और नागरिकों की निजता के उल्लंघन की खबरें भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश है।


विचारधारा के विरुद्ध नतमस्तक हुए लोग

नई दिल्ली! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें याद किया और भाजपा एवं आरएसएस पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि पटेल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सख्त खिलाफ थे और आज सत्तारूढ़ पार्टी को उन्हें श्रद्धांजलि देते देख बहुत खुशी होती है। उन्होंने यह दावा भी किया कि भाजपा का अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है।
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा- 'सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे, जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे। वे जवाहरलाल नेहरू के करीबी साथी थे और आरएसएस के सख्त खिलाफ थे। आज भाजपा द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देखकर बहुत खुशी होती है।'


उन्होंने कहा कि भाजपा के इस कदम से दो चीजें स्पष्ट होती हैं। पहला यह कि उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है, तकरीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे। दूसरा, सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रु भी नमन करने लग गए।


झटका:कॉल करने पर पैसे देगा बीएसएनल

नई दिल्ली। रिलायंस जिओ ने हाल में अन्य नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज (आईयूसी) की घोषणा की। इसके बाद एयरटेल और वोडाफोन ने इसे मौके की तरह लेते हुए ग्राहकों से आईयूसी न लेने का ऐलान किया। अब सरकारी कंपनी बीएसएनएल ने इससे भी एक कदम आगे की घोषणा की है। बीएसएनएल अपने यूजर्स को हर 5 मिनट की वॉइस कॉल पर 6 पैसे देगा।


बीएसएनएल ने कहा है कि वह प्रत्येक 5 मिनट की वॉइस कॉल के लिए ग्राहक के खाते में 6 पैसे क्रेडिट करेगा। कंपनी से यह कैशबैक देश भर में सभी बीएसएनएल वायरलाइन, ब्रॉडबैंड और एफटीटीएच ग्राहकों को मिलेगा। बीएसएनएल ने यह घोषणा ऐसे समय में की है, जब आईयूसी का मामला चल रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे कंपनी को नए ग्राहकों के रूप में फायदा मिल सकता है।


रिलायंस जियो को एक बार फिर झटका


बीएसएनएल की इस घोषणा के बाद रिलायंस जियो को एक बार फिर झटका लगा है। अग्रेसिव ऑफर की वजह से पिछले दो साल से ज्यादा समय से देश के टेलिकॉम मार्केट में जियो का दबदबा रहा। हालांकि, हाल में जियो से अन्य नेटवर्क पर कॉल करने के पर प्रति मिनट 6 पैसे आईयूसी की घोषणा के बाद इसके काफी ग्राहकों में नाराजगी देखने को मिली है। जियो की आईयूसी की घोषणा के बाद एयरटेल और वोडाफोन ने यह चार्ज नहीं लगाने का ऐलान किया। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आईयूसी लगाने के बाद जियो के काफी प्रीपेड कस्टमर्स अन्य नेटवर्क के साथ चले गए हैं। अब बीएसएनएल की इस नई घोषणा से जियो के ग्राहक इस नेटवर्क के साथ आ सकते हैं।


इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर,आरडीएक्स भरा बैग

नई दिल्ली। विमानतल पर एक संदिग्ध बैग में आरडीएक्स मिल होने की खबर से सनसनी फैल गई। सारी सुरक्षा एजेंसियां सन्नाटे में आ गई और इस मामले की सूक्ष्म जांच की जा रही है। टर्मिनल नंबर 3 पर एक संदिग्ध बैग मिला जिसमें आरडीएक्स होने की खबर है।रात 12 बजे के बाद ये बैग मिला है जिसमे आरडीएक्स भरे होने की खबर है। फिलहाल जांच एजेंसियां इस बात का भी पता लगा रही है आरडीएक्स से भरा बैग का टर्मिनल में आया कैसे? 370 हटाने के बाद से आतंकवादी वारदात की चेतावनी लगातार मिल रही है और दिल्ली आतंकवादियों के निशाने पर भी रहा है।


राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं: राष्ट्रपति

नई दिल्ली! छत्तीसगढ़ आज से अपना 20वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। इस उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को ट्वीट कर बधाई दी है। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ी में प्रदेशवासियों को बधाई दी है।


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के भाई बहिनी मन ला जय जोहार! छत्तीसगढ़ के जम्मो मनखे मन ला छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के गाड़ा-गाड़ा बधाई। छत्तीसगढ़ के संगे-संग, हमर देस बिकास के नवा-नवा कीर्तिमान रचय, एखर बर मोर डहर ले अब्बड़ सुभकामना: राष्ट्रपति कोविन्द!


इस्लामिक स्टेट का अधिकारिक प्रमुख नहीं

लॉस एंजेल्स। दुनिया के सर्वाधिक खूंखार आतंकवादी समूह 'इस्लामिक स्टेट' ने गुरुवार को अपने सरगना अबू बाकर अल-बगदादी की मृत्यु की अधिकृत घोषणा करने के साथ उनके उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा कर दी। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार बगदादी का उत्तराधिकारी अबू इब्राहिम अल-हाशमी अल-कुरेशी को घोषित किया गया है। वह बगदादी के विश्वस्त लोगों में शामिल रहा है। वह अमीर अथवा खलीफ है। हालांकि यह चेहरा बगदादी के चहेतों में अभी तक गुमनाम रहा है।


इस घोषणा के साथ इस्लामिक स्टेट ने एक आडियो रिकार्डिंग में अमेरिका को चेतावनी दी है कि ” बगदादी की मृत्यु से खुश होने की जरूरत नहीं है।” उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को बगदादी की मृत्यु की ट्वीट में घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि अमेरिकी सेनाओं ने अपने खोजी कुत्तों के साथ बगदादी का भूमिगत सीरियाई कंदराओं में पीछा किया और जब उसे अंत तक छिपने का कोई मार्ग नहीं मिला तो उसने अपने दो बच्चों के साथ विस्फोट के साथ खुद को उड़ा लिया। ट्रम्प ने यह भी कहा था कि वह कुत्ते की भांति मरा। एक कायर के रूप में जान दी।


इस्लामिक स्टेट के 'टेलीग्राम ऐप' में बगदादी की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कहा गया है कि उसने करीब एक दशक तक समूह का नेतृत्व किया। उधर इस्लामिक स्टेट प्रवक्ता अबू हसन अल-मुजाहिर की भी मौत हो गई। उसे बगदादी का उत्तराधिकारी माना जा रहा था। अल मुजाहिर की रविवार को ही उत्तरी सीरियाई गांव में एक हवाई हमले में मृत्यु हुई थी।


टाइम्स ने लिखा है कि बगदादी के उत्तराधिकारी के बारे में किसी को कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं है और न ही उसके वास्तविक नाम के बारे में ही अधिकृत तौर पर जानकारी है। इस बारे में इस्लामिक स्टेट की ओर से भी अल हाशमी अल कुरेशी के जीवन के बारे में कोई विवरण प्रसारित किया गया है।


तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट की जरूरत नहीं

नई दिल्ली। गुरुनानक देव की 550वीं जयंती के पावन प्रकाशोत्सव पर पाकिस्तान जाने वाले सिख तीर्थयात्रियों के लिए राहत भरी सूचना है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत से करतारपुर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी। यह घोषणा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने की है। मीडिया रिपोर्ट्स में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत से करतारपुर की तीर्थयात्रा पर पहुंचने वाले सिखों को अब पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी। इमरान खान ने साफ किया है कि करतारपुर आने वाले सिख तीर्थयात्रियों के पास सिर्फ वैध पहचान पत्र का होना ही काफी होगा। इसके अलावा करतारपुर आने के लिए 10 दिन पहले पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी। साथ ही उद्घाटन के दिन के अलावा गुरुजी के 550 वें प्रकटोत्सव पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।


उल्लेखनीय है कि करतार कॉरिडोर के लिए तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो चुका है। भारतीय सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 और दूसरा 6 नवम्बर को गुरुधाम के लिए रवाना होगा। इमरान खान की यह घोषणा इसलिए महत्वपूर्ण है कि इससे पहले पाकिस्तान हर श्रद्धालु से 20 अमेरिकी डॉलर यानी 1428 रुपये वसूलने पर अड़ा हुआ था।


करतारपुर, लाहौर से करीब 125 किलोमीटर दूर नरोवाल में है। 9 नवम्बर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होना है। करतारपुर कॉरिडोर सिख श्रद्धालुओं के लिए अहम है। करतारपुर में ही संत गुरुनानक देव जी ने अपनी जिंदगी के आखिरी साल गुजारे हैं। पाकिस्तान ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए एक सिक्का जारी किया है। 9 नवंबर को वह डाक टिकट जारी करने की घोषणा कर चुका है।


करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इसके बाद वह पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक में सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। गुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व सिख समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है। यह पर्व समाज के सभी वर्गों को साथ रहने, मिल बांटकर खाने और मेहनत से कमाई करने का संदेश देता है। इस बार गुरुनानक देव जी की जयंती 23 नवम्बर को (कार्तिक पूर्णिमा) है।


छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर बधाई

नई दिल्ली! छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर छत्तीसगढ़ वासियों को बधाई देते हुये कहा है! प्राकृतिक सौंदर्य के धनी राज्य छत्तीसगढ़ के निवासियों को स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई। मेरी कामना है कि विविध संस्कृतियों की संगम स्थली वाला यह प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़े।


पुराने साथियों से मुलाकात होगी:वृश्चिक

राशिफल


मेष-विवेक से काम लें। सुख के साधन रहेंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में सहकर्मी विशेषकर महिला वर्ग से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। किसी बात का विरोध हो सकता है। कष्ट व भय बने रहेंगे।


वृष-शत्रु कोई बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। वाहन व मशीनरी के कार्यों में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। समय पर किसी कार्य का भुगतान नहीं कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय साधारण रहेगा।


मिथुन-दुष्टजनों से सावधान रहें। शारीरिक कष्ट से बाधा तथा हानि संभव है। बेचैनी रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में मातहतों का साथ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। अज्ञात भय रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी।


कर्क-शत्रु सक्रिय रहेंगे। सावधानी आवश्यक है। घर-परिवार की चिंता रहेगी। चोट व रोग से बचें। कष्ट संभव है। लेन-देन में जल्दबाजी न करे। भूमि व भवन संबंधी कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। यात्रा संभव है।


सिंह-विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शत्रु पस्त होंगे। उनकी एक नहीं चलेगी। किसी मांगलिक-आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। हल्की हंसी-मजाक से बचें। कार्यक्षेत्र में उत्साह व प्रसन्नता बनी रहेगी।


कन्या-परिवार के छोटे सदस्यों की अध्ययन तथा स्वास्‍थ्य संबंधी चिंता रहेगी। विवाद से क्लेश संभव है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ अधिक होगी। लाभ में कमी रहेगी। उत्साह की कमी महसूस करेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।


तुला-सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। थोड़े प्रयास से ही रुके काम बनेंगे। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है।


वृश्चिक-सुख के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। अज्ञात भय रहेगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचारों की प्राप्ति से प्रसन्नता रहेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम करने की इच्छा प्रबल होगी।


धनु-वै‍वाहिक प्रस्ताव विवाह के उम्मीदवारों का इंतजार कर रहा है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। अनहोनी की आशंका रह सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता बनी रहेगी।


मकर-राजभय रहेगा। जल्दबाजी व लापरवाही न करें। विवाद को बढ़ावा न दें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। कुसंगति से बचें। हानि होगी। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।


कुंभ-स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सुख के साधन जुटेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। निवेशादि शुभ रहेंगे। उत्साह में वृद्धि होगी।


मीन-राजमान व यश में वृद्धि होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय होगा। सामाजिक कार्य करने की इच्छा रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। काफी समय से लंबित कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।


अर्धवृत्ताकार अंडा देने वाला 'प्लैटिपस'

प्लैटिपस ( Ornithorhynchus anatinus ), जिसे कभी-कभी बतख-बिल्ड प्लैटिपस के रूप में जाना जाता है, तस्मानिया सहित पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक अर्धवृत्ताकार अंडा देने वाला स्तनपायी है । प्लैटिपस अपने परिवार ( ओरनिथोरिनचिडे ) और जीनस ( ऑर्निथोरिनच्युस ) का एकमात्र जीवित प्रतिनिधि है, हालांकि जीवाश्म रिकॉर्ड में कई संबंधित प्रजातियां दिखाई देती हैं।


इकिडना की चार प्रजातियों के साथ, यह मोनोट्रेम की पांच विलुप्त प्रजातियों में से एक है, एकमात्र स्तनधारी जो जीवित युवा को जन्म देने के बजाय अंडे देते हैं । अन्य मोनोट्रेमों की तरह यह भी इलेक्ट्रोलोकेशन के माध्यम से शिकार करता है। यह विषैले स्तनधारियों की कुछ प्रजातियों में से एक है, क्योंकि नर प्लैटिपस में हिंद पैर पर एक प्रेरणा होती है जो मनुष्यों को गंभीर दर्द पैदा करने में सक्षम एक विष प्रदान करता है।


इस अंडे की असामान्य उपस्थिति, डक- बल्ड, बीवर- बीट्ड, ऑटर -फुटेड स्तनपायी यूरोपीय प्रकृतिवादियों को चकित करता है जब वे पहली बार सामना करते हैं, और पहले वैज्ञानिकों ने एक संरक्षित प्लैटिपस बॉडी (1799 में) की जांच करने के लिए इसका न्याय किया। नकली, कई जानवरों का एक साथ सिलना। प्लैटिपस की अनूठी विशेषताएं इसे विकासवादी जीव विज्ञान के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण विषय बनाती हैं, और ऑस्ट्रेलिया का एक पहचानने योग्य और प्रतिष्ठित प्रतीक है। यह ऑस्ट्रेलियाई बीस प्रतिशत सिक्के के उलट राष्ट्रीय घटनाओं और विशेषताओं के शुभंकर के रूप में प्रकट हुआ है, और प्लैटिपस न्यू साउथ वेल्स राज्य का पशु प्रतीक है।


20 वीं शताब्दी की शुरुआत तक मनुष्यों ने इसके फर के लिए प्लैटिपस का शिकार किया था, लेकिन अब यह अपनी पूरी श्रृंखला में संरक्षित है। हालांकि कैप्टिव-ब्रीडिंग कार्यक्रमों को केवल सीमित सफलता मिली है, और प्लैटिपस प्रदूषण के प्रभावों के प्रति संवेदनशील है, यह किसी भी तत्काल खतरे में नहीं है।


भूख से मर जाता है छछूंदर

छछूंदर दुनिया भर में सबसे अधिक पाये जाने वाले जानवरों में से एक है। छछूंदर की करीब ३० प्रजातियाँ होती हैं, लेकिन इनमे से सिर्फ कुछ प्रजातियाँ ही अक्सर देखने को मिलती हैं। जमीन में लम्बी दरारों के अंदर या खेतों के आसपास छछूंदर अक्सर देखे जा सकते हैं। छछूंदर प्राय:धरती के नीचे गहरी सुरंग बनाते हैं और लगभग अपनी पूरी जिंदगी ही जमीन के नीचे अँधेरे में बिता देते हैं। छछूंदर एक ऐसे किलेनुमा बस्ती में रहते हैं, जो जमीन के नीचे ये स्वयं बनाते हैं। इनकी खोदने की क्षमता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यह एक खेत में ही २०० फुट से भी ज्यादा लम्बी एक सुरंग बड़ी आसानी से खोद सकते हैं और एक मिनट से भी कम समय में एक बिल खोदकर उसमे समा सकते हैं। दरअसल छछूंदर के पंजे बहुत शक्तिशाली होते हैं, जिनका आकार फावडे जैसा होता है। छछूंदर की सुरंगों की बनावट इतनी जटिल होती है कि दुसरे जानवरों के लिए इन सुरंगों में जाना सुरक्षित नहीं होता। आपको जानकार हैरानी होती है कि छछूंदर इतना भूखा जीव है कि यदि यह १२ घंटे तक भूखा रह जाये तो यह भूख के कारण दम तोड़ देता है।


जलकाक या पनकौआ

जलकाक (Cormorant) या पनकौआ पक्षियों में बक गण (Order Ciconiformes) के जलकाक कुल (Family Phalacrocoracidae) का प्रसिद्ध पक्षी है जिसकी कई जातियाँ सारे संसार में पाई जाती हैं। इस कुल के पक्षियों का रंग काला, चोंच लंबी, टाँगें छोटी और उँगलियाँ ज़ालपाद होती है। ये अपना अधिक समय पानी में ही बिताते हैं और पानी के भीतर मछलियों की तरह तैर लेते हैं। ये सब मछलीखोर पक्षी हैं।


जलकाक का दूसरा नाम पनकौआ भी है। इसकी एक छोटी जाति भी होती है जो छोटा पनकौआ (Little cormorant) कही जाती हैं। कद की छोटाई के अलावा इन दोनों में कोई भेद नहीं है।


तीसरी जाति के पक्षी बानवर (Darter) कहे जाते हैं। पूर्वोक्त दोनों जातियों से इनकी चोंच अवश्य भिन्न होती है, लेकिन इसके अतिरिक्त इनके रहन सहन, स्वभाव, तथा भोजन आदि में कोई भेद नहीं है। पनकौओं की चोंच जहाँ आगे की ओर थोड़ी मुड़ी रहती है, वहीं बानवर की चोंच सीधी पतली और नुकीली रहती है।


पनकौए 10- 12 इंच लंबे पक्षी हैं जिनके नर और मादा एक ही जैसे होते हैं। ये या तो किसी जलाशय में मछलियाँ पकड़ते रहते हैं या पानी के किनारे या किसी ठूँठ पर डैने फैलाए बैठे अपने पंख सुखाते रहते हैं। इनका जोड़ा बाँधने का समय जुलाई है, जब ये सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे होकर अपने बड़े बड़े गिरोह बना लेते हैं। इनका गरोह एक ही जगह मिलकर घोंसला बनाता है, जिसमें मादा 4-5 अंडे देती है।


विटामिन से भरपूर गाजर

गाजर एक सब्ज़ी का नाम है। यह लाल, काली, नारंगी, कई रंगों में मिलती है। यह पौधे की मूल (जड़) होती है।गाजर के रस का एक गिलास पूर्ण भोजन है। इसके सेवन से रक्त में वृद्धि होती है।मधुमेह आदि को छोड़कर गाजर प्रायः हरेक रोग में सेवन की जा सकती है। गाजर के रस में विटामिन 'ए','बी', 'सी', 'डी','ई', 'जी', और 'के' मिलते हैं। गाजर का जूस पीने या कच्ची गाजर खाने से कब्ज की परेशानी खत्म हो जाती है। यह पीलिया की प्राकृतिक औषधि है। इसका सेवन ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) और पेट के कैंसर में भी लाभदायक है। इसके सेवन से कोषों और धमनियों को संजीवन मिलता है। गाजर में बिटा-केरोटिन नामक औषधीय तत्व होता है, जो कैंसर पर नियंत्रण करने में उपयोगी है।[कृपया उद्धरण जोड़ें] इसके सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम तो मजबूत होता ही है साथ ही आँखों की रोशनी भी बढ़ती है गाजर के सेवन से शरीर को उर्जा मिलती है!


माता के समान हितकारी हरड़

हरीतकी (वानस्पतिक नाम:Terminalia chebula) एक ऊँचा वृक्ष होता है एवं भारत में विशेषतः निचले हिमालय क्षेत्र में रावी तट से लेकर पूर्व बंगाल-आसाम तक पाँच हजार फीट की ऊँचाई पर पाया जाता है। हिन्दी में इसे 'हरड़' और 'हर्रे' भी कहते हैं। आयुर्वेद ने इसे अमृता, प्राणदा, कायस्था, विजया, मेध्या आदि नामों से जाना जाता है। हरड़ का वृक्ष 60 से 80 फुट तक ऊँचा होता है। इसकी छाल गहरे भूरे रंग की होती है, पत्ते आकार में वासा के पत्र के समान 7 से 20 सेण्टीमीटर लम्बे, डेढ़ इंच चौड़े होते हैं। फूल छोटे, पीताभ श्वेत लंबी मंजरियों में होते हैं। फल एक से तीन इंच तक लंबे और अण्डाकार होते हैं, जिसके पृष्ठ भाग पर पाँच रेखाएँ होती हैं। कच्चे फल हरे तथा पकने पर पीले धूमिल होते हैं। प्रत्येक फल में एक बीज होता है। अप्रैल-मई में नए पल्लव आते हैं। फल शीतकाल में लगते हैं। पके फलों का संग्रह जनवरी से अप्रैल के मध्य किया जाता है।कहा जाता है हरीतकी की सात जातियाँ होती हैं। यह सात जातियाँ इस प्रकार हैं: 1. विजया 2. रोहिणी 3. पूतना 4. अमृता 5. अभया 6. जीवन्ती तथा 7. चेतकी।


परिचय:-हरीतकी को वैद्यों ने चिकित्सा साहित्य में अत्यधिक सम्मान देते हुए उसे अमृतोपम औषधि कहा है। राज बल्लभ निघण्टु के अनुसार-


यस्य माता गृहे नास्ति, तस्य माता हरीतकी।
कदाचिद् कुप्यते माता, नोदरस्था हरीतकी ॥
(अर्थात् हरीतकी मनुष्यों की माता के समान हित करने वाली है। माता तो कभी-कभी कुपित भी हो जाती है, परन्तु उदर स्थिति अर्थात् खायी हुई हरड़ कभी भी अपकारी नहीं होती। )
दो प्रकार के हरड़ बाजार में मिलते हैं - बड़ी और छोटी। बड़ी में पत्थर के समान सख्त गुठली होती है, छोटी में कोई गुठली नहीं होती, वैसे फल जो गुठली पैदा होने से पहले ही पेड़ से गिर जाते हैं या तोड़कर सुखा लिया जाते हैं उन्हें छोटी हरड़ कहते हैं। आयुर्वेद के जानकार छोटी हरड़ का उपयोग अधिक निरापद मानते हैं क्योंकि आँतों पर उनका प्रभाव सौम्य होता है, तीव्र नहीं। इसके अतिरिक्त वनस्पति शास्त्रियों के अनुसार हरड़ के 3 भेद और किए जा सकते हैं- पक्व फल या बड़ी हरड़, अर्धपक्व फल पीली हरड़ (इसका गूदा काफी मोटा स्वाद में कसैला होता है।) अपक्व फल जिसे ऊपर छोटी हरड़ नाम से बताया गया है। इसका वर्ण भूरा-काला तथा आकार में यह छोटी होती है। यह गंधहीन व स्वाद में तीखी होती है। फल के स्वरूप, प्रयोग एवं उत्पत्ति स्थान के आधार पर भी हरड़ को कई वर्ग भेदों में बाँटा गया है पर छोटी स्याह, पीली जर्द, बड़ी काबुली ये 3 ही सर्व प्रचलित हैं।


कई रोगों का एक लक्षण 'पीलिया'

रक्तरस में पित्तरंजक (Billrubin) नामक एक रंग होता है, जिसके आधिक्य से त्वचा और श्लेष्मिक कला में पीला रंग आ जाता है। इस दशा को कामला या पीलिया (Jaundice) कहते हैं।सामान्यत: रक्तरस में पित्तरंजक का स्तर 1.0 प्रतिशत या इससे कम होता है, किंतु जब इसकी मात्रा 2.5 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तब कामला के लक्षण प्रकट होते हैं। कामला स्वयं कोई रोगविशेष नहीं है, बल्कि कई रोगों में पाया जानेवाला एक लक्षण है। यह लक्षण नन्हें-नन्हें बच्चों से लेकर 80 साल तक के बूढ़ों में उत्पन्न हो सकता है। यदि पित्तरंजक की विभिन्न उपापचयिक प्रक्रियाओं में से किसी में भी कोई दोष उत्पन्न हो जाता है तो पित्तरंजक की अधिकता हो जाती है, जो कामला के कारण होती है।


रक्त में लाल कणों का अधिक नष्ट होना तथा उसके परिणामस्वरूप अप्रत्यक्ष पित्तरंजक का अधिक बनना बच्चों में कामला, नवजात शिशु में रक्त-कोशिका-नाश तथा अन्य जन्मजात, अथवा अर्जित, रक्त-कोशिका-नाश-जनित रक्ताल्पता इत्यादि रोगों का कारण होता है। जब यकृत की कोशिकाएँ अस्वस्थ होती हैं तब भी कामला हो सकता है, क्योंकि वे अपना पित्तरंजक मिश्रण का स्वाभाविक कार्य नहीं कर पातीं और यह विकृति संक्रामक यकृतप्रदाह, रक्तरसीय यकृतप्रदाह और यकृत का पथरा जाना (कड़ा हो जाना, Cirrhosis) इत्यादि प्रसिद्ध रोगों का कारण होती है। अंतत: यदि पित्तमार्ग में अवरोध होता है तो पित्तप्रणाली में अधिक प्रत्यक्ष पित्तरंजक का संग्रह होता है और यह प्रत्यक्ष पित्तरंजक पुन: रक्त में शोषित होकर कामला की उत्पत्ति करता है। अग्नाशय, सिर, पित्तमार्ग तथा पित्तप्रणाली के कैंसरों में, पित्ताश्मरी की उपस्थिति में, जन्मजात पैत्तिक संकोच और पित्तमार्ग के विकृत संकोच इत्यादि शल्य रोगों में मार्गाविरोध यकृत बाहर होता है। यकृत के आंतरिक रोगों में यकृत के भीतर की वाहिनियों में संकोच होता है, अत: प्रत्यक्ष पित्तरंजक के अतिरिक्त रक्त में प्रत्यक्ष पित्तरंजक का आधिक्य हो जाता है।


वास्तविक रोग का निदान कर सकने के लिए पित्तरंजक का उपापचय (Metabolism) समझना आवश्यक है। रक्तसंचरण में रक्त के लाल कण नष्ट होते रहते हैं और इस प्रकार मुक्त हुआ हीमोग्लोबिन रेटिकुलो-एंडोथीलियल (Reticulo-endothelial) प्रणाली में विभिन्न मिश्रित प्रक्रियाओं के उपरांत पित्तरंजक के रूप में परिणत हो जाता है, जो विस्तृत रूप से शरीर में फैल जाता हैस, किंतु इसका अधिक परिमाण प्लीहा में इकट्ठा होता है। यह पित्तरंजक एक प्रोटीन के साथ मिश्रित होकर रक्तरस में संचरित होता रहता है। इसको अप्रत्यक्ष पित्तरंजक कहते हैं। यकृत के सामान्यत: स्वस्थ अणु इस अप्रत्यक्ष पित्तरंजक को ग्रहण कर लेते हैं और उसमें ग्लूकोरॉनिक अम्ल मिला देते हैं यकृत की कोशिकाओं में से गुजरता हुआ पित्तमार्ग द्वारा प्रत्यक्ष पित्तरंजक के रूप में छोटी आँतों की ओर जाता है। आँतों में यह पित्तरंजक यूरोबिलिनोजन में परिवर्तित होता है जिसका कुछ अंश शोषित होकर रक्तरस के साथ जाता है और कुछ भाग, जो विष्ठा को अपना भूरा रंग प्रदान करता है, विष्ठा के साथ शरीर से निकल जाता है।


प्रत्येक दशा में रोगी की आँख (सफेदवाला भाग Sclera) की त्वचा पीली हो जाती है, साथ ही साथ रोगविशेष काभी लक्षण मिलता है। वैसे सामान्यत: रोगी की तिल्ली बढ़ जाती है, पाखाना भूरा या मिट्टी के रंग का, ज्यादा तथा चिकना होता है। भूख कम लगती है। मुँह में धातु का स्वाद बना रहता है। नाड़ी के गति कम हो जाती है। विटामिन 'के' का शोषण ठीक से न हो पाने के कारण तथा रक्तसंचार को अवरुद्ध (haemorrhage) होने लगता है। पित्तमार्ग में काफी समय तक अवरोध रहने से यकृत की कोशिकाएँ नष्ट होने लगती हैं। उस समय रोगी शिथिल, अर्धविक्षिप्त और कभी-कभी पूर्ण विक्षिप्त हो जाता है तथा मर भी जाता है।


कामला के उपचार के पूर्व रोग के कारण का पता लगाया जाता है। इसके लिए रक्त की जाँच, पाखाने की जाँच तथा यकृत-की कार्यशक्ति की जाँच करते हैं। इससे यह पता लगता है कि यह रक्त में लाल कणों के अधिक नष्ट होने से है या यकृत की कोशिकाएँ अस्वस्थ हैं अथवा पित्तमार्ग में अवरोध होने से है।


असुविधा में यज्ञ कैसे करें?

गतांक से...


आओ बेटा मैं तुम्हें महर्षि याज्ञवल्क्य मुनि महाराज के विद्यालय में ले जाना चाहता हूं ! विद्यालय में नाना ब्रह्मचारी विद्यमान है और प्रातः कालीन नैतिक शिक्षा देते हुए ब्रह्मचारियों से याज्ञवल्क मुनि ने कहा 'ब्राह्मणे: याज्ञाम् भवितं ब्रव्हा कृत लो काहाम, हे ब्रह्मचारीयो, देखो यज्ञ अपने में कितना विशिष्टतम माना गया है! वेद का एक-एक मंत्र उस यज्ञ का बखान कर रहा है! जिन यगों से मानव के जीवन में महानता का जन्म होता है और जिज्ञासा उत्पन्न हो जाती है तो वह जिज्ञासु बन करके अपने स्वरूप में रमण करने लगता है! मेरे प्यारे देखो वेदाम भू वर्णस्वता: यागाम ब्रहे, प्रातः काल   याज्ञवल्क मुनि महाराज यज्ञ की चर्चा कर रहे थे! एक ब्रह्मचारी यगदत्त ने कहा प्रभु आप यज्ञ को क्या जानते हैं? उन्होंने कहा सब साकलय होना चाहिए और यज्ञ शाला का भव्यता में निर्माण होना चाहिए! जैसे परमपिता परमात्मा ने मानव को सजातीय रूप में प्रकट किया है और आत्मतत्व उसमें विधमान है! परंतु अपने यहां भव्य यज्ञ की विशेषता कृतियां मानी जाती है! उन्होंने कहा संभव प्रव्हा:' वर्णस्वूत  देवत्वाम यज्ञ:, मेरे प्यारे याग वल्क मुनि महाराज ने जब ऐसा कहा तो उन्होंने कहा प्रभु यज्ञशाला होनी चाहिए! ब्रह्मचार्यो का साकल्य होना चाहिए! संमिधा होनी चाहिए और उसमें यजमान का संकल्प भी होना चाहिए! मेरे पुत्रों ब्रह्मचारियों ने स्वीकार कर लिया! परंतु उन्होंने कहा प्रभु यह वाक्य तो आपका बड़ा प्रियतम दृष्टिपात आ रहा है! परंतु मैं यह जानना चाहता हूं कि कहीं हमें यज्ञ की इच्छा है और यह कोई भी सुविधा में प्राप्त नहीं है! तो प्रभु उस समय हम यह कैसे करेंग? उन्होंने कहा हे ब्रह्मचारी यज्ञम् ब्रह्मा याज्ञम् सुतम ब्रह्मा:, मानो यज्ञशाला भी नहीं है और साक्लय  भी नहीं है तो भी यजमान यज्ञ करता है! देखो अग्नि को प्रदीप्त करता हुआ, वह संमिधा ले करके कहता है! अग्नि स्वाहा, प्राणाया स्वाहा, अपानाय स्वाहा,व्यानाय स्वाहा, समानाय स्वाहा! मेरे प्यारे वह सर्वत्र प्राणों की आहुति देता है हुत कर रहा है! संमिधा के द्वारा अग्नि में परिणत कर रहा है! अग्निम ब्रह्मा:, वही अग्नि हमारे यहां प्रत्येक वस्तु का विभाजन कर देती है! जो काष्ट में रहने वाली अग्नि है! वही पृथ्वी को तपाएमान कर देती है! वहीं मानव के हृदय में प्रवेश करके प्रदीप्त रहती है! वही अग्नि माता के गर्भ में शिशु का निर्माण करती है! उसके तेज का आह्वान करती हुई माता अपने में स्वयं धन्य हो जाती है! मेरे प्यारे उन्होंने कहा कि यज्ञम् ब्रहा: देखो यज्ञम ब्रहे कृतम' संमिधा के द्वारा यज्ञ होना चाहिए! वह मानव अग्नि आहुति देता हुआ, अपने जीवन और ग्रह को उन्नत बनाना चाहता है!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 02, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-89 (साल-01)
2. शनिवार, नवंबर 02, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- षष्ठी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:28,सूर्यास्त 05:48
5. न्‍यूनतम तापमान -18 डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित

नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  स्कंदमाता महादेवी के नवदुर्गा रूपों में से पांचवां रूप है। उनक...